RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--26
गतान्क से आगे..........
थोड़ी देर ऐसी पोज़िशन मे चोदने के बाद उन्हो ने मुझे एक बार फिर से उठा लिया, उनका लंड एक मिनिट के लिए भी मेरी चूत से बाहर नही निकला था, उन्हो ने उठा के मुझे दीवार से लगा दिया और एक बार फिर से घचा घच चोदने लगे. उनके झटके इतने पवरफुल थे जैसे वो किसी जॅक हॅमर से पीछे की दीवार मे सुराख कर देंगे. मुझे लगा जैसे उनका लंड मेरी चूत फाट के गंद से बाहर निकल जाएगा. मैं भी अब फुल मूड मे आ गयी थी. मेरे हाथ उनके नेक पे थे और पैर कमर पे लटेपटे हुए थे. मैं मस्ती मे चिल्ला रही थी कककचहूऊद्द्द्दद्ड़ूऊव आआआअहह आआआऐईईईसस्स्स्स्सीईई हहिईीईईईई ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ूऊऊओरर्र्र्र्र्र्ररर सस्स्सीईए आआआहह म्म्म्मममाआआआआज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाआआआ एयाया र्र्र्र्ररराआआआहहाआआआआअ हहाआआआआआईयईईईई द्द्दददकककककककक सीसीक्क्कियीयीयिट्ट्न्न्नन्नन्न्ननॉयाऑयाययाया प्प्प्प्प्प्पययययययाआआअरर्र्र्र्र्र्र्ररराआआआआ ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लुउउउउउउउन्न्न्न्न्न्द्द्द्द्द्द्द हाआआआईईईईईई ऊऊऊऊऊओ म्म्माआआअरर्र्ररर डड्डड्डड्ड्ड्डययेएयेयेयीयायाऑल्ल्लायाआयायेयीययाया मेरी ऐसी बातें सुन के उनका जोश भी बढ़ने लगा और वो बुरी तरह से मेरी चूत मे अपना मूसल घुसेड ते रहे. आआआआईईईईसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्साआआआआआ म्म्म्ममाआआआआआज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाआआआअ सीसीक्कयाब्ब्ब्ब्ब्चियैआइयीयीयियी न्न्न्ननॉयायातियीयीयियी आआययय्याआअ कककककककककचूऊऊऊओद्द्द्दद्डूऊऊऊ ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ूऊऊऊरररर ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ूऊऊऊऊओरर्र्र्र्र्ररर सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईई उनके लंड पे मेरे बदन का वज़न पड़ रहा था जिसकी वजह से मेरी क्लाइटॉरिस उनके मोटे लंड के डंडे के साथ रगड़ खाती हुई अंदर बाहर हो रही थी और मैं इतनी देर मे 4 टाइम झाड़ चुकी थी और मेरी चूत का रस उनके लंड से टपकता हुआ नीचे फ्लोर पे गिरने लगा. मेरी पीठ दीवार से लगी हुई थी और उनका लंड किसी हथौड़े की तरह से मेरी चूत को मार रहा था. वो तकरीबन आधा घंटा इसी स्टाइल मे चोद्ते रहे और मैं इतनी देर मे शाएद 10 टाइम झाड़ चुकी थी. अब उनकी साँसें भी तेज़ी से चल रही थी और एरकॉनडिशन के चलते भी उनके और मेरे बदन पसीने से भीग चुके थे. दोनो के बदन बोहोत ही गरम हो गये थे और फिर देखते ही देखते उनकी स्पीड बहुत तेज़ हो गयी और एक इतनी ज़ोर का झटका मारा के मेरे मूह से एक बार फिर से चीख निकल गयी ऊऊऊऊऊईईईईईईईईइ म्म्म्मममममाआआआआआआआआ म्म्म्ममाआआअरर्र्र्र्र्र्ररर गगगगगगगगगगगगाआआआआईयईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई और उनके
लंड से मलाई का फव्वारा ऐसे निकला जैसे फिरे होज़ के प्रेशर से आग भुजाने के लिए पानी निकलता है और उनकी मलाई का प्रेशर लगते ही मेरी चूत भी दीवानी होगयी और झड़ने लगी. मैं ने उनके गले मे हाथ और उनकी कमर पे पैर लपेट के पकड़ लिया था. वो झाड़ते रहे और मेरी चूत से उनकी मलाई ओवर फ्लो हो के नीचे गिरती रही.
मेरी चूत से मलाई निकल रही है
हम दोनो ही बुरी तरह से थक चुके थे. मुझे तो चलना ही नही आ रहा था चूत और गंद दोनो मे तकलीफ़ हो रही थी. मैं अभी भी उनके गले से झूल रही थी. वो धीरे धीरे नीचे बैठने लगे और अपने लंड को मेरी चूत के अंदर ही रखे रखे नीचे फ्लोर पे लेट गये. उनका मूसल अभी भी
सॉफ्ट नही हुआ था. मैं यह सोचने लगी के कही यह लंड कोई ड्यूप्लिकेट लंड तो नही जो तकरीबन 5 घंटे से लोहे जैसा आकड़ा हुआ है और अभी तक सॉफ्ट ही नही हुआ. सच ऐसा लंड कभी नही देखा था. लोगो से सुना था के मुस्लिम्स का लंड कटा हुआ होता है पर मुझे नही लग रहा था के उनका लंड कटा हुआ है वो तो स्ट्रक्चर मे वैसा ही था जैसा सतीश का और राज का था. इतना ज़रूर था के उनके लंड के सूपदे के ऊपेर वो प्रोटेक्टिव चॅम्डी नही थी जो राज के और सतीश के लंड के हेड पे होती है. उनका लंड तो किसी मिज़ाइल की तरह से रेडी था बिना प्रोटेक्टिव चॅम्डी के. अब मेरी समझ मे आ गया था के मुस्लिमस का लंड चॅम्डी के बिना हो होता है और ऐसा लगता है जैसे लंड चोदने को हमेशा ही तय्यार रहता है. मैं ने सिरकुंसीज़ेड लंड आज पहली बार देखा था और मुझे उनके लंड से प्यार हो गया था. वो मेरे नीचे चित्त लेटे हुए थे और मैं उनके लंड को अपने चूत के अंदर घुसाए बैठी थी. अब मेरी अंदर और हिम्मत नही थी के मैं और चुदवाती. मैं ने सोचा के अगर मैं सारी रात यही रही तो शाएद डीके पूरी रात ही मेरी चुदाई करते रहेंगे और शाएद एक ही दिन के अंदर मेरी चूत को चोद चोद कर भोसड़ा बना देंगे. मैं उनके लंड को अपनी चूत से निकालते हुए पीछे हटी और उनके लंड को चूसने लगी. मेरी और उनकी मिली जुली मलाई बहुत थी मज़े की थी. मैं उनके लंड को चूस्ति रही और वो मेरे सर को पकड़ के अपने लंड पे घुसाए रहे और अपनी गंद उठा कर मेरे मूह को चोद्ते रहे. थोड़ी देर मे उन्हो ने मुझे बगल से पकड़ के सिग्नल दिया के मैं उनके ऊपेर 69 पोज़िशन मे आ गयी. मैं ऊपेर थी और मेरी चूत से टपकते जूस को डीके बड़े मज़े से चाट रहे थे. उनके दाँत मेरी चूत के दाने को लगते ही मैं एक बार फिर से पागल हो गयी और अपनी गंद को ऊपेर उठा उठा के अपनी चूत को उनके मूह पे पटकती रही और उतने ही जोश से उनके मूसल को चूस्ति रही. उनका लंड आधे से भी कम मेरे मूह मैं जा रहा था पर वो पूरी कोशिश कर रहे थे के अपने लंड को मेरे हलक के अंदर तक उतार दे और इसी लिए अपने घुटने मोड़ के लेते थे और अपने दोनो हाथो से मेरे सर को पकड़ के अपने लंड पे दबा दिया और एक मिनिट के लिए उनका लंड मेरे हलक से ट्रकरा रहा था पर मैं ने फॉरन ही बाहर निकल लिया और उनके मूह पे अपनी चूत दबा के बैठ गयी और काँपते हुए उनके मूह मे ही झड़ने लगी. मेरी चूत के जूस को वो बड़े मज़े से चाटने लगे. जैसे ही मेरी चूत का झड़ना बंद हुआ उन्हो ने अपनी गंद उठा के अपना लंड मेरे मूह मे घुसाना शुरू कर दिया और मैं उनके लोहे के खंबे को बड़े प्यार से चूमती और चूस्ति रही. अपने हाथो से उनके बॉल्स को भी दबा के देख रही थी. उनके बॉल्स अभी तक बोहोत ही टाइट थे ऐसा लग रहा था जैसे उनके बॉल्स के अंदर मलाई की फॅक्टरी है जहा बोहोत माल स्टॉक मे रेडी है. मैं उनके बॉल्स से खेल रही थी और कभी उनकी गंद मे उंगली डाल रही थी तो वो इतनी मस्ती मे आ गये के एक ही फ्लश मे मुझे नीचे लिटा दिया और मेरे बूब्स पे बैठ गये और अपने लंड को मेरे मूह के अंदर तक घुसेड दिया और मुझे अपने हलाक मे उनके लंड का मोटा सूपड़ा महसूस हुआ और उनके लंड मे से मलाई की धारियाँ निकल ने लगी. जितनी देर तक उनके लंड से मलाई की धारियाँ निकलती रही उन्हो ने अपने लंड को मेरे हलक के अंदर घुसा के रखा जिसकी वजह से मेरी गले की रगें फूल गयी और मेरा चेहरा लाल होगया पर मैं कुछ नही कर सकती थी बॅस उनके नीचे पड़ी छटपटा रही थी. उनके लंड से मलाई निकलना कम हो गयी तो वो मेरे मूह के अंदर ही लंड को रखे मेरे ऊपेर गिर गये. मुझे लगा जैसे उनकी मलाई से मेरा पेट भर गया हो.
डीके का सोया हुआ लंड ऐसा था
थोड़ी देर ऐसे ही पड़े रहने के बाद वो मेरे ऊपेर से उठे और एक बार फिर हम दोनो बाथरूम चले गये और शवर लेने लगे. उनका लंड अब कही जा के थोड़ा सा सॉफ्ट हुआ था पर उनका सॉफ्ट लंड भी सतीश के फुल्ली एरेक्ट लंड से ज़ियादा टाइट और बड़ा था. शवर ले के बाहर आए तो उन्हो ने फ्रिड्ज से केक निकाला और छुरी मेरे हाथ मे देते हुए बोले के स्नेहा मेरी जान आज इस केक को काट के अपना जॉब सेलेबरेट करो तो मुझे डीके पे बे इंतेहा प्यार आया ओरमेरी आँखो से एक बार फिर से खुशी के आँसू निकलने लगे और मैं उनको थॅंक्स फॉर एवेरतिंग डीके बोला और उन्हो ने छुरी मेरे हाथ मे थमा दी और मेरा हाथ पकड़ के हम दोनो ने मिल के केक काटा. मैं ने केक का एक पीस काट के ड्के के मूह मई रख दिया तो वो झुके के मेरे मूह मई अपने मूह से मुझे केक खिलाने लगे और केक खिलाना एक बहाना हो गया और हम एक दूसरे को दीवानो की तरह से किस करने लगे. हमारे बीचे से हिन्दी
मुस्लिम का भेद भाव ख़त्म हो गया था और मैं सच मे डीके से प्यार कर ने लगी थी और वो जितने टाइम चोदना चाहते थे मैं अपनी आपको उनसे चुदवाने के लिए तय्यार थी.
टाइम देखा तो रात के 9 बज रहे थे. डीके ने मेरे हाथ मे कांट्रॅक्ट पेपर दे दिए और मुझे चूमते हुए बोले के स्नेहा मेरी जान मैं ने कांट्रॅक्ट साइन कर दिया है तुम अपने रूम मे जाओ और इसे अछी तरह से पढ़ो और उसके बाद अची तरह से सोच समझ के साइन करो क्यॉंके अछी तरह से पढ़ना अछी बात है फिर बाद मे कोई प्राब्लम ना तुमको होगी ना हमको. मैं ने वही टेबल पे पड़े पेन को उठाया और साइन करने लगी तोडीके ने मेरा हाथ पकड़ लिया और मुझे चूमते हुए बोले के प्लीज़ स्नेहा मेरी बात मानो एक बार इसको पढ़ तो लो के तुमको सब कंडीशन्स आक्सेप्टबल है, अपने हज़्बेंड से और तुम अपने किसी फ्रेंड से डिसकस करना चाहो तो करो उसके बाद ही साइन करो. मैने बोला के ठीक है डीके जैसे आप कहोगे वैसे ही करूँगी तो उन्हो ने मुझे अपनी बाँहो मैं पकड़ लिया और मुझे अपने बदन से चिपकाते हुए किस करते करते बोले के आप नही तुम बोलना मुझे अछा लगेगा तो मैं मुस्कुरा दी और एक बार फिर से मेरी आँखो मे आँसू आ गये के कितने अछा इंसान है डीके. कितना कंफर्टबल फील करती हू मैं उनके प्रेज़ेन्स मे और वो मेरा कितना ख़याल रखते है. खैर घड़ी देखी तो पता चला के रात के 9:00 पीएम हो रहे है.
मैं जाने के लिए उठी तो मुझ से चला नही जा रहा था. डीके ने मुझ से कहा के स्नेहा मैं तुमको अपनी कार मे तुम्हारे होटेल तक ड्रॉप कर दूँगा पर पहले तुम यही ऑफीस के अंदर ही थोड़ा सा चलने की प्रॅक्टीस कर्लो नही तो शाएद होटेल के लोगो को डाउट हो जाएगा और शाएद वो समझ भी जाएँ के किसी ने तुम्हारे साथ सामॉहिक बलात्कार ( गॅंग बंग ) किया है. मेरी समझ मे यह बात आ गयी और थोड़ी देर ऐसे ही तकलीफ़ से चलने के बाद मेरी चाल कुछ ठीक हुई तो डीके मुझे सहारा दे के नीचे गॅरेज मे ले गये और मैं उनकी कार मे बैठ गयी. गॅरेज मे उनके कार के लिए एक अलग से स्पेस थी और उसको एक डोर भी लगा हुआ था जिसकी वजह से उनकी कार किसी को भी दिखाई नही दे सकती थी. उनके रूम से एक प्राइवेट लिफ्ट डाइरेक्ट उनकी कार के पास निकलती थी. हम उनकी कार मे बैठ गये. डीके ने कार स्टार्ट कर दी और फॉरन ही उसका एरकॉनडिशन भी चालू कर दिया जिसकी वजह से कार के अंदर गर्मी महसूस नही हो रही थी. मैं डीके की तरफ बोहोत प्यार से देखने लगी और मेरा बॅस नही चल रहा था के मैं यही कार के अंदर ही चढ़ के उनके ऊपेर बैठ जाउ और उनको किस करती ही रहू इतने प्यारे लग रहे थे वो मुझे. डीके ने पूछा ऐसे क्या देख रही हो स्नेहा तो मेरी आँखो मे एक बार फिर से आँसू आ गये और मैं ने बोला के मैं सारी उमर तुम्हारा एहसान मानुगी डीके तुमने मुझे जॉब दिया और
फिर मुझे इतना प्यार भी दिया और शरारत से मुस्कुराते हुए बोला के और चोद चोद के मेरी छोटी सी चूत का भोसड़ा भी तो बना दिया तो डीके ने बोला के क्यों तुम्है मेरा लंड और मेरी चुदाई पसंद नही आई क्या तो मैं ने बोला के अरे क्या बात करते है आप ऐसा लंड तो शाएद ही किसी के पास होगा और ऐसी शानदार चुदाई भी शाएद ही कोई कर सके. मेरा इतना बोलना था के उन्हो ने इशारे से मुझे अपने लंड की तरफ देखने को बोला. ओई मा देखा तो वो फिर से खड़ा हो चुका था. मैं तो दंग ही रह गयी के इतनी देर से साला उनका लंड खड़ा है और कंटिन्यू चूत को चोद रहा है या गंद को फाड़ रहा है और एक बार फिर से यह खड़ा हो गया. यह कोई रियल लंड है या आर्टिफिशियल. उन्हो ने मेरा हाथ पकड़ के अपने आकड़े हुए लंड पे रख दिया तो मैं उसको दबाने लगी और पूछने लगी के डीके कभी तुम्हारा लंड सोता भी है या हमेशा ही जागता और चूत या गंद मे घुसने का इंतेज़ार करता रहता है तो उन्हो ने बोला के नही अब यह लंड तुम्हारे यह प्यारे मूह का इंतेज़ार कर रहा है वो अपनी एक उंगली मेरे मूह के अंदर डालते बोले. मैं ने उनके लंड को पॅंट से बाहर निकाल लिया और उसको अपने हाथो मे पकड़ एक प्यार से दबाने लगी. लंड के डंडे को दबाते ही उस्मै से प्री कम की एक बूँद बाहर निकल गयी जिसे मैं ने अपनी ज़ुबान से चाट लिया. डीके ने मेरे सर पे अपना हाथ रख लिया और मेरे मूह को अपने लंड पे दबाने लगे. मेरा मूह ऑटोमॅटिकली खुल गया और मैं उनके लंड को चूसने लगी. मेरे मूह मे उनका लंड फँसा हुआ था और मैं अपना मूह ऊपेर नीचे कर के चूस रही थी. मेरी चूत ऐसे ही गीली होना शुरू हो गयी थी.
कार के अंदर चुदाई
थोड़ी ही देर मे मैं उनका आधा लंड चूस रही थी और उनके लंड का सूपड़ा मेरे थ्रोट मे लग रहा था. उनका हाथ मेरे बूब पे था और वो उसको स्क्वीज़ कर रहे थे. मेरी समझ मे नही आ रहा था के मैं एक बार फिर से ऐसे शानदार लंड से चुदवा लू या ऐसे ही उनका लंड चूस चूस कर लंड की क्रीम खा जाउ. उनका लंड चूस्ते चूस्ते मैं इतनी गरम हो गयी थी के मुझे अब अपनी चूत के अंदर उनका लंड चाहिए था. मैं अपनी सीट से थोड़ा ऊपेर उठी और अपनी एक टांग उठा के स्टेआरिंग के और उनके बीच मे डाल के उनके ऊपेर बैठने की कोशिश करने लगी तो वो मुस्कुरा दिए और अपना हाथ नीचे डाल के किसी लीवर को दबाया तो उनकी सीट पीछे जो गिर गयी और एक मिनी बेड की तरह से बह गयी. मैं एक ही सेकेंड के अंदर उनके ऊपेर चढ़ गयी और उनके लंड को पकड़ के अपनी चूत के सुराख से सटा दिया और एक ही झटके मे उनके ऊपेर बैठ गयी और उनका मूसल जो मेरे थूक से गीला हो चुका था मेरी चूत को चीरता हुआ एक घच की साउंड के साथ अंदर तक घुस गया और मेरे मूह से एक हल्की सी चीख निकल गयी ऊऊऊऊऊओह म्म्म्माआआआअ और मेरा सारा बदन दरद से अकड़ गया लैकिन फॉरन ही मुझे मज़ा आने लगा. डीके मेरे बूब्स को चूसने लगे और अपनी गंद ऊपेर उठा उठा के मुझे चोदने लगे. मैं भी कुछ इतनी उताओली हो चुकी थी के नीचे से वो धक्के मार रहे थे और ऊपेर से मैं उनके लंड के ऊपेर उछल कूद कर रही थी और कार मे एक रिदमिक म्यूज़िक चल रही थी. थोड़ी देर तक ऐसे ही चोदने के बाद हमारा रिदम तेज़ हो ने लगा. मैं तो शाएद 3 या 4 टाइम झाड़ चुकी थी और फिर जैसे ही मुझे उनका लंड अपनी चूत के अंदर फूलता महसूस हुआ मैं एक टाइम ज़ोर से ऊपेर उछली और उनके लंड को अपनी चूत के बोहोत अंदर तक घुसा के दबा के उनके लंड पे बैठ गयी. मेरी इस हरकत से उनका लंड नहाल हो गया और मेरी चूत के अंदर फव्वारा छोडने लगा. मुझे बोहोत ही मज़ा आ रा था, मेरे मूह से आआआआअहह ऊऊऊऊऊऊओह म्म्म्ममममाआआज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाआअ एयाया र्र्ररराआआ ह्ह्ह्हाआ हहाअईईए आआअहह म्मीईईईरर्र्र्र्र्र्र्रृिईईईईईई न्न्न्नियैयीयिक्क्क्क्कययाऑल्ल्ल्न्न्नईयियी वव्वाअल्ल्लीए हहाआआऐययईईईई और उनका लंड अपनी बच्चे दानी के अंदर महसूस होने लगा था. उनकी क्रीम का फव्वारा जैसे ही मेरी बच्चे दानी पे लगा मेरे मूह से मस्ती भरी अबीयगग्ज्ज्ज्ज्ज्ग्च्च्च निकल, मेरी आँखें बंद हो गयी, साँस तेज़ी से चलने लगी और उसके साथ ही मैं एक बार फिर से काँपते हुए झाड़ गयी. थोड़ी देर तक मैं उनके लंड को अपनी चूत के अंदर ही दबाए उनके ऊपेर पड़ी रही. मैं ड्के के ऊपेर थी और जैसे ही थोड़ी देर के बाद मैं उनके मूसल से ऊपेर उठ, मेरी चूत के अंदर से उनकी और मेरी मलाई निकलके उनके पॅंट पे गिरी और उनके पॅंट को गीला कर दिया. वो मुस्कुरा के अपने गीले पॅंट को देखने लगे. मैं अपनी सीट पे वापस आ चुकी थी और
झुक के उनके हमारे जूस से चमकते लंड को अपने मूह मे लिया और चाट चाट के सॉफ किया. डीके ने अपनी सीट के लीवर ठीक किए और रिमोट का बटन दबाया तो सामने गॅरेज का डोर खुल गया और कार बाहर निकल गयी. कार के बाहर निकलते ही डोर ऑटोमॅटिकली बंद हो गया.
क्रमशः......................
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