05-31-2019, 12:27 PM,
|
|
sexstories
Click Images to View in HD
|
Posts: 52,887
Threads: 4,447
Joined: May 2017
|
|
RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
लगभग 2 घंटे की इस चुदाई ने संतोष को तोड़ दिया था…उसकी सारी हिम्मत अब टूट चुकी थी…उसका अंग अंग टूट चुका था…इस अनोखी चुदाई…ने उसे पूरी तरह से निचोड़ कर रखा दिया था….कुछ देर के बाद दोनो होश में वापस आए तो उन्होने एक दूसरे को देखा तो संतोष ने शास के होंठ चूम लिए…..
संतोष…शास…आज तो तुमने मेरी चूत ऑर बच्चेदानि दोनो ही फाड़ दिए है…अब तो लंड को बाहर निकाल लो….मेरी चूत ऑर बच्चेदानी दोनो ही तुम्हारे बीज (पानी) से लबलब भरी हुई है….
शास….बुआ सच मानो आज जो चुदाई हुई है…वो में जीवन भर नहीं भूलूंगा….आज की मस्त चुदाई से मेरे लंड को एक नया जोश ऑर ताज़गी मिली है….आज जो मज़ा आया…वो अभूतपूर्व है…वास्तव में तुम्हारी चूत को लंड को पूरी तरह से निचोड़ना आता है….
संतोष…ये तो तुम्हारे इस भयंकर मॅस्टंड लंड का कमाल है…शास…आज जो तुमने इस चूत की चुदाई की है…अब ये किसी आम लंड के काबिल कहाँ रह गयी होगी..…पर एक बात याद रखना…कि अपनी बुआ की चूत को भूल मत जाना…ये तो तुम्हारे लंड के बिना अब अधूरी ही रह जाएगी…..
शास…नही नहीं बुआ…तुम्हारी चूत ने तो मेरे लंड को चुदाई सिखाई हैइसे नई ताक़त दी है…भला ये लंड आपकी चूत को कैसे भूल सकता है…….ये लंड आपकी चूत के लिए हमेशा तैयार रहेगा…..
कुसुम…अब तो बहुत हो चुका है…सारी रात ही गुज़ार दी तुमने…क्या मेरी चूत को ऐसे ही छोड़ दोगे…शास….दीदी की चूत को तो जम कर चोद दिया…अब थके थकाये…भला मेरी चुत को कैसे चोदोगे…..
शास…चिंता क्यों करती हो कुसुम बुआ…तुम्हारे शास ऑर मेरे लंड में अभी इतनी ताक़त है…कि रात भर अलग अलग चूत को भी चोद सकता है…ऑर फिर अब तो इसने संतोष बुआ की चूत का मस्त होकर पानी ऑर खून पीआ है अब तो ये ओर ज़्यादा ख़ूँख़ार हो गया होगा…
कुसुम…पर अब इसे दीदी की चूत से बाहर तो निकालो…तभी तो ये मेरी चूत का कुछ कर पाएगा…..
संतोष…हाँ शास…अब अपने लंड को बाहर निकालो…में बुरी तरह से थक गयी हूँ अब ज़रा कुसुम की चूत का कुछ इंतज़ाम कर दो…देखो तो वो कितनी प्यासी है….ऑर फिर 2 घंटे से पानी छोड़ छोड़ कर मुरझा गयी है….
शास…चिंता मत करो बुआ….मेरे लंड ऑर मुझमें तो आपकी चुदाई करके अब ऑर ताक़त आ गयी है…..कुसुम बुआ की चुदाई तो आपसे भी ज़्यादा मस्त होगी….इनकी चूत की सारी प्यास बुझाकर ही मेरा लंड शांत होगा…..
संतोष…पर अब अपने इस हथियार (लंड) को बाहर तो निकालो…मेरी चूत में अभी तक चुभ रहा है…अब मुझ में तो हिम्मत नहीं बची है ऐसे ऑर झेलने की…..अब तो सोच कर ही सिहरन हो रही है…कि अब मेरी चूत ऑर बच्चेदानी का क्या होगा……
कुसुम…वो तो में संभाल लूँगी…एम्स में काफ़ी सीनियर्स डॉक्टर्स है…पर अब कुछ मेरा तो करो…मेरी चूत में तो आग जल रही है दीदी….
संतोष…शास बस अब बाहर निकाल लो…ऑर अब कुसुम की चूत का भी निरीक्षण कर लो…वरना वो बेचारी तो सोचा सोच कर ही आधी होती जा रही है…..आज इसकी चूत की ऐसी आग बुझा दो कि इसके बाद कभी आग ना लगे……
शास…बुआ …कभी किसी चूत की आग बुझी है…जो कुसुम बुआ या आपकी चूत की आग बुझा सकूँ….हाँ कुछ देर के लिए शांत हो सकती है….तो लो में अभी इनकी चूत की आग को भी शांत कर देता हूँ…..
संतोष…मेरी चूत का तो तुमने वो हाल कर दिया कि महीनो में जाकर कुछ आराम मिलेगा….
शास…बुआ क्या महीनो इस लंड के बिना रह सकोगी…
संतोष..लगता तो नहीं कि रह सकूँगी..पर रहना तो पड़ेगा ही….तुमने अंदर तक चीर कर जो रख दी है….
कुसुम….आआआहह उूुउउम्म्म्म हाई में क्या करूँ…इनकी तो अपनी ही खिचड़ी पक रही है…ऑर मेरी चूत में ज्वालामुखी फट रहा है…उूुउउम्म्म्मईएइससस्स्सिईईईईईईईई उूुउउईईई म्म्माआअ में क्या करूँ…..है कोई जो इस चूत की आग बुझा सके….इस शास के पास तो टाइम है नहीं…….उूुउउईईईई आआआहह….हाई रे मेरी चूत का क्या होगा……
(दोस्तों अब आप ही रिप्लाइ करे कि कुसुम की चूत का क्या होना चाहिए…वो तो बहुत परेशान है….पहले तो एम्स में फ्रेंड्स के कॉमेंट्स देने से…फिर सहेलियों की बातों से…ऑर किस्से सुन सुन कर ही…उसकी चूत का पानी नहीं रुकता था…पर आज तो हद ही हो गयी…2 घंटे से वो अपनी चुदाई का इंतजार कर रही है…पर शास संतोष की चूत में फँसा लंड निकाल ही नहीं रहा है….)
,,,,,,,,,,,,,,,,
|
|
|