Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
07-04-2018, 12:54 PM,
#1
Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 1

ये कहानी एक भरे पूरे परिवार की है जो एक छोटे शहर में रहते है परिवार के सदस्या इस प्रकार है
राजेश (पिता) 45 य्र्स
मोनिका (मां) 43 य्र्स 38-36-40
मनीषा (बेटी) 25 य्र्स 36-26-38
माधुरी (बेटी) 24 य्र्स 38 – 30 – 40
योगेश (बेटा) 22 य्र्स
योगिता (बेटी) 20 य्र्स 34-26-38
पूजा (बेटी)18 य्र्स 36-26-36
ये सभी हमारी कहानी के मुख्य किरदार है कुछ और भी है जब वो आएँगे तब उनसे भी आपका परिचय हो जाएगा
राजेश मुख्य टूर पर शहर से कुछ दूर एक गाँव का रहने वाला था जहां उनकी बहुत सारी ज़मीन है जिस से सालाना लाखो की आमदनी होती है और भी धंधे राजेश ने खोल रखे है जिस वजह से उन्हें रुपयों पैसों की कोई कमी नहीं थी सिर्फ़ बच्चों की पढ़ाई लिखाई की वजह से ही राजेश इस शहर में आया था
वैसे तो वो बहुत शरीफ है पर हाथ आए माल को वो अपने हाथ से जाने नहीं देता था वो खेती की वजह से रोज ही गाँव जाता रहता था कभी कभी तो 3-4 दिन उसे वहाँ रुकना भी पड़ता था वहाँ उसका एक खास नौकर था स्यमू जो उस के खाने पीने और चोदने सभी चीज़ों की व्यवस्था करता था
अब घर की मालकिन के बारे में जानते है

माधुरी एक बहुत ही सुंदर और चंचल लड़की है वो सभी बहनों से सुन्दर है पढ़ाई उस ने भी चुद दी है और अब घर पर ही रही कर मनीषा की मदद करती है सेक्स और चिदई में उसको बहुत इंटरेस्ट था पर कॉलेग के अलावा घर से अकेले निकालने का कभी मौका ही नहीं मिलता था वैसे वो भी ब्लू फिल्में देख चुकी थी और सेक्स स्टोरी भी पढ़ चुकी थी फिंगरिंग करना उसका रोज का कम था
योगेश एक हंडसम स्मार्ट और हँसमुख लड़का है पर्सनॅलिटी भी बहुत अच्छी है सेक्स का तो दीवाना है रोज दो तीन बार मूठ मारना तो उसके लिए बहुत जरूरी है उसकी अपनी सभी बहनों में सबसे प्यारी बहन माधुरी है जिस से उसकी बहुत पट्टी है दोनों एक दूसरे से दोस्तों की तरह ट्रीट किया करते है वो अभी पढ़ाई भी कर रहा है और इकलौता बेटा और भाई होने के कारण वो सभी का चहरता है यहाँ तक की मनीषा भी उसकी छोटी मोटी ग़लतियो को इग्नोर कर दिया करती है
अब अकीर में बची दो छोटी बहने योगिता और पूजा ये दोनों हर डिपार्टमेंट में एक से तरफ एक है दोनों ही अभी कोलेडग में है और हमेशा साथ ही रहती है ये दोनों बहने कम और सहेलिया ज्यादा है दोनों ही कभी भी कोई बात एक दूसरे से नहीं छुपा थी है और कमरा भी एक ही शेयर करती है
दोस्तों अब इनका इंट्रो पूरा हुआ कुछ बाकी रहा हो तो टाइम पर बता दूँगा पर हाँ एक खास बात बता दूं इस घर में इन लड़कियों को एक लिमिट में ही चुत मिली हुई है क्यों की राजेश की बहन ने घर से भाग कर शादी की थी इस वजह से ऑन सभी लड़कियों को शुरू से गर्ल्स कॉलेज और कोलेडग में पढ़ना पड़ा वो भी टाइम पर जाना और टाइम पर आना अकेली कहीं भी जाना मना था जहाँ भी जाना हो बाप भाई या मां के ही साथ जाना होता था कोई पार्टी या बर्थ दे अलो नहीं थे इस मामले में राजेश बहुत सख्त था लड़कियों के पास मोबाइल भी सींपेल थे जिन पर नेट की सुविधा माही थी घर पर भी कोई कपमपुटेर नहीं था सिर्फ़ एक लॅपटॉप था जो की योगेश को उसके पिछले भी’दे पर राजेश ने ही गिफ्ट किया था
कुल मिला के इन लड़कियों की दुनिया सिर्फ़ उनका घर ही था
चलिए अब कहानी शुरू करते है

है मेरी जान एक बार बस एक बार तेरी चुत मिल जाए फिर देख उसे मैं कैसे फड़ता हूँ’
योगेश लापी पर कटरीना का एक फेंक न्यूड पिक्चर देख कर मूठ मरते हुए बेक जा रहा था
दिन अभी निकला ही था और उसने अपना फेवरते कम शुरू कर दिया था अक्सर रोज ही उसके दिन की शुरूआत ऐसे ही होती थी
आअहह………. ले साली ले झेल ये कहते कहते उसके लंड ने पिचकारी चोद दी
फारिग होने के बाद वो फ्रेश होकर हटा ही था के नीचे से मनीषा की आवाज़ आई ‘योगेश जल्दी नीचे आ हमें देरी हो रही है’ ‘हाँ दीदी बस एक मिनट’ आज मनीषा और उसकी मां को हप्ते भर के लिए उसके माआंटी के यहाँ जाना था और उन्हें स्टेशन तक चोदने योगेश को ही जाना था क्यों की उसके अंकल कल से गाँव गये हुए थे और अभी 3-4 दिन वहीं रुकने वाले थे
योगेश नीचे आया तो माधुरी उसके लिए नाश्ता ले कर आई उसे देखते ही योगेश ने आँख मारी और बोला
‘ही स्वीटी गुड मॉर्निंग’
‘गुड मॉर्निंग डार्लिंग’ माधुरी ने रिप्लाइ किया
कैसे भाई बहन हो तुम दोनों कभी तो भाई बहन जैसे बातें कर लिया करो मनीषा छिड़ कर बोली
क्या मनु दी आप भी आपको पता ही है की मधु मेरी बहन कम और बेस्ट फ्रेंड ज्यादा है फिर भी आप हमेशा ही मुझे टोकती रहती हो योगेश बोला
अरे पगले ये बात नहीं है मनु दीदी हमें इस लिए टोकती है की तुम उस से भी फ्रेंड शिप कर लो’ माधुरी ने आग में घी डाला
तू तो बस चुप ही रहा कर योगी तो छोटा है पर तू तो कुछ समझा कर’ मनीषा ने माधुरी को झिड़का
तभी पास आती मोनिका बोली- क्या मनु तू भी क्या बेकार का झांजात ले कर बैठ गई जब ये तेरे अंकल के समझने से भी नहीं मैंने तो क्या तेरी बात मान लेंगे और वैसे भी ये लोग तो बचपन से ही ऐसे बिहवे करते है’
तब तक योगेश नाश्ता कर चुका था आप लोग बॅग्स बाहर निकालो तब तक मैं गाड़ी निकलता हूँ ये कह कर योगेश बाहर निकल गया
तभी योगिता और पूजा भी कोलेडग के लिए तैयार हो कर आ गये
चलो तुम लोग भी हमारे साथ ही चलो योगी तुम्हें भी ड्रॉप कर देगा मनीषा बोली
‘और हाँ लड़कियों हमारे पीछे किसी भी प्रकार कोई झगड़ा नहीं होना चाहिए क्यों की तुम्हारे अंकल भी घर पर नहीं है वैसे मैंने योगी को बोल दिया है के हमारे आने तक कोलेडग से छुट्टी कर ले और मधु तुम इन सब का ध्यान रखना समझी तुम सब मोनिका बोली
तीनों लड़कियों ने हामी में सर हिलाया तभी बाहर से हॉर्न की आवाज़ आई सभी बाहर निकल गये
योगेश सभी को चोद कर आया आज वो बहुत खुश था क्योंकि ऐसा सुनहरा मौका उसे बहुत कम ही मिलता था के घर में इतने कम लोग हो आज वो पूरा दिन ब्लू फिल्म देखते हुए मूठ मारना चाहता था
वैसे ये मौका उसे वैसे भी हासिल था क्योंकि दो मंज़िला मकान में नीचे के फ्लोर पर उसके मुम्मी अंकल रहते है और उप्पर के चार कमरों में वो सभी भाई बहन रहते है जिसमें उसका मनीषा का और माधुरी का रूम सेपरेट था योगिता और पूजा एक ही रूम शेयर करती थी पर घर में इतने ज्यादा लोग होने से वो खुल कर कभी भी इंजोय नहीं कर पता था क्योंकि दिन में दरवाजा भी बंद नहीं कर सकता था
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 1
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07-04-2018, 12:55 PM,
#2
RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 2

अपने रूम में जा कर उसने कपड़े चेंज किए और नीचे आ गया उसे माधुरी कहीं भी डिकई नहीं दी ुसनव टाइम देखा 10 बज चुके थे योगिता और पूजा 4 बजे वापस लौट थी थी उसने किचन में झाँका माधुरी वहाँ कुछ काम कर रही थी उसने माधुरी को पीछे से हग करते हुए पूछा क्या कर रही हो डार्लिंग’
कुछ नहीं खाना तो बन चुका है बस थोड़ी सफाई कर रही हूँ तू थोड़ी देर रुक मैं फ्रेश होकर तेरे लिए कगाना लगा देती हूँ ये कहते हुए वो पीछे मुड़ती है योगेश के एकदम चिपके होने के कारण मुड़ते ही उसके बारे बूब्स योगेश के सीने में दब से जाते है अचानक ऐसा होने से योगेश को झटका सा लगता है उसने अपनी बहन के बारे बारे बूब्स अभी अभी अपने सीने में चुभते हुए महसूस किए थे इधर मदूरी भी सन्न्न रही जाती है उसे योगेश की हालत देख कर पता चल जाता है की उसने उसके बूब्स महसूस किए है
थोड़ी देर तक दोनों ऐसे ही खड़े रहते है फिर अकीर में योगेश ही बोला ‘ठीक है मैं बाहर टीवी देखता हूँ तुम जल्दी से खाना लगाओ फिर मुझे कोलेडग का काम करना है ये कह कर वो बाहर निकल गया
टीवी देखने में भी उसका मान नहीं लग रहा था रही रही कर उसे अपने सीने पर मधु के बूब्स का अहसास हो रहा था वो मान ही मान अपने आप पर नाराज़ हो रहा था क्यों वो मधु के इतने करीब गया पर फिर सोचता की इसमें उसकी गलती ही क्या है पहले भी तो उसने कितनी बार ऐसे किया है पर आज तक कभी भी ऐसा नहीं हुआ अगर मधु एकाएक नहीं मुड़ती तो शायद ऐसा नहीं होता तभी उसका ध्यान अपने पेंट की तरफ गया जहाँ उसने लंड की जगह एक बड़ा टेंट बना देखा वो फिर सोच में पड़ गया क्या उसका लंड अपनी सगी बहन के लिए खड़ा हो गया है उसने अपने आप को ही गली बाकी और टीवी में ध्यान लगाने की कोशिश करने लगा
उधर मधु की हालत भी कुछ अलग नहीं थी वो अभी जो कुछ भी हुआ उसके लिए अपने आप को ही जिम्मेदार मान रही थी योगेश का क्या है वो तो हमेशा ही ऐसा करता है मैं ही अचानक क्यों मुड़ी सब गलती मेरी ही है क्या सोचा होगा उसने मेरे बारे में ये सब सोचते हुए वो बाथरूम में गई और कपड़े उतार कर नहाने लगी उसने अभी पैंटी नहीं उतरी थी एकाएक उसे अपनी पैंटी में चुत के पास कुछ गीला सा लगा उसने पैंटी उतार कर देखा तो ये उसकी चुत का पानी था ‘अब ये कहाँ से आ गया’ वो सोचने लगी क्या अपने भाई के बारे में सोच कर मुझे ऐसा हुआ अपने आप ही उसके हाथ चुत को सहलाने लगे और एक उंगली अंदर बाहर होने लगी उसके ख़यालो में किसी का चेहरा नहीं था पर उसके मान की दमित भावनाएं जागने लगी और अब एक की जगह दो उंगलियां सतसट अंदर बाहर होने लगी वो निर्विकार भाव से बहुत तेजी से फिंगरिंग करने लगी अचानक उसका शरीर एत्ने लगा और आंखें बंद हो गई वो झड़ने लगी मजे के कारण उस के मुंह से आहह….उउउफफफ़फ्ग…….हाईई….जैसी आवाजें निकालने लगी एकाएक एक चेहरा उसके ख़यालो में आया और अपने आप ही उसके मुंह से निकला ‘ओह योगी प्लीज़ फुउक में’
ये बुखार उतार जाने के बाद उसे याद आया के लास्ट में उसके मुंह से क्या निकला था क्या मैं अपने ही भाई से चुदना चाहती हूँ……. धात्ट ऐसा कहीं होता है सर झटक के उसने जल्दी से नहाया और एक टॉप और लोवर पहन कर दोनों के लिए खाना लगाया और योगेश को आवाज़ लगाई योगेश ने टीवी बंद की और डाइनिंग टॅबेल पर मदु के सामने वाली कुर्सी पर बैठ गया मधु का टॉप थोड़ा टाइट था और उसने अंदर ब्रा भी नहीं पहनी थी तो उसके उभर खुल कर बाहर आ रहे थे और ज़रा भी हरकत होते ही हिलने भी लगते थे ये देखते ही योगेश की नज़रे वहीं जम सी गई और लंड फुल टाइट हो गया अब उसे सामने बैठी उसकी बहन बहन नहीं किसी ब्लू फिल्म की हेरोइन नज़र आने लगी थी उसका मान कर रहा था के अभी टॉप को फाड़ कर उसके बूब्स मसल डाले वो एकदम पठार की मूरत बन कर मधु को एकटक देखे जा रहा था तभी मधु ने उसकी ओर देखा और योगेश को इस टाइप से देखते हुए उसने उसकी नज़रो का पीछा किया तो पाया की वो इसके बूब्स को ही घूर रहा है उसे एक अजीब सी फाइलिंग हुई आज ये सब क्या हो रहा है अभी उसने खुद अपने भाई के नाम की मूठ मारी और अब उसका भाई उसे ऐसे घूर रहा है उसने खाना लगा दिया था पर अब योगेश को बोले कैसे अगर उसे पता चल गया के मैंने अपने बूबा को घूरते हुए देख लिया है तो बेचारा बेकार में ही गिल्टी फील करेगा अब मैं क्या करूं ये सोचते हुए अचानक एक आइडिया आया उसने एक चमचा जानबूझ कर नीचे गिरा दिया अचानक हुई छणक की आवाज़ से योगेश की तंद्रा टूटी क्या हुआ वो बोला ,
सॉरी भैया वो चमचा नीचे गिर गया मैं उठा लेती हूँ कहकर जैसे ही वो नीचे झुकी उसकी नज़र सीधे योगेश के पेंट पर बने टेंट पर गयी उसे ऐसा लगा जैसे उसकी चुत फिर से पानी छोड़ लगी हो हे राम कितना बड़ा टेंट बना हुआ है लंड है या मूसल ये सोचते हुए वो अपनी चुत को सहलाने लगी
क्या हुआ नहीं मिल रहा क्या ?
योगेश की आवाज़ सुनते ही उसने छमचा उठाया और सीधे होते हुए बोली वो थोड़ा दूर गिरा था इसलिए हाथ नहीं पहुँच पा रहा था
फिर दोनों भाई बहन अपनी अपनी सोचो में डूबे हुए खाना खाने लगे …..

माधुरी एक बहुत ही सुंदर और चंचल लड़की है वो सभी बहनों से सुन्दर है पढ़ाई उस ने भी चुद दी है और अब घर पर ही रही कर मनीषा की मदद करती है सेक्स और चिदई में उसको बहुत इंटरेस्ट था पर कॉलेग के अलावा घर से अकेले निकालने का कभी मौका ही नहीं मिलता था वैसे वो भी ब्लू फिल्में देख चुकी थी और सेक्स स्टोरी भी पढ़ चुकी थी फिंगरिंग करना उसका रोज का कम था
योगेश एक हनडसूम स्मार्ट और हँसमुख लड़का है पर्सनॅलिटी भी बहुत अच्छी है सेक्स का तो दीवाना है रोज दो तीन बार मूठ मारना तो उसके लिए बहुत जरूरी है उसकी अपनी सभी बहनों में सबसे प्यारी बहन माधुरी है जिस से उसकी बहुत पट्टी है दोनों एक दूसरे से दोस्तों की तरह ट्रीट किया करते है वो अभी पढ़ाई भी कर रहा है और इकलौता बेटा और भाई होने के कारण वो सभी का चहरता है यहाँ तक की मनीषा भी उसकी छोटी मोटी ग़लतियो को इग्नोर कर दिया करती है
अब अकीर में बची दो छोटी बहने योगिता और पूजा ये दोनों हर डिपार्टमेंट में एक से तरफ एक है दोनों ही अभी कोलेडग में है और हमेशा साथ ही रहती है ये दोनों बहने कम और सहेलिया ज्यादा है दोनों ही कभी भी कोई बात एक दूसरे से नहीं छुपा थी है और कमरा भी एक ही शेयर करती है
दोस्तों अब इनका इंट्रो पूरा हुआ कुछ बाकी रहा हो तो टाइम पर बता दूँगा पर हाँ एक खास बात बता दूं इस घर में इन लड़कियों को एक लिमिट में ही चुत मिली हुई है क्यों की राजेश की बहन ने घर से भाग कर शादी की थी इस वजह से ऑन सभी लड़कियों को शुरू से गर्ल्स कॉलेज और कोलेडग में पढ़ना पड़ा वो भी टाइम पर जाना और टाइम पर आना अकेली कहीं भी जाना मना था जहाँ भी जाना हो बाप भाई या मां के ही साथ जाना होता था कोई पार्टी या बर्थ दे अलो नहीं थे इस मामले में राजेश बहुत सख्त था लड़कियों के पास मोबाइल भी सींपेल थे जिन पर नेट की सुविधा माही थी घर पर भी कोई कपमपुटेर नहीं था सिर्फ़ एक लॅपटॉप था जो की योगेश को उसके पिछले भी’दे पर राजेश ने ही गिफ्ट किया था
कुल मिला के इन लड़कियों की दुनिया सिर्फ़ उनका घर ही था
चलिए अब कहानी शुरू करते है

है मेरी जान एक बार बस एक बार तेरी चुत मिल जाए फिर देख उसे मैं कैसे फड़ता हूँ’
योगेश लापी पर कटरीना का एक फेंक न्यूड पिक्चर देख कर मूठ मरते हुए बेक जा रहा था
दिन अभी निकला ही था और उसने अपना फेवरते कम शुरू कर दिया था अक्सर रोज ही उसके दिन की शुरूआत ऐसे ही होती थी
आअहह………. ले साली ले झेल ये कहते कहते उसके लंड ने पिचकारी चोद दी
फारिग होने के बाद वो फ्रेश होकर हटा ही था के नीचे से मनीषा की आवाज़ आई ‘योगेश जल्दी नीचे आ हमें देरी हो रही है’ ‘हाँ दीदी बस एक मिनट’ आज मनीषा और उसकी मां को हप्ते भर के लिए उसके माआंटी के यहाँ जाना था और उन्हें स्टेशन तक चोदने योगेश को ही जाना था क्यों की उसके अंकल कल से गाँव गये हुए थे और अभी 3-4 दिन वहीं रुकने वाले थे
योगेश नीचे आया तो माधुरी उसके लिए नाश्ता ले कर आई उसे देखते ही योगेश ने आँख मारी और बोला
‘ही स्वीटी गुड मॉर्निंग’
‘गुड मॉर्निंग डार्लिंग’ माधुरी ने रिप्लाइ किया
कैसे भाई बहन हो तुम दोनों कभी तो भाई बहन जैसे बातें कर लिया करो मनीषा छिड़ कर बोली
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 2
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07-04-2018, 12:55 PM,
#3
RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 3
क्या मनु दी आप भी आपको पता ही है की मधु मेरी बहन कम और बेस्ट फ्रेंड ज्यादा है फिर भी आप हमेशा ही मुझे टोकती रहती हो योगेश बोला
अरे पगले ये बात नहीं है मनु दीदी हमें इस लिए टोकती है की तुम उस से भी फ्रेंड शिप कर लो’ माधुरी ने आग में घी डाला
तू तो बस चुप ही रहा कर योगी तो छोटा है पर तू तो कुछ समझा कर’ मनीषा ने माधुरी को झिड़का
तभी पास आती मोनिका बोली- क्या मनु तू भी क्या बेकार का झांजात ले कर बैठ गई जब ये तेरे अंकल के समझने से भी नहीं मैंने तो क्या तेरी बात मान लेंगे और वैसे भी ये लोग तो बचपन से ही ऐसे बिहवे करते है’
तब तक योगेश नाश्ता कर चुका था आप लोग बॅग्स बाहर निकालो तब तक मैं गाड़ी निकलता हूँ ये कह कर योगेश बाहर निकल गया
तभी योगिता और पूजा भी कोलेडग के लिए तैयार हो कर आ गये
चलो तुम लोग भी हमारे साथ ही चलो योगी तुम्हें भी ड्रॉप कर देगा मनीषा बोली
‘और हाँ लड़कियों हमारे पीछे किसी भी प्रकार कोई झगड़ा नहीं होना चाहिए क्यों की तुम्हारे अंकल भी घर पर नहीं है वैसे मैंने योगी को बोल दिया है के हमारे आने तक कोलेडग से छुट्टी कर ले और मधु तुम इन सब का ध्यान रखना समझी तुम सब मोनिका बोली
तीनों लड़कियों ने हामी में सर हिलाया तभी बाहर से हॉर्न की आवाज़ आई सभी बाहर निकल गये
योगेश सभी को चोद कर आया आज वो बहुत खुश था क्योंकि ऐसा सुनहरा मौका उसे बहुत कम ही मिलता था के घर में इतने कम लोग हो आज वो पूरा दिन ब्लू फिल्म देखते हुए मूठ मारना चाहता था
वैसे ये मौका उसे वैसे भी हासिल था क्योंकि दो मंज़िला मकान में नीचे के फ्लोर पर उसके मुम्मी अंकल रहते है और उप्पर के चार कमरों में वो सभी भाई बहन रहते है जिसमें उसका मनीषा का और माधुरी का रूम सेपरेट था योगिता और पूजा एक ही रूम शेयर करती थी पर घर में इतने ज्यादा लोग होने से वो खुल कर कभी भी इंजोय नहीं कर पता था क्योंकि दिन में दरवाजा भी बंद नहीं कर सकता था
अपने रूम में जा कर उसने कपड़े चेंज किए और नीचे आ गया उसे माधुरी कहीं भी डिकई नहीं दी ुसनव टाइम देखा 10 बज चुके थे योगिता और पूजा 4 बजे वापस लौट थी थी उसने किचन में झाँका माधुरी वहाँ कुछ काम कर रही थी उसने माधुरी को पीछे से हग करते हुए पूछा क्या कर रही हो डार्लिंग’
कुछ नहीं खाना तो बन चुका है बस थोड़ी सफाई कर रही हूँ तू थोड़ी देर रुक मैं फ्रेश होकर तेरे लिए कगाना लगा देती हूँ ये कहते हुए वो पीछे मुड़ती है योगेश के एकदम चिपके होने के कारण मुड़ते ही उसके बारे बूब्स योगेश के सीने में दब से जाते है अचानक ऐसा होने से योगेश को झटका सा लगता है उसने अपनी बहन के बारे बारे बूब्स अभी अभी अपने सीने में चुभते हुए महसूस किए थे इधर मदूरी भी सन्न्न रही जाती है उसे योगेश की हालत देख कर पता चल जाता है की उसने उसके बूब्स महसूस किए है
थोड़ी देर तक दोनों ऐसे ही खड़े रहते है फिर अकीर में योगेश ही बोला ‘ठीक है मैं बाहर टीवी देखता हूँ तुम जल्दी से खाना लगाओ फिर मुझे कोलेडग का काम करना है ये कह कर वो बाहर निकल गया
टीवी देखने में भी उसका मान नहीं लग रहा था रही रही कर उसे अपने सीने पर मधु के बूब्स का अहसास हो रहा था वो मान ही मान अपने आप पर नाराज़ हो रहा था क्यों वो मधु के इतने करीब गया पर फिर सोचता की इसमें उसकी गलती ही क्या है पहले भी तो उसने कितनी बार ऐसे किया है पर आज तक कभी भी ऐसा नहीं हुआ अगर मधु एकाएक नहीं मुड़ती तो शायद ऐसा नहीं होता तभी उसका ध्यान अपने पेंट की तरफ गया जहाँ उसने लंड की जगह एक बड़ा टेंट बना देखा वो फिर सोच में पड़ गया क्या उसका लंड अपनी सगी बहन के लिए खड़ा हो गया है उसने अपने आप को ही गली बाकी और टीवी में ध्यान लगाने की कोशिश करने लगा
उधर मधु की हालत भी कुछ अलग नहीं थी वो अभी जो कुछ भी हुआ उसके लिए अपने आप को ही जिम्मेदार मान रही थी योगेश का क्या है वो तो हमेशा ही ऐसा करता है मैं ही अचानक क्यों मुड़ी सब गलती मेरी ही है क्या सोचा होगा उसने मेरे बारे में ये सब सोचते हुए वो बाथरूम में गई और कपड़े उतार कर नहाने लगी उसने अभी पैंटी नहीं उतरी थी एकाएक उसे अपनी पैंटी में चुत के पास कुछ गीला सा लगा उसने पैंटी उतार कर देखा तो ये उसकी चुत का पानी था ‘अब ये कहाँ से आ गया’ वो सोचने लगी क्या अपने भाई के बारे में सोच कर मुझे ऐसा हुआ अपने आप ही उसके हाथ चुत को सहलाने लगे और एक उंगली अंदर बाहर होने लगी उसके ख़यालो में किसी का चेहरा नहीं था पर उसके मान की दमित भावनाएं जागने लगी और अब एक की जगह दो उंगलियां सतसट अंदर बाहर होने लगी वो निर्विकार भाव से बहुत तेजी से फिंगरिंग करने लगी अचानक उसका शरीर एत्ने लगा और आंखें बंद हो गई वो झड़ने लगी मजे के कारण उस के मुंह से आहह….उउउफफफ़फ्ग…….हाईई….जैसी आवाजें निकालने लगी एकाएक एक चेहरा उसके ख़यालो में आया और अपने आप ही उसके मुंह से निकला ‘ओह योगी प्लीज़ फुउक में’
ये बुखार उतार जाने के बाद उसे याद आया के लास्ट में उसके मुंह से क्या निकला था क्या मैं अपने ही भाई से चुदना चाहती हूँ……. धात्ट ऐसा कहीं होता है सर झटक के उसने जल्दी से नहाया और एक टॉप और लोवर पहन कर दोनों के लिए खाना लगाया और योगेश को आवाज़ लगाई योगेश ने टीवी बंद की और डाइनिंग टॅबेल पर मदु के सामने वाली कुर्सी पर बैठ गया मधु का टॉप थोड़ा टाइट था और उसने अंदर ब्रा भी नहीं पहनी थी तो उसके उभर खुल कर बाहर आ रहे थे और ज़रा भी हरकत होते ही हिलने भी लगते थे ये देखते ही योगेश की नज़रे वहीं जम सी गई और लंड फुल टाइट हो गया अब उसे सामने बैठी उसकी बहन बहन नहीं किसी ब्लू फिल्म की हेरोइन नज़र आने लगी थी उसका मान कर रहा था के अभी टॉप को फाड़ कर उसके बूब्स मसल डाले वो एकदम पठार की मूरत बन कर मधु को एकटक देखे जा रहा था तभी मधु ने उसकी ओर देखा और योगेश को इस टाइप से देखते हुए उसने उसकी नज़रो का पीछा किया तो पाया की वो इसके बूब्स को ही घूर रहा है उसे एक अजीब सी फाइलिंग हुई आज ये सब क्या हो रहा है अभी उसने खुद अपने भाई के नाम की मूठ मारी और अब उसका भाई उसे ऐसे घूर रहा है उसने खाना लगा दिया था पर अब योगेश को बोले कैसे अगर उसे पता चल गया के मैंने अपने बूबा को घूरते हुए देख लिया है तो बेचारा बेकार में ही गिल्टी फील करेगा अब मैं क्या करूं ये सोचते हुए अचानक एक आइडिया आया उसने एक चमचा जानबूझ कर नीचे गिरा दिया अचानक हुई छणक की आवाज़ से योगेश की तंद्रा टूटी क्या हुआ वो बोला ,
सॉरी भैया वो चमचा नीचे गिर गया मैं उठा लेती हूँ कहकर जैसे ही वो नीचे झुकी उसकी नज़र सीधे योगेश के पेंट पर बने टेंट पर गयी उसे ऐसा लगा जैसे उसकी चुत फिर से पानी छोड़ लगी हो हे राम कितना बड़ा टेंट बना हुआ है लंड है या मूसल ये सोचते हुए वो अपनी चुत को सहलाने लगी
क्या हुआ नहीं मिल रहा क्या ?
योगेश की आवाज़ सुनते ही उसने छमचा उठाया और सीधे होते हुए बोली वो थोड़ा दूर गिरा था इसलिए हाथ नहीं पहुँच पा रहा था
फिर दोनों भाई बहन अपनी अपनी सोचो में डूबे हुए खाना खाने लगे …..तो भी कॉन्ठीनुडे……….
दोस्तों यदि आपको ये स्टोरी अच्छी लगे तो प्लीज़ कोमेंट कर के मुझे बताए और यदि कोई गलती हो तो उस ओर भी ध्यान दिलाए मैं अभी यहां नया हूँ तो मुझे ज्यादा नहीं पता और मेरे पास कोमपूत्ॉर नहीं होने से मैं सब कुछ जल्दी समझ भी नहीं पाऊँगा आप सभी के सहयोग का प्रार्थी

दोस्तों आप लोगों को उपदेट पसंद आया इसके लिए आप सभी का बहुत बहुत शुक्रिया
अगला अपडेट देने से पहले मैं आप को मेरी कुछ मज़बूरियां बताना चाहता हूँ प्लीज़ इन पे गौर कीजिएगा
(1) सबसे पहली बात मैं एक बहुत ही छोटे से गाँव में रहता हूँ जहाँ ब्सनल के अलावा कोई और नेटवर्क नहीं है है
(2) मेरे पास कोमपूत्ॉर,लॅपटॉप,टेबलेट और स्मार्ट फोन ये सभी है लेकिन हमारे गाँव में अभी कबेल सिस्टम से कोवरेग नहीं है इस लिए ब्रॉड़बंड की हम उम्मीद भी नहीं कर सकते मैं जो कुछ भी लिख रहा हूँ मोबाइल पर ही लिख कर पोस्ट कर रहा हूँ
(3) सबसे मैं प्रॉबलम पावर कट की है हमारे गाँव में 24 ह्र्स में सिर्फ़ 6 ह्र्स ही पावर रहती है और कभी कभी तो फाल्ट की वजह से 3-4 दिन भी बंद रहती है फिर ब्सनल की सेरविस वो भी जब वो अकेला पूरे आरिया का एक मात्रा मलिक हो तो आप समझ सकते है जब तक लाइन है कोवरेग है जब लाइन गई कोवरेग गया
(4)आप यकीन नहीं करेंगे के मैं स्टोरी कैसे पोस्ट करता हूँ मैं स्टोरी पोस्ट करने या उसे आगे बढ़ने के लिए जहाँ कोवरेज मिलता है वहाँ जाकर पहले अपने मोबाइल पर सबसे पहले नेटवर्क सिरच करता हूँ फिर जिस स्टोरी पर पोस्ट करना है उस स्टोरी पर आकर डायरेक्ट फ़ोन की लाल बुटुन दबा देता हूँ ताकि घर जाकर जब भी यू .सी.ब्रौसेर खोलू तब मुझे वो ही पेज ओपन मिले फिर मैं घर आकर उसी पेज को ओपन करके मैं रिप्लाइ या पोस्ट लिखता हूँ और फिर कोवरेग सेट कर उसे पोस्ट करता हूँ आप यकीन नहीं मानोगे मैं अभी भी उसी मत्ोड़ से लिख रहा हूँ
(5) अब एक खास बात मैं एक बहुत छोटी सी जॉब करता हूँ जिसकी मेरी मौजूदा माली हैसियत से कोई तुलना नहीं है पर जिसकी वजह से आज मैं इस मुकाम तक पहुँचा हूँ उस नोकरी को चुदना मुझे बिलकुल भी मंजूर नहीं है
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 3
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07-04-2018, 12:55 PM,
#4
RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 4
पर मैं क्या करूं आदत से मजबूर हूँ डार्टी ब्रायन और शालिनी की स्टोरी पढ़ कर मेरी गांड में एक कीड़ा घुस गया है और मैं अपने आपको ये स्टोरी लिखने से रोक पाया मेरी फर्स्ट स्टोरी जुंगुल में आदिवासीयो से मजे थी ये दूसरी स्टोरी है पर मुश्किल एक समान है जो की उप्पर लिकी गई है इस सारी बकवास का मतलब ये है की यदि कभी मुझसे उपदेट देने में देर हो जाए तो प्लीज़ उप्पर लिखी बातें याद रखना खास टूर पर पावर कट और कोवरेग वाली
चलो अब स्टोरी को आगे बढ़ते है
खाना कहा चूकने के बाद पानी खत्म हो चुका था मधु पानी लेने के लिए उत्त् थी है काफी देर से कुर्सी पर बैठे होने के कारण उसका लोवर उसकी गांड की दरार में घुस गया होता है जैसे ही वो पानी लेने के लिए आगे बढ़ती है उसकी पीठ योगेश की ओर हो जाती है और योगेश की नज़र सीधे मधु की बड़ी सी गांड पर पड़ती है और वो फिर से पागल सा हो जाता है उसका लंड अब बहुत जोरों से दर्द करने लगता है पहले मधु के बूब्स और अब उसकी गांड दोनों ही शायद उसे बहन चोद बनने पर मजबूर कर रहे थे वो एकटक मधु की बड़ी सी गांड और उसमें फँसे लोवर को देखने लग जाता है एकाएक मधु को ठोकर लग जाती है और वो पैर को सहलाने के लिए नीचे झुकती है अब उसकी गांड पूरी तरह खुलकर योगेश के सामने आ जाती है वो मुंह खोले उसे देखने लगता है मधु उसी पोज़ में पीछे देखती है तो अपने छोटे भाई को अपनी गांड को घूरते हुए पति है ‘ये आज क्या हो रहा है’ ये सोचते हुए वो आगे तरफ कर पानी लाती है और योगेश कॉडेटी है चूँकि अभी हुए हादसे के कारण योगेश का मुंह पूरी तरह सुख चुका था इसलिए वो एक सांस में ही पूरा गिलास खत्म कर देता है और फिर पानी माँगता है ‘लगता है आज तेरी प्यास कुछ ज्यादा ही तरफ गई है’ मधु बोलती है ‘हाँ दीदी गर्मी कुछ ज्यादा ही हो गई है’ वो बोला
‘मुझे नहीं लगता के पानी से तेरी गर्मी कुछ कम होगी जा अपने कमरे जा कर कूलर की थोड़ी हवा में आराम कर तो ही शायद कुछ हो’ कहते हुए मधु बर्तन समेटने लगी.योगेश भी इस कम में उसकी मदद करता है और दोनों ही कम पूरा कर मैं दरवाजा बंद करके अपने अपने रूम में चले जाते है
दूसरी तरफ मनीषा और मोनिका ट्रेन में सवार हो जाते है उनका सफ़र लगभग 5 घंटे का था ट्रेन में बैयतन्े के थोड़ी देर बाद ही मोनिका को नींद आने लगती है चूँकि ट्रेन लगभग खाली ही थी तो वो अपनी बर्थ पर पैर फैला कर सो जाती है मनीषा भी आराम करना चाहती तो वो भी सांदिल उतरने के लिए पैर आगे पीछे करती है अचानक उसके पैरों से कुछ टकराता है वो नीचे झुक कर देखती है वो एक बुक थी वो उसे उठा लेती है अपनी सीट पर अच्छे से बैठ कर वो किताब खोलती है उस किताब का नाम ‘उलझन’ था ये एक चुदाई की कहानियो वाली पुस्तक थी जिसमें पाठको की समस्याओ का समाधान होता है अब ये बात और है की समस्या 5 पेज की होती थी और समाधान 2 लाइन का वो टाइम पास करने के लिए बुक पढ़ने लगती है पहली कहानी पढ़ते ही उसे झटका सा लगता है ये कहानी भाई बहन की चुदाई के बारे में थी की कैसे एक भाई और बहन अपने जिस्मो की आग बुझाने के लिए आपस में चुदाई करते है वो पहली कहानी पढ़ के बुक बंद कर देती है और सोच में पड़ जाती है के ऐसा कैसे हो सकता है ये संभव ही नहीं है चाहे लाख मजबूरियाँ हो पर एक बहन अपने भाई से कभी भी चुदाई नहीं करा सकती वो भी तो 25 साल की हो गई है और अभी उसकी शादी भी नहीं हुई है और नहीं उसका कोई बाय्फ्रेंड है आज तक वो ऊंची ही है पर उसने कभी भी अपने भाई के बारे में ऐसा कुछ भी नहीं सोचा.
‘नहीं नहीं ये सब मनगढ़ंत बातें है ‘ ये सोच कर उसने किताब खोली और आगे पढ़ने लगी आगे भी भाई बहन वाली 4-5 कहानियां और थी उसने पूरी किताब पढ़ी और ना जाने क्यों उस किताब को अपने बैग में रख लिया इतनी सारी गरम स्टोरयस पढ़ कर उसकी चुत गीली हो गई थी उसने चारों ओर नज़र दौड़ाई उसके आस पास उसकी मां के अलावा सिर्फ़ एक आंटी थी जो की सोई पढ़ी थी अब उसने अपना राइट हॅंड सलवार के अंदर डाल लिया और अपनी चुत में उंगली करने लगी.
पहली कहानी पढ़ के उसके मान में जो सोच थी अब वो पूरी तरह मिट चुकी थी इतनी सारी गरम कहानियो ने उसकी भावनाओं को भड़का दिया था अब वो पहले से एकदम उल्टा सोचने लगी थी ‘हो सकता है ऐसा होता हो आख़िर जब कोई रास्ता नहीं होगा तो बेचारे अपनी प्यास भुझहने कहा जाएँगे भले ही रिश्ता भाई बहन का हो पर आख़िर वो पहले तो औरत और मर्द ही है ना और इसमें गलत ही क्या है अगर भाई बहन ये सब करते है तो. ये तो और भी अच्छा है घर की बात घर में ही रहती है ना कोई बदनामी का डर और नहीं बाहर का आदमी ढूंढ़ने का झंझट.
तो क्या वो भी अपने भाई से चुदाया लेगी ऐसा सोचते ही उसकी आंखों के सामने योगेश का चेहरा आ गया और अब उसकी उंगली चुत में और भी बढ़ता से चलने लगी कितना अच्छा है उसका भाई हॅंडसम,स्मार्ट,गूड़लूकिंग और क्या पेर्सनोलिटी है उसकी और कितना क्यूट भी है जब वो मुझे छोड़ेगाआआआ………योगेषह………….. उसका भाई उसे छोड़ेगा ये सोचते ही वो अपने भाई का नाम लेते हुए झाड़ गई.
वॉम उठी और टॉयलेट से फ्रेश होकर आगाई वो फिर सोचने लगी क्या वो अपने भाई से चुड़वाएगी कभी हाँ कभी ना अनेको विचार उसके मान में आने लगे आख़िर में उसने फैसला कर ही लिया चाहे कुछ भी होज़ाये वो अपने शरीर की आग को सबसे पहले अपने भाई से ही बुझवाएगी हाँ मैं अपने भाई से चुदवाएगी. अचानक ट्रेन के रुकने से उसका ध्यान टूटा उनका स्टेशन आ गया था दोनों मां बेटी ट्रेन से उतरी तो उसने देखा के माआंटी लेने आए है और वो दोनों उनके साथ चल दी.

योगेश और मधु दोनों ही अपने अपने कमरों में आ चुके थे योगेश का दिमाग भाननाया हुआ था उसकी आंखों के सामने मधु की गांड ही घूम रही थी उसका लंड लगभग 2 घंटे से खड़ा था उसने अपना लॅपटॉप निकाला और ब्लू फिल्आंटी वाला फोल्डर निकल के एक फिल्म चला दी फिल्म की हेरोइन की गांड भी मधु के जैसी ही बड़ी थी मान में मधु की गांड को एमेगिं करते हुए वो नीचे से पूरा नंगा हो चुका था उसने लॅपटॉप पलंग पर रख दिया और सामने एक कुर्सी रख उस पर बैठ वो मूठ मरने लगा उसके दिमाग में सिर्फ़ मधु की गांड और उसके बूब्स ही घूम रहे थे अब फिल्म की हेरोइन उसे मधु नज़र आ रही थी और हीरो में वो खुद को देख रहा था फिल्म में अभी लंड चूसने का सीन चल रहा था योगेश धीरे धीरे अपना लंड सहलाते जा रहा था.
उधर माधुरी की हालत कुछ अलग नहीं थी सुबह से जो कुछ भी हुआ था वो उसकी आंखों में फिल्म की तरह चल रहा था उसे बार बार योगेश के लंड का उभर नज़र आ रहा था ये क्या हो गया है मुझे वो सोचने लगी वैसे उसे भी किसी लड़के से चुदवाने की बहुत इच्छा होती थी पर ये नामुमकिन था क्योंकि घर से बाहर अकेले तो वो निकल ही नहीं सकती थी अभी तक तो सब ठीक ही चल रहा था पर आज उसकी कामग्नी भड़क चुकी थी उसे समझ नहीं आ रहा था के वो क्या करे कुछ भी हो योगेश उसका सागा भाई है उसके बारे में ऐसा सोचना भी पाप है लेकिन वो भी तो उसे कैसे घूर रहा था ऐसा लग रहा था के बूब्स और गांड को कच्चा ही कहा जाएगा, ये मैं क्या अनप शनाप सोच रही हूँ उसके मान में मेरे लिए ऐसा कुछ नहीं है वो तो उसकी उमर ही ऐसी है और बेचारे ने किया भी क्या है कुछ भी तो नहीं मुझे उसके बारे में ऐसा नहीं सोचना चाहिए अब वो कुछ शांत हुई अब वो कुछ देर सोना चाहती थी सोने से पहले उसकी पानी पीने की इच्छा हुई उसने बोतल उठाई तो देखा पानी खत्म था वो बोतल ले कर नीचे जाने लगी योगेश के रूम के सामने से निकलते हुए उसे कुछ अजीब सी आवाज़ आई उसने धीरे से दसरवाजा खोला और अंदर दाखिल हुई अंदर का नज़ारा देखते ही वो लेकिन बन गई उसका मुंह खुला का खुला रही गया लॅपटॉप पर बाय्फ्रेंड चल रही थी जिसमें लड़की घोड़ी बनी हुई थी और लड़का उसकी गांड मर रहा था इधर योगेश उस सीन को देखते हुए अपने लंबे चौड़े लंड को मूठ मर रहा था उसके 8 इंच लंबे और 2.5 इंच मोटे लंड को देख कर मधु की आंखें फट गई वो अपनी जीभ पर होंठ फिरने लगी उधर योगेश अब झड़ने के करीब था वो ज़ोर ज़ोर से हाथ हिलने लगा और उसकी आंखें बंद हो गई आअहह……… Mआडःऊउउउउउउउ…… कहते हुए उसका लंड पिचकारी चोदने लगा अचानक मधु होश में आई
ये क्या कर रहा है तुउउउ…..मधु ज़ोर से चिल्लाई

मधु की आवाज़ सुनते ही योगड़ष एकाएक लेकिन सा बन गया उसे समझ ही नहीं पड़ा के वो कैसे रिएक्ट करे वो बिना कुछ बोले बिना कुछ करे अपनी जगह बैठा रहा
माधुरी की आंखों में आँसू आगाए थे वो पलटी और भागते हुए अपने रूम में चली गई योगेश अभी भी सकते की हालत में बैठा हुआ था एकाएक उसकी तंद्रा टूटी अब उसे समझ आया की क्या हो चुका था उसकी सगी बड़ी बहन ने उसे अपने नाम की मूठ मरते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया था अब वो डर के मारे थर थर काँप रहा था अगर मधु ने अंकल आंटी और मनीषा दीदी को ये सब बता दिया तो क्या हालत हो जाएगी उसकी सब उसके नाम से तुनकेंगे वो जिंदगी भर भी किसी के सामने सर उठा के नहीं चल पाएगा और माधुरी उसकी सबसे प्यारी बहन है कितना प्यार करती है वो उस से एक बहन के साथ एक दोस्त का भी प्यार देती है वो उसे और ये मैंने क्या किया अब वो अपने आप को कोसने लगा उसे लगा आज उसने थोड़ी सी एक्शैतमेंट के लिए अपनी प्यारी बहन और दोस्त को हमेशा के लिए खो दिया है ये ख्याल आते ही उसे रोना आ गया उसकी आंखों से आँसू बह निकले
थोड़ी देर रो चूकने के बाद वो उठा और बाथरूम जाकर फ्रेश हुआ और सोचने लगा की माधुरी तो अब उसे कभी भी माफ नहीं करने वाली पर यदि उसे मनाया जाए तो शायद वो घर वालो को इस बारे में कुछ ना बताए ये आइडिया उसे सही लगा वो उठा और धीमे धीमे कदआंटी से माधुरी के कमरे की ओर बढ़ा उसने देखा के कमरे का दरवाजा खुला हुआ था और माधुरी पलंग पर उल्टी लेती हुई थी उसकी बड़ी गांड उप्पर को उठी हुई थी जिसे देख कर उसका मान फिर खराब होने लगा मगर जैसी स्थिति में वो था उसने ये गंदा ख्याल तुरंत ही अपने मान से निकल दिया और धीरे से बोला मधु दीदी उधर जब माधुरी योगेश को इस हालत में देख कर अपने कमरे में आई तब से वो इसी बारे में सोच रही थी की कैसे उसका इकलौता भाई जिसे वो इतना प्यार करती है उसे ही अपने ख़यालो में उसका नाम ले ले कर चोद रहा था नहीं मैं कभी उसे माफ नहीं करूँगी आने दो सभी को मैं उसकी ये हरकत सभी को बता दूँगी फिर उसकी हालत का जिम्मेदार वो खुद होगा तभी उसे याद आया की नहाते वक्त चुत में उंगली करते हुए उसने भी तो योेश को इमेगिं किया था….. पर ये मैंने जान बुझ कर तो नहीं किया था वो तो पता नहीं कैसे हो गया था…. शायद ऐसा ही योगेश के साथ भी धोके से हो गया हो उसके दिमाग ने करवट बदली….पर वो तो बाय्फ्रेंड देखते हुए ये सब कर रहा था इसमें धोखे वाली कोई बात नहीं है वो जान बुझ कर ऐसा कर रहा था उसकी सोचे दोनों तरफ चल रही थी एक तरफ तो वो योगेश को कुसूरवार मान रही थी और दूसरी ओर वो उसे संदेह का लाभ भी दे रही थी कुलमिला कर वो असमंजस की स्थिति में थी उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था तभी उसे आवाज़ आई मधु दीदी उसने सीधी होते हुए देखा योगेश सर झुकाए हुए खड़ा था ‘आ गया तू कपड़े उतारू या तू खुद ही उतार लेगा’ वो बोली ‘ये क्या कह रही हो दीदी’ योगेश बोला ‘क्यों यही तो करना चाहता है ना तू अभी तो देखा था ना मैंने किस तरह तू वो गंदी फिल्म देखते हुए मेरा नाम ले ले कर वो गंदा कम कर रहा था’ वो गुस्से से बोली तभी योगेश ने इसके पैर पकड़ लिए और रोते हुए बोला ‘मुझे माफ कर दो दीदी पता नहीं ये सब कैसे हो गया मेरे मान में आपके लिए कोई भी गलत ख्याल नहीं था पर ना जाने कैसे ये हो गया’
‘जब तेरे मान में मेरे बारे में कोई गलत ख्याल नहीं था तो क्यों मेरा नाम ले कर तू अपने लुऊउ… वो गलत कम कर रहा था’ जल्दी से माधुरी ने अपनी गलती सुधरते हुए अपनी बात पूरी की वरना अभी मुंह से लंड शब्द निकल ही गया था

ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 4
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07-04-2018, 12:56 PM,
#5
RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 5
‘वो दीदी उसमें मेरी कोई गलती नहीं है वो सुबह से ही कुछ घटनाए ऐसी हुई की और ये सब हो गया’ वो बोला ‘ऐसा क्या हुआ था जो तूने ऐसा किया’ मधु ने पूछा योगेश से बोलते नहीं बन रहा था कैसे वो अपनी बहन को बताए की वो उसके बूब्स और गांड देख कर एक्शैटेड हो गया था ‘जाने दो ना दीदी बस इतना समझ लो की जो भी कुछ हुआ वो सिर्फ़ उस बाय्फ्रेंड के कारण हुआ और मैं आपसे दिल से माफी माँगता हूँ आगे से ऐसी गलती कभी नहीं होगी और यदि हुई तो जो भी सजा आप डोगी मुझे मंजूर होगी प्लीज़ दीदी मुझे माफ कर दोनों’ वो मधु के पैर पकड़े हुए बोला ‘हूंम्म मैं तुझे माफ तो कर सकती हूँ पर पहले तू मुझे खुल कर बता के सुबह से ऐसा क्या हुआ जो तूने ऐसा किया’ हलकी वो सब जानती थी पर योगेश को शर्मिंदा करने के लिए जानबूझ कर उसके मुंह से कहलवाया चाहती थी अब योगेश शर्म के मारे ज़मीन में गाड़े जा रहा था उसे समझ में नहीं आ रहा था के वो कैसे बताए पर अब उसने सोचा की अगर एक बार बताने से माफी मिल सकती है तो बताने में क्या हर्ज है और मधु तो वैसे भी उसे मूठ मरते हुए भी देख चुकी है ये सोच कर वो बोला ‘दीदी वो सुबह जब किचन में आपके बूब्स मेरे सीने में चुबहे तभी से पता नहीं मुझे क्या हो गया फिर खाने के बाद जब आप पानी लेने के आप उठी और झुकी तो आपकी बड़ी सी गाअ… बॅक देख कर मैं और भी पागल हो गया मेरा लुऊउ.. वो बहुत दर्द करने लगा उसे शांत करने के लिए मैंने वो बाय्फ्रेंड लगा दी और यहीं वो गड़बड़ हो गई उस बाय्फ्रेंड वाली लड़की की गया.. बॅक मुझे आप के जैसी ही दिखाई दी और एक्शैतमेंट में ये सब हो गया’
‘वो रे मेरे भाई जिसे मैं इतना प्यार करती हूँ उसने सिर्फ़ एक ही बार बूब्स टच होने और बॅक दिख जाने से ऐसा कर दिया यदि ये ही इन्सिडेंट 2-4 बार और हो गया तो पता नहीं के शायद वो मुझे चूऊ.. क्या कर डाले ये तेरी पहली गलती थी इसलिए मैं तुझे माफ कर सकती हूँ पर एक शर्त के साथ बोल तुझे वो शर्त मंजूर होगी’ वो बोली ‘मुझे आपकी सभी शर्त मंजूर है मुझसे गलती हुई है तो सजा भी मिलनी चाहिए’ योगेश बोला ‘ठीक है तो सुन मेरी शर्त ये है की आज से तुझे मेरी हर बात माननी पड़ेगी चाहे वो तुझे अच्छी लगे या बुरी अगर तूने कभी भी मेरी कोई बात मानने से इनकार किया तो ये शर्त टूट जाएगी और मैं घर में सभी को तेरी ये बात बता दूँगी फिर क्या होगा तुझे पता ही है बोल सार्ट मंजूर है’वो बोली अंजाम का सोचते ही योगेश के बदन ने एक झुरजुरी ली और उसने बिना कुछ ऐतराज किए मधु की शर्त मान ली और अपने कमरे में आ गया उधर मधु की आंखों में अजीब टाइप की चमक थी…

उधर कोलेडग की छुट्टी के बाद योगिता और पूजा पास ही के एक पार्क में जाती है यहाँ वो अक्सर आती रहती थी थी अभी उन्हें यहाँ पहुंचे थोड़ा ही टाइम हुआ था के तभी वहाँ10-12 कुत्टू का एक झुंड आ पहुंचा उस झुंड में एक ही कुतिया थी बाकी पूरे कुत्ते थे उनके भौंकने और गुर्राने की आवाज़ से दोनों बहानो का ध्यान उन पर गया ओट दोनों बहने अब उन्हें देखने लगी दो कुत्ते एक दूसरे को देख कर लगातार गुर्रा रहे थे और कुट्टी के पीछे जाने की कोशिश कर रहे थे तभी उनमें से एक कुत्ता पीछे हाथ गया और दूसरा कुत्ता कुट्टी के पीछे जा कर कुट्टी की चुत सूंघने लगा ये देख कर दोनों बहनों की नज़र मिली वो दोनों मुस्कराने लगी ”लगता है आज लाइव चुदाई देखने को मिलेगी” योगिता बोली
पूजा कुछ कह पति इससे पहले ही उस कुत्ते नहीं अपनी सामने की दोनों टाँगे उठा कर कुट्टी के ऊपर रख दी और उसे चोदने लगा ये देख कर दोनों बहने गरम हो गई और उनकी चुत गीली होने लगी थोड़ी देर बाद वो कुत्ता कुट्टी के उप्पर से उतार कर हापने लगा उसके लंड से घड़ा सा पानी जैसा कुछ बह रहा था तभी दूसरा कुत्ता कुट्टी को चोदने लगा ”है क्या किस्मत है इस कुट्टी की एक साथ दो दो लुंडो से चुदाई करवा रही है साली” योगिता सबकी नज़र बच्चा कर अपनी चुत सहलाते हुए बोली
”अभी तो इसे ये सारे कुत्ते छोड़ेंगे ये तो शुरूआत है” पूजा ने जवाब दिया तभी वो कुत्ता रुक गया शायद उसका कम हो गया था पर वो कुट्टी से अलग नहीं हो पा रहा था तभी दो कुत्ते उन कुत्ता कुट्टी पर झपट पड़े जिस वजह से कुत्ता कुट्टी के ऊपर से नीचे तो आ गया पर उसका लंड कुट्टी की चुत में ही फँसा रहा अब उन दोनों कुत्ता कुट्टी का मुंह एक दूसरे से विपरीत दिशा में हो गया था और वो दोनों लंड को चुत से निकालने के लिए एक दूसरे को अपनी ओर खींचने लगे पर लंड निकालने का नाम ही नहीं ले रहा था ये देख कर दोनों बहनों की आंखें फटी की फटी रही गई उन दोनों की नज़रे मिली और दोनों उठ कर पार्क से बाहर की ओर चल दी.
अभी वो पार्क के दरवाजा पर ही पहुँची थी की उनकी नज़र एक कोने में बैठे एक पागल पर पड़ी उन्हें एक झटका और लगा उनके कदम वही रुक गये वो पागल अपने लंबे मोटे काले लंड को मूठ मर रहा था ये देख कर दोनों बहनों के गले सुख गए उनकी नज़रे पागल के लंड से हटने का नाम ही नहीं ले रही थी तभी वो पागल उन्हें देख कर मुस्कराया दोनों बहनों को ऐसा लगा जैसे वो आसमान से ज़मीन पर आ गिरी हो बिना देरी किए दोनों भाग कर बाहर आगाई और अपनी स्कुटी चालू कर के घर की ओर चल दी पूजा स्कुटी चला रही थी और योगिता पीछे बैठी थी ”वॅन यार क्या लंड था कस वो लंड मेरी चुत में घुस सके तो कितना मजा आएगा” योगिता ने अपने बूब्स पूजा की पीठ में गाड़ते हुए कहा ”क्या दीदी तू भी कैसी बात कर रही है” पूजा अपनी पीठ पर योगिता की चुभती छाती को महसूस कर के बोली ”क्या तेरी इच्छा चुदाई करने की नहीं होती सच बताना मैं तो पता नहीं कब से चुदाया लेती यदि मौका मिल जाता तो” योगिता बोली
”दीदी इच्छा तो मेरी भी होती है पर चुदाई के लिए एक लंड और टाइम चाहिए जो हमें नहीं मिल सकता यदि किसी लड़के को पता भी लिया तो उससे चुड़ाएंगे कब कोलेडग से आने जाने के टाइम ए हम दो मिनट की देरी भी नहीं कर सकते और कॉलेग भी बंक नहीं कर सकते क्योंकि वहाँ भी हमारी निगरानी का इंतजाम है इसलिए तू शादी से पहले चुदाई की बात तो भूल ही जा और ये सोच सोच कर अपनी जान मत जला” पूजा ने जवाब दिया
”देख मुझे पता है की ये नामुमकिन है पर हम कोशिश तो कर ही सकते है और जहां चाह है वहां रही है यदि कभी हमें मौका मिला तो तू छुड़ाने को तैयार होगी” योगिता ने पूछा
”यदि कभी ऐसा मायका आया तो तुझ से पहले मैं चुदवाएगी समझी अब ज्यादा बातें मत कर और मुझे गाड़ी जल्दी से चलाने दे मुझे घर पहुंच कर जल्दी से अपनी चुत की खुजली मिटानी है”पूजा ने जवाब दिया ”खुजली तो तेरे से ज्यादा मेरी चुत में हो रही है पर हाय रही किस्मत उंगली से ही कम चलना पड़ेगा तभी उनका घर आ गया गाड़ी कड़ी कर के उन्होंने दूर बेल बजाई बेल की आवाज़ सुन कर योगेश की नींद खुली उसने टाइम देखा 4.30 हुए थे वो समझ गया की दोनों बहने कॉलेग से आगाई है वो उठा और नीचे जाने लगा उसने अभी बॉक्सर पहना हुआ था और नींद से जागने के कारण अभीमुस्का लंड खड़ा हुआ था जिससे उसके बॉक्सर में एक बड़ा सा टेंट बना हुआ था पर इस बात का उसे पता नहीं था उस दरवाजा खोला और बोला आगाई तुम दोनों ”हाँ भैया”पूजा ने जवाब दिया तब तक योगिता की नज़र योगेश के बॉक्सर में बने टेंट पर पड़ी और उसका मुंह खुला का खुला रही गया और उसकी नज़र वही टिक गई पूजा ने उसे ऐसे देखा तो उसकी नज़र भी टेंट पर पड़ी और वो भी क्कऔंक गई अब वो धीरे धीरे घर के अंदर आ गये ”तो कैसा रहा आज का दिन” योगेश ने उनसे पूछा पर वो दोनों तो उसके टेंट को ही घुरे जा रही थी उसने उन दोनों की निगाहों का पीछा किया तब जाकर उसे अपने टेंट का पता चला पर अब क्या हो सकता था ”अरे मैंने कुछ पूछा है”वो ज़ोर से चिल्ला के बोला अचानक जैसी वो दोनों नींद से जागी ”सब अच्छा बिता भैया” योगिता ने जवाब दिया और अपने रूम की ओर उप्पर को भागी पूजा भी कहाँ पीछे रहने वाली थी उसने भी योगिता के पीछे दौड़ लगा दी पीछे हक्कबाक्का सा खड़ा योगेश सोचने लगा ये क्या हो रहा है आज मेरे साथ सुबह माधुरी वाला हादसा और अब ये सब हे भगवान तुम मेरे साथ ये सब क्यों कर रहे हो अब वो भगवान को कोसने लगा.
उधर वो दोनों अपने रूम में पहुँची और दरवाजा बंद करके हांपने लगी अचानक योगिता ने बिना कुछ बोले पूजा को अपने से चिपका कर उसका हाथ अपनी सलवार केअडर कर चुत पर लगा दिया और अपना एक हाथ पूजा की सलवार के अंदर कर उसके होंठ चुस्ती हुई उसकी चुत में उंगली अंदर बाहर करने लगी पूजा भी योगिता का इशारा समझ गई और वो भी योगिता को सहयोग करते हुए उसकी चुत में उंगली करने लगी दोनों बहने पहले से ही गरम थी इसलिए दो मिनट में ही झाड़ गई और बिस्तर पर लेट कर ज़ोर ज़ोर से सांसें लेने लगी…

रात हो चुकी थी तीनों बहने अभी अभी खाना बना के हटी थी योगेश हाल में बैठा टीवी देख रहा था तभी योगिता उसके बाजू में आकर बैठ गई उसने एक बारे गले वाला सलवार सूट पहना था जिसमें से उसके बूब्स आधे बाहर दिख रहे थे एकाएक वो योगेश की बाँह पकड़ कर उससे चिपक गयी जिस से उसके कड़क कड़क बूब्स योगेश की बाँह में चुभने लगे योगिता के बूब्स का एहसास होते ही योगेश के लंड में तनाव आने लगा तभी योगिता बोली ”क्या भाई लगता है आप हम से प्यार नहीं करते है” ”तू ऐसा क्यों बोल रही है मैं तुम सभी को कितना प्यार करता हूँ ये कोई छिपी हुई चीज़ है” योगेश ने जवाब दिया ”यदि आप हमसे प्यार करते है तो हमें कहीं घूमने क्यों नहीं ले जाते हर रोज घर से कोलेडग और कोलेडग से घर कितना बोर लगता है हम लोगों को” योगिता बोली
अब योगेश ने योगिता के बूब्स के नीचे से अपनी बाँह निकल ली और उसे अपने सीने से लगाकर उसकी पीठ सहलाते हुए बोला ”तुम सही कह रही हो अभी अंकल मुम्मी और दीदी को वापस आजाने दो फिर मैं उनसे पूछ कर कहीं का टूर बनता हूँ” योगेश ने कहा
”कहाँ का टूर बनाया जा रहा है” पूजा पास आते हुए बोली ”कुछ नहीं यार मैं भैया से कहीं घूमने चलने का बोल रही थी” इतना कह कर योगिता योगेश के सीने से अपना गाल रगड़ने लगी और पूजा को देख कर आँख मर दी पूजा एकदम सकते में पड़ गई तो क्या योगिता अब भैया से ही चुदवाने की प्लानिंग कर रही है नहीं योगिता ऐसा सोच भी नहीं सकती मेरा ही दिमाग खराब हो गया है जो मैं ऐसा सोच रही हूँ उधर योगेश का लंड धीरे धीरे अपने पूरे आकर में आ गया था आख़िर एक जवान लड़की उसके सीने से चिपकी हुई अपने गाल उस से रगड़ रही थी और वो खुद भी तो उसकी पीठ सहला रहा था अचानक योगेश के हाथ योगिता के ब्रा की स्ट्रीप से टच हुए उसका हाथ वहीं रुक गया अब वो ब्रा की स्ट्रीप पर ही हाथ फेरने लगा योगिता भी समझ गई की योगेश का हाथ कहाँ टच हो रहा है इन सबका असर देखने के लिए जैसे ही उसने योगेश की लंड की तरफ देखा तो हैरान रही गई वहाँ फिर से बड़ा सा तंबू बन गया था उधर पूजा भी सब देख और समझ रही थी तभी योगिता से उसकी नज़र मिली तो योगिता ने उसे योगेश के लंड की ओर इशारा किया पूजा भी लंड का टेंट देख हैरान रही गई तभी माधुरी ने पूजा को अंदर बुलाया पूजा को ना चाहते हुए भी अंदर जाना पड़ा ”ये क्या है योगिता” ब्रा की स्ट्रीप को छेड़ते हुए योगेश बोला ”आपको नहीं पता ” योगिता पूछा ”पता होता तो तुझसे क्यों पूछता”योगेश बोला ”वो हम लड़कियां अंदर जो पहनती है ना उसकी स्ट्रीप है” योगिता शरमाते हुए बोली अब उसेभी बहुत मजा आने लगा उसकी चुत धीरे धीरे गरम होने लगी थी उसका भाई धीरे धीरे उससे खुल्म रहा था यदि वो उसे अच्छे से हॅंडेल कर ले तो उसे घर में ही एक लंड मिल सकता था (अभी जो भी हो रहा था वो एकाएक ही नहीं हो रहा था इस सब की प्लानिंग योगिता ने कोलेडग से आने के बाद योगेश के लंड का टेंट देख कर ही बना ली थी और उसकी किस्मत भी उसका साथ दे रही थी) ”अरे वो तो मुझे भी पता है के ये किसी कपड़े का ही कुछ है पर उस कपड़े को क्या कहते है” योगेश भी अब बहकने लगा था ”क्या भैया आप भी ना ….मुझे शर्म आती है” वो बोली
”अरे एक नाम बताने में कैसी शर्म” योगेश ने उसको और उकसाया योगिता उप्पर की ओर उठी और योेश के कान के पास मुंह लेकर धीरे से बोली ”ब्रा” उसके मुंह से ये शब्द सुन कर योगेश के लंड ने झटका मारा ये देख कर योगिता बोली ”भैया ये आपके नीचे क्या हो गया है एक दम फूला हुआ रहता है कल भी ऐसा ही दिख रहा था पहले तो ऐसा नहीं दिखता था कुछ हो तो नहीं गया आपको”
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 5
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07-04-2018, 12:56 PM,
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RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 6
“अरे ऐसा कुछ नहीं हुआ ये शुरू से ही ऐसा ही रहता है तूने पहले कभी ध्यान ही नहीं दिया होगा” वो बोला
तभी पूजा ने उन्हें खाने के लिए बुलाया वो दोनों उठे और खाना खाने जाने लगे ”तू रात को मेरे कमरे में आना तुझ से कुछ पूछना है” योगेश बोला अब उसकी नज़र अपनी ही बहन पर खराब होने लगी थी वो जिस्मानी भूख के कारण रिश्तो को भी भूलता जा रहा था और योगिता तो चाहती ही यही थी ”ठीक है भैया” वो बोली
खाना खाने के बाद तीनों बहने साफ सफाई में लग गयी और योगेश वही बैठा उन्हें देखने लगा माधुरी अपनी बड़ी बड़ी गांड जो की टाइट लोवर में और भी बड़ी दिखती थी मटका कर कम कर रही थी उसने तय कर लिया था की आगे उसने क्या करना है और वो अपने प्लान के हिसाब से ही सब कम कर रही थी उसे पता था की योगेश उसकी गांड का दीवाना हो चुका है इसलिए वो गांड को कुछ ज्यादा ही मटका रही थी अचानक उसने हाथ से एक प्लेट नीचे गिरा दी और उसे उठाने के लिए नीचे झुकी और कुछ देर उसी पोज़ में रही योगेश का ध्यान जैसे ही उसकी बाहर निकली हुई गांड पर गया वो उसे ही घॉरने लगा अचानक माधुरी पलटी और गुस्से से योगेश को देखा अपनी चोरी पकड़ी जाने से योगेश की डर के मारे गांड फट गई अभी सवेरे ही थी उसने बड़ी मुश्किल से माधुरी को मनाया था अब पता नहीं वो क्या करेगी ”मैं अपने रूम में जा रहा हूँ” ये कह कर वो वहाँ से चला गया ये देख कर माधुरी के होठों पर एक कुटिल मुस्कान तैयार गई उधर योगिता तो कम में लगी थी पर पूजा ने ये सारा हादसा पूरा देखा उसे समझ नहीं आया के ये क्या हो रहा है उसकी बड़ी बहन उसके ही भाई को जानबूझ कर अपनी गांड दिखा रही है और भाई भी उसकी गांड को घुरे जा रहा है और फिर जिस तरह से माधुरी ने योगेश को गुस्से से देखा था उससे पूजा ने अंदाज लगाया की माधुरी कोई बड़ा गेम खेल रही है और अभी योगिता और योगेश के बीच जो उसने देखा था उससे उसे लगने लगा की आगे जरूर कुछ नया ही गुल खिलने वाला है इस घर में
अपने रूम में आकर योगेश योगिता के बारे में सोचने लगा उसे लगने लगा की चोदने के लिए योगिता एकदम तैयार माल है अगर उसने ज़रा भी कोशिश की तो वो उसे आराम से चोद सकता है पर उसे लगा की पूजा के कारण वो शायद ऐसा नहीं कर पाए क्यों की वो तो हर दम योगिता से चिपकी ही रहती है और रूम भी दोनों एक ही शेयर करती है वक्त आने पर इस मसले का भी हाल निकल जाएगा पहले योगिता पाते तो सही तभी उसके सामने माधुरी का गुस्से भरा चेहरा आया उसे कुछ अजीब सा लगा क्या माधुरी उसे जानबूझ कर अपनी गांड दिखा रही थी यदि ऐसा है तो फिर उसने गुस्से से क्यों देखा उसे कुछ समझ नहीं आया लेकिन उसे एक बात पर पक्का यकीन था की रात में माधुरी उसके रूम में जरूर आएगी तभी उससे बात कर लूँगा उसने सोचा उधर तीनों बहने काम निपटा कर अपने अपने रूम में आ गये थी
योगिता ने दरवाजा बंद करते हुए पूजा से कहा ”लगता है भगवान ने हमारी सुन ली है अपन्द लिए घर में ही एक लंड का इंतजाम होने जा रहा है”
”ये तू क्या बोल रही है घर में हमें किसका लंड मिलने वाला है” पूजा बोली

“भैया का” ये कह कर योगिता ने उसके और योगेश के बीच में हुई सारी बातें पूजा को बता दी ये सब सुन कर पूजा का मुंह हैरत से खुला का खुला रही गया ”लेकिन ये गलत है पाप है हम अपने सगे भाई से ही कैसे चुदाया सकती है” पूजा बोली
”अरे इसमें क्या गलत है देख पूजा हम दोनों की ही हालत एक सी है दोनों की ही चुत में आग लगी हुई है हमें एक लंड की सख्त जरूरत है यदि हम बाहर किसी से ये सब करते है तो वो हमारा गलत फायदा भी उठा सकता है और हमारी बदनामी भी हो सकती है जब की भैया के साथ ऐसा करने में बात खुलने का कोई डर नहीं है और वो भी मुझे सेक्स के मामले में अपने जैसा ही भूखा लगा यदि उसकी और हमारी प्यास घर में ही बुझती रहे तो इसमें प्राब्लम ही क्या है” इतना कह कर योगिता चुप हो गई उसे पता था की इस सारे मामले में वो पूजा के बगैर कुछ नहीं कर सकती है इसलिए उसने सबसे पहले पूजा को अपने तरफ मिलने की सोची वैसे उसे मालूम था की किसी और लड़के के साथ सेक्स करने के लिए पूजा एक बात में ही तैयार हो जाएगी लेकिन सगे भाई के लिए उसे मानने के लिए उसे इतना बड़ा लेक्चुर देना पड़ा था
”लेकिन भैया मानेंगे” पूजा ने सवाल किया
उसे पटरी पर आते देख योगिता खुशी से चहकी ”तू उसकी चिंता मत कर वो मैं देख लूँगी और मैंने तुझे एक बात तो बताई ही नहीं भैया ने रात को मुझे अपने कमरे में बुलाया है”
”क्या…… तो क्या तू आज रात को ही चुदाया लेगी” पूजा बारे असचारी में थी
”नहीं यार देख वो हमारा भाई है इतनी जल्दी तो चुदाई की बात हो ही नहीं सकती सब कुछ धीरे धीरे ही होगा पर अगर भैया मान गये तो मायटो आज ही उनसे छुड़ाने को तैयार हूँ देखा नहीं था तूने पेंट के ऊपर से उनका फूला हुआ लंड”योगिता अपनी चुत को सलवार के उप्पर से सहलाते हुए बोली जो की पता नहीं कब से पानी चुद रही थी
अब पूजा भी उसकी बातें सुनकर गरम हो गई थी ”पर देख योगिता पहले तुझे ही चुदवाना होगा भैया से मैं पहले नहीं करने वाली समझी ना”पूजा ने कहा
”अरे वो तो वैसे भी पहले मैं ही करूँगी मैं इतनी मेहनत तेरे लिए थोड़े ही ना कर रही हूँ” योगिता बोली
”अरे यार मैं एक बात तो तुझे बताना ही भूल गई” कहकर पूजा ने माधुरी और योगेश वाली सारी बात योगिता को बता दी जो उसने खाना खाने के बाद देखी थी ये सब सुन कर योगिता के भी कान खड़े हो गये
”लेकिन माधुरी दीदी के ऐसा करने का क्या मतलब होगा मैंने खुद देखा था की उन्होंने जानबूझ कर प्लेट गिराई थी और उठाने में देर भी लगाई थी जब वो खुद ही अपनी गांड भैया को दिखा रही थी तो फिर उन्हें गुस्से से देखने का क्या मतलब” कह कर पूजा योगिता को देखने लगी जो की कुछ सोच रही थी ”मुझे तो इसका एक ही मतलब समझ में आता है मेरे ख्याल से उन दोनों के साथ ऐसा ही कुछ पहले भी हो चुका है और शायद मदूरी दीदी भी भैया से चुदना चाहती है क्योंकि बाहर के मामले में उसकी हालत भी हमारे जैसी ही है तो वो भी घर में ही चुदना चाहती है पर वो डायरेक्ट बहाईया से ऐसा ना बोल कर उन्हें धीरे धीरे उकसा कर ये कम करना चाहती है ताकि शुरूआत करने का इल्जाम उनपर ना आए” योगिता अब माधुरी का पूरा प्लान समझ गई
”पर उसके इस प्लान से कही हमारा कम ना बिगड़ जाए” पूजा को ऐसा लगा जैसे माधुरी उसका हक छीन रही हो
”अरे नहीं यार उसके ऐसा करने से हमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा इन लड़कों को मैं अच्छी तरह जानती हूँ इनको तो रोज नहीं नहीं चुत चाहिए एक से इनका मान नहीं भरता और वैसे भी माधुरी दीदी भी तो भैया की बहन ही है हमारी तरह उनका भी भैया पर पूरा हक है और अगर वो भैया से चुदाया भी लेगी तो कोई भैया का लंड घिस तो नहीं जाएगा” ये सुन कर पूजा को बहुत शांति मिली थोड़ी देर बाद उसने योगिता से पूछा ‘तू भैया के रूम में कब जाएगी’ ”चली तो मैं अभी ही जाती पर ये माधुरी दीदी वाली बात सुन कर मैं सोच रही हूँ की उनके सोने के बाद ही मैं भैया के रूम में जाओ क्यों की दीदी भी अपने जुगाड़ में कुछ ना कुछ कर ही रही होगी ” ये कह कर योगिता फिर से सोच में डूब गई

उधर माधुरी रूम में आकर सोचने लगी की अब आगे क्या किया जाए वो कल रात में ही तय कर चुकी थी की भाई बहन का ये रिश्ता दुनिया का बनाया हुआ है भगवान ने तो सिर्फ़ आदमी और औरत ही बनाए थे इसलिए भाई के साथ सेक्स करे में कोई पाप वाप नहीं हिटा ये सिर्फ़ धिकवे की बातें है वो अब मनीषा के वापस आने से पहले ही योगेश से चुदाया लेना चाहती थी क्योंकि मनीषा के आने बाद वो योगेश से चुदाया तो सकती थी पर उसे पत्ता नहीं सकती थी अब वो उठी और योगेश के रूम में चली गई योगेश अपने लॅपटॉप पर कुछ कम कर रहा था मदूरी को देख कर वो खड़ा हो गया और माधुरी को बैठने को कहा उसकी गांड फटी जा रही थी की अब वो क्या बोलेगी
”तू अभी फिर से मेरी गान्ड…बॅक को घूर रहा था वो बोली
”वो दीदी, दीदी वो…” योगेश से कुछ बोलते ही नहीं बना
”देख योगेश मैं तेरी भान हूँ और हमारे समाज में ये रिश्ता बहुत पवित्र मना जाता है इस लिए तू मुझे इस तरह घूर्ना चोद कर कहीं और ट्राइ कर क्योंकि मुझसे तुझे कुछ नहीं मिलने वाला और मैं समझ सकती हूँ की तेरी उमर में सभी की सेक्स करने की इच्छा होती ही है” वो बोली
मनीषा के ऐसे बोलने से योगेश को विश्वास ही नहीं हुआ वो तो दाँत खाने की उम्मीद कर रहा था अब माधुरी के ऐसा सीधे सेक्स की बात करने से उसका कॉन्फिडेंट और तरफ गया था ”एक बात बोलू दीदी आप बुरा तो नहीं मानोगे” वो बोला
”नहीं मानूँगी बुरा पर तू ये दीदी और आप बोलना बंद कर पहले की तरह ही मुझसे बात कर” माधुरी बोली
”श थॅंक्स मधु डार्लिंग पर तू भी तो मेरी ही उमर की है तो क्या तेरी इच्छा नहीं होती ये सब करने की” वो बोला ,माधुरी पहले तो मुस्कुराईं फिर बोली ‘मेरी भी बहुत इच्छा होती है पर बाहर मैं किसी के साथ कर नहीं सकती और सगे भाई के साथ ये सब करने की मेरी हिम्मत नहीं है तो जैसा चल रहा है वही ठीक है’
”तो फिर तुम क्या करती हो मेरा मतलब है की जब तुम्हारी सेक्स करने की इच्छा होती तो तुम अपने आप को संतुष्ट कैसे करती हो” योगेश बोला
”वैसे ही जैसे तुम अपने हाथ से करते हो मैं भी अपने हाथ से ही कम चलती हूँ पर तुम्हारे पास लापी भी है जो मेरे पास नहीं है इसलिए मजा कुछ कम आता है’ उसने जवाब दिया
”अगर तुम चाहो तो मेरा लापी उसे कर सकती हो’ वो बोला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 6
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07-04-2018, 12:56 PM,
#7
RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 7
‘सच में ‘माधुरी खुश होते हुए बोली
‘हाँ पर तुमने पहले कभी बाय्फ्रेंड देखी है’ योगेश ने पूछा ”हाँ कॉलेग के टाइम सहेलियों के मोबाइल में बहुत बार देखी है’ वो बोली
”ठीक है तो फिर तुम जब चाहो मेरा लापी उसे कर सकती हो’ वो बोला
‘शुभ कम में देरी क्यों लाओ अभी ही वो वाला फोल्डर खोल के मुझे दे दो मैं मेरे रूम में जाकर आज ही सारी फिल्में देख लूँगी’ वो खुश हो कर बोली
”लगता है बहुत जल्दी है उंगली करने की” योगेश हंसाता हुआ बोला और उसने लापी पर बाय्फ्रेंड वाला फोल्डर ओपन कर के माधुरी को दे दिया मदूरी ने लापी लिया और बोली ‘टॅंक्स भाई & गुड नाइट’
”वेरी वेरी गुड ‘उंगली’ नाइट तो यू” वो हंस कर बोला माधुरी मूढ़ुरी भी मुस्कुराईं और गांड मतकते हुए अपने रूम में चली गई
”हे मेरी जान तेरी गांड तो मेरी जान ही निकल देगी” उसके जाने के बाद योगेश बोला अब उसे किसी बात का टेंशों नहीं था उसे लगा के आज नहीं तो कल वो मधु को चोद ही देगा पर अभी एक चिड़िया तो तुरंत ही फासने को तैयार है और वो योगिता का इंतजार करने लगा….

रात के करीब 10.30 बजे योगिता योगेश के कमरे में आई योगेश उसे देखते ही उठा और जल्दी से दरवाजा बंद कर लिया फिर उसने ज़ोर से योगोटा को अपनी बाहों में भिच लिया जिससे योगिता के बूब्स उसके सीने में घुस गये और ऐसा करते ही उसका पहले से ताना हुआ लंड पूरा अकड़ के योगिता की नाभि में ही घुसने लगा अब वो योगिता की पीठ सहला रहा था और उसके होंठ योगिता की गर्दन पर टच हो रहे थे इन सब हरकतों से योगिता की चुत भी अब गीली हो गई थी ”आ गई मेरी प्यारी बहन मैं कब से तेरा इंतजार कर रहा था” योगेश अपने हाथ योगिता की कमर सहलाते हुए बोला ”वो भैया पूजा सोई नहीं थी तो मैं उसके सोने का इंतजार कर कर रही थी वरना बेकार में ही उसके सवालों का जवाब देना पड़ता” अब योगिता भी अपने भाई से चिपके जा रही थी उसने जानबूझ कर योगेश को ये नहीं बताया के वो पूजा को सब कुछ बता चुकी है अब योगेश के हाथ योगिता के भरी कुल्हो पर आ गये थे और योगिता भी अपने भाई की पीठ सहला रही थी एकाएक योगेश की एक उंगली योगिता की गांड की दरार पर पहुँची और वो उसे सहलाने लगा योगिता एक दम से सिहर उठी उसने कस कर योगेश को जकड़ लिया अब योगेश एक हाथ की उंगली से उसकी गांड की दरार को सहला रहा था और दूसरे हाथ से उसके कड़क कड़क कूल्हे को दबा रहा था दोनों ही भाई बहन सब कुछ भूल कर जैसे अपने जिस्म की गर्मी को ठंडा कर लेना चाहते थे तभी साइड वाले रूम से जो की माधुरी का था उन्हें खांसने की आवाज़ आई दोनों ही चिटक कर एक दूसरे से अलग हो गये अब उन्हें होश आया के वो दोनों क्या कर रहे थे कुछ देर दोनों ही नज़र नहीं मिला पाए और पलंग पर जा कर बैठ गये
कुछ देर बाद योगिता ने ही खामोशी को थोड़ा ”हाँ तो भैया क्या पूछना चाहते थे आप” योगेश कुछ देर सोचने के बाद हिचकिचाता हुआ बोला ”वो क्या है ना योगिता उस टाइम तो मैंने बोल दिया पर अब मुझे लगता है के मैं वो सवाल तुम से नहीं पूछ सकता क्यों की तुम मेरी बहन हो वो सवाल तो ऐसे है की गर्लफ्रेंड से पूछो तो वो भी शर्आंटी जाए,नहीं नहीं मैं तुम से ऐसी बातें नहीं कर सकता” योगिता को लगा के अगर उसने पहल नहीं की तो शायद बनता हुआ खेल बिगड़ जाएगा कहीं फिर से योगेश के अंदर सोया हुआ भाई फिर से ना जगह जाए ये सोचने के बाद की चाहे कुछ भी हो जाए चाहे उसका भाई उसे रंडी ही क्यों ना समझे अब वो पीछे नहीं हटेगी वो बोली ”तो अभी आप क्या कर रहे थे वो सब भी तो बहन के साथ नहीं किया जाता” ”वो क्या है ना योगिता उस टाइम मैं तुम्हारे बदन को छू कर बहक गया था”योगेश ने जवाब दिया वो ये सब करना चाहता था पर उसके अंदर का भाई उस पर फिर से हावी होना चाह रहा था उसे समझ नहीं आ रहा था के वो क्या करे एक तरफ तो वो अपनी बहन के साथ सेक्स करना चाहता था और दूसरी ओर रिश्तो की जंजीर उसे आगे बढ़ने नहीं दे रही थी उसे सोचता हुआ देख योगिता बोली ”कितनी अजीब बात है उधर भाई अपनी बहन के बदन को छू कर बहक जाता है और इधर बहन भी अपने भाई के बदन को छूकर देखने के लिए बेताब है, दोनों भूखे है पर एक दूसरे के लिए कुछ कर नहीं सकते क्योंकि दोनों भाई बहन है, है ना भैया” योगेश के समझ में कुछ नहीं आ रहा था के वो क्या जवाब दे उसे चुप देख कर योगिता उसे उकसाते हुए बोली ”भैया क्या जिंदगी है आपकी बहनों की कभी आपने सोचा भी है घर से कॉलेग और कॉलेग से घर, पार्टी और दोस्तों के साथ कही जाने की बात तो दूर अपने सगे रिश्तेदारों के घर भी अकेले नहीं जा सकती शायद यही कारण है की बुआ घर से भाग गई थी और मेरी नज़र में तो शायद उन्होंने सही किया था कोई भी इंसान अपने आप को कब तक रोकेगा जो जिंदगी इस घर की लड़कियां जी रही है उससे तो जेल की जिंदगी अच्छी है” योगेश की सोचे योगिता की ये बातें सुन कर अब दूसरी दिशा में दौड़ने लगी थी वो सोचने लगा के ये तो लड़कियां है पर इस घर में लड़का होने के बावजूद उस पर भी इतनी ही बंदिशे लागू है आज तक इकलौता बेटा होने के बाद भी उसके अंकल ने उसे कभी अपने व्यापार और कहती बड़ी में साथ नहीं लिया था बस पढ़ाई ही उस की दुनिया बन गई थी.
उसने योगिता की ओर देखा और बोला ”यार तुम लड़की होने का रोना रोती हो पर मैं तो लड़का हूँ फिर भी तो मुझ पर तुम्हारी ही तरह बंदिशे लागू है मैं भी अपनी जिंदगी कहाँ खुल कर जी परहा हूँ”
अब योगिता को लगा के उसका तीर एकदम सही निशाने पर लगा है वो आग में और घी डालते हुए बोली ”कह तो आप सही रहे है भैया आप की हालत भी हमारे जैसी ही है तो क्योना भैया जो मजे हम बाहर नहीं ले पाए घर में ले ले”
”क्या कहना चाहती हो तुम” योगेश बोला
” भैया आपकी भी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और मेरा भी कोई बॉयफ्रेंड नहीं है क्योना आज से हम अपने पुराने रिश्ते को कोने में रख एक नये रिश्ते की शुरूआत करे मैं आपकी गर्लफ्रेंड और आप मेरे बाय्फ्रेंड”
योगेश उस की ओर देख कर एक कुटिल मुस्कान के साथ बोला ”मुझे मंजूर है पर उस रिश्ते में अभी थोड़ी देर पहले हमारे बीच में जो हुआ था उससे कहीं ज्यादा होता है बोलो कर पाएगी”
अँधा क्या चाहे दो आंखें ”भैया मैं तो सब कुछ करने को तैयर हूँ पर धीरे धीरे एकदम से नहीं कर पाऊंगी” वो बोली

”चल धीरे धीरे ही सही पर अब बोहिनी तो कर दे” कह कर वो उठा और योगिता को भी खड़ा कर लिया उसका लंड पूरी तरह खड़ा हो गया था अब उसके अंदर का भाई पता नहीं कहाँ भाग गया था और उसकी जगह एक सेक्स के भूखे नौजवान लड़के ने ले ली थी जिसके पास चोदने के लिए एक नहीं चार चार ऊंची छूते थी
अब उसने योगिता को अपने से चिपका लिया और अपने होंठ उसके होठों से जोड़ दिए योगिता ने भी मस्ती में अपनी आंखें बंद कर ली अकीर उसकी हसरते भी पूरी होने को आगाई थी अब योगेश उसके होठों को चूसते हुए अपने दोनों हाथों से अपनी बहन के बारे बारे बूब्स सहला रहा था और उसका लंड योगिता की चुत के पास रदद कहा रहा था अब योगिता भी उसके सर को पकड़ कर उसके होंठ चूस रही थी अब योगेश अपने एक हाथ की उंगली से योगिता की गांड की दरार सहला रहा था और दूसरा हाथ उसने अब कपड़ों के ऊपर से ही उसके एक बुबू पर रख कर धीरे धीरे दबाने लगा योगिता तो पहले से ही गरम थी और आज पहली बार किसी लड़के ने उसको इस प्रकार से छुआ था उसका बदन अकड़ गया और वो झड़ने लगी आज उसकी चुत ने इतना पानी चोदा था जितना आज तक कभी भी नहीं चोदा होगा उसकी पैंटी पूरी गीली हो गई थी चूँकि उसका कम हो गया था इसलिए उसने योगेश को ज़ोर से धक्का दिया और भाग कर दरवाजा खोल दिया योगेश हक्कबाक्का सा उसे देखते हुए बोला ”क्या हुआ कितना मजा आ रहा था”
”भैया अभी तो शुरूआत हुई है अभी तो बहुत मजे आएँगे पर मैंने कहा था ना धीरे धीरे तो अब कुछ इंतजार करो” कह कर वो रूम से बाहर निकल गई योगेश उसे मुंह फाड़े जाते हुए देख रहा था उस बेचारे की तो कलपद हो गई थी..

अगली सुबह सब उठ कर अपने अपने कम में लग गये. योगिता और पूजा साथ ही कम कर रही थी पूजा रात को योगिता के वापस आने से पहले ही सो गई थी इसलिए वो रात को क्या हुआ ये पूछने के लिए बेताब थी पर मौका ही नहीं मिल पा रहा था जैसे ही मौका मिला उसने योगिता से पुछज़ ”रात को क्या हुआ दीदी” योगिता जानती थी की पूजा भी चुदाई करवाने के लिए बेचैन है इस लिए वो थोड़ी देर उसके मजे लेना चाहती थी ”कुछ नहीं यार बस थोड़ी देर इधर उधर की बातें होती रही जब मुझे लगा की आगे कुछ नहीं होने वाला तो मैं उठ कर आ गयी और भैया ने भी मुझे नहीं रोका मुझे तो नहीं लगता के आगे हमारा कुछ हो पाएगा” ये सुनकर पूजा का मुंह उतार गया वो बोली ”पर यार तूने भी तो अपनी तरफ से कुछ करना था”
”क्या करती मैं, क्या नंगी होकर अपनी टाँगे फिलकर अपनी चुत दिखाते हुए कहती की आओ भैया आपकी बहन बहुत चुदसी है इसे चोद डालो और बाद में इससे भी बड़ी रंध पूजा को भी आपको ही चोदना है” योगिता ने उसे और सताया ”च्ीईीई….दीदी आप भी ना आज कल बहुत गंदे गंदे वर्ड उसे करने लगी हो, और आपने तो मेरे सारे सपने ही तोड़ दिए” ये कहते हुए पूजा की आंखों में आँसू आ गये
अब योगिता को उसे और सतना सही नहीं लगा उसने पूजा को गले लगा लिया और उसके आँसू पोछते हुए बोली ”अरे पागल मैं तो मज़ाक कर रही थी अपना कम हो चुका है और यदि मैं ही मना नहीं करती तो शायद भैया मुझे रात को ही चोद डालते” कह कर उसने रात की सारी घटना उसे सुना दी पूरी बात सुनते ही पूजा खुशी के मारे झूमने लगी उसने योगिता के गाल पर एक किस किया और बोली ”ई लव यू दीदी मुझे पता था के तुम ये कर लॉगी, अब तो बस मुझे यही इंतजार है की कब भैया का लंड मेरी चुत की खुजली मिटाएगा” ”नहीं पूजा इतनी जल्दी नहीं करनी है हमें वरना पता नहीं की भैया हमारे बारे में क्या सोचे” योगिता उसकी बात सुनकर बोली ”पर दीदी हमें जो भी करना है जल्दी ही करना पड़ेगा वरना पता है ना माधुरी दीदी भी इसी चक्कर में है अगर भैया को उन्होंने हम से पहले सेट कर लिया तो पता नहीं फिर हमें और कितना वेट करना पड़े” पूजा ने अपनी चिंता बताई, ये सुनकर योगिता भी सोच में पड़ गई क्योंकि उसे पता था की भले ही लड़कोको नहीं नहीं चुत चोदने में मजा आता है पर पहली चुत का नशा भी कुछ दिन बना ही रहता है और अभी घर में कोई नहीं है तो उसके पास मौका भी बहुत था पर सबके आने के बाद और खास टूर से मनीषा की वजह से उसको बाद में इतने मौके मिलने की उम्मीद कम ही थी उसने पक्का फैसला कर लिया के अब वो देर नहीं करेगी और अगर मौका मिलता है तो आज ही सबकुचकर लेगी.
उसे सोचता देख पूजा ने पूछा – क्या सोच रही हो दीदी?
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07-04-2018, 12:57 PM,
#8
RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 8
”तू सच ही कह रही है पूजा अब मैं देर नहीं करूँगी” योगिता बोली ये सुनकर पूजा खुश हो गई और दोनों बहने अपने कम में लग गई

उधर योगेश हाल में बैठा टीवी देखा रहा था पर टीवी में उसका ध्यान नहीं था उसके दिमाग में कल की सारी घटनाए फिल्म की तरह चल रही थी उसकी एक बहन उससे माँग कर नंगी फिल्में देख रही थी और दूसरी बहन के बूब्स और गांड वो दबा चुका था होंठ भी चूस चुका था और उसे चोदना सिर्फ़ वक्त की बात थी तभी वहाँ झाड़ू लिए माधुरी आई उसने आज बारे गले की त- शर्ट और लोवर पहन रखा था और अंदर ब्रा नहीं पहने होने के करा उसके बूब्स ज़रा सी हरकत से ही थिरक उठते थे उसने आते ही योगेश को देख कर स्माइल दी और बोली ”क्या डार्लिंग कैसे हाल है” उसके बारे बारे बूब्स को घूरते हुए योगेश बोला ”हम जैसे ग़रीबो के हाल जैसे होते है वैसे ही है तुम बताओ रात कैसी गुज़री मजा आया के नहीं” उसकी बात सुनकर माधुरी उसके साइड में ही बैठ गई और बोली ”मजा तो आया पर उतना नहीं, जब मैं अपनी सहेलियों के साथ देखती थी तो ज्यादा मजा आता था पता नहीं तुम्हें अकेले देखने में कैसे मजा आता है”
”सच बताऊं मदु अकेले में मुझे भी मजा नहीं आता पर क्या करूं कहा से लाउ पार्ट्नर” वो बोला. माधुरी कुछ कहना चाहती थी पर चुप हो गई और उठ कर झाड़ू लगाने लगी अभी उसका मुंह योगेश के सामने था जैसे ही वो नीचे झुकी उसके बूब्स चालक कर टी-शर्ट से बाहर आने को हो रहे थे जिससे योगेश को उनका पूरा नज़ारा हो रहा था और वो उन्हें घूरता ही जा रहा था अब उसका लंड फिर अकड़ने लगा था और माधुरी के बारे बारे बूब्स देख कर उसके मुंह में पानी आने लगा था उसका मान कर रहा था के अभी जाकर उन्हें पकड़ कर पूरी ताक़त से मसल डाले पर वो जनता था की ये नामुमकिन है इधर माधुरी को भी ये एहसास ही गया था की उसका भाई उसके बूब्स को घूर रहा है और उसका लंड भी खड़ा हो गया है अब वो जानबूझ कर पलटी और योगेश की ओर पीठ करके फिर से झुक कर झदू लगाने लगी जिस से अब योगेश के सामने उसकी बड़ी गांड थी लोवर टाइट होने से पैंटी की लाइन स्पष्ट दिख रही थी और उसके बारे बारे कूल्हे एकदम योगेश की आंखों के सामने आ गये थे योगेश का मान कर रहा था के वो उठे और ऐसे ही लोवर उतार कर अपनी बहन की गांड में लंड भर दे माधुरी जानती थी की योगेश उसकी गांड को ही घूर रहा होगा वो एकाएक पलटी और योघेश को घूरने लगी फिर अचानक मुस्कुराईं और योगेश के बाजू में बैठते हुए बोली ”तू नहीं सुधरेगा बता क्या खास है मेरे बूब्स और गांड में जो इन्हें घूरते ही रहता है.”
अपनी बहन के मुंह से गांड शब्द सुनते ही उसका मुंह खुला का खुला ही रही गया
”क्या मधु ये कैसी भाषा बोल रही है तू” वो बोला
”जब इसे हिन्दी में गांड ही कहते है तो मैं और क्या काहु और जब तू इसके बारे में गंदा गंदा सोच सकता है तो क्या मैं ढंग से इसका नाम भी नहीं ले सकती”वो बोली
”तुझे क्या पता की मैं गंदा ही सोच रहा था” योगेश बोला
”तेरी इस बात का जवाब तो तेरा वो लंड ही दे रहा है कैसे खड़े हो गया है अगर तू मेरी गांड के बारे में गंदा नहीं सोचता तो तेरा लंड खड़ा होता क्या और हाँ अब ये मत बोलना की मैं गंदी भाषा बोल रही हूँ मुझे लंड का दूसरा नाम पता नहीं है” वो हंस कर बोली
”अच्छा एक रात में ही इतनी बदल गई तू वो फिल्में देख देकर अगर दो चार रेट और देख लेगी तो पता नहीं तेरे क्या होगा चल अब यहाँ का निपटा कर उप्पर जाते ही मेरा लापी लाकर मुझे दे देना मैं तुझे और नहीं बिगाड़ना चाहता हूँ” यह कह कर वो भी हँसने लगा
”तुम्हारा लापी तो मैं तुम्हें दोपहर को दे ही दूँगी मगर तुम्हारे लिए एक ऑफर है मेरे पास” वो बोली
”क्या ऑफर है” योगेश ने पूछा
”अगर तुम चाहो तो दोपहर में हम साथ बैठ कर ये फिल्में देख सकते है क्यों की अकेले में मुझे मजा नहीं आता और तुम्हें भी एक पार्ट्नर मिल जाएगा बोलो मंजूर है”
”नेकी और पूछ पूछ मुझे मंजूर है” योगेश को ऐसा लगा जैसे उसे कोई खजाना मिल गया हो उसने तुरंत ही माधुरी का ऑफर मंजूर कर लिया
मदूरी अंदर जाते हुए एकदम से रुकी और पलट कर बोली ”हाँ अपने लंड को अच्छे से समझा देना ज्यादा अकड़ने वाले मुझे पसंद नहीं है अगर मेरे सामने ये फिर कभी अकड़ा तो मैं इसकी सारी अकड़ निकल दूँगी समझे और हाँ दोपहर में मेरा इंतजार करना” ये कहते हुए वो चली गई योगेश बारे अचंभे में था उसे मदूरी से ये उम्मीद नहीं थी वो उसके बदले हुए रवैये से हैरान था
खैर अब दोपहर के 12 बज चुके थे और सभी लोग खाना कहा चुके थे योगेश उप्पर अपने रूम में जाने लगा तो योगिता ने उससे पूछा – भैया अगर आप दोपहर में खाली हो तो मैं आप के पास आ जाती हूँ?
”नहीं योगिता आज मुझे कॉलेग का कुछ कम करना है मैं तुम्हें शाम को बताता हो ओके” योगेश ने जवाब दिया.
”ठीक है भैया” योगिता ने मायूसी से जवाब दिया और वहाँ से चली गई
असल में यदि दोपहर को माधुरी नहीं आने वाली होती तो वो खुद ही योगिता को अपने रूम में बुलाने वाला था पर अब तो उसके सपने की रानी मदूरी उसके पास आने वाली थी योगिता से तो वो बाद में भी निपट सकता था वो कहीं भागे थोड़ी ही जा रही है ये सोचते हुए वो अपने कमरे में आ गया

अगली सुबह सब उठ कर अपने अपने कम में लग गये. योगिता और पूजा साथ ही कम कर रही थी पूजा रात को योगिता के वापस आने से पहले ही सो गई थी इसलिए वो रात को क्या हुआ ये पूछने के लिए बेताब थी पर मौका ही नहीं मिल पा रहा था जैसे ही मौका मिला उसने योगिता से पुछज़ ”रात को क्या हुआ दीदी” योगिता जानती थी की पूजा भी चुदाई करवाने के लिए बेचैन है इस लिए वो थोड़ी देर उसके मजे लेना चाहती थी ”कुछ नहीं यार बस थोड़ी देर इधर उधर की बातें होती रही जब मुझे लगा की आगे कुछ नहीं होने वाला तो मैं उठ कर आ गयी और भैया ने भी मुझे नहीं रोका मुझे तो नहीं लगता के आगे हमारा कुछ हो पाएगा” ये सुनकर पूजा का मुंह उतार गया वो बोली ”पर यार तूने भी तो अपनी तरफ से कुछ करना था”
”क्या करती मैं, क्या नंगी होकर अपनी टाँगे फिलकर अपनी चुत दिखाते हुए कहती की आओ भैया आपकी बहन बहुत चुदसी है इसे चोद डालो और बाद में इससे भी बड़ी रंध पूजा को भी आपको ही चोदना है” योगिता ने उसे और सताया ”च्ीईीई….दीदी आप भी ना आज कल बहुत गंदे गंदे वर्ड उसे करने लगी हो, और आपने तो मेरे सारे सपने ही तोड़ दिए” ये कहते हुए पूजा की आंखों में आँसू आ गये
अब योगिता को उसे और सतना सही नहीं लगा उसने पूजा को गले लगा लिया और उसके आँसू पोछते हुए बोली ”अरे पागल मैं तो मज़ाक कर रही थी अपना कम हो चुका है और यदि मैं ही मना नहीं करती तो शायद भैया मुझे रात को ही चोद डालते” कह कर उसने रात की सारी घटना उसे सुना दी पूरी बात सुनते ही पूजा खुशी के मारे झूमने लगी उसने योगिता के गाल पर एक किस किया और बोली ”ई लव यू दीदी मुझे पता था के तुम ये कर लॉगी, अब तो बस मुझे यही इंतजार है की कब भैया का लंड मेरी चुत की खुजली मिटाएगा” ”नहीं पूजा इतनी जल्दी नहीं करनी है हमें वरना पता नहीं की भैया हमारे बारे में क्या सोचे” योगिता उसकी बात सुनकर बोली ”पर दीदी हमें जो भी करना है जल्दी ही करना पड़ेगा वरना पता है ना माधुरी दीदी भी इसी चक्कर में है अगर भैया को उन्होंने हम से पहले सेट कर लिया तो पता नहीं फिर हमें और कितना वेट करना पड़े” पूजा ने अपनी चिंता बताई, ये सुनकर योगिता भी सोच में पड़ गई क्योंकि उसे पता था की भले ही लड़कोको नहीं नहीं चुत चोदने में मजा आता है पर पहली चुत का नशा भी कुछ दिन बना ही रहता है और अभी घर में कोई नहीं है तो उसके पास मौका भी बहुत था पर सबके आने के बाद और खास टूर से मनीषा की वजह से उसको बाद में इतने मौके मिलने की उम्मीद कम ही थी उसने पक्का फैसला कर लिया के अब वो देर नहीं करेगी और अगर मौका मिलता है तो आज ही सबकुचकर लेगी.
उसे सोचता देख पूजा ने पूछा – क्या सोच रही हो दीदी?
”तू सच ही कह रही है पूजा अब मैं देर नहीं करूँगी” योगिता बोली ये सुनकर पूजा खुश हो गई और दोनों बहने अपने कम में लग गई

ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 8
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07-04-2018, 12:57 PM,
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RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 9
उधर योगेश हाल में बैठा टीवी देखा रहा था पर टीवी में उसका ध्यान नहीं था उसके दिमाग में कल की सारी घटनाए फिल्म की तरह चल रही थी उसकी एक बहन उससे माँग कर नंगी फिल्में देख रही थी और दूसरी बहन के बूब्स और गांड वो दबा चुका था होंठ भी चूस चुका था और उसे चोदना सिर्फ़ वक्त की बात थी तभी वहाँ झाड़ू लिए माधुरी आई उसने आज बारे गले की त- शर्ट और लोवर पहन रखा था और अंदर ब्रा नहीं पहने होने के करा उसके बूब्स ज़रा सी हरकत से ही थिरक उठते थे उसने आते ही योगेश को देख कर स्माइल दी और बोली ”क्या डार्लिंग कैसे हाल है” उसके बारे बारे बूब्स को घूरते हुए योगेश बोला ”हम जैसे ग़रीबो के हाल जैसे होते है वैसे ही है तुम बताओ रात कैसी गुज़री मजा आया के नहीं” उसकी बात सुनकर माधुरी उसके साइड में ही बैठ गई और बोली ”मजा तो आया पर उतना नहीं, जब मैं अपनी सहेलियों के साथ देखती थी तो ज्यादा मजा आता था पता नहीं तुम्हें अकेले देखने में कैसे मजा आता है”
”सच बताऊं मदु अकेले में मुझे भी मजा नहीं आता पर क्या करूं कहा से लाउ पार्ट्नर” वो बोला. माधुरी कुछ कहना चाहती थी पर चुप हो गई और उठ कर झाड़ू लगाने लगी अभी उसका मुंह योगेश के सामने था जैसे ही वो नीचे झुकी उसके बूब्स चालक कर टी-शर्ट से बाहर आने को हो रहे थे जिससे योगेश को उनका पूरा नज़ारा हो रहा था और वो उन्हें घूरता ही जा रहा था अब उसका लंड फिर अकड़ने लगा था और माधुरी के बारे बारे बूब्स देख कर उसके मुंह में पानी आने लगा था उसका मान कर रहा था के अभी जाकर उन्हें पकड़ कर पूरी ताक़त से मसल डाले पर वो जनता था की ये नामुमकिन है इधर माधुरी को भी ये एहसास ही गया था की उसका भाई उसके बूब्स को घूर रहा है और उसका लंड भी खड़ा हो गया है अब वो जानबूझ कर पलटी और योगेश की ओर पीठ करके फिर से झुक कर झदू लगाने लगी जिस से अब योगेश के सामने उसकी बड़ी गांड थी लोवर टाइट होने से पैंटी की लाइन स्पष्ट दिख रही थी और उसके बारे बारे कूल्हे एकदम योगेश की आंखों के सामने आ गये थे योगेश का मान कर रहा था के वो उठे और ऐसे ही लोवर उतार कर अपनी बहन की गांड में लंड भर दे माधुरी जानती थी की योगेश उसकी गांड को ही घूर रहा होगा वो एकाएक पलटी और योघेश को घूरने लगी फिर अचानक मुस्कुराईं और योगेश के बाजू में बैठते हुए बोली ”तू नहीं सुधरेगा बता क्या खास है मेरे बूब्स और गांड में जो इन्हें घूरते ही रहता है.”
अपनी बहन के मुंह से गांड शब्द सुनते ही उसका मुंह खुला का खुला ही रही गया
”क्या मधु ये कैसी भाषा बोल रही है तू” वो बोला
”जब इसे हिन्दी में गांड ही कहते है तो मैं और क्या काहु और जब तू इसके बारे में गंदा गंदा सोच सकता है तो क्या मैं ढंग से इसका नाम भी नहीं ले सकती”वो बोली
”तुझे क्या पता की मैं गंदा ही सोच रहा था” योगेश बोला
”तेरी इस बात का जवाब तो तेरा वो लंड ही दे रहा है कैसे खड़े हो गया है अगर तू मेरी गांड के बारे में गंदा नहीं सोचता तो तेरा लंड खड़ा होता क्या और हाँ अब ये मत बोलना की मैं गंदी भाषा बोल रही हूँ मुझे लंड का दूसरा नाम पता नहीं है” वो हंस कर बोली
”अच्छा एक रात में ही इतनी बदल गई तू वो फिल्में देख देकर अगर दो चार रेट और देख लेगी तो पता नहीं तेरे क्या होगा चल अब यहाँ का निपटा कर उप्पर जाते ही मेरा लापी लाकर मुझे दे देना मैं तुझे और नहीं बिगाड़ना चाहता हूँ” यह कह कर वो भी हँसने लगा
”तुम्हारा लापी तो मैं तुम्हें दोपहर को दे ही दूँगी मगर तुम्हारे लिए एक ऑफर है मेरे पास” वो बोली
”क्या ऑफर है” योगेश ने पूछा
”अगर तुम चाहो तो दोपहर में हम साथ बैठ कर ये फिल्में देख सकते है क्यों की अकेले में मुझे मजा नहीं आता और तुम्हें भी एक पार्ट्नर मिल जाएगा बोलो मंजूर है”
”नेकी और पूछ पूछ मुझे मंजूर है” योगेश को ऐसा लगा जैसे उसे कोई खजाना मिल गया हो उसने तुरंत ही माधुरी का ऑफर मंजूर कर लिया
मदूरी अंदर जाते हुए एकदम से रुकी और पलट कर बोली ”हाँ अपने लंड को अच्छे से समझा देना ज्यादा अकड़ने वाले मुझे पसंद नहीं है अगर मेरे सामने ये फिर कभी अकड़ा तो मैं इसकी सारी अकड़ निकल दूँगी समझे और हाँ दोपहर में मेरा इंतजार करना” ये कहते हुए वो चली गई योगेश बारे अचंभे में था उसे मदूरी से ये उम्मीद नहीं थी वो उसके बदले हुए रवैये से हैरान था
खैर अब दोपहर के 12 बज चुके थे और सभी लोग खाना कहा चुके थे योगेश उप्पर अपने रूम में जाने लगा तो योगिता ने उससे पूछा – भैया अगर आप दोपहर में खाली हो तो मैं आप के पास आ जाती हूँ?
”नहीं योगिता आज मुझे कॉलेग का कुछ कम करना है मैं तुम्हें शाम को बताता हो ओके” योगेश ने जवाब दिया.
”ठीक है भैया” योगिता ने मायूसी से जवाब दिया और वहाँ से चली गई
असल में यदि दोपहर को माधुरी नहीं आने वाली होती तो वो खुद ही योगिता को अपने रूम में बुलाने वाला था पर अब तो उसके सपने की रानी मदूरी उसके पास आने वाली थी योगिता से तो वो बाद में भी निपट सकता था वो कहीं भागे थोड़ी ही जा रही है ये सोचते हुए वो अपने कमरे में आ गया

कमरे में आते ही मनीषा ने दरवाजा बंद कर के टीना को बाहों में भर लिया और उसके होंठ चूसने लगी
”बहुत खुजली हो रही है क्या चुत में” कहती हुए टीना भी उसके होंठ चूमने लगी
”हाँ यार तुझे तो पता है के एक तू ही है जिसके साथ मैं थोड़े मजे ले लेती हूँ वरना घर में तो कुछ हो ही नहीं सकता” मनीषा बोली
”तू चाहे तो घर में भी बहुत मजे ले सकती है” टीना बोली
”वो कैसे” मनीषा ने पूछा
”अभी वो बात रहने दे बाद में बताऊंगी पहले तो तेरी 5 साल से प्यासी चुत की प्यास बुझा दूं” कहते हुए टीना मनीषा के कपड़े उतरने लगी और मनीषा टीना के अब दोनों जन्मजात नंगी थी मनीषा के 36 साइज के बारे बूब्स देख टीना अपने होठों पर जीभ फेरने लगी. मनीषा भी टीना के 38 के बूब्स देख कर उत्तेजित होने लगे ”क्या बूब्स है तेरे यार मेरे से भी बारे हो गये है क्या खाती है तू” मनीषा बोली
टीना – अरे ये कुछ खाने से बारे नहीं होते कुछ और करने से होते है पहले एक बार तेरी प्यास बुझा लेने दे फिर तुझे सब सीखा दूँगी
तभी मनीषा की नज़र टीना की चुत पर पड़ी उसकी चुत मनीषा की चुत से काफी बड़ी नज़र आ रही थी और उसके होंठ भी खुले हुए थे ”ये क्या तेरी ये चुत तो पूरा भोसड़ा बन गई है क्या करती रहती है तू” मनीषा बोली
”अब जब लाआंटी चौड़ा और मोटा लंड इसमें जाएगा तो इसके हाल तो ऐसे ही होंगे ना” टीना ने जवाब दिया
”इसका मतलब तू चुदाया भी चुकी है” मनीषा ने हैरत से टीना को देखा
”हाँ मैं चुदाया चुकी हूँ, पर तू अभी बातें मत कर जो कर रहे है वो कम पूरा हो जाए फिर मैं तुझे सब कुछ बता दूँगी” कह कर टीना मनीषा के होंठ चुस्ती हुई उसके बूब्स को जोरों से दबाने लगी मनीसा की हालत भी अब खराब होती जा रही थी वो भी टीना के होंठ चूसने लगी और उसकी चुत को सहलाने लगी
अब टीना अपने एक हाथ से मनीषा के बारे बारे कूल्हे दबाने लगी ”है मनीषा क्या कड़क गांड है तेरी” वो सिसकारी लेते हुए बोली
दोनों ही बहनों की चुत अब गीली हो गई थी तभी टीना अपनी एक उंगली मनीषा के गांड के छेद पर घूमने लगी ऐसा करते ही मनीषा एकदम से सिहर उठी उसने भी अपनी एक उंगली टीना चुत में घुसेड़ दी ”एक से कुछ नहीं होगा अगर तू चार भी भर देगी तो भी जगह बाकी बच जाएगी” टीना हंसते हुए बोली
अब टीना ने धीरे से अपनी उंगली मनीषा की गांड में घुसेड़ने की कोशिश की पर मनीषा की गांड इतनी टाइट थी की उसकी उंगली अंदर घुस ही नहीं पाई उसने थोड़ा सा ज़ोर लगाया तो उंगली कुछ आगे बढ़ी वो उतनी जगह में ही उंगली चलाने लगी अपनी गांड में उंगली महसूस करते ही मनीषा ने ांझे भिच ली और एक्शैतमेंट में आकर अपनी तीन उंगलियां टीना की चुत में आगे पीछे करने लगी अब टीना मनीषा के होंठ चूसते हुए अपने एक हाथ की उंगली मनीषा की गांड में चला रही तू और दूसरे हाथ से मनीषा की चुत सहला रही थी मनीषा के मुंह से आहह …… उहह……. म्‍म्म्मममम…
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RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
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आवाजें लगातार निकल रही थी उससे खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था टीना भी उसकी हालत समझ गई और अब वो दोनों पलंग पर आ गये टीना ने मनीषा को धक्का दे कर पलंग पर लिटा दिया और उसकी दोनों टाँगे फैला कर उसकी चुत चाटने लगी मनीषा तो जैसे सातवें आसमान में उड़ने लगी पूरे पाँच साल बाद उसे ऐसा मजा आ रहा था वरना तो उसे अपनी उंगली से ही कम चलना पड़ता था थोड़ी देर चुत को उप्पर से चाटने के बाद अब टीना ने मनीषा की चुत की फांके खोल कर उसमें अपनी जीभ घुसा दी और जीभ आगे पीछे करने लगी मजे के मारे मनीषा की आंखें बंद हुई जा रही थी तभी उसे एक और झटका लगा टीना ने उसकी चुत में जीभ करते करते अचानक अपनी उंगली उसकी गांड में घुसेड़ दी और आगे पीछे करने लगी अब मनीषा को दोनों ही छेड़ो से मजे आरहे थे एकाएक उसका शरीर अकड़ने लगा उसने टीना का सर अपनी चुत पर दबा दिया और आहह……उउंम्म……. हाईए…….. करते हुए झड़ने लगी इधर टीना भी उसकी हालत समझ गई और जोरों से जीभ अंदर बाहर करने लगी और मनीषा का पानी पीने लगी………..
थोड़ी देर बाद मनीषा नॉर्मल हुई तो बोली ”अब मेरी बड़ी चल तुझे भी ठंडी कर देती हूँ”
”रहने दे यार मेरी चुत को लंड की आदत पड़ गई है अब उंगली से कुछ मजा नहीं आता, वो तो तेरे लिए मैंने ये किया वरना तो अब मैंने उंगली करना बंद ही कर लिया है” टीना बोली
”तू सच में ही चुदाया चुकी है क्या” मनीषा ने पूछा
”हाँ यार मैं सच कह रही हूँ” टीना ने जवाब दिया
कौन है वो मुझे भी तो बता’ मनीसा बोली
”नहीं यार मैं तुम्हें उसका नाम नहीं बता सकती” टीना ने कहा
”बस 5 साल में ही अपनी दोस्ती को भुला दिया ठीक है मत बता” कह कर मनीषा ने नाराज़गी से दूसरी ओर मुंह फेयर लिया
”अरे यार तू तो गुस्सा हो गई”उसे नाराज़ देख कर टीना बोली ”चल मैं तुझे उसका नाम बता दूँगी पर तुझे मेरी कसम खानी होगी के ये बात तुम किसी को भी नहीं बनाएगी”
”वैसे भी मैंने आज तक तुम्हारी कोई भी बात किसी को नहीं बताई है फिर भी अगर कसम खाने से तुम्हें यकीन आएगा तो चलो मैं तुम्हारी कसम खाती हूँ अब तो उसका नाम बता दो” मनीषा ने टीना के सर पर हाथ रखते हुए कहा
”उसका नाम है राहुल भैया ” टीना ने जैसे बम फोड़ा
”क्य्ाआअ………” मनीषा इतनी ज़ोर से चीखी जैसे उसने बहुत देख लिया हो उसे यकीन ही नहीं आ रहा था की एक बहन अपने भाई से कैसे छुड़ा सकती है लेकिन टीना खुद बता रही थी इसलिए शक की कोई गुंजाइश ही नहीं थी
”कैसे, कैसे शुरू ये सब और तुमने अपने रिश्ते का ख्याल भी नहीं किया” मनीषा ने पूछा
”ये सब कैसे हो गया हमें पता ही नहीं चला और रही बात रिश्ते की तो हम दोनों का ही ये मना है की भाई बहन से पहले हम ‘औरत’ और ‘मर्द’ है जिनकी अपनी शारीरिक जरूरत होती है हम पुराने रिश्ते की बजाए अब नये रिश्ते से ज्यादा खुश है” टीना बोली
”ये सब कब और कैसे शुरू हुआ मुझे स्टार्ट से बता” मनीषा बोली
उसकी बात सुनकर टीना सोच में पड़ गई की कहाँ से शुरू करे..
कुछ देर सोचने के बाद टीना बोली ये बात आज से 5 साल पहले तब की है जब उजहे तेरे घर से आए हुए 4-5 महीने हो गये थे उस समय मेरी आगे 19 साल और भैया की 20 साल की थी तेरे साथ की हुई मस्ती के कारण वापस आने के बाद मेरी हालत बहुत खराब हो गई थी मुझे हर पल बस सेक्स ही सेक्स की लगी रहती थी मैं हर रोज 2-3 बार फिंगरिंग भी कर लिया करती थी पर मेरा सेक्स का बुखार बढ़ता ही जा रहा था अब मुझे उंगली करने से भी मजा नहीं आता था मुझे ऐसा लगता था की कोई लड़का आकर मेरे सारे बदन को निचोड़ डाले और अपने मोटे लंड को मेरी चुत में घुसेड़ कर खूब ज़ोर ज़ोर से मेरी चुदाई करे पर मैं जानती थी की मेरी ये इच्छा पूरी नहीं हो सकती थी क्यों के बाहर के किसी लड़के के साथ करने से बात खुलने पर बहुत बदनामी हो सकती थी मैंने इस डर के मारे ऐसी कोई कोशिश नहीं की और अपने आपको किस्मत के हवाले चोद दिया और जैसे तैसे अपनी उंगली से ही कम चलाने लगी.
तुझे तो पता ही है की हम दोनों भाई बहन के कमरों का एक ही कॉमन बाथरूम है जिसका एक दरवाजा मेरे साइड और दूसरा दरवाजा भैया के साइड में है कूलेग की छुट्टियाँ चल रही थी और अक्सर सारा दिन घर पर ही गुजरता था एक दिन दोपहर में मैं बाथरूम गई तो देखा की भैया के साइड का दरवाजा खुला है मैं उसे बंद करने गई तो मुझे भैया के कमरे से किसी लड़की की आहह… उहह… हमम्म्म… जसी कराहने की आवाजें सुनाई दी मैं हैरान हो गई की भैया के कमरे में कौन लड़की आगाई ये देखने के लिए मैंने धीरे से दरवाजा खोला और भैया के कमरे के अंदर आगाई पर जैसे ही मैंने अंदर का नज़ारा देखा मेरे तो होश ही उउड़ गये भैया अपने पीसी के सामने पूरे नंगे बैठे थे और पीसी पर ब्लू फिल्म देखते हुए अपने लगभग 8 इंच के लंड की मूठ मर रहे थे मैं मुंह खोले कभी फिल्म देखती कभी भैया को देखती वही खड़ी रही इधर इतने सेक्सी सीन को देख कर मेरी चुत खुशी के मारे चालक पड़ी और पूरी गीली हो गई तभी भैया की नज़र मुझ पर पड़ी तो वो हड़बड़ा कर उठ गये और मैं भी अपनी चोरी पकड़े जाने भाग कर अपने कमरे में आकर पलंग पर बैठ गई मेरी नज़रो में अभी भी वही नज़ारा घूम रहा था मेरे समझ में कुछ भी नहीं आ रहा था धीरे धीरे जो सेक्स की आग मैं बुझा रही थी वो एक ही झटके में फिर से भड़क गई थी मैं अभी चुत में उंगली करने ही वाली थी की भैया मेरे कमरे में आए और मेरे सामने कुर्सी पर बैठ गये कुछ देर दोनों में से कोई भी कुछ नहीं बोला फिर भैया ने ही शुरूआत की ”तो तूने सब कुछ देख लिया है ना”
”हाँ, कितना गंदा कम कर रहे थे आप, शर्म नहीं आती आपको” मैं बनावटी गुस्से से बोली
”तूने एक बार मुझे ये कम करते देखा तो ऐसा बोल रही है पर मैंने यही कम जिसे तू गंदा कह रही है करते हुए कई बार देखा है पर मैंने तो तुझसे कभी ऐसा नहीं कहा” भैया ने मुझे झटका सा दिया
अब शरमाते की मेरी बड़ी थी मैं ज़मीन में नज़रे गड़ाए हुए बोली ”आपने मुझे कब और कहाँ ये करते हुए देखा है”
”अपने बाथरूम में, एक दिन जब मैं बाथरूम गया तो मैंने देखा की मेरे साइड का दरवाजा खुला है मैंने धीरे से दरवाजा खोला तो अंदर तुझे यही कम करते हुए पाया तेरी आंखें बंद थी और तू पूरी मस्ती के साथ अपने कम में लगी हुई थी इसलिए तू मुझे देख नहीं पाई पर तुझे ऐसा करते देख मुझे बहुत मजा आया और मैंने तेरे वापस जाते ही तुझे देखने का पर्मनेंट जुगाड़ करने की सोची और बाथरूम के दरवाजे के हॅंडेल के पास ला स्क्रृू निकल के उससे अंदर देखा तो मुझे वहाँ से सब स्पष्ट नज़र आया अब मैंने उस स्क्रृू को ढीला कर दिया फिर उस दिन के बाद जब भी तू नहाने के लिए बाथरूम जाती मैं दरवाजे के पास बैठ कर तुझे ऐसा करते देख कर उत्तेजित होकर खुद भी ऐसा करने लगता” भैया ने जवाब दिया
मेरा सागा भाई मुझे चुत में उंगली करते देखता था और खुद भी मूठ मरता था ये सोच कर ही मैं हैरान हो गयी
”आप अपनी सगी बहन को ऐसी नज़रो से देखते है और उसे देख कर वो कम भी करते है आपको ये सब अच्छा लगता है?” मैंने पूछा
”देख टीना भाई बहन होने से पहले हम लड़का लड़की है और वो भी जवान हमारी उमर ही ऐसी है की इस उमर में बदन में सेक्स की आग भड़कती ही रहती है अब मुझमें इतनी हिम्मत नहीं है की मैं किसी लड़की को पता कर उसके साथ ये सब करूं इसलिए मैं फिल्में देख कर ये सब करने लगा फिर उसमें भी मजा नहीं आने लगा फिर तुझे ऐसा करते देख लिया मुझे उसमें और ज्यादा मजा आया तो मैं तुझे देखते हुए ऐसा करने लगा इसमें गलत ही क्या है आख़िर मैं चुप कर ही तो ये सब कर रहा था”
मुझे भी उनकी बात सही लगी सभी अपने आप को शांत करते ही है कुछ ना कुछ करके.
अब मुझे भैया से बातें करते हुए शर्म नहीं आ रही थी
मैं शरारती धनग से बोली ”अब आपका क्या होगा अब तो मैं आपको ये मौका दोबारा नहीं देने वाली”
”इसी मुद्दे पर मैं तुझसे एक बात करना चाहता हूँ तू ध्यान से सुनना देख टीना हम दोनों ही अपने बदन की ज़रूरते अपने अपने ढंग से पूरी करते है और दोनों ही ये जानते भी है क्योना हम दोनों साथ में ये सब करे सोच कितना मजा आएगा” भैया बोले
”ये आप क्या कह रहे है भैया मैं आपकी बहन हूँ मैं आपके साथ सेक्स नहीं कर सकती” मैं भैया की बात सुनकर हैरानी से बोली
”तू मेरी बात को ठीक से समझी नहीं मैं सेक्स करने को नहीं कह रहा हूँ मैं तो सिर्फ़ ये कम जो हम अलग अलग करते है आमने सामने साथ बैठ कर फिल्म देखते हुए करने को कह रहा हूँ क्यों की मुझे अब अकेले में मजा नहीं आ रहा है और शायद तेरा भी हाल यही है तू अच्छे से सोच ले अगर तुझे मेरी बात मंजूर हो तो रात को 10 बजे के आस पास जब अंकल मुम्मी सो जाए तू मेरे रूम में आजना मैं इंतजार करूँगा” इतना कह कर भैया चले गये
इधर भैया को ऑफर सुन कर मैं सोच में पड़ गई मेरे दिल और दिमाग में जंग सी छिड़ गई थी मेरा दिमाग कहता की ये गलत है भाई बहन के बीच ऐसा होना गलत है तो वासना के नशे में डूबा हुआ दिल कहता की भाई बहन भी आख़िर इंसान ही है और जब दोनों ही आग में जल रहे है तो बुझाने में क्या हर्ज है और कौन सा हमें सेक्स करना है बस सामने बैठ कर मूठ ही तो मारनी है, दिमाग कहता की ऐसा करने के लिए भाई के सामने नंगा होना पड़ेगा तो दिल कहता की क्या फर्क पड़ता है भैया तो वैसे भी नंगा देख ही चुके है.
ऐसे ही कुछ सावाक मेरे मान में उताल पुथल मचाए हुए थे अकीर में मेरा दिल जीत गया और मैंने फैसला कर लिया की रात को भैया के रूम में जाना ही है आगे जो होगा देखा जाएगा…….
अब मैं रात होने का इंतजार करने लगी…
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