Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
10-30-2018, 06:28 PM,
#61
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
रात के 10 बजे;

सॅम; हॉल में बैठा कुछ पढ़ रहा था कि तभी अचानक उसे पेन महसूस हुआ और देखते ही देखते वो पेन खौफनाक दर्द में तब्दील हो गया.

वो फिर से दर्द से करहाने लगता है

नजमा फीरोजा;और महक जल्दी से उसके पास आके बैठ जाती है और उसे पानी पिलाके उसका पसीना पोछने लगती है.
पर सॅम का दर्द बढ़ते ही जा रहा था

नजमा;आँखों के इशारे से फीरोजा को कुछ कहती है
और फीरोजा सॅम को खड़ा करके उसकी पॅंट नीचे खिसका देती है

वो अपनी नाइटी भी नीची करके सॅम के लंड को सहलाने लगती है

महक;पीछे से आके फीरोजा को सलाह देती है कि खाला ऐसे से कुछ नही होगा आपको मुँह में लेना होगा

नजमा;सारा नज़ारा फटी फटी आँखों से चुप चाप देख रही थी.

फीरोजा;महक बेटा अपने कपड़े भी उतार दे शायद ये देख के सॅम का पनी बाहर निकल जाए

अगर नजमा वहाँ खड़ी नही होती तो कबका फीरोजा सॅम का लंड मुँह में भर चुकी होती

महक;प्युरे नंगी हो जाती है पर सॅम के लंड पे कोई असर नही पड़ता वो चिल्लाए जा रहा था

आख़िर फीरोजा को सॅम का लंड मुँह में लेके चूसना पड़ता है



पीछे से महक फीरोजा के ब्रेस्ट मसल्ने लगती है

फीरोजा;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

महक;से भी रहा नही जाता और वो भी नीचे बैठ के सॅम का लंड गटकने लगती है


दोनो खाला भांजी एक दूसरे को चूमते हुए सॅम का लंड मुँह में अंदर बाहर करने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प

नजमा;ये सब देख के अंदर ही अंदर जल रही थी ये वो जलन थी जिसे कोई समझ नही सकता था ये मोहब्बत की जलन थी

फीरोजा;सॅम को सोफे पे बैठा देती है

दोनो के हाथ में सॅम का लंड था और दोनो बड़े प्यार से उसके लंड को चूमते हुए चाट रहीं थी



सॅम;का लंड ज़ोरों से झटके खाने लगता है और वो फीरोजा के बाल पकड़ के अपना लंड ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगता है
अहह ज़ोर से खाला अहह प्लीज़ अहह और ज़ोर से

महक;हटो खाला तुमसे नही होगा और महक सॅम के लंड पे पूरा क़ब्ज़ा करके उसे हलक के अंदर तक गटक जाती है

और सॅम की आँखों में देखते हुए कहने लगती है

महक;निकाल पानी अपनी बहेन के मुँह में सॅम अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प पेला मुझे तेरा मीठा पानी अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

ये अल्फ़ाज़ सॅम के साथ साथ नजमा के भी तन बदन में आग पैदा कर देते है और सॅम एक चीख के साथ अपना गाढ़ा गाढ़ा पानी महक के मुँह में छोड़ने लगता है

सॅम;अहह पीजा महक अहह



महक;;का मुँह पूरी तरह सॅम के पानी से भर जाता है वो जितना पी सकती थी उतना पीती है और बाकी का पानी फीरोजा महक के मुँह पे से चाटने लगती है

दोनो एक दूसरे के मुँह में मुँह डालके सॅम का पानी पी रहीं थी उन्हे ये भी डर नही था कि सामने नजमा खड़ी है

वो एक अजीब ही दुनिया में पहुँच चुकी थी

महक;;अपने मुँह का सीमेन फीरोजा के मुँह में कुछ इस तरह उंड़ेल रही थी



दोनो को तब होश आता है जब नजमा खन्कार्ति है

और सॅम के साथ साथ वो दोनो भी नजमा को देखने लगती है

नजमा;;नंगा नाच हो गया हो तो तो अब कपड़े पहन लो तुम्हे सॅम का दर्द कम करने के लिए कही थी मैने अपना मज़ा करने के लिए नही चलो कपड़े पहनो बेशर्मो

और सॅम तुम जाके मेरे रूम में सोजाओ मैं अभी आती हूँ..

महक;और फीरोजा मुस्कुराते हुए मुँह सॉफ करने चली जाती है

फीरोजा;जान चुकी थी कि अब वो दिन दूर नही जब नजमा भी सॅम के नीचे होंगी.
रात 12 बजे;;

फीरोजा और महक अपने रूम में जाचुकी थी

सॅम;नजमा के रूम में लेटा हुआ था पर उसे नींद नही आरहि थी हालाँकि उसका पानी आज दो मर्तबा निकल चुका था पर एक नई खुशी का आलम उसपे सवार था उसे ऐसे लगने लगा था कि शायद उसके इस पेन की वजह से नजमा उसके करीब आजाए..वो दिल में सोचने लगा क्यूँ ना आज की रात अम्मी को सिड्यूस किया जाए और अगर किस्मत महरबान रही तो................

वो यही सब बातों में गुम था कि तभी नजमा रूम में बदबुदाते हुए दाखिल होती है.

नजमा;बेशरम बेहया कमिनाते कहीं की


सॅम;बेड पे उठ के बैठ जाता है क्या हुआ अम्मी

नजमा;डोर लॉक कर देती है और सॅम के पास आके बैठ जाती है

देख सॅम तू अभी बच्चा है और तेरी खाला और बहेन तुझे जिस तरह से गुमराही के रास्ते पे लेजा रही हैं तू सम्भल जा बेटा

सॅम;अम्मी वो तो मेरा दर्द कम कर रही थी ना
वो बड़ी मासूमियत से बोला

नजमा;क्यूँ तेरी अम्मी मर गयी है क्या जो तू

सॅम;मुस्कुराता हुआ अम्मी मैने तो आपसे उम्मीद लगा रखी थी इस मामले में पर आप ही ना कोई हेल्प नही करती मेरी

नजमा';चल अब सोजा बहुत रात होचुकी है और दोनो बेड पे एक दूसरे की तरफ मुँह करके लेट जाते है.

नजमा;बड़े गौर से सॅम का चेहरा देख रही थी

सॅम;क्या हुआ अम्मी क्या देख रही हो

नजमा;देख रही हूँ मेरा सोना बच्चा कितना बड़ा हो गया है

उसका इशारा सॅम के मोटे मुस्सल लंड पे था जिसे सॅम समझ के थोड़ा शरमा सा जाता है और अपनी अम्मी की छाती से चिपक जाता है

सॅम;एक बात पूछूँ अम्मी

नजमा;हाँ पूछ ना

सॅम;आपको वो सब देख के जलन हो रही थी

नजमा;मुझे क्यूँ जलन होने लगी तू भी ना

सॅम;नजमा का हाथ पकड़ के अपने सर पे रख देता है तो खाओ मेरी सर की कसम

नजमा;उसे गौर से देखते है और फिर धीमी आवाज़ में कहती है हाँ होरही थी मुझे जलन बस अब खुश

सॅम;क्यूँ अम्मी

नजमा;तू जानता है सॅम

सॅम;नही मैं नही जानता मुझे आपके मुँह से सुनना है

नजमा;मुझे नही पता अब चुप होज़ा और खबर दार जो पेन होने पे फीरोजा या महक को आवाज़ दिया तो

सॅम;तो फिर किसी आवाज़ दूं में

नजमा;वो हम बाद में देखेंगे अभी तू सोजा बेटा

सॅम;आगे कुछ नही बोलता और दोनो आँख बंद कर्लेते है पर नींद उनकी आँखों से कोसों दूर थी
कुछ देर बाद

सॅम;अम्मी मुझे भूक लगी है

नजमा;जा जाके दूध पीले

सॅम;मुझे ताज़ा दूध चाहिए

नजमा;क्या मतलब

सॅम;नजमा की नाइटी गले से निकाल देता है और ब्रा उपर सरका देता है ये सब वो इतनी स्पीड से करता है कि नजमा उसे रोक ही नही पाती
बिना देर किए वो नजमा के एक ब्रेस्ट को अपने मुँह में लेके चूसने लगता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

पहले पहले नजमा थोड़ा विरोध करती है पर कहीं ना कहीं उसका दिल भी यही चाह रहा था कि सॅम उसके साथ भी वो सब करे जो वो हमेशा से करना चाहता था

अब नजमा भी मुस्कुराते हुए अपनी ब्रेस्ट सॅम के मुँह में घुसाने लगती है



नजमा;अहह सिसकारियाँ भरने लगती है अहह सॅम बेटा उन्हञंननणणन् आराम से काटो मत ना

सॅम;पूरा ब्रेस्ट मुँह में लेके चूस्ता जा रहा था हालाँकि उसमें दूध नही था पर दोनो को ऐसे एहसास हो रहा था जैसे नजमा सच में सॅम को दूध पिला रही हो और सॅम भी बड़े प्यार से ब्रेस्ट मसल मसल के ब्रेस्ट को चूस्ता चला जा रहा था

अचानक सॅम के दिमाग़ की घंटी बजती है और वो खड़ा हो जाता है

नजमा;जो अपने होश खोने लगी थी अचानक से जाग जाती है और नशीली आँखों से सॅम को देखने लगती है

नजमा;क्या हुआ बेटा

सॅम;अम्मी मुझे पेन हो रहा है

नजमा;भी जानती थी कि ये सिर्फ़ सॅम का बहाना है पर आज नज़ाने क्यूँ उसे सॅम के इस बहाने पे भी बे पनाह प्यार आ रहा था वो उठ के बैठ जाती है

और सॅम की पॅंट नीचे उतार कर फेंक देती है पर वो अब भी ब्रा और पैंटी में थी

और सॅम के लंड को अंडरवेर के उपर से ही मसल रही थी

नजमा;बेटा अब पेन कम हुआ क्या

सॅम;अहह नही अम्मी पहले आप अपने कपड़े उतारो शायद आपको देख के मेरा पानी निकल जाए और पेन कम होज़ाये

नजमा;दिल में स्मार्ट बॉय बेटा मैं तेरे माँ हूँ सब जानती हूँ तेरे पेन को
और नजमा सॅम की आँखों में देख के अपनी ब्रा और पैंटी भी निकाल देती है

वो सॅम के सामने घुटनों के बल बैठी हुए थी और सॅम अंडर वेअर में खड़ा हुआ था

सॅम;अहह प्लीज़ अम्मी कुछ करो ना बहुत पेन हो रहा है


नजमा;काँपते हाथों से सॅम के अंडरवेर में एक हाथ डाल देती है.


उसे सॅम के लंड की झलक तो दिख गयी थी पर ललचाई नजमा और भी बहुत कुछ देखना चाहती थी वो धीरे धीरे अंडरवेर नीची उतार देती है अब सॅम का लटका हुआ लंड नजमा के मुँह के सामने था

नजमा;बेटा तू लेट जा मैं कुछ करती हूँ

सॅम;अहह अम्मी जल्दी कुछ करो मैं मर रहा हूँ

नजमा;मुस्कराते हुए दिल में सोचने लगती है हाँ पता है तू किस चीज़ के लिए मर रहा है.

नजमा ;सॅम के लंड को देखती है मुँह में राल तो आ रही थी उसके पर दिल पे अभी दिमाग़ का क़ब्ज़ा था वो पास में पड़ा हुआ टवल उठा लेती है और उसे सॅम के लंड पे लपेट के सहलाने लगती है

सॅम;अहह अम्मी ऐसे नही होगा
आप रहने दो में खाला को आवाज़ देता हूँ

फीरोजा का नाम सुनते ही नजमा के तन बदन में आग लगज़ाती है और वो गुस्से में टवल को फेंक देती है और बिना देर किए सॅम के लंड को अपने मुँह में भर के चूसने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प 
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10-30-2018, 06:28 PM,
#62
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
सॅम;;अहह मारे खुशी के उछल पड़ता है आख़िर नजमा ने उसका लंड अपने मुँह में ले ही लिया अहह वो धीमी आवाज़ में सिसकने लगता है अहह अम्मी गगगगगग ऐसे ही ओह कितना अच्छा लगता है आपके मुँह में अहह चूस्लो गगगगगगग अहह अम्मी

नजमा;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प ऐसे ना सॅम अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प अहह

वो बड़ी तेज़ी से लंड को चुसाइ थी और आज सॅम की ज़िंदगी का सबसे खुस्गवार दिन था और इससे जोश में वो ना चाह्ते हुए भी पानी छोड़ देता है और जैसे ही सॅम का पानी लंड से बाहर निकलता है नजमा अपना मुँह हटा लेती है और सॅम के लंड को मुट्ठी में भर के ज़ोर से हिलाने लगती है

सॅम;अहह सोच रहा था कि शायद नजमा पानी पीएगी पर हाइईईईईईईईई रे किस्मत

जब सॅम आज दिन भर में तीसरी बार झड्के शांत हुआ वो निढाल पड़ा बोझल आँखों से नजमा को देख रहा था

नजमा;उसके चेहरे पे हाथ फेर के वॉश बेसिन में अपने मुँह धोने चली जाती है.

वो बिल्कुल नंगी थी और वॉश बेसिन पे झुके हुए अपना चेहरा सॉफ कर रही थी



सॅम;बेड पे लेटा हुआ अपनी अम्मी की गान्ड को देख रहा था और सोच रहा था कब इसमें में अपना घुसाउन्गा.

जब नजमा अपना चेहरा सॉफ करके मूडी तो सॅम अपना लंड हाथ में लेके हल्के हल्के हिला रहा था वो सॅम के पास आके बैठ जाती है और उसे समझाने लगती है

नजमा;;देखो सॅम बेटा अगर कल तुम्हे पेन महसूस हो तो तुम अपनी खाला या बहेन की मदद नही लोगे तुम समझ रहे हो ना मैं क्या चाहती हूँ.


सॅम;जी अम्मी मैं समझ रहा हूँ.दिल में..चूत तो नही दे रही हो बस मेरे जज़्बात से खेल रही हो

अम्मी कब दोगि

नजमा;हंसते हुए क्या

सॅम;जाओ मैं आपसे बात नही करता और सॅम बेड से उठ के अपने रूम की तरफ बढ़ जाता है.

नजमा;उसे जाने देती है वो जानती थी कि ये वक़्त सही नही है क्यूँ कि आज नजमा के एम.सी पीरियड्स का लास्ट डे था..

वो बेड पे लेट जाती है और सुबह होने का इंतजार करने लगती है क्यूँ कि नींद तो उसे भी नही आने वाली थी..

उसके दिमाग़ में क्या चल रहा था ये सिर्फ़ और सिर्फ़ नजमा जानती थी.
बस इंतजार था तो सुबह का.


सुबह 8एएम;

सुबह का सरज निकल चुका था पर सॅम अभी तक नींद से जगा नही था शायद उसे कल रात बहुत गहरी नींद आई थी..

नजमा;उसके पास बैठी उसका चेहरा देख रही थी तभी एक ज़ोर की बिजली आसमान में गर्जि और सॅम की आँख खुल गयी

सॅम;गुड मॉर्निंग अम्मी उसके चेहरे पे गुलाब खिल रहे थे

नजमा;सॅम की पेशानी चूमते हुए गुड मॉर्निंग मेरी जान तुम्हे पता है रात भर बारिश होती रही और बाहर का नज़ारा देखने लायक है और तुम हो कि सोते पड़े हो

सॅम;अम्मी मेरे लिए तो आपके चेहरे से अच्छा नज़ारा और कोई हो ही नही सकता

नजमा;शरमा जाती है और बनावटी गुस्सा दिखाते हुए बस बस रहने दे तेरी ये चापलूसे बातें चल जल्दी तैयार होज़ा तेरे नानू घर जा रहे है

सॅम;क्यूँ

नजमा'अर्रे उन्हे घर की याद आरही है फीरोजा और महक भी साथ जा रही है
ये कहके नजमा का चेहरा लाल हो जाता है

सॅम;खुशी के मारे बेड पे बैठ जाता है इसका मतलब घर में सिर्फ़ हम दोनो ही रहने वाले है

नजमा;जी नही सिर्फ़ आप क्योंकि मैं ऑफीस जाने वाली हूँ और ये कह के नजमा वहाँ से निकल जाती है.

सॅम;आज नही अम्मी आज नही

जब सॅम फ्रेश होके बाहर आया तो फीरोजा और महक के साथ साथ सत्तार ख़ान के भी जाने के तैयारी होचुकी थी सिर्फ़ सत्तार ख़ान खुश थे

फीरोजा और महक का चेहरा उतरा हुआ था जिसे देख देख सॅम के साथ साथ नजमा भी मुस्कुरा रही थी

कुछ देर इधर उधर की बातें करने के बाद नजमा और सॅम तीनो को कार में बैठा के रवाना कर देते है.

और नजमा किचिन में बर्तन सॉफ करने चले जाती है.

सॅम;अम्मी अम्मी करते हुए वहाँ आजाता है और पीछे नजमा को पकड़ लेता है
अम्मी आज मौसम बड़ा बेईमान है

नजमा;वो तो रोज़ ही रहता है

सॅम;अम्मी आपका दिल इस मौसम में कुछ करने को नही करता

नजमा;जी नही अब जाओ मुझे काम करने दो फिर ऑफीस भी जाना है

पर सॅम के दिमाग़ में तो कुछ और ही चल रहा था वो पीछे से नजमा के दोनो ब्रेस्ट को नाइटी में से निकाल के मसल्ने लगता है अहह

नजमा;ऊउउउउउउउउ छोड़ो ना बेटा काम करने दो

सॅम;अपनी ज़ुबान नजमा के गले पे लगा के किस करते हुए अम्मी आइ लव यू और वो ब्रेस्ट मसल्ते हुए किसिंग शुरू रखता है

नजमा;जो कल रात से इसी पल के इंतजार में थी कि कब सॅम उसे छेड़ता है वो सॅम की इस हरकत से मचलने लगती है.


नजमा;अहह नही ना बेटा ये ग़लत है ना

सॅम;अपनी अम्मी को प्यार करना कोई ग़लत नही है अम्मी
और सॅम नजमा को गोद में उठाके बेड रूम में ले जाता है और उसकी नाइटी बदन से अलग कर देता है

नजमा;अहह नही सॅम रुक जा वरना बहुत देर हो जाएगी बेटा अहह वो खामोशी से अपने सारे कपड़े भी निकाल देता है दोनो एक दूसरे के सामने बिल्कुल नंगे खड़े थे

नजमा;की आँखे सॅम के लटकते हुए लंड पे टिकी हुई थी और सॅम की नजमा की चिकनी चूत पे दोनो की साँसे फूली हुई थी पर दोनो जल्दी में नही थे

सॅम;नजमा के पास आके उसे अपनी बाहों में भरके अपने होंठ उसके होंठों के पास लाता है
अम्मी मैं आपको प्यार करना चाहता हूँ आपकी मर्ज़ी से क्या आप मुझे अपना जिस्म राज़ी खुशी से दोगि

नजमा;के होंठ लराज़ जाते है ज़ुबान हिल नही पाती सॅम ने उससे वो सवाल किया था जिसका जवाब उसने रात में जागते हुए ही सोच लिया था वो अपनी बाहें सॅम के गले में डाल देती है और उसकी आँखों में देखते हुए धीरे से कहती है

समीर बेटा आज तू अपनी अम्मी को हमेशा हमेशा के लिए अपनी बना ले मुझे ऐसे प्यार कर कि मैं दुनिया को भूल जाऊ मुझे इस घर में हर जगह हर तरह से प्यार कर मैं तेरी गुलाम बन जाऊ.
अगर तू मेरा बेटा है तो तू आज मेरे दूध का क़र्ज़ अदा कर्दे बना ले अपनी अम्मी को अपनी .बोल करेगा ना मुझे प्यार इस वादे के साथ कि ये सिर्फ़ कुछ वक़्त की मोहब्बत नही बल्कि ज़िंदगी भर का साथ होगा.


दोनो एक दूसरे की आँखों में देखते हुए मुस्कुराए और सॅम ने अपनी अम्मी नजमा को अपनी बाहों में ऐसे समेटा कि नजमा पिघलती चली गयी.

दोनो माँ बेटे एक दूसरे को चूम रहे थे काट रहे थे नजमा के नाख़ून सॅम की पीठ पे उसे कुरेद रही थी आज इश्क़ और जुनून का मिलन हो रहा था वो जोश वो बल वाला इतना ज़्यादा था कि उन्हे दर्द का एहसास भी नही हो रहा था

सॅम;नजमा को बेड पे लिटा देता है और अपनी पैदाइश की जगह को कुछ देर गौर से देखने लगता है

नजमा ;भी पैर खोल के सॅम को चूत और गान्ड दिखाने लगती है


फिर धीरे से सॅम अपनी ज़ुबान से नजमा की चूत को पहले चूमता है और फिर उसे बड़े प्यार से चाटने लगता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प


नजमा;अंदर तक कांप जाती है उसके रोम रोम में बिजलियाँ दौड़ रहीं थी और जिस्म सॅम के चूमने से मचल उठता था वो बस सिसक जाती थी और सॅम के सर को अपनी चूत पे दबाते जा रही थी उन्हञंनननणणन् अहह मेरा बेटा अहह समीर उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आज अपनी अम्मी को उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नही नाआआआआआ

समीर ने नजमा के क्लाइटॉरिस को इतने प्यार से चाटते हुए मुँह में भर के कटता है कि नजमा उछल पड़ती है.

नजमा;की चूत से पानी रिस रहा था और वो जोश की इंतेहा पर करने के करीब थी वो इंतेहा जिसके पार होने के बाद दो जिस्म एक हो जाते है और दुनिया की आवाज़ें उन्हे सुनाई नही देती .

एक चीख के साथ नजमा की चूत थोड़ा सा पानी छोड़ देती है
वो बेड पे बैठ जाती है और सॅम के गुलाबी लंड को अपने हाथ में पकड़ के मसल्ने लगती है

सॅम;अहह अम्मी मुँह में लोना मेरा

नजमा;हाँ बेटा क्यूँ नही और नजमा सॅम के लंड के हेड को चूमने के बाद अपने मुँह में समा लेती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प


सॅम;फिर लंड बाहर निकालता है और नजमा की ज़ुबान पे रगड़ता है दोनो एक दूसरे को देख रही थी
नजमा;सॅम के टेस्ट्स पकड़ के इस बार लंड अंदर तक लेके चूसने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;अहह अम्मी आपका मुँह अहह कमाल का है गगगगगगगगगगग अहह

नजमा;पागल हुए जा रही थी वो कल रात में भी सॅम का लंड चूस चुकी थी आज वो जल्द से जल्द उसे अपनी चूत में लेना चाहती थी वो सॅम को बेड पे लेटा के उसके उपर चढ़ जाती है और दोनो पैर उसके इर्द गिर्द डालके अपनी चूत को उसके लंड पे रगड़ने लगती है अहह ये पहली मर्तबा लंड का एहसास उसकी चूत को और चिकना बना रहा था और नीचे लेटा हुआ सॅम अपनी अम्मी की मस्ती भरी आहे सुन रहा था

सॅम;अपने लंड पे थूक लगा के उसे खड़ा कर देता है और सीधा नजमा की चूत के दोनो लिप्स के बीच में टिका देता है वो चाहता था कि नजमा पहला धक्का मारे

नजमा;भी ये जान चुकी थी वो मुस्कुराते हुए अपनी कमर को नीचे करने लगती है अहह समीररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर बएटााआआआआआआआआआअ उनह

सॅम;जल्दी से दूसरा फिर तीसरा और उसका लंड सनसनाता हुआ नजमा की चूत में घुस जाता है वो सीधा बच्चे दानी पे टक्कर मार रहा था जिससे नजमा की कमर उपर को उठने लगती है



नजमा;की नज़र सामने आयने पे जाती है जहाँ उसे अपना अक्श दिखाई देता है अपने बेटे समीर के लंड पे कूदती नजमा बुरी तरह शरमा जाती है पर ये शरम दो पल के लिए थी वो जोश में अपनी कमर नीचे उपर करने लगती है अहह बेटा मैं थक गयी हूँ मुझे नीचे लेके चोदो ना हाआआआआ

सॅम;अम्मी क्या कहा आपने फिर से कहो ना अहह
नजमा;;समीर बेटा चोदो ना अपनी अम्मी को नीचे लेके
उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह वो जानती थी सॅम क्या सुनना चाहता है वो नीचे हो जाती है और सॅम उसके उपर दोनो अलग नही होते बस पोज़िशन चेंज करते हैं

सॅम;नजमा के दोनो पैर खोल के सटा सट अपना लंड नजमा की चूत में पेल ने लगता है अहह अम्मी आपकी चूत अहह बहुत टाइट है अहह

नजमा;हन्ंनननणणन् बेटा तेरे अब्बू के जाने के बाद मैं तो जैसे लंड का मज़ा ही भूल गयी थी आज तूने मेरी चूत को जगा दिया है आज से इसकी देखभाल अहह तेरी ज़िमेदारी है मेरे लाल अहह अपनी अम्मी को रोज चोदा कर अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह


दोनो एक दूसरे के होंठों को चूमते हुए ज़ोर शोर से चुदाई का मज़ा लेरहे थे आज नजमा को जन्नत मिल गई थी और सॅम को उस जन्नत में जगह.

दोनो इस कदर दुनिया से बेख़बर थे कि दुनिया से बेख़बर अपनी नई दुनिया बसाने में मसरूफ़ थे

सॅम;नजमा को एक करवट लिटा देता है और पीछे से अपना लंड अंदर बाहर करने लगता है
नजमा;उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आहिस्ता बेटा अहह दर्द होता है ना अहहहहहहहहहः

सॅम;अम्मी मैं क्या करूँ मेरा लंड आपकी चूत का दीवाना हो चुका है वो और अंदर जाना अहह चाहता है अहह

नजमा;सिसक रही थी उःन्ह्ंहंहंहंहंहंहंहंह्न दरद हो रहा है रीईईई


दोनो अपनी आख़िरी मोड़ पे थी दोनो चिल्लाते हुए एक दूसरे के अंदर पानी छोड़ने लगते है अहहहहहहहहहहहहहः

सॅम;अम्मी आगगगगगगगगगगगगग

नजमा;उःन्ह्ंहंहंहंहंहंहंह्न समीर बेटा अंदर अहह और अंदर शायद नजमा सॅम का पानी अपनी चूत की गहराईयो में लेना चाहती थी इस लिए वो सॅम को और अंदर करने का बोलते जा रही थी और सॅम आखरी झटके मारता जा रहा था,अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

10मिनट बाद नजमा उठा कर बाथरूम में घुस जाती है उसके पीछे पीछे सॅम भी चला जाता है.

नजमा;मुझे पेशाब तो करने दो

सॅम;करो ना अम्मी मैने कब मना किया है

नजमा;जैसे ही पेशाब करने मुड़ती है सॅम पीछे से नजमा की कमर को पकड़ अपना लंड उसकी गान्ड के सुराख पे टिका देता है

नजमा;नही सॅम वहाँ नही बेटा मैने आज तक नही लेना वहाँ

सॅम;मुझसे प्यार करते होना आप

नजमा;हाँ पर बेटा अहह

सॅम;को बस यही सुनना था वो अपने लंड का हेड नजमा की गान्ड में घुसा देता है अहह


ये दर्द नजमा से बर्दास्त नही होता और वो चिल्लाने लगती है अहह निकाल ले रीईई बेटा अहह अपनी अम्मी की गान्ड फाड़ देगा क्या अहह

सॅम;अम्मी आज आपके तीनो सुराख में डालने की कसम खाई थी मैने बस ये आखरी है अहह प्यार से करने दो वरना अहह उसके धक्कों की रफ़्तार तेज होते जाती है और नजमा बेहोश सी होने लगती है ये दर्द सच में उसके लिए ना काबिल ए बर्दास्त था पर कहीं ना कहीं उसे भी इस दर्द का एक नया मज़ा आ रहा था ..

सॅम;नीचे लेट जाता है और नजमा को अपने उपर लेके फिर से अपना मुस्सल लंड उसकी गान्ड में घुसा देता है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

नजमा;काफ़ी देर से पेशाब रोके हुए थी वो सिसक सिसक के मूतने लगती है अहह


वो पेशाब की धार सीधा सॅम की जाँघ पे गिराती है और सॅम नजमा को और ज़ोर से पेलने लगता है अहह

सॅम;अम्मी आपकी गान्ड मार कर मुझे वो मज़ा आ रहा है जो खाला और महक की चूत को मारने के बाद भी नही आया 
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10-30-2018, 06:28 PM,
#63
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
नजमा;उःन्ह्ंहंहंहंहंहंहंह्न नाम ना ले उन दोनो का मेरे बेटे को मुझसे छीन रही थी अहह धीरे वो कमिनाते उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह पर तू सिर्फ़ मेरा है अहह तेरे लिए तो मैं हर दर्द सह जाउन्गी रे अहह ज़ालिमम्म्ममममममममम आराम से मारना उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम;का पानी दूसरी मर्तबा नजमा की गान्ड में निकलने लगता है और नजमा की चूत का पानी सॅम की जाँघ पे दोनो हलकान होके खड़े होजाते है

नजमा;सॅम को देखने लगती है और सॅम के लंड को पकड़ के मरोड़ देती है बड़ा ज़ालिम है तू सॅम देख मेरी चूत और गान्ड की क्या हालत कर दी है तूने

सॅम;अभी तो कुछ भी नही क्या है अम्मी जान ये सितम तो रोज बारपेगा आप पे

नजमा;जैसे ही शवर के नीचे नहाने जाती है सॅम उसका हाथ पकड़ के उसे अपनी तरफ़ घुमा लेता है

अम्मी मुझे पेशाब करना है

नजमा;कर ना बेटा

सॅम;आपके मुँह में करना है

नजमा;को ये बात बुरी लगनी चाहिए थी पर वो मुस्कुरा के नीचे बैठ जाती है और अपना मुँह खोल के कहती है
ले मूत मेरे मुँह में पीला मुझे तेरा पेशाब

सॅम;अपना लंड पकड़ के दो तीन बार हिलाता है और फिर सीधा पेशाब की धार नजमा के मुँह में छोड़ने लगता है.


नजमा;भी बड़े प्यार से वो पीती चली जाती है.

सॅम;;का पेशाब नजमा को नहलाने लगता है उसकी धार अब नजमा के चेहरे और बालों को गीला करने लगती है.

जिससे नजमा और जोश में आजाती है.


जब सॅम पूरी तरह नजमा को नहला देता है तो नजमा सॅम के लंड को मुट्ठी में लेके चूसने लगती है और बचा हुआ पेशाब भी निचोड़ लेती है उसके ब्रेस्ट पूरे तरह भीग चुके थे.


दोनो शवर शुरू करके उसके नीचे खड़े होजाते है

ठंडा ठंडा पानी जब जिस्म पे गिरता है तो दोनो के जिस्म की आग बुझने की बजाए और भड़क उठती है और नजमा नीचे से सॅम का लंड पकड़ के मसलने लगती है
दोनो एक दूसरे को चूम रहे थे और नजमा के मोटे मोटे सुडोल ब्रेस्ट सॅम की छाती से घिस रहे थे

ये मौसम और उसपे ये जोश ए जुनून दोनो माँ बेटों को पागल करने के लिए काफ़ी था वो आज रुकने वाले नही थे सॅम से रहा नही जाता और वो फिर से नजमा को वहीं खड़े खड़े चोद डालता है वो चुदाई बहुत लंबी चलती है .

और तकरीबन 20मिनट बाद दोनो एक दूसरे को चूमते हुए बाथरूम से बाहर निकलते है दोनो एक दूसरे को टवल से पोछने लगते है..दोनो की आँखों में चुदाई का नशा सॉफ नज़र आ रहा था.

वो फिर से उसे नशे में खो जाना चाहते थे पर तभी ऑफीस से फोन आता है और नजमा और सॅम को ऑफीस के लिए निकलना पड़ता है.
सॅम और नजमा ऑफीस तो पहुँच गये..

पर ना सॅम का किसी कम में दिल लग रहा था और ना नजमा का

ऑफीस वर्क जल्दी से निपटा कर नजमा सॅम को अपने कॅबिन में बुलाती है.

सॅम;जैसे ही कॅबिन में इंटर करता है नजमा उसे अपने से चिपका लेती है और उसके चेहरे पे होंठों पे किस करती चली जाती है..

सॅम;भी पिछले एक घंटे से खुद को रोके हुए था वो नजमा को अपनी छाती से इतनी कस्स के दबाता है कि नजमा की हल्की से चीख निकल जाती है..

अम्मी जल्दी घर चलो वरना यहीं आपको नंगी करके मैं शुरू हो जाउन्गा..

नजमा;हाँ सॅम अहह मैं भी वही कह रही थी कि चल ले चल मुझे अपने साथ और नंगी करके कस के चोद रे बेटा अहह आज से तीन दिन तक हम दोनो ऑफीस नही आएँगे मैने सोफ़िया को सब ऑफीस के काम समझा दिए है बस मुझे जल्द से जल्द ले चल बेटा..

दोनो की आँखे किसी शराबी की तरह लाल हुए जा रही थी..

सॅम;नजमा के हाथ पकड़ के उसे कॅबिन में बने बाथरूम में ले जाता है और उसे झुका के उसकी ब्रेस्ट पीछे से मसल्ने लगता है..

नजमा;अहह करते हुए मचलने लगती है हक़ीकत में सॅम से ज़्यादा नजमा चुदाई के मूड में थी सॅम तो पिछले कई दिनो से कितनी चूत मार्चूका था पर नजमा पिछले कई सालों से प्यासी थी

और आज इस ख़ूँख़ार शेरनी को वो मिल गया था जिसकी उसके साथ साथ उसकी चूत को भी तलाश थी..

सॅम;नजमा को नीचे बैठा देता है और अपनी पॅंट नीचे करके अपना लंड बाहर निकाल लेता है..

नजमा;एक पल के लिए सॅम की आँखों में देखती है और फिर दूसरे ही पल सॅम का लंड नजमा के मुँह में चला जाता है



सॅम;;अंदाज़ा लगा चुका था कि इस वक़्त नजमा को बहुत ज़ोरों की प्यास लगी है क्यूंकी नजमा उस शिदत से सॅम का लंड चूस रही थी वो ना ठीक से सांस ले पा रही थी और ना हिल पा रही थी बस हलक के अंदर तक सॅम का लंड लेते चली जा रही थी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प उन्हञणन्न् सॅम मुझसे बर्दाश नही हो रहा बेटा चल ना घर गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प मुझे ये अपनी चूत गान्ड में हर जगह चाहिए मेरे लाल गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प


सॅम;;नजमा को खड़ी कर देता है और उसके होंठों पे लगे हुए अपनी सीमेन की कुछ बूँदें चाट के उसके होंठो को सॉफ कर देता है

चलो अम्मी हनी मून पे चलें.

और दोनो बिजली की रफ़्तार से ऑफीस से निकलते है और जैसे उड़ते हुए घर पहुँच जाते है..

सॅम;जैसे ही घर में दाखिल होता है नजमा उसकी गोद में उछल के बैठ जाती है

और सॅम अपने दोनो हाथों से नजमा की कमर पकड़ के उसे चूमता हुआ बेडरूम में ले जाता है..

3मिनट से भी कम वक़्त में दोनो माँ बेटे बिल्कुल नंगें होचुके थे ना शर्म थी और ना हया बस जुनून था इश्क़ का हवस का और मोहब्बत का..

सॅम;का लाल गुलाबी लंड देख के नजमा से रहा नही जाता और वो घुटनों के बल बैठ के उसके लंड को हाथ में पकड़ लेती है..अहह

नजमा;बेटा आज दिन और रात भर ये मेरे सुराखों में रहेगा खबर दार जो तूने इसे बाहर निकाला मुझसे बुरा कोई नही होगा..

बड़े प्यार से ये कहते हुए नजमा सॅम के लंड को पहले चूमती है..



और फिर गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प 7इंच लंबा लंड ना जाने कहाँ नजमा के मुँह में गायब हो जाता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;हाहहहहहहहहहहहः अम्मी प्लीज़ थोड़ा आराम से खीँचो ना अहह दर्द हो रहा है अहह

नजमा;होने दे सुबह तूने मुझपे रहम नही किया था गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प आब मेरे बारे गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प



वो किसी नई नवेली दुल्हन की तरह अपने जवान बेटे के लंड को निचोड़ रही थी..

सॅम;;झड़ने से कुछ देर पहले अपना लंड नजमा के मुँह से बाहर खींच लेता है और नजमा को चूमता हुआ बेड पे लेटा देता है..

दोपहर की धूप में नजमा की चिकनी चूत बहुत खूबसूरत लग रही थी.



सॅम;नजमा के पैर थोड़े खोल देता है और अपनी ज़ुबान से नजमा की जाँघ को चूमता है और फिर लिटाता है और दोनो फिंगर्स से चूत के लिप्स को खोल के अपनी ज़ुबान अंदर घुसा देता है.गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

नजमा;एक हाथ से सॅम के बाल और एक हाथ से बेड शीट पकड़ लेती है अहह ज़ालिमम्म्मममममममममम अहह मेरी चूत अहह उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह यह तूने क्या सितम ढा लिया रीईईईईई सॅम बेटा हाआआआआ ऊइईईईईई आमियीईईईईईईईईईई तेरे अब्बू ने कभी यहाँ नही चूमा और तू अपनी अमिीईईईईईईईईईईई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह को ये क्या बना रहा है अहह मैं तेरी आदि हो गयी हूँ एक चुदाई में राजा बेटा अहह

नजमा;बॅड बड़ा रही थी उसे खुद पता नही था कि वो क्या कह रही है ये एहसास उसके लिए ऐसा था मानो जैसे गुलशन में मौसम का पहला फूल खिलने पे माली को होता है..अपनी मेहनत सफल होने का

आज नजमा को फकर महसूस हो रहा था कि उसने एक ताकतवर मर्द को पैदा किया.जो उसे हर तरह से खुश रखे गा

नजमा;उठ के अपने बेटे को देखने लगती है पर सॅम तो चूत चाटने में मगन था



तभी नजमा सॅम का सर पकड़ के उसे अपनी चूत पे दबाती है और सुर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर के आवाज़ के साथ सॅम के मुँह पे पेशाब करने लगती है अहह

सॅम;फिर भी अपना चेहरा नही हटाता बल्कि चूत के पानी के साथ साथ पेशाब भी चाटने लगता है अहह
अम्मी आपका पेशाब हनी से भी ज़्यादा मीठा है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प वो दो फिंगर्स चूत के अंदर डालके बचा हुआ सारा पानी बाहर खींचने लगता है और चाटता चला जाता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

नजमा;अहह बेटा आजा ना अपनी अम्मी पे अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्बर्दास्त नही हो रहा है सॅम उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम;एक समझदार बेटा था वो नजमा का हुकुम मानते हुए उसके दोनो पैरों को फैलाक़े अपना लंड उसकी चूत के ठीक मुँह पे लगा देता है.



नजमा;अहह डाल ना बेटा अहह

सॅम;एक शर्त पे डालूँगा अम्मी

नजमा;बोल ना मुझे तेरी हर शर्त मंजूर है पहले डाल तो सही अहह

सॅम;वो शर्त ये है ये मुझे इस चूत से अपना एक बच्चा चाहिए वो भी जल्द से जल्द बोलो दोगी ना मुझे अपनी मोहब्बत की निशानी

नजमा;हन्ंननननननणणन् दूँगी तुझे ज़रूर दूँगी मैं वादा करती हूँ उसके लिए तुझे दिन रात अपनी अम्मी को चोदना होगा अहह बोल चोदेगा ना

सॅम;जवाब अल्फ़ाज़ में नही लंड चूत के अंदर तक घुसा के देता है

नजमा;अहह ऊइईईईईई मममममममममममम गगगगगगगगगगग इतने ज़ोर से अहह

सॅम;;ऐसे चोदना होगा ना अम्मी आपको अहह

नजमा;;हाँ बेटा अहह ऐसे ही अहह

फॅक फॅक की आवाज़ें और ज़ोर ज़ोर से साँसों की तड़प पूरे रूम में गूंजने लगती है..

दोनो एक दूसरे के जिस्म को नोच खरॉच रहे थे कभी नजमा सॅम के नीचे होती तो कभी सॅम नजमा के नीचे पर लंड से चूत का मिलाप अलग नही हो रहा था

नजमा;सॅम पे चढ़ के अपनी कमर नीचे उपर करते हुए अपनी दोनो चुची सॅम के मुँह के सामने लटका देती है अहह चूस्ते हुए चोद बेटा हाआआआअ



सॅम;;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प दोनो ब्रेस्ट को बारी बारी चूस्ता हुआ अपना लंड नजमा की चूत की गहराईयो में पहुँचा रहा था अहह

सॅम;का गाढ़ा पानी और नजमा का चिप चिपा चूत का पानी इतना ज़्यादा था कि वो बाहर निकल के बेड पे गिरने लगता है



नजमा;की कमर तेज उपर नीचे होने लगती है और सॅम की कमर के झटके उसे अपने हलक में महसूस होते है वो घुटी घुटी आवाज़ में सॅम को धीरे से चोदने का कहते है पर जब जोश अपने पूरे शबाब पे हो तो कोई दुनिया वे ताक़त उसे रुक नही सकते अहह उःन्णननननणणन् धीईईर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र

अहह
सॅम;;उह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न धीरे तो अहह चोद रहा हुन्न्ञणन् अम्मी जी

सॅम;नजमा को नीची लेलेता है और तेज़ झटके मारने लगता है 10मिनट ऐसे ही ताक़त ताक़त से चोदने के बाद सॅम का गाढ़ा पानी नजमा की चूत को मुंहाने तक भर देता है उसकी चूत किसी शराबी के जाम की तरह लबरेज होचुकी थी.

वो तकी नही थी बस अपनी चढ़ि हुई सांस को नॉर्मल करने लगती है..

नजमा;ऐसे ही नंगी किचिन में गान्ड हिलाते हुए चली जाती है और कुछ नाश्ता ले आती है..

दोनो बड़ी मुश्किल से नाश्ता करते है और जैसे ही नाश्ता ख़तम होता है सॅम नजमा को वहीं झुका के उसकी कमर पे थप्पड़ मारता हुआ अपना लंड उसकी चूत में पेल देता है

नजमा; हल्के हल्के सिसकती है
सम;को ये पोज़िशन बहुत पसंद थी वजह ये थी कि नजमा की चूत और गान्ड दोनो सॅम को दिखाई देती थी और वो किसी भी वक़्त किसी भी सुराख में अपना केला ठोक सकता था..

सॅम;अपना लंड बाहर निकालता है

नजमा;अहह क्या हुआ बेटा

सॅम;कुछ नही
और सॅम अपने लंड को नजमा की कमर पे मारते हुए मूतने लगता है अहह
उसके पेशाब से नजमा सिहर उठती है और उसकी गान्ड पूरी तरह सॅम के पेशाब से तरबतर हो जाती है सॅम लंड डालके नजमा को चोदने लगता है..



नजमा;उनहनहंहंहंहंहंहंह्न धीरे बेटा अहहहहहहः तेरा लौडा है कि हथौड़ा अहह मेरी चूत चीर के रख दिया है तूने बेटा अहहहहहहहहहहः

सॅम;अम्मी आपकी चूत है ही ऐसे कि लंड अंदर तक घुसता चला जाता है अहहहहहहहः

नजमा;सुन सॅम मुझे पीछे से लेना

सॅम;अम्मी कहाँ से

नजमा;अहह मेरी गान्ड में रे अहह

सॅम;आपको गान्ड मरवाना अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अच्छा लगता हाईईईईईईईईईईई

नजमा;हाँ सॅम अहह बहुत अच्छा अहह

सॅम;नजमा की कमर पकड़ के उसे थोड़ा झुका ता है और अपने लंड पे थूक लगा के नजमा की गान्ड में पेलता चला जाता हैयाहह

नजमा;उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अहह करते हुए सॅम के लंड को अंदर की तरफ जगह देती है अहह




सॅम की ताक़त और नजमा का जोश लंड को गान्ड के अंदर ठोक देते है और सॅम दना दन नजमा की कमर पकड़ के धक्के मारने लगता है

नजमा;उःन्णनननननणणन् कितना ज़ालिम है रीईई तू बेटा अहह अपनी अम्मी के गान्ड मार रहा है अहह

सॅम;अम्मी की गान्ड चूत मारना किस्मत वालों को नसीब होता है अहह मैं तो ये रोज करने वाला हुन्नहह



नजमा;के पैर खुलते चले गये और सॅम का लंड कभी चूत में तो कभी गान्ड के सुराख को खोलता चला गया.

वो चुदाई रात के 9पी एम तक चलती रही दोनो निढाल होके एक दूसरे को चूमते हुए सो गये ना उन्होने रात का खाना खाया और ना उन्हे भूक लगी थी..

सॅम;का लंड अभी भी नजमा की चूत में था.
और दोनो एक दूसरे की बाहों में सुकून की नींद में सोए हुए थे..

रात 9पी एम;
एक तरफ जहाँ सॅम और नजमा एक दूसरे के बाहों में चैन की नींद सोए हुए थे वहीं दूसरी तरफ फीरोजा के घर पे महॉल बिल्कुल ऑपोसिट था..

सत्तार ख़ान अपने रूम में सोए हुए थे और महक अपनी खाला के रूम में लेटी हुए कुछ सोच रही थी

फीरोजा;अपने किचिन का कुछ काम निपटा कर महक के पास आके उसके पीछे लेट जाती है.
क्या हुआ महक परेशान लग रही है.



महक;;नही खाला बस ऐसे ही

फीरोजा;उसका चेहरा घुमा के अपनी तरफ कर्लेति है
अपनी खाला से भी छुपाएगी अब तू बोल क्या बात है

महक;खाला मुझे कल से पीरियड्स नही आया
डेट कल की थी पर नही आया कहीं मैं

फीरोजा;अर्रे पगली डेट आगे पीछे होती है तू फिकर क्यूँ करती है एक काम करते है हम कल तक वेट करते है अगर कल भी पीरियड्स नही आया तो प्रेग्नेन्सी चेक करने की किट से देख लेगे..डोंट वरी

महक;;थोड़ी चैन की सांस लेती है

फीरोजा;अब हंस भी दे गुड्डो

महक;चुप चाप सीधी लेट जाती है और एक टक फीरोजा को देखने लगती है

फीरोजा;जान चुकी थी कि महक के दिल में क्या चल रहा है वो अपना एक हाथ नीचे लेजाके महक की पैंटी में डालके उसकी चूत सहलाने लगती है

और उसका टॉप नीचे कर देती है महक खामोश थी उसे अभी वो बुखार नही चढ़ा था जो फीरोजा को सुबह से था.

फीरोजा;लगातार महक की चूत सहलाने लगती है..


महक;अहह खाला क्या कर रही हैं आप स्श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

फीरोजा;धीरे से महक के कान में कहती है तुझे प्यार मेरी बच्ची मुआहह

दोनो के लिप्स एक दूसरे से टकराते है और धीरे धीरे महक का मुँह खुलता चला जाता है



खाला भांजी की ज़ुबान एक दूसरे से खेलने लगती है दोनो एकदम गरम होचुकी थी और एकदुसरे को मसल्ने लगी थी.

वो पॅशनेट किसिंग कर रही थी जिससे उनका सलाइवा एक दूसरे के मुँह में मिक्स होने लगता है.



दोनो एक दूसरे को नंगा करने लगती है पर एक दूसरे के लिप्स नही छोड़ती ये पागल पन ये दीवानगी सिर्फ़ सॅम की पैदा की हुई थी.

फीरोजा;महक को नंगा करके अपने नीची कर्लेति है और उसकी चूत को मसलने लगती है
अहह महक तेरे भाई ने मुझे पागल कर दिया है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
उसे यहाँ बुला ले बेटा अहह मेरी चूत उसके लंड के बिना नही रह पा रही है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

फीरोजा;हन्ंनननननणणन् खाला सॅम का मुस्सल लंड अहह मेरे भाई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

वो बातें सॅम की कर रही थी पर नोच एक दूसरे को रही थी.



महक;;उन्हञंननणणन् खाला मेरी चूत का कुछ करो ना हााआअ इस में बहुत खुजली चढ़ रही है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह कमिनाते बार बार सॅम सम चिल्ला रही है अहह

खाला चाटो ना मेरी चूत को अहह

फीरोजा;हाँ मेरे बच्ची तेरा भाई बड़ा ज़ालिम है पता नही किसकी चूत में घुसा हुआ होगा कम्बख़त मारा अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

वो नीची झुकती चली जाती है और महक की चूत के अंदर तक अपनी ज़ुबान डालके उसकी चूत को चाटने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

महक;;उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह खाला काटो मेरे दाने को अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

फीरोजा;महक के क्लिट को मुँह में भर के चाटने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प



फीरोजा;की इस तरह चूसने से और महक के अपने भाई के बारे में सोचने से वो इतनी एग्ज़ाइटेड हो चुकी थी कि बेड पे अपनी कमर उपर नीची करने लगती है उसे ऐसे महसूस हो रहा था कि सॅम उसे चोद रहा है

महक;बर्दास्त नही कर पाती और चीखते हुए झड्ने लगती है अहह खाला मेरी चूत चोद दोना अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

कुछ देर चाटने के बाद फिर से वो एक दूसरे को चूमने लगते है और महक
फीरोजा के होंठों पे लगा अपनी चूत का पानी चाटने लगती है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

महक;खाला अब मुझ से बिल्कुल बर्दास्त नही हो रहा प्लीज़्ज़ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज आप कुछ करो ना सॅम को यहाँ बुलाओ ना

फीरोजा;हाँ महक तू सच कह रही है बहुत हुआ तेरी अम्मी की मन मानी सॅम पे हमारा भी हक़ है मैं कल ही बाजी को फोन करके सॅम को कुछ दिनो के लिए यहाँ बुला लेती हूँ.

महक;ये सुनके खुश हो जाती है और अपनी खाला की चूत को मसल देती है

फीरोजा;अहह क्या कर रही है
इससे पहले जब महक और फीरोजा के बीच ये सब हुआ था तब सिर्फ़ फीरोजा ने महक की चूत चाटी थी पर आज महक का भी दिल खाला को खुश करने का था वो फीरोजा की चूत को और एक बार मसलती है

महक;खाला मुझे भी चाटनी है आपकी

फीरोजा;मुस्कुराते हुए महक के मुँह पे बैठ जाती है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ले बेटा

महक;बड़े प्यार से फीरोजा की चूत को गान्ड के सुराख से लेके चूत तक चाटने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

फीरोजा;पहली बार किसी औरत के होंठ अपनी चूत पे महसूस कर रही थी वो ज़ोर ज़ोर से सिसकारियाँ भरने लगती है हाआआआआआ बेटा आराम से अहह



महक;की ज़ुबान फीरोजा की चूत में पता नही क्या ढूँढ रही थी वो बस अंदर और अंदर जाना चाहती थी जिससे फीरोजा की कमर और नीचे होने लगती है

फीरोजा;अपनी दोनो ब्रेस्ट मसलते हुए अपनी चूत को महक के मुँह पे रगड़ती है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बेटा हाँ ऐसे ही हाँ बस वहीं अहह अहह ऐसे ही महक अहह और ज़ोर से अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अहह



चीखते हुए फीरोजा की चूत का पानी सीधा महक के मुँह में गिरता चला जाता है अहह सम्म्म्मममममम

महक;अपनी खाला की चूत का एक एक कतरा पानी पी ते चली जाती है अहह

दोनो सुस्त पड़ चुकी थी पर रात अभी बाकी थी और दोनो उस रात एक दूसरे को इसी तरह मसलते चूस्ते और चूमते हुए गुज़ारना चाहती थी.

महक;खाला अगर मैं प्रेग्नेंट हो गयी तो

फीरोजा;हंसते हुए तो क्या तेरी शादी सॅम से करवानी पड़ेगी

दोनो हंसते हुए एक दूसरे को फिर से चूमने लगती है.

घड़ी में रात के 2 बज रहे थे पर महक और फीरोजा सोने के मूड में नही लग रही थी.

इधर नजमा और सॅम जहाँ गहरी नींद में थे

तभी अचानक एक मच्छर आके नजमा के ब्रेस्ट पे काटता है

नजमा;अहह नींद में समझती है कि सॅम ने काटा है
अहह

सॅम;आँखे खोलता हुआ क्या हुआ अम्मी

नजमा;उसे प्यार भारी नज़रों से देखते हुए तूने मुझे काटा क्यूँ

सॅम;कहाँ काटा मैने

नजमा;अपने निपल पे उंगली रखते हुए यहाँ

सॅम;अपनी अम्मी के लिप्स को चूमता हुआ मेरी जान मैने नही काटा आपको

नजमा;अच्छा जिस किसी ने भी काटा हो पर अब तो मैं जाग गयी हूँ और

सॅम;और क्या अम्मी

सॅम;का लंड अभी भी नजमा की चूत में ही था पर अभी वो गहरी नींद में था

नजमा;सॅम मेरा दिल कर रहा है

सॅम;क्या अम्मी

नजमा;सॅम के कान में धीमे आवाज़ में कहती है चोदो ना मुझे

सॅम;नजमा को अपने उपर खींच लेता है और दोनो एकदुसरे को चूमने लगते है

नजमा;के ब्रेस्ट सॅम की छाती में धन्से हुए थे और चूत के अंदर सोया हुआ छोटा सॅम हरकत में आने लगता है



नजमा;अहह चोदो ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज अहह

सॅम;पहले इसे टाइट करो मेरी जान
और सॅम नजमा की चूत से लंड बाहर निकाल लेता है

नजमा;सॅम की पेशानी से चूमते हुए नीची गर्दन फिर चेस्ट और फिर पेट को चूमते हुए लंड पे आकर रुकती है अहह
वो सॅम के लंड को हाथ में पकड़ती है

अर्रे सॅम ये तो सोया हुआ है अभी इसे जगाती हूँ और नजमा सॅम के लंड को मुँह में भरके चूसने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प 
Reply
10-30-2018, 06:28 PM,
#64
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
नजमा;के होंठ लगने भर की देर थी सॅम का लंड कुछ सेकेंड में ही अपनी असली शकल लेलेता है

सॅम;बस मेरी जान अहह और मत चूस अहह वरना तेरे मुँह में कर्दुन्गा अहह

नजमा;भी चूत की मारी थी वो जल्दी से सॅम के लंड को मुँह से निकाल के उसके पास आके लेट जाती है

सॅम;अपने लंड को हाथ में लेके नजमा की चूत से सटा देता है अहह
यहाँ डालूं ना अम्मी

नजमा;अहह अम्मी नही सॅम नजमा अहह तेरी नजमा अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अम्मी में दुनिया के लिए हूँ तेरी हााआ पर तेरे लिए सिर्फ़ तेरी नजमा डाल दे रीईईईई



कुछ देर नजमा की चूत पे रगड़ने के बाद सॅम अपने लंड को झटके के साथ अंदर पेल देता है अहह ले नजमा अहह अहह

नजमा;हन्ंनननननणणन् मेरे जानुउऊुुुुुुउउ अहह चोदो अपनी नजमा कूऊऊऊऊऊ अहह ऐसे ही अंदर बाहर अहह ऐसे ही अहह तेरे लंड के लिए ही बनी है तेरी नजमा की चूत अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम;;नजमा के लिप्स को चूमता कभी ब्रेस्ट को मुँह में लेके चूस्ता तो कभी कमर पे थप्पड़ मारता हुआ नजमा की चिकनी चूत में लंड अंदर बाहर करने लगता है अहह अम्मी अहह मेरी जान अहह मेरा बच्चा चाहिए मुझे इसी चूत से अहह

नजमा;हाँ मेरी जान दूँगी ना मैं अहह सब कुछ तुम्हारा है अहह मेरी हर चीज़ अहह जो माँगों गे वो दूँगी अहह ऊइईईईईई माआआआअ मेरी बच्चे दानी को ठोकर मार रहा है तुम्हारा ये ज़ालिम लौडा हाआआआआअ सम्म्म्ममममममममम

सॅम;नजमा के कान में अपनी ज़ुबान डालके हल्के हल्के बोलने लगता है अहह नजमा तुझे मैं तेरी बेटी और बहू के सामने चोदुन्गा अहहहहहहः ऐसे नंगी करके तेरी बहेन को चोदु नजमा अहहहहहहहहहहहः



नजमा;हाँ सॅम जहाँ चाहो वहाँ चोदो मुझे महक और शबनम के सामने चोदो मुझे अहह बस अपना प्यार कम मत होने देना मेरी जनंननननननणणन् अहह मैं रह नही पाउन्गी तुम्हारे बिना हाआआआआअ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम;अम्मी आपकी चूत के लिए तो मैं दुनिया को भी छोड़ सकता हूँ अहह बस मेरी अम्मी मेरे नीचे रहे हमेशा हर रात ऐसे ही पूरे नंगी मेरे लंड से पिसते हुए अहह ऐसे ना अम्मी ऐसे ना अहहहहहहहहहः

नजमा;हन्ंनननननणणन् सॅम इसे अंदर तक घुसा दीईईईई रीईईई ज़ालिम लौडा है तेरा अहह मेरी चूत पे बिल्कुल रहम नही करता अहह

सॅम;हर रात आपकी चूत में जाएगा मेरा लंड अम्मी अहह

नजमा;हन्ंनननननणणन् बेटा मैं प्रेगनेंट होने के बाद भी नही छोड़ूँगी इसे 9वे महीने तक लूँगी मेरे जानू के लौडे को अपनी चूत में अहह चोदो बेटा और रगड़ के अहह कर दे मुझे आज ही प्रेगनेंट अहह

दोनो मोहब्बत की आग में जलते हुए एक जिस्म दो जान..

सॅम; नजमा को उस रात सुबह 5 बजे तक ऐसे ही रगड़ता हुआ चोदता रहा और नजमा भी बिना थके अपने बेटे से हर तरह से चुदते रही ..

ये रात जल्दी ख़तम नही होने वाली थी जहाँ एक तरफ महक और फीरोजा अपनी चूत की आग एक दूसरे की चूत पे रगड़ के बुझाने की कोशिश कर रही थी
वहीं यहाँ सॅम अपनी अम्मी के हर खावहिश पूरी करने में लगा हुआ था

नजमा;जिस तरह चाहती सॅम उसे उसी तरह चोद रहा था..
और देखते ही देखते सुबह के 5 बज गये और एक लंबी चुदाई के बाद सॅम और नजमा की आँख फिर से लग गई.
सुबह जब सॅम की आँख खुली तो नजमा उसके पास नही थी वो आँख मल्ता हुआ फ्रेश होने बाथरूम में घुस जाता है
और 30मिनट बाद जब नहा के किचिन में आता है तो नजमा उसे टवल लेपटि हुई कुछ काम करते दिखाई देती है.



नजमा;सॅम की तरफ देखती है और एक प्यारी से मुस्कान दोनो के होंठों पे फैल जाती है.

सॅम;अम्मी आप जल्दी उठ गये आज

नजमा;सॅम को अपनी बाहें खोल के अपनी तरफ बुलाती है
हाँ वो भूक लगी थी ना इसीलिए और दोनो एक दूसरे की बाहों में सिमट जाते है

सम;नई सुबह मुबारक हो अम्मी

नजमा;कल रात क्या कही थी मैने...अकेले में तुम मुझे नजमा कहोगे अम्मी नही

सॅम;ठीक है मेरी जान और दोनो एक दूसरे के लिप्स को अपनी गिरफ़्त में ले लेते है
सुबह की रोशनी में दोनो के जिस्म किसी डाइमंड की तरह चमक रहे थे खास तौर पे सॅम की चौड़ी छाती और उसपे गोल्डन बाल..

नजमा;के मुँह में पानी आ रहा था .
वो सॅम के गालों को ज़ोर से कटती है और उसे अलग होके फिर काम में लग जाती है.

सॅम;पीछे से नजमा को देख रहा था झुकी हुई नजमा की चूत उसे सॉफ दिखाई दे रही थी



सॅम;पीछे से नजमा को दबोच लेता है नजमा तेरी चूत पीछे से दिख रही है

नजमा;धीमी आवाज़ में जानती हूँ

सॅम;मुझे भूक लगी है नजमा
वो नजमा के ब्रेस्ट को मसलता हुआ उसके कानों में बोल रहा था

नजमा;कसमसाते हुए हल्के से कहती है अहह मुझे भी लगी है

सॅम;नजमा को उठाके डिन्निंग टेबल पे बैठा देता है
और नजमा की टवल खींच लेता है

नजमा;जानती थी सॅम को क्या चाहिए वो अपनी चूत पे हाथ फेरते हुए सॅम की आँखों में देखने लगती है




नजमा;आँखों के इशारे से सॅम को पास बुलाती है और सॅम नजमा के उपर झुक जाता है

सॅम;के लिप्स नजमा के पेट को चूमने लगते है जिससे वो गुदगुदी होने से हँसने लगती है फिर अचानक सॅम की दो फिंगर्स अपनी चूत में अचानक घुस जाने से नजमा की हँसी सिसकारियों में तब्दील हो जाती है

नजमा;अहह बेटा उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह क्या जादू कर दिया है रे तूने मुझपे उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह दिल दिन रात नंगी रहने को कर रहा है और तेरे नीचे उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह लिपट के चुदने कूऊऊऊऊऊऊ सॅम अहह

सॅम;की ज़ुबान नजमा की चूत पे पहुँच चुकी थी जिससे बोलते हुए नजमा हल्की हल्की मगर गहरी साँसें लेने लगती है उसके मुँह से कुछ बोला ही नही जा रहा था वो तो बस सॅम के सर को पकड़ के अपनी चूत पे दबाने लगती है अहह उनह अहह स्शह



सॅम;जितनी तेज़ी से नजमा की चूत चाट रहा था उतनी ज़ोर से नजमा चीख रही थी उसे सुबह सुबह सॅम से अपनी चूत चाटने में वो खुशी मिल रही थी जो रात के अंधेरे में भी नही मिली थी

नजमा;अहह सम्म्म्ममम अब घुसा दो जी जानुउऊुुुुुुुुुउउ मत तडपाओ अपनी जान को उनह ऊहह थोड़ा सा रहम खाओ अपनी नजमा पीईईईई अहह

नजमा;की चूत से पानी रिसने लगता है पर ये रिस्ता हुआ पानी उसकी आग को ठंडा करने की बजाए और भड़का देता है वो चीखने लगती है सॅम के बाल खींचने लगती है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम;अपनी अम्मी की चूत के मज़े लेरहा था उसे बहुत अच्छा लग रहा था कि नजमा उससे चुदने के लिए तड़प रही है वो और तेज़ी से क्लाइटॉरिस को मुँह भर के चूस्ता चला जा रहा था गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प

नजमा;दीवानी होचुकी थी जिस तरह लैला को सिर्फ़ मजनू दिखाई देता था उसी तरह नजमा को सिर्फ़ समीर का लंड अपनी चूत में घुसता दिखाई दे रहा था वो जल्द से जल्द उसे अपनी चूत में समा लेना चाहती थी पर ज़ालिम सॅम अपनी अम्मी को और उकसाना चाहता था जितना नजमा ने उसे सताया था शायद उसी का वो बदला लेरहा था

नजमा;हाँफने लगती है उसकी चूत का पानी उसकी जाँघ से होता हुआ नीची फर्श पे गिरने लगता है अहह कमिनाते चोदता क्यूँ नही मुझे अहह मेरी चूत में घुसाता क्यूँ नही अपना लौडा अहह डालना हरामी अहह मादर्चोद अहह अपनी अम्मी को सिर्फ़ तडपा रहा है अहह कुछ करना रीईईईई समीर बेटा अहह प्लीज़ डाल दे एक बार अंदर उनह मैं मार रही हूँ तेरे लौडे के लिए अहह

सॅम;को आख़िर अपनी नजमा पे रहम आ ही जाता है और वो नजमा को नीचे उतार कर झुका देता है और पीछे से अपना लंड उसकी चूत पे रगड़ने लगता है अहह

नजमा;इस रगड़ से और बेचैन हो जाती है वो एक हाथ पीछे लेजाके सॅम का लंड पकड़ लेती है और उसे अपनी चूत के मुँह में थोड़ा सा घुसा लेती है उःन्णनननननननणणन् मार ना धक्का ज़ालिम अहह कितना तड पा रहा है तू मुझे उनह

सॅम;नजमा मेरी जान तेरी चूत से निकला था और तेरी चूत से ही अपनी मोहब्बत की निशानी निकालूँगा हाआआआआआआअ ये लीईईई अहह अहह



नजमा;ऊइईईईई अहह उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह दूँगी ना मैं अपनी जान को अहह बस मुझे ऐसे ही लिटा कर तू दिन रात अहह मेरी कोख भरते जा ऐसे ही अहह मैं एक क्या तेरे लिए बच्चो की लाइन लगा दूँगी मेरे जानुउऊुुुुुुुुुुुुुउउ अहह धीरे रीईईईई बेटा उउन्न्ञननननननननणणन्

सॅम;दोनो हाथों से नजमा की कमर पकड़ के दना दन लंड चूत के अंदर तक ठोकता चला जा रहा था अहह नजमा मेरी रानी तू सिर्फ़ अहह मेरी है और ये तेरी चूत भी मेरी है अहह तुझे तो मैं चोद चोद के निहाल कर दूँगा मेरी जनंननननननननणणन् अहह

नजमा;खड़ी खड़ी थक गयी थी वो सॅम को सामने से आने का कहती है और सॅम झट से नजमा को किचिन के एक कोने में बैठा देता है और सामने से अपना खुन्टा फिर से नजमा की नरम दीवार में ठोक देता है अहह

दोनो की ज़ुबान एक दूसरे के मुँह में थी और लंड चूत में

नीचे से सिर्फ़ सॅम की कमर हिल रही थी और उपर से नजमा की ज़ुबान जो सॅम के मुँह के अंदर तक घुसी हुई थी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प



ना सॅम रुक रहा था और ना उसका फौलादी लंड दोनो आज सुबह सुबह नजमा की छूट की धज़ियाँ उड़ाने में लगे हुए थे

नजमा;सॅम को पकड़ लेती है और झड्ने लगती है अहह चोदता जा ज़ोर ज़ोर से अहह मेरी चूत में अहह ज़ोर ज़ोर से अहह

सॅम;नजमा मेरा पानी भी अहह निकलने वाला है अहह

नजमा;रुक जा सॅम मुझे तेरा पानी पीना है कहते है बीवी जब शोहार का पानी सुबह पीती है तो हमेशा जवान रहती है.

सॅम;झट से अपना लंड बाहर निकाल लेता है उसका प्रेशर बहुत बढ़ चुका था लावा किसी भी वक़्त बाहर आ सकता था इससे पहले कि वो ज़मीन पे गिरता नजमा एक चाइ का कप उठाके सॅम के लंड के नीचे लगा देती है
और सॅम अपना गाढ़ा गाढ़ा पानी उस कप में निकलने लगता है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

नजमा;की आँखे कप पे जमी हुई थी वो चाइ का कप आधी से भी ज़्यादा पानी से भर चुका था बार बाकी का पानी नजमा निचोड़ लेती है सॅम के लंड से



जैसे ही सॅम मुड़ता है नजमा उसकी आँखों में देखते हुए वो कप अपने मुँह से लगा के पीने लगती है वो इस अदा से वो पी रही थी जैसे कोई बहुत ही मीठी चीज़ हो.

दोनो एक दूसरे का हाथ पकड़ के बाथरूम में घुस जाते है पर वहाँ सॅम नजमा को नही छोड़ता और नजमा भी सॅम को नही कहती क्यूंकी कल रात से दोनो ने कुछ नही खाया था और इस तरह चुदाई से वो बीमार पड़ सकते थे.

पर नजमा अपने समीर के लंड को अच्छे से सॉफ करना नही भूलती वो शवर के नीचे खड़ी होके सॅम के लंड को सोप लगा के घिस के सॉफ करने लगती है

ये नजमा के हाथों का असर था या सॅम कि जवानी का जोश हाथ लगने की देर थी सॅम का लंड फिर से खड़ा होने लगता है.



जब वो नहा के बाहर आते है तो समीर के सेल पे शबनम का फोन आता है.

कुछ देर बात करने के बाद जब सॅम मूड के देखता है तो नजमा उससे पूछ लेती है

क्या बात है सॅम क्या कह रही थी शबनम

सॅम;अम्मी वो भाभी कह रही थी कि वो आज वापस आ रही है.

नजमा;क्यूँ ख़ैरियत तो है ना

सॅम;अम्मी वो भाभी प्रेगनेंट हो गयी है.

नजमा;का मुँह शॉक से खुला का खुला रह जाता है.वो सिर्फ़ इतना कह पाती है

क्य्ाआआआआआआआआआआआआआआआ

उधर डूश्ऱेए तरफ फीरोजा के घर पे

एक मेडिकल शॉप से फीरोजा सुबह सुबह प्रेग्नेन्सी किट लाके महक के पास देती है और जब महक बाथरूम में जाके उसे चेक करती है तो उसकी चीख सुनके सत्तार ख़ान भी चौंक जाते है

फीरोजा;भागती हुए बाथरूम में घुस जाती है ,,क्या हुआ बेटा इतनी ज़ोर से चीखी क्यूँ तुम

महक;अपनी हाथ की किट फीरोजा को दिखाती है
उस किट पे दो रेड निशान दिखाई दे रही थी तो प्रेग्नेन्सी पॉज़िटिव होने की अलमत थी.

महक;के साथ साथ फीरोजा का भी सर चकरा जाता है

कितनी देर महक रोटी रहते है और आख़िर कुछ सोचते हुए वो बाहर निकल जाती है और कार में बैठ के कार कार स्टार्ट कर देती है

फीरोजा;उसे पूछती है कि कहाँ जा रही है

वो सिर्फ़ इतना कहती है इस बच्चे के बाप से मिलने और उसे पूछने कि अब मैं क्या करूँ.

वो फुल स्पीड में कार हाइवे पे दौड़ा रही थी उसकी आँखों से आँसू लगातार बह रहे थे और दिमाग़ में गुज़री हुई बातें घूम रही थी वो जैसे ही एक टर्न लेती है सामने से तेज़ रफतार में आता हुआ ट्रक उसे ज़ोर से टक्कर मारता है और महक की कार उल्टी होके रोड पे घिसते हुए 25 फिट दूर जाके एक पेड़ से चिपक जाती है.
महक; खून में लथ पथ कार में पड़ी थी

कुछ देर बाद वहाँ एक ब्लॅक स्कॉर्पियो आके रुकती है और उसमें से एक शक्स बाहर निकलता है वो सीधा महक की कार की तरफ लपकता है

वो महक को कार से बाहर निकालता है और उसे पूछता है आपके घर का कोई यहाँ आ सकता है नंबर है किसी का

महक;इतने होश ओ हवस में नही थी वो सिर्फ़ इतना कहती है
मेरे पर्स में मोबाइल है समीर ख़ान को फोन करो
और ये कहके महक बेहोश हो जाती है

वो शख्स महक के मोबाइल से सॅम का नंबर डाइयल करता है और सॅम को महक की कंडीशन बताता है

सम;ये शॉकिंग खबर सुनके जैसे सकते में पड़ गया था वो और नजमा सीधा उस हॉस्पिटल की तरफ निकल जाते है जहाँ महक को वो शख्स लेके गया था

डॉक्टर महक की कंडीशन देख के उसे फ़ौरन ऑपरेशन थियेटर में लेजाते है

और वो शख्स जिसने महक की जान बचाई थी वहीं एक चेयर पे सॅम का इंतजार करने लगता है.

सॅम और नजमा जब हॉस्पिटल पहुँचते है तब तक महक का ट्रीटमेंट होचुका था और उसे आइसीयू में ट्रान्स्फर कर दिया गया था

सॅम और नजमा ;डॉक्टर से मिलते है और महक के बारे में पूछते है

डॉक्टर;;देखिए घबराने के कोई बात नही है वो तो अच्छा हुआ महक को सही वक़्त पे हॉस्पिटल पहुँचा दिया गया वरना ज़्यादा ब्लॅडिंग से कुछ भी होसकता था हमने महक के कुछ टेस्ट्स किए थे उसमें महक की प्रेग्नेन्सी रिपोर्ट पॉज़िटिव निकली थी पर इस आक्सीडेंट से उसके प्रेग्नेन्सी पे कोई असर नही पड़ेगा..\\

हाँ बस

सॅम और नजमा दोनो शॉक होके डॉक्टर से पूछते है क्या डॉक्टर

डॉक्टर;;वो महक का फेस बुरी तरह खराब हो गया है शायद उसकी कार बहुत दूर तक घिसती गये होगी

सॅम;डॉक्टर साहब वो ठीक तो हो जाएगी ना मेरा मतलब है वो पहले जैसी तो दिखाई देगी ना

डॉक्टर;आइ एम सॉरी बट वो अपना असली चेहरा खो चुकी है हाँ अगर आप उसका किसी अच्छे डॉक्टर से प्लास्टिक सर्जरी करवाते है तो महक एक नई लुक के साथ एक नये चहरे के साथ दुनिया देख सकती है..आज कल ये कामन चीज़ बन गई है

नजमा;हम महक को कब घर लेजा सकते है

डॉक्टर;रात तक महक डिसचार्ज हो जाएगी उसे फ्रॅक्चर भी नही है और ना अन्द्रुनि ब्लॅडिंग आप कुछ देर बाद महक से मिल सकते है.

डॉक्टर की ये बात सुनके नजमा और सॅम के दिल में कुछ सुकून आता है वरना इतने ख़तरनाक आक्सिडेंट के बाद इस तरह सही सलामत बच निकलना किसी मिर्रकल से कम नही था.

नजमा;महक से मिलने रूम में जाती है और सॅम उस शख्स से मिलता है

सॅम;हाई माइ नेम इस समीर भाईजान मैं आपका शुक्रिया कैसे अदा करूँ आपने मेरी बहेन की जान बचा के हम सब पे बहुत बड़ा एहसान किया है.

वो शख्स सॅम से हाथ मिलाता है

समीर भाई मेरा नाम शम्स ख़ान है और आप मेरा शुक्रिया अदा करके मुझे शर्मिंदा कर रहे है मैं वहाँ से गुज़र रहा था तभी देखा आपकी बहेन इस कंडीशन में पड़ी है मैने जो किया वो सिर्फ़ इंसानियत के नाते किया भाई ...ये आपकी बहेन का फोन अच्छा मैं चलता हूँ

सॅम;शम्स भाई एक कप चाइ तो पी सकते है हम उसके बाद आप चले जाना

शम्स ख़ान;ओके

और शम्स समीर के साथ पास की एक कॅंटीन में चला जाता है

चाइ पीते पीते

सॅम;तो भाई आप करते क्या है मेरा मतलब है आपका बिज़्नेस क्या है.

शम्स ख़ान;अपने बॅग में से एक बुक निकाल के सॅम को देता है

जब सम वो बुक खोलता है तो उस बुक के फ्रंट पेज पे राइटर का नाम लिखा हुआ था

शम्स ख़ान एक गुमनाम शायर

वो एक इन्सेस्ट बुक थी

सॅम;ने कई मर्तबा ये नाम सुना था वो खुशी से खड़ा हो जाता है और शम्स के गले लग जाता है भाई आप शम्स ख़ान हो वो जिसने कई इन्सेस्ट स्टोरी लिखीं है मैं तो आपका बिग फॅन हूँ भाई

मुझे तो यक़ीन ही नही हो रहा कि आप मेरे सामने बैठे हो

शम्स;मुस्कुराते हुए सॅम भाई आप इस नाचीज़ बंदे की कुछ ज़्यादा ही तारीफ कर रही हो बस इन्सेस्ट पे लिखना मेरी हॉबी है और आपकी बातों से लगता है आप भी इन्सेस्ट को काफ़ी पसंद करते है.

सॅम;अपने फ़ेवरेट राइटर को अपने सामने देख के जैसे सातवें आसमान पे था वो ये भी भूल गया था कि महक की क्या कंडीशन है शबनम भी घर आने वाली है वो तो बस शम्स ख़ान को देख देख मुस्कुरा रहा था.

शम्स ख़ान;;क्या हुआ सॅम मैने कुछ ग़लत कहा क्या

सॅम;शम्स भाई मेरी हमेशा से खावहिश थी आपसे मिलने की आप जब आप मेरे सामने बैठे है तो आपसे झूट नही बोलूँगा और सॅम अपनी ज़िंदगी का हर एक पेज शम्स ख़ान के सामने खोलता चला जाता है

सॅम;ने आबिद से लेके नजमा तक गुज़री हर वो बात शम्स को बताता चला गया
नज़ाने क्यूँ उसका दिल चाह रहा था कि वो शम्स को हर बात बता दे तकरीबन एक घंटे बाद जब सॅम खामोश हुआ तो सॅम के साथ साथ शम्स ख़ान के चेहरे पे भी मुस्कान फैली हुई थी.

सॅम;शम्स भाई अब आप ही मुझे कुछ सजेशन दो कि मैं क्या करूँ मैं अम्मी के साथ ज़िंदगी गुज़ारना चाहता हूँ पर फीरोजा खाला शबनम भाभी और अब महक मुझे कुछ समझ नही आ रहा भाई मैं क्या करूँ.

शम्स;मुस्कुराते हुए सॅम को कहता है
सॅम भाई आपकी बातें सुनके मुझे इस पे एक स्टोरी लिखने का दिल कर रहा है और मैं उस स्टोरी का नाम रखूँगा

1 राजा 1 गुलाम और 4 रानियाँ.

और जहाँ तक आपकी प्राब्लम का सवाल है तो आप आपकी अम्मी के साथ रहो

आपकी शबनम भाभी की शादी आबिद से करवा दो

फीरोजा खाला की शादी बाहर कहीं और हो जाएगी

और रही आपकी बहेन महक तो अपने अभी बताया कि डॉक्टर ने उसकी प्लास्टिक सर्जरी करवाने को कहा है तो उसे यूके या अमेरिका ले जाके ऐसी प्लास्टिक सर्जरी करवा दो कि यहाँ कोई भी उसे पहचान ना पाए और आप कह देना कि ये आपकी कज़िन है या कोई फ्रेंड जिससे आप शादी कर रहे है..

बहेन और अम्मी दोनो आपके साथ
और डिस्काउन्ट में आबिद और शबनम भी


सॅम;की आँखों के सामने प्युरे पिक्चर घूम जाती है वो शम्स को मुबारक बाद देते नही थकता और शम्स को अपनी अम्मी नजमा से मिलाने की ज़िद करता है

शम्स ख़ान;;समीर भाई मैं एक गुमनाम इंसान हूँ मुझे गुमनाम ही रहने दो कोई नाम पहचान ना दो..ओके गुड डे हॅव आ ग्रेट लाइफ टेक केयर.

और शम्स अपनी गुमनाम दुनिया में लौट जाता है

कितने ही देर सॅम शम्स को जाता देखता रहता है.

रात में सॅम और नजमा ;महक को घर ले आते है महक के चेहरे पे ड्रेसिंग पट्टियाँ बँधी हुई थी डॉक्टर ने उसे आराम करने को कहा था

शबनम;घर आ चुकी थी उसे इस सब के बारे में नही पता था वो महक को देख के रोने लगती है पर सॅम और नजमा के समझने पे वो चुप हो जाती है ये सोचते हुए कि कहीं महक भी जज़्बाती ना होज़ाये.

रात का खाना खाने के बाद शबनम अपने रूम में जाके लेट जाती है वो जानती थी कि ऐसी हालत में अपनी बात करना सही नही होगा.

नजमा;अपने रूम में लेटे हुए कुछ सोच रही थी.



तभी वहाँ सॅम आता है

सॅम;डोर बंद करके नजमा के पास लेट जाता है क्या बात है अम्मी क्यूँ परेशान हो

नजमा;महक की फिकर होरही है सॅम पता नही वो खुद को आयने में देख पाएगी भी या नही

सॅम;उफफफफफफ्फ़ हो अम्मी डोंट वरी मैं ने यूके जाने का इंतज़ाम कर दिया है हम कल ही यूके के लिए निकल जाएँगे और वहाँ जाके एक अच्छे से डॉक्टर से महक का चेहरा ठीक करवाएँगे आप बिल्कुल फिकर मत करो मैं हूँ ना आप का बेटा

नजमा;घूम के सॅम की छाती पे सर रख देती है बेटा नही जनंननणणन् हो तुम मेरी

सॅम;नजमा दिल कर रहा है मेरा

नजमा;मुस्कुराते हुए धत्त ऐसी हालत में भी
सॅम;दुनिया जाए भाड़ में मुझे मेरी नजमा की रोज चाहिए मतलब चाहिए चल इधर आजा मेरी रानी

और सॅम नजमा को अपने उपर खींच लेता है और उसके कानो में धीरे से कहता है
मेरी जान ज़रा चार्जिंग तो करदो अपने बेटे की

नजमा;अपनी नाइटी निकाल के फेंक देती है और सॅम की पॅंट नीची सरका देती है चूत की प्यास तो उसे भी लगी हुई थी अगर आज ये सब ना हो जाता तो वो अपने हनी मून की रात मना रही होते

नजमा;सॅम के लंड को हाथ में लेके सॅम को किस करने लगती है.

नजमा;अहह सॅम आज मुझे बेरहमी से चोद ज़रा सुबह से चूत में आग लगी है गलपप्प्प्प्प्प

सॅम;नजमा की पैंटी भी जिस्म से निकाल देता है और उसे अपनी लंड पे झुका देता है अहह अम्मी आपकी चूत की खैर नही आज और देखते ही देखते सॅम का लंड नजमा के मुँह में घुसता चला जाता है दोनो माँ बेटे दुनिया दारी भुला के अपनी रास लीला मे मगन हो जाते है. 
Reply
10-30-2018, 06:29 PM,
#65
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
नजमा;बड़े ज़ोर से सॅम का लंड चूस ने लगती है
गलपप्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प



गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प उन्हञंनननणणन् गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

दूसरी तरफ शबनम अकेले रूम में सो नही पा रही थी वो अपनी चूत में उंगली डाले सॅम के लंड के बारे में सोचने लगती है.



आख़िर कार वो उंगली कर कर के थक जाती है और उठ के पानी पीने किचिन की तरफ चली जाती है जैसे ही वो नजमा के रूम की सामने से गुज़रती है उसे अंदर से नजमा की सिसकारियाँ भरने की आवाज़ सुनाई देती है..

सॅम;बड़े प्यार से नजमा की चिकने चूत चाट रहा था पर दरवाजा बंद होने की वजह से शबनम को कुछ दिखाई नही दे रहा था वो झुक के की होल में से देखने लगती है और अंदर का नज़ारा देख उसकी आँखे फटी की फटी रह जाती है.

सॅम;का मुँह नजमा की चूत पे था और वो नजमा की फैली हुई चूत को चाटे जा रहा है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प



नजमा;उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बड़ा अच्छा चाटता है रीईईई ज़ालिम तू उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह खा जाना रे बेटा उःन्णननननणणन् और अंदर ज़ुबान डालके अहह तेरी अम्मी की चूत उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ऊइईईई माँ क्या कर रहा है रे.

सॅम;मेरी नजमा की चूत चाट रहा हूँ गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प



नजमा ;अहह सॅम उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह चोद ना जल्दी से अहह एक बार चोद ले मुझे उसके बाद रात भर चाट लेना उनह

पर सॅम नजमा की चूत को अंदर तक चाटे जा रहा था गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प



नजमा;जल्द से जल्द फौलादी लंड अपनी चूत में लेके मस्त होना चाहती थी पर ज़ालिम सॅम आज चूत का दीवाना हुआ पड़ा था आख़िर की मर्तबा नजमा के उसे पुकारने पे सॅम नजमा के उपर चढ़ जाता है और अपना लंड उसकी चूत पे घिसने लगता है अहह

नजमा;उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह डाल दे सॅम अंदर जल्दी से अहह

सॅम;अपने लंड का हेड नजमा की चूत पे लगा देता है.



और दोनो हाथों से नजमा की कमर पकड़ के अंदर पेल देता है अहह ले रानी अपने बेटे का अहह

नजमा;आराम से घुसाया कर उन्ह्ह्ह्ह्ह सॅम तेरी अम्मी अभी अभी खुली है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और अंदर तक आजा मेरे अहह

सॅम;नजमा के उपर चढ़ के दना दन अपना लंड चूत की दीवारो से रगड़ रगड़ के अंदर घुसाता चला जाता है दोनो के होंठ एक दूसरे को कस के जाकड़ लेते है और दोनो की कमर एक साथ झटके खाने लगती है.



ना सॅम कुछ बोल रहा था और ना नजमा वो दोनो चुप चाप इस प्यार का मज़ा लेरहे थे रूम में दोनो की आवाज़ें गूँज रही थी कभी उपर से तो कभी पीछे से सॅम नजमा को चोदे जा रहा था और नजमा हर चुदाई के साथ साथ और खुलती चली जा रही थी

सॅम;नजमा को एक करवट लेटा के पीछे से अपना लंड उसकी चूत में डालके चोदने लगता है ये पोज़ीशन सॅम और नजमा दोनो को पसंद थी इससे सॅम का लंड पूरी तरह नजमा की चूत के अंदर तक घुस जाता था.



नजमा;सॅम कोई सुन लेगा नाआआ अहह

सॅम;चोदते हुए चिल्ला रहा था जिससे नजमा उसे रोकने लगती है पर सॅम दबा दबा के नजमा की ब्रेस्ट और अंदर तक लंड घुसाने लगता है

दोनो रात भर नही थकने वाले थी और ना रुकने वाले

पर वो जो दरवाज़े पे खड़ी थी उसकी चूत जवाब दे चुकी थी.

शबनम ;अपनी चूत रगड़ते हुए अपनी एक ब्रेस्ट को मसल रही थी और अंदर का नज़ारा उसे और गरम कर रहा था.

वो चोर नज़रों से सॅम और नजमा की चुदाई देख रही थी.



कुछ देर बाद शबनम को रूम में से किसी के आने की आवाज़ सुनाई देती है और वो जल्दी से अपने कपड़े ठीक करके अपने रूम में भाग जाती है.

सॅम;कमर पे टवल लपेटे किचिन में पानी पीने आता है.
सुबह का आलम बड़ा ही दिलकश और दिलनशीन था.

रात भर जम के चुदाई की वजह से नजमा का अंग अंग खिला हुआ था वो किचिन में नाश्ता बना रही थी.



पर ज़हन में अब भी रात का हर वो मंज़र घूम रहा था वो सारी मोहब्बत भारी बातें जो सॅम और नजमा के बीच हुई थी..

महक;अपने रूम में लेटी हुई थी

और शबनम अपने रूम में अभी अभी नहा के आई थी और आयने के सामने खड़ी बाल सूखा रही थी
उसका दिल ओ दिमाग़ आज जगह पे नही था रात का वो नज़ारा जो उसने देखा था उसे बेचैन कर रहा था उसे एक तरह से जलन हो रही थी ज़ाहिर है ये तो हर औरत की फितरत होती है अपनी चूत का लंड दूसरे की चूत में भला कौन बर्दास्त कर सकती है.

सॅम;नहा के निकलता है और नजमा को गुड मॉर्निंग किस करके शबनम के रूम की तरफ बढ़ जाता है.

शबनम;खामोश खड़ी थी तभी सॅम पीछी से आके उसे पकड़ लेता है/



सॅम;शबनम मेरी जान कैसे हो.

शबनम;गुस्से से ज़िंदा हूँ अभी हटो छोड़ो मुझे कपड़े चेंज करने दो

सॅम;शबनम को अपनी बाहों में कसते हुए मेरी जान मैं तुझे नंगी करने आया हूँ और तू है कि कपड़े बदलने की बात कर रही है.

शबनम;कसमसाते हुए छोड़ो सॅम तुम थक गये होंगें ना रात भर मेहनत करनी पड़ती है तुम्हे

सॅम;ओह तो मेरा शक सही निकला मेने कल किसी को रूम के सामने से भागते हुए देखा था इसका मतलब मेरी जान को सब पता चल गया है.

शबनम;जी हाँ तुम लगे रहो मेरी किसी परवाह है मैं जियू या मरूं हटो जाने दो

सॅम;शबनम को अपनी छाती से चिपका लेता है इधर देख मुझे तेरी परवाह नही है क्या

शबनम;हाँ नही है.

सॅम;अपना एक हाथ शबनम की शलवार में डाल देता है
जिससे शबनम सिहर जाती है

शबनम;अहह क्या कर रहे हो गगगगगगग

सॅम;देख रहा हूँ तेरी चूत भी नाराज़ है क्या मुझसे

शबनम;हाँ है वो नाराज़ रात भर रोती रहती है पर कहाँ समझी हमारे दिल की बात अहह सॅम का हाथ प्युरे तरह शबनम की चूत मसल्ने लगता है और शबनम की चूत पानी पानी होने लगती है.

सॅम;शबनम के लिप्स अपनी गिरफ़्त में लेलेता है और उसे चूसने लगता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प कुछ सेकेंड में ही शबनम का सारा गुस्सा गायब हो जाता है और वो अपने होने वाले बच्चे के बाप को बेतहाशा चूमने लगती है.

सॅम;शबनम मुँह में लेना

शबनम;अम्मी आजाएँगी तो

सॅम;मैं तुझे कह रहा हूँ मुँह में ले

शबनम;नीची बैठ जाती है और सॅम की पॅंट नीची करके उसका लंड बाहर निकाल लेते है वो बड़े दिनो बाद इसे देख रही थी दिल में डर भी था पर मुँह भी सूख रहा था वो दिमाग़ की बात नही सुनते और दिल से काम लेते है और अगले ही पल सॅम का लंड शबनम के मुँह में चला जाता है.गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प

वो चट खारे मार मार के उसे चूम ने लगती है और चाटने लगती है.

तभी शबनम की नज़रें दरवाज़े की तरफ जाती है.


नजमा;उसे ही देख रही थी
एक पल सिर्फ़ एक पल के लिए शबनम का दिल ज़ोर से धड़कता है और फिर अगले ही पल वो कुछ सोच के नजमा की आँखों में आँखे डाल के सॅम का लंड चूसने लगती है.गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प



नजमा;सॅम को आवाज़ देती है
अगर मुँह भराई हो गयी होंगी तो नाश्ता कर लो

नजमा;की आवाज़ सुनके सॅम चौंक जाता है पर अभी वो इस कंडीशन में नही था कि शबनम के मुँह से लंड निकाल सके

सॅम;अहह आया अम्मी अहह

नजमा;उन दोनो को घूरते हुए किचिन में चली जाती है.

शबनम;खड़े होके अपनी सारे कपड़े निकाल देती है रात भर से ये कपड़े उसके जिस्म को उस गर्मी से बचा रहे थे जो उसके जिस्म के अंदर लगी हुई थी वो जल्द से जल्द इन से निजाद पाना चाहती थी

वो डोगी स्टाइल में बेड पे लेट जाती है और अपनी कमर हिला के सॅम को अपने पास बुलाती है सॅम का लंड भी तना हुआ था वो पीछे से शबनम की चूत में निशाना लगाता है और कमर पकड़ के अंदर लंड घुसा देता है अहह



शबनम ;कमर हिला हिला के और अंदर तक सॅम का लंड ले रही थी और सॅम स्टा सॅट शबनम की चुदाई कर रहा था सॅम शबनम को सीधा लेटा देता है और उसके उपर चढ़ के अपना लंड सीधा उसकी बच्चे दानी तक घुसा देता है

शबनम;तड़प उठती है उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आराम से चोदो ना जी आपका बच्चा अंदर है ना अहहहहहहहहहः

सॅम;मेरी जान मेरे बच्चे की ताक़त के लिए ही तो तुझे अंदर तक चोद रहा हूँ ताकि वो सेहत मंद पैदा हो अहह तेरी चूत की बहुत याद आई शबनम मुझे सच में

शबनम;उनह तो बुला लेते ना मुझे मैं भी तो तड़प रही थी आपके लंड को अपनी ओखली में लेने के लिए अहह धीरे ग्ग्ज्ज्ज्ज्ज्ज

सॅम;शबनम मैं और अम्मी महक के साथ यूके जा रही है 20 दिन के लिए

शबनम;उनह मुझे भी लेचलो नाआआ मैं कैसे रह पाउन्गी जीिइईईईईई अहह

सॅम;मेरी जान ऑफीस भी तो देखने है ना



सॅम का लंड शबनम की चूत में अंदर बाहर हो रहा था और वो दोनो हान्फते हुए बातें भी कर रही थी

चुदाई का सिलसिला शुरू था और हर 5मिनट के बाद सॅम पोज़िशन चेंज कर रहा था कभी शबनम सॅम के उपर होती ऐसे

तो कभी वो सॅम के दोनो हाथों से अपनी ब्रेस्ट मसल वा रही होती



आख़िर कार 15मिनट के दमदार चुदाई के बाद दोनो पानी छोड़ने लगते है और एक दूसरे के बाँहों में सिमट जाते है.



सॅम;;शबनम आज रात तक आबिद घर आने वाला है मैं चाहता हूँ तू उसपे अपने नज़रों का जादू कर्रे और उसे अपने काबू में करे

शबनम;क्यूँ

सॅम;क्यूंकी मुझे तेरी और उसकी शादी करवानी है

शबनम;सॅम से अलग होने लगती है उसे गुस्सा आ रहा था पर सॅम शबनम को बाहों में कस लेता है अर्रे मेरे बात तो सुन पहले

शबनम;छोड़ दो मुझे सॅम तुम चाहते हो मैं आबिद से शादी करूँ और ये जो मेरी कोख में तुम्हारा बच्चा पल रहा है उसका क्या तुम ऐसा सोच भी कैसे सकते हो.

सॅम;;आबिद से शादी करने के बाद तू पर्मानेंट इस घर में एक बहू की हैसेयत से रहसकती है और आबिद की मैं गारंटी लेता हूँ वो तुझे तभी चोदेगा जब मैं उसे कहूँगा वो तुझे हाथ भी नही लगाएगा..

अर्रे उसका इतना छोटा है कि वो तेरी इस चूत में उपर उपर ही घूम के रह जाएगा तुझे चोदने की बात तो बाद में है.

सो अगर तेरी और आबिद की शादी हो गयी तो मैं तुझे हर वक़्त बिना किसी के डर के चोद सकता हूँ और तुझे ऐसे कई बच्चे दे सकता हूँ.

और अगर तू मना करेगी तो तेरा बहुत बड़ा नुकसान होगा क्यूंकी मैं नजमा से वादा करचूका हूँ कि महक की प्लास्टिक सर्जरी के बाद महक और मैं शादी करेंगे

शबनम;चौंकते हुए तो क्या तुमने महक को भी नही छोड़ा

सॅम;वो भी तेरी तरह प्रेगनेंट है एक तो तू मेरी बात मान ले या फिर अबॉर्षन करवा ले आगे तेरी मर्ज़ी.

सॅम;शबनम के पास से उठ के बाहर निकल जाता है वो जानता था कि शबनम को सोचने के लिए थोड़ा वक़्त चाहिए और अगर वो शबनम की बाहों में पड़ा रहा तो शबनम उसे बातों में फुसला के कुछ उल्टा सीधा ना कर्दे..

सॅम;कपड़े पहन के सोफे पे जाके बैठ जाता है तभी वहाँ नजमा आती है उसकी आँखे सॉफ दिखा रही थी कि वो किस बात से खफा है

सॅम;उसे बैठने के लिए जगह देता है

नजमा;तुम कितने कमिनाते हो सॅम शबनम आई नही कि चले दुम हिलाते हुए उसके पीछे आख़िर ऐसी कौनसी चीज़ है उसमे जो मुझ में नही है हर तरह से खुश रखती हूँ मैं तुम्हे लेकिन नही

सॅम;नजमा को प्यार से समझाता है अम्मी मेरी मोहब्बत आप हो और आपको पाने के लिए मुझे कई लोगों की लाशों पे से गुज़रना पड़ रहा है ये आप नही समझोंगी.

नजमा;सॅम को घूर्ने लगती है तभी वहाँ शबनम आजाती है और पीछे से उनकी बातें सुनने लगती है.



नजमा;तुम झूठे हो सॅम एकदम झूठे मुझे तुमपे कभी कभी बिल्कुल भरोसा नही होता

सॅम;नजमा के होंठ चूम लेता है अब भरोसा आया मेरी जान को

नजमा;उसे घुरके रहजती है नही

सॅम;अम्मी मुँह में लो अभी

नजमा;पीछे शबनम को देखती है और फिर धीमी आवाज़ में सॅम को कहती है. पागल हो गये हो क्या कुछ भी बोले जा रहे हो

सॅम;मुँह में लेके चूसो अभी

नजमा;इसे अपनी इन्सल्ट समझ के खड़ी हो जाती है और सॅम को फटी फटी आँखों से देखने लगती है.

सॅम;भी अपनी माँ का बेटा था वो इस घर के सभी लोगों में वो जज़्बात पैदा करना चाहता था जिससे उनके बीच की वो दीवार गिर जाए जो एक माँ को बेटी से और एक बहू को सास के सामने चुदने से रोकती है.

सॅम;अगर नही लोगी तो मुझसे बुरा कोई नही

नजमा;सॅम पे बिफर जाती है तभी बीच बचाव में शबनम उनके बीच में आजाती है और दोनो को अलग करती है.



नजमा;पैर पटकते हुए अपने रूम में चली जाती है

सॅम;भी उसके पीछे पीछे चला जाता है

नजमा;बेड के पास खड़ी थी
तभी वहाँ पीछे से सॅम उसे पकड़ के अपनी तरफ घुमा लेता है

साली नखरे करती है तुझे मैने कहा कि मुँह में ले तो तेरा काम है बिना कुछ सोचे मुँह में लेना

नजमा;पर सॅम वहाँ शबनम भी थी ना

सॅम;उसकी माँ की चूत तुझे क्या उससे तेरी चूत को रोज लंड अगर चाहिए तो तुझे वही करना होगा जो मैं कहूँगा समझी बोल समझी कि नही

नजमा;हाँ बाबा सॉरी अब से जो तुम कहोंगे वही करूँगी

सॅम;चल नीचे बैठ

नजमा;नीचे बैठ जाती है

सॅम;पॅंट खोल और मुँह में ले

नजमा;बिना कुछ सोचे सॅम का लंड मुँह में लेके चूसने लगती है तभी उसके मोबाइल पे ऑफीस से फोन आता है वो बात करने उठना चाहती है पर सॅम उसे कहता है

सॅम;मुँह में लेके बात कर

और नजमा वैसे ही मुँह में लंड चूस्ते हुए बात करने लगती है.

कुछ देर लंड चूसने के बाद सॅम नजमा के मुँह में पेशाब करके दुबारा नहाने चला जाता है

और नजमा मुँह में पड़ा पेशाब भी पी जाती है.

उसे सॅम पे गुस्सा नही आ रहा था उसे सॅम के हर अदा में प्यार झलकता हुआ महसूस होता था और आज भी यही आलम था.

2पी एम;
आबिद भी महक की खबर सुनके घर लौट आता है

शाम 7पी एम;;को उनकी फ्लाइट थी
नजमा शबनम को सारे ऑफीस और घर के बातें समझा देती है.

और सॅम ;आबिद को घर में रहने की सलाह देता है

आख़िर वो सभी एयर पोर्ट के लिए निकल जाते है.

और देखते ही देखते सॅम नजमा और महक यूके के लिए रवाना होजाते है.
युनाइटेड किंग्डम;....

पूरे रास्ते नजमा और सॅम के बीच कुछ ख़ास बात नही हुई
शायद नजमा सॅम से सुबह की बात को लेके कुछ नाराज़ थी

महक;चुप चाप सी नज़र आ रही थी वो ऑपरेशन को लेके थोड़ी नर्वस भी थी पता नही नया चेहरा कैसा होगा वो इस चेहरे के साथ आने वाली ज़िंदगी गुज़र पाएगी भी या नही ये सारे सवाल उसके दिमाग़ में घूम रहे थे.

आख़िर एक लंबे थका देने वाले सफ़र के बाद वो तीनो यूके पहुँच गये
वहाँ पहले से सॅम ने एक फाइव स्टार होटेल में रूम बुक किया हुआ था वो तीनो रूम में पहुँचते है और फ्रेश हो जाते है.

डॉक्टर से अपाय्नमेंट 2 घंटे बाद का था

कुछ देर आराम करने के बाद सॅम अपनी दोनो रानियों को लेके डॉक्टर के पास जाता है

डॉक्टर स्मिथ; यूके के मशहूर डॉक्टर में से एक थी वो महक के कुछ टेस्ट्स और उसकी स्किन एग्ज़ॅमिनेशन करती है तकरीबन एक घंटे बाद वो नजमा और सॅम को अपने कॅबिन में बुलाती है.

डॉक्टर स्मिथ;;सॅम और नजमा को बताती है कि वो महक को 2 दिन यहाँ आइसीयू में रखेगी और उसके बाद प्लास्टिक सर्जरी करेंगी.

सॅम और नजमा;
महक को मिलके सारी बातें बतातें है और उसे हिम्मत देते है कि आने वाला वक़्त उसकी ज़िंदगे को हसीन तरीन बना देगा

डॉक्टर स्मिथ;;सॅम और नजमा को हॉस्पिटल में रुकने से मना करते है उनके मुताबिक पेशेंट्स के रिलेटिव पास होने से पेशेंट में नर्वस नेस बढ़ जाती है और जिससे उन्हे ऑपरेशन करने में परेशानी आती है.

इस लिए सॅम और नजमा महक को हॉस्पिटल में अड्मिट करवा कर वापस होटेल लौट जाते है.

होटेल पहुँच के नजमा बेड पे निढाल लेट जाती है उसका अंग अंग दुख रहा था पिछले कई घंटों से वो सभी सफ़र में थे और इतने लंबे सफ़र की नजमा को आदत नही थी उपर से महक की फिकर अलग.

सॅम;नजमा के पास आके बैठ जाता है
क्या हुआ मेरी जान थक गयी क्या

नजमा;कोई जवाब नही देती

सॅम;नजमा के गाल को सहलाने लगता है नजमा मेरी रानी नाराज़ हो मुझसे

नजमा;काम ही ऐसा किया है तुमने

सॅम;उफफफफफ्फ़ हो मेरी जानेमन हो गयी ना वो बात मैं तो शबनम को समझाने गया था कि वो आबिद का ख़याल रखे पर अचानक वो सब हो गया

नजमा;हाँ वो सब अचानक ही होता है पहले फीरोजा के साथ फिर शबनम और फिर महक और ना जाने किस किस के साथ करचुके हो

सॅम;नजमा को अपनी गोद में बैठा लेता है पर नजमा अभी भी सॅम से मुँह मोडे हुए थी ये बनावटी गुस्सा था या हक़ीकत का ये तो सिर्फ़ नजमा जानती थी.

नजमा;हटो मुझे सोने दो पूरा जिस्म दर्द कर रहा है.

सॅम;मालिश कर दूं तुम्हारे

नजमा;मुझे नही करवानी तुमसे मालिश

सॅम;फोन उठाके रिसेप्षॉनिश्ट को कहता है कि दो मसाज करने वाले रूम में भेज वादे
ये इस होटेल की स्पेशॅलिटी थी.

तकरीबन 15मिनट बाद उनके रूम में कोई नॉक करता है जब सॅम डोर खोलता है तो 2 खूबसूरत लड़कियाँ तकरीबन 19 20 साल की हाथ में टवल और आयिल लेके अंदर आती है.

सॅम;उन दोनो को बताता है कि क्या करना है

नजमा;भी तब तक उठ के बैठ गयी थी और सॅम की कारस्तानी पे दिल ही दिल में मुस्कुरा रही थी.

अब ये क्या है सॅम वो थोड़ा बनावटी गुस्सा दिखाते हुए सॅम से पूछती है.

सॅम;सिर्फ़ कंधे उच काके मुस्कुरा देता है.

उस में से एक लड़की नजमा के बेड पे एक टवल बिछा देती है और नजमा को कपड़े उतार कर एक नई टवल बाँध के लेट जाने को कहती है.

थोड़े देर झिझकने के बाद नजमा बाथरूम में से टवल लपेट के रूम में आती है और बेड पे लेट जाती है.



उधर दूसरी तरफ

सॅम;बिल्कुल नंगा लेटा हुआ था और वो दूसरे लड़की सॅम की छाती पे आयिल लगाने लगती है वो पहले सॅम की छाती की मालिश करती है लड़की के हाथ लगते ही सॅम के सोए हुए राक्षस में जान आने लगती है वो टवल में तंबू बना लेता है

लड़की जब सॅम की जाँघ के पास देखती है तो उसे हँसी आजाती है

पर सॅम ;बेशर्मो के जैसे पड़ा हुआ था उसे जैसे कोई परवाह ही नही थी

लड़की धीरे धीरे नीची आती जाती है और फिर सॅम की जाँघ के पास की टवल हटा देती है सॅम के लंड को देख उस लड़की की आँखे चौंधिया जाती है शायद इससे पहले उसने कभी ऐसा कोब्रा नही देखा होगा वो सॅम के लंड को पकड़े बिना नही रह पाती है धीरे धीरे सॅम के लंड को सहलाने लगती है.

इधर नजमा भी पूरी तरह नंगी होचुकी थी और सिसकारियाँ भर रही थी वो लड़की नजमा के बॅक पे आयिल लगा रही थी पर बार बार उसके हाथ नजमा के उस हिस्से को छू रहे थे जिससे नजमा मचल जाती थी वो लड़की शायद लेज़्बीयन थी इस लिए उसे नजमा का जिस्म बहुत अच्छा लग रहा था.

वो तेल से भीगे हुए हाथों से नजमा की कमर मसल देती और एक हाथ कमर के बीच की दरार में घुसा के चूत को भी छू रही थी.

नजमा;उन्हञंननननणणन् व्हाट आर यू डूयिंग उनह



लड़की चुप चाप अपना काम कर रही थी वो नजमा को पीठ के बल लेटने को कहती है

जब नजमा पीठ के बल लेटती है तो उस लड़की के मुँह में पानी आने लगता है सफेद चिकनी चूत जिसपे एक भी बाल नही था वो लड़की आयिल की बोटेल नजमा के पेट पे ब्रेस्ट पे और जाँघ पे डाल देती है और फिर नीचे से उपर तक रगड़ती जाती है

नजमा;का जिस्म अब पूरी तरह गरम हो गया था उसका सॅम पे गुस्सा जा चुका था वो बस जल्द से जल्द सॅम को अपनी जांघों के बीच देखना चाहती थी पर ये कम्बख़त लड़की आग में घी डालने का काम कर रही थी

जैसे ही उस लड़की के नाज़ुक हाथ नजमा की चूत पे पहुँचते है नजमा का मुँह खुला का खुला रह जाता है



अहह समीररर्र्र्र्र्र्र्र्ररर उसके मुँह से बस यही दो अल्फ़ाज़ निकलते है

लड़की मुस्कुराते हुए नजमा से पूछती है
मेडम युवर हज़्बेंड समीर ईज़ ऑन अदर रूम डोंट वरी जस्ट रिलॅक्स

नजमा;अहह तेरी चूत को कोई मल दे तब तुझे पता चलेगा कमिनाते

लड़की नजमा से पूछती है व्हाट डिड यू से मॅम

नजमा;नतिंग डू युवर वर्क फास्ट.
Reply
10-30-2018, 06:29 PM,
#66
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
इधर सॅम के तो जैसे मज़े हो रही थे वो लड़की सॅम के पूरे जिस्म पे आयिल लगा के गर्दन से लेके लंड तक मसल रही थी और सॅम का लंड उसकी इस हरकत से अपनी औकात में आने लगा था.




वो लड़की सॅम के लंड को दोनो हाथों में लेके सहलाने लगती है और धीरे से सॅम से कहती है

युवर डिक ईज़ सो ब्यूटिफुल कॅन आइ किस इट

सॅम;ओह या स्योर

ये सुनके उस लड़की के चेहरे पे मुस्कान आ जाती है और वो सॅम के लंड को पकड़ के अपनी नाज़ुक लिप्स से लगा के पहले किस करती है.



और फिर अचानक अपने मुँह में घुसा के चूसने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प उनह सू यम्मी गलपप्प्प्प्प्प्प्प आइ लव इट ओह इट्स सो ब्यूटीफूल गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प

वो लड़की जैसे पागल हो गयी थी उसे सॅम का लंड बहुत पसंद आ गया था वो तो मसाज करना ही भूल गये थी और अब बिना किसी झिझक के सॅम के उपर बैठ के उसका मुस्सल अपने मुँह में लिए जा रही थी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;भी उस लड़की की कमर पकड़ के दबाने लगता है अहह यू नॅस्टी बिच अहह आइ वाना फक यू अहह

लड़की बीच बीच में सॅम का लंड मुँह से बाहर निकालती और फिर खींचते हुए अहह कमोन फक मी अहह फक मी स्वीट हीआर अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

इधर नजमा का बुरा हाल था उस लड़की ने तकरीबन अपनी सभी फिंगर्स नजमा की चूत में घुसा दी थी और अंगूठे से नजमा की क्लिट को मसल रही थी जिससे नजमा चीखने लगती है अहह उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम अहह यहाँ आओना उन्हञंनननणणन् मुझे चोदो अहह ये कमिनाते मुझे मार देगी अहह सम्म्म्ममममममममम



नजमा ;की आवाज़ सुनके सॅम खड़ा हो जाता है और नजमा की तरफ चला जाता है

सॅम;क्या हुआ नजमा

नजमा;इन दोनो को पहले यहाँ से भगा दो और जल्दी से मुझे नीचे लेलो अहह मुझे अंदर चाहिए अभी के अभी

सॅम;जान चुका था कि मामला क्या है वो दोनो लड़कियो को उनके फीस देके रवाना कर देता है और नजमा के पास आजाता है
बहुत चिकनी लग रही है मेरी जान सॅम का एक हाथ नजमा के चिकने ब्रेस्ट पे था.

वो नजमा की आँखों में चुदाई की हवस सॉफ देख सकता था.



नजमा;बातें मत करो मुझे चोदो पहले कस के उसके बाद सब

सॅम;पहले थोड़ा दबाने तो दो जाने मन वो नजमा के दोनो ब्रेस्ट को मसल्ने लगता है.



नजमा;इतनी गरम हो चुकी थी कि उसके मुँह से कुछ निकल ही नही रहा था वो तो बस आने वाले वक़्त की राह देख रही थी
अहह चोद ना रे ज़ालिम लौडे वाले अहह चोद ना मुझे क्यूँ तरसा ता है हमेशा अहह देख ना कैसे पानी छोड़ रही है तेरी नजमा की चूत उनह चोद दे रीईईईईईई

सॅम;का भी लंड पहले से उस लड़की के सक करने से तन चुका था और उपर से नजमा की ये बातें कौन काफ़िर भला बर्दास्त करसकता था वो आव देखता है ना ताव और अपने लंड को नजमा की तेल से भीगी हुई चूत पे रगड़ने लगता है अहह

बहुत बातें करती है तू चुदने से पहले अहह आज हमारे हनिमून का पहला दिन है नजमा मेरी रानी ये लीईईईईईईईई अहह



और वो जवान लंड अपनी गरम अम्मी की चूत में घुसता चला जाता है

नजमा;उह्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न ऐसे ही अहह आज नही बाहर निकालने दूँगी अहह इससे अहह रगड़ के ठोकना रे बेटा हाआआआआआआअ ज़रा ज़ोर से उन्हञंनननननननणणन् शबनम को कैसे चोदता है अहह कमिनाते मेरी चूत में क्या काटें लगें है अहहहहहहहहहहहहः

ये अल्फ़ाज़ जहाँ सम का खून और गरम कर रहे थे वहीं ये नजमा की चूत की गर्मी को भी बयान कर रही थी

सॅम;पूरी ताक़त से सटा सॅट अपना लंड नजमा की चूत में घुसा रहा था अहह नजमा मेरी जान अहह तुझे ऐसे चोदुन्गा कि इंडिया पहुँचने से पहले तू भी इस लौडे से प्रेग्नेंट हो जाएगी अहह ले अहह

नजमा;हन्ंननननणणन् सॅम करदो अपनी नजमा को प्रेग्नेंट अहह मैं जानू गी तुम्हारे बच्चे को अहह दोनो को रोज दूध भी पिलाउन्गी अहह

वो दोनो अपने आने वली ज़िंदगी की बातें करते हुए लंड और चूत का मिलाप करा रहे थे

सॅम;नजमा को उल्टा कर देता है और पीछे से उसकी मोटी कमर पकड़ के अपना लंड चूत में ठोकने लगता है अहह

नजमा;सिसक सिसक के उसे चूत की गहराइयों में लेती चली जाती है अहह ऊइईईई अम्मी गगगगगगगगगग



पूरे रूम में दोनो की ज़ोर दार चीखे गूँज रही थी उनके रूम के सामने से जो भी गुज़रता हो साँसे लिए बिना नही रह पाता

सॅम;का लंड पानी छोडने को तैयार नही था और नजमा की चूत उसे बाहर निकालने को तैयार नही थी पर लगातार धक्को से सॅम की कमर हिलना थोड़ी स्लो हो गयी थी

नजमा;मुझे उपर आने दो मुझे अपने घोड़े के सवारी करनी है अहह

वो सॅम को नीचे लेटा के अपनी दोनो टाँगे उसके आजू बाजू करके उसके लंड पे बैठती चले जाती है अहह

नीचे से ज़ोरदार झटका उसकी बच्चे दानी को भी हिला के रख देता है.

सॅम;इतने खीच खींच के झटके मार रहा था कि लंड बार बार बाहर आने लगता है जिसे नजमा हाथ में पकड़ के फिर से अंदर घुसा देती है अहह

नजमा;मेरे ब्रेस्ट मसल्ते हुए चोदो मुझे अहह



एक वफ़ादार शोहर की तरह सॅम अपनी अम्मी की सेवा करता चला जाता है और तकरीबन आधी घंटे बाद ये मिलाप अपने चरम पे पहुँचता है एक दो तीन मार देने वाले झटकों के बाद सॅम और नजमा एक दूसरे की बाहों में निढाल लेट जाते है.
आख़िर वो दिन भी आ गया जिसका सॅम के साथ महक को भी बेसब्री इंतजार था ऑपरेशन का दिन..

सॅम;ऑपरेशन के एक घंटा पहले
सॅम;महक के पास बैठा हुआ था पास में नजमा भी थी.

महक;की आँखे लाल थी शायद वो रात भर नही सोई थी दिल में अजीब से उलझन थी कहीं एक सवाल था कि सॅम तुम हमारे बच्चे को अपना नाम दोगे ना?

सॅम;महक के दिल की हालत से अच्छी तरह वाकिफ़ था वो चुप्पी तोड़ता है और महक के बिल्कुल पास बैठ जाता है दोनो भाई बहन एक दूसरे की आँखों में देखने लगते है.

सॅम;महक मैं तुझ से जो कहने जा रहा हूँ वो गौर से सुन उसके बाद ही सही ग़लत का फ़ैसला करना

हमारे बीच जो कुछ हुआ वो अम्मी को पता है पर मेरे और अम्मी के बीच जो हालत पैदा हुए वो तू नही जानती.
जब तू खाला के साथ उनके घर गयी हुई थी उस दौरान मैं और अम्मी इतने पास आगये जितने तू और मैं हुए थे
हाँ महक मैं अम्मी के साथ जिस्मानी तालुकात बना चुका हूँ..और ये हमेशा से ही चाहता था तेरे और भाभी के साथ से भी पहले आज मैं और अम्मी जिस रास्ते पे खड़े है वहाँ से वापस लौटना नामुमकिन है.

मैं अम्मी के बिना नही जी सकता और ना वो मेरे बिना रह सकती है.

तेरे पेट मे जो हमारे प्यार की निशानी है मैं उसे अपना नाम देना चाहता हूँ तुझ से शादी करके पर एक शर्त पे

महक;क्य्ाआआआआ

सॅम;तू मेरे और अम्मी के रिश्ते को अपना ले
मैं तुझ से और कुछ नही चाहता महक तू मेरी ज़िंदगी में वही जगह रखेगी जो अम्मी रखती है है बस फरक इतना होगा कि अम्मी जिस बच्चे को जनम देगी उसे तेरा नाम दिया जाएगा तू उसकी माँ कहलाएगी दुनिया की नज़र में तू उसकी माँ होंगी...बोल तुझे क़ुबूल है.

नजमा;एक टक महक को देख रही थी

कुछ पलों की खामोशी के बाद महक बोलती है

महक;जिस दिन तुमने मुझे हमबिस्तर किया था उसे दिन मैने तुम्ही अपना शोहर मान ली थी अगर अम्मी की जगह किसी और के साथ तुम मेरी मोहब्बत शेयर करने को कहते तो मैं उसे जान से मार देती पर अम्मी के लिए तो मेरी जान भी हाज़िर है.

मैं हर कदम पे तुम्हारा साथ दूँगी बस अपनी मोहब्बत कम मत होने देना.

सॅम;मारे खुशी के महक को चूम लेता है और तभी डॉक्टर स्मिथ अपने टीम के साथ वहाँ आती है और महक को ऑपरेशन थियेटर में लेज़ाती है.

3घंटे के ऑपरेशन के बाद जब डॉक्टर बाहर आते है तो उनके चेहरे सॉफ बता रहे थे कि ऑपरेशन कामयाब रहा है.

सॅम और नजमा का खुशी का ठिकाना नही था वो महक से मिलती है और उसे आने वाले वक़्त की मुबारक बाद देती है.

वक़्त कुछ और आगे बढ़ता है ऑपरेशन को 7दिन होचुके थे आज महक की सारी पटियाँ हटाई जानी थी वो लम्हा सभी के लिए बहुत इंपॉर्टेंट था जबडॉक्टर ने आखरी पट्टी भी हटा दी तो हैरत और खुशी के नजमा और सॅम का मुँह खुला का खुला रह गया.

महक;का चेहरा पूरी तरह बदल चुका था जिस्म वही था बस रूह बदल गयी थी वो जो आम सी दिखने वाली लड़की थी आज बहुत खास लग रही थी हुस्न ओ जमाल की रंगत उसके चीरे पे झलक रही थी लाल गुलाबी होंठ अपने महबूब को चूमने के लिए तड़प रही थी.

कितनी ही देर महक खुद को आयने में देखती रही उसे यक़ीन नही हो रहा था कि जो अक्स वो देख रही है वो उसका खुद का है.

सॅम और नजमा ;;महक को हॉस्पिटल से डिसचार्ज करवा कर होटेल ले आते है.
होटेल के रूम में महक को काफ़ी अच्छा महसूस हो रहा था वो फ्रेश होके कुछ देर आराम करने का सोचती है.

पास ही में नजमा भी सोई हुई थी सॅम बाहर किसी काम से गया हुआ था.

तकरीबन 1घंटे के बाद जब सॅम अपने होटेल के रूम में आता है तो उसे नजमा और महक दोनो गहरी नींद में सोई हुई मिलती है.

सॅम;डोर बंद कर देता है और शर्ट पॅंट उतार कर बेड के पास आता है.

दोनो के चेहरे पे सुकून सॉफ झलक रहा था

सॅम;नजमा;को हिलाता है पर शायद नजमा बहुत गहरी नींद में सोई हुई थी.
वो धीरे से उसके गालों को चूमता है और कान में कहता है.

नजमा मेरी जान अब उठो भी

नजमा;सोने दोना जी बहुत थक गयी हूँ

नजमा की इस आवाज़ से महक जाग चुकी थी पर उसने अभी तक अपनी करवट नही बदली थी शायद दिल में कहीं नकहीं वो झिझक अभी बाकी थी अभी तक वो अपनी अम्मी के सामने नही चुदी थी.वो चुप चाप लेटी रहती है

सॅम;पछले कई दिनो से भूका था ये भूक पेट की नही थी बल्कि चूत की थी वो नजमा की टी शर्ट उपर हटा कर उसके नरम मुलायम ब्रेस्ट मसल्ने लगता है.



नजमा;आँखे खोल देती है सामने सॅम खड़ा मुस्कुरा रहा था उसके आँखों में नशा सॉफ दिखाई दे रहा था ये सॅम के हाथों का छूना था या उसकी मोहब्बत नजमा पिघल जाती थी वो ना चाहते हुए भी अपने आप को सॅम के नीचे बिच्छा देने को तैयार हो जाती थी.

नजमा;आँखों के इशारे से सॅम को समझाती है कि महक जाग सकती है

सॅम;उसके लिप्स पे किस करके उसे धीरे से कहता है.
जाग जाएगी तो वो भी लेट जाएगी अभी तू क्यूँ नखरे कर रही है.

नजमा;अपनी बाँहे सॅम के गले में डालते हुए मुस्कुराने लगती है
अपने जानू के लिए तो मैं हमेशा तैयार हूँ जहाँ चाहो जैसे चाहो लेलो मेरी

सॅम;अपनी अंडरवेर भी नीचे गिरा देता है और लंड को हाथ में पकड़ के नजमा के मुँह में डाल देता है

नजमा;लेटे लेटे ही सॅम का लंड चूसने लगती है धीरे धीरे इधर सॅम का लंड टाइट हो रहा था उधर नजमा की सिसकारियाँ बढ़ रही थी और इस सब से महक की चूत में पानी आने लगा था तीनो अपनी अपनी जगह तड़प रहे थे.

नजमा;के कपड़े उसे बोझ लगने लगते है और वो पल भर में उनसे छुटकारा पा जाती है दोनो माँ बेटे बिल्कुल नंगे थे ना शर्म थी और ना किसी का डर सॅम का लंड नजमा के मुँह में अकड़ के तन चुका था बस उसे तलाश थी बिस्तर की नजमा के आशियाने की.

नजमा;हलक तक लंड घुसा के घुन घुन की आवाज़ के साथ पूरा का पूरा अपने मुँह में समाने लगती है कि तभी महक बेड पे उठ के बैठ जाती है.

महक;की आँखे लाल होचुकी थी चूत की आग आँखों से बरस रही थी होंठ सूख चुके थे ज़ुबान एकदम कड़क और जिस्म गर्म आग उगलता हुआ.

उसकी नज़रें नजमा के मुँह की तरफ थी जिसमें सॅम का लंड फसा हुआ था.

नजमा;उसे मुँह से बाहर निकलती है और महक को देखते हुए बड़े प्यार से कहती है
आजा मेरी बच्ची तू भी हलक गीला करले.

महक;बिना नजमा को जवाब दिए सॅम के मुस्सल लौडे पे टूट पड़ती है.

कुछ देर बाद ऐसा भी पल आता है जब दोनो माँ बेटी एक साथ सॅम के लंड को अपने मुँह में लेना चाहती थी.



दोनो में जैसे कोल्ड वॉर शुरू थी कि कौन अचही तरह सॅम के लंड को चूस्ता है.

आख़िर इसका फ़ैसला सॅम करता है वो दोनो के मुँह से अपना औज़ार निकाल के दोनो की कमर पे एक एक थप्पड़ जड़ देता है

अहह से चीख दोनो के मुँह से एक साथ निकलती है और दोनो सॅम को देखने लगती है.

सॅम;मुस्कुराता हुआ दोनो को बारी बारी चूमना है
और प्यार से उन्हे देखते हुए बैठ जाता है.
और महक को अपनी गोद में बैठा लेता है नजमा पास ही में बैठी हुई थी.

सॅम;नजमा की तरफ देखते हुए
पहले माँ को चाहिए कि बहन को

दोनो के चेहरे शरम से लाल थे पर आँखों में वो नशा था जो शरम की वो पतली सी चिलमन को तोड़ने के लिए काफ़ी था.

महक;अपने दोनो पैर सॅम के इर्द गिर्द डालते हुए सॅम के लंड को अपने हाथ में थाम लेती है

नजमा;सॅम की तरफ देखते हुए मुस्करा देती है जवाब तीनो को मंजूर था बिना देर किए सॅम अपने लंड को महक की चिकनी चूत के मुँह पे लगा के तेज़ झटका मारता है

जैसे महक को बिजली का झटका सा लगा हो वो उछल जाती है पर नजमा के हाथ उसे वापस सॅम के लंड पे बैठा देती है.

सॅम;सटा सॅट नीचे से महक को चोदने लगता है अहह
ले महक अपनी अम्मी के सामने भाई का लौडा अहह कैसा लग रहा है मेरी रानी को अहह



महक;;उःन्णनननणणन् सॅम अहह मेरे भाई मेरे शोहर मेरे जानू चोदो ना गगगगगगगग अहह कब्से प्यासी है आपकी ये चूत उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अम्मी मुझे संभालो ना अहह भाई से कहो ना आराम से करे अहह

नजमा;महक के ब्रेस्ट को मुँह में लेके चूसने लगती है चोदने देना बेटी शोहर को मना नही करते

महक;अम्मी अहह मेरी चूत अहह चिर जाएगी ना अहह

सॅम;महक को ऐसे ज़बरदस्त अंदाज़ में चोद रहा था कि महक के मुँह से ये अल्फ़ाज़ अपने आप निकल रही थी और शायद महक भी यही चाह रही थी कि वो सोए चूत को फिर से जगा दे.

नजमा;से ये सब देखा नही जा रहा था वो अपनी चूत को रगड़ने पे मजबूर हो गयी थी वो कुछ दिनो से इस कदर सॅम के लंड की दीवानी होचुकी थी कि बिना अंदर लिए उसे नींद भी नही आती थी पिछले कई दिनो से सॅम महक की खिदमत में ऐसा बिज़ी हुआ कि नजमा को चूमा तक नही ये उसी का नतीजा था कि नजमा मचल रही थी अपने महबूब को अपने जिस्म में समाने के लिए.



नजमा;सॅम की तरफ खा जाने वाली नज़रों से देखने लगती है

सॅम;महक की चूत का ऐसा दीवाना बना हुआ था कि नजमा पे कुछ ध्यान ही नही दे रहा था आख़िर कार नजमा चीख पड़ती है.

नजमा;मेरी चूत में आग लगी है बेटा उसका भी कुछ ख़याल करो ना

सॅम;सटा सॅट महक की चुदाई करने लगता है जिससे महक तड़प जाती है और सॅम के लंड बाहर निकालते ही ज़ोर से पानी छोड़ने लगती है अहह

सॅम;;का लंड महक के पानी से गीला हो चुका था वो नजमा के पैर पकड़ के अपने नीचे खींच लेता है और दोनो पैरों को चौड़ा करके अपने लंड को चूत पे रगड़ने लगता है अहह
कहाँ आग लगी है अम्मी

नजमा;अहह यहाँ बेटा यहाँ देखो ना अहह

सॅम;अपने लंड का सुपडा जैसे ही नजमा की चूत में घुसा ता है उसके चेहरे पे सुकून फैल जाता है मुँह से जोश में डूबी हुई नजमा की सिर्फ़ सिसकारियाँ ही निकल रही थी

नजमा;उःन्णननननणणन् अंदर तक घुसा दे बेटा अंदर तक कर्दे अपनी नजमा को प्रेगनेंट अहह
भर दे रे अहह मेरी कोख को तेरे पानी से अहह कस के देना मुझे उन्हञंनननननननननणणन् अहह श्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स महक अहह देखना तेरा भाई कैसे चोद रहा है मुझे अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

महक;नजमा का एक पैर पकड़े ये सब देख रही थी.




सॅम;;महक के बाल पकड़ता है अहह देख क्या रही है साली मुँह पे बैठ जा अपनी माँ के वरना ये और चिल्लाएगी अहह

महक;;नजमा;के मुँह के पास अपनी चूत लाती है और नजमा चुदाई के जोश में महक के दोनो पैरो के बीच की वो जगह जिसे चूत कहते है चूसने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प

दोनो पैर मुड़े हुए नजमा अपनी चूत की गहराइयों में सॅम का लंड लेरही थी और अपनी जवान बेटी की चिकनी चूत को चूसे जा रही थी



ना चूत से सॅम का लंड निकलने को तैयार था और ना महक की चूत से नजमा का मुँह लगातार 20मिनट की दमदार चुदाई के बाद सॅम नजमा की चूत की गहराइयों में अपना गाढ़ा पानी छोड़ देता है.

और यही वो पल था जब सॅम के स्पर्म दौड़ते हुए सीधा नजमा की बच्चे दानी में घुस जाते है और देखते ही देखते फर्टाइलाइज़ेशन का प्रोसेस पूरा करने लगते है.

इस चीज़ से ये तीनो अंजान थी कि कल सुबह तक नजमा भी उस जगह पहुँच चुकी होंगी जहाँ शबनम और महक रहती है.

सॅम का लंड नजमा की चूत से बाहर निकलते ही नजमा सॅम को चूमने लगती है वो आज सॅम के चुदाई पे निहाल हो गये थी..

महक;अपने भाई के दमदार लंड को मुँह में लेके चूसने लगती है.



ये सिलसिला उस रात रुका नही महक और नजमा ने उस रात अपने सारे रिश्ते ताक पे रख दिए थे वो दोनो सॅम की दासी बन चुकी थी और सॅम के हर हुक्म को माने लगी थी सॅम ने एक साथ दोनो की ना सिर्फ़ चूत को ठोका बल्कि उन दोनो को एक के उपर एक लेटा के पीछे से उनकी गान्ड भी खोल दिया.



जहाँ नजमा पूरी तरह निहाल होचुकी थी वहीं महक बेपनाह खुश थी.

रात भर सॅम ने नजमा को ना महक को सोने दिया वो अपनी मोहब्बत का सुबूत देता रहा और नजमा उसकी मोहब्बत में डूबती चली गयी उसे पूरा यक़ीन हो गया था कि जो वादे सॅम उसे हर वक़्त करता था कि वो सिर्फ़ उसे प्यार करता है आज वो सारे कसमे वादे उसे हक़ीकत की शकल में महसूस करवाए थे समीर ने.

सुबह जब समीर की आँख खुली तो उसने नजमा और महक को चिपका हुआ पाया वो दोनो के सुकून भरे चेहरे देख के दिल ही दिल में बेहद खुश था जिसे शिद्दत से चाहा वो उसकी पास थी नजमा अपने मज़े को भुला चुकी थी और किसी नई नवेली दुल्हन की तरह खुद को पेश करती थी..ज़िंदगी में ऐसे खुश नसीब लोग बहुत कम ही होते है जिन्हे उनका सच्चा प्यार नसीब होता है..

सॅम;नजमा और महक को मुस्कुराता हुआ उठाता है. आज उनकी इंडिया वापसी थी..

डॉक्टर स्मिथ से मिल के दोपहर की फ्लाइट से सॅम महक और नजमा के साथ इंडिया के लिए रवाना हो जाता है.

पूरे रास्ते महक और नजमा बेहद खुश थी पर सॅम कुछ परेशान सा था वो शबनम के बारे में सोच रहा था.पर कहीं ना कहीं ये खुशी भी थी कि अगर शबनम आबिद से शादी के लिए राज़ी हो जाती है तो वो सब एक साथ एक छत के नीचे खुश रह सकते है.

रात 11पी एम;

तीनो घर पहुँच चुके थे जब शबनम डोर खोलती है तो महक को देख के जैसे बेहोश होने लगती है वो जिस महक को यूके रवाना करके आई थी वो कोई और थी और आज जो महक उसके सामने खड़ी थी वो तो जैसे जन्नत की कोई हूर थी.

आबिद;भी अपनी बड़े बहेन को इस नये अवतार में देख के बहुत खुश हो रहा था सभी एक दूसरे से मिलके खैर ख़ैरियत पूछे जा रहे थे पर दो लोग एक दूसरे को ऐसे घूर रहे थे जैसे कोई पुरानी दुश्मनी हो.

शबनम;की आँखे सॅम के चेहरे से हट ही नही रही थी वो चुप थी और ये चुप्पी आने वाले तूफान का अंदेशा दे रही थी.

रात का खाना खाने के बाद महक शबनम के साथ उसके रूम में बैठी बातें कर रही थी और सॅम आबिद के रूम में था.

सॅम;आबिद के बेड पे लेटा हुआ था और आबिद उसके पास एक कोने में चुप चाप सा बैठा था.

इधर उधर के बातें करने के बाद सॅम आबिद से यहाँ के हालात का जायेज़ा लेता है.

सॅम;और सुना आबिद कैसे गुज़रे ये दिन

आबिद;कुछ नही कहता बस चुप चाप सा बैठा रहता है.

सॅम;अबे बोल ना क्या हुआ

आबिद;वो भाई वो भाभी

सॅम;का माथा ठनकता है
भाभी क्या क्या हुआ बोल तो सही

आबिद;वो भाई भाभी आपके पीछे मेरे साथ अजीब सा बिहेव कर रही थी

सॅम;दिल ही दिल में मुस्कुराता हुआ

क्या कर रही थी भाभी सॉफ सॉफ बता ना बात क्या है.

आबिद;जाने दो भाई कुछ नही

सम;आबिद का हाथ पकड़ के अपने पास खींचता है अबे साले बोल भी बात क्या है क्या किया भाभी ने तेरे साथ

आबिद;भाई शबनम भाभी मुझे पछले कुछ दिनो से अजीब निगाह से देख रही थी कल दोपहर में जब मैं सोया हुआ था तो वो मेरे रूम में आई और मेरी पॅंट खोल के मेरा वो देख रही थी

सॅम;क्या बात कर रहा है तू सच में

आबिद;हाँ भाई उन्होने मेरे उसको हाथ में पकड़ के कई बार हिलाया पर मैं सोने का नाटक करता रहा मुझे बहुत डर लग रहा था भाई पता नही भाभी को क्या हो गया है मेरे तो कुछ समझ में नही आ रहा.

सॅम;एक बात बता तुझे भाभी कैसी लगती है

आबिद;क्या भाई आप भी

सॅम;अबे बोल ना क्या लड़कियों की तरह शरमा रहा है

आबिद;धीरे से मुस्कुराता हुआ कहता है अच्छी है

सॅम;शादी करेगा शबनम भाभी से

आबिद;की गान्ड के साथ साथ मुँह भी खुला का खुला रह जाता है
क्य्ाआआआआअ शादी भाभी के साथ

सॅम;हाँ शादी
इधर आ मेरी बात गौर से सुन पहले
देख बेटा आबिद मुझे पता है तेरा लंड किसी काम का नही है छोटा भी है और दम भी कम है अगर बाहर वाली किसी लड़की से तेरी शादी होती है तो वो तुझे दूसरे दिन ही तुझे गान्डू कहके चले जाएगी..इस लिए बेहतर यही होगा कि तू भाभी से शादी करले किसी को तेरी प्राब्लम का पता भी नही चलेगा और हम सब बदनामी से भी बच जाएँगे..सोच ले अगर तू हाँ कहता है तो भाभी और अम्मी को मैं राज़ी करलूंगा.

ये कहके सॅम दिल में हंसता हुआ आबिद के रूम से बाहर निकल जाता है और आबिद गहरी सोच में डूब जाता है.
Reply
10-30-2018, 06:30 PM,
#67
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
रात अपने पूरे शबाब पे थी महक और शबनम बातें करते करते सो गयी थी पर सॅम को नजमा के बिना चैन कहाँ आता था वो सीधा नजमा के रूम में चला जाता है.

नजमा;के रूम में पहुँच कर वो डोर लॉक कर देता है नजमा जाग रही थी और ब्लू नाइटी में सॅम का ही इंतजार कर रही थी

सॅम;नजमा के पास जाके बैठ जाता है

नजमा;बड़ी देर कर दी जी

सॅम;हाँ वो आबिद के साथ कुछ बातें कर रहा था 
बहुत थक गया हूँ सोच रहा हूँ सो जाऊ

नजमा;उसे देख के मुस्कुराती है और दोनो की नज़रें एक दूसरे में समा जाती है.



नजमा;;बिना किए 

सम;मुस्कराता हुआ क्या मैं समझा नही 

नजमा;सॅम के होंठों के पास आती है और धीरे से कहती है बिना अपनी नजमा को चोदे आपको नींद आएँगी जानू

सॅम;उसे अपनी बाहों में भर लेता है नही मेरी रानी जब तक मैं तुझे नही चोदता ना मुझे नींद आती है और ना तुझे क्यूँ सही कह रहा हूँ ना

नजमा;हाँ सॅम पता नही क्या जादू कर रखा है तुमने मेरे जिस्म पे जब तक ये तुम्हारे नीचे नही पिसता आकड़ा रहता है आज बहुत दिल कर रहा है मेरा कल रात भी तुमने महक को ऐसे लिया कि मुझे भूल ही गये 

सॅम;नजमा आज तो बस तू और मैं आज तेरे तीनो सुराख ऐसे लूँगा कि तू दिल से दुवा देगी मुझे

और दोनो माँ बेटे के होंठ एक दूसरे से चिपक जाते है.




दोनो ये बहुत अच्छी तरह जानते थे कि आज उनके बीच कोई नही आने वाला सारी रात उनकी है पर दिल की तड़प कोई काम सुकून से करने कहाँ देती है दोनो की ज़ुबान एक दूसरे के मुँह में नाच रही थी और हाथ एक दूसरे के जिस्म पे थिरक रहे थे.

कुछ ही पलों में दोनो अपने कपड़ों से निजात पा चुके थे 

सॅम;नजमा को लेटा के पूरे जिस्म को चूमने लगता है वो सर से लेके पाँव तक नजमा को चूमता चला जाता है और नजमा खुद को जल बिन मछली की तरह महसूस करने लगती है.

नजमा;के होंठ सूख चुके थे वो बार बार अपनी ज़ुबान होंठों पे फेर रही थी 

अहह बेटा मेरी चूसो ना अहह तुम्हारे होंठ मेरी चूत से मिला दो बेटा अहह

सॅम;अपनी अम्मी की लाल गुलाबी चूत देख के पहले से पागल हुआ पड़ा था वो चूत के उपर थूक के उसे और चिकनी कर देता है.

रात की रोशनी में नजमा की चिकनी चूत किसी कटे हुए स्ट्राव्बेरी की तरह लग रही थी.




सॅम;के मुँह से राल टपकने लगती है और वो भीगी हुई उंगली नजमा की चूत पे रगड़ने लगता है अहह नजमा तेरी चूत बहुत प्यारी है 



नजमा;अहह आपके ही तो है गगगगगगगगगगग देखो मत खा जाओ उसे हमेशा परेशान करती है कहते है जानू कहाँ है जानू को बुलाओ देखो ना जानू होके भी कुछ नही कर रही अहह चाटो ना अहह चूस लो एक एक कतरा उसका 

सॅम;अपनी अम्मी के मुँह से ऐसे बातें सुनके खुद को रुक नही पाता और वो नजमा की चिकनी चूत पे झुकता चला जाता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्पगलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प



नजमा;अपनी ब्रेस्ट को मरोड़ने लगती है और चीखने लगती है हन्ंनननणणन् ऐसे ही अहह उउईईईईईई माआआआअ बड़ा ज़ालिम बेटा है मेरा अहह काटो मत ना बेटा अहह उसे प्यार करते है काटते नही है ना उःन्णननननननननणणन् अहह

सॅम;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प आज मत रोक नजमा मुझे अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प

वो कुत्ते की तरह नजमा की चूत को चाटे जा रहा था और इस दौरान वो नजमा को एक बार झाड़ा भी चुका था सॅम हर कतरा पीता चला गया उसका मुँह नजमा के चिपचिपे पानी से भीग चुका था जब वो अपना चेहरा नजमा की चूत से उठाता है तो नजमा अपने महबूब के मुँह को अपनी ज़ुबान से चाट चाट के सॉफ करने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;खड़ा हो चुका था वो पानी पीने जाने लगता है पर तभी नजमा उसके लंड को पकड़ लेती है और बेड पे लेटके उसे अपने मुँह में भर लेती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प कहाँ जा रहे हो मुझे भी पिलाओ ना आपका पानी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;अहह साली कितनी बार कहा है तुझे धीरे किया कर अहह



10 मिनट लगातार चूसने के बाद सॅम का लंड तन के एक दम रोड बन चुका था वो नजमा को नीचे लेटा देता है और उसके उपर आजाता है 

नजमा;अपनी टाँगें खोल के सॅम के लंड को अपने हाथ में पकड़ के चूत पे घिसने लगती है अहह दोनो एक दूसरे को ही देख रहे थे पर चुप थे 

सॅम;नजमा के लिप्स को मुँह में लेके चूस्ते हुए हल्का सा धक्का देता है जिससे उसके लंड का कुछ हिस्सा अंदर घुस जाता है.



नजमा;की एक चीख निकलती है पर वो उसे सॅम के मुँह में घोल देती है दोनो की साँसे तेज होचुकी थी वो पछले कई दिनो से ये सब कर रहे थे पर हर बार जब भी सॅम का लंड नजमा की चूत में घुसता दोनो एक नई दुनिया में पहुँच जाते थे 

दूसरा धक्का सीधा बच्चे दानी से टकराता है और फिर ऐसे कई धक्के नजमा की चूत पे पड़ते जाते है चिकनी चूत और चिकनाहट उंड़ेलने लगती है चिपचिपा पानी सॅम के लंड को पूरी तरह गीला करचूका था और बड़े आसानी से वो अंदर घुसता चला जा रहा था 
Reply
10-30-2018, 06:30 PM,
#68
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
सटा सॅट धक्को से नजमा चीखने लगती है और उसकी ये आवाज़ शबनम के कानो तक पहुँच जाती है वो बेड से उठ के खड़ी हो जाती है और नजमा के रूम की तरफ बढ़ने लगती है जब वो कान लगा के नजमा के रूम की आवाज़ें सुनने लगती है तो उसे अंदर के हालत का पता चल जाता है उसके दिमाग़ में यकायक एक ख़याल आता है और वो आबिद के रूम में चली जाती है.

आबिद;बेड पे लेटा हुआ था उसे शायद अभी अभी नींद लगी थी शबनम के उसे हिलाने से वो हड़बड़ा कर उठ जाता है और सामने शबनम को देख डर सा जाता है.

आबिद;क्या क्या हुआ भाभी सब ठीक तो है ना

शबनम;नही पता नही क्या हो रहा है तू चल मेरे साथ अम्मी के रूम से अजीब सी आवाज़ें आ रही है चल तू

वो आबिद का हाथ पकड़ के नजमा के रूम के पास ले आती है और दोनो दरवाज़े से कान लगा के अंदर की आवाज़ें सुनने लगते है.

अंदर नजमा उलटी होचुकी थी और सॅम अपना लंड उसकी चूत पे लगा के अंदर झटका मारने को था

वो थोड़ा सा थूक लंड पे लगा के उसे नजमा की चूत में घुसा देता है अहह

नजमा;चीख पड़ती है अहह सॅम बेटा अहह आराम से चोदो ना तुम्हारा लंड बहुत गहराई तक चला जाता है पीछे से अहह ऊइईई माआ ज़ालिमम्म्मममम कहीं के अहह 




सॅम;चुप कर साली अभी तो तेरी गान्ड भी लेना बाकी है चिल्ला मत अहह गपा गॅप वो अंदर बाहर किए जा रहा था और नजमा हर धक्के के साथ और ज़ोर से चीख रही थी इस बात से अंजान कि रूम के बाहर आबिद और महक उनकी सारी बातें सुन रहे है.

आबिद;को पसीना आने लगता है 
शबनम;पीछे से उसे कस लेती है अंदर की आवाज़ें सुनके उसकी चूत भी पनिया गयी थी लंड लेने की ख्वाहिश दिल में घर करचुकी थी वो अपने दोनो हाथों से आबिद के लंड को पकड़ने की कोशिश करती है 

आबिद;को कुछ समझ नही आ रहा था कि क्या करे वो चुप चाप खड़ा था शबनम नीचे बैठ जाती है और आबिद की नाइट पॅंट अंडरवेअर के साथ नीचे खींच लेती है.

एक छोटा मुरझाया हुआ लंड उसकी आँखों के सामने आजाता है पर चूत की आग इतनी ज़्यादा थी कि वो खुद को रोक नही पाती और उसे अपने मुँह में लेके चूसने लगती है इस उम्मीद के साथ कि थोड़ा तो बड़ा होगा कुछ तो अंदर जाएगा.

अंदर नजमा ;की चूत पानी छोड़ रही थी और गान्ड तैयार होरही थी सॅम का सिर्फ़ एक बार पानी निकला था पर आज उसके इरादे कुछ ठीक नही लग रहे थे

नजमा;अपनी गान्ड को हिलाने लगती है
देख क्या रहे हो घोड़ी नही चढ़ोगे

सॅम;की आँखों के सामने नजमा की चमकती हुए गान्ड थी और दिल में उसे लेने की चाहत वो नजमा की कमर को अपने हाथों में पकड़ के तोड़ा उपर उठता है और धीरे से लंड को गान्ड के सुराख पे टिका देता है

उसका टिकना था कि नजमा का पूरा जिस्म काँप जाता है नजमा को हमेशा से पीछे से लेने का दिल करता था पर ना कभी उसके शोहर ने उसे वहाँ कभी छुआ था और ना कभी मारा था वो एक घायल शेरनी थी जिसे ताकतवर शेर की बहुत कमी महसूस होती थी और जब से सॅम उसकी ज़िंदगी में वो शेर बनके आया था उसे एक नई ज़िंदगे जीने का मौका मिला था.

गान्ड के सुराख पे सॅम के लंड का दबाव बढ़ते जा रहा था पर अभी तक वो अंदर नही घुसा था 

नजमा;और थोड़ी टाँगें खोलती है
अहह लेले ना सॅम क्यूँ तड़पता है मार ना अपनी नजमा की गान्ड कस के मार ना अहह मार मेरी गान्ड को अहह

सॅम;ईईई ले मेरी नजमा अहह अहह 

वो चीरता हुआ गान्ड में घुसता चला गया 



नजमा;अहह मार रे मेरी गान्ड में तेरा लंड बहुत अच्छा लगता है मुझे अहह हर रात मेरी गान्ड मारे गा ना बेटा अहह

सॅम;हाँ नजमा रोज तेरी लूँगा आगे से भी और पीछे से भी अहह बहुत टाइट है साली अहह देख ना कैसे अटक अटक के जा रहा है अहह

नजमा;उनह उःन्ह्ंहंहंहंहंहंहंह्न रोज मारने से वो भी खुल जाएगी मेरी चूत की तरह अहह बस तू रोज लिया कर अहह ऐसे ही अहह अंदर तक हाईईईईईईईईई रीईई ज़ालिम लॉडा अहह मेरी गान्ड अहह



सम;अहह नजमा तेरी चूत और गान्ड दोनो एक जैसी है दोनो पूरा लंड अंदर तक खींचती है अहह

नजमा;हन्ंननननननणणन् जिस चूत से बाहर निकला था उसी में खींचूगी ना अहह तू पेलता रे अंदर तक अहह मेरा पानी निकलने वाला है रीईईई अहह अहहसामीर अहह

समीर;रुका नही वो नजमा की गान्ड लगातार 15मिनट तक मारता रहा और फिर दोनो एक साथ झड गये.

बाहर;आबिद भी शबनम के मुँह में झटके मारने लगता है और उसके लंड से थोड़ा सा पानी शबनम के मुँह में गिरने लगता है 5मिनट बाद जब आबिद को होश आता है तो वो बुरी तरह डर के मारे वहाँ से भाग के अपने रूम में घुस जाता है और अंदर से रूम लॉक कर देता है.

शबनम;गान्डू कहीं का.

सुबह 8एम;
नजमा;नहा कर जब बाथरूम से निकली तो उसका सामना आबिद से होता है
नजमा को ये नही पता था कि आबिद ने रात को वो सब सुना जो उसे नही सुनना चाहिए था
कुछ अजीब सी नज़रों से आबिद नजमा को देख रहा था

नजमा;क्या हुआ बेटा तुम परेशान लग रहे हो

आबिद;कल आप और भाई क्या कर रहे थे

नजमा;के होश फाख्ता हो जाते है चेहरा पीला पड़ जाता है दिल की धड़कने ऐसी थी कि किसी भी वक़्त वो बंद पड़ सकती थी 
वो दिल में सोचने लगती है ये क्या हो गया आबिद को सब पता चल गया 
उसका हलक सुख ने लगता है ज़ुबान से कोई अल्फ़ाज़ अदा करने की उसकी हिम्मत नही थी.

आबिद;उसे और कुछ नही कहता और वहाँ से अपने रूम में चला जाता है

नजमा;ये बात सॅम को जाके बताती है 

सॅम;जब ये खबर सुनता है तो वो थोड़ा सीरीयस हो जाता है पर कुछ देर बाद खुद को संभाल लेता है और नजमा से कहता है कि शबनम को ऑफीस भेज दो और महक को किसी काम से बाज़ार भिजवादो 

नजमा;सॅम की बात सुनके हैरत में पड़ जाती है कि आख़िर सॅम करने क्या वाला है वो सॅम से कोई सवाल नही करती क्यूँ कि उसके दिल में पहले से उथल पुथल शुरू थी.

वो शबनम से कहती है कि आज वो ऑफीस नही आएगी वो अकेले चली जाए

शबनम;दिल में सोचती है हाँ रात भर जागो गे तो आराम करना ही पड़ेगा

शबनम;के ऑफीस जाने के बाद नजमा महक को भी कुछ काम सौंप के उसे मार्केट
भेज देती है.

अब घर में सिर्फ़ वो तीनो ही रहगए थे

नजमा;का दिल जोरों से धड़क रहा था वो सॅम के पास बैठी थी
अब क्या होगा सॅम मुझसे आबिद से नज़रें मिलाई नही जाएँगी 

सॅम;नजमा के होंठ चूम लेता है और बड़े प्यार से उसे समझाता है कि वो जैसे कहे बस वैसे करना ना कोई सवाल और ना कोई जवाब.

नजमा;हाँ में सर हिला देती है और दोनो आबिद के रूम में चले जाते है

आबिद;बेड पे उल्टा लेटा हुआ था जब वो दोनो को इस वक़्त अपने रूम में देख के हैरान हो जाता है

सॅम;आबिद के पास जाके बैठा जाता है
क्या कहा तूने अम्मी से

आबिद;चुप था 
और नजमा बे जान सी उसके पास खड़ी थी.

सॅम;अब्बे बोल ना क्या कहा तूने 

आबिद;कहने का क्या है तुम एक नंबर के हरामी इंसान हो भाई तुमने अपनी अम्मी के साथ कितना कमिणता काम किया है तुम जानते भी हो चले जाओ मेरे रूम से 
Reply
10-30-2018, 06:30 PM,
#69
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
सॅम;अच्छा मैं हरामी और तू क्या बोल क्या है तू साले गान्डु 
नजमा तुझे पता है ये तेरे लाड़ले को कौन्से शौक है

नजमा;सॅम को ऐसे देख रही थी मानो जैसे जल्द से जल्द उसे आबिद के राज़ पता करने हो

आबिद;खामोश हो जाता है

सॅम;बोल दूं 

नजमा;क्या बात है सॅम बोलो ना

सॅम;आपके लाड़ले को गान्ड मरवाने का शौक है एक दो मर्तबा तो ये मुझसे भी मरवा चुका है पता नही वहाँ मिल्टरी कॅंप में कितनो को अपने उपर चढ़ा चुका होगा गान्डु साला

बेटा एक बात अच्छी तरह जान ले मैं और तेरी अम्मी एक दूसरे से बेपनाह मोहब्बत करते है और अगर हमारी मोहब्बत के बीच कोई आया ना तो मैं उसे मारूगा नही बल्कि जान से मार दूँगा फिर वो कोई भी हो समझा ना कोई भी मेरी नजमा को डराता है अब देख साले तेरा क्या हाल करता हूँ

आबिद;ख़ौफ़ जदा सा नजमा और सॅम को देख रहा था उसे बिल्कुल भी अंदाज़ा नही था कि सॅम उसके साथ क्या करने वाला है.

सॅम;अपनी टी शर्ट और पॅंट निकाल देता है और उसका मुरझाया हुआ लंड आबिद के मुँह के सामने आजाता है

आबिद;के पेशानी पे पसीने के कतरे सॉफ दिखाई दे रहे थे
वो अभी भी नाइट पॅंट में बैठा हुआ था

सॅम;एक ज़ोर दार करारा थप्पड़ उसकी कमर पे जड़ देता है उतार कपड़े साले

आबिद;पहले मना करता है फिर सॅम के गुस्से को देख के वो अपनी पॅंट निकाल देता है.

नजमा;जब आबिद के लंड को देखती है तो हैरत में पड़ जाती है एक तरफ सॅम का 8इंच का मज़बूत लंड और दूसरे तरफ आबिद का 5इंच का छोटा सा पतला सा 

नजमा;का दिल भी ज़ोरों से धड़क रहा था वो भी जानना चाहती थी कि सॅम क्या करेगा वो कुछ बोल नही सकती थी उसे सॅम ने मना जो किया हुआ था

सॅम;आबिद को उल्टा कर देता है और उसके कमर को देनो हाथों से चौड़ा करके नजमा को आयिल उसके गान्ड के सुराख पे डालने को कहता है.

नजमा;वही करती जाती है जो सॅम उसे कहता है.

आयिल डालने के बाद आबिद की गान्ड का सुराख एक दम चिकना हो चुका था 

सॅम;अपने लंड पे थोड़ा सा थूक लगा के उसे आबिद की गान्ड पे घिसता है



और फिर नजमा की आँखों में आँखे डाल के अपना मुस्सल धीरे धीरे आबिद के सुराख में घुसाने लगता है.अहह

आबिद;ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगता है उसे बहुत शरम भी आरहि थी कि वो अपनी अम्मी के सामने ऐसा कर रहा है पर गान्ड कहीं ना कहीं बहुत खुश थी की उसे अब नजमा का डर नही होगा

जैसे जैसे सॅम का लंड आबिद की गान्ड में घुस रहा था वैसे वैसे नजमा अपनी चूत को सहला रही थी
अपने एक बेटे को दूसरे बेटे की गान्ड मारते हुए देख उसकी चूत बुरी तरह गीली होचुकी थी पर वो जानती थी कि सॅम ये सब आने वाले वक़्त को आसान बनाने के लिए कर रहा है.

सॅम;के धक्के लगतार आबिद की गान्ड में पड़ रहे थे और आबिद हर धक्के के साथ अपनी गान्ड को और थोड़ा उपर उछाल देता था

आबिद;अहह सॅम भाई ऐसे नही ना अहह मैने तो सिर्फ़ अम्मी से पूछा था अहह ऐसे मत करोना अहह आप जो कहोगे वो मैं करूँगा अहह अम्मी भाई को कुछ बोलो ना

सॅम;आहह पूरा का पूरा लंड आबिद की गान्ड के सुराख में घुसा के बोल शबनम से शादी करेगा बोल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल

आबिद;हन्ंनननणणन् करूँगा पर एक शर्त पे अहह
आप कभी कभी मेरी लोगे अहह

सॅम;हँसने लगता है और साथ में नजमा भी 
देखा नजमा कितना बड़ा गान्डु है ये साला ठीक है बेटा लूँगा पर कभी कभी और हाँ अगर ये बात किसी बाहर वाले को पता चली तो तुझे गान्ड से लेके मुँह तक चीर दूँगा समझा ना

आबिद;अहह हाँ भाई जैसा आप कहो अहह

सॅम;दना दन अपने धक्के आबिद के गान्ड में जमा रहा था उसे आबिद के गान्ड मारना बिल्कुल पसंद नही था पर मजबूरी थी कुछ देर बाद जब आबिद निढाल हो जाता है तो सॅम अपना लंड उसकी गान्ड से निकाल देता है.

आबिद;भाई एक बार मेरे सामने अम्मी की लोना

सॅम;नजमा को देखता है 
क्या कहती हो

नजमा;शरमा सी जाती है नही अभी नही

सॅम;अर्रे जाने मॅन अब आ भी जा इस गान्डु को भी देखना है मैं तुझे कैसे चोदता हूँ

नजमा;का अंग अंग इस चुदाई को चाहता था हर औरत चाहती है कि जब वो चौड़ी तो कोई उसे देख रहा हो

नजमा;धीरे धीरे सॅम के करीब आती है और अपनी नाइटी निकाल के फेंक देती है.

सॅम;झटके में उसे बेड पे उल्टा लेटा देता है और पीछे से नजमा की चूत में लंड घुसा देता है

आबिद;आँखे फाडे ये सब देख रहा था उसके लंड में भी जान आने लगी थी

सॅम;बड़ी ताक़त के साथ अपने धक्के मार रहा था 
और नजमा उतने ही ज़ोर से चीख रही थी 




नजमा;आबिद की आँखों में देखने लगती है अहह 
आबिद इधर आ बेटा अहह देख ना तेरा भाई कैसे मुझे चोद रहा है तू नही करेगा अहह

नजमा;की ये बात सुनके सॅम और आबिद दोनो चौंक जाते है

आबिद;आगे बढ़ता है और अपना लंड नजमा के मुँह के पास ले जाता है

नजमा;मुँह में तो सिर्फ़ सॅम का लूँगी तू चूत में डाल दे रीईईई अहह

सॅम;नजमा को अपने उपर लेलेता है और आयिल उसकी गान्ड पे लगा के नीचे से अपना लंड नजमा की गान्ड में घुसाने लगता है अहह

चूत अब बिल्कुल खाली थी

सॅम;अब्बे देख क्या रहा है डाल दे चूत में तेरी अम्मी की अहह आज इसे दोनो का चाहिए अहह

आबिद;अपना लंड नजमा की चूत के पास लाके अंदर घुसाने लगता है पर वो इस काम में माहिर नही था नजमा उसके लंड को हाथ में पकड़ के चूत के मुंहाने लगा देती है और आबिद को कमर हिलाने को कहती है


.
दोनो बेटे नजमा को आगे पीछे से चोदने लगते है 
Reply
10-30-2018, 06:30 PM,
#70
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
नजमा;पहली मर्तबा एक साथ दोनो सुराखों में लंड लेरही थी आज उसके दिल की मुराद पूरी हो गयी थी अहह ऊईईए माँ काश मेरे और दो बच्चे होते तो दिन रात उनके लंड के नीचे पड़े रहते अहह

सम;क्यूँ मेरा लंड तुझे कम पड़ता है क्या वो ये कहते हुए गान्ड में धक्को की रफ़्तार बढ़ा देता है 

नजमा;उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नही ना सॅम वो बात नही है अहह इतने ज़ोर से अहह

तू क्यूँ रुक गया हरामी चोदता क्यूँ नही अहह



दोनो लंड के बीच में नजमा पीसी जा रही थी एक तरफ से आबिद धक्का मारता तो दूसरे तरफ से सॅम गान्ड फाड़ देता पर सबसे ज़्यादा मज़ा नजमा को आ रहा था वो सिसकारिया भरती जा रही थी और पसीने में तरबतर उसका जिस्म दोनो बच्चो से चिपकता जा रहा था 

सॅम;को ये बात अच्छी नही लग रही थी कि नजमा आबिद से चुद रही है पर वो कर भी क्या सकता था जब वो घर की हर औरत को चोद चुका था तो नजमा क्यूँ ना अपने बेटे का लेले.

कुछ देर बाद आबिद अपना लंड बाहर निकाल लेता है शायद उसके लंड ने जवाब देदिया था वो उसे सॉफ करने बाथरूम में घुस जाता है

सॅम;भी अपना लंड नजमा के गान्ड से निकाल लेता है और उसे उसे हाल में छोड़ के अपने रूम में चला जाता है.

नजमा;सॅम को जाता देखते रह जाती है उसे सॅम से इस तरह की बिल्कुल उम्मीद नही थी..पर वो ये भूल गयी थी कि आख़िर सॅम भी तो एक मर्द है और मर्द दर्द भले ही बर्दास्त करले पर ये कभी नही देख सकता कि उसकी प्रॉपर्टी पे कोई दूसरा मुँह मारे..

नजमा;सॅम के डोर के पास जाके उसे आवाज़ देती है पर अंदर से कोई जवाब नही आती वो बोझल दिल के साथ अपने रूम में चली जाती है.

के तभी उसके मोबाइल पे फीरोजा का फोन आता है.
वो फोन नजमा के साथ साथ पूरे घर के मेंबर्ज़ को हिला के रख देता है.

सॅम;के नाना सत्तार ख़ान इस दुनिया से हमेशा हमेशा के लिए चले गये थे.

नजमा;अपनी फॅमिली के साथ फीरोजा के घर पहुँचती है वहाँ का दर्द नाक मंज़र देख सभी के कलेजे हलक को आने को थे..

फीरोजा;अपने अब्बू के बेजान जिस्म से लिपट के ज़रो कतर रो रही थी आँसुओं का सैलाब अब रुकने का नाम नही लेरहा था 

नजमा;फीरोजा को संभालते तो संभालते संभालते खुद भी रो पड़ती.

आख़िर समीर एक मेच्यूर मर्द की तरह हर किसी को संभालता है और कुछ वक़्त बाद सत्तार ख़ान को अपनी आख़िरी आराम गाह तक पहुँचा दिया जाता है.

आफ्टर 3 डेज़.

नजमा;फीरोजा को अपने साथ ले आती है वो अकेले उस जगह नही रह सकती थी.

कहते है वक़्त हर ज़ख़्म को भर देता है

यहाँ भी वक़्त ने अपना कमाल दिखाया और धीरे धीरे वो अपने मज़े (पास्ट)की धुन्द्ली यादों को छोड़ आए.

सत्तार ख़ान को गुज़रे 2 मंत होचुके थे.

सभी अपने मामूल के मुताबिक ज़िंदगी गुज़ार रहे थे.

पर दो लोगो की ज़िंदगी में पछले कुछ महीनो से वीरानियाँ छाई हुई थी.
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