RE: Desi Porn Kahani रेशमा - मेरी पड़ोसन
मुझे कोई आइडिया नही मिल रहा था कि कैसे अपनी पड़ोसन के साथ शुरुआत करू
अगर एक बार बात बन गयी तो काम शुरू हो जाएगा
एक बार बात हो गयी , पहचान बढ़ गयी तो फिर खेल शुरू हो जाएगा
धीरे धीरे सिड्यूस कर पाउन्गा
पर कुछ समझ नही आ रहा था
इस बीच ऑफीस की रेशमा की चुदाई भी कर डाली
चलो आग बुझाने को कोई तो मिली
मैं रेशमा की जोरदार चुदाई करके घर के लिए निकल पड़ा
अपनी सोसायटी मे आते ही कुछ देर वॉचमन से बात की
फिर ऑफीस वाली रेशमा का कॉल आया
रेशमा- हेलो अवी सर
अवी-रेशमा तुम
रेशमा- सर आपने तो आज मेरी फाड़ ही डाली
अवी-सॉरी , जोश मे आकर कुछ ज़्यादा ही ज़ोर लगा दिया
रेशमा- उस वक्त तो मुझे भी मज़ा आया पर अब दर्द हो रहा है
अवी-तुम प्रमोशन के बारे में सोचो दर्द ख़तम हो जाएगा
रेशमा से बात करते हुए मैं लिफ्ट के पास आ गया
और लिफ्ट का नीचे आने तक बात करता गया
रेशमा- सर प्रमोशन कब मिलेगा
अवी-जल्दी दूँगा , अगले मंडे तक तुम्हारा प्रमोशन हो जाएगा
रेशमा- थॅंक यू सर , वैसे आप की तो देवानी हो गयी हूँ मैं
अवी-तुम भी कुछ कम नही थी
तुम्हारी चूत भी टाइट थी , लगा ही नही था कि तुम कुवारि ना हो
और तुम ना रोज स्कर्ट पहन कर आया करो
रेशमा- क्यूँ ?
अवी-ताकि स्कर्ट उपर करते जल्दी तुम्हारी ले सकता हूँ
अब तो तुम्हारी रोज चुदाई करूँगा
रेशमा- मैं भी अब देर तक ऑफीस मे रहूंगी
अवी-ओवरटाइम मेरे साथ करना चाहती हो
कोई बात नही
उस ओवरटाइम का इनाम भी तुम्हें मिलेगा
बस मुझे खुश करते रहना
रेशमा- आप बस देखते रहिए कि मैं क्या क्या करती हूँ
अवी-फिर तो कल तुम्हारी पीछे से लूँगा
रेशमा- फिर तो ऑफीस की जगह कहीं और मिलना होगा सर
अवी-क्यूँ ?
रेशमा- वहाँ अब तक कोई गया ही नही
अवी-कोई बात नही , वैसे भी ओवरटाइम सिर्फ़ तुम्हें ही करना होता है
रेशमा- सर कल मत करना , एक दिन आराम दीजिए फिर जो करना है करना
अवी-ठीक कर , पर कल पैंटी पहन कर मत आना
रेशमा- नही सर ऐसा नही कर सकती
अवी-कल बिना पैंटी के आना , थोड़ा मज़ा तो लेकर देखो
रेशमा- ठीक है
अवी-तो कल ऑफीस मे मिलते है , कल भी तुम्हारी जमकर लूँगा
और मैं ने फोन रख दिया
मैं तो भूल ही गया था कि मैं लिफ्ट के पास खड़ा था
और मैं बिंदास चूत और गंद की बात कर रहा था
मैं ने जैसे फोन रख कर पीछे मुड़ा तो मेरे होश उड़ गये
मेरे पीछे मेरी पड़ोसन खड़ी थी
मेरी बाते उसने सुन ली थी
तभी वो मुझे गुस्से से देख रही थी
ये क्या हो गया
मैं तो पड़ोसन को पटाना चाहता था लेकिन यहाँ तो मेरी इमेज खराब हो गयी
मुझे तो कुछ समझ ही नही आ रहा था
मेरी पड़ोसन मुझे घूर कर देख रही थी
पर कुछ कहा नही
लिफ्ट ओपन होते ही मेरी पड़ोसन अंदर चली गयी पर मुझ मे हिम्मत ही नही हुई कि लिफ्ट मे जाउ
अब तो पड़ोसन को कभी सपने मे भी पा नही सकूँगा
क्या हो गया मुझसे
ग़लती से मैं ने अपनी इमेज खराब कर दी
मैं अपने अपार्टमेंट मे आकर खुद पे गुस्सा हो रहा था
अब तो मैं ने अपनी पड़ोसन के सपने देखने शुरू कर दिए थे
अब कुछ नही हो सकता
अब तो बस ऑफीस की रेशमा से ही काम चलना होगा
मेरी और रेशमा की बात मेरी पड़ोसन ने सुन ली थी
अब मेरा कोई चान्स बन ही नही सकता उसके साथ
अब किस मुँह से उसके सामने जाउन्गा
वैसे भी अब तक कुछ बात होती तो सॉरी बोल देता
लेकिन वो तो मुझे जानती भी नही ऐसे मे मैं क्यूँ उसको सॉरी बोलू
और वो कन्फ्यूज़ हो जाएगी कि मैं क्यूँ उसको सॉरी बोल रहा हूँ
मैं कुछ भी बोलू , उससे माफी क्यूँ माँग रहा हूँ इस पे वो डाउट कर सकती है
ऐसे मे मैं ने अपने मेरी पड़ोसन के सपने देखने बंद किए
वैसे भी अब तो मुझे रेशमा मिल गयी थी
आग बुझाने का इंतज़ाम भी हो गया था
फिर जाने दो उसको
उसके जैसी हज़ारो मिल जाएगी
मैं ने मेरी पड़ोसन के सपने देखने बंद किए और वापस अपने ऑफीस और अपनी लाइफ को एंजाय
करने लगा
अब तो मुझे अच्छी नींद आने लगी
ओफिस मे जब भी ओवरटाइम होता तो रेशमा की जम कर चुदाई करता
उसको प्रमोट भी कर दिया
अब तो वो जहाँ चाहे वहाँ चुदाई करने को तैयार होती है पिछले हफ्ते तो उसको एक ड्रेस भी गिफ्ट की
मेरे आग बुझाने का इंतज़ाम हो गया था
बड़ी हॉट चीज़ थी ऑफीस वाली रेशमा भी
पर पड़ोसन मिल जाती तो मज़ा आ जाता
धीरे धीरे मैं ने अपनी पड़ोसन को भुला दिया
कभी कभी नज़र से नज़र मिलती पर मैं वैसे ही चुप चाप चला जाता
वो भी मुझे घूर कर देखती
रेशमा की चुदाई को एक महीना हो गया
मैं वापस मुंबई की लाइफ को एंजाय करने लगा
इस बीच सनडे को तो पूरा दिन खाली रहता
सनडे की कभी कभी मूवी देखने जाता लेकिन इस सनडे को मैं रूम पर ही रुका
शाम मे मैं हमेशा की तरह नीचे गार्डन मे घूमने आ गया
आज छुट्टी होने से जल्दी घूमने आ गया
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