RE: Jawan Ladki Chudai कच्ची कली
इतने में
ही लक्ष्मी जो अपनी उंगली से गंगा की गान्ड मार रही थी और चूत के
रस्स से गान्ड को चिकना बना दिया था, गान्ड से उंगली निकाल के अपनी
उंगलिओ को ऐसे मूव्मेंट दी के उसका अंगूठा गंगा की टाइट पिंक गान्ड
में घुसेड दिया और वो बीच वाली उंगली उसकी गीली चूत में घुसेड
दिया और ऐसे ही उंगली और अंगूठा अंदर बाहर कर के उसकी गान्ड और
चूत एक साथ मारती रही तो गंगा के मूह से सिसकारिया निकलने लगी
और बोली हहाआआआआआआआआआईईईईईईईईईई
ल्लाअक्षकशक्षमम्मिईीईईईईईई आऐईईसस्स्स्सीईई हीईईई
चूऊऊऊओद्द्द्दद्ड म्मेररीई गाआांनद्दद्ड अओउउउर्र्रर चूऊवटतत्त
म्म्मादअरर्रररा आआआआहह बोहूऊऊवटतत्त माज़ाआआअ हाईए
र्रईईईईई आईसीईई हहिईीईईईईईईई आआआआआहह
ऊऊहह और यह कहते हुए गंगा का बदन झटके खाने लगा और वो
एक बार फिर से झड़ने लगी *****************************************
मेरा लंड तो बहुत ज़ोर से तना हुआ था जोश में हिल रहा था और मेरी
क्रीम तो अभी निकलने वाली नही थी गंगा झाड़ के मेरे मूह पे ऐसे ही गिर गई थी उसकी
आँखें बंद थी और टाँगें खुली हुई थी और मेरे बदन के दोनो
तरफ सीधी रखी हुई थी में अब अपनी पोज़िशन चेंज कर के उठ
गया और गंगा के ऊपेर उल्टा लेट गया मेरा लंड गंगा की चुतडो की
ख़ाइयों में रखा था और गंगा गहरी गहरी साँसें ले रही थी
मेरी और गंगा की टाँगें पीछे की तरफ सीधी पोज़ीशन में थी में
ने गंगा की गान्ड को थोड़ा सा ऊपेर उठाया और उसके पेट के नीचे एक
पतला सा पिल्लो रख दिया जिस से उसकी गान्ड और चूत थोड़ा सा ऊपेर की
ओर उठ गये थे गंगा की सीधी पड़ी हुई टाँगो को अपने सीधी टाँगो
से थोड़ा खोला और अपना हाथ बढ़ा के गंगा की चुचियों को पकड़ के
मसलने लगा आअहह क्या मस्त चुचियाँ थी उसकी एक दम से कड़क
दोस्तो में ने देखा है के काम करने वाली लड़कियों और औरतों का बदन
बहुत घाटीला और चुचियाँ बहुत कड़क होती है और निपल्स भी
बहुत टाइट होते हैं गंगा और लक्ष्मी की चुचियाँ भी बहुत ही कड़क
थी गंगा पेट के बल लेटी थी और में उसके ऊपेर पेट के बल लेटा था
उसकी टाँगो को अपनी टाँगो से खोल दिया था और इस पोज़ीशन में उसकी गान्ड
थोड़ी सी उठी हुई थी गंगा की चुचियों को मसल रहा था तो गंगा
ने अपना हाथ अपनी दोनो टाँगो के बीचे से निकाल के मेरे लंड को पकड़
लिया और आगे पीछे करने लगी और अपनी चूत के सुराख में ऊपेर
नीचे करने लगी जिस से लंड का सुपाडा जब उसकी चूत के दाने से
टकराता तो उसके मूह से आअहह और ऊओह जैसे सिसकारियाँ निकल
जाती लंड के प्री कम
से और गीली चूत से सुपाडा एक दम से चिकना हो गया था गंगा
थोड़ी देर ऐसे ही अपनी चूत की पंखुड़ियो के अंदर लंड को ऊपेर
नीचे कर ते करते करते अपनी चूत के सुराख से सटा दिया लंड का
सुपाडा गंगा की गीली चूत के पंखाड़िया खोले उसके सुराख से सटा
हुआ था और उसकी टाइट चूत में घुसाने का बेसब्री से इंतेज़ार कर
रहा थी जोश में हिल रहा था में गंगा को वो मज़ा देना चाहता था
जिसकी वो कल्पना कर रही थी और उसके दोनो चुचियों को दोनो हाथो से
ज़ोर से पकड़ लिया और उंगलिओ से उसके किशमिश जैसे एरेक्ट निपल्स को
निचोड़ दिया और उसी समय एक इतना ज़ोर का धक्का मारा के उसकी आँखो से
आँसू बहने लगे और उसके मूह से खोफ़नाक चीख निकल गई
ऊऊऊऊऊऊऊओिईईईईईईईईईईईईई म्म्म्मीमममममाआआआआआआआ
म्म्म्मओममाआअरर्र्र्रररीईईईईईई और एक ही झटके में पूरे का
पूरा लोहे जैसा सख़्त मूसल लंड उसकी चूत को चीरता हुआ चूत की
गहराइयों को नापने लगा मेरा झटका लगने से और गंगा की चीख निकलते ही लक्ष्मी का
चेहरा लाल हो गया और लक्ष्मी गंगा से बोली ऐसे क्या पुकार रही है
तू कितने दिनो से तो चुदवा रही है ऐसे कर रही है जैसे तेरी
कुँवारी चूत आज ही फटी हो तो गंगा थूक निगलते हुए अटक ते अटक
ते बोली के तेरी चूत में ऐसे लोहे जैसे सख़्त मूसल लंड का ऐसा
तगड़ा धक्का लगे गा ना तो हरामज़ादी तो तू बेहोश ही हो जाएगी क्या
समझती है तू राज बाबू के मूसल लंड को
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