11-13-2018, 12:40 PM,
|
|
sexstories
Click Images to View in HD
|
Posts: 52,887
Threads: 4,447
Joined: May 2017
|
|
RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
मैने कहा, सुनो मैने कोई ग़लत करतूत नही की…
पर उसका फोन कट चुका था.
अब मेरे पास सोचने का भी वक्त नही था.
मैने फिर से महेश को फोन मिलाया, पर उसका फोन स्विच्ड ऑफ ही आ रहा था.
सब कुछ इतना अचानक हुवा था कि मेरे पास रिक्ट करने का भी वक्त नही था. पर मैं इतना ज़रूर सोच रही थी कि अगर ये टेप मार्केट में आ गयी तो मेरा करियर डूब जाएगा. मार्केट में मेरी रेप्युटेशन खराब हो जाएगी.
मैने अपने ड्राइवर को फोन मिलाया और कहा, गाड़ी निकालो, मैं आ रही हूँ.
मैने ड्राइवर से कहा, मैं खुद चली जाउन्गि, तुम अब जा सकते हो, कल सुबह टाइम से आ जाना.
मैं इतना परेशान थी कि मुझसे ड्राइव करना मुश्किल हो रहा था, और उपर से ट्रॅफिक.
कोई 20 मिनूट में मैं होटेल सूर्या के बाहर पहुँच गयी. मैने कार में बैठे बैठे ही वाहा चारो और नज़र दौड़ाई, वो आदमी वाहा कहीं नज़र नही आ रहा था.
तभी मेरा मोबाइल बज उठा,
ये उसी आदमी का फोन था.
वो बोला, कार पार्क कर दो.
मैने पूछा, तुम कहा हो.
वो बोला, पहले कार पार्क कर दो.
मैने कार पार्क कर दी.
वो बोला, अब होटेल सूर्या के बिल्कुल सामने देखो तुम्हे सम्राट होटेल नज़र आएगा. सीधी रूम नो 113 में आ जाओ.
मैने कहा, तुम मुझे समझते क्या हो, मैं अभी पोलीस को फोन करती हूँ, तुम्हे रूम नो 113 से निकाल कर नही पिट वाया तो मेरा नाम भी दीप्ति नही.
वो बोला, ठीक है फिर बुला लो पोलीस को, मैं भी यहा अपना लॅपटॉप खोल कर तैयार बैठा हूँ, एक मिनूट में तुम्हारी वीडियो दुनिया के सामने होगी.
मैने कहा, देखो ये सब जो तुम कर रहे हो वो ठीक नही है, प्लीज़ ऐसा मत करो, मैं बर्बाद हो जाउन्गि.
वो बोला, तुम इसी लायक हो, तुम्हारे जैसी लड़की की यही सज़ा है. जाओ जो करना है कर लो, मैं तुम्हारी वीडियो उपलोआड कर रहा हूँ.
मैने चील्ला कर कहा, रूको मैं आ रही हूँ.
वो बोला, ठीक है, जल्दी आओ, मेरे पास ज़्यादा वक्त नही है.
मैं तेज़ी से चलते हुवे उशके रूम के बाहर पहुँच गयी.
ऋतु, तुम सोच ही सकती हो की मेरी क्या हालत रही होगी, मेरा पूरा शरीर काँप रहा था, और मेरी साँसे फूल रही थी.
मेरे बेल बजाने से पहले ही दरवाजा खुल गया.
सामने वही आदमी खड़ा था.
मुझे देख कर वो बोला, आओ अंदर आ जाओ.
मैं भारी भारी पाँव रखते हुवे अंदर आ गयी.
उसने बाहर दायें बायें झाँक कर देखा और दरवाजा बंद कर लिया.
मैं मन ही मन सोच रही थी, ओह गॉड, वाइ ईज़ दिस हॅपनिंग टू मी ?
वो बोला, बैठ जाओ
मैने गुस्से में कहा, मैं यहा बैठने नही आई हूँ, जल्दी बताओ, ये सब क्यों कर रहे हो तुम ?
वो बोला, मैं तो कुछ नही कर रहा, तुम कर रही हो जो कर रही हो, मुझे लगता है, तुम्हारे जैसी लड़की की सचाई दुनिया को पता चलनी चाहिए.
मैने कहा, ये क्या बकवास है ?
वो बोला, मुझे बकवास करने की आदत नही है, बकवास तुम्हारे जैसे लोग करते है.
मैने पूछा, तुमने मुझे यहा क्यों बुलाया ?
वो बोला, जब तुम इस रास्ते पर चल ही पड़ी हो तो थोड़ा सा मुझे भी खुस कर दो.
मैने गुस्से मैने कहा, क्या मतलब ?
वो बोला, मतलब कि मुझ से भी मरवा लो एक बार ?
मैने कहा, देखो मैं ऐसी वैसी लड़की नही हूँ, मुझ से ऐसी बाते मत करो, मैं अभी चेक काट कर दे देती हूँ, बताओ कितना अमाउंट भरूं.
वो बोला, पैसे की मुझे कोई कमी नही है, मुझे बस तुम्हारी मारनी है, सौदा मंजूर हो तो बोलो.
मैने कहा, तुम्हे क्या लगता है ? ये मुझे मंजूर होगा, इस से अछा तो मैं बदनाम ही हो जाउ तो ज़्यादा अछा है. कर लो तुम्हे जो करना है, आइ डॉन’ट केर.
वो बोला, हम नेगोशियेट कर सकते है.
मैने पूछा, किश बारे में.
वो बोला, सेक्स के बारे में.
मैने पूछा, क्या मतलब ?
वो बोला, तुम्हे जो पसंद हो वो कर लेते है.
|
|
11-13-2018, 12:41 PM,
|
|
sexstories
Click Images to View in HD
|
Posts: 52,887
Threads: 4,447
Joined: May 2017
|
|
RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
मैने गुस्से में कहा, मुझे कुछ पसंद नही है.
वो बोला, बट यू सक वेरी वेल, आइ गेस यू लाइक डिक इन युवर माउथ, डॉन’ट यू ?
आइ सेड, वॉट नॉनसेन्स ?
वो बोला, सेक्स एक नॉनसेन्स ही है, तभी तो कुछ लोग घर हो या ऑफीस, कहीं भी शुरू हो जाते है, है ना.
मैं क्या कहती, मैने अपनी नज़रे झुका ली.
मैं उसे बताना तो चाहती थी कि वो मेरा फियान्से था, कोई और नही, पर मैं ये सोच कर चुप हो गयी कि मैं इस कामीने को क्यों कुछ एक्सप्लेन करूँ.
ही सेड, सो व्हाट यू से, सक मी डिक आंड टेक युवर वीडियो विथ यू.
मुझे ऐसा लग रहा था कि मुझे किसी भी तरह से इसके पास से अपनी वीडियो ले लेनी चाहिए.
मैने पूछा, इश्कि क्या गारंटी है कि इशके बाद भी तुम्हारे पास कोई कॉपी नही होगी.
वो बोला, नही मेरे पास अब एक ही कॉपी है, वो भी मेरे कमेरे के कार्ड में पड़ी है, तुम खुद उसे डेलीट कर देना.
वो मेरे पास आ गया और बोला, बैठ जाओ.
मैने पूछा, तुम कौन हो ? और ये सब क्यों कर रहे हो ?
वो बोला, इन सब बातो का वक्त नही है, जल्दी बताओ सकिंग करोगी कि नही. मैं चाहूं तो तुम्हे बिस्तर पर गिरा के तुम्हारी चूत भी मार सकता हूँ, यहा तुम्हे कोई बचाने नही आएगा. पर मैं ऐसा कुछ नही कर रहा, मैने पूरी बात तुम्हारे उपर छोड़ दी है, जैसा तुम्हे पसंद हो वैसा करो.
मैने कहा ठीक है, सकिंग से ज़्यादा कुछ नही.
वो झट से बोला, हां हां ठीक है, आइ जस्ट लव ओरल सेक्स. वॉन’ट अस्क एनितिंग आफ्टर दट.
मैं उशके आगे बैठ गयी और वो अपनी ज़िप खोलने लगा.
उसने अपने पेनिस को बिल्कुल मेरे होंटो के पास झूला दिया.
मैने अपनी आँखे बंद कर ली.
वो बोला, ओपन युवर माउथ.
आइ वांटेड टू फिनिश इट क्विक्ली सो आइ ओपंड माइ माउथ ए बिट.
जैसे ही मैने मूह खोला उसने मेरे मूह में अपना पेनिस डाल दिया. और मेरे सर को पकड़ के हल्के हल्के धक्के मारने लगा.
धक्के मारते हुवे वो बोला, वाउ………तेरा मूह किसी भी होल से कम नही है, आइ विल फक युवर माउथ टिल आइ कम.
मेरा मूह उशके धक्के नही संभाल पा रहा था, उपर से वो हर धक्के के साथ अपना पेनिस थोड़ा थोड़ा और अंदर सरका रहा था.
मेरे लिए साँस लेना मुश्किल हुवा जा रहा था.
वो बोला, मुझ से रहा नही जाएगा, अब चूत मारने की इच्छा हो रही है. तुम्हे मुझे चूत भी देनी पड़ेगी ?
मैं कुछ कहना चाहती थी पर उसने मेरे सर को ज़ोर से पकड़ रखा था और मेरे मूह में लगातार धक्के मार रहा था.
वो फिर बोला, और हां थोड़ी सी गांद भी मारूँगा. बहुत दिन हो गये गांद में लंड डाले. तूने तो मरवाई होगी ना अपने यार से. मरवाई होगी तो मेरा लेना आसान हो जाएगा.
मैं खुद को रोक नही पाई और मेरी आँखो से अपने आप आंशु बहने लगे, मैने कभी खुद को इतना मजबूर नही पाया था.
वो बोला, तुम रो क्यों रही हो, मैं कोई ज़बरदस्ती नही कर रहा.
मैने ज़ोर लगा कर अपने मूह को उशके पेनिस से हटाया और पूछा, तो क्या मैं यहा अपनी मर्ज़ी से आई हूँ ?
वो बोला, अछा उस सुरेश के साथ तेरी मर्ज़ी होती है, शरम नही आती तुझे किसी का घर बर्बाद करते हुवे ?
मैने कहा, सुरेश नही महेश. और ये क्या बकवास है, मैं किसी का घर बर्बाद नही कर रही.
वो बोला, महेश ?? आर यू स्योर ?
मैने कहा, वो मेरे फियान्से है, मुझे श्योर नही होगा तो किस को होगा ?
वो बोला, क्या फियान्से !!
पता नही उसे क्या हुवा उसने झट से अपने पेनिस को वापस अपनी पॅंट में डाल लिया और बोला, दीप्ति जी लगता है हम दोनो ही किसी ग़लत फ़हमी के शिकार है.
मुझे लग रहा था कि आप कोई चरित्र-हीन लड़की है, इश्लीए मैं आपको ब्लॅकमेल कर रहा था. मैं सोच रहा था कि एक बार आप यहा आ गयी तो खुद भी मज़ा लेंगी और मुझे भी मज़ा देंगी.
मुझे कुछ समझ नही आ रहा था कि वो क्या कह रहा है.
वो बोला, जिस आदमी को आप महेश कह रही है, उसका असली नाम सुरेश है और वो शादी शुदा है.
|
|
11-13-2018, 12:41 PM,
|
|
sexstories
Click Images to View in HD
|
Posts: 52,887
Threads: 4,447
Joined: May 2017
|
|
RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
मैने हैरानी भरे शब्दो में कहा, क्या ??? ऐसा नही हो सकता.
वो बोला, ऐसा हुवा है दीप्ति जी, सुरेश की पत्नी संजना ने ही मुझे उसकी जासूसी करने भेजा है. उन्हे शक था कि उनके पति के किसी के साथ नज़ायज़ संबंध है, इश्लीए मैं आपके साथ ऐसा बर्ताव कर रहा था, मुझे माफ़ कर दिजीये. मैं समझ रहा था कि आप ही वो लड़की हो जिसके साथ सुरेश के नज़ायज़ संबंध है.
मैने पूछा, मैं कैसे मान लूँ कि तुम जो कह रहे हो वो सच है ?
वो बोला, ओह हां, मेरे पास सुरेश की शादी की कुछ पिक्चर्स है जिसमे संजना और सुरेश साथ साथ है.
उसने अपने सूटकेस से निकाल कर मुझे कुछ पिक्चर्स दिखाई. पिक्चर्स से ये सॉफ हो गया कि सुरेश/महेश शादी शुदा है.
मैने उस से पूछा, तो तुम कौन हो ?
वो बोला, मेरा नाम मनीष है और मैं प्राइवेट डीटेक्टिव हूँ. पर आज मुझ से बहुत बड़ी भूल हो गयी, मैने कहीं से भी ये जान-ने की कोशिस नही की, कि आपका सुरेश के साथ क्या रिस्ता है, आपको सुरेश के साथ आपके कॅबिन में देख कर यही लगा कि आप वही लड़की हो जिस के साथ सुरेश के अवैध संबंध है, इसलिए आगे कुछ जान-ने की कोशिस नही की.
मैने कहा, पर फिर भी मुझे कुछ अजीब लग रहा है.
वो बोला, कल सुरेश किसी और लड़की के साथ होटेल सूर्या में रुकने वाला है. तभी मैने आपको आज बुला लिया क्योंकि कल मुझे सुरेश पर नज़र रखनी है. आप खुद कल अपनी आँखो से देख सकते हो.
मैने कहा, ह्म्म्म…….. ठीक है, मैं अपनी आँखो से देखना चाहूँगी.
वो बोला, ठीक है फिर मैं इंतज़ाम करता हूँ, ताकि आप अपने फियान्से की करतूत अपनी आँखो से देख सको.
मैने दीप्ति से पूछा, तो क्या मनीष सच बोल रहा था या फिर ये उसकी कोई साजिश थी.
दीप्ति ने कहा, काश वो कोई साजिश कर रहा होता, पर ये सच था कि सुरेश (महेश) की शादी हो चुकी थी. बाद में मुझे पता चला कि उसने अपनी बीवी संजना से पैसे के लिए शादी कर रखी थी और वो अपनी बीवी की दौलत पर ही ऐश कर रहा था.
मैने कहा, ह्म्म……. फिर तो वाकाई में ये बहुत बड़ी ट्रॅजिडी थी. मैने यू ही तुम्हे कह दिया था कि शादी से पहले फियान्से के साथ थोडा बहुत तो चलता है, मेरा मकसद बस तुम्हारे मन को दिलासा देना था, ये मैं भी आछे से जानती हूँ कि फियान्से के साथ एक हद तक ही हम आगे बढ़ सकते है. आज कल किसी का भरोसा नही है, इंशान की खाल में यहा भेड़िए घूमते है.
दीप्ति बोली, शुक्र है कि वक्त रहते मुझे पता चल गया, वरना मेरे साथ और भी ज़्यादा भयानक हो सकता था. अभी पीछले हफ्ते कोई मुझे बता रहा था कि एक लड़की को उशके फियान्से ने प्रेग्नेंट कर के छ्चोड़ दिया.
मैने कहा, हां तुम सही कह रही हो. भगवान का लाख लाख शुक्र है. मैं अपनी बात बताउ तो, मैने तो संजय से कभी फोन पर भी बात नही की थी और ना ही उन्होने मुझे कभी परेशान किया था. शादी से पहले वो मुझ से मुश्किल से कोई चार या पाँच बार ही मिले होंगे. और उन्होने हमेशा मुझ से शालीनता से बात की थी. अब मुझे और ज़्यादा दुख हो रहा है कि मैने एक देवता जैसे इंशान को धोका दिया है.
दीप्ति ने कहा, पता है, मुझे सबसे ज़्यादा तुम्हारे अंदर क्या अछा लगता है,
मैने पूछा, क्या बताओ ?
वो बोली, यही की तुम हमेशा खुले मन से अपनी ग़लती मान लेती हो. किसने सिखाया तुम्हे ये सब.
मैने कहा, पापा मुझे हमेशा से अछी बाते सिखाते आए है, पर मैं जाने क्यो अछाई का दामन छ्चोड़ कर बुराई के दलदल में फँस गयी.
दीप्ति बोली, एक बात बताओ ?
मैने कहा, हां पूछो ?
तुमने बताया कि जब तुम संजय के क्लिनिक में बिस्तर पर पड़ी थी तो तुमने संजय और क्या नाम था उसका उहह ?
मैने कहा, विवेक.
उसने कहा, हां विवेक, तुमने बताया कि तुमने संजय और विवेक की बाते सुनी थी.
मैने कहा, हाँ, मैं तुम्हे सब कुछ बता चुकी हूँ.
वो बोली, क्या तुम्हे नही लगता कि डाल में कुछ काला है ?
मैने कहा, हैरान तो मैं भी हूँ की संजय और विवेक बिल्लू को कैसे जानते है, पर जाने दे अब इन बातो का क्या फ़ायदा मेरे साथ जो होना था सो हो चुका.
वो बोली, बात फाय्दे या नुक-सान की नही है, मुझे ये बात परेशान कर रही है कि कहा वो बिल्लू एक रिक्सा चलाने वाला और कहा संजय और विवेक. उन्हे बिल्लू का नाम कैसे पता है ?
मैने कहा, जाने दे यार अब मेरे ज़ख़्मो को मत कुरेदो मैं अभी भी बहुत परेशान हूँ.
वो बोली, ऋतु क्या हो गया है तुम्हे ? तुम तो ऐसी हारगीज़ नही थी. हिम्मत रखो, जिंदगी में वक्त बदलते देर नही लगती.
मैने कहा, वो तो ठीक है यार, पर जिस पर गुजरती है वही जानता है.
दीप्ति ये सुन कर गुस्सा हो गयी और बोली, लगता है अपनी कहानी मैने तुम्हे यू ही शुनाई, ऐसे कह रही हो जैसे मैने अपनी जींदगी में गम देखा ही ना हो. मैं चलती हूँ.
|
|
11-13-2018, 12:41 PM,
|
|
sexstories
Click Images to View in HD
|
Posts: 52,887
Threads: 4,447
Joined: May 2017
|
|
RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
मैने कहा, दीप्ति प्लीज़, रूको यार तुम ही तो मेरा एक मात्र सहारा हो, तुम भी रूठ गयी तो मेरा क्या होगा.
वो बोली ठीक है मैं रुक जाती हूँ पर पहले ये रोना धोना बंद करो और अपनी छोटी सी भूल को एक बार फिर ध्यान से देखो. कोई भी तुम्हारी कहानी सुन कर बता सकता है कि कहीं ना कहीं बहुत भारी गड़बड़ है और तुम हो कि हाथ पर हाथ रख कर बैठी हो. पता है मैने महेश का क्या हाल किया था ?
मैने कहा, पर बिल्लू को उसकी सज़ा मिल चुकी है, वो मर चुका है, और मैं भी अपने पापो की सज़ा भुगत रही हूँ. अब बाकी क्या रह गया है ?
वो बोली, विवेक और संजय की बात पर ध्यान दो, विवेक ने संजय से कहा था कि “मुझे शक है कि तुझे वाहा बिल्लू ने ही बुलाया होगा” और संजय ने कहा था कि “तुझे शक है, मुझे तो पूरा यकीन है कि ये सब उसने जानबूझ कर किया है. पर अब कोई चिंता की बात नही, उसका खेल ख़तम हो चुका है”
मैने कहा, हां ये मैं जानती हूँ.
दीप्ति बोली, उनकी बातो से यही लगता है कि वो दोनो बिल्लू को थोड़ा बहुत नही बल्कि बहुत आछे से जानते है, तुम्हे क्या लगता है ?
मैने कहा, हां लगता तो मुझे भी यही है, पर मुझे समझ नही आ रहा कि तुम गढ़े मुर्दे क्यो उखाड़ रही हो.
दीप्ति बोली, यार क्या करूँ मनीष के साथ रह कर मैं भी डीटेक्टिव टाइप हो गयी हूँ.
मैने पूछा, कहीं तुम्हे उस से प्यार तो नही हो गया.
दीप्ति बोली, ये सब छ्चोड़ और सच-सच बता क्या तुझे कुछ अजीब नही लग रहा.
मैने कहा, अजीब तो लग रहा है, पर मैं कर भी क्या सकती हूँ, सब तेरे सामने है, मैं आज बर्बाद हो चुकी हूँ.
दीप्ति बोली, ऐसा करते है ये काम मनीष को दे देते है, मुझे यकीन है कि वो कहीं ना कहीं से पूरी बात ज़रूर पता कर लेगा.
मैने पूछा, तुम उस ब्लॅकमेलर पर इतना भरोसा कैसे कर सकती हो, क्या तुम भूल गयी की उसने तुम्हारे साथ क्या किया था.
दीप्ति ने कहा, मैं बस इतना जानती हूँ कि अगर मनीष नही होता तो ना जाने वो कमीना महेश मेरे साथ………..
मैने पूछा, पर यार एक बात बता, ऐसा कैसे हो गया कि तुम्हारे घर वालो को ना तो ये पता चला कि महेश का असली नाम सुरेश है और ना ही ये पता चला कि वो शादी शुदा है ???
दीप्ति ने कहा, इसके पीछे भी एक राज है, कहो तो सुनाउ ?
मैने कहा, हां, हां सूनाओ, मैं भी तो देखूं कि आख़िर तुम लोगो को इतना बड़ा धोका कैसे हो गया ?
दीप्ति ने कहा, अगले दिन मनीष ने सूर्या होटेल में मेरे लिए सारा इंतज़ाम कर दिया था, ताकि मैं अपनी आँखो से सुरेश (महेश) की करतूत देख पाउ.
मैने कहा, यार ये क्या सुना रही हो, तुम बस ये बताओ कि तुम लोगो को धोका कैसे हो गया ?
दीप्ति बोली, वही सुना रही हूँ, ऋतु, उस दिन सूर्या होटेल की घटना में ही सारे राज छिपे है.
मैने कहा, ह्म्म….. ठीक है फिर सुनाओ, मैं सुन रही हूँ.
दीप्ति के शब्दो में :----------
अगले दिन मनीष ने मुझे फोन कर के बताया कि महेश किसी लड़की के साथ दोपहर के कोई 2 बजे
होटेल में आएगा.
उसने मुझे कहा कि तुम 1 बजे होटेल सूर्या पहुँच जाना मैं तुम्हे वहीं मिलूँगा.
मैं ठीक 1 बजे होटेल सूर्या के बाहर पहुँच गयी. मनीष वहीं मेरा इंतेज़ार कर रहा था.
मैने पूछा, उसे हम रंगे हाथो कैसे पकड़ेंगे ?
मनीष ने कहा, सुरेश (महेश) रूम नंबर 102 में रुकने वाला है, हम 103 में रहेंगे.
मैने पूछा, तो हमें कैसे पता चलेगा कि 102 में क्या हो रहा है.
मनीष ने कहा, आओ दिखाता हूँ.
मनीष मुझे रूम नो 102 में ले आया. उसने होटेल वालो से कोई अरेंज्मेंट करके 102 की एक चाबी अपने पास रख रखी थी.
102 में आकर उस ने मुझे हर वो जगह दीखाई जहा उस ने कमेरे छुपा रखे थे.
मैने पूछा, ये सब तुमने कैसे किया ?
मनीष ने कहा, ये बंदा डीटेक्टिव है, कुछ भी कर सकता है. हम अब 103 में बैठे बैठे सब कुछ देखते रहेंगे. इस रूम में जो भी होगा वो रेकॉर्ड होता रहेगा.
हम ये बाते कर ही रहे थे कि अचानक 102 के बाहर किसी के कदमो की आहट हुई.
|
|
11-13-2018, 12:41 PM,
|
|
sexstories
Click Images to View in HD
|
Posts: 52,887
Threads: 4,447
Joined: May 2017
|
|
RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
मनीष ने मेरे मूह पर हाथ रखा और मुझे खींच कर कमरे की खिड़की के उपर लगे पर्दो के पीछे ले गया, और मेरे कान में बोला, कुछ भी हो जाए अपना मूह बंद रखना, यहा जो भी होगा, उसकी रेकॉर्डिंग होनी ज़रूरी है. यही रेकॉर्डिंग मुझे संजना को देनी है.
मैने पूछा, तो क्या हम यही छुपे रहेंगे.
वो बोला, इसके अलावा कोई चारा नही है.
अचानक किसी के हँसने की आवाज़ आई
ये सुरेश (महेश) की आवाज़ थी. वो हंसते हंसते बोला, क्या लंड चुस्वाया साली को, मज़ा आ गया.
तभी मुझे किसी लड़की की आवाज़ सुनाई दी, वो कह रही थी, काश मैं भी वाहा होती तो बड़ा मज़ा आता. मैं अपनी आँखो से उस कुतिया को लंड चूस्ते देखना चाहती हूँ ?
मैं हैरान थी कि आख़िर ये कौन है जो ऐसी भद्दी भाषा का इश्तेमाल कर रही है.
मुझे वाहा से दीख तो कुछ नही रहा था, पर सब कुछ सॉफ सॉफ सुनाई दे रहा था.
सुरेश बोला, तू चिंता मत कर अगली बार जब दीप्ति के मूह में लंड डालूँगा तो फोन से एक वीडियो बना लूँगा, तू उसे जी भर कर देखना और चाहो तो उसे नेट पर भी डाल देना.
उस लड़की ने कहा, वो तो ठीक है पर मैं उसे लाइव देखना चाहती हूँ. ऐसा करना, तुम उसे इसी होटेल में ले आना, मैं यही कही पर्दे के पीछे छुप जाउन्गि. तुम मज़े से उशके साथ मस्ती करना, मैं सब देखती रहूंगी. और याद रखना तुम्हे उसको लंड ही नही चुसवाना बल्कि उसकी चूत भी मारनी है.
सुरेश बोला, चिंता मत कर, मेरा तो उसकी गांद मारने का भी प्लान है, तू खुद अपनी आँखो से देखना कि मैं कैसे उसकी गांद में लंड डालूँगा और वो कैसे चील्लयेगि.
इशके साथ ही वो दोनो हँस पड़े,.हे..हे हे हे……..
ये सब सुन कर मेरी रगो में खून दौड़ गया. मन कर रहा था कि मैं अभी जा कर चप्पल से दोनो की धुनाई करूँ पर मनीष ने मुझे आँख का इसारा कर के कहा, डॉन’ट वरी, कीप युवर काम.
उष लड़की की आवाज़ मुझे जानी पहचानी सी लग रही थी पर समझ नही आ रहा था कि वो कौन है.
अचानक वो लोग हंसते हुवे उसी रूम में आ गये जहा हम छुपे हुवे थे.
मैने थोड़ा सा परदा हटा कर देखा तो मेरे पैरो के नीचे से ज़मीन निकल गयी. उस लड़की को मैं आछे से जानती थी.
क्रमशः ..............................
|
|
11-13-2018, 12:41 PM,
|
|
sexstories
Click Images to View in HD
|
Posts: 52,887
Threads: 4,447
Joined: May 2017
|
|
RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
गतांक से आगे .........................
दीप्ति मुझे होटेल की घटना सुना रही थी कि अचानक बाहर से सोनू की आवाज़ आई, ‘दीदी आपसे कोई मिलने आया है’
मैने बाहर झाँक कर देखा और दीप्ति से कहा, ‘अरे दीप्ति ये तो नेहा है ? यहा कैसे’ ?
तभी दीप्ति बोल पड़ी, ओह वो मुझ से मिलने आई होगी !!
मैने बाहर आ कर नेहा को वेलकम किया और उसे अंदर ले आई
“अरे यार फोन कर के बता तो देती कि तुम ऋतु के घर पर हो, तुम्हे पता तो था कि मैं आने वाली हूँ, मैं बेकार में तुम्हारे घर गयी” – नेहा ने दीप्ति की और देखते हुवे कहा.
दीप्ति बोली, सॉरी यार मैं और ऋतु कुछ ज़रूरी बाते कर रहे थे, उसी में खो गये थे, खैर चल बैठ और बता क्या चल रहा है ?
नेहा ने कहा, कुछ नही यार, आजकल दूसरी नौकरी ढूंड रही हूँ.
मैने नेहा के लिए टी मँगवाई और उस से उसका हाल चाल पूछा.
यहा वाहा की बाते करने के बाद नेहा ने पूछा, तो क्या ज़रूरी बाते चल रही थी तुम दोनो की ??
दीप्ति ने कहा, कुछ नही यार वही सुरेश वाली बात बता रहा थी ऋतु को, तुझे मैने बताया था ना कि उस दिन होटेल सूर्या में क्या हुवा था ?
नेहा ने कहा, नही यार तुमने नही बताया था, तुम कह रही थी कि किसी दिन आराम से बताउन्गि.
दीप्ति बोली, हां तो वही बात मैं अभी ऋतु को बता रही थी.
थोड़ा सा नेहा को बॅकग्राउंड सुना कर दीप्ति ने आगे बताना शुरू किया.
हाँ तो मैं कह रही थी कि मैं उस लड़की को आछे से जानती थी.
मैने दीप्ति से पूछा, कौन थी वो ? क्या मैं उस से मिली हूँ ?
दीप्ति बोली, नही तुम दोनो उसे नही जानते. उसका नाम पिंकी है और हमारे पड़ोस में रहती है, अभी यूनिवर्सिटी में एम.ए. इंग्लीश कर रही है.
मैने कहा, ह्म्म… पर वो तुम्हारे बारे में इतना गंदा क्यो बोल रही थी ?
दीप्ति बोली, यार यही अब समझने वाली बात है, सुनो मैं सब कुछ सुनाती हूँ.
मैने और नेहा ने एक साथ कहा, हां सुनाओ.
दीप्ति के शब्दो में :------
मैं पिंकी को वाहा देख कर चोंक गयी थी, मुझे विश्वास ही नही हो रहा था कि वो पिंकी ही है.
उस दिन मुझे पता चला कि वो कितनी शातिर दीमाग है.
दरअसल उसे वाहा देख कर सारे राज खुल गये थे.
सुरेश से सगाई होने के कोई 2 महीने पहले पिंकी के घर वालो ने अपने लड़के, रोहन का रिस्ता मेरे लिए भेजा था.
मेरे मम्मी पापा तो तैयार भी हो गये थे, पर मैने मम्मी पापा को साफ मना कर दिया था कि मुझे पिंकी का भाई बिल्कुल पसंद नही है और मैने उन्हे ये भी बता दिया था कि मुझे सब पता है, ये लोग हमारी दौलत के पीछे है.
अब तुम दोनो को तो पता ही है, मैं अपने मा बाप की एक लौति संतान हूँ और उनके बाद सब कुछ मेरा ही है, इसी बात पर पिंकी के घर वालो की नज़र थी.
पर पिंकी ने पता नही मेरी मम्मी पर क्या जादू कर रखा था कि वो मुझे बार बार समझा रही थी कि मान जाओ बेटा रोहन अछा लड़का है.
एक बार पिंकी भी मुझ से मिलने आई थी और मुझे खूब कन्विन्स करने की कोशिश कर रही थी पर मैने सॉफ कह दिया था कि मुझे तुम्हारा भाई पसंद नही है, मैं ये रिस्ता नही कर सकती.
पर उस दिन वो बड़े प्यार से कह कर गयी थी कि कोई बात नही दीप्ति, रिस्ते तो संजोग से होते है, जहा किस्मत होगी, वाहा रिस्ता हो जाएगा.
पर पिंकी ने सुरेश के रिस्ते के लिए मम्मी को कन्विन्स कर लिया और हमें बताया गया कि सुरेश एनआरआइ है और उसका यूएसए में अछा ख़ासा बिज़्नेस है.
|
|
11-13-2018, 12:41 PM,
|
|
sexstories
Click Images to View in HD
|
Posts: 52,887
Threads: 4,447
Joined: May 2017
|
|
RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
अब क्योंकि मेरी मम्मी पिंकी के झाँसे में आई हुई थी इश्लीए हम लोगो ने ज़्यादा जाँच पड़ताल नही की और मैं जब सुरेश से मिली तो मुझे भी वो अछा लगा.
ये बात और है कि वो थोड़े दीनो बाद ही मुझे फोन पर परेशान करने लगा.
वाहा पर्दे के पीछे खड़े-खड़े मुझे पूरा चक्कर समझ आ गया था.
ये सॉफ हो गया था कि सुरेश के ज़रिए वो मुझ से बदला ले रही थी. अब मुझे समझ आया था कि क्यो सुरेश ने रिंग सेरेमनी के लिए मना किया था, वो नही चाहता था कि ज़्यादा लोग आए और उसे देंखे.
वो दोनो बड़ी बेशरामी से हंस रहे थे ऐसा लग रहा था जैसे कि बहुत गहरा रिस्ता है दोनो का.
पिंकी बिस्तर पर लेट गयी और सुरेश उस के उपर लेट कर उसके बालो में हाथ फिरा कर बोला, बता क्या सेवा करूँ आज तुम्हारी मैं ?
पिंकी ने हंसते हुवे कहा, अब मेरी क्या सेवा करोगे, आज कल तो दीप्ति को लंड चूस्वा रहे हो. वैसे एक बात बताओ मुझ से अछा चूसा था क्या उसने ?
मैं हैरान थी कि पिंकी कैसी बाते कर रही है.
सुरेश ने पिंकी के होंटो को किस की और किस करने के बाद बोला, चूसा नही था उसने, मैने चूस्वाया था उसे, उसे तो पता ही नही है कि लंड कैसे मूह में लिया जाता है, अभी बिल्कुल अनाड़ी है.
पिंकी ने मुस्कुराते हुवे कहा, और मैं क्या हूँ ?
सुरेश बोला, मेरी जान तुम तो इस खेल में माहिर हो, ऐसा लगता है जैसे तुमने सकिंग में पीएचडी कर रखी है.
पिंकी ये सुन कर झूम उठी और सुरेश को गले से लगा लिया
मैने ये देख कर मन ही मन मेने कहा, बिच….. ऐसे खुस हो रही है जैसे पता नही इसको क्या मिल गया.
पिंकी ने सुरेश से पूछा, अछा ये बताओ की दीप्ति के बूब्स कैसे है ?
मुझे बिल्कुल अछा नही लग रहा था कि वो दोनो बार बार मेरा जीकर कर रहे थे. मन कर रहा था कि मैं ज़ोर से बोलूं कि बंद करो ये बकवास. पर मैं मनीष के कारण चुप थी.
सुरेश ने बेशर्मी से कहा, अभी देखे ही कहा है साली के, कोशिस तो बहुत की पर वो दिखाने के लिए राज़ी नही हुई. पर तू चिंता मत कर उसकी बगिया के अंगूर सबसे पहले मैं ही खाउन्गा ?
पिंकी बोली, क्या पता उसने पहले ही अपने अंगूर किसी को चखा रखे हो ?
मैं फिर से मन ही मन कह रही थी कि, कामीनो तुम अपने बारे में बात क्यो नही करते मेरे पीछे क्यो पड़े हो. मनीष मेरे साथ था और मुझे ये सब सुन-ना पड़ रहा था, मुझे बड़ा ही एंबॅरसिंग फील हो रहा था.
सुरेश बोला, नही नही उशके बर्ताव से यही लगता है कि आज तक उसके अंगूर किसी के हाथ नही लगे है, नही तो वो मेरे साथ इतने नखरे नही करती.
पिंकी बोली, नखरे तो लड़किया करती ही है, इस से कुछ साबित नही होता.
सुरेश बोला, मैं लड़कियो को तुमसे ज़्यादा जानता हूँ समझी, ऐसे ही नही फँसाया है तुम्हे, तुम्ही बताओ क्या मेरे अलावा तुमने अभी तक किसी और को अंगूर चखाए है.
पिंकी झट से बोली, कैसी बात करते हो, तुम मेरी जींदगी में पहले मर्द हो.
सुरेश बोला, मैं जानता हूँ, तभी कह रहा हूँ, जैसे तुम्हे जानता हूँ, वैसे ही दीप्ति को भी जानता हूँ. मैं तो उड़ती चिड़िया के पंख गिन लेता हूँ, मेरी आँखे धोका नही खा सकती, क्या समझी ?
पिंकी ने पूछा, फिर भी तुमने उसके बूब्स को नंगे नही तो वैसे तो देखा होगा, बताओ ना मेरे वालो से ज़्यादा बड़े है क्या.
सुरेश बोला, अरे भाई तुम अभी 21 साल की हो वो 27 साल की है कुछ तो फरक होगा ना पर फिर भी तुम्हारे उस से बड़े लगते है.
ये कह कर सुरेश ने पिंकी के बूब्स को हाथो में ले लिया और बोला, बड़े क्यों नही लगेंगे, इनका पालन पोषण मैं जो करता हूँ.
मैने चैन की साँस ली कि सूकर है, मेरी बाते ख़तम हुई.
पर ये चैन एक पल का ही था.
“ अछा ये बताओ तुमने दीप्ति की गांद देखी है ” ?
मैने मन ही मन में कहा, हे भगवान ये लड़की……., एक बार मनीष की वीडियो बन जाए फिर मैं इसकी खबर लूँगी, कामिनी कहीं की.
|
|
11-13-2018, 12:41 PM,
|
|
sexstories
Click Images to View in HD
|
Posts: 52,887
Threads: 4,447
Joined: May 2017
|
|
RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
सुरेश बोला, पूछ मत यार, क्या मस्त गांद है उसकी, तुम तो अभी बस जवान हुई हो, दीप्ति की जवानी तो उफान पर है, सच बहुत मज़ा आएगा साली की गांद में लंड डालने में. मैं तो ये सोच कर हैरान हूँ कि जब कपड़ो में ही उसकी गांद इतनी सेक्सी लगती है तो बिना कपड़ो के कैसी लगेगी ? मैं तो उस दिन पागल हो जाउन्गा
पिंकी ये सुन कर थोडा गुस्से में बोली, अगर ऐसा है तो उस कुतिया के पास जाओ ना यहा क्या कर रहे हो ?
सुरेश बोला, तुम अजीब हो यार, खुद ही तो सब कुछ पूछ रही थी और अब नाराज़ हो गयी. अभी थोड़ी देर पहले तो तुम कह रही थी कि उसे लंड ही नही चूसवाना बुल्की उसकी चूत भी मारनी है.
पिंकी बोली, हां कहा था, पर ये नही कहा था कि तुम उसे पसंद करने लगो, याद रखो तुम्हे उसे बर्बाद करना है, तुम्हे उसकी चूत मज़े के लिए नही मारनी समझे ?
सुरेश बोला, ये अजीब बात है, चूत मारो और मज़ा भी ना लो, ये कैसे होगा पिंकी ? आख़िर तुम चाहती क्या हो ?. तुम चिंता मत करो मैं उसे प्यार से बर्बाद करूँगा.
पिंकी मायूस सा चेहरा बना कर बोली, क्या तुम्हे उसकी गांद मेरी गांद से ज़्यादा अछी लगती है ???
सुरेश बोला, अछा ये बात है, अरे पागल मेरा ये मतलब नही था, तुम अभी कची कली हो, तुम्हारी गांद दीप्ति की गांद से कम मोटी है, पर इसका ये मतलब नही है कि तुम्हारी गांद सेक्सी नही है, बल्कि मैं तो कब से तड़प रहा हूँ तुम्हारी गांद मारने के लिए, तुम ही हो जो हर बार मुझे रोकती हो.
पिंकी बोली, मैं क्या करूँ मुझे दर्द होता है.
सुरेश हंसते हुवे बोला, क्या दर्द होता है, एक इंच भी नही जाने देती और चील्लने लगती हो, निकालो….निकालो… सारा मज़ा खराब कर देती हो.
पिंकी बोली, तुम्हे दर्द होगा ना तो पता चलेगा.
सुरेश बोला, बड़े दिन हो गये कोई सुन्दर गांद मारे, अब तो बस दीप्ति से ही उम्मीद है, शायद वो ज़रूर डलवा लेगी.
पिंकी फिर नाराज़ हो गयी और बोली, तो जाओ ना उसी कुतिया के पास यहा क्या कर रहे हो ?
सुरेश बोला, देखो मैं सब कुछ तुम्हारे कहने पर कर रहा हूँ, मैं थोड़ा सा मज़ा ले लूँगा तो तुम्हारा क्या जाएगा.
पिंकी बोली, ले लो बाबा, तुम खूब मज़ा ले लो, पर ये मत भूलना कि तुम्हारा मकसद बस उसे बर्बाद करना है.
सुरेश बोला, तुम बिल्कुल चिंता मत करो, उसकी बर्बादी मेरे ही हाथो लीखी है, और मैं उसकी इतनी बुरी तरह मारूँगा कि वो दर्द से चील्ला-चील्ला कर पागल हो जाएगी, अब खुस !!!
पिंकी बोली, ह्म्म….. हां ये हुई ना बात.
सुरेश ने पिंकी के होंटो को अपने होंटो में ले लिया और कोई 5 मिनूट तक उसे यू ही चूमता रहा.
फिर वो बोला, यार गांद की बात कर-कर के तुमने मेरे लंड में गांद की प्यास जगा दी है, अब बताओ किस की गांद में डालूं में ये तड़प्ता हुवा लंड ?
पिंकी बोली, अरे मेरी चूत है ना, हर बार तुम्हे मज़ा नही देती क्या ?
सुरेश ने कहा, ऐसा करो आज हिम्मत कर के अपनी गांद में डलवा ही लो , कब तक गांद मरवाने के मज़े से वंचित रहोगी ?
पिंकी एक दम से बोली, नही सुरेश, ऐसी बाते मत करो मुझे डर लगता है, पता है ना जब तुमने पहली बार मेरी चूत में डाला था तो मेरी क्या हालत हुई थी ?
सुरेश बोला, हां हां याद है, तुम्हारी हालत मरने जैसी हो गयी थी.
पिंकी ने हंसते हुवे कहा, तो फिर आज फिर से मेरी जान लेने का इरादा है क्या ?
सुरेश बोला, अरे याद आया मेरे बेग में एक वॉटर बेस्ड लूब्रिकॅंट है
पिंकी बोली, वो क्या होता है ?
सुरेश बोला, देखो वॉटर बेस्ड लूब्रिकॅंट गांद मारने के लिए आछे होते है, उसे गांद में लगा दो तो गांद चीकनी हो जाती है, उशके बाद हम मज़े से गांद मार सकते है.
पिंकी के चेहरे पर डर था, वो बोली, रहने दो ना सुरेश, फिर कभी कर लेंगे आज तुम चूत मार लो ना.
सुरेश बोला, तुम हमेशा यही कहती हो, आज मुझ से नही रहा जाएगा, तुमने दीप्ति की गांद की बात छेड़ कर मुझे पागल कर दिया है, अब मैं गांद मारे बिना नही रह सकता.
सुरेश बिस्तर से उठ कर टेबल पर पड़े बेग की ओर चल दिया.
थोड़ी देर बाद वो एक ट्यूब ले कर लौटा, उसी में वॉटर बेस्ड लूब्रिकॅंट था.
वो पिंकी के पास आकर हंसते हुवे बोला, चलो घूम कर कुतिया बन जाओ.
|
|
11-13-2018, 12:42 PM,
|
|
sexstories
Click Images to View in HD
|
Posts: 52,887
Threads: 4,447
Joined: May 2017
|
|
RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
पिंकी बोली, सुरेश प्लीज़, मुझे बहुत दर्द होता है वाहा, पिछली बार जब तुमने ट्राइ किया था तो कयि दीनो तक मुझे वाहा दर्द होता रहा था, अब जब मारोगे तो क्या होगा ??? मुझे डर लग रहा है.
सुरेश बोला, अरे डरो मत, तुम मर नही जाओगी, पहली बार तो दर्द सहना ही पड़ता है, अगर तुम उस दिन पहली बार चूत में ना डळवाटी और उस दिन वो दर्द ना सहती तो क्या आज इतना मज़ा ले पाती ??? , गांद में लंड लेने का अपना ही मज़ा है, एक बार थोड़ा दर्द सह लो फिर तुम्हे बार बार गांद का मज़ा लेने की इच्छा होगी.
पिंकी बोली, नही प्लीज़ तुम्हारा इतना बड़ा है, मैं मर जाउन्गि.
सुरेश बोला, अरे ये लूब्रिकॅंट है ना, मैं ये तेरी गांद मारने के लिए ही लाया हूँ.
सुरेश पिंकी के कपड़े उतारने लगा और कोई एक मिनूट में उसने पिंकी को नंगा कर दिया.
पिंकी को नंगा करने के बाद सुरेश बोला, जब भी तुम्हे नंगा देखता हूँ तो दुनिया की हर लड़की को भूल जाता हूँ, सच में तुम बहुत सुन्दर हो.
पर्दे के पीछे खड़े खड़े मुझे भी यही लग रहा था कि वाकाई पिंकी ने अछा सुन्दर शरीर पाया है. पर उसकी हरकते उसके सुंदर शरीर पर दाग थी.
सुरेश ने भी जल्दी से अपने कपड़े उतार कर एक तरफ रख दिए और पिंकी के पास आ कर बोला, चलो पिंकी जल्दी घूम जाओ, वक्त बर्बाद मत करो, कुछ नही होगा, मैं ध्यान से अंदर डालूँगा.
पिंकी बोली, अगर दर्द हुवा तो……. जब मैं कहूँ निकाल लेना ठीक है.
सुरेश ने कहा, हां ठीक है, तुम चिंता मत करो और घूम जाओ, मैं कुत्ता बन-ने के लिए बेचन हो रहा हूँ.
पिंकी उसके सामने कुतिया बन गयी और वो कमीना सुरेश एक कुत्ते की तरह उसके पीछे अजीब अजीब हरकते करने लगा.
सुरेश ने पिंकी के नितंबो को फैलाया और उसके अशोल पर लूब्रिकॅंट लगाने लगा.
उसने उंगली पर लूब्रिकॅंट लगा कर पिंकी के अनस में घुस्सा दी और उसके अनस को अंदर से चिकना कर दिया.
पिंकी बोली, आहह ये क्या डाल दिया.
सुरेश बोला, उंगली डाली है मेरी जान, अंदर से चीकनी तो हो जाओ, इतनी भी क्या जल्दी है.
पिंकी बोली, मुझे कोई जल्दी नही है यार, मैं तो डर रही हूँ की मेरा क्या होगा आज.
सुरेश बोला, कुछ नही होगा, आज तुम गांद देना सीख जाओगी, फिर अपने पति को आराम से दे पाओगि.
पिंकी बोली, ज़रूरी नही है कि मेरा पति भी तुम्हारी तरह मेरी गांद मारे. क्या पता उन्हे ये सब मेरी तरह पसंद ही ना हो.
सुरेश बोला, हां हो सकता है, पर तुम्हारे पास हर स्किल होना चाहिए मेरी जान, क्या पता कब क्या काम आ जाए.
सुरेश ने पिंकी के अनस को अच्छे से चिकना करके अपने पेनिस पर भी लूब्रिकॅंट लगा लिया और उसे उपर से ले कर नीचे तक चीकना कर लिया.
सुरेश बोला, पिंकी मैं अब डाल रहा हूँ, तैयार हो ना.
पिंकी बोली, रूको एक मिनूट.
सुरेश बोला, नो वे, अब नही रुक सकता
ये कह कर सुरेश ने एक झटके में पिंकी के अशोल में अपना पेनिस डाल दिया.
पिंकी चिल्ला उठी, ऊवूऊवयायीईयीईयैआइयियैयीयैआइयै
आइयैआइयैआइयैयीयीयियी माआआआआआआआ…………… रूको……एक दम से पूरा डाल दोगे क्या.
सुरेश हंसते हुवे बोला, अभी तो एक इंच ही गया है डार्लिंग, और ये हाल है, तुम नाटक ज़्यादा करती हो.
पिंकी गुस्से में बोली, ये नाटक नही है, मुझे बहुत दर्द हो रहा है, निकाल लो प्लीज़.
सुरेश बोला, आज फिर ये ग़लती नही करूँगा
और सुरेश ने एक और झटका मारा और पिंकी फिर से चीन्ख पड़ी आआअहह….. मार गयी, मेरी जान लोगे क्या ?
सुरेश बेशर्मी से बोला, डार्लिंग जान का मैं क्या करूँगा, मैं तो तुम्हारी गांद ले रहा हूँ.
पिंकी ने पूछा, कितना डाल दिया ?
सुरेश बोला, अभी आधा गया है.
सुरेश ने पिंकी के आस चिक्स को थाम लिया और बोला, आज तुम्हारी गांद मार-मार कर मोटी कर दूँगा, बहुत पतली गांद है तुम्हारी. पर जो भी है, तुम्हारी गांद है बहुत सेक्सी. छोटी सी गांद में लंड जैसे फँस गया है…आआहह…… बड़ा मज़ा आ रहा है……ऊऊहह
पिंकी ने हाँपते हुवे कहा, सुरेश बस बहुत है, पूरा मत डालना प्लीज़. इतना ही अंदर बाहर कर लो.
सुरेश बोला, नही मेरी जान, आधे अधूरे काम मुझे बिल्कुल पसंद नही है.
और फिर सुरेश ने एक और झटका मारा और पिंकी फिर से ज़ोर से चिल्ला उठी….नाआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हीईईईईईईईईइ.. आअहह ……….ओह…. गॉड.
पिंकी ने फिर से हाँपते हुवे पूछा, डाल दिया ना पूरा तुमने ?.
सुरेश बोला, हां, हे.. हे.. हे हे..
पिंकी बोली, मेरी जान जा रही है, और तुम्हे हँसी आ रही है.
सुरेश ने उसकी पीठ थप-थपाते हुवे कहा, चिंता मत करो अभी थोड़ी देर में सब ठीक हो जाएगा.
“आंड दॅन सुरेश स्टार्टेड फक्किंग हर अशोल”.
पिंकी बोली, रूको…. अभी नही, मुझे साँस तो ले लेने दो.
“बट सुरेश डिड नोट स्टॉप्ड आंड कंटिन्यूड हिज़ इन आंड आउट मूव्मेंट”.
आआअहह आअहह करके पिंकी चिल्ला रही थी और सुरेश उशके अशोल में बार बार अपना पेनिस धकैल रहा था. ऐसा लग रहा था कि उसे पिंकी के दर्द की कोई परवाह नही है.
बट आइ ओब्ज़र्व्ड स्ट्रेंज थिंग आफ्टर सम टाइम.
पिंकी की सिसकियाँ दर्द के बजाए मज़े का अहसास दे रही थी. ऐसा लग रहा था जैसे उशे बहुत अछा लग रहा हो. और थोड़ी देर में ये क्लियर भी हो गया.
पिंकी हंसते हुवे बोली, तुम सही कह रहे थे सुरेश गांद का अपना ही मज़ा है, फक माइ आस …. आआअहह…….हह
सुरेश बोला, फक्किंग यू बिच, आइ विल डेस्ट्राय युवर लिट्ल अशोल टुडे….ऊऊऊओह..आआहह
पिंकी हंसते हुवे बोली, डॉन’ट डेस्ट्राय इट यार बाद में क्या मारोगे ? हे हे हे
सुरेश बोला, दीप्ति की गांद है ना, यहीं तुम्हारे सामने, इसी होटेक में, इसी कमरे में लाकर, उसकी गांद ना फाड़ दी तो मेरा नाम सुरेश नही….आअहह ऊऊहह बड़ा मज़ा आ रहा है.
अचानक सुरेश का मोबाइल बज उठा.
|
|
11-13-2018, 12:42 PM,
|
|
sexstories
Click Images to View in HD
|
Posts: 52,887
Threads: 4,447
Joined: May 2017
|
|
RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
मोबाइल सुरेश की पहुँच में ही था इश्लीए उसने पिंकी के होल से पेनिस निकाले बिना फोन उठा लिया.
सुरेश ने फोन कान पर लगा कर कहा, हां रामू मैं थोड़ी देर में फोन करता हूँ, हां हां तुम मुझ पर छोड़ दो, मैं मेंसाब् से बात करता हूँ.
पिंकी ने पूछा, क्या कह रहा था वो मोटा ?
सुरेश बोला, “थोड़ी देर में बताता हूँ”-- और फिर से पिंकी के अंदर धक्के मारने लगा.
पिंकी बोली, आअहह बस सुरेश इतना बहुत है आज के लिए आआअहह बाद में और ज़्यादा मार लेना.
सुरेश हाँपते हुवे बोला, बस मेरा होने ही वाला है…आआआहह ऊऊओह
अचानक सुरेश पिंकी के उपर गिर गया और बोला, आअहह बस हो गया……काम अपना तो..
पिंकी भी हाँपते हुवे बोली, ऊऊहह, सुरेश इट वाज़ रेआली फॅंटॅस्टिक फक, आइ विल अगेन टेक युवर कॉक इन माइ आस सम अदर दे. आइ नेवेर न्यू दट अनल सेक्स कुड बे सच आ वोनदेफुल्ल थिंग टू डू. हां तो बताओ क्या कहा रामू ने.
सुरेश बोला, वो यही होटेल के बाहर वेट कर रहा है, तुम्हे उसके साथ करना ही होगा.
पिंकी हैरानी में बोली, क्या ? मैं ऐसा नही करूँगी.
सुरेश बोला, पिंकी समझा करो वो संजना का ख़ास ड्राइवर है और उसे हमारे बारे में सब पता चल गया है, अगर उसने संजना को सब कुछ बता दिया तो मेरा सब कुछ लुट जाएगा, उसी के पैसो पर तो हम ऐश कर रहे है.
पिंकी बोली, सुरेश उसे किसी प्रॉस्टिट्यूट के पास ले जाओ, मैं उसके साथ हरगीज़ कुछ नही करूँगी.
सुरेश बोला, यार तुम्हे क्या लगता है, मैने ट्राइ नही किया होगा, पर वो कहता है पिंकी मेंसाब् बहुर सुन्दर है, बस एक बार मुझे उनकी दिला दो तो मैं अपना मूह बंद रखूँगा.
पिंकी ने कहा, पर सुरेश, शुरआत देखी है उस मोटे की, उसके साथ तो कोई कुतिया भी नही करेगी और तुम मुझे कह रहे हो.
सुरेश बोला, अगर उसने संजना को बता दिया तो मेरा खेल तो बिगड़ेगा ही तुम्हारा खेल भी बिगड़ जाएगा अब सोच लो.
ये कह कर सुरेश ने फोन उठा कर एक नंबर डाइयल किया और बोला, हां रामू रूम नंबर 102 में आ जाओ, में रिसेप्षन पर बोल देता हूँ कि तुम्हे आने दें.
पिंकी गुस्से में बोली, सुरेश ये सब क्या है, मुझे सोचने का मोका तो दो.
पर सुरेश ने उसकी बात पर ध्यान नही दिया और होटेल के फोन से रिसेप्षन पर फोन मिलाया और बोला, हेलो रिसेप्षन…. वाहा कोई रामू नाम का आदमी है, मोटा सा, उसे मेरे रूम नंबर 102 में आने दो.
क्रमशः..............
|
|
|