Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
10-30-2018, 06:26 PM,
#51
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
शबनम की कमर पीछे की तरफ हो जाती है और सॅम उसे अपने दोनो हाथों में पकड़ कर अपना लंड उसकी चूत की फांको में रगड़ने लगता है

नीची बैठी ज़ेबा कभी शबनम की चूत तो कभी सॅम के लंड को चाट रही थी

सॅम;बिना देर किए अपने लंड का दबाव शबनम की चूत पे बढ़ाता है और फॅक की आवाज़ के साथ सॅम का लंड शबनम की चूत में घुसता चला जाता है हाआआआआअ अहह

शबनम;अपनी कमर पीछे की तरफ करने लगती है और सॅम अपना लंड उसकी चूत के अंदर तक गगूस ता चला जाता है अहह उःन्ह्ंहंहंहंहंह्न

ज़ेबा;नीचे से सॅम की गान्ड का सुराख चाटने लगती है जिससे सॅम और जोश में आके सटा सॅट शबनम को चोदने लगता है अहह अहह भाभी आपकी अम्मी अहह कमाल की है अहह

शबनम;ऊऊऊऊऊओ उहह उनह हाँ अहह ऐसे ही चुद चुद के पैदा किए होगा अम्मी ने मुझे अहह चोदो ना सॅम अहह बड़ा अच्छा लग रहा है अहह मेरे तुम्हारे भाई को भूल जाना चाहती हूँ आज से अहह बस तुम मुझे याद आओ दिन रात अहह मेरी चूत पे सिर्फ़ तुम्हारा हक़ हो अहह चोदो मेरे चोदु बलम अहह

सॅम;हाँ भाभी अहह मेरी चिकनी चूत वाली भाभी अहह तुम्हारी चूत बहुत चिकनी है अहह बिल्कुल फ़िरोज़ा खाला की तरह अहह

ये अल्फ़ाज़ शबनम के साथ साथ ज़ेबा को भी चौंका देते है 

ज़ेबा;बेटा सॅम क्या तूने फीरोजा को भी 

सॅम;हाँ खाला अहहहहहहहहः वो भी तुम्हारे तारह गरम माल है अहहहहहहहहः पूरी गान्ड फाड़ देती है मेरी चोद्ते वक़्त अहह 

बस एक बार अम्मी को चोद दूं अहह

शबनम;उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सॅम क्या अहह तुम अपनी आमियीईईईईई ऊइईईईई माआआआआ को भी आराम से अहह चोदना चाहते हो अहहहहहहहः

सॅम;हाँ भाभी पर अगर ये बात अहह किसी को पता नहियीईईईईई चलनी चाहिए सिर्फ़ हम तीनो के बीच अहह

वो चुदाई के नशे मे सब कुछ बोलता चला गया 

शबनम;एक नज़र नीचे बैठी ज़ेबा पे डालती है और दोनो माँ बेटी के चेहरे पे एक अजीब से मुस्कान आजाती है

सॅम;की रफ़्तार बढ़ने लगती है 

शबनम;जान चुकी थी कि सॅम बस अब झड़ने ही वाला है क्योंकि शबनम की चूत में सॅम का लंड मोटा और मोटा होता जा रहा था 

फिर कुछ ज़बर्दास्त झटकों के बाद सॅम अपना पानी शबनम की चूत में उंड़ेल ने लगता है अहह अहह

साथ में शबनम भी झड़ती चली जाती है ऊइईईईई अम्मी गगगगगगगगग्गगुनह

दोनो का मीठा मीठा पानी जो चूत से होता हुआ नीची जाँघ पे बह रहा था उसे ज़ेबा बड़े चाव से चाट रही थी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प

सॅम;बुरी तरह थक चुका था रात के 2 बज रहे थे वो तीनो फ्रेश होके बाहर निकलते है और सॅम जब कपड़े पहन के शबनम को गुड नाइट किस करने के बाद दरवाज़ा खोलता है तो उसके साथ साथ शबनम की भी गान्ड फटी की फटी रह जाती है

शबनम;एक टवल अपने जिस्म पे लपेटे हुए सॅम की बाहों में चिपकी हुई थी और सामने महक आँखे फाडे खड़ी थी

सॅम;का बुरा हाल था महक की आँखों से सॉफ लग रहा था कि वो काफ़ी वक़्त से वहाँ खड़ी थी लाल आग उगलते हुए वो आँखे सॅम और शबनम के दिल में ख़ौफ़ पैदा करने के लिए काफ़ी थी

महक;;कुछ नही कहती बस उन्दोनो को घूरते हुए अपने रूम में चली जाती है

शबनम;उसके जाने के बाद सॅम को देखते हुए
अब क्या होगा सॅम कहीं महक अम्मी को तो बता नही देगी 

सॅम;भी यही सोच रहा था वो शबनम को दिलासा देता हुआ महक के रूम की तरफ बढ़ जाता है

महक;अपने रूम में बेड पे बैठी हुई थी जैसे ही वो सॅम को अपने रूम में घुसता देखती है वो खड़ी हो जाती है और चीखते हुए उसे अपने रूम से बाहर धकेलने लगती है

निकल जा ज़लील इंसान तू मेरा भाई नही होसकता तू अपनी भाभी और खाला के साथ कितनी ज़लील हरकत कर रहा था और ना जाने किन किन के साथ ये गंदा काम करचूका है

में तेरी शकल भी नही देखना चाहती तू निकल जा मेरे रूम से वरना में अम्मी को बुलाउन्गी

सॅम;ओके महक बस एक मिनट मेरे बात सुन ले फिर में चला जाउन्गा

महक'';मुझे तेरी कोई बात नही सुन्नी तुझ से तो कल अम्मी ही बात करेंगी निकल अभी के अभी

सॅम;अम्मी का नाम सुनके घबरा जाता है

और वो महक का दरवाज़ा बंद करके महक को बेड पे पटक देता है और उसके उपर चढ़ जाता है

एक हाथ से वो महक को कंट्रोल कर रहा था और दूसरे हाथ से वो महक के मुँह को बंद करने की कोशिश कर रहा था

महक;सॅम के हाथ को ज़ोर से काट लेती है

सॅम;ऊऊचह कमिनाते ज़र सॅम एक मर्दों वाला करारा थप्पड़ महक के गालों पे जड़ देता है जिससे महक को रात में सूरज नज़र आजाता है 

अपना मुँह बंद रख समझी ना वरना मुझ से बुरा कोई नही होगा महक;;ये बोलके सॅम वहाँ रुका नही बल्कि सीधा अपने रूम में चला गया.

वो जानता था ये थप्पड़ महक को कुछ दिन तो खामोश रख ही लेगा..

आगे जो होगा वो देखा जाएगा
Reply
10-30-2018, 06:26 PM,
#52
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
महक;अपने रूम में रोती तिलमिलाती सॅम को गालियाँ देती पता नही क्या सोचने लगती है.
सुबह 8एएम;पे जब सॅम की आँख खुली तो उसके आस पास कोई नही था रोज़ाना नजमा उसे उठाने आती थी पर आज क्या हुआ कहीं महक ने नही नही वो खुद को समझाता हुआ बेड छोड़ देता है और हॉल में आजाता है 
सामने का नज़ारा देख उसकी आँखे फटी की फटी रह जाती है

2बॅग हॉल में रखे हुए थे उसे पता था एक बॅग तो ज़ेबा का है पर ये दूसरा बॅग किसका है

महक;डाइनिंग टेबल पे बैठी सुबह का नाश्ता कर रही थी वो सॅम को एक नज़र देखती है और फिर मुस्कुराते हुए नाश्ता करने लगती है

सॅम;कौन जा रहा है महक

महक;अम्मी से पूछ ना

सॅम;महक के सर पे टप्पू मारता हुआ नजमा के रूम की तरफ बढ़ जाता है

नजमा;रूम में शबनम के साथ बातें कर रही थी

नजमा;;मेरी बात अच्छी तरह याद रखना अगर मुझे ये पता चला कि तूने सॅम को फोन पे कॉंटॅक्ट करने की कोशिश की तो मुझ से बुरा कोई नही होगा.

शबनम;जी अम्मी

तभी सॅम वहाँ दाखिल होता है

सॅम;क्या हुआ भाभी सब ठीक तो है ना सॅम का सवाल शबनम से था पर नज़रें नजमा के चेहरे पे टिकी हुई थी

शबनम से पहले नजमा ही बोलती है

नजमा;शबनम कुछ दिनो के लिए अपनी अम्मी के साथ मायके जा रही है उसके भाई की तबीयत कुछ ठीक नही है..

सॅम;ऊहह अच्छा 

शबनम;सॅम को भीगी हुई पलकों के साथ देखती है उन आँखों में ना जाने क्या था जो सॅम को अंदर तक फन्ना कर देता है

शबनम और ज़ेबा सब से रुखसत लेके निकल जाते है

उनके जाने के बाद सॅम अपने रूम में चला जाता है 
उसके पीछे पीछे नजमा भी आजाती है और अंदर पहुँच के रूम का दरवाज़ा बंद कर देती है

सम;चौंकते हुए नजमा को देखता है

नजमा;सॅम के करीब आती है और सटा सॅट सटा सॅट थप्पड़ो की बौछार सॅम के चेहरे पे करती चली जाती है

सॅम;को कुछ समझ नही आ रहा था कि नजमा को क्या हो गया है वो नजमा का हाथ पकड़ लेता है

आख़िर बात क्या है

नजमा;मुझ से पूछ रहा है कमिनाते बात क्या है एक तरफ मुझे कहता है अम्मी में आपसे बे पनाह मोहब्बत करता हूँ और दूसरी तरफ अपनी भाभी और उसकी अम्मी के साथ चाइयीयैआइयियीयियी

तू कितना बेशर्म इंसान है सॅम आज मुझे पता चला तू एक दरिन्दा है जिसे औरतों के जिस्म की भूक है अर्रे तूने जो काम किए है ना वो कोई पढ़ा लिखा इंसान कर ही नही सकता तू बहुत गिर चुका है सॅम मेरी नज़रों में आज के बाद में तुझ से बात क्या तेरी शकल भी नही देखना चाहती दूर होज़ा मेरी नज़रों के सामने से

महक ने अपना बड़ा सा मुँह सुबह सुबह ही नजमा के सामने खोल दिया था

शबनम;के भाई की तबीयत का तो सिर्फ़ बहाना था असल में नजमा ने ज़ेबा और शबनम की कुछ दिनो के लिए इस घर से छुट्टी कर दी थी.

नजमा;ये बोलते बोलते बेड पे गिर गयी उसका बीपी हाइ हो गया था उसे ट्रीटमेंट की ज़रूरत थी वो हाँफ रही थी

सॅम;उसे सहारा देता है पर ऐसी हालत में भी नजमा सॅम के छूने से तिलमिला जाती है

नजमा;दूर हट कमिनाते

महक ;जो रूम के बाहर से सब सुन रही थी दरवाज़ा खट खटाने लगती है

सॅम;दरवाज़ा खोल देता है 
जैसे ही महक नजमा को बेड पे पड़ा देखती है. और चील की तरह नजमा की तरफ लपकती है

महक;;नजमा की दवाइयो में से बीपी की गोली लाकर नजमा को खिला देती है कुछ देर बाद नजमा का बीपी कंट्रोल होता है और नजमा महक के सहारे से अपने रूम में चली जाती है..

सॅम;परेशान हो चुका था वो कपड़े पहन के घर से बाहर निकल जाता है

सारा दिन पता नही सॅम कहाँ कहाँ घूमता रहा रात 10 बज चुके थे पर सॅम का कोई पता नही था

नजमा;को घबराहट होने लगी थी वो बार बार सॅम का नंबर ट्राइ करती है पर उसका मोबाइल ऑफ आ रहा था

महक;नजमा के पास बैठी उसे दिलासा दे रही थी

अम्मी आ जाएगा सॅम अपने फ्रेंड्स के यहाँ गया होगा

नजमा;तू सब जानती है ना बेटा पता नही मेरा दिल ज़ोरों से घबरा रहा है कहीं कुछ उल्टी सीधी हरकत ना कर्दे ये लड़का

नजमा;की घबराहट लाज़मी थी सॅम था बड़ा ज़िद्दी 

कुछ सेकेंड के बाद डोर बेल बजती है और महक दरवाज़ा खोलती है सामने सॅम खड़ा था उसके चेहरे पे गम के बदल छाए हुए थे

महक;कहाँ था तू अम्मी कितनी परेशान हो रही थी बोलके नही जासकता था

सॅम;महक को कुछ जवाब नही देता और सीधा अपने रूम में जाके बंद हो जाता है

नजमा;के लाख दरवाज़ा खट खटाने पे भी वो डोर नही खोलता आख़िर नजमा परेशान हाल अपने रूम में चली जाती है.
Reply
10-30-2018, 06:26 PM,
#53
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
दूसरे दिन जब नजमा;सॅम के रूम के करीब पहुँची तो रूम का दरवाज़ा खुला था पर सॅम बेड पे नही था बाथरूम में से पानी बहने की आवाज़ नजमा को एहसास दिलाती है कि सॅम नहा रहा है..
वो सॅम के लिए नाश्ता बनाने किचिन में चली जाती है

जब सॅम;हॉल में पहुँचा तो बिल्कुल खामोश था उसके चेहरे पे कोई भाव नही थे

नजमा;उसे नाश्ते की प्लेट सर्व करती है
एक पल के लिए दोनो की नज़रें मिलती है

सॅम;अम्मी मुझे आपसे कुछ बात करनी है

नजमा;हाँ बोल

सॅम;अम्मी मुझे माफ़ कर दीजिए मेने जो कुछ किया है शायद उसके सज़ा ये है कि में आपके नज़रों से हमेशा हमेशा के लिए दूर चला जाऊ

इसीलिए में ने ये फ़ैसला किया है कि में यूके जा रहा हूँ और वहीं रहूँगा

नजमा;के तो जैसे हाथ पैर फूल गये थे 
तुझे मेरे बात इतनी बुरी लगी कि तूने इतना बड़ा फ़ैसला कर लिया

सॅम;कुछ नही कहता और चुप चाप वहाँ से चला जाता है

नजमा;खुद को कोस्ती है कि आख़िर मेने उसे ऐसा क्यूँ कहा कि दूर होज़ा मेरे नज़रों के सामने से 
सारी ग़लती मेरी है मैं सॅम को कहीं जाने नही दूँगी कभी नही वो ठान लेती है

पर सॅम भी जाने की ठान चुका था.

कमाल की बात तो ये थी कि ग़लती सॅम ने किया था पर अफ़सोस नजमा को हो रहा था गुस्सा नजमा को होना चाहिए था पर रिएक्ट सॅम कर रहा था 

दिल तो नजमा का टूटा था दिल के जिस कोने में एक धुंधली सी तस्वीर उभर के आई थी नजमा कि वो सॅम ने मिटाने की कोशिश किया था

ये इश्क़ नही आसान बस इतना समझ लीजे एक आग का दरिया है और डूब के जाना है.

आज पहली बार नजमा का दिल सॅम के जाने से हर्ट हुआ था इतना हर्ट कि कोई सोच भी नही सकता जब नजमा ने सॅम को फीरोजा की बाहों में देखी थी तब भी उसे इतना हर्ट नही हुआ था बल्कि सच कहीं तो उस वक़्त नजमा को जलन हुई थी जिसे उसने गुस्से की शकल में एक कड़वा घूट समझ के पी लिया था 

पर आज जब सॅम उसे हमेशा हमेशा के लिए दूर जाने की बात कर रहा था तो पता नही दिल के किसी कोने में कोई चीखा ज़रूर था.

नजमा;सॅम के रूम में पहुँच जाती है जहाँ सॅम कपड़ों की पॅकिंग कर रहा था

सॅम;नजमा को देखता है और फिर दुबारा अपने काम में लग जाता है

नजमा;सॅम तू कहीं नही जा रहा है

सॅम;में जा रहा हूँ अम्मी

नजमा;मेने कहा तू कहीं नही जा रहा

सॅम;में जा रहा हूँ मतलब जा रहा हूँ

नजमा;सॅम के पास जाके उसके हाथ से कपड़े छीन लेती है और एक थप्पड़ उसके गाल पे जड़ देती है.

आँसू सॅम की आँखों में आने चाहिए थे पर रो नजमा रही थी..
तू खुद को समझता क्या है मैं तेरी अम्मी हूँ मेने कहीं तू नही जाएँगा और गर तू जाएगा तो अपनी अम्मी को ज़िंदा नही देख पाएगा

वो रुकी नही रोते हुए सॅम के रूम से निकल गयी.

सॅम;;हाथ में कपड़े पकड़े उसे जाता देखता रह गया.

महक;;जब कुछ देर बाद सॅम के रूम में आई तो सॅम बेड पे लेटा हुआ था

क्यूँ जवान मेने सुना कि तू जा रहा है 
तुसी ना जाओ ना

महक;के चेहरे पे मुस्कान थी और होंठो पे शरारत.

वो सॅम और नजमा के बीच की सारे बातें सुन चुकी थी 

सॅम;ठंडे आहें भरते हुए 
तू अगर मुझे रोकते हुए मर भी जाती तो में नही रुकता पर अम्मी की बात में नही टाल सकता

महक;मरे मेरे दुश्मन तेरे जैसे..में क्यूँ तुझे रोकू जा जाना है तो जा

सॅम;बेड से उठ जाता है और महक के करीब आके उसकी आँखों में देखते हुए
सच में तुझे कोई फरक नही पड़ता 

महक;नही

सॅम;मेरे आँखों में देख के कह ना फिर

महक;;तू जाना मुझे बहुत काम है.

सॅम;;महक को अपनी बाहों में कस लेता है इधर देख मेरी तरफ

महक;सॅम का चेहरा देखने लगती है.
बोल क्या है

सॅम;;अगर में चला गया तो तुझे कोई फरक नही पड़ेगा

महक;के होंठ लरज के रह जाते है दिल तो उसका भी दुखा था सॅम के जाने का सुनके पर उसके अहम ने उसे मजबूर किया हुआ था.

तुझ जैसे गंदी इंसान को कौन अपने घर में रखना पसंद करेगा महक ने घूरते हुए सॅम को कहा

सॅम;अब जब में गंदा हूँ ही सब की नज़र में तो क्यूँ ना तेरे साथ भी

महक;चुप कर कमिनाते और छोड़ मुझे वरना में अम्मी को आवाज़ दूँगी

सॅम;;सज़ा तो तुझे मिलेगी मुँह खोलने की मोटी

और अचानक महक के कुछ बोलने से पहले सॅम अपने होंठ महक के काँपते होंठों पे रख देता है.
Reply
10-30-2018, 06:26 PM,
#54
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
सॅम;;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प निचला होंठ उसने बुरी तरह काट लिया था जिससे महक के होंठ से खून निकलने लगा था वो रुआंसी हो गयी थी

महक;ये तूने क्या हरकत की सॅम छोड़ मुझे और महक सॅम के पेट में मुक्का जड़ते हुए वहाँ से भाग जाती है.

सॅम;अपने होंठों पे लगा महक का खून सॉफ करते हुए

मेरी जान तूने शेर के मुँह को खून चखा दिया है अब तुझे मुझसे कोई नही बचा सकता.

नजमा;;महक को वॉश बेसिन में अपना चेहरा सॉफ करते हुए देखती है

नजमा;क्या हुआ बेटा तेरे मुँह से खून कैसे निकल रहा है

महक;;वो अम्मी जी वो में ववो पता नही होंठ फटने से शायद खून निकल रहा होगा

नजमा;दिखा मुझे.

महक;जल्दी से अपना चेहरा छुपाते हुए वहाँ से भाग जाती है..
नजमा;;ऑफीस के लिए निकलने ही वाली थी कि उसे फीरोजा का फोन आता है.

नजमा;हेल्लो फीरोजा कैसी हो सब ठीक तो है ना

फीरोजा;बाजी वो अब्बू की तबीयत ठीक नही है आप यहाँ आ सकती हो क्या अभी

नजमा;पर हुआ क्या अब्बू को कुछ बताओ तो

फीरोजा;बस आप यहाँ आ जाओ

नजमा;ठीक है में बस अभी निकल रही हूँ

और फोन डिसकनेक्ट हो जाता है

नजमा;काफ़ी परेशान होचुकी थी वो कुछ सोचते हुए सॅम और महक को आवाज़ देती है

सॅम;क्या हुआ अम्मी सब ठीक तो है ना

महक;भी नजमा का परेशान चेहरा देख पूछ बैठी

नजमा;वो बेटा तुम्हारी खाला का फोन आया था अभी अब्बू की तबीयत शायद कुछ ठीक नही है मुझे अभी जाना होगा.
सॅम तुम ऐसा करो ऑफीस चले जाओ और वहाँ का काम देख के जल्दी घर आ जाना मैं शायद कल ही आ पाउन्गी

सॅम;आमी में भी आपके साथ चलता हूँ

नजमा;जानती थी ये वहाँ जाने को क्यूँ उछल रहा है 
नाना तो रह जाएँगे ये और फीरोजा एक कमरे में शुरू होज़ाएँगे

नजमा;नही तुम यहीं रूको ऑफीस का काम भी देखना है और महक बेटा तुम घर के बाहर नही जाओंगी समझी

महक;जी अम्मी

नजमा;जल्दी जल्दी कुछ समान लेके अपनी कार में बैठ के निकल जाती है

सॅम;नजमा के जाने के बाद महक की तरफ देखते हुए
अर्रे मोटी ये तेरे होंठ को क्या हुआ

सॅम;के काटने से महक का नचला होंठ थोड़ा सूज गया था 

महक;;तिलमिलाते हुए तेरा सर हुआ है कम्बख़त मारे अब तो अम्मी भी नही है अब तुझे मुझसे कौन बचाएगा

और महक सॅम पे टूट पड़ती है

वो सॅम को सोफे पे गिरा के उसके उपर चढ़ जाती है और इधर उधर जहाँ जगह मिले वहाँ घूँसे मारने लगती है

सॅम;हंसता चला जाता है उसे तो जैसे गुद गुदी सी हो रही थी

सॅम;अचानक ही महक की दोनो कलाईयों को पकड़ के उसे अपने नीचे करलेता है और उसके उपर चढ़ जाता है

सॅम;महक तू ये कैसे भूल गयी कि छुरी तरबूज़ पे गिरे या तरबूज़ छुरी पे कटता हमेशा तरबूज़ ही है..

महक;;सॅम का इरादा भाँप चुकी थी वो बस किसी भी तरह वहाँ से निकलना चाहती थी क्योंकि वो इन दिनो में एक बात तो जान चुकी थी कि जब सॅम उसे प्यार से चूमता है तो वो खुद अपने आप में नही रहती और वो चाह कर भी सॅम को रोक नही पाएगी

छोड़ मुझे कमिनाते वरना में चिल्लाउन्गी

सॅम;;चिल्ला जितनी ज़ोर से चिल्लाना चाहती है चिल्ला

महक;बच्ऊऊऊऊऊऊऊऊ मुझे इस कमिनाते से बच्ऊऊऊऊ
वो सच में चिल्लाने लगती है

सॅम;फ़ौरन अपने होंठों से उसकी चीख अपने अंदर समा लेता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;का किसिंग का अंदाज़ हाईईईईईईईईईईईई उसके होंठ किसी साकी की शराब की तरह थे एक बार जो किसी के होंठों को चूम लें तो बस उसे अपना आदि बना लें

ये उसका दीवाना पन था या मोहब्बत का सुरूर..महक सॅम के नीचे ना कोई हरकत कर रही थी और ना कोई विरोध.
वो तो जैसे सॅम के होंठों का सारा रस पीते जा रही थी

महक;की आँखे बंद थी और ज़ुबान सॅम के मुँह में ऐसा लग रहा था मानो जैसे कोई बरसों का प्यासा दो घूंठ पानी की तलाश में कुछ ढूँढ रहा हो

दोनो बस एक दूसरे की ज़ुबान चूस्ते जा रहे थे

तकरीबन.10मिनट बाद बाहर बाइक के हॉर्न की वजह से वो दोनो एक दूसरे से अलग हुए पर मोहब्बत का प्याला वो दोनो पी चुके थे 

महक;की आँखे लाल होचुकी थी उस में वो तड़प सॉफ देखी जासकती थी जो एक माशुका की आँखों में होती है अपने माशूक को पा लेने की

सॅम;सोफे पे से उठ के महक को अपने सीने से लगा लेता है

सॅम;एक और

महक;उनह हूँ छोड़ मुझे जाने दे ना

सॅम;बस छोटी सी

महक;अहह छोड़ ना बाबा क्या कर रहा है होश में तो है ना तू

सॅम;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प

दोनो फिर से एक दूसरे में खो जाते हैं

शायद महक होश में नही आना चाहती थी इसीलिए वो सॅम को और कस के अपने से चिपका के चूम रही थी
Reply
10-30-2018, 06:26 PM,
#55
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
भाई बहेन की मोहब्बत ने एक नई राह पे अपने कदम बढ़ाने शुरू कर दिए थे ये रास्ता उन्हे किस मंज़िल पे लेजाएगा ये तो वो खुद भी नही जानते थे पर कहते है ना
प्यार का अंजाम किसने सोचा हम तो मोहब्बत किए जा रहे है

कुछ देर बाद अचानक बाहर बिजली चंकी और आसमान में बादल घिर आए

उस बिजली की आवाज़ ने पता नही महक के दिल पे क्या ज़ुल्म ढाए कि वो एक झटके में सॅम से अलग हो गयी और सोफे पे से उठ के खड़ी हो गयी

सॅम;उसके इस अजीब से बर्ताव से बिदक सा गया था
फिर सॅम को एहसास होता है कि महक जिस जगह बैठी थी वहाँ एक पानी का धब्बा सा बन गया है इसका मतलब महक सॅम की बाहों में पहली मर्तबा सिर्फ़ किस करने से पानी छोड़ चुकी थी

महक;सॅम को घूरते हुए देखने लगती है
देख सॅम आइन्दा मेरे करीब भी आने की कोशिश मत करना वरना मुझसे बुरा कोई नही

सॅम;मुस्कुराता हुआ वो पानी के निशान पे अपनी दो उंगलियाँ घुमाता है और चिप चिपा सा वो पानी अपनी नाक के पास लेक पहले सूँघता है और फिर वो दोनो पानी से भीगी हुई उंगलियाँ अपने मुँह में डालके चूस लेता है 

महक;;आँखे फाडे उसे देखती रह जाती है

सॅम;महक को पकड़ने ही वाला था कि फोन की रिंग बजती है

ये फोन ऑफीस से था और सॅम को उदास दिल से ऑफीस जाना पड़ता है

महक;अपने कॉलेज चली जाती है.

ऑफीस में भी सॅम का दिल नही लगता वो महक को फोन लगाता है

महक;क्या बात है कमिनाते आज कैसे फोन किया

सॅम;बस मेरे जान की याद आ गई

महक;;ओये ओये ओये शकल देखी है अपनी आयने में मैं कोई तेरी जान वान नही हूँ समझा ना आगर मुझे अयन्दा जान कहा ना तो भुर्ता बना दूँगी समझ ले

सॅम;हाई मेरी जान तेरी इसी अदा का तो में दीवाना हो गया हूँ

महक;मुस्कुरा रही थी पर दिखा गुस्सा रही थी
देख सॅम बहुत हुआ मुझे ये सब ठीक नही लगता में फोन रख रही हूँ

सॅम;एक किस्सी तो देदो जी

महक;जुत्ते दूं क्या वहाँ आके

सॅम;मुआहह
सॅम खुद महक को इधर से फोन पे किस कर देता है

महक;चिल्लाते हुए कमिनता 
और महक फोन काट देती है

आज पता नही इन्दोनो को हो क्या गया था वो दोनो ऐसे बिहेव कर रहे थे जैसे भाई बहेन नही बल्कि लवर्स हों

महक;का दिल जहाँ सॅम को देखने के लिए मचल रहा था 
वहीं सॅम का दिल महक को बाहों में भर के पता नही क्या क्या करने के लिए कह रहा था.

जैसे तैसे शाम हो जाती है और दोनो घर की तरफ निकल जाते है.

जब सॅम ;घर पहुँचता है तो वो सीधा महक के रूम में जाता है

महक;आयने के सामने खड़ी थी उसने टॉप और स्कर्ट पहन रखी थी 

गोरी गोरी सफेद टाँगें और चिकना मखमली पेट सॅम सॉफ देख सकता था

अपने पीछी खड़े सॅम को जब महक आयने में देखती है तो उसके चेहरे पे मुस्कान आजाती है

सॅम;कहीं जा रही हो महक

महक;इतराते हुए हाँ वो मेरे फरन्ड की बर्तडे पार्टी है ना वहीं जा रही हूँ

सॅम;ऐसे कपड़े पहन के

महक;क्यूँ क्या खराबी है इन में

सॅम;तू ऐसे कपड़े क्यूँ पहनती है महक तू सादे सिंपल ड्रेस में कितनी प्यारी लगती है

महक;उफफफफफफ्फ़ हो ओल्ड मॅन

आज कितने दिनो के बाद तो मौका मिला है ये सब पहनने का अम्मी घर पे जो नही है में तो यही पहन के जाउन्गी.

सॅम;उसे कुछ बोल पाता इससे पहले बाहर कार का हॉर्न बजता है

महक;सॅम को तिर्छी नज़रों से देखती है ओके बाइ ओल्ड मॅन.

हाँ सुनो मुझे प्लीज़ पिकप करने मत आना
और महक अपनी फरन्ड सीमा के साथ कार में बैठ के चली जाती है

आज सॅम को अजीब सा फील हो रहा था जैसे कुछ अन होनी होने वाली है
जैसे कुछ बुरा 
वो खुद को समझाता है पर उसका दिल नही मानता और वो उसे उलझन में घर के अंदर आजाता है.

खाना खाने के बाद सॅम टी.वी ऑन करके इधर उधर चॅनेल्स बदलने लगता है पर उसे कुछ भी अच्छा नही लगता.
वो क्लॉक की तरफ देखता है रात के 10 बज रहे थे 
महक को पार्टी में गये हुए 3 घंटे होचुके थे

तभी सॅम के मोबाइल पे महक का कॉल आता है

सॅम;खुश होके जैसे ही फोन रिसीव करता है उधर से महक की खौफनाक चीख सुनाई देती है

महक;सॅम बच्ऊऊऊऊऊऊऊऊऊ मुझे प्लेआसेज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ यहाँ प्लाज़ा होटेल्ल्ल्ल्ल्ल के सामने जल्दी आअजाआओ सॅम

और फोन कट हो जाता है

सॅम;हेलो हेलो महक हेलो करता रह जाता है.

वो बिजली की तेज़ी के साथ खड़ा होता है और अपनी बाइक निकाल के आँधी की तरह घर से निकल जाता है.
Reply
10-30-2018, 06:26 PM,
#56
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
जब महक और उसकी फरन्ड सीमा की पार्टी से वापस घर आ रही थी 
तब अचानक उनकी कार पंक्चर हो गयी वो जैसे ही कार से नीचे उतरे उनके सामने उस इलाक़े का जाना माना गुंडा बिल्ला और उसका पार्ट्नर सल्या खड़े थे 

बिल्ला;क्या हुआ जाने मॅन 
सुलया;भाई माल एक नंबर है ये वाली मेरी और वो वाली आपकी

दोनो शराब के नशे में धुत्त थे और उनके हाथ में एक बड़ा सा चाकू भी था

महक और सीमा घबरा के वापस कार में बैठ जाते हैं
और कार के शीशी उपर चढ़ा लेते है..और तभी महक सॅम को फोन लगाती है

बिल्ला;अर्रे बचके जाएगी कहाँ छम्मक छल्लो

सुलया';अपने हाथ की दारू की बॉटल कार के शीशे पे मार देता है
जिससे महक और सीमा बुरी तरह घबरा जाती है.

बिल्ला;अपने हाथ के चाकू से कार के शीशी पे ज़ोर से वार करता है और दो टीन बार में ही शीशा टूट जाता है

अब दोनो लड़कियाँ बुरी तरह घबरा चुकी थी वो ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगती हैं पर उस अंधेरे में उनकी आवाज़ सुनने वाला कोई नही था उपर से बारिश भी शुरू होचुकी थी

बिल्ला;अपना हाथ अंदर डालके कार का गेट खोल देता है
और महक के बाल पकड़ के उसे बाहर खींच लेता है

साली चिल्लाएगी ना तो ये देख पूरा का पूरा अंदर घुसेड के पेट में आठ का आकड़ा बना दूँगा चुप कर साली.

सुलया;अर्रे भाई ये चिकनी बहुत शोर मच्चा रेली है दूं क्या इसको 

बिल्ला;देख ना साली कपड़े तो धन्दे वाली के जैसे पहनी है और चिल्ला ऐसे रही है जैसे बहुत शरीफ हो चल सुलया उतार इसके कपड़े

महक;बच्ऊऊऊओ नहियीईईईईईईईईईईईईईईईई.
बिल्ला की बात सुनके सुल्लया अपने हाथ का चाकू महक की गर्दन पे लगा देता है
और एक हाथ से महक का टॉप खींच लेता है महक ने अगर ब्रा नही पहनी होती तो शायद आज वो बीच रास्ते में बिल्कुल टॉपलेस हो जाती 

महक;;रोने लगी थी वो अपने आप को कोसने लगती है कि क्यूँ उसने सॅम को उसे पिकप करने के लिए मना किया था

कार में बैठी सीमा भी जैसे हक्का बक्का से रह गई थी ये सब देख के उसके तो मुँह से आवाज़ भी नही निकल पा रही थी

बिल्ला;आगे बढ़ता है और चाकू महक के शॉर्ट में डालके उसे चीर देता है

वो दोनो अपने गंदे पीले पीले दाँत दिखा के हँसे जा रहे थे और महक अपना शॉर्ट भी उतर जाने से किसी कोमा के पेशेंट्स की तरह खड़ी थी

सीमा;भैया हमे जाने दो प्लीज़ वो रोए गिड गिड़ाई पर उसकी मासूम गुहार का उन्दोनो पे कोई असर नही होने वाला था

बिल्ला;हाहः सुलेआ देख तेरी वाली मुझे भैया बोलती है साली 
भैया नही सैयाँ चलो आज करेंगे ताता थैया,हाहहः

बिल्ला;के हाथ महक की ब्रा को खोलने के लिए आगे बढ़ते है.
तभी

एक तेज रफ़्तार बाइक आके बिल्ला की जाँघ के बीचो बीच लगती है

बिल्ला;अहह ज़ोर की चीख के साथ 6फिट दूर जाके गिरता है

सुलया;तू कौन है रे हरामजादे

सॅम;;तेरा बाप

अपनी बहेन महक को सॅम अपनी जॅकेट पहना के जैसे ही मुड़ता है उसके सामने बिल्ला और सुलया अपने हाथों में तेज़ धार चाकू लिए उसकी तरफ बढ़तें है.

पर सॅम के सर पे तो जैसे खून सवार हो गया था उसे बस महक के चीखे ही सुनाई दे रही थी

सॅम का ढाई किल्लो का हाथ जब बिल्ला के कन पटी पे पड़ता है तो उसे अपनी माँ का पीया हुआ वो दूध याद आजाता है जो उसने एक ही बार पिया था

वो चक्कर ख़ाके ज़मीन चाटने लगता है

सुलया ;अपने गुरु को देख सॅम पे चाकू से वॉर करता है पर सॅम नीचे झुक के अपने जूडो कराटे वाली किक सुलया की छाती पे रख देता है जिससे सुलया के मुँह से दारू के साथ साथ खून भी निकलने लगता है 

दोनो ज़मीन पे चित पट पड़े थे और सॅम बिल्ला की छाती पे पैर रख के उसे कहता है

आयन्दा इस इलाक़े में नज़र भी आए ना तुम दोनो तो बेटा याद रखना लोही खेए रोड पीछे से डालूँगा और मुँह में से निकालूँगा.

दोनो इस लायक ही नही बचे थे कि कुछ कर पाते तभी वहाँ पोलीस की वेन आ जाती है और दोनो बदमाशों को कार में भर के पोलीस स्टेशन ले जाती है...


सॅम;;सीमा के अब्बू को फोन करता है और कुछ देर में वो भी वहाँ आजाते है और सॅम का शुक्रिया अदा करके सीमा को अपने साथ लेजाते है.

महक;;कार के फ्रंट टाइयर के पास बैठी रो रही थी वो अभी तक सदमें में थी 

सॅम;उसे सहारा देके उठाता है और बाइक पे बैठके घर की तरफ चल पड़ता है.

महक;अभी भी पीछे बैठी बैठी सिसक रही थी
जैसे ही वो दोनो घर में पहुँचे महक;

वहीं नीचे फर्श पे बैठ के ज़ोर ज़ोर से रोने लगती है 

मुझे माफ़ करदो भाई मुझे माफ़ करदो अगर आज तुम नही आते तो 
बस वो इतना बोलती जा रही थी और आँसू उसकी आँखों से मुसलसल बह रहे थे

सॅम;महक मेरा बच्चा ऐसे रोते नही ना जब तक तेरा भाई ज़िंदा है तुझे कोई कुछ नही करसकता चल खड़े होज़ा शाबाश.

और सॅम;महक को अपने कंधे का सहारा देके उसके रूम में ले जाता है
Reply
10-30-2018, 06:26 PM,
#57
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
महक;किसी बच्ची की तरह सॅम से चिपकी हुई थी 
उसे ये भी फिकर नही थी कि वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में है.

सॅम;अब रोना बंद भी कर चुप होज़ा महक प्लीज़

महक;;सॅम अगर तू सही वक़्त पे नही आता तो

सॅम;मेरे आँखों में देख और सॅम महक के दोनो गाल पकड़ के अपनी तरफ घुमा लेता है

तू मेरी अमानत है मेरी जान है और जो कोई मेरी जान की तरफ ग़लत नज़र से देखेगा वो जान से मार दिया जाएगा.

महक;को आज पता नही उन आँखों में कौनसा समुंदर नज़र आ रहा था जिसमें वो डूब के मर जाना चाहती थी 

वो खामोश होचुकी थी पर होंठ अब भी कांप रहे थे जिस्म अब भी थर थारा रहा था.

वो सॅम की मज़बूत बाहों में समा जाना चाहती थी सॅम उसे कोई फरिश्ते की तरह नज़र आ रहा था .

महक;इतनी मोहब्बत करता है तू मुझसे सॅम

सॅम;कोई शक

महक;बिल्कुल नही 

सॅम;वैसे तू इन छोटे से कपड़ों में भी बहुत अच्छी लग रही है

महक;अपने आप को देखती है और शर्म ओ हया के बादल उसे घेर लेते है वो हल्के से सॅम की छाती पे मुक्का मारती है और फिर से सॅम की छाती से चिपक जाती है


दोनो पानी में भीगे हुए थे जिस्म की आग बदन के कपड़ों को धीरे धीरे सूखा रही थी पर उन्हे ये कपड़े शायद बोझ लगने लगे थे

दोनो भाई बहेन एक दूसरे की छाती से चिपके लंबी लंबी साँसें लेरहे थे

अचानक महक के हाथ सॅम को और कसने लगते है और सॅम की भी पकड़ महक पे बढ़ जाती है बाहर बिजली ज़ोरों से गरजने लगती है.

वो हालत वो लम्हे वो वक़्त किसी के इख्तियार में नही था

महक;अपना सर उठा के सॅम की आँखों में देखती है 
और सॅम अपने दोनो हाथों से महक की ब्रा का हुक खोलने के कगार पे था

बस उसे महक की हाँ का इंतजार था

महक;पहली मर्तबा अपने नाज़ुक गुलाबी काँपते होंठ सॅम के लिप्स पे रख देती है.गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प

और सॅम;महक की ब्रा उसकी छाती से निकाल देता है यही वो पल था जब दो बदन एक होने वाले थे

दोनो भाई बहेन एक दूसरे को हर जगह चूम रहे थे चेहरे का कोई हिस्सा ऐसा नही बचा था जहाँ महक ने सॅम को नही चूमा होगा.

सॅम;महक को बेड पे लेटा देता है और नीचे झुक के उसकी पैंटी उतारने लगता है.

महक;;पैंटी पकड़ लेती है
और फिर कुछ सेकेंड बाद छोड़ देती है.

सॅम;महक की पैंटी उसकी कमर से नीचे उतार चुका था लाल मखमली गुलाबी लिप्स वली महक की चिकनी बिना बाल वाली चूत सॅम के मुँह के सामने थी

सॅम;अपने होंठों से पहले महक की चूत को चूमता है जिससे उसकी बरसों की सोई हुई चूत जाग जाती है और अपने महबूब के आमद पे खुशियाँ मनाने लगती है

सॅम;दोनो उंगलियों से महक की चूत के लिप्स को चीरता है उसे अंदर एक गुलाबी परदा नज़र आता है सॅम अपनी ज़ुबान को और बाहर निकाल के उस पर्दे को छूने के लिए अपनी ज़ुबान महक की चूत में घुसाता चला आजाता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

महक;दोनो हाथों से बेड शीट पकड़ लेती है ये पहली मर्तबा था उसकी ज़िंदगी में जब कोई मर्द उसके उस नाज़ुक हिस्से को चाट रहा था आज तक तो उसने भी कभी अपनी चूत को इतने प्यार से नही देखा होगा जितने प्यार से सॅम उसे चाट रहा था

अहह सॅम अहह मत कर रे ऐसे अहहहहहहहहहः मुझे अहह ऊईई अम्मी जी पता नही तू क्या ढूँढ अहह रहा है रे ज़ालिम अहहहहहहहः ये सिसक ये जोश सॅम को और अंदर तक चूत चाटने पे मजबूर किए जा रहा था

सॅम;;गलपप्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प महक मत रुक मुझे गलपप्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प

महक;अहह अहह स्शह उसकी चूत का दाना अपने शब्बाब पे था वो किसी मटर के दाने की तरह फूल गया था

सॅम;जानता था अगर महक झड गयी तो शायद वो आगे कुछ ना करने दे
वो जल्दी से अपनी शर्ट और पॅंट उतार देता है और जैसे ही वो अपना अंडरवेर उतारता है महक घबरा कर अपना चेहरा छुपा लेती है

सॅम;महक के उपर चढ़ जाता है और दोनो पैरों को घुटनों के पास से मोड़ के ठीक महक की जाँघ के बीच बैठ जाता है.
और अपना सख़्त लंड हाथ में पकड़ के महक की मख मली चूत की फांकों पे घिसने लगता है अहहहहहहहहहहः

महक;;अम्मिईीईईईई अहह उऊन्ह नहियीईईईई ना सॅम अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

दोनो की नज़रें मिलती है और महक ना चाहते हुए भी सॅम को हाँ में सर हिला देती है.

सॅम;अपने लंड पे थूक लगा के एक हल्का सा झटका चूत में मारता है जिससे सॅम के लंड का सुपाडा महक की चूत के पर्दे से टकराता है.

दूसरा झटका महक की चूत को चीरता हुआ अहहहहहहहहहहहहहहः अहह अंदर तक घुसता चला जाता है

महक;;सम्म्म्मममममममममम नहियीईईईईईईईईईईई अम्मिईीईईईईई गगगगगगगग निकालूऊऊऊऊऊऊ नाआआआआ सम्म्म्ममममममम घूननगज्गग घगुगज्नणनननणणन्

सॅम;महक की ब्रेस्ट को मुँह में लेके चूसने लगता है और अपनी कमर आगे पीछे हिलाने लगता है अहह अहह बस थोड़ी देर महक कुछ नही होगा ना अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

महक;अहह मुझे दर्द हो रहा है अहह प्लेआसेज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ निकालो ना सॅम अहह मैं मर रही हूँ नह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम;चुप होज़ा महक बस देख हो गया ना हाआआआआ अहह वो रफ़्तार कम नही करता और ना ही निपल्स को मुँह में से निकालता है बल्कि और मसल मसल के चूसने लगता है

सॅम;के चोदने की रफ़्तार ऐसी थी कि महक बेड में धँसती चली जा रही थी 

तकरीबन 10मिनट के बाद महक खामोश हो जाती है और सिसकने लगती है.

महक;अहह आराम से ज़ालिम अहह आख़िर तूने अपनी बहेन को अहह अपना बना ही लिया हाआआआअ 
उसके दोनो पैर सॅम की कमर से लिपटे हुए थे 

सॅम;हाँ महक तुझ पे सबसे पहला हक़ तो मेरा ही है ना हाआआआआ आख़िर तू मेरी बहेन है अहह तुझे नही चोदुन्गा तो ज़िंदगी किस काम की अहह

महक;अहह कितनी गंदी बातें करता है रीईईईईई अहह धीरे करना अहह

सॅम;पहले बोल आराम से चोदो जी अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

महक;अहह मुझे शर्म आती है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम;बोल ती है कि नही और सॅम दना दन धक्के मारने लगता है अहह

महक;उनह अम्मी गगगगगगगगगग आराम से चोदो ना सम्म्म्मममममम अहह धीरे चोदो ना अपनी बहेन को उःन्णनननननननणणन् अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम;;चाहता था कि महक उसकी तरह गंदी बातें सीख जाए और उसकी बची हुई शर्म ओ हया भी ख़तम होज़ाये अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

महक;की ये पहली चुदाई थी इस लिए वो सॅम का मुकाबला नही करसकी और 10मिनट बाद ही सॅम से चिपक के झड्ने लगती है अहह सम्म्म्मममममममम ऊऊऊऊऊओह मेरे भाईईईईईईईईईईई.अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम;अपनी बहन की मोहब्बत में ऐसा दीवाना हुआ कि वो भी कुछ धक्कों के बाद चीखता हुआ अहहहहहहहहहहहहः अपनी महक की चूत में पानी की फुहार छोड़ने लगता हैयाहह
अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह.

सॅम;महक के उपर से हाथ की साइड में लेट जाता है और महक सॅम की छाती पे सर रख देती है.
सॅम;खामोश था उसे यक़ीन ही नही हो रहा था कि वो अपनी सग़ी जुड़वा बहन के साथ वो सब करचूका जो उसने शायद सोचा नही था.

उसे तो नजमा की मोहब्बत की तलाश थी पर हाई रे सॅम के किस्मत सिवाए नजमा के हर कोई उसे मोहब्बत करचूका था,

महक;;सेक्स करने के बाद एक पछतावे के समुंदर में डूब चुकी थी अक्सर जो हाल हर किसी का होता है
सेक्स की आग जिस्म को तो जला देती है पर जब इंसान वो करचूका होता है तो उसे ना चाहते हुए भी उस पे पछतावा होता है.

वो सॅम की आँखों में देखती है
समीर हमने जो किया वो नही करना चाहिए था

सॅम;महक के लिप्स पे किस करते हुए
महक हमने जो किया है उसपे हमे अब पछताना नही चाहिए वरना ये मेरी और तुम्हारी मोहब्बत की तौहीन होगी.

जो कुछ हुआ उसमें हम दोनो की रज़ा मंदी शामिल थी फिर अब ऐसा क्यूँ सोच रही हो जो होना था हो चुका और जो होना है वो भी अच्छा ही होगा

महक;क्या मतलब

सॅम;महक को नीचे करके उसकी छाती पे चढ़ जाता है उसका लंड महक के दोनो ब्रेस्ट के बीच मे आजाता है और सॅम दोनो ब्रेस्ट को एक साथ पकड़ के दोनो के बीच में अपना लंड आगे पीछे करने लगता है
Reply
10-30-2018, 06:27 PM,
#58
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
महक;के जिस्म में बुझ चुकी आग फिर से जल उठती है और एक सिसक उसके होंठों से अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की शकल में बाहर निकल जाती है

शरम ओ हया के बादल फिर से घिरने लगते है पर सॅम इन बादलों के पार महक को लेजाना चाहता था उस जगह जहाँ वो खुल के एक दूसरे से चुदाई की बातें करसकें और बिकलूल हज़्बेंड वाइफ की तरह चुदाई करसकें

महक;सॅम की आँखों में ही देख रही थी

सॅम;थोड़ा आगे बढ़ता है और अपने लंड का सुपाडा महक के लिप्स पे घिसता है जैसे लिप्स टिक लगा रहा हो

महक;के होंठ थोड़े से खुलते है पर इतने नही कि वो सॅम के लंड को निगल जाए

सॅम;थोड़ा सा लंड अंदर केए तरफ डालता है 
चूस ले महक अपने भाई का लंड 

महक;थोड़ा झीजक रही थी पर वो सॅम को नाराज़ भी नही करना चःटी थी वो और मुँह खोलती है और ज़ुबान बाहर निकाल के लंड पे फेरती है शिप्प्पप्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;प्रेशर देके लंड अंदर डालता चला जाता है और वो सीधा महक के हलक में जाके अटक जाता है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

महक;;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प उःन्णननणणन् बहुत बड़ा लंड होने की वजह से महक की सांस घुटने लगी थी और आँखे फटी की फटी रह गयी थी पर सॅम लगातार अंदर बाहर किए जा रहा था गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;अहह ठीक से कर साली हाआआआआअ

महक;सॅम को गिरा के नीचे कर देती है और खुद उसपे सवार हो जाती है अब महक बहुत आसानी से लंड गटक सकती थी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सलाइवा और सॅम के लंड का पानी दोनो नीचे बेड शीट गीला कर रहे थे पर महक तो जैसे लंड छोड़ने को तैयार ही नही थी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प

वो टेस्ट्स को मरोड़ मरोड़ के लंड चुस्ती चले जा रही थी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;अहह ऐसा मत कर महक दर्द होता है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

महक;;चुप कर मेरा है मेरे मर्ज़ी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;के लंड की नसें फूल चुकी थी और लंड का सुपाडा लाल हो चुका था अब सॅम से एक पल भी बर्दास्त करना मुश्किल हो रहा था वो महक के बाल पकड़ के उसे डोगी स्टाइल में झुका लेता है और पीछे से अपना लंड उसकी चूत के लिप्स पे घिसने लगता है अहह

महक;;जल्द से जल्द वो तलवार अपनी म्यान में लेना चाहती थी अहह डालना रे सॅम अहह जल्दी से डाल दे अंदर अहह

सॅम;ये ले मेरी जान हाआआआआआआआआ अहह अहह
वो फिरसे चीरता हुआ अंदर चला गया था

और महक के चेहरे पे खुशी और दर्द के मिले जुले असर छोड़ गया उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आराम से नही चोद सकता अहहहहहहहहः बहेन हूँ में तेरी कोई रांड़ नही हुन्न अहह

सॅम;साली लंड लेने के लिए तड़प रही थी और अब चिल्ला रही है रुक अहह
वो महक की गोरी नरम नरम गान्ड पे थपा थप थप्पड़ मारने लगता है 

इन थप्पाड़ों का महक पे उल्टा ही असर होता है और वो और जोश में अपनी गान्ड पीछे करते हुए सॅम का लंड अंदर लेती जाती है अहह अहह अम्मी ग क्या ख़ाता है रे आआहह ज़रा सा तो रहम खा अपनी बहेन पे ऊऊहह

सॅम;अहह चोदने दे ना मेरी जान बहुत टाइट है तेरी अहह अहह

ना धक्को की बरसात कम हो रही थी और ना महक की गान्ड रुकने का नाम लेरही थी पूरा रूम दोनो की आवाज़ों से गूँज रहा था 

तकरीबन 20 मिनट की ज़ोरदार चुदाई के बाद महक की टाँगे जवाब दे गयी और वो चीखते हुए झड्ने लगती है अहह बस कर मार देगा क्या अहह

सॅम;भी उसी के पीछे झड्ने लगता है और फिर वहीं महक के उपर लुढ़क जाता है.
दोनो बुरी तरह थक चुके थे उन्हे कब आँख लगी पता ही नही चला.
Reply
10-30-2018, 06:27 PM,
#59
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
सुबह 8एएम;
सॅम की जब आँख खुली तो महक उसके पास नही थी वो उठ के बाथरूम में फ्रेश होने चला जाता है और फिर जब टवल लपेट के किचिन में आता है तो मारे हैरत के उसकी आँखे फटी की फटी रह जाती है.

महक;शलवार कमीज़ में खड़ी नाश्ता बना रही थी
ज़िंदगी में पहली बार उसने शलवार कमीज़ पहनी थी और वो भी शबनम भाभी की

पीछे से बिल्कुल शबनम की तरह लगने वाली महक इस शलवार कमीज़ में जन्नत की हूर से कम नही लग रही थी शायद वो भी अभी अभी नहा के आई थी उसकी खुली हुई ज़ूलफ़े उसकी खूबसूरती में चार चाँद लगा रही थी

सॅम;अपनी टवल निकाल के चेयर पे रख देता है और पीछे से महक को दबोच लेता है

महक;अहह क्या कर रहे हो हटो रात को तो तुमने मुझे मार ही दिया था

सॅम;क्या बात है महक तू तो बहुत खूबसूरत लग रही है

महक;बस बस मुझे पता है ये तारीफ किस लिए होरही है पर अभी मुझे बहुत काम है.

सॅम;मेरी जान काम के लिए तो पूरी ज़िंदगी पड़ी है पहले प्यार उसके बाद काम

महक;ने अभी भी सॅम को नही देखा था कि वो किस हॉल में खड़ा है जैसे ही वो मुड़ती है वो शरमा जाती है

किसी तीर की तरह सॅम का लंड सीधा महक की गान्ड का निशाना लिए हुए था

महक;कपड़े तो पहन लो

सॅम;किस लिए जबकि में तो तुझे नंगी करने आया हूँ

महक;हटो सॅम

सॅम;महक को शीलफ से खड़ा कर देता है और उसके दोनो ब्रेस्ट को मसलता हुआ उसके लिप्स को चूसने लगता है
उसका लंड महक की जाँघ में घुसा हुआ था और चूत पे रगड़ खा रहा था

महक;उनह नही ना अभी नही ना सॅम उःन्णनननननणणन् काम करने दोना हााआअ

सॅम;शलवार का नाडा खोल के उसे नीचे गिरा देता है और पैंटी को थोड़ा साइड में खिसका के अपना लंड चूत में घुसा देता है अहह अहह

महक;;अपनी एक टाँग सॅम की कमर पे चढ़ा के खड़े खड़े सॅम का लंड अंदर ले रही थी पैंटी पूरी ना उतरने की वजह से सॅम का लंड पैंटी को घिसता हुआ अंदर बाहर हो रहा था

सॅम;को इस चुदाई में और मज़ा अरहा था अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

महक दिल तो करता है तुझे रात दिन बस चोदता ही रहूं अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह क्या चूत है तेरी एकदम मखमल अहहहहहहहहहहहः

महक;सिसक ते हुए अहह चोदो ना समीर तुम्हारी तो हूँ में अहह ऊइईईईई अम्मी गगगगगगगगग उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

अचानक;किसी का ज़ोर दार थप्पड़ सॅम की गान्ड पे पड़ता है
सटकककककककककककककककककककककककककक

सॅम;चौंकते हुए पीछे देखता है और महक के साथ साथ उसके भी होश उड़ जाते है..

नजमा;समीर कुत्ते कमिनाते
नजमा;सॅम के पीछे खड़ी थी और उसकी आँखों में गुस्सा सॉफ देखा जासकता था.


सॅम के साथ महक भी बुत बनी खड़ी थी कमाल की बात तो ये थी कि अब भी सॅम का लंड महक की चूत में था और नजमा की नज़र उसी पे थी

नजमा;सामने पड़ा हुआ बेलन उठा कर सॅम की कमर पे मारती है दूर हट बदजाद.

औट तू बदचलन लड़की ये तूने किया कि तूने अपना कुँवारा पन इस कम्बख़्त के हवाले कर दिया अर्रे ये तो है ही कमीना मुझे तुझ से ये उम्मीद नही थी.

सॅम;फॅक की आवाज़ के साथ अपना लंड महक की चूत से बाहर निकाल लेता है

उसका पानी नही निकला था इसलिए उसका लंड अभी भी तना हुआ था और अब नजमा की तरफ इशारा कर रहा था

तभी वहाँ फीरोजा दाखिल होती है और सामने अपने भानजे और भांजी को बिल्कुल नंगा देख उसे बड़ा सा शॉक लगता है.

वो दोनो तो सत्तार ख़ान को साथ लेके आई थी यहाँ सिटी के किसी डॉक्टर को उन्हे दिखाने गनीमत तो ये थी कि सत्तार ख़ान चल फिर नही सकते थी वो बेचारे व्हीएल चेयर पे घर के गेट पे ही बैठे थे.

फीरोजा;ये में क्या देख रही हूँ बाजी

नजमा;फीरोजा को घूरते बस कर कमिनाते ये सब तेरा ही किया धरा है तूने मेरे बच्चे को बिगाड़ दिया है
पहले तू उसके बाद वो शबनम और अब ये कमिनाते इसे तो में जान से मार दूँगी
वो महक की तरफ बढ़ती है पर सही वक़्त पे सॅम नजमा का हाथ पकड़ लेता है

सॅम'बस करो अम्मी अब हम बच्चे नही रहे हम अपना अच्छा बुरा जानते है और अगर आपको हम इतने ही बुरी लगते है तो ठीक है हम दोनो भाई बहेन हमेशा के लिए ये घर छोड़ के चले जाएँगे

सॅम ने अपना आख़िरी हथियार इस्तेमाल करलिया था ये वो चीज़ थी जो नजमा को हिला के रख देती थी सॅम से दूर जाने के नाम से ही वो कांप जाती थी

नजमा;आगे बढ़ती है और एक ज़ोरदार थप्पड़ सॅम के मुँह पे और एक करारा थप्पड़ महक के मुँह पे रसीद कर देती है.

तू मेरे सबर का और इम्तिहान मत ले सॅम तू क्या समझता है तेरी ये बातें मुझे बहला फुसला लेंगी नही कभी नही तू कभी नही सुधर सकता आज में जान चुकी हूँ..आज के बाद तू मुझ से बात मत करना.


सॅम;पर अम्मी

नजमा;उसे उंगली के इशारे से धमकी देने वाले अंदाज में घूरते हुए वहाँ से चली जाती है

सत्तार ख़ान दरवाज़े पे थे

सत्तार ख़ान;क्या हुआ बेटा सब ठीक तो है ना

नजमा;जी अब्बू चलिए आपको रूम में ले चलती हूँ

दोनो अभी भी ऐसे ही खड़े थे पर सॅम के साथ साथ महक के चेहरे पे भी सुकून था.

फीरोजा;सॅम के करीब आती है और अपने हाथ में सॅम का लंड पकड़ लेती है
हाईईईईईईईई रे ज़ालिम तुझे एक पल के लिए भी अपनी खाला की याद नही आई कितना तडपी हूँ में तेरे लिए और तू इस कलमुही को चोद रहा है

तीनो खाला भानजे ज़ोर ज़ोर से हँसने लगते है

महक;तो क्या खाला आप भी

फीरोजा;नीचे बैठते हुए सबसे पहले मैने ही तो इसका रस पिया था

फीरोजा;कई दिनो की प्यासी थी उसका हलक सूख के बंजर ज़मीन की तरह हो चुका था वो झट से सॅम के लंड को अपने मुँह भर के ज़ोर ज़ोर से चूसने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;अहह खाला अम्मी आ जाएँगी छोड़ो नहाआआआआ

फीरोजा;आने दे आज मुझे मत रोक सॅम गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प

सॅम;अहह अहह तेज धार के साथ अपना पानी फीरोजा के हलक में उतारने लगता है अहहहहहहहहहहः

महक;आँखे फाडे ये सब देख रही थी कि कैसे उसकी खाला अपने भानजे के पानी का एक एक कतरा अपनी ज़ुबान से चाट रही है.

सॅम;जल्दी से वहाँ से भाग के अपने रूम में घुस जाता है और कपड़े पहनने लगता है.

महक;जैसे ही मुड़ती है फीरोजा उसे पीछे से पकड़ के उसके ब्रेस्ट मसलते हुए
क्यूँ री कैसा लगा

महक;शरमाते हुए धत्त आप भी ना खाला

फीरोजा;उसकी चूत में उंगली डालके बाहर निकालते हुए उसे सूंघती है और फिर अपने मुँह में डालके चूसते हुए
ह्म्म्म्म ममममममम टेस्टी रात काफ़ी मस्ती की तुम दोनो ने

महक;इस हरकत से सिहर गयी थी उसे खड़ा रहना मुश्किल हो रहा था वो तेज कदमों से अपने रूम में घुस जाती है.

फीरोजा;के चेहरे पे खुशी सॉफ देखी जासकती थी
फीरोजा;के चेहरे पे मुस्कान आजाती है.

नजमा;सत्तार ख़ान के पास बैठी बातें कर रही थी तभी वहाँ सॅम कपड़े पहन के आता है

सॅम;नाना जान कैसी तबीयत है आपकी

सत्तार ख़ान;बिल्कुल ठीक हूँ बेटा ये तुम्हारे अम्मी ने ज़बरदस्ती मुझे यहाँ ले आई वरना मैं तो वहीं ठीक था..
तुम सूनाओ कैसे हो

सॅम;नजमा की तरफ देखते हुए बस नानू शुरू है दिन रात काम..

नजमा;सॅम को घूर्ने लगती है

सतार ख़ान;अर्रे बेटा समीर तुम्हारी अम्मी हर वक्त तुम्हारे साथ है तुम फिकर ना करो नजमा तुम्हे कभी अकेला नही होने देगी क्यूँ नजमा मैं ठीक कह रहा हूँ ना

नजमा;अब्बू आप आराम कीजिए खाना खाने के बाद डॉक्टर के पास चलना है.

और नजमा उन्हे लिटा के अपने रूम में चली जाती है

जाते जाते उसे फीरोजा और महक कुछ हंसते हुए बातें करते नज़र आते है वो महक को खा जाने वाली नज़रों से देखते हुए अपने रूम में पहुँच जाती है

कुछ देर नानू से बात करने के बाद सॅम भी नजमा के रूम में चला जाता है

नजमा;अपने बेड पे लेटी हुई थी और उपर घूमते फन को देख रही थी

सॅम;बेड पे जाके एक कोने में बैठ जाता है
अम्मी मुझसे बात क्यूँ नही कर रही हो आप

नजमा;कोई जवाब नही देती

सॅम;अम्मी प्लीज़ ऐसे मत करो ना देखो चाहें तो मुझे जान से मार दो पर ऐसे बात तो मत बंद करो

नजमा;सॅम इस वक़्त मैं बहुत गुस्से में हूँ तू यहाँ से चला जा

सॅम;नही जाउन्गा जब तक आप मुझसे अच्छे से बात नही करोगी मैं कहीं नही जाउन्गा.

नजमा;बेड से उठ के खड़े हो जाती है
तू यहाँ से जाता है या मैं बाहर जाऊ

सॅम;मौके की नज़ाकत को समझते हुए वहाँ से चले जाने में ही भलाई समझता है वो अपने रूम में आके बेड पे लेट जाता है और आने वाले वक़्त के बारें में सोचने लगता है.

दोपहर के खाना खाने के बाद

नजमा;अब्बू चलिए हम डॉक्टर के पास से हो आते है
फीरोजा तुम घर पे रहना

फीरोजा;ठीक है बाजी पर आप अकेले कैसे अब्बू को ले जाएँगी आप सॅम को साथ लेजाओना

नजमा;नही कोई ज़रूरत नही है

सतार ख़ान;बेटा फीरोजा बिल्कुल ठीक कह रही है चलो सॅम बेटा

नजमा;चुप हो जाती है और तीनो हॉस्पिटल की तरफ निकल जाते है.

उनके जाने के बाद महक अपने रूम में चले जाती है और फीरोजा मेन डोर बंद करके एक नाइटी पहन के महक के रूम में जाती है

महक;बेड पे लेटी हुई थी
फीरोजा;उसके पास जाके उस से एक दम चिपक के लेट जाती है

महक;उस वक़्त सॅम को सोच सोच के अपनी चूत सहला रही थी जब फीरोजा उसके उपर हाथ रखती है




फीरोजा;महक क्या सोच रही हो बेटा

महक;काँपते हुए बोली खाला आप तो सब जानते होना

फीरोजा;हाँ बेटा पर एक बात बता सॅम तुझे कितने दिनो से चोद रहा है

महक;कल रात से

फीरोजा;ह्म्म्म्म म पर बेटा मैने देखी सुबह सॅम ने तो कॉंडम नही पहना था ऐसे से तो तू प्रेगनेंट हो जाएगी

महक;हाँ खाला वो में

फीरोजा;मैं समझ सकती हूँ महक पर आगे से तुझे ख़याल रखना होगा

महक;ऐसी बातें अपनी खाला से कर रही थी उसे यक़ीन ही नही हो रहा था पर ये सब सच था..वो झिझकते हुए कहती है. ठीक है खाला

फीरोजा;गुड गर्ल
दोनो खाला भांजी एक दूसरे के इतने करीब थी कि उन्हे एक दूसरे की साँसे सॉफ सुनाई दे रही थी अचानक महक अपनी आँखे बंद कर्लेति है और फीरोजा उसी वक़्त अपने होंठ महक के लिप्स पे लगा देती है

दोनो एक दूसरे को पॅशनेट किस करने लग जाते है

ये सब इतनी जल्दी हुआ कि उन्हे संभलने का मौका ही नही मिला इसके पीछे वजह शायद ये थी कि फीरोजा कितने महीनो से सॅम के लंड की याद में तड़प रही थी और आज जो उसने देखा उससे उसकी चूत पानी छोड़े जा रही थी वही हॉल महक का था सॅम से आधी अधूरी चुदाई ने उसकी चूत का वो हाल किया था कि वो कि बार बाथरूम जाके अपनी चूत रगड़ चुकी थी पर कोई फ़ायदा नही हुआ था

दोनो के लिप्स एक दूसरे से अलग होने का नाम ही नही लेरहे थे

फीरोजा;महक के पूरे कपड़े उतर चुके थे और महक नंगी होके अपनी खाला के उपर चढ़ि हुई थी

फीरोजा;अपनी एक फिंगर महक की चूत में और एक फिंगर महक के गान्ड में डालके हिला रही थी




महक;;जोश में आके अहह सिसकारियाँ भर रही थी और फीरोजा लगातार अपनी फिंगर अंदर बाहर किए जा रही थी

महक;अपनी खाला को भी नंगी कर देती है सेक्स की प्यास दोनो के जिस्म को पागल बना रही थी

फीरोजा;महक की कमर पे थप्पड़ मार कर उसे उल्टा कर देती है और अपनी ज़ुबान महक की गान्ड के सुराख पे लगा के चूत तक चाटती चली जाती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प
Reply
10-30-2018, 06:27 PM,
#60
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
महक;अहह खाला जान अहह अम्मी जी औन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह जोश में अपनी गान्ड पीछे झुका के फीरोजा की ज़ुबान को और अंदर लेना चाहती थी अहह

फीरोजा;महक की क्लाइटॉरिस को रगड़ते हुए उसे चाट रही थी उःन्णनणणन् गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

महक;इतने ज़्यादा जोश में आ चुकी थी कि वो एक चीख के साथ अपना पानी फीरोजा के मुँह पे छोड़ने लगती है अहह खाला अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

फीरोजा;सारा पानी पीती चली जाती है

महक;एकदम निढाल होचुकी थी और कुछ करने की हालत में नही थी

फीरोजा;वैसे ही नंगी अपनी भांजी को अपने से चिपका के लेट जाती है.

सॅम और नजमा;जब सत्तार ख़ान को हॉस्पिटल लेके पहुँची तब तक सत्तार ख़ान की हालत बेहतर थी पर अचानक नज़ाने क्या हुआ कि उन्हे राइट हॅंड साइड पेन होने लगा जब डॉक्टर ने उन्हीं चेक किए तो पता चला कि उन्हे हार्ट अटॅक आया है.

इस बात से नजमा के साथ साथ सॅम भी बुरी तरह डर गया था

डॉक्टर;ने उन्हे कुछ दिन आइसीयू में रखने के सलाह डी और नजमा के कहने पे उन्हे हॉस्पीटलाइज़्ड कर दिया गया

दोनो माँ बेटे हॉस्पिटल की बँच पे चुप चाप बैठे थे
दोनो सत्तार ख़ान की तबीयत को लेके काफ़ी परेशान थे

सॅम;चुप्पी तोड़ता है
अम्मी शायद नानू को कुछ दिन यहीं रहना पड़ सकता है
ऐसा करतें है मैं यहाँ नानू के पास रुकजाता हूँ आप घर जाके फ्रेश होजाओ और आपको ऑफीस भी तो जाना है

नजमा;पर यहाँ तुम अकेले कैसे देख पाओगे

सॅम;डोंट वरी अम्मी आप फिकर ना करो मैं मॅनेज करलूंगा.

सत्तार ख़ान से मिलने के बाद नजमा घर चली जाती है

महक और फीरोजा भी फ्रेश होचुकी थी और हॉल में बैठी बातें कर रही थी
जब नजमा ने उन्हीं सत्तार ख़ान के बारे में बताया तो वो दोनो भी परेशान से हो गये

फीरोजा;बाजी वहाँ अब्बू के पास कौन है

नजमा';सॅम वहीं रुकेगा मैं ऑफीस जा रही हूँ मुझे कुछ काम निपटाने है वहाँ से हॉस्पिटल चली जाउन्गी.

नजमा के चेहरे पे परेशानी सॉफ देखी जासकती थी..

वो दिन भी गुज़र गया और सत्तार ख़ान की तबीयत में थोड़ा सा सुधार आया था पर डॉक्टर ने उन्हे 7 दिन यहीं रखने का फ़ैसला किया था ताकि उनकी ठीक से जाँच होसके.

रात भर सॅम सत्तर ख़ान के पास रुकता और सुबह बस फ्रेश होने घर आजाता
नाश्ता करके वो वापस हॉस्प चला जाता दिन रात ऐसे ही सत्तार ख़ान के देख भाल में गुज़र रही थी

आज सत्तार ख़ान को हॉस्पिटल में आए हुए पूरे 8 दिन हो चुके थे और इन 8 दिनो में सॅम ने उनकी दिल ओ जान से खिदमत किया था

वो ना रात को सो पाया था और ना दिन में क्योंकि सत्तार ख़ान को कभी भी किसी भी चीज़ की ज़रूरत पड़ जाती थी.

फीरोजा और महक के साथ नजमा का दिल भी ये देख के बाग बाग हो गया था कि सॅम ने एक नवासे होने का फ़र्ज़ बहुत अच्छे से निभाया है.

जिस दिन सत्तार ख़ान को डिचार्ज मिलने वाला था उस्दिन महक और फीरोजा भी हॉस्पिटल में मौजूद थी.

सॅम ने सत्तार ख़ान को महक और फीरोजा के साथ एक कार में घर की तरफ रवाना कर दिया
और वो नजमा के साथ पेमेंट करके जैसे ही अपनी कार में जाके बैठा उसे ऐसा लगा जैसे किसी ने उसकी जाँघ की कोई नस पूरी ताक़त से दबा दी हो

वो दर्द से चीख उठा पास में बैठी हुए नजमा भी उसकी चीख से सहम गयी

नजमा;क्या हुआ बेटा तू ठीक तो है ना

सॅम;अहह अम्मी मेरी जाँघ में बहुत दर्द हो रहा है अहह प्लीज़ कुछ कीजिए अहह

नजमा;ने फ़ौरन हॉस्पिटल के कुछ वर्कर्स को आवाज़ दी और सॅम को एक जिनिक डॉक्टर के पास ले जाया गया वो दर्द से चीख रहा था

वो एक लेडी डॉक्टर थी उसने सॅम को लेट जाने के लिए कहा
और उसकी पॅंट नीचे खींच के इधर उधर देखने लगी

सॅम;अहह प्लीज़ डॉक्टर कुछ कीजिए अहह

नजमा;ये सब देख रही थी उसे अजीब सी घबराहट होरही थी कि पता नही सॅम को क्या हो गया है

डॉक्टर;ने एक जेल्ली लेके सॅम के लड पे लगाई और लंड को सहलाने लगी

नजमा;ये आप क्या कर रही है डॉक्टर

डॉक्टर;;कुछ नही कहती और अपना काम शुरू रखती है



एक पिचकारी सी निकलती है और डॉक्टर के पूरे ग्लव्स उस पानी की धार से गीली हो जाती है..
सॅम;को थोड़ी राहत मिलती है

डॉक्टर;सॅम को बाहर बैठने के लिए कहती है और नजमा से बात करने लगती है

नजमा;क्या हुआ डॉक्टर सॅम ठीक तो है ना उसे कुछ प्राब्लम तो नही हुई है ना

डॉक्टर;;घबराने की कोई बात नही है
पहले आप ये बताए समीर की शादी हो गयी है क्या

नजमा;जी नही

डॉक्टर;;तो जल्द से जल्द उसकी शादी कर दीजिए क्योंकि उसके स्पर्म काफ़ी आक्टिव हैं
शायद उसने काफ़ी दिनो से मास्टरबेशन (मूठ मारना) नही किया है जिस की वजह से उसकी सीमेन गाढ़ी हो गयी है और वो पेशाब की नली में आके अटकने लगी है..अगर सॅम की शादी होचुकी होती तो इंटर कोर्स ( चुदाई)की वजह से ये प्राब्लम नही आती.

नजमा;;समझ जाती है कि ये क्यूँ हुआ 8दिनो से सॅम हॉस्पिटल में था और उसके आगे उसका दिमाग़ हर चीज़ समझ चुका था

नजमा;डॉक्टर जब तक सॅम के शादी नही हो जाती तब तक क्या प्रिकॉशन लेने होगे.

डॉक्टर;जब भी उसे ऐसा पेन हो तो उसके सीमेन का बाहर निकलना बहुत ज़रूरी है वरना कुछ भी होसकता है
आपने अभी देखा होगा कि जिस तरह मैने सॅम के सीमेन बाहर निकाला उसी तरह शायद आपको भी उस कंडीशन में करना पड़ सकता है.

नजमा;चुप चाप वहाँ से सॅम को लेके घर पहुँच जाती है.

नजमा;डॉक्टर की कही हुए बातें फीरोजा और महक को बताती है क्यूँ कि वो ये सब करना नही चाहती थी वो चाहती थी कि अगर सॅम के दुबारा ये तकलीफ़ हो तो फीरोजा और महक कुछ करें.
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,542,935 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 549,156 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,250,110 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 945,117 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,678,465 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,101,330 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,986,135 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,172,121 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,075,202 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 288,952 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 3 Guest(s)