RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--14
गतान्क से आगे..........
तकरीबन 10 मिनिट के बाद फिर से बज़्ज़र बजा और ममता ने एक और नाम पुकारा अनुष्का तो अनुष्का अपनी जगह से खड़ी हो गयी तो मैं ने देखा उसका ड्रेस तो उफ्फ क्या बताउ ऐसा लगता था जैसे वो सिर्फ़ ब्रस्सिएर ही पहने हुए है. उसका टॉप ब्रस्सिएर की शकल का था और मोटी डोरिओं से पीछे बँधा हुआ था जिस्मै से उसके ऑलमोस्ट आधे से भी ज़ियादा बूब्स दिखाई दे रहे थे. उसका रंग भी बोहोत ही गोरा था और फुल्लमेक अप मे थी और स्कर्ट पहने हुए थी वो रूम मे चली गयी तो मैं समझ गयी के इस से पहले वाली लड़की भी शाएद बॅक डोर से वापस चली गयी होगी. ऑलमोस्ट 15 मिनिट के अंदर ही अनुष्का वापस बाहर निकली तो उसके चेहरे पे बड़ी प्यारी मुस्कान थी और शाएद वो यह समझ रही थी के उसको यह जॉब डेफनेट्ली मिलेगी तो
मेरा दिल भी बैठ ने लगा. मानता ने फिर एक नाम पुकारा अरुणा, तो अरुणा अपनी जगह से उठी उसने भी एक मीडियम साइज़ का स्कर्ट और टॉप पहना था और उसका स्कर्ट और टॉप इतना पतला था के स्कर्ट मे से उसकी पॅंटी और टॉप मे से उसकी ब्रा भी दिखाई दे रही थी. वो भी शाएद 10 मिनिट के बाद बाहर निकली उसके चेहरे पर भी मुस्कुराहट थी और ऐसे बाहर निकली जैसे वो कल से जॉब जाय्न करने वाली हो. मेरी समझ मे कुछ नही आ रहा था के क्या करू. मैं ने राज को फोन किया तो उसने बोला के वो कोई बात नही तुम इंटरव्यू तो फेस करो देखते है क्या होता है मैं ने भी अपने एक फ्रेंड्स जो आर.के. इंडस्ट्रीस मे काम करता है उसको तुम्हारे बारे मे बताया है तुम फिकर ना करो आइ आम ट्राइयिंग माइ बेस्ट और मैं अभी तो एक मीटिंग मे हू तुमको शाम मे बाहर ले के जाउन्गा और डिन्नर बाहर ही करेंगे तो मैं खुश हो गई.
अरुणा के बाहर निकलने के बाद ममता की टेबल पे बज़्ज़र बजा उसने उठाया और सुनती रही फिर ओके सर बोला और फोन रख दिया और पुकारा सुनील तो एक काम करने वाला उसके पास आया तो उसने उसको कुछ धीमी आवाज़ से बोला तो सुनील वापस एक रूम मे चला गया और थोड़ी ही देर मे अल्यूमिनियम फाय्ल पॅक मे सब ही इंटरव्यू के लिए आई कॅंडिडेट्स को लंच सर्व करने लगा. ममता ने बोला के आधे घंटे के बाद इंटरव्यूस स्टार्ट होंगे और वो अपना डेस्क बंद कर के ऑफीस के बाहर निकली और सामने वाली लिफ्ट से ऊपेर अपने ऑफीस मे चली गयी. सब लकड़ियाँ लंच का पॅकेट खोल के खाने लगी. लंच अछा ख़ासा गरम था ऐसा लगता था के शाएद ऑलरेडी ऑर्डर कर दिया हो. लंच के बाद फिर से कॉफी और चाय की ट्रेस ले के ऑफीस बाय्स आए और सब को देने लगे. मैं ने भी कॉफी का कप उठाया और कॉफी पीने लगी. कॉफी पीने के बाद मैं वॉशरूम मे चली गयी. वॉशरूम भी बोहोत ही नीट आंड क्लीन था. यूरिन करने के बाद वाहा के मिरर मे अपने आप को देखा, महसूस किया के सुबह से बैठे बैठे चेहरे पे टाइयर्डनेस लगने लगी थी तो मैं ने पर्स से लिपस्टिक और कॉंपॅक्ट निकाल के मेक अप को फ्रेश किया और बाहर निकल गयी.
तकरीबन आधे घंटे के बाद ममता वापस अपनी सीट पे आ के बैठ गयी और थोड़ी ही देर मे बज़्ज़र बजा तो उसने अपनी लिस्ट मे नाम देख के पुकारा आशा. कोई नही उठा तो उसने फिर पुकारा आशा !! आशा !! कोई नही उठा तो उसने नया नाम पुकारा बबिता तो बबिता अपनी जगह से उठी. बबिता एक साँवले रंग की लड़की थी जिसने भी हाफ स्कर्ट और टॉप पहना हुआ था. उसकी ड्रेसिंग नॉर्मल फॉर्मल सी ही थी पर उसके चेहरे पे ज़बरदस्त सेक्स अपील थी जो किसी भी मर्द को दीवाना बना सकती थी. बबिता रूम के अंदर चली गयी. जब थोड़ी देर के बाद ममता ने दूसरा नाम पुकारा चंचल तो मैं समझ गयी कि अब आल्फबेटिकली ऑर्डर मे सी चल रहा है. और यह के बबिता बाहर नही निकली थी और शाएद पीछे वाले डोर से बाहर निकल गयी थी.
इसी तरह से ममता कॅंडिडेट्स के नाम पुकरती रही, लड़कियाँ अंदर जाती रही कुछ तो सामने से ही वापस निकल के बाहर चली गयीं, कुछ मुस्कुराते हुए गयी और कुछ गुस्से से लाल पीले हो के गयी, कुछ पीछे के डोर से चली गयी. शाम के ऑलमोस्ट 4:30 पीएम को आजके इंटरव्यू की लास्ट लड़की फरहत अंदर गयी. फरहत मुस्लिम लड़की थी और उसने शलवार सूट पहने था और लाइट मेक अप मे थी, अछी ख़ासी गोरी और खूबसूरत थी, उसने ऊपेर से चुनरी ऐसे ही डाली हुई थी जिस्मै से उसके बूब्स पायंटेड और बड़े थे, उसके बटक भी मोटे थे वो मटक ती हुई अंदर चली गयी. थोड़ी देर के बाद फिर से ममता की टेबल पे बज़्ज़र बजा तो उसने सुना और ओके सर बोला और फोन रख के अपनी सीट से खड़ी हो गयी और हमारी तरफ आ के बोली के आजका इंटरव्यू ख़तम हुआ अब कल सुबह 10 बजे से स्टार्ट होंगे तो सब लड़कियाँ खड़ी हो गयी पर आपस मे बातें करने लगी के सारा दिन वेस्ट हो गया पहले ही बता देते तो शाएद वो अपने कुछ और काम भी कर लेते. खैर सब लड़कियाँ बाहर निकल के चली गयी. कमरे मे अब सिर्फ़ मैं और ममता ही रह गये तो मैं ने बोला के कंपनी कैसी है और लोग कैसे है सॅलरी स्केल क्या है तो उसने बोला के कंपनी तो ठीक ठाक है अपने एंप्लायीस का बोहोत ख़याल रखते है और सॅलरी पॅकेज भी बोहोत ही अट्रॅक्टिव है और जो एग्ज़िक्युटिव लेवेल के बड़े पोस्ट पै है उनका पॅकेज तो बोहोत ही अछा है, वर्किंग अट्मॉस्फियर भी बोहोत अछा है और फिर वो बाहर निकल ते निकल ते सुनील से बोली के सर ने बोला है के ऑफीस बंद कर दो और चले जाओ तो वो भी बाहर निकल गया और फ्रामेलएशस ग्लास डोर से बाहर निकल गया और वुडन डोर को लॉक कर दिया. तो मैं ने ममता से पूछा के एमडी साहेब तो अंदर ही है फिर यह लॉक क्यों कर दिया तो उसने बोला के वो बॅक डोर से वापस चले जाएगे और यह तो सिर्फ़ विज़िटर्स लाउंज है यह तो टाइम पे बंद हो जाता है, सारा स्टाफ टाइम ख़तम होने पर ऑफीस बंद कर के चला जाता है वो और उनकी सेक्रेटरी आने जाने के लिए बॅक डोर यूज़ करते है और हमै पता भी नही चलता के वो दोनो कब तक काम करते है और धीरे से मुस्कुराते हुए बोली के क्या काम करते है. वो एक आँख बंद कर के बोली के जब उनका काम ( काम को उसने थोडा खीच के बोला तो मैं भी मुस्कुरा दी ) ख़तम हो जाता है वो चले जाते है. उसके इस तरह से मुस्कुराने से मैं समझ गयी के प्राइवेट सेक्रेटरी क्या करती होगी और मैं भी अपने आप को ऐसी सिचुयेशन हॅंडल करने के लिए रेडी करने लगी.
मैं वॉक करते हुए वापस अपने होटेल मे आ गयी. काउंटर पे मुन्ना भाई बैठे थे उन्हो ने विश किया और पूछा क्या हुआ मेडम कैसा रहा आपका इंटरव्यू तो मैं ने बोला के नही मुन्ना भाई मेरा नंबर आने आने तक आज टाइम ख़तम हो गया था अब मुझे कल जाना है तो उसने बोला के फिकर ना करो मेडम इंशाल्लाह आपका काम जाएगा हम भी आपके लिए दुआ करेंगे तो मैं ने
उसको थॅंक्स बोला और अपने कमरे मे आ गयी. दिन भर बैठे बैठे थक्क चुकी थी तो बिना चेंज किया ऐसे ही बेड पे गिर गयी और आँखें बंद कर के लेटी आज इंटरव्यू और मुंबई के लड़कियों की ड्रेसिंग और जॉब वाघहैरा के बारे मे सोचती रही. ऐसे ही लेटे लेटे मैं सो गयी. डोर बेल की आवाज़ से आँख खुली तो मैं चौंक के उठी के राज आ गया शाएद और फॉरन ही बेड से उठ के डोर खोला तो रूम बॉय था हाथ मे कॉफी की ट्रे लिए खड़ा था. वो अंदर आ गया और ट्रे टेबल पे रख के चला गया. मैं ने राज को फोन किया तो उसने बोला के मैं शाएद एक दो घंटे के बाद ही आउन्गा तो तुम कुछ रेस्ट कर्लो या बाहर निकल के थोड़ा घूम लो. मैं ने फोन रखा और कॉफी बना के पीने लगी. कॉफी अछी और गरम थी. मुझे इस टाइम पे ऐसी ही कॉफी की सख़्त ज़रूरत महसूस हो रही थी. कॉफी पीने के बाद मैं उठी और अपने कपड़े उतार के नंगी हो गई सोचा के शवर लूँगी फिर ख़याल आया के थोड़ी देर और रेस्ट ले लेती हू पता नही रात को कितनी देर हो जाए यह सोच के मैं नंगी ही बिस्तर पे फिर से लेट गयी और जॉब के बारे मे सोचने लगी और फिर मुझे सतीश की याद आ गयी.
मैं ने सतीश को फोन मिलाया और सतीश को आज के इंटरव्यू के बारे मे बताया और बताया के यहा की लड़कियाँ कैसे कैसे मॉडर्न और बोल्ड ड्रेसिंग करते हुए अपने बदन की ज़ियादा से ज़ियादा एग्ज़िबिशन कर रही थी, एक दो लड़कियों के तो ऑलमोस्ट निपल्स भी दिखाई दे रहे थे तो सतीश ने हस्ते हुए कहा के तुम भी कुछ कम ब्यूटिफुल नही हो तुम भी दिखा दो अपनी खूबसूरती और बना लो अपना दीवाना तुम्हारे एमडी को. सतीश बोहोत आछे मूड मे था तो मैं ने भी हंसते हुए कहा के सपोज़ के वो मेरी खूबसूरती से और मेरे इंटरव्यू से इंप्रेस हो गया और उसने कुछ ऐसा माँग लिया जो सिर्फ़ तुम्हारे लिए ही है तो क्या करू, तो उधर से सतीश ने फिर हस्ते हुए कहा के तो क्या हुआ कोई प्राब्लम नही देदो उसको जो वो चाहता है और लेलो उस से जो तुम चाहती हो तो मैं ने आश्चर्य से पूछा के सतीश आर यू आउट ऑफ युवर माइंड तुम्है पता है के तुम क्या बोल रहे हो तो उसने फिर हस्ते हुए कहा के हा डार्लिंग पता है बिलीव मी आइ विल नोट माइंड यार. और ऐसा क्या हो जाएगा तुम्हारे बदन मे से कुछ चीज़ कम तो नही हो जाएगी ना या वो तुम्हारी कोई चीज़ पर्मनेंट्ली तो नही ले लेगा ना, थोडा इस्तेमाल ही तो करेगा उस से बढ़ के क्या करेगा, तुम्हारे बदन का कोई भाग खा तो नही जाएगा ना, सो डॉन'ट वरी मेरी जान. आइ ऑल्वेज़ वॉंट टू सी यू हॅपी. अगर वो तुम से कुछ ऐसा लेना चाहे तो दे देना और तुमको जो उस से चाहिए वो ले लेना तो मैं ने फिर उसको पूछा के तुम्है पता है यहा की लड़कियाँ यह जॉब लेने के लिए क्या क्या करने को तय्यार है ? तो उसने बोला के हा मुझे पता है बड़े सिटी की लड़कियाँ जॉब के लिए क्या क्या करती है और क्या क्या कर सकती है तो मैं ने बोला के एक इंटरव्यू से वापस निकली लड़की बता रही थी
के यह एमडी पक्का फुचेर है उसको अपनी प्राइवेट सेक्रेटरी नही प्राइवेट रंडी चाहिए तो सतीश ने फिर से हस्ते हुए कहा जस्ट सी वॉट डज़ ही वांट्स डार्लिंग आंड गिव हिम युवर बेस्ट, तो मैं ने इमीडीयेट्ली पूछा के अगर वो मेरे साथ सोना चाहे तो ?. फिर मैं ने खुल के पूछा के अगर वो मुझे चोदना चाहे तो मे क्या करू ? तो सतीश ने कहा के देखो अब इस टाइम पे हमको अपनी इज़्ज़त बचाने के लिए जॉब की सख़्त ज़रूरत है और अगर यह ऐसी बात है जिसका किसी को पता नही चलेगा और अंदर की बात अंदर ही गुप्त रहने वाली है जिसे सिर्फ़ मैं और तुम ही जानते है तो देख समझ के उसका साथ दे दो ना क्या प्राब्लम है किसी को क्या पता चलेगा और मैं भी कुछ माइंड करने वाला नही हू क्यॉंके तुम खुश रहोगी तो मैं खुश रहुगा तो मैं ने फिर से कहा सोच लो सतीश अगर उसने मुझे से सच मे चुदवाने को बोला या ऐसा सिग्नल दिया जिसका मतलब चुदवाना या चोदना होता है तो मैं क्या करू तो उसने फिर कहा के अरे मेरी जान मुझे तो कोई प्राब्लम नही है देख लो तुम टाइम पे डिसाइड कर्लो और अपना काम निकालने के लिए उसका साथ देदो और अपना काम निकाल लो. थोड़े टाइम चुदवा लेने से तुम्हारी चूत घिस्स तो नही जाएगी ना वो हस्ते हुए बोला. हो सकता है के तुम्है वो और भी अछी ऑफर दे दे तो मैं ने कहा के अगर वो मुझे चोद देगा तो तुम्है सच मे बुरा नही लगेगा, कोई प्राब्लम नही होगी ना, तो उसने कहा के नही मेरी जान मुझे बिल्कुल भी बुरा नही लगेगा और मैं कुछ ख़याल भी नही करूगा, यू जस्ट गो अहेड आंड डू वॉटेवर ही वॉंट यू तो डू आंड डू वॉटेवर पासिबल यू कॅन टू गेट दिस जॉब, यू जस्ट कॅरी ऑन यार. कोई बात नही. आइ टोटली अग्री विथ वॉटेवर यू डिसाइड टू डू आइ लीव एवेरितिंग टू यू टू हॅंडल दा सिचुयेशन टू मैं ने बोला के और सुनो सतीश मैं ने यह भी सुना है के जब कभी उसके साथ किसी दूसरे सिटी का या आउट ऑफ कंट्री का टूर करना पड़ता है तो कभी कभी एक ही रूम मैं दोनो को रहना और एक ही बेड पे सोना भी पड़ता है. मेरी तो समझ मे नही आ रहा के क्या करू और ऐसी सिचुयेशन को कैसे हॅंडल करू तो सतीश बोला के अरे यार डॉन'ट वरी कभी कभी ऐसा होता है के होटेल मे रूम्स अवेलबल नही होते और रुकना भी ज़रूरी होता है तो ऐसे ही एक बेड को शेर कर के रहना पड़ता है तुम भी फिकर ना करो आइ नो के ऐसा होता है आंड यू कॅन कॅरी ऑन दट सिचुयेशन ऑल्सो आंड हू विल नो व्हेन यू आर आउट ऑफ सिटी ऑर आउट ऑफ कंट्री किसी को क्या पता चलेगा बाहर की बात बाहर ही छोड़ आना. फ्रॉम मी यू हॅव फुल लिबर्टी और हा आइ विल नोट माइंड इफ़ एनितिंग हॅपंड बिट्वीन यू आंड युवर एमडी, यू डू वॉटेवर यू फील फिट आंड डू व्हाटेवे टाइम आंड सिचुयेशन पर्मिट्स आंड व्हटवेर नंबर ऑफ टाइम ही वांट्स टू डू. फ्री मैं ने पूछा के अगर हमारे ऐसे संबंध से प्रेग्नेन्सी हो गई तो मैं क्या करू तो उसने बोला के अरे यार मार्केट मे ई-पिल्स मिलते है ना वो किस दिन काम आएँगे, तुम ई-पिल्स यूज़ कर लेना तो प्रेग्नेन्सी का डर भी नही रहेगा आंड यू विल बी सेफ फॉरेवर.
क्रमशः......................
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