Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
04-08-2019, 12:35 PM,
#91
RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
छोटी सी जान चूतो का तूफान--26

दोस्तो उसके बाद गाओं पहुँचने के बाद कमला ने साहिल को एक-2 बॉटल दवाई और तैल की दे दी…साहिल अब रोज उस तेल से मालिश करता और और वो दवाई पीता….इसी तरह 30 दिन गुजर गए….वंश ठीक तो हो गया था.. पर काफ़ी कमजोर था…इस लिए पायल का सारा ध्यान वंश पर था…और वैसे भी जब से वंश बीमार पड़ा था… रवि घर पर ज़्यादा रहने लगा था…

करीब 2 मंथ बाद वंश अब ठीक हो गया था…उसकी सेहत में भी सुधार आने लगा था….जिसके चलते, रवि फिर से कुलवंत के साथ मंडी जाने लगा….साहिल को कमला को चोदे हुए तीन महीने हो चुके थे. और उसके बाद से उसे चूत नही मिली थी….इन तीन महीनो में सरोज के बनाए हुए तैल ने गजब का असर दिखया था…साहिल का लंड अब बढ़ कर 8 इंच लंबा हो गया था…और उससे भी ज़्यादा उसकी मोटाई 3 इंच की हो गई थी.

साहिल अब पूरा -2 दिन अपने लंड के वजन को महसूस करता हुआ इधर उधर घूमता रहता…उसका लंड कभी भी सिकुड़ता नही…बल्कि उसमे हल्का सा तनाव हमेशा बना रहता….अब वो किसी के सामने जाने में झिझकता था. ताकि कोई उसके निक्कर के उभार को देख ना सके…साहिल ने अभी नीचे अंडरवेर पहनना शुरू नही क्या था….

वो कई बार-2 सोचता कि, वो अब अपने इस मुन्सल को छुपाने के लिए अंडरवेर पहनना शुरू कर देना चाहिए…पर उसे अंडरवेर लाकर देता कॉन. वो इसके बारे में कुलवंत और नेहा से बात करने से शरमाता था…पर एक दिन उसे इसका भी हल मिल गया….दरअसल वो अपने कुछ दोस्तो के साथ नदी पर गया था….यहाँ पर उसके सभी दोस्त नहाने लगे…पर अंडरवेर ना होने के कारण वो नही नहा पाया….

जब वो घर लोटा तो उसने देखा कि कुलवंत उसका पिता घर पर था…और खाना खा रहा था….वो कुलवंत के साथ जाकर बेड पर बैठ गया…

कुलवंत: होर शेरा कहाँ से आ रहा है….

साहिल: पापा वो में दोस्तो के साथ नदी पर गया था….

कुलवंत: अच्छा तो नदी पर से नहा कर आ रहा है…

साहिल: नही पापा में नही नाहया..

कुलवंत: अच्छा चल कोई बात नही तेरी पढ़ाई कैसी चल रही है…

साहिल: पापा पढ़ाई ठीक चल रही है…

कुलवंत: देख बेटा अब तुझे पढ़ाई पर और मेहनत करनी चाहिए…अगले साल तू पूरे ***5 साल का हो जाएगा….और 10थ क्लास में पहुच जाएगा.. अच्छे से पढ़ा कर…

साहिल: ठीक है पापा….

कुलवंत: और कुछ चाहिए तुझे….

साहिल: पापा वो मुझे अंडरवेर चाहिए थी….

कुलवंत: अच्छा ला दूँगा…

साहिल: पापा मुझे आज ही चाहिए…

कुलवंत: भाई अब ऐसी कॉन सी मुसबीत आ गई कि, तुझे अंडरवेर आज ही चाहिए….

साहिल: पापा में नदी पर नहाने गया था…पर मेरे पास अंडरवेर नही था. इसीलिए नही नाहया…

कुलवंत: नेहा सुनो तो….

नेहा: (किचन से निकल कर रूम में आते हुए) जी बुलाया आप ने…

कुलवंत: नेहा साहिल को आज बाजार में लेजा कर उसे अंडरवेर दिलवा दो…

नेहा: क्यों आज अचानक क्यों आप ला देना…

कुलवंत: मेरे पास टाइम नही है..तू चले जाना…अब साहिल बड़ा हो गया है…दोस्तो के साथ नदी पर नहाने जाता है तो बिना अंडरवेर के कैसे नहाए गा…

नेहा: अच्छा ठीक है….में ले चलूंगी इसे…

साहिल: आज ही…

नेहा: (हंसते हुए) हां -2 आज ही….

शाम को नेहा साहिल को लेकर सहर चली गई…वहाँ पर दोनो एक अंडर गारमेंट की दुकान पर चले गए…उस दुकान पर लॅडीस और जेंट्स दोनो के अंडर गारमेंट मिलते थे….दुकान पर एक आदमी और एक लड़की थी…नेहा को देख कर वो औरत नेहा के पास आ गई…और नेहा से पूछने लगी..

सेल्स गर्ल: जी मेडम क्या चाहिए आप को…

नेहा: वो इसके लिए अंडरवेर चाहिए थी….

साले गर्ल: जी अभी दिखाती हूँ…
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04-08-2019, 12:35 PM,
#92
RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
फिर वो दुकान में बने रॅक्स में से कुछ पॅक दबे उठ कर ले आई. और नेहा से साहिल की कमर का साइज़ पूछा….तो नेहा उसे 28 साइज़ बताया…. तो वो लड़की उसमे से 28-30 साइज़ के अंडरवेर दिखाने लगी….नेहा ने अंडरवेर को देखते हुए उस लड़की से पूछा…”ये इसको फिट तो आ जाएगा ना…” लड़की ने एक बार साहिल की ओर देखा और फिर बोली….”हां मेडम ये साइज़ इसके बिकुल फिट आ जाएगा…वैसे अंदर चेंजिंग रूम भी है…अगर ट्राइ करना चाहे तो कर लीजिए….

नेहा ने एक अंडरवेर उठा कर साहिल को दिया. और बोली कि वो जाकर इसे पहन कर देख ले…इतने मे दुकान दार उस लड़की को कुछ बोल कर किसी काम से बाहर चला गया…साहिल अंदर गया….और फिर कुछ मिनिट बाद बाहर आ गया…

नेहा: ठीक है तंग तो नही है ना….

साहिल: (थोड़ा सा परेशान दिख रहा था…क्योंकि अंडरवेर का साइज़ कमर से तो ठीक था…पर अब जब उसके लंड की मोटाई 4 इंच हो चुकी थी… वो आगे लंड के हिस्से पर अंडरवेर ज़यादा कसा हुआ लगता था….) नही वो थोड़ा तंग है….

साहिल की बात सुन कर वो लड़की बाहर आई…और साहिल की कमर का नाप लेने लगी..और फिर नाप देख कर बोली….”कमर की साइज़ के हिसाब से तो ठीक है…फिर तंग कहाँ से है….” अब बेचारा साहिल क्या बोलता..वो खामोश रह कर कभी नेहा को देखता तो कभी उस लड़की को….लड़की कुछ स्मार्ट थी. वो समझ गई कि, साहिल अपनी मा के सामने कुछ कहने के लिए झिझक रहा है…उसने साहिल को अपने साथ ट्राइ रूम में चलने को कहा..

सेल्स गर्ल: अच्छा तुम अंदर जाकर इसे दुबारा पहनो…बाद में मुझे दिखाना…(साहिल अंदर चला गया….उसने अपनी पेंट उतारी, और अंडरवेर पहन कर ट्राइ रूम का डोर थोड़ा सा खोल कर सेल्स गर्ल की तरफ देखा. वो लड़की वही डोर की दहलीज पर झुक कर देखने लगी….

लड़की: कहाँ से तंग है….

साहिल: (थोड़ा झिझकते हुए, अपने लंड की तरफ इशारा करता है) ये ये यहाँ से.

जैसे ही उस लड़की ने उस तरफ देखा…तो उसका दिल जोरों से धड़कने लगा… साहिल के लंड का उभार उस अंडरवेर में बहुत बड़ा तंबू बनाए हुए था. लड़की के गाल एक दम से लाल सुर्ख हो गए….:अच्छा में दूसरा देख कर लाती हूँ….” ये कहते हुए वो वापिस चली गई… नेहा ने जब उस लड़की को वापिस आते देखा तो उसे कुछ अजीब सा लगा….

उस लड़की के गाल एक दम लाल होकर दहक रहे थे..और उसकी आँखे चढ़ि हुई थी…और उसकी साँसे कुछ-2 उखड़ी-2 सी लग रही थी….नेहा ये देख सोच में पड़ गई की, आख़िर हो क्या गया…नेहा ने उससे जब पूछा कि क्या हुआ वो साइज़ फिट नही आ रहा तो लड़की सिर्फ़ इतना ही बोल पाई..”कुछ नही” और फिर दूसरा अंडरवेर लेकर चली गई….

खैर काफ़ी मसक्कत के बाद, साहिल को जो अंडरवेर फिट आया…वो फ्रेंची अंडरवेर था….जो कि वाइट कलर का था….नेहा ने अंडरवेर को देख कर उस लड़की से पूछा…” ये कैसे अंडरवेर है…कोई सिंपल वाला नही है..”

तो उस लड़की ने बताया कि. साहिल पर यही अंडरवेर फिट आ रहा है… फिर नेहा ने उस लड़की को पैसे दिए….

सेल्स गर्ल: (बाकी के पैसे वापिस देते हुए) मेडम आप के लिए कुछ दिखाऊ.

नेहा: (थोड़ी देर सोचने के बाद बड़े धीरे से सेल्स गर्ल को बोली) हां वो ब्रा और पैंटी दिखाए मेरे लिए…(नेहा ने उसके बाद उसे अपना साइज़ बताया. और साहिल को मेडिसिन की दुकान पर कुछ दवा लेने के लिए भेज दिया. ताकि वो खुल कर अपने लिए ब्रा और पैंटी खरीद सके….नेहा ने वहाँ से अपने लिए एक रेड कलर की ब्रा और रेड कलर की वी शेप पैंटी ली. और वैसे ही एक सेट ऑरेंज कलर का लिया…..

इतने में साहिल भी मेडिसिन लेकर आ गया….साहिल को देख कर एक बार फिर से उस लड़की के गालो पर लाली छाने लगी…नेहा को फिर कुछ अजीब सा लगा. पर वो बिना कुछ बोले साहिल के साथ बाहर आ गई…उसके बाद दोनो घर वापिस आ गए….

घर आकर साहिल ने नहाने के बाद वो अंडरवेर पहन लिया…अंडरवेर पहनने के बाद साहिल थोडा कंफर्टबल महसूस करने लगा..अब उसकी पेंट में से उसके झूलते हुए लंड का अंदाज़ा नही लगता था…दिन इसी तरह गुजर रहे थे…कमला को चोदे हुए, साहिल को साढ़े 4 महीने से ज़्यादा टाइम हो गया था….पता नही पर साहिल को ना तो कभी गीता ना ही पायल और ना ही कमला को चोदने का मोका मिला….

पर अब साहिल का मुन्सल जैसे लंडा उसे तंग करने लगा था… जब खेलता चलता या फिर स्कूल जाता, तो सब अभी भी उसे वैसे ही ट्रीट करते. जैसे ***5 साल के लड़के को करते है….पर दुनिया को ये नही पता था कि 1** साल के लड़के की दोनो के टाँगो के बीच 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा मुन्सल सा लंड भी है…..

फुददी ना मिलने के चक्कर में साहिल भी अब उदास रहने लगा था… पर अभी साहिल की जिंदगी मे बहुत से नये मोड़ आने बाकी थी…जिसके बारे में साहिल ने कुछ सोचा नही था….एक अनाथ जो आज नेहा की ममता में पल रहा था. भले ही उसके उन दिनो की यादे धुंधली पड़ गई थी….जब वो अकेला सड़को पर भटकता था…पर वो उन्हे पूरी तरह से भूल नही पाया था..

अगली सुबह सनडे का दिन था…इसीलिए साहिल सुबह देर से उठा…जब वो उठ कर बाहर आया तो, उसे पता चला कि, चाची पायल सुबह से ही गीता से मिलने के लिए अपने मायके गई हुई थी….कुलवंत और रवि दोनो भाई पहले ही काम पर जा चुके थे….साहिल जब उठ कर बाहर आया तो उसने देखा कि नेहा किचन में काम कर रही है…वो बार-2 अपनी गर्दन को हाथ से दबा रही थी…जैसे उसे गर्दन में बहुत दर्द हो रहा हो….

साहिल को देख कर नेहा ने मुस्कुराते हुए कहा….”उठ गया बेटा जा जाकर ब्रश कर ले….में तेरे लिए चाइ बनाती हूँ….साहिल फ्रेश होने बाथरूम में चला गया….सनडे के दिन साहिल लेट नहाता था…इसीलिए फ्रेश होकर वो अपने रूम में आ गया..चाइ नाश्ते के बाद वो फिर से बेड पर लेट गया. नेहा घर के कामो को निपटा रही थी….साहिल ने देखा कि नेहा बार-2 अपनी गर्दन को घुमा कर अपने हाथो से हल्का -2 दबा रही थी…

पर साहिल ने इस ओर ज़्यादा ध्यान नही दिया…और बेड पर लेटा हुआ, उस रात को याद करने लगा….जब उसने कमला को रात भर चोदा था….ये सोचते-2 उसका लंड उसके निक्केर और उसके नीचे पहनी फ्रेंची में एक दम से तन गया…साहिल काफ़ी देर तक उन्ही ख्यालो में खोया रहा…फिर उठ कर नहाने को तैयार करने लगा….उसने अपने सारे कपड़े उतारे, और अपनी कमर पर टवल लपेट लिया….और बाथरूम की ओर चला गया….

जब वो बाथरूम में पहुँचा तो, उसने देखा नेहा बाथरूम में पैरो के बल उकड़ू बैठे कपड़े धो रही थी….साहिल को देख कर जैसे ही उसने ऊपेर को सर उठाया…तो वो दर्द से चीख पड़ी….”हाए मा…”

साहिल: (बाथरूम के अंदर जाकर नेहा के पास जाकर खड़े होते हुए) क्या हुआ मा….आप ठीक तो है ना ?

नेहा: वो बेटा लगता कल सोते वक़्त गर्दन की नस चढ़ गई है…जैसे ही गर्दन घुमाती हूँ…तो दर्द होता है….

साहिल: कहाँ दर्द हो रहा है…

फिर नेहा ने उसे गर्दन पर उस जगह हाथ लगा कर दिखाया. यहाँ पर उसे ज़्यादा तकलीफ़ हो रही थी….साहिल बाथरूम में ठीक उसके सामने जाकर खड़ा हो गया…उसने अपना टवल अपनी कमर से उतार कर दीवार पर लगी खुँती से टाँग दिया….और नेहा के सर को दोनो हाथो में पकड़ कर ऊपेर उठाया….क्योंकि नेहा नीचे पैरो के बल बैठी हुई थी….इस लिए जैसे ही साहिल ने नेहा के सर को ऊपेर उठाया….तो नेहा के दिल की धड़कने रुक गई..

वाइट कलर की फ्रेंची में साहिल का लंड बहुत बड़ा तंबू बनाए हुए था….रूम से आने से पहले साहिल ने अपने लंड को अपनी एक जाँघ की तरफ करके जाँघ से सटाया हुआ था….नेहा को उसके अंडरवेर के ऊपेर से उसके लंड की पूरी शेप दिख रही थी…क्योंकि नेहा के चेहरे और साहिल के लंड के बीच मुस्किल से 6-7 इंच का फाँसला था…इसीलिए वो साहिल के लंड की मोटाई और लंबाई का सॉफ अंदाज़ा लगा सकती थी….
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04-08-2019, 12:35 PM,
#93
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नेहा के हाथ पैर साहिल के लंड को अंडरवेर के ऊपेर से देख कर ही काँपने लगे…वो चाह कर भी अपनी नज़रे उसके अंडरवेर में बने उभार के ऊपेर से हटा नही पा रही थी….वो बार-2 अपनी नज़रों को झुकाती…पर अगले ही पल उसका दिल बग़ावत कर देता..और फिर से उसकी नज़रे वही जा कर ठहर जाती….नेहा जो देख रही थी. उसे अपनी आँखो पर यकीन नही हो रहा था…साहिल ने उसके सर को पकड़ कर दो तीन बार उसकी गर्दन को झटका दिया. जिससे उसकी गर्दन का बल निकल गया…

नेहा की गर्दन का दर्द तो ख़तम हो गया….पर अब एक नया दर्द उसे अपनी दोनो टाँगो के बीच महसूस होने लगा था….उसकी चूत में कुलबुलाहट मच गई थी….साहिल बाथरूम में एक साइड पर होकर नहाने लगा….नेहा ने भी अपने आप को कपड़े धोने में मसरूफ़ करने की कॉसिश की….पर बार-2 उसकी नज़र साहिल की जाँघो के बीच बने उभार पर चली जाती..साहिल नीचे पीढ़ी पर बैठ कर नहाने लगा….

जिससे उसके लंड का उभार अब उसकी जाँघो में छुप गया था…. नेहा ने भी मन ही मन राहत की साँस ली….और सोचने लगी कि, आख़िर उसे क्या हो गया था….भले ही नेहा ने साहिल को जनम नही दिया था…पर उसने उसे अपने बेटे की तरह पाला था….और समाज की नज़र में भी वो उसका बेटा ही था…उसे खुद पर अफ़सोस होने लगा……इसीलिए उसने अपने सारे ख्यालो को दरकिनार करते हुए, कपड़े धोने शुरू कर दिए…..

अभी कुछ ही देर बीती थी…कि साहिल ने नेहा को टवल पकड़ाने के लिए कहा. जो कि नेहा के पीछे दीवार पर लगी खूंती पर टंगा था…साहिल नहा कर खड़ा हो गया था….और जैसे ही साहिल की आवाज़ सुन कर उसने साहिल की तरफ देखा…तो उसका मुँह एक दम से खुला का खुला रह गया….साहिल की फ्रेंची गीली होने के कारण उसके लंड के ऊपेर एक दम से चिपकी हुई थी. जिससे साहिल का लंड उस वाइट कलर के अंडरवेर में सॉफ झलक रहा था. यहाँ तक साहिल की विकराल लंड के नसे भी सॉफ दिखाई दे रही थी. पर साहिल को इस बात का अंदाज़ा नही था….

नेहा ने अपना हाथ ऊपेर कर लटके हुए टवल को खेंचा और फिर साहिल को पकड़ा दिया…टवल लेने के लिए साहिल नेहा के और करीब खिसक आया. अब एक बार फिर से साहिल का लंड नेहा के चेहरे के बिल्कुल सामने था…नेहा का दिल पूरे ज़ोर से धड़कने लगा…उसके लंड की मोटाई और लंबाई देख कर नेहा की आँखे हैरानी के कारण फेल गई…..साहिल अपने बालो को टवल से सॉफ कर रहा था….इस लिए उसे इस बात का पता नही चला कि, नेहा आँखे फाडे उसके लंड को अंडरवेर के ऊपेर से देख रही है…..

साहिल के तो अभी झाँटे भी आना नही शुरू हुआ था… उसका एक दम गोरा और चिकना लंड और फूले हुए टट्टू को देख कर एक बार फिर से नेहा की चूत में खुजली होने लगी….वो मन ही मन ये सोच कर हैरान हो रही थी कि, साहिल का लंड इतना बड़ा और मोटा भी हो सकता है….खैर साहिल ने अपने को सॉफ किया…और फिर टवल कमर पर लप्पेट कर, अपना फ्रेंची अंडरवेर उतार कर दूसरा पहन लिया..और फिर टवल को वही रख कर बाहर चला गया…..

थोड़ी देर बाद साहिल तैयार होकर क्रिकेट खेलने चला गया….नेहा ने अपना काम निपटाया. और अपने रूम में बेड पर आकर लेट गई…पर उसके दिमाग़ में अभी भी साहिल के लंड की छवि छाई हुई थी….रह-2 कर उसे साहिल के लंड का मोटा गुलाबी सुपडा और नीचे लटकते टट्टू की छवि उसकी आँखो के सामने आ जाती….वो एक दम फिर से एक दम चुदास से भर गई थी.. नेहा को भी चुदवाये हुए चार महीने से ज़्यादा हो चुके थे…

साहिल के लंड को याद करते हुए, वो मदहोश होने लगी…अचानक ही उसका हाथ अपनी सलवार के अंदर घुसता हुआ चूत पर चला गया..जैसे ही उसने अपनी दहाकति चूत पर अपनी उंगलियों को फेरा, तो उसकी उंगलियाँ उसकी चूत से निकल रहे कामरस से भीग गई…नेहा ने फॉरन अपने हाथ को अपनी सलवार से बाहर निकाल लिया….और फिर से अपने आप को कोसने लगी. कि आख़िर वो इतनी गिरी हुई औरत कैसे हो गई….जो अपने बेटे के लंड के बारे में सोच कर ही गरम हो गई….

तभी उसे उस दिन घटना याद आ गई….जब मोहित ने उसे स्टोर रूम में चोदा था…भले ही वो उस चुदाई से झड़ी थी….पर फिर भी मन में कही ना कही ये घूमना ज़रूर था कि, काश मोहित का लंड किसी जवान मर्द जितना बड़ा होता….पर आज जब उसने साहिल के लंड को देखा तो उसके होश उड़ गए…इतना लंबा और मोटा लंड तो कुलवंत का भी नही था…. कुलवंत का लंड भी सिर्फ़ 6 इंच लंबा और ढाई इंच मोटा था…पर साहिल का लंड तो देख कर ऐसा लगता था. जैसे गधे का लंड हो….

नेहा बार-2 अपने आप को कोसती, और इन घटना को भूलने की कॉसिश करती….पर बार -2 उसके जेहन में साहिल का लंड घूम जाता. उसने आज तक कभी अपने आप को इतना चुदासी महसूस नही किया था…तब भी नही जब मोहित से चुदवाने से पहले वो महीनो तक अपनी पति से नही चुदि थी…एक पाप उसके मन में घर कर चुका था….

क्रमशः.......................................
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04-08-2019, 12:35 PM,
#94
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छोटी सी जान चूतो का तूफान--27

वो बार-2 अपनी मन को समझाती कि साहिल उसका बेटा है…उसे अपने बेटे के बारे में ऐसा नही सोचना चाहिए…पर सेक्स जब आदमी के दिमाग़ में हावी होता है, तो वो अपने किए ग़लत काम को भी सही साबित करने का कोई ना कोई हल ज़रूर ढूढ़ लेता है….यही सब सोचते-2 नेहा की आँख लग गई…

(पर नींद में भी उसे कहाँ चैन था…उसने खवाब में देखा कि, साहिल खेल कर घर लौट आया था…जब वो अपने रूम में आया तो , उसने देखा कि नेहा बेड के बिल्कुल किनारे पर करवट के बल लेटी हुई थी….उसने अपने सर के नीचे दो तकिये लगा रखे थे…जिससे उसका सर कुछ ज़यादा ही ऊपेर उठा हुआ था…साहिल ने अंदर आकर अपनी निक्कर उतारी. तो उसने देखा कि, अभी भी उसका लंड एक दम तना हुआ था….और अंडरवेर में उभार बनाए हुए था….साहिल की नज़र अचानक से बेड पर लेटी हुई नेहा पर पड़ी….जो उस वक़्त नाइटी पहने सो रही थी….

नेहा की नाइटी उसकी जाँघो तक ऊपेर चढ़ि हुई थी…..उसकी गोरे जांघे देख साहिल का लंड फिर से उसके अंडरवेर में झटके खाने लगा…साहिल ने देखा कि नेहा की टाँगे फेली हुई थी…और उसने अपनी टाँगो को घुटनो से मोड़ कर फोल्ड करके अपने पैरो को नीचे टिका रखा था…साहिल धीरे से जाकर बेड पर बैठ गया…और अपना सर झुका कर नाइटी के अंदर देखने लगा. सामने का नज़ारा देख साहिल का लंड और ज़ोर से झटके खाने लगा…

साहिल ने नेहा की टाँगो के दरमियाँ आते हुए, अपने अंडरवेर में से अपने लंड को बाहर निकाल लिया….और फिर दोनो टाँगो को फेलाते हुए, ऊपेर उठा दिया….और बिना एक पल देर किए ही, उसने अपने लंड का छोड़ा और गुलाबी सुपडा उसकी चूत के छेद पर लगा दिया….साहिल के लंड के दहकते हुए सुपाडे को महसूस करते ही, नेहा की आँखे खुल गई…..और वो उसे घुसा होने की बजाए, मुस्कुराते हुए अहहें भरने लगी….साहिल ने अपने 4 इंच मोटे और 8 इंच लंबे लंड को धीरे-2 नेहा की चूत में घुसाना शुरू कर दिया..

नेहा एक दम से कसमसा गई….उसने अपनी टाँगो को घुटनो से मोड़ कर और ऊपेर उठा लिया…और साहिल ने एक ज़ोर दार धक्के से अपना आधे से ज़्यादा लंड नेहा की चूत में घुसा दिया…..थक ठक ठक…..तक तक तक….)

तभी नीहा की नींद बाहर डोर पर हो रही दस्तक को सुन कर टूट गई… वो एक दम से हड़बड़ाते हुए उठी. और मेन गेट पर जाकर गेट खोला. तो सामने पायल खड़ी थी…वंश को गोद में उठाए हुए…..”वो मेरे आँख लग गई थी…(नेहा ने अपनी फूली हुई सांसो को संभालते हुए कहा…और फिर गेट बंद कर अपने रूम में आ गई….पायल अपने रूम में चली गई. रूम में आने के बाद नेहा जैसे ही बेड पर बैठी….तो उसे अपनी सलवार चूत के ऊपेर चिपकी हुई महसूस हुई….

नेहा एक दम से शॉक हो गई…जब उसने नीचे अपनी सलवार पर हाथ लगा कर देखा तो उसके पूरे जिस्म में झटका सा लगा….उसने अपना हाथ हटाया. और अपने चेहरे के सामने लाकर देखने लगी…उसे यकीन नही हो रहा था कि, सलवार के ऊपेर से ही चूत पर हाथ लगाने से उसका हाथ उसकी चूत से निकले कामरस से एक दम भीग गया था….

पहले तो नेहा को लगा शायद उसने सोते हुए बेड पर ही मूत दिया है…. पर जब उसने अपने हाथ को सूँघा तो उसे समझते देर ना लगी कि, ये पेशाब नही बल्कि उसकी चूत से निकाला हुआ उसका कामरस है….जो सपने में साहिल से चुड़वाते वक़्त उसकी चूत से निकल गया…पर वो हैरान थी कि, उसकी चूत से आज तक इतना पानी निकला नही…उसने रूम का डोर लॉक किया, और अपनी सलवार को उतार कर अपनी जाँघो को फेला कर देखने लगी….

उसकी चूत की फांके और आस पास की जांघे भी उसकी चूत के गाढ़े पानी से सनी हुई थी…नेहा को अपने आप पर गुस्सा भी आ रहा था. और हैरानी भी हो रही थी कि, ये सब उस के साथ क्या हो रहा है….क्यों वो अपने बेटे के बारे में ऐसे ग़लत सोच रही है….नही -2 ये पाप है…ऐसा सोचना भी पाप है…उसने अपने सर को झटकते हुए, अपने आप को तसल्ली देने के कॉसिश की….कि, साहिल उसका बेटा है…और अगर साहिल को पता चला कि, उसकी मा उसके बारे में क्या सोचती है, तो साहिल उसके बारे में क्या सोचेगा.

पर मन के किसी कोने में अभी भी साहिल का मुन्सल लंड उसके जेहन में छाया हुआ था….और बार- 2 साहिल के लंड की छवि उसकी आँखो के सामने आ जाती…और वो फिर चुदासी महसूस करने लगती…उसका हाथ खुद बा खुद ही ना चाहते हुए भी उसकी चूत पर पहुँच गया….और वो अपने हाथ से अपनी चूत को मसलने लगी….फिर वो सपना उसके जेहन पर हावी होने लगा…जो उसने अभी थोड़ी देर पहले ही देखा था.. उसे याद करते ही, नेहा का हाथ और तेज़ी से अपनी चूत पर चलने लगा…गरम तो वो पहले से ही बहुत थी….और थोड़ी देर में ही उसकी चूत में पानी की नदी बह निकली. वो झाड़ कर पस्त हो गई…और बेड पर ढेर हो गई…थोड़ी देर बाद जब वासना का भूत उस पर से उतरा.

तो उसे अहसास हुआ कि, अंजाने में ही उससे कितना बड़ा गुनाह हो गया है… वो कभी खुद को कोसती, तो कभी खुद को तसल्ली देती…बार-2 उसके दिमाग़ में साहिल के लंड के छवि उभर जाती….”नेहा तू ये क्या कर रही है.. तू इतनी भी तो गिरी हुई नही है, कि अपने ही बेटे के बारे में ऐसा सोचा….”

“तो क्या हुआ में भी एक औरत हूँ…मेरी भी कुछ ज़रूरते है….”

“ज़रूरते है तो क्या अपने बेटे के बारे में ऐसा सोचना ठीक है”

“पता नही…पर में उसका ख्याल अपने दिमाग़ में से क्यो नही निकाल पा रही.

“कुछ तो शरम कर नेहा…अगर इतनी ही आग लगी है, तो मोहित से फुद्दि मरवा ले ना”

“मोहित वो भी तो मेरे बेटे की उमेर का है..और मेरे बेटे जैसा है….”

“बेटे जैसा है…पर बेटा तो नही है ना…साहिल तो तेरा बेटा है ना”

“हां है दुनिया की नज़र में पर सच्चाई तो ये है कि, हमने उसे गोद लिया है..वो कॉन सा मेरा अपना खून है..”

ऐसे हज़ारो सवाल और उन हज़ारो सवालो के जवाब नेहा के जहन में जदो जहद कर रहे थे…और नेहा किसी नतीजे पर नही पहुँच पा रही थी. आख़िर तंग आकर उसने आपने आप को घर के काम में मसरूफ़ रखने की सोची…और अपने कपड़े बदल कर बाहर आ गई….और घर के कामो में लग गई…
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04-08-2019, 12:36 PM,
#95
RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
साहिल भी शाम को घर आ गया….रात को जैसे घर पर मेला सा लग गया. क्योंकि गीता के परिवार को कुलवंत ने घर पर दावत दी थी…क्यों कि इस सीज़न में कुलवंत और उसके भाई ने, भैंसो के व्यापार में काफ़ी मुनाफ़ा कमाया था…. पायल की मा नीलम गीता और उसकी भाभी सब आए हुए थे. खाना तैयार करते-2 काफ़ी देर हो गई थी….रात के 10 बजे सब ने खाना खाया…और फिर बातो का सिलसिला शुरू हो गया…

और रात के 1 बजे तक सब बाते करते रहे….उसके बाद रवि अपने ससुराल वालो को उनके घर छोड़ने चला गया. क्योंकि पायल का मायका गाओं से ज़्यादा दूर नही था…ये तो सब आप लोग जानते ही है….इसीलिए वो रात को अपने घर जाकर ही सोना चाहते थे….जब रवि अपने ससुराल वालो को छोड़ कर वापिस आया तो, 1:15 हो चुके थे…साहिल तो खाना खाने के बाद ही ऊपेर छत पर जाकर सो गया था….और उसके बाद पायल भी वंश को लेकर ऊपेर छत पर चली गई थी. क्योंकि नीचे बहुत शोर था…

जब पायल ऊपेर आई तो, उसने एक बार सोचा कि, वो साहिल को उठा कर एक बार चुदवा ले. पर सब नीचे माजूद थी…इस लिए उसने साहिल को नही जगाया. और साहिल के साथ ही बिस्तर बिछा कर वंश को साथ लेकर सो गई. जब रवि घर आया तो, कुलवंत अभी भी जाग रहा था….रवि ने अपने भाई को जगा हुआ देख कर कहा….

रवि: भाया अब तो डेढ़ बज गया है….अब सोने से क्या फ़ायदा… वैसे भी मंडी तो जाना है…वहाँ जाकर ही बारी-2 सो लेंगे…

कुलवंत: हां तुम ठीक कह रहे हो…अच्छा तुम जाकर पीछे से भैंसो को ले आओ….में नेहा को जगाता हूँ…

रवि: भाभी सो गई क्या…

कुलवंत: हां अभी सोई है..

इतने में साहिल भी नीचे आ गया…शायद पेशाब करने के लिए आया था… अपने चाचा और पिता को देख कर साहिल ने उनसे पूछा..”आप सोए नही अभी तक” कुलवंत और रवि को देखा और बोला….”अच्छा हुआ तुम उठ गए…हम तो मंडी जा रहे थे…तुम ज़रा गेट के कुण्डी लगा लेना…”

साहिल बाथरूम में चला गया….जब वो पेशाब करके बाहर आया तो, उसके चाचा भैंसो को बाहर निकाल चुके थे…उनके जाने के बाद साहिल ने गेट बंद किया…और ऊपेर की ओर जाने लगा…पायल भी तब उठ गई थी…जब उसे पीछे से भैंसो को खोलने की आवाज़ आई थी…पर वो चुपके से आँगन में देख रही थी….और अपने जेठ और पति के जाने का इंतजार कर रही थी….

जैसे ही साहिल ऊपेर आया तो, पायल को जगा हुआ देख कर चुपके से उसके बिस्तर के ऊपेर उसके पास जाकर बैठ गया….पायल भी आसपास के घर की छतों का जायज़ा ले चुकी थी…उसने साहिल को धीरे से कहा….

पायल: साहिल नीचे जाओ….और ड्रेसिंग टेबल के ड्रॉयर से स्टोर रूम की चाभी लेकर स्टोर रूम में जाओ….में अपने कमरे से स्टोर रूम में आउन्गि. वहाँ पर मेरा इंतजार करना….

साहिल: ठीक है चाची…

ये कह कर साहिल दबे पाँव नीचे आया…और पायल के रूम के डोर को धीरे से खोल कर अंदर दाखिल हुआ…और फिर ड्रेसिंग टेबल के ड्रॉयर से स्टोर रूम के ताले की चाभी ली…और फिर से डोर को बंद करके पीछे की तरफ चला गया….पीछे जाकर उसने स्टोर रूम खोला…और फिर अंदर जाकर डोर की कुण्डी लगा कर उसी चारपाई पर बैठ कर पायल के आने का इंतजार करने लगा….

थोड़ी देर इंतजार करने के बाद साहिल को उस डोर की झिर्रियो से ट्यूब लाइट की रोशनी स्टोर रूम में अंदर आती हुई नज़र आई…..जो डोर पायल के रूम के अंदर खुलता था….फिर थोड़ी देर बाद वो डोर खुलने की आवाज़ सुन कर साहिल का दिल जोरो से धड़कने लगा…

आज साहिल को भी 4 महीने के बाद चूत मिलने वाली थी…इसीलिए वो बहुत एग्ज़ाइटेड था…डोर खुलने के बाद पायल ने अपने रूम की लाइट ऑफ की, और स्टोर रूम में दाखिल हुई…साहिल स्टोर रूम में उसी चारपाई पर बैठा हुआ था….और स्टोर रूम में 0 वॉट का लाल रंग की रोशनी वाला बल्ब जल रहा था..पायल ने उस समय क्रीम कलर की नाइटी पहनी हुई थी….जिसे हम मॅक्सी भी कहते है…

जिसे ज़्यादातर भारतीय औरते पहनती है…और वो पैरो तक लंबी होती है. पायल ने अंदर आते ही, डोर बंद किया….और साहिल से पागलो की तरह लिपट गई…”ओह्ह साहिल कितना तड़पाते हो तुम मुझे आह” साहिल ने भी पायल को अपनी बाहों में कस लिया….और उसकी नाइटी के ऊपेर से उसके चुतडो को पकड़ कर मसलने लगा…नेहा के पूरे बदन में मस्ती भरी सनसनी दौड़ गई….और उसने साहिल की पीठ पर अपनी बाहें और कस ली….

पायल: सीईईई उंह साहिल….तुम्हे नही पता मेने कैसे इतने दिनो तक इंतजार किया है…अहह साहिल उंह”

पायल के थरथराते होंठ साहिल के गालो पर थिरकने लगे….साहिल ने भी अपने होंठो को पायल की गर्दन पर लगा दिया…और उसकी सुराही दार गर्दन को चूमने लगा….पायल ने अपने सर को पीछे की तरफ उठा लिया… जिससे साहिल अब पायल की पूरी सुरहीदार गर्दन को चूम सकता था….पायल के मुँह से मस्ती भरी सिसकारिया फूटने लगी….साहिल अपने हाथों से पायल के बड़े-2 चुतड़ों को ज़ोर-2 से मसल रहा था…वो उसके चुतड़ों को मसलते हुए दोनो तरफ फेला देता….जिससे पायल और मस्त हो जाती….

पायल धीरे-2 चारपाई पर बैठ गई….और अपने दोनो हाथो से साहिल के निक्कर पकड़ कर नीचे खेंच दिया…फिर उसने साहिल के अंडरवेर को पकड़ कर जैसे ही नीचे सरकाया….पायल का मुँह खुला का खुला रह गया…वो साहिल के मुन्सल लंड को देख एक दम से घबरा गई…और थोड़ा पीछे की ओर खिसक गई….

पायल का चेहरा उस वक़्त देखने लायक था…उसे अपनी आँखो पर यकीन नही हो रहा था….वो अपने मुँह पर हाथ रखे कभी साहिल को देखती, तो कभी के साहिल की जाँघो के बीच फुन्कार्ते हुए उसके लंड को….साहिल का लंड उस समय फुल टाइट खड़ा था…..जो हवा में झटके खा रहा था…” क्या हुआ चाची….” साहिल ने पायल को यूँ घबराते हुए पूछा…

पायल: (अपनी फेली हुई आँखो से साहिल के लंड की ओर देखते हुए) साहिल ये ये ये इतना बड़ा कैसे…..

साहिल: वो मुझे नही पता….अपने आप हो गया….
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04-08-2019, 12:36 PM,
#96
RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
पायल को यकीन नही हो रहा था…कि जिस पतले से लंड से वो चार महीने पहले कई बार चुद चुकी थी…वो इतना बड़ा कैसे हो गया….पर वो थोड़ा संभाल चुकी थी…और साहिल के मुन्सल जैसे लंड को देख कर उसकी आँखो में चमक आ गई….पायल ने धीरे से अपना हाथ आगे बढ़ा कर साहिल के लंड को मुट्ठी में पकड़ लिया….

जैसे ही पायल ने साहिल के लंड को मुट्ठी में भिचा….पायल के बदन सनसनी से दौड़ गई….उसके हाथों की उंगलियाँ मुट्ठी बांधने के बाद आपस में बड़ी मुस्किल से जुड़ रही थी…साहिल के लंड की मोटाई को महसूस करके पायल का दिल जोरो से धड़कने लगा था….उसे साहिल के लंड की उभरी और मोटी-2 नसें अपनी हथेली में सॉफ महसूस हो रही थी..

धीरे-2 पायल ने साहिल के लंड के सुपाडे की चमड़ी को पीछे किया..तो साहिल के लंड का लाल दहकता हुआ सुपडा पायल की आँखो के सामने आ गया… जिसे देख कर पायल की चूत नाइटी के अंदर पानी-2 होने लगी…आज तक उसने इतना बड़ा और मोटा लंड नही देखा था…और ना ही इतना चोडा सुपडा…साहिल के लंड का सुपडा उस समय पूरी तरह फूला हुआ था….उसके लंड का सुपडा तो शायद साढ़े 4 इंच मोटाई का था…..

पायल से रहा नही गया….उसका दिल कर रहा था कि, वो अभी साहिल के लंड को मुँह में ले ले…और कस कस के चुप्पे लगाए….और पायल की ये तमन्ना उस पर हावी हो गई….उसने झुक कर साहिल के लंड के सुपाडे को मुँह में भर लिया…पर जैसे ही उसने साहिल के लंड के सुपाडे को मुँह में लिया. तो उसे उसकी मोटाई का सही अंदाज़ा हो गया….

साहिल के लंड के सूपा सुपाडे को मुँह में लेने के लिए उसे पूरा मुँह खोलना पड़ा था…उसने अपने होंठो को साहिल के लंड पर दबा कर अपने सर को आगे पीछे करना शुरू कर दिया…साहिल की आँखे मस्ती में बंद हो गई… खड़े-2 उसके पैर काँपने लगे….पायल अब पूरे जोश के साथ साहिल के लंड के चुप्पे लगा रही थी….और साहिल में मस्ती में आहह आहह कर रहा था. फिर पायल ने साहिल के लंड को मुँह से बाहर निकाला…और उसके लंड के सुपाडे को अपने दांतो से कुरेदा…तो साहिल एक दम से मचल उठा…

उसने पायल के सर को दोनो हाथो से कस के पकड़ लिया….पायल ने अपनी आँखो को ऊपेर उठाते हुए उसकी ओर देखा..और फिर साहिल की आँखो में देखते हुए, अपनी लाल रसीली जीभ को बाहर निकाल कर लंड के सुपाडे के चारो तरफ फेरा. साहिल की आँखे एक बार फिर कुछ पल्लो के लिए बंद हो गई…ये सब करते हुए, पायल साहिल के चेहरे को देख रही थी….साहिल ने फिर से आँखे खोल कर पायल की ओर देखा…तो उसने इस बार साहिल की आँखो में देखते हुए, साहिल के लंड को थोड़ा सा ऊपेर उठाया…और फिर अपनी जीभ को नोकदार बना कर साहिल के लंड के पेशाब वाले छेद पर रगड़ने लगी….

चाची की इस हरक़त से साहिल एक दम से मचल उठा….उसने पायल के कंधो को पकड़ कर पीछे के तरफ धकेल दिया…और अपने लंड को मुट्ठी में भर कर मूठ मारने वाले अंदाज़्ज़ में हिलाते हुए, पायल की ओर देखने लगा… पायल ने भी अपनी वासना भरी आँखो से देखते हुए, अपनी नाइटी को धीरे -2 ऊपेर उठाना शुरू कर दिया…

ये सब पायल बड़ी ही अदा के साथ कर रही थी….वो जान बुझ कर अपनी नाइटी को धीरे-2 ऊपेर उठा रही थी….और साहिल की बेकरारी को देख कर मुस्करा रही थी….पर जैसे ही उसकी नज़र साहिल के लंड पर पड़ी. तो उसकी चूत ने पानी बहाना शुरू कर दिया….साहिल भी चारपाई पर चढ़ गया. उसने अपनी बेताबी देखते हुए, पायल की दोनो टाँगो को घुटनो से पकड़ कर ऊपेर उठा दिया….जिससे पायल की नाइटी सरकती हुई उसकी कमर पर इकट्ठी हो गई….

पायल की चूत का कुलबुलाता हुआ रसीला छेद साहिल के आँखो के सामने आ गया…साहिल ने अपने लंड को हाथ से पकड़ कर लंड के सुपाडे को पायल की चूत की फांको की लाइन के बीच में रगड़ा तो, पायल एक दम से सिसक उठी. उसने सिसकारी भरते हुए, अपने सर के नीचे रखे तकियो को कस के पकड़ लिया….और अपनी गहरी नसीली आँखो से साहिल की और देखते हुए, अपने थरथरा रहे होंठो से कहा….

पायल: हाईए साहिल तेरे लंड तो अहह फाड़ दे मेरी फुद्दि ….

साहिल ने पायल की बात सुन कर जोश में आते हुए, अपने लंड के सुपादे को चूत के छेद पर जैसे ही दबाया….पायल को महसूस हुआ कि, उसकी चूत का छेद किसी इलास्टिक की तरहा खिंच कर खुल गया हो….आज तक उसे अपनी चूत का छेद इस तरहा खुला हुआ महसूस नही हुआ था..साहिल का लंड का सुपडा बुरी तरहा से उसके छेद में फँस गया था…

और पायल को अपनी चूत का छेद साहिल के लंड पर कसा हुआ सॉफ महसूस हो रहा था….साहिल ने दो तीन बार अपने लंड को पायल की चूत में आगे पीछे किया..जिससे साहिल के लंड का सुपडा पायल की चूत से निकल रहे कामरस से एक दम भीग गया….साहिल का लंड का सुपडा अब धीरे-2 पायल की गहराईयो में घुसने लगा…पायल को अपनी चूत की दीवारे बुरी तरह फेली हुई महसूस हो रही थी….
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04-08-2019, 12:36 PM,
#97
RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
जैसे ही साहिल का पूरा लंड पायल की चूत में समाया तो, पायल को अपनी चूत का आख़िरी हिस्सा तक भरा हुआ महसूस हुआ…पायल साहिल के लंड को अपने अंदर महसूस करके एक दम मस्त हो गई थी…उसका पूरा बदन थरथर काँप रहा था….और रह-2 कर झटके खा रहा था…” हाई साहिल तेरा लंड इतना आह बड़ा कैसे हो गया…आह मार ना फुद्दि मेरे पुत्तर आह तेरा लंड देखते ही मेरी फुददी ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया है..

साहिल ने भी पायल की नाइटी को पकड़ कर उसके बदन से अलग कर दिया…अब दो नंगे जिस्मा एक दूसरे से चिपके हुए थे….और साहिल अपना मुनसल सा लंड पायल के छूट के गहार्यों में थूक रहा था…”हाई मार गाइए आह उंह साहिल तेरे लौदा अहह आ आह आह हाई मेरे फुददी फाड़ दे…ह उंह सीईईई सीईइ सा सा साहिल मेरे फुददी फॅट गई….”

जैसे ही साहिल पूरी ताक़त से अपना लंड पायल के छूट के गहार्यों में उतरता. पायल बुरा सा मुँह बना कर हाए-2 करने लगती… उसके चेहरे पर से साफ झलक रहा था कि, पायल को सच में साहिल के लंड को लेने में तकलीफ़ हो रही है….पर इस दर्द के साथ पायल आज मज़े की उन वादियो में घूम रही थी…जिसकी उसने आज तक कल्पना भी नही की थी…साहिल का लंड उसे अपनी बच्चे दानी के साथ टकराता हुआ सॉफ महसूस हो रहा था…..उसकी सिसकियाँ अब पूरे उफान पर थी…इस बात से अंज़ान कि नेहा भी घर में है…..

दूसरी तरफ नेहा भी पायल और साहिल की चुदाई की हल्की आवाज़ सुन कर उठ गई…आवाज़ धीमी थी….इसीलिए पहले तो उसे कुछ समझ में नही आया. और वो घबरा गई…और उठ कर जल्दी से अपने रूम से बाहर आई…तो उसे पायल के रूम से आती हुई सिसकारियो की आवाज़ सुनाई दी….बदक़िस्मती ये, पायल ने अपने रूम के अंदर से स्टोर रूम में जाते हुए, स्टोर रूम का डोर तो बंद कर दिया था….पर अपने रूम का डोर जो बाहर आँगन की तरफ खुलता था उसे बंद नही किया था….

और बाहर हवा चलने के कारण पूरा डोर खुला हुआ था….पर जैसे ही नेहा ने अंदर देखा तो, उसे अंदर कोई नज़र नही आया…पर अब उसे पायल की मस्ती से भरी सिसकारियाँ सॉफ सुनाई दे रही थी…नेहा को समझते देर ना लगी कि, पायल स्टोर रूम में है…पहले तो नेहा ने सोचा. कि रवि और नेहा चुदाई कर रहे है….इसीलिए वो बिना आवाज़ किए बाहर आ गई….

फिर उसे याद आया कि, साहिल ऊपेर छत पर सोया था….और रात काफ़ी हो चुकी है…इसीलिए बाहर ठंड भी थोड़ी हो गई थी….पायल ने सोचा क्यों ना साहिल को उठा कर नीचे ले आऊ….ये सोच कर नेहा ऊपेर छत पर चली गई…पर जब वो छत पर पहुँची, तो उसे छत पर सिर्फ़ खाली बिस्तर मिले. नेहा परेशान हो गयी….और छत पर इधर उधर चलते हुए देखने लगी…जब उसकी नज़र पीछे बने भैंसो के कमरो पर गई…

अंदर एक भी भैंस नही थी….नेहा को समझते देर ना लगी कि, कुलवंत और रवि तो मंडी चले गये है…फिर नेहा किससे अंदर चुदवा रही है.. अगले ही पल उसका माथा ठनका..”नही नही ऐसा नही हो सकता” नेहा बुदबुदाई. और फिर तेज़ी से चलते हुए नीचे आ गई….नेहा का दिल जोरो से धड़क रहा था….नेहा अपने काँपते पैरो के साथ पायल के रूम में दाखिल हुई…तो उसने बेड पर वंश को सोते हुए देखा…और फिर बड़े धीरे-2 बिना किसी तरह की आवाज़ किए, वो स्टोर रूम के डोर के पास पहुँची…

स्टोर रूम का डोर पुराने जमाने का था…जिसे कई लकड़ी के पल्लो को साथ में जोड़ कर बनाया गया था…और हर पल्ले के बीच में लंबी-2 झिर्रिया थी…नेहा ने जैसे ही अपनी आँख उस झिरी पर लगाई….तो उसे लगा जैसे अभी उसके जिस्म से जान निकल जाएगी….अंदर साहिल पायल की दोनो टाँगो को फेलाए हुए उसकी जाँघो के बीच में बैठा हुआ था…दोनो एक दम नंगे थी….और पसीने से सने हुए थे…साहिल पायल की चुचियों को अपने हाथो से मसलते हुए, नीचे से अपना लंड उसकी चूत के अंदर बाहर कर रहा था…

और पायल भी सिसकारियाँ भरते हुए, अपनी गान्ड को ऊपेर की ओर उछाल कर साहिल से चुदवा रही थी….ये सब देख नेहा के पैरो तले से ज़मीन खिसक गई.उसे अपनी आँखो पर यकीन नही हो रहा था… कि उसका बेटा साहिल जो देखने में एक दम मासूम और भोला लगता है….कैसे पायल की इतनी जबरदस्त चुदाई कर सकता था….नेहा को अपनी टाँगो के बीच सिहरन उठती महसूस होने लगी….

तभी दोनो ने पोज़िशन चेंज की…साहिल ने अपना लंड पायल की चूत से बाहर निकाला,और चारपाई पर लेट गया….जैसे ही साहिल चारपाई पर लेटा. तो पायल की चूत के पानी से सना हुआ साहिल का 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा लंड नेहा के ठीक आँखो के सामने आ गया…जो ऊपेर छत की ओर तना खड़ा था….पायल पलक झपकते ही साहिल के ऊपेर आ गई…और उसके विकराल लंड को पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर रखा…और धीरे-2 ऊपेर बैठने लगी….

नेहा के देखते ही देखते, साहिल का लंड पायल की चूत में समा गया.. पायल ने साहिल की तरफ मुस्कुराते हुए देखा और बोली….”आज चाची का दूध नही पीओगे…” ये बात नेहा को भी सॉफ सुनाई डी…और फिर वो साहिल की तरफ देखने लगी…साहिल ने भी हां में सर हिला दिया…फिर नेहा देखा कि पायल ने अपने दोनो मम्मो को पकड़ कर उसके निपल्स को दबाना शुरू कर दिया….जिससे दूध की धार निकल कर साहिल के चेहरे पर गिरने लगी.

क्योंकि पायल का फेस रूम वाले डोर की ओर था….इसीलिए नेहा को पायल की चुचियों से दूध की धार निकल कर साहिल के चेहरे के ऊपेर गिरती हुई सॉफ नज़र आ रही थी….नेहा ये देख कर एक दम गरम हो गई थी. पर साथ ही उसे गुस्सा भी आ रहा था कि, पायल ने उसके बेटे के साथ ऐसा करने की हिम्मत कैसे की….पर पता नही क्यों वो बिना कुछ बोले बाहर आ गई.

क्रमशः....................................
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04-08-2019, 12:36 PM,
#98
RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
छोटी सी जान चूतो का तूफान--28

उधर स्टोर रूम में चुदाई उफान पर थी….इधर नेहा अपनी सुलगती हुई चूत की आग को अपने उंगलियो से मसल कर ठंडा करने के कॉसिश कर रही थी….काफ़ी देर बाद स्टोर रूम से आने वाली चुदाई की आवाज़ें बंद हो गई. नेहा के दिमाग़ में ना जाने कैसे-2 ख्याल आने लगे… अब नेहा को सच में पायल पर गुस्सा आने लगा था….उसने मन ही मन सोच लिया था. कि वो इस बात को दबाए गी नही…और सुबह पायल की अच्छे से खबर लेगी.

अगली सुबह सब देर से उठे….साहिल का स्कूल भी मिस हो गया था… नाश्ते के बाद साहिल बाहर चला गया…नेहा और पायल ने मिल कर घर काम निपटाया…और उसके बाद पायल अपने रूम में जाकर वंश को सुलाने के लिए दूध पिलाने लगी…नेहा को लगा कि यही अच्छा मोका है…वो पायल से बात करे..इसीलिए वो पायल के रूम में चली गई….पायल बेड पर लेटी हुई, वंश को दूध पिला रही थी….

जैसे पायल को नेहा का अपने रूम में आने का अहसास हुआ, पायल ने फेस घुमा कर नेहा की तरफ देखा और बोली….”अये दीदी बैठे ना” नेहा जाकर बेड बैठ गई…उसने अपने पैरो में पहनी चप्पल उतारी…और अपनी टाँगो को ऊपेर करके बेड पर बैठ गई….

नेहा: वंश को दूध पिला रही हो…?

पायल: हां दीदी…

नेहा: वैसे अभी तुम्हारे मम्मो में इतना दूध बचता है कि वंश का पेट भर जाए….

पायल: (हंसते हुए) हां क्यों नही….

नेहा: पर मुझे तो नही लगता कि वंश के लिए दूध बचता होगा…

पायल: (वंश के मुँह से अपना निपल निकाल कर अपने कपड़े ठीक करते हुए) क्यों नही बचता होगा….?

नेहा: वो मुझे पता लगा कि, आज कल तुम साहिल को भी अपना दूध पिलाने लगी हो…क्यों सही कहा ना…ऐसे में बेचारे वंश के लिए क्या बचता हो गा….(नेहा ने मुँह बनाते हुए कहा)

पायल नेहा की बात सुन कर एक दम घबरा गई…उसकी हालत ऐसे हो गई थी जैसे काटो तो खून नही…वो बुत की तरह नेहा को देखने लगी.

नेहा: क्यों सही कहा ना मेने ?

पायल: दीदी में कुछ समझी नही आप आप क्या कह रही है…

नेहा: ज़्यादा बनने के कॉसिश मत करो….मेने कल रात तुम्हे और साहिल को देखा था स्टोर रूम में तुम्हे शरम नही आती…एक ****4 साल के बच्चे के साथ इस तरह काम करते हुए….

पायल रंगे हाथो पकड़ी गई थी….उसे कुछ जवाब नही सूझ रहा था.. कि वो नेहा को क्या जवाब दे…जब उसे कुछ सूझा नही तो वो नेहा के पैरो में गिर पड़ी….

पायल: (आँखो में आँसू लाते हुए) दीदी मुझे माफ़ कर दीजिए… में बहक गई थी…मुझसे अंजाने में बहुत बड़ा गुनाह हो गया… में सच में बहक गई थी….आइन्दा ऐसा कभी नही होगा….

नेहा: हम्म बहक गई थी….क्यों रवि कम पड़ता है तेरे लिए क्या.

पायल: (अब फूट-2 कर रोने लगी थी) दीदी मुझे माफ़ कर दीजिए….में सच में बहक गई थी…आप तो जानती है कि, ये मुझे टाइम कहाँ देते है..आप ही बताए में क्या करती…

नेहा: तो इस लिए तूने साहिल के साथ छी….अर्रे उसकी उमर का तो लिहाज किया होता बेशरम….

पायल: दीदी वो एक दिन अचानक हो गया था…पर में आगे से ऐसा कुछ नही करूँगी…

नेहा: पहले ये बताओ ये सब कैसे हुआ…

उसके बाद पायल ने नेहा को सब बताया…नेहा मुँह फाडे, सब सुनती रही. पायल को भी अंदाज़ा हो गया था कि, नेहा के हालात भी ठीक उसके जैसे है. और वो उसकी और साहिल की चुदाई के बातों को सुन कर गरम हो रही है…जब पायल ने नेहा को सारी बात बता दी, तो पायल नेहा से बोली…

पायल: अब दीदी आप ही बताए में क्या करती….ये तो कुछ करते है नही… और इस भरी जवानी में अपनी फुद्दि की आग को कहाँ ठंडी करती…अगर बाहर किसी से संबंध बनाती, और किसी को पता चलता तो कितनी बदनामी होती.. वैसे आप नही समझेंगी….क्यों कि भाई साहब तो आप को बहुत खुस रखते है…अगर आप मेरी जगह होती तो क्या करती…

नेहा: (पायल की ओर देखते हुए) क्या खाक खुस रखते है… कभी -2 लगता है सब कुछ छोड़ कर भाग जाउ.. पर जमाने से डरती हूँ..

पायल: (नेहा के पेट में चुटकी काटते हुए) किसके साथ दीदी साहिल के साथ .

नेहा: चल हट बेशरम वो मेरा बेटा है….

पायल: दीदी देखो में तो कहती हूँ कि इस तरह से घुट-2 कर मरने से अच्छा तो है कि, हम दोनो अपनी लाइफ को एंजाय करे..आख़िर कब तक हम अपने पतियो के मुँह को देखेंगे…कि वो कब हमारी फुद्दियो की आग को बुझाए…

नेहा: तेरी बात और है पायल पर में साहिल की मा हूँ..

पायल: मा हो दुनिया की नज़र में ना….सच तुम भी जानती हो दीदी. साहिल को हमने गोद लिया था…वो कॉन सा तुम्हारा खून है..और कॉन से तुम्हारे पेट से पैदा हुआ है…जो में कह रही हूँ सच कह रही हूँ…

नेहा: माना कि तुम सही कह रही हो….पर साहिल क्या सोचेगा…. वो भी तो मुझे अपनी मा ही मानता है…

पायल: दीदी ये बात सोचने वाली है…पर ट्राइ करने में क्या जाता है… हो सकता है कि, साहिल भी तुम्हे पसंद करने लग जाए… थोड़ी हिम्मत करके ट्राइ तो करो…वैसे कभी आप ने उसका लंड देखा है…
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04-08-2019, 12:36 PM,
#99
RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
नेहा: (नेहा को परसो दोपहर की घटना याद आ गई…जब उसने अंडरवेर के ऊपेर से उसके लंड को देखा था) नही मैने नही देखा….क्यों ?

पायल: दीदी क्या बताऊ….जिसे आप **** साल का बच्चा कहती है… उसका लंड तो गधे जैसे लंबा और मोटा है…पता है कल जब उसने मेरी फुद्दि के ठुकाई की, उसके बाद जैसे ही में चारपाई से खड़ी हुई….मेरी फुद्दि से मूट की धार बहने लगी…मेने तो खड़े -2 ही मूत दिया…दीदी आप को बता नही सकती…जब उसका लंड फुद्दि में जाता है…तो पूरी फुद्दि भर जाती है…ऐसा लगता है कि किसी इंसान का नही गधे का लंड फुद्दि की ठुकाई कर रहा हो….

नेहा: साली गस्ति…मेरे बेटे से फुद्दि मरवा कर अब मुझे मसाला लगा कर सुना रही है…

पायल: दीदी आप चाहे मुझे गस्ति बोल लो…पर एक बार अगर साहिल का लंड तुम्हारी फुद्दि में गया तो, आप भी उसके लंड के लिए गस्ति बनने के लिए तैयार हो जाओगे…

नेहा: (पायल की ओर सवालिया नज़रों से देखते हुए)क्या ऐसा हो सकता है ?

पायल: (मुस्कुराते हुए) अब आए ना आप लाइन पर….दीदी कॉसिश कर उसे पटाने की…और वैसे भी साहिल को भी याद हे होगा कि वो आपका सगा बेटा नही है..और आप ने उसे गोद लिया है….

नेहा: अगर उसे याद हुआ तो, शायद मेरे सुखी फुद्दि में सावन बरस पड़े..क्यों है ना….

फिर दोनो खिलखिला कर हंस पड़ी….दोनो काफ़ी देर बाते करती रही…और पायल बातो-2 में नेहा को उकसाती रही…क्योंकि अगर नेहा भी साथ हो लेती. तो घर पर खुले आम चुदाई का खेल खेला जा सकता था…क्यों कि रवि और कुलवंत तो 24 घंटो में कुछ घंटे ही घर पर रहते थे….

नेहा को मोहित को पटाने का तजुर्बा तो था ही…..इसीलिए उसे ज़्यादा सोचने समझने के ज़रूरत नही थी… और बाकी का काम पायल की बातो ने कर दिया था….अब नेहा मन ही मन फैंसला कर चुकी थी… कि अब वो अपनी जिंदगी घुट-2 कर नही जिएगी…अपनी लाइफ को फुल एंजाय करेगी….

दोपहर को नेहा और पायल ने साथ मिल कर खाना तैयार किया…. और फिर साहिल नेहा और पायल तीनो ने खाना खाया…दोपहर गरम हो चुकी थी. इसीलिए पायल ने नेहा को आँखो-2 में छेड़ा और वंश को साथ लेकर अपने रूम में चली गई….नेहा भी अब जल्द से जल्द साहिल को पटाने के मूड में थी… इसीलिए उसने गरमी का बहाना करते हुए दोपहर को नहा लिया. और नहाने के बाद, अपनी पिंक नाइटी पहन कर रूम में आ गई…..

जब नेहा रूम में आए तो, देखा साहिल अपनी आँखे बंद किए हुए लेटा हुआ था. वो साहिल के पास जाकर बेड पर बैठ गई….और बड़े ही प्यार से उसके बालो में हाथ फेरते हुए, बोली…

नेहा: साहिल बेटा सो गई क्या….?

साहिल: (अपनी आँखे खोलते हुए) नही मा अभी नही सोया…

नेहा: जा बेटा जाकर नहा ले…फिर सोना शरीर ठंडा हो जाएगा तो नींद अच्छी आएगी…

साहिल: जी मम्मी…

फिर साहिल उठ कर बाहर चला गया…थोड़ी देर बाद साहिल नहा कर वापिस आ गया…उस समय उसने अपने बदन पर टवल लप्पेट रखा था..और टवल के नीचे फ्रेंची पहनी हुई थी…साहिल ने अंदर आकर डोर को पर्दो से ढक दिया…ताकि अंदर तेज रोशनी ना आए…उसने अपने टवल को अंदर आकर एक चेर पर फेंक दिया….और बेड पर चढ़ गया….जब वो बेड पर चढ़ रहा था तो उसने देखा…कि नेहा की नाइटी उसके घुटनो तक चढ़ि हुई है..और नेहा ने अपनी टाँग को घुटनो से फोल्ड कर रखा था…..

जिससे उसकी नाइटी के अंदर उसकी गोरी-2 जांघे सॉफ दिखाई दे रही थी…साहिल ने पहले तो इसको इग्नोर किया…और बेड पर लेटेने लगा…पर नज़ाने उसके दिमाग़ में क्या आया…उसने एक बार नेहा के चेहरे की ओर देखा…नेहा ने अपने चेहरे को अपने दुपट्टे से ढक रखा था….साहिल देख नही पा रहा था कि, नेहा की आँखे खुली है या बंद…. फिर उसने झुक कर नेहा की जाँघो के बीच देखा तो, उसके लंड में तनाव आने लगा….

नेहा ने नीचे पेंटी नही पहनी हुई थी….उसकी फूली हुई चूत उसे सॉफ दिखाई दे रही थी…साहिल का लंड उसके अंडरवेर में खड़ा होने लगा था. जिसे नेहा अपने दुपट्टे के नीचे से सॉफ देख पा रही थी….उसके होंठो पर मुस्कान फेल गई….फिर नेहा एक दम से हिली….साहिल हडबॅडाया गया.. और उठ कर सीधा बैठ गया….

नेहा ने अपने चेहरे से दुपट्टे को हटाया..और साहिल की और देखते हुए बोली…”नहा आया बेटा…चल आजा सो जा…” साहिल बेड पर नेहा की बगल में लेट गया….नेहा ने करवट बदली, और साहिल की तरफ मुँह करके लेट गई. नेहा ने साहिल के बालो को सहलाते हुए कहा….”धूप में फिर-2 के काला हो गया है..मत घुमा कर इतनी धूप में…”

ये कहते हुए नेहा ने अपना एक हाथ साहिल की कमर में डालते हुए उसे अपने से चिपका लिया…भले ही नेहा ने ममता में आकर साहिल को अपने साथ कितनी बार झफि डाल कर सुलाया था….पर आज के ये झप्पी दोनो को एक अलग ही सुख दे रही थी….पर साहिल तो बेचारा डरे जा रहा था…क्योंकि उस का तना हुआ लंड नेहा की नाइटी के ऊपेर से चूत पर रगड़ खा रहा था.. वो मन ही मन सोच रहा था कि, कही मम्मी को ना पता चल जाए…पर वो इस बात से अंजान था कि, नेहा के दिल में क्या है…..जैसे ही नेहा को अपनी नाइटी के ऊपेर से अपनी चूत पर साहिल के कड़क लंड का अहसास हुआ, नेहा के बदन में मस्ती की लहर दौड़ गई….

और उसने साहिल को अपनी बाहों में कसते हुए अपने से और चिपका लिया… और साहिल के माथे पर होंठो से चूमते हुए बोली…”चल अब सो जा” साहिल का भी बुरा हाल था…साहिल को अपने लंड पर नाइटी के अंदर से नेहा की चूत से उठ रही गरमी सॉफ महसूस हो रही थी….ना चाहते हुए भी उसका लंड पूरा खड़ा हो चुका था…और नेहा की नाइटी के ऊपेर से चूत पर दबाव डाल रहा था

नेहा भी साहिल के लंड की सख्ती और तनाव को अपनी चूत के ऊपेर सॉफ महसूस करके मदहोश होती जा रही थी…और उसे पायल की कही हर बात सच लग रही थी….नेहा ने मदहोश होते हुए, अपनी एक टाँग उठा कर साहिल की टाँगो के ऊपेर रख ली….और साहिल के सर को बाहों में भरते हुए, अपनी चुचियों पर दबा लिया…साहिल भी नेहा की गुदाज चुचियों को अपने चेहरे पर महसूस करके गरम होने लगा…
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04-08-2019, 12:36 PM,
RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
साहिल की ऊपेर टाँग रखने की वजह से अब नेहा को अपनी चूत की फांको पर साहिल का लंड धंसता हुआ महसूस होने लगा…उसकी चूत ने पानी के चन्द कतरे बहा दिए….नेहा एक दम से सिसक उठी…”उंह श्ह्ह्ह” जिसे सुन कर साहिल को बहुत बड़ा झटका लगा….इस तरह की आवाज़ से साहिल अंज़ान नही था….वो कमला पायल और गीता के मुँह से ऐसी मस्ती भरी सिसकियाँ सुन चुका था…तो उसे समझते देर ना लगी कि, शायद नेहा भी उसके लंड को अपनी चूत पर महसूस करके गर्म होने लगी है….

पर साहिल का दिमाग़ अपने मन की बात को नही मान रहा था…और आख़िर साहिल था ही कितनी उमर का….एक पल के लिए उसके जहन में ये सब कुछ चला. फिर अपने ध्यान को दूसरी तरफ करके सोने की कॉसिश करने लगा….. पर नेहा की गुदाज चुचियों की नरमी उसे सोने कहाँ दे रही थी….और नीचे से नेहा की तपती चूत की गर्माहट को वो अपने लंड के ऊपेर सॉफ-2 महसूस कर पा रहा था….

उसने नज़रे ऊपेर उठा कर नेहा के चेहरे की तरफ देखा तो, नेहा आँखे बंद किए हुए लेती हुई थी…उसे कुछ समझ में नही आ रहा था.. फिर नेहा ने सोने का नाटक करते हुए, अपनी टाँग को जो कि उसने साहिल की टाँगो पर रखा हुआ था….उसे और ऊपेर लेजा कर साहिल की जाँघो पर रख दिया…अब नेहा की चूत साहिल के लंड के ऊपेर और ज़्यादा रगड़ने लगी थी…अगर बीच में साहिल का अंडरवेर और नेहा की नाइटी ना होती…शायद आज ही कयामत आ जाती….एक बार फिर से वही मस्ती भरी सीत्कार साहिल के कानो मे गूँज उठी. “अहह सीईईईईईई” ये आवाज़ सुन कर साहिल के रोंगटे खड़े हो गए….

साहिल ने महसूस किया कि, नेहा की बाहें उसकी पीठ पर कस्ति चली जा रही है….वैसे तो पहले भी कई बार अपनी मम्मी के साथ लिपट कर सो चुका था….पर आज दोनो के बदन कुछ ज़्यादा ही सटी हुई थी….दूसरी बार अपनी मा की सिसकारी सुनने के बाद साहिल का शक और पुख़्ता हो गया…कि शायद नेहा उसके लंड की रगड़ से गरम हो रही है….

पर साहिल शुवर नही था…पर साहिल अपनी मा नेहा के दिल बात को जानने के लिए बेचेन था…इसीलिए इस बार उसने अपनी कमर को ऐसे हिलाया….जैसे वो ये सब भी नींद में कर रहा हो…जैसे ही साहिल की कमर हिली…साहिल का लंड नेहा की नाइटी के ऊपेर से बुरी तरह से रगड़ खा गया….नेहा ने मचलते हुए उसे अपनी बाहों में कस लिया….पर इस बार उसने अपनी सिसकारी को दबाने के लिए अपने होंठो को दांतो में भींच लिया….

जैसे ही साहिल ने ऊपेर की तरफ देखा, तो उसे अपनी आँखो पर यकीन नही हुआ….नेहा अपने होंठो को अपने दांतो में दबाए हुए नाक से लंबी-2 साँसे खेंच रही थी…..इस तरह के रिक्षन वो पायल कमला और गीता के फेस पर उस समय भी देख चुका था…जब साहिल ने उनको चोदा था. साहिल का शक अब धीरे-2 यकीन में बदलने लगा….

पर साहिल का नेहा से मा बेटे का रिस्ता था…इसीलिए साहिल चाह कर भी कुछ नही कर सकता था…और वैसे भी साहिल ने आज तक फुद्दि मारने के लिए कुछ किया भी नही था…उसे तो खुद बा खुद फुदिया मिल जाती थी…शायद ये उसकी खुसकिस्मती थी….इस तरह साहिल अब भी कुछ नही कर सकता था. पर तीन -2 चूतो का स्वाद चख चुका साहिल अब इस मामले कुछ ज़्यादा कॉन्फिडेंट हो गया था…भले ही उसकी उमर बहुत कम थी…

नेहा और साहिल पता नही कितनी देर तक ऐसे ही लेटे रहे…साहिल तो सोया नही. पर नेहा का पता नही कि वो सोई थी या नही…और साहिल को भी ये बात पता नही थी….शाम करीब 5 बज रहे थे….दोनो अभी भी एक दूसरे से चिपके हुए थी…तभी बाहर से पायल ने नेहा को आवाज़ डी…साहिल तो जाग ही रहा था…और वो सोच रहा था कि शायद मा सोई हुई है…

पर जैसे ही पायल के कदमो की आहट रूम की ओर आती हुई सुनाई डी..नेहा एक दम से साहिल से अलग हो गई….और तेज़ी से बाहर चली गई..ये देख कर साहिल को थोड़ी हैरानी हुई कि, आख़िर मा इतनी जल्दी कैसे उठ गई…खैर साहिल भी उठ गया….वो अभी तक अंडरवेर में ही लेटा हुआ था…उठ कर उसने अपने टी-शर्ट और लोवर पहना और बाहर चला गया…ओक्टोबर का महीना था.. इसीलिए शाम को अब हल्की-2 ठंड होने लगी थी...साहिल छत पर जाकर टहलने लगा…

नीचे नेहा और पायल अंगान में चारपाई पर बैठ कर सब्जियाँ काट रही थी…पायल ने नेहा को छेड़ते हुए पूछा…”क्यों दीदी कुछ बात बनी” तो नेहा उसकी तरफ देख कर मुस्कराने लगी. और ना में सर हिला दिया…” चल कोई बात नही तू मेरी फिकर मत कर तू तो साहिल के साथ ऐश कर…”

पायल: नही दीदी…अब में साहिल से तभी चुदवाउंगी…जब तक वो आप को नही चोद देता…ये मेरा वादा है आपसे….

ये सब पायल इस लिए कह रही थी कि, क्योंकि पायल ये जानती थी कि, अब नेहा को उसकी और साहिल की सभी कर्तूते पता है….और नेहा इस बात का कभी भी फ़ायदा उठ कर उसे ब्लॅकमेन्ल कर सकती है….और जब नेहा भी उसे चुद जाएगी. तो फिर ब्लॅकमेन्ल करने को कुछ बचेगा ही नही….

फिर दोनो ने मिल कर रात का खाना बनाया….कुलवंत ने फोन पर घर आने का बता दिया था..इसीलिए उन्होने कुलवंत और रवि दोनो का खाना भी बनवा लिया…रात को सब ने खाना खाया और बाहर आँगन में चारपाइयो पर बैठ कर बातें करने लगी…साहिल भी पास में बैठा हुआ सब की बातें सुन रहा था….

कुलवंत: में सब से कुछ कहना चाहता हूँ….और सबकी राय भी जानना चाहता हूँ…

नेहा: जी हां कहिए ना क्या बात है…
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