Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
10-17-2018, 11:42 AM,
#11
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
जैसे-2 सीमा के हाथ अमन के घुटनों के तरफ बढ़ रहे थे अमन के जिस्म में मस्ती के लहर दौड़ जाती अमन को समझ में नही आ रहा था कि उसे क्या हो रहा है सीमा की साड़ी का पल्लू खिसक कर नीचे गिर गया था उसकी बड़ी-2 चुचियाँ कसी हुई ब्लाउस में नज़र आ रही थी आज तक अमन ने ऐसा नज़ारा नही देखा था उसके अंडरवेर में हलचल होने लगी सीमा ने थोड़ा सा तेल हाथ में ले लिया और उसकी जाँघो की मालिश करने लगी अमन के जिस्म में करेंट दौड़ गया उसका लंड अंडर वेअर में झटके खाने लगा सीमा के हाथ अमन के जाँघो की मालिश कर रही थी अमन का लंड एक दम के खड़ा हो गया ब्लाउस से झलकती चुचियाँ अमन को उत्तेजित करने के लिए काफ़ी थी और अमन का 7 इंच का लंड एक दम लोहे की रोड की तरह अंडरवेर को फुला कर खड़ा हो गया सीमा की नज़र अमन के फूले हुए अंडरवेर पर पड़ी वो एक दम से हैरान हो गयी सीमा का दिल जोरो से धड़कने लगा जांघों के मालिश करते -2 उसकी नज़र बार अमन के खड़े लंड पर जाकर अटक जाती उसकी चूत में हलचल होने लगी सीमा ने नज़रें नीचे कर ली और कनखियों से बार उसके फूले हुए अंडरवेर के उभार को देख रही थी सीमा का ध्यान अपनी चुचियों पर गया जिसे बबलू भी चोर निगाहो से देख रहा था ब्लाउस में क़ैद उसकी आधी चुचियाँ नज़र आ रही थी सीमा के हाथ बबलू के जाँघो के काफ़ी ओपपेर तक जाने लगे थे सीमा भी गर्म होने लगी थी एक बार तो सीमा की उंगलियाँ अमन के लंड को उसके अंडरवेर के ऊपर से छू गये 

अमन: बस मौसी हो गया अब में नहाने जाता हूँ

सीमा: हूँ ठीक है

जैसे उसका कोई ख्वाब टूट गया हो सीमा खड़ी हो गयी उसकी साँसे बहुत तेज़ी से चल रही थी सीमा के सारी का पल्लू फर्श पर गिरा हुआ था उसकी चुचियाँ ब्लाउस में ऊपर नीचे हो रही थी अमन खड़ा उसकी चुचियों को घूर रहा था तभी सीमा को अहसास हुआ कि वो इस हालत में खड़ी है सीमा ने जल्दी से अपना पल्लू ठीक किया और बाहर चली गयी अमन कुछ देर वैसे ही सुन्न खड़ा रहा उसे समझ नही आ रहा था उसके साथ आज हो क्या रहा है उसका ध्यान अपने अंडरवेर पर गया जो कि लंड खड़े होने के कारण फूला हुआ था अमन मन में सोचने लगा कि मौसी उसके बारे में क्या सोच रही होगी 


उधर सीमा अपने कमरे में आ कर बेड पर बैठ गये और सोचने लगी हे भगवान ये मुझे क्या हो गया था में ऐसे कैसे कर सकती हूँ अमन मेरे बारे में क्या सोच रहा हो गा आख़िर अभी वो बच्चा है में कैसे बहक गयी शायद सारा कसूर मेरा है कुछ देर बैठे रहने के बाद सीमा नॉर्मल हो गयी और किचन में आकर दोपहर के खाने के तैयारी करने लगी सीमा का ध्यान में बार-2 अमन का खड़ा हुआ लंड सामने आ रहा था ना चाहते हुए भी सीमा वो सीन याद करके गर्म हो रही थी और बीच-2 में अपने आप को कोस रही थी सीमा की शादी को 8 साल हो चुके थे और अभी तक उसका कोई बच्चा नही था ज्सिके कारण उसका पति उसे काफ़ी निराश हो गया था और वो जब साल में एक दो बार घर आता तो दोनो में बहुत कम सेक्स होता जिसके कारण सीमा की जवानी का मज़ा खराब हो रहा था आज अमन के खड़े लंड ने उसे फिर से चुदासी बना दिया था उधर अमन भी नहा दो कर फ्रेश हो गया था और अकेला कमरे में बोर हो रहा था इसलिए अमन कमरे से निकल कर बाहर आ गया और किचन में चला गया यहाँ उसकी मौसी आटा गूँथ रही थी सीमा ज़मीन पर बैठ कर आटा गूँथ रही थी उसने अपने सारी और पेटिकॉट को अपने घुटनो तक चढ़ा रखा था उसकी एक टाँग नीचे थी और एक घुटने से मोडी हुई थी अमन को देख कर सीमा बोली आओ अमन क्या कर रहे हो 

अमन; कुछ नही में अकेला बोर हो रहा था 

सीमा:अच्छा किया जाओ बाहर से कुर्सी ले आओ और यहीं बैठ जाओ हम बातें करते है 

अमन बाहर चला गया और एक कुर्सी लाकर सीमा के सामने बैठ गया 

आटा गूँथते -2 सीमा के साड़ी और उसका पेटिकॉट घुटनो से थोड़ा ऊपर तक चढ़ चुका था दोनो टाँगों में काफ़ी गॅप था जिसके कारण उसकी पैंटी सॉफ नज़र आ रही थी दोनो आपस में बातें कर रहे थे एका एक अमन का ध्यान सीमा की फैली हुई जाँघो के बीच चला गया अमन का मन फिर से ज़ोर से धड़कने लगा उसकी आँखें सीमा की वाइट कलर की वी शेप पैंटी पर जम गयी सीमा की चूत की झांटें पैंटी के बाहर आ रही थी एक बार फिर अमन का लंड धीरे -2 खड़ा होने लगा जिसे वो अपनी टाँगों के बीच में छुपाने की कॉसिश कर रहा था

अमन: मौसी में अपने कमरे में जा रहा हूँ 

सीमा:क्या हुआ यहीं बैठ जा ना मैं गर्म-2 खाना डाल देती हूँ

अमन:नही जब खाना बन जाए तो मुझे आवाज़ दे देना

और अमन उठ कर बाहर जाने लगा जैसे ही अमन खड़ा होकर जाने लगा तो उसका पयज़ामा फिर से लंड के सामने से उभर कर टेंट बना रहा था जिस पर सीमा की नज़र पड़ गयी अमन के जाते ही सीमा सोच में पड़ गयी अब इसे क्या हो गया जो इसका हथियार इस तरह तन कर खड़ा है सीमा ने अपने पल्लू की तरफ देखा जो कि ठीक था तभी उसका ध्यान अपनी फैली हुए टाँगों पर गया सीमा मन में सोचने लगी ओह्ह तो इसलिए उसका लंड अकड़ कर खड़ा था अमन भी मेरे बारे में क्या सोच रहा होगा कि उसकी मौसी कितनी बेशर्म है जो ऐसे अपनी टाँगें फैला कर अपनी झान्टो भरी चूत दिखा कर उसे गरम कर रही है अंजाने में कितनी बड़ी भूल हो गयी अमन तो मुझे पता नही कैसी औरत समझ रहा होगा पर चाहे जो भी अब मेरा अम्मू जवान हो गया है और उसका वो और ये सोच सीमा के होंठो पर मुस्कान आ गयी


दोपहर के खाने के बाद सीमा के घर में सभी-2 अपने-2 रूम में थे सीमा अपने बेड पर लेटी हुई दिन भर की घटनाओ के बारें में सोच रही थी उसके दिमाग़ में बार-2 अमन का उभरा लंड आ रहा था और वो ना चाहते हुए भी गरम हो रही थी सीमा के दिमाग़ में भी यही बातें चल रही थी कि क्या अमन ने जो कुछ भी उसके अंग देखे क्या उसे अच्छा लगा होगा सीमा एक दम चुदासी हो गयी पर वो जानती थी कि अमन अभी बच्चा है और इतना साँझ दार नही हुआ कि वो इन सब बातों को अपने में रख सकें बच्पने में कहीं वो ये बातें किसी को बता ना दे मुझे आगे से इसका पूरा ध्यान रखना होगा और हो सकता है कि उसे आज सुबह हुई घटनें अच्छी ना लगी हों ये सब सोचते-2 सीमा को नींद आ गयी जब वो उठी तो शाम के 5 बज रहे थे उठ कर उसने मुँह हाथ धोया और चाइ बनाने लग गयी रात तक कुछ ख़ास नही हुआ रात का खाना खाने के बाद अमन अपने रूम में आ गया और पढ़ने लगा रात में घर में सन्नाटा पसर गया रात के करीब 11 बज रहे थे अमन उठ कर बेड पर आ गया और सोने की कॉसिश करने लगा पर अमन आज तक अकेला कभी नही सोया था वो रात को अकेला रहने पर डर जाता था उसे नींद नही आ रही थी 


हार कर वो उठ कर रूम से बाहर आ गया और सीमा के रूम का डोर नॉक किया थोड़ी देर बाद सीमा ने दरवाजा खोला एक पल के लिए अमन की आँखें सीमा पर गढ़ गयी सीमा अभी अभी सोई थी उसने एक शॉर्ट स्लीवलेस्स टीशर्ट पहनी हुई थी और नीचे वाइट कलर की सलवार पहनी हुई थी सीमा की टीशर्ट काफ़ी छोटी थी जो मुस्किल से उसकी नाभि तक आ पा रही थी और सलवार नाभि से 3 इंच नीचे बँधी हुई थी उसकी नाभि से नीचे से चूत तक का हिस्सा खुला दिखाई दे रहा था सीमा की झान्टो के कुछ बाल सलवार से बाहर झाँक रहे थे और वाइट कलर की सलवार में उसकी ब्लॅक पैंटी की झलक सॉफ पड़ रही थी जो सीमा ने शाम को नहाने के बाद पहनी थी सीमा अमन को यूँ अपनी तरफ देखते हुए थोड़ा मुस्करा गयी और पूछा
सीमा:क्या हुआ अमन बेटा

अमन: वो मुझे नींद नही आ रही थी वो मुझे........

सीमा:हां बताओ क्या बात हैं तुम्हें कुछ चाहिए 

अमन : वो मुझे रात में डर लगता है में अकेला नही सो पाता हूँ क्या में आप के साथ सो जाऊ 

सीमा:हां अंदर आ जाओ बहुत सर्दी है कहीं ठंड ना लग जाए

अमन के अंदर आते ही सीमा ने डोर लॉक कर दिया रूम में नाइट लॅंप जल रहा त्ता उसकी मंद रोशनी में सीमा का हुश्न गजब का लग रहा था सीमा ने अपनी बाहों को ऊपर करके अंगड़ाई ली जिसे उसका पेट अंदर की तरफ़ हुआ और सलवार ढीली पड़ने के कारण सरक कर और नीचे उसके खुलों पर आकर अटक गयी अब सीमा की ब्लॅक पैंटी की एलास्टिक वाइट सलवार के बाहर आ चुकी थी अमन के लिए ये सब बर्दास्त करना हद से बाहर था उसका लंड फिर से शॉर्ट्स में झटके खाने लगा अमन की नज़रें सीमा की चूत के बाहर झाँकती झान्टो पर अटकी हुई थी और सीमा अमन की हालत देख कर कामुक मुस्कान अपने होंठो पे लिए अमन को देख रही थी जब अमन ने अपनी मौसी की तरफ देखा तो वो जैसे कोई चोर पकड़ा जाता है वैसे झेंप गया सीमा ने बाहें नीचे की और बेड पर जाकर रज़ाई ओढ़ कर लेट गयी सर्दी के कारण अमन खड़ा काँप रहा था 

सीमा:आओ अमन खड़े क्यों हो ठंड बहुत है 

सीमा बेड पर एक सिंगल रज़ाई में लेटी हुई थी जिसमे मुस्किल से दो जान सो सकें अमन का दिल जोरों से धड़कने लगा 

अमन: पर रज़ाई 

सीमा: मेरे साथ ही आजा 

अमन काँपते पैरो के साथ आगे बढ़ने लगा जैसे ही अमन बेड पर बैठा सीमा ने रज़ाई को खोल कर उसे अंदर आने का इशारा किया अमन सीमा के साथ रज़ाई में घुस गया सीमा की चुचियाँ अमन की छाती में सट गयी थी अमन ठंड के मारे काँप रहा था अमन को काँपता देख सीमा ने उसे अपनी बाहों में भींच लिया और अपने से चिपका लिया

सीमा: क्या हुआ ठंड लग रही है

अमन:हूँ (अमन के मुँह से बस इतना ही निकल पाया)
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10-17-2018, 11:42 AM,
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RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
इस वक्त तक सीमा के मन में कोई वासना नही थी अमन को सीमा के बदन की गर्मी का अहसास अच्छा लग रहा था अमन ने भी अपना एक हाथ सीमा की कमर के नंगे हिस्से पर रख दिया अमन का हाथ अपनी कमर पर पड़ते ही सीमा अमन से और ज़्यादा चिपक गयी अमन अभी भी काँप रहा था सीमा ने अपनी एक टाँग उठा कर अमन की जाँघ पर रख दी ताकि अमन को और गर्मी मिल सकें पर सीमा ने जो किया शायद उसे नही करना चाहिए था जैसे ही सीमा ने अपनी टाँग उठा कर अमन की जाँघ पर रखी अमन का तना हुआ लंड सीधा सीमा की सलवार और पैंटी के ऊपर से चूत पर जा टकराया सीमा के मूँह से अहह निकल गयी लंड चूत के ऊपर सलवार और पैंटी के ऊपर से दबाव डाल रहा था सीमा की आँखें बंद थी अमन का लंड भी रह-2 कर झटके मारने लगा सीमा ने आँखे खोली और अमन की आँखों में देखा दोनो की नज़रें आपस में मिली सीमा ने फिर से आँखें बंद कर ली अमन को कुछ समझ में नही आ रहा था कि वो क्या करे अमन का हाथ खिसकता हुआ कमर से सीमा के कूल्हे पर गया सीमा अमन से बिल्कुल चिपक गयी उसकी बड़ी-2 चुचियाँ अमन की चेस्ट में धँस गयी अमन के होंठ सीमा की नेक से सट गये सीमा ने अमन के सर को अपनी बाहों में भींच लिया और सीमा अपनी नेक को धीरे-2 ऊपर नीचे करने लगी पर ना तो अमन की हिम्मत उसका साथ दे रही थे और ना ही सीमा की 


अमन तो खैर सेक्स के बारे में कुछ जानता ही नही था और सीमा समझ और बड़ी बेहन के डर से कुछ कर नही पा रही थी दोनो में से कोई भी आगे नही बढ़ना चाहता था अमन को गर्मी मिलने के कारण नींद आने लगी और वो नींद के आगोश में समा गया पर नींद सीमा की आँखों से बहुत दूर थी आज वो कई सालों बाद किसी के साथ यूँ लिपट कर सो रही थी उसे बहुत मज़ा आ रहा था उसने अमन की तरफ़ा देखा जिसके फेस पर भोलापन और मासूमियत साफ झलक रही थी सीमा ने धीरे से बड़े प्यार से अमन के होंठो को किस किया और आँखें बंद करके लेट गयी और उसे भी नींद आ गयी अगली सुबह जब अमन उठा तो सीमा बेड पर नही थी अमन उठ कर अपने रूम में चला गया और फ्रेश होने के लिए चला गया सीमा ने अपने सास ससुर को चाइ दी 

सीमा का ससुर: बहू कल अमन अपने कमरे में नही था क्या तुम्हारे साथ सोया था

सीमा:जी हां पिता जी वो उसे अकेले में डर लगता हैं ना

ससुर:हां -2 याद है अभी भी डरता है बहुत भोला लड़का है 

सीमा:जी
उसके बाद सीमा चाइ लेकर अपने रूम में गयी अमन वहाँ नही था फिर सीमा अमन के रूम में गयी अंदर बाथरूम से आवाज़ आ रही थी 

सीमा: नहा रहा है अमन 

अमन:जी मौसी 

सीमा :चाइ रखी है और नाश्ता भी खा लेना

अमन:जी मौसी 

चाइ नाश्ते के बाद सीमा घर की सॉफ सफाई में लग गयी सीमा ने नोटीस किया अमन हमेशा उसके पास रहने की कोशिश करता है और उसकी चुचियों को घूरता रहता है पर सीमा को आगे बढ़ने में डर लग रहा था औरे ना ही अमन कोई पहल कर रहा था सीमा ने अमन को अपने जाल में फसाने का प्लान बना लिया दोपहर के वक़्त जब अमन सीमा के रूम में बैठा सीमा के साथ बातें कर रहा था सीमा अपने रूम के अट्तच बाथरूम में अपने कपड़े धो रही थी उसने सिर्फ़ ब्लाउस और पेटिकॉट पहना हुआ था और पेटिकॉट जाँघो तक ऊपर कर रखा था जिसमे से उसकी झान्टो वाली बुर सॉफ दिखाई दे रही थी और सीमा ने पैंटी जान बुझ कर नही पहनी थी अमन की नज़रें बार-2 सीमा के पेटिकॉट के बीच जा रही थी पर उसे कुछ दिखाई नही दे रहा था अमन वहाँ बैठा हुआ बोर होने लगा था इसलिए वो सीमा को ये बोल कर अपने रूम में आ गया कि उसे नींद आ रही है सीमा को कुछ समझ में नही आ रहा था वो सोचने लगी कि कभी तो अमन उसे खा जाने वाली नज़रों से देखता है और कभी ऐसे भोला बन जाता है जैसे वो कुछ देख ही ना रहा हो आख़िर उसके दिल में क्या है 


सीमा ने अपनी पेटिकॉट के बीच में देखा तो उसे पता चला कि बाथरूम में लाइट कम होने के कारण उसे कुछ दिखाई नही दे रहा था इसलिए वो उठ कर चला गया अब दोपहर का खाना परोसते समय सीमा बार-2 अपनी चुचियों को दिखा रही थी सीमा लंड के लिए तरस रही थी उसने सोच लिया था आज चाहे कुछ भी हो जाए वो अपनी चूत की आग को ठंड करके रहेगी रात का खाना खाने के बाद जब अमन अपने रूम की तरफ जा राजा था तो वो किचन के सामने से गुजरा जहाँ सीमा बर्तन सॉफ कर रही थी

सीमा:अर्रे अमन रूम में जा रहा है 

अमन:जी मौसी 

सीमा: अगर डर लगता है तो आज भी मेरे रूम में सो जाना 

अमन का दिल ये बात सुन कर धक-2 करने लगा पर ना जाने क्यों उसके मूँह से ना निकल गया 

अमन: नही में अपने रूम में सो जाउन्गा

सीमा मन में सोचने लगी लगता है ऐसे बात नही बनने वाली सीमा ने जल्दी से बरतन सॉफ किए दूध गरम करने लगी अमन अपने रूम में बैठ कर पढ़ रहा था रात के 11 बज रहे थी और अमन को नींद आने लगी थी तभी उसके रूम का डोर खुला अमन ने पीछे मूड कर देखा सीमा मौसी हाथ में दूध का ग्लास लेकर खड़ी थी अमन की आँखें सीमा पर गढ़ गयी उसे यकीन नही हो रहा था जो वो देख रहा था सीमा का ये रूप देख अमन आँखे झपकाना भी भूल गया अपने आप को यूँ घुरता देख सीमा के होंठो पर मुस्कान आ गयी सीमा इतनी ठंड में ऊपर सिर्फ़ एक ढीला सा शॉर्ट ब्लाउस पहन रखा था जिसके ऊपर के दो हुक्स खुले थे उसकी चुचियाँ आधी से ज़्यादा बाहर झलक रही थी नीचे पेटिकॉट की बजाए कल वाली वाइट सलवार पहनी हुई थी जो उसने नाभि से बहुत नीचे बाँधी हुई थी उसकी चुचियों से लेकर सलवार के नाडे तक का हिस्सा खुला हुआ था वो एक दम मस्त लग रही त्ती अमन ने अपने नज़रें नीचे झुका ली सीमा रूम में आई और बबलू के पास आकर दूध का ग्लास टेबल पर रख दिया और बोली
सीमा:दूध पी लेना में सोने जा रही हूँ अगर डर लगे तो मेरे रूम में आ जाना 

फिर सीमा ने कल वाले अंदाज़ में ही अपने बाहें ऊपर कर के अगड़ाई ली उसके इस अंदाज़ से अमन एक दम चोंक गया और सीमा मूड कर चली गयी और अमन दूध पीकर अपने बेड पर लेट गया पर उसे नींद नही आ रही थे डर की वजह से नही बल्कि उसे काल रात की वो बात याद आ रही थी जब वो और उसकी मौसी सीमा एक दूसरे के आगोश में सोए थे अमन को इतना मज़ा कभी नही आया था अमन बेड से उतर गया उसके पाँव खुद ब खुद सीमा के रूम की तरफ बढ़ने लगे और सीमा के डोर के पास आकर खड़ा हो गया और डोर नॉक किया सीमा जो कि बेड पर लेटी हुई थी उसके होंठो पर मुस्कान फैल गयी उसे अपना प्लान कामयाब होता नज़र आ रहा था सीमा ने डोर खोला अब आख़िरी दाँव चलना बाकी था 
सीमा: क्या हुआ डर लग रहा है 

अमन बिना कुछ बोले चुप खड़ा था 

सीमा: चल अंदर आ जा 

जैसे ही अमन अंदर आने को हुआ 

सीमा: रुक एक काम कर पहले किचन से जाकर एक जग पानी ले आ में पानी रखना भूल गयी 

अमन किचन में जाकर एक जग पानी ले आया और रूम के अंदर बेड के पास आकर खड़ा हो गया 

सीमा:डोर को लॉक कर देता अच्छा चल रुक में करती हूँ तू जग को टेबल पर रख दे 

सीमा तेज़ी के साथ खड़ी हुई जानबूज कर अमन से टकरा गयी जग पूरा भरा हुआ था जिससे पानी अमन के शॉर्ट्स और सीमा की सलवार के ऊपर गिर गया रूम में नाइट लॅंप जल रहा था जो सीमा की पीठ के पीछे था जिसके कारण अमन को सीमा की हालत नज़र नही आ रही थी 

सीमा: ओह सॉरी अमन

अमन: कोई बात नही मौसी जी

सीमा:चल आ बाथरूम में अपने कपड़े पोंछ ले

और अमन सीमा के पीछे बाथरूम में आ गया बाथरूम में आकर सीमा ने बाथरूम की लाइट ऑन की और अमन की तरफ घूम गयी अमन की आँखों के सामने क्या नज़ारा था ये तो सिर्फ़ अमन ही बयान कर सकता है सीमा की सलवार आगे से गीली हो कर उसकी जाँघो और चूत से एक दम चिपकी हुई थी पतली और वाइट सलवार में सीमा की चूत सॉफ नज़र आ रही थी सीमा की सलवर से झान्टे चिपकी हुई थी और चूत की फांके सॉफ नज़र आ रही थी सीमा ने टवल उठा कर अमन को दिया अमन का शॉर्ट्स भी पूरी तरह गीला हो चुका था अमन की नज़रें सीमा की चिपकी हुई सलवार पर टिकी हुई थी सीमा को अब मंज़िल नज़र आने लगी थी अमन का लंड एक बार फिर तन चुका था जिसे वो टवल से छुपाने के कोशिश कर रहा था अमन चोर नज़रों से सीमा को देख रहा था 

सीमा: तुम यहीं रूको में आती हूँ 

सीमा बाहर आई और अपनी अलमारी से एक रेड कलर की नाइटी ली और नाइटी लेकर बाथरूम में गयी 

सीमा:अरे तुम्हारा तो सारा शॉर्ट्स गीला हो गया

अमन: में अभी चेंज करके आता हूँ 

सीमा: अब इतनी सर्दी में फिर अपने रूम में जाएगा ऐसा कर शॉर्ट्स उतार कर ये टवल लपेट ले 

अमन भी बिना कुछ बोले बाहर आ गया और एक कोने में जाकर अपना शॉर्ट्स और अंडरवेर उतार दिया और टवल लपेट लिया अंदर सीमा ने अपना ब्लाउस और सलवार उतार कर नाइटी पहन ली जो कि सीमा की आधी ही जाँघो को ढक रही थी और चुचियों वाली जगह पर नेट का पतला सा कपड़ा लगा हुआ था जिसमे से उसके काले मोटे निपल सॉफ झलक रहे थे सीमा बाहर आ गयी अमन बेड के किनारे खड़ा हुआ था सीमा उसके पास आई और बोली

सीमा: अरे देखो बेड की चद्दर इकट्ठी हो गयी है में ठीक करती हूँ 

सीमा बेड की चद्दर ठीक करने के लिए बेड पर दोनो घुटनो के बल होकर आगे की तरफ झुक गयी जिसे उसकी नाइटी पीछे से उसकी गान्ड तक उठ गयी ये सब वो जान बुझ कर रही थी पीछे खड़े अमन का तो बुरा हाल होगया वो एक दम सन्न रह गया सीमा की झान्टो से भरी चूत उसे सॉफ दिखाई दे रही थी अमन सीमा से बस एक फुट के फ़ासले पर खड़ा था उसकी नज़रें वहीं पर गढ़ गयी बदन का सारा खून लंड में इकट्ठा होने लगा और लंड एक दम तन कर खड़ा हो गया और टवल को ऊपर उठा कर बाहर आने के लिए झटके मारने लगा सीमा फिर रज़ाई में लेट गयी और अमन को अंदर आने का इशारा किया अमन भी रज़ाई में लेट गया दोनो एक दूसरे की तरफ करवट के बल लेटे हुए थे सीमा ने उसे बाहों में भर कर अपने से चिपका लिया सीमा की एक बाजू ने अमन के सर के नीचे से होते हुए उसकी पीठ को जाकड़ लिया था और दूसरे बाजू से उसकी बगल के ऊपर से पीठ को जकड़े हुए थी सीमा की चुचियों की जगह नाइटी पर नेट के कपड़े में उसके निपल देख कर अमन गरम हो रहा था सीमा ने अमन के सर को अपनी चुचियों पर दबा दिया अमन के होंठ नेट की जाली के ऊपर से सीमा के लेफ्ट निपल पर जा लगे सीमा की सिसकारी निकल गयी जिसे अमन ने भी सुन लिया अब अमन भी अपने होश खो बैठा था उसका एक हाथ खुद ब खुद ही सीमा के कूल्हे पर चला गया सीमा की नाइटी काफ़ी ऊपर उठी हुई थी सीमा और बबलू रज़ाई में थे इसीलिए रज़ाई के अंदर कोई नही देख पा रहा था अमन की आधी हथेली के नीचे सीमा की नाइटी का कपड़ा था और आधी सीमा के नंगे खुले पर थी सीमा अपने कूल्हे पर अमन का हाथ का स्पर्श महसूस करते ही उसके बदन में मस्ती के लहर दौड़ गयी थोड़ी देर बाद सीमा ने अपनी लेफ्ट जाँघ को उठा कर बबलू की कमर पे रख दिया जिससे उसकी नाइटी कमर तक ऊपर हो गयी अमन के हाथ के नीचे से नाइटी सरक कर ऊपर हो चुकी थी और जाँघ कमर पर रखने के कारण सीमा थोड़ा और आगे हो चुकी थी जिससे अमन का हाथ सरक कर सीमा की गान्ड पर पहुँच गया सीमा को बहुत मज़ा आ रहा था 


आगे से चूत से नाइटी उठ चुकी थी अमन का लंड टवल के अंदर से सीमा की चूत की फांको से जा टकराया सीमा के मूँह से आहह निकल गयी और अहह अमन कह के अमन से और ज़ोर से लिपट गयी सीमा की आँखें बंद हो गयी उसकी साँसें तेज़ी से चल रही थी पता नही क्यों पर अमन नेआपने हाथ से सीमा के चूतड़ को हल्के से मसल दिया सीमा की कमर ने झटका खाया और सीमा की चूत अमन के लंड से टवल के ऊपर से रगड़ खा गयी अमन को बहुत अच्छा लग रहा था ये उसकी जिंदगी का नया अनुभव था अमन ने धीरे से सीमा की गान्ड को सहला दिया नतीजा फिर सीमा की कमर ने झटका खाया इस बार झटका थोड़ा तेज था जिससे सीमा की चूत बबलू के लंड से रगड़ खाते हुए बबलू का टवल खुल गया और लंड बाहर आ गया अमन का दिल जोरो से धड़कने लगा उसका पूरा बदन रोमांच के मारे काँपने लगा अब अमन के लंड का सुपाडा बिना किसी कपड़े के सीधा सीमा की चूत पर टिका हुआ था अमन से बर्दास्त नही हो रहा था जिससे उसका लंड झटके खाने लगा और सीमा की चूत के फांकों के बीच दस्तक देने लगा सीमा की चूत लंड लेने के लिए बेताब हो रही थी और पानी छोड़ने लगी थी लंड को फांकों पर महसूस करके सीमा की चूत के फाँकें फैलने और सिकुड़ने लगी सीमा की आँखें अभी भी बंद थी सीमा ने अपनी चूत को अमन के लंड के सुपाडे पे दबाना शुरू कर दिया और सीमा की चूत के होंठ फैल गये और लंड का सुपाडा सीमा की चूत के छेद पर जा लगा 

सीमा: उंह अहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 
और सीमा के हाथ अमन की पीठ पर चलने लगे सीमा ने अपने होंठो को दाँतों में भींच लिया अमन के लंड की नसे फूल गयी बदन का सारा खून लंड की नसों में इकट्ठा होने लगा अमन को अपने लंड का सीमा की चूत से स्पर्श अंदर तक हिला गया वो तो जैसे आसमान में उड़ रहा हो अमन के लंड के गरम सुपाडे को चूत के छेद पर महसूस करके सीमा मस्ती के सागर में गोते खा रही थी अमन से अब रुका नही जा रहा था चाहे अमन सेक्स के बारे में बहुत कम जानता था पर उसकी कमर ने अपने आप ही अपने लंड को सीमा की चूत में घुसाने के लिए आगे की तरफ कमर को धक्का लगाया लंड का सुपाडा सीमा की चूत के छेद को फैलाता हुआ अंदर घुस गया सीईईईईईईईईईईईई की आवाज़ के साथ सीमा के चहरे पर ख़ुसी और कामुकता से भरी हुई मुस्कान फैल गयी 


सीमा के होंठ काँपने लगे और कमर हल्के झटके खाने लगी सीमा का हाथ अमन की पीठ से सरकता हुआ अमन की गान्ड पर आ गया और उसकी गान्ड को आगे की तरफ दबाने लगा अमन सीमा का इशारा समझ गया और अपने लंड को सीमा की चूत के अंदर घुसाने लगा लंड का सुपाडा सीमा की चूत के दीवारों को फैलाता हुआ अंदर जाने लगा और कुछ ही पलों में पूरा का पूरा लंड सीमा की चूत में समा चुका था और अमन को महसूस हो रहा था जैसे उसके लंड को अंदर से कोई मसल रहा है सीमा की चूत की दीवारें अमन के लंड पर कस गयी मस्ती में आकर सीमा की चूत अमन के लंड को कस्ति तो कभी ढीला छोड़ती सीमा से अब रुका नही जा रहा था सीमा ने अपने काँपते होंठो को अमन के होंठो पर रख दिया पहले अमन को कुछ समझ में नही आया पर थोड़ी देर में ही अमन भी सीमा के होंठो को किस करने लगा दोनो एक दूसरे को किस करने लगे 


जब सीमा को पता चला कि अब अमन समझ गया है तो सीमा ने अपना मूँह खोल कर अपने होंठ ढीले छोड़ दिए अमन सीमा के होंठो को चूसने लगा सीमा बहुत गरम हो चुकी थी सीमा ने अपनी कमर को पीछे की तरफ खींचा लंड चूत की दीवारों से रगड़ ख़ाता हुआ बाहर आने लगा अमन को बहुत मज़ा आ रहा था सीमा ने लंड को सुपाडे तक बाहर निकाला और फिर से लंड पर अपनी चूत दबाने लगी लंड फिर से अंदर जाने लगा अमन की मस्ती का कोई ठिकाना नही था एक बार फिर लंड सीमा की चूत के अंदर था मस्ती में आकर सीमा ने अपनी ज़ुबान अमन के मूँह में डाल दी और अमन भी सीमा की जीभ को चूसने लगा अग दोनो तरफ भड़क चुकी थी सीमा ने फिर से लंड को धीरे-2 सुपाडे तक बाहर निकाला और जैसे सीमा चूत के अंदर लंड लेने के लिए कमर गयी कि अमन ने सीमा की गान्ड को कस के पकड़ कर जोश में आकर धक्का मारा लंड पूरी तेज़ी से सीमा की चूत की दीवारों को चीरता हुआ बच्चेदानी से जा टकराया
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10-17-2018, 11:42 AM,
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RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
सीमा:अहह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ओह और सीमा पागलों की तरह अमन के होंठो को चूसने लगी फिर से सीमा की कमर पीछे की तरफ गयी और इसबार दोनो ने तेज़ी से अपनी कमर को धक्का दिया लंड फतच की आवाज़ के साथ चूत के अंदर समा गया सीमा के पूरे जिस्म में मस्ती की लहर दौड़ रही थी सीमा ने अमन को अपनी बाहों में भींचे हुए सीधा लेट कर अमन को अपने ऊपर खींच लिया अब सीमा अमन के नीचे लेटीहुई थी अमन सीमा की जांघों के बीच लेटा हुआ था सीमा ने अपनी जाँघो को फैला कर अमन की कमर पर लपेट लिया और अपने दोनो हाथो से अपनी नाइटी की स्ट्रिपेस को अपने कंधों से सरका कर अपनी बाहों से निकाल दिया और नाइटी चुचियों से नीचे कर ली सीमा की 38 साइज़ की चुचियाँ अब अमन के सामने थी अमन एक टक उसे घूरे जा रहा था सीमा मन में सोचने लगी अब इस अनाड़ी को चुचियों से खेलना भी सीखाना पड़ेगा सीमा ने अमन का एक हाथ पकड़ कर अपनी एक चुचि पर रख दिया और अपने हाथ को अमन के हाथ पर दबाने लगी अमन सीमा की चुचि को दबाने लगा सीमा ने अपना हाथ अमन के हाथ से हटा दिया और अमन के सर के पीछे हाथ लेजा कर कर उसे अपने दूसरी चुचि पर झुका दिया अमन सीमा की आँखों में देखने लगा जैसे पूछ रहा हो अब क्या करू पर सीमा ने अमन के सर को और झुका दिया और अमन के होंठ सीमा की दूसरी चुचि के निपल पर जा लगे

सीमा:सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

अमन को अब तक समझ आ चुका था कि उसने क्या करना है अमन ने अपना मूँह खोल कर सीमा की चुचि के निपल को मूँह में ले लिया और चूसने लगा सीमा ने नीचे अपनी कमर हिलानी चालू कर दी सीमा की चूत में आग बढ़ती जा रही थी सीमा को ये भी डर था कि अमन कहीं जल्दी ना झड जाए पर अब अमन के लिए रुकना ना मुनकीन था अमन भी अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा जैसे ही अमन अपना लंड बाहर निकालता सीमा अपनी गान्ड को ऊपर की तरफ उछालती और ऊपर से अमन अपनी कमर का पूरा ज़ोर लगा देता लंड फतच-2 की आवाज़ से अंदर बाहर होने लगा 6-7 धक्कों के बाद अमन को लगा जैसे उसके लंड से कोई चीज़निकलने वाली है और दो तीन धक्को के बाद अमन के लंड ने सीमा की चूत में वीर्य की बोछार करनी शुरू कर दी और अमन सीमा के ऊपर लूड़क गया अमन को झड़ता देख सीमा ने नीचे से तेज़ी से अपनी गान्ड उछालनी शुरू कर दी और आधे मिनिट में ही 10-12 धक्को के साथ सीमा की चूत ने भी पानी छोड़ दिया सीमा अमन से चिपक गयी उसकी टाँगें अमन की कमर पर जकड गयी चुचियाँ अमन की चेस्ट में धँस गयी सीमा के चहरे पर संतुष्टि के भाव उभर आए थे उसके चहरे पर जो मुस्कान थी अमन ने कई सालों बाद देखी थी 


सीमा के बाल उसके फेस बिखरे हुए थे और उसके होंठो की लिपस्टिक फैली हुई थी सीमा ने बड़े प्यार से अमन के फेस को अपने हाथों में लिया और उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए अमन ने जी भर के सीमा के होंठो को चूसा लंड ढीला पड़ गया और चूत से बाहर आ गया अमन सीमा की बगल में लूड़क गया और लेट गया सीमा ने रज़ाई को हटाया तो देखा सीमा की झान्टे अमन और उसकी चूत के पानी से भीगी हुई थी पूरी चूत पर काम रस लगा हुआ था सीमा ने पास पड़े कपड़े से अपनी चूत और झान्टो को सॉफ किया और फिर अमन के लंड को पकड़ कर उसके लंड और गोलियों को सॉफ किया और फिर से रज़ाई ओढ़ ली दोनो एक दूसरे की बाहों में समा गये सीमा तो चाहती थी कि वो सारी रात अमन से चुदति रहे पर वो जानती थी कि ये अमन का फर्स्ट टाइम है और अगर वो फिर से पहले झड गया तो में अधूरी रह जाउन्गी इसलिए उसने आज के लिए इतना ही काफ़ी हे सोच कर सो गयी और अमन भी अपना फेस सीमा की नरम चुचियाँ में छुपा कर सो गया अगली सुबह सीमा की नींद खुली तो 6 बज चुके सीमा ने आँखें खोली और देखा सीमा के साथ अमन साथ चिपका हुआ था सीमा के हिलने से अमन भी उठ गया सीमा ने टाइम देखा तो 6 बज चुके थे 

सीमा: उठते हुए) पिता जी और माँ जी उठ गये होंगे

और सीमा ने उठ कर अलमारी से एक दूसरी नाइटी निकाली जो कि क्रीम कलर की थी और वो लेकर बाथरूम में चली गयी जब सीमा बाथरूम से बाहर आई तो अमन वहाँ से अपने रूम में जा चुका था सीमा किचन में चली गयी और चाइ बनाने लगी और चाइ बना कर उसने चाइ अपने सास ससुर को दी और फिर से किचन में आकर एक बड़ा सा ग्लास दूध लेकर अमन के रूम में गयी अमन अभी नहा कर बाहर निकला था सीमा ने दूध को टेबल पर रखा और अमन से बोली दूध पी लेना ठंडा हो जाएगा सीमा की नज़रें अमन के गोरे बदन का जायज़ा लेरही थी

अमन: दूध पर में तो सुबह चाइ पीता हूँ

सीमा: अपने चहरे पर कातिल मुस्कान लाते हुए) तुम्हें अब दूध ही पीना चाहिए कितनी मेहनत करते हो ये तुम्हारी सेहत के लिए ज़रूरी है 

अमन शरमा गया और सर झुका कर अपने कपड़े निकालने लगा 

सीमा मन में सोच रही थी कि अमन कितना भोला है अब भी शरमा रहा है और सीमा बाहर किचन में आ गयी और नाश्ता तैयार करने लग गयी 

दूसरी तरफ बबलू अभी -2 घर वापिस आया था रेणु स्कूल जा चुकी थी बबलू रात भर स्टेशन पर ही सोता रहा क्योंकि काम ज़्यादा नही था बबलू फ्रेश होकर ऊपर चला गया शोभा किचन में बबलू के लिए नाश्ता थाली में डाल रही थी बबलू का आज चूत चोदने का बहुत मन था बबलू ने पीछे जाकर शोभा की चुचियों को पकड़ कर मसल दिया

शोभा:अहह क्या करा रहो हो चोदे मुझे याद है ना हमें रेणु के सामने कसम खाई है 

बबलू: में कोई कसम वसम नही जानता 

और बबलू घुटनो के बल नीचे बैठ गया और एक ही झटके में शोभा की सारी और पेटिकॉट को ऊपर उठा दिया और दोनो हाथों से शोभा के चुतड़ों को पकड़ कर फैला दिया इससे पहले कि शोभा कुछ बोलती या कहती बबलू ने अपनी जीभ शोभा की चूत के छेद में टिका दी और शोभा की चूत की भगनासा को चाटने लगा

शोभा जल बिन मछली के तरह तडफ उठी उसकी कमर झटके खाने लगी 

शोभा: ओह अहह चोद्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्रूऊऊऊ उईईईईईईईईईईईईई माआआआआआआआ

बबलू ने शोभा की गान्ड को पकड़ कर पूरा फैला दिया और अपनी ज़ुबान से शोभा की गान्ड के छेद को कुरेदने लगा पूरे घर में शोभा की अहह अहह सीईईईईईईईईईईईईई सीईईईईईईईईईईईईईईईई की सिसकारियाँ गूँज रही थी शोभा ने किसी तरह बबलू को धक्का दे कर आगे हो गयी और उसकी सारी अपने आप नीचे हो गयी शोभा दीवार के साथ सट कर अपनी साँसों को संभालने में लग गयी बबलू के होंठो पर शोभा की चूत का पानी लगा हुआ था 

शोभा: देखो बस तीन और महीने इंतजार कर लो फिर हम दोनो माँ बेटी हमेशा के लिए तुम्हारी है जाओ मूँह हाथ धो लो और नाश्ता कर लो

बबलू बेचारा उदास हो कर रह गया उस्दिन के बाद से उसे स्टेशन पर सुसमा भी नज़र नही आई थी नाश्ता करने के बाद बबलू नीचे आकर सो गया दोपहर के 2 बजे रेणु स्कूल से आ गयी थी शोभा बबलू को नीचे दोपहर के खाने के लिए बोल गयी जब बबलू ऊपर आया तो रेणु शोभा से किसी बात के लिए ज़िद कर रही थी उनकी बातें सुनता हुआ बबलू डाइनिंग टेबल पर आकर बैठ गया 

बबलू: अर्रे क्या बात है किस बात को लेकर बहस चल रही है 

शोभा: देखो ना कह रही है आज इसकी सहेली का बर्तडे की पार्टी है 

बबलू:तो जाने दो ना 

शोभा:जाने तो दूं पर रात के 8 बजे की बात कर रही है इतनी रात को कैसे जाने दूं

बबलू: हां ये बात भी सही है 

तभी फोन के बेल बज उठी शोभा ने फोन उठाया फोन महक का था 

महक:हेलो आंटी रेणु है आज मेरा बर्तडे है और में उसे पार्टी दे रही हूँ आप प्लीज़ उसे भेज देना

शोभा:पर इतनी रात को कैसे भेज दूं 

महक:आंटी चाहे तो आप भी साथ आ जाओ नही तो किसी के साथ ही भेज दो ज़रा मेरी बात तो कराना रेणु से

शोभा:हां एक मिनिट रेणु तुम्हारा फोन है 

और रेणु उठ कर फोन सुनने चली गयी जब थोड़ी देर बाद रेणु वापिस आई तो उसके बोलने से पहले ही शोभा बोल पड़ी 

शोभा:ठीक है चली जाना पर साथ में बबलू को लेकर जाना 

रेणु: खुश होते हुए थॅंक यू मोम और हां माँ कल से हमारी भी छुट्टियाँ शुरू हो रही हैं
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10-17-2018, 11:42 AM,
#14
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
दूसरी तरफ सीमा अपना सारा काम निपटा चुकी थी और अपने रूम में बेड पर लेटी हुई थी उसके फेस पर शिकन थी वो सोच रही थी क़ी जो उसने किया ठीक किया है अमित (सीमा का पति) मेरा कितना ख्याल रखते हैं और में उनके साथ धोखा कर रही हूँ पर में भी कब तक अपनी तमन्नाओं को मार -2 कर जीती रहूंगी सीमा इसी अधेड़ बुन में लगी हुई थी उसे समझ नही आ रहा था क्या सही है और क्या ग़लत सीमा इन्ही बातों को सोचते -2 सो गयी जब उसकी नींद खुली तो शाम के 5 बज चुके थे सीमा ने शाम को चाइ बना कर सब को दी और अमन के रूम में जाकर उसे बोला अमन में मार्केट जा रही हूँ तुम भी साथ चलो कुछ समान खरीदना है अमन तैयार होकर सीमा के साथ घर से निकल गया और सीमा मार्केट पहुँच कर घर का समान और सब्जयां खरीदने लगी जब सीमा और अमन घर वापिस आने लगे तो सीमा कुछ सोच कर बोली अमन एक काम करो ये पैसे लो और मेडिकल की दुकान से वियाग्रा की टॅब्लेट्स ले आ 

अमन: वियाग्रा ये किस चीज़ की मेडिसिन है 

सीमा; पहले लेकर तो आ घर जाकर बताती हूँ 

अमन पैसे लेकर मेडिकल स्टोर पर वियाग्रा लेने चला गया फिर दोनो घर की तरफ चल पड़े शाम ढल चल चुकी थी सर्दियों में अंधेरा जल्दी छा गया था 

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दूसरी तरफ रेणु और बबलू दोनो तैयार होकर रात के 7 बजे घर से निकल पड़े आज पहली बार रेणु बबलू के साथ अकेली जा रही थी रेणु बहुत खुश थी पर बबलू का मूड उखड़ा हुआ था जब रेणु और बबलू महक के घर पहुचे तो गेट महक की माँ मीना ने खोला और उन्हे अंदर आने को कहा 

रेणु: नमस्ते आंटी जी

मीना: नमस्ते बेटा 

मीना वैसे तो यूपी की ही रहने वाली थी लेकिन उसने अपने शुरू के कई साल पंजाब में गुज़ारे थे जिसका असर उसकी भाषा में सॉफ दिखता था 

मीना:होर सूनाओ की हाल है

रेणु:जी ठीक हूँ महक कहाँ है 

मीना:ऊपर ही अपने रूम में अभी बुलाती हूँ

और मीना महक को आवाज़ लगाने लगी महक नीचे आ गयी और रेणु ने साथ लिया हुआ गिफ्ट देते हुए उसे बर्तडे विश किया बबलू ने भी उसे विश किया थोड़ी देर बाद कुछ और लोग उनके घर पर आ गये पार्टी शुरू हो चुकी थी सब एक दूसरे से बात कर रहे थे रेणु महक के साथ बिज़ी थी बबलू एक कोने में सोफे पर बैठ रेणु और उसकी सहेलियों के जिस्मो को आँखों से नाप रहा था तभी मीना हाथ में कॉफी की ट्रे लेकर बबलू के सामने आई और झुक कर अमन को कॉफी देने लगी

मीना ने सलवार कमीज़ पहना हुआ था जैसे ही मीना झुकी उसका दुपट्टा कंधे से सरक गया और उसकी बड़ी-2 चुचियाँ बबलू की आँखों के सामने आ गयी 38 साइज़ की चुचियाँ ब्लॅक कलर के ब्रा में कसी हुई थी और बाहर आने को मचल रही थी मीना जल्दी से सीधे हो गयी और मन में बबलू को गाली देते हुए कह रही थी साला अपनी माँ की उमर की औरत पर भी बुरी नज़र रखता है कैसे गंदी नज़र है और मीना कॉफी देकर चली गयी धीरे-2 सभी लोग जाने लगे अब रेणु और बबलू ही बचे थी रात के 8:00 बज रहे थे बाहर ठंडी हवा चल रही थी 

रेणु:अच्छा आंटी जी हम भी चलते हैं 

मीना:अर्रे रूको बेटा हमें भी बाज़ार से कुछ समान लेना है हम भी साथ चलते हैं 

उसके बाद महक उसकी माँ मीना रेणु और बबलू के साथ घर लॉक करके निकल गये रास्ते में चलते-2 रेणु मीना आंटी से उसके पति के बारे में पूंछ रही थी मीना का हज़्बेंड भी गवरमेंट एंप्लायी था और अक्सर सरकारी काम से कई-2 दिन आउट ऑफ स्टेशन रहता था कई सालों की जिंदगी के बाद उसकी सेक्स लाइफ ना के बराबर रह गयी थी मीना का एक लड़का और एक लड़की थी लड़का जो कि बोरडिंग स्कूल में था चारो ने बस स्टॅंड पहुँच कर लोकल बस पकड़ ली छुट्टी का टाइम था इसीलिए बस में बहुत भीड़ थी सबसे पहले रेणु बस में चढ़ि फिर महक उसके बाद मीना और आख़िर में बबलू बस में चढ़ा बस एक दम भरी हुई ही मीना उँची कद काठी की औरत थी ना तो पतली थी और ना ही बहुत ज़यादा मोटी पर उसका बदन भरा पूरा था पेट पर चर्बी भी थी पर बहुत ज़्यादा नही गान्ड बाहर कीतरफ निकली हुई थी बबलू को ऐसी औरतें बहुत पसंद थी जिनकी गान्ड बड़ी हो बबलू मीना के पीछे जाकर खड़ा हो गया और अपने लंड जो अभी खड़ा नही था मीना की गान्ड पे सलवार के ऊपर से धीरे-2 रगड़ने लगा 


मीना को उसी समय पता चल गया कि ये लड़का एक दम चोदू किस्म का है मीना थोड़ा आगे होना चाहा पर आगे जगहा नही थी अब मीना कुछ नही कर सकती थी वो बस सोच रही थी जल्दी से उसका स्टॉप आ जाए और वो उतर जाए थोड़ी ही देर में बबलू का लंड एक दम तन कर खड़ा हो गया और आगे खड़ी मीना की गान्ड की दरार में रगड़ खाने लगा बबलू मीना से एक दम चिपक कर खड़ा हो गया बबलू के पीछे भी बहुत भीड़ थी मीना बींच में फँस गयी थी बबलू ने चारो तरफ देख कर धीरे से अपना हाथ नीचे करके मीना की कमीज़ के पल्ले को ऊपर उठा दिया और अपना लंड सीमा की सलवार के ऊपर से उसकी गान्ड की दरार में फँसा दिया मीना के पैर काँपने लगे मीना ने नीचे पैंटी नही पहनी हुई थी लंड का सुपाडा बबलू की पेंट के अंदर से मीना की गान्ड के छेद पर सलवार के ऊपर जा टिका मीना के जिस्म में मस्ती की लहर दौड़ गयी वो ना चाहते हुए भी गरम होने लगी थी सीमा ने सर्दी होने के कारण शॉल ओढ़ रखी थी बबलू ने अपना हाथ मीना की कमर पर रख दिया मीना को गुस्सा भी आ रहा था और हैरानी भी हो रही थी कि इतनी सी उम्र में इतनी हिम्मत कि अपनी माँ की उम्र की औरत के साथ ऐसी हरकतें कर रहा है 


बबलू ने अपना हाथ बढ़ा कर मीना के पेट पर रख दिया जिसके ऊपर शोल्ल थी और धीरे-2 अपना हाथ ऊपर लेजाने लगा बबलू नीचे से हल्के-2 धक्के मार रहा था जैसे ही बबलू ने झटका मारा बबलू का लंड सरक कर मीना की सलवार के ऊपर से उसकी चूत के होंठों पर रगड़ खा गया मीना की आँखें बंद हो गयी उसके बदन में करेंट की लहर दौड़ गयी अपनी अधेड़ उम्र की चूत पर जवान लंड की दस्तक पा कर उसकी चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया बबलू पेट से हाथ हटा कर नीचे ले गया और अपने लंड को पेंट के ऊपर से पकड़ कर मीना की गान्ड पर सलवार के ऊपर से रगड़ने लगा बबलू ने झुक कर धीरे से मीना के कान में कहा आंटी बहुत मज़ा आ रहा है ज़रा सी टाँगें खोल लो ना मीना की जांघे आपस में सटी हुई थी वो नही चाहती थी कि उसका लंड उसकी चूत तक पहुँचा पर कई मिनिट से गान्ड के छेद पर रगड़ खा रहे बबलू के लंड ने मीना को एक दम गरम कर दिया था उसके पैर ढीले पड़ चुके थे और अपने आप ही उसकी जांघे खुल गयी बबलू ने अपना हाथ मीना की गान्ड पर रख दिया और धीरे उसकी गान्ड को सहलाने लगा फिर बबलू ने बीच वाली उंगली को मीना की गान्ड की दरार में डाल कर गान्ड के छेद को धीरे-2 कुरेदने लगा मीना की साँसें तेज़ी से चलने लगी जांघे खुल चुकी थी

बबलू ने मोके का फ़ायदा उठाते हुए अपने लंड को पेंट के ऊपर से पकड़ा और उसके हाथ की एक उंगली को गान्ड के छेद से सहलाते हुए उसकी चूत की तरफ बढ़ने लगा और चूत के होंठो को फैला कर बबलू की उंगली सीधा उसकी चूत के छेद पर जा टकराई बबलू को चूत के छेद का आंदज़ा होते ही बबलू ने अपने लंड को वहाँ पर टिका दिया और हाथ को फिर से सीमा की शॉल के अंदर पेट पर रख दिया और धीरे-2 ऐसे ही धक्के लगाने लगा जैसे कि वो बस चलने के कारण हिल रहा हो


मीना की चूत से पानी बह कर उसकी सलवार को भीगोने लगा था सीमा की आँखें बंद थी ना चाहते हुए भी उसे बहुत मज़ा आ रहा था थोड़ी देर बाद बबलू ने अपना लंड हाथ मे लिया और हाथ नीचे लेजा कर उसके चुतड़ों के नीचे से उसकी चूत पर रख दिया और उसकी चूत के छेद को उंगलियों से सहलाने लगा बबलू और रेणु का स्टॉप नज़दीक आ चुका बबलू थोडा सा पीछे हट कर खड़ा हो गया और रेणु और बबलू अपने स्टॉप पर उतर गये बबलू रेणु को घर छोड़ कर अपने ऑफीस स्टेशन के लिएनिकल गया 


दूसरी तरफ सीमा घर पर सब लोग खाना खा चुके थे रात के 9 बज चुके थे सीमा के ससुर ने सीमा को कहा बहू हम ज़रा गली में टहल कर आते हैं आज खाना कुछ ज़्यादा ही हो गया और सीमा के सास ससुर बाहर टहलने के निकल गये सीमा झूठे बर्तन उठा कर किचन में रख रही थी अमन भी सीमा की मदद कर रहा था सीमा बर्तन सॉफ करने लगी अमन वहीं किचन के सामने बैठा सीमा को देख रहा था सीमा ने सलवार और ऊपर एक लंबी सी टी-शर्ट पहन रखी थी सीमा ने मूड कर अमन की तरफ देखा अमन ने नज़रें झुका ली सीमा मुस्कुराने लगी और बर्तन सॉफ करके हाथ पूंछ कर अमन के पास आकर खड़ी हो गयी 

सीमा: क्या देख रहे थे चोरी-2 

अमन:हड़बड़ाता हुआ) कुछ नही 

सीमा: बस थोड़ा सा और इंतजार कर लो और सीमा के होंठो पर कामुक मुस्कराहट आ गयी
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10-17-2018, 11:43 AM,
#15
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
अमन सर झुकाए सोफे पर बैठा था सीमा को उसके भोले पन पर प्यार आ रहा सीमा भी अमन का लंड चूत के अंदर लेने के लिए तडफ रही थी सीमा अमन की जाँघो के ऊपर दोनो तरफ पाँव करके घुटनो के बल सोफे पर बैठ गयी और अमन को अपनी चुचियाँ से लगा लिया और अमन के बालों को अपनी उंगलियों से सहलाने लगी अमन का लंड कुछ ही पलों में खड़ा हो गया और सीमा की चूत पर सलवार के ऊपर से रगड़ खाने लगा सीमा एक दम मस्त हो गये उसने अमन की तरफ देखा सीमा की आँखों में वासना का नशा भरा हुआ था अमन के हाथ खुद-ब खुद सीमा की चुचियों पर पहुँच जाते है और वो सीमा की चुचियों को ब्रा और टीशर्ट के ऊपर से सहलाने लगता है 

सीमा: ये देख कर बहुत खुस होती है और मन में सोचती है कि उसने अमन को अपना दीवाना बना लिया है सीमा अपना हाथ नीचे ले जाकर अपनी टी-शर्ट को पकड़ कर ऊपर कर देती है उसकी चुचियाँ ब्लॅक कलर की ब्रा में कसी हुई थी सीमा फिर अपने हाथ पीछे लेकर अपनी ब्रा के हुक्स खोल देती है और ब्रा के कप्स को पकड़ कर चुचियाँ से ऊपर उठा दिया सीमा की चुचियाँ ब्रा से बाहर आकर अमन की आँखों के सामने आ जाती है अमन अपने दोनो हाथों को सीमा की दोनो चुचियों पर रख कर उसकी चुचियों को मसलने लगा सीमा ने मस्ती में आँखें बंद कर ली और अपनी चूत को अमन के शॉर्ट्स के ऊपर से लंड पर रगड़ने लगी सीमा ने एक हाथ अमन के सर के पीछे लेजा कर अपना एक निपल अमन के मूँह के पास कर दिया अमन अब काफ़ी सीख चुका था उसने बिना देर किए निपल को मुँह में लेकर चूसना चालू कर दिया सीमा अहह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ओह कर रही थी अमन अब पूरा मूँह खोल कर सीमा की चुचि अंदर लेकर चूसने लगा सीमा के निपल एक दम कड़क हो गये थे उसकी गोरी चुचियों में नसे सॉफ नज़र आ रही थी सीमा की चूत पानी छोड़ने लगी थी


सीमा जानती थी कि उसके सास ससुर कभी भी आ सकतें हैं सीमा ने अमन के फेस को अपने हाथों में लेकर ऊपर किया सीमा का निपल अमन के मुँह से बाहर आ गया और सीमा ने अमन के फेस को अपने हाथों में लेकर उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए फिर थोड़ी देर किस करने के बाद अपने होंठो को हटा कर अपने हाथ पीछे ले जाकर अपनी ब्रा के हुक्स बंद कर लिए और टी-शर्ट को नीचे करके उठ कर खड़ी हो गये अमन सीमा को देख रहा था 

सीमा:बॅस अभी इतना ही काफ़ी है

और सीमा किचन में जाकर दूध गरम करने लगी डोरबेल बजी अमन ने गेट खोला सीमा के सास ससुर 

आ चुके थे और उनके आते ही सीधा अपने रूम में चले गयी अमन ने गेट बंद किया और अपने रूम 

में आकर पढ़ने लगा सीमा ने दूध को ग्लास में डाल कर अपने सास ससुर के रूम में गयी और 

उनको दूध देने के बाद सीधा अमन के रूम में आ एगये और दूध का ग्लास टेबल पर रखते हुए बोली 

सीमा: अमन वो टॅब्लेट्स कहाँ है 

अमन:जी मेरी पेंट के पॉकेट में है 

अमन खड़ा हुआ और अपनी पेंट जो वो उतार चुका था में से वियाग्रा की टॅब्लेट्स निकाल कर सीमा को दे दी 

सीमा: एक टॅब्लेट देते हुए इसे खा लो 

अमन: पर मुझे क्या हुआ है

सीमा: ये तुम्हारे लिए है ये ताक़त की टॅब्लेट है 

अमन ने चुप चाप टॅब्लेट खा ली और दूध पीने लगा सीमा अमन के रूम से बाहर आ गयी वो आज 

जोरदार चुदाई के मूड में थी वो चाहती थी आज अमन उसे पूरे ज़ोर और ताक़त से चोदे आज वो खुल कर 

अपनी गर्मी को शांत करना चाहती थी पर सीमा के सास ससुर का रूम बिल्कुल सीमा के रूम के बगल 

में था सीमा कुछ सोचते हुए अपने सास ससुर के रूम में गयी सीमा का ससुर दूध पी रहा था 

ससुर:क्या हुआ बेटी 

सीमा:जी वो में आज ऊपर के रूम में सोने जा रही हूँ कई दिन हो गये में रोज सुबह लेट उठ रही 

हूँ मेरे रूम में सुबह रोशनी का नामो निशान नही होता ऊपर सोउंगी तो रोशनी होने से जल्दी उठ 

जाउन्गी और काफ़ी दिनो से मैने योगा भी नही किया और छत पर ही सुबह योगा कर लूँगी 

ससुर:ठीक है बेटा पर अमन को भी साथ सुला लेना नही तो बेचारा रात भर डरता रहेगा

सीमा:जी पिता जी (और सीमा का दिल खुशी में नाचने लगा और सीमा बाहर आ गयी )

सीमा अपने दो मंज़िला घर की छत पर आ गयी छत पर एक बड़ा सा रूम था और साथ में अट्तच बाथरूम 

भी था और रूम के आगे की तरफ बरामदा था सीमा ने छत पर पहुँच कर रूम का लॉक खोला और 

अंदर रूम की लाइट ऑन करके थोड़ी बहुत सॉफ सफाई की बेड को ठीक किया इधर अमन को पढ़ते हुए आधा 

घंटा हो चुका था वियाग्रा का असर होने लगा उसका लंड की नसे फूलने लगी और एक दम सख़्त हो गया था 

अमन उठ कर बाहर सीमा के रूम में गया सीमा के रूम का डोर लॉक था अमन ने 3-4 बार डोर 

नॉक किया पर कोई जवाब नही मिला अमन ने सीमा को किचन और हाल में देखा पर उसे सीमा कहीं 

दिखाई नही दे रही थी अमन अपने रूम में आ गया अमन बेड पर लेट गया और सोचने लगा शायद मौसी 

जल्दी सो गयी इसलिए वो कह रही थी कि अभी के लिए इतना ही काफ़ी है जब अमन सीमा की चुचियाँ सोफे पर 

बैठा चूस रहा था तभी अमन का डोर नॉक हुआ अमन ने डोर खोला तो सामने सीमा खड़ी थी 

सीमा: सो गये थे क्या 

अमन: नही मौसी वो बस अभी लेटा ही था पर आप कहाँ थी मैने सोचा कि आप सो गयी हैं 

सीमा: नही में ऊपर छत पर गयी थी आज ऊपर वाले रूम में सोएंगे तुम ऊपर चलो में अभी 

आती हूँ और अमन ऊपर चला गया ऊपर छत पर टहलने लगा थोड़ी देर बाद सीमा ऊपर आ गयी उसके 

हाथ में पानी से भरा जग था सीमा ने शॉल ओढ़ रखी थी सीमा अमन को देखते हुए सीधा रूम 

में चली गयी अमन भी सीमा के पीछे आ गया सीमा ने जग को पास पड़े टेबल पर रखा और बाहर 

चली गयी अमन वहीं डोर पर खड़ा देख रहा था सीमा ने सीडीयों पर लगे हुए दरवाजे को बंद कर 

दिया ताकि कोई छत पर भी ना आ सके फिर सीमा अंदर आ गयी अमन बेड पर बैठा हुआ था सीमा ने 

डोर बंद किया और अपनी शॉल को उतार पास पड़े टेबल पर फेंक दिया और अमन के पास आकर उसके कंधों 

पर हाथ रख कर उसे बेड पर धकेल दिया और खुद उसके ऊपर लेट गयी और अमन के होंठो पर अपने होंठ 

रख दिए अब वियाग्रा का असर अमन के सर चढ़ कर बोल रहा था उसका लंड एक दम टाइट हो चुका था उसे 

महसूस हो रहा था जैसे उसका लंड अभी शॉर्ट्स को फाड़ कर बाहर आ जाएगा अमन का लंड सीमा के चूत 

के ऊपर रगड़ खा रहा था सीमा ने अपनी टाँगे अमन की जाँघो के दोनो तरफ कर ली अमन ने भी 

अपने हाथों से सीमा के चुतड़ों को सलवार के ऊपर से पकड़ लिया नरम मुलायम चुतड़ों का अहसास अमन 

को बहुत अच्छा लग रहा था अमन ने सीमा के चुतड़ों को पकड़ कर मसलना चालू कर दिया सीमा को 

मदहोशी छाने लगी सीमा अपने होंठ ढील छोड़ कर बबलू से अपने होंठ चुस्वा कर मज़ा ले रही थी सीमा 

सीधे उठ कर बबलू की जाँघो पर बैठ गयी दोनो एक दूसरे की आँखों में देख रहे थे सीमा ने 

अपनी टी-शर्ट को दोनो हाथों से पकड़ कर गले से निकाल कर उतार दिया सीमा के दूध के टॅंकर छोटी सी काले 

रंग की ब्रा में समा नही पा रहे थे अमन के हाथ अभी भी सीमा की गान्ड को सहला रहे थे सीमा 

ने अपने हाथ पीछे किए और अपनी ब्रा के हुक्स खोल कर ब्रा को निकाल कर नीचे फेंक दिया सीमा की 38 

साइज़ की चुचियाँ उछल कर बाहर आ गयी निपल्स एक दम तने हुए थे सीमा ने अपने हाथ पीछे ले जाकर 

अपनी गान्ड को पकड़े अमन के हाथों के ऊपर रख कर पकड़ा और अमन के हाथों को उठा कर अपनी 

चुचियों पर रख लिया अमन लेटा-2 सीमा की चुचियों को प्यार से मसलने लगा अमन का लंड नीचे से 

सलवार के ऊपर से सीमा की चूत पर लगा हुआ था सीमा मस्ती में आकर अपनी कमर हिलाने लगी 


सीमा: अहह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईई और ज़ोर से मस्लो इनको अहह आज सारी अकड़ निकाल दो अपनी 

मौसी की चुचियों की मसल मसल कर नराम्म्म्मममममम कर दूऊऊऊ अहह सीईईईईईईईईईईई 

हान्ंनननननणणन् ऐसे हह पुर जोर्र्र्र्ररर सीईईई

अमन अब बेरहमी से अपनी मौसी सीमा की चुचियों को मस्ल रहा था सीमा अपनी कमर हिला कर बबलू के 

लंड पर कपड़ों समेत अपनी चूत पर रगड़ रही थी सीमा ने अपने हाथों से पकड़ कर अमन की टी-शर्ट उतार 

दी अब अमन के बदन पर सिर्फ़ शॉर्ट्स बचा था सीमा अमन के ऊपर से खड़ी हुई और अपनी सलवार का नाडा 

खींच दिया सलवार ढीली पड़ गयी और सीमा के कूल्हों पर अटक गयी सीमा ने अपनी गान्ड को ज़रा सा 

हिलाया और सीमा की सलवार सरकती हुई नीचे घुटनो पर आ गयी अमन आँखें फाड़-2 के सीमा की इस अदा को 

देख रहा था सीमा ने आज अपनी चूत के बालों को सॉफ किया था और बिना बालों की सीमा की चूत एकदम 

चिकनी लग रही थी सीमा बेड पर बैठ गयी सीमा ने अमन का हाथ पकड़ कर उसे खड़ा किया और उसे अपने 

सामने लाकर उसका शॉर्ट्स खींच कर नीचे कर दिया जिसे सीमा ने पैरो से निकाल दिया सीमा बैठे-2 वही पर 

लेट गयी सीमा की टाँगें बेड से नीचे लटक रही थी सीमा ने अमन को अपने ऊपर खींच लिया अमन 

बहुत ज़्यादा उतेज़ित हो चुका था ऊपर आते ही अमन ने सीमा के एक निपल को मूँह में लेकर चूसना 

चालू कर दिया और दूसरी चुचि को जोरों से मसलने लगा अमन का लंड सीमा के नाभि पर रगड़ खा रहा 

था सीमा अहह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई कर रही थी सीमा की चूत पानी छोड़ने लगी थी 


सीमा:अहह सीईईईईईईईईईईईईईई बस आब्ब्ब्बबब और बर्दास्त नही होताआ डाल दे अपना लंड मेरी चूत में 

अमन सीमा के ऊपर से खड़ा हो गया और सीमा ने अपने पैरो से सलवार खींच कर निकाल कर नीचे 

फेंक दी और बेड पर चढ़ कर लेट कर अपनी टाँगे खोल कर बेड पर लेट गयी अमन सीमा की जाँघो के 

बीच आकर घुटनों के बल बैठ गया सीमा ने अपनी टाँगों को घुटनो से मोड़ कर ऊपर उठा लिया उसकी चूत 

का छेद ऊपर की ओर हो गया सीमा ने अपने दोनो हाथों से अपनी चूत की फांकों को फैला दिया सामने 

गुलाबी रंग का चूत का छेद था जो अमन पहली बार देख रहा था 

सीमा:अहह ले घुसा दे अपनी मौसी की चूत में अपना लंड लगा दिया
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10-17-2018, 11:43 AM,
#16
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
अमन ने अपने लंड के चमड़ी को पीछे किया और सुपाडे को सीमा की चूत के छेद पर लगा दिया और सीमा 

की जाँघो को पकड़ कर अपनी कमर को झटका दिया आधा लंड सीमा की चूत में समा चुका था

सीमा:अहह ओहसिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई 

और सीमा ने अमन को अपनी ऊपर खींच लिया अमन ने अपने लंड पर और ज़ोर डाला लंड चूत की दीवारों को 

फैलाता हुआ पूरा अंदर चला गया अमन ने अपना एक हाथ सीमा की चुचि पर रख दिया और उसकी चुचि को 

मसलने लगा और अपने होंठो को सीमा के होंठो पर रख दिया और धीरे-2 अपने लंड अंदर बाहर करने लगा 

सीमा ने अपने दोनो के ऊपर रज़ाई खींच ली और अपनी टाँगों को अमन की कमर पर चढ़ा कर लपेट 

लिया और दोनो एक दोसरे के बाहों में गुत्थम-गुत्था हो रही थी अमन जैसे ही अपना लंड धक्का लगाने के 

लिए बाहर निकलता सीमा अपनी चूत को ऊपर की तरफ उछाल कर फिर से अमन का लंड चूत में ले लेती अमन 

सीमा के होंठो पागलो की तरह चूस रहा था और सीमा ने अपना मूँह खोल कर ढीला छोड़ दिया सीमा 

के हाथ अमन की गान्ड और पीठ को सहला रहे थी अमन का लंड पूरा जड तक अंदर बाहर हो रहा था 

अमन ने धक्कों की रफ़्तार बढ़ा दी अब पूरे कमरे में सीमा की सिसकारियाँ और थप-2 की आवाज़ आ रही 

थी सीमा भी पूरे जोश के साथ अपनी कमर ऊपर की तरफ उछाल कर अमन का लंड ले रही थी सीमा 

पूरी तरह मस्त हो चुकी थी बबलू अपने दोनो हाथों से सीमा की चुचियों को मसल रहा था और कभी 

उसके निपल्स को चूस्ता सीमा झड़ने के बिल्कुल करीब थी

सीमा;ओह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई अहह और जोर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर सीईईईईईई 

फद्द्द्द्द्द्द्दद्ड डीईईईईईईईई अहह अहह सीईईईईईईईईईईईईईई 

अमन पूरी ताक़त से सीमा की चूत में अपना लंड पेलने लगा फतच-2 ठप-2 की आवाज़ पूरे कमरे को 

और कामुक बना रही थी सीमा पूरी ताक़त से अपनी चूत को ऊपर की ओर लंड पर पटक कर लंड अंदर ले 

रही थी और उसकी चूत ने गरम पानी छोड़ दिया अमन भी तीन चार धक्कों के साथ सीमा की चूत में 

झड गया और अपने वीर्य की बोछार सीमा की बच्चेदानी की दीवारों पर करने लगा अपनी बच्चेदानी और 

चूत पर अमन के गरम वीर्य को महसूस करके सीमा का फेस एक दम खिल गाया अमन सीमा के ऊपर 

लुंडक गया और सीमा उसके बालों को सहलाने लगी अमन उठ कर घुटनों के बल बैठ गया और अपना लंड 

बाहर निकाला अमन देख कर हैरान था उसका लंड अभी भी वैसे ही खड़ा था अमन सीमा के बगल 

में लेट गया सीमा उसकी तरफ करवट बदल कर लेट गयी और अमन के लंड को हाथ में लेकर सहलाने लगी 

अमन पीठ के बल लेटा हुआ था सीमा उसके कंधे पर सर रख कर लेटी हुई उसके लंड के सुपाडे पर अपने 

उंगलियों को हिला रही थी और बीच-2 में अमन की गोलाई को भी अपने हाथ से सहला रही थी अमन फिर 

से गरम होने लगा था सीमा उसके ऊपर थोड़ा सा झुक गयी जिससे सीमा की चुचियाँ अमन के होंठो के 

सामने आ गयी अमन सीमा की एक चुचि को मूँह में लेकर चूसने लगा सीमा अचानक से उठ कर 

अमन की टाँगों के बीचे में आ गयी और उसके लंड के सुपाडे की चमड़ी को पीछे करके गुलाबी छेद 

अपनी उंगलियों से सहलाने लगी फिर लंड पर झुक कर अपनी जीभ से अमन के लंड के सुपाडे को चाटने लगी

अमन के जिस्म में करेंट दौड़ गया उसे यकीन नही हो रहा था कि उसकी मौसी उसके लंड को अपनी जीभ से 

चाट रही थी सीमा अपनी जीभ को अमन के लंड के सुपाडे के चारो तरफ घुमा कर चाट रही थी फिर 

उसने लंड के सुपाडे को मूँह में ले लिया और सुपाडे को चूसने लगी अमन की मस्ती का कोई ठिकाना नही था 

सीमा का सर तेज़ी से ऊपर नीचे हो रहा था और सीमा के होंठ अमन के लंड के सुपाडे पर कसे हुए थे 

और अमन के लंड का सुपाडा आंदार बाहर हो रहा था सीमा अब आधे से ज़यादा लंड मूँह में लेकर 

चूस रही थी और हाथ से अमन के आंडो को सहला रही थी सीमा ने अमन के लंड को मूँह से निकाल कर 

अमन के आंडो को चाटना शुरू कर दिया अमन तो जैसे जन्नत की सैर कर रहा था सीमा फिर अमन के ऊपर लेट 

गयी उसकी बड़ी-2 चुचियाँ अमन की छाती में धँस गयी थी सीमा ने अपने होंठो को अमन के होंठो पर 

रख दिया अमन को सीमा के होंठो से अजीब सा नमकीन स्वाद आ रहा था पर थोड़ी ही देर में अच्छा लगने 

लगा अमन के हाथ सीमा के चुतड़ों को थामे हुए थे और उसके चुतड़ों को मसल रहे थे और कभी फैला 

कर उसकी गान्ड के छेद को उजागर कर रहे थी फिर सीमा सीधे खड़ी हो गयी और अमन को घुटनो के बल 

बैठने को कहा अमन बेड पर घुटनो के बल बैठा हुआ था और सीमा बेड पर खड़ी होकर अपनी जाँघो को 

चौड़ी करके अपनी चूत को अमन के मुँह पर लगा दिया 

सीमा: अहह सीईईईईईईईईईईईईईई लीईईईईई चाआत लीईईई अपनी मौसीईईईईई का भोसड़ा 

अहह 

और अमन ने बिना स्कॉंच किए अपने मुँह सीमा की चूत पर लगा दिया और उसकी चूत को चाटने लगा 

सीमा की कमर झटके खाने लगी जैसे वो अमन के मूँह को चोद रही हो सीमा ने अमन के सर को 

पकड़ कर अपनी चूत को उसके मूँह पर रगड़ने लगी और अमन अपने दोनो हाथों से सीमा के भगनासे को 

फैला कर अपने मूँह में लेकर चूसने लगा सीमा अहह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईई 

कर रही थी

सीमा:अहह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई हाआाआआं आईसीईईईई हीईईईई तुन्न्ञनननननननननणणन् 

बहुत अच्छााआअ चूवस्ताआआअ हाईईईईईईईईईईईईईई उईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई अहह 

और ज़ोर सीईईई चूस अहह लीईईई सारा पानी पीईईई अहह मेरा रजाआाआ 

बेताआअ अपनी मोसुई की बुर कूऊऊऊ अहह

सीमा अब पूरी तरह से गरम हो चुकी थी सीमा ने अपनी चूत को अमन को मूँह से हटाया और बेड 

पर दोनो हाथों और घुटनो के बल डॉगी स्टाइल में आ गये और आगे से झुक कर पीछे अपनी गान्ड को 

ऊपर की तरफ कर ली जिसे सीमा की चूत बाहर की तरफ आ गयी 

सीमा:चल पीछे आ जा और डाल दे अपना लंड मेरी चूत में और मुझे कुतिया की तरह चोद दे अमन उठ 

कर सीमा के पीछे आ गया और घुटनो के बल बैठ कर अपने लंड को पकड़ कर सीमा की चूत के छेद पर 

टिका दिया सीमा ने अपनी चूत को पीछे की ओर धकेला लंड का सुपाडा सीमा की चूत के अंदर चला गया 

सीमा:अहह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बहुत मज़ा आआ रहा हाईईईईईईई चल अब मेरे बालों को पकड़ कर 

खींच और पूरी ताक़त से अपना लंड मेरे भोसड़ी में पेल दीईईए

अमन ने सीमा के बालों को पकड़ कर पूरी ताक़त के अपनी कमर को आगे की तरफ धकेला लंड पूरे तेज़ी से 

अंदर जाकर सीमा की बच्चेदानी के छेद से जा टकराया 

सीमा:अहह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह हाआआं ऐसे हीईईईईई ज़ोर से चोद्द अपनी रंडी 

मौसी कूऊ अहह लीईई आज सीईईईई में तेरी रांड़ बंद कर रहूंगी और्र्र्र्ररर रोज 

बिना परेशानी के तुझसे दिन भर अपनी चूत को चुद्वन्गीईईइ आज्ज्जज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज से में तेरईईईई हुन्न्ञननणणन् 

और अमन पूरे जोश के साथ सीमा के बालों को पकड़े हुए सीमा की चूत में लंड पेलने लगा अमन की 

जांघे सीमा के बड़े-2 चुतड़ों से टकरा रही थी और ठप-2 की आवाज़ गूँज रही थी अमन पूरी तेज़ी से 

सीमा की चूत को चोद रहा था सीमा हर धक्के के साथ अह्ह्ह्ह अहह ओह कर रही थी और 

अपनी चूत को पीछे की तरफ धकेल कर अमन का लंड अपनी चूत में ले रही थी 5 मिनट की चुदाई में 

सीमा झड गयी और उसकी सीकरियाँ गूंजने लगी

सीमा:अहह ओह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई अहह मजाअ आआआआआ गया 

ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और सीमा बेड पर आगे की तरफ लूड़क गयी अमन का लंड बाहर आ गया अमन अभी तक 

नही झडा था अमन से सीमा को सीधा किया और उसकी टाँगें उठा कर अपनी जाँघो पर रख कर अपने लंड 

को फिर से सीमा की चूत में पेल दिया और बिना रुके लंड को अंदर बाहर करने लगा और झुक कर सीमा की 

चुचियों को चूसने लगा सीमा फिर से गरम होने लगी और अपने होंठो को दाँतों में भींच कर पूरी 

ताक़त के साथ अपनी गान्ड को ऊपर की ओर उछालने लगी 

सीमा: (अपनी गान्ड ऊपर की ओर उछालते हुए) मज्ज़ज़ज्ज्जाआाअ आआआआआअ रहा है नाआ लीईए और 

लीईईई फाड़ दीईईए मेरे चोत्त्त्टटटटटटटटटतत्त अहह उहह अमन अपना पूरा ज़ोर लगा कर 

धक्के मार रहा था और सीमा भी गान्ड उछाल कर अमन का पूरा साथ दे रही थी

सीमा:अमान्ंणणन् अहह में झाद्द्दद्ड वालिइीई हूँ अहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

और सीमा की चूत ने फिर से एक बार पानी छोड़ दिया लेकिन अमन झड़ने के नाम नही ले रहा थे अमन बिना 

रुके अपना लंड सीमा की चूत के अंदर बाहर कर रहा था 

सीमा:अहह ओह रुकूऊऊऊऊऊऊ मुझीईई अहह 

और मन सीमा को बिना रुके चोदता रहा दो बार झड़ने के करण सीमा बहाल चुकी थी तभी अमन से 

सीमा की चूत पे अपने लंड को पटकने लगा और दो चार धक्कों के बाद झड़ने लगा एक के बाद एक अमन 

का लंड चार बार रुक -2 कर सीमा की चूत की दीवारों पर अपने वीर्य की बोछार करने लगा सीमा 

को इतना मज्जा अपनी ज़िदगी में कभी नही आया था अमन सीमा की बगल में लुढ़क गया अमन बहुत थक 

चुका था और सीमा अमन की छाती को चूमती हुई उसे अपनी बाहों में समा लिया दोनो एक दूसरे 

मदरजात नंगे रज़ाई के अंदर लिपटे हुए थी और कड़ाके की सर्दी का आनंद ले रहे थे थोड़ी देर बाद दोनो 

को नींद आ गयी सुबह जब सीमा की नींद टूटी तो सुबह के 7 बज चुके थे उसने जल्दी से उठ कर अपने 

कपड़े पहने और अमन को भी उठा दिया अमन भी कपड़े पहनने लगा फिर सीमा और अमन नीचे आ 

गये और सीमा अपने काम में लग गयी सुबह चाइ बना कर अपने सास ससुर को दी और अमन के कमरे 

में दूध लेकर गयी उसे दूध देकर नाश्ता बनाने चली गयी

दूसरी तरफ बबलू स्टेशन से घर वापिस आ रहा था वो मन में सोच रहा थे कि साले ये 3 महीने किसी 

तरह गुजर जाए फिर वो रेणु और शोभा को एक साथ एक ही बेड पर पटक-2 कर चोदे गा पर तब तक इस लंड 

का क्या करूँ वो साली सुसमा भी पता नही कहाँ गायब हो गयी बबलू घर पहुँच गया उसने बेल बजाई 

गेट रेणु ने खोला बबलू के अंदर आता हैं रेणु ने गेट बंद किया और पलट का बबलू को बाहों में भर 

लिया और बबलू ने अपने होंठ रेणु के गुलाबी होंठो पर रख दिए थोड़ी देर किस करने के बाद रेणु अलग हो 

गयी और नाश्ते के लिए ऊपर आने को बोल गयी जब बबलू फ्रेश होकर ऊपर नाश्ता करने गया तो रेणु डाइनिंग 

टेबल पर बैठी हुई थी 

बबलू:आज स्कूल नही गयी 

रेणु: कल ही तो बताया था आज से छुट्टियाँ शुरू है अब 2 जनवरी को स्कूल खुले गा फिर तीनो बैठ कर नाश्ता 

करने लगे 

शोभा:बबलू आज हम रेणु के मामा के घर जा रहे हैं उनके बेटे का जनमदिन है तुम भी चलो

बबलू:नही मेरा मूड नही है मुझे बहुत नींद आ रही है आप चले जाओ

शोभा:ठीक है फिर तुम यहीं मेरे रूम में ही सो जाना हम शाम को 6 बजे तक आ जाएँगी

नाश्ते के बाद शोभा और रेणु के तैयार होकर घर से निकल गयी बबलू नीचे आकर रूम में सो गया वो
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10-17-2018, 11:43 AM,
#17
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
रात को सो नही पाया था इसलिए वो गहरी नींद सोया हुआ था ऊपर शोभा के रूम में फोन की रिंग बजी 

रही थी पर बबलू को पता नही चला करीब 12 बजे फिर से फोन के बेल बजी बबलू की नींद टूटी तो बबलू 

ने ऊपर जाकर फोन उठाया फोन महक का था 

महक:हेलो कॉन 

बबलू:जी में बबलू बोल रहा हूँ शोभा जी और रेणु बाहर कहीं गये हुए है

महक: में महक बोल रही हूँ रेणु की फ्रेंड कल मेरे घर पर आए थे ना

बबलू:जी हां पहचान लिया 

महक:वो मेरे इंग्लीश की बुक रेणु के पास है उसी के लिए बात करनी थी रेणु कब आ रही है

बबलू:शाम 6 बजे तक

महक:ओह्ह्ह नो फिर तो प्राब्लम हो जाएगी क्या प्लीज़ आप मेरे बुक ला देंगे उसपर मेरा नाम लिखा हुआ है 

मुझे आज ही लखनऊ के लिए निकलना है

बबलू:ठीक है में दे जाता हूँ

और बबलू मन में सोचने लगा चलो जाकर उस मीना आंटी का ही दीदार कर लेया जाए और बबलू ने रेणु 

के रूम से महक की बुक ढूँढ ली और तैयार होकर महक के घर की ओर चल पड़ा 15 मिनट के बाद वो 

महक के घर पहुँच गया बबलू ने डोर बेल बजाई महक ने गेट खोला और उसे अंदर आने को कहा 

महक ने पिंक कलर का टॉप और ब्लू कलर के जीन्स पहनी हुई थी टाइट जीन में उसकी गान्ड कमाल लग 

रही थी वो महक के पीछे आ गया और महक ने उसे बैठने को कहा बबलू उसे किताब देकर सोफे पर 

बैठ गया तभी मीना भी आ गाएस उसके साथ उसका भाई यानी महक का मामा भी था जो महक को लेने के 

लिए आया हुआ था महक अपना समान पॅक कर चुकी थी 

महक:माँ इन्हे चाइ पीला कर ही भेजना अच्छा में चलती हूँ प्लीज़ चाइ पीकर ही जाना 

और महक अपने मामा के साथ घर से निकल गयी मीना उन्हें बाहर तक छोड़ने गयी जब मीना वापिस आई 

तो बबलू सोफे से खड़ा होता हुआ बोला

बबलू:अच्छा तो में भी चलता हूँ 

मीना मन में बबलू को गाली देते हुए साला अब कैसे सरीफ़ बन रहा है पर ना चाहते हुए भी मीना 

ने कहा अर्रे में चाइ बनाती हूँ पी कर जाना 

और बबलू दुबारा सोफे पर बैठ गया 

मीना:साला कैसे नाटक कर रहा है अब चला क्यों नही गया और मीना किचन 

में चाइ बनाने के लिए चली गयी बबलू मीना को जाते हुए देख रहा था और मन 

में सोच रहा था यार क्या माल है बस एक बार दे दे तबीयत रंगीन हो जाए 

मीना ने एक ढीला सा नाइटी पहन रखी थी वो बहुत मस्त लग रही थी बबलू 

उठ कर मीना के पीछे किचन में आ गया और बिना आवाज़किए मीना के बिल्कुल 

पीछे जाकर नाइटी के ऊपर से अपने लंड को उसकी गान्ड के ऊपर टिका दिया और 

हाथों को आगे बढ़ा कर मीना की बड़ी-2 चुचियों को पकड़ लिया मीना एक दम से 

घबरा गयी

मीना:ओह यी क्या हाईईईईईईई छोड़ो मुझीईईई ये क्या बदतमीज़ी है 

बबलू को अहसास हो चुका था कि मीना ने नाइटी के नीचे ना तो पैंटी पहनी है 

और ना ही ब्रा पहनी है बबलू ने मीना की चुचियों के निपल को अपने उंगलियों 

में मसल दिया और मीना के मूआह्न से सिसकरी निकल गयी 

मीना:सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई देखो पीछे हटो वरना मुझसे बुरा कोई नही होगा 

नीचे बबलू का लंड एक दम तन चुका था मीना उससे छूटने की कोशिश कर 

रही थी और इधर उधर हिल रही थी जिसके कारण बबलू का लंड सीधा नाइटी के 

ऊपर से मीना के गान्ड के दरार में घुस कर सीधा गान्ड के छेद पर जा 

लगा 

मीना:अहह देखो में मुझे छोड़ दो वरना में शोर मचा दूँगी 

और मीना ने पूरी ताक़त के साथ बबलू को धक्का दे दिया बबलू पीछे गिरता-2 बचा

मीना:जाओ दफ़ा हो जाओ यहाँ से 

बबलू: चला जाउन्गा पहले एक बार इसे अपने हाथ में पकड़ लो फिर में यहाँ से 

चला जाउन्गा 

और बबलू ने अपनी पेंट को खोल कर अंडरवेर समेत घुटनो तक सरका दिया बबलू का 

8 इंच का लंड हवा में झटके खाने लगा मीना की आँखें फटी की फटी रह 

गयी उसे अपनी आँखों पर यकीन नही हो रहा था जो वो देख रही थी सच है 

मीना ने अपनी जिंदगी में इतना बड़ा और मोटा लंड नही देखा था ना चाहते हुए 

भी मीना की आँखें बबलू के मोटे गधे जैसे लंड पर जम गयी उसका दिल जोरों 

से धड़कने लगा मीना ने पलट के बबलू की तरफ पीठ कर ली 

मीना:प्लीज़ यहाँ से चले जाओ 

बबलू:पास आटा हुआ) चला जाउन्गा बस एक बार इसे पकड़ लो 

और बबलू ने पास आकर मीना का हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया मीना के 

पूरे बदन में करेंट सा दौड़ गया मीना ने कई महीनो बाद किसी लंड पर हाथ 

रखा था और वो भी अपने पति के लंड 3 इंच लंबे और मोटे लंड पर बबलू ने 

मीना के हाथ को अपने लंड पर कस दिया मीना नज़रे झुका कर घबराई हुई 

धड़कते दिल के साथ बबलू के लंड को देख रही थी ना चाहते हुए भी मीना की 

उंगलियाँ बबलू के लंड पर कस गयी बबलू ने अपना एक हाथ मीना के चुतड़ों पर 

रख दिया और अपने हाथ से मसल दिया 

मीना:अहह छोड़ो मुझे 

पर बबलू मीना की गान्ड को धीरे-2 मसल 

रहा था बबलू ने फिर से अपने दोनो हाथों के आगे लेजा कर मीना की चुचियों को पकड़ 

लिया और अपनी उंगलियों से उसके निपल्स को मसलने लगा मीना कसमसाने लगी वो 

बबलू को बार छोड़ने के लिए कह रही थी बबलू ने अपने होंठों को मीना की गर्दन यानी

नाइटी के ऊपर खुले हिस्से पर रख दिया और पीछे से उसकी गरदन पर अपनी ज़ुबान 

चलाने लगा

मीना:अहह सीईईईईईईईईईईई क्या कर रहे हूऊऊऊ देखो ये 

ठीक न्न्नअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

मीना बबलू से अलग होने के लिए हाथ पाँव मार रही थी बबलू एक दम से नीचे 

पंजों के बल बैठ गया और एक ही झटके में मीना की नाइटी उठा कर ऊपर कर 

दिया वाउ व बबलू के मूँह से निकल गया क्या मस्त गान्ड थी मीना की 5,6 

इंच हाइट और भरा पूरा बदन और उभरी हुई गान्ड बबलू के अंदर हवस का 

तूफान जाग उठा मीना नही-2 कर रही थी उसने अपनी जाँघो को आपस में सटा लिया 

था बबलू ने दोनो हाथों से मीना की गान्ड को फैला दिया उसकी गान्ड का भूरा छेद 

देख बबलू की आँखों में चमक आ गया 

मीना:नही प्लीज़ मुजह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

और बबलू ने अपनी ज़ुबान मीना की गान्ड के छेद पर लगा दी और गान्ड के छेद को 

चाटने लगा मीना के कमर जबरदस्त तरीके से झटके खाने लगी 

मीना:हाईईईईईईईईईईईईई माआआआआआअ मारगीईईईईईईईईई किथीईई 

चााआटततटटटटटटटतत्त अहह बबलू ने मीना की गान्ड को चूसना चालू कर 

दिया मीना ने अपने हाथों को किचन के सेल्फ़ पर रख लिया मीना ने अपनी जाँघो को 

खोल लिया अब चूत का रास्ता सॉफ हो गया था मीना किचन की सेल्फ़ पर झुक गयी 

थी और बबलू ने अपने हाथों से मीना की चूत को फैला कर चाटना शुरू कर 

दिया मीना अहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह हइईईई मररर्र्र्र्र्ररर 

जावाााआआआन्न्णनणन् ओह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह कर रही थीईईईए 

बबलू खड़ा हो गया मीना का हाथ पकड़ कर खींचता हुआ हाल 

में ले आया और उसे सोफे पर पटक दिया और उसे घुटनो के बल सोफे पर डॉगी स्टाइल 

में लाकर नाइटी को मीना की कमर पर चढ़ा दिया और अपने लंड को चूत के 

छेद पर टिका कर एक ज़ोर दार धक्का मारा लंड चूत की दीवारों को फैलाता हुआ आधा 

अंदर घुस गया 

मीना:अहह मररर्र्र्र्ररर गइईईईईईई माररर्र्र्र्र्ररर सूत्याआआआअ 

हाआऐययईईईईई बबलू ने फिर से लंड को सुपाडा तक बाहर निकाला और मीना की मोटी गान्ड 

पकड़ कर एक और जोरदार धक्का मारा लंड सीधा मीना की बच्चेदानी से जा टकराया 

मीना की चूत में से प्रेम रस बह रहा था लंड अंदर जाने में ज़्यादा तकलीफ़ 

नही हुई बबलू ने मीना की नाइटी को पूरा ऊपर उठा दिया और मीना के सर से निकाल 

दिया अब मीना की नाइटी उसकी बाहों में आ चुकी थी जिसे पहने रखना अब 

बेकार था मीना भी पूरी गरम हो चुकी थी उसने अपनी नाइटी बाहों से निकाल 

दी बबलू ताबडतोड़ धक्के लगा रहा था मीना हर धक्के के साथ और मस्त हो 

जाती अब उसे भी मज़ा आने लगा था बबलू ने अपना लंड चूत से निकाला और मीना 

को सीधा होने के लिए बोला 

मीना:एक मिनिट में ज़रा में डोर चेक कर लूं 

मीना में डोर चेक करने के बाद वापिस आ गयी बबलू सोफे पर बैठा अपने 

लंड को मूठ मार रहा था बबलू ने आगे हाथ बढ़ा कर मीना का हाथ पकड़ 

अपनी ओर खींच लिया मीना अपने दोनो घुटनो के बल बबलू की जाँघो की तरफ 

करके ऊपर आ गयी मीना की बड़े-2 दूध के टॅंक देख बबलू पागल हो गया 

मीना की चुचियाँ शोभा से कहीं ज़्यादा बड़ी थी और ज़्यादा सख़्त भी थी बबलू 

ने अपने लंड को पकड़ कर चूत के छेद पर टिकाया और ऊपर की तरफ धक्का 

मारा आधा लंड चूत में समा गया बबलू ने एक चुचि को मूँह में ले लिया और 

पागलों की तरह चूसने लगा मीना अपनी चुचियों पर बबलू के होंठ पड़ते ही 

और मचल उठी और बबलू के लंड पर ऊपर नीचे होने लगी बबलू ने अपने दोनो 

हाथों से मीना की विशाल गान्ड को पकड़ कर मसलना चालू कर दिया और मीना की 

गान्ड के छेद पर अपनी एक उंगली से कुरदेन लगा मीना को बहुत मज़ा आ रहा था और 

मीना अब पागलों की तरह अपनी चूत को बबलू के लंड पर पटक रही थी लंड 

फतचा-फतच अंदर बाहर हो रहा था 

मीना:अहह ओह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई 

गाआआाअंद्द्द्द्द्द्द्द्द्दद्ड मेंन्ननननननननणणन् अहह 

सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई मेंन्ननननननननणणन् मररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर गइईईईई 

ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

और 5 मिनट की चुदाई में ही मीना की चूत ने पानी छोड़ दिया बबलू भी मीना 

के साथ ही झड गया दोनो हाँफने लगे मीना बबलू के लंड से खड़ी हुई और जल्दी 

से अपनी नाइटी पहन ली 

मीना:जल्दी अपने कपड़े पहनो और यहाँ से जाओ मेरे हज़्बेंड आने वाले हैं 

बबलू भी अपने कपड़े पहनने लगा कपड़े पहनने के बाद बबलू ने मीना की 

गान्ड पे हाथ रख उसे अपनी तरफ खींचा मीना के चहरे पर मुस्कान थी
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10-17-2018, 11:44 AM,
#18
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
बबलू ने अपने होंठो को मीना के होंठो पर रख दिया और होंठो को चूसने लगा 

बबलू:अच्छा जाने मन चलता हूँ 

और बबलू मीना के घर का नंबर लेकर वहाँ से चला आया



दूसरी तरफ सीमा दोपहर का खाना तैयार कर चुकी थी और कपड़े धो कर 

सुखाने के लिए छत पर चली गयी यहाँ अमन छत पर एक पतला सा बिस्तर लगा 

कर लेट कर धूप का आनंद ले रहा था सीमा अमन की तरफ देखने लगी और 

दोंनो की नज़रें आपस में टकरा गयी सीमा ने कपड़े सुखाने के लिए डाल दिए 

और अमन के पास आ कर नीचे बिस्तर पर बैठ गयी धूप से गर्मी के कारण 

अमन के गाल एक दम लाल हो चुके थे उसके गालों को देख सीमा का दिल ललचा 

गया और झुक कर अमन के होंठो को अपने मुँह में ले कर चूस लिया अमन ने 

भी उसे बाहों में भर लिया और सीमा के होंठो को चूसने लगा अमन के हाथ 

सीमा की चुचियों को मसल्ने लगे सीमा ने सलवार कमीज़ पहना हुआ था 

अमन:मौसी एक बार और दो ना 

सीमा:मुस्करते हुए) क्या दूँ 

अमन:शरमाते हुए) चूत 

सीमा:तो खुल के कह ना शर्मा क्यों रहा है तुम जब चाहो मुझे चोद सकते हो 

में और मेरी चूत पर सबसे पहला हक तुम्हारा है सीमा अमन की बगल में 

लेट गयी और अपनी सलवार का नाडा खोल दिया अमन बैठ कर सब देखने लगा नाडा 

खोलने के बाद सीमा ने अपनी गान्ड को हल्का से ऊपर उठा कर सलवार को सरका कर 

नीचे घुटनो तक कर दिया अपनी टाँगों को घुटनो से मोड़ कर ऊपर की ओर उठा लिया 

सीमा की सलवार उसके घुटनो से नीचे थी 

सीमा:चल जल्दी कर कोई ऊपर ना आ जाए 

अमन लेकिन मौसी अपनी सलवार तो उतारो

सीमा:नही अगर कोई आ गया तो जल्दी में सलवार नही पहनी जाएगी तू मेरे 

पैरो के सामने आ जा 

अमन सीमा के पैरो के सामने की तरफ़ आ गया और सीमा के कहने पर उसने 

सीमा के पैरो को अपने कंधे पर रख दिया अब सीमा की चूत बिल्कुल अमन के 

लंड के सामने आ गयी थी सीमा ने हाथ नीचे लेजा कर अमन के लंड को पकड़ 

कर अपनी चूत के छेद पर लगा दिया और अमन ने अपने लंड को अंदर धकेल दिया 

लंड एक ही बार में सीधा चूत के अंदर समा गया अब सीमा के गान्ड बिस्तर 

से 2 इंच ऊपर हवा में उठ चुकी थी और अमन सीमा की टाँगों को उठा कर 

चोद रहा था सीमा को इस सब में बड़ा मज़ा आ रहा था और अमन पूरी ताक़त से 

सीमा की चूत को पेल रहा था अमन के झटके हर पल तेज हो रहे थे और 5 मिनट 

में अमन ने सीमा की चूत में पानी छोड़ दिया और सीमा भी उसके साथ ही 

झाड़ गयी अमन ने लंड निकाल कर सीमा की टाँगों को कंधों से नीचे उतारा और 

सीमा ने अपनी सलवार को दोनो तरफ से पकड़ कर ऊपर किया और गान्ड उठा कर फिर 

से ऊपर करके नाडा बाँध लिया और बैठते हुए अमन के होंठो को चूस्ते हुए बोली 

जब तुम्हारा दिल करे मुझे चोद लेना और आज के बाद तुम अकेले में मुझे सीमा कह 

कर बुलाना और सीमा नीचे आ गयी अमन वहीं लेटा रहा और उसे नींद आने 

लगी शाम को अमन उठ कर नीचे आ गया नीचे घर में शांति फैली हुई थी 

कोई आवाज़ नही आ रही थी अमन किचन में गया सीमा चाइ बना रही थी अमन 

ने सीमा को पीछे से जाकर बाहों में भर लिया सीमा ने सारी पहनी हुई थी 

और पीछे से हाथ आगे लेजा कर सीमा की चुचियों को पकड़ लिया

सीमा:उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उठ गये 

अमन:हान्णन्न् दादा दादी जी कहाँ गये हैं

सीमा:वो यहीं नज़दीक के पार्क में घूमने गये हैं 

अमन:सीमा मुझे अभी चूत चहाए 

सीमा:क्या हुआ आज बहुत मूड में हो

अमन:चल दे ना क्यों नखरे कर रही है और अमन ने सीमा की चुचियाँ को मसल 

दिया 

सीमा:अहह ये हुईईईई ना बात चल बाहर जाकर सोफे पर बैठ में अभी आती 

हूँ 

अमन सोफे पर आकर बैठ गया थोड़ी देर बाद सीमा चाइ लेकर आ गयी और चाइ 

टेबल पर रख दी और बड़ी अदा के साथ अपनी सारी को पेटिकोट के साथ अपनी कमर 

तक उठा दिया नीचे सीमा ने ब्लू कलर की वी शेप पैंटी पहनी हुई थी जो सिर्फ़ 

उसकी चूत को ही ढक पा रही थी सीमा डॉगी स्टाइल में सोफे पर आ गयी 

और अमन उसके पीछे जाकर खड़ा हो गया अमन ने सीमा की छोटी सी पेंटी को साइड 

से पकड़ कर उसकी जाँघो तक नीचे कर दिया और अपना शॉर्ट्स को उतार दिया और अमन 

ने अपना लंड सीमा की चूत की छेद पर रख कर हलका सा झटका मारा सीमा के 

मुँह से आ निकल गयी और सीमा की आँखें बंद हो गयी सीमा ने पीछे की 

ओर अपनी गान्ड को धकेला लंड चूत के अंदर समा गया अब अमन अपना लंड डाले 

वैसे ही खड़ा था और सीमा घोड़ी बनी आगे पीछे हो कर अमन का लंड अंदर 

बाहर कर रही थी लंड सीमा की चूत के पानी से चिकना हो कर आसानी से अंदर 

बाहर जा रहा था अमन ने सीमा के चुतड़ों को कस के पकड़ लिया और अपनी कमर 

हिलाने लगा 

सीमा:अहह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मेंन्नननननणणन् 

तुम्हेन्ंनननननणणन् आब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबब जनीईईई नही दूऊऊन्गि 

अहह तूँ कहा थाआआआआअ आब्ब्ब्ब्ब्बबब तक्क्क्क्क्क्क तेरी मौसी की 

चूत्त्त्त्त्त के प्यास टनईयीईयीई बुजाइइ है अहह और ज़ोर सीईईई 

चोद्द्द्द्द्द्द्द अहह और जोर्र्र्र्र्र्र्र्ररर से फद्द्द्द्द्द्दद्ड दीईईई मेरी 

चूत्त्त्त्त्त अहह अमन धना धन धक्के लगाने लगा सीमा भी पीछे 

की तरफ गान्ड धकेल-2 कर अमन का लंड अंदर ले रही थी सीमा झाड़ गयी 

और अमन ने भी सीमा की चूत में अपना पानी छोड़ दिया अमन का वीर्य बह कर 

सीमा की चूत से बाहर आकर उसकी पैंटी के ऊपर गिरने लगा सीमा अपनी सारी और 

पेटिकोट को थामे खड़ी हुई और अपनी पैंटी को पकड़ कर ऊपर कर ली और दोनो 

बैठ कर चाइ पन लगे तभी डोर बेल बजी 

सीमा:लगता है माँ और पिता जी आ गये 

सीमा उठ कर गेट खोलने गयी सीमा ने गेट खोला तो सामने सीमा का देवर 

और देवरानी खड़े थे 

सीमा: एक दम चोन्क्ते हुए)अर्रे तुम कब आए फोन तो कर देते आओ अंदर आओ

और पीछे सीमा के सास ससुर भी आ गये सीमा ने उन्हें सोफे पर बैठाया 

और अपनी देवरानी से अमन को मिलवाया सीमा अपने देवर और देवरानी को देख कर 

खुश भी थी पर अब उसे अमन के साथ चुदाई मोका नही मिलने वाला था सीमा 

ने उन्हे चाइ बना कर दी और उनसे बातें करने लगी सीमा के देवर ने बताया कि 

वो आर्मी के किसी काम से लखनऊ आया था इसलिए वो अपनी पत्नी पूजा को भी साथ ले 

आया था और कल वापिस जाने वाले थे सीमा ने ये सुन कर राहत की साँस ली क्यों 

कि अब अमन की छुट्टियाँ ख़तम होने में कुछ ही दिन बचे थी और वो इन कुछ 

दिनो में चुदाई का पूरा मज़ा लेना चाहती थी



दूसरी तरफ बबलू शाम को उठ कर 

फ्रेश हो चुका था इतने में रेणु और शोभा भी घर आ चुकी थी बबलू रात 

का खाना खा कर घर से बाहर निकल गया बाहर आकर उसने पीसीओ से मीना के घर 

पर फोन किया

मीना:हेलो कॉन 

बबलू: में बोल रहा हूँ बबलू

मीना:ओह्ह्ह्ह तुम क्यों फोन किया 

बबलू:तुम्हारा पति घर में हैं 

मीना:हां हैं बुलाऊ 

बबलू: फिर कब मुलाकात हो गी

और बबलू स्टेशन पर आ गया और अपने काम में जुट गया रात के 10बज रहे थे 

बबलू स्टेशन के प्लॅटफॉर्म पर टहलता रहा था उसकी नज़र उस दिन वाली औरत पर पड़ी 

जो उस रात सुसमा के साथ थी औरत ने बबलू के तरफ देखा बबलू ने इशारे से उसे 

एक कोने में बुलाया 

औरत : जी बाबू जी क्या बात है

बबलू:तुम्हारा नाम क्या है 

औरत:जी मेरा नाम बिंदिया है 

वो औरत अधेड़ उम्र की थी लगभग 45 साल के करीब थी 

बबलू:वो सुसमा नज़र नही आ रही आज कल

बिंदिया: जी वो अपनी बेहन के पास गयी हुई है

बबलू:कब तक आए गी

बिंदिया:जी पता नही कुछ बोल कर नही गयी बिना कुछ बोले चले गई 

बबलू:ठीक है तुम जाओ

और बिंदिया आगे चली गयी थोड़ी दूर जाने के बाद बिंदिया ने पीछे मूड कर बबलू 

की तरफ देखा और बबलू अपने लंड को पेंट के ऊपर से मसल कर बिंदिया को दिखाने 

लगा बिंदिया मुस्कराने लगी बबलू भी बिंदिया के पीछे हो लिया दोनो थोड़े फंसले 

पर चले जा रहे थी कुछ दूर जाकर प्लॅटफॉर्म ख़तम हो गया और बिंदिया आगे 

बढ़ती रही सर्दी के मौसम में धुन्ध छाई हुई थी थोड़ा सा और आगे जाकर 

बिंदिया धीरे हो गयी बबलू उसके एक दम पास आ गया और अपना एक हाथ उसके 

मतकते हुए चुतड़ों पर रख कर मसल दिया

बिंदिया:हाई राआआअम क्या कर रहे हैं बाबू जी कोई देख लेगा 

बबलू:चल फिर कहीं ऐसे जगह चलते हैं यहाँ कोई देखे ना

बिंदिया नीचे सर करके शरमाने लगी और फिर आगे बढ़ने लगी कुछ दूरी पर 

चलने पर बिंदिया एक लोहे के गेट के सामने आकर रुक गयी बिंदिया ने गेट खोल 

सामने सीडीयाँ थी जो ऊपर जाती थी 

बिंदिया:आए बाबू जी हमारे ग़रीब खाने में 

और बिंदिया और बबलू ऊपर आ गये बिंदिया ने गेट वापिस बंद कर दिया ऊपर छत 

पर छोटा सा एक कमरा था और आगे खुल्ली छत थी जो बहुत ही तंग थी 

कमरे के आगे एक तरपाल से बना एक किचन टाइप था बिंदिया ने दरवाजा 

खटखटाया थोड़ी देर बाद अंदर लाइट जली और दरवाजा खुल गया सामने बिंदिया की 

बेटी खड़ी थी बिंदिया की बेटी छोटे कद की थी उसकी हाइट 5 के करीब थी 

बेटी:माँ ये कॉन है(अपना मूँह बनाते हुए) इसे यहाँ क्यों लाई हो इस समय 

बिंदिया: ये हमारे स्टेशन पर छोटे शाब हैं बेटा इन्हे नमस्ते बोलो ये मेरे बेटी 

है साहब रिंकी 

रिंकी: मूँह बनाते हुए) नमस्ते 

बबलू मन में सोचने लगा साली अकड़ तो ऐसे रही है जैसे कहीं की राजकुमारी हो 

रिंकी छोटे कद की लड़की थी उसका जिस्म एक दम भरा हुआ था **** उम्र में उसकी 

चुचियाँ अभी छोटे संतरों के आकार की थी लेकिन गान्ड बहुत भारी थी 

बिंदिया:आइए बाबू जी जा रिंकी बाबू जी के लिए चाइ बना ले

बबलू:नही -2 मुझे चाइ नही पीनी बस एक ग्लास पानी पिला दो 

रिंकी पानी ले आई और बबलू की तरफ पानी का ग्लास बढ़ाया बबलू ने पानी लेते हुए रिंकी 

के हाथ को मसल दिया और आँख मार दी रिंकी अपना मूँह बनाने लगी और 

बुदबुदाते हुए नीचे बिछे बिस्तर पर लेट गयी 

बबलू ने इशारे से बिंदिया को पूछा बिंदिया ने इशारे से बबलू को बाहर आने को 

कहा बबलू बाहर चला गया और बिंदिया ने लाइट बंद कर दी बाहर आकर बिंदिया ने 

बबलू से कहा बाबू जी आप थोड़ी देर बाहर घूम आइए में तब तक रसोई में 

बिस्तर लगा लेती हूँ और रिंकी भी तब तक सो जाएगी में नीचे का गेट खुला छोड़ 

देती हूँ 


बबलू नीचे उतर कर बाहर आ गया और सिगरेट जला कर पीने लगा 10-15 मिनट 

घूमने के बाद बबलू फिर से वहाँ पहुँचा उसने गेट खोला तो गेट खुल गया 

बबलू ने अंदर आकर बिना आवाज़ किए गेट बंद कर दिया और दबें पाँव ऊपर आ 

गया जहाँ बिंदिया चारो तरफ तरपाल से धकि रसोई में बिस्तर बिछा कर लेटी हुई 

थी बबलू रसोई में घुस गया रसोई का दरवाजा नही था रसोई में लालटेन जल 

रही थी

बस तरपाल तंगी हुई थी बिंदिया जाग रही थी बबलू ने अपनी पेंट और अंडरवेर को 

उतार कर नीचे पैरो तक सरका दिया और अपने फन्फनाते हुए लंड को हाथ में लेकर 

घुटनों के बल बिंदिया के सर की तरफ बैठ गया और बिंदिया के सर के नीचे हाथ 

डाल कर अपना लंड उसके मूँह में दे दिया बिंदिया बबलू के लंड को चूसने लगी 

बबलू सीधा खड़ा हुआ और बिंदिया पंजों के बल बैठ गयी और बबलू बिंदिया का सर 

पकड़ कर उसके मूँह में अपना लंड आगे पीछे करने लगा बबलू ने अपना लंड 

उसके मूँह से निकाला और बिंदिया को सीधा लेटा कर उसका पेटिकॉट को कमर पे चढ़ा 

दिया और उसकी टाँगों को उठा कर उसकी जाँघो के बीच बैठ गया और अपने लंड के 

सुपाडे को बिंदिया की चूत के छेद पर लगा दिया 

बिंदिया:सीईईईईईईईईईईईईईईईईई अहह बाबू जीईईईईई जल्दीीईईईईईईईई 

करूऊऊऊऊऊऊऊऊ अंदर डालो नाआआअ अपना लौदाअ मेरी भोसड़ी 

मेंन्नणणन् और बबलू ने अपने लंड को अंदर पेल दिया लंड एक ही झटजे में बिंदिया 

की चूत के अंदर समा गया बबलू ने जूते नही उतारे थे इसलिए बबलू को बिंदिया 

को चोदने में दिक्कत हो रही थी बबलू ने लंड को चूत से निकाला और खुद लेटकर 

बिंदिया को ऊपर आने को कहा बिंदिया बबलू के ऊपर आ गयी और अपने पैरो को 

बबलू के दोनो तरफ करके बबलू के लंड के ऊपर अपनी चूत को टिका कर नीचे होने 

लगी लंड धीरे-2 अंदर सरकने लगा 

बिंदिया:हाए दयीईअ ओह सीईईईईईईईईईईईई और बबलू का पूरा लंड फिर से बिंदिया 

की चूत में समा गया बिंदिया अपनी काली मोटी गान्ड को बबलू के लंड के ऊपर 

उछालने लगी बबलू ने दोनो हाथों से बिंदिया के चुतड़ों को पकड़ कर मसलना चालू 

कर दिया बिंदिया अपनी कमर को ऊपर नीचे उछाल रही थी और अपनी चूत को 

बबलू के लंड के ऊपर पटक-2 कर चुदवा रही थी अंदर बिंदिया की सिसकारियाँ सुन 

कर रिंकी उठ गयी और दबें पाँव दरवाजा खोला कर बाहर आ गयी अब उसे अपनी 

माँ बिंदिया की सिसकारियाँ सॉफ सुनाई दे रही थी

बिंदिया:अहह बाबू जीईईईई और ज़ोर से चोदीईईए अहह 

बबलू:लीईई सलिइीईईईईई लीईईई और मेरा लुंद्द्द्द्ड अह्ह्ह्ह

बिंदिया:बाबू जीईई बहुत मज़ा एयाया रहा हाईईईई आपका लंड सीधा मेरी 

बच्चेदानी से टकरा रहा हाईईईईई अज्ज मेरी चूत को सूजा दूऊव अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

बबलू: नीचे पूरी ताक़त से लंड पेलता हुआ) ले बेहन की लोदी और लीईई ले मेरा 

लंड रंडी अहह ले कुतिया आज के बाद तू रोज मेरे लंड को अपनी चूत में 

लेगीई तेआप्प्प्प्प्प्प

बिंदिया:हाां बाबू जीईईई में तो आपके लंड को अपने चूत से निकलने नही 

दूँगीईए अहह ओह सीईईईईईईईईईईईईईईई हाए दएया अहह 

बाहर खड़ी रिंकी का दिल अपनी माँ की बातें सुन कर जोरों से धड़कने लगा था 

उसकी चूत भी चुदाई की आवाज़ सुन कर पानी छोड़ने लगी थी रिंकी ने तरपाल को ज़रा 

सा हटा कर अंदर देखा तो उसके सामने जो नज़ारा था वो जिंदगी में पहली बार देख 

रही थी बिंदिया बबलू के ऊपर बैठी हुई उछल-2 कर अपनी चूत को बबलू के लंड पे 

पटक रही थी बबलू ने उसके चुतड़ों को पकड़ कर फैला रखा था जिससे बिंदिया की 

गान्ड का छेद भी रिंकी को सॉफ नज़र आ रहा था उसकी माँ की बड़ी और काली गान्ड 

ऊपर की तरफ होती तो बबलू का गोरा और 8 इंच लंबा लंड चूत से सुपाडे तक बाहर 

आ जाता और फिर से बिंदिया अपनी गान्ड नीचे की ओर पटकती तो बबलू का लंड स्टाक 

से बिँया की चूत के अंदर चला जाता रिंकी की चूत पानी छोड़ रही थी अचानक 

बबलू का ध्यान बाहर खड़ी रिंकी पर चला गया बिंदिया की पीठ अपनी बेटी की तरफ 

थी इसलिए वो रिंकी को देख नही पा रही थी बबलू के होंठो पर शैतानी मुकसान आ 

गयी बबलू बिंदिया के चुतड़ों को पकड़ और तेज़ी से झटके मारने लगा 

बिंदिया:अहह ओह मररर्र्र्र्र्र्र्र्ररर 

गइईईईईईईई सीईईईईईईईईईईईईईईईईईई हेययययययययययययी माआआआआआआआआ 

फद्द्द्द्द्द्द्दद्ड दीईईईईए मेरईईईईईईईई चॉट अहह 

ओह में झड़ने वाली हुन्न्ञननननननननणणन् 

अहह और बबलू ने अपना आख़िर झटका मारा और बिंदिया की 

चूत में पानी छोड़ दिया बिंदिया बबलू के ऊपर लेट कर हाँफने लगी

बिंदिया:अहह मज़ाआअ आ गया बाबू 

जीईईई आपने तो मेरी चूत को हिला कर रख दिया अह्ह्ह्ह्ह्ह्त

तभी रिंकी और बबलू दोनो की नज़रें मिल गयी रिंकी घबरा गयी और जल्दी से अंदर 

चली गयी बिंदिया बबलू के ऊपर से उठ कर साइड में लेट गयी दोनो ने रज़ाई ओढ़ 

ली और लेट गये अंदर रिंकी का बुरा हाल था उसकी आँखों में बार अपनी माँ के 

दोनो छेद और बबलू का लंड आ रहा था जो उसकी माँ की चूत से अंदर बाहर हो 

रहा था रिंकी का हाथ सरक अपनी सलवार के अंदर चला गया और अपनी अन्छुई बुर पर 

आ गया जिसे वो धीरे-2 सहलाने लगी रिंकी बहुत गरम हो चुकी थी उसकी चूत 

से पानी निकल कर उसकी उंगलियों को भिगोने लगा रिंकी से रहा नही गया वो फिर से 

बिना आवाज़ किए उठी और बाहर आ गयी और लटक रही तरपाल को हटा कर रसोई में 

झाँकने लगी अंदर अंधेरा था बिंदिया ने सोने से पहले लालटेन बुझा दी थी 

अचानक रिंकी को जो कि थोड़ा सा झुक कर अंदर झाँक रही थी उसे अपने कुल्हो पर 

कुछ महसूस हुआ जैसे उसको किसी ने अपने हाथों से पकड़ रखा था वो एक दम 

घबरा कर सीधे हो गयी सामने बबलू खड़ा था रिंकी के दिल की धड़कने बढ़ गयी 

बबलू ने अपने हाथो को रिंकी के चुतड़ों पर रख कर अपनी तरफ खींच कर अपने से

चिपका लिया बबलू का तना हुआ लंड रिंकी की नाभि के ऊपर रगड़ खाने लगा वो एक 

दम से घबरा गयी उसने शर्म के मारे अपना सर झुका लिया 

बबलू: रिंकी के चुतड़ों को अपने हाथ से मसलते हुए) क्या देख रही थी चोदि-2

रिंकी: हकलाते हुए)नही वू कुछ नहियिइ मेिइ पानी पीने 

रिंकी पीछे हाथ कर कमरे में जाने लगी बबलू ने उसके हाथ को पकड़ लिया और 

दीवार के साथ सटा दिया 

रिंकी:छोड़ो मुझेजाने दो 

बबलू:चली जाना पर मेरी प्यास तो बुझा दो

रिंकी:तमीज़ से बात करो में माँ को उठा दूँगी

बबलू: वो मेरा क्या उखाड़ ले गी तुमने देखा नही कैसे मेरे लंड को उछल-2 कर अपनी 

चूत में ले रही थी तुम्हें नही चाहिए मेरा लंड

रिंकी का दिल बबलू की ऐसे बातें सुन कर जोरों से धड़कने लगा उसके हाथ पैर 

काँपने लागे 

रिंकी:देखो प्लीज़ मुझे जाने दो माँ उठ जाएगी 

बब्ल्लू: चली जाना मेरी जान बस एक बार मुझे अपने होंठों का रस तो पिला दो 

रिंकी:नही में ऐसी वैसी लड़की नही हूँ मुझे छोड़ो

बबलू:प्लीज़ एक बार फिर में तुम्हें छोड़ दूँगा

और बबलू ने दोनो हाथों से पकड़ कर रिंकी के फेस को ऊपर किया और अपने होंठो को 

रिंकी के होंठो की तरफ बढ़ाने लगा रिंकी की साँसें तेज हो गयी उसके दिल की धड़कने 

बबलू सॉफ सुन सकता था उसने रिंकी के होंठो पर अपने होंठ रखने चाहे तो रिंकी ने 

अपना फेस दूसरी तरफ घुमा लिया बबलू ने अपने एक हाथ की उंगलियों को रिंकी के होंठो 

फेरना शुरू कर दिया रिंकी की आँखे मस्ती में बंद होने लगी वो बबलू के हाथों 

की कलाईयों को थामें कसमसाने लगी रिंकी की आँखें बंद हो गई पर वो अभी भी 

नही-2 कर रही थी 

बबलू ने फिर से रिंकी के फेस को ऊपर उठाया और उसके काँपते होंठो पर अपने होंठ 

रख दिए रिंकी एक दम कसमसा गयी बबलू ने अपना एक हाथ उसकी कमर में डाल कर 

अपने से सटा लिया और दूसरा हाथ गर्दन के पीछे से ले जाकर उसके सर को पकड़ लिया 

और रिंकी के होंठो के रस को चूसने लगा रिंकी एक दम बबलू की बाहों में कसमसाने 

लगी उसने बबलू की शर्ट को पकड़ लिया और अपनी चुचियों और बबलू की छाती के बीच 

अपनी बाहों को रख कर अपनी चुचियों को बबलू के सीने से सटाने से लिए बचाने 

लगी बबलू ने अपने होंठो को हटाया रिंकी ने अपनी आँखें खोली जो बड़ी मुस्किल से खुल 

रही थी उसकी साँसें तेज चल रही थी बबलू ने फिर से अपने होंठो को रिंकी के 

होंठो पर रख दिया इसबार रिंकी ने अपना फेस नही घुमाया और बबलू उसके होंठो को 

चूसने लगा बबलू अपना हाथ सरकाता हुआ धीरे-2 नीचे लेगया और उसकी सलवार के 

ऊपर से उसकी चूत को अपने हाथ में ले लिया रिंकी बुरी तरह कसमसा गयी और अपनी 

जाँघो को भींच लिया तभी अचानक बिंदिया के करवट बदलने की आवाज़ से दोनो 

हड़बड़ा गये बबलू ने रिंकी को छोड़ दिया और रिंकी जल्दी से अंदर चली गयी बबलू 

वही रसोई में आ गया बिंदिया जाग चुकी थी

बिंदिया :कहाँ गये थी बाबू जी 
बबलू:वो में पेशाब करने गया था और ये कहते हुए बबलू बिंदिया के साथ रज़ाई 

में घुस गया और अपना हाथ बिंदिया की जाँघो पर रख कर बिंदिया के मोटी-2 

जाँघो को सहलाने लगा बिंदिया का पेटिकोट उसकी जाँघो तक चढ़ा हुआ था 

बिंदिया की पीठ बबलू की तरफ थी बबलू का हाथ धीरे-2 आगे बढ़ता हुआ बिंदिया 

की गान्ड के ऊपर आ गया और बबलू ने गान्ड की दरार में अपनी उंगलियों को 

चलाना शुरू कर दिया और फिर बबलू अपनी एक उंगली बिंदिया की गान्ड के छेद पर 

डालने लगा 

बिंदिया:अहह क्या कर रहे हो बाबू जीईईई 

बबलू ने थोड़ा सा ज़ोर लगाया तो बबलू की आधी उंगली बिंदिया की गान्ड के छेद में 

चली गयी 

बिंदिया:अहह बाबू जीईए दरद होतााआआअ हैं क्या कर रहीई 

हैंन्नणणन् कहीं मेरी गान्ड मारने का इरादा तो नही हाईईईईईईईईई
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10-17-2018, 11:44 AM,
#19
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
बबलू बिना कुछ बोले अपने उंगली को बिंदिया के गान्ड के अंदर बाहर करने लगा 

बिंदिया धीरे-2 पेट के बल हो गये और अहह ओह करने लगी बबलू 

ने अपनी पेंट के खोल कर निकाल दिया और अपने लंड के सुपाडे पर धीरे सारा थूक लगा 

कर बिंदिया के ऊपर आ गया और बिंदिया की गान्ड को दोनो हाथों से फैला कर अपने 

लंड के सुपाडे को बिंदिया की गान्ड के छेद पर टिका दिया

बिंदिया:अहह बाबू जीईईईई धीरे-2 करना अहह बहुत सालों 

सीई गान्ड मेंन्नणणन् लौन्डा नही घुस्वाई हुन्न्ञणन् 

बबलू:तो क्या तुमने पहले किसी से अपनी गान्ड मरवाई हाईईईईईई 

बिंदिया:हन्ंणणन् बाबू जीए कई साल पहले जब रिंकी के बाबा जिंदा थीई 

उन्हेन्ंननणणन् तीन चार दिन टककककक लगातार मेरी गान्ड माअर थीई 

अहह पर अब तो कई साल हो गये उन्हे मारे हुए

बबलू ने अपने लंड पर ज़ोर डाला लंड गान्ड के छेद से फिसल कर चूत पर रगड़ खा 

गया

बिंदिया:अहह सीईईईईईईईईईईईईई रुकूऊऊऊ 

और बिंदिया ने अपने पेट के नीचे एक तकिया लगा लिया जिसे उसकी गान्ड ऊपर की तरफ 

हो गये और फिर बिंदिया ने अपना एक हाथ पीछे लेजा कर अपनी एक चूतड़ को पकड़ कर 

फैला दिया दूसरी तरफ के चूतड़ को बबलू ने एक हाथ से पकड़ कर फैला दिया और 

दूसरे हाथ से अपने लंड को पकड़ कर बिंदिया की गान्ड के छेद पर टिका दिया और 

धीरे-2 अंदर करने लगा

बिंदिया:अहह बाबू जीईए धीरीईईई कर्नाआ 

लंड का आधा सुपाडा अंदर जा चुका था बबलू ने थोड़ा ज़ोर और लगाया बिंदिया के 

मूँह से चीख निकल गयी लंड का सुपाडा गान्ड के छेद में समा गया 

बिंदिया:मररररर गाईईई बाबू जीईईई ओह 

बबलू ने अपने दोनो हाथों से बिंदिया के कंधों को पकड़ लिया और एक तेज तर्रार 

धक्का मारा लंड एक ही बार में पूरा का पूरा गान्ड के छेद में घुस गया

बिंदिया: हइईईई मररर्र्र्र्र्ररर दलाआा सलीईईईईई 

अंदर रिंकी के कानो में अपनी माँ के चीख सुनाई पड़ी उसका दिल फिर से तेज़ी से 

धड़कने लगा रिंकी उठ कर दीवार के पास आ गयी जहाँ से कई छेद थी जिनमे से 

रसोई में देख जा सकता था पर रसोई में अंधेरा था पर रिंकी अपनी माँ की 

चीखे और सिसकारियों को सुन कर गरम हो रही थी 

बबलू: बिंदिया के खुलेहुए बालों को पकड़ते हुए) साली बेहन की लौडी मुझे गाली देती 

है में तेरी माँ की गान्ड भी फाड़ुँगा और तेरी बेटी को भी चोदुन्गा 

और बबलू बिंदिया के बालों को पकड़ कर गान्ड में अपना लंड को आगे पीछे करने 

लगा बिंदिया दर्द के मारे आहह ओह कर रही थी और रिंकी अपनी 

माँ की चुदाई की आवाज़ सुन कर अंदर गरम हो चुकी थी और अपनी सलवार के ऊपर 

से अपनी चूत को अपने हाथ से सहला रही थी 

बिंदिया:अहह बाबू जीईए ग़लती हो गइईईईई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

आप्प्प्प्प्प्प्प चाहे तो फद्द्दद्ड दो मेरी गान्ड्द्द अहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह 

मररर्र्र्ररर गीईईईईई

बबलू अब पूरा लंड बाहर निकाल-2 कर बिंदिया की गान्ड में पेल रहा था अब 

धीरे-2 बिंदिया का दर्द कम हो गया था और बिंदिया अपने होंठो को दाँतों में 

भींचे बबलू के लंड के प्रहार अपनी गान्ड में सहन कर रही थी बिंदिया को अब 

दर्द में अलग ही मज़ा आने लगा था बिंदिया ने अपनी गान्ड को ऊपर की तरफ़ उठा 

कर रखा था लगतार 5 मिनट गान्ड में अपना लंड पेलने के बाद बबलू ने बिंदिया की 

गान्ड में पानी छोड़ दिया और बिंदिया के ऊपर लेट गया और हाँफने लगा 

रात के 1 बज चुका था

दूसरी तरफ सीमा के घर पर सन्नाटा पसरा हुआ था सभी अपने अपने कमरों में 

सोए हुए थे सीमा जल्दी सो गयी थी इसलिए आधी रात में 1 बजे सीमा उठ कर 

पानी पीने लगी सीमा धीरे से अपने रूम का दरवाजा खोल कर बाहर आ गयी और 

बिना आवाज़ किए अमन के रूम के पास आई और दरवाजे को खोलने के लिए धकेला डोर 

खुल गया सीमा के चेहरे पर मुस्कान आ गयी सीमा अंदर गयी और डोर को लॉक 

करके लाइट जलाई तो उसे बिस्तर पर अमन नज़र नही आया बाथरूम से कुछ आवाज़ आ आयी 

थी अमन बाथरूम से जैसे ही बाहर आया तो सामने सीमा को देख कर चोंक 

गया 

अमन;अर्रे मौसी आप कब आई 

सीमा:शियीयीयियीयियी अमन को धीरे बोलने का इशारा करते हुए) अभी आई हूँ और तू 

अभी भी मौसी कह रहा है

अमन:अच्छा सीमा तुम कब आई 

सीमा ने मुस्कुराते हुए अमन के गले में अपनी बाहें डाल दी और उसके होंठो पर 

अपने होंठ रख दिए 

सीमा:होंठो को किस करने के बाद) ये तूने मुझे क्या कर दिया है अमन में 

तुमहरे और तुम्हारे लंड के बिना एक पल भी नही रह पाती तुम मुझे घर जाकर 

भूल तो नही जाओगी 

अमन:अभी तो 3 दिन और है और में आपको कभी नही बुलाउन्गा 

सीमा ने अमन को बेड पर बैठा कर उसके शॉर्ट्स को निकाल कर फेंक दिया और उसका 

लंड मूँह मे लेकर चूसने लगी अमन ने सीमा के सर को दोनो हाथों से पकड़ 

लिया सीमा के जीभ का दबाव अमन के लंड के सुपाडे पर बढ़ने लगा और कुछ 

ही पलों में अमन का लंड तन कर खड़ा हो गया बबलू बेड के किनारे टाँगों को 

लटका कर बैठा हुआ था सीमा अमन के लंड को छोड़ कर खड़ी हो गयी और अपनी 

सलवार के नाडे को खोल कर अपने पैरो से निकाल दिया अमन वैसे ही पैर लटकाए बेड 

पर लेट गया और सीमा अमन की कमर के दोनो तरफ तरफ टाँगों को करके 

पंजो के बल बेड के किनारे बैठ कर अमन के लंड को अपने हाथ में लेकर अपनी चूत 

के छेद पर टिका कर उसपर बैठ कर लंड को अंदर लेने लगी और फिर अमन की कमर 

पर दोनो तरफ हाथ रख कर पंजों के बल अमन के लंड पर ऊपर नीचे होने लगी 

अमन टी-शर्ट के ऊपर से सीमा की चुचियों को मसलने लगा जैसे ही सीमा अपनी 

गान्ड को ऊपर उठा कर फिर से लंड अपनी चूत में लेने के लिए नीचे की तरफ 

अपनी गान्ड और उसके बड़े-2 चूतड़ अमन की जाँघो पर टकरा कर ठप-2 की आवाज़ 

करने लगे थे अमन का लंड सीमा की गीली चूत के अंदर बाहर हो रहा था और 

सीमा अपनी आँखें बंद किए अमन के लंड पर उछल रही थी अमन सीमा के 

निपल्स को मसलने में मस्त था अमन का लंड सीमा की चूत के पानी से भीग 

कर चमकने लगा था सीमा अब तेज़ी से अमन की छाती पर हाथ रख कर अपनी 

गान्ड को ऊपर नीचे करके चूत में लंड ले रही थी सीमा ने एक बार अपनी 

चूत को अमन के लंड पर ज़ोर से पटका अमन और सीमा दोनो ने साथ में अपना 

काम रस छोड़ दिया सीमा की साँसें बहुत तेज चल रही थी उसने झुक कर अमन के 

होंठो पर अपने होंठ रख दिए और थोड़ी देर किस करने के बाद सीमा खड़ी हुई अपनी 

सलवार को टाँगों में डाल कर ऊपर खींच कर नाडा बाँध लिया और अपनी गान्ड 

हिलाती हुए बाहर निकल गयी अमन ने अपना शॉर्ट्स पहना और वैसे ही बेड पर लेट 

गया 



इधर रात के 2 बज चुके थे इस दौरान बबलू बिंदिया को एक बार और चोद चुका था 

बिंदिया थकान की वजह से गहरी नींद में थी बबलू उठ कर कमरे के दरवाजे 

के पास गया और धीरे से दरवाजे को खटखटाया पर दरवाजा नही खुला बबलू ने 

दो तीन बार और दरवाजा खटखटाया पर नीतज़ा वही बबलू ने बिंदिया को उठाया और 

बोला अब में चलता हूँ और बिंदिया ने उसे बाहर तक छोड़ दिया बबलू स्टेशन पर 

आकर सो गया और सुबह 9 बजे तक सोता रहा जब बबलू उठ कर घर की तरफ रवाना 

हुआ तो जिस बस में वो बैठा था इतफाक से मीना भी उसी बस से जा रही थी बबलू 

मीना के पास आकर बैठ गया

बबलू:और कैसी हो जानेमन मेरी याद आई 

मीना:चुप कर बदतमीज़ 

बबलू:चलो अब में बदतमीज़ हो गया उस्दिन तो बड़े मजेसे लंड चूत में ले 

रही थी वैसे तुम्हारा पति कब जाने वाला हैं 

मीना:तुम्हें इससे क्या और चुप-चाप बैठे रहो ये बस ड्राइवर हमारी गली में 

रहता हैं अगर उसने देख लिया तो मेरे घर पर पता चल जाएगा 

बबलू चुप हो गया और अपने स्टॉप पर उतर कर घर आ गया घर आने के बाद 

बबलू नहा धो कर फ्रेश हो कर ऊपर नाश्ता करने चला गया जहाँ रेणु और शोभा 

पहले से डाइनिंग टेबल पर बैठी बबलू का इंतजार कर रही थी 

शोभा: में सोच रही हूँ कि क्योना में और रेणु सीमा के घर चले जाएँ दो दिन 

रेणु भी अपनी मौसी के घर रह ले गी 

बबलू:जैसे आप ठीक समझे पर कब जाना है 

रेणु:कल जाएँगे 

शोभा:ये ठीक रहेगा और साथ में अमन को भी ले आएँगे में अभी सीमा 

को फोन करके आती हूँ 

दूसरी तरफ सीमा के देवर और देवरानी तैयार होकर अपने चाचा के घर जाने की 

तैयारी में थी क्योंकि आज दोपहर को उनको वापिस भी जाना था इसलिए वो उनसे 

मिलना चाहते थी साथ में सीमा के सास ससुर भी जा रहे थी सीमा के 

चाचा ससुर का घर कोई आधे घंटे की दूरी पर था और सीमा के देवर ने सीमा 

से बोल दिया था कि वो अपना समान साथ लेकर जा रहे हैं और दोपहर के खाने के 

बाद वहाँ से ही चलेजाएँगे सीमा इस बात से बहुत खुश थी कि अब दोपहर 2 

बजे तक सीमा और अमन दोनो घर में अकेले होंगे थोड़ी ही देर में सीमा के 

सास ससुर अपने छोटे बेटे और बहू के साथ घर से निकल गये सीमा ने गेट लॉक 

किया ही था कि फोन के घंटी बज उठी सीमा ने फोन उठाया फोन शोभा का था

शोभा:हेलो सीमा कैसी हो

सीमा:में ठीक हूँ दीदी आप और रेणु कैसे हैं 

शोभा:हम ठीक हैं मेरा अमन कैसा है 

सीमा:वो भी ठीक हैं अभी नाश्ता किया है बात करवाऊ 

शोभा:नही रहने दे हम आज आ ही रहे हैं 

सीमा: का चेहरा एक दम उतर गया)क्यों क्या हुआ दीदी अभी तो 2 दिन बाकी हैं 

शोभा:नही वो रेणु भी यहाँ आ रही है कुछ दिन वो भी घूम फिर लेगी

सीमा:ठीक है दीदी जैसे तुम ठीक समझो 

और शोभा ने फोन रख दिया सीमा फोन रख कर अमन के कमरे में आ गयी 

यहाँ अमन अपने बेड पर आँखें बंद करके लेटा हुआ था सीमा अमन को देखने 

लगी उसके मासूम फेस को देख सीमा का दिल भर आया सीमा बेड के पास जाकर बेड 

पर बैठ गयी और प्यार से अमन के बालों में हाथ से सहलाने लगी अमन ने 

आँखें खोली और सीमा के उदास चहरे को देख कर वो भी अपसेट हो गया

अमन: क्या हुआ मौसी आप इतनी उदास क्यों हो 

सीमा:वो आज शाम शोभा दीदी और रेणु आ रहे है और तुम उनके साथ चले जाओगे 

में तुम्हारे बिना कैसे रह पाउन्गी में तुम्हें सच में बहुत प्यार करने लगी 

हूँ में तुम्हारे बिना नही रह सकती अमन

अमन:मौसी कुछ दिनो की ही बात है मेरे एग्ज़ॅम होने दो फिर में यहीं पर आकर 

अड्मिशन ले लूँगा 

सीमा:पता नही शोभा इसके लिए राज़ी हो गी कि नही 

अमन:आप और में मिलकर माँ को मना लेंगे 

सीमा अमन की बाहों में समा गयी और अमन के पूरे चहरे को पागलों की 

तरह चूमने लगी और उसके फेस के हर हिस्से को चूम लिया अमन ने सीमा की 

कमर में हाथ डाल कर उसे अपने ऊपर खींच लिया और सीमा के होंठो पर अपने 

होंठ रख दिए सीमा ने भी अपने होंठो को ढीला छोड़ दिया और अपना मूँह खोल 

लिया अमन ने सीमा के होंठो को चूसना शुरू कर दिया अमन कभी सीमा के ऊपर 

वाले होंठ को अपने होंठो में लेकर चूस्ता तो कभी नीचे वाले होंठ को सीमा के 

होंठ एक दम लाल हो गये दोनो 5 मिनट तक एक दूसरे के होंठो को चूस्ते रहे जब अमन 

ने सीमा के होंठो को छोड़ा तो उसकी आँखें मदहोशी में खुल नही रही थी उसकी 

आँखों में वासना प्यार और गम तीनो थे सीमा की आँखें भर आई 

अमन:क्या हुआ मौसी आप रो क्यों रही हो में आप के पास वापिस आ जाउन्गा आप रोओ 

नही 

सीमा: नही वो बात नही है 

अमन;फिर क्या बात है 

सीमा:कुछ नही रहने दे 

अमन:आप मुझे भी नही बताओगी प्लीज़ बताओ ना क्या हुआ 

सीमा: अमन तुम जिस तरह से मेरे होंठो को चूस रहे थे और जिस तरह तुम 

मुझे प्यार करते हो में इस प्यार के लिए तरस गयी थी जो तुमने मुझे दिया पर अब 

तुम भी चले जाओगी 

अमन: नही में तुम्हें कभी नही छोड़ूँगा 

अमन ने सीमा के होंठो को फिर से चूसना चालू कर दिया और सीमा के ब्लाउस के 

ऊपर से उसकी चुचियों को मसल्ने लगा सीमा के हाथ अमन के बालों में खेल रहे 

थी अमन ने एक एक करके सीमा के ब्लाउस के बटन खोल दिए और ब्लाउस को निकाल 

कर फेंक दिया और ब्रा के ऊपर से ही सीमा की चुचियों को मुँह में ले कर 

चूसना चालू कर दिया सीमा की आँखें बंद हो गयी अमन ने हाथ सीमा के पीछे 

ले जाकर ब्रा के हुक्स खोल दिए और ब्रा के स्ट्रॅप्स को सीमा की बाहों से निकाल कर ब्रा 

निकाल कर नीचे फेंक दी और सीमा की चुचियों को चूसने लगा सीमा अमन के 

सर को बाहों में भर अपने चुचियों में दबाने लगी अमन एक चुचि को मसला 

रहा था सीमा की चूत गरम होकर पानी छोड़ने लगी थी सीमा ने खड़ी होकर 

अपनी सारी उतार दी और फिर पेटिकॉट का नाडा खोल दिया पेटिकॉट नीचे फर्श पर आ 

गिरा अमन ने भी जल्दी से अपने सारे कपड़े उतार दिए और बेड पर नंगा लेट गया 

सीमा बेड पर उसकी टाँगों के बीचे में बैठ गयी और हाथ में अमन का लंड 

पकड़ कर उसकी चमड़ी को सुपाडे से खिसका कर पीछे कर दिया और झुक कर अमन के 

लंड को मूँह में लेकर चूसने लगी कभी सीमा अमन के लंड को जीभ बाहर 

निकाल कर चाटती कभी सुपाडे को अंदर लेकर चूसने लगती अमन मस्ती के सागर में 

गोते खा रहा था सीमा की बड़ी-2 चुचियाँ अमन की जाँघो पर रगड़ खा रही 

थी सीमा ने अमन के लंड को बाहर निकाला और अमन के ऊपर आ गये दोनो पैरो को 

अमन के कमर के दोनो तरफ कर दिया और एक हाथ नीचे लेजाके अमन के लंड को 

पकड़ कर सुपाडे को अपनी चूत के छेद पर लगा दिया और हाथ से पकड़ कर 

धीरे -2 अमन के लंड को चूत में लेने के लिए अपनी चूत को नीचे की ओर लाने 

लगी

सीमा: काँपती हुई आवाज़ में)अहह अमान्ंणणन् में तुम्हें और तुम्हारे इस 

लौडे को बहुत याद करने वाली हूँ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

धीरे -2 अमन का पूरा का पूरा लंड सीमा की चूत में समा गया सीमा अमन 

के ऊपर झुक गयी अमन ने सीमा के होंठो को अपने होंठो में ले लिया और चूसने 

लगा दोनो नीचे से अपनी कमर हिला रहे थे लंड चूत के अंदर बाहर हो रहा 

था दोनो की साँसे भारी होने लगी थी 

सीमा:अहह सीईईईईईईईईई अमन अहह अज्ज मुझे जीए भरर्र्र्ररर के चोद्द्द्द्द 

अहह मेंन्ननणणन् आज अपनी चूत के सारी गर्मी निकाल देना चाहती हूँ 

अहह ओह अमान्ंणणन् हाां आशीए हीईईई अपनी मौसी को चोदता रह 

अहह बहुत मज़ा आ रहा है अहह और जोर्र्र्ररर सीईए अहह 

अब सीमा पूरे जोश में आकर अपनी चूत को अमन के लंड पे पटाकने लगी थी 

पूरे कमरे में अमन के और सीमा की सिसकारियों की आवाज़ सुनाई दे रही थी अमन 

एक दम मस्त हो कर अपनी मौसी सीमा की चूत में अपना लंड अंदर बाहर कर रहा 

था दोनो एक दूसरे से चिपके हुए थे और एक दूसरे के होंठो को चूस रहे थे 

अमन के हाथ सीमा के चुतड़ों को मसल रहे थे अमन ने पलट कर सीमा को 

बेड पर पीठ के बल लेटा दिया और खुद ऊपर आकर अपना लंड चूत में घुसा 

दिया और बिना रुके धक्के लगाने लगा सीमा अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह कर रही 

थी अमन के ताबड तोड़ धक्को ने सीमा की चूत को हिला कर रख दिया सीमा ने 

अपने पैरो को अमन की कमर में लपेट कर अपनी चूत का छेद और ऊपर की तरफ 

कर लिया लंड खतच कत्च अंदर बाहर हो रहा था सीमा मस्ती में पागल हो चुकी 

थी 

सीमा:अहह ओर्र्र्र्र्ररर जोर्र्र्र्र्र्र्र्ररर सीईईईईई अहह में झड़ने 

वाली हुआंणणणन् अहह ओह और ज़ोर सीईई अपना लंड अंदर पेलो 

आआआआआहह ओह मररर्र्र्र्र्र्ररर गाईईईई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

और सीमा की चूत देखता हुआ लावे की नदी बह र्निकली अमन के लंड ने भी सीमा 

के छूट के दीवारों को अपने वीर्य हे तार कर दिया अमन सीमा के ऊपर निढाल 

होकर लेट गयी सीमा बड़े प्यार से अमन के बालों को सहला रही थी अमन सीमा 

के ऊपर से हट कर बगल में लेट गया

सीमा: दूध वाले के आने के टाइम हो गया है उसके बाद हम दोनो 2 बजे तक 

फ्री हैं

सीमा ने अपनी कपड़े इकट्ठे किए और बिना पहने ही कमरे से निकल गये
Reply
10-17-2018, 11:44 AM,
#20
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
अमन सीमा को पीछे जाती हुई देख रहा था उसकी गान्ड मटक रही थी अमन सिर्फ़ शॉर्ट्स 

पहन कर बेड पर लेट गया थोड़ी देर बाद अमन को डोरबेल के आवाज़ सुनाई डी 

उसके कुछ देर बाद अमन उठ कर किचन की तरफ चला गया जहाँ सीमा दूध 

गरम कर रही थी सीमा ने एक लोंग पतली से नाइटी पहनी हुई थी अमन ने 

पीछे से जाकर सीमा को अपनी बाहों में भर लिया और उसकी चुचियों को मसलते 

हुए अपने होंठो को उसकी नेक के पीछे रख दिया सीमा ने अपना सर अमन की छाती 

पर टिका दिया 

सीमा: कुछ देर रुक जा अमन अहह में दूध गरम कर लून्ंनणणन् फिर 

तुम्हें जो करना है कर लेना

अमन सीमा की चुचियों के निपल्स को अपनी हाथों के उंगलियों में ले कर मसल्ने 
लगा 

सीमा:सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह थोड़ा सबर्र्र्र्ररर कारर्र नाआआ

अमन अपना एक हाथ नीचे लेगया और सीमा के नरम-2 चुतड़ों को सहलाने लगा 

अमन के हाथ सीमा के चुतड़ों पर लगते ही अमन को पता चल गया कि सीमा ने 

नाइटी के नीचे पैंटी नही पहनी हुई है अमन अपने पंजों के बल नीचे बैठ 

गया और दोनो हाथों से सीमा के चुतड़ों को पकड़ कर नाइटी के ऊपर से 

चूमने लगा सीमा की साँसें भारी होने लगी उसे फिर से मदहोशी छाने लगी 

अमन ने सीमा की नाइटी को दोनो तरफ से पकड़ कर ऊपर उठा दिया और सीमा के 

बड़े-2 नंगे चुतड़ों को अपने हाथ में थाम कर मसल्ने लगा 

सीमा:अहह अमान्ंनणणन् किया कार्रर्र्ररर रहा हाईईईईईईईईईई थोड़ी देर रुक्कककक 

ज़ाआाअ नाआ

अमन ने सीमा के चुतड़ों को दोनो तरफ से फैला दिया और सीमा की गान्ड के छेद 

अमन की आँखों के सामने आ गया अमन ने अपने होंठो को सीमा की चूत के पास 

जाँघ पर रख कर चूम लिया

सीमा:आहस्स्सिईईईईईईईईईईईईईईईईईईई उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

सीमा किचन के सेल्फ़ पर झुक गयी और गान्ड पीछे की तरफ निकल ली अब सीमा 

की चूत का छेद अमन की आँखों के एक दम सामने था बबलू ने सीमा की चूत 

की फांकों को फैला कर सीमा की चूत के दाने (कंट) को अपने मूँह में ले लिया 

और चूसने लगा सीमा के जिस्म में करेंट दौड़ गया उसके बदन ने एक झटका लिया 

और आँखें बंद हो गयी

सीमा:अहह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

आमाआआअन्न्न नननणणन् तुन्न्ञननननणणन् मुझीईईई पागल कर देगाआ 

अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

अमन ने सीमा की कंट को चूसना चालू कर दिया सीमा मस्ती में आकर 

अहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईई करने लगी थीईईईई सीमा के हाथ अपनी 

चुचियों को खुद ही मसल्ने लगे थे अमन सीमा की चूत के दाने को ज़्यादा-

से ज़्यादा मूँह में लेकर चूसने लगा सीमा अपनी गान्ड को हिलाने लगी और अपनी 

टाँगों को चौड़ा कर लिया अमन ने सीमा की चूत के होंठो खोल कर सीमा की चूत 

के छेद को अपनी ज़ुबान से चाटने लगा सीमा एक दम मस्त हो चुकी थी अमन ने 

चूत को चाटते अपनी ज़ुबान को सीमा के गान्ड के छेद पर लगा दिया सीमा के 

मस्ती में अहह निकलल्ल्ल्ल अगीईईई 

सीमा:अहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई 

अमान्ंननननननननननननननणणन् बुसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स कार्रर्र्र्र्र्र्ररर ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

अमन खड़ा हो गया उसके होंठो पर सीमा की चूत का काम रस लगा हुआ था सीमा 

अमन की तरफ पलट कर सीधे हो गये और एक झटके में अपनी नाइटी को उतार 

फेंका सीमा नीचे कुछ नही पहना था अमन ने अपना शॉर्ट्स नीचे करके 

पैरो से निकल दिया और दोनो एक दूसरे की बाहों में समा गये और एक दूसरे को 

किस करने लगे सीमा ने पास पड़े छोटे से टेबल को अपने पैर से अपने पास 

खींच लिया और उसपर अपना एक पैर रख कर अपनी टाँग ऊपर कर ली और अमन के 

लंड को हाथ में लेकर अपनी चूत के छेद पर टिका लिया और हाथ से लंड को थामें 

रखा ताकि लंड सीधा चूत में ही जाए

सीमा: आह ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन ले घुसा दे अपना लौडा मेरी भोसड़ी मेंन्न अह्ह्ह्ह्ह्ह 

और अमन ने पूरी ताक़त से अपनी कमर को झटका दिया लंड चूत में जड तक समा 

गया सीमा ने अमन को अपनी बाहों में भींच लिया और अमन ने अपने हाथों को 

सीमा की गान्ड पर रख कर अपने से चिपका लिया 

दोनो के होंठ एक दूसेर के होंठो से मिल गये और अमन नीचे से अपनी कमर हिला 

कर लंड को सीमा की चूत के अंदर बाहर करने लगा दोनो एक दूसरे से चिपक कर 

खड़े थे अब दोनो अपनी कमर को हिला रहे थे और सीमा भी अमन का पूरा 

हाथ दे रही थी 

अमन:मौसी मेंन्ननणणन् आईसीईए थक गया हुन्न्ं

अमन ने अपना लंड सीमा की चूत से निकल लिया सीमा अमन के लंड को अपने हाथ 

में पकड़ कर चलने लगी अमन सीमा के पीछे-2 चल रहा था सीमा अपनी 

गान्ड मटकाती हुई हाल में आ गयी और सोफे पर अमन को बैठा कर खुद दोनो 

तरफ पाँव करके अमन के ऊपर आ गये और अपनी चूत को अमन के लंड की सीध 

में रख कर उसपे बैठने लगी एक बार फिर अमन का लंड सीमा की चूत के अंदर 

समा चुका था और सीमा गान्ड उछाल-2 कर अमन के लंड को चूत में ले रही 

थी पूरे घर में सीमा की सिसकारियों की आवाज़ गूँज रही थी और साथ में जब 

सीमा की गान्ड अमन की जाँघो से टकराती तो थप-2 की आवाज़ पूरे घर में गूँज 

रही थी सीमा अब झड़ने के बहुत करीब थी और उसने पागलों की तरह अपनी 

चूत को अमन के लंड पर पटकने लगी और एक ज़ोर की सिसकारी के साथ सीमा झड गयी 

लेकिन अमन नीचे अपनी कमर हिला कर सीमा को चोद रहा था और कुछ ही पलों 

में सीमा की चूत के अंदर ही अमन झड गया उस्दिन दोपहर 1 बजे तक अमन और 

सीमा ने घर के हर कोने में चुदाई का पूरा आनंद लिया और दोपहर को सीमा 

के सास ससुर घर पर आ गये जब सीमा अमन को दोपहर का खाना देने उसके 

रूम में गयी तो अमन ने सीमा से कहा कि वो बहुत थकान महसूस कर रहा 

है और वो खाना खा कर सो जाएगा

दूसरी तरफ बबलू अपने रूम से अभी सो कर बाहर आया था और उसे बैठक वाले 

कमरे से सिलाई मशीन की आवाज़ आ रही थी अमन कमरे में गया वहाँ शोभा 

कपड़ों की सिलाई कर रही थी बबलू शोभा के पास जाकर बैठ गया 

शोभा:उठ गये भूक लगी है तो खाना ला दूं 

बबलू:भूख तो लगी है पर तुम बुझाती नही हो

शोभा:तुम फिर से शुरू हो गये 

बबलू:क्या करूँ में जब भी तुम्हें देखता हूँ मेरा ये लंड कुलाँचे भरने 

लगता है

शोभा:धत्त तुम ज़रा भी शरम नही आती 

बबलू ने अपना एक हाथ शोभा की कमर पर रख कर उसे अपनी तरफ खींच लिया और 

उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और शोभा के होंठो को चूसने लगा शोभा ने 

अपने होंठो को हटा लिया 

शोभा:बस अभी इतना ही कसम याद है 

बबलू:हां याद है पर तब इस लौडे का क्या करूँ रेणु कहाँ है 

शोभा :ऊपर है अपने रूम में तैयार हो रही में बस ये ड्रेस तैयार कर लूँ रेणु 

की है फिर हमे यहाँ से सीमा के घर के लिए निकलना है 

बबलू:ठीक है में ज़रा ऊपर जाकर अपनी जानेमन के होंठो का रस तो एक बार 

चख लूँ 

शोभा:हां जाओ अब वो भी तुम्हारी ही है पर ज़्यादा कुछ मत करना 

बबलू:ठीक है सासू माँ 

और बबलू ऊपर आ गया जहाँ रेणु अपने बालों को आयने के सामने खड़ी हो कर 

सवार रही थी रेणु ने जीन्स और टीशर्ट पहन रखी थी बबलू को आयने में देख 

रेणु के चहरे पर मुस्कान आ गयी बबलू उसके पास आकर उसे पीछे अपनी बाहों 

में ले लिया और उसके लाल सेब जैसे गालों को चूमने लगा रेणु उसकी तरफ पलट गयी 

और बबलू ने उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और रेणु के होंठो को चूसने लगा 

दोनो एक दूसरे की बाहों में समाए हुए एक दूसरे के होंठो को चूसने में लगे 

हुए थे बबलू ने अपना एक हाथ उठा कर रेणु की टीशर्ट और ब्रा के ऊपर से उसकी 

चुचि पर रख दिया और धीरे-2 मसल्ने लगा रेणु की साँसों में गर्मी भरने लगी 

थी तभी नीचे से शोभा की आवाज़ आई बेटा अगर तैयार हो गयी हो तो बॅग लेकर 

नीचे आ जा जल्दी कर नही तो लेट हो जाएँगे बबलू ने रेणु के होंठो को आज़ाद कर 

दिया उसकी आँखों में खुमारी सॉफ झलक रही थी उसका चेहरा एक दम लाल हो 

चुका था 

रेणु:आई माँ 

रेणु और बबलू बॅग्स उठा कर नीचे आ गये शोभा की तैयार की नई ड्रेस को बॅग में 

डाला और घर से निकल पड़े बबलू उन्हे बस स्टॅंड तक छोड़ कर बस में बैठा कर 

वापिस आ गया घर वापिस आ गया

घर वापिस आकर वो अपने कमरे में लेट गया अचानक उसके दिमाग़ में कुछ आया 

सोचने लगा क्यों ना महक की माँ मीना को फोन किया जाए और बबलू उठ कर 

ऊपर आ गया और मीना के घर का नो डाइयल किया रिंग बजने के कुछ ही देर बाद 

फोन उठा लिया गया

बबलू:हेलो क्या में मीना जी से बात कर सकता हूँ 

मीना:हां बोल रही हूँ आप कॉन बोल रहे हैं 

बबलू:ओह मीना जी में बोल रहा हूँ बबलू 

मीना:तुम मेने कहा था ना मेरे हज़्बेंड घर पर है तो फिर क्यों फोन किया 

बबलू:बस आप की याद आ रही थी इसलिए 

मीना:मेरे पास तुम्हारी बकवास सुनने का वक़्त नही है 

बबलू:तो ठीक हैं काम की बात सुनो में में घर पर अकेला हूँ रेणु और उसकी 

माँ अपने बाहर के घर गये बहुत अच्छा मोका है तुम यहाँ पर आ जाओ ऐसा 

चोदुन्गा कि सारी उम्र याद रखो गी

मीना:में नही आउन्गी

बबलू:प्लीज़ देखो ऐसे मोका दुबारा नही आएगा मेरा तो लंड तुम्हारे बारे में सोच 

-2 कर झटके मार रहा है कसम से एक बार और चुदवा लो तुम्हे जन्नत की सैर 

करवा दूँगा बोलो आओगी ना 

मीना ने बिना कुछ बोले फोन काट दिया और सोफे पर बैठ कर सोचने लगी कुछ 

देर सोचने के बाद मीना उठ कर बेडरूम में गयी और अपने पति से बोली 

मीना:सुनिए में ज़रा अपनी फ्रेंड के घर जा रही हूँ शाम तक आ जाउन्गी 

उसके हज़्बेंड ने हामी भर दी मीना ने अपनी आलामरी से एक ब्लू कलर की सलवार 

कमीज़ निकाला और बाथरूम में घुस गयी 

दूसरी तरफ बबलू नीचे आकर अपने रूम में लेट चुका था और उसने सोच लिया 

था कि मीना नही आएगी थोड़ी देर बाद बबलू की आँख लगी ही थी कि उसे डोरबेल 

सुनाई दी बबलू ने उठ कर गेट खोला तो उसे अपनी आँखों पर यकीन नही हो रहा 

था सामने मीना खड़ी थी वो एक दम कयामत लग रही थी मीना ने बहुत 

अच्छा मेकप किया हुआ था और उसके पास से परफ्यूम की खुसबू आ रही थी जैसे 

बबलू एक दम पागल हो चुका था 

मीना:अंदर आते हुए) बोलो क्यों फोन करके मुझे तंग कर रहे हो

बबलू:मुस्करते हुए)में कहाँ तंग कर रहा हूँ में तो बस आप पर मर मिटा हूँ 

अब बहुत सुदर लग रही हो आपके होंठ गुलाब के पंखुड़ियाँ जैसे हैं 

मीना:में ऐसे तुम्हारे बातों में नही आने वाली और ना ही ऐसे बातें सुन कर 

तुम्हारे हाथ आउन्गी

बबलू ने गेट बंद किया और मीना की कमर में हाथ डाल कर उसे अपनी तरफ 

खींच लिया 

बबलू:तो फिर कैसे हाथ में आओगी

बबलू के हाथ कमर से सरक कर मीना की गान्ड पर आ चुके थे और बबलू ने 

मीना की गान्ड को मसलते हुए उसे अपने साथ सटा लिया 

मीना;अहह क्या कर रहीईई हो 

बबलू:बता ना कैसे मेरे हाथ आएगी तू

और फिर से मीना के मोटी गान्ड को अपने हाथ से मसल्ने लगा मीना कसमसाने 

लगी बबलू मीना के हाथ को पकड़ कर अपने रूम में ले आया और बेड पर बैठा 

दिया

बबलू:मीना आंटी क्या लेंगी आप 

मीना:मुझे कुछ नही चाहिए में बहुत तुम्हें ये बताने आई थी कि मुझे 

परेशान करने की कोशिस मत करना नही तो मुझसे बुरा कोई ना होगा

बबलू:अब तो ये नखरे छोड़ो मेरी जान और अपनी चूत का रस मुझे पिला दो

मीना:मुझे तुम्हारी बकवास सुनने में कोई इंटेरेस्ट नही है 

और बनावटी गुस्स दिखाते हुए मीना उठ कर बाहर जाने लगी बबलू ने मीना को 

पीछे से कमर में बाहें डाल कर पकड़ लिया और उसकी नेक पर अपने होंठो को 

रख दिया मीना के मूँह से आहह निकल गयी बबलू ने मीना को अपनी तरफ घुमा 

कर अपनी बाहों में कस लिया और उसके चुतड़ों को अपने दोनो हाथों में लेकर 

मसल्ने लगा बबलू का लंड मीना की सलवार के ऊपर से उसकी चूत पर सट गया था 

मीना:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह चोदो मुझे जाने दूऊऊ 

बबलू:ठीक है चली जाना बस एक बार अपने इन रसीले होंठो का रस पिला दो 

मीना चुप हो गयी और बबलू अपने होंठो को मीना के होंठो की तरफ बढ़ाने लगा 

मीना की साँसें भारी होने लगी थी मीना ने अपनी आँखों को बंद कर ली और 

अपने होंठो पर बबलू के होंठो के पड़ने का इंतजार धड़कते दिल के साथ करने लगी 

बबलू ने मीना के होंठो को अपने होंठो में ले लिया मीना की बाहें अपने आप 

बबलू के गले में आ गयी और अपने होंठो को ढीला छोड़ कर बबलू के होंठो के 

हवाले कर दिया बबलू मीना के होंठो को चूसने लगा मीना बबलू की बाहों में 

पिघलने लगी थी बबलू के हाथ मीना के बड़े-2 चुतड़ों को मसल रहे थे बबलू 

ने मीना के होंठो को छोड़ा और मीना की गर्दन और कमीज़ के खुले हुए गले 

में झाँक रही चुचियाँ चूमने लगा बबलू ने एक हाथ से मीना का दुपट्टा 

निकाल कर नीचे फेंक दिया और कमीज़ के ऊपर से उसकी एक चुचि को मुँह में 

लेकर चूसने लगा 

मीना;अहह बब्लुउउुुुुुउउ आब्ब्ब्बबब तो मुझीईई जानीए दूऊऊओ

पर बबलू ने मीना की कमीज़ को दोनो तरफ से पकड़ कर ऊपर उठाना चालू कर 

दिया मीना ने अपनी बाहें ऊपर कर ली और बबलू ने कमीज़ को निकाल कर नीचे 

फेंक दिया अब मीना रेड कलर की ब्रा और ब्लू कलर की सलवार में बबलू के 

सामने खड़ी थी और अपने हाथों से अपने दूध के टेकरो को छुपाने की 

कोशिश कर रही थी मीना की चुचियाँ शोभा से कहीं ज़्यादा बड़ी और तनी हुई थी
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