RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--31
गतान्क से आगे..........
डीके का लंड उर्मिला की चूत मे घुसते ही उसकी आँखें ऊपेर च्चढ़ गयी.
थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहने के बाद जब दोनो अपने अपने सेन्सस मे वापस आए तो उर्मिला ने देखा के अभी तक डीके का लंड वैसे का वैसा ही सख़्त लोहा बना हुआ है तो उसने डीके को चूम लिया और थॅंक्स बोला तो डीके ने बोला थॅंक्स क्यों तो उसने बोला के ऐसे शानदार लंड से चोदने के लिए. आज मुझे ऐसा लगा जैसे मे सच मैं आज पहली बार चुदी हू और ज़िंदगी मे फेली बार आज सॅटिस्फाइ हुई हू. फिर उसके बाद डीके ने उसको उस रात 6 या 7 टाइम चोदा डिफरेंट स्टाइल मे और उसकी गंद भी मारी. जब उर्मिला की गंद फटी तब वो बोहोत रोई उसकी चूत और गंद दोनो से ही खून निकला था जैसे मेरी चूत और गंद से निकला था.
डीके उर्मिला को अपने ऊपेर ले के चोदने लगे
डीके उर्मिला की चिकनी चूत को घचा घच चोद रहे थे.
इधर मैं घर मे जाते ही सतीश से लिपट गयी और बोहोत ज़ोर ज़ोर से रोने लगी के मैं उसके साथ वफ़ा नही कर पाई तो उसने मुझे चूम लिया और बोला के अरे मेरी जान कोई बात नही यह बात सिर्फ़ हम ही तो जानते है इस बात को बॅस अपने हद तक ही रहने दो और जैसे चल रहा है चलने दो मुझे तुम से कोई शिकायत नही है बलके मैं तो तुम्हारा शुकुरग़ुज़ार हू के तुमने मेरे गिरते बिज़्नेस को संभाल लिया और अपना सब कुछ दाव पे लगा दिया और मुझे लिपताए हस्ते हुए बोलेके अपनी चूत और गंद भी मेरे लिए दाव पे लगा दी तो मैं ने उसके गालो पे धीरे से प्यार से मारा और बोला के "हॅट शैतान कही का" मैं तुम्हारे लिए पानी जान भी दे सकती हू सतीश यह चूत और गंद क्या चीज़ है. उस रात सतीश ने मुझे जम के चोदा पर सच बोलू के मुझे सतीश के लंड मे थोड़ा भी मज़ा नही आया. अब यह तो दुनिया की रिवाज और रीति है के शोहार चोद्ता है और वाइफ चुदती है बॅस यही रसम पूरी करने के लिए सतीश ने मुझे चोदा और मैं उस से चुद गयी पर मज़ा तो दूर की बात मेरा तो एक टाइम भी जूस नही निकला. मेरी चूत तो राज के और डीके के मूसल लंड की आदि हो गयी थी. सारी रात मे सतीश ने बड़ी मुश्किल से 2 टाइम चोदा पर जल्दी ही झाड़ भी गया. मैने उसको बोला ही नही के मुझे मज़ा नही आया और ना ही मेरी चूत से जूस निकला. मैं ने ऐसे पोज़ किया जैसे मुझे बोहोत ही मज़ा आया हो पर ऐसा कुछ नही था.
दूसरे दिन अभी उर्मिला होटेल मे सोई पड़ी थी के मे पोहोच गयी. उर्मिला को उठाया, उतनी देर मे, मैं ने डीके के लंड को चूसा और बोला के डीके प्लीज़ एक टाइम चोद डालो ना मेरी चूत मे आग लगी है जिसे सतीश बुझा नही पाए तो डीके ने मुझे बघल से पकड़ के उठा लिया और खड़े खड़े ही दीवार से टीका दिया और मेरी टाँगो को अपने कमर पे लपेट लिया और मैं ने उनकी गरदन मे अपनी बाहें डाल के उनको पकड़ लिया और दूसरे हाथ से उनके लंड को पकड़ के अपनी चूत के सुराख मे टीका दिया और बोला के मारो डीके चोद डालो साली को यह बोहोत फदाक रही है और फिर डीके ने भी एक इतना पवरफुल धक्का मारा के मेरी तो जान ही निकल गयी. और वो मुझे पागलो की तरह से चोदने लगे. अभी हमारी चुदाई चल ही रही थी के उर्मिला स्नान करके बाहर आई और हमे देखने लगी और बोली के क्यों सतीश ने नही चोदा क्या जो चुदवाने को इतनी उताओली हो रही है तो मैं ने बोला के अब तो तुझे डीके के मूसल लंड मिल गया अब तू खुद ही देख लेना के तुझे सतीश से चुदवाने मे मज़ा आता है या डीके के लंड से तो वो मुस्कुरा दी. डीके के धक्के तेज़ होते चले गये और फिर वो मेरी चूत के अंदर अपनी गरम गरम मलाई का तूफान छ्चोड़ने लगे. मैं एक दम से सॅटिस्फाइ हो गयी. मैं और मेरी चूत दोनो ही डीके के लंड से चुदने के बाद निहाल हो गये.
मैं ने और डीके ने साथ साथ शवर लिया और ब्रेकफास्ट रूम पर ही मंगवा लिया. ब्रेकफास्ट के बाद मैं और डीके तो मीटिंग के लिए चले गये जाने से पहले डीके ने उर्मिला से बोला के तुम आज यही रुक जाओ शाम को मेरा एक कोलीग आने वाला है तो हम तीनो मिल के मस्ती करेंगे तो मुझे जब पता चला के शाम की फ्लाइट से राज आने वाला है. हम शाम तक होटेल वापस आ गये थे और थोड़ी ही देर मे राज पोहोच गया. राज को हिंट दे दिया था के यहा एक नयी चूत चुदने का वेट कर रही है. राज के आने के बाद मैं ने उर्मिला का और राज का इंट्रोडक्षन करवाया. डिन्नर को जाने से पहले राज ने उर्मिला को चोदा और मुझे डीके ने. हम दोनो यानी मैं और उर्मिला डीके और राज के लंड पे चढ़ि बैठी थी और वो दोनो नीचे से धक्के मार मार के हमारी चुदाई कर रहे थे. फिर हम दोनो ने लंड एक्सचेंज किए और दोनो को दोनो ने चोदा. डिन्नर से पहले ही मे घर जाने को रेडी होने लगी तो देखा के उर्मिला डॉगी स्टाइल मे है और डीके का लंड पीछे से उर्मिला की चूत मे घुसा हुआ है और वो उसको धना धन चोद रहे है और सामने राज घुटनो के बल बैठे है और उर्मिला राज के लंड चूस रही है. पीछे से डीके धक्का मारते तो उर्मिला आगे को बढ़ जाती और जैसे ही आगे बढ़ती राज का लंड उसके हलक तक घुस जाता. मैं कपड़े चेंज कर के रेडी हो रही थी इतनी देर मे देखा के राज नीचे लेटे हुए है और उर्मिला राज के लंड की सवारी कर रही है. नीचे से राज उर्मिला की चूत मे लंड डाले उसे चोद रहे है और पीछे से डीके ने अपना लंड उसकी गंद मे घुसाया हुआ है और दोनो रिदमिकली उर्मिली की चूत और गंद को चोद रहे थे. डीके और राज दोनो ही उर्मिला को चोदने मे बिज़ी थे. मैं ने बाइ बोला तो भी किसी ने जवाब नही दिया और मैं रूम से बाहर निकल गयी और रूम का डोर ऑटोमॅटिकली लॉक हो गया. उस रात को डीके और राज ने दोनो ने मिल के उर्मिला की चुदाई की सारी हेकड़ी निकाल दी और उसकी चूत और गंद दोनो का चोद चोद के भोसड़ा बना दिया. ऐसा लग रहा था जैस उर्मिला कोई प्रोफेशनल रंडी है और चुदवाने मे माहिर है. दूसरे दिन उर्मिला चलने के काबिल नही थी. हमे वापस मुंबई आना था. शाम तक उर्मिला ने रूम मे ही रेस्ट किया और शाम को जब हमारे साथ वापस जाने के लिए नीचे उतर रही थी तब भी उसकी चाल मे लड़खड़ाहट थी और वो लंगड़ा लंगड़ा के अपनी टाँगें चौड़ी कर के चल रही थी. हम तीनो एरपोर्ट की तरफ चले गये और उर्मिला अपने घर को चली गयी. जाने से पहले डीके ने अपनी और राज की तरफ से उर्मिला को एक डाइमंड सटडेड एअर रिंग और लॉकेट का सेट दिया और इतने शानदार गिफ्ट को देख के उर्मिला बोहतो ही खुश हो गयी. उर्मिला ने जाने से पहले बोला के डीके और राज थॅंक्स फॉर एवेरितिंग आंड प्लीज़ डॉन'ट फर्गेट मी व्हेन यू आर हियर इन बॅंगलुर, आइ आम ऑल युवर्ज़ आंड विल सर्व यू टू दा बेस्ट ऑफ माइ अबिलिटी. डीके और राज ने बोला के उर्मिला ट्रूली स्पीकिंग यू आर वेरी गुड. हम ने सोचा भी नही था के कोई हमै इतनी अछी तरह से
सॅटिस्फाइ कर सकता है तो उर्मिला ने बोला के प्लेषर ईज़ माइन. हम एरपोर्ट चले गये और उर्मिला घर.
जब से मैने जॉब जाय्न किया , राज से और डीके से चुदी तो मेरी चुदाई की इच्छा बोहोत ही बढ़ गयी. अब मुझे सतीश जैसे छोटे लंड से मज़ा नही आता था. जब कभी बॅंगलुर जाना होता और सतीश से मजबूरी मे चुदवाना पड़ता तो मुझे बिल्कुल भी मज़ा नही आता और सतीश से चुदवाने के बाद अपनी ही उंगली से अपनी चूत के दाने को रगड़ रगड़ के अपनी चूत का जूस निकलती लैकिन एक टाइम भी सतीश को नही बोला के मैं क्या करती हू. उर्मिला को मालूम था के मुझे अब सतीश के लंड से मज़ा नही आता और मैं चुदने के बाद भी अपनी चूत का अपनी उंगली से मसाज करती हू. पता नही उसने सतीश से बोला या नही मुझे नही मालूम.कुछ यही हाल उर्मिला का भी हो गया था उसको भी सतीश के लंड मे मज़ा नही महसूस हो रहा था और वो भी अपनी उंगली से ही अपनी चूत का मसाज करते करते झाड़ जाती थी क्यॉंके सतीश उसको सॅटिस्फाइ नही कर पा रहा था.
मेरा जॉब बोहतो अछा चल रहा था. मैं फॉरिन के टूर पे भी जाती रही हू और कभी कभी तो बिज़्नेस डील फाइनल करने के लिए मुझे कस्टमर्स से भी चुदवाना पड़ता था और हर एक चुदाई के मुझे कंपनी से अलग से
र्स 50,000,00 मिलते थे. मैं ने सोचा के एक डील फाइनल करवाने के अगर इतने पैसे मिले तो क्या बुरा है. एक टाइम जब हज़्बेंड की अलावा किसी दूसरे मर्द से चुद चुकी जिसका मेरे पति को भी पता है तो फिर एक और लंड से चुदना क्या दो से क्या और तीन से क्या. फिर मुझे अपनी प्राइवेट लाइफ की सीक्रेसी याद आई तो मैं ने इस बात को किसी से भी शेर नही किया बस आज पहली बार आप से शेर कर रही हू और यह बात तो उर्मिला को भी नही पता के मैं कभी डील फाइनल करने के और कांट्रॅक्ट साइन करवाने के लिए मैं अपने कस्टमर्स से भी चुदवाती हू. अरे हा यह तो बताना भूल ही गयी के मैं अपने फॉरिन कस्टमर से ही चुदी हू अभी तक और हमेशा ही कॉंडम लगवा के चुदी हू कभी भी बिना कॉंडम के किसी फॉरिन कस्टमर से नही चुदवाया. अमेरिकन लंड आछे ख़ासे बड़े और मोटे होते है और उनके चोदने का ढंग भी थोड़ा अलग है. वो एक टांग उठा के चोद्ते है जिस्मै लंड अछी तरह से चूत के अंदर जाता तो है पर लंड का वो पवरफुल मार जितना ज़ोर से पड़ना चाहिए उतनी ज़ोर से नही पड़ता जितना मिशनरी पोज़िशन मे पड़ता है. हा इतना है के अमेरिकन लंड बोहोत देर से डिसचार्ज होते है और उनके लंड से चुदवाने मे मज़ा भी आता है क्यॉंके वो चोदने से पहले चूत को बोहोत अछी तरह से चाट ते है और फिर अपने लंड को भी चुस्वते है और मूह मे झाड़ भी जाते है. ब्रिटिश लंड से भी चुद चुकी हू उनके लंड उतने बड़े तो नही होते
बस ठीक ठाक ही होते है और वो चोद्ते भी अछा है मज़ा आता है उनसे चुदवाने मे भी. इटॅलियन लंड भी ठीक ठाक होते है. अरे एक टाइम तो एक आफ्रिकन से चुदवाना पड़ गया तो मेरी गंद ही फॅट गयी इतना लंबा मोटा तगड़ा लंड था साले का. काला भुजंग देखते ही डर लगने लगा था पर जब चुदवाना था तो चुदवाना था. उसने बोहोत बुरी तरह से चोदा और मार मार के मेरा और मेरी चूत का कचूमर बना दिया. उस आर्फीकन से चुदवाने मे एक बार फिर से मेरी चूत से खून निकला था. बाप रे क्या बताउ साले का कितना बड़ा था और लोहे जैसा सख़्त भी. साले ना सारी रात मे कोई 6 टाइम चोदा और फिर गंद भी मारना चाह रहा था पर मैं ने बड़ी मुश्किल से अपनी गंद की जान बचाई और उस से कांट्रॅक्ट पे साइन करवा ही लिया. डीके से जब बताया तो उसने मेरी चूत देखी और बोला के साला आदमी था या जानवर भेन्चोद फ्री की चूत मिली तो भिकारी की तरह से टूट पड़ा मदरचोड़ मेरी प्यारी स्नेहा डार्लिंग की चूत का क्या हाल बना दिया है भोसड़ी वाले ने. तुम्हारी चूत तो एक दम से खुल गयी है. इस आफ्रिकन से चुदवाने के और उस से कांट्रॅक्ट साइन करवाने के मुझे 1 लाख रूपीए मिले थे. मैं ने सोचा के चलो रात तो जैसे तैसे गुज़र ही गयी पर एक लाख रूपिया भी तो मिला जो मेरे बोहोत काम आएगा.
इंडिया से बाहर किसी एनआरआइ इंडियन से चुदवाने का मोका नही मिला. आगे पता नही के कोई लोकल या इंडियन कस्टमर से भी चुदना पड़े. स्टिल डॉन'ट नो. जब टाइम आएगा देखा जाएगा. और हा जब से मैं ने कंपनी जाय्न की है और फॉरिन कस्टमर्स से बिज़्नेस के लिए चुदवाया है हमारा बिज़्नेस एक दम से स्काइ रॉकेट हो गया और बोहोत ही बढ़ गया. फॅक्टरी का सेल्स और प्रोडक्षन एक दम से बोहोत ज़ियादा हो गया है यह देखते हुए डीके और राज ने मुझे कमिशन देने का भी फ़ैसला कर लिया. अब मुझे यियर्ली ऑलमोस्ट 20 से 25 लाख तक का तो सिर्फ़ कमिशन ही मिलता है और फिर दूसरे सर्वीसज़ के मिला कर ऑलमोस्ट4 या 5 लाख मोन्थलि मिलते है. सतीश ने अपने सारे करज़रे उतार दिए. हम ने बॅंगलुर मैं अपना एक शानदार घर बनवा लिया और सतीश ने फिर से बिज़्नेस स्टार्ट कर दिया. इस मर्तबा बिज़्नेस कुछ बड़े स्केल पे खोला था इसी लिए सतीश कुछ ज़ियादा ही बिज़ी हो गया था. अब मैं और सतीश कभी कभी ही मिल पाते है बस हमारी टेलिफोन पर ही बात चीत होती रहती है. उर्मिया के पति को शाएद किसी ने बता दिया के वो किसी और के घर मे रहने लगी है तो उसके पति ने भी फोन करना कम कर दिया. उर्मिला को भी अब हमारी ही फॅक्टरी मे डीके ने एक जॉब ऑफर की और बॅंगलुर मैं ही एक ब्रच खोल के उसको ब्रांच मॅनेजर बना के बिठा दिया. अब उर्मिला के पास भी पैसे की रेल पेल होने लगी और वो भी पैसो मे खेलने लगी. प्रोबेशन पीरियड ख़तम होते ही उसको भी कमिशन मिलने लगा था जो अछा ख़ासा था और मंत्ली ऑलमोस्ट 20,000.00 से
25,000.00 तक बन जाता था. वो भी काफ़ी बिज़ी हो गयी थी अब उसको भी ज़ियादा टाइम नही मिलता था. इसी लिए अब वो अपने पति के फोन का भी इंतेज़ार नही करती थी और उसने भी सोचना छ्चोड़ दिया था के उसका फ्यूचर बिना पति के कैसा होगा. उसकी सॅलरी भी अब तक इनक्रीमेंट के साथ 40,000.00 तक पोहोच गयी थी और फिर उसको हाउसिंग अलग से मिलती थी. उर्मिला और सतीश एक साथ ही रहते थे और अभी तक एक दूसरे को चोद्ते थे. राज और डीके जब बॅंगलुर आते तो उर्मिला को ज़रूर चोद्ते. उर्मिला भी बड़े मज़े से चुदवाती.
मैं ने दुबई मे अपना खुद का एक आउटलेट खोल लिया जहा से मैं अपनी फॅक्टरी का सेल्स किया करती हू. अपने दुबई ऑफीस के मॅनेजर के लिए मैं ने ममता को बोह्त अछी सॅलरी पे रख लिया. ममता अभी अनमॅरीड थी और बोहोत ही खूबसूरत और नाज़ुक लड़की थी. ममता बोहोत खुश हो गयी. ममता को मैं ने शोरुम कम ऑफीस के ऊपेर ही 2 रूम की फेसिलिटी मे रख लिया. दुबई मे घर मिलना बोहोत मुश्किल है इसी लिए ऑफीस के ऊपेर ही उसको अकॉमडेशन दे दिया. मैं जब कभी अपने दुबई ऑफीस को अटेंड करती तो वही ममता के साथ ही रहती. ममता एक बोहोत ही अछी लड़की थी पर उसको सेक्स के बारे मे कुछ भी पता नही था. एक रात जब मैं और ममता साथ साथ लेटे थे तब पता नही कैसे सेक्स का टॉपिक और डीके से मेरा चुदवाना डिस्कशन मे आया और मैं गरम हो गयी और ममता की चूत पे हाथ रख दिया तो उसके मूह से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ निकली और उसने अपनी टाँगें टाइट बंद कर ली फिर धीरे धीरे रिलॅक्स हुई और मैने उसकी चूत पे हाथ रख दिया और मसाज करने लगी. ममता ने बताया के वो अक्सर अपनी चूत का मसाज करती है. मैं ने ममता को नंगा कर दिया और खुद भी नंगी हो गयी और फिर हम दोनो एक दूसरे के बदन से खेलने लगे. मैं ने ममता को अपने ऊपेर खेच लिया और उसको पलटा दिया और उसकी चूत को चाटने लगी. उसका मूह मेरी चूत के सामने थी तो उसने भी फॉरन ही मेरी चूत को चाटना शुरू कर दिया. यह उसका पहला लेज़्बीयन सेक्स एक्सपीरियेन्स था. उसको बोहोत मज़ा आया. ममता की चूत बोहोत छोटी थी. अभी उसकी उमर ही क्या थी बेचारी की मॅग्ज़िमम होगी कोई 22 – 23 साल की. मजबूरी मे जॉब करना पड़ गया था उसको. डीके ने उसको मेरे साथ काम करने की पर्मिशन दे दी थी और अब वो मेरे पेरोल पे थी. हा तो यह ममता का पहला लेज़्बीयन सेक्स एक्सपीरियेन्स था जिसे उसने बोहोत ही अछी तरह से एंजाय किया. मैं ने पूछा के डीके से चुद्वओगि क्या ? तो वो मुस्कुरा के बोली के मेडम आपके बोलने के हिसाब से तो मैं तो उन से चुदवाने के मर ही जाउन्गी तो मैं ने हस्ते हुए कहा के नही मेरी जान चुदवाने से कोई नही मरता. मैं ने बोला के अगर ऐसे मोटे लंड से चुदवाने मे मरना होता तो ज़रा खुद सोचो डेलिवरी के टाइम पे औरत की चूत से इतना बड़ा बच्चा कैसे निकल पाता तो उसकी समझ मे बात आ गयी और उसने बोला के मुझे अभी भी डर लग रहा है तो
मैं ने बोला के अरे ऐसे डरती रहोगी तो कैसे काम चलेगा एक टाइम हिम्मत कर्लो और चुदवा लो तब तुम्है पता चलेगा के चुदवाने मे कितना मज़ा आता है और लड़की के लिए एक अछा लंबा मोटा लोहे जैसे लंड से चुदवाना क्या मायने रखता है. यूँ तो तुम चुदवा ही लोगि शाएद शादी से पहले या शादी के बाद, पता नही तुम जिस लंड से चुद्वओगि वो कैसा होगा. डीके का लंड तो ट्रस्टेड है मुझे पता है के ऐसा शानदार लंड जब मुझे कही नही मिला तो तुम्है क्या मिलेगा. ममता मेरी बात सुन के थोडा थोड़ा रेडी तो हो रही थी पर डर भी रही थी. मैं ने बोला के जब तुम अपनी कुँवारी चूत की सील डीके के शानदार लंड से तूडवाओगी तो तुम्हारी चूत भी तुम्है दुआए देगी के कैसे मस्त लंड से टूटी है तो वो हस्ने लगी फिर मैं ने उसको अपनी बाँहो मे भर लिया और फिर हम एक बार फिर से 69 की पोज़िशन मे आ गये और एक दूसरे की चूतो को चाटने लगे और फिर झड़ने के बाद एक दूसरे की बाँहो मे बाहें डाल के गहरी नींद सो गये.
क्रमशः......................
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