RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--8
गतान्क से आगे..........
अब राज ने अपने दोनो हाथो से मेरे दोनो पैरो को पकड़ के चीर दिया और खड़े खड़े चोदने लगा आआआआअहह क्या बताउ कितना मज़ा आ रहा था मुझे तो बॅस जन्नत का ही मज़ा आ रहा था और मेरा मंन कर रहा था के हमारी बस आज की सारी रात यही रुकी रहे और राज मुझे सारी रात ऐसे ही चोद्ता रहे और चोद चोद के मेरी चूत का कचूमर निकाल दे. ऐसी पोज़िशन मे उसका लंड मेरी चूत के पूरा अंदर तक तो घुस रहा था पर पता नही क्या हुआ उसको उसने मुझे पलटा दिया और मुझे डॉगी स्टाइल मे कर दिया. मेरे पैर अब ज़मीन पर थे और मैं ब्रिक और वुडन प्लॅटफॉर्म पे झुकी हुई थी. राज मेरे पीछे से अपने लंड को चूत के सुराख से अड्जस्ट किया और अपने गीले लंड को मेरी गीली चूत के अंदर एक ही धक्के मे पूरा जड़ तक घुसेड दिया तो मेरी एक बार फिर से चीख निकल गई आआआअहह र्र्ररराआआआजजजज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज सस्स्स्स्स्स्स्सल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लूऊऊऊऊऊओववववववववव. उसका मोटा गरम लंड मेरी सेन्सिटिव क्लाइटॉरिस से रगड़ खा रहा था तो मुझे बोहोत ही मज़ा आने लगा.. उसका लंड जैसे ही मेरी चूत के अंदर तक घुस गया, मैं एक बार फिर से झड़ने लगी. मेरी चूत आज जितने टाइम झड़ी थी शाएद पूरे मंथ मे नही झड़ी होगी. मेरे बूब्स अभी भी बहुत ही टाइट थे. मेरे सीने पे आगे पीछे हो रहे थे पर लटक नही रहे थे. राज ने मेरे बूब्स को पकड़ के दबाना शुरू किया और चोदने लगा. वो मेरे से अछा ख़ासा लंबा था इसी लिए ऐसे पोज़िशन मे बड़ी अछी तरह से चोद रहा था. अब राज के धक्के तेज़्ज़ होने लगे थे और उसने मेरे बूब्स को छ्चोड़ के मेरे शोल्डर्स को टाइट पकड़ लिया. उसकी ग्रिप ऐसी थी के मैं एक इंच भी आगे नही हिल सकती थी और मुझे लग रहा था के उसका लंड मेरी चूत को फाड़ता हुआ मेरे मूह से बाहर निकल आएगा. उसके एक एक धक्के से मेरे मूह से हप्प्प्प हमम्म जैसी आवाज़े निकल रही थी और मेरा मूह खुल रहा था. मेरी चूत और पेट उसके लंबे मोटे लंड से फुल हो गये थे. वो बोहोत पवरफुल चुदाई
कर रहा था और अब चुदाई की मस्त म्यूज़िकल थापा ठप पच पच की आवाज़ें आने लगी थी जिस से हम दोनो का जोश कुछ और बढ़ गया कभी कभी रोड से इक्का दुक्का लॉरीस गुज़रती तो थोड़ी सी रोशनी हो जाती फिर वोही अंधेरा.
अब राज ने एक बोहोत ही ज़ोर का धक्का मारा और लंड को चूत की गहराइयों तक ले गया और रुक गया जिस से मेरा सारा बदन हिल गया और मेरे मूह से ऊवुयियैआइयैआइयीयीयियी म्म्म्माआआआ निकला और फिर राज ने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाल लिया तो एक बार फिर से मेरी चूत खाली हो गयी और खुल बंद होने लगी और फिर देखते ही देखते राज ने मुझे पलटाया और हम एक दूसरे के आमने सामने था. राज ने थोडा सा झुक के दोनो हाथ मेरी गंद पर लगाए और मुझे ऊपेर खेच लिया तो मेरी टाँगें ऑटोमॅटिकली ही उसके बॅक से लिपट गयी. राज का लंड ऐसे फॅन फ़ना रहा था जैसे कोई बड़ा नाग साँप अपना फन्न निकाले अपनी बिल की तलाश मे इधर उधर देख रहा हो. राज का लंड उसके नवल से लगा हुआ और पेट के करीब ही था और ऑलमोस्ट 45 डिग्री के आंगल से खड़ा था. राज ने मुझे गंद मे हाथ दे के थोड़ा और ऊपेर उठाया तो मेरी गीली चूत के सुराख मे उसका लंड ऑटोमॅटिकली अटक गया और उसने मेरी गंद से थोड़ी ग्रिप लूज की तो जैसे ही मैं अपने पूरे वेट से थोडा नीचे को फिसल गई तो उसका लंड मेरी गीली फैली हुई चूत मे फ़चाक की आवाज़ से चूत के अंदर किसी मिज़ाइल की तरह से धँस गया. मेरा बदन एक दम से अकड़ गया और मैं उसके नेक मे अपने बाहें डाल के उस से लिपट गयी. अब राज मुझे खड़े ही खड़े चोदने लगा और मुझे ऐसे ही अपने लंड की सवारी करते कराते 2 स्टेप्स आगे बढ़ा और मुझे नीम के झाड़ के ट्रंक से टीका दिया और फिर मेरी चुदाई करना शुरू कर दिया. उसका लंड किसी जॅक हॅमर की तरह से मेरी चुदाई कर रहा था और मुझे लग रहा था के उसका लंड मेरी गंद को फाड़ता हुआ नीम के पेड़ मे घुस जाएगा. उसका लंड किसी हथौड़े की तरह से मेरी बच्चे दानी को मार रहा था. ऐसी चुदाई मे मुझे एक मिनिट भी नही लगा और मैं झड़ने लगी. मेरी चूत से कंटिन्यू जूस
निकलने की वजह से चूत समंदर बन चुकी थी और अब वो मुझे दीवानो और पागलो की तरह से चोद रहा था और मैं हैरान थी के राज मुझे आधे घंटे से ज़ियादा देर से चोद रहा था पर उसका लंड झड़ने का नाम ही नही ले रहा था. मुझे सतीश याद आया जो लंड को चूत मे डालने के बाद झड़ने के लिए 2 मिनिट से ज़ियादा नही लगता था पर राज का लौदा तो रुकने का नाम ही नही ले रहा था मैं ने सोचा के उसकी वाइफ क्या लकी होगी जो ऐसा शानदार लौदा और ऐसा मस्त चुदाई करने वाला हज़्बेंड मिला है. राज के धक्के अब अपनी फुल स्पीड पे पहुँच चुके थे और फिर उसने अपने लंड को पूरा हेड तक बाहर खेच लिया और उसी रफ़्तार से चूत के अंदर ठोंक दिया तो मैं उसके बदन से ज़ोर से लिपट गयी और चिल्ला पड़ी सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आआआआआआहह म्म्म्मममममाआआ और बॅस राज के मिज़ाइल से मलाई की मोटे मोटे गरम गरम धारियाँ निकलने लगी और पहले ही धार के साथ मेरा बदन एक बार फिर से काँपने लगा और मैं फिर से झड़ने लगी. हम दोनो के बदन पसीने से भर चुके थे. राज अब पवरफुल और छोटे छोटे धक्के मार रहा था और एक दो सेकेंड के लिए लंड को चूत के अंदर ही रहने दे रहा था यह मुझे बोहोत ही अछा लग रहा था और हर धक्के के साथ ही उसकी मलाई की धार निकल रही थी और फिर 8 – 10 मोटी मोटी गरम गरम धारियों के बाद उसका झड़ना ख़तम हुआ. मेरा बदन ढीला पड़ चुका था और मैं अब उसके बदन से झूल रही थी. मैं फॉरन ही कंपेर करने लगी के सतीश की चुदाई और राज की चुदाई मे और दोनो के लंड से मलाई के निकलने का स्टाइल तो मुझे सतीश का स्टाइल एक दम से फैल लगा पर क्या कर सकती थी वो मेरा पति ही तो था और आख़िर मैं राज से कब तक चुदवा सकती थी क्यॉंके जैसे ही मुंबई पहुँच जाएगे पता नही फिर उस से मुलाकात होगी या नही. यह सब सोच रही थी पर उसके लंड के ऊपेर ही बैठी हुई थी. उसके लंड मे थोड़ी भी नर्मी नही आई थी और वो वैसे का वैसा ही आकड़ा हुआ मेरी चूत के अंदर फूल रहा था मैं सोचने लगी के यह राज का लंड नॅचुरल है या कोई गरम लोहे का डिल्डो है जो इतनी देर की चुदाई के बाद थोडा सा भी नरम नही हुआ. और हम दोनो पसीने से भर गये थे और गहरी गहरी साँसें ले रहे थे.
मैं राज के गले मे झूल रही थी, मेरी टाँगें अभी भी राज के बॅक पे लपेटी हुई थी और राज मुझे अपने लंड पे बिठाए हुए राज थोड़ा पीछे हट गया और उसी वुडन प्लॅटफॉर्म पे लेट गया. अब पोज़िशन ऐसी थी के राज नीचे लेटा हुआ था और उसका क़ुतुब मीनार जैसा लंड मेरी चूत के अंदर आकड़ा हुआ खड़ा था और मुझे अपने पेट मे महसूस हो रहा था. मैं ने राज से बोला के राज क्या मस्त लंड है तुम्हारा आधे घंटे से ज़ियादा देर से तुम मुझे चोद रहे हो और यह अभी तक ऐसे खड़ा है जैसे अभी तक किसी चूत को चोदा ही ना हो तो वो मुस्कुरा दिया और बोला के बस यह तुम्हारा ही है अब, मैं तो तुम्हारी मस्त टाइट चूत का दीवाना हो गया हू तुम पहली औरत हो जिसने मेरे लंड को पूरा अपनी चूत के अंदर लिया है. मेरी चूत से इतना जूस निकलने की वजह से मैं तो एक दम से मस्त हो गयी थी और थक चुकी थी इसी लिए मैं उसके लंड पे जॉकी की तरह से घुटने मोड़ के बैठ गयी और फिर उसके सीने पे सर रख दिया और उसके कान मैं धीरे से बोली के राज मुझे आज से पहले सेक्स का इतना मज़ा ज़िंदगी मे कभी नही मिला था जितना आज तुम ने दिया और अभी भी देखो तुम्हारा मूसल मेरी चूत मे कैसे घुसा हुआ है लगता है अभी और चोदना चाहता है तो वो मुस्कुरा दिया और बोला थे थॅंक्स स्नेहा फॉर ऑल थे प्लेषर यू गेव मी. मैं ने बोला के उसमे थॅंक्स की क्या बात है, थॅंक्स तो मुझे बोलना चाहिए के तुम ने मुझे वो मज़ा दिया जिसे मैं ज़िंदगी भर ना भूल पाउन्गि तो उसने कहा के पता है मैं कभी भी अपने लंड को अपनी वाइफ की चूत मे कंप्लीट नही डाल पाया तो मैने हैरत से पूछा वो क्यों ? तो उसने बोला के वो डालने ही नही देती इसी लिए मेरी सेक्स की भूक कभी ख़तम ही नही होती. वो तो बस खुद ही मेरे ऊपेर चढ़ के बैठ जाती है और बॅस लंड का सूपड़ा ही अंदर ले पाती है, खुद तो लंड का सूपड़ा अंदर लेते ही झाड़ जाती है और फिर चूस चूस के मेरी मलाई खा जाती है आज मैं ने फर्स्ट टाइम तुम्हारी इतनी मस्त चूत के अंदर तक अपना लंड डाल के तुम्हारी चूत का मज़ा लिया है तो मैं मुस्कुरा के बोली के युवर वाइफ डॅज़ंट’ नो व्हाट शी ईज़ मिस्सिंग इन हर लाइफ और फिर हम दोनो मुस्कुरा दिए.
मैं राज के ऊपेर लेटी हुई थी उसका लंड मुझे अपनी चूत मे बोहोत ही अछा लग रहा था. अभी तक हमारी मिक्स मलाई बाहर नही निकल पे थी क्यॉंके राज का लंड मेरी चूत पे किसी बॉटल के ढक्कन की तरह से टाइट बैठा हुआ था. राज ने आधा घंटे तक मुझे जाम के चोदा था इसी लिए मेरे बदन का एक एक जोड़ मस्ती मे थका हुआ था. राज ने मेरे बूब्स को एक बार फिर से चूसना शुरू कर दिया. मेरे बूब्स तो ऑलरेडी बोहोत ही सेन्सिटिव है इसी लिए मैं फिर से मूड मे आना शुरू हो गयी. मेरी चूत हम दोनो की मिक्स मलाई से भरी हुई थी और राज का लंड भीग रहा था इसी लिए स्लिपरी भी हो गया था. पहले मैं मूड मे आई और मैं उसके लंड पे आगे पीछे स्लिप हो के मज़े लेने लगी और फिर राज ने भी अपनी गंद उठा उठा के मुझे चोदना शुरू कर दिया.
ऐसी पोज़िशन मे राज का लंड मेरी चूत के बोहोट ही अंदर तक घुसा हुआ था और मुझे लग रहा था के मेरी बच्चे दानी के सुराख मे उसके लंड का सूपड़ा घुसा हुआ है जिस से मेरा मज़ा डबल हो गया था. थोड़ी देर ऐसे ही चोदने के बाद राज ने पोज़िशन चेंज कर ली और मुझे नीचे लिटा दिया और खुद मेरे ऊपेर सवार हो गया और धना धन चोदने लगा. जूस से भरी चूत बोहोत
स्लिपरी हो गयी थी. अब उसका लंड ईज़िली चूत के अंदर बाहर हो रहा था. इतने मोटे और लंबे लंड से चुदवाते हुए मेरी चूत फुल्ली स्ट्रेच हो के पूरी तरह से खुल चुकी थी और मेरी नाज़ुक चूत का सच मे भोसड़ा बन चुका था. दर्द तो अपनी जगह पे था पर मुझे गर्व भी महसूस हो रहा था के पता नही वो कोन्सि लकी लॅडीस होती है जिनको इतने शानदार लंड से ऐसी शानदार चुदाई का आनंद मिलता होगा आंड आइ फेल्ट आइ आम वन ऑफ दा लकीयेस्ट लॅडीस हू फाउंड सच आ वंडरफुल लंड इन माइ लाइफ, आंड विथ दिस थॉट आइ फेल्ट प्राउड ऑफ माइसेल्फ.
अब राज मुझे घचा घच चोद रहा था जिस से मेरा सारा बदन हिल रहा था और हम दोनो के बदन भी पसीने से भीग चुके थे. इतने मे ही होटेल की तरफ से कुछ आवाज़ें आने लगी तो हम दोनो ने एक साथ मूह घुमा कर देखा तो अंदाज़ा लगाया के हमारी बस का ड्राइवर वापस आ चुका है और अब फन बेल्ट को ठीक कर रहा है. अब हमारे पास इस जगह पर चुदाई का टाइम कम हो गया था इसी लिए अब राज मुझे बोहोत ही तूफ़ानी रफ़्तार से चोदने लगा पर उसके लंड से मलाई थी के निकलने का नाम ही नही ले रही थी. मेरी चूत का तो बुरा हाल हो गया था और वो सूज के डबल रोटी की तरह हो गयी थी. मैं तो पता नही कितने टाइम झाड़ चुकी थी ऐसा लगता था के मेरे जूस का स्टॉक आज ख़तम हो जाएगे. राज के धक्के बोहोत पवरफुल हो गये थे और दीवानो की तरह से चोद रहा था पूरा लंड सूपदे तक बाहर निकाल निकाल के मार रहा था और फिर फाइनली उसने एक बोहोत ही पवरफुल धक्का मारा तो मेरे मूह से फिर से चीख निकल गयी आआआआआईयईईईईईईईईईईईईईई र्र्र्र्र्र्ररराज्ज्जज फफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ और बॅस उसका लंड मेरी चूत के आखरी लिमिट्स तक घुस्स चुका था और उस्मै से गरम गरम मलाई की धारियाँ निकल्ने लगी और मेरी चूत को भरने लगी और मैं एक टाइम फिर से झाड़ गयी. मैं ने राज को बोहोत ज़ोर से पकड़ा हुआ था और उसको बे तहाशा किस कर रही थी और बोल रही थी के राज तुम सच मे मर्द हो. मुझे तो ऐसी चुदाई कभी भी नसीब नही हुई थी. अपनी चूत के मसल्स से उसके मोटे लंड को स्क्वीज़ करते हुए बोली के यह मुझे देदो राज हमेशा के लिए तो वो झुक के मुझे चूमने लगा और बोला के अरे मेरी जान आज से यह सिर्फ़ और सिर्फ़ तुम्हारा ही है. मैं अब इस टाइम पे अपने प्यारे पति सतीश को बिल्कुल ही भूल चुकी थी और राज से किसी रंडी की तरह से बोल रही थी के राज प्लीज़ मुझे कभी नही छोड़ना, आइ ऑल्वेज़ वांटेड टू बी विथ यू ऱाज प्लीज़ और मुझे हमेशा ही ऐसे मस्त लंड से चोदना प्लीज़ राज तो उसने मुझे चूमते हुए कहा के स्नेहा मेरी जान आज इतने सालो बाद तो मुझे कोई ऐसी मस्त लड़की मिली है जिसने मेरे लंड को पूरा अपनी चूत के अंदर ले के चुदवाया है मैं तुम्है कैसे भूल सकता हू या कैसे तुम्हे छोड़ के जा सकता हू. आइ नीड यू ऑल्वेज़ स्नेहा डार्लिंग तो मैं फिर से उसे चूमने लगी और बोली के यू आर माइ वंडरफुल लवर राज आंड आइ रियली लव यू फ्रॉम दा बॉटम ऑफ माइ हार्ट आंड सौल.
राज अभी भी मेरे बदन पे लेटा हुआ था और उसका मिज़ाइल मेरी चूत के अंदर ही फँसा हुआ था. उसने अपनी गंद ऊपेर कर के अपना मूसल बाहर खीचा तो मुझे लगा जैसे मेरी चूत उसके लंड के डंडे के साथ ही बाहर आ रही है और फिर मेरी चूत मे से इतनी देर से इकट्ठा हुआ जूस बह के बाहर निकलने लगा और मेरी गंद की क्रॅक से होता हुआ नीचे वुडन प्लांक पे गिरने लगा. मैं ने हाथ बढ़ा के अपनी शलवार को उठाया और उसकी चूत के ट्राइंगल वाले कपड़े से पहले तो राज के लंड को सॉफ किया फिर अपनी चूत से बहते जूस को उसी जगह से सॉफ किया तो अब मेरी शलवार पे भी मेरा और राज का जूस साथ ही रहा. और जब मैं अपनी शलवार पहनी तो चूत पे गीलापन मुझे बोहोत अछा लग रहा था और मैं सोचने लगी के क्यों ना मैं यह शलवार को हमेशा के लिए अपने पास बिना वॉशिंग के रख लू. उस टाइम अंधेरे मे तो मुझे कुछ नज़र नही आया था पर बाद मे देखा तो मेरी चूत से बोहोत सारा खून भी निकल चुका था ऐसा लग रहा था जैसे मेरी शादी शुदा कुँवारी चूत की सील एक बार फिर से टूटी हो.
हम दोनो वापस होटेल की तरफ आ गये और किसी ने भी नोटीस नही लिया के हम कहा गये थे और क्या कर के वापस आ रहे है. अब मैं राज से इतनी फ्री हो चुकी थी के उसके हाथो मे हाथ डाले उसकी वाइफ की तरह चल रही थी. जितनी देर मे फन बेल्ट ठीक होता हम ने एक एक कप गरमा गरम चाय का पिया और बॅस थोड़ी ही देर मे बस रेडी हो गयी और सारे पॅसेंजर्स अंदर बैठ गये और बस चलने लगी.
क्रमशः......................
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