RE: Chodan Kahani चंचल चूत
चूचियो को चूसने से उसके अंदर का पॅशन फिर से जाग उठा और वो फिर से लंड पे अपना वेट डालने लगी. लंड का हेड धीरे धीरे उसकी गीली चूत मे घुस गया और वो रुक गई. ऐसे ही चूत को लंड पे रखे हुए झुकी रही. मैं अपना चूतड़ उठा के थोड़ा थोड़ा लंड के सूपदे को अंदर बहेर करने लगा तो वो थोड़ा सा रिलॅक्स होने लगी. लंड के सूपदे मे से निकलता
हुआ प्री कम चूत को अंदर से चिकना कर रह था और सूपदे के अंदर बहेर होने से जो चूत के अंदर जो रगड़ हो रही थी उस से उसको मज़ा आने लग. बहुत ही टाइट थी उसकी चूत. मुझे तो लगा के अब लंड और अंदर नही जा सकेगा लैकिन मैं ट्राइ कर रहा था नीचे से धक्के पे धक्के लगा रहा था तो लंड बोहोत धीमी गति से अंदर हो रहा था.
लंड थोड़ा थोड़ा कर के उसकी चूत के अंदर घुसने लगा. अभी तक सिर्फ़ 1/4थ ही लंड उसकी टाइट चूत के अंदर घुसा था मुझे ऐसा लगा के मेरे लंड को किसी ने टाइट पकड़ा हो इतनी टाइट थी चंचल की चूत. मैं ने कहा और ट्राइ करो चंचल अभी तो लंड बहुत घुसना बाकी है. वो अपनी आँखें बंद कर के लंड को चूत के अंदर डालने की ट्राइ कर रही थी. उसने ट्राइ किया और बोली के मुझ से नही होता अब तुम ही कुछ करो. मैं ने कहा ठीक है अब हम पोज़िशन चेंज कर लेते है और मैं तुम्हारे ऊपेर आके घुसाता हू लंड तुम्हारी चूत के अंदर और लंड चूत के अंदर ही रहते उसको पलटा दिया और पलट के उसको नीचे बेडशीट पे लिटा दिया और मैं उसके ऊपेर आ गया.
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