RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--18
गतान्क से आगे..........
लेज़र ट्रीटमेंट के बाद मेरी चिकनी चिकनी मस्त बेबी चूत
लेज़र मशीन की गर्मी से जो बॉल निकाले गये थे वाहा थोड़ी जलन हो रही थी तो सबिहा ने एक लोशन लगा दिया जिस की वजह से चूत पे ठंडक पड़ गई और जलन का एहसास भी एकदम से ख़तम हो गया. फिर उसने मेरे सारे बदन की वॅक्सिंग की और मेरे सारे बदन को भी चिकना कर दिया, और फिर मुझे शौन बाथ मे ले गयी जहा स्टीम से मेरे बदन का सारा पसीना निकल गया. हॉट शवर लिया तो मैं अपने आप को वेटलेस महसूस करने लगी और मुझे ऐसा लगा जैसे मैं हवा मे उड़ रही हू इतना लाइट फील कर रही थी मैं. फिर बदन को ड्राइ करने के बाद सबिहा ने मेरा मेक अप शुरू किया. उफ्फ क्या बताउ जब उसने मेक अप ख़तम किया तो मैं अपने आप को पहचान नही पाई इतना शानदार मेक अप था. शाएद मेरी शादी के टाइम पे भी मेरा इतना अछा मेक अप नही किया गया होगा. ऐसा कोई हेवी मेक अप नही था, लाइट ही था पर मेरे चेहरे पे जो ग्लो आया था वो शाएद कभी नही आया था, मेरा चेहरा किसी चौदहवीं के चाँद की तरह से चमक रहा था. मिरर मे जब अपने आप को देखा तो बस देखती ही रह गई और फिर जब अपनी चूत देखी तो मुझे हँसी आ गयी. सबिहा ने शरारत मे मेरी चूत पे भी कुछ पाउडर और लिप ग्लो लगा दिया था जिस से मेरी चूत कुछ ज़ियादा ही गुलाबी लग रही थी. मेरे नंगे बदन पे उसके डिफरेंट टाइप्स के आयिल्स की खुसबू तो थी ही फिर भी उसने
मेरे बदन पे कुछ ऐसे सप्रेज़ लगाए के मेरे बदन से भीनी भीनी खुश्बू आने लगी. मेरे बाल भी बोहोत ही अछी तरह से स्ट्रीट किए थे उसने. फिर उसने बिना पॅंटी पहनाए ही एक घुटनो तक का लाइट ग्रे कलर स्कर्ट मुझे पहनाया जिसपे तकरीबन 3 इंच के फोल्डिंग वाले प्लॅट्स लगे हुए थे तो मैं ने पूछा के पॅंटी नही है क्या तो उसने हस्ते हुए कहा के मिस इतनी प्यारी पुसी पे पॅंटी पहनोगी तो इतनी शानदार पुसी की तौहीन हो जाएगी तो मैं धीरे से हंस के खामोश हो गयी, सोचा के चलो ठीक है बिना पॅंटी के ही रहने देते है एमडी कॉन्सा मेरी पॅंटी का पूछने वाला है. फिर उसने मुझे बिना ब्रस्सिएर वाली एक ऐसी चोली पहनाई जिसमे से मेरे आधे बूब्स दिखाई दे रहे थे. यह चोली मे कोई बटन नही था बॅस नीचे से एक टीए की तरह से नाट बँधी हुई थी. यह चोली तकरीबन ऐसी ही थी जैसी मैं ने इंटरव्यू के फर्स्ट डे मे पहनी थी. फरक सिर्फ़ इतना था के मेरे ड्रेस कोई डिज़ाइनर नही था और यह ड्रेस डिज़ाइनर ड्रेस था जो मेरे बदन पे बोहोत जच रहा था. ऊपेर से उसने स्कर्ट के ही कपड़े की छोटी सी स्लीव्स वाली कोटी मेरे ऊपेर डाल दिया जिसके बटन्स नही लगाए, यह एक सूट टाइप का ड्रेस था जिसे एग्ज़िक्युटिव लड़कियाँ पेहेन्ति थी. सच मे ही मैं कोई और ही स्नेहा लग रही थी और सच मे ही मैं अपने आप को एक एग्ज़िक्युटिव समझ रही थी फिर जैसे ही मुझे इंटरव्यू याद आया मेरा दिल धक धक करने लगा. टाइम देखा तो 3 बजने ही वाले थे. सबिहा ने फाइनली मेरे कपड़ो पे लाइट लॅडीस पर्फ्यूम लगाया और एक फाइनल ग्लॅन्स दिया और मेरे होंठो पे एक लाइट चुंबन दिया जिस से मेरी लिपस्टिक खराब नही हुई और बोली गुड लक मिस तो मैं ने थॅंक्स बोला और बोला के सबिहा थॅंक्स फॉर एवेरितिंग यू डिड ए ग्रेट जॉब मुझे तो पता ही नही था के मैं ऐसे भी दिख सकती हू तो उसने बोला के नही मिस यू आर रियली वेरी ब्यूटिफुल आंड यू आर ग्लोयिंग नाउ तो मैं ने एक बार फिर उसको थॅंक्स बोला और एक फ्लाइयिंग किस देती हुई बाहर निकल गयी. जाते जाते बोला के आइ विल कॉल यू टुमॉरो ओर ए डे आफ्टर और मुस्कुराते हुए लिफ्ट की तरफ चली गयी.
मेरा इंटरव्यू का ड्रेस ऐसा था
लिफ्ट से ऊपेर 10थ फ्लोर पे पहुँची तो 3 बजने मैं अभी 1 या 2 मिनिट बाकी थे. मैं ने सोचा के आइ आम इन टाइम. देखा तो ममता एज यूषुयल अपनी सीट पे बैठी थी. मुझे देखा तो मुस्कुरा के बोली के वाउ मिस यू आर लुकिंग अवेसम टुडे. मुझे उसका मिस बोलने बोहोत अछा लगा. मैं ने उसको थॅंक्स बोला और पूछा अभी और दूसरी लड़कियाँ नही आई तो उसने बोला के नही मिस आज तो बस 3 ही लड़कियाँ बची है आप बैठिए और कॉफी पीजिए अभी डीके सर भी नही आए तो मैं जा के सोफे पे बैठ गयी. शाएद 5 मिनिट के अंदर वो दोनो लड़कियाँ भी आ गयी. अब हम सिर्फ़ तीन ही लड़कियाँ बची हुई थी तो हमको एक दूसरे से इंट्रोडक्षन करवाया. एक थी पूजा, दूसरी थी रेशमा. वो दोनो भी अछी ड्रेसिंग मे थी. उन दोनो को देख के मेरा दिल एक बार फिर से धड़कने लगा क्यॉंके दोनो ही बोहोत ही यंग और खूबसूरत थी. मैं सोचने लगी के इंटरव्यू मे क्या होगा, क्या पूछेगा, मैं कैसे रीप्लाइस करूँगी, पता नही उसको फ्लर्ट पसंद होगा या नही, हाउ विल आइ प्रेज़ेंट माइसेल्फ. क्या वो प्रोफेशन से जुड़े सवाल पूछेगा या पर्सनल लाइफ के या कॉलेज लाइफ के क्यॉंके इंटरव्यू मे तो हर किसम के सवालात पूछे जाते है, किस सेक्स के बारे मे भी कुछ पूछेगा. और सेक्स का ख़याल आते ही मुझे राज का लंड और उसकी मस्त चुदाई याद आई और मेरी चूत गीली होने लगी और फिर फॉरन ही मुझे सबिहा का मूह अपनी चूत पे महसूस हुआ तो मेरी चूत का जूस ही निकल गया. मैं ने सोचा के ऐसी हालत मे अंदर जाउन्गी तो शाएद सेक्स की स्मेल आए इसी ख़याल से मे अपनी जगह से उठी और वॉशरूम मैं जा के टिश्यू पेपर को पानी से गीला किया और अपनी चूत के जूस को अछी तरह से सॉफ किया और इतना ख़याल
रखा के सबिहा ने मेरी चूत पे जो ग्लो लगाया था वो चूत का मेकप खराब ना हो. चूत को सॉफ करने के बाद मे वापस अपनी सीट पे आ के बैठ गयी इतने मे टी बॉय कॉफी ले के आया तो हम कॉफी पीने लगे. मैं सोफे पे ऐसे बैठी थी के मेरे थोड़े से पैर खुले हुए थे और एर कंडीशन की ठंडी हवा मेरी थाइस से होती हुई मेरी चूत को भी ठंडा कर रही थी और एक अजीब मज़ा दे रही थी.
मेरी फूल जैसी प्यारी चिकनी छोटी बॉल्ड नंगी चूत
ममता की टेबल का बज़्ज़र बजा और उसने उठा के कुछ बात की और फिर पूजा का नाम पुकारा. पूजा उठ के अंदर चली गयी और डोर बंद हो गया. मेरा दिल अब धक धक करने लगा था क्यॉंके अब मेरा इंटरव्यू स्टार्ट होने मे कुछ ही टाइम बाकी था. पूजा वापस नही आई और तकरीबन 20 मिनिट के बाद मुमता का बज़्ज़र फिर से बजा और रेशमा अंदर चली गयी. मेरा बुरा हाल था, ऐसे अरकोंडीटिओन रूम मे भी मेरे पसीने चले जा रहे थे. मुझे पता नही के कितनी देर हुई मे अपने हालात फ्लॅशबॅक मे देख रही थी के कैसे सतीश के बिज़्नेस ठप्प हो के रह गया था और इस रिसेशन की वजह से हमारा चैन और सुकून ख़तम हो गया था, हम पैसे पैसे को मोहताज हो गये थे, अगर यह जॉब नही मिली तो हमारा क्या अंजाम होगा वो अची तरह से समझ मे आ रहा था. सतीश की बीमारी और उसको जॉब नही मिली थी. बिज़्नेस मे ज़बरदस्त घाटा हो गया था. घर को भी गिरवी रखना पड़ा था. अगर मुझे जॉब नही मिली तो यह हमारा रहने का घर भी हाथ से जा सकता था. अभी यहा मुंबई मे तो टाइम बोहोत अछा चल रहा था राज का सहारा था
पर राज भी मुझे कितने दिन अपने साथ रख सकता था और अगर रखे भी तो मुझे मॉनिटरी बेनेफिट तो नही मिलेगा बॅस मेरा रहना खाना पीना चलता रहेगा और वो भी कितने दिन करेगा एक ना एक दिन तो वो मुझे छोड़ के अपनी वाइफ के पास चला ही जाएगे और मुझे सडन्ली ऐसा लगा जैसे मैं राज की कीप बन गयी हू उस ने मुझे होटेल मे रखा है जहा मेरा खाना पीना रहना फ्री मे है और जब उसका दिल चाहे आ के मुझे चोद जाता है आख़िर ऐसा कब तक चलता रहेगा. मुझे तो कोई ऐसा पर्मनेंट जॉब चाहिए जहा मुझे एवेरी मोन्थ सॅलरी मिल सके जिस से हमारे हालात सुधार सके. यह सब सोच के मुझे एक शॉक जैसा लगा और मैं ने अपने दिमाग़ से बोला के नही नही यह जॉब मुझे मिलनी ही चाहिए चाहे इस के लिए मुझे जो कुछ भी करना पड़े मैं करूँगी लैकिन इस जॉब को ले कर ही रहूगी. मेरे दिमाग़ मई ऐसे ही आँधियाँ चल रही थी मुझे लगा किसी ने मेरा नाम पुकारा. सच मे ममता मेरा नाम पुकार रही थी तो मैं अपने फ्लश बॅक से वापस आई और अपनी जगह से उठी और अंदर जाने लगी. मेरे हाथ और पैर बुरी तरह से काँप रहे थे, दिल बोहोत ज़ोरो से धक धक कर रहा था डर की वजह से बदन पे पसीना आ गया था. ममता ने विश यू ऑल दा बेस्ट मिस बोला तो मैं ने थॅंक्स बोला और मैं डरते डरते डरते लड़खड़ाते कदमो से डोर के अंदर चली गयी.
जैसे ही मैं रूम के अंदर आई मेरे पीछे डोर एक क्लिक की आवाज़ के साथ लॉक हो गया तो मैं चौंक के पीछे मूड के क्लिक की आवाज़ की तरफ देखा. एक स्टील का ऑटोमॅटिक लॉक लगा हुआ था जो डोर के बंद होते ही ऑटो लॉक हो जाता था. कमरे के अंदर थोडा थोड़ा अंधेरा भी था. एर कंडीशन चल रहा था जो बाहर के हॉल से ज़ियादा ठंडा था. अंदर आते ही पहले तो अपनी आँखो को रूम के लाइटिंग से अड्जस्ट किया. एक नज़र मे देखा के यह बोहोत ही बड़ा ऑफीस था, वॉल टू वॉल लाइट मरून कलर की मोटी कार्पेट थी, लाइट परफ्यूम की स्मेल आ रही थी, राइट साइड मे एक ग्लास का पारटिशन बना हुआ था जहा एक टेबल चेर और फोन था और कुछ फाइलिंग कॅबिनेट्स भी थे. ग्लास पारटिशन के पास ही एक लो हाइट का दीवान जैसा कुछ रखा था, जैसा के हॉस्पिटल मे डॉक्टर्स रूम मे होता है जिसपे फोम की एक लंबी मॅट्रेस पड़ी हुई थी जिसपे एक वाइट चददर बिछी हुई थी. ब्लॅक कलर की एक बड़ी सी टेबल थी जिस पे एक लॅपटॉप और कुछ टेलिफोन सेट्स भी रखे थे और पेन स्टॅंड, पेपर कटर और कुछ ऐसे ही ऑफीस आक्सेसरीस रखे थे. बहुत ही बड़ी एग्ज़िक्युटिव चेर पड़ी हुई थी और एक बोहोत ही बड़ी और चौड़ी ब्लॅक कलर की हाइ बॅक वाली चेर थी जो पलटी हुई थी. मुझे कोई बैठा हुआ नज़र नही आ रहा था. लेफ्ट साइड मे एक छोटा सा मिनी बार टाइप का काउंटर था जहा कुछ ड्रिंक्स ( बियर, ब्रॅंडी, विस्की वोड्का और शॅंपेन ) के बॉटल्स और कुछ ओरिएंटल टाइप के
लोंग हॅंडल के ग्लासस थे जैसे पब्स या बार्स मे होते है. वही पर दो वुडन कॅबिनेट्स विथ ग्लास डोर्स रखे हुए था जहा कुछ फाइल्स रखी हुई थी और दोनो कॅबिनेट्स के बीचे मे एक छोटा सा पॅसेज था. रूम के एक तरफ एक ऐसी रिक्लाइनिंग चेर पड़ी थी जैसे स्विम्मिंग पूल के पास पड़ी होती है आराम से लेटने के लिए और उस पे से उठने के लिए दोनो पैर साइड मे रख के उठ सकते है. आइ मीन टू से के वो बोहोट चौड़ी नही थी. मुझे लगा जैसे एमडी कभी टाइयर्ड हो जाता होगा तो शाएद यही हाफ लाइयिंग पोज़िशन मे आराम करता होगा. यह चेर पर भी लेदर की मॅट्रेस थी.
एक बोहोत ही भारी और कड़क मॅन्ली वाय्स पूरे अमेरिकन आक्सेंट की इंग्लीश मे सुनाई दी "कम ओन मिस स्नेहा. प्लीज़ टेक युवर सीट" मैं अपना नाम सुन कर चौंक गयी क्यॉंके कोई दिखाई नही दे रहा था. मैं समझ गयी के शाएद एमडी साहेब उधर पलट के बैठे है. मैं ने पलट के अपने पीछे देखा तो वाहा डोर के ऊपेर दीवार पे एक छोटा सा स्क्रीन था जिस पे बाहर हॉल की लाइव ट्रॅन्समिशन चल रहा था. शाएद सीक्ट्व लगा हुआ था हॉल मे जो यहा एमडी बैठ कर बाहर हॉल की आक्टिविटीस को मॉनिटर करते थे. टेबल के पास 4 चेर्स पड़ी थी, मैं एक चेर पे बैठ गयी. चेर बोहोत ही हाइ क्वालिटी की थी और बोहोत ही कंफर्टबल थी. मुझे टेन्षन स्टार्ट हो गयी थी और टेन्षन की वजह से मेरे हाथ पसीने से गीले हो गये थे.
मैं बोहोत ही नर्वस थी. रूम मे आवाज़ आई यस मिस स्नेहा सो यू हॅव कम हियर फॉर दा पोस्ट ऑफ माइ पर्सनल सेक्रेटरी कम अकाउंट्स इंचार्ज. यस ? य य येस्स सर, मैं स्टॅमरिंग करते हुए बोली.
हमम्म्म उसकी आवाज़ आई
युवर क्वालिफिकेशन ?
बी. कॉम सर
एनी एक्सपीरियेन्स मिस ?
नो सर. दिस ईज़ दा फर्स्ट टाइम फॉर मी.
( मैं ने झूट बोलना मुनासिब नही समझा)
व्हेन डिड यू ग्रॅजुयेट ?
3 यियर्ज़ बॅक सर
वॉट हॅव यू बिन डूयिंग इन दोज़ यियर्ज़
नतिंग सर. आइ गॉट मॅरीड आंड वाज़ ए होम मेकर
मैं बोहोत ही नर्वस हो रही थी.
हमम्म मॅरीड ??? उसने बोला
हाउ लोंग यू बीन मॅरीड ?
ऑलमोस्ट 3 यियर्ज़ सर.
हम्म
डू यू नो दिस जॉब इस फॉर अनमॅरीड गर्ल्स ?
एस सर बट ( मेरी आँखो मे आँसू आ गये )
बट ? व्हाट बट ?
सर ई नीड जॉब वेरी बॅड्ली सर
यस आइ नो एवेरिबडी नीड्स दिस जॉब वेरी बॅड्ली
( मुझे अपना दिल बैठ ता हुआ महसूस होने लगा. मैं ने समझा के शाएद मुझे यह जॉब नही मिलेगी फिर भी मैं ने सोचा के चाहे कुछ हो जाए उसको यह जॉब मिलना ही चाहिए. यह सोच के मेरे अंदर थोड़ा कॉन्फिडेन्स आया )
इतने मे एमडी का मोबाइल बजा, उसकी चेर घूमी और वो मेरे सामने आ गये. उफ्फ क्या बताउ कितना खूबसूरत था वो एमडी. बे इंतेहा गोरा, लाइट गोलडेन टाइप हेर्स, हनी कलर्ड पेनेट्रेटिंग आइज़. ब्लॅक सूट और रेड स्ट्रीप टाइ मे बैठा था. आगे होगी यही कोई 34 – 35 की शाएद राज जितना ही एज का होगा एक दम से यंग. ळैकिन पर्सनॅलिटी बोहोत शानदार थी. जैसे ही वो पलटा अपनी सीट से उठ खड़ा हुआ और उठ के अपना मोबाइल उठाया. उसकी हाइट शाएद 6 फीट से भी कुछ ज़ियादा होगीं इतना लंबा के मैं देखती ही रह गयी और भरा भरा बदन वो किसी रेस्लर से कम नही लग रहा था. जैसे ही उसने मोबाइल उठाने के लिए हाथ बढ़ाया उसके हाथ पे चमकती हुई गोलडेन वाच पे नज़र पड़ी जो उसके मोटी रिस्ट पे बोहोत ही अछी लग रही थी. उसके हाथ पे बाल भी दिखाई दिए. वो कोई यूरोपियन ही लग रहा था. अगर मुझे उनके नाम का पता नही होता तो मैं शाएद यही समझती के कोई युरोपियन है, लैकिन वो तो ख़ान था. सच मे अफ़गानी पठान लग रहा था. बहुत लंबा चौड़ा, एक दम से गोरा और पवरफुल वाय्स. ऐसा लगता था जैसे किसी अड्वर्टाइज़िंग एजेन्सी का वो कोई मॉडेल हो. वो फोन पे किसी से बात करने लगा और थोड़ी देर बात करने तक मैं भी थोड़ा रिलॅक्स हो गयी थी. थोड़ी देर के बाद उसने फोन पे बोला ओके आफ्टर टुमॉरो इन ओबेरोई अराउंड 7 पीएम वी मीट फॉर डिन्नर बोला और फोन काट दिया. शाएद परसो शाम को किसी के साथ मीटिंग फिक्स हो गई थी और वो भी ओबेरोई मे, मेरा मूह हैरत से खुला रह गया और सोचने लगी के काश मैं भी ऐसी शानदार पर्सनॅलिटी वाले मर्द के साथ कभी ओबेरोई मे डिन्नर खाती.
क्रमशः......................
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