Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
09-14-2019, 02:41 PM,
#21
RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
वो विश्वास नहीं कर पा रहा था कि उसने आज सनी लियोनी को चोदा है। उसे बेहद अच्छा लग रहा था। वो मस्ती में होटल में इधर उधर घूमने लगा। उसका तो मन कर रहा था वो यहीं रह जाय उम्र भर…
पर घर जाना भी ज़रूरी था, वो होटल के गेट से बाहर निकलने ही वाला था कि उसे अपना नाम सुनाई दिया।
‘यह राहुल भी न इतनी रात को न जाने कहाँ चला गया?’ उसे एक जानी पहचानी लड़की की आवाज़ सुनाई दी।
‘तुम टेंशन मत लो, वो खुद को सम्भाल सकता है’

राहुल ने पीछे देखा तो एक लड़का-लड़की आपस में बात कर रहे थे। उनकी पीठ उसकी तरफ थी वो झट से उनके सामने पहुंचा तो लड़की की शक्ल देखकर एक पल के लिए तो वो चक्कर ही खा गया।
‘गरिमा? और यहाँ इस वक़्त?’ उसने खुद से सवाल किया। पर उसकी आँखें इतना बड़ा धोखा नहीं खा सकती थीं।

गरिमा ने फूलों के प्रिंट वाली स्लीव लेस फ्रॉक-ड्रेस पहन रखी थी जो उसके घुटनों तक आ रही थी, वो बेहद सुंदर लग रही थी। लंबे-2 काले बाल उसके गोरे चेहरे को और भी आकर्षक बना रहे थे। श्रद्धा कपूर जैसे नैन-नक्श और फेस कट देखकर कोई भी उसे श्रद्धा की जुड़वां बहन समझ सकता था। बस वक्ष कुछ अधिक ही भरा हुआ था राहुल ने अंदाज़ा लगाया 34B या 34c तो कम से कम होगा ही!

लड़के की मजबूत बाजू गरिमा की पतली कमर के चारों और सांप की तरह लिपटी हुई थी। लड़का भी काफी हैंडसम था, 6 फुट से ज्यादा लंम्बा और बॉडी बिल्डरों जैसी बॉडी वाला, हालांकि उसका रंग बेहद काला था पर काला रंग उसे और आकर्षक बना रहा था।

राहुल चुपके से उनके पीछे-2 चल पड़ा और उनकी बातें सुनने लगा।
गरिमा- कर्ण, मुझे टेंशन हो रही है।
‘तो इसका नाम कर्ण है.’ राहुल ने खुद से कहा और उनके पीछे-2 चलता रहा।

कर्ण- गरिमा, मैं तुम्हें यकीन दिलाता हूं कि राहुल को कुछ नहीं होगा।
गरिमा- तुम नहीं समझोगे, वो पहली बार अकेला घर से बाहर है और अभी तो वो उनका आदी भी नहीं हो पाया।
कर्ण- गरिमा मैंने उससे बात भी की है और उसके दिमाग को पढ़ा भी है मेरा यकीन मानो वो बेहद ताकतवर है वो और चालाक भी।

तो यह था जो मुझसे बात कर रहा था। राहुल का मन हुआ कि वो अभी जाए और कर्ण को गले लगा ले पर वो जाते-2 रुक गया। वो अपने बारे में और उन दोनों के बारे में और जानना चाहता था।
गरिमा- तुम्हें लगता है कि राहुल ही वो लड़का है जिसे हम ढूंढ रहे थे?
कर्ण- हाँ बिल्कुल, उसकी डीएनए रिपोर्ट भी यही कहती है।

राहुल उन दोनों के पीछे-2 लिफ्ट में घुस गया। लिफ्ट एकदम खाली थी। कर्ण ने गरिमा को बाहों में भर लिया और उसके होंठों को चूमने लगा पर गरिमा ने उसे पीछे धकेल दिया।
कर्ण- क्या गरिमा इतने दिनों बाद तो आई हो, आज तो चूम लेने दो।
गरिमा- नहीं।
कर्ण- क्यों?
गरिमा- तुम जानते हो।
कर्ण- गरिमा, समझने की कोशिश करो, उसमें बेहद खतरा है। मैं तुम्हें खोना नहीं चाहता।

गरिमा- मैं भी तो तुम जैसी ही हूं? तुम्हारी माँ को कुछ नहीं हुआ बल्कि किसी को कुछ नहीं हुआ फिर मेरे साथ ही ये नाइंसाफी क्यों?
कर्ण- गरिमा तुम समझती क्यों नहीं? तुम हम जैसी तो हो पर आधी ही… आधा खून तो तुम्हारी इन्सान माँ का है।
गरिमा- तुम्हें मुझ पर भरोसा करना चाहिए कर्ण, मुझे तो लगता है तुम मुझे उस काबिल ही नहीं समझते।

राहुल सांस रोके दोनों की अजीब बातें सुन रहा था उसने इतना अंदाज़ा लगा लिया कि गरिमा शायद रमा और किसी और की औलाद है जो इंसान नहीं था पर पूरी बात उसकी समझ में नहीं आ रही थी।
आखिर गरिमा इसे किस बात के लिए इतना मना रही है। एक बार तो उसे लगा कि वो सच में भूत प्रेत या शायद पिशाच हो फिल्मों की तरह… पर उसका मन जानता था कि बात कुछ अलग है और कर्ण की बात ने उसकी सारी दुविधा दूर कर दी।

कर्ण- गरिमा बच्चों सी बातें मत करो, पिछले 10000 सालों से हम पृथ्वी पर रह रहे हैं पर एक भी ऐसा उदहारण सामने नहीं आया जिसमें अगर एक मंगल वासी ने इंसान महिला से उस रूप में सेक्स किया हो और वो महिला मरी न हो। अब तुम ही कहो मैं कैसे तुम्हारी इच्छा पूरी करूँ।

लिफ्ट सातवीं मंज़िल पर रुक गई।

गरिमा की आँखें डबडबा रही थीं, उसने रुमाल से आँखें पौंछी और बिना कुछ बोले ही बाहर निकल गई।
फ्लोर के पहले ही रूम के सामने वो रुकी, कर्ण ने चाबी निकाल कर दरवाजा खोला और गरिमा के अंदर जाने का इंतज़ार करने लगा।

दरवाजा खुला देख राहुल उन दोनों से पहले ही रूम में घुस गया।

कर्ण ने गरिमा को अन्दर जाने के लिए कहा और खुद भी उसके पीछे-2 अंदर आ गया और दरवाजा बंद कर दिया।
गरिमा चुपचाप बैठी रही, कर्ण कुछ देर इधर उधर टहलता रहा फिर गरिमा के पास जाकर बैठ गया।

कर्ण- गरिमा, तुम यही चाहती हो तो ठीक है, पर तुम जानती हो तुम्हारी जान के अलावा भी खतरे हैं।
गरिमा- हाँ मैं जानती हूँ कि जब तुम उस रूप में मेरे साथ सेक्स कर रहे होंगे तो मेरा भी रूप बदल सकता है और शायद मैं अपनी यादाश्त खो बैठूं। पर कर्ण मैं तुम्हें पूरी तरह से पाने के लिए कुछ भी कर सकती हूँ।
Reply
09-14-2019, 02:41 PM,
#22
RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
कर्ण खड़ा हो गया उसने आंखें बंद कर लीं जैसे ध्यान लगा रहा हो कुछ ही देर में उसके बदन से अजीब सी रोशनी निकलनी शुरू हुई और अचानक ही रोशनी चमकी, गरिमा और राहुल दोनों की ही आँखें कुछ देर के लिए चुंधिया गईं, वो दोनों ही कुछ भी देख पाने में असमर्थ थे।

राहुल को जब दिखना शुरू हुआ तो कर्ण की जगह एक विशालकाय धूसर रंग का दानव खड़ा था। आठ से नौ फुट ऊंचा आम इंसान से कोई तिगुना चौड़ा बदन पर एक भी कपड़ा नहीं। उसका विशालकाय लंड जो करीब करीब डेढ़ फुट लम्बा और पेप्सी की एक लीटर वाली बोतल जितना मोटा था, 120 डिग्री के कोण पर सलामी दे रहा था।

राहुल ने गरिमा को देखा, वो बिल्कुल भी डर नहीं रही थी बल्कि उल्टे मंत्रमुग्द हो कर उस विशाल लंड को निहार रही थी।
‘क्या है यह?’ राहुल ने खुद से पूछा पर उसके पास कोई जवाब नहीं था.
आगे क्या होने वाला है, राहुल जानता था। वो एक कोने में बैठ गया और आगे की क्रिया के होने का इंतज़ार करने लगा।
Reply
09-14-2019, 02:43 PM,
#23
RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
राहुल ने गरिमा को देखा वो बिल्कुल भी डर नहीं रही थी बल्कि उल्टे मंत्रमुग्द हो कर उस विशाल लन्ड को निहार रही थी । 'क्या है यह ?' राहुल ने खुद से पूछा पर उसके पास कोई जवाब नहीं था आगे क्या होने वाला है राहुल जनता था । वो एक कोने में बैठ गया और आगे की क्रिया के होने का इंतज़ार करने लगा ।

राहुल सोच रहा था कर्ण किसी भी पल गरिमा पर टूट पड़ेगा पर ऐसा नहीं हुआ ।कर्ण चुपचाप जाके एक सोफ़े पर बैठ गया उसका विशालकाय लौड़ा बेसबाल के बैट जैसा नज़र आ रहा था । गरिमा ने अपने कपड़े उतारे तो राहुल उसे देखता ही रह गया 34d-24-36 कातिल बदन ने राहुल को फिर से एक बार गरम कर दिया उसका लन्ड फिर एक बार तन गया । गरिमा के मोटे-2 स्तन पानी की बूंद के आकार के थे और गोरे-2 स्तनों पर गुलाबी चुचियाँ तो वैनिला आइस क्रीम पर स्ट्राबेरी जैसी लग रही थी । गरिमा आगे बढ़ी और कर्ण के पास जाके घुटनों के बल बैठ गयी । कर्ण इस समय इतना विशालकाय था कि गरिमा उसके सामने वैसी ही नज़र आ रही थी जैसे एक जवान मर्द के सामने कोई गुड़िया । गरिमा ने एक पल के लिये कर्ण की तरफ देखा और फिर उसकी टाँगों के बीच सेट होकर उसके मूसल लौड़े को पकड़ लिया गरिमा बमुश्किल ही लन्ड को दो हाथों से पकड़ पा रही थी उसने अपना खूबसूरत चेहरा आगे किया लन्ड को चाटना शुरू कर दिया ।
"आह आह.... ओह गरिमा प्लीज ऐसा मत करो ...मैं खुद को और रोक नहीं पाऊंगा " कर्ण आहें भरता हुआ बोला । राहुल साफ देख पा रहा था कि कर्ण ने खुद को बड़ी मुश्किल से रोका हुआ है और कभी भी उसका सब्र टूट जाएगा और वो गरिमा पर टूट पड़ेगा ।
"तो मत रोको न खुद को " गरिमा लन्ड को चाटते हुए बोली ।
उसके यह कहने की देर थी जैसे कर्ण ने खड़ा हुआ और अपने बड़े-2 हाथों से गरिमा को बालों से पकड़ लिया और इससे पहले की गरिमा कुछ हरकत कर पाती उसने अपना लन्ड गरिमा के मुँह में घुसेड़ दिया और गरिमा का श्रद्धा कपूर जैसा खूबसूरत और मासूमियत भरा चेहरा चोदना शुरू कर दिया ।
राहुल एक कोने में बैठा साफ देख सकता था कि मूसल लौड़ा गरिमा के गले से होता हुआ काफी नीचे तक जा रहा है क्योंकि जैसे ही लन्ड मुँह के गरिमा की गोरी और पतली गर्दन में लन्ड का आकार साफ-साफ उभर आता वो बेचारी केवल गूँ-2 की आवाज़ ही निकाल पा रही थी । इतना गर्म नज़ारा देख कर राहुल से रुका न गया और उसने अपना लन्ड निकाल के मुठ मारनी शुरू कर दी ।
लगभग 20 मिनट की चुदाई के बाद कर्ण ने लन्ड गरिमा के मुँह से निकाल लिया और अपना ढेर सारा वीर्य गरिमा के मुँह और बदन पर उडेल दिया । गरिमा के होंठ ,चेहरा , स्तन और सारा बदन सफेद चिपचिपे पदार्थ से लथपथ हो गया ।
"ओह गॉड कितने बेसबरे हो तुम कर्ण तुमने तो मुझे नेहला ही दिया है " गरिमा ने अपने होठों से वीर्य को साफ करते हुए कहा ।
" तुम यही तो चाहती थी न ..." कर्ण गरिमा से बोला और उसे टाँगों से पकड़ के उठा लिया । गरिमा हवा में लटक गई उसका का चेहरा कर्ण के लिंग से थोड़ा सा ऊपर हवा में झूल रहा था , कर्ण ने गरिमा की चूत को अपनी लम्बी जीभ से चाटना शुरू कर दिया ।
"आह... आह... ओह माँ इट्स तो गुड आह कर्ण आह" गरिमा सिसक उठी । गरिमा ने भी अपने पतले और गोरे हाथों से कर्ण के काले मोटे मूसल लौड़े को पकड़ लिया उसकी मुठ मारने लगी । कर्ण उसकी गुलाबी शेव की चूत को पूरी तलीनता से चाट रहा था और बीच -बीच में अपनी जीभ गरिमा की चूत में घुसा देता और जीभ से उसकी चुदाई करने लगता । गरिमा आहें और सिसकियाँ भरती हुई पूरी रफ्तार से मुठ मार रही थी । इस लग रहा था जैसे दोनों में मुकाबला चल रहा हो कौन दूसरे का पानी पहले निकालेगा और जीत हुई राहुल की । गरिमा का बदन जैसे ही अकड़ने लगा उसने अपनी जीभ गरिमा की चूत में अंदर तक घुसा दी और तेज़ी से अंदर बाहर करना शुरू कर दिया ..."आह... माँ... कर्ण...आह......चोद आह... निकाल दे मेरी मुनिया का पानी...आह.." गरिमा बोलती जा रही थी...."ममम...गई... आह" ।गरिमा के बदन ने दो चार झटके खाये और कर्ण ने अपना मुँह उसकी चूत के साथ सटा दिया और सारा पानी निगल गया ।
Reply
09-14-2019, 02:43 PM,
#24
RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
कर्ण ने अभी तक वीर्य से लथपथ और झड़ने के बाद बेहाल गरिमा को नीचे उतारा और फर्श पर लिटा दिया और खुद वो गरिमा के ऊपर आ गया और गरिमा के होंठों को चूमने लगा । उसका एक हाथ गरिमा के स्तनों को मसल रहा था उसकी चुचियों से खेल रहा था तो दूसरा हाथ गरिमा की चूत को धीरे-2 सहला रहा था ।
गरिमा की तेज होती आहें साफ बता रहीं थी कि वो फिर से गर्म होती जा रही है , "कर्ण अब और नहीं सह सकती मैं ...प्लीज डाल दो " गरिमा अपनी फूलती हुई साँसों के साथ बोली । उसका पूरा बदन कंपन कर रहा था ।
कर्ण ने अपनी मोटी काली उँगली गरिमा की चूत में डाल दी और अंदर बाहर करने लगा ।
"आई...माँ.... आह आह....इट्स बिग " गरिमा आँखें बंद किये हुए बोल रही थी । कर्ण ने उसके एक स्तन को ज़ोर से भीच दिया और और फूली हुई चूची को मुँह में लेके चूसने लगा इसके साथ -2 वो अपनी उंगली को गरिमा की चूत में पूरी रफ्तार से अंदर बाहर कर रहा था ।
"उम्म ....मममम....अहह.... कर्ण और तेज़ ...आह....कर्ण ....आह" गरिमा के उतेजित और कामुक आवाज़ें कमरे में मधुर संगीत पैदा कर रही थी । कर्ण कभी एक चूची को चूसता तो कभी दूसरी को । राहुल को गरिमा की चुचियों पर हल्की हल्की सूजन साफ नजर आ रही थी । कर्ण पूरी रफ्तार से गरिमा की चूत को उंगली से चोद रहा था । काफी देर बाद गरिमा एक लंबी आह के साथ झड़ गयी । कर्ण ने गरिमा को बिना कोई मौका दिए अपना मूसल लन्ड उसकी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया ।
राहुल भी अब तक कई बार झड़ चुका था । पर उसकी उतेजना ये देख कर और बढ़ गयी कि कैसे इतना मूसल लन्ड गरिमा की फुद्दी में कैसे जा पायेगा । वो सोच रहा था क्या गरिमा ले पाएगी इस अजगर को या अजगर उसकी फूल सी चूत को चीर देगा।

"आह....कर्ण ....क्यों निकाला बाहर ....मत तड़पाओ ...फक मी ...." गरिमा आँखें बंद किये हुए बोली ।
"पागल लड़की तू जिसे लन्ड समझ रही है वो तो उंगली थी इस दानव की " राहुल ने मन में कहा । उसकी नज़रों के सामने उसकी फूल सी नाज़ुक बहन की चूत में एक दानव अपना डेढ़ फुट लम्बा और एक लीटर की पेप्सी की बोतल जितना मोटा लौड़ा घुसाने जा रहा था पर गरिमा का नाज़ुक और कामुक बदन और उसके मासूम चेहरे पर कामुकता भरी बेसब्री राहुल को भी कामोतेजक कर रहे थे ।"डाल भी दे बहन चोद" राहुल ने मन मे गाली निकाली ।
कर्ण ने गरिमा कि टाँगों को फैला लिया और उसकी चूत के गुलाबी होंठों को खोल अपना मोटा लन्ड मुंड उसपर टिका दिया और एक कस के धक्का दे मारा ...."आई....माँ.... मर गयी" गरिमा कि दर्द भरी चीख पूरे कमरे में गूँज गयी । उसकी आँखें बाहर को निकल आईं थीं ,कर्ण के अंदर का दानव शायद उसकी दर्द भरी चीख सुन कर शांत हो गया वो रुक गया ।
राहुल गरिमा की चूत चुदाई देख पाता इससे पहले कर्ण के फ़ोन की घंटी बजी उसने फ़ोन स्पीकर पर लगाया फोन पर कोई लड़की थी "भाई कँहा हो आप मेहता जी की लड़की का किडनैप हो गया है जल्दी आओ"
कर्ण-आता हूँ ।
इससे पहले राहुल कुछ समझ पाता कर्ण फिर से इंसानी रूप में आ चुका था । उसने जल्दी से गरिमा की चूत से अपना लन्ड बाहर निकाला और गरिमा के होंठो को चूमते हुए बोला सॉरी जान जाना होगा मुझे माफ़ कर देना । राहुल गरिमा के चेहरे पर उदासी साफ देख सकता था पर गरिमा ने कर्ण को रुकने के लिए नहीं कहा बल्कि वो चुपचाप अपने कपड़े लेकर बाथरूम में चली गयी । और उसके पीछे-2 कर्ण भी अपने कपड़े उठा कर बाथरूम में चला गया ।
उन दोनों के बाथरूम में चले जाने के बाद राहुल उनके कमरे से चुपचाप बाहर निकल आया और घर की तरफ भागा क्योंकि वो पहले ही काफी लेट हो चुका था ।
वो चुपके से घर में दाखिल हुआ और अपने तहखाने में घुस गया । उसकी आँखों में बिल्कुल नींद नहीं थी ,पिछले दो दिनों में इतना कुछ हुआ था जिस पर उसे विश्वास नहीं हो रहा था वो सोच रहा था कौन हूँ मैं, रमा के घर पर मेरे मां बाप ने क्यों छोड़ दिया , कौन हैं मेरे माँ बाप ऐसी बातें सोचकर वो परेशान सा होता जा रहा था । तभी रमा उसके तहखाने में दाखिल हुई और चुपचाप उसकी बगल में लेट गयी और उसके माथे को सहलाते हुए बोली -
रमा-क्या हुआ बेटा ? तनु या गरिमा ने कुछ कहा क्या ?
राहुल -नहीं माँ,
रमा-फिर क्या बात है ? उदास क्यों है मेरा भोंदू ? उसने एक हाथ राहुल के पाजामे के ऊपर से उसका लन्ड सहलाते हुए पूछा ।
Reply
09-14-2019, 02:45 PM,
#25
RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
राहुल-मां , मैं कौन हूँ मेरे माँ -बाप ने मुझे क्यों तुम्हारे घर के बाहर छोड़ दिया था ,कोई इतना बेरहम कैसे हो सकता है ।
रमा-तुम्हारे माँ बाप की कोई मजबूरी रही होगी ,और उन्होंने इस बात का पूरा ख्याल रखा था कि तुम्हें कोई तकलीफ न हो ,इसलिए जिस टोकरी में तुम मिले थे उसमें बहुत से पैसे भी थे उसी से तो इन्होंने दुकान और यह घर खरीदा था । बेटा उनकी कोई मजबूरी रही होगी । रमा ने राहुल को चूमते हुए कहा और अपनी मैक्सी ऊपर कर अपना मोटा मम्मा राहुल के होंठो के साथ लगा दिया ,पुराने 100 वाट वाले बल्ब की मद्धम रोशनी में राहुल रमा को पहली बार इतने पास से देख रहा था ,कितनी आकर्षक है बिल्कुल माधुरी राहुल ने मन में सोचा और उसका लन्ड एक झटके में पूरा तन गया ।
रमा(राहुल के लन्ड के तनाव को महसूस करती है और उसके बड़े हब्शी लन्ड को पाजामे की कैद से आज़ाद करते हुए पूछती है)-ऐसा क्या सोच लिया जो तुम्हारा लन्ड अचानक चूहे से अजगर बन गया ?
राहुल-माँ तुम्हारे मम्में कितने बड़े और सुंदर है और तुम बिल्कुल माधुरी सी दिखती हो कितनी सुंदर हो तुम ।
रमा(उसके मोटे लन्ड को अपनी चूत पर सेट करते हुए) -आज तो बडी बातें आ रही हैं मेरे भोंदू राजा को ,चल अब अपनी इस रंडी माँ की चूत में अपना मूसल लन्ड डाल दे ।
राहुल रमा को पीठ के बल लिटा देता है और खुद उसके ऊपर आ जाता है और अपने होंठों को रमा के होंठों पे रखते हुए एक जोरदार धक्का दे मरता है उसका लन्ड रमा की भीगी चूत के सब अवरोध तोड़ता हुआ हुआ उसके गर्भाशय से टकराता है दर्द की एक मीठी लहर रमा के बदन में दौड़ जाती है रमा अपनी बाजुओं से राहुल को जकड़ लेती है "कितना गर्म और मोटा लौड़ा है तेरा मेरी तो जान ही निकाल दी तूने" रमा राहुल के कान में फुसफुसाती है । "आपने ही तो डालने को कहा था" राहुल धक्के मारते हुए कहता है । "आह आह आह....रा...राह....राहुल बड़ा जालिम लन्ड है रे तेरा ....अपनी माँ को चोदते हुए उसके मम्में मसल उसे निचोड़ किसी रंडी की तरह चोद न मेरी चूत बडी प्यासी है....आह...आह....मां चोद..." रमा राहुल के जानदार धक्कों से मदहोश होते हुए कह रही थी । राहुल रमा को उसके मोटे मम्मों से पकड़ते हुए अपने धक्कों की रफ्तार को बढ़ा देता है और किसी मशीन की तरह रमा को चोदता जाता है ,रमा इतनी जानदार चुदाई से न जाने कितनी बार झड़ती है उसकी चूत तो जैसे पानी का झरना बन चुकी थी पर राहुल उसे बिना रुके पूरी रफ्तार चोदता ही जा रहा था ,उसके हर धक्के के साथ रमा का पूरा बदन थर्रा रहा था वो तो जैसे आज किसी अगल ही दुनिया में थी वो पागलों जैसे कभी राहुल को नोचती कभी ,चूमती कभी उसके बाल खींचती एक घण्टे की बेरहम चुदाई के बाद राहुल ने उसकी चूत में ही पानी छोड़ दिया और लन्ड को उसकी चूत में घुसाए हुए उसके ऊपर निढाल हो कर गिर गया और सो गया आखिर आज राहुल की यह चौथी चुदाई थी बेचारा उसी हालत में गहरी नींद में सो गया । रमा ने किसी तरह करवट ली और उसे अपने ऊपर से हटाया और अपने हाथों से खींचकर उसका लन्ड अपनी चूत से बाहर निकाला राहुल का सोया हुआ लन्ड भी कम से कम 6 इंच लम्बा और 2 इंच मोटा था और किसी साँप जैसा लग रहा था ,रमा ने चाटकर उसके लन्ड को साफ किया फिर राहुल को कपड़े पहनाए और अपनी नाइटी ठीक करके चुपचाप अपने कमरे में जाकर अपने नपुंसक पति की बगल में सो गई ।

पिंकि-तुमने दरवाजा तो बंद किया ही नहीं । मन में तो वो सोच रही थी कि बुद्धु मेरी चूत तेरे इस मूसल लन्ड को देखकर भीगी पड़ी है आ और फाड़ के रख दे इसे ।
राहुल(अभी भी वो अपने तने हुए लन्ड को पकड़े हुए था)- सुस्सू ज़ोर से लगी थी इसलिए भूल गया घर जाके कर लूँगा ,वो अपने खड़े लन्ड को निक्कर में खोंसते हुए कहता और अपने घर की तरफ भाग जाता है ।
पिंकि राहुल की इस बचकाना हरकत पर मुस्कुरा उठती है । दरवाजा बंद करके वो फिर सोफ़े पे बैठ जाती और अपना तौलिया खोलकर बिल्कुल नंगी होकर मोबाइल पे राहुल के हब्शी लन्ड को निहारने लगती है। "हाय राम कितना जानदार लन्ड है" वो मन में सोचती है और एक हाथ से अपनी चूत को सहलाते हुए सपनों की दुनियां में गुम हो जाती है ---
एक फूलों से भरे मैदान में पिंकी बिल्कुल नंगी भागती जा रही है उसके 34c आकार के बड़े-2 और गोल बूब्स गुबारों कि तरह ऊपर नीचे हो रहे हैं उसके पीछे कुछ दूरी पर राहुल उसे पकड़ने के लिए भाग रहा है राहुल का लिंग किसी अजगर जैसा लग रहा है उसकी नसें फूली हुई हैं और बड़े-2 अंडकोष भागने के कारण आगे पीछे हो रहे हैं । "रुक जा पिंकि वरना सोच ले मेरा मूसल एक ही बार में तेरी बुर में डालकर ऐसा पेलूँगा की 2 दिन बिस्तर से उठ नहीं पाएगी" राहुल उसका पीछा करते हुए कहता है । पर पिंकि किसी हिरनी कि तरह उसे छकाते हुए उससे और दूर चली जाती है " हा हा...पकड़ा तो जा नही रहा तुमसे " वो भागते हुए पीछे मुड़ती है और नाक चिढाते हुए कहती है । राहुल अपनी रफ्तार बढ़ा कर उसके पास पहुंचता है तो वो अपनी दिशा बदलकर दूसरी तरफ भाग जाती है अचानक उसका पैर फिसलता है और वो गिरने लगती है पर राहुल तेज़ी से आकर उसे थाम लेता है और उसके स्तंनो को ज़ोर से दबाते हुए कहता है बड़ी भूख लगी है आज तो इन दूध के टैंकरों को खाली करके ही छोडूंगा ।
Reply
09-14-2019, 02:45 PM,
#26
RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
राहुल पिंकि को फूलों से भरे मैदान में लिटा देता है और खुद उसके ऊपर लेट जाता है और पिंकि के एक निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगता है "आह...मां ....धीरे दर्द होता है " पिंकि सिसकारी लेते हुए कहती है । राहुल काफी समय तक उसके मम्मों को चूसता ,चूमता ,दबाता और मसलता रहता है पिंकि अचानक उसे पलट देती है और बिजली की तेजी से राहुल की छाती पर बैठ जाती है और राहुल की आँखों में देखते हुए उसके मर्दाना निप्पल्स को काटने -चूमने लगती है " आह....खयेगी क्या .." राहुल उसके मम्में पर हल्की सी चपत मारते हुए कहता है ।

पिंकि(राहुल के दोनों निप्पलों को मरोड़ते हुए)-हाँ मुझे भी बड़ी भूख लगी है इनका सारा रस निचोड़ लूँगी आज मैं ।
राहुल(पिंकि के होंठो को अपनी उंगलियों से दबाते हुए)- रस ही निकालना है तो नीचे जो 2 किलो की लोकी है उसका निकालो ।
पिंकि (घूम कर बैठते हुए ,अब उसकी पीठ राहुल के मुँह की तरफ थी और चेहरा राहुल के लन्ड की ओर जो 90 डीग्री पर ताना हुआ किसी खम्बे जैसा लग रहा था । वो दोनों हाथों से उसके मूसल-हब्शी लौड़े को पकड़ लेती है और तोड़ा नीचे झुककर अपना पूरा मुँह खोलते हुए राहुल मोटे और बड़े टोपे को मुँह में लेती है तथा उसके लन्ड को मुठियाते हुए लॉलीपॉप की तरह चूसने लगती है ।

राहुल अपना मुँह उसकी गाँड़ की दरार में घुसाते हुए अपनी जीभ से उसकी चूत को चाटने-चोदने लगता है चूत में गर्म -गर्म जीभ के अहसास से उसका पूरा बदन काँप जाता है वो अपने बदन कि कंपन को रोकने के लिए राहुल का मूसल लन्ड आधे से ज्यादा निगल जाती है जो उसके गले में जाकर फंस सा जाता है राहुल उसकी चूत को अपनी जीभ से चोदते हुए अपनी कमर हिला हिलाकर उसके मुँह को बेहरमी के साथ चोदने लगता है ।

इधर पिंकी सपनों में खोई हुई अपनी चूत में उँगली कर रही थी और दूसरी तरफ उसका चोदू रवि रवि उसको दरवाजे के की(key)होल से देखते हुए अपना लन्ड मुठिया रहा था , हुआ यूँ के उसने आके कई बार दरवाजा खटखटाया पर जब पिंकि ने दरवाजा नहीं खोला तो रवि ने की होल से अंदर देखा तो अपनी जवान कमसिन और सेक्सी भतीजी को नंगी उंगली करते देख उससे रहा न गया और अपना लन्ड बाहर निकाल कर मुठियाने लगा पर उसे क्या पता था कि रमा वँहा आ जायेगी और उसके लिए एक और चूत का इंतजाम हो जाएगा । रमा तो बेचारी बाजार जाने के लिए घर से निकली तो सामने रवि को दरवाजे से झाँकते हुए मुठ मारते देख हैरान रह गयी , रवि 6 फुट का लंबा चोड़ा मर्द था ऊपर से उसका 8इंच लम्बा और 3 इंच मोटा काला लौड़ा देख रमा तो जैसे पगला ही गयी और कुछ देर मन्त्रमुग्ध सी उसे मुठियाते देखती रही पर फिर उसने खुद को संभाला और यह सोचकर कि उसकी बेटियां रवि को इस हालत में न देख लें उसने रवि को बुलाने का फैसला किया ।
रमा(खांसते हुए)-रवि भाई साहब ....
रवि(जैसे नींद से जागा पर रमा को देखकर उसने अपना लन्ड छुपाने की कोशिश नहीं कि बल्कि सीधा रमा की तरफ मुड़कर खड़ा हो गया)-ओह माफ कीजिये गा मुझे ज़रा खारिश हो गयी थी ।
रमा(उसके लन्ड को घूरते हुए)-यह तुम बाथरूम में भी कर सकते थे ।
रवि(लन्ड को सहलाते हुए) -जी वो ऐसा है कि मैं पिंकि को तंग नहीं करना चाहता था ।
रमा(रवि के लन्ड कि तरफ इशारा करते हुए)-अभी तो तुम खुजा चुके हैं तो ,इसे अंदर डाल सकते हैं ।
रवि-तुम लेंगी इसे ? यह तुमकी चूत में जाकर धन्य हो जाएगा ।
Reply
09-14-2019, 02:46 PM,
#27
RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
रमा(रवि के इस जवाब से हैरान रह जाती है ,उसने ऐसे बेशर्म जवाब की उम्मीद नहीं कि थी , ऊपर से वो अपने घर के बाहर खड़ी थी इसलिए डर रही थी कि अगर किसी ने उसको रवि के साथ इस हालत में देख लिया तो न जाने क्या सोचेगा )- भाई साहब क्या कह रहें तुम कुछ तो शर्म की जिए , मेरे बच्चे है एक माँ के साथ तुमको ऐसी बात करते शर्म नहीं आती क्या ।
रवि-( रमा का यह जवाब सुनकर और निःचिन्त हो गया वो समझ गया कि रमा खुद डरी हुई है वो उसे कुछ नहीं कहेगी । यही सोचकर वो लन्ड को सहलाते हुए रमा के करीब आ गया और रमा का हाथ अपने लौड़े पर रखते हुए उसे कान में बोला)- रमा जी अब यह लन्ड तुमके हाथों से ही पैंट में जायेगा ।
रमा(गुस्से से)-क्या बकवास है यह ।
रवि(रमा के कान को चाटते हुए)- रमा जी इस लन्ड को तुम जैसी हुस्न परी की ज़रूरत है और तुमकी चूत को ऐसे ही जानदार लौड़े की तो इसे पकड़कर पैंट में डालिये यह हमारी दोस्ती की शुरूआत होगी ।
रमा( बेचारी रमा समझ नहीं पा रही थी इस स्थिति से बाहर कैसे निकले , उसका दिल तो यह सोचकर डर रहा था कि कहीं राहुल,गरिमा या तनु में से कोई बाहर न आ जाये )- रवि जी क्यों तंग कर रहे हैं , इसे अंदर कि जिये न पैंट में कोई देख लेगा ।
रवि- यही तो मैं कह रहा हूँ रमा जी कि तुम ही इस शुभ कार्य को करें कहीं अपकी बेटियों ने तुमको इस हालत में देख लिया तो न जाने क्या सोचेंगी ।
"यह मेरा मन कैसे पढ़ लेता है" रमा ने मन में सोचा और अपना हाथ आगे बढ़ाकर रवि का लन्ड थाम लिया ताकि वो उसे रवि की पैंट में डाल सके । वो लन्ड को ज़िप के अंदर करने ही जा रही थी कि रवि उसके हाथ को अपने हाथ में जकड़ते हुए बोला -रमा जी कैसा लगा औज़ार ?
रमा-मुझे नहीं पता ।
रवि(रमा की साड़ी के ऊपर से उसके स्तनों को मसलते हुए)- रमा जी तुम भूल गईं की तुमकी बेटियां घर पर ही हैं और कभी भी बाहर आ सकतीं है ।
रमा(मजबूर होते हुए)- अच्छा है ।
रवि -क्या ? मेरा तुम्हारा मम्में दबाना या मेरा लौड़ा ।
रमा-तुम्हारा वो ,अब छोड़ो मुझे।
रवि(अब तक रवि पूरी लय में आ चुका था ,हाथ आई इस बेशकीमती मछली को वो जाने नहीं देना चाहता था , वो रमा की चूची को ज़ोर से मसलते हुए बोला)- वो क्या रमा जी ? साफ साफ बोलिये ।
रमा(दर्द से तड़प उठी और रवि से पीछा छुड़ाने के लिए बोली)-तुम्हारा लन्ड ।
रवि(लौड़े को पैंट में डालते हुए)-आह जान खुश कर दिया तूने तो , तू लन्ड इतना अच्छा बोलती है चूसती कितना अच्छा होगी ।
रमा(शर्म के मारे उसके दोनों गाल लाल हो गए) - तुम तो कुछ भी बोलते है , मुझे मार्केट जाने दें वैसे भी मैं काफी लेट हो चुकी हूँ और मुझे मेट्रो शॉपिंग मॉल जाना है जो काफी दूर है ।
रवि(वैसे तो उसे भी शादी में जाना था और पिंकि के घर वो अपने कपड़े लेने आया था पर रमा का कामुक बदन देख उसे चुदाई के इलावा कुछ नहीं सूझ रहा था )-मैं भी वहीं जा रहा था मुझे भी अपने लिए एक कोट-पैंट खरीदना था तो चलिए साथ चलते हैं मेरी गाड़ी में ।
रमा-नहीं नहीं मैं चली जाऊंगी ।
रवि -रमा जी तुम भी न , इतनी दूर जाना है तुमको कम से कम भी 3 रिक्शा बदलने पड़ेगें और अगर स्पेशल रिक्शा करेंगी तो 200 से ज्यादा लग जाएंगे। इससे तो अच्छा है हम साथ-2 चलते हैं ।
Reply
09-14-2019, 02:46 PM,
#28
RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
रवि ने बात तो सही की थी और रमा की भी कई सालों की कामवासना उस पर हावी होने लगी थी उसका भी मन करता था कि कोई उसे बेहरहमी से चोदे उसके मम्में निचोड़े और उसकी प्यासी बुर को अपने लौड़े से चोद-चोद के सुजा दे ,रमा ने सिर हिलाकर हामी भर दी और रवि के साथ सीढ़ियां उतरने लगी ।
रवि उन मर्दों में से था जिन्हें लड़कियों को चोदने से ज्यादा 30-35 साल की पक चुकी औरतों को चोदने में ज्यादा मज़ा आता था , रमा का माधुरी के जैसा फेस कट , लंबे घने बाल गदराई कमर और मोटी सुडौल उठी गाँड़ रवि के लिए किसी जन्नत की हूर से कम नहीं था । वो जब भी रमा को देखता तो अपना लन्ड मसल कर रह जाता और रमा थी कि उसकी तरफ देखती तक नहीं थी । गाड़ी चलाते हुए वो पीछे की सीट पर बैठी रमा को ड्राइविंग मिरर में से देख रहा था कितनी सुंदर आकर्षक एक दम आदर्श हिंदुस्तानी औरत , सफेद साड़ी जिस पर हल्की गोल्डन कढ़ाई थी उसे काम देवी बना रही थी । सीलव लेस ब्लाउज में से उसकी सुडौल गोरी बाहें और कंधे किसी भी मर्द को पागल कर देने के लिए काफी थे । ऊपर से उसका माँसल नेवल तो जैसे बादलों के साथ साथ बिजलियाँ गिरा रहा था "यह पीछे बैठी रही तो आज पक्का एक्सीडेंट करवाएगी" रवि ने मन में सोचा और गाड़ी रोक दी ।
रमा-रवि जी तुमने गाड़ी क्यों रोक दी ?
रवि(उसका मन यह सोचकर खुश हो गया कि रमा ने इस समय उसे भाई साहब नहीं बल्कि सिर्फ रवि कहा था)-तुम पीछे बैठी हैं जिसके कारण मैं ड्राइव पे ध्यान नहीं दे पा रहा हूँ ,तुम फ्रंट सीट पे आ जाइए ।
रमा(उसकी बात का मतलब समझ जाती है जिसके कारण एक बार फिर उसके गाल शर्म से लाल हो जाते हैं )-मैं ठीक से नहीं बैठी हूँ क्या ?
रवि-तुम तो ठीक ही बैठी हैं पर तुम इतनी खूबसूरत हैं कि मैं ड्राइव पे ध्यान नहीं दे पा रहा हूँ ,नज़र तुमसे हटती ही नहीं ।
रमा-मैं और सुंदर अच्छा मज़ाक कर लेते हैं तुम , सुन्दर तो जवान लड़कियां होती है मुझ जैसी बूढ़ी औरतें नहीं ।
रवि- यह तो पसंद की बात है , छोकरों को कलियां पसंद आती हैं पर मर्दों को तो फूल ही घायल करते हैं ।
रमा-तुम बातें बेहद खूबसूरत करते हैं तुमसे जीतना मुश्किल है ।
रवि(गाड़ी से बाहर निकलकर रमा का दरवाजा खोलकर अपना हाथ आगे बढ़ाते हुए)- तुमकी पहली झलक में ही मैं सब हार गया था , 2 जून था उस दिन तुमने पीली साड़ी पहनी हुई थी ।
रमा जैसे 2 साल पीछे चली जाती है तनु का जन्मदिन था उस दिन और उसी दिन पिंकि के पापा और रवि फ्लैट किराए पर लेने के लिए आए थे हाँ 2 जून ही था इसे याद है ....कोई क्यों याद रखेगा.....प्रेमी याद रखते हैं....पर मैं तो शादीशुदा हूँ और यह 24-25 जवान मर्द ...
रवि(रमा के गालों को छूते हुए)-रमा रमा.....ठीक तो हो तुम क्या हो गया ।
रमा(रवि का हाथ पकड़कर गाड़ी से बाहर आते हुए)- हाथ छोड़ेंगे तो नहीं ? भारी हूँ गिरा मत देना ।
रवि(उसको अपनी तरफ खिंच लेता है और उसे कस के अपने बाहुपाश से जकड़ते हुए सीधा उसकी आँखों में देखते हुए कहता है)- रमा कसम भगवान की आजतक कई लड़कियों को चोदा पर किसी को I love you नहीं कहा कह के किया कि बस एक रात ज्यादा से ज्यादा बस चुदाई तक होगा अपना रिश्ता लेकिन तुमसे महोबत हो गयी है ,एक बार जो तुम्हारा हाथ पकड़ लिया है तो मरते दम तक पकड़े रखूँगा । वो रमा के होंठ चूम लेता है ।
रमा-क्या करते हो कोई देख लेगा ।
रवि -जो देखेगा जल जाएगा इतनी गर्म हो तुम ।
रमा-मुझसे पूछा भी नहीं और सब खुद ही सोच लिया ।
रवि-तुम्हारी आँखे बता रही हैं कि तुमको तनु और गरिमा के नए पापा पसंद हैं ।
रमा-उनका नाम मत लो यह गलत है ।
रवि-कमीना हूँ पर कह के , अब से वो भी बेटियां हैं मेरी । हरामी नहीं हूँ । रमा उसके साथ अगली सीट पर बैठ गयी तो उसने बात बढ़ाई उसने रमा का हाथ पकड़कर कहा-रमा आज पता मैं क्यों मुठ मार रहा था ?
रमा-क्यों ?
रवि-अंदर पिंकि नंगी उंगली कर रही थी ।चाहता तो अंदर जाता उसे डराता और तुम समझती ही हो आगे ,लेकिन रिश्तों की हद मैं जानता हूँ ।
रमा(अपने और राहुल के बारे में सोचते हुए)-समझ सकती हूँ मैं ।
रवि-तो विश्वास करती हो मेरा ?
रमा-हूं , खुद से ज्यादा ।
रवि-मेरा फ्लैट पास ही है चोलोगी ?
रमा-गृह प्रवेश करवाना है क्या ?
रवि-हम्म पर उसके साथ साथ लन्ड प्रवेश भी ।
रमा-धत ,कितना गंदा बोलते हो यार ,अब चलो भी मुझे घर भी जाना है
Reply
09-14-2019, 02:47 PM,
#29
RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
रवि का फ्लैट एक पॉश कॉलोनी में था ,फ्लैट में घुसते ही रवि और रमा एक दूसरे पे भूखे शेर शेरनी की तरह टूट पड़े एक दूसरे चूमते नोचते वो कुछ ही पल में एक दूसरे को नंगा कर चुके थे । वो कभी एक दीवार से टकराते तो कभी दूसरी वो पागल प्रेमियों की तरह एक दूसरे के अंगों को कभी चुम,चाट और काट रहे थे आखिर रमा का सब्र जवाब दे गया और वो बोली" रवि और नहीं सहा जाता अब " रवि ने उसे अपनी गोद में उठा लिया औऱ रमा को बेड रूम में ले जाकर नरम नरम बिस्तर पर फेंक दिया औऱ रमा के ऊपर लेट गया "रमा तुम नहीं जानती की इस दिन का कबसे इंतज़ार था मुझे " उसने रमा के होंठ चूमते हुए कहा ।
"तो और मत रुको डाल दो अपना मूसल लन्ड मेरी चूत में" रमा ने अपनी से रवि की कमर को जकड़ते हुए कहा और अपने एक हाथ से रवि के डण्डे जैसे सख्त लौड़े को पकड़ कर अपनी चूत पर सेट करते हुए कहा ।
रवि ने मजबूत और बड़े हाथों की उंगलियों को राम के छोटे और मुलायम हाथों की उंगलियों फसाते हुए उन्हें बिस्तर के साथ सटा दिया और अपनी कमर पर भार डालते हुए अपना मोटा लन्ड रमा की गदराई चूत में उतारने लगा ....
"उफ्फ्फ.....रवव....वी ओह कितना मोटा है तुम्हारा लौड़ा ...आह...माँ ...फट जाएगी मेरी " रमा ने छटपटाते हुए कहा । उनसे जितना सोचा था रवि का लन्ड लेते हुए उसे उससे कहीं अधिक दर्द हो रहा था रवि का लन्ड मानो उसकी चूत को पूरा फैलता जा रहा था ।
रवि ने रमा के चेहरे पर दर्द से उभर आई लकीरों और पसीने को देखा तो उसने अपने लन्ड को उसकी चूत बाहर खींच लिया और रमा की बगल में लेटते हुए कहा ज्यादा दर्द हो रहा है तो थोड़ा चिकना कर दो । रमा पलटकर उसके ऊपर आ गयी और बोली अभी इसे तैयार करती हूँ फिर उसकी छाती से पेट को चूमते हुए रवि के लन्ड की तरफ आने लगी । पर रवि के लन्ड का तो जैसे कायाकल्प हो चुका था वो बिल्कुल भी वैसा नहीं था जैसा उसने आज घर के बाहर देखा था उसे देखते ही डर के मारे उसकी चीख निकल गयी "आह...इतना बड़ा लन्ड" रवि का आम सा दिखने वाला लन्ड इस समय राहुल के लौड़े से कुछ लम्बा और मोटा हो चुका था । "क्या हुआ रमा ? मेरा लन्ड पसंद नहीं आया ?" रवि ने रमा की आँखों में देखते हुए कहा। "कितना बड़ा है बिल्कुल किसी हाथी के लौड़े जैसा" रमा ने उसे अपने दोनों हाथों से पकड़ते हुए कहा । रमा के अंदर इस समय सवालों का एक पहाड़ उमड़ रहा था .....किसी इंसान का लिंग इतना बड़ा कैसे हो सकता है?......अभी 1 घंटा भी नहीं उसे रवि को जाने पर क्यों उसे ऐसा लग रहा है कि वो उससे इतना प्रेम करने लगी है कि अपनी जान भी दे दे उसके लिए .....तरनजीत ने तो उसके लिंग का आकार 7 इंच बताया था....घर पे जब देखा तो उससे कुछ बड़ा था....पर अब इतना बड़ा....?.....कोई अपने लिंग का आकार इतना बड़ा कैसे कर सकता है ?...फिर अचानक न जाने क्यों उसे याद आया कि जब वो बहुत छोटी थी तो उसकी नानी को किसी ने इसलिए मार डाला था क्योंकि गाँव वालों को शक था कि वो रूप बदलने वाली चुड़ैल थी ....
रवि ने उसे पकड़ कर अपनी बगल में लिटा लिया और उसके चेहरे को सहलाते हुए बोला "रमा डर लग रहा है ?"
रमा-(रवि के होंठों पर एक हल्की सी किस करते हुए)- अब नहीं लग रहा ।
रवि-फिर क्या सोच रही हो ?
रमा- रवि मेरी नानी बहुत सुन्दर थी ,देखने में तो उनकी उम्र मेरी माँ से भी कम लगती थी । वो कहती थीं रमा एक दिन एक राजकुमार आएगा जिसका बदन हीरों की तरह चमकेगा वो तुझे बहुत खुश रखेगा । लेकिन.... लेकिन....
रवि(रमा की बात सुनकर रवि के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है...वो सोचता है रमा भी हम जैसी है ? और मैं पहचान नहीं सका ?...अब कुछ छुपाने की ज़रूरत नहीं है, वो खिड़की पे लगे पर्दे को हल्का सा हटा देता है)-लेकिन क्या रमा ?
रमा उसकि तरफ देखती है और उसकी आँखें फटी की फटी रह जाती है रवि का सारा बदन हीरों के जैसे जगमगा रहा था ।
रवि-तुम्हारी नानी को रूप बदलने वाली चुड़ैल समझ कर किसी ने .........वो जानबूझकर कर बात पूरी नही करता ताकि रमा और ज्यादा दुखी न हो जाये ।
रमा-तुम मेरा दिमाग पढ़ सकते हो ?
रवि- हम्म ,पर सिर्फ अपने इस रूप में । तुम भी अपना दूसरा रूप देखना चाहोगी ?
रमा-क्या भी इंसान नहीं हूँ ? पिशाच हूँ ।
रवि- (ठहाका मार कर हँस पड़ता है और रमा के गालों को सहलाते हुए कहता है) -बिल्कुल इंसानों जैसी बातें करती हो मेरा मतलब है धरती के इंसानों जैसे ,रमा न तुम और न मैं पिशाच हूँ ,हम जैसे कुछ और भी हैं जो एक दूसरे ग्रह के निवासी है जिसका नाम था "माया ग्रह" ।
रमा-तो मुझे उसके बारे में बताओ ।
Reply
09-14-2019, 02:47 PM,
#30
RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
रवि-अभी नहीं ,बहुत लंबी कहानी है आज रात में बताऊंगा । अभी पहले तुमको असली रमा के दर्शन करवाने हैं ।
यह कहकर रवि रमा को उठा कर दूसरे कमरे में ले जाता है और एक बड़े से शीशे के सामने खड़ा कर देता है ।
"रमा अपनी आँखें बंद करो और डरना मत मैं तुम्हें एक इंजेक्शन लगाऊंगा जिससे तुम्हारी सोई हुई शक्तियां जागृत हो जाएंगी पर ध्यान रखना अब जब तुम्हें कुछ मिनटों बाद होश आएगा तो शायद तुम खुद को न पहचान पाओ ।
"ठीक है"कह कर रमा अपनी आँखें बंद कर लेती है । रवि एक अलमारी से एक इंजेक्शन निकाल लेता है और उसे रमा योनि के भगनासे पर लगा देता है ।कुछ ही सेकन्ड में रमा का पूरा शरीर एठने लगता है और उसका रूप बदलना शुरू हो जाता है । सबसे पहले उसकी टाँगे और पैर बदलते जो पहले से भी ज्यादा मुलायम और नाज़ुक हो जाते है फिर उसकी योनि के होंठ जो पहले हल्के भूरे रंग के थे अब गुलाबी हो जाते है ,उसकी गाँड़ कुछ और बड़ी गोल हो जाती है उसकी 30 इंच की कमर 24 की रह जाती है फिर उसकी बाहें,हाथ बदल जाते है फिर उसके स्तन कुछ और फूल कर एक दम गोल हो जाते हैं और निप्पल गुलाबी होकर दुगने आकर के हो जाते हैं मानों उसके मम्मों पे स्ट्राबेरी उग आई हों , गर्दन कुछ पतली और लम्बी हो जाती है फिर उसकी ठोड़ी कुछ छोटी हो जाती है होंठ कुछ ऊपर की और उठ जाते हैं नाक कुछ छोटी हो जाती है उसे देखकर रवि के मुँह से निकलता है "पूरी काइली जैनर लेकिन उससे भी सेक्सी और गोरी..."

रवि -( उसने रेड वाइन का एक गिलास भरा और रमा को जगाते हुए उसके होंठो के साथ लगाया )-रमा पीलो इसे अच्छा लगेगा तुम्हें ।
रमा एक ही घूट में सारा गिलास पी गयी ,उसका सिर चकराना कम हुआ तो उसने शीशे में देखा पर वो खुद को पहचान ही नहीं पाई पहचानती भी कैसे 38 साल की भरी पूरी औरत की जगह वो हॉलीवुड हीरोइन जैसी दिखने वाली 22-23 साल की लड़की को देख रही थी "यह मैं हूँ ?" उसने अपने स्तंनो ,चेहरे को छूते हुए पूछा । "हाँ तुम ही रमा यह तुम्हारा असली रूप है" रवि ने रमा को बाहों में भरते हुए कहा ।
रमा ने शीशे में देखा तो एक साढ़े छे फूट के बॉडी बिल्डर की बाहों में वो किसी छुई-मुई सी लग रही रही थी । रवि उसके एक मम्में को पकड़ कर थोड़ा ऊपर उठाया और और उसके 1 इंच के निप्पल को अपने मुँह में डाल लिया और उसे वैसे ही चूसने लगा जैसे वो बचपन में मां का दूध पीता था । उसने जैसे ही चूसी मारी गाड़े मलाई दार दूध से उसका मुँह भर गया " बड़ा मीठा है तेरा दूध " उसने रमा की आँखों में देखते हुए कहा ।
रमा(शर्माते हुए)-धत इनमें दूध कँहा से आएगा ।
रवि(वाइन वाला गिलास उठाते हुए)-इनमें तो इतना दूध है कि दो बार निचोड़ने पर ही गिलास भर जाए ।
रमा तो जैसे शर्म से जमीन में गड़ी जा रही थी उसका प्रेमी उसका दूध पी रहा था और किसी गाय की तरह उसका दूध निकालने की बात कर रहा था । पर इससे पहले की वो कुछ और कहती रवि ने उसके एक स्तन को ज़ोर से भिचा औऱ सच में उसके चूचक में से दूध की एक मोटी धार निकालकर गिलास में पड़ी और गिलास आधे से ज्यादा भर गया । "आह रवि आराम से तोड़ ही डालोगे क्या" रमा ने रवि के होंठो पे अपनी उँगली रखते हुए कहा । रवि ने उसकी उँगली को मुँह में डाल कर उसे हल्का सा काटते हुए बोला"आह तेरी उंगलियां भी मीठी हैं खा जाऊं इन्हें तो" ।
रवि ने गिलास में रमा का जो दूध निकाला था उसे अपने मोटे हाथी लन्ड पर गिरा दिया और पूरे लंड पर अच्छे से मल लिया फिर उसने रमा को अपनी गोद में ऊपर उठा लिया ....रमा ने अपनी टाँगे उसकी कमर पर और बाहें उसके गले में डाल दीं ...वो अपनी चूत के नीचे साफ-2 रवि के मोटे लौड़े को महसूस कर रही थी वो समझ गयी कि क्या होने वाला है उसने अपने होंठ रवि के होंठो पे लगा दिए और उसके होंठों को चूमने लगी।
रवि ने अपनी एक बाजू से रमा की पतली कमर को थाम लिया और दूसरे हाथ से अपने लन्ड के टोपे को उसकी अनछुई चूत के नीचे लगा दिया और रमा के होंठो को अपने होंठो में कैद करते हुए एक इतने जोर का झटका मारा की उसका 15इंच लम्बा और 5इंच मोटा लौड़ा रमा की चूत की झिल्ली को चीरता हुआ आधे से ज्यादा उसकी चूत में समा गया ।
रमा के होंठ तो उसके होंठो की कैद में थे इसलिए वो चीख तो न पाई पर उसे दर्द इतना ज्यादा हुआ था कि उसने अपने लंबे नाखून रवि की गर्दन में इतने ज़ोर से गड़ा दिए कि रवि की गर्दन से खून निकल आया । रमा कि चूत मानो इस समय इतने मोटे लन्ड के कारण फटी जा रही थी और आग कि भठ्ठी की तरफ तप रही थी वो रवि के लिंग को निचोड़ रही थी इतनी कसी हुई थी रवि न तो अपने लौड़े को आगे कर पा रहा था पीछे । रवि ने अपने लन्ड को रमा की चूत में वैसे ही रहने दिया और रमा को गोद में उठाए हुए ही अपने बेडरूम में आ गया और एक तकिये के ऊपर रमा के सिर को धीरे से टिकाते हुए उसे बिस्तर पर टिका दिया । उसका मूसल लन्ड अभी भी रमा की चूत में था और लकड़ी में जैसे कील गड़ी होती है वैसे ही गड़ा हुआ था । उसने अपने हाथों में रमा का चेहरा थामा और उसके होंठों को अपने होंठों की बेरहम कैद से आज़ाद किया उसे लग रहा था कि रमा चिलायेगी ,गुस्सा करेगी लन्ड बाहर निकालने को कहेगी पर रमा तो छोटी लड़कियों जैसे मुस्कुराते हुए बोली "तुम्हारा लन्ड तो मेरे पेट तक आ गया है ,ऐसा लग रहा है मानो तुम्हारा लन्ड नहीं बल्कि कोई बच्चा आगया हो मेरे पेट में" रमा ने अपनी नाभि के पास अपने के उभार को देखते हुए कहा । रवि का लौड़ा रमा की बेहद कसी हुई चूत में मानों जल रहा था उसके लिए खुद को रोकना बेहद मुश्किल हो रहा था ,उसने रमा टाँगों को फैलाते हुए एक ताकतवर झटका अचानक ही दे मारा और उसका पूरा हाथियों वाला लौड़ा रमा की चूत के सारे अवरोध को तोड़ता हुआ अंदर घुस गया ।रमा कि मानो जान हल्क में आ गयी हो उसने अपना सिर थोड़ा ऊपर उठाकर देखा तो उसके पेट में रवि के लंबे मोटे लौड़े से बन रहा उभार साफ नजर आ रहा था जो उसकी फुद्दी से ठीक स्तंनो के बीच तक आ रहा था । उसे दर्द से ज्यादा हैरानी हो रही थी कि इतना बड़ा लौड़ा उसकी फुद्दी में फिट कैसे हो गया उसकी चूत की गहराई का हर एक इंच रवि के लन्ड को महसूस कर रहा था ।
रवि ने उसकी एक टांग को 90 डीग्री पर मोड़ते हुए पकड़ लिया हल्के-2 झटके देना शुरू किया वो रमा की आँखों में देखता हुआ धीरे-2 पर जानदार झटके मार रहा था वो लन्ड को आधे से ज्यादा बाहर निकलता फिर पूरा अंदर ठेल देता उसके बड़े अंडकोष रमा की गाँड़ से टकरा जाते और घप कि आवाज होती । धीरे-2 रमा की चूत उसके मोटे लन्ड की आदि होती जा रही थी और वो अपने धक्कों की रफ्तार तेज करता जा रहा था ।
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,303,681 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 522,634 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,152,494 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 872,882 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,543,978 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 1,988,374 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,799,554 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,525,893 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,828,937 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 266,492 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 2 Guest(s)