06-16-2019, 11:46 PM,
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sexstories
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RE: Maa Sex Kahani माँ की अधूरी इच्छा
सरला: हाँ है पर क्या करूँ।
अरुण: तुम पहले लेटो।
और सरला को सीधा लीटा कर उसके मम्मे के बीच में थोड़ी जेली लगाता है और उसके सिने पे दोनों तरफ टांगे कर के बैठ जाता है और सरला की ऑंखों में देखते हुए।
अपने दोनों मम्मो(चुचियाँ) के बिच में मेरे लंड को ले लो
और मम्मो को लंड के दोनों तरफ चिपका कर रखो।
और अपनी कमर आगे पीछे करने लगता है जैसे चुत मार रहा हो।
सरला अपने मम्मे अपने हाथों में कस कर पकड़ लेती है और अरुन लंड आगे पीछे करने लगता है।
सरला: ये कौन सा स्टाइल है मेरी जान ।
तुम्हारा लंड तो मेरे मुह में भी आ रह है।
मारो ऐसे ही धक्के मारो ऐसे ती तुम्हारा पानी निकल जायेगा अअअअअ माआआआआ
आज मेरे मम्मे धन्य हो गये जो आप के पानी निकालने के काम आ रहे है ।
जो करना है करो इनके साथ पर आप खुश रहे।
काफी देर ऐसे ही धक्के मारने के बाद अरुन लंड को सरला के मुह में डाल देता है और पूरा घुसाने की कोशिश करता है ।
सरला हाथ से रुकने का इशारा करती है।
जैसे कह रही हो बस और नही।
अरून बेमन से रुक जाता है और आराम आराम से लंड को आगे पीछे करने लगता है
और बेमन से काफी देर बाद सरला के मुह में झड जाता है।
और लुंड निकाल कर।
रंडी तू किसी काम की नहीं हैं।
अपने खसम को ठण्डा नहीं कर सकती।
सरला: मुझे माफ़ कर दिजिये मैं आपके मुसल को झेल नहीं पाई क्या करूं मेरी चुत और गाण्ड ने मेरा साथ नहीं दिया आप को खुश रखने में। मेरे मुह में भी पूरा नहीं आ रहा।
अरुण: तो बोल अब क्या करना चाहिए ।
सरला: जो आप का मान करे वो कर लीजिये।
अरुण: तो मेरे इस लंड के लिए दूसरी चुत का इन्तज़ाम कर या फिर अपनी चुत सही कर।
सरला: मैं तो अभी कर नहीं पाऊँगी जाओ आप ही कोई इन्तज़ाम कर लो।
अरुण: पक्का कर लू तेरे बस का तो है नहीं तुझे कोई ऐतराज़ तो नही।
सरला: मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है किसी भी तरह मैं आप को खुश देखना चाहती हू।
और रोने लगती है
अरुण: सरला के ऑंखों में देखते हुए।
अब क्या हुआ
सरला: कुछ नहीं ।
अरुण: कुछ तो ।
सरला: मैं आप को खुश देखना चाहती हूँ पर आप की किसी और रांड के साथ शेयर नहीं कर सकति।
आप सिर्फ एक रांड को चोद सकता हो और वो मैं हूँ।आप सिर्फ मेरे हो ।
अरुण: फिर अभी क्यों बोल रही थी।
सरला: आप की ख़ुशी के लिये।।
अरुण सरला को अपनी बाँहों में ले लेता है।
पगली मेरी एक ही रखैल है और वो तुम हो ।
मेरा लंड सिर्फ तुम्हारी चुत और गाण्ड में जायेगा और किसी भी रंडी के नहीं।
और सरला के ऑंसू पोछता है ।
मै मज़ाक़ कर रहा था।
मेरी जान जब तक तुम्हारी चुत और गाण्ड ठीक नहीं हो जाती तुम अपने हाथ और मुह से मेरे लंड को ठण्डा करोगी ठीक।
सरला: खुश होते हुए ।
अरुण: चलो पहले नहा लो फिर कुछ पेट पूजा करते है और दोनों बाथरूम में आ जाते है।
सरला अब भी लँगड़ा के चल रही थी
इसलिए अरुन सरला को गोदी मैं बाथरूम ले जाता है
और सरला अरुन के सिने पे सर रख देति है ,,,,,,
बाथरूम में नहाने के बाद अरुन सरला को गोदी में ले कर बाहर आता है।
और रूम में आ कर सरला की चुत और गाण्ड पे एंटीसेप्टिक क्रीम लगाता है और उसे टॉप और स्कर्ट पहना देता है।
सरला: उसकी इन सारी चीज़ को देखती रहती है।
और मन में सोचती है कितना प्यार करता है मेरा बेटा।
अरुण: क्या सोच रही हो जान ।
सरला: कुछ नही
अरुण: कुछ नहीं तो बताओ चल पाओगी।
सरला: कहाँ जाना है।
अरुण: बस निचे रेस्टोरेंट में कुछ ब्रेकफास्ट करना है।
फिरर देखते है कुछ घुमने को।
सरला: चल लुंगी बस थोड़ा सा दर्द है इतना तो बरदास्त करना पड़ेगा । तुम्हारे साथ रहना है तो।
अरुण: तो चलो ।
वैसे दर्द कहा हो रहा है।
सरला: अरुन को देखते हुए बताऊ।
अरुण: हाँ मुझे भी पता चले की दर्द कहा और क्यों हो रहा है।
सरला: अरुन के बाजु पे मुक्का मारते हुए मेरी चुत और गाण्ड में दर्द हो रहा है है मेरा राजा बेटा अरुन जिसे अपनी माँ की ये दोनों चिजे इतनी पसंद आयी है की अपने मुसल से इन को चोदता रहता है और चोद चोद कर सुजा दिया है वही दर्द हो रहा है।
अरुण: बड़ा कमीना है।
सरला: चुप अगर उसे कमीना कहा तो मेरा राजा है वो और दर्द हो रहा तो मेरे को हो रहा है तुम्हे दर्द क्यों हो रहा है वो तो और चोदेगा वो भी बेहरमी से और मैं उसको मना भी नहीं करुँगि।
अब चलो लेट हो रहा है हो सकता है उसका फिर से मन करे और वो मुझे दोबारा चोदे।
अरुण: ओके ओके बाबा मैं तो मजाक कर रहा था जितना चूदवाना हो चुदवा लो मेरा क्या है।
और दोनों निचे रेस्टोरेंट में आ जाते है।
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