Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले
01-10-2019, 01:28 PM,
#61
RE: Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले
अब कर्नल को विश्वास हो गया था कि अमजद सच बोल रहा है क्योंकि इतना तो वह भी जान गया था कि कैसे स्नेहा के साथ सेक्स करने के बाद मेजर राज ने उसको वहीं मार दिया था और फिर बाकी 2 लोगों को मारकर सुरक्षा कैमरों को नाकारा बना वह बिल्डिंग से अकेला ही निकल भागा था। यह सब वह खुद सुरक्षा कैमरों की वीडियो भी देख चुका था। अब कर्नल ने फिर पूछा कि अच्छा यह बताओ कि वहां से निकलने के बाद तुम उसे कहां ले गए थे। और कैसे हमारे हाथों से बचते रहे ??? इस सवाल के जवाब में अमजद ने थोड़ा झूठ बोला कि जैसे ही वो हमारे साथ कार में गया उसने हमसे एक पिस्टल मांगा और हमने उसे पिस्टल दे दिया तो उसने हमारी ही साथी समीरा की गर्दन पर पिस्तौल रखकर हमें वह अपनी इच्छा से कई क्षेत्रों में घूमता रहा।आगे की सारी योजना वह खुद ही करता रहा हमें केवल यही आदेश दिया था कि अब यहां जाओ और अब वहाँ जाओ . हमारी साथी समीरा अब भी उसके कब्जे में है और हम नहीं जानते कि वह कहाँ है। 

अब की बार कर्नल का हाथ घूमा और अमजद के हाथ और कमर से कमीज फाड़ हुआ हंटर शाएँ की आवाज के साथ अमजद के शरीर में एक चाकू की तरह लगा। कर्नल ने अपनी पूरी ताकत से हंटर घुमाया था और अब अमजद के शरीर से खून रिसने लगा था। अमजद कुछ देर कराहता रहा और फिर बोला सही कह रहा हूँ आपको, सरदार का हुलिया अपनाने की सलाह भी उसी की थी, उसके बाद मैं जामनगर से मुल्तान जाने वाले मार्ग पर जो आपको जगह दिखाई थी जहां मैंने उन दोनों को छोड़ा था वह भी सच था। मैंने मेजर राज को ठीक उसी जगह पर छोड़ा था और उसके बाद वह कहाँ गए मैं नहीं जानता। मगर मेरा मानना था कि जिस गांव से आप गए वहां वह मिल जाएंगे। मगर ऐसा भी नहीं हुआ। मुल्तान पहुंचकर जब आपके भेजे हुए व्यक्ति ने मुझे वापस जाने को बोला तो उसके बाद फिर मेजर राज ने मुझसे फोन पर संपर्क किया और मुझे चुपचाप मुल्तान में रुकने को कहा, लेकिन फिर उसी दिन शाम को उसने मुझे वापस जामनगर आने को बोला। और साथ में एक साथी को लेने को कहा जिसका हुलिया उसने अपने ही लोगों के माध्यम से ऐसा बना दिया कि जल्दी में देखने पर मेजर राज जैसा ही दिखे . कर्नल इरफ़ान ने कहा उसके लोग जिन्होंने काशफ का मेकअप किया वो कौन थे ??? 

अमजद ने कहा कि वह उन्हें नहीं जानता, वही गैस स्टेशन से कुछ पहले उन्हें एक कार मिली जिसके बारे में राज ने पहले ही बता दिया था उसी कार में वे लोग मौजूद थे उन्होंने काशफ का मेकअप किया और जल्दी ही वहां से चले गए। उसके बाद हम दोनों उस गैस स्टेशन पर गए और जैसे ही वहां के मालिक ने हमें पहचाना हम भाग निकले और डांस क्लब में जाकर आराम करने लगे जहाँ से आपने हमें पकड़ा है। इससे अधिक और कुछ नहीं जानता। कर्नल को अब अमजद की बताई हुई बातों पर विश्वास आने लगा था क्योंकि इसमें ज्यादातर अमजद ने हर बात सच बताई थी लेकिन वह जानता था कि राज और समीरा इस समय लाहोर में हैं मगर कर्नल से उसने इस बात को छिपा लिया था । । । कर्नल ने अब बाहर निकलने का इरादा किया और जाते जाते अमजद को बोला कि अगर कल तक तुमने न बताया कि मेजर राज और तुम्हारी साथी समीरा कहाँ हैं तो मरने के लिए तैयार रहना। यह कह कर कर्नल वहां से निकल गया और अमजद अब अपनी मौत का इंतजार करने लगा।क्योंकि अगर वह बता देता कि मेजर राज कहाँ है तब भी कर्नल ने उसे मारना ही था, जब दोनों मामलों में मरना ही है तो अमजद ने बेहतर समझा कि मेजर राज और समीरा की जान बचाने की आखिरी कोशिश करना बेहतर है चाहे बदले में खुद मौत का ही सामना क्यों न करना पड़े


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राफिया के सो जाने के बाद भी अंजली और इमरान ने एक दूसरे से ज़्यादा खुलने की कोशिश नहीं की बल्कि दोनों ने सरसरी तौर पर इधर उधर की बातें की जिस तरह 2 अनजान लोग आपस में करते हैं। इमरान को इस बात का पूरा ध्यान था कि कहीं राफिया सोने का नाटक तो नहीं कर रही है और अगर उसे इस बात की भनक पड़ गई कि अंजलि और इमरान यानी समीरा और मेजर राज एक दूसरे को पहले से जानते हैं तो इन दोनों के लिए बहुत मुश्किले खड़ी हो जाएंगी और फिर उनका कर्नल इरफ़ान से बचना भी संभव नहीं होगा। रास्ते में अंजलि ने अपना लंच बॉक्स खोलकर उसमें से खुद भी पुलाव खाया और इमरान को भी अपने हाथों से खिलाया क्योंकि वह कार ड्राइव कर रहा था और कहीं रुकने का चांस वह लेना नहीं चाहता था रात बहुत हो रही थी और कप्तान फ़ैयाज़ भी उनसे केवल एक घंटे की दूरी पर उनके पीछे आ रहा था ऐसे में गाड़ी रोकने का जोखिम लेने का कोई इरादा नहीं था इमरान का। 

रात कोई एक बजे के करीब वह मुर्री की सीमा में प्रवेश कर चुके थे। अब राफिया की भी आंख खुल चुकी थी और वह फोन पर किसी से बात कर के अपने और इमरान के लिए मुर्री के तट पर ही एक हट बुक कर चुकी थी इस रिज़र्वेशन के लिए उसने विशेष रूप से अपने पापा कर्नल इरफ़ान के नाम का इस्तेमाल किया था। समुद्र के पास वीआईपी हट बहुत ही रोमांटिक शैली में बनाए गए थे जो आम लोगों को नहीं मिलते थे या फिर बहुत अधिक दरों पर मिलते थे। अपने लिए रिज़र्वेशन करवा कर राफिया ने अंजलि से पूछा कि वह कहां रुकेगी तो अंजलि ने उसे बताया कि वह किसी विशेष होटल के बारे में नहीं जानती, जो भी मुर्री का सबसे अच्छा होटल है वहाँ रूम ले लेगी . यह सुनकर राफिया ने गोवा के एक पांच सितारा होटल में फोन किया और वहाँ भी एक कमरा अंजलि के लिए बुक करा लिया। 

कुछ ही देर के बाद इमरान ने अपनी कार एक पांच सितारा होटल की पार्किंग में रोकी और अंजलि के कार से उतरने पर गाड़ी वापस ले जाने लगा तो राफिया बोली अरे इंतजार तो करो इतनी जल्दी भी क्या है अंजलि को उसके कमरे तक तो छोड़ आए। यह कह कर राफिया गाड़ी से नीचे उतर आई और इमरान भी कार से उतर कर अंजलि और राफिया के पीछे पीछे चलने लगा। रिसेप्शन पर पहुंचकर राफिया ने अपना परिचय करवाया और बुक करवाए गए रूम के बारे में पता किया और अंजलि ने अपने हैंडबैग से पैसे निकालकर रिसेप्शन पर चुकाए। अंजलि के पास कोई सामान तो नहीं था मगर फिर भी एक वेटर ने तुरंत आगे बढ़कर अंजलि के हाथ में मौजूद हैंडबैग और कुछ अन्य छोटे उपकरण और एक छोटे बैग को पकड़ लिया और अंजलि के कमरे की ओर चलने लगा, बाकी तीनों भी वेटर के पीछे जाने लगे। पांचवीं मंजिल पर जाकर वेटर लिफ्ट से निकला और अंजलि के रूम नंबर 507 की ओर जाने लगा। राफिया भी उसके पीछे पीछे जा रही थी कि सामने से एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति आता दिखाई दिया जिसे देखते ही राफिया ने हैलो अंकल की आवाज लगाई, इमरान ने उस व्यक्ति को ध्यान से देखा तो एक बार उसके चेहरे पर नागवारी के स्पष्ट संकेत दिखाई दिए मगर तुरंत ही उसने अपनी नागावारी को खुशी में बदल लिया और चेहरे पर एक मुस्कान सजा ली
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01-10-2019, 01:28 PM,
#62
RE: Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले
उस व्यक्ति ने राफिया को देखा तो पहले आश्चर्य और फिर खुशी व्यक्त करते हुए राफिया से मिला और बोला कैसी है हमारी बेटी ?? राफिया ने भी बड़ी खुशी के साथ उस व्यक्ति से हाथ मिलाया और बोली कि मैं बिल्कुल ठीक हूँ कहाँ सैर कर रहे हैं ??? वह व्यक्ति बोला बस सोचा ज़रा मुर्री की खूबसूरती ही देख लें यह कहते हुए उसकी नजरें अंजलि की ओर ही थीं। राफिया ने तुरंत अंजलि का परिचय करवाया अंकल यह मेरी दोस्त है अंजलि, बहुत अच्छी डांसर है और इनसे मिलिये यह मेरे दोस्त हैं इमरान। अंजलि और इमरान ने आगे बढ़कर उस व्यक्ति से हाथ मिलाया तो राफिया ने उस व्यक्ति का परिचय भी अंजली और इमरान से करवाया। इमरान तो पहले ही पहचान गया था मगर अंजलि नहीं जानती थी कि वह कौन है। ये इंडिया के एक प्रांत के मुख्यमंत्री थे। यानी वहां के मुख्यमंत्री। 

उन दोनों से मिलने के बाद उस व्यक्ति ने जिसका नाम अकबर लोकाटी था राफिया से पूछा कि वह कहां ठहरी है तो राफिया ने इमरान की ओर इशारा करते हुए कहा कि मैं तो इनके साथ समुद्र तट पर एक हट बुक कर चुकी हूं लेकिन मेरी दोस्त अंजलि यहीं रहेगी रूम नंबर 507 में। लोकाटी ने यह बात सुनकर अंजलि की तरफ देखा और बोला फिर तो लंबी मुलाकात होगी, अंजलि ने भी खुश होने का सबूत देते हुए कहा जी क्यों नहीं आप जैसे बड़े लोगों से मिलना तो वैसे ही मेरी इच्छा थी, बहुत अच्छा हुआ जो आज आपसे मिलकर पूरा हो गया। मेरे लिए बहुत खुशी की बात होगी अगर आप जैसी हस्ती कुछ समय मुझ नाचीज़ के लिए भी निकाले। यह सुनकर उस व्यक्ति ने एक ठहाका लगाया और बोला अजी आप जैसी सुंदर लड़की के लिए तो कोई भी बड़े से बड़ा व्यक्ति समय निकाल सकता है हम क्या चीज़ हैं। चलें तो आपसे कुछ देर में मुलाकात होगी है कुछ जरूरी काम से नीचे रिसेप्शन तक जा रहा हूँ। यह कह कर अकबर लोकाटी अपने 2 सुरक्षा गार्ड के साथ लिफ्ट के माध्यम से नीचे चला गया जबकि राफिया ने अंजलि को उसके रूम 507 तक पहुंचा दिया और फिर इमरान के साथ वापस नीचे आई जहां अकबर लोकाटी किसी से फोन पर बात कर रहा था, राफिया ने दूर से ही बाय बाय का इशारा किया और इमरान की बाहों में बाहें डाले अपनी कार की तरफ चल दी

समीरा को मेजर राज ने लाहोर में जब फोन किया था तो उसने वहीं बता दिया था कि उनका उद्देश्य वहाँ इंडिया के प्रांत के मुख्यमंत्री से मुलाकात करना है और समीरा को मेजर राज ने यह जिम्मेदारी दी थी कि वह किसी भी तरह अकबर लोकाटी के करीब होकर उसके अगले प्लान के बारे में जानकारी प्राप्त करे और सोने पर सुहागा ये हुआ कि होटल में घुसते ही अकबर लोकाटी से मुलाकात हो गई और वह 70 साला बूढ़ा ठरकी भी तुरंत ही समीरा पर फिदा हो गया था। समीरा जानती थी कि अब आगे उसे क्या करना है। अपने कमरे में जाकर उसने पहले अपना सामान एक कोठरी में रखवाते हुए, उसमें एक हैंडबैग और एक छोटा सा बैग था जिसमें समीरा के कुछ कपड़े थे। अपना सामान अलमारी में रखवाने के बाद समीरा तुरंत फ्रेश होने के लिए बाथरूम में चली गई। बाथरूम में जाकर समीरा ने अपने कपड़े उतारे और शॉवर खोलकर उसके नीचे खड़ी हो गई। मुर्री के हबस वाले सीजन में शॉवर से निकलता ठंडा पानी जब समीरा के बदन पर गिरा तो आराम मिल गया। लम्बे सफर की थकान और मुर्री की गर्मी से समीरा काफी थक चुकी थी मगर शॉवर लेते ही उसके शरीर में फिर से जान आ गई। 15 मिनट तक समीरा लगातार शॉवर के नीचे खड़ी रही और ठंढ ठंडे पानी से अपने शरीर की गर्मी को निकालती रही इस दौरान समीरा ने बाथरूम में पड़े गुलाबरस को भी अपने शरीर पर अच्छी तरह मला जिससे न केवल उसके शरीर से पसीने के कारण से आने वाली बदबू खत्म हो गई बल्कि अब समीरा का शरीर गुलाब की तरह महकने लगा था। 

अच्छी तरह शॉवर लेने के बाद समीरा ने शावर बंद किया और गीले बदन के साथ ही बाथरूम से बाहर आई थी और बाहर निकल कर समीरा ने अपने कपड़ों वाला बैग निकाला और उसमें से लाल रंग का अंडरवेयर और ब्रा निकाल लिया जिसके कप का ऊपर वाला हिस्सा जाली का और नीचे वाले हिस्से में पेड डला हुआ था जो ब्रेस्ट की शेप बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पेड के कारण बूब्स का समर्थन मिलता है और ब्रा दोनों मम्मों को आपस में मिला कर रखता है तो एक क्लीवेज़ लाइन बहुत सुंदर बनती है। यह ब्रा निकालकर समीरा ने पहन लिया और दोनों हाथ पीछे ले जा कर उसकी हुक भी बंद कर ली उसके बाद ब्रा में हाथ डाल कर अपने बूब्स को थोड़ा ऊपर उठाया और ब्रा को सेट किया ताकि सीने के उभार स्पष्ट हो सकें और क्लीवेज़ लाइन भी सेक्सी बन जाए। उसके बाद समीरा ने इसी रंग की एक पैन्टी निकाल ली। जी स्ट्रिंग पैन्टी समीरा के चूतड़ों की लाइन में गुम हो गई और उसके चूतड़ों का उभर दावत देने लगा जबकि पैन्टी का अगला हिस्सा जो योनी को छिपाने के लिए इस्तेमाल होता है उस पर एक छोटा सा सुंदर सा फूल बना हुआ था। 

अपने आप को शीशे में देखने के बाद समीरा ने मन ही मन में अपने खूबसूरत बदन की सराहना की और फिर अपने बैग में से एक नाइटी निकालकर शोभाय ए तन कर ली। हल्के हरे रंग की यह नाइटी बहुत ही सुंदर थी और समीरा के सुंदर शरीर पर और भी क़यामत ढा रही थी। नाइटी में समीरा के सीने के उभार बहुत स्पष्ट दिख रहे थे जबकि शरीर का ऊपरी हिस्सा यानी कंधे और छाती का हिस्सा बिल्कुल नंगा था सिर्फ नाइटी की 2 स्ट्रिप्स थीं जिनकी वजह से रेशमी नाइटी ने समीरा के शरीर पर चार चाँद लगा दिए थे . नीचे साइड कट नाइटी समीरा की सुंदरता में और वृद्धि कर रही थी। साइड कट नाइटी समीरा के दाहिने पैर के घुटने तक जबकि बाएं पैर पर उसकी हाफ थाईज़ तक थी। समीरा जांघे बालों से बिलकुल मुक्त थी नरम और मुलायम रेशमी जांघे किसी भी आदमी की नीयत खराब करने के लिए काफी थीं। इन सब पर प्रलय, यह नेट की ये नाइटी थी, नेट बहुत अधिक बारीक नहीं थी मगर फिर भी ध्यान से देखने पर नाइटी के अंदर छुपा समीरा के मखमली बदन को देखा जा सकता था। लाल रंग का भी मामूली शेड नाइटी से दिख रहा था जिससे नाइटी के ऊपर से ही अनुमान लगाया जा सकता था कि इस खूबसूरत हसीना ने लाल रंग की ब्रा पहन रखी है 

समीरा के बाल अभी गीले थे, इससे पहले कि वह अपने बाल सुखा कर उनमें कंघी करती कमरे के दरवाजे पर दस्तक हुई। समीरा जानती थी कि इस समय कौन हो सकता है। इसीलिए उसने शीशे के सामने खड़े खड़े ही जोर कहा कम इन . समीरा की पीठ पीछे दरवाजा धीरे धीरे खुला और फिर उसी तरह धीरज के साथ बंद हुआ। फिर समीरा को हल्के हल्के कदमों की आवाज सुनाई दी, वह समझ गई थी कि यह अकबर लोकाटी ही है। फिर जैसे ही आने वाला व्यक्ति आगे बढ़ा समीरा को शीशे में उसका चेहरा दिखाई दिया। यह अकबर लोकाटी ही था। समीरा पर नज़र पड़ते ही लोकाटी जैसे पत्थर का हो गया था, समीरा ने भी एकदम से पीछे मुड़ के देखा और हैरानगी का नाटक करते हुए बोली अरे लोकाटी साहब ... मैं समझी वेटर होगा। यह कह कर समीरा आगे बढ़ी और लोकाटी को पास पड़े सोफे पर बैठने का इशारा किया और थोड़ी शर्मिंदा होते हुए बोली कि मैंने सोचा अब आप नहीं आएंगे काफी रात हो गई थी इसलिए सोने की तैयारी कर रही थी। इसीलिए नाइट ड्रेस पहन लिया था, आप बैठें बस 5 मिनट में चेंज करके आई।

लोकाटी भला यह कैसे बर्दाश्त कर सकता था कि इतनी सुंदर लड़की जिसके बारे में वह कुछ देर पहले मन ही मन सोच रहा था कि उसके शरीर के उभार कैसे होंगे, वह अब उसके सामने नाइटी पहने खड़ी है और लोकाटी उसको कपड़े चेंज करने दे। लोकाटी जो सोफे पर बैठ रहा था अंजलि यानी समीरा की बात सुनते ही फिर से खड़ा हो गया और मुस्कुराते हुए बोला अरे नहीं नहीं अंजलि जी, ये ज़ुल्म मत कीजिए, इस नाइट ड्रेस में आप किसी हुश्न की देवी से कम हसीन नहीं लग रहीं, हमें भी यह सम्मान बखशें कि हम आपके इस सुंदर शरीर का नज़ारा करके अपनी आँखें चकाचौंध कर सकें। अंजलि फिर से एक हिचकी और बोली वह वास्तव में मुझे अजीब सा लग रहा है इस हुलिए में आपके सामने आना ... उसकी हिचकिचाहट देखते हुए लोकाटी बोला आप आदेश दें तो हम अपनी आंखें बंद कर लेते हैं। फिर मुस्कुराते हुए बोला अंजलि जी अब ऐसा भी क्या शरमाना हमसे। हम आपको खा थोड़ी ही जाएंगे बस कुछ पल आपके पास बैठकर आपको जानने की कोशिश करेंगे, कुछ अपने बारे में बताएँगे कुछ हंसी मजाक की बात करेंगे, या हम अपने कमरे में वापस जाएँ क्योंकि आप भी काफी थकी हुई मालूम हो रही हैं । 

अब अंजलि थोड़ी सामान्य हुई और बोली अच्छा चलिए आप बैठें . मैने काफ़ी लम्बा सफर किया है और काफी भूख लगी है, क्या आप मेरे साथ कुछ खाना चाहेंगे ?? लोकाटी जो अब अंजलि के सामने वाले सोफे पर पैर पर पैर रखकर और सोफे के कोने से टेक लगाकर बैठ चुका था बोला खाने को छोड़कर अगर आपके इन प्यारे प्यारे हाथों से एक जाम मिलता तो मज़ा आ जाता . यह बात करते हुए लोकाटी की नज़र की टकटकी अंजलि की नाइटी को फाड़कर उसके जिस्म पर मौजूद ब्रा को भी हटा कर उसके मम्मों को देखने की भरपूर कोशिश कर रही थीं और अंजलि ने भी उसकी नज़र की गर्मी को अपने मम्मों पर महसूस कर लिया था मगर उसने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और महज लोकाटी की ओर मुस्कुरा कर देखा और उठकर साथ मे मौजूद फ्रिज में से अपने लिए कोक का एक टीन पैक और साथ कुछ बिस्कुट उठा लिए जबकि लोकाटी के लिए एक जाम बनाकर उसको पेश कर दिया। अंजलि जब लोकाटी को जाम पेश करने के लिए थोड़ी सी नीचे झुकी तो उसकी नाज़ुक ब्रा ने अंजलि के 36 आकार के वजनदार मम्मों का वजन उठाने से इनकार कर दिया और उसके मम्मे काफी ब्रा से बाहर निकल आए। लोकाटी के लिए तो यह नजारा एक जाम से भी अधिक नशीला था, उसका दिल किया कि बढ़कर इन सुंदर बूब्स पर हाथ रख दे और सारी दुनिया को भूल जाए, लेकिन वह इस काम में इतनी जल्दी नहीं करना चाहता था, अंजलि की ब्रा से बाहर निकले हुए मम्मों पर नजरें जमाए उसने अंजलि के हाथ से जाम पकड़ा और सोफे पर सीधा होकर बैठ गया। 
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01-10-2019, 01:28 PM,
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RE: Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले
अंजलि वापस खड़ी हुई और एक शातिर मुस्कान से लोकाटी को देखते हुए अपने दोनों हाथ अपने मम्मों पर रख कर उनको थोड़ा हिला कर सही किया ताकि वो फिर से ब्रा के अंदर जाकर लोकाटी की नज़रों से छुप सकें और उसको तरसा सकें। यह हरकत करने के बाद अंजलि दोबारा जाकर अपने सोफे पर बैठ गई और कोक के टीन पैक उठा कर अपने होंठों से लगा लिया। थोड़ी सी कोक पीने के बाद अंजलि ने धीरे धीरे बिस्कुट खाने शुरू किए और साथ ही लोकाटी से बातें करती जा रही थी। अंजलि अब एक पैर दूसरे पैर पर रखकर बैठी थी जिसकी वजह से उसका एक पैर थाई के करीब करीब पूरा ही नंगा था और उसकी ये गोरी गोरी जांघे लोकाटी की पेंट में मौजूद लंड को सिर उठाने पर मजबूर कर रही थी और कुछ हद तक उसकी पेंट का उभार भी स्पष्ट होना शुरू हो गया था। बातें करते करते अंजलि ने अपना सरसरा सा परिचय करवाया और उसके बाद लोकाटी से इंडिया और केवल उसके प्रांत के बारे में पूछने लगी। लोकाटी जो वहां का मुख्यमंत्री था उसने भी अपने क्षेत्र की प्रसिद्ध चीजों के बारे में बताया, वहाँ के सुंदर क्षेत्र और वहाँ के रहन-सहन के बारे में बताया। इस दौरान अंजलि अपनी कोक और लोकाटी अपना जाम समाप्त कर चुका था
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01-10-2019, 01:29 PM,
#64
RE: Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले
अंजलि ने जब देखा कि लोकाटी का जाम खत्म हो गया है तो वह अपनी जगह से उठी और उसके हाथ से जाम पकड़ कर फिर से फ्रिज के पास गई, वहां जाकर एक जाम और बनाया, इसमें आइस क्यूब्स डाले और फिर से लोकाटी के सामने आकर उसको जाम पेश किया। इस दौरान अंजलि फिर झुकी और पहले की तरह फिर से उसके मम्मे नाजुक नाइटी से निकलने की जिद करने लगे, फिर भी काफी मम्मे बाहर निकल आये थे जिन पर लोकाटी की नजरें गढ़ चुकी थीं मगर अंजलि के निपल्स अभी ब्रा के अंदर ही थे जिन्हें देखने के लिए लोकाटी बेताब हो रहा था। लोकाटी ने अंजलि के हाथ से जाम पकड़ा तो अंजलि फिर से सीधी हुई और फिर से अपने दोनों हाथ अपने मम्मों पर रख कर उन्हें हल्का सा दबाया ताकि मम्मे फिर ब्रा के अंदर जा सकें। इस दौरान लोकाटी ने एक पल के लिए भी अपनी नज़रें अंजलि के इन सुंदर मम्मों से नहीं हटने दी थीं। अंजलि ने भी एक शर्मीली सी मुस्कान के साथ लोकाटी को देखा और बोली मैने जो नाइट ड्रेस पहन रखा है ना तो ढीली होने के कारण ब्रेस्ट बाहर निकलते हैं। अंजलि के मुँह से इतनी बोल्ड बात सुनकर तो लोकाटी के लंड ने पूरी तरह अपना सिर उठा लिया जिसको अंजलि ने भी देख लिया था। फिर अंजलि वापस अपनी सीट पर जाने लगी मगर फिर रुक गई और बोली आप माइंड न करें तो यहीं बैठ जाऊं ??? 



अंधा क्या मांगे दो आँखें। लोकाटी तुरंत सीधा हो गया और अंजलि को अपने साथ बैठने के लिए आमंत्रित किया। अंजलि बड़े ही नाजुक तरीके से लोकाटी की राइट साइड पर बैठ गई। अंजलि ने अपनी एक टांग उठा कर सोफे पर मोड़ कर रख ली जबकि दूसरे पैर को नीचे ही किए रही, पैर फ़ोल्ड करने पर अब अंजलि के बाएं पैर का कुछ हिस्सा लोकाटी के दाहिने पैर और थाई के ऊपर था। लोकाटी को भी अब अंदाजा लगा चुका था कि अंजलि एक चालू लड़की है जिस पर चांस मारने में कोई हर्ज नहीं, इसीलिए उसने तुरंत अपना जाम बाएं हाथ में पकड़ लिया और अपना दायाँ हाथ हौले से अंजलि के पैर पर रख दिया। जैसे ही नरम और मुलायम मखमली पैर पर हाथ रखा तो लोकाटी के पूरे बदन में जैसे करंट दौड़ गया। इतनी मुलायम बालों से मुक्त और गर्म थाई पर हाथ रखते ही लोकाटी जैसे मीचोर आदमी को मालूम हो गया था कि अंजलि में बहुत गर्मी है जिसको कुछ ही देर में लोकाटी का लंड निकालने की कोशिश करेगा। 



अंजलि ने भी अपना एक हाथ लोकाटी के कंधे पर रख दिया और बोली लेकिन मैंने सुना है कि आपके राज्य में अलगाववादी आंदोलन भी चल रहे हैं। लोकाटी ने कनखियों से अंजलि को देखा और बोलालगता है आपको राज नीति में काफी इंटरेस्ट है। अंजलि मुस्कुराई और बोली यह तो कोई खास बात नहीं, रोज समाचार बुलेटिन में इंडिया में होने वाले अलगाववादी आंदोलनों के बारे में बताया जाता है। और इसमें सबसे ज़्यादा आपके ही प्रांत का नाम ही लिया जाता है। बल्कि मैंने तो यहां तक सुना है कि वहां के लोग पाकिस्तान के साथ मिलना चाहते हैं ??



अब की बार लोकाटी ने एक सीरियस मूड बनाते हुए कहा कि हां तुम ठीक कह रही हो, जब हमारी सरकार हमारे साथ अन्याय करेगी और हमारे अधिकार हमें नहीं देगी तो हमारे लोग अपने अधिकार लेने के लिए विरोध तो करेंगे ही। यही कारण है कि वह पाकिस्तान के साथ मिलना चाहते हैं। लोकाटी की बात पूरी होने पर अंजलि ने पूछा मगर आप तो वहां के मुख्यमंत्री हैं, आप क्यों नहीं हल करते लोगों के मुद्दों।को बल्कि मैंने तो सुना है कि आप खुद भी पाकिस्तान के साथ मिलना चाहते हैं और वहां होने वाले अलगाववादी आंदोलनों को हवा देने में भी आपकी महत्वपूर्ण भूमिका है। यह कहते हुए अंजलि के होंठों पर एक मुस्कान थी।



लोकाटी कुछ देर ठहरा और अंजलि की आँखों में आँखें डाले देखता रहा, फिर बोला ये बात तो किसी समाचार बुलेटिन में नहीं बताई गई . इस पर अंजलि ने एक हल्का सा ठहाका लगाया और बोली राफिया एक समाचार बुलेटिन से कम है क्या? कल हम दोनों चाचा इरफ़ान की कुछ तस्वीरें देख रहे थे तो इसमें आपकी फोटो भी आई और मैंने जब राफिया से आपके बारे में पूछा तो उसने मुझे विस्तार से ये बातें बताई थीं। बल्कि उसका कहना तो ये था कि आपका यहाँ आने का उद्देश्य यह है कि आप अपने लोगों के अधिकारों के लिए हमारी सरकार से बातचीत कर सकें और उनके मुद्दों का समाधान करने के लिए पाकिस्तान सरकार आपकी मदद करे। 



लोकाटी ने अब की बार मुस्कुराते हुए कहा कि अपने लोगों के अधिकारों की बात करना गलत है क्या ???



इस पर अंजलि बोली, अरे नहीं मैं ऐसा कब कहा। बल्कि मैं तो आपसे प्रभावित हुई हूँ कि अपने लोगों को अधिकार दिलाने के लिए अपने देश के भ्रष्ट शासकों के सामने खड़े है, इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है। एक मुख्यमंत्री को यही करना चाहिए कि अपने लोगों के अधिकारों के लिए किसी भी हद तक जाए . आप अपने लोगों को उनके अधिकार नहीं दिलवा सकते तो आपको कोई अधिकार नहीं आप उस प्रांत पर शासन करें। अब लोकाटी थोड़ा सामान्य हुआ, कुछ हल्का हल्का शराब का नशा भी शुरू हो गया था, दूसरा जाम भी वो खाली कर चुका था। वह अब अंजलि को देखते हुए बोला, हां यह बात सही है कि मैं इन आंदोलनों का समर्थन करता हूँ। और मेरी पूरी कोशिश होगी कि मेरे प्रांत को इंडिया से अलग कर एक स्वतंत्र राष्ट्र बना सकूँ, या फिर कम से कम पाकिस्तान के साथ विलय की घोषणा कर सकूं। और इस प्रयास में काफी हद तक सफल भी हो चुका हूँ। मेरी जनता मेरे साथ है, बस इंडिया की आर्मी मेरे रास्ते का पत्थर है। अगर पाकिस्तान सरकार और सेना मिलकर भारत की सेना को आतंकवाद और तालिबान के खिलाफ उलझाए रखे और भारत की सेना का ध्यान मेरे प्रांत से हट जाए तो किसी भी समय यह घोषणा कर सकता हूं और तब तुरंत पाकिस्तान सरकार मदद के लिए अपने सुरक्षा बलों को कश्मीर में प्रवेश कर देगी तो भारत असहाय होगा वह हमारे खिलाफ कुछ नहीं कर सकेगा। और इस काम में अमेरिका और इजरायल भी हमारे साथ हैं, जैसे ही मैं घोषणा करूंगा, पहले इसराइल और फिर अमेरिका हमारी स्वतंत्र स्थिति की पहचान कर विश्व स्तर पर हमारी स्वतंत्रता को वैधता दे देंगे



लोकाटी की ये बातें सुनकर अंजलि अंदर ही अंदर उसकी माँ बहन एक कर रही थी मगर चेहरे पर मुस्कान सजाए उसने लोकाटी की सराहना की और कहा कि यह तो बहुत अच्छी बात है। अगर ऐसा हो जाता है तो इतिहास में आपको हमेशा याद रखा जाएगा, गांधी जी और जिन्ना के साथ आपका नाम भी होगा कि आपने भी अपने लोगों पर होने वाले उत्पीड़न के खिलाफ अकेले ही आवाज उठाई और उन्हें उनके अधिकार दिलवाने के लिए अपनी जान तक को जोखिम में डाल दिया। 



अंजलि की यह बात सुनकर लोकाटी मुस्कुराया और बोला अजी हमारी जान तो इस समय आपके कदमों में हैं। यह सुनकर अंजलि मुस्कुराई और अपनी जगह से उठकर फिर से लोकाटी के हाथ का खाली जाम पकड़ा और एक नया जाम बना कर ले आई, लेकिन इस बार उसने लोकाटी के आगे अपना खाली हाथ बढ़ाया और बोली- आइए जरा बाहर चलते हैं टेरेंस पर । लोकाटी ने तुरंत अंजलि का बढ़ा हुआ हाथ थामा और अपनी जगह से खड़ा हो गया, अंजलि अब लोकाटी को लेकर टेरेंस पर चली गई। यह छोटा सा एक टेरेंस था और यहाँ से मुर्री के बीच का दृश्य बहुत स्पष्ट नजर आता था मगर रात होने के कारण बाहर पूरी तरह अंधेरा था, बीच खाली था और पानी की सफेद लहरें सफेद सफेद दिखाई दे रही थीं। समुद्र स्तर से ऊपर आकाश में आधा चांद भी बहुत सुंदर लग रहा था और टेरेंस पर भी महज चंद्रमा का ही प्रकाश था। हवा में हल्की हल्की नमी थी और किसी भी युवा जोड़े के लिए ऐसे टेरेंस पर एक साथ समय बिताना एक बहुत ही एक्साईटड बात हो सकता है। मगर इस समय यहाँ कोई युवा जोड़ा नहीं था। दोनों में 2 पीढ़ियों का अंतर था। एक तरफ 20 वर्षीय छुई मुई सी सुंदर अंजलि तो दूसरी ओर उसके दादा की उम्र का एक 70 वर्षीय बुढ्ढा जिसको उस समय जवान होने का शौक चढ़ा जा रहा था। 



टेरेंस पर पहुंचकर अंजलि ने अपने हाथ से एक जाम लोकाटी को पिलाया जो एक बच्चे की तरह अंजलि के हाथों से जाम पीने लगा। कुछ तो उसको पहले चढ़ चुकी थी कुछ अंजलि के सेक्सी बदन ने उस पर नशा कर दिया था और अब फिर से एक जाम एक ही सांस में अंजलि के हाथों से पीकर लोकाटी पूरी तरह टन हो चुका था।जाम समाप्त होने के बाद अंजलि ने खाली गिलास एक साइड पर रख दिया और खुद टेरेंस के बाहर वाली साइड पर मौजूद जंगले पर हाथ रखकर झुक कर खड़ी हो गई। झुककर खड़ी होने से अंजलि की नेट की नाइट थोड़ी टाइट हो गई और उसके चूतड़ों के आसपास जाली थोड़ी खुल गई। अंजलि के 32 आकार के चूतड़ जब झुकने की वजह से बाहर निकले तो चूतड़ों का उभार उसकी टांगों के ऊपर अलग ही नजर आ रहा था . अंजलि ने हाई पेंसिल एड़ी की सेंडल पहन रखी थी जिसकी वजह से वह और भी ज्यादा सेक्सी लग रही थी। लोकाटी भी अंजलि के साथ आकर खड़ा हो गया और अपना चेहरा अंजलि की ओर कर लिया। फिर अंजलि के मम्मे उसकी नाइटी से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे और लोकाटी अपनी नज़रें उन पर जमाए हुए था .



अंजलि समझ गई थी कि अब लोकाटी बहुत गर्म हो चुका है और अब उसे ज्यादा देर तक रोका नहीं जा सकता। मगर फिर भी अंजलि ने थोड़ा और तूल देने के लिए लोकाटी से उसकी फैमिली के बारे में पूछा तो लोकाटी ने बताया कि उसकी एक बेटी है जो लगभग 30 साल की है। इसके अलावा 2 बेटे हैं जो लंदन में रहते हैं। अंजलि ने लोकाटी से उसकी पत्नी के बारे में पूछा तो लोकाटी ने ठंडी आह भर कर कहा उसको गुज़रे 25 बरस हो चले हैं। इस पर अंजलि ने अफसोस करने की बजाय मुस्कुरा कर लोकाटी को देखा और बोली फिर आप गुजारा कैसे करते हैं ??? अंजलि की द्वइर्थी मुस्कान देखकर लोकाटी के चेहरे पर भी एक शातिर मुस्कान आई और बोला दुनिया हसीन लड़कियों से भरी पड़ी है। और जहां धन की चमक हो वहाँ हर कोई मेरे बिस्तर को गर्म करने के लिए तैयार रहती है। यह कहते हुए उसने अपना हाथ समीरा के कंधे पर रख दिया और हौले हौले उस पर हाथ फेर कर अंजलि के मखमली शरीर का स्पर्श महसूस करने लगा। अंजलि ने भी इसको रोका नहीं और उसको तुरंत जवाब दिया, और कहा , मगर मैं उन लड़कियों में से हरगिज़ नहीं जिसे किसी का धन प्रभावित कर दे। मेरे पापा के पास इतना पैसा है कि वो किसी भी बड़े से बड़े राज नेता को खरीद सकते हैं। अगर इस समय आप के साथ हूँ तो बस आपके प्रभावशाली व्यक्तित्व के कारण और आपका अपने लोगों के दर्द को महसूस करना मुझे प्रभावित कर गया


अंजलि की इस बात के दौरान लोकाटी का हाथ अंजलि के कंधे से होते हुए उसकी कमर तक पहुँच चुका था।अंजलि की स्ट्रेची बल खाती कमर ने हल्की सी अंगड़ाई ली मगर उसने इस बात का बुरा नहीं माना, जिसका नतीजा यह हुआ कि अब अकबर लोकाटी अंजलि के बिल्कुल साथ जुड़कर खड़ा हो चुका था और वह भी अंजलि की तरह अपना एक हाथ जंगले पर टिकाए झुक गया था मगर उसका दाहिना हाथ अब अंजलि के चूतड़ों तक पहुँच चुका था जिस पर अंजलि ने नशीली आँखों से लोकाटी को देखा जिसकी आँखे से भरी पड़ी थीं, अंजलि ने कहा लोकाटी साहब आप तो बहुत रोमांटिक हो रहे हैं। लोकाटी जिसका हाथ अब अंजलि के चूतड़ों को छू रहा था उसके बाँये नितंब हल्का सा दबा कर बोला इतनी सुन्दर और जवान हसीना साथ हो और पुरुष रोमांटिक न हो तो लानत है ऐसी मर्दानगी पर। यह सुनकर अंजलि ने एक जोरदार ठहाका लगाया और सीधी होकर खड़ी हो गई। क़हक़हा लगाते हुए वो थोड़ा पीछे हुई और फिर वापस सीधी खड़ी होकर लोकाटी के सीने पर हाथ रख दिया, जो अब खुद भी सीधा होकर खड़ा हो चुका था। 
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01-10-2019, 01:29 PM,
#65
RE: Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले
अंजलि ने लोकाटी की आँखों में आँखें डाल कर प्यार से देखा और बोली इस उम्र में भी आपकी मर्दानगी को दाद देना पड़ेगी। लेकिन। । । । । । इतना कह कर अंजलि कुछ देर के लिए रुकी तो लोकाटी जो शराब पीकर नशे से चूर था बोला मगर क्या ?? आगे भी बोलो न कुछ। । । 

अंजलि अब फिर से टेरेंस के जंगले पर हाथ रखकर झुक कर खड़ी हो गई और बोली खाली बातों से कुछ नहीं होता , मर्दानगी का सबूत भी तो देना पड़ता है ... यह कहते हुए अंजलि की आँखें लोकाटी की पेंट में बने उभार पर थीं। यह बात सुनकर लोकाटी अंजलि के पीछे जाकर खड़ा हो गया और अपने हाथ उसकी कमर पर रख कर बिल्कुल साथ जुड़ गया। वैसे तो अंजलि का कद लोकाटी से काफी छोटा था मगर ऊँची एड़ी पहनने की वजह से अब अंजलि के नितंब और लोकाटी का लंड आपस में मिल रहे थे। अंजलि को भी अपनी गाण्ड पर लोकाटी का लंड लगा तो उसने हल्की सी आह ह ह आवाज निकाली और अपनी गाण्ड को हौले से पीछे की ओर धकेलते हुए लोकाटी के लंड के साथ और भी टाइट कर लिया। लोकाटी अब हौले हौले से अपने लंड को अंजलि की गांड के साथ रगड़ रहा था और साथ में उसकी कमर पर भी हाथ फेर रहा था। 

अंजलि भी लोकाटी को पूरा पूरा सहयोग दे रही थी। लोकाटी ने कुछ देर अपना लंड अंजलि की गांड पर रगड़ने के बाद पीछे हट कर अपने दोनों हाथ अंजलि के चूतड़ों पर रख दिए। उसके बड़े हाथों में अंजलि के नितंब बहुत आराम से आ गए जिन्हें वह हौले हौले दबाने लगा और अंजलि गाण्ड हिला हिलाकर आह आह ऊच की आवाजें निकालने लगी। अंजलि की बाहर निकली हुई गाण्ड बहुत सेक्सी लग रही थी और लोकाटी उसका भरपूर मज़ा ले रहा था। काफी समय बाद उसको कोई इतनी जवान और हसीन लड़की मिली थी सेक्स के लिए वरना इससे पहले तो वो कॉल गर्ल्स पर ही गुजारा कर रहा था। लोकाटी ने अब अंजलि के चूतड़ों पर हाथ फेरते फेरते अपना एक हाथ उसकी बाएं पैर पर फेरना शुरू कर दिया था। और फिर उसने धीरे धीरे बाएं पैर से अंजलि की बारीक नाइटी को भी हटाना शुरू कर दिया, जिसमे पहले से ही आधी थाई नंगी थी अब पूरी थाई नग्न हो चुकी थी और लोकाटी उस पर अपना हाथ फेर फेर कर अंजलि के शरीर से गर्मी पा रहा था। लोकाटी का हाथ अंजलि की नरम और मुलायम थाई से होता हुआ धीरे धीरे उसके बाएं नितंब तक पहुँच चुका था जहां से वह अभी नाइटी हटा चुका था और नितंब नंगा था। लोकाटी ने मुट्ठी भर कर अंजलि के बाँये नितंब को जोर से दबाया तो अंजलि की एक हल्की सी सिसकारी निकली और उसने अपनी गाण्ड और भी बाहर निकाल दी थी। 
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01-10-2019, 01:29 PM,
#66
RE: Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले
अब अंजलि अपने हाथों के साथ साथ रेलिंग के ऊपर इस हद तक गिर चुकी थी कि उसका सीना भी रेलिंग को छू रहा था और उसके 36 आकार के खूबसूरत गोल गोल मम्मे उसकी नाइटी निकलने के लिए पर व्याकुल हो रहे थे। मगर लोकाटी का सारा ध्यान इस समय अंजलि के चूतड़ों पर था जहां वह अब दाहिने पैर से भी नाइटी को ऊपर उठाकर अंजलि की कमर तक मोड़ चुका था और अंजलि के दोनों चूतड़ अब बिल्कुल नंगे थे। महज चूतड़ों की लाइन में अंजलि की पैंटी की एक पतली सी पट्टी थी जो उसकी गाण्ड के छेद को छिपाए हुए थी उसके अलावा चूतड़ों की दोनों पहाड़ियाँ अब लोकाटी हाथ में थीं जिन्हें वह जोर से अपने हाथों से दबाने के बाद अब अपने घुटनों के बल नीचे बैठ गया और अपनी ज़ुबान अंजलि के चूतड़ों पर फेर रहा था।अंजलि भी लोकाटी की ज़ुबान का मज़ा पाकर बेसुध हो रही थी और अपने चूतड़ों को हौले हौले गोल चक्र में घुमा कर सिसकियाँ भर रही थी

कुछ देर अंजलि के चूतड़ों पर ज़ुबान फेरने के बाद अब लोकाटी ने अंजलि के दोनों चुतड़ों को अपने हाथों से पकड़ा और उन्हें एक साइड पर कर खोल दिया और अब अपनी ज़ुबान गाण्ड की लाइन में रखकर पैन्टी के ऊपर से ही उसको चाटने लगा। चूतड़ों की लाइन में ज़ुबान का मज़ा पाकर अंजलि की चूत भी अब मचलने लगी थी और उससे निकलने वाले गाढ़े पानी ने अब अंजलि की पैन्टी को भी गीला कर दिया था। कुछ देर ज़ुबान फेरने के बाद लोकाटी ने अंजलि की पैन्टी की स्ट्रीप को पकड़ा और उसे खींच कर गांड की लाइन से बाहर निकाल कर दाँये चूतड़ की ओर मोड़ दिया। नीचे अंजलि के गोरे गोरे चूतड़ों के बीच की लाइन में अब अंजलि की थोड़ी काली गाण्ड और उसका छोटा सागोल छेद लोकाटी के सामने था जिस पर वह तुरंत अपनी ज़ुबान रख चुका था और तेजी के साथ अपनी जीभ की नोक से अंजलि की गांड चाट रहा था। लोकाटी की इस हरकत ने अंजलि के तन बदन में आग लगा दी थी और वह लगातार आह, आह .... और चाटो इसको, खा जाओ मेरी गाण्ड को ....अंदर तक ज़ुबान जोड़तोड़। बंद। उफ़ आह। आह आह। उम उम उम .... ऊच जैसी आवाजें निकाल रही थी। 

लोकाटी भी मगन होकर अंजलि की गांड चाटने में व्यस्त था, अंजलि की गांड से आ रही गंध और उसके शरीर से आने वाले गुलाब रस की महक लोकाटी को अपना दीवाना बना रही थी। लोकाटी ने अपना एक हाथ अंजलि के चूतड़ों के नीचले हिस्से पर रखा और हल्का सा दबाव डाला तो अंजलि समझ गई और जल्दी से अपनी टाँगें खोल दीं . पैर खोलने से न केवल अंजलि की गांड के छेद तक लोकाटी की ज़ुबान पहले से ज्यादा बेहतर तरीके से पहुंच रही थी बल्कि अब लोकाटी की 2 उंगलियां चूतड़ों के नीचे से होकर अंजलि की चूत तक पहुँच चुकी थीं जहां से वह अंजलि की पैन्टी हटा कर उसकी चूत पर उंगलियाँ रख चुका था। अंजलि की चूत से निकलने वाले पानी ने लोकाटी बता दिया था कि अंजलि चुदने के लिए बिल्कुल तैयार है। काफ़ी समय से अंजलि ने चुदाई नहीं करवाई थी आज वह लोकाटी का लंड लेने के लिए बेताब हो रही थी तभी उसकी चूत ढेर सारा पानी छोड़ कर अपनी उत्सुकता के बारे में लोकाटी को आगाह कर रही थी। मगर लोकाटी अभी अंजलि को और तड़पाने के मूड में था तभी उसने अंजलि की गांड को चाटना जारी रखा। 

अंजलि अब अपना सारा वजन रेलिंग पर डाले झुकी हुई थी और अपनी टाँगें खोल कर गाण्ड बाहर निकाले लोकाटी की ज़ुबान से अपनी गाण्ड चटवाने में व्यस्त थी। साथ ही अंजलि के मुँह से निकलने वाली मजे की सिसकारियाँ कम होने की बजाय बढ़ती जा रही थीं। खुले आसमान तले चाँद की रोशनी में 70 वर्षीय लोकाटी और 20 वर्षीय अंजलि पांच सितारा होटल में सेक्स का मज़ा उठा रहे थे। बीच-बीच में लोकाटी अंजलि के चूतड़ों को खोल कर अपने चेहरे का अधिकांश हिस्सा अंजलि के चूतड़ों में फंसाकर अंजलि की गांड के छेद को अपने दांतों से भी काटता जिस पर अंजलि का पूरा शरीर कांपने लगता और उसके मांस से भरे चूतड़ एकदम टाइट जाते। लोकाटी की इस हरकत से अंजलि की सेक्स की मांग उसकी अंतिम सीमाओं तक को छू रही थी। और उसकी चूत अभी तुरंत एक लंड की मांग कर रही थी मगर लोकाटी अंजलि की कुंवारी गांड को छोड़ने के लिए अभी नही था


अंततह अंजलि ने खुद ही सिसकियों के साथ कहा जान बस भी करो अब मेरी चूत की प्यास बुझाओ ना। इतना सुनना था कि लोकाटी अब अपनी जगह से खड़ा हुआ और अपनी पैंट की जिप खोल कर पेंट घुटनों तक नीचे उतार दी। पेंट उतरते ही लोकाटी का 7 इंच का लंड लहराता हुआ बाहर निकला। जबकि उसमे जवान लंड वाली सख्ती नहीं थी मगर फिर भी वो इस लायक था कि वह किसी भी जवान योनी की प्यास बुझा सकता था। लंड बाहर निकालने के बाद लोकाटी ने अपने लंड पर थूक लगाया और उसको लंड की टोपी पर मसल कर लंड को 2, 3 झटके लगाए जबकि अपने दूसरे हाथ से उसने अंजलि की चूत को पकड़ रखा था और अपनी 2 उंगलियां चूत में डाली हुई थीं । अब लोकाटी ने अंजलि की चूत से अपनी उंगलियों निकाली और उसकी कमर पर हल्का सा दबाव डाला तो अंजलि ने अपनी गाण्ड को और भी बाहर निकाल दिया और कमर को आगे नीचे झुका लिया . 
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01-10-2019, 01:29 PM,
#67
RE: Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले
अब लोकाटी ने अपने लंड की टोपी को पकड़ा और अंजलि के चूतड़ों के नीचे से ले गया उसकी चूत के छेद पर फिट किया। अपनी चूत के छेद पर लंड की टोपी महसूस कर समीरा ने एक जोर की सिसकी ली और मदहोश होती हुई बोली डाल दो जान इसको मेरी चूत में। फाड़ दो मेरी चूऊऊओ ........ इससे पहले कि अंजलि की बात पूरी होती लोकाटी ने एक जोरदार धक्का लगाया और उसके लंड की टोपी अंजलि की चिकनी चूत में आसानी से स्थान बना चुकी थी। अंजलि के पैर अभी भी खुले हुए थे मगर उसकी चूत एक दम टाइट हो गई थी, समय समय बाद चूत ने जब लंड की टोपी को अपने अंदर पाया तो उसने लंड को जोर से जकड़ लिया था। लोकाटी को अंजलि की चूत की पकड़ और उसकी चिकनाहट ने बहुत मज़ा दिया, कुछ सेकेंड ठहराने के बाद लोकाटी ने अपने लंड को थोड़ा वापस खींचा तो अंजलि ने भी अपनी चूत को ढीला छोड़ दिया क्योंकि वह जानती थी कि ये 70 वर्षीय बूढ़े का लंड है और इसमें इतनी सख्ती नहीं कि अंजलि जैसी जवान लड़की की टाइट चूत में बा आसानी जा सके, और अगर अंजलि अपनी चूत को और टाइट रखेगी तो यह लंड अंदर जा ही नहीं सकता था इसीलिए अंजलि ने तुरंत अपनी चूत को ढीला छोड़ दिया ताकि लंड चूत की गहराई तक उतर सके। 

अब लोकाटी ने एक और धक्का लगाया मगर अब की बार भी मात्र टोपी ही चूत के अंदर जा सकी। फिर लोकाटी ने एक बार फिर से जोरदार धक्का लगाया तो टोपी के साथ लंड का कुछ हिस्सा अंजलि की चूत में घुस आया जिससे अंजलि की एक सिसकी निकली। अंजलि ने अपनी चूत को पूरा ढीला छोड़ा हुआ था उसका लाभ उठाते हुए लोकाटी ने एक बार फिर लंड थोड़ा बाहर निकाल कर एक जोरदार धक्का लगाया तो आधे से अधिक लंड अंजलि की चिकनी चूत में फिसलता चला गया। फिर अंजलि की सिसकारी निकली और अबकी बार उसने लंड को फिर से जकड़ लिया था जैसे कभी छोड़ने का इरादा ना हो अब की बार लोकाटी ने फिर कुछ देर इंतजार किया। अंजलि की चूत की जकड़ लंड पर बहुत मजबूत थी जिसका लोकाटी बहुत मज़ा आ रहा था। बहुत समय बाद ऐसी टाइट और चिकनी चूत लोकाटी को नसीब हुई थी। वह उसका भरपूर मजा उठाना चाहता था।कुछ देर ठहराने के बाद लोकाटी ने फिर से धक्का मारने के लिए लंड थोड़ा सा बाहर निकालना चाहा तो उसको विफलता मिली क्योंकि अंजलि की चूत की पकड़ बहुत मजबूत थी लोकाटी के लोड़े पर। मगर लोकाटी ने जोर के साथ लंड बाहर खींचा तो चूत की चिकनाहट के कारण लंड थोड़ा बाहर तो आया मगर उसने अंजलि की चूत की दीवारों को बुरी तरह रगड़ दिया था जिससे अंजलि को बहुत मज़ा आया। अब फिर से अंदर धक्का लगने लगा था इसीलिए अंजलि ने फिर से अपनी चूत को ढीला छोड़ा और एक जोरदार झटके की बदौलत लोकाटी का पूरा 7 इंच का लंड अंजलि की चूत की गहराई में उतर चुका था

अब लोकाटी ने बिना रुके अंजलि की चिकनी चूत में धक्के मारने शुरू कर दिए थे, अंजलि के चूतड़ जब लोकाटी की नाभि के निचले हिस्से से टकराते तो रात की खामोशी में धुप्प धुप्प की आवाज पैदा होती जिससे चांदनी रात का यह माहौल और भी अधिक सेक्सी हो रहा था और लोकाटी की चोदने की गति भी तेज हो रही थी। अंजलि लोकाटी के हर धक्के को एंजाय कर रही थी, जैसे ही लोकाटी चूत में धक्का मारने लगता अंजलि अपनी चूत को टाइट कर लेती जिससे लंड चूत की दीवारों के साथ रगड़ खाता हुआ बड़ी मुश्किल से अंदर जाता , मगर इससे फायदा यह हुआ कि लोकाटी और अंजलि दोनों ही चुदाई बहुत ज्यादा एंजाय कर रहे थे और जब लोकाटी ने लंड बाहर निकालना होता तो अंजलि चूत को ढीला छोड़ देती कोई 5 मिनट तक लोकाटी अंजलि को यूंही पीछे से चोदता रहा और टेरेंस पर धुप्प धुप्प की सुरीली आवाज अंजलि की सेक्सी सिसकियों के साथ वातावरण में गर्मी पैदा करती रहीं। 5 मिनट की अविराम चुदाई के बाद लोकाटी ने अंजलि की चूत से लंड बाहर निकाला तो वह पूरी गीला था। उस पर अंजलि की चूत का गाढ़ा पानी लगा हुआ था जिसने लोकाटी के पूरे लंड को चिकना कर दिया था। 

अब अंजलि सीधी खड़ी हुई और लोकाटी की ओर मुँह करके अपनी एक टांग ऊपर उठा ली जिसको लोकाटी ने अपने हाथ से सहारा दिया और दूसरे हाथ से अपना गीला लंड फिर से अंजलि की चूत पर सेट किया और एक जोरदार धक्के से लंड पुनः अंजलि की चूत में उतार दिया। लोकाटी का लंड फिर से अंजलि की चूत में जाकर चुदाई कर रहा था जबकि अंजलि के होंठ अब लोकाटी के होंठों को चूसने में व्यस्त थे। बल्कि अगर यह कहा जाए कि लोकाटी अंजलि के होंठों को चूस रहा था तो ज्यादा बेहतर होगा। अंजलि के नरम और मुलायम गुलाब की पंखुड़ियों जैसे होंठों का रस लोकाटी कभी अपने होंठों से तो कभी अपनी जीभ से चूसने में व्यस्त था जबकि नीचे से उसका लंड अंजलि की चूत का रस चूस रहा था। इस स्थिति में अंजलि अपनी चूत को टाइट नहीं कर पा रही थी जिसकी वजह से लंड बहुत ही धाराप्रवाह और उच्च गति के साथ अंजलि की चूत की खुदाई करने में व्यस्त था। जबकि अंजलि के मम्मे अब तक उसके ब्रा की कैद में थे लेकिन मम्मों का ऊपरी हिस्सा नाइटी से बाहर निकल कर एक जेली की तरह हिल रहा था, मगर लोकाटी की नजरें इस सुंदर दृश्य को देखने से वंचित थीं क्योंकि वह अंजलि के होंठों से अमृत पीने में व्यस्त जो था। 

अंजलि की प्यासी चूत को अब तक की चुदाई से काफी आराम मिला था यही कारण था कि कुछ और जानदार धक्कों के बाद अंजलि की चूत ने लोकाटी के लंड पर अपने प्यार की बारिश कर दी और लोकाटी का पूरा लंड और पेट का निचला हिस्सा अंजलि की चूत के पानी से गीला हो गया। चूत से पानी निकालते हुए अंजलि एक पल के लिए स्तब्ध हो गई थी और उसने लोकाटी के होंठों को अपने दांतों में लेकर भींच लिया था। लोकाटी को दर्द तो हुआ मगर वह जानता था कि अंजलि अपनी अंतिम स्टेज पर पहुंच चुकी है, तब कोई प्रतिक्रिया उचित नहीं इसीलिए वह यह दर्द सहन कर गया और अंजलि ने आह आह आह ..... उफ़ ........ की सिसकियों के साथ अपनी चूत का रस लोकाटी के लंड और उसके पेट पर निकाल दिया


जैसे ही अंजलि को चूत का पानी निकालने के बाद आराम मिला और वह रिलैक्स हुई तो लोकाटी ने फिर से अपने लंड के धक्के अंजलि की चूत में लगाने शुरू कर दिए। अब अंजलि की चूत पहले से अधिक गीली और चिकनी थी इसीलिए लोकाटी का लंड पूरी स्वतंत्रता के साथ अंजलि की चूत को चोदने में व्यस्त था। 

अब लोकाटी ने अंजलि के होंठों को छोड़ा तो उसकी नज़र अंजलि के सुंदर गोलमोल मम्मों पर पड़ी जो एक जेली की तरह अंजलि की नाइटी के अंदर हिल रहे थे और बाहर निकलने को मचल रहे थे। मम्मों पर नज़र पड़ते ही लोकाटी के मुंह में पानी आ गया और उसने अंजलि की टांग जो अपने हाथ में उठा रखी थी वापस जमीन पर रख दी और अंजलि की नाइटी उतार कर साइड में फेंक दी। अब अंजलि के दोनों पैर जमीन पर होने की वजह से उसकी चूत काफी टाइट हो गई थी और लोकाटी थोड़ा अपनी कमर को पीछे को झुकाकर अंजलि की चूत में धक्के लगा रहा था। अंजलि के बदन पर अब सिर्फ एक ब्रा था जिसमें उसके मम्मे कैद थे जबकि उसकी पैन्टी अब तक अंजलि के बदन पर मौजूद थी मगर उसकी स्ट्रीप को साइड पर हटाकर लोकाटी अंजलि की चुदाई कर रहा था। थोड़ी देर तक इसी स्थिति में अंजलि को चोदने के बाद लोकाटी की मर्दानगी ने भी एक अंगड़ाई ली और उसने अंजलि को चूतड़ों से पकड़ कर ऊपर उठा लिया और अंजलि ने भी तुरंत अपनी टाँगें लोकाटकी कमर के गिर्द लपेट लीं अब लोकाटी ने ऐसे ही खड़े खड़े अंजलि की चूत में एक बार फिर अपने लंड की मदद से खुदाई शुरू की और इस बार उसकी गति पहले से काफी तेज थी और लोकाटी खुद थोड़ा झुककर अपनी ज़ुबान अंजलि के गोरे चिट्टे गोलमोल हिलते हुए मम्मों पर फेरने की कोशिश कर रहा था। अंजलि भी अपने हाथों को लोकाटी की गर्दन में डाल थोड़ा पीछे झुक गई थी ताकि लोकाटी ठीक से अंजलि के सेक्सी बूब्स का नज़ारा कर सके। 

अंजलि को चुदाई करवाते हुए 10 मिनट होने को थे और लोकाटी का बूढ़ा लंड ज़्यादा चुदाई करने की हिम्मत नहीं रखता था, तभी अंजलि को गोद में ही उठाए लोकाटी के धक्के तूफानी गति से तेज हो गए और अंजलि समझ गई कि अब लोकाटी गंतव्य पर पहुंचने वाला है। लोकाटी को चुदाई का अंतिम मज़ा देने के लिए अंजलि ने अपनी चूत को एक बार फिर टाइट कर लिया, लेकिन इस बार उसकी टाइट चूत लोकाटी के लोड़े के तूफानी धक्कों का सामना करने की स्थिति में नहीं थीं, चूत टाइट होने के बावजूद लोकाटी के तूफानी धक्कों की गति में कोई कमी नहीं आई लेकिन चूत टाइट होने के बाद लोकाटी के मजे की तीव्रता से सिसकियाँ निकलने लगी, आह आह की कुछ आवाजों के साथ लोकाटी के लंड ने अपना सारा पानी अंजलि की चूत के अंदर निकाल दिया। कुछ और धक्के लगाने के बाद जब सारा पानी निकल चुका तो अंजलि लोकाटी की गोद से उतर आई। नीचे उतर कर अंजलि ने अपनी पैन्टी को सही किया और फिर से अपनी चूत और गाण्ड को अपनी पैन्टी से छिपा लिया जबकि लोकाटी ने अपनी पेंट जो घुटनों तक उतार दी थी और अब उसके पांव में पड़ी थी वह पूरी उतार दी। अंजलि ने अपनी नाइटी उठाकर लोकाटी के गले में डाल दी और उसके मुरझाए हुए लंड को पकड़कर खींचती हुई वापस कमरे में ले गई लोकाटी को सोफे पर बिठाने के बाद अब सेक्सी अंजलि लाल रंग की ब्रा और पैन्टी अपने गोरे बदन पर सजाए रेफ्रिजरेटर की ओर जा रही थी जहां से उसने खुद के लिए जूस निकाला और लोकाटी के लिए एक और तेज जाम तैयार किया जो लोकाटी को उसके होश से बेगाना करने के लिए पर्याप्त था
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01-10-2019, 01:29 PM,
#68
RE: Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले
5 मिनट की ड्राइव के बाद राफिया ने कार समुद्र तट पर एक सुंदर हट के पास रोक ली, कार से आवश्यक सामान लिया और रूफ बंद करने के बाद कार लॉक की और इमरान को अपने पीछे आने का इशारा किया। समुद्र के बिल्कुल करीब यह जगह बहुत सुंदर मालूम हो रही थी चाँद की हल्की रोशनी में पानी की लहरों का शोर और रात का सन्नाटा बहुत ही सुंदर दृश्य प्रस्तुत कर रहा था उस पर साथ में राफिया जैसी लड़की जो खुद ही अपना शरीर इमरान के हवाले करने के लिए मरी जा रही थी, इमरान की तो जैसे ईद ही हो गई थी। राफिया के पीछे चलते चलते कुछ ही देर में इमरान अब समुद्र के किनारे बने हुए हट के करीब पहुंच चुका था। यहाँ पर कई हट थे और रात के 2 बजे के करीब भी यहाँ पर युवा जोड़े समुद्र की लहरें देखने के लिए एक दूसरे के साथ इधर उधर टहल रहे थे। उनके हुलिए और चाल ढाल से ही लग रहा था कि उनका संबंध हाई फ़ाई लोगो से है। 

एक विशिष्ट हट के सामने जाकर राफिया रुक गई यहाँ पर एक सुरक्षा गार्ड कुर्सी पर विराज मान था। राफिया को देखते ही वह अपनी कुर्सी से खड़ा हुआ और राफिया को सलयूट करने के बाद आगे बढ़कर इमरान के हाथ में मौजूद समान पकड़ लिया। राफिया सीधी हट में दाखिल हुई इमरान भी उसके पीछे पीछे चलने लगा। अंदर जाकर मुख्य कक्ष में पहुंचकर सामने पड़े सोफे पर राफिया ने अपना हैंडबैग फेंका और सोफे पर ढेर हो गई। सारे दिन की यात्रा से वह बहुत थक चुकी थी। इमरान भी उसके साथ वाले सोफे पर बैठ गया और अपना सिर सोफे की पिछली साइड पर रखकर आँखें बंद कर ली . वो भी काफी अधिक थक चुका था, पिछली रात भी सही तरह से सो नहीं पाया था और फिर इतने लंबे सफर में ज्यादातर उसी ने ड्राइव की थी। सुरक्षा गार्ड ने स्टोर रूम में सामान रखा और मुख्य कक्ष में आकर राफिया से मुखातिब होते हुए बोला बीबीजी जरूरत का सारा सामान हट में ही है, फिर भी अगर आपको किसी चीज की जरूरत हो तो मुझे किसी भी समय फोन कर सकती हैं । राफिया ने आँखें खोल कर उसकी ओर देखा और बोली हां ठीक है तुम जाओ अब। उम्मीद है सुबह तक कुछ नहीं होगा तुम आराम करो। यह कह कर उसने इमरान को देखा जो नींद की आगोश में जा चुका था, सोफे पर लेटते ही उसे नींद आ गई थी और उसके खर्राटे कमरे में गूंजने लगे थे।

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इमरान को शायद समीरा पसंद आने लगी थी, जब वो मुंबई से निकले थे उसे समीरा की चिंता थी, पहले उसने समीरा को फोन पर शॉपिंग मॉल से अच्छी तरह अपना ख्याल रखने की ताकीद की थी और अकबर लोकाटी के बारे में आवश्यक निर्देश दिए थे इसके बाद भी वो सारे रास्ते समीरा के बारे में ही सोचता रहा। और जब वह समीरा को होटल में छोड़ कर लौटा तब भी वह समीरा के बारे में चिंतित था कि न जाने वह अकबर लोकाटी को सही से संभाल भी पाएगी या नहीं और कोई काम की बात उगलवा सकेगी उससे या नहीं। और अकबर लोकाटी को अगर शक हो गया तो वह समीरा के साथ कैसा व्यवहार करेगा, यह सब बातें इमरान को परेशान कर रही थीं। यही वजह थी कि जैसे ही वह सोफे पर बैठा और उसे नींद आई तो उसके सपने में भी समीरा ही आई थी। वह सपने में भी समीरा को देख रहा था। मगर यह क्या ... ... ... सपने में तो वह समीरा के सुंदर शरीर को देख रहा था। डांस क्लब में जब समीरा को गोद में बिठाया था तो इमरान को एक अजीब सा नशा महसूस हुआ था, उसके शरीर से एक खुशबू आई थी जिसे वह अब तक भूल नहीं पाया था। उसके बाद भी समीरा के साथ बिताए हुए पल उसे याद आ रहे थे। और तो और नींद में भी अब उस समीरा ही दिख रही थी। शॉवर के नीचे बिना कपड़े स्नान लेती हुई समीरा को वह बहुत ध्यान से देख रहा था। समीरा के खुले बाल जो उसकी कमर तक आ रहे थे उसके शरीर के साथ चिपके हुए थे कुछ बाल उसके चेहरे पर थे और उनसे टपकता हुआ पानी उसके होठों से होता हुआ नीचे गिर रहा था। समीरा का नंगा शरीर जैसे किन्ही विशेषज्ञ मूर्तिकारों का बनाया हुआ मास्टर पीस था जिसमें कोई दोष नही था संगमरमर से तराशा हुआ बदन और उस पर पानी की बूँदें . ऐसा लगता था जैसे किसी सफेद प्रतिमा को दूध से स्नान कराया जा रहा हो। पानी की बहती हुई बूँदें समीरा की गर्दन से होते हुए उसके सफेद और गोरे बूब्स के ऊपर से होकर नीचे गिरती तो कुछ बूँदें उसकी क्लीवेज़ लाइन से होते हुए उसकी नाभि में जाकर गुम हो जाती . समीरा अपने हाथों से अपने बदन को मसल रही थी, वह कभी अपने दोनों हाथों को अपने पतले पेट पर फेरती तो कभी हाथ पेट से ऊपर ले जा कर अपने मम्मों को मसलने लगती। इस दौरान वह अपने गीले होठों को भी अपने दांतों में लेकर दबा रही थी। 

फिर समीरा ने शावर बंद किया और साथ दीवार पर लटकती टावल अपने शरीर पर लपेट कर इमरान की ओर आने लगी। समीरा के बदन पर टावल उसके मम्मों से शुरू होकर उसकी थाईज़ तक आ रहा था। टावल से भी उसकी क्लीवेज़ लाइन दिख रही थी और उसका गीला बदन किसी भी सोए हुए लंड को खड़ा करने के लिए पर्याप्त था। फिर समीरा अपनी कमर लचकाती हुई इमरान की ओर बढ़ने लगी, और फिर इमरान के ऊपर झुक कर उसने अपने गीले बालों को बड़े प्यार के साथ इमरान के चेहरे पर फेरा। बालों से टपकता हुआ पानी इमरान के चेहरे पर गिरा तो उसने भी बहुत प्यार के साथ समीरा को देखा। फिर समीरा ने अपने गीले बालों को इमरान के होठों पर फेरना शुरू किया तो उसके बालों से टपकता हुआ पानी इमरान ने अमृत समझ कर पी लिया। फिर समीरा ने बहुत प्यार के साथ इमरान का नाम लिया और कहा इमरान डार्लिंग उठो न, क्या हम यहाँ सोने आए हैं? इमरान जो समीरा के सपनों में गुम था सोचने लगा कि समीरा क्या कह रही है? समीरा ने फिर से इमरान को हौले से झिझोड़ा और बोली उठो ना जानू, इतनी सेक्सी लड़की तुम्हारे सामने है और आप सो रहे है ?? यह कह कर समीरा इमरान की गोद में बैठ गई

तभी इमरान की आंख खुली तो उसने देखा कि उसके सामने समीरा नहीं बल्कि राफिया थी। राफिया पर नज़र पड़ते ही इमरान एकदम से हड़बड़ा कर सीधा हुआ। राफिया इस बात से बेखबर कि इमरान किसके सपने देख रहा था इमरान से बोली कि खुद तो सो रहे हो, मगर तुम्हारा यह सोते में भी जाग रहा है। यह कहते हुए राफिया ने इमरान की गोद में बैठे-बैठे अपनी गाण्ड हिला कर लंड की ओर इशारा किया जो इस समय राफिया की गाण्ड के बिल्कुल नीचे था। समीरा के सपने देखते हुए इमरान का लोड़ा नींद में भी खड़ा हो गया था जिस पर अब राफिया बैठी थी। इमरान को समझ आ गया कि वास्तव में उसे नींद में शॉवर की आवाज आई होगी क्योंकि राफिया उसी कमरे में मौजूद बाथरूम में शॉवर ले रही थी तो इमरान के सपनों में समीरा आ गई और वह उसे नहाते हुए देखने लगा था। लेकिन अब इमरान की गोद में राफिया बैठी थी जिसने एक मामूली नाइट ड्रेस पहन रखा। ये ड्रेस इतना बारीक था कि गीले बदन के साथ चिमटा हुआ था और उसका शरीर बहुत स्पष्ट दिखाई दे रहा था। इमरान ने एक नज़र राफिया को उसके सिर से लेकर पांव तक देखा तो राफिया की गाण्ड के नीचे मौजूद लंड ने एक अंगड़ाई ली और इमरान से कानाफूसी करते हुए बोला चल बेटा आज इसी को चोद दे, समीरा हो या राफिया मुझे इससे क्या मुझे तो एक टाइट चूत चाहिए अपना लावा उगलने के लिए। इमरान ने अपने लंड की कानाफूसी से सहमत होते हुए और अपना एक हाथ राफिया की नग्न थाई पर रखकर उसे मसलने लगा और दूसरा हाथ रफिया के सिर के नीचे रख दिया और थोड़ा ऊपर उठ कर उसके मदहोश करने वाले मदमस्त होंठों पर अपने होंठ रख दिए। 

राफिया जो पहले से ही उसके लिए तैयार थी और एक रात पहले भी वो प्रयास कर चुकी थी इमरान के कसे हुए शरीर को देखकर रफिया की तीव्र इच्छा थी कि वो ऐसे मजबूत शरीर के मालिक आदमी से अपनी चूत की प्यास बुझवाए और अब वह मौका आ गया था। राफिया भला कैसे इस मौके को छोड़ती उसने भी तुरंत इमरान के चुंबन का जवाब दिया और उसके होठों को चूसना शुरू कर दिया। राफिया की गाण्ड की लाइन इस समय इमरान के लंड के ठीक ऊपर थी और वह अपनी गाण्ड हौले हौले हिलाकर इमरान के लंड का मज़ा ले रही थी। इमरान को भी राफिया की चूत में होने वाली हलचल का पूरा एहसास था पिछली रात और फिर लाहोर से मुर्री आते हुए रास्ते में कार में जो राफिया ने अपने पांवों की मदद से इमरान के लंड की मालिश की थी उसके बाद कार से उतर कर लंड की छूसा की थी मगर समय की कमी के कारण वह लंड को अपनी चूत की सैर नहीं करवा सकी थी अब वह संतुष्ट थी कि आखिरकार अब तो लंड चूत की सैर करेगा ही करेगा

इमरान ने कुछ देर चुंबन जारी रखा उसके बाद इमरान के हाथ रेंगते हुए राफिया के सीने तक आए और वहां से वह ठीक नाइट ड्रेस के ऊपर से ही अपने हाथ रफिया के 36 आकार के टाइट कसे हुए मम्मों पर रख दिए . राफिया ने नाइट ड्रेस के नीचे ब्रा नहीं पहनी थी जिसकी वजह से उसका नाइट ड्रेस उसके मम्मों के साथ चिपका हुआ था और गीला होने के कारण उसके गोरे मम्मे भी स्पष्ट नज़र आ रहे थे इस सेक्सी ड्रेस में ऊपर से रफिया के मम्मों पर छोटे गुलाबी निपल्स जो इस खड़े होकर सलामी दे रहे थे कि आओ हमें भी चूस लो . राफिया के मम्मे इमरान ने हौले से दबाए तो उसको पता चल गया कि उसके मम्मों को ज़्यादा दबाया नहीं गया काफी टाइट मम्मे थे। अब इमरान ने अपना एक हाथ रफिया के पैरों के नीचे डाला और दूसरा हाथ उसकी गर्दन के नीचे डाल कर राफिया को अपनी गोद में उठा लिया और सोफे से उठ खड़ा हुआ। राफिया ने भी अपनी दोनों बाहें इमरान की गर्दन के आसपास रखी और फिर उसके होठों को चूसने लगी। इमरान भी इसी तरह चलता चलता राफिया को बेड रूम में ले गया जहां हल्की लाइट जल रही थी और कमरे से सौंधी सौंधी खुशबू आ रही थी जैसे कुछ ही देर पहले किसी ने यहां एयर फ्रेशनर स्प्रे किया हो। बेड के आसपास गुलाब के गुलदस्ता पड़े थे और बेड पर लाल रंग की चादर बिछी हुई थी जिसके साथ तकिए पड़े थे जो दिल की शेप में बने हुए थे। इमरान ने राफिया को हौले से बेड पर फेंका तो राफिया ने तुरंत ही अपनी बाहें फैलाकर इमरान को अपने पास आने के लिए कहा। मगर इमरान ने थोड़ा पीछे हट कर अपनी शर्ट उतारी और उसके बाद अपनी शॉर्ट्स भी उतार दी .


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
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01-10-2019, 01:30 PM,
#69
RE: Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले
अब इमरान केवल अंडर वेअर में राफिया के सामने खड़ा था और इमरान का शरीर देखकर राफिया की आँखें खुली की खुली रह गई थीं। वह तो जैसे पत्थर की हो गई थी। इमरान को उसने अपने घर में पहली बार देखा था और उसके शरीर की मजबूती के लिए राजी तो वह पहले से ही थी मगर अब तो वह उस पर फिदा हो गई थी। और अंडर वेअर से बाहर निकलने की कोशिश करने वाला लंड भी राफिया के लिए काफी ग्लैमरस था। जब कि वह इसी लंड को पहले चूस भी चुकी थी मगर अब यह सोच कर कि इतना बड़ा लंड उसकी चूत में जाएगा राफिया के पूरे शरीर में गुदगुदी सी हो रही थी। 

अब राफिया अपनी जगह से उठी और बेड पर घुटने लगाकर पैर मोड़ करके खड़ी हो गई और अपने हाथ इमरान के मज़बूत सीने पर फेरने लगी। इमरान के जिस्म की दृढ़ता राफिया के नाजुक हाथों को बहुत प्यारी लगी थी कुछ देर इमरान के सीने पर उसकी 6 पैक बॉडी पर हाथ फेरने के बाद राफिया के मुंह से उसकी जीभ बाहर निकली और इमरान के सीने को चूसने लगी। राफिया ने अपनी ज़ुबान इमरान के सीने पर दाँये बाएं फेरना शुरू किया और फिर अपनी जीभ की नोक से इमरान की निपल्स को चाटना शुरू कर दिया, इमरान ने अपना एक हाथ राफिया के सिर पर रख लिया और उसे अपने निपल्स चाटते रहने को कहा और दूसरा हाथ उसने राफिया के चूतड़ों पर रख कर उन्हें अपनी मुट्ठी में दबा लिया। नाइट ड्रेस के ऊपर से ही रफिया के नितंब इमरान को बहुत सॉफ्ट लगे और वह धीरे धीरे उन पर मालिश करने लगा। कभी वह चूतड़ों को मुट्ठी में लेकर जोर से दबा देता और फिर एक थप्पड़ मारता उन पर और उसके बाद फिर से उनकी मालिश शुरू कर देता है। थप्पड़ लगने पर राफिया की हल्की सी सिसकी निकलती और वो इमरान के निपल्स को अपने दांतों में लेकर हल्का सा काट लेती जिससे इमरान को भी इमरान को मज़ा आ रहा था।

कुछ देर इसी तरह इमरान के निपल्स को चाटने के बाद अब राफिया धीरे धीरे नीचे की ओर आ रही थी। इमरान ने राफिया के चूतड़ों को छोड़ दिया था और राफिया नीचे झुकती चली गई यहाँ तक कि पेट से होते हुए अब उसकी ज़ुबान अंडर वेअर के ऊपर से ही इमरान के लंड की गर्मी को महसूस कर रही थी। फिर राफिया ने इमरान के अंडर वेअर को उसके घुटनों तक उतारा तो इमरान का लंड अंडर वेअर से निकलते ही ऐसे सीधा हो गया जैसे उसके नीचे कोई स्प्रिंग लगा हो जिसने जल्दी से लंड को ऊपर की तरफ खड़ा कर दिया हो। राफिया की नजरें एक बार फिर इमरान के लंड को देखकर चमकने लगीं थीं। 


राफिया ने इमरान के लंड को अपने एक हाथ से पकड़ कर अपने मुंह से लगाया और फिर मुंह खोलकर लंड अपने मुँह में डाल लिया और उसको कुलफी की तरह चाटने लगी। राफिया की लंड चटाइ में उस समय अजीब ही नशा था वह अपने दांतों , ज़ुबान और होंठों का बहुत अच्छी तरह इस्तेमाल कर रही थी, इमरान के लंड की टोपी को वह अपने होंठ और जीभ से चूसती और लंड की शाफ्ट पर अपने दांत हौले हौले रगड़ती जिससे इमरान को बहुत आनंद मिल रहा था। राफिया की लार से इमरान का लंड पूरा गीला हो चुका था और कुछ राफिया मुंह में इमरान के लंड निकलने वाली क्रीम भी मौजूद थी जिसे वह बार बार इमरान के लंड पर ही मसल रही थी। इमरान ने अपना एक हाथ लम्बा किया और राफिया के चूतड़ों से उसके नाइट ड्रेस को हटाकर ऊपर कमर तक ले आया। नीचे राफिया के चूतड़ बिल्कुल नंगे थे उसने कोई सी भी पैंटी नहीं पहन रखी थी। इमरान ने एक बार फिर राफिया के गोरे गोरे चूतड़ों को अपने हाथ से दबाना शुरू कर दिया। 34 आकार के रफिया के चूतड़ बहुत सेक्सी थे जो उसकी कमर के नीचे से बाहर गोलाई में निकले हुए थे और देखने वाले को आकर्षित करने के लिए पर्याप्त थे . राफिया की चुसाइ जारी थी साथ में इमरान ने राफिया के चूतड़ों को दबाने के साथ अपने हाथ की बड़ी उंगली को राफिया की चूत में फेरना शुरू कर दिया था जिससे राफिया की सिसकियाँ निकलना शुरू हो गईं थीं। 

थोड़ी देर और चुसाइ लगवाने के बाद इमरान ने राफिया को बेड पर लेटने को कहा तो वह तुरंत ही लेट गई, इमरान भी राफिया के ऊपर लेट गया लेकिन इस तरह कि इमरान का लंड राफिया के मुँह में था और इमरान का मुंह राफिया की चूत के ऊपर था। 69 की स्थिति में लेटकर दोनों एक दूसरे को मज़ा देने में व्यस्त थे। राफिया ने नीचे लेटकर इमरान का 8 इंच लंबा और मोटा लंड अपने मुँह में लिया हुआ था जिसको वह पूरा मुंह में लेने की कोशिश करती थी मगर आधे से कुछ ज़्यादा ही रफिया के मुंह में जा रहा था, साथ ही राफिया इमरान के आंडों को भी अपने हाथ में लेकर धीरे धीरे मसल रही थी जिससे इमरान मस्त मज़ा मिल रहा था। जबकि इमरान अपनी ज़ुबान राफिया की चिकनी चूत में रगड़ रहा था। राफिया की चूत के होंठ आपस में मिले हुए थे जिससे मालूम होता था कि उसने बहुत ही कम चुदाई का मज़ा लिया है। और सच भी यही थी कि सिर्फ दो तीन बार ही राफिया ने अपने पुराने प्रेमी अराज का 6 इंच लंड अपनी चूत में लिया था और वह भी 5 मिनट की चुदाई के बाद झड़ जाता था। चूत के हल्के गुलाबी और थोड़ा काले होंठ इमरान ने अपने हाथों से खोल रखे थे और बीच में मौजूद दाने को इमरान अपनी जीभ से लगातार रगड़ रहा था जिससे राफिया को बहुत मज़ा आ रहा था और वह बीच-बीच में इमरान के लंड को मुंह से बाहर निकाल कर सिसकियाँ भी लेती और इमरान को कहती खा जाओ जानेमन मेरी योनी को, खा जाओ इसको, जोर से चाटो, और जोर से .... सारा पानी निकाल दो उसका ... आह .... उफ़ ... और उसके बाद फिर से मुंह में लंड डाल कर चूसने लगती

इमरान भी अपनी जीभ राफिया की चूत में खूब घुमा रहा था। कभी वह चूत के लबों को खोलकर ज़ुबान अंदर डालने करने की कोशिश करता तो कभी उसके दाने पर जीभ फेरता और कभी चूत के बाहर उसकी कोमल और नाजुक योनी को चूसने लगा जो बालों से पूरी तरह मुक्त थी। राफिया भी लंड की चुसाइ लगाते लगाते कभी लंड को मुंह से निकालती और इमरान के आंडों को मुंह में डाल कर चूसने लगती उसके बाद फिर से लंड पर ज़ुबान फेरती, लंड की टोपी से लेकर लंड की जड़ तक ज़ुबान फेरते हुए रफिया अपने दांत भी लंड के साथ लगाती जिससे इमरान मस्त मज़ा मिलता। इमरान की ज़ुबान भी राफिया की प्यासी चूत में अपना जादू जगा रही थी और राफिया की चूत की सहनशक्ति अब खत्म होती जा रही थी। कुछ ही देर के बाद राफिया ने लंड अपने मुंह से निकाला और अपने चूतड़ों को थोड़ा ऊपर उठा लिया ताकि उसकी चूत इमरान के और करीब हो सके और वह अपने मुंह से उसे और अधिक आराम पहुंचा सके, इसके साथ ही राफिया का शरीर अकड़ना शुरू हो गया था। इमरान समझ गया कि अब राफिया की चूत पानी छोड़ने वाली है उसने तुरंत अपना मुंह साइड में कर लिया और एक उंगली राफिया की चूत में डाल कर जोर से हिलाने लगा। चूत ने अपने अंदर उंगली आते ही उसको जकड़ लिया और पानी का फव्वारा छोड़ दिया। राफिया की चूत पूरी तरह से अंदर से गीली हो गई थी और उसमें बाढ़ आ गई थी, राफिया के शरीर को लगातार झटके लग रहे थे, और हर झटके में पानी की एक स्प्रे उसकी चूत से निकलती। इमरान का पूरा हाथ राफिया की चूत के गाढ़े पानी से भर गया था जो उसने चादर से पोंछ कर साफ किया। 

जब राफिया के शरीर को आराम मिल गया तो वह फिर से इमरान के लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी, लेकिन अब की बार इमरान ने उसको मना कर दिया और खुद राफिया की टांगे खोलकर उसके बीच बैठ गया।राफिया समझ गई कि अब इमरान अपना लंड राफिया की नाजुक चूत में डालने वाला है। राफिया ने पहले कभी इतना बड़ा और लंबा लंड अपनी चूत में नहीं डाला था। आमतौर एशियाई लड़कियाँ लंबे लंड से भयभीत होती हैं मगर राफिया पर इस समय सेक्स का भूत सवार था उसकी चूत में इतना लंबा और मोटा लंड देखकर पानी आ रहा था और वह जल्द से जल्द इस लंड का मज़ा लेना चाहती थी, जैसे ही इमरान उसकी टांगों के बीच में बैठा राफिया भी अपने चूतड़ों को उठा कर और कमर को खींचकर इमरान के पास हो गई ताकि उसकी चूत और इमरान के लंड की दूरी कम से कम हो सके। इमरान भी राफिया की बेताबी समझ चुका था, उसने राफिया की दोनों जाँघो को पकड़ा और पहले उन पर हाथ फेरा और फिर उनको थोड़ा और खोलकर राफिया को चूतड़ों से पकड़ कर अपने और करीब कर लिया, फिर इमरान ने अपना लंड एक हाथ में पकड़ा और लंड की टोपी को राफिया की चूत के लबों पर धीरे धीरे रगड़ने लगा। जिससे रफिया की चूत के होंठ फड़कने लगे। उसकी बेताबी बढ़ती जा रही थी। फिर इमरान ने अपने लंड को पकड़ा और उसे जोर से राफिया की चूत पर मारा जिससे राफिया की सिसकियाँ निकल आईं। राफिया अब अपना सिर थोड़ा सा ऊपर उठा कर लंड और योनी का मिलन देखने की कोशिश कर रही थी मगर उसे लंड की टोपी ही दिख रही थी जो उसकी योनी पर मालिश करने में व्यस्त थी

राफिया ने सिसकती हुई आवाज में कहा इमरान प्लीज़, डाल दो ना अब इसको .... ज़्यादा मत तड़पाओ . यह सुनते ही इमरान ने लंड की टोपी को पकड़ कर योनी के छेद पर रखा और एक जोरदार धक्का लगाया जिससे इमरान का आधा लंड राफिया की योनी को चीरता हुआ अंदर घुस आया और कमरा राफिया की जोरदार चीखों से गूंज लगा। ओय हाइईईईईईईईईईईईईईईईईईईई मररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर गैिईईईईईईईईईईईईई....बाहर निकालो इसे, ओय माँ ...अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह. मैं मर गई .... इमरान कितने जालिम हो तुम .... कउफफफफफफफफफफफ्फ़ एफ। ... उफ़ .... बाहर निकालो प्लीज़ इसको मेरी चूत में मिर्च लग गई हैं। 

मगर इमरान भला कहां बाहर निकालने वाला था लंड को। उसने राफिया की चूत के होंठ अपनी उंगली से खोले और उसके दाने को भी मसलने लगा जिससे राफिया की सिसकियाँ निकलने लगीं और वह अपनी चूत को ऊपर नीचे हिलाने लगी। चूत ऊपर नीचे हिलाने से इमरान के लंड ने भी चूत में हरकत शुरू की और राफिया को दर्द के साथ साथ मज़ा आने लगा। कुछ देर ऐसे ही मज़े लेने के बाद राफिया को फिर जोरदार चीख मारनी पड़ी जब इमरान ने अपना लंड एक बार बाहर निकाला और बस टोपी ही अंदर रहने दी और एक जानदार धक्के से अपना 8 इंच का लोड़ा राफिया की नाजुक और तंग चूत में डाल दिया अब सिर्फ इमरान के आँड ही राफिया की चूत से बाहर थे बाकी पूरा लंड राफिया की चिकनी चूत में प्रवेश कर चुका था। 
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01-10-2019, 01:30 PM,
#70
RE: Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले
इमरान को ऐसा लग रहा था जैसे राफिया ने अपनी चूत टाइट कर रखी है, मगर ऐसा नहीं था, उसकी चूत थी ही इतनी टाइट जैसे किसी कुंवारी लड़की की चूत होती है। राफिया अब तड़पने लगी थी और बिन पानी मछली की तरह अपने शरीर को कभी दाईं ओर मारती तो कभी बाँई ओर और कभी अपने शरीर को ढीला छोड़ देती, मगर इमरान का लंड था कि राफिया की चूत से बाहर निकलने का नाम ही नहीं ले रहा था। कभी राफिया अपना सिर उठाकर ऊपर उठती और उसकी कमर दोहरी हो जाती और उसके बाद फिर से अपना सिर बेड पर पटक देती और इमरान से मिन्नतें करती कि प्लीज़ इमरान अपने लंड को बाहर निकालो, मेरी फट गई है। मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा ये दर्द। इमरान ने उसकी बात सुन कर कहा, तुम भी तो यही चाहती थी कि तुम्हारी फट जाए। बस थोड़ा सा दर्द सहन करो, फिर जितना तुम्हे दर्द हो रहा है उससे कहीं ज्यादा मजा आएगा। और तुम याद करोगी कि तुम्हें इमरान के लंड ने चोदा था। उसकी यह बात सुनकर राफिया ने कुछ गहरी गहरी सांस ली जैसे अपने साहस को एकत्र कर रही हो और फिर कुछ शांत होकर बोली अच्छा चलो ठीक है मजे लेने के लिए तैयार हूँ। मुझे ऐसे चोदो कि बार बार तुमसे ही चुदवाऊ 

इमरान ने कहा चलो फिर तैयार हो जाओ असली चुदाई के लिए। यह कहते ही इमरान ने राफिया की चूत में धक्के लगाने शुरू कर दिए। राफिया चूत दर्द की तीव्रता के कारण सूख चुकी थी इसीलिए जब इमरान ने धक्के लगाए तो पहले पहल तो राफिया को काफी तकलीफ हुई और वह अपना मुंह जोर से दबाए हुए दर्द को सहन करने की कोशिश करती रही, इमरान के लंड की नसें रफिया की चूत की दीवारों के साथ रगड़ खा रही थी और राफिया को वास्तव में ऐसा लग रहा था जैसे उसकी चूत में किसी ने हरी मिर्च डाल दी जिसकी जलन से उसकी चूत जल रही हो। मगर फिर धीरे धीरे चूत ने इमरान के लंड को अपने पानी से गीला करना शुरू किया तो इमरान का लंड धारा प्रवाह के साथ राफिया की चूत में अंदर बाहर होने लगा जिससे राफिया को कुछ आराम महसूस हुआ और अब वह हल्की हल्की चीखों के साथ सिसकियाँ भी ले रही थी जिससे पता लग रहा था कि अब उसे चुदाई का मज़ा आना शुरू हुआ है। कुछ देर की चुदाई से ही राफिया की चूत पूरी तरह से चिकनी हो चुकी थी। और अब इमरान का लंड बहुत ही आराम के साथ राफिया की चूत में धक्के लगाने में व्यस्त था 

इमरान अब राफिया के ऊपर लेट गया था और उसकी बारीक नाइट ड्रेस को भी उतार कर उसके नंगे मम्मों को अपने मुँह में लेकर चूस रहा था जैसे चोंसा आम को चूसा जाता है ऐसे ही इमरान राफिया के मम्मों को अपने हाथों से दबा कर उसके निपल्स को चूस रहा था जैसे अंदर से मम्मों का रस निकाल रहा हो . साथ ही इमरान अपने चूतड़ों को ऊपर नीचे हिला हिलाकर रफिया की चूत में अपना हल चलाने की कार्रवाई जारी रखे हुए था। नीचे चूत में 8 इंच का लंड और ऊपर से अपनी चुचियों को चूसा जाना राफिया को अब मदहोश कर रहा था और वह मजे की ऊंचाइयों पर पहुंच रही थी। उसकी चूत में धीरे धीरे गर्मी बढ़ती जा रही थी और अब वह अपनी चूत को इमरान के लंड के आसपास टाइट करने की भी कोशिश कर रही थी। कुछ देर और राफिया के गोल और कसे हुए मम्मों को आम की तरह चूसने और उसकी चूत में अपने लंड के अविराम धक्के लगाने के बाद अब इमरान लंड बाहर निकाले बिना ही करवट लेकर लेट गया और राफिया का मुँह अपनी तरफ कर लिया था। 

राफिया का एक पैर हवा में उठा कर इमरान ने नीचे से उसे अपने हाथ से सहारा दिया और खुद थोड़ा नीचे होकर लेट गया और फिर राफिया की चूत में अपने लंड को अंदर बाहर करना शुरू कर दिया। इस स्थिति में लेटने के बाद इमरान का लंड राफिया की चूत में सबसे इम्पोर्टेंट जगह यानी कि उसकी योनी में मौजूद जी स्पॉट को रगड़ कर रहा था। जी स्पॉट औरत की चूत का वह केंद्रबिंदु है जिस पर अगर चुदाई के दौरान लंड की रगड़ लगाई जाए तो औरत मजे की ऊंचाइयों तक पहुंच जाती है और इस मामले में उसकी चूत बहुत जल्दी पानी छोड़ देती है। राफिया को इस समय मजे की तीव्रता से अपनी सिसकियों को नियंत्रित करना मुश्किल हो रहा था। आह आह आह,ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह माई गॉड .... अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह माइ बेबी, फक मी हार्ड, आह आह ...... उफ़ उफ़फफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ .... यस बेबी, फक मी लाइक दट ...यस, यस यस .... आह आह आह आह ..... उफ़ उफ़ उफ़ .... आवो ... आवो ...... आह .... ऊच ..... डांट स्टॉप, फक मी, फक मी, आह आह ..... आईएम कमिंग बेबी ... डांट स्टॉप आई एम कमिंग अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मेरे राजा ..ज़ोर से पेलो हाईईईईईईई तुम्हारा ये हलब्बी लंड मज़ा आ गया मेरी जान हाइईईईईईईईईईई..मेरी चुतत्त्टटटतत्त तो गैिईईईईईईईईईईईईईई . कमरा राफिया की इन आवाजों से गूंज रहा था और कुछ और जानदार धक्के चूत के अंदर सहने के बाद राफिया की चूत ने इमरान के लोड़े को कसकर जकड़ लिया और उसका शरीर एकदम अकड़ गया मगर उसकी चूत ने कुछ झटके खाए और उसकी चूत में बाढ़ आ गई। राफिया की चूत ने ढेर सारा पानी छोड़ा था, आज से पहले उसकी चूत ने कभी इतना पानी नहीं छोड़ा था, जी स्पॉट पर इमरान के लंड के घर्षण ने उसकी चूत की गर्मी को इतना बढ़ा दिया था कि उसकी चूत से निकलने वाला पानी रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था।


इमरान ने इस दौरान अपने धक्के रोक दिए थे ताकि राफिया की चूत आराम से अपना पानी निकाल सके। कुछ देर राफियाके शरीर को झटके लगते रहे और उसकी चूत पानी छोड़ती रही। फिर जब सारा पानी निकल गया तो राफिया आराम से नीचे लेट गई और गहरी गहरी सांस लेने लगी। उसकी प्यास बुझ चुकी थी और अब वह पूरी संतुष्ट थी। इतना मज़ा कभी उसको अराज से चुदवाकर नहीं आया था जितना आज इमरान की चुदाई ने दिया था। मगर इमरान का लंड अभी भी खड़ा था और उसे भी अपना पानी निकालना था। 

जब राफिया की सांस बहाल हुई तो इमरान अपनी जगह से खड़ा हुआ और राफिया जो लेटी हुई थी उसको उठने को बोला। राफिया की नज़र लंड पर पड़ी तो वह हैरान हुई कि यहतो अभी तक खड़ा है, उसका विचार था कि इमरान भी राफिया के साथ ही फारिग हो चुका है। वह बोली अब और चोदना है मुझे ??? इमरान मुस्कुराया और बोला राफिया डार्लिंग अभी तो पार्टी शुरू हुई है .. यह कर उसने राफिया को उठने में मदद की, वह घुटनों के बल बेड पर बैठी थी, इमरान ने राफिया को मुँह दूसरी ओर करने को कहा और बोला बेड की सिरहाने के समीप होजाओ और उसका सहारा ले लो। राफिया बेड की टेक के पास गई और अपने हाथ टेक के साथ लगाकर अपनी गाण्ड बाहर निकाल ली। इमरान ने अपने लंड को हाथ में पकड़ कर उस पर थोड़ा थूक मसला और रफिया के 34 आकार के भरे हुए चूतड़ों पर एक जोरदार चमाट मारी, जिससे राफिया की सिसकी निकल गई, तो इमरान ने अपनी एक उंगली राफिया की चूत में घुसा तो वह सूखी पड़ी थी, इमरान ने चूत पर उंगली फेरना शुरू की और अपने लंड की टोपी को राफिया की गाण्ड पर रगड़ना शुरू किया। राफिया गाण्ड पर लंड लगते ही बोली नहीं इमरान यहाँ नहीं प्लीज़ ... इमरान ने कहा चिंता मत करो, तुम्हारी चूत गीली होजाय तो चूत में ही चुदाई करेंगे। फिर इमरान ने राफिया के चूतड़ों को खोलकर अपने लंड की मोटी गोल टोपी राफिया की गाण्ड के छेद पर रख दी। राफिया हौले हौले कांप रही थी जैसे उसे डर हो कि कहीं इमरान उसकी गाण्ड के बारीक छेद में ही अपना मोटा लंड ना घुसा दे। मगर इमरान का ऐसा कोई इरादा नहीं था। वह तो मात्र राफिया को जल्द से जल्द गर्म करना चाहता था ताकि उसकी चूत में चिकनाहट पैदा हो और वो फिर से राफिया की चुदाई शुरू कर सके

कुछ ही देर उंगली रगड़ने से राफिया की सूखी चूत गीली हो चुकी थी और फिर से लंड लेने के लिए तैयार थी। अब इमरान भी घुटनों के बल थोड़ा आगे हुआ और राफिया के चूतड़ों को पकड़ कर अपनी ओर खींचा, राफिया की कमर में थोड़ा बल आ गया था, वह हल्की सी आगे झुकी हुई थी बेड का सहारा लेकर जिसकी वजह से उसकी चूत तक इमरान के लंड की पहुंच आसान हो गई थी। इमरान ने अपने लंड की टोपी को राफिया की चूत पर सेट करके उसको थोड़ा रगड़ा और फिर धीरे धीरे उस पर दबाव बढ़ाना शुरू किया तो लंड सारे का सारा अंदर चला गया।इस दौरान राफिया की आहह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ..ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह.. आहह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ..... आह ...... चलती रही। जब सारा लंड अंदर चला गया तो इमरान ने एक बार टोपी के अलावा बाकी लंड बाहर निकाला और एक धक्का मारा। राफिया की फिर चीख निकली और इमरान का पूरा लंड अंदर फिसलता चला गया। एक बार फिर इमरान ने अपने लंड पूरा बाहर खींच लिया और उसके बाद थोड़ा जोर का धक्का मारा और लंड जड़ तक राफिया की चूत में चला गया, तो इमरान ने तेज़ी के साथ राफिया की चूत में धक्के लगाने शुरू कर दिए और राफिया की भी हल्की हल्की सिसकियाँ शुरू हो गईं। इमरान के हर धक्के में इमरान की नाभि के नीचे का हिस्सा राफिया के भरे हुए चूतड़ों से टकराता तो धुप्प धुप्प की आवाज आती, राफिया के चूतड़ भी जेली की तरह हिल रहे थे और धुप्प धुप्प की सेक्सी आवाजें निकाल रहे थे जबकि राफिया की सिसकियाँ वातावरण को और भी अधिक सेक्सी बना रही थीं। इमरान का एक हाथ राफिया के बाईं नितंब पर था और वो थोड़ा पीछे होकर अपने निचले हिस्से को आगे की ओर खींच कर तेज तेज धक्के लगा रहा था जिससे पूरा लंड राफिया की चूत में जाकर चुदाई कर रहा था। इस दौरान इमरान बीच-बीच में राफिया के मांस से भरे चूतड़ों पर थप्पड़ भी मारता जिस पर राफिया एक अऔच ऊच की आवाज निकालती

कुछ देर तक एक ही स्थिति में राफिया की जमकर चुदाई करने के बाद इमरान ने अपनी स्पीड धीरे धीरे स्लो कर ली और फिर बिल्कुल ही रुक गया। राफिया ने पीछे मुड़ कर देखा और बोली निकल गया ??? इमरान मुस्कुराया और बोला इतनी जल्दी भी क्या है जानेमन, अभी ज़रा तुम्हारी चिकनी चूत का जी भर कर मज़ा तो लेने दो। राफिया ने हैरानगी से इमरान की तरफ देखा और फिर धीरे धीरे अपनी गाण्ड हिलाना शुरू कर दी। राफिया इमरान के स्टेमिना से प्रभावित हुई थी वह पिछले 20 मिनट से चुदाई करवा रही थी और इमरान बिना रुके उसकी चूत में धक्के लगा रहा था मगर अब तक वह एक बार भी फारिग नहीं हुआ था। जबकि राफिया को पहले इमरान ने अपनी जीभ से चूत चाट कर फारिग करवाया फिर लंड को योनी में मारकर फारिग करवाया और अब राफिया को लग रहा था कि वह तीसरी बार भी फारिग होने वाली है

इमरान अब तक शांत था और राफिया अपनी गाण्ड हिला हिला कर खुद ही अपनी चुदाई कर रही थी, हालाँकि इस तरह चुदाई की गति बहुत धीरे थी मगर फिर भी राफिया और इमरान दोनों को ही इस तरह मज़ा आ रहा था।राफिया अपनी गाण्ड को गोल गोल घुमा कर ऊपर से नीचे और दाएं से बाएं गाण्ड घुमाते हुए इमरान के लंड की टोपी राफिया चूत की गहराई में उसकी चूत की दीवारों पर गोल गोल घूम रही थी। फिर राफिया ने थोड़ी देर के बाद अपनी गाण्ड को आगे पीछे हिलाना शुरू कर दिया और कोशिश करने लगी कि जब वो आगे की ओर जाए तो इमरान की टोपी उसकी चूत में ही रह जाए बाकी लंड बाहर निकल आए और जब वह वापस पीछे की ओर जाये तो सारे का सारा लंड उसकी चूत में गायब हो जाए। मगर उसकी सारी कोशिशों के बावजूद भी 3 इंच लंड उसकी चूत के बाहर ही रहता। थोड़ी देर और शांत रहने के बाद अब इमरान फिर से राफिया की चूत में अपना लंड हिलाने लगा और धीरे धीरे अपनी गति बढ़ाने लगा। अब की बार राफिया ने हिलना जुलना छोड़ दिया था मगर इमरान के हर धक्के पर वह आगे की ओर हो जाती और जब इमरान लंड बाहर निकालता तो राफिया अपनी गाण्ड को कुछ पीछे की ओर लाती और अगले धक्के पर फिर से आगे की ओर हो जाती, अब इमरान अपनी गति बहुत अधिक बढ़ा चुका था और राफिया की चूत में फिर खुजली होने लगी थी। जिसका मतलब था कि उसकी चूत फिर से पानी छोड़ने वाली है
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