RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--27
गतान्क से आगे..........
ऑफीस से होटेल का रास्ता तो 5 मिनिट का ही था, मैं सोच ही रही थी के ऐसी हालत मे कैसे होटेल के अंदर जाउन्गी वाहा तो रिसेप्षन पे मुन्ना भाई होगे और दूसरे क्लीनिंग ओर रेस्टोरेंट का स्टाफ होगा, जैसे ही कार से नीचे उतरने लगी, मेरी किस्मेत अछी थी के एलेक्ट्रिसिटी चली गयी और सब जगह एक दम से अंधेरा च्छा गया. यह मेरे लिए गोलडेन चान्स था, इस से पहले के रिसेप्षन और हॉल के एरिया की एमर्जेन्सी लाइट्स जलने लगती, मैं तेज़ तेज़ कदम डालती हुई अपने मोबाइल की लाइट मे होटेल के अंदर आ गयी और सीढ़ियो से ऊपेर चढ़ के अपने कमरे मे आ गया. यह तो बहुत ही अछा हुआ के मुझे किसी ने भी ध्यान से नही देखा. मैं अपने रूम का डोर खोला और अंदर आ गयी. मैं बोहोत ही थक चुकी थी, अंदर आते ही मे बेड पे लेट गयी और लाइट का इंतेज़ार करने लगी. शाएद 10 मिनिट के अंदर ही लाइट आ गयी तो फन चालू किया और वही खड़े खड़े अपने कपड़े उतारना चालू कर दिया. सामने लगे मिरर मे अपनी चूत को देखा तो वो एक दम से लाल हो गयी थी और बहुत सूज गयी थी. मैं अपनी चूत पे प्यार से हाथ फेरने लगी और सोचने लगी के डीके के लंड ने मेरी चूत की क्या हालत बना दी है. मेरी चूत मे दरद हो रहा था. मैं बेड की किनारे पे बैठ गयी और दरद से एक दम से उठ गयी तो मुझे याद आया के मेरी तो गंद भी फॅट चुकी है इसी लिए इतना दरद हो रहा है. खैर मैं शवर लेने के लिए बाथरूम मे घुस गयी और गरम पानी से स्नान करने लगी. मुझे महसूस हो रहा था के मेरी गंद का सुराख बोहोत ही चौड़ा हो गया है और मुझे अपनी गंद मे बाहर की ओर घुसती हुई फील होने लगी तो मेरा हाथ ऑटोमॅटिकली अपनी गंद पे आ गया. देखा तो सच मे गंद का सुराख बोहोत चौड़ा हो गया था. अब मैं कर भी क्या सकती थी बॅस अछी तरह से गरम पानी से चूत और गंद को सेका दिया. थोड़ी देर मे आराम आने लगा और मैं बाथरूम से बाहर निकल आई और अपने बदन को ड्राइ किया और टवल लपेटे ही लपेटे मैं अपने बेड पे लेट गयी और कांट्रॅक्ट निकाल के पढ़ने लगी.
कांट्रॅक्ट के मैं कंडीशन्स कुछ ऐसे थे:
जाय्निंग टाइम विदिन 15 डेज़ फ्रॉम कांट्रॅक्ट साइनिंग.
मॅंतली सॅलरी 30,000.00.
5,000.00 पर मोन्थ हाउसिंग ( इक्विवलेंट टू 2 सॅलरीस पर एअर ) हाउसिंग अलोवेन्स ओर अकॉमडेशन प्रोवाइडेड बाइ दा इंडस्ट्री.
फ्री कन्वेयन्स ओर इंडस्ट्री विल प्रवाइड कार फॉर ट्रांसपोर्ट ( मुझे कार चलाना तो आता नही था इसी लिए फ्री कन्वेयन्स ही ठीक रहेगा सोचा )
फुल इन्षुरेन्स कवरेज
फ्री ट्रेवल, बोरडिंग आंड लॉड्जिंग ऑन अफीशियल टूर इन इंडिया आंड फॉरिन ट्रिप इन दा सेम होटेल / रूम विथ मॅनेजिंग डाइरेक्टर.
टूर अलोवेन्स 1,000.00 पर डे ऑन टूर इन इंडिया आंड 3,000.00 पर डे ऑन टूर आउटसाइड इंडिया.
व्हेन ऑन टूर, आइ हॅव टू बी कंटिन्यूवस्ली विथ एमडी आंड एमडी कॅन पर्मिट मी टू गो आउट अलोन इफ़ ही डोएस्न'ट हॅव एनितिंग अर्जेंट फॉर मी.
मैं जैसे जैसे कांट्रॅक्ट कंडीशन्स पढ़ रही थी खुशी से पागल हो रही थी.
ऑफीस टाइमिंग के बारे मे लिखा था के "नो टाइमिंग्स" यू हॅव टू बी देर इन ऑफीस एनिटाइम डे ओर नाइट डिपेंड्स ऑन वर्क शेड्यूल. ( यह कंडीशन भी ऐसी कोई खास नही थी आक्सेप्टबल ही थी, मैं ने सोचा के जब काम के लिए घर से बाहर निकली हू तो क्या हुआ दिन हो के रात काम तो काम ही है )
टू वीक्स फुल्ली पैड वाकेशन आफ्टर दा कंप्लीशन ऑफ 12 मंत्स फॉर फर्स्ट एअर देन फ्रॉम सेकेंड एअर दिस विल इनक्रीस्ट टू वन मोन्थ फुल्ली पैड वाकेशन. ( मैं ने सोचा के चलो यह भी कोई बात नही क्यॉंके जब बॅंगलुर का अफीशियल टूर आएगा तो मैं सतीश से मिल सकती हू )
सब से नीचे लिखा था " वेलकम टू आर.के. इंडस्ट्रीस" और सब से नीचे लिखा था "गुड लक"
मैं ने फोन उठाया और सतीश का नंबर डाइयल किया तो दूसरी तरफ से उर्मिला ने फोन उठाया. मेरी खुशी से निकलती आवाज़ को सुनते ही बिना मेरी बात सुने उसने मुझे बोला "कंग्रॅजुलेशन्स स्नेहा" तो मैं ने बोला के अरे तुझे किसने बताया तो उसने बोला के अरी पगली मैं तेरी बचपन की फ्रेंड हू मैं तो तेरी आवाज़ सुनते ही समझ गयी थी के तू ने गोल मार लिया तो मैं हंस पड़ी और
उसको बोली के हा यार आइ वाज़ लकी एनफ टू गेट तीस जॉब तो उसने हंसते हुए बोला के जॉब ऐसे ही मिली या तेरा इंटरव्यू हुआ अछी तरह से बॉडी टेस्ट एट्सेटरा एट्सेटरा, तो मैं ने बोला के अरे पगली मेरा इंटरव्यू कम और बॉडी का इंटरव्यू ज़ियादा हुआ और उसके बाद ही जॉब मिली तो मैं हस्ते हुए बोली के बता ती हू पहले तू यह बता के सतीश के साथ फिट तो हो गई ना तो उसने भी हंसते हुए बोला के हा यार मैं तेरे लिए कुछ भी कर सकती हू, तेरे हज़्बेंड के साथ चुदवाने मे क्या प्राब्लम है मेरे कू. पहले तो सतीश मेरे साथ कुछ हेज़िटेट करता था पर एक दो टाइम चोदने के बाद अब अछी तरह से फिट हो गया है तो मैं ने उसको थॅंक्स बोला तो उसने बोला के अरे इस मे थॅंक्स बोलने की क्या बात है री, क्या मैं भी एक जवान औरत नही हू, क्या मेरी चूत मे आग नही लगती, क्या मुझे चुदाई का शौक नही या मेरे जिस्म मे चुदाई की भूक नही तो मैं ने बोला के अरे बाबा वो बात नही बस तुम दोनो खुश रहो और तेरा बोहोत बोहोत थॅंक्स यार के तू ने सतीश को संभाल लिया. अब उसने बोला के यह सब फॉरमॅलिटीस छोड़ और बता के तेरा इंटरव्यू कैसा रहा और सच बता के क्या क्या हुआ तो मैने हस्ते हुए अपनी सारी दास्तान सुना दी. ट्रॅवेल मे राज के मिलने और उस से चुदवाने वाली बात तो मैं पहले ही उसको बता चुकी थी. उर्मिला बोली के सच इतने टाइम चोदा वो साले एमडी ने तेरे कू, तेरी छोटी सी चूत का तो एक ही दिन के अंदर भोसड़ा बना डाला होगा साले ने, तो मैं ने बोला के अरे यह क्या उसका लंड तो सॉफ्ट होने का नाम ही नही लेता जब देखो फुल्ली एरेक्ट पोज़िशन मे ही रहता है और है भी इतना बड़ा के सॉफ्ट होने पर भी सतीश के लंड से बड़ा और उस से ज़ियादा कड़क रहता है तो दूसरी तरफ से उर्मिला ने बोला के हाए रे तेरी किस्मेत, तू बड़ी लकी है रे जो ऐसा शानदार लंड मिला तेरे कू. मुझे भी तेरेएमडी के लंड से चुदवाने की इच्छा जागने लगी है बोल मुझे भी चुदवायेगि उस से या नही तो मैं ने बोला के अरे वो क्या बड़ी बात है मेरी जान हम जब कभी भी बंगलोरे का टूर पड़ेगा मैं तुझे उसके साथ मिला दूँगी और खुद थोड़ी देर सतीश से मिल लूँगी तो वो खुश हो गयी और बोली सच बोल रही है ने तू, तो मैं ने बोला के हा बाबा आइ आम शुवर के वो मेरी बात को नही टालेगा और तुझे भी अपने लंड का मज़ा चखा देगा. चल अब फोन सतीश को दे उस से बात करनी है तो उसने बोला के ठहर एक मिनिट अभी अभी मुझे चोद के वो शवर लेने गया है, एक मिनट ठहर मैं देखती हू वो शवर ले के बाहर आया के नही.
उसने फोन सतीश को दे दिया. दूसरी तरफ से सतीश की ख़ुसी से भरी आवाज़ आई, वो मेरी और उर्मिला की बात सुनके समझ गया था के मुझे जॉब मिल गयी है. उसने भी मुझे कंग्रॅजुलेशन्स बोला और पूछा के इंटरव्यू कैसा रहा तो मैं ने हस्ते हुए बोला के तुम ने बोला था ना के अगर वो मुझे चोदना चाहे तो चुदवा लेना और यू कॅन डू वॉटेवर इट टेक्स यू टू डू टू गेट दिस जॉब, तो उसने बोला के हा बोला था, तो मैं ने बोला के बॅस एमडी को मेरा बदन और मेरी जवानी पसंद आ गयी तो उसने हस्ते हुए कहा के "सच" तो मैं ने बोला के हा सतीश मैं ने अपना सब कुछ उसको दे दिया और उस से जॉब ले लिया तो उसने एक इतमीनान की लंबी साँस भरी और बोला के चलो अछा है अब हमारे खराब दिन दूर हो जाएगे तो मैं ने बोला के आक्च्युयली मैं ने तुमको कांट्रॅक्ट के कंडीशन्स बताने के लिए फोन किया था के तुम सुन लो और अगर कोई कंडीशन अन आक्सेप्टबल हो तो मुझे बताओ के मुझे क्या करना है. उसने बोला के ठीक है बोलो क्या कंडीशन्स है तो मैं ने उसको पूरा कांट्रॅक्ट पढ़ के सुना दिया तो उसने बोला के अरे सब कुछ ठीक है यार इतनी मस्त सॅलरी आज के रिसेशन के मार्केट मे कौन देता है. सब कंडीशन्स ठीक है तुम इतमीनान से बेफिकर हो के साइन करदो और अपना जॉब स्टार्ट करदो. मैं ने बोला के मुझे 2 वीक का टाइम है जाय्न करने के लिए तो क्या मैने 2 वीक टाइम ले के बॅंगलुर आउ या इमीडीयेट्ली जॉब जाय्न करलू. सतीश ने बोला के मेरे ख़याल से तो तुम फॉरन ही जाय्न कर्लो 2 वीक्स मे तुम कम से कम 15,000.00 रूपीए तो कमा ही लोगि ना, यह हमारे लिए बोहोत बड़ा आसरा हो गा और जब तुम्हारा तौर बॅंगलुर का पड़ेगा तो मैं यही मिल लूँगा तुमसे. खैर हम ऐसे ही बोहोत देर तक कांट्रॅक्ट पे और दूसरे चीज़ो पे डिसकस करते रहे फिर मैं ने थोड़ा सा हंसते हुए पूछा के उर्मिला तुम्हारा अछी तरह से ख़याल तो रख रही है ना तो उसने बोला के हा थॅंक यू मेरी जान जो तुमने अपनी फ्रेंड को मेरी देख भाल के लिए भेज दिया. सतीश ने भी हंसते हुए बोला के वो मेरा ख़याल बोहोत ही अछी तरह से रखती है और मैं उसका अछी तरह से ख़याल रखता हू. शी ईज़ आ गेम ऑफ आ लेडी. बहुत ही अछी है और मेरा बोहोत ख़याल रखती है, टाइम पे खाना पकाती है और हम साथ खाते है तो मैं ने हंसते हुए पूछा के बॅस इतना ही ख़याल रखती है या बेड मे भी ख़याल रखती है तो वो हस्ने लगा और बोला के अरे यार तुम्हारी फ्रेंड तो बड़ी मस्त चीज़ है तुमने क्या उसको बोला के उसने तो तुम्हारी ही जगह लेली है मेरे बेड मे और मेरे घर मे, वो मेरे से बोहोत प्यार भी करने लगी है. मैं खुश हो गयी और बोली के तुम उर्मिला की फिकर ना करो वो मेरी सब से अछी और मेरी बचपन की फ्रेंड है और वो तुम्हारा हर तरीके से ख़याल रखेगी और फिर हस्ते हुए पूछा के उसने तुम्हारा लंड भी चूसा के नही तो उसने हस्ते हुए बोला के यार शी ईज़ आ बॉंबशेल इन बेड, शी ईज़ टू हॉट यार उसने तो मुझे एक बार फिर से जवान कर दिया है, मुझे पागल ही कर दिया है. उर्मई और मैं वो सब कुछ करते है जो मैं और तुम किया करते थे तो मैं ने कहा वाह तुमने उर्मिला को ऊर्मि बना दिया यह जान कर मुझे बोहोत खुशी हुई और बोहोत अछा लगा के तुम भी उर्मिला से प्यार करने लगे हो तो वो हस्ने लगा. फिर उसने मुझे पूछा तो मैं ने भी उसको बिना झिझक और बिना कुछ छुपाए सब कुछ बता दिया. एमडी का चोदना और उस से गंद मरवाना सब कुछ बता दिया और फिर यह भी बता दिया के उसका लंड इतना
बड़ा है जितना तुमने कभी देखा भी नही होगा और इश्स वक़्त मेरी चूत उसकी चुदाई से लाल हो गयी है और डबल रोटी की तरह से सूज गयी है और गंद का सुराख भी इतना बड़ा हो गया है. यह बोलते बोलते मेरा हाथ ऑटोमॅटिकली अपनी चूत पे आ गया और मैं अज्ञाने मे अपनी चूत का मसाज करने लगी. दूसरी तरफ सतीश मेरे से बात कर रहा था पर मैं कुछ इतनी गरम हो गयी थी के उस से बात करने के बजाए अपनी चूत का मसाज करती ही चली गयी और इतनी ज़ोर से झड़ी के मेरी आवाज़ सतीश सुनता रहा. जब मैं झाड़ चुकी तो बाइ आंड टेक केर बोल के फोन काट दिया और ऐसे ही बिना कपड़ो के नंगे ही गहरी नींद सो गयी.
दूसरे दिन सनडे था. मैं देर तक सोती रही. आँख खुली तो 10 बज रहे थे. नीचे फोन किया तो मुन्ना भाई ने रिप्लाइ किया और खुशी से पूछा के मेडम क्या हुआ आपके जॉब का तो मैं ने बोला के मुन्ना भाई आप की दुआ काम कर गयी और मुझे जॉब मिल गयी है तो वो बोहोत ही खुश हो गया और बोला के मेडम आप जब तक चाहे यही रहिए आपका ऑफीस भी यहा से करीब है और मैं आपको मन्थलि बेसिस पे बोहोत ही कम रेंट पे आपको सब से ऊपेर वाले फ्लॅट मे 2 बेडरूम का फ्लॅट टाइप है जो मैं अपने कोई रिलेटिव्स वाघहैरा आए तो देता हू वो मैं आपको दे दूँगा आप पैसे की फिकर ना करे तो मैं ने थॅंक्स बोला और बोला के मुन्ना भाई प्लीज़ मेरे पास थोड़ी कॉफी और कुछ लाइट ब्रेकफास्ट भेज दीजिए ना प्लीज़ तो उसने बोला के अभी भिजवाता हू मेडम और फोन काट दिया.
मैं शवर लेने चली गयी. गरम पानी का शवर बोहोत अछा लग रहा था. सारी थकान दूर हो गयी. मैं फ्रेश हो के बाहर निकली. अभी टवल लपेटे हुए ही थी के बेल बाली तो जल्दी से गाउन डाल लिया और दूर खोल के ब्रेकफास्ट अंदर लेलिया. बॉय के जाने के बाद गाउन उतार दिया और टवल लपेटे ही लपेटे ब्रेकफास्ट किया और सब से पहले राज को फोन किया तो उसने फोन काट दिया और खुद लंदन से मुझे रिंग किया तो मैं ने उसको जॉब मिलने की डीटेल बताई और उसको थॅंक्स बोला तो उसने बोला के अरे इसमे थॅंक्स की क्या बात है तुम जॉब के लिए पर्फेक्ट थी इसी लिए तुमको जॉब मिला तो मैं ने उसको बोला के आइ मिस यू सो मच राज आइ नीड यू वेरी बॅड्ली विथ मी हियर तो उसने बोला के हा मैं नेक्स्ट वीक तक आ जाउन्गा तो वही रहो फिर मैं तुमको किसी और जगह शिफ्ट कर दूँगा तो मैं ने उसको मुन्ना भाई का ऑफर बताया तो उसने बोला के अरे हा यह भी ठीक है तुमको ऑफीस जाने मे कोई दिक्कत नही होगी और अगर कभी देर भी हो जाए तो कोई प्राब्लम नही, वॉकिंग डिस्टेन्स ही तो है तो मैं ने बोला के हा यह बात तो है. फिर उसने भी यही डिसाइड किया के टेंपोररिली मैं यही इसी होटेल मे रहू. फिर हम ने फ़ोन सेक्स किया और सच मे मेरी चूत का मसाज किया और जूस निकाल दिया. कमरे मे मेरी चूत के जूस की स्मेल आने लगी तो मैं
मुस्कुरा दी और फिर सोचने लगी के आज तो सनडे है क्या करू राज भी नही है नही तो कही बाहर घूमने ही चली जाती फिर मुझे सडन्ली सबिहा की याद आई तो उसको फोन किया. वो मेरी आवाज़ सुन के बोहोत ही खुश हो गयी और बोली के मैं शाम को 5 बजे तक अपने पार्लर आ जाउन्गी तो मैं ने बोला के जब तुम करीब पहुँचने वाली रहो तो मुझे एक मिस्कल्ल कर देना मैं फॉरन ही आ जाउन्गी तो उसने बोला के ठीक है तब तक तुम थोड़ा रेस्ट लेलो. मैं ने सबिहा को कुछ नही बताया. ब्रेकफास्ट के बाद मैं बेड पे लेट गयी और एक बार फिर से कांट्रॅक्ट पढ़ा. मैं टवल मे ही थी और ऐसे लेटने से टवल खुल भी गया था तो मैं ने उसको अपने बदन से अलग कर दिया और नंगी ही लेट गयी और अपनी फूली हुई डबल रोटी चूत को सहलाने लगी जो अभी तक लाल थी. ऐसे ही मसाज करते करते पता नही कब सो गयी.
सो कर उठी तो दोपेहेर के 3 बजे थे. मुंबई का मौसम भी कुछ अजीब है यहा ह्यूमिडिटी की वजह से गर्मी ज़ियादा दिखती है. बॅंगलुर का मौसन तो एक दम से फर्स्ट क्लास होता है. बॅंगलुर मे बोहोत गार्डेन्स है इसी लिए उसको गार्डेन सिटी भी कहते है और हमेशा ही मौसम अछा रहता है. यहा भी आज बाहर थोड़ी गर्मी दिख रही थी. मैं ने लंच भी यही रूम पे मंगवा लिया और खाना खा के कॉफी के लिया बोल दिया. ऐसे ही शाम के 5 बज गये और मेरे मोबाइल पे सबिहा का मिस्कल्ल आ गया तो मैं उठ के रेडी हो गयी और 10 मिनिट के अंदर ही रूम से बाहर निकल गयी. मुन्ने भाई डेस्क पे बैठे थे मुझे देख के मुस्कुरा के बोले गुड ईव्निंग मेडम तो मैं ने भी गुड ईव्निंग मुन्ना भाई बोला. मेरे से पूछा के कही बाहर जा रही है क्या मेडम तो मैं ने बोला के हा मुन्ना भाई थोड़ी देर मार्केट मे घूम के आती हू आज सनडे है क्या करू बोर हो गयी हू कमरे मे पड़े पड़े तो मुन्ना भाई ने बोला के हा ठीक है मेडम, यू आर वेलकम एनिटाइम हियर. तो मैं ने थॅंक्स बोला और बाहर निकल गयी. निकलने से पहले बोला के मुन्ना भाई हो सकता है के मैं खाना बाहर ही खा के आउन्गी तो उन्हो ने बोला के कोई बात नही मेडम यहा मुंबई मे खाने पीने का कोई प्राब्लम ही नही है आप जितनी रात मे खाना बोलॉगी सब कुछ मिल जाएगा. मैं बाहर निकल गयी और सबिहा के पार्लर की तरफ चल पड़ी.
क्रमशः......................
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