RE: Chodan Kahani चंचल चूत
गतांक से आगे........................
मैं जब रूम मे आया तो कोमल नाइटी पहेन के लेट चुकी थी और उसकी सारी, पेटिकोट, ब्रा और पॅंटी बेड के पास ही टेबल पे पड़ी थी. कोमल अभी भी दर्द से कराह रही थी. मैं फिर से
अपनी उसी पोज़िशन मे उसकी दोनो टाँगों के बीच मे बैठ गया और उसकी नाइटी के ऊपेर से ही धीरे धीरे दोनो हाथो से उसकी दोनो टाँगों को एक साथ दबा ने लगा. और फिर उसके पैरों के लोवर पोर्षन पे आयिल लगा के मालिश करने लगा दोनो पैरों की एक साथ कर रहा था दोनो हाथों से. . कोमल को कुछ आराम महसूस होने लगा और उसने कहा राजा यह सब लाइट्स बंद करदो मुझे नींद आई तो मैं सो जाउन्गि. मैं ने सभी लाइट्स बंद करदी. कमरे मे तो अंधेरा हो गया पर विंडो से आती हुई चंद्रमा की रोशनी से रूम रोमॅंटिक हो गया था और इस चंद्रमा की धीमी रोशनी मे कोमल बे इंतेहा इनोसेंट और खूबसूरत लग रही थी. उसकी नाइटी मे से उसके चुचियाँ हर आती जाती साँस के साथ ऊपेर नीचे हो रही थी और मेरे मन और लंड दोनो मे ज़बरदस्त हाल चल मचा रहे थे.
थोड़ा थोड़ा आयिल अपने हाथो मे लगा के बिना नाइटी ऊपेर उठाए उसकी सामने से खुली हुई नाइटी मे हाथ अंदर डाल के उसके लेग्स की मालिश कर रहा था मुझे फील होने लगा के उसकी साँसें तेज़ी से चल रही थी मैं ने ऐसे ही पूछा सो गई क्या तो उसने कहा नही नींद नही आ रही पर मालिश से आराम मिल रहा है और बोहोत अछा लग रहा हा है. मैं अब लेग्स के और थोड़ा ऊपेर
तक मालिश करने लगा. घुटने ( नीस ) के ऊपेर नीचे और थोड़ा सा ऊपेर. वाहा तक हाथ ले जाने के लिए मुझे थोड़ा झुकना पड़ रहा था तो मैं ने ऐसा किया के उसकी टाँगों को थोड़ा और फैला दिया और मैं आगे खिसक गया जिस से उसकी टांगे थोड़ा और खुल गई नाइटी भी हट गई तो उसके थाइस दिखाई देने लगे आहह क्या चिकने वंडरफुल थाइस थे चाँद की रोशनी मे चमक रहे थे. अब मैं उसकी टाँगों के बिल्कुल बीच मे था मेरे खीस उसके इन्नर थाइस को टच कर रहे थे. कोमल की आँखें बंद थी वो मालिश का पूरा पूरा मज़ा ले रही थी कभी कभी उसके मूह से मज़े की सिसकारी निकल जाती तो मैं पूछ लेता क्या बोहोत दर्द हो रहा है तो फिर से कहती नही ऐसे ही करो बोहोत अछा लग रहा है और बोहोत आराम मिल रहा है.
कोमल की दोनो थाइस पे बॉटल से थोड़ा थोड़ा आयिल डाल के उसके सिडोल और मस्त चिकने थाइस की मालिश शुरू कर दिया कभी कभी महसूस होता के उसके लेग्स अकड़ गये कभी रिलॅक्स महसूस होते. उसके मूह से आअहह ऊऊऊऊओह ईईईहह जैसी आवाज़ें निकल रही थी मैं और थोड़ा आयिल डाल के चिकनी थाइस को और ज़ियादा चिकना बना के मालिश कर रहा था. कोमल की आँखें बंद थी लैकिन सिसकारियाँ कंटिन्यू थी. आयिल से चिकनी थाइस की मालिश करते करते मेरे हाथ स्लिप हो के उसकी जाँघ पे लगे तो उसके मूह से आआआआहह की आवाज़ निकली तो मैं ने पूछा क्या यहा दरद ज़ियादा है तो उसने कहा के हा है पर मालिश से बोहोत आराम मिल रहा है और अछा लग रहा है ऐसे ही करते रहो राजा सच मे बोहोत अछा लग रहा है लगता है तुम्हारे हाथों मे जादू है तो मैं मुस्कुरा दिया पर अंधेरा होने की वजह से कोमल को पता नही चला.
कोमल ने अपनी टाँगें थोड़ा और खोल दी तो मैं और थोड़ा सा आगे खिसक गया यह पोज़िशन मे उसकी खुली नाइटी मे से उसकी चिकनी चूत झँकति दिखाई दी. मैं मालिश कर रहा था और कभी कभी मेरा हाथ स्लिप हो के उसकी चूत तक चला जाता तो उसके मूह से आआआहह और ऊवूऊवूयूवूवयाच्च की आवाज़ निकल जाती. अब मैं उसकी जाँघ पे मालिश करने लगा दोनो अंगूठे ( थंब्स ) से चूत के आस पास रगड़ने लगा ऊपेर नीचे चूत के लिप्स के पास. मेरी उंगलियाँ चूत से टकराई तो उसके मूह से ऊऊऊऊऊहह आआआआहह जैसे आवाज़ निकल गई और उसकी गंद ऑटोमॅटिकली थोडा ऊपेर उठ गई. जब मैं ने देखा के मेरे उंगलियाँ उसकी चूत को टच कर रही है और कोमल कुछ ऑब्जेक्षन नही कर रही है तो मैं दोनो अंगूठो से चूत के दोनो लिप्स की मालिश करने लगा ऊपेर नीचे आअहह आअहह ऱजाआआ बोहोत आराम मिल रहा
है और बोहोत अछा लग रहा है कह रही थी.
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