RE: Chodan Kahani चंचल चूत
गतांक से आगे........................
मैं पहले ही कोमल के बारे मे बता चुका हू के कोमल, मोतीलाल सेठ की बीवी है और बोहोत ही सुन्दर है. लग भग 30 – 32 साल की होगी. उनका नाम कोमल है और वो रियल मे कोमल हैं. बोहुत नाज़ुक, दुबली पतली बट हेल्ती, वंडरफुल भरा भरा बदन है बोहोत गोरा मक्खन जैसा रंग. सिल्क जैसा चिकना बदन. गुलाबी गाल और बिना लिपस्टिक लगाए ही उनके होन्ट लाल रहते हैं और रस्स से भरे हुए देखने वाले का मॅन करे के उन्न होटो को बॅस सारी ज़िंदगी चूस्ता ही रहे. वो जब मुस्कुराती है तो उनके मोती जैसे दाँत हीरे (डाइमंड) की तरह चमकते दिखाई देते हैं.
उनका फिगर बोहोत वंडरफुल है. होगा यही कोई 38 – 26 – 36. वो मोस्ट्ली सारी ही पेहेन्ति है. कभी कभी सलवार सूट भी पहेन लिया करती हैं. सारी मे वो बोहोत सुंदर लगती हैं. सारी भी कभी इतनी नीचे बाँधती है के थोडा सा और नीचे बाँध लें तो उनके झाँत के बॉल भी नज़र आ जाएँ.
अक्सर ब्लाउस भी डीप कटिंग का पेहेन्ति हैं जिस्मै से उनके दूध की तरह सफेद चुचियाँ आधे से ज़ियादा नज़र आते हैं. एस्पेशली कभी जब वो कुछ उठाने के लिए नीचे झुकती हैं तो उनके रोज़ी निपल्स तक नज़र आ जाते हैं और मन करता है के बॅस अभी ब्लाउस के अंदर हाथ डाल के इतनी मस्त चुचिओ को मसल ही डालु मगर क्या करू मजबूर हू.
कभी तो लगता के वो मुझे दिखाने के लिए ही झुकती है. मैं ने उनकी आँखों मे एक प्यास देखी है कियॉंके मुझे पता है के साइट साहेब को नोट्स गिनने से फ़ुर्सत ही नही मिलती और वो अपनी खूबसूरत बीवी की जवानी की तरफ ध्यान नही देते हैं और वो अपने जज़्बात को दबा के सो जाती हैं. कभी अपने ही हाथ से अपनी चूत का मसाज कर के अपनी ही उंगली से अपनी ही चूत को चोद के सो जाती है.
उनकी चाल बोहोत ही मस्तानी है. और जब वो किसी भी वजह से या एस्पेशली जब शरारत से अपना एक होन्ट को काट ती हुए मुस्कुराती हैं तो आछे अच्छों का लंड ऑटोमॅटिक खड़ा हो के उनके पूरे बदन को प्रणाम करने लगते है.
एक टाइम ऐसा हुआ के सेठ साहेब और चंचल देल्ही जाने वाले थे उनकी ट्रेन शाम को 6 बजे वाली थी. मैं और कोमल भी सिटी को गये थे दोनो को छोड़ने के लिए. ट्रेन टाइम पे आई और चली गई.
चंचल के जाने से कोमल कुछ उदास थी उसने कहा के राजा अभी घर को जाने के मन नही कर रहा है चलो आज डिन्नर किसी होटेल मे करते है ( हम लोग जब भी सिटी को जाते तो लंच या डिन्नर किसी आछे से नीट और क्लीन फर्स्ट क्लास होटेल मे ही करते ). कार एक फर्स्ट क्लास होटेल की तरफ मोड़ ली. कार पार्किंग मे डाल के अंदर जा के हम दोनो एक कॅबिन मे बैठ गये और खाने का ऑर्डर दे दिया. वैसे तो यह सब लोग सब के सामने पक्के वेजिटेरियन है पर जब अकेले होते है और बहेर खाना खाते है तो पक्के नोन वेजिटेरियन बन जाते हैं और मैं तो हू ही पक्का नोन वेजिटेरियन.
कोमल को मटन, कबाब और एग्स बोहोत पसंद है पर चिकन भी खा लेती है और चंचल को चिकेन ज़ियादा पसंद है और वो मटन एग्स वाघहैरा भी खा लेती है. हम ने रोस्टेड मटन, कबाब और एग फ्राइड राइस का ऑर्डर दिया. थोड़ी देर मे खाना आ गया हम ने डिन्नर लिया. इस बीच मैं ने पूछा क्या बात है आप कुछ उदास सी लग रही हैं तो कोमल ने कहा के नही ऐसे ही कोई ख़ास बात नही मैं ठीक हू. फिर थोड़ी देर के बाद उसका मूड ठीक हो गया. कोमल को आइस क्रीम बोहोट ही पसन है डिन्नर के बाद जब होटेल से बहेर निकले तो कोमल ने कहा चलो राजा आज ताज की आइस क्रीम खाते हैं. ताज की आइस क्रीम सिटी मैं बोहोत फेमस है और वाहा भी फॅमिली के लिए अलग से कॅबिन्स बने हुए हैं. हम दोनो एक कॅबिन मैं आ के बैठ गये और 2 – 3 टाइप्स के आइस क्रीम का ऑर्ड दे दिया. आइस क्रीम खाने के बाद कोमल ने कुछ आइस क्रीम पॅक भी कार्वाली. घर जाते जाते रास्ते मे कोमल ने अछी ख़ासी शॉपिंग भी कर डाली.
वापसी मे कार के अंदर धीमी आवाज़ मे रोमॅंटिक सॉंग्स लगे हुए थे. हल्की हल्की बारिश से मौसम बोहोत अछा और रोमॅंटिक हो गया था. सिटी से लंबी ड्राइविंग के बाद घर पहुँचने तक रात के ऑलमोस्ट 12 बज चुके थे. सीट को पीछे झुका के कोमल सीट पे हाफ लेटी हुई थी और सॉंग्स के साथ वो भी गा रही थी और अपने पैरों को सॉंग्स के ताल से ताल मिला के हिला रही थी. मेरा हाथ दोनो सीट्स के बीचे मे रखे हुए कुशन पे था. कियॉंके वो लोग हमेशा ही मेरे बाज़ू वाली सीट पे बैठ ते थे तो कभी गियर चेंज करते हुए और कभी कार किसी रफ रोड से उछली तो मेरा हाथ उसकी थाइस पे लग जाता था पर उसने कुछ नही कहा था कियॉंके ऐसा कई बार हो चुका था कोई नई बात नही थी. उसने तो कुछ नही कहा पर मेरे लंड मे जैसे करेंट ही दौड़ गया लैकिन मैं ने अपने आप को कंट्रोल कर लिया.
हा तो घर पहुँचते पहुँचते रात के 12 बज गये थे. कार कॉंपाउंड मैं पार्क कर के दोनो घर के अंदर आए. कोमल अपने शॉपिंग बॅग्स उठा के ऊपेर जाने के लिए सीढियो पे चली गई और मैं कुछ दूसरे शॉपिंग बॅग्स अंदर रखने के लिए रसोई मे चला गया. एक ही मिनिट के अंदर मुझे कोमल की चीख सुनाई दी तो मैं दौड़ता हुआ बहेर आया तो देखा के कोमल के हाथ से शॉपिंग बॅग्स नीचे गिरे हुए है और वो स्टेर्स पे बैठी चिल्ला रही है और अपने पैरो को अपने हाथो से दबा रही है. मैं दौड़ता हुआ ऊपेर गया पूछा तो पता चला के ऊपेर चड़ते चड़ते उसकी चप्पल की हील टूट गई और उसका पैर मूड गया और वो गिर गई और ऑलमोस्ट 3 -4 स्टेर पे स्लिप हो गई तो पैर मूड गया और दरद हो रहा है शाएद लेग्स के मसल्स डिस्टर्ब हो गये. मैं ने उसको सहारा दे के उठाया तो उसने अपना पूरा वेट मेरे ऊपेर डाल दिया तो मेरे शोल्डर्स पे उसके चुचियाँ लग रही थी. आज पहली बार उसकी चुचियाँ मेरे बदन से टकराई थी तो मेरे बदन मे हलचल सी मच गई और एक करेंट सा दौड़ता हुआ लंड तक आ गया और फिर क्या था लंड एक दम से टाइट हो के अकड़ गया.
कोमल को ऐसे ही सहारा दे के सीढियो के ऊपेर तक तो आ गया पर उसको तकलीफ़ बोहोत हो रही थी पैर फरश पे टिकने नही आ रहा था इसी लिए उस से चला भी नही जा रहा था तो मैं ने उसको अपने हाथों मे उठा लिया और उसके बेडरूम मे आगया और उसको उसके बेड पे लिटा दिया. वो दरद से कराह रही थी. मैं ने पूछा के क्या डॉक्टर को फोन करू तो उसने कहा नही डॉक्टर को बुलाने की ज़रूरत नही पेन किल्लर लूँगी तो ठीक हो जाएगा. मैने प्रपोज़ किया के अगर वो चाहे तो मैं थोड़ी सी तेल लगा के मालिश कर्दु तो हो सकता है के मस्क्युलर प्राब्लम हो और दरद कम हो जाए तो उसने कहा हा यह ठीक रहेगा और बताया के वाहा दूसरे रूम मे ऑलिव आयिल की बॉटल रखी है वो उठा लाओ तो मैं वो बॉटल ले के आगेया. एक पुरानी बेडशीट उसके लेग्स के नीचे फैला के बिछा दी ता क आयिल नीचे की अछी वाली बेड शीट को ना लगे. उसको बोहोत दरद हो रहा था कंटिन्यू उसके मूह से ऊऊऊऊ ईईईई जैसे आवाज़ें निकल रही थी.
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