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Sex kahani किस्मत का फेर
किस्मत का फेर
फ्रेंड्स एक और छोटी सी कहानी आपकी नज़र पेश कर रही हूँ हालाँकि मैने इस कहानी को नही लिखा है पर इस फोरम पर ये कहानी नही है आपको मेरे द्वारा पोस्ट की गई य कहानी ज़रूर पसंद आएगी इसी आशा के साथ आपकी कामिनी
पार्टी रात में अपने पूरे शबाब पर थी ।
लड़के लड़कियां अपने अपने गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड के साथ डांस करने या बियर पीने पिलाने में मस्त थे ।
काँनफाड़ू संगीत के शोर में डांस फ्लोर पर जोड़ियां डांस में मस्त थीं ।
पीना पिलाना , धुआँ उड़ाना और जोड़ियों का खूब सेक्स करना इन पार्टियों की यही खासियत थी ।
एक बार जब नशा चढ़ता था तो लड़कियों की भी शर्म चली जाती थी ।
फिर किसने क्या किया कोई परवाह नहीं रहती थी ।
बस जवानी के मज़े लूटते जाओ , एन्जॉय करो , यही सब होता था ।
वहीँ एक कोने में दो खूबसूरत लड़कियां रिया और आँचल , जिनकी उम्र लगभग २२ वर्ष रही होगी , कुर्सियों पर बैठी थीं ।
क्योँकि इस समय दोनों का ही कोई बॉयफ्रेंड नहीं था ।
आँचल का दो साल पुराने बॉयफ्रेंड से 4 महीने पहले ही ब्रेकअप हुआ था ।
जिससे उसके दिल को ठेस पहुंची थी और वो थोड़ा उदास रहने लगी थी ।
उसने कोई नया बॉयफ्रेंड नहीं बनाया था ।
ब्रेकअप के बाद से वो ऐसी पार्टियों से दूर ही रहती थी ।
क्योँकि अधिकतर लोग अपने बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड के साथ जोड़े में होते थे ।
आज भी रिया के बहुत ज़ोर देने पर वो पार्टी में आयी थी ।
आंचल गोरे रंग की तीखे नाक नक्श वाली सुन्दर लड़की थी ।
उसकी कजरारी बोलती सी आँखें , सुन्दर चेहरा , उभरी हुई नुकीली चूचियां ,
पतली कमर और गोल गोल नितम्ब , उसकी कमनीय काया , उसका खिला हुआ यौवन किसी को भी मदहोश कर दे ।
लड़के उसके पीछे दीवाने थे ।
लेकिन वो एक लिमिट से ज्यादा किसी को मुंह नहीं लगाती थी ।
खासकर अपने ब्रेकअप के बाद से लड़कों से थोड़ा उसका मोहभंग सा हो गया था ।
रिया चेहरे मोहरे की इतनी सुन्दर तो नहीं थी ।
लेकिन बदन उसका भी बहुत मादक था ।
बड़ी बड़ी चूचियां , उभरी हुई गांड जो किसी को भी मतवाला बना दे ।
वैसे तो दोनों ही खुले विचारों की आधुनिक लड़कियां थीं ।
पर रिया कुछ ज्यादा ही मनमौजी स्वाभाव की थी ।
इसलिए ज्यादातर लड़के उसके दोस्त थे ।
उसको बॉयफ्रेंड की जरुरत ही नहीं थी ।
क्योँकि वो किसी एक से बंधकर रहने वालो में से नहीं थी ।
आँचल की स्लीवलेस पार्टी ड्रेस घुटनों से लगभग 6 से 8 इंच ऊपर थी।
जिससे उसकी खूबसूरत बाँहें और चिकनी मांसल जांघें देखने वालों को मदमस्त कर दे रही थीं ।
इस पार्टी ड्रेस मेँ क्लीवेज न के बराबर होने से उसकी छाती पूरी ढकी हुई थी
लेकिन उसकी चूचियों की गोलाइयों का शेप बिलकुल साफ़ दिख रहा था ।
बहुत ही मादक लग रही थी आँचल ।
आज उसका मूड भी थोड़ा मस्त था ।
इस समय कुर्सियों पर बैठी हुई रिया और आँचल दोनों के हाथ में बियर थी ।
“न जाने क्यों आज मुझे सेक्स करने का बहुत मन हो रहा है " आँचल ने बियर का एक घूंट लेते हुए कहा ।
“लगता है तुमने ज्यादा ही पी ली है ” रिया ने जवाब दिया ।
वैसे उसे खुद भी हल्का नशा हो रहा था इसलिए वो sure नहीं थी कि उसने सही सुना है ।
कुछ पल बाद जब बात उसकी समझ में ढंग से आयी तो वो चौंक कर बोली
“ क्या तुम वाक़ई सीरियस हो ? मेरा मतलब सेक्स करने को लेकर । "
“हम्म्म … sure तो नहीं हूँ …लेकिन सेक्स किये हुए बहुत लम्बा समय हो गया है ।”
“मुझे लगता है , ये पार्टी के माहौल का असर है , तुम पर " रिया उसे चिढ़ाते हुए बोली ।
“देखो रिया मैं जिसतिस के साथ बेड शेयर करने वालों में से नहीं हूँ ।
लेकिन एक असली सेक्स के ख्याल से ही आज मुझे उत्तेजना आ रही है ।
ब्रेकअप के बाद 4 महीने से मैंने सेक्स नहीं किया है।
सिर्फ ऊँगली से ही काम चला रही हूँ ।"
फिर थोड़ा रूककर बोली ,
"ओह ....शायद मुझे अब पीना बंद कर देना चाहिए , नहीं तो मैं फिर से कुछ बक दूंगी ।”
“अरे ... कम ऑन यार , अब पीछे क्यों हट रही हो ।
जो तुमको चाहिए वो बिलकुल सही है , उसमें कुछ भी गलत नहीं ।
सबको सेक्स की जरुरत महसूस होती है ।
खुद मुझे एक जोरदार सेक्स की जरुरत है ” रिया मादक तरीके से अपने होठों पर जीभ फिराते हुए मुस्कुराने लगी ।
“मैं अभी किसी भी लड़के के साथ इन्वॉल्व नहीं होना चाहती , मतलब कोई रिलेशनशिप नहीं चाहती ।
लेकिन अगर कोई ऐसा लड़का मिले जो मुझे नहीं पहचानता हो और मैं उसे नहीं जानती हूँ ।
तो एक रात के लिए मुझे कोई ऐतराज नहीं और मेरी इच्छा भी पूरी हो जाएगी ।
फिर वो अपने रास्ते , मैं अपने रास्ते , कोई रिलेशनशिप या कमिटमेंट का झंझट नहीं ।
मेरा मतलब वो मुझे देख न पाये । क्योंकि अगर वो मुझे देख लेगा तो फिर कभी रिलेशनशिप रखने के लिए
या किसी और बात के लिये परेशान भी कर सकता है ।
यानी मैं किसी जान पहचान के लड़के के साथ इन्वॉल्व भी न होऊं और सेक्स की मेरी इच्छा भी पूरी हो जाये
कुछ ऐसा रास्ता निकले तो बात बन जाये ।”
“ ओहो ..... ये तो बड़ा ही उत्तेजक आईडिया है ।
एक अनजान लड़की एक अनजान लड़के के साथ बेड में ।
मेरा तो सोचने से ही पानी निकलने लगा है ।
लेकिन ऐसा होगा कैसे ? क्या तुम अपने चेहरे पे मास्क लगाओगी ? "
" नहीं मास्क से काम नहीं चलेगा ।
मैं भी उसको नहीं देखना चाहती हूँ और न ही उसको जानना चाहती हूँ ।
मतलब वो भी मेरे लिये अनजान ही रहे ।
ताकि फिर कभी मिले तो न मैं उसे पहचानू , न वो मुझे । "
फिर दोनों दोस्त सोचने लगीं कि ये कैसे किया जाये । तभी रिया बोली
“ मुझे एक आईडिया सूझा है तुम यहीं मेरा इंतज़ार करो " और वो सीढ़ियों से ऊपर फ्लोर पर चली गयी ।
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RE: Sex kahani किस्मत का फेर
कुछ मिनटों के बाद रिया लौटी तो उसके चेहरे पर शरारती मुस्कराहट थी ।
“आँचल क्या तुम sure हो कि तुम ये सब करना चाहती हो ? "
आँचल ने सिर्फ हाँ में सर हिला दिया ।
“ठीक है फिर , देखो फर्स्ट फ्लोर में एक बेडरूम खाली है ।
ये तुम्हारे आईडिया के लिए बिलकुल परफेक्ट है।
बस तुमको सारी लाइट्स ऑफ रखनी है , परदे चौड़े कर के फैला देने हैं
और बेड पर बैठ के इंतज़ार करना है , उस अनजान लड़के का ।
वहां अँधेरे कमरे में कोई तुम्हें देख नहीं पायेगा । मैं खुद चेक करके आयी हूँ ।”
कमरे में अनजान लड़के के साथ होने के ख्याल से आँचल के बदन में सिहरन सी दौड़ गयी ,
लेकिन साथ ही साथ टांगों के बीच में गुदगुदी भी ।
कोई अनजान लड़का , जिसको उसने कभी देखा न हो , जिससे वो कभी बोली न हो ,
वो उसके नंगे बदन को छुएगा , ये सोचकर उसका पूरा बदन सिहर उठा ।
“ लेकिन किसी लड़के को ये कैसे पता चलेगा कि मैं उस कमरे में हूँ ?”
“अरे उसकी चिंता तुम मुझपर छोड़ दो मेरी जान , मैं किसी न किसी लड़के को ढूँढ ही लाऊंगी अपनी शहजादी के लिए ।
बल्कि किसी दिन ये आईडिया मैं अपने ऊपर भी आजमाऊँगी ” रिया हँसते हुए बोली ।
" लेकिन अब तुम जल्दी करो ।
कहीं कोई और उस रूम में कब्ज़ा न कर ले , उससे पहले तुम जाओ वहां ।
बाकी सारे कमरों में जोड़ियां घुसी हुईं हैं ।" ऐसा कहकर रिया ने आँचल को खींचकर उठा दिया ।
आँचल ने मज़े मज़े में प्लान बना तो दिया पर अब उसे घबराहट होने लगी ,
वो कांपते पैरों से रिया के साथ कमरे की ओर बढ़ी ।
कमरे के पास पहुंचकर रिया ने पहले चेक किया कि कमरा अभी भी खाली तो है ।
फिर आँचल को भी अंदर बुला लिया ।
“चलो खेल शुरू करते हैं पर इस बात का पूरा ध्यान रखना कि तुम अपनी जबान बंद ही रखो
और अगर बहुत जरुरत पड़ ही जाये तो धीरे से आवाज़ बदलकर ही बोलना , समझ गयी ? " रिया ने आँचल को समझाया ।
“हाँ मुझको पता है " आँचल ने कहा । पर घबराहट उसके चेहरे पर साफ़ झलक रही थी ।
रिया ने आँचल को बेड में बिठा दिया और परदे चौड़े करके फैला दिये और लाइट्स ऑफ कर दी ।
फिर दरवाज़ा बंद करके वो बाहर आ गयी ।
बाहर आकर उसने एक गहरी सांस ली ।
उसके ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी थी ।
एक ऐसा लड़का ढूंढना था जो उनके आईडिया को पसंद करे और उस पर अमल को राजी हो ।
दिखने में ठीक ठाक हो और साथ ही साथ शरीफ भी होना चाहिए , जो उसकी प्यारी दोस्त को अच्छी तरह से ट्रीट करे ।
समीर पार्टी मेँ पहुँचता है । उम्र लगभग 21 वर्ष , 6 फुट की हाइट , गोरा रंग , जिम मेँ तराशा हुआ गठीला जिस्म ,
चौड़ी छाती ,मजबूत बांहें , सौम्य स्वभाव , आकर्षक व्यक्तित्व , स्पोर्ट्स मेँ विशेष रूचि है उसकी । इस शहर मेँ आये हुए ज्यादा समय
नहीं हुआ था , इसलिए उसके दोस्त या जानने वाले गिने चुने ही थे ।
उसके एक नए बने दोस्त ने इस पार्टी के लिए invite किया था । वहां देखता है कि डांस फ्लोर मेँ लड़के लड़कियां तेज संगीत की धुन
मेँ डांस कर रहे हैं , पर कोई उसकी पहचान का नहीं है । समीर अपने उस दोस्त को ढूंढता है पर वो उसे कहीं नहीं दिख रहा ।
वो अपने दोस्त के आने का इंतज़ार करने का मन बनाता है और टाइमपास के लिए बियर पीने लगता है।
15-20 मिनट इंतज़ार करने के बाद बोर होने लगता है ।
तभी एक खूबसूरत सी लड़की उसके पास आती है । उसने डीप कट ब्लाउज और स्कर्ट पहना हुआ था
जिसमें उसकी बड़ी बड़ी चूचियां आधी बाहर झलक रही थीं ।दिखने से ही फ़्लर्ट टाइप की लड़की लग रही थी ।
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RE: Sex kahani किस्मत का फेर
" hi मेरा नाम काम्या है “ उस लड़की ने समीर की तरफ हाथ बढ़ाया ।
" मैं समीर “ हाथ मिलाते हुए वो बोला ।
काम्या ने उसको एक बार अच्छी तरह से ऊपर से नीचे देखा फिर मुस्कुरायी । समीर भी मुस्कुरा दिया ।
समीर के गठीले बदन को देखकर काम्या इम्प्रेस हो जाती है ।
" बियर पियोगी “
" जरूर “
“क्या तुम अकेली हो यहाँ पार्टी में “
“मेरे कुछ दोस्त भी आने वाले थे पर शायद अभी आये नहीं हैं “ काम्या इधर उधर देखते हुए बोली , “और तुम ? “
“ मैं यहाँ ज्यादा लोगों को नहीं जानता , जिस दोस्त ने मुझे बुलाया था या तो वो अभी तक आया नहीं है या जल्दी चला गया ,
मैं भी अब यहाँ से निकलने की सोच रहा हूँ । “
“अरे ... अभी से जाने की क्यों सोच रहे हो ? पार्टी तो सारी रात चलेगी , मेरा साथ पसंद नहीं आ रहा क्या ? “
थोड़ा रूठने का सा मुंह बनाते हुए काम्या बोली ।
“अरे नहीं ! ऐसी बात नहीं , मैंने सोचा क्योँकि मेरे दोस्त नहीं यहाँ , तो मैं यहाँ रुक के क्या करूँगा ।“
“हमें भी अपना दोस्त ही समझो “ आँख मारते हुए मादक अंदाज़ में काम्या बोली ।
“ जब तक तुम्हारे और मेरे दोस्त नहीं आ जाते तब तक तुम मेरे साथ रहो , मज़ा आयेगा "
उन्मुक्त स्वभाव की काम्या समीर को छोड़ने के मूड में नहीं थी ।
समीर ने मन ही मन सोचा लड़की तो मस्त है , मज़ा तो आयेगा इसके साथ । काम्या की बात मान लेने में कोई हर्ज़ नहीं ।
जब आ ही गया हूँ पार्टी में , तो थोड़ी मस्ती करके ही जाना चाहिए ।
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RE: Sex kahani किस्मत का फेर
“छोड़ इसको ये मेरा माल है “ कोई लड़का समीर के पास आके चिल्लाया ।
फिर उस लड़के ने काम्या के बाल पकड़कर उसका मुंह समीर के लंड से हटा दिया ।
“रंडी छिनाल ! थोड़ा देर मेरा इंतज़ार नहीं कर सकती थी “ वो लड़का काम्या को हाथ पकड़कर झटके से फर्श से उठाते हुए बोला ।
उसकी तमीज देखकर समीर समझ गया कि ये चूतिया उन लोगों में से है जो लड़कियों की क़द्र नहीं करते
और उन्हें सिर्फ अपना माल समझते हैं ।
समीर ने अपना लंड अंडरवियर में डालकर पैंट पहन ली । समीर का मूड हुआ कि उस चूतिये का थोबड़ा बिगाड़ दे ,
उसके मजबूत जिस्म के सामने वो चूतिया कुछ भी नहीं था ।
लेकिन उसने सब्र से काम लिया और गुस्से में उसको घूरता रहा ।
अपने बॉयफ्रेंड को अचानक सामने देखकर पहले तो काम्या हड़बड़ा गयी । फिर मुस्कुराते हुए फटाफट अपने कपडे पहनने लगी ।
उसके लिए ये कोई नयी बात नहीं थी ।
आसपास की कुछ जोड़ियां भी ये तमाशा देखकर मुस्कुरा रही थीं ।
“समीर ये है मेरा बॉयफ्रेंड मुकुल और ये समीर है “ काम्या भांप लेती है कि समीर को गुस्सा आ गया है, झगड़ा टालने के लिये ,
वो दोनों का परिचय करा देती है ।
मुकुल समीर से हाथ मिलाता है और हंसकर कहता है “ मैं तुमसे नाराज़ नहीं हूँ दोस्त , ये छिनाल है ही ऐसी ।”
काम्या समीर की तरफ हताश नज़रों से देखती है और कहती है “सॉरी समीर । “
मुकुल अपनी पैंट की ज़िप खोलकर लंड बाहर निकाल लेता है और काम्या को धक्का देकर घुटनो के बल बिठा देता है
और उसके मुंह मेँ अपना लंड ठूंस देता है ।
“छिनाल अब चूस मेरे लंड को और दिखा मुझको कि तू कितना अच्छा लंड चूसती है । “
काम्या अब मुकुल का लंड चूसने लगती है ।
इस तमाशे से समीर का मूड ख़राब हो जाता है । उसकी KLPD हो गयी थी ।
वो अपना सर हिलाते हुए सीढ़ियों से नीचे उतरने लगा , घर जाने के लिये ।
अब पार्टी से उसका मन उखड़ गया था ।
उधर रिया काफी देर तक पार्टी में कोई अच्छा सा लड़का ढूंढती है । लेकिन कोई सही सा लड़का नहीं मिल रहा ।
ज्यादातर लड़के अपनी गर्लफ्रेंड के साथ थे । जो अकेले थे वो उच्छृंखल या बेहूदे टाइप के ही दिख रहे थे ।
कोई रिया के मन मुताबिक मिल ही नहीं रहा था।
रिया थोड़ी देर और इंतज़ार करने का फैसला करती है शायद कोई मिल जाये ।
अगर नहीं मिलेगा तो कोई बात नहीं , पर लड़का अच्छा ही होना चाहिए ।
वरना रिस्क लेने की कोई जरुरत नहीं , इससे बेहतर तो प्रोग्राम कैंसिल ही कर दिया जाये ।
तभी उसकी नज़र सीढ़ियों से नीचे उतरते समीर पर पड़ती है । उसकी आँखों में चमक आ गयी ।
ये बिलकुल सही लग रहा है । उसने मन ही मन सोचा , ऐसा ही तो चाहिए था ।
स्मार्ट भी है और सौम्य भी लग रहा है , ऐसा लड़का हाथ से जाने नहीं दूंगी ।
“hi , मैं रिया “ वो लपक के उसके पास पहुँचती है ।
" hi , मैं समीर “
जब समीर ने अच्छे से रिया को देखा तो देखता ही रह गया , लम्बा कद और लम्बी चिकनी टाँगे ,
बड़े क्लीवेज वाले टॉप और छोटी स्कर्ट मेँ रिया क़यामत लग रही थी ।
बड़े क्लीवेज से उसकी बड़ी बड़ी चूचियों का काफी हिस्सा दिखाई दे रहा था ।
रिया ने उसकी आँखों के आगे हाथ हिलाया और हँसते हुए सेक्सी आवाज़ मेँ बोली
“ देख लिया मुझे अच्छी तरह से ? कैसे लगी मैं तुम्हें ? “
समीर पहले तो झेंप गया फिर मुस्कुराते हुए बोला “ तुम बहुत खूबसूरत लग रही हो , सच्ची … बहुत सेक्सी ।“
रिया मुस्कुरायी और फिर उससे कॉलेज की बातें करने लगी । जब उसको समीर के व्यवहार और बातों से
तसल्ली हो गयी कि समीर एक शरीफ लड़का है तो उसने अपने पत्ते खोलने शरू किये ।
“ शायद फिर कभी हम मस्ती कर पायें पर अभी तो तुम मेरा एक काम कर दो “
एक मादक मुस्कान से समीर को रिझाते हुए बोली ।
“ बताओ , मैं क्या कर सकता हूँ तुम्हारे लिए रिया ।“
“ वो ..वो ..” रिया हिचकिचाई ।
समीर का मूड अभी भी काम्या की वजह से ख़राब ही था पर वो धैर्य से रिया के बात कहने का इंतज़ार करने लगा ।
“ मेरी एक प्यारी दोस्त है , … …… उसे कोई साथ चाहिए थोड़ी देर के लिए …… मैं कैसे कहूं ……मतलब .. ....
काफी समय से उसने सेक्स नहीं किया है....... उसको सेक्स की इच्छा हो रही है ………
और अगर मैं खरी खरी बात कहूं तो she needs a hard fucking। समझे मेरी बात को ?
पता नहीं मैं अपनी बात ढंग से समझा भी पायी या नहीं तुमको ।"
“ मैं क्या कहुँ रिया , खुद मैं मज़ा कर रहा था एक लड़की के साथ ।पर ठीक टाइम पर उसका बॉयफ्रेंड आ धमका
और मेरा सारा मज़ा किरकिरा कर दिया । और अब मेरा मूड ऑफ हो गया है। ”
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04-26-2020, 02:11 PM,
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RE: Sex kahani किस्मत का फेर
"ओह , ये तो तुम्हारे साथ बहुत बुरा हुआ , समीर । लेकिन मेरी दोस्त के मामले में तुम्हारे साथ ऐसा नहीं होगा ।
जहाँ तक मुझे मालूम है वो आजकल सिंगल ही है और अभी तो वो सेक्स के लिए उतावली भी है ।
तुम्हें भी बहुत मज़ा आएगा उसके साथ , सच में , मेरा यकीन मानो तुम ।”
ये सुनकर समीर हंस दिया । रिया के साथ अब उसका मूड भी थोड़ा ठीक हो गया था ।
“ वो बहुत अच्छी लड़की है और खूबसूरत भी । बल्कि मुझसे भी कहीं ज्यादा सुन्दर ।
मुझे उसको अपने से सुन्दर बताने में जलन हो रही है । लेकिन वो वास्तव में बहुत सुन्दर है तुम मेरा विश्वास करो । “
मूड थोड़ा ठीक होने से समीर को रिया का ये प्रस्ताव भा जाता है ।
जब लड़की की इतनी तारीफ ये कर रही है तो मौका हाथ से क्यों जाने दूँ ।
काम्या के साथ वैसे भी उसकी KLPD हो गयी थी।
अब अपनी अधूरी रह गयी उत्तेजना को शांत करने का ये सुनहरा मौका था ।
" ठीक है , मैं तैयार हूँ । "
“एक बात और है समीर , मेरी दोस्त फर्स्ट फ्लोर में एक अँधेरे कमरे में है ।
और वो अपनी पहचान उजागर करना नहीं चाहती । वो तुमसे कुछ भी नहीं बोलेगी और तुम भी उसे कुछ नहीं बोलोगे ।
अजनबियों की तरह सेक्स करोगे और बिना कुछ बोले ही कमरे से बाहर आ जाओगे ।
मंजूर है तुम्हें ? “
“ ये है तो कुछ अजीब सी बात लेकिन चलेगा । तुम चाहती हो कि मैं अभी जाऊं उसके पास या …..”
समीर ने अपनी बात अधूरी छोड़ दी ताकि ये न लगे कि वो सेक्स के लिए उतावला हो रहा है ।
“तुम्हारी मर्ज़ी जब भी तुम जाना चाहो । मैं तुम्हें वो कमरा दिखा देती हूँ ।
मैं फिर से तुम्हें बता रही हूँ कि अगर तुम्हें कुछ बोलना पड़ ही जाये तो अपनी आवाज़ चेंज कर के धीमे से बोलना
और जितना हो सके कम से कम शब्द ही बोलना , ठीक है ? ”
“ ठीक है । "
रिया समीर को कमरे की तरफ ले जाती है ।
कमरे के पास पहुंचकर दोनों रुक गये ।
“ दरवाज़ा खोलने से पहले मुझसे वादा करो कि तुम मेरी प्यारी दोस्त को कोई भी कष्ट नहीं दोगे ।
मैं नहीं चाहती कि उसे कुछ भी परेशानी हो । “
समीर सहमति में सर हिला देता है और कमरे के अंदर जाकर दरवाज़ा बंद कर देता है ।
आँचल बेड पर दरवाज़े की तरफ पीठ करके बैठी थी अँधेरे और सुनसानी की वजह से वह अपने दिल की तेज धड़कनो को साफ़ महसूस कर पा रही थी । घबराहट से वो हांफ रही थी और उसकी छाती ऊपर नीचे हो रही थी ।
तभी दरवाज़ा खुलने और बंद होने की आवाज़ कमरे में गूँज उठी और उसके पीछे से क़दमों की आहट नज़दीक आते गयी । आँचल नर्वस होकर अपने हाथ आपस में मलने लगी । उसकी घबराहट और बढ़ गयी । एक अनजाने डर से उसके शरीर में एक कंपकंपी सी दौड़ गयी । तभी उसने अपने कन्धों पर किसी के हाथ का स्पर्श महसूस किया । उसका शरीर बुरी तरह से काँप उठा ।
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04-26-2020, 02:12 PM,
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RE: Sex kahani किस्मत का फेर
झड़ने के बाद निढाल होकर वो आँचल के बदन पर लेट गया । आँचल अपनी जबरदस्त चुदाई से थककर गहरी गहरी सांसे ले रही थी । वो थकान से चूर हो चुकी थी । ऐसा जबरदस्त सेक्स उसके साथ पहले कभी किसी ने नहीं किया था । उसको इतनी कामतृप्ति पहली बार मिली थी ।
थोड़ी देर बाद अजनबी उठा और अपने कपडे ढूंढकर पहनने लगा ।
“थैंक्स " आँचल ने धीरे से कहा , वो मुस्कुराया और कमरे से बाहर चला गया ।
थकान से आँचल ने अपनी आँखें बंद कर ली और बेड पर लेटी रही । आँचल का हिलने का मन ही नहीं हो रहा था , उसका पूरा बदन दर्द कर रहा था । उसके बदन से पसीने और चूतरस की मिली जुली गंध आ रही थी । लेकिन वो ज्यादा देर वहां नहीं रुकना चाहती थी क्योंकि किसी भी समय रिया वहां आ सकती थी । वो नहीं चाहती थी कि रिया उसको ऐसी हालत में देखे और परेशान हो ।
पूरी जान लगाकर वो बेड से उठी और अपने कपडे ढूंढने लगी । उसको अपनी ब्रा और ड्रेस , बेड के पास ही पड़े मिल गए पर पैंटी नहीं मिली । ब्रा और ड्रेस पहनकर उसने अँधेरे में ही हाथों से फर्श पर टटोला और थोड़ा आगे उसे अपनी पैंटी भी पड़ी मिल गयी जिसे अजनबी ने उतारकर फ़ेंक दिया था । अपनी बुरी तरह से थक चुकी टांगों पर उसने पैंटी ऊपर खींची और बिना लाइट ऑन किये हुए ही लड़खड़ाते पैरों से उस अँधेरे कमरे से बाहर आ गयी।
कमरे से थोड़ी दूरी पर रिया एक लड़के से बातों में मशगूल थी ।
आँचल ने रिया की तरफ देखा और एक कमज़ोर मुस्कराहट उसके थके हुए चेहरे पर आयी ।
रिया उसकी तरफ देखकर मुस्कुरायी “ अरे मेरी प्यारी छिनाल , मैं तो इंतज़ार करते करते थक गयी ।
मैंने तो सोचा तुम उसको छोड़नेवाली ही नहीं हो रात भर ।”
आँचल हंसी और उस लड़के की तरफ देखकर रिया से आँखों ही आँखों में पूछा ।
“ अरे ये मेरा दोस्त है अब मज़ा करने की मेरी बारी है " और जोर से हँसते हुए रिया उस लड़के को कमरे में धकेलने लगी ,
फिर आँचल को आँख मारते हुए बोली “ तुम मेरा इंतज़ार मत करना , मुझे थोड़ा समय लगेगा यहाँ ।"
सीढ़ियों से नीचे उतरते समय आँचल सोच रही थी कि क्या कभी फिर से उस अजनबी से उसका सामना होगा
और अगर ऐसा हुआ भी तो क्या वो फिर से उसके साथ सेक्स करना चाहेगी ?
उधर समीर अनजान लड़की के साथ अच्छी चुदाई से खुश होकर बियर पीने के लिए रुक जाता है
और फिर घर की तरफ जाने के लिए निकल पड़ता है ।
वहीँ गेट पर उसको आँचल दिखाई दे जाती है , उसको पता नहीं था कि आँचल भी पार्टी में आयी है ।
" आँचल " उसने पीछे से आवाज़ दी ।
आँचल चौंककर पीछे मुड़ी और अपने छोटे भाई समीर को वहां खड़े देखकर हैरान हो गयी ।
समीर और आँचल की उम्र में सिर्फ डेढ़ साल का अंतर था , इसलिए समीर उसको दीदी न कहकर आँचल ही कहता था ।
वैसे भी लम्बा चौड़ा गठीला जिस्म होने से समीर उससे बड़ा लगता था ।
दोनों भाई बहन किराये के फ्लैट में रहते थे । समीर को आँचल के पास आये हुए ज्यादा समय नहीं हुआ था ।
आँचल ने अभी अपने फ्रेंड्स को समीर से नहीं मिलवाया था , इसलिए इस शहर में उन्हें भाई बहन के रूप में कोई नहीं जानता था ।
अपने बॉयफ्रेंड से ब्रेकअप के बाद आँचल ने अपने दूसरे फ्रेंड्स से भी मिलना जुलना कम कर दिया था और ज्यादातर वक़्त
वो अपने कमरे में ही गुजारती थी । समीर के आ जाने से उसका अकेलापन भी थोड़ा कम हो गया था ।
पार्टी में आने से पहले जब समीर घर गया था तो वहां उसको आँचल नहीं मिली थी ।
लेकिन आँचल का लिखा हुआ एक नोट मिला था । जिसमें उसने लिखा था कि वो आज देर से घर आएगी इसलिए समीर डिनर पर
उसका इंतज़ार न करे । आँचल को मालूम नहीं था कि किसी ने समीर को भी उसी पार्टी में invite किया है । समीर भी बाद में उसी पार्टी में चला आया ।
“अरे समीर तुम ! तुम यहाँ !!! ” आँचल को मालूम था कि समीर को यहाँ ज्यादा लोग नहीं जानते तो फिर वो पार्टी में कैसे आया ?
उसे किसने बुलाया ? ऐसे ही सवाल उसके मन में आये ।
“अरे मुझे एक दोस्त ने invite किया था यहाँ , पर वो मुझे कहीं दिखा ही नहीं ” उसने अपनी थकी हुई सी लग रही बहन की तरफ देखकर कहा ।
“मैं अपनी दोस्त की गाड़ी में आयी थी , लेकिन वो अभी नहीं आ रही है । मैं घर जा रही हूँ , तुम लो पार्टी के मज़े । "
“ बहुत हो गयी पार्टी , अब मैं भी घर ही जा रहा हूँ ” समीर बोला और उसके चेहरे की तरफ ध्यान से देखने लगा ।
आँचल ने उसको घूरते हुए पाया तो भौंहें चढ़ाते हुए बोली “क्या हुआ ? क्या देख रहे हो ? ”
“ कुछ नहीं “ समीर मुस्कुराया और कार पार्किंग की तरफ बढ़ गया ।
“तो तुमने पार्टी का मज़ा लिया ? ” कार में बैठकर आँचल बोली ।
“हाँ मज़ा तो आया मुझे पार्टी में , और तुम्हें ?” गाड़ी स्टार्ट करते हुए समीर बोला ।
“ मुझे भी ” आँचल बोली और फिर मुस्कुराते हुए उन मादक पलों की याद में खो गयी ।
लम्बे समय बाद अपनी बहन को खुश देखकर समीर भी मन ही मन खुश हुआ , उसने महसूस किया था कि ब्रेकअप के बाद से आँचल थोड़ा उदास रहती थी । पर वो उसकी उदासी दूर करने के लिए कुछ नहीं कर सकता था , क्योंकि वो उसका भाई था , उसके बॉयफ्रेंड की जगह वो कैसे भर सकता था ।
“हाँ , तुम्हारा चेहरा बता रहा है । किसी लड़के के साथ थीं ना तुम ?”
समीर मुस्कुराते हुए आँचल की तरफ देखकर बोला ।
आँचल कुछ नहीं बोली और सामने की तरफ देखते रहकर सिर्फ मंद मंद मुस्कुरा दी ।
“ लाओ मैं तुम्हारा चेहरा साफ़ कर दूँ “ समीर एक टिश्यू पेपर निकालकर आँचल की ओर झुककर उसके चेहरे के एक कोने पर लगा हुआ
सफ़ेद चिपचिपा सा कुछ , पोंछ देता है ।
आँचल भौंचक्की सी , कभी समीर के हाथ को , कभी टिश्यू पेपर को देखती रह गयी ।
“ shit …” आँचल ने धीरे से कहा ।
अजनबी ने उसके मुंह में अपना वीर्य भर दिया था । जो मुंह से बाहर निकलकर उसके चेहरे पर इधर उधर लग गया था ।
मुंह साफ़ करने के बावजूद शायद कहीं पर थोड़ा सा चिपका रह गया था ।
आँचल बुरी तरह झेंप गयी । उसने समीर की तरफ से नज़रें मोड़ ली और कार से बाहर की तरफ देखने लगी ।
हालाँकि दोनों ही बहुत आधुनिक ओर खुले विचारों के थे और हम उम्र होने की वजह से दोनों की आपस में बहुत पटती थी ।
दोनों के अपने अपने बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड रह चुके थे । दोनों की अपनी अपनी सेक्स लाइफ थी औऱ दोनों एक दूसरे की प्राइवेसी की रेस्पेक्ट करते थे ….लेकिन फिर भी....... ये वाक़्या तो आँचल को शर्मिंदा कर गया ।
घर पहुँचने तक दोनों में से कोई कुछ नहीं बोला ।
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