bahan ki chudai बहन का दर्द
01-15-2019, 02:21 PM,
#61
RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
अलका: ओह्ह्ह.... रवि प्ल्स नाक के पास नहीं अभी भी दर्द है...रवि अपना मुहँ वहाँ से हटा देता है ..और 
रवि अपने एक हाथ को अलका के दूध पर ले जाकर उसके मोटे-मोटे दूध को कस -कस कर दबाने लगता है और अलका की 
चूत से ढेर सारा पानी बहने लगता है और वह रवि का मूह पकड़ कर अपने होंठो से उसके होंठो को खूब कस-कस कर 
चूसने लगती है, रवि अलका को अपनी बाँहो मे भर कर खुद साइड मे आकर लुढ़क जाता है और अपनी मस्तानी दीदी को 
अपने उपर चढ़ा कर अपने जिस्म से चिपका लेता है अलका रवि के उपर चढ़ि हुई रवि के बदन से पूरी तरह चिपक 
जाती है और रवि एक हाथ से उसके मोटे-मोटे दूध को मसलता हुआ दूसरे हाथ से उसके भारी चुतड़ों को दबाने लगता
है, रवि को अपनी दीदी के गदराए हुए मोटे-मोटे चूतड़ दबाने पर उसका लंड झटके मारने लगता है और अलका के पेट 
मे चुभने लगता है, रवि अलका को अपनी बाँहो मे कसे हुए उठ कर पालती मार कर बैठ जाता है और अलका के दोनो
पैरो को अपनी कमर के आसपास करके उसे अपनी गोद मे बैठा लेता है, अलका एक बंदरिया की तरह रवि की गोद मे बैठी 
हुई उसकी छाती से चिपकी होती है, 

रवि अलका के भरे हुए गोरे चेहरे को अपने दोनो हाथों मे भर कर अपने चेहरे से कुछ दूर करके उसका खूबसूरत 
रूप देखता है और अलका अपनी आँखे बंद किए हुए गहरी-गहरी साँसे लेती रहती है,
रवि- दीदी अपनी आँखे खोलो

अलका- धीरे से अपनी आँखे खोल कर रवि को देखती है और रवि जैसे ही उसको देख कर एक हल्की सी स्माइल देता है अलका मुस्कुरा कर फिर से रवि को गले लगाकर उससे चिपक जाती है, रवि भी उसको अपने गले लगाकर ज़ोर से चिपकता हुआ
रवि- दीदी

अलका- हूँ

रवि अलका को अपने से थोडा अलग हटता हुआ उसके चेहरे को अपने हाथों मे भर कर उसको देखता है, अलका भी रवि 
की आँखो मे देखती है और रवि उसके गुलाबी रसीले होंठो को देखता है और फिर उसके रसीले होंठो को चूम लेता है, 
अलका अपनी नज़रे नीचे झुका लेती है तो रवि फिर से उसके रसीले होंठो को चूम कर, दीदी मेरी तरफ देखो, अलका रवि 
की आँखो मे देखती है, रवि अलका की आँखो मे देखता हुआ, दीदी क्या तुम मुझसे प्यार करती हो, अलका अपनी नज़रे 
नीचे झुका लेती है, रवि अपने दोनो हाथो मे अपनी दीदी का चेहरा भर कर उसके मूह को उपर उठाता है अलका अपनी 
आँखे बंद कर लेती है, 

रवि- दीदी अपनी आँखे खोलो, 

अलका अपनी आँखे खोल कर रवि की आँखो मे देखती है 

रवि उसके गालो को अपने दोनो हाथो से थामे हुए उसके होंठो के थोड़ा करीब जाकर उसकी आँखो मे अपनी आँखे डालता है अलका की आँखे रवि की आँखो को एक टक देखती रहती है रवि उसकी आँखो मे देखते हुए दीदी क्या तुम मुझसे प्यार करती हो, 

अलका रवि से एक दम से ज़ोर से चिपक जाती है और उसके गले को गालो को होंठो को बेतहासा चूमते हुए हाँ रवि 
मैं तुझसे बहुत प्यार करती हूँ, बहुत प्यार करती हूँ, आइ लव यू रवि, आइ लव यू, मैं तेरे बिना नही जी सकती रवि, मैं तेरे 
बिना नही जी सकती और रवि से कस कर लिपट जाती है और रवि को बेतहाशा चूमने लगती है, 


रवि उसे अपनी बाँहो मे भर लेता है और उसे पागलो की तरह चूमते हुए दीदी मैं तुम्हारे मूह से यह शब्द सुनने के लिए कब से तरस रहा था, ओह दीदी आज तुमने मुझे वो कह दिया जिसको सुनने के लिए मैं कब से तड़प रहा था, ओह दीदी आइ लव यू दीदी, आइ लव यू, और अलका को कस कर अपनी बाहों मे भर कर उसके गालो होंठो पर चुंबनों की झड़ी लगा देता है, दोनो भाई बहन एक दूसरे को पागलो की तरह चूमते रहते है और एक दूसरे को कस कर एक दूसरे से भिंचे रहते है,

रवि अलका की पीठ पर हाथ फेरता हुआ, दीदी- तुम मुझे कितना प्यार करती हो,

अलका- अपनी जान से ज़्यादा

रवि- दीदी मैं भी तुम्हारे बिना जी नही सकता हूँ और अलका के रसीले होंठो को चूमता हुआ उसके मोटे -मोटे दूध को 
दबाने लगता है, अलका उससे कस कर चिपक जाती है और आ रवि प्लीज़, रवि अलका के होंठो को अपने मूह मे भर
कर उनका रस पीते हुए उसके दूध को बड़े ही प्यार से दबाने लगता है

और अलका उससे चिपकी हुई आह..आह करने लगती है

रवि अलका के दूध को अपने हाथ मे भर कर उसके होंठो को चूमता हुआ, 

रवि- दीदी एक बात कहूँ, 

अलका -रवि से चिपकी हुई, हाँ,

रवि- दीदी आइ लव यू

अलका- रवि का मूह चूमते हुए आइ लव यू टू,

रवि- दीदी हॅपी बर्त डे टू यू & हॅपी वॅलिंटाइन डे..................

अलका - रवि को देख कर मुस्कुराते हुए, थॅंक्स

रवि - अलका की मोटी छातियो को अपने हाथो से हल्के -हल्के सहलाता हुआ एक हाथ से उसके गालो को सहलाता हुआ
दीदी अब मैं जो कहुगा मेरी बात मानोगी कि नही

अलका -रवि के गालो को अपने रसीले होंठो से चूमती हुई, हाँ

रवि- दीदी मुझे रात को अपने साथ सुलाओगि

अलका- उसको मुस्कुरा कर देखती हुई उससे चिपक कर उसके गालो को चूमते हुए, हाँ

रवि- अलका का चेहरा अपने हाथ से पकड़ कर दीदी एक बात कहूँ

अलका- मुस्कुरा कर क्या

रवि - दीदी मैं तुमको पूरी नंगी करके चोदना चाहता हूँ और उसके दूध को कस कर दबाता है और अलका सीसियाती हुई 
उसका चेहरा पकड़ कर अपनी छाती मे भर लेती है और उसके सर पर अपने हाथ फेरती हुई हाँफने लगती है, रवि उसके 
दूध को अपने मूह से चूमता हुआ अपने मूह से दबाने लगता है, अलका पूरी तरह मदहोश हो जाती है और रवि उसकी 
टीशर्ट को उसके गले से उतार कर अलग कर देता है और अलका केवेल ब्रा मे उसकी छाती से चिपक जाती है, रवि अपनी दीदी को ब्रा मे देख कर पागल हो जाता है और उसको अपनी बाँहो मे भर कर उसकी गोरी बगल को अपने होंठो से चूमने लगता है और अलका उसके सीने से लग कर सिमट जाती है तभी रवि उसकी पीठ मे अपना हाथ ले जाकर उसकी ब्रा का हुक खोल देता है और अलका मारे शर्म के लाल हो जाती है और रवि उसकी ब्रा उसके बदन से अलग कर देता है और उसके गोरे-गोर मोटे-मोटे कसे हुए कठोरे दूध को कस-कस कर दबाने लगता है और अलका आह रवि प्लीज़ मत कर रवि, आह रवि प्लीज़ रवि मुझे बहुत दर्द हो रहा है और रवि अपनी दीदी के मोटे-मोटे दूध को अपने पूरे हाथों मे भर कर कस कर 
दबाता है और अलका पागल हो जाती है और रवि से कस कर चिपक जाती है,
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01-15-2019, 02:21 PM,
#62
RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
करीब एक घंटे तक रवि अपनी दीदी के रसीले होंठो को चूस्ता हुआ उसके दूध को दबा-दबा कर लाल कर देता है मारे उत्तेजना के अलका के दूध खूब फूल जाते है और उसकी पूरी पेंटी उसके चूत रस से भीग जाती है, रवि जैसे ही अलका की मोटी-मसल कठोर और रसीली चुचियो के गुलाबी रंग के मोटे-मोटे निप्पल को अपने मूह मे भर कर चूस्ता है अलका एक दम से तड़प्ते हुए रवि का मूह अपने हाथ से पकड़ कर-- रवि प्लीज़ अभी मत कर और उसके होंठो को चूम लेती है, रवि जब उसको देखने लगता है तो अलका अपना हाथ उसके मूह से हटा लेती है और उसके सर को फिर से अपनी छातियो से लगा लेती है और रवि फिर से जैसे ही उसका निप्पल अपने मूह मे भर कर चूस्ता है अलका फिर से बुरी तरह तड़प जाती है और उसके मूह को पकड़ कर बुरी तरह अपने होंठो से चूस लेती है और रवि प्लीज़ अभी मत कर मुझे बहुत दर्द हो रहा है, 

रवि- दीदी एक बार और चूसने दो ना, 

अलका उसका सर अपने दूध पर दबाती है और रवि जैसे ही अपनी जीभ उसके निप्पल को टच करता है अलका उसका मूह 
पकड़ कर चूमते हुए रवि प्लीज़ अभी नही, 

रवि -दीदी करने दो ना

अलका- रवि तड़प कर रवि प्लीज़ अभी नही

रवि- दीदी बहुत अच्छा लग रहा है प्लीज़ करने दो ना

अलका- अच्छा बस एक बार

रवि- ठीक है, और रवि इस बार उसके निप्पल को अपने मूह मे भर कर उसके निप्पल को कस कर चूस्ता है जैसे उनका 
दूध अभी निकाल लेगा और अलका तड़प जाती है और रवि का मूह दूर हटाती है और उसका निप्पल रवि के मूह मे फसा 
हुआ स्पंज की तरह खिच कर लंबा हो कर एक दम रबड़ की तरह छूट जाता है और अलका रवि को अपने सीने से लगा कर 
रवि प्लीज़ अभी मत कर मुझे बहुत दर्द हो रहा है,

रवि- दीदी आज मैं तुम्हे पूरी नंगी करके चोदना चाहता हूँ, बोलो मुझसे चुदवाओगि ना

अलका- गहरी-गहरी साँसे लेती हुई, हाँ रवि हाँ, लेकिन प्लीज़ रवि अभी नही,

रवि- दीदी अब मुझसे तुम्हारे बिना नही रहा जाता प्लीज़ आज मुझे तुम्हे पूरी नंगी करके अपने सीने से लगा लेने दो

अलका- रवि को अपने सीने से चिपकाए हुए, रवि तेरी जो मर्ज़ी हो कर लेना लेकिन प्लीज़ अभी मुझे छोड़ दे,

रवि- दीदी पर मुझसे नही रहा जाता है 

अलका- रवि प्लीज़ अभी और मत कर मैं मर जाउन्गि

रवि- ओके दीदी लेकिन आज रात को तुम्हे मेरी हर इच्छा पूरी करना पड़ेगी

अलका- हान्फते हुए, रवि तुझे जो करना हो कर लेना पर अभी मुझे छोड़ दे मैं तुझसे वादा करती हूँ कि आज रात को मैं 
तुझे नही रोकूंगी पर प्लीज़ अभी मुझे छोड़ दे

रवि अलका को चूमता हुआ लिटा देता है और उसके बगल मे लेट जाता है और अलका अपनी आँखे बंद किए हुए गहरी-गहरी 
साँसे लेने लगती है, कुछ देर बाद अलका अपनी आँखे खोल कर रवि को देखती है और फिर दोनो एक दूसरे को देख कर 
मुस्कुरा देते है

रवि- अलका का मूह अपने होंठो से चूमता हुआ, दीदी आइ लव यू

अलका - रवि को चूमते हुए आइ लव यू टू

रवि- दीदी मेरी बीबी बनोगी

अलका- मुस्कुरा कर वो तो तू मुझे कल रात को ही बना चुका है

रवि- मुस्कुराते हुए दीदी आज मैं बहुत खुस हूँ

अलका- मुस्कुरा कर मैं भी, क्यो कि मैं तेरे बिना नही जी सकती,

रवि- दीदी मैं भी तुम्हारे बिना नही जी सकता और तुम्हे अब मैं किसी भी हालत मे अपने से अलग नही होने दूँगा चाहे 
मुझे पूरे जमाने से लड़ना पड़े, तुम मेरी हो और बस मेरी ही रहोगी,

रवि की बात सुन कर अलका मुस्कुरा कर उसको चूम लेती है और फिर दोनो एक दूसरे से लिपट जाते है
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01-15-2019, 02:21 PM,
#63
RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
दोस्तो अलका की ओर से दो अल्फ़ाज़ हाजिर है रवि के लिए-

"टूटे हुए दिल को हमने तारा बना डाला 
तेरी आवारगी ने हमे भी आवारा बना डाला"

अलका- रवि अब छोड़ ना मुझे कितना प्यार करेगा क्या सारा प्यार आज ही ख़तम कर देगा, 

रवि- दीदी मेरा प्यार तुम्हारे लिए कभी ख़तम हो ही नही सकता बल्कि मैं जितना तुम्हे प्यार करूँगा मेरा प्यार उतना ही
बढ़ता जाएगा,

अलका- रवि मुझे भूख लगी है चल कुछ खाने को बनाती हूँ

रवि- दीदी आज तुम्हारा बर्थ'डे है आज मैं तुम्हे बाहर खाना खिलाउन्गा चलो जल्दी से रेडी हो जाओ

अलका- खुश होती हुई ओके और जाकर टीशर्ट और स्कर्ट पहन लेती है जिसमे वह काफ़ी सेक्सी नज़र आती है उसे देखकर रवि देखता ही रह गया,

रवि- दीदी यू आर ब्यूटी

अलका- मुस्कुरा कर, रवि मैं तुझे बहुत अच्छी लगती हूँ ना

रवि- दुनिया मे सबसे ज़्यादा

अलका- मुस्कुराते हुए तो फिर आज तू मुझे क्या गिफ्ट देगा

रवि- अलका के दूध को मुस्कुरा कर देखते हुए, अलका को अपनी बाँहो मे भर कर उसके कान मे धीरे से, दीदी आज मैं 
तुम्हे पूरी रात नंगी करके तुम्हारे जिस्म के हर अंग को इतना चुमूंगा कि तुम बस यही कहोगी, रवि आइ लव यू, रवि आइ लव यू, और अपने हाथो को अलका के मोटे-मोटे चुतड़ों पर फेरते हुए, दीदी एक बात कहूँ

अलका- रवि से चिपकी हुई, क्या

रवि- अलका के मोटे-मोटे चुतड़ों पर हाथ फेर कर उनको कस कर दबोचता हुआ, दीदी तुम्हारे ये मुझे बहुत अच्छे 
लगते है क्या मैं इन्हे नंगे करके इन्हे चूम सकता हूँ

अलका- अपने मोटे चुतड़ों को मसलवाती हुई, मैं नही जानती, और रवि को कस कर अपने सीने से चिपका लेती है

रवि- दीदी तुम जानती हो तुम बहुत सेक्सी हो, मैने तुमसे ज़्यादा सेक्सी लड़की कभी नही देखा, 

रवि अलका के मोटे गदराए चुतड़ों को उसकी स्कर्ट के पतले कपड़े के उपर से अपने हाथों मे भर -भर कर सहला रहा
था और उसका लंड खड़ा होकर अलका की चूत से टकरा रहा था, अलका रवि के लंड की चुभन अपनी चूत मे महसूस
करके रवि से अपनी कमर को और चिपका देती है और रवि उसकी घुटनो तक की स्कर्ट को उठाने लगता है तभी
अलका- रवि प्लीज़ मुझे बहुत जोरो की भूख लगी है, अभी तू चल हम कुछ चल कर खाते है,

रवि- ओके चलो और अलका का हाथ पकड़ कर उसको अपनी बाइक पर बैठा कर उड़ जाता है और होटेल कुछ खाने का आइटम पॅक करवा कर एक शॉप से केक लेकर अलका को लेकर घर आ जाता है और फिर अलका को दीदी केक काटो, जैसे ही अलका केक काटने के लिए नाइफ उठाती है,
रवि- दीदी ऐसे नही

अलका- उसको देख कर फिर कैसे 

रवि- दीदी मेरी गोद मे बैठ कर

अलका मुस्कुरा कर रवि की गोद मे बैठ कर केक काटती है फिर रवि अलका को अपने हाथो से केक खिलाता है, अलका भी 
रवि को अपने हाथों से केक खिलती है, उसके बाद दोनो मिल कर खाना खाते है, रवि अलका को अपनी गोद मे बिठाते 
हुए उसको बड़े प्यार से अपने हाथो से खाना खिलाता है और अलका मुस्कुरा कर रवि का गाल खिचते हुए
अलका- रवि तू तो हद से ज़्यादा मुझसे प्यार करता है

रवि- दीदी मैं तुम्हारे लिए पागल हूँ मुझे तुम्हारे सिवा इस दुनिया मे कुछ दिखाई नही देता है

अलका- मुस्कुरकर रवि को चूमते हुए, मुझे नही पता था कि तू मुझे इस कदर चाहता है,

रवि- दीदी मैं भी जानता हूँ कि तुम भी मुझे बहुत चाहती हो,

अलका और रवि एक दूसरे को प्यार से सहलाते हुए और चूमते हुए काफ़ी उत्तेजित हो रहे थे, दिन भर अलका रवि की
बाँहो मे पड़ी रही और रवि उसको प्यार से कभी सहलाता कभी जी भर कर दबोचता रहा, 

करीब 4 बजे अचानक रति का फोन रवि के मोबाइल पर आता है और रवि फोन रिसीव करता है रति रवि को अभी आने को कहती है तो रवि उससे पूछता है क्या बात है इतनी जल्दी क्यो बुला रही हो और रति कुछ काम है कह कर उसे आने को कहती है, रवि अलका को बता कर अपनी बाइक से उड़ जाता है,

अलका अपने रूम मे लेटी हुई काफ़ी खुस नज़र आ रही थी और मन ही मन अपने आप से बाते कर रही थी, क्या रवि आज मुझको रात मे पूरी नंगी कर देगा, क्या रवि मुझे चोदेगा, हाई मैं ये सब कैसे करूँगी मुझे तो बहुत शर्म 
आएगी, क्या आज रवि भी नंगा होगा, एक बार मैने उसके तने हुए लंड को देखा है कितना बड़ा था, क्या रवि मेरे 
सामने अपना लंड दिखाएगा और क्या रवि मेरी चूत मे अपना लंड डालेगा और यह सब सोचते -सोचते अलका की चूत से 
पानी आ जाता है और अलका से रहा नही जाता है और वह अपनी फूली हुई कुवारि चूत को अपने हाथो से सहलाने लगती है और आज उसे रह-रह कर रवि का मोटा लंड उसकी आँखो के सामने झूलता दिखाई देने लगता है,

कहते है ना खाली दिमाग़ शैतान का घर होता है बस वही हाल अलका का भी था वह अचानक कुछ सोच कर रवि के रूम 
मे जाती है और उसके बेड के नीचे रखी वह रंगीन बुक उठाती है जिसमे लंड और चूत के काफ़ी खुले और उत्तेजक 
तस्वीरे थी, अलका उन तस्वीरो को काफ़ी गौर से देखने लगी उसकी नज़र उन तस्वीरो मे तने हुए मोटे-मोटे लंड पर थी
जिन्हे देख -देख कर अलका की फूली हुई चूत पानी छोड़ने लगी थी और अलका अपनी फूली हुई चूत को अपनी मुट्ठी मे भर कर सीसियाते हुए हाई रवि आज चोद दे भैया अपनी दीदी को, मैं आज पूरी नंगी होकर तुझसे चुदवाना चाहती हूँ, अब मुझसे 
बिल्कुल बर्दास्त नही होता, और अपनी आँखे बंद करके रवि के मोटे लंड की कल्पना करने लगती है,

शाम को रवि घर पहुँच जात है.....आज शाम से ही मौसम एक दम से बदल जाता है.... बादल हो जा ते हैं और बारिश जैसा मौसम बनने लगता है.......

रवि अलका के रूम मे जाता है जहा अलका रवि का ही इंतजार कर रही थी,

रवि- क्या बात है दीदी अभी तक सोई नही

अलका- रवि को मुस्कुरा कर देखते हुए हाँ नींद ही नही आ रही है

रवि- क्यो 

अलका- बस थोड़ी बेचैनी हो रही है

रवि- दीदी तुम्हारी बेचैनी मैं दूर कर दूं

अलका- मुस्कुरा कर तुझे लड़कियो की बेचैनी दूर करना आता है क्या

रवि- अलका के पास जाकर बैठ हुआ लड़कियो की तो पता नही पर अपनी दीदी की बेचैनी को अच्छी तरह समझता हूँ और उसे दूर भी कर सकता हूँ

अलका- कैसे

रवि- मेरी गोद मे बैठो तो बताऊ

अलका- मुस्कुरा कर मैं नही बैठूँगी

रवि- अलका की आँखो मे देखता हुआ पर दीदी तुम्हारी आँखे तो कुछ और ही कह रही है

अलका- मुस्कुराते हुए क्यो क्या कह रही है मेरी आँखे

रवि- दीदी तुम्हारी आँखे कह रही है कि रवि मुझे कस कर अपनी बाँहो मे भर ले और रवि अलका को अपनी ओर 
खींच कर सीधे उसके कसे हुए दूध को अपने पंजो मे भर कर मसल्ने लगता है

अलका- उसे दूर करती हुई, रवि मुझे दर्द होता है

रवि- अलका के होंठो को चूम कर दीदी आज मैं तुम्हे एक गहरा दर्द देना चाहता हूँ,

अलका- मुस्कुरा कर अपनी आँखे झुकते हुए, मुझे नही चाहिए कोई दर्द
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01-15-2019, 02:22 PM,
#64
RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
रवि- अलका की पीठ को अपने हाथो से सहलाता हुआ उसकी गर्दन को पकड़ कर उस पर अपने होंठो से चूमता है और 
अलका के रोए खड़े हो जाते है और उसके दूध के निप्पल कड़े हो जाते है और उसकी चूत मे एक हलचल सी मचने लगती 
है,

रवि- अलका के कान के पास अपने मूह को लाकर दीदी इस दर्द को पाने के लिए तो लड़किया तड़पति रहती है, तुम जानती हो इस दर्द को सहने मे लड़कियो को कितना मज़ा आता है,

अलका- रवि मुझे बहुत डर लग रहा है, तूने सुबह ही कितना दर्द दिया है मेरी नथ मे.....

रवि- दीदी मैं हूँ तो फिर डर किस बात का

अलका- मुस्कुरा कर मुझे तुझसे ही तो डर लग रहा है

रवि- मुस्कुराते हुए, दीदी मैं तुम्हारा डर दूर कर देता हूँ तुम आराम से लेट जाओ और अलका को वही बेड पर लेटा देता है 
और उसके करीब जाकर लेट जाता है, दोनो के बीच एक बीते का फासला रहता है और अलका और रवि की आँखे एक दूसरे को देखती रहती है और दोनो के होंठो पर एक बहुत ही हल्की मगर कामुक मुस्कान बिखर जाती है

रवि- दीदी मेरी आँखो मे देखो और कहो अब कुछ तुम्हारा डर कम हुआ

अलका- रवि को मुस्कुरा कर देखते हुए कुछ-कुछ

रवि- दीदी अगर तुम्हे पूरा डर ख़तम करना है तो तुम मुझ से चिपक कर लेट जाओ तो तुम्हे बिल्कुल भी डर नही लगेगा,

अलका- रवि को मुस्कुरा कर देखती है उसके चेहरे पर एक कामुक सी कसक नज़र आती है और वह रवि को कहती है 
रवि तू ही आजा ना मेरे पास,

रवि अलका के बिल्कुल करीब आ जाता है और अलका की कमर पर हाथ रख कर उसकी मोटी गान्ड को सहलाता हुआ दीदी तुम बहुत सुंदर हो, और अलका के रसीले होंठो को कैसे ही अपने मूह मे भरता है अलका रवि से कस कर चिपक जाती है और रवि भी अपनी दीदी की मोटी गान्ड को कस कर दबाते हुए उसको अपनी ओर खींच कर ज़ोर से अपने बदन से चिपका लेता है,

अलका की गोरी-गोरी जांघे उसकी स्कर्ट से झलकने लगती है और रवि उसकी मोटी-मोटी जाँघो पर अपना हाथ फेरते हुए अपनी दीदी के होंठो को चूमने लगता है,

रवि अलका के होंठ उसके चेहरे को देख -देख कर रुक-रुक कर बहुत प्यार से चूस रहा था और अलका अपनी आँखे बंद 
किए हुए अपने भाई से चिपकी हुई थी उसकी मोटी-मोटी चुचियाँ उसकी गहरी सांसो के साथ उपर नीचे हो रही थी, रवि 
उसका चेहरा देखता और अपनी दीदी के हुस्न पर मुग्ध होकर उसके रसीले लबों को खूब गहराई के साथ चूमता और फिर उसके चेहरे को देखता और फिर उसके लबों को खूब गहराई के साथ चूमता, रवि द्वारा इस तरह रुक-रुक कर खूब गहराई के 
साथ अपने रसीले होंठ चूसे जाने से अलका की चूत से पानी बह निकला और अलका अपनी नशीली आँखे खोल कर रवि को 
देखने लगी, रवि ने अलका के कसे हुए दूध को अपने हाथो से मसलते हुए अपनी दीदी के लबों को फिर चूम कर उसकी 
आँखो मे देखने लगा, रवि अपनी दीदी के लाजवाब हुस्न को देख कर अपने मन मे सोचता है कि दीदी जब तुम्हारा 
मादक रूप इतना नशीला है तो तुम्हारी चूत कितनी नशीली होगी, 

रवि- दीदी अपनी जीभ दिखाओ ना

अलका अपने मूह को रवि के सीने से छुपाते हुए नही

रवि उसके दूध को कस कर मरोड़ता हुआ, दिखाओ ना मेरी जान और अलका का चेहरा उपर उठा लेता है, अलका के चेहरे पर शर्म की लाली दौड़ जाती है और रवि की आँखो मे देखने लगती है,

रवि अलका के होंठो को चूम कर दीदी दिखाओ ना और अलका रवि को अपने कामुक चेहरे को थोड़ा समेटती हुई अपने लबों 
को धीरे से खोल कर अपनी रसीली जीभ को थोड़ा सा बाहर करती है कि रवि लपक कर अपनी दीदी की जीभ को अपने होंठो से पकड़ लेता है और अलका की जीभ को खीच कर अपने मूह मे भर कर उसका रस पीने लगता है और अलका तड़प कर अपनी चूत को रवि के लंड से दबाती हुई उसके बदन को अपने बदन से कस लेती है और फिर रवि अपनी दीदी की रसीली जीभ को उसके मोटे-मोटे दूध को दबाते हुए इस कदर पीता है कि अपना मूह पूरा अपनी दीदी के मूह मे भर कर पागलो की तरह उसकी रसीली जीभ को चूसने लगता है और अलका की पूरी पेंटी उसके चूत रस से भीग जाती है,

रात के 12 बज चुके थे और रवि अपनी दीदी के मस्ताने कसे हुए दूध को मसल -मसल कर लाल कर देता है और उसके 
रसीले होंठो को इस कदर चूस्ता है कि उसके होंठ भी पूरे लाल हो जाते है, अलका रवि से चिपकी हुई गहरी-गहरी साँसे लेती 
रहती है, बाहर जबरदस्त बारिश शुरू हो जाती है..... अंदर भी तूफान बाहर भी तूफान वाली स्थिति बनी हुई थी.....

रवि- दीदी

अलका- अपनी आँखे खोल कर ---हूँ

रवि- मुस्कुरा कर दीदी अब तुमको डर लग रहा है क्या

अलका- ना मे अपनी गर्दन हिलाते हुए मुस्कुरा देती है

रवि- दीदी काफ़ी गर्मी हो रही है ना

अलका- हूँ

रवि- मैं अपनी शर्ट उतार देता हूँ और रवि अपनी शर्ट उतार कर सेंड़ो बनियान मे आ जाता है और अलका उसके कसरती 
बदन को एक टक देखती रहती है,
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01-15-2019, 02:22 PM,
#65
RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
रवि-दीदी छत पर चलें बारिश का मज़ा लेते हैं....

अलका: नहीं मुझे सर्दी लग जाएगी .... मौसम ठंडा है....

रवि: अरे चलो ना और अलका का हाथ पकड़ के उसे छत पर जाने लगता है....वो साथ मैं एक गद्दा भी ले लेता है....जिस पर पॉलितेन चढ़ि हुई थी....और पिल्लो और चादर भी...कुछ सोचते हुए...

छत पर मुसलाधार बारिश हो रही थी....और ज़ोर ज़ोर से बिजली भी कड़क रही थी,.....
अलका : रवि मैं नहीं आती.....तबीयत खराब हो जाएगी.....

रवि-कमोन दीदी ज़्यादा नखरे मत करो ........
और वो छत पर एक शेड मे गद्दा बिछा देता है.... और अलका के पास आ जाता है.....अलका गद्दे पर लेट जाती है....
रवि- दीदी ज़रा उठो ना और अलका की दोनो बाँहे पकड़ कर उसे उठाकर बैठा देता है

रवि- दीदी आपको भी गर्मी लग रही होगी ना क्या मैं आपकी टीशर्ट उतार दूं

अलका- मुस्कुरा कर अपनी नज़रे नीचे कर लेती है

और रवि उसके गुलाबी सब जैसे रसीले गालो को चूमता हुआ उसकी टीशर्ट को उसके गले से उतार देता है और अपनी दीदी की कसी हुई मोटी-मोटी गदराई चुचियो को जब लाल रंग की ब्रा मे देखता है तो देखता ही रह जाता है और उसका लंड उसके पाजामे मे एक बड़ा सा तंबू बना लेता है,

अलका केवेल ब्लॅक रंग की स्कर्ट और उस पर रेड कलर की सेक्सी ब्रा मे बहुत ही खूबसूरत और सेक्सी लग रही थी,

रवि- दीदी मेरी गोद मे आओ ना और अलका की कमर मे हाथ डाल कर उसको खींच कर अपने गोद मे उसकी दोनो टाँगो को अपनी कमर के आसपास करके बैठा लेता है, अलका की स्कर्ट जो कि उसके घुटनो तक थी रवि की गोद मे बैठने से थोड़ी उपर हो जाती है और उसकी गोरी-गोरी मोटी-मोटी जांघे साफ नज़र आने लगती है,

अलका जब रवि की गोद मे अपनी दोनो जांघे फैलाकर बैठती है तो रवि का मोटा लंड उसके पाजामे के उपर से सीधे अलका की चूत मे कसी हुई पेंटी से टकराता है और अलका को पहली बार अपने भाई के मोटे लंड का एहसास अपनी चूत पर महसूस होता है और वह एक अजीब नज़रो से रवि को देखती है तो रवि उसकी कमर और मोटी गान्ड मे हाथ डाल कर उसकी जाँघो की जड़ो को अपने लंड पर खिच कर एडजुस्ट कर लेता है और अलका रवि के मोटे लंड की चुभन को बर्दास्त नही कर पाती है और रवि से लिपट जाती है, रवि अलका की सुरहिदार गर्दन को चूमने लगता है और अपने हाथो को अलका की मोटी गान्ड पर ले जाता है और उसकी स्कर्ट को उठा कर अपने हाथ को उसकी पेंटी मे कसे आधे से ज़्यादा नंगे चुतड़ों पे फेरने लगता है और हल्के -हल्के मसल्ने लगता है, अलका की चूत पूरी गीली हो चुकी थी और वह भी अब पूरी तरह गरम हो गई थी और वह रवि के होंठो को चूमने लगती है, 

रवि उसकी मोटी-मोटी जाँघो और गदराई गान्ड पर अपने हाथ फेरता रहता है,

बारिश की बौछार उन पर बार गिर रही थी....

तभी रवि बैठे-बैठे घूम जाता है और अलका को अपनी गोद मे लेकर खड़ा हो जाता है और अलका रवि के खड़े लंड 
के सहारे उसकी गोद मे चढ़ि चिपकी रहती है और अलका के मोटे-मोटे चुतड़ों को देख कर मस्त हो जाता है,
रवि- दीदी 

अलका- हूँ

रवि- दीदी पीछे देखो

और अलका अपने सर को पीछे घुमाकर रवि के उपर बंदरिया जैसे चढ़ कर लिपटे हुए देख कर अलका को शर्म आ जाती है और वह रवि के सीने पर मुक्के से मारती हुई, रवि मुझे नीचे उतार,

रवि उसे बारिश मे ले जाता है और दोनो पानी से सारॉबार हो जाते हैं.....
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01-15-2019, 02:22 PM,
#66
RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
रवि- दीदी मुझे तो बहुत अच्छा लगता है जब मैं अपनी दीदी को अपने उपर चढ़ा लेता हूँ,

अलका रवि को चूमते हुए रवि तू बहुत बदमाश है तुझे शर्म नही आती अपनी बहन को इस तरह अपनी गोद में 
उठाकर खड़ा है,

रवि- दीदी अभी तो मैं तुम्हे पूरी नंगी करके ऐसे ही अपने उपर चढ़ा कर उठाउंगा, तुम नंगी होगी ना दीदी,

अलका- रवि के सीने मे अपना मूह छुपाकर नही रवि प्लीज़ मुझे नंगी मत कर मुझे बहुत शर्म आ रही है

रवि- दीदी तुम मेरे साथ जिंदगी भर रहना चाहती हो ना,

अलका- हाँ

रवि- रोज मुझे रात को अपने साथ सुलाना चाहती हो ना

अलका- हाँ

रवि- तो फिर क्या एक बार मुझे नंगी होकर नही दिखाओगि

अलका- हाँ पर मुझे तेरे सामने शर्म आती है रवि

रवि- दीदी मैं तुम्हे एक दम से नंगी नही करूँगा और जब मैं तुम्हे नंगी करूँगा तो तुम अपनी आँखे बंद कर लेना

अलका- रवि की गोद मे चढ़े हुए उसकी बाँहो मे सिमटी हुई तुझे जो करना है करले,

रवि- दीदी अब कब तक मेरे उपर चढ़ि रहोगी मुझे वजन लग रहा है तुम बहुत मोटी हो

अलका - रवि को मारते हुए, मैं मोटी हूँ तो फिर क्यो मेरे पीछे पड़ा है और रवि के उपर से उतर जाती है

रवि- अलका को अपने को पीछे से पकड़ कर, मेरी प्यारी दीदी मुझसे नाराज़ हो गई क्या, तुम अगर मोटी भी होती तो भी मैं तुमसे इतना ही प्यार करता और अलका के स्कर्ट का हुक खोल देता है, और 

अलका अपनी स्कर्ट को कमर से पकड़ते हुए, रवि ये क्या कर रहा है,

रवि- दीदी आज तुम्हारा बर्त डे है ना और वॅलिंटाइन दे भी.......

अलका- हाँ तो

रवि- दीदी मैं तुम्हारे लिए कुछ लाया हूँ,

अलका- अपनी स्कर्ट को अपने हाथो से पकड़े हुए, क्या

रवि- दीदी मैं जो लाया हूँ वह तुम जब अपनी यह स्कर्ट उतार दोगि तब ही मैं तुम्हे दिखाउन्गा,

अलका- मुझे नही देखना मुझे शर्म आती है,

रवि- अलका के होंठो को चूमते हुए, उसके चेहरे को अपने हाथो मे भर कर उसकी आँखो मे देखता हुआ
दीदी तुम मुझसे प्यार करती हो ना 

अलका- बहुत

रवि- तो फिर क्या मेरे लिए अपनी स्कर्ट नही उतार सकती

अलका- रवि की आँखो मे देखती हुई पर रवि मुझे बहुत शर्म आ रही है मैं तेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और ? मैं नही 
उतारुँगी

रवि- अलका के चेहरे को छोड़ कर तो ठीक है अब अगर तुमने एक मिनिट के अंदर अपनी स्कर्ट नही उतारी तो तुम्हे मेरे सर की कसम है,

अलका- रवि की बात सुन कर, अच्छा ठीक है उतारती हूँ पर

रवि- पर वर कुछ नही अगर मेरी कसम मानती हो तो जल्दी से उतार दो,


अलका अपनी नज़रे रवि की ओर करती हुई अपनी स्कर्ट को अपनी कमर से धीरे से नीचे सरकाने लगती है तो रवि मुस्कुरा 
देता है और अलका अपनी नज़रे नीचे कर लेती है और फिर जैसे ही अलका अपनी स्कर्ट को अपनी कमर से नीचे करती है उसकी स्कर्ट उसके हाथो से छुट्टी हुई ज़मीन पर आकर गिर जाती है और रवि की आँखे फटी की फटी रह जाती है, रवि एक टक अपनी दीदी को रेड कलर की ब्रा और पेंटी मे देख कर पागल हो जाता है, अलका उसे एक सेक्सी बॉम्ब नज़र आती है उसकी गदराई जवानी उसके मोटे-मोटे कसे हुए दूध उसका चिकना और गुदाज पेट उस पर एक छोटी मगर गहरी नाभि, उसकी केले के तनो के समान चिकनी लेकिन कसी हुई गुदाज जांघे और सबसे खूबसूरत और सेक्सी उसकी कुँवारी लेकिन फूली हुई लाल पेंटी मे कसी चूत को देख कर रवि का लंड झटके मारने लगता है, उसकी दीदी का मदमस्त फिगुर उसकी कल्पना से लखो गुना ज़्यादा कामुक और सेक्सी था उपर से उसका गदराया अधनंगा जिस्म बारिश मे चाँद की रोशनी में दूध की तरह उजला दिखाई दे रहा था, 
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01-15-2019, 02:22 PM,
#67
RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
बारिश में बूँदों से उसका संगमर मर सा बदन और उस पर उसकी सेक्सी नथ बिजली की रोशनी बार-बार दमकती है...और 
रवि एक तक खड़ा-खड़ा अलका के मस्ताने जिस्म को अपनी प्यार भरी नज़रों नज़रो से देख रहा था तब अलका ने अपनी नज़रे उपर उठा कर रवि को देखा और दोनो की नज़रे मिल जाती है और रवि अलका की तरफ हाथ बढ़ा कर उसे अपनी बाँहे दिखाता है तो अलका दौड़ कर रवि से लिपट जाती है और रवि अलका को बेतहाशा चूमते हुए उसको अपनी गोद मे उठा कर 
फिर से अपने उपर चढ़ा लेता है, और उसको अपने लंड पर टाँग कर दीदी तुम बहुत सेक्सी हो आइ लव यू, अलका उससे चिपक कर उसको चूमती रहती है, 

रवि- दीदी तुम फिर से मेरे उपर चढ़ गई,


अलका रवि के सीने पर मुक्का मारते हुए, रवि तू बहुत गंदा है 

रवि- अलका को चूमते हुए पर दीदी तुम बहुत अच्छी हो आइ लव यू
रवि अलका को उतार कर दीदी मैं तुम्हारे लिए एक गिफ्ट लाया हूँ और अलमारी से एक पॅकेट निकाल कर अलका को पीछे से अपनी बाँहो मे भर कर उसके गले को चूमता हुआ लो इसे अभी पहनकर दिखाओ, अलका उस पॅकेट को खोलती है तो उसके अंदर एक बहुत ही फैशनेबल वाइट कलर की ब्रा और पेंटी रहती है, 

अलका- रवि को मुस्कुरा कर देखती हुई रवि मैं इसे बाद मे पहन लूँगी,

रवि- नही दीदी इसे तुम्हे अभी पहनना होगा,

अलका- पर रवि मैं तेरे सामने कैसे पहनु मुझे शरम आती है

रवि- मुस्कुराते हुए अच्छा मैं अपना मूह दूसरी तरफ कर लेता हूँ तब तो पहन सकती हो ना

अलका- कुछ सोच कर अगर तूने अपना मूह इधर घुमा लिया तो

रवि- अलका के होंठो को चूम कर उसके दूध को दबाता हुआ, दीदी मुझे तुम्हे अभी नंगी करना होता तो मैं कब का 
कर चुका होता, पर मैं तुम्हारे इस खूबसूरत हुस्न को बहुत धीरे-धीरे पीना चाहता हूँ, बोलो पिलाओगी ना

अलका- अपने मोटे दूध को रवि द्वारा कस कर दबाए जाने से सीसियती हुई आह, रवि आज तू मुझे पागल कर देगा

रवि- अलका के पीछे चिपका हुआ अपना हाथ आगे लेजा कर उसके मसल गुदाज पेट को सहलाता हुआ अपने हाथ को उसकी पेंटी मे कसी फूली हुई चूत पर लेजा कर अपनी दीदी की चूत को पेंटी के उपर से कस कर पकड़ कर दबाता हुआ--- दीदी मैं तुम्हारी इस रसीली चूत का रस पीना चाहता हूँ बोलो पिलाओगी ना,

अलका- रवि से पलट कर चिपक जाती है और उसके होंठो को कस कर चूमते हुए ओह रवि तू मुझे तेरे साथ बहुत 
अच्छा लग रहा है मैं तुझसे बहुत प्यार करती हूँ तू मुझे कितना तडपा रहा है रवि और रवि को कसकर अपने दूध 
से भींच लेती है


रवि- अपने हाथ को फिर से अलका की फूली हुई चूत पर लेजा कर उसकी चूत को अपने हाथो मे भर कर दबाता हुआ बोलो 
दीदी अपनी इस मस्तानी चूत का रस मुझे पिलाओगी ना,

अलका- सीसीया कर आह, ओह रवि तुझे जो करना है कर लेना मैं तुझे नही रोकूंगी बस मुझे तू इसी तरह प्यार करता रहना 
मुझे कभी छोड़ कर मत जाना मैं तेरे बिना मर जाउन्गा, आइ लव यू रवि

रवि- उसकी चूत को पेंटी के उपर से सहलाता हुआ. बोलो पिलाओगी ना

अलका-आह हाँ पिलाउन्गी रवि, हाँ पिलाउन्गी

रवि- अलका को चूम कर ठीक है दीदी तो जल्दी से ये कपड़े पहन लो मैं उधर मूह कर लेता हूँ और रवि अपना मूह दूसरी 
ओर घुमा लेता है 
..............................
Reply
01-15-2019, 02:22 PM,
#68
RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
और उधर एक अलग ही मौसम था ... रति और बिरजू खेत पर थे...उनके फार्म के बगल से ही नदी बहती है....और आज तो जबरदस्त मुसलाधार बारिश हो रही थी.....मौसम भी बड़ा खुस्गवार था...
बिरजू ने रति को अपनी बाहों मे लेकर बोलता है..... रति ....

बिरजू : रति आज तेरे साथ नदी मे नहाने का बड़ा मन कर रहा है...भीगते हुए नहाएँगे बारिश मे दोनो...

रति : हाँ भैया मुझे भी बड़ा मज़ा आएगा 

बिरजू : अच्छा अब तेरे वहाँ दर्द तो नही है, उसने गान्ड की ओर इशारा करते हुए कहा

रति : अपने चेहरे पर बनावटी दर्द समेटते हुए, भैया कल जितना तो नही है पर थोड़ा दर्द अभी बाकी है

बिरजू : तो फिर कैसे जाएगा तेरा दर्द ,लेकिन रति यहाँ कोई देख लेगा तो अच्छा नही लगेगा

रति : भैया अभी थोड़ी देर रुक जाओ , कुछ खाने को बना लूँ..

रति ने फार्म मे बने रूम के किचन मे बाटी चोखा बनाया...

बिरजू रति की मोटी गान्ड और चुतड़ों को खा जाने वाली नज़रो से घूर रहा था

रति मंद मंद मुस्कुराते हुए उसे देख रही थी

रति के मोटे दूध देख कर ही खड़ा हो गया था तभी रति ने अपने घाघरे के उपर से अपनी चूत पोछते हुए मुस्काई 
रति : क्या भैया

बिरजू : रति कब चलेगी मेरे साथ नदी मे नहाने

रति : हाँ चलूंगी लेकिन वो आपकी गोद वो चढ़ कर पानी मे उतरूँगी मुझे बड़ा डर लगता है

बिरजू : तू फिकर ना कर मैं अपनी प्यारी बहना को अपनी गोद वो उठा कर नहलाउंगा, इतना कह कर बिरजू ने रति की मोटी गान्ड पर हाथ रख दिया उसका लहंगा पहले से ही उपर चढ़ा हुआ था और बिरजू का हाथ उसकी नंगी गान्ड पर चला गया, और लंड यह जान कर पूरी तरह अकड़ गया कि रति ने पैंटी नही पहनी हुई थी, बिरजू की उंगलियो से उसकी गान्ड की दरार बस एक इंच की दूरी पर थी लेकिन वो हाथ आगे नही बढ़ा पा रहा था

रति : भैया आप मुझसे बहुत प्यार करते हो ना

बिरजू : यह भी कोई पूछने की बात है, 

रति ने इतना सुना और अपने मूह से बिरजू के होंठो को चूम लिया और उसका हाथ अपने आप बिरजू की छाती पर बलोँकि घाटी मे घूमने लगा रति कस कर उस से चिपक गई,

अब बिरजू बेतहाशा रति के रसीले होंठो को चूसने लगा और उसकी मोटी गान्ड की गहरी दरार वो हाथ फेरने लगा

रति : भैया एक बात कहूँ

बिरजू : क्या

अलका और रवि क्या कर रहे होंगें....

बिरजू: उन्हे मस्ती करने दे हम उन्हे प्राइवसी देने के लिए ही तो यहाँ पड़े हैं... आज वैसे भी वॅलिंटाइन डे है ....

रति :तो क्या आज रवि अलका को चोद देगा....

बिरजू: शायद...तेरे को याद है ना हमारी पहली चुदाई आज के ही दिन हुई थी और ठीक नौ महीने बाद अलका पैदा हुई थी....

रति: तो क्या आज इतिहास अपने आप को दोहराएगा......

बिरजू: लगता तो ऐसा ही है....और दोनो एक दूसरे के गले लग जाते हैं...

रति: ओह भैया एक चीज़ तो हम भूल ही गये जल्द बाज़ी मे...

बिरजू: क्या/....?

रति: वो निरोध का पॅकेट ....

बिरजू: कुछ नहीं होगा एक दिन मे तू मस्त रह....

भैया: मैं पूरे फर्टाइल पीरियड मे हम कहीं कुछ हो ना जाए...

बिरजू: तू बहुत चिंता करती है... मस्त रहा कर...

बिरजू हाथ के उपर हाथ रख कर अपने दूध को दबाने लगा

बिरजू : और कुछ 

रति : मुस्कुराते हुए, कुछ नहीं...

बिरजू : धीरे से रति की गान्ड सहलाते हुए उसकी चूत की फांको को उंगलियो से कुरेदा और फिर कहा बता ना रति मैं क्या बहुत अच्छा चाट्ता हूँ

रति : धीरे से बिरजू कान के पास मूह लगा कर कहने लगी, भैया आप चाटते थोड़े ही हो, आप तो चूस्ते हो और पीते हो

बिरजू : रति के मोटे मोटे दूध को दबाते हुए, बता ना क्या पीता हूँ

रति : अपनी बहन की चूत और क्या

बिरजू : भला कोई भाई अपनी बहन की चूत पीता है क्या इतना कह कर बिरजू ने अपनी जीभ रति के मूह वो डाल ली और वह बिरजू की जीभ चूस कर कहने लगी,

रति-भैया आज कल तो सब सबसे पहले अपनी बहन की ही चूत पीना पसंद करते है

बिरजू : तुझे कैसे पता है यह सब

रति : मुझे शरम आती है

बिरजू : अच्छा मैं तेरी चूत चाटूँगा फिर तो बताएगी

रति : मुस्कुराते हुए ठीक है लेकिन कोई देख लेगा तो
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01-15-2019, 02:22 PM,
#69
RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
बिरजू उसकी रसीली छूट की मादक गंध सूंघते ही पागल हो गया और अपनी बहन की रसीली चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा, लेकिन तभी मुझे ज़ोर का झटका लगा जब रति ने बिरजू काले लंड को धोती के उपर से अपने हाथ वो भर कर दबोच लिया, वो उस एहसास से पागल होने लगा और रति की मस्त चूत को अपने हाथों से फैला फैला कर चाटने लगा. इतने मे रति ने बिरजू लंड को धोती से बाहर निकाला और बिरजू लंड को चूसने लगी . 

बिरजू तो चकित हो गया कि रति किसी एक्सपर्ट की तरह बिरजू के मस्त लंड को चूस रही थी, कुछ देर बाद रति ने कहा भैया इधर आओ ना, वो उठ कर उसकी तरफ चला गया और उसे देखा तो उसने बिरजू हाथ पकड़ कर अपने मोटे मोटे दूध पर रख दिए और वो अपनी बहन के कसे हुए ठोस दूध को
कस कस कर दबाने लगा, रत के 12 बज चुके थे गाँव वो सन्नाटा था और रति अपने दूध दबावते हुए बिरजू लॅंड को खूब दबा दबा कर देख रही थी, नदी के पानी मे और बारिश मे सुहाना चुदाई का संगम चल रहा था...

रति : भैया आज कल तो लोग सबसे पहले अपनी बहन को ही नंगी करके चोदना चाहते है

बिरजू : तूने कही सुना है ऐसा

रति अपने बच्चों को ही देख लो.....

बिरजू : मुस्कुराते हुए अपनी बहन के रसीले होंठो को दबा दबा कर चूस्ते हुए, अरे रति जब बेहन अलका और तेरे जैसी मस्त माल हो तो कोई क्यों भाई और कहीं जाएगा...तू बता

रति : बिरजू लॅंड को दबाते हुए, अरे भैया आजकल तो लोगो को सबसे ज़्यादा अपनी बहन के दूध और चूतड़ ही सबसे ज़्यादा अच्छे लगते है, और दोनो हँसने लगे....तुम्हे भी मेरे चूतड़ को देखना अच्छा लगता है ना

बिरजू : चूत मे उंगली पेलते हुए, मुझे तो तेरे और अलका दोनो के चूतड़ बहुत अच्छे लगते है

रति : तो क्या आज रात भर आप अपनी बहन को पूरी नंगी करके चोदोगे

बिरजू : क्या तू अपने भैया का मोटा तगड़ा लंड अपनी चूतमे नही डलवाना चाहती है

रति : मैं तो कब से अपने भैया के मोटे तगड़े लंड से चुदने के लिए तड़प रही हूँ, भैया अपनी बहन के उपर चढ़ो ना
Reply
01-15-2019, 02:23 PM,
#70
RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
रति की बात सुन कर बिरजू ने उसकी मोटी जाँघो को फैला कर अपने मस्ताने लंड को उसकी चूत के मुहाने पर रख कर उसके दूध को दबोचते हुए एक कस कर धक्का दिया और रति बिरजू से कस कर चिपक गई

रति : ओह भैया आह सी सी बहुत मोटा और लंबा है रति की चूत फटी जा रही आ सी स ओह भैया, 

बिरजू : ओह रति कितनी कसी हुई टाइट चूत है तेरी पर तेरे दूध बड़े कसिले है रति बस थोड़ा सा लंड और बचा है

रति : धीरे धीरे डालो भैया आह सी सीईइ ओह मर गई भैया

बिरजू ने रति को धीरे धीरे गहरे धक्के मारने शुरू कर दिए और रति भी धीरे धीरे अपनी कमर उचकाने लगी,

रति=आह भैया थोड़ा तेज तेज करो ना बहुत मज़ा आ रहा है, बिरजू ने रति के मोटे मोटे चुतड़ों के नीचे अपने हाथ लगा कर खूब कस कर कर रति की चूत मे अपने काले मूसल को पेलने लगा और रति खूब चिपक चिपक कर अपनी चूत मरवाने लगी, 

रति : तगड़े धक्के अपनी चूत मे लेते हुए आह ओह ओह भैया मैं वो सब जानती हूँ, पहले दिन से ही तुम्हारी नज़रे जब अलका की मोटी गान्ड पर पड़ी हुई है...मैं समझ गयी तुम्हारी नियत अब ...अपनी बेटी पर ही दिल डोल गया है....

बिरजू: चुप रह और चुदाई का मज़ा ले....

बिरजू : कस कस कर लंड अपनी बहन रति की मस्त चूत को पेलते हुए, रति क्या अलका भी अपनी चूत रगड़ रगड़ कर पानी निकालती होगी

रति : क्यो नही भैया आह स ओह हर औरत जवान होती है तो अपनी चूत ज़रूर रगड़ती है.




रति : भैया एक बार अपने लंड को धोती से बाहर निकाल कर उस को दिखा दो तो वह तुम्हारे खड़े लंड को देख कर पागल हो जाएगी और अपनी मस्त भोस में वो आपका लंड लेने के लिए तड़प जाएगी, आपका लंड ही इतना मोटा तगड़ा है कि किसी की बुर भी पानी छोड़ सकती है, 

बिरजू : अरे रति मैं तो खुद उस को पूरी नंगी करके उसकी मस्त चूत मारना चाहता हूँ पर अभी तक उसने पता नहीं रवि तक को दी है या नहीं दी है....

रति : भैया अब खूब तेज तेज चोदो बड़ा मज़ा आ रहा है, खूब चूत मारो अपनी रति रानी की, वैसे भी किसी का भी लंड सबसे ज़्यादा अपनी बहन और बेटी की नंगी जवानी देख कर ही खड़ा होता है, आज रात भर खूब चोदिये भैया अपनी बहन को 

बिरजू : हाई रति ले अपने भैया का मस्त लंड तेरी चूत भी बिल्कुल माँ पर गई है और तेरे चूतड़ भी माँ की तरह ही मोटे मोटे होते जा रहे है

रति : आह आह ओह भैया तुमने क्या उस की चूत देखी है..आज बिरजू के मन मैं केवल अलका का चेहरा ही घूम रहा था...वो चूत तो रति की मार रहा था दिमाग़ मे अलका चल रही थी....
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