RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--7
गतान्क से आगे..........
जैसे ही मेरा ऑर्गॅज़म ख़तम हुआ तो मैं घुटनो के बल नीचे बैठ गई और राज के मूसल को अपने दोनो हाथो से पकड़ लिया और उसके हेल्मेट हेड को किस किया. मेरी निगाह उसके लंड से हट ही नही रही थी मैं कंटिन्यू उसके लंड को मस्ती भरी नज़रो से देखे जा रही थी. लंड के हॅड को अपने मूह मे ले के चूसने लगी. उसके लंड का हेड भी इतना मोटा था के मेरे मूह मे मुश्किल से ही आ रहा था. राज ने मेरे सर को पकड़ लिया और अपनी गंद आगे पीछे कर के मेरे मूह को चोदने लगा. उसका लंड का हेड और थोड़ा सा डंडा ही मेरे मूह मे आ सका था और मेरा मूह पूरे का पूरा खुल चुका था उसने थोडा और ज़ोर लगाया तो मेरा मूह कुछ ज़ियादा ही खुल गया और मुझे साँस लेने मे भी दिक्कत होने लगी. उसके लंड का सूपड़ा मेरे हलक से लग चुका था. मेरे मूह मे उसका लंड कुछ इतना भरा हुआ था के मुझे चूसना मुश्किल हो रहा था फिर भी मैं ट्राइ करती रही और थोड़ी ही देर मे अपने मूह को अड्जस्ट कर ही लिया और चूसने लगी. इतने मे ही एक लॉरी और सड़क से गयी तो उसकी रोशनी मे मुझे एक मिनिट के लिए उसका लंड मुझे इतनी करीब से दिखाई दिया जो बोहोत ही मस्त था तो मुझे उसके लंड पे बोहोत प्यार आ गया और मैं कुछ और जोश मे उसके लंड को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी. राज का लंड को चूस्ते हुए मुझे तकरीबन 10 मिनिट हो चुके थे और अब मेरा मूह दरद करने लगा था. राज मेरे सर को अपने हाथो से पकड़ के मेरे मूह को पूरे जोश से चोद रहा था और मुझे महसूस हुआ के उसका लंड मेरे मूह के अंदर कुछ ज़ियादा ही फूलने लगा है और फिर देखते ही देखते उसके लंड से गरम गरम मलाई निकल के डाइरेक्ट मेरे हलक मे गिरने लगी. उसका लंड मेरे मूह मे कुछ ऐसा फँसा हुआ था के मैं उसको बाहर निकाल भी नही सकती थी और उसके लंड से मलाई निकलती ही रही शाएद 8 या 10 मोटी मोटी धारिया निकली और मुझे लगा जैसे मेरा पेट उसकी मलाई से भर गया हो. मेरे मूह से उसकी मलाई की एक
बूँद भी बाहर नही निकलने पाई, मैं उसकी सारी मलाई बड़े मज़े से खा चुकी थी.
राज ने मुझे मेरे बगल से पकड़ के ऊपेर उठाया एक ज़ोर का किस किया तो मैं उसके बदन से लिपट गयी और अपनी जीभ उसके मूह मे डाल के पॅशनेट किस करने लगी और फिर मैं ने राज के कान के लटकते हुए पोर्षन को अपने दांतो से पकड़ लिया और उसके कान मे आहिस्ता से बोली “ फक मी राज, फक मी, फुक्ककक मे प्लीआसससी राज्ज्ज”. आइ वॉंट यू टू फुक्कककककक म्म्मीईई चोद्द डालो राज प्लीज़्ज़ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज” मुझे सतीश की याद एक ही सेकेंड के लिए आई पर मैं अब अपनी सारी मान मर्यादा को भूल चुकी थी और मुझे चुदाने के लिए लंड चाहिए था बॅस और अब मैं किसी रंडी की तरह से राज से चोदने की भीक माँग रही थी. मैं तो जैसे चुदवाने को पागल हो गई थी.
उसने मेरी अंडर आर्म्स से पकड़ के मुझे उठाया और वोही लकड़ी के तख्ते पे हाफ लिटा दिया. उसका लंड थोडा भी नरम नही हुआ था और वैसे का वैसा ही फुल्ली एरेक्ट किसी मिज़ाइल की तरह से खड़ा था. मेरी गंद लकड़ी के प्लॅटफॉर्म के एड्ज पे थी. राज नीचे घुटनो के बल बैठ गया और उसने मेरी गरम गीली चूत का एक मस्त चुंबन लिया तो फॉरन ही मैं ने अपने दोनो हाथो से उसके सर को पकड़ लिया और ज़ोर से अपनी चूत पर दबा के पकड़ लिया. मेरे पैर उसके शोल्डर पे लपेटे हुए थे मैं अपनी गंद उठा उठा के उसके मूह मे अपनी चूत को रगड़ रही थी. वो चूत को चाटने मे पर्फेक्ट लग रहा था क्यॉंके सतीश ने मेरी चूत को बोहोत टाइम चॅटा था पर कभी ऐसे नही चॅटा था जैसे राज चाट रहा था. राज ने अपनी ज़ुबान को नीचे से ऊपेर तक ऐसे चॅटा जैसे आइस क्रीम के कोन से आइस क्रीम को चाट रहा हो. मेरी आँखें बंद हो गई थी और गंद तो बॅस हवा मे ही हिल थी. मेरी पूरी चूत को उसने अपने मूह मे ले के दांतो से काटा तो मेरी चूत इतना मज़ा बर्दाश्त नही कर सकी और मेरा बदन काँपने लगा और मैं उसके सर को अपने हाथो से अपनी चूत मे घुसेड के उसके मूह मे ही झाड़ गयी. एक मिनिट तक चूत से जूस निकलता ही रहा जिसे राज बड़े मज़े से चाट रहा था और फिर अपनी ज़ुबान को गोल कर के मेरी चूत के सुराख मे उसको घुसेड के अंदर बाहर कर के चोदने लगा और फिर मेरी क्लाइटॉरिस को दांतो से काट डाला तो मैं एक बार फिर से झाड़ गई. मेरी चूत की तो बुरी हालत हो रही थी एक दम से गीली गीली और भट्टी जैसी गरम हो गई थी. मेरे हाथ उसके सर पे थे और मैं अपनी चूत को उसके मूह से कंटिन्यू रगड़ रही थी. सतीश ने भी मेरी चूत को चॅटा था पर मुझे इतना मज़ा कभी नही आया था जितना आज राज के चाटने से आ रहा था और चूत से कंटिन्यू जूस की झड़ी लगी हुई थी.
मैं ने अपने हाथ से उसके सर को 2 – 3 बार धीरे से ठप थपाया तो वो समझ गया के अब मुझे चुदवाना है तो वो अपनी जगह से उठ खड़ा हुआ और अपने पैर ज़मीन से टीका के मेरे ऊपेर झुक गया और मेरे बूब्स को दबाने लगा और मुझे टंग सकिंग किस करने लगा. उसका लंड मेरी चूत के ऊपेर किसी गरम लोहे के रोड की तरह रखा हुआ महसूस हो रहा था. मैं ने अपने दोनो हाथो को हमारे बदन के बीच मे किया और उसके लंड को दोनो हाथो से पकड़ के अपनी चूत मे रगड़ना शुरू किया. उसके लंड का हेल्मेट मेरी चूत के सुराख मे अटक रहा था तो मुझे बोहोत अछा लग रहा था. उसके लंड से बोहोत ज़ियादा प्रेकुं निकल रहा था. राज ने थोडा प्रेशर दिया तो उसके लंड के सूपदे का थोड़ा सा पोर्षन मेरी चूत के सुराख मे घुसा तो मेरा बदन एक दम से अकड़ गया और मुझे दरद होने लगा पर आज मुझे यह दरद भी बोहोत ही अछा लग रहा था. मैं ने उसके लंड को अपनी चूत के सुरख मे अटका दिया और उसके दोनो चूतदो को पकड़ के मसल्ने लगी और अपनी ओर खेचने लगी और साथ ही अपनी गंद को भी उठा के उसके लंड को चूत मे लेने की कोशिश करने लगी. उसने थोड़ा और प्रेशर दिया तो लंड का सूपड़ा चूत के सुराख मे घुस गया तो मुझे लगा जैसे मेरी चूत फॅट रही है और मुझे चूत के अंदर जलन महसूस होने लगी पर मुझे ऐसे जलन से भी मज़ा आ रहा था.
राज एक हाथ से मेरे एक बूब को मसल रहा था और दूसरे बूब को मूह मे ले के चूस रहा था और निपल्स को काट भी रहा था तो मेरा मज़ा डबल हो रहा था. मैं उसके चूतदो को मसल रही थी और अपनी गंद ऊपेर उठा रही थी. उसने थोड़ा और प्रेशर दिया तो उसका लंड थोड़ा और अंदर मेरी चूत के सुराख मे घुस के अटक गया मेरे मूह से हल्की सी चीख निकल गयी सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आआआआईईईईईईईई म्म्म्ममाआआआआ तो वो रुक गया पर मैं ने उसके चूतदो को ठप थपा के कंटिन्यू करने का का इशारा दिया तो उसने लंड को बहेर निकाल लिया लैकिन चूत उसके लंड पे कुछ इतनी टाइट थी के लंड बाहर भी नही निकल रहा था. लंड को बिना बाहर निकाले ही वो हिलने लगा. जैसे जैसे वो प्रेशर दे रहा था मेरी आँखें अपने सॉकेट से बाहर निकल रही थी और मेरा मूह खुलता जा रहा था और आँखो मे आँसू भी आ रहे थे पर यह आँसू पॅशन और मस्ती के थे. ऐसे आँसू औरतो को बोहोत पसंद होते है क्यॉंके यह बड़ी ही मस्ती के होते है और इतने मस्त लंड से मस्ती मे चुदाई के सपनो को पूरा होने के होते है. उसका अभी आधा लंड भी मेरी चूत के अंदर नही गया था और मेरा ऑर्गॅज़म स्टार्ट हो गया और मैं राज से बोहोत ज़ोर से चिपेट गयी मेरा बदन अकड़ गया और झड़ने लगी. मेरी चूत से फ्रेश जूस निकलने की वजह से चूत और गीली हो गई थी और उसके लंड का उतना ही भाग जितना चूत के अंदर था अंदर बाहर होने लगा. अब मेरी चूत थोड़ी और स्लिपरी हो गई थी. मेरे पैर उसकी कमर से लिपटे हुए
थे और मैं उसके चूतदो को मसल रही थी और वो मेरे बूब्स को चूस रहा था और मसल रहा था और मैं मस्ती मे चूर थी.
जैसे जैसे मेरी चूत पे उसके लंड का प्रेशर बढ़ रहा था मेरी साँसे गहरी हो रही थी और आँखे बाहर को निकल रही थी और मूह खुल रहा था ऐसा लग रहा था जैसे मेरी आँखो मे और मूह मे उसके लंड के प्रेशर का डाइरेक्ट कनेक्षन है जो नीचे से दबाने से ऊपेर से खुल रहा था. राज ने पूछा अगर तुम्है दरद हो रहा हो तो तुम्हारे पर्स मे जो क्रीम है वो निकाल लो और चूत मे लगा लो तो मैं ने बोला के नही इस टाइम मुझे रफ चुदाई चाहिए मेरी चूत बोहोत ही चुदासी हो रही है आइ वॉंट टू फील दा पेन ऑफ फक्किंग बाइ युवर लव्ली मिज़ाइल लंड राज. मैं किसी चुदासी रंडी की तरह से बोल रही थी तो वो मुस्कुरा दिया और बोला के ठीक है तुम ऐसे ही रफ चुदाई चाहती हो तो रेडी हो जाओ. अभी उसका लंड मेरी चूत मे आधा भी अंदर नही गया था और मुझे ऐसा महसूस हो रहा था के मेरी चूत फॅट जाएगी इतनी खुल गई थी मेरी चूत और उसके मोटे लंड से चूत का सुराख चौड़ा हो गया था. उसने बोला के अब गेट रेडी स्नेहा डार्लिंग टू गेट दा फक ऑफ युवर लाइफ तो मैं ने भी बोला के फक मी राज फक मी डॉन’ट स्टॉप टियर माइ चूत फाड़ डालो मेरी चूत को यह साली मुझे बोहोत तंग करती है फाड़ डालो यह रंडी चूत को इसका भोसड़ा बना डालो आज मदेर्चोद चूत का, जोश मे मैं अपने होश खो चुकी थी और पता नही मैं क्या क्या बोल रही थी बिल्कुल किसी बाज़ारु रंडी की तरह से गलियाँ बोले जा रही थी.
मेरे मूह से यह सब सुन के राज भी फुल मस्ती मे आ गया था और अब उसने मुझे शोल्डर्स से बोहोत टाइट पकड़ लिया था. उसके पैर नीचे ज़मीन पर थे और वो मेरे ऊपेर झुका हुआ था और बूब्स को चूस रहा था और लंड को मेरी चूत मे आगे पीछे कर रहा था. मैं तो बिना पूरी तरह से चुदवाये हुए ऑलमोस्ट 4 टाइम ऐसे ही झाड़ चुकी थी चूत बोहोत ही गीली हो चुकी थी और मेरी चूत के जूस से उसका लंड भीग चुका था और अब आधा लंड चूत के अंदर बाहर हो रहा था. मेरी चूत फुल्ली स्ट्रेच हो चुकी थी मुझे लग रहा था के अब अगर उसका लंड थोड़ा भी अंदर गया तो शाएद चूत फॅट जाए और उसकी धज्जियाँ उड़ जाए. मैं बर्दाश्त करती रही और एक सेकेंड के लिए राज ने अपना लंड चूत से पूरा बाहर निकाल लिया तो उतनी ही देर के लिए मुझे अपनी चूत एक दम से खाली खाली महसूस हुई और इस से पहले के मैं कुछ और सोचती राज ने अपना लंड पूरा हेड तक बाहर खींच के एक बोहोत ही ज़बरदस्त पवरफुल झटका मारा के मैं राज से बोहोत ज़ोर से लिपट गयी और उसके बदन को बोहोत टाइट पकड़ लिया और मेरी आँखों मे अंधेरा छा गया और सर मे जैसे लाखो पटाखे फूटने लगे मेरे मूह से एक बोहोत खोफ़नाक
चीख निकल गयी आआआआआआआआईईईईईईईईई म्म्म्मममममाआआआ म्म्म्ममममाआआआआआऐययईईईईईईईईईई म्म्म्ममाआआअरर्र्र्ररर गगगगगगगगगगगाआआआययययययययययईईईई र्र्र्र्र्र्र्रररीईईईईईई हीईईईईईईईईईईईईईईई निकाआाालल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लूओ प्प्प्प्प्प्प्प्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लीीईआआसस्स्स्स्स्सीईई और एक मिनिट के लिए ब्लॅकाउट. रोड से गुज़रती लॉरी के हॉर्न मे मेरी चीख दब के रह गई. राज का लंड मेरी चूत को फाड़ता हुआ बच्चे दानी से जा टकराया था और बच्चे दानी ऐसे मार से हिल गयी थी. मुझे लग रहा था जैसे किसी ने तलवार से मेरी चूत एक दो टुकड़े कर दिए हो. चूत मे अंदर बे इंतेहा जलन होने लगी और मुझे लगा के जैसे मेरी चूत मे से किसी कुँवारी लड़की की चूत फटने से जैसे खून निकलता है वैसे ही मेरी चूत से भी निकल रहा है. मैं उसके बदन के नीचे छट पटाने लगी पर उसके मज़बूत ग्रिप से बाहर नही निकल सकी.
राज एक मिनिट के लिए मेरे ऊपेर ऐसे ही पड़ा रहा और मेरे बूब्स को चूस्ता रहा. मैं अपने सेन्सस मे वापस आई तो मुझे लग रहा था जैसे मेरी चूत के अंदर कोई मोटा लोहे जैसा सख़्त मूसल घुसा हुआ हो. राज ने मेरी आँखो मे झाँक के देखा तो मेरी आँखो मे तकलीफ़ दिखाई दे रही थी पर जैसे ही मुझे अपने चुदासी होने का ख़याल आया तो मैं मुस्कुरा दी बॅस फिर क्या था राज ने मुझे चोदना शुरू कर दिया. उसके पवरफुल धक्को से मेरी चीखे निकल रही थी आआआईईईई म्म्म्माआआअ उउउफफफफफ्फ़ सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स द्द्धहीएररररीए हहाआआऐईईईईईई र्र्र्र्ररराआआअजजजज्ज्ज्ज आाआआईयईईीीइसस्स्स्स्स्स्स्सीईई ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हीईईई फफफफफफफफफफफफफ्फ़ आआईईईस्स्स्सीईए ह्हियैआइयैयीयीयियी कककचहूऊद्ददडूऊऊ र्र्र्ररराआआआआआजजजज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज म्म्म्ममममाआआज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाआआआ हहाआआआईईईईई आआआआआ र्र्र्र्राआह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआअ हहाआआआऐययईईईईई उसका मूसल लंड मेरी चूत को फाड़ ही चुका था और अब बोहोत बुरी तरह से चोद रहा था. उसका लंड इतना मोटा था के मेरी चूत के पंखाड़ियाँ भी उसके लंड के साथ अंदर जा रही थी और उसके लंड के साथ ही वापस आ रही थी. वो बोहोट पवरफुल धक्के मार रहा था. मेरी आँखो से कंटिन्यू पेन और प्लेषर के मिक्स आँसू निकल रहे थे. मुझे अब मज़ा आने लगा था और अब मैं भी अपनी गंद उठा उठा के ऐसे मस्त मोटे और लोहे जैसे सख़्त लंड से चुदाई के पूरे मज़े ले रही थी.
राज 3 – 4 धक्के लगा के एक धक्का बोहोत ही ज़ोर से मारता और लंड को 15 – 20 सेकेंड्स के लिए चूत के अंदर ही रहने देता और ऐसा धक्के से उसका लंड डाइरेक्ट मेरी बच्चे दानी से लगता और मैं झाड़ जाती. मैं तो राज से लिपटी हुई
चुदवा रही थी और हर थोड़ी देर मे झाड़ रही थी मुझे लग रहा था जैसे मेरी चूत आज झाड़ झाड़ के खाली हो जाएगी. राज चोदता रहा ज़ोर ज़ोर से अपने लंड को मेरी चूत के अंदर घुसता रहा. थोड़ी ही देर मे मेरी चूत उसके इतने लंबे और मोटे लंड से अड्जस्ट हो चुकी थी. अब मैं भी अपनी गंद उठा उठा के रफ चुदाई के मज़े ले रही थी और राज को झुका के उसके साथ टंग सकिंग किस कर रही थी. राज मुझे बड़ी मस्ती मे चोद रहा था उसकी स्पीड कभी एक दम से तेज़ हो जाती कभी धीमी गति से चोद्ता. राज की मलाई एक टाइम निकल चुकी थी इसी लिए वो जल्दी नही झाड़ रहा था और पूरी रफ़्तार से चोद रहा था. उसके इतने मस्त मोटे लोहे जैसे लंड से चुदवाते टाइम मुझे अपने नीचे लकड़ी के तख्ते की सख्ती और रफनेस बिल्कुल भी महसूस नही हो रही थी और वो मुझे किसी फोम के गद्दे की तरह कंफर्टबल लग रहा था.
क्रमशः......................
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