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RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
साहिल कमला की बात सुन कर एक दम से झेंप गया…उसने अपने सर को झुका लिया….”अच्छा अब इधर मत देखना….में ज़रा मूत लूँ….साहिल ने दूसरी तरफ मुँह कर लिया…कमला ने साहिल की तरफ पीठ की, और फिर अपनी सलवार को घुटनो तक उतारा और अपनी कमीज़ के पल्ले को पीछे से अपनी कमर पर चढ़ा लिया….जिससे उसकी मोटी और गोरी गान्ड बेपर्दा हो गई…फिर उसने साहिल को देखा….
साहिल दूसरी तरफ मुँह किए खड़ा था….और कमला नीचे पैरो के बल उकूड़ू बैठ गई….और मंद-2 मुस्कुराने लगी….पर काफ़ी देर तक जब साहिल को कमला के मूतने की आवाज़ नही आई….तो उसे थोड़ा अजीब सा लगा. “आंटी आप ने पेशाब कर लिया….” साहिल ने काँपती हुई आवाज़ में कहा…
कमला: अर्रे नही अभी नही….पता नही मूत क्यों नही निकल रहा…बड़ी तेज जलन सी हो रही है…..
साहिल ने अपनी चोर नज़रो से कमला की तरफ देखा, तो उसका दिल हलक को आ गया…कमला नीचे बैठी हुई थी….उसकी चौड़ी गान्ड को देख साहिल का लंड उसकी निक्कर में झटके खाने लगा….कमला थोड़ा सा उठी, और अपनी आप को घोड़ी की तरह झुका कर अपनी चूत को देखने लगी…वो ये सब जान बुझ कर रही थी….”हाए कितनी जलन हो रही है….” साहिल ने देखा उसने पीछे से अपनी गान्ड उठा रखी थी….
पिछली बार जब साहिल ने छत पर से कमला की चूत को देखा था, तो उस पर बहुत काले और घने बाल थे….पर इस बार कमला ने अपनी चूत की झान्टो को एक दम सॉफ कर रखा था…कमला की चूत से निकल रहे कामरस से उसकी चूत की फन्खुडि और आसपास का हिस्सा गीला होकर चाँद की रोशनी में चमकने लगा….
ये सब देख साहिल तो जैसे अपने होश ही खो बैठा….पता नही उसे क्या हुआ, कि उसने अपने निक्कर को नीचे सरका कर अपने लंड को बाहर निकाल लिया…और कमला की तरफ बढ़ने लगा….कमला इस बात से अंजान थी कि, आगे क्या होने वाला है….कमला के पीछे आते ही, साहिल ने कमला को कमर से दोनो हाथो से पकड़ लिया….साहिल का लोहे की रोड की तरह तना हुआ लंड कमला की गान्ड की दरार में जा धंसा…..
कमला: ह हाई ओह्ह्ह मुंडिया की कर रहे है…..आह छोड़ो मुझे आह उंह सीईईई हाई…..
कमला जान बुझ कर साहिल से छूटने की कॉसिश कर रही थी….पर ऐसे करते हुए, वो अपनी गान्ड को साहिल के लंड पर दबाते हुए, अपनी गान्ड को गोल-2 घुमा रही थी….”अहह साहिल यी यी क्या कर रहे हो ओह्ह हट जा पुत्तर में किसी को मुँह दिखाने के लायक नही रहूंगी अह्ह्ह्ह…”
कमला चाहती तो एक धक्का देकर साहिल को 4 फुट दूर फेंक सकती थी…पर उसकी चूत में तो आग लगी हुई थी…..”आह साहिल ये ये क्या चुभ रहा है मेरी गान्ड में…आह हाई कितना गरम है….” ये कहते हुए, कमला अपना एक हाथ पीछे ले गई. और साहिल के लंड को अपने मुट्ठी में भर लिया.
साहिल का पूरा बदन झनझणा गया….”हट जा साहिल पुत्तर क्या कर रहा है.. ओह्ह्ह साहिल हट जा ना….”
कमला ये सब इतनी महारत से कर रही थी कि, साहिल समझ रहा था कि, कमला सच में उसे हटाने की कॉसिश कर रही है…पर उसने अपने मुट्ठी में पकड़े लंड को ऐसे अपनी चूत के सामने कर दिया….जैसे सब अंजाने में हो गया हो….अब साहिल का लंड कमला की चूत की फांको पर दस्तक देने लगा था….साहिल के लंड के सुपडे के गरमी अपनी चूत की फांको पर महसूस करके, कमला एक दम से सिसक उठी…
कमला का पूरा बदन उतेजना में काँप गया….उसने अपने हाथ को साहिल के लंड से हटाते हुए, सामने पड़े बड़े से पत्थर पर दोनो हाथो को टीका लिया….”साहिल बेटा मत कर ऐसे अह्ह्ह्ह में किसी को मुँह दिखाने के लायक नही रहूंगी…अहह सीईईई साहिल…..आह मेरे फुददी अहह ह….”
कमला ने सिसकते हुए अपनी गान्ड को पीछे की तरफ धकेला, तो उसकी चूत का छेद साहिल के लंड के सुपाडे पर दब गया….कमला की चूत की फांको ने साहिल के लंड के सुपाडे को जाकड़ कर चूत के छेद तक जाने का रास्ता दिया. और चूत के छेद ने सिकुड़ते हुए, साहिल के लंड के सुपाडे को चूम कर स्वागत किया….
कमला: हाई साहिल मेरी फुद्दि मत मार अहह तेरी लंड आह मेरी फडी अह्ह्ह्ह मार जल्दी कार कही मा ना आ जाए हाई….
साहिल भला अब कैसे रुक सकता था…उसने कमला की कमर को दोनो तरफ से पकड़ कर एक ज़ोर दार धक्का मारा…साहिल का 5 इंच का लंड कमला की पनियाई चूत की दीवारों को फेलाता हुआ अंदर जा घुसा….अपनी चूत की दीवारो पर साहिल के लंड के सुपाडे की रगड़ को महसूस करके, कमला एक दम मस्त हो गई….उसका पूरा बदन रह-2 कर काँपने लगा….
कमला ने पीछे की तरफ अपना फेस घुमा कर देखा और अपने फेस पर जान बुझ कर रुवान्से भाव लाते हुए बोली….”तुम सच में बहुत बिगड़ गए हो… मेरी फुद्दि फाड़ डी….अब में किसी को मुँह दिखाने के लिए लायक नही रही…”हाई ओह्ह्ह्ह धीरे मार पुत्तर अह्ह्ह्ह अहह अहहा ह चोद अपनी आंटी को मार ले फुद्दि मेरी अहाअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह….”
साहिल ने कमला की कमर को कस के पकड़ कर धानधन अपना लंड उसकी चूत के अंदर बाहर करना शुरू कर दिया….कमला भी अपनी गान्ड को पीछे की ओर धकेलते हुए, सिसकारियाँ भर रही थी….उनसे काफ़ी दूर बैठी सरोज भी कमला की सिसकारियों की आवाज़ सुन रही थी…और थोड़ा घबरा रही थी कि, कही कोई इधर ना आ जाए…साहिल की जांघे जब कमला के चुतड़ों से टकरा कर थप की आवाज़ करती. तो दूर बैठी सरोज की फुद्दि में कुलबुलाहट होने लगी….वो अपनी मॅक्सी के ऊपेर से अपनी चूत को मसल्ते हुए, अपनी बेटी की मस्ती भरी सिसकारियाँ सुन रही थी…
दूसरी तरफ चुदाई पूरे उफान पर थी…साहिल इतना एग्ज़ाइटेड हो गया था कि, 5 मीं बाद ही उसका लंड कमला की चूत में झटके खाना लगा…धीरे-2 साहिल की रफ़्तार कम होने लगी…साहिल को झाड़ाता देख कमला ने भी तेज़ी से अपनी चूत को पीछे की तरफ साहिल के लंड पर पटकना शुरू कर दिया…
कमला: सीईईई अहह उंह साहिल अह्ह्ह्ह मेरी फुद्दि मार ली आह हइई सीईईईईई सीईईईई अहह….
कमला भी सिसियाते हुए झड़ने लगी….जब कमला की सिसकियाँ बंद हुई, तो दूर बैठी, सरोज के होंठो पर मुस्कान फेल गई…झड़ने के बाद कमला आगे की तरफ हुई, तो साहिल का लंड कमला की चूत से बाहर आ गया…साहिल के लंड से लार के जैसी पानी की एक तार बनती हुई नीचे की तरफ लटकने लगी…देखने में ऐसा लग रहा था…मानो कमला की फुद्दि से कोई धागा निकल कर साहिल के लंड पर लिपटा हो…
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RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
छोटी सी जान चूतो का तूफान--24
नेहा और मोहित सरोज के जाने के बाद, कमला ने एक ग्लास में उस दवाई को डाल कर मिलाया. और ऊपेर रूम में गई….जहाँ पर साहिल बेड पर लेटा हुआ था…वो जानता था कि, अब वो घर पर कमला के साथ अकेला है…पर उसकी हिम्मत नही हो रही थी कमला के सामने जाने के लिए…. कमला को रूम में देख कर साहिल बेड पर उठ कर बैठ गया….
कमला: (साहिल के पास आकर बेड पर बैठते हुए) क्या हुआ तबीयत तो ठीक है ना ?
साहिल: (सर को झुकाए हुए) जी जी हां आंटी….
कमला: अच्छा इसे पी लो….(दवाई वाले ग्लास को साहिल की ओर बढ़ाते हुए)
साहिल: इसमे क्या है ?
कमला: ताक़त की दवाई है…
साहिल: ताक़त की दवाई…(थोड़ा हैरान होते हुए)
कमला: हां ताक़त की दवाई….पता है इसे पीने से क्या होता है….?
साहिल: मुझे नही पता…..क्या होता है आंटी….?
कमला: ये दवाई आदमी की ताक़त बढ़ाती है….और जो काम कल तूने मेरे साथ किया था….अगर ये दवाई पी कर करोगे तो, बहुत टाइम लगा कर किसी भी औरत को खुस कर सकते हो….इससे पी लो…फिर देखना जिस भी औरत की तुम मारोगे…वो तुम्हारी गुलाम बन जाएगी…
साहिल: सच आंटी…
कमला: हां बिल्कुल सच…..चल जल्दी से इसे पी ले….फिर तेरे लंड की मालिश करूँगी…देखना तेरा लंड कितना बड़ा हो जाता है….
साहिल बेचारा अब कमला के दिल की बात कहाँ जनता था…उसने कमला के हाथ से ग्लास लिया..और घटघाट पी गया….फिर उसने खाली ग्लास कमला को पकड़ा दिया….कमला ने ग्लास लिया…और साहिल को नीचे आने का कह कर चली गई….कमला ने किचन में जाकर पानी गरम किया…तब तक साहिल भी नीचे आ गया था…कमला उसे अपने रूम में ले गई….
रूम में आकर कमला ने साहिल को बेड पर लेटने को कहा….साहिल चुप चाप जाकर बेड पर लेट गया….कमला ने गरम पानी के जग को बेड पर रखा. और फिर एक सॉफ सूखे कपड़े को गरम पानी से भीगो लिया. और साहिल के पास जाकर बेड पर बैठते हुए बोली…..”चल अब ज़रा अपना हथियार तो बाहर निकाल….” साहिल ने शरमाते हुए, अपने निक्कर को नीचे सरका दिया.
साहिल का लंड सिकुड कर किसी मूँगफली के दाने जैसे हुआ था…कमला ने बड़े प्यार से साहिल के लंड को हाथ में लिया…फिर उसे उस गीले कपड़े से अच्छे साफ क्या…कमला के नरम हाथो का सपर्श पा कर साहिल के लंड में हल्का सा तनाव आने लगा….लंड को अच्छे से सॉफ करके, उसने कपढ़ा एक साइड पर रखा, और फिर उस तैल की सीशी को खोल कर अपनी हथेली में थोड़ा सा तैल डाला….और फिर साहिल के लंड पर तैल लगा कर धीरे-2 मालिश करने लगी.
साहिल: आंटी ये आप मेरी नूनी पर तैल क्यो लगा रही हो….
कमला: (साहिल की बात सुन कर हंसते हुए, उसके गाल को मरोड़ देती है) क्या कहा…नूनी हहा हा….अच्छा बेटा रात को ज़बरदस्ती मेरी फुद्दि मार ली, और अपने लंड को अभी तक नूनी कहता है…
साहिल: (शरमाते हुए) नही आंटी मुझे इसे वो कहने में शर्म आती है.
कमला: (हंसते हुए) क्या हहा लंड कहने में शरम आती है..और रात को खुलेआम खेतो के बीच में मेरी फुद्दि मारी वो……
साहिल: अच्छा आंटी बताओ ना आप मेरे लंड पर ये तैल क्यों लगा रही हो….
कमला: (कमला ने सोचा ये अच्छा मोका है…साहिल को अपनी बातो में लाने का…) देखो साहिल इस तैल की मालिश से आदमी का लंड मोटा और लंबा हो जाता है….तुम्हारा लंड भी इस तैल से मोटा और लंबा हो जाएगा….
साहिल: पर क्यों मोटे और लंबे लंड से क्या होता है….
कमला: देख साहिल जिन आदमियों के लंड छोटे और पतले होते है. वो अपनी पत्नियों को खुस नही कर पाते…औरत को लंबे और मोटे लंड से चुदने में मज़ा आता है…और हर औरत यही चाहती है कि, उसकी शादी जिससे भी हो. उसका लंड मुन्सल सा लंबा और मोटा हो….
साहिल: अच्छा आंटी ऐसा है क्या….?
कमला: हां बेटा….अगर कोई औरत किसी का लंबा और मोटा लंड देख ले तो, वो उससे खुद अपनी फुद्दि चुदवाने के लिए पागल हो जाए….और जिन औरतों के पतियों का लंड छोटा और पतला होता है…उनकी पत्नियाँ बाहर मोटे लंड के लिए ग़लत कदम उठाती है…और बाहर अपनी फुद्दि मरवाति फिरती है…जिस से आदमी की भी बहुत बेज़्जती होती है….
साहिल ये सब बड़ी हैरानी से सुन रहा था….और कमला के मुँह से निकल रही ग्यान वर्षा को सुन कर धन्य हो रहा था…
कमला: देख साहिल ये तैल बहुत कीमती है..मेने ख़ास्स तौर पर तुम्हारे लिए बनवाया है…इसके बारे में किसी को पता नही चलना चाहिए…
साहिल: आंटी क्या सच में इससे मेरा लंड और लंबा और मोटा हो जाएगा ..?
कमला: हां….और देख इस से मालिश करने से लंड की नसे भी मजबूत होती है…जिससे लंड में ज़यादा तनाव आता है…और औरतों को सख़्त लंड बहुत भाते है….और हां एक बात और ध्यान से सुन…इस तैल की मालिश से थोड़ी देर लंड पर जलन होती है….फिर ठीक हो जाता है थोड़ी देर बाद. तुम सहन कर लेना….अगर तू सहन कर गया तो समझ तेरे लंड की एक झलक अगर कोई भी औरत पा गई….वो तुझसे अपनी फुद्दि मरवाए बिना रह नही पाएगी….समझा….बोल क्या कहता है….
साहिल: ठीक है आंटी आप मालिश करो….मुझे भी अपने लंड को लंबा और मोटा करना है….
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RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
कमला साहिल की बात सुन कर मुस्कुराने लगी…..फिर वो साहिल के लंड पर तैल से मालिश करने लगी….तैल से मालिश करने के बाद उसने साहिल के लंड को अपनी मुट्ठी में भर कर तेज़ी से रगड़ना शुरू कर दिया….कुछ ही पलो में साहिल का लंड एक दम तन कर खड़ा हो गया….जो उस वक़्त 5 इंच लंबा और मुस्किल धेड़ इंच मोटा था….
करीब 10 मिनिट बाद साहिल को अपने लंड पर तेज जलन महसूस होने लगी. दर्द के मारे उसके माथे पर पसीना आने लगा….दर्द के भाव उसके चेहरे पर छलकने लगे…दर्द बर्दास्त से बाहर होता जा रहा था…” क्या हुआ दर्द हो रहा है…..” कमला ने उसके माथे पर आए पसीने को अपने दुपट्टे से पोंछते हुए पूछा….”
साहिल: आह म्माआ…आंटी बहुत जलन हो रही है ह…..
कमला: (साहिल के सर को सहलाते हुए) बस बेटा थोड़ी देर सबर कर ठीक हो जाएगा….सबर कर…
कमला ने साहिल के लंड को फिर से मसलना शुरू कर दिया….मालिश से पैदा हुई गर्माहट ने साहिल के लंड पर हो रही जलन को थोड़ा कम कर दिया…. साहिल अपनी आँखें बंद किए बेड पर लेटा रहा….करीब 10 मिनिट बाद धीरे-2 वो जलन ख़तम होने लगी…
कमला: अब कैसे है…
साहिल: (एक गहरी साँस छोड़ते हुए) अब ठीक है आंटी….
कमला: देखा बस इतना सा काम था….अब धीरे-2 ठीक हो जाएगा…. अच्छा अब एक काम कर….तू थोड़ी देर आराम कर…..में अभी आती हूँ.
ये कह कर कमला बाहर चली गई..बाहर बाथरूम में पहुँच कर उसने पेशाब किया. और अपने हाथो को अच्छे से धो कर वापिस अपने रूम में आई. तो उसने देखा कि, साहिल एक बार फिर से दर्द से परेशान था…वो साहिल के पास जाकर बैठ गई….उसने गोर से उसके लंड की तरफ देखा. जिस पर हलकी-2 सूजन आ गई…साहिल का लंड अब बैठ चुका था…पर सूजन होने के कारण अभी भी उसका लंड 4 इंच लंबा और करीब 2 इंच मोटा लग रहा था.
साहिल: (कमला को रूम में आता देख कर) देखो ना आंटी मेरा लंड कैसे सूज गया है….अभी भी दर्द हो रहा है….
कमला: (साहिल के पास जाकर बेड पर बैठते हुए) क्या ज़यादा दर्द हो रहा है….(फिर वो गोर से साहिल के लंड को देखने लगी….जिस पर सच में सूजन आई हुई थी…)
साहिल: नही ज़यादा नही है पर दर्द हो रहा है….
कमला: थोड़ी देर में ठीक हो जाएगा….
ये कहते हुए, उसने साहिल का हाथ पकड़ा और उसकी आँखों में देखते हुए, उसके हाथ को अपनी कमीज़ के ऊपेर से अपनी मम्मे पर रख दिया….और कातिलाना मुस्कान के साथ बोली….”साहिल तुम्हे अपनी आंटी के मम्मे कैसे लगते है….”
साहिल: आंटी बहुत अच्छे है….
कमला: देखोगे इनको….
साहिल ने हां में सर हिला दिया….साहिल की बात सुन कर कमला मुस्कुराइ, और बेड से खड़ी हो गई….और फिर उसने साहिल की ओर देखते हुए, अपनी कमीज़ को दोनो तरफ से पकड़ कर ऊपेर उठाना शुरू कर दिया…..और साहिल के देखते ही देखते उसने अपनी कमीज़ को अपने गले से निकाल कर अपने जिस्म से अलग कर दिया…और कमीज़ को बेड पर फेंक दिया….साहिल आँखें फाडे कमला की वाइट ब्रा में कसी हुई चुचियों को देख रहा था….
कमला की 38 साइज़ की चुचियाँ बड़ी मुस्किल से उस वाइट कलर की ब्रा में समा पा रही थी…अपनी चुचियों को यूँ घुरता देख कमला के होंठो पर मुस्कान आ गई….साहिल का हाथ खुद ब खुद अपने लंड पर चला गया. जो दर्द की वजह से बैठा हुआ था…जैसे ही साहिल ने अपने लंड को दबाया, तो उसके मुँह से दर्द भरी चीख निकल गई…
साहिल: आह मम्मी…..
कमला: (घबराते हुए) क्या ज़्यादा दर्द है…..?
साहिल ने हां में सर हिला दिया….”तू अभी इसको छेड़ मत….थोड़ी देर में ठीक हो जाएगा….” फिर वो बेड पर बैठ गई…..उसने अपनी पीठ के पीछे हाथ लेजा कर अपनी ब्रा के हुक्स खोल दिए….कमला की बड़ी-2 दूधिया गोरी चुचियाँ उछल कर बाहर आ गई….उसने अपनी ब्रा को साइड पर रखा…और साहिल को लटने के लिए कहा….
साहिल बेड पर तकये पर सर टिका कर लेट गया….कमला ने उस पर झुकते हुए, अपने एक मम्मे के निपल को उसके होंठो पर लगा दिया….इससे पहले कि कमला साहिल को अपना मम्मा चूसने के लिए कहती..साहिल ने खुद ही अपना मुँह खोल कर ज़्यादा से ज़्यादा उसकी चुचि को मुँह में भर लिया. और ज़ोर-2 से चूसने लगा….
कमला एक दम से सिसक उठी…..उसने साहिल के सर के नीचे हाथ डालते हुए, उसके सर को ऊपेर उठा कर अपनी छाती पर दबा लिया….और साहिल और ज़ोर-2 से उसके चुचि के काले अंगूर के दाने जैसे मोटे और लंबे निपल को ज़ोर-2 से चूसने लगा…..”ह सीईईईई सीईईईईई सीईईईईईईई सीईईईईईई हइई साहिल और ज़ोर से चुस्स्स्स्स आह मेरे मम्मो को आह बहुत मज़ा आ रहा है साहिल अह्ह्ह्ह…”
कमला के पूरे बदन में मस्ती के लहरे दौड़ने लगी….उसकी सिसकारियाँ गूंजने लगी..जीतने ज़ोर से साहिल उसके निपल को चूस रहा था. कमला को लग रहा था…जैसे अभी उसकी चुचियों से दूध की धार बाहर निकल जाएगी….उसकी चुचियों की नसो में कसाव आने लगा….साहिल ने उसकी एक चुचि को करीब 5 मिनिट चूसा….और फिर उसे मुँह से बाहर निकाल कर दूसरी चुचि को मुँह में भरने के कॉसिश करने लगा…
जो कि नीचे बिस्तर पर दबी हुई थी……कमला ने अपनी दूसरी चुचि को साहिल के मुँह में देने के लिए अपने आप को ऊपेर उठाया….जिस से कमला का धड़ साहिल के ऊपेर आ गया…और साहिल ने गॅप से कमला की दूसरी चुचि भी मूँह में ले लिया….कमला की चूत में पानी की धार बह निकली. उसकी चूत लंड लेने के लिए कुलबुलाने लगी….नीचे साहिल का लंड में भी अब तनाव आ चुका था….
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RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
कमला अब जल्दी से जल्दी साहिल के लंड को अपनी चूत में लेना चाहती थी. उसने अपनी चुचि को साहिल के मुँह से बाहर निकाला…और जग में रखे पानी से कपड़े को गीला कर धीरे-2 साहिल के लंड को साफ किया…जब साहिल का लंड अच्छे से सॉफ हो गया…उसने बेड पर लेटते हुए अपनी सलवार का नाडा खोला, और अपनी गान्ड को बिस्तर से उठा कर अपनी गान्ड के नीचे से सलवार निकाल कर फेंक दी….फिर वो साहिल के ऊपेर आ गई…और अपने दोनो घुटनो को साहिल की कमर के दोनो तरफ तरफ बेड पर टिका दिया….
अब कमला की चूत का छेद साहिल के लंड के ठीक ऊपेर था….कमला ने साहिल की आँखो में देखा…जो कभी उसके चेहरे की ओर देखता, तो कभी उसके बड़ी-2 38 ड्ड साइज़ की चुचियों को…कमला ने मुस्कुराते हुए अपना एक हाथ नीचे लेजा कर, साहिल के लंड को मुट्ठी में पकड़ लिया…जो बुरी तरह से आकड़ा हुआ था…..कमला ने साहिल के लंड को पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर लगा दिया….साहिल तो जैसे इसी पल का इंतजार कर रहा था…वो अपने पर काबू ना रख सखा…और उसने अपनी पूरी ताक़त के साथ ऊपेर की ओर ज़ोर से अपनी कमर को उछाला…साहिल का लंड कमला की चूत की फांको और दीवारो को फेलाता हुआ एक ही बार में पूरा का पूरा अंदर घुस गया….
पर साथ ही उसके लंड में तेज दर्द की लहर दौड़ गई….दर्द के मारे उसकी आँखें बंद हो गई….और वो दर्द से कराह उठा….कमला फिर से थोड़ा घबरा गई….”क्या हुआ” कमला ने घबराते हुए पूछा….”कुछ नही” साहिल ने अपने दर्द को बर्दास्त करने की कॉसिश करते हुए कहा….
कमला: (मुस्कुराते हुए) तो किसने कहा था..इस तरह उतावला पन दिखाने को…अब आराम से लेटो…देखो में कैसे तुम्हे जन्नत का मज़ा देती हूँ..
कमला की चूत से निकल रहा गरम पानी साहिल के लंड को दर्द में राहत दे रहा था…कमला ने धीरे-2 अपनी गान्ड को ऊपेर नीचे करना शुरू कर दिया… सूजन की वजह से कमला को साहिल का लंड पहले के मुक़बले कुछ ज़्यादा फँस कर अपनी चूत में दाखिल होता महसूस हो रहा था. कमला की आँखे मस्ती में बंद होने लगी…वो धीरे-2 एक लय में अपनी गान्ड को ऊपेर नीचे कर रही थी….
दोनो मस्ती के सागर में गोते खा रहे थी….करीब 5 मिनिट के बाद कमला झड़ने के बेहद करीब पहुँच गई..अब वो धीरे-2 अपनी रफ़्तार को बढ़ाने लगी….वो पीछे की तरफ लूड़क गई….उसने अपनी दोनो हाथो को बेड पर पीछे की तरफ टिका दिया….और अपनी जाँघो को खोल कर अपनी कमर को आगे की तरफ धक्के देने लगी…साहिल को अपना लंड कमला की चूत के अंदर बाहर होता हुआ सॉफ नज़र आने लगा….जो कमला की चूत के कामरस से भीग कर चमक रहा था..
ये देख साहिल और जोश में आ गया….पर अब वो कोई हरकत करके दर्द को फिर से नही झेलना चाहता था….कमला ऊपेर पीछे की तरफ झुकी हुई, अपनी कमर को ज़ोर-2 से आगे की तरफ धकेल कर साहिल का लंड अपनी चूत में ले रही थी..उसकी सिसकियाँ बदस्तूर जारी थी……”हाई देख पुत्तर तेरा लंड कीना वाडा हो गया अह्ह्ह्ह मेरी फुद्दि दी अग ठंडी कर दे पुत्तर आह मार अपनी आंटी दी फुद्दिया अह्ह्ह्ह आह मार अपनी आंटी की फुद्दि……”
कमला सिसकियाँ भरते हुए झाड़ गई….पर साहिल का लंड तो मानो सुन्न पड़ गया था…वो कहाँ झड़ने वाला था….थक हार कर कमला उसके ऊपेर से उठी, और हान्फते हुए, बेड पर लेट गयी…
दूसरी तरफ नेहा सरोज और मोहित खेतो में पहुँच गए थे…पर जैसे ही वहाँ वो तीनो पहुँचे, सरोज की देवरानी से उस समय पास के अपने खेतो में आई हुई थी…..सरोज को देख उनके पास आ गई….चारो खेतो में बनी छोटी सी हवेली नुमा घर के अंदर आ गई….
नेहा मन ही मन सरोज की देवरानी को कोस रही थी….पर सरोज की देवरानी तो पता नही कहाँ-2 की बातें लेकर बैठ गई…तीनो काफ़ी देर तक एक दूसरे के मुँह को ताकते रहे…सरोज भी समझ चुकी थी कि, उसकी देवरानी उसका पीछा नही छोड़ने वाली…हार मान कर वापिस चलने के सोची… तीनो घर वापिस आ गई…साहिल अपने रूम में जाकर सो गया था…..शाम को नेहा कमला और सरोज तीनो खाने की तैयारी कर रहे थे…
कि तभी डोर बेल बजी…सरोज ने बाहर जाकर गेट खोला तो देखा बाहर उसका पति बलवंत खड़ा था…दोनो अंदर आ गई….कमला अपने पिता को देख कर बहुत खुस हुई, और उठ कर उनसे गले मिली…फिर कमला ने अपने पिता को सबसे मिलवाया और अपने पिता से बातें करने लगी….
बलवंत: कैसी हो बेटी… ?
कमला: जी में ठीक हूँ पिता जी….आप कैसे है….
बलवंत: में भी ठीक हूँ…जब मुझे तुम्हारे आने की खबर मिली तो रुक नही पाया..बस तुमसे और मोहित से मिलने के लिए दौड़ा चला आया…
कमला: ये तो आप ने बहुत अच्छा किया….
बलवंत: हां अब आया तो सोच रहा हूँ कि कुछ दिन तुम्हारे और मोहित के साथ रहू…फिर जिंदगी का क्या भरोसा…
कमला: (अपने पिता की बात सुन कर मायूस होते हुए) हां-2 पिता जी क्यों नही….मोहित भी आपको बहुत याद कर रहा था…..
बलवंत: हां इसीलिए एक हफ़्ते की छुट्टी लेकर आया हूँ….
कमला: (अपने पिता की बात सुन कर चोन्कते हुए) क्या एक हफ्ते की…
बलवंत: हां एक हफ्ते की…
कमला को सारा खेल धरा धरा नज़र आने लगा….जब उसने ये बात नेहा को बताई तो, वो भी उदास हो गई…पर अब वो कर भी क्या सकती थी…पर इस दौरान कमला रोज मोका देख कर साहिल को दवाई पिला देती. और उसके लंड पर उस तैल से मालिश भी कर देती…..
साहिल भी अब उस दर्द को झेलने का आदि सा हो गया था…सरोज बीच-2 में कमला से पूछती रहती….और जब कमला को लगा कि, अब साहिल उस दर्द को सहने में माहिर हो गया है….तो उसने अपने मा से बात करके साहिल के लंड पर ज़्यादा तेल की मालिश करनी शुरू कर दी……एक हफ़्ता ऐसे ही गुजर गया…नेहा भी बीच-2 में मोहित को अपने होंठो का रस पिला देती. और मोहित भी नेहा की चूत में उंगलयों को घुसा देता…
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RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
छोटी सी जान चूतो का तूफान--25
रात का खाना खा कर नेहा और कमला अपने अपने रूम में चली गई…सरोज मोहित और साहिल को अपने साथ बाहर घुमाने के लिए ले गई थी करीब 15 मिनिट के सैर के बाद जब वापिस आए और डोर बेल बजाई, तो कमला ने गेट खोला…कमला को देख कर साहिल का मुँह खुला का खुला रह गया….कमला ने लाइट पिंक कलर के सलवार कमीज़ पहनी हुई थी… उसके सलवार कमीज़ का कपड़ा इतना पतला था कि, उसके अंदर से कमला की ब्लॅक कलर के ब्रा सॉफ नज़र आ रही थी…..
तीनो के अंदर आने के बाद कमला ने डोर बंद किया….और फिर साहिल और मोहित नीचे टीवी देखने लगे…कमला ने साहिल को इशारे से किचन में बुलाया….साहिल ने मोहित से कहा कि, वो अभी पानी पी कर आता है..और वो किचन में चला गया…जैसे ही साहिल किचन में दाखिल हुआ था…उसने देख कमला किचन काउंटर पर हाथ रख कर खड़ी थी…. साहिल को उसकी एक साइड दिखाई दे रही थी….और उसकी पटायला सलवार में उसकी ब्लॅक कलर की पैंटी सॉफ दिखाई दे रही थी….
ये सब देखते ही साहिल का लंड उसकी पेंट में तंबू बनाने लगा….कमला ने पीछे देखा और साहिल को देख कर मुस्कुराते हुए उसे अपने पास आने को कहा…साहिल उसके पास जाकर खड़ा हो गया….”साहिल आज तुम मेरे साथ ऊपेर छत पर सो जाना….तुम जाकर नेहा से ये बहाना बना दो कि, रूम में बहुत गरमी है….इस लिए तुम नानी और आंटी के साथ ऊपेर छत पर सोने जा रहे हो” कमला ने ये सब बहुत धीरे से कहा….
साहिल: पर आंटी अगर मम्मी ने मना कर दिया तो…
कमला: नही मना करेगी…तू जाकर ऊपेर नेहा को बोल…और हां फिर उसके बाद सीधा ऊपेर छत पर चले जाना…..और छत पर जो छोटा सा स्टोर रूम है वहाँ पर मेने बिस्तर लगा कर रखा है….वहाँ जाकर मेरा इंतजार करना..में थोड़ी देर में आ जाउन्गि….
साहिल ने हां में सर हिलाया. और ऊपेर अपनी मा के पास चला गया…नेहा बेड पर लेटी हुई थी…साहिल उसके पास जाकर बेड पर बैठ गया…और रूम में इधर उधर देखने लगा…नेहा की हँसी रोके नही रुक रही थी.. उसने बड़ी मुस्किल से अपनी हँसी दबाते हुए साहिल से पूछा….”क्या हुआ साहिल तबीयत तो ठीक है ना”
साहिल: हूँ हां मा वो रूम में गरमी लग रही है….
नेहा: अच्छा में समझी की शायद तुम्हारी तबीयत ठीक नही है…
साहिल: मा में बड़ी आंटी और कमला के आंटी के साथ ऊपेर छत पर सो जाउ…ऊपेर ठंडी हवा चल रही है…
नेहा: हां सो जा ना….इसमे पूछने की क्या बात है….
ये सुनते ही, साहिल के दिल में ख़ुसी के लड्डू फूटने लगी…पर वो अपनी ख़ुसी चेहरे से जाहिर नही होने देना चाहता था…इसीलिए वो चुप चाप उठा और ऊपेर छत पर चला गया…थोड़ी देर बाद कमला ऊपेर नेहा के रूम में आ गई….उसने आँखो ही आँखो से नेहा को इशारा किया. और नेहा के पास बेड पर जाकर बैठ गई….
नेहा: (कमला का इशारा समझते हुए मुस्कराने लगी) ऊपेर है तेरे यार… जा और अपनी फुद्दि में ले उसका लंड……
कमला: वो तो में लूँगी ही….अच्छा सुन…जब में ऊपेर चली जाउ…तो सीडयों पर लगे दरवाजे के कुण्डी नीचे से लगा लेना….और में ऊपेर से छत पर से उसी की कुण्डी लगा दूँगी…ताकि मोहित ऊपेर ना आ सके. और साहिल नीचे ना जा सके….
नेहा: ठीक है….वैसे मोहित है कहाँ….
कमला: नीचे टीवी देख रहा है…अभी में उसको बता कर ऊपेर जाने जाउन्गि. तो नीचे से भी कुण्डी लगा लेना…
नेहा: और आंटी….
कमला: वो तो अपने रूम में ही सो जायगे….
उसके बाद कमला नीचे चली गई…और सोफे पर बैठ कर कुछ देर तक वो मोहित के साथ टीवी देखती रही….सरोज किचन में काम कर रही थी….थोड़ी देर बाद वो एक ट्राइ में दो ग्लास दूध भर कर ले आए….और एक ग्लास मोहित को देते हुए बोली…”ले बेटा दूध पी लिए….”
कमला: मा आज ऊपेर सोने का मन कर रहा है….खुली हवा में…
सरोज: तू जाकर सो जा ना किसने मना किया है…साहिल भी आज ऊपेर छत पर सोने गया है….
कमला: (आँखो से इशारा करते हुए) क्या नेहा भी आज छत पर सोएगी….
सरोज: अर्रे नही…वो तो नीचे सोए गी….अपने रूम में…. जब तू ऊपेर जाए तो मुझे बता देना…में नीचे से सीडयों का डोर बंद कर लूँगी….
कमला: मोहित तुम ऊपेर सो गई हमारे साथ…..
मोहित थोड़ा सोच में पड़ गया….पर इससे पहले के मोहित कुछ बोलता, कमला खुद ही बोल पड़ी….”अगर नही ऊपेर सोना तो नेहा आंटी के रूम में सो जाना…मुझे पता है कि, तू एक रूम में अकेला नही सो सकता…” कमला की बात सुन कर मोहित को यकीन नही हो रहा था… उससे तो मानो मुँह माँगी मुराद मिल रही थी…..
मोहित: ठीक मम्मी में आंटी के रूम में सो जाउन्गि…
कमला: अच्छा फिर में ऊपेर जा रही हूँ….(ये कह कर कमला ऊपेर जाने लगी….कि सरोज ने उसे रोक लिया….)
सरोज: बेटा रुक साहिल ऊपेर है…उसका दूध भी ले जा साथ में….
कमला: जी मा….
और कमला ने ट्रे हाथ में ली, और ऊपेर जाने लगी….मोहित अभी भी सोफे पर बैठा हुआ था…वो उस पल का इंतजार कर रहा था…जब कमला ऊपेर जाए, और उसकी नानी सीडयों वाला दरवाजा बंद करे….कमला ऊपेर गई. और नेहा के रूम में दाखिल हुई…
जैसे ही वो नेहा के रूम में दाखिल हुई….उसकी हँसी निकल गई….क्योंकि सामने नेहा खड़ी होकर अपनी नाइटी को अपनी कमर तक उठाए हुए थी. और अपनी पेंटी की एलास्टिक को खेंच कर पैंटी के अंदर झाँक रही थी…” क्यों अभी से पानी छोड़ने लगी है तुम्हारी फुद्दि क्या हहा हा” कमला ने हंसते हुए नेहा से कहा….
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04-08-2019, 12:34 PM,
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RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
नेहा ने बड़ी ही मायूसी से कमला के तरफ देखा…..और फिर अपनी पेंटी को छोड़ते हुए, मॅक्सी नीचे कर ले….और उदस्स सा चेहरा लेकर बेड पर बैठ गई…..नेहा को इश्स तरहा उदास देख कर कमला नेहा के पास जाकर बेड पर बैठ गई…और उसके कंधे पर हाथ रखते हुए बोली….
कमला: नेहा क्या हुआ..इतनी उदास क्यों है…आज तो हमारे दिल के अरमान पूरे होने वाले है….
नेहा: (उदास आवाज़ में) कहा यार मेरी किस्मत ही खोती है…
कमला: क्यों क्या हुआ…सब खैरत तो है….
नेहा: यार मेरे पीरियड्स शुरू हो गई है…अब क्या करू..बहुत खून निकल रहा है नीचे से….
कमला भी नेहा की बात सुन कर थोड़ा परेशान हो गई….पर अब करा भी क्या जा सकता था…अब तो नेहा को 4-5 दिन और सबर करना था… कमला को भी उदास देख कर नेहा उससे बोली….” तू उदास ना हो…अब इसमे तेरे ग़लती तो नही है ना…तू जाकर ऐश कर…..”
कमला: पर वो मेने मोहित को कहा था कि वो तेरे रूम में सो जाए… ताकि वो तेरे साथ ही रहे…और ऊपेर आने का ना सोचे…
नेहा: तू जा उसे भेज दे…में उसे अपने पास सुला लूँगी…तू फिकर ना कर. में सब सभाल लूँगी….
कमला: अच्छा ठीक है में ऊपेर जा रही हूँ….
इसके बाद कमला ऊपेर चली गई…सरोज ने जाकर सीडियो का दरवाजा बंद कर दिया…और ऊपेर से कमला ने भी सीडीयो के दरवाजे के कुण्डी लगा दे…सरोज नीचे आकर अपने रूम में चली गई…और जाते-2 वो मोहित को नेहा के रूम में जाने के लिए बोल गई….
थोड़ी देर में पूरे घर में सन्नाटा सा छा गया…मोहित उठा और ऊपेर नेहा के रूम में चला गया….नेहा बेड पर लेटी हुई थी…मोहित को देख कर वो मुस्कुरआया, और उसने मोहित को डोर लॉक करने को कहा..मोहित डोर लॉक करके बेड के पास आकर खड़ा हो गया….
नेहा: मोहित लेट जाओ..खड़े क्यों हो….( नेहा ने पीछे के तरफ खिसक कर मोहित को बेड पर जगह डी…और बेड पर जाकर नेहा के तरफ करवट लेकर लेट गया….)
नेहा: मोहित तुम से एक बात कहूँ….
मोहित: हां आंटी जी…
नेहा: मोहित बेटा आज तुम्हारी आंटी के तबीयत खराब है….इस लिए आज में वो सब तुम्हारे साथ नही कर पाउन्गि….
मोहित: क्या हुआ आंटी आप को बुखार है….
नेहा: (हंसते हुए) नही बुखार नही है…वो मुझे पीरियड्स आए है…..
मोहित: वो क्या होता है आंटी जी….
फिर नेहा ने मोहित को सारी बात तफ़सील से बताई….और अपनी पैंटी खोल कर उससे पैंटी के अंदर रखे पॅड को दिखाया..जो खून से सना हुआ था… मोहित सारी बात समझ गया और बोला….”तो फिर नही कर सकते….”
नेहा: नही बेटा अगर पीरियड्स में ये सब करेंगे…तो इन्फेक्षन हो सकता है तुम्हे भी और मुझे भी….इसलिए आज ऊपेर-2 से ही मज़ा ले लो. में तुम्हे रोकूंगी नही…..
नीचे मोहित नेहा के जवान अंगो से खेल रहा था…और ऊपेर साहिल अपना दूध का ग्लास खाली कर, कमला की बड़ी-2 38ड्ड के चुचियो को उसके कमीज़ के ऊपेर से घूर रहा था….जो उसकी पिंक कलर के सलवार में एक दम कसी हुई थी….कमला ने जब उसे अपनी चुचियों को घूरता देखा तो बोली….” भैंस के दूध से पेट नही भरा क्या ?”
साहिल भी अब इस खेल का आदि होने लगा था…उसने भी बिना किसी जीजक के ना में सर हिला दिया…. कमला मुस्कुराते हुए उठी, और रूम का डोर अंदर से लॉक कर लिया….और फिर एक दीवार के पास जाकर साहिल के तरफ पीठ करके खड़ी हो गई…और अपने कमीज़ को पकड़ कर ऊपेर उठाना शुरू कर दिया. धीरे-2 कमला ने अपनी सलवार कमीज़ उतार कर दीवार पर लगे ख़ुंते से टाँग दी…साहिल आँखे फाडे कमला के गदराए जिस्म को देख रहा था.. कमला का जिस्म पायल के जिस्म से भी ज़्यादा भरा हुआ था…
हालाकी कमला की हाइट पायल की हाइट से कम थी…वो सिर्फ़ 5,2 इंच की थी. और साहिल उस समय 5 फीट का था…. पर कमला बदन हाइट के हिसाब से ज़्यादा भरा हुआ था…उसकी गान्ड पायल से भी चौड़ी और मोटी थी. और पीछे की तरफ बाहर निकली हुई थी….पेट ज़्यादा बाहर नही था… पर भरा हुआ था..फिर कमला साहिल की तरफ पलटी. तो साहिल के लंड ने निक्कर में झटका खा कर कमला के बदन को सलामी दी…..
कमला की ब्लॅक ब्रा में कसी हुई चुचियाँ देख साहिल मदहोश सा हो गया. कमला धीरे-2 चलते हुए साहिल की तरफ बढ़ने लगी….जैसे-2 वो चलती उसकी चुचियाँ थल-2 कर उसकी ब्रा में हिलने लगती….कमला साहिल के पास आकर बिस्तर पर लेट गई….साहिल अपने सामने लेटी कमला के बदन को बड़ी हसरत भरी नज़रों से ऊपेर से नीचे तक देखने लगा…कमला की चुचियाँ उसके साँस लेने से ऊपेर नीचे हो रही थी….
उसके बदन देखते हुए वो नीचे उसकी पेंटी के तरफ देखने लगा…. साहिल ने ऐसी पैंटी पहली बार देखी थी…क्योंकि वो पैंटी वी शेप थी… जो आगे से उसकी चूत को फांको बड़ी मुस्किल से ढक रही थी….हालाँकि साहिल ने पहले भी कई बार नेहा और पायल की पैंतियो को ऊपेर छत पर सुखाते हुए देखा था….पर ये पैंटी उससे अलग ही नज़र आ रही थी…
कमला साहिल के दिल का हाल जान चुकी थी….कमला ने ये पैंटी अपने मायके आने से एक दिन पहले ख़ास्स तोर पर इश्स मोके लिए खरीदी थी. “क्या देख रहा है मुंडिया….” कमला ने मुस्कुराते हुए साहिल से पूछा…
साहिल: वो पैंटी….
कमला: इसे वी शेप पैंटी कहते है…ये मेने तुम्हारे लिए पहनी है.. तुम्हे पसंद आई..?
साहिल ने हाँ में सर हिला दिया…और फिर धीरे से अपना एक हाथ बढ़ा कर उस वी शेप पैंटी के ऊपेर से कमला की चूत पर रख दिया…. साहिल के हाथ का स्पर्श महसूस करते ही, कमला की चूत में कुलबुलाहट होने लगी… उसके मुँह से मस्ती भरी आह निकल गई…..साहिल ने उसकी चूत को पैंटी के ऊपेर से दबाते हुए, कमला के चेहरे की ओर देखा….
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