09-14-2019, 02:48 PM,
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RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
रवि रमा को उठा कर अपनी आलीशान रसोई में ले आया और उसकी मोटी गाँड़ को सेल्फ पर टिकाते हुए उसकी पीठ को दीवार के सहारे टिका दिया ।
रवि(रमा के गाल सहलाते हुए)- रमा मेरी रानी, मेरी जान ,मेरी पत्नी ठीक हो तुम ?
रमा(जैसे वो नींद से जागी हो ,उसका अंग अंग टूट रहा था)-हम्म ठीक हूँ ,कितना ज्यादा झड़ी न मैं ?
रवि(रमा को वाइन का एक भरा हुआ गिलास थमाते हुए)- हम्म पूरी चादर ही भिगोकर कर रख दी है तुमने तो । लो वाइन पी लो अच्छा लगेगा तुम्हें । उसने गिलास रमा को थमाया और एक अपने लिए भी भरकर चियर्स किया और गटागट पी गया ।
रमा(वाइन से भरा गिलास खत्म करते हुए, वाइन पीने के बाद वो कुछ सामान्य होने लगी थी)-मेरे पेट यह क्या है ।
रवि-वो ही शेर ,जो तुम्हारा गुलाम है ।
रमा(रमा अपने पेट की तरफ देखती है जिसमें अभी भी रवि के लन्ड का उभार नज़र आ रहा था)-अच्छा तो यह महाराज अभी तक शांत नहीं हुए ?
रवि(रमा के मोम्मे सहलाते हुए)-कैसे होगा ?गले में पट्टा जो बँधा है । जब तक मालकिन का हुक्म नहीं होगा यह ऐसे ही मालकिन की सेवा के लिए तैयार रहेगा ।
रमा(उसे चिंता होने लगी थी कि कहीं रवि के लन्ड में खून का बहाव न रुक जाए)- रवि तुम पागल हो क्या ,खून जम जाएगा खोलो इसे ।
रवि-अच्छा एक ही दिन में लन्ड हमसे ज्यादा प्यारा होगया मैडम को ? और हम पागल ।
रमा-मज़ाक मत करो जल्दी से खोलो न इसे ।
रवि- शेर खुलने के बाद खाना मांगेगा तो क्या करोगी ?
रमा(रवि का सिर बालों से पकड़ कर अपने मम्में पे लगाते हुए)-तो मैं उसे बहुत सारा दुधु पिलाऊंगी ।
रवि(रमा की के सुन्दर चेहरे उसके काले लम्बे बालों ,मादक अदाओं और बेमिसाल कामुक बदन को निहारते हुए)- पर इस शेर को कसरत करनी है ।
रमा(अपनी टाँगों को रवि की गाँड़ पर लपेटते हुए)-सिर्फ बातें ही करोगे आज ।
रवि अपनी कमर को धीरे-2 आगे पीछे करने लगता है उसका मूसल लंड एक बार रमा की चूत को मथने लगता है पर बड़े आराम से बिना किसी हड़बड़ी के । रमा अपनी में रवि के लिंग का एक एक इंच महसूस कर रही थी और रवि का लन्ड उसकी चूत के इंच इंच से रगड़ खा रहा था दोनों का रोम रोम रोमांच से भरता जा रहा था । दोनों के ठंडे और थक चुके बदनों में एक बार फिर गर्मी और ताज़गी बढ़ती जा रही थी । "रमा तुम्हारे इस रूप पर मैं पूरी दुनियां कुर्बान कर दूँ" रवि धक्कों की गति को बढ़ाते हुए कहता । उतेजना और कामवेग के कारण रमा के होंठ सूख रहे थे वो रवि के होंठो की चूमना चाहती थी पर रवि तो आँखे बंद किये बस लयबद्ध तरीके से उसे चोदे जा रहा था वो रवि की मजबूत बाहों को पकड़ती है और अचानक आगे को कूद कर रवि की गोद में चढ़ जाती है और उसके गले में बाहें डालकर उससे लिपट जाती है उसके गुबारों जैसे मोटे स्तन पिचक कर किसी गोल प्लेट से हो जाते है । इससे पहले की रवि कुछ समझ पाता वो अपने होंठो को रवि के गर्म होंठो पे रख देती है । रवि के सब्र का बाँध अब टूट जाता है वो रमा की कमर को पकड़कर अपने मूसल से उसकि चूत को बेहरमी से चोदने लगता है ।
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RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
सनी (अपने पति से)-जानी कुछ करो न प्लीज़ ,नहीं तो मर जाऊँगी मैं ।
जानी(सनी के चेहरे पर हाथ फेरते हुए उसे दिलासा देते हुए कहता)-सब ठीक हो जाएगा सनी ,सब ठीक हो जाएगा ।
जानी(राहुल से)-तरस खाओ हम पर ,भगवान के लिए छोड़ दो उसे ।
राहुल इसी समय अपने लन्ड को पीछे खींचकर एक इतने ज़ोर का धक्का मारता है कि जानी पीछे दीवार से टकराता है ।सनी इस बार बेहोश तो नहीं होती पर उसकी सारी शक्ति निकल जाती है ,उसकी जीभ बाहर निकल जाती है और और आँखे उलट जाती है ।
जानी(सनी को पानी पिलाते हुए)- सनी तुम ठीक तो हो ।
सनी-जानी मैं नहीं झेल पाऊँगी इसका लन्ड बहुत बड़ा है , प्लीज़ कुछ करो न ।
जानी-सॉरी सनी मैं कुछ नहीं कर सकता यह कोई मायावी भूत प्रेत है ।
राहुल सनी की कमर को पकड़ बेहरहमी से उसे चोदने लगता है वो न इस समय मज़ा ले रहा था न सनी की ही उसे कोई चिंता थी वो बस लगातार धक्के लगाए जा रहा था उसके अंदर का वहशी जानवर सिर्फ और सिर्फ बदला लेना चाहता था । सनी उसके 10-11 धक्के भी सह न पाई और उसका बदन काँपने लगा और एक दर्द मई आह के साथ वो झड़ गयी । जानी ने उसके पसीने से लथपथ चेहरे को तौलिए से साफ किया ।
जानी(हाथ जोड़ते हुए)- प्लीज़ अब छोड़ दो इसे ...देखो क्या हालत हो गयी है इसकी ....प्लीज़ रहम करो हम पर ।
सनी( सनी एक बार फिर कुछ होश में आई , अब उसकि नज़रों में डर बिल्कुल नहीं था बस नफरत थी और एक अजीब सा दृढ़ इच्छाशक्ति, वो अब इस दानव से रहम की भीख नहीं मांगना चाहती थी)-जानी इस दरिंदे से भीख मत मांगों ।
दरिंदा शब्द राहुल के कानों में किसी तीर की तरह लगा उसने एक बार फिर अपने दानवी धक्कों की रेल सी चला दी ...सनी कुछ देर के लिए बेहोश हो गयी पर फिर होश में आ गयी ....वो अजीब सी मुस्कुरा दी .....
सनी(पागलों सी हँसते हुए)--दरिंदे हो तुम दरिंदे , तुमने साबित कर दिया कि तुम एक रेपिस्ट से ज्यादा कुछ नहीं हो ।
राहुल को सनी की जगह तनु नज़र आने लग गयी ...जो नफरत भरे लहजे से कह रही थी "हाऊ रास्कल ....दरिंदा कहीं का"। ...दरिंदा....दरिंदा...दरिंदा ...रेपिस्ट...दरिंदा...रेपिस्ट ..दरिंदा ..यह शब्द राहुल के कानों में ढोल सा बजने लगा ...आखिर राहुल की शक्ति जवाब दे गई वो सनी के कमरे की खिड़की से बाहर कूद गया । और बिना सोचे समझे भागने लगा ...बिना रुके वो भागता जा रहा था ...शहर पीछे छूट गया ...पर वो भागता जा रहा था ...वो उस दुनिया से ही भाग जाना चाहता जँहा उसे कोई प्यार नहीं करता था....जिसने उसे प्यार की नज़रों में ही एक दरिंदा बना दिया था.....कई गाँव आए और पीछे छूट गए ...पर वो बस लगातार भाग रहा था ...शाम घिर आई थी ...पहाड़ आने शुरू हो गए थे पर वो भागता रहा ...वो थकावट से चूर था पर भागता जा रहा था ....उसकी साँसे इतनी फूलने लगी थीं कि वो साँस भी नहीं ले पा रहा था...एक ही पल में सारी दुनियां ...पहाड़...आसमान उसकी नज़र में घूम गए और वो बेहोश होकर गिर पड़ा ।
राहुल को होश आया तो किसी अनजानी ही जगह में था ....रात होने लगी थी ...और उसे ऊँचे ऊंचे पहाड़ों के इलावा कुछ नज़र नहीं आ रहा था ....वो सड़क के किनारे एक पत्थर पर बैठ गया ...उसके पीछे एक अंतहीन सी लगती खाई थी ....."इस वादी में मरना इस बोझ सी ज़िन्दगी से कहीं बेहतर है" यह विचार उसके मन में आया .....उसे एक कार का इंजिन चीखता हुआ सुनाई दिया ...."शायद कोई अमीरजादा अपनी अमीरी झाड़ रहा है" उसने सोचा और कूद गया ....
उसके कानों में कार के टायरों के घिसटने की तेज आवाज पड़ी उसने गिरते हुए पीछे कि तरफ देखा ...एक कार उसी पत्थर से टकराई जिस पर वो अभी एक सेकंड पहले बैठा हुआ था ...एक आकृति पलटती कार से ही कूद गई और इससे पहले वो कुछ समझ पाता किसी ने उसे थाम लिया था ।
"पागल हो गए हो क्या ..एक सेकंड लेट हो जाती तो?" एक लड़की की हांफती आवाज़ उसे सुनाई दी....अंधेरा इतना था कि वो लड़की की शक्ल पहचान नहीं पा रहा था ....पर उसे लगा जैसे उसने यह आवाज़ पहले भी कंही सुनी है । "छोड़ दो मुझे ...मैं मर जाना चाहता हूँ " राहुल ने अपना हाथ छुड़वाने कि कोशिश करते हुए कहा पर हाथों के मुलायम और नरम होने के बावजूद लड़की की पकड़ काफी मजबूत थी वो अपना हाथ नहीं छुड़ा सका ।
लड़की ने एक ज़ोर की हुंकार भरी और राहुल को ऊपर खींच लिया ....राहुल ऊपर सड़क पर गिर पड़ा और बेहोश होने से पहले उसने देखा कि लड़की ने अपनी उलटी हुई लग्ज़री कार को ऐसे सीधा कर दिया मानो वो असली नहीं खिलौने वाली कार हो । लड़की ने बेहोश पड़े राहुल को उठाकर कार में डाला और कार को पूरी रफ्तार से दौड़ा दिया ।
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RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
राहुल को जब होश आया तो वो खुद को एक साफ और आलीशान कमरे में पाता है वो हैरान होकर बिस्तर से उठ जाता है "कँहा हूँ मैं....मैं यँहा कैसे आया "
लड़की की आवाज़(उसके पीछे से आती है)- तो जनाब सब भूल गए ? भई वाह पहले आत्महत्या की कोशिश करो और फिर सब भूल जाओ इससे बढ़िया क्या हो सकता है ।
राहुल को याद आता है उसका सनी के होटल जाना ...फिर कूदना...किसी लड़की का उसे बचाना । "पक्का कोई रेस्लर टाइप की लड़की होगी...तभी तो इतनी आसानी से उसने कार को उठा लिया था " वो सोचते हुए आवाज़ की दिशा में घूमता है पर किसी रेस्लर की जगह वो एक सुन्दर नाज़ुक सी लड़की को देखकर उसकी हैरानी और बढ़ जाती है । वो उसे एकटक देखता रह जाता है । उसकी हाइट 5.5 फुट होगी , अंडाकार गोरा चेहरा ,लम्बे घने बाल , 36-23-36 का जानलेवा फिगर "उफ्फ देखने में बिल्कुल निधि अग्रवाल जैसी है" । उसने सीवलेस काली ड्रेस पहन रखी थी जिस पर गुलाबी रंग के फूल बने हुए थे जो उसके घुटनों तक आ रही थी ,उसके ऊपर उसने एक नीली जीन्स की जैकेट पहनी हुई थी जिसके बटन खुले होने के कारण उसके सुडौल स्तंनो का उभार साफ नजर आ रहा था । राहुल उसे देखकर जैसे दिनभर की सारी थकान-गुस्सा-घटनाओं सब को भूल गया । वो ज़मीन पर खड़ी थी और उसकी एक टांग कुर्सी पर थी ।उसके घुटने पर चोट लगी हुई थी वो उसे कॉटन से साफ करते हुए कहती है "घूरते ही रहोगे या कुछ कहोगे भी" । राहुल उसके पास जाकर उसकी चोट को देखता है ,बेचारी का सारा घुटना छिल गया था ।
राहुल(उसके घुटने की चोट देखकर परेशान हो जाता है, उसे अपने बचपन की याद आती है ,जब मां उसकी चोट को चूम कर उसका दर्द ठीक कर देती थी ,वो उसका घुटना हल्के से चूम लेता)-कैसे लगी तुम्हें इतनी चोट ? । लड़की उस इस हरकत पर खिलखिला कर हँस पड़ती है ।
राहुल-तुम हँसी क्यों ?
लड़की-चोट को कोई चूमता है क्या ?
राहुल-बचपन में माँ चूमती थी ।
लड़की-तुम बहुत नादान हो ।
राहुल(उसके चेहरे की मासूमियत को निहारते हुए)- तुम्हें इतनी चोट लगी कैसे ,तुमने बताया नहीं ।
लड़की(राहुल की नाक खींचते हुए)-जनाब यह आपका ही काम है ।
राहुल-मेरा ? मैंने तो तुम्हें चोट नहीं पहुंचाई ,तुम इतनी ...। वो जानबूझकर बात अधूरी छोड़ देता है वो सोचता उस जैसे हरामी को ऐसी लडक़ी की तारीफ भी करने का हक नहीं है ।
लड़की-बुद्धु महाशय ,जब आप जान देने के लिए पहाड़ से कूद पड़े थे तो मुझे चलती कार से कूद कर आपकी जान बचानी पड़ी ,उसी समय लगी यह चोट ।
उफ्फ कितनी मासूस है वो टेबल पर पड़ी पट्टी उठा लेता और उसे ध्यान से लड़की के घुटने पर बाँध देता है ।वो सोच लेता है कि वो इस लड़की से दोबारा कभी नहीं मिलेगा... क्योंकि वो उसके लायक ही नहीं है...उस जैसे हैवान को ऐसी लड़की के साए के पास भी फटकना नहीं चाहिए.....जितना जल्दी हो सके वो इससे दूर चला जाएगा और फिर कभी उससे नहीं मिलेगा ।
लड़की-कँहा खो जाते हो तुम ? क्या नाम है तुम्हारा ?
राहुल-...र...राहुल। और तुम्हारा ?
लड़की- वैदेही , अच्छा नाम है ना ? अच्छा मिस्टर खामोश यह बताओ कि मैं ज्यादा सुंदर हूँ या मेरा नाम ।तुम तो बड़े अजीब हो इतनी सुन्दर-सेक्सी लड़की तुम्हारे सामने खड़ी है और तुम हो कि बोलते ही नहीं .....क्या तुम्हें मैं सुंदर नहीं लगी ? । राहुल उसकी बक-2 सुनता जाता है वो नॉनस्टॉप बातें करती ही जा रही थी अगर रूम सर्विस वाला कॉफी न लेकर आया होता तो शायद वो कभी रुकती ही नहीं । वो पर्स से 500 रुपए निकालकर रूम सर्विस वाले को देती है ।
रूम सर्विस वाला-मैडम पेमेंट नीचे रिसेप्शन पर करनी है ।
वैदेही-मुझे पता है ,यह तो तुम्हारी टिप थी । पूरा दिन सबकी मदद करते हो....किसी के लिए खाना लाते हो किसी के लिए पानी....किसी को फलाना चाहिए और किसी को फलानी चीज़ और अब हमारे लिए कॉफी भी तो लेकर आए हो ।
राहुल सोचता है जितनी बड़बोली है उससे ज्यादा बेफकूफ टिप में 500 रुपए कौन देता है ।
वैदेही-तो राहुल तुम क्या करते हो ? मतलब काम धँधा ...पढ़ाई ...चोरी-चकारी । अचानक उसे लगता है कि कुछ गलत बोल दिया अपनी उंगली अपने दाँतो से काटते हुए वो कहती है ...हहहह... सिर्फ पढ़ाई तक काफी है ।
राहुल-पढ़ता हूँ ।
वैदेही-कॉलेज ? कौनसे कॉलेज ?क्या सब्जेक्ट हैं तुम्हारे ..
राहुल-(उसे बीच में ही रोकते हुए कहता है)-12th।
वैदेही-बॉडी बिल्डर्स जैसी बॉडी है मुझे लगा था कि कम से कम कॉलेज में तो होगे.... वैसे तो तुम मुझसे बड़े ही हो मैं 11th में हूँ । ...अब तुम सोचोगे मेरे पास ड्राइविंग लाइसेंस कैसे आया ...यही सोच रहे हो न ? ...पर डरो मत मैं बहुत अच्छी ड्राइवर हूँ ।
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