RE: Chodan Kahani चंचल चूत
लंड मोटा था इसी लिए पूरा उसके मूह मे नही घुस्स पा रहा था बॅस लंड का सूपड़ा और थोड़ा सा लंड ही उसके मूह मे जा रहा था. मैं उसके मूह को आधे लंड से ही चोद रहा था. वो लंड को आइस लॉलो पोप की तरह से चूस रही थी. मैं तो बोहोत देर से गरम था मेरी क्रीम मेरे बॉल्स मे बाय्ल होने लगी. मेरा बदन अकड़ने लगा और आँखें बंद हो गई और मुझे महसूस हुआ के मेरी क्रीम अब निकलने वाली है तो मैं चंचल के सर को पकड़ के अपने अपने चूतड़ उठा उठा के लंड को उसके मूह मे घुसेड दिया और से उसके मूह को तेज़ी से चोदना शुरू किया, . मेरे चूतड़ सीट से उठ गये थे और मेरे लंड मे से क्रीम का एक फव्वारा जैसा निकलने लगा. चंचल घबरा गई और लंड को मूह से निकाल रही थी के मैं ने उसके सर को ज़ोर से पकड़ के अपना लंड उसके मूह मे फिर से घुसा दिया और ज़बरदस्ती ही सही चंचल को मेरे क्रीम खानी पड़ी. जब पूरी क्रीम निकल
गई और चंचल ने खा ली तो मैने चंचल से पूछा कैसी है. उसने मुस्कुराते हुए कहा यम्मी यम्मी है. मुझे पहले से पता होता के लंड की क्रीम इतनी यम्मी होती है तो मैं तो तुम्हारे लंड की क्रीम डेली ब्रेकफास्ट मे ब्रेड पे लगा के खाती. मैं हंस दिया और बोला के कोई बात नही कल से डेली खा लेना.
थोड़ी ही देर मई मेरा बदन भी शांत हो गया पर चंचल फिर से गरम हो गई थी. अब मैं अपनी सीट छोड़ के पॅसेंजर सीट पे आ गया और चंचल को सामने डॅशबोर्ड पे उसके चूतड़ टीका के खड़ा कर दिया ऐसे के उसकी गंद डॅशबोर्ड पे थी और उसके पैर सीट पे मेरे दोनो तरफ. मैं ने चंचल की चड्डी उतार दी तो चंचल की चंचल खुली चूत कार की धीमी लाइट मे मुझे मेरे सामने नज़र आने लगी. लाल लाल चूत और छोटा सा चूत का दाना वाउ बोहुत ही चिकनी थी उसकी चूत. एक भी झाँत का बॉल नही था उसकी प्यारी चूत पे. मैं ने पूछा तो चंचल ने बताया के उसको अभी तक मेनास भी नही हुए है. उसके बढ़ते हुए बदन को देख के मैं समझ गया के अभी तक नही हुए तो बॅस कुछ ही दीनो मे हो जाएगे.
चंचल की चूत पे मैं ने किस किया तो वो बेचैन हो गई उसके मूह से बोहोत ज़ोर की सिसकार निकल गई…आआआहह और मेरे सर को पकड़ के अपनी चिकनी चूत मेरे मूह से रगड़ने लगी. उसकी चूत को मैं चाटने लगा ऊपेर से नीचे, नीचे से ऊपेर आअहह क्या स्वीट टेस्ट था उसकी ब्रांड न्यू चूत का जिसमे से थोड़ा थोड़ा जूस निकल रहा था. दोनो हाथों से उसके चूत के दोनो लिप्स को खोल के अंदर के पोर्षन पे जीभ लगाई तो वो मज़े से चिल्लाने लगी. और अपनी गंद उठा के चूत को मेरे मूह पे रगड़ने लगी. मेरा सर पकड़ा हुआ था और मेरे मूह को वो अपनी चूत से चोद रही थी. मेरे हाथ उसकी नेकेड गंद को पड़के हुए थे और मैं उसके छूतदों को दबा रहा था. आहह क्या वंडरफुल चिकने चूतड़ थे उसके.
कभी पूरी चूत को मैं अपने मूह मे ले के दाँतों से काट लेता तो वो मज़े से चिल्ला पड़ती ऊऊओिईईईईईई राआआअजजजाआा बोहोट मज़ाआ आआआअ रहााअ हाईईईईई आईसीईईई हीईीईईईईईईईई आआऐईईई और काटो राआआअजाअ यह मुझे बोहोत टंगगगगगगगगगगग कारटीईईईईईईईई हाईईईईईईईई आअहह आआईयईईईई और उसका बदन फिर से अकड़ने लगा और वो मेरा सर पकड़ के अपनी चूत मे ज़ोर से घुसाने लगी और ज़ोर ज़ोर से रगार्डने लगी उसकी आँखें बंद थी और वो मस्ती मैं आआअहह उउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़ें निकाल रही थी और सडन्ली उसकी चूत मे से मीठा मीठा रस्स निकलना शुरू हो गया और
मैं सारे का सारा रस्स पी गया.. उसकी आँखें बंद थी और उसकी गहरी चलती साँसें ठीक हो गई तब तक मेरा लंड अकड़ के जोश मे हिलने लगा था.
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