Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
10-17-2018, 11:49 AM,
#31
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
अमन:मौसी ये लोग हमें ऐसे क्यों देख रहे है 

सीमा:दरअसल यहाँ के लोग काफ़ी ग़रीब हैं और पिछड़े हुए हैं और बहुत कम लोग ही सहर से आते है शायद हमारा पहनावा इन्हे नया लग रहा हो 

आख़िर कार काफ़ी चलने के बाद सीमा एक लकड़ी के बड़े से दरवाजे के बाहर खड़ी हो गयी और दरवाजा खटखाया और अंदर से आवाज़ आई कॉन है

सीमा: रीमा दीदी में हूँ सीमा

रीमा ने जल्दी से दरवाजा खोला और सीमा के गले लग गयी 

रीमा:और सूनाओ भाभी कैसी हो भाई साहिब नही आए 

सीमा:नही उन्हें आगे छुट्टी नही मिली में ठीक हूँ दीदी आप कैसे हो 

रीमा:में भी ठीक हूँ आओ अंदर आओ 

अमन पीछे खड़ा मुस्करा रहा था 

सीमा:दीदी ये मेरी बेहन शोभा का लड़का अमन है 

अर्रे अमन बहुत बड़ा हो गया है जब आख़िरी बार देखा था तो शोभा की गोद में था 

अमन और सीमा अंदर आ गये रीमा ने दरवाजा बंद किया 

अमन रीमा के घर को देखने लगा घर का आँगन बहुत ज़्यादा बड़ा था और आख़िर में तीन बड़े-2 कमरे बने हुए थे और कमरों के आगे बड़ा सा बरामदा था और बरामदे के आगे एक बड़ा सा रसोई घर बना हुआ था तीनो कमरे एक लाइम में और एक तरफ छोटा सा रूम था जिसमे रीमा की सास रहती थी सामने की तरफ थी रीमा ने दोनो को एक रूम में ले जाकर सोफे पर बैठा दिया और ज़ोर से अपनी बहू काजल को आवाज़ लगाई और थोड़ी देर बाद पायल की खनकती आवाज़ के साथ रीमा की बहू काजल कमरे में आ गयी 

रीमा: बहू देखो ये मेरी भाभी है सीमा इनके पाँव छुओ और ये इनका भतीजा अमन है 

काजल ने आगे बढ़ कर सीमा के पाँव छुए और अमन ने काजल को नमस्ते कहा 

रीमा;जाओ इनके लिए शरबत ले आओ और कुछ नाश्ता भी ले आना

काजल:जी माँ जी में अभी लाती हूँ 

सीमा ने जो रस अमन को चुदाई का चखाया तो उसने अमन का हर चीज़ खास कर औरतों को देखने का नज़रिया बदल दिया था अमन काजल के हर अंग का जायज़ा ले रहा था काजल ने गुलाबी रंग की साड़ी पहन रखी थी जो उसने नाभि से 3 इंच नीचे बाँध रखी थी काजल का रंग थोड़ा सांवला था पर नैन नख्श बहुत अच्छे थे काजल सीमा और रीमा के उलट एक दम कमर से पतली थी और चुचियाँ 38 साइज़ की थी कुलमिलाकर काजल का बदन काफ़ी पतला था काजल किचन में चली गयी अमन काजल के खूबसूरत बदन को देख निहाल हो चुका था तीनो बैठ कर इधर उधर के बातें करने लगी कुछ देर बाद अमन और सीमा ने हल्का फूलका नाश्ता किया और रीमा अमन को दूसरे रूम में ले गई

रीमा:लो बेटा तुम यहाँ पर अपने कपड़े बदल कर आराम कर लो 

अमन:ठीक है आंटी जी

और रीमा दूसरे कमरे में सीमा के पास चली गयी 

सीमा: और बताओ दीदी आपके पति कहाँ हैं और बेटा भी नज़र नही आ रहा 
रीमा:वो तो किस काम से शहर गये हैं 10 -12 दिन के बाद आएँगे कोई कचहरी में काम था 
और विजय( रीमा का बेटा) वो तो खेत में गया है कुछ देर पहले ही फसल पक चुकी है काफ़ी ध्यान देना पड़ता है और जमीन भी दूर-2 तक फैली हुई है रात को खाना खाने आएगा मिल लेना उसे 

सीमा: और तुम्हारी साँस कैसी है अब कैसी तबीयत है उनकी

रीमा:हां कल ही हॉस्पिटल से वापिसे लाएँ है अभी सो रही है और तू सुना क्या बता बड़ा रूप निखरा हुआ है लगता है भाई साहिब जम कर चुदाई करतें हैं 

सीमा:कहाँ दीदी आप तो जानती है साल में एक दो बार ही आते हैं 

रीमा:हां वो तो जानती हूँ 

सीमा:और तुम सूनाओ सब ठीक है मज़े लूट रही हो या सब बंद कर दिया 

रीमा:कहाँ यार क्या बताऊ अब घर पर बहू रहती है और मुझे ये सब ठीक नही लगता और ना ही मोका मिलता है 

सीमा:तो बहू से कोई खूसखबरी है या अभी भी नही

रीमा: नही सीमा तुम तो जानती हो विजय के साथ क्या हुआ था बड़े डॉक्टरो को दिखाया कोई फ़ायदा नही हुआ कई घरेलू नुस्खे भी करके देख लिए पर कोई फ़ायदा नही पोते का मूँह देखना तो दूर मुझे तो बहू की चिंता सताती रहती वो भी अपनी हसरतों को मार कर जी रही है मुहँ से तो कुछ नही बोलती पर उदास बहुत रहती है और ऊपर सारे गाओं वाले लोग तरह -2 की बातें करने लगे हैं 

सीमा:दीदी एक बात बताओ फिर आज कल चूत की आग को कैसे ठंडा कर रही हो 

रीमा:क्या बताऊ यार अब समाज के डर से घर से बाहर तो जा नही सकती बस कभी-2 जवानी के दिनो को याद करके चूत में उंगली कर लेती हूँ पर साली ये चूत ठंडी होने की बजाए और खुजलाने लगती है अब तू ही बता में कर सकती हूँ 

सीमा: दीदी में तुम्हारी चूत की खुजली दूर करने की दवाई साथ में लेकर आई हूँ 

रीमा: क्या बोल रही है तू सच बता ना क्या लाई है 

सीमा:वही जिसे अभी तुम दूसरे कमरे में छोड़ कर आई हो

रीमा: चोन्क्ते हुए) क्या बोल रही है तू मुझे यकीन नही हो रहा 

सीमा:अब तुमसे क्या छुपाना दीदी मैने उसे अपने जाल में फँसा लिया है पर उसे जाल में फाँसते -2 में और मेरी चूत खुद उसके लंड के गुलाम हो गये है 

रीमा:लेकिन देखने में तो छोटा लगता है तुम्हारी चूत का पानी निकाल पाता भी है या नही 

सीमा:एक बार अपनी भोसड़ी में उसका लंड लेकर तो देखो अगर तुम्हारी चूत की धज्जियाँ ना उड़ा दे तो मेरा नाम भी सीमा नही 

रीमा:तू सच कह रही है तुमने तो आज मेरा दिल खुश कर दिया (अपनी साड़ी के ऊपर से अपनी चूत पर हाथ फेरते हुए) देख मेरी चूत तो अभी से खुजलाने लगी हीयरी है

सीमा:हंसते हुए) कोई बात नही दीदी तुम्हारी चूत की खुजली भी शांत हो जाएगी बस तुम रात की चुदाई का इंतज़ाम करो बाकी में सब संभाल लूँगी 

रीमा:देखते हैं चोदे के लंड में कितना दम हैं

और दोनो हँसने लगी दोनो आपस में बेड पर लेट कर बातें कर रही थी दूसरी तरफ अमन बेड पर लेटा काजल के छरहरे बदन के बारे में सोच -2 कर पागल हुआ जा रहा था क्या कयामत बदन था उसका शाम के 6 बज चुके थे अमन जो कि सो चुका था सीमा ने उसे कमरे में आकर उठाया और बेड पर उसके पास बैठ कर उसके होंठो को चूमते हुए बोली चल हाथ मूँह धो ले और चाइ पी ले . 
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10-17-2018, 11:50 AM,
#32
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
अमन उठ कर बाथरूम के तरफ चल पड़ा अमन बाथरूम की तरफ बढ़ रहा था उसकी आँखें अभी भी ठीक से खुल नही रही थी शायदा सफ़र के कारण थकान ज़यादा हो गयी थी बाथरूम का दरवाजा थोड़ा सा खुला हुआ था अमन घर के आँगन में आगे बाथरूम की तरफ बढ़ रहा था अमन ने बाथरूम के पास पहुँच कर अपने शॉर्ट्स को चलते हुए थोड़ा सा नीचे करके अपना हाथ अंदर डाल कर अपना लंड बाहर निकाल लिया और एक हाथ से बाथरूम का दरवाजा खोला और अपना लंड हाथ में पकड़े हुए अंदर आ गया जैसे ही अमन अंदर हुआ उसने अपने एक हाथ से अपनी आँखों को मलना चालू कर दिया जिससे उसकी आँखें बंद हो गयी उसे पता नही था कि बाथरूम में अंदर भी कोई है बाथरूम में रीमा की बहू काजल मूत रही थी

अमन को अंदर देख वो एक दम से सकपका गयी अमन के अपने हाथ में लंड पकड़े देख काजल के दिल की धड़कने बढ़ गयी उसकी नज़र एक पल के लिए अमन के आधे खड़े लंड पर जा टिकी जो उस समय भी करीब 5 इंच लंबा था काजल पैरो के बल बैठी मूत रही थी उसकी साड़ी और पेटिकॉट उसकी कमर तक चढ़ा हुआ था ये सब इतनी तेज़ी में हुआ कि किसी को कुछ समझ में नही आया जैसे ही अमन को अंदर किसी के होने का अहसास हुआ अमन ने आँखें खोल कर देखा तो सामने काजल बैठी मूत रही थी एक बार दोनो की नज़रें मिली फिर अमन को अपनी हालत का पता चला और अमन तेज़ी से सॉरी बोलता हुआ बाहर आ गया उसने अपना लंड अंदर किया और बाहर खड़ा हो कर वेट करने लगा थोड़ी देर बाद काजल बाथरूम से बाहर आई अमन उसे देख रहा था काजल ने अपने नज़रें नीचे कर रखी थी जब काजल अमन के पास से गुज़री तो अमन ने उसे फिर से उसे सॉरी बोला

अमन:सॉरी मुझे पता नही था कि आप अंदर है और दरवाजा भी खुला था 

काजल बिना कुछ बोले सर झुकाए खड़ी रही उसके होंठो पर मुस्कान थी जिसे अमन सॉफ देख रहा था और वो बिना कुछ बोले शर्मा कर चली गयी अमन बाथरूम में घुस गया और फ्रेश होकर उस रूम में वापिस आ गया जहाँ वो सोया था और वहाँ आकर अमन सोफे पर बैठ गया काजल चाइ और कुछ स्नॅक्स लेकर अमन के रूम में आई उसने सर पर पल्लू ओढ़ रखा था उसने ट्रे को टेबल पर रखा उसके होंठो पर अब भी मुस्कान थी पर वो सर झुकाए हुए थी और वो अमन की तरफ देख नही रही थी काजल प्लेट रख कर वापिस जाने लगी

अमन:सुनिए

काजल:जी

अमन:जी वो सब ग़लती से हो गया में उसके लिए शिमिंदा हूँ आप मुझसे नाराज़ तो नही है 

काजल ने ना में सर को हिला दिया अमन ने राहत के साँस ली 

अमन:आप किसी को बताएँगी तो नही 

काजल ने फिर से ना में सर हिला दिया और मुस्कराते हुए बाहर चली गयी अमन सोफे पर बैठ गया और चाइ पीने लगा थोड़ी देर बाद सीमा भी अमन के रूम में आ गयी अमन चाइ पी चुका था सीमा ने एक हलकी सी येल्लो कलर की साड़ी पहनी हुई थी अमन बेड पर बेड की सीट से सर सटा कर बैठा हुआ था सीमा अमन के पास आकर बेड पर बैठ गयी और झुक कर अमन के फेस को अपने हाथों में पकड़ कर अमन के होंठो पर होंठ रख दिए अमन ने अपने होंठो को हटाते हुए कहा

अमन:क्या कर रही हो मौसी दरवाजा खुला है कोई अंदर आ जाएगा 

सीमा:तुम क्यों फिकर कर रहे हो कोई नही आए गा

अमन:पर मौसी 

सीमा: में हूँ ना कुछ नही होगा 

और सीमा ने अमन के होंठो पर अपने होंठ लगा दिए अमन असहज महसूस कर रहा था सीमा ने अमन के शॉर्ट्स को दोनो तरफ से पकड़ कर नीचे कर दिया और अमन के लंड को मूँह में ले लिया और चूसने लगा अमन का दिल जोरों से धड़क रहा था उसे डर था की कोई अंदर ना आजाए 

अमन:प्लीज़ मौसी अगर कोई अंदर आ गया तो 

सीमा; लंड को बाहर निकालते हुए) कोई नही आए गा में कह रही हूँ ना 
और सीमा ने फिर से अमन के लंड को चूसना चालू कर दिया अमन का लंड भी खड़ा होने लगा सीमा का मुँह तेज़ी से अमन के लंड पर चल रहा था कुछ ही देर में अमन का लंड एक दम तन कर खड़ा हो गया सीमा बेड पर चढ़ गयी और अपनी साड़ी को अपनी कमर तक ऊपर कर दिया सीमा की झान्टे फिर से बड़ी हो चुकी थी सीमा की झान्टो भरी चूत में से उसकी काली चूत की फाँकें देख अमन का लंड झटके खाने लगा सीमा दोनो घुटनो के बल अमन के दोनो तरफ पैर करके बैठ गयी और अपने एक हाथ से अमन के लंड को पकड़ अपनी चूत के छेद पर टिका दिया और धीरे लंड पर बैठने लगी लंड सीमा की चूत की दीवारों को फैलता हुआ अंदर घुस गया 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह जब से तुम गये वापिस अपने घर तभी से मेरी चूत तो तुम्हारे लंड के लिए तरस गयी थी और आज जाकर मेरी दहक्ति चूत को ठंडक मिली है अमन 
और सीमा अपनी कमर को ऊपर नीचे हिला-2 कर अमन के लंड से अपनी चूत को चुदवाने लगी अमन भी मस्त हो चुका था सीमा पूरे ज़ोर के साथ अपनी चूत को अमन के लंड पर पटक रही थी 

अमन:जल्दी करो दरवाजा खुला है कोई आ ना जाए

सीमा:तुम चिंता ना करो बस मेरी चूत में अपना लंड ऐसे ही पेलते रहो में कब से तरस रही थी तुम्हें यहाँ किसी से घबराने की ज़रूरत नही है 

और सीमा मस्ती में आकर अपनी गान्ड हिला रही थी लंड चूत के अंदर बाहर हो रहा था थप-2 की आवाज़ पूरे कमरे में गूँज रही थी तभी अचानक रीमा कमरे में आ जाती है अमन एक दम चोंक जाता है दोनो की नज़रें मिलती हैं और रीमा के होंठो पर कामुक मुस्कान आ जाती है और बिना कुछ बोले वापिस चली जाती है 

अमन:मौसी ओह्ह्ह रीमा आंटी ने सब देख लिया 

सीमा:देखने दो कोई बात नही मेने तुमसे कहा है ना किसी बात की फिकर ना करो ओह अमान्ंनणणन् में झड़ने वाली हूँ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई
और सीमा अमन के ऊपर गिर जाती है उसके होंठो पर मुस्कान फैल जाती है 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन तुम नही जानते में तुम्हारे बिना कितनी अधूरी थी ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आज्ज्जज्ज्ज कई दिनो बाद मेरे प्यास बुझी है अमन का लंड अभी सीमा की चूत में झटके खा रहा था

अमन:पर मौसी रीमा

और सीमा ने उसके होंठो पर अपनी एक उंगली रख कर चुप करा दिया

सीमा: वो कुछ नही बोले गी बस यूँ समझ लो उसके और मेरे बीच कुछ भी राज नही रहता तुमने मुझे जो खुशी दी आज में उसके बदले तुम्हें एक और नयी चूत का स्वाद चखाती हूँ तुम यूँ ही लेटे रहो में रीमा को भेजती हूँ 

अमन:नही मौसी में रीमा आंटी के सामने 

सीमा:चुप्प्प्प्प कुछ नही होगा उसकी चूत भी लंड लेने के लिए मचल रही है ज़रा उसकी चूत को भी मेरी खातिर शांत कर दो 
सीमा अमन के ऊपर से खड़ी हुई लंड पुत्च की आवाज़ से बाहर आ कर झटके खाने लगा सीमा ने अपनी साड़ी को ठीक किया और बाहर चली गयी

बाहर रीमा और उसकी बहू काजल रसोई के सामने चारपाई पर बैठ कर सब्जी काट रहे थे सीमा ने रीमा को इशारे से कमरे में जाने के लिए कहा और सीमा खुद काजल के पास आकर चारपाई पर बैठ गयी रीमा उठ कर पहले दूसरे रूम में जान बुझ कर गयी ताकि काजल को शक ना हो और फिर आँख बचा कर उस रूम से निकल अमन के रूम में चली गयी अमन अपने हाथों से अपने लंड को ढक कर बेड अध लेटी हालत में था रीमा अंदर आई उसके होंठो पर कामुक मुस्कान फैली हुई थी रीमा अंदर आकर अमन की कमर के पास बेड के किनारे पर बैठ गयी 

रीमा: में भी देखू चोदे का हथियार कितना बड़ा है सीमा बड़ा गुणगान कर रही थी तेरे लौडे का 

अमन:अमन जो देख और सुन रहा था उसे यकीन नही हो रहा था 

रीमा ने अपने दोनो हाथों से अमन के हाथों को हटा दिया हाथ हटते ही अमन का लंड झटके खा कर बाहर आ गया 

रीमा:चिखते हुए) हाई डाइईआ इतना बड़ा इतना बड़ा तो मैने आज तक नही देखा तभी सीमा का रूप में निखार आ गया 
रीमा की आँखों में अमन का 8 इंच का लंड देख कर चमक आ गयी लंड का गुलाबी सुपाडा सीमा की चूत के रस से भीग कर चमक रहा था रीमा ने अमन के लंड को जड से अपने हाथ में कस लिया 

रीमा:ये सच में बहुत तगड़ा लौडा है तेरा वाह और मेरी कलाई जितना तो मोटा होगा ही
रीमा ने झुक कर अमन के लंड के सुपाडे को मुँह में ले लिया और सुपाडे को चूसने लगी 

रीमा: अमन के लंड के सुपाडे को अपनी जीभ से चाट कर) इसमे से तो सीमा की चूत के रस का स्वाद आ रहा है 

रीमा :झुक कर अमन के लंड को मूँह में लेकर चूसने लगी उसकी जीभ का दबाव अमन के लंड के सुपाडे पर बढ़ता जा रहा था अमन से बर्दास्त करना मुस्किल हो रहा था 

अमन:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आंटी मेरा पानी छूटने वाला हाीइ 

रीमा ने लंड को मूँह से बाहर निकाल कर तेज़ी से अपनी कलाई को ऊपर नीचे हिलाना चालू कर दिया लंड से वीर्य की धार छूट पड़ी और सीधा जाकर रीमा के ब्लाउस के ऊपर उसकी चुचियों पर पड़ने लगी अमन आज कई दिन बाद झडा था एक के बाद एक कई पिचकारियाँ अमन के लंड से छूटी और रीमा की चुचियों का ऊपरी भाग अमन के वीर्य से सन गया रीमा के होंठो पर मुस्कान फैल गई 

अमन:सॉरी आंटी आपका ब्लाउस गंदा हो गया 

रीमा:मुस्कराते हुए) कोई बात नही 

रीमा ने रूम में पड़ी अलमारी से एक पुराना कपड़ा निकाला और अपनी चुचियों और ब्लाउस पर गिरे बीर्य को सॉफ किया अमन ने अपने रुमाल से अपने लंड को सॉफ किया और शॉर्ट्स ऊपर खींच लिया रीमा अपने ब्लाउस और चुचियों को सॉफ करके मुस्कुराती हुई बाहर निकल गयी सीमा ने रीमा की तरफ देखा दोनो के होंठो पर नटखट मुस्कान थी रीमा ने सीमा को इशारे से दूसरे कमरे में आने को कहा 

सीमा: काजल में अभी आती हूँ 

और सीमा उठ कर रूम में आ गयी 

सीमा:क्या हुआ दीदी 

रीमा:तू सच कह रही थी छोरे के लंड में दम तो है बार रे इस उम्र में इतना बड़ा लंड तू तो बड़ी छुपी रुस्तम निकली ज़रा भी भनक नही लगाने दी जब उसके लंड से पानी छूटा तो मेरा सारा ब्लाउस भीग गया आज तक मैने जितने भी मर्दों के लंड को निचोड़ा किसी के लंड में से इतना गाढ़ा और ज़्यादा पानी नही निकला

सीमा: तो सही कहा था ना मैने

रीमा: सीमा मेरे दिमाग़ में एक बात आ रही है 
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10-17-2018, 11:50 AM,
#33
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
सीमा:बोलो क्या बात है यार अगर ये छोरा किसी तरह से मेरी बहू को चोद कर उसकी बच्चेदानी को अपने वीर्य से भर दे तो उसका पेट भी ठहर जाए मेरी तो मुस्किल हल जाएगी लोगो की रोज रोज के तानों से तो बचूंगी

सीमा:वो तो में अमन को समझा दूँगी पर क्या काजल राज़ी हो गी 

रीमा:मुकरते हुए) कोशिश करके देखते है फिलहाल आज तो अपनी चूतो के प्यास बुझा लें बाद में सोचते है 
और दोनो हँसने लगती हैं 

जब सीमा अमन के रूम में गयी तो अमन उसे बड़ी हैरानी से देख रहा था सीमा ने उसे मुस्कुराते हुए पूछा क्यों कैसा लगा अमन कुछ नही बोल पाया 

सीमा; अब जब तक हम दोनो यहाँ है खूब चुदाई का मज़ा लेंगे

अमन:पर रीमा आंटी

सीमा:तुम उसकी फिकर ना करो तुम बस उसकी चूत की खुजली को शांत करते रहे 

रात ढल चुकी थी रीमा का बेटा विजय घर आ चुका था खाना तैयार था काजल ने उसे खाना परोस दिया सभी लोग बैठ कर खाना खा रहे थे और इधर उधर के बातें कर रहे थे कुछ देर बाद विजय अपने साथ रात के लिए खाना लेकर चला गया गाओं में सब लोग जल्दी सो जातें हैं इसलिए गाओं में जल्दी ही सन्नाटा पसर गया सीमा और रीमा एक रूम में बैठ कर बातें कर रही थी 

सीमा:दीदी तो फिर क्या इरादा है 

रीमा:तुम और अमन आज एक ही रूम में सो जाओ अगर में तुम्हारे साथ सोई तो काजल को बुरा ना लगे वैसे भी वो अकेली नही सोती पर एक बार उसका लंड मेरी चूत लेने के लिए मचल रही है दोपहर को तो मैने उसका लंड चूस करके उसका पानी निचोड़ लिया था पर चूत की आग शांत नही हुई 

सीमा:काजल कहाँ है 

मीना:अपने कमरे में है 

सीमा:में ऐसा करती हूँ कि पहले अमन को जाकर सब समझाती हूँ बाद में तुम अमन के रूम में चली जाना में काजल के पास जा कर उसे बातों में लगाए रखूँगी

रीमा:ठीक है 

सीमा उठ कर अमन के रूम में गयी अमन बेड पर लेटा हुआ था सीमा उसके पास जाकर बैठ गयी और झुक कर उसके होंठो को किस करते हुए बोली

सीमा: देखो अमन थोड़ी देर में रीमा दीदी आ रही हैं में चाहती हूँ कि आज तुम उसकी चूत की धज्जियाँ उड़ा दो में काजल के रूम में जाकर उसे बातों में उलझा कर रखती हूँ घबराना नही 

अमन: जिसकी गुरु आप हो मौसी वो कैसे घबरा सकता है आप बेफिकर हो जाओ 

अमन और सीमा दोनो मुस्कुराने लगे सीमा उठ कर काजल के रूम में चली गयी रीमा दूसरे रूम के डोर पर खड़ी सीमा को काजल के रूम में जाते देख रही थी जैसे ही सीमा काजल के रूम में घुसी रीमा रूम से बाहर आकर अमन के रूम में आ गयी अमन बेड पर उठ कर बैठ चुका था रीमा ने उस समय वाइट कलर का ब्लाउस और पेटिकोट पहन रखा था साड़ी उसने पहलव ही उतार रखी थी रीमा अंदर आई और दरवाजे पर खड़े हो कर अमन को देखने लगी अमन ने अपनी टी-शर्ट पहले से उतार रखी थी जिस्म पर सिर्फ़ एक शॉर्ट्स था अमन बेड से खड़ा हुआ और अपना शॉर्ट्स खींच कर घुटनो से नीचे कर लिया

अमन का 8 इंच का लौडा रीमा की आँखों के सामने फनफना रहा था रीमा की आँखों में चमक आ गयी रीमा तेज़ी से अमन की तरफ बढ़ी और अमन के पास आकर घुटनों बल नीचे बैठ गयी और अमन के लंड को हाथ में जड से पकड़ लिया और हिलाने लगी उसने अमन के लंड के सुपाडे पर चमड़ी पीछे की और गुलाबी सुपाडे देख कर रीमा की आँखों में चमक आ गयी रीमा ने बिना कुछ बोले पहले अपनी जीभ को बाहर निकाला और सुपाडे पर पेशाब वाले छेद पर लगा दिया और धीरे -2 अपने जीभ से कुरेदने लगी अमन की गान्ड झटके खाने लगी अमन ने आहह के साथ रीमा के सर को अपने दोनो हाथों से पकड़ लिया रीमा ने अपनी जीभ से अमन के लंड के सुपाडे को चाटना चालू कर दिया अमन की मस्ती का कोई ठिकाना नही था अमन रीमा के सर को दोनो हाथों से पकड़ कर अपनी आँखें बंद किए अपनी गान्ड को धीरे-2 हिलाने लगा रीमा अमन के लंड के सुपाडे को चाट चाट कर सॉफ कर रही थी फिर थोड़ी देर बाद रीमा ने अमन के लंड को एक साइड में करके अपने दोनो होंठो के बीच अमन के लंड को एक साइड अपने दोनो होंठो के बीच में ले लिया और अपने दोनो होंठो को अमन के लंड के शुरू से जड तक रगड़ने लगी अमन के बदन का सारा खून उसके लंड की नसों में इकट्ठा होने लगा रीमा लगातार अपने होंठो को अमन के लंड के आगे से जड तक रगड़ कर चाट रही थी और अपने दूसरे हाथ से अमन के आंडो को सहला रही थी रीमा को महसूस हो रहा था कि अमन के आंडो की थैलियाँ वीर्य से भर कर अकड़ने लगी हैं रीमा ने झुक कर अमन के आंडों को चाटना चालू कर दिया और पूरा मूँह खोल कर उसके आंडों को मूँह में लेकर चूसना चालू कर दिया अमन मस्ती में अपनी आँखें बंद किए लंड चुस्वाई का मज़ा ले रहा था रीमा ने फिर अमन के लंड के सुपाडे को मूँह में लेकर चूसना चालू कर दिया और अमन के लंड का सुपाडा रीमा के मूँह के अंदर बाहर होने लगा लंड मूँह में पुतछ-2 की आवाज़ से अंदर बाहर होने लगा 

रीमा तेज़ी से अपना सर हिला-2 कर अमन का लंड चूस रही थी रीमा एक झटके के साथ खड़ी हो गयी 
रीमा:अब बहुत हो गया चोदे चल जल्दी से अपना लौडा मेरी भोसड़ी में घुस कर मेरे भोसड़ी के खुजली को मिटा दी 
रीमा उठ कर सोफे के पास गये और अपने पेटिकॉट को अपनी गान्ड से ऊपर चढ़ा कर दोनो घुटनो को सोफे पर रख कर आगे की तरफ झुक डॉगी स्टाइल में आ गयी 

वउूओ क्या मस्त गान्ड है अमन सोचने लगा इतनी बड़ी गान्ड तो सीमा मौसी की भी नही रीमा दोनो जाँघो को फैला कर सोफे पर घुटनो को टिका कर झुकी हुई थी उसकी झान्टो से भरी चूत उसकी झान्टो में छुपी हुई थी रीमा की घूंघुराली झान्टो में उसकी चूत छुपी हुई थी रीमा ने अपना एक हाथ दोनो नीचे ले जाकर अपने दोनो जाँघो के बीच से गुजर कर पानी चूत की फांकों पर रख कर अपनी चूत की फांकों को उंगलियों से खोल दिया रीमा की गुलाबी चूत अमन की आँखों के सामने था 
रीमा:क्या देख रहा है चल्ल्ल्ल्ल्ल आज्ज्जा औरर्र मेरी चूत में अपना लौडा डाल दे जल्दी कर

अमन अपना लंड हाथ में थामें रीमा के पीछे आकर खड़ा हो गया और अपने लंड के सुपाडे को रीमा की चूत के छेद पर टिका दिया रीमा के बदन में बिजली कोंध गयी

रीमा:अपनी चूत के छेद पर लंड का सुपाडा लगते ही) अहह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई पहले थोड़ा सा अपने सुपाडे पर थूक लगा लीयी अह्ह्ह्ह्ह्ह

अमन ने अपने लंड पे ढेर सारा थूक लगा लिया और फिर से रीमा की झान्टो भरी चूत के छेद पर लंड के सुपाडे को टिका दिया और धीरे -2 अपना लंड अंदर करने लगा 

रीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आईसीईए नहियीईईई हरमिीईईई ज़ोर से धक्का माअर 

अमन रीमा से ये सब सुन कर अपना आपा खो बैठा और रीमा की गान्ड को दोनो हाथों से थाम कर अपनी पूरी ताक़त से अपनी कमर को हिलाया और लंड एक ही बार में रीमा की चूत की फांकों को फैलाता हुआ जड तक रीमा की चूत में जा घुसा

रीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मररर्र्र्ररर गइईईईईईईई सलीईई इतनीईई भीए जोर्र्र से नहिी कहा थाआआ

अमन ने रीमा की गान्ड को दोनो हाथों में पकड़ लिया और बिना रुके ताबड तोड़ धक्के लगाने चालू कर दिए रीमा का पूरा बदन हिलगया 

रीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह धीरीईईईई ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अहह बहू सुन्न्ञनणणन् लीईए गीईई अहह मरररर गाईईईईई

पूरे कमरे में थप-2 की आवाज़ गूंजने लगी थोड़ी देर बाद रीमा की सालों के बाद चुद रही चूत भी अमन के लंड के हिसाब से फैल गयी और लंड धना धन अंदर बाहर होने लगा लंड का सुपाडा सीधा जाकर रीमा की बच्चेदानी पर चोट कर रहा था रीमा भी पूरी तरह मस्त हो कर अपनी चूत चुदवा रही थी 

रीमा:अहह ओह मजाआ एयेए गायाअ तू तो बहुत अच्छा चोद्ता हाईईईई रीईई आअज पहली बार किसी नीईए मेरी चूत की दीवारों को हिला कर रख दिया है 
अहह मररर्र्ररर गइईईई ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और जोर्र्र्र्र्र्र्ररर से सलीईईईई बढ़ावीईईईई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 
अमन भी पूरी तरह जोश में आ चुका था 

अमन:लीई सलिइीइ और्र लीई आज्ज्जज्ज्ज्ज तेरी चूत्त्त्त को सूजा ना दिया तो मेरा नाम भी अमन नही 

रीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह फद्द्द्द्द्दद्ड दीए मेरीए चूत्त्त्त्त अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

अब दोनो इतने गरम हो चुके थे कि दोनो की आहहें कमरे में गूँज रही थी 

रीमा:अह्ह्ह मेरा पानी छूटने वाला हाईईईईईई अहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
और रीमा शांत पड़ गयी अमन भी उसकी चूत को अपने पानी से भीगोने लगा थोड़ी देर बाद अमन ने अपना लंड रीमा की चूत से निकाला और रीमा की चूत को दोनो हाथों से फैला कर देखा रीमा की झान्टो से भरी चूत अमन के वीर्य से सन चुकी थी रीमा सोफे पर झुकी हाँफ रही थी 

रीमा:वाहह रे छोरे तूने तो कमाल कर दिया इस बूढी की चूत से भी पानी निकाल दिया मज़ा आ गया 

रीमा सोफे से खड़ी हुई और अपनी गान्ड पे अटके पेटिकोट को ठीक किया और अमन की तरफ देख कर मुस्करा कर बाहर चली गयी और दूसरे रूम में आ गयी जहाँ सीमा और काजल बैठी बातें कर रही थी रीमा की चूत से अमन का पानी बह कर उसकी जाँघो तक फैल चुका था 

रीमा:भाभी तुम ज़रा मेरे साथ दूसरे कमरे में चलना में तुम्हारे सोने का इंतज़ाम कर देती हूँ 

सीमा उठ कर रीमा के पीछे दूसरे रूम में चली गयी रूम के अंदर जाकर रीमा ने सीमा की तरफ देखा दोनो के होंठो पर कामुक मुस्कान थी 

सीमा:कैसे लगा दीदी 

रीमा: बस पूछ ना चोदे ने दिल और चूत दोनो लूट लिए मज़ा आ गया ये देख 

रीमा ने अपना पेटिकोट को अपनी कमर तक चढ़ा लिया रीमा की झान्टो भरी चूत और मोटी जांघे सीमा की आँखों के सामने थी अमन के लंड का काम रस रीमा की चूत से बह कर उसकी जाँघो तक फैला हुआ था रीमा की चूत की झान्टे अमन के वीर्य से सनी हुई थी उसकी चूत की फाँकें अभी फैली हुई थी

रीमा:तू सच कह रही थी चोदे के लंड में दम तो बहुत है बस मेरा एक काम कर दे मेआइं सारी उम्र तेरा अहसान नही भूलूंगी 

सीमा:इसमे एहसान की क्या बात है तुम बात तो करो

रीमा; बस मेरी बहू की बच्चेदानी को बबलू के वीर्य से भरवा दे बस उसका पेट ठहर जाए तो वो भी बच्चे के कारण यहाँ टिकी रहेगी नही तो ऐसा लगता हैं कहीं वो मेरे बेटे विजय को छोड़ कर चली ना जाए


सीमा:कुछ देर सोचने के बाद ) लेकिन क्या काजल मान जाएगी मुझे नही लगता वो हमारे कहने पर मानेगी

रीमा; हां यही तो बात है और में खुद तो उसे बोल नही सकती 

सीमा:चल छोड़ो दीदी कल सुबह सोचेंगे

और सीमा अमन जिस रूम में था वहाँ सोने चली गयी सीमा ने एक पतली सी वाइट कलर की लोंग नाइटी पहनी हुई थी सीमा अंदर आकर डोर लॉक करने लगी अमन सीमा को देख रहा था पतली वाइट नाइटी मे से सीमा की गान्ड सॉफ दिखाई दे रही थी उसने नाइटी के नीचे कुछ नही पहना हुआ था सीमा डोर लॉक करके बेड पर आकर अमन की तरफ करवट लेकर लेट गयी और अमन से चिपक गयी अमन ने अपना एक हाथ सीमा की कमर में रख दिया अमन ने अपनी आँखें बंद कर रखी थी सीमा ने अपना एक हाथ नीचे ले जाकर उसके शॉर्ट्स के अंदर डाल दिया और उसके सिकुडे हुए लंड को हाथ में लेकर सहलाने लगी 

सीमा:लगता है आज्ज्जज मेरा राजा काफ़ी थक गया काफ़ी मेहनत जो की है आज्ज्जज्ज

अमन हां मौसी में बहुत थक गया हूँ 

सीमा अमन से एक दम चिपकी हुई थी और अमन के लंड को धीरे-2 सहला रही थी थोड़ी देर में अमन के लंड में थोड़ा सा तनाव आया तो सीमा उठ कर बैठ गयी और अमन का शॉर्ट्स उसके घुटनो से नीचे कर दिया और अमन के सोए हुए लंड को मूणः में लेकर चूसना चालू कर दिया धीरे-2 अमन का लंड अकड़ कर तन गया अमन अपने दोनो हाथों से सीमा के सर को थामें अपनी गान्ड को हिला कर सीमा के मूँह को चोदने लगा सीमा के मूँह से पुतछ-2 की आवाज़ आने लगी अमन का लंड खड़ा होकर झटके खाने लगा सीमा ने लंड को बाहर निकाला और एक झटके में अपनी नाइटी को अपने गले से उतार कर बेड के नीचे फेंक दिया और बेड पर पीठ के बल लेट गयी अमन को अपने ऊपर खींच लिया और अपना हाथ नीचे ले जाकर अमन के लंड को पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर टिका दिया अमन अब तक जो सुस्त पड़ा हुआ था लंड चूत के छेद पर लगते ही अमन की कमर में जैसे जान आ गयी हो और उसने पूरी ताक़त के साथ लंड को चूत में पेल दिया 

सीमा:हइईए मआराआ डाला जालिमम्म्म क्या कर्र रहा हाई

अमन ने बिना कुछ बोले अपना लंड थोड़ा सा बाहर निकाला और फिर से पूरी ताक़त के साथ अंदर पेल दिया दो तीन तेज धक्कों के साथ अमन के लंड का सुपाडा सीमा की चूत में पूरा घुस गया और अमन ने झुक कर सीमा के होंठो को अपने होंठों मे ले लिया और चूसने लगा सीमा के हाथ अमन की पीठ को सहला रहे थे अमन धीरे-2 अपनी कमर को हिला-2 कर लंड चूत के अंदर बाहर कर रहा था और दोनो हाथों से सीमा की चुचियों को मसल रहा था सीमा सिसकारियाँ भरने लगी 

सीमा;अहह अमान्ंणणन् तुम्हें मालूम नहियिइ मैने तुम्हेन्ंणणन् कितना मिस किया है तुम्हरे बदन का अहसास में कभी भुला नही पे अहह अमान्ंणणन् और जोर्र्र्ररर से चोद अपनी रांड़ मौसी की भोसड़ी को अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईईईई ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमान्ंनणणन् मेरीईए चूत्त्त्त तरस गयी थी तुम्हारे लंड क्ीईए लिइईईई ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमान्ंनननणणन् 
सीमा भी पूरे जोश में आकर अपनी कमर हिला -2 कर अमन के लंड को अपनी चूत में पिलवा रही थी और अमन भी अपनी गान्ड को उठा उठा कर अपना लंड सीमा की चूत में धकेल रहा था अमन आनंद के सागर में गोते खा रहा था कोई 10 मिनट की चुदाई के बाद दोनो झड गये और हाँफने लगे अमन पलट कर सीमा की बगल में आकर लेट गया दोनो कुछ देर एक दूसरे की बाहों में समाए हुए एक दूसरे के होंठो को चूमते रहे फिर धीरे- 2 सीमा नींद के आगोश में समा गयी अब तक अमन जागा हुआ था उसे अब तक काफ़ी कुछ समझ में आ चुका था जब थोड़ी देर पहले उसने रीमा को चोदा था उसे उतना मज़ा नही आया था क्योंकि रीमा की चूत काफ़ी खुली हुई थी और रीमा की उम्र सीमा से 10 साल ज़्यादा थी अमन सोच रहा था कि अगर सीमा मौसी की चूत उसे इतना मज़ा दे रही है तो काजल की चूत अगर उसे मिल जाए तो मज़ा आ जाए अमन का हाथ काजल के बारें में सोचते हुए अपने लंड पर चला गया
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10-17-2018, 11:50 AM,
#34
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
अमन उठ कर बाथरूम के तरफ चल पड़ा अमन बाथरूम की तरफ बढ़ रहा था उसकी आँखें अभी भी ठीक से खुल नही रही थी शायदा सफ़र के कारण थकान ज़यादा हो गयी थी बाथरूम का दरवाजा थोड़ा सा खुला हुआ था अमन घर के आँगन में आगे बाथरूम की तरफ बढ़ रहा था अमन ने बाथरूम के पास पहुँच कर अपने शॉर्ट्स को चलते हुए थोड़ा सा नीचे करके अपना हाथ अंदर डाल कर अपना लंड बाहर निकाल लिया और एक हाथ से बाथरूम का दरवाजा खोला और अपना लंड हाथ में पकड़े हुए अंदर आ गया जैसे ही अमन अंदर हुआ उसने अपने एक हाथ से अपनी आँखों को मलना चालू कर दिया जिससे उसकी आँखें बंद हो गयी उसे पता नही था कि बाथरूम में अंदर भी कोई है बाथरूम में रीमा की बहू काजल मूत रही थी

अमन को अंदर देख वो एक दम से सकपका गयी अमन के अपने हाथ में लंड पकड़े देख काजल के दिल की धड़कने बढ़ गयी उसकी नज़र एक पल के लिए अमन के आधे खड़े लंड पर जा टिकी जो उस समय भी करीब 5 इंच लंबा था काजल पैरो के बल बैठी मूत रही थी उसकी साड़ी और पेटिकॉट उसकी कमर तक चढ़ा हुआ था ये सब इतनी तेज़ी में हुआ कि किसी को कुछ समझ में नही आया जैसे ही अमन को अंदर किसी के होने का अहसास हुआ अमन ने आँखें खोल कर देखा तो सामने काजल बैठी मूत रही थी एक बार दोनो की नज़रें मिली फिर अमन को अपनी हालत का पता चला और अमन तेज़ी से सॉरी बोलता हुआ बाहर आ गया उसने अपना लंड अंदर किया और बाहर खड़ा हो कर वेट करने लगा थोड़ी देर बाद काजल बाथरूम से बाहर आई अमन उसे देख रहा था काजल ने अपने नज़रें नीचे कर रखी थी जब काजल अमन के पास से गुज़री तो अमन ने उसे फिर से उसे सॉरी बोला

अमन:सॉरी मुझे पता नही था कि आप अंदर है और दरवाजा भी खुला था 

काजल बिना कुछ बोले सर झुकाए खड़ी रही उसके होंठो पर मुस्कान थी जिसे अमन सॉफ देख रहा था और वो बिना कुछ बोले शर्मा कर चली गयी अमन बाथरूम में घुस गया और फ्रेश होकर उस रूम में वापिस आ गया जहाँ वो सोया था और वहाँ आकर अमन सोफे पर बैठ गया काजल चाइ और कुछ स्नॅक्स लेकर अमन के रूम में आई उसने सर पर पल्लू ओढ़ रखा था उसने ट्रे को टेबल पर रखा उसके होंठो पर अब भी मुस्कान थी पर वो सर झुकाए हुए थी और वो अमन की तरफ देख नही रही थी काजल प्लेट रख कर वापिस जाने लगी

अमन:सुनिए

काजल:जी

अमन:जी वो सब ग़लती से हो गया में उसके लिए शिमिंदा हूँ आप मुझसे नाराज़ तो नही है 

काजल ने ना में सर को हिला दिया अमन ने राहत के साँस ली 

अमन:आप किसी को बताएँगी तो नही 

काजल ने फिर से ना में सर हिला दिया और मुस्कराते हुए बाहर चली गयी अमन सोफे पर बैठ गया और चाइ पीने लगा थोड़ी देर बाद सीमा भी अमन के रूम में आ गयी अमन चाइ पी चुका था सीमा ने एक हलकी सी येल्लो कलर की साड़ी पहनी हुई थी अमन बेड पर बेड की सीट से सर सटा कर बैठा हुआ था सीमा अमन के पास आकर बेड पर बैठ गयी और झुक कर अमन के फेस को अपने हाथों में पकड़ कर अमन के होंठो पर होंठ रख दिए अमन ने अपने होंठो को हटाते हुए कहा

अमन:क्या कर रही हो मौसी दरवाजा खुला है कोई अंदर आ जाएगा 

सीमा:तुम क्यों फिकर कर रहे हो कोई नही आए गा

अमन:पर मौसी 

सीमा: में हूँ ना कुछ नही होगा 

और सीमा ने अमन के होंठो पर अपने होंठ लगा दिए अमन असहज महसूस कर रहा था सीमा ने अमन के शॉर्ट्स को दोनो तरफ से पकड़ कर नीचे कर दिया और अमन के लंड को मूँह में ले लिया और चूसने लगा अमन का दिल जोरों से धड़क रहा था उसे डर था की कोई अंदर ना आजाए 

अमन:प्लीज़ मौसी अगर कोई अंदर आ गया तो 

सीमा; लंड को बाहर निकालते हुए) कोई नही आए गा में कह रही हूँ ना 
और सीमा ने फिर से अमन के लंड को चूसना चालू कर दिया अमन का लंड भी खड़ा होने लगा सीमा का मुँह तेज़ी से अमन के लंड पर चल रहा था कुछ ही देर में अमन का लंड एक दम तन कर खड़ा हो गया सीमा बेड पर चढ़ गयी और अपनी साड़ी को अपनी कमर तक ऊपर कर दिया सीमा की झान्टे फिर से बड़ी हो चुकी थी सीमा की झान्टो भरी चूत में से उसकी काली चूत की फाँकें देख अमन का लंड झटके खाने लगा सीमा दोनो घुटनो के बल अमन के दोनो तरफ पैर करके बैठ गयी और अपने एक हाथ से अमन के लंड को पकड़ अपनी चूत के छेद पर टिका दिया और धीरे लंड पर बैठने लगी लंड सीमा की चूत की दीवारों को फैलता हुआ अंदर घुस गया 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह जब से तुम गये वापिस अपने घर तभी से मेरी चूत तो तुम्हारे लंड के लिए तरस गयी थी और आज जाकर मेरी दहक्ति चूत को ठंडक मिली है अमन 
और सीमा अपनी कमर को ऊपर नीचे हिला-2 कर अमन के लंड से अपनी चूत को चुदवाने लगी अमन भी मस्त हो चुका था सीमा पूरे ज़ोर के साथ अपनी चूत को अमन के लंड पर पटक रही थी 

अमन:जल्दी करो दरवाजा खुला है कोई आ ना जाए

सीमा:तुम चिंता ना करो बस मेरी चूत में अपना लंड ऐसे ही पेलते रहो में कब से तरस रही थी तुम्हें यहाँ किसी से घबराने की ज़रूरत नही है 

और सीमा मस्ती में आकर अपनी गान्ड हिला रही थी लंड चूत के अंदर बाहर हो रहा था थप-2 की आवाज़ पूरे कमरे में गूँज रही थी तभी अचानक रीमा कमरे में आ जाती है अमन एक दम चोंक जाता है दोनो की नज़रें मिलती हैं और रीमा के होंठो पर कामुक मुस्कान आ जाती है और बिना कुछ बोले वापिस चली जाती है 

अमन:मौसी ओह्ह्ह रीमा आंटी ने सब देख लिया 

सीमा:देखने दो कोई बात नही मेने तुमसे कहा है ना किसी बात की फिकर ना करो ओह अमान्ंनणणन् में झड़ने वाली हूँ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई
और सीमा अमन के ऊपर गिर जाती है उसके होंठो पर मुस्कान फैल जाती है 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन तुम नही जानते में तुम्हारे बिना कितनी अधूरी थी ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आज्ज्जज्ज्ज कई दिनो बाद मेरे प्यास बुझी है अमन का लंड अभी सीमा की चूत में झटके खा रहा था

अमन:पर मौसी रीमा

और सीमा ने उसके होंठो पर अपनी एक उंगली रख कर चुप करा दिया

सीमा: वो कुछ नही बोले गी बस यूँ समझ लो उसके और मेरे बीच कुछ भी राज नही रहता तुमने मुझे जो खुशी दी आज में उसके बदले तुम्हें एक और नयी चूत का स्वाद चखाती हूँ तुम यूँ ही लेटे रहो में रीमा को भेजती हूँ 

अमन:नही मौसी में रीमा आंटी के सामने 

सीमा:चुप्प्प्प्प कुछ नही होगा उसकी चूत भी लंड लेने के लिए मचल रही है ज़रा उसकी चूत को भी मेरी खातिर शांत कर दो 
सीमा अमन के ऊपर से खड़ी हुई लंड पुत्च की आवाज़ से बाहर आ कर झटके खाने लगा सीमा ने अपनी साड़ी को ठीक किया और बाहर चली गयी

बाहर रीमा और उसकी बहू काजल रसोई के सामने चारपाई पर बैठ कर सब्जी काट रहे थे सीमा ने रीमा को इशारे से कमरे में जाने के लिए कहा और सीमा खुद काजल के पास आकर चारपाई पर बैठ गयी रीमा उठ कर पहले दूसरे रूम में जान बुझ कर गयी ताकि काजल को शक ना हो और फिर आँख बचा कर उस रूम से निकल अमन के रूम में चली गयी अमन अपने हाथों से अपने लंड को ढक कर बेड अध लेटी हालत में था रीमा अंदर आई उसके होंठो पर कामुक मुस्कान फैली हुई थी रीमा अंदर आकर अमन की कमर के पास बेड के किनारे पर बैठ गयी 

रीमा: में भी देखू चोदे का हथियार कितना बड़ा है सीमा बड़ा गुणगान कर रही थी तेरे लौडे का 

अमन:अमन जो देख और सुन रहा था उसे यकीन नही हो रहा था 

रीमा ने अपने दोनो हाथों से अमन के हाथों को हटा दिया हाथ हटते ही अमन का लंड झटके खा कर बाहर आ गया 

रीमा:चिखते हुए) हाई डाइईआ इतना बड़ा इतना बड़ा तो मैने आज तक नही देखा तभी सीमा का रूप में निखार आ गया 
रीमा की आँखों में अमन का 8 इंच का लंड देख कर चमक आ गयी लंड का गुलाबी सुपाडा सीमा की चूत के रस से भीग कर चमक रहा था रीमा ने अमन के लंड को जड से अपने हाथ में कस लिया 

रीमा:ये सच में बहुत तगड़ा लौडा है तेरा वाह और मेरी कलाई जितना तो मोटा होगा ही
रीमा ने झुक कर अमन के लंड के सुपाडे को मुँह में ले लिया और सुपाडे को चूसने लगी 

रीमा: अमन के लंड के सुपाडे को अपनी जीभ से चाट कर) इसमे से तो सीमा की चूत के रस का स्वाद आ रहा है 

रीमा :झुक कर अमन के लंड को मूँह में लेकर चूसने लगी उसकी जीभ का दबाव अमन के लंड के सुपाडे पर बढ़ता जा रहा था अमन से बर्दास्त करना मुस्किल हो रहा था 

अमन:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आंटी मेरा पानी छूटने वाला हाीइ 

रीमा ने लंड को मूँह से बाहर निकाल कर तेज़ी से अपनी कलाई को ऊपर नीचे हिलाना चालू कर दिया लंड से वीर्य की धार छूट पड़ी और सीधा जाकर रीमा के ब्लाउस के ऊपर उसकी चुचियों पर पड़ने लगी अमन आज कई दिन बाद झडा था एक के बाद एक कई पिचकारियाँ अमन के लंड से छूटी और रीमा की चुचियों का ऊपरी भाग अमन के वीर्य से सन गया रीमा के होंठो पर मुस्कान फैल गई 

अमन:सॉरी आंटी आपका ब्लाउस गंदा हो गया 

रीमा:मुस्कराते हुए) कोई बात नही 

रीमा ने रूम में पड़ी अलमारी से एक पुराना कपड़ा निकाला और अपनी चुचियों और ब्लाउस पर गिरे बीर्य को सॉफ किया अमन ने अपने रुमाल से अपने लंड को सॉफ किया और शॉर्ट्स ऊपर खींच लिया रीमा अपने ब्लाउस और चुचियों को सॉफ करके मुस्कुराती हुई बाहर निकल गयी सीमा ने रीमा की तरफ देखा दोनो के होंठो पर नटखट मुस्कान थी रीमा ने सीमा को इशारे से दूसरे कमरे में आने को कहा 

सीमा: काजल में अभी आती हूँ 

और सीमा उठ कर रूम में आ गयी 

सीमा:क्या हुआ दीदी 

रीमा:तू सच कह रही थी छोरे के लंड में दम तो है बार रे इस उम्र में इतना बड़ा लंड तू तो बड़ी छुपी रुस्तम निकली ज़रा भी भनक नही लगाने दी जब उसके लंड से पानी छूटा तो मेरा सारा ब्लाउस भीग गया आज तक मैने जितने भी मर्दों के लंड को निचोड़ा किसी के लंड में से इतना गाढ़ा और ज़्यादा पानी नही निकला

सीमा: तो सही कहा था ना मैने

रीमा: सीमा मेरे दिमाग़ में एक बात आ रही है 

सीमा:बोलो क्या बात है यार अगर ये छोरा किसी तरह से मेरी बहू को चोद कर उसकी बच्चेदानी को अपने वीर्य से भर दे तो उसका पेट भी ठहर जाए मेरी तो मुस्किल हल जाएगी लोगो की रोज रोज के तानों से तो बचूंगी

सीमा:वो तो में अमन को समझा दूँगी पर क्या काजल राज़ी हो गी 

रीमा:मुकरते हुए) कोशिश करके देखते है फिलहाल आज तो अपनी चूतो के प्यास बुझा लें बाद में सोचते है 
और दोनो हँसने लगती हैं 
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10-17-2018, 11:50 AM,
#35
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
जब सीमा अमन के रूम में गयी तो अमन उसे बड़ी हैरानी से देख रहा था सीमा ने उसे मुस्कुराते हुए पूछा क्यों कैसा लगा अमन कुछ नही बोल पाया 

सीमा; अब जब तक हम दोनो यहाँ है खूब चुदाई का मज़ा लेंगे

अमन:पर रीमा आंटी

सीमा:तुम उसकी फिकर ना करो तुम बस उसकी चूत की खुजली को शांत करते रहे 

रात ढल चुकी थी रीमा का बेटा विजय घर आ चुका था खाना तैयार था काजल ने उसे खाना परोस दिया सभी लोग बैठ कर खाना खा रहे थे और इधर उधर के बातें कर रहे थे कुछ देर बाद विजय अपने साथ रात के लिए खाना लेकर चला गया गाओं में सब लोग जल्दी सो जातें हैं इसलिए गाओं में जल्दी ही सन्नाटा पसर गया सीमा और रीमा एक रूम में बैठ कर बातें कर रही थी 

सीमा:दीदी तो फिर क्या इरादा है 

रीमा:तुम और अमन आज एक ही रूम में सो जाओ अगर में तुम्हारे साथ सोई तो काजल को बुरा ना लगे वैसे भी वो अकेली नही सोती पर एक बार उसका लंड मेरी चूत लेने के लिए मचल रही है दोपहर को तो मैने उसका लंड चूस करके उसका पानी निचोड़ लिया था पर चूत की आग शांत नही हुई 

सीमा:काजल कहाँ है 

मीना:अपने कमरे में है 

सीमा:में ऐसा करती हूँ कि पहले अमन को जाकर सब समझाती हूँ बाद में तुम अमन के रूम में चली जाना में काजल के पास जा कर उसे बातों में लगाए रखूँगी

रीमा:ठीक है 

सीमा उठ कर अमन के रूम में गयी अमन बेड पर लेटा हुआ था सीमा उसके पास जाकर बैठ गयी और झुक कर उसके होंठो को किस करते हुए बोली

सीमा: देखो अमन थोड़ी देर में रीमा दीदी आ रही हैं में चाहती हूँ कि आज तुम उसकी चूत की धज्जियाँ उड़ा दो में काजल के रूम में जाकर उसे बातों में उलझा कर रखती हूँ घबराना नही 

अमन: जिसकी गुरु आप हो मौसी वो कैसे घबरा सकता है आप बेफिकर हो जाओ 

अमन और सीमा दोनो मुस्कुराने लगे सीमा उठ कर काजल के रूम में चली गयी रीमा दूसरे रूम के डोर पर खड़ी सीमा को काजल के रूम में जाते देख रही थी जैसे ही सीमा काजल के रूम में घुसी रीमा रूम से बाहर आकर अमन के रूम में आ गयी अमन बेड पर उठ कर बैठ चुका था रीमा ने उस समय वाइट कलर का ब्लाउस और पेटिकोट पहन रखा था साड़ी उसने पहलव ही उतार रखी थी रीमा अंदर आई और दरवाजे पर खड़े हो कर अमन को देखने लगी अमन ने अपनी टी-शर्ट पहले से उतार रखी थी जिस्म पर सिर्फ़ एक शॉर्ट्स था अमन बेड से खड़ा हुआ और अपना शॉर्ट्स खींच कर घुटनो से नीचे कर लिया

अमन का 8 इंच का लौडा रीमा की आँखों के सामने फनफना रहा था रीमा की आँखों में चमक आ गयी रीमा तेज़ी से अमन की तरफ बढ़ी और अमन के पास आकर घुटनों बल नीचे बैठ गयी और अमन के लंड को हाथ में जड से पकड़ लिया और हिलाने लगी उसने अमन के लंड के सुपाडे पर चमड़ी पीछे की और गुलाबी सुपाडे देख कर रीमा की आँखों में चमक आ गयी रीमा ने बिना कुछ बोले पहले अपनी जीभ को बाहर निकाला और सुपाडे पर पेशाब वाले छेद पर लगा दिया और धीरे -2 अपने जीभ से कुरेदने लगी अमन की गान्ड झटके खाने लगी अमन ने आहह के साथ रीमा के सर को अपने दोनो हाथों से पकड़ लिया रीमा ने अपनी जीभ से अमन के लंड के सुपाडे को चाटना चालू कर दिया अमन की मस्ती का कोई ठिकाना नही था अमन रीमा के सर को दोनो हाथों से पकड़ कर अपनी आँखें बंद किए अपनी गान्ड को धीरे-2 हिलाने लगा रीमा अमन के लंड के सुपाडे को चाट चाट कर सॉफ कर रही थी फिर थोड़ी देर बाद रीमा ने अमन के लंड को एक साइड में करके अपने दोनो होंठो के बीच अमन के लंड को एक साइड अपने दोनो होंठो के बीच में ले लिया और अपने दोनो होंठो को अमन के लंड के शुरू से जड तक रगड़ने लगी अमन के बदन का सारा खून उसके लंड की नसों में इकट्ठा होने लगा रीमा लगातार अपने होंठो को अमन के लंड के आगे से जड तक रगड़ कर चाट रही थी और अपने दूसरे हाथ से अमन के आंडो को सहला रही थी रीमा को महसूस हो रहा था कि अमन के आंडो की थैलियाँ वीर्य से भर कर अकड़ने लगी हैं रीमा ने झुक कर अमन के आंडों को चाटना चालू कर दिया और पूरा मूँह खोल कर उसके आंडों को मूँह में लेकर चूसना चालू कर दिया अमन मस्ती में अपनी आँखें बंद किए लंड चुस्वाई का मज़ा ले रहा था रीमा ने फिर अमन के लंड के सुपाडे को मूँह में लेकर चूसना चालू कर दिया और अमन के लंड का सुपाडा रीमा के मूँह के अंदर बाहर होने लगा लंड मूँह में पुतछ-2 की आवाज़ से अंदर बाहर होने लगा 

रीमा तेज़ी से अपना सर हिला-2 कर अमन का लंड चूस रही थी रीमा एक झटके के साथ खड़ी हो गयी 
रीमा:अब बहुत हो गया चोदे चल जल्दी से अपना लौडा मेरी भोसड़ी में घुस कर मेरे भोसड़ी के खुजली को मिटा दी 
रीमा उठ कर सोफे के पास गये और अपने पेटिकॉट को अपनी गान्ड से ऊपर चढ़ा कर दोनो घुटनो को सोफे पर रख कर आगे की तरफ झुक डॉगी स्टाइल में आ गयी 

वउूओ क्या मस्त गान्ड है अमन सोचने लगा इतनी बड़ी गान्ड तो सीमा मौसी की भी नही रीमा दोनो जाँघो को फैला कर सोफे पर घुटनो को टिका कर झुकी हुई थी उसकी झान्टो से भरी चूत उसकी झान्टो में छुपी हुई थी रीमा की घूंघुराली झान्टो में उसकी चूत छुपी हुई थी रीमा ने अपना एक हाथ दोनो नीचे ले जाकर अपने दोनो जाँघो के बीच से गुजर कर पानी चूत की फांकों पर रख कर अपनी चूत की फांकों को उंगलियों से खोल दिया रीमा की गुलाबी चूत अमन की आँखों के सामने था 
रीमा:क्या देख रहा है चल्ल्ल्ल्ल्ल आज्ज्जा औरर्र मेरी चूत में अपना लौडा डाल दे जल्दी कर

अमन अपना लंड हाथ में थामें रीमा के पीछे आकर खड़ा हो गया और अपने लंड के सुपाडे को रीमा की चूत के छेद पर टिका दिया रीमा के बदन में बिजली कोंध गयी

रीमा:अपनी चूत के छेद पर लंड का सुपाडा लगते ही) अहह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई पहले थोड़ा सा अपने सुपाडे पर थूक लगा लीयी अह्ह्ह्ह्ह्ह

अमन ने अपने लंड पे ढेर सारा थूक लगा लिया और फिर से रीमा की झान्टो भरी चूत के छेद पर लंड के सुपाडे को टिका दिया और धीरे -2 अपना लंड अंदर करने लगा 

रीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आईसीईए नहियीईईई हरमिीईईई ज़ोर से धक्का माअर 

अमन रीमा से ये सब सुन कर अपना आपा खो बैठा और रीमा की गान्ड को दोनो हाथों से थाम कर अपनी पूरी ताक़त से अपनी कमर को हिलाया और लंड एक ही बार में रीमा की चूत की फांकों को फैलाता हुआ जड तक रीमा की चूत में जा घुसा

रीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मररर्र्र्ररर गइईईईईईईई सलीईई इतनीईई भीए जोर्र्र से नहिी कहा थाआआ

अमन ने रीमा की गान्ड को दोनो हाथों में पकड़ लिया और बिना रुके ताबड तोड़ धक्के लगाने चालू कर दिए रीमा का पूरा बदन हिलगया 

रीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह धीरीईईईई ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अहह बहू सुन्न्ञनणणन् लीईए गीईई अहह मरररर गाईईईईई

पूरे कमरे में थप-2 की आवाज़ गूंजने लगी थोड़ी देर बाद रीमा की सालों के बाद चुद रही चूत भी अमन के लंड के हिसाब से फैल गयी और लंड धना धन अंदर बाहर होने लगा लंड का सुपाडा सीधा जाकर रीमा की बच्चेदानी पर चोट कर रहा था रीमा भी पूरी तरह मस्त हो कर अपनी चूत चुदवा रही थी 

रीमा:अहह ओह मजाआ एयेए गायाअ तू तो बहुत अच्छा चोद्ता हाईईईई रीईई आअज पहली बार किसी नीईए मेरी चूत की दीवारों को हिला कर रख दिया है 
अहह मररर्र्ररर गइईईई ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और जोर्र्र्र्र्र्र्ररर से सलीईईईई बढ़ावीईईईई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 
अमन भी पूरी तरह जोश में आ चुका था 

अमन:लीई सलिइीइ और्र लीई आज्ज्जज्ज्ज्ज तेरी चूत्त्त्त को सूजा ना दिया तो मेरा नाम भी अमन नही 

रीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह फद्द्द्द्द्दद्ड दीए मेरीए चूत्त्त्त्त अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

अब दोनो इतने गरम हो चुके थे कि दोनो की आहहें कमरे में गूँज रही थी 

रीमा:अह्ह्ह मेरा पानी छूटने वाला हाईईईईईई अहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
और रीमा शांत पड़ गयी अमन भी उसकी चूत को अपने पानी से भीगोने लगा थोड़ी देर बाद अमन ने अपना लंड रीमा की चूत से निकाला और रीमा की चूत को दोनो हाथों से फैला कर देखा रीमा की झान्टो से भरी चूत अमन के वीर्य से सन चुकी थी रीमा सोफे पर झुकी हाँफ रही थी 

रीमा:वाहह रे छोरे तूने तो कमाल कर दिया इस बूढी की चूत से भी पानी निकाल दिया मज़ा आ गया 

रीमा सोफे से खड़ी हुई और अपनी गान्ड पे अटके पेटिकोट को ठीक किया और अमन की तरफ देख कर मुस्करा कर बाहर चली गयी और दूसरे रूम में आ गयी जहाँ सीमा और काजल बैठी बातें कर रही थी रीमा की चूत से अमन का पानी बह कर उसकी जाँघो तक फैल चुका था 

रीमा:भाभी तुम ज़रा मेरे साथ दूसरे कमरे में चलना में तुम्हारे सोने का इंतज़ाम कर देती हूँ 

सीमा उठ कर रीमा के पीछे दूसरे रूम में चली गयी रूम के अंदर जाकर रीमा ने सीमा की तरफ देखा दोनो के होंठो पर कामुक मुस्कान थी 

सीमा:कैसे लगा दीदी 

रीमा: बस पूछ ना चोदे ने दिल और चूत दोनो लूट लिए मज़ा आ गया ये देख 

रीमा ने अपना पेटिकोट को अपनी कमर तक चढ़ा लिया रीमा की झान्टो भरी चूत और मोटी जांघे सीमा की आँखों के सामने थी अमन के लंड का काम रस रीमा की चूत से बह कर उसकी जाँघो तक फैला हुआ था रीमा की चूत की झान्टे अमन के वीर्य से सनी हुई थी उसकी चूत की फाँकें अभी फैली हुई थी

रीमा:तू सच कह रही थी चोदे के लंड में दम तो बहुत है बस मेरा एक काम कर दे मेआइं सारी उम्र तेरा अहसान नही भूलूंगी 

सीमा:इसमे एहसान की क्या बात है तुम बात तो करो

रीमा; बस मेरी बहू की बच्चेदानी को बबलू के वीर्य से भरवा दे बस उसका पेट ठहर जाए तो वो भी बच्चे के कारण यहाँ टिकी रहेगी नही तो ऐसा लगता हैं कहीं वो मेरे बेटे विजय को छोड़ कर चली ना जाए


सीमा:कुछ देर सोचने के बाद ) लेकिन क्या काजल मान जाएगी मुझे नही लगता वो हमारे कहने पर मानेगी

रीमा; हां यही तो बात है और में खुद तो उसे बोल नही सकती 

सीमा:चल छोड़ो दीदी कल सुबह सोचेंगे

और सीमा अमन जिस रूम में था वहाँ सोने चली गयी सीमा ने एक पतली सी वाइट कलर की लोंग नाइटी पहनी हुई थी सीमा अंदर आकर डोर लॉक करने लगी अमन सीमा को देख रहा था पतली वाइट नाइटी मे से सीमा की गान्ड सॉफ दिखाई दे रही थी उसने नाइटी के नीचे कुछ नही पहना हुआ था सीमा डोर लॉक करके बेड पर आकर अमन की तरफ करवट लेकर लेट गयी और अमन से चिपक गयी अमन ने अपना एक हाथ सीमा की कमर में रख दिया अमन ने अपनी आँखें बंद कर रखी थी सीमा ने अपना एक हाथ नीचे ले जाकर उसके शॉर्ट्स के अंदर डाल दिया और उसके सिकुडे हुए लंड को हाथ में लेकर सहलाने लगी 

सीमा:लगता है आज्ज्जज मेरा राजा काफ़ी थक गया काफ़ी मेहनत जो की है आज्ज्जज्ज

अमन हां मौसी में बहुत थक गया हूँ 

सीमा अमन से एक दम चिपकी हुई थी और अमन के लंड को धीरे-2 सहला रही थी थोड़ी देर में अमन के लंड में थोड़ा सा तनाव आया तो सीमा उठ कर बैठ गयी और अमन का शॉर्ट्स उसके घुटनो से नीचे कर दिया और अमन के सोए हुए लंड को मूणः में लेकर चूसना चालू कर दिया धीरे-2 अमन का लंड अकड़ कर तन गया अमन अपने दोनो हाथों से सीमा के सर को थामें अपनी गान्ड को हिला कर सीमा के मूँह को चोदने लगा सीमा के मूँह से पुतछ-2 की आवाज़ आने लगी अमन का लंड खड़ा होकर झटके खाने लगा सीमा ने लंड को बाहर निकाला और एक झटके में अपनी नाइटी को अपने गले से उतार कर बेड के नीचे फेंक दिया और बेड पर पीठ के बल लेट गयी अमन को अपने ऊपर खींच लिया और अपना हाथ नीचे ले जाकर अमन के लंड को पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर टिका दिया अमन अब तक जो सुस्त पड़ा हुआ था लंड चूत के छेद पर लगते ही अमन की कमर में जैसे जान आ गयी हो और उसने पूरी ताक़त के साथ लंड को चूत में पेल दिया 

सीमा:हइईए मआराआ डाला जालिमम्म्म क्या कर्र रहा हाई

अमन ने बिना कुछ बोले अपना लंड थोड़ा सा बाहर निकाला और फिर से पूरी ताक़त के साथ अंदर पेल दिया दो तीन तेज धक्कों के साथ अमन के लंड का सुपाडा सीमा की चूत में पूरा घुस गया और अमन ने झुक कर सीमा के होंठो को अपने होंठों मे ले लिया और चूसने लगा सीमा के हाथ अमन की पीठ को सहला रहे थे अमन धीरे-2 अपनी कमर को हिला-2 कर लंड चूत के अंदर बाहर कर रहा था और दोनो हाथों से सीमा की चुचियों को मसल रहा था सीमा सिसकारियाँ भरने लगी 

सीमा;अहह अमान्ंणणन् तुम्हें मालूम नहियिइ मैने तुम्हेन्ंणणन् कितना मिस किया है तुम्हरे बदन का अहसास में कभी भुला नही पे अहह अमान्ंणणन् और जोर्र्र्ररर से चोद अपनी रांड़ मौसी की भोसड़ी को अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईईईई ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमान्ंनणणन् मेरीईए चूत्त्त्त तरस गयी थी तुम्हारे लंड क्ीईए लिइईईई ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमान्ंनननणणन् 
सीमा भी पूरे जोश में आकर अपनी कमर हिला -2 कर अमन के लंड को अपनी चूत में पिलवा रही थी और अमन भी अपनी गान्ड को उठा उठा कर अपना लंड सीमा की चूत में धकेल रहा था अमन आनंद के सागर में गोते खा रहा था कोई 10 मिनट की चुदाई के बाद दोनो झड गये और हाँफने लगे अमन पलट कर सीमा की बगल में आकर लेट गया दोनो कुछ देर एक दूसरे की बाहों में समाए हुए एक दूसरे के होंठो को चूमते रहे फिर धीरे- 2 सीमा नींद के आगोश में समा गयी अब तक अमन जागा हुआ था उसे अब तक काफ़ी कुछ समझ में आ चुका था जब थोड़ी देर पहले उसने रीमा को चोदा था उसे उतना मज़ा नही आया था क्योंकि रीमा की चूत काफ़ी खुली हुई थी और रीमा की उम्र सीमा से 10 साल ज़्यादा थी अमन सोच रहा था कि अगर सीमा मौसी की चूत उसे इतना मज़ा दे रही है तो काजल की चूत अगर उसे मिल जाए तो मज़ा आ जाए अमन का हाथ काजल के बारें में सोचते हुए अपने लंड पर चला गया
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10-17-2018, 11:50 AM,
#36
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
अमन का हाथ काजल के बारें में सोचते हुए अपने लंड पर चला गया और वो अपने लंड को धीरे -2 सहलाने लगा अमन के दिमाग़ में काजल का छरहरा बदन घूम रहा उसकी अति उन्नत चुचियाँ जो कि ब्लाउस में एक दम तनी हुई थी ब्लाउस में से ही उसकी चुचियों का उठाव सॉफ देखा जा सकता था पतली नाइटी से चिकनी कमर और पेट 5.6 इंच हाइट जो कि बिल्कुल अमन के बराबर थी हल्का साँवला रंग उसकी सुंदरता को और बढ़ा रहा था वो नाभि से नीचे बँधी हुई साड़ी अमन के होश उड़ा चुकी थी अमन का लंड ये सब सोच कर एक दम तन चुका था आज उसका लंड में तनाव इतना ज़्यादा था कि अमन का लंड छत को सलामी दे रहा था अमन को पेशाब आने लगा अमन उठ कर बैठ गया और शॉर्ट्स पहन कर बाहर आ गया सीमा गहरी नींद में सो रही थी अमन रूम से बाहर आकर बाथरूम की तरफ बढ़ने लगा घर की सभी लाइट बंद थी बस बाथरूम में 0 वॉट का बल्ब जल रहा था अमन बाथरूम में घुस गया और अपना शॉर्ट्स को घुटनों तक नीचे उतार दिया और मूतने लगा मूतने के बाद उसका हाथ अपने खड़े हुए लंड पर आ गया और वो धीरे -2 अपने लंड को हिलाने लगा काजल की कल्पना करते हुए उसकी आँखें बंद हो गयी अमन का हाथ तेज़ी से उसके लंड पर चल रहा था उधर काजल जो अभी सोई नही थी उसे भी तेज पेशाब लगा हुआ था वो उठ कर बाहर आ गयी जैसे ही बाथरूम के पास आई तो उसे अंदर से कुछ आहह अहह के आवाज़ सुनाई दी काजल जानती थी ये आवाज़ लड़के की है और अमन की ही है क्यों कि घर में और कोई मर्द नही था उसके पाँव वहीं थम गये अमन की कामुक आवाज़ सुन कर उसका दिल जोरों से धड़कने लगा उसके पाँव काँपने लगे वो वापिस पलट कर जाने लगी लेकिन ना जाने क्यों वापिस जाने के लिए उसके कदम उठने की बजाए वो बाथरूम की तरफ धीरे-2 बढ़ने लगी बाथरूम का डोर थोड़ा सा खुला था काजल धड़कते दिल के साथ बाथरूम के डोर की तरफ बढ़ रही थी


नज़ाने क्यों उसको अपनी चूत में खलबली महसूस होने लगती है काजल काँपते हुए कदमों के साथ बाथरूम के डोर तक पहुँचती है और धीरे डोर के अंदर झाँक कर देखती है अंदर का नज़ारा देख कर काजल का दिल धड़कना भूल जाता है उसकी साँसें जैसे थम जाती है हाथ पैर उतेजना में काँपने लगते हैं और खड़ी-2 उसकी जांघे खुद ब खुद आपस में सटा कर अपनी चूत को बीच में दबा लेती हैं काजल की नाज़ुक टाइट चूत में संकुचन होने लगता है अंदर अमन खड़ा खड़ा अपनी आँखें बंद किए अपने लंड को हाथ से तेज़ी से हिला रहा था पिछली बार काजल शर्म के मारे उसका लंड ठीक से नही देख पायी थी पर आज उसकी नज़र अमन के बालिश्ट मोटे और 8 इंच लंबे लंड पर गढ़ गयी उसका चूत में चुलबुलाहट होने लगी आज तक काजल ने सिर्फ़ अपने पति विजय के लंड को देखा था जो सिर्फ़ 4.5 इंच लंबा और बहुत पतला सा था और विजय के लंड में तनाव भी कम ही आता था आज पूरी तरह से विकिसित मोटे और तने हुए लंड को देख कर काजल गरम होने लगती हैं काजल बाथरूम के डोर को पकड़ कर खड़ी अमन के लंड को देख रही थी अचानक बाथरूम का डोर थोड़ा आगे की तरफ खिसक जाता है और काजल की चूड़ीयाँ खनखने लगती है काजल जल्दी से वापिस मूड कर कमरे की तरफ जाने लगी अमन को जैसे ही आहत सुनाई दी वो एक दम चोंक गया और जल्दी से अपना शॉर्ट्स ऊपर खींच कर अपना लंड अंदर किया और बाथरूम से बाहर आ गया बाहर आकर उसने देखा काजल अपने रूम की तरफ जा रही थी उसकी पीठ अमन की तरफ थी काजल अपने रूम में चली जाती है

उसकी पीठ अमन की तरफ थी काजल अपने रूम में चली जाती है

अमन:अर्रे ये क्या हो गया फिर से उसने देख लिया 
और अपना सर हिलाता हुआ अपने रूम के तरफ चल पड़ा अमन का लंड अभी भी शॉर्ट्स में तना हुआ था अमन अपने रूम में आ जाता है अंदर सीमा बेड पर पेट के बल लेटी सो रही थी अमन ने रूम का डोर लॉक किया और बेड के पास आकर अपना शॉर्ट्स उतार कर बेड पर फेंक दिया सीमा जो कि पेट के बल लेटी हुई थी उसकी गान्ड ऊपर की तरफ थी सीमा बिना नाइटी पहने ही सोई हुई थी अमन सीमा के पास आकर बैठ गया और सीमा की मखमली पीठ और गोरे मोटे-2 चुतड़ों को देख अमन का लंड एक बार फिर से झटके मारने लगा अमन बेड पर चढ़ कर सीमा के ऊपर आ गया और अपने पैरों को सीमा की जाँघो के दोनो तरफ करके सीमा के ऊपर झुक गया और अपने लंड को हाथ में पकड़ कर सीमा की गान्ड की दरार में रगड़ने लगा और अपने लंड के सुपाडे से सीमा की गान्ड के छेद को टिटोलने लगा जैसे ही अमन के लंड के सुपाडे को सीमा की गान्ड के छेद का अहसास हुआ अमन ने अपने लंड के सुपाडे को सीमा की गान्ड के छेद पर टिका दिया सीमा नींद में कस्मसाइ और अपने बदन पर अमन का वजन महसूस करके उठ गयी पर उसकी आँखें अभी नही खुली थी अपनी आँखें बंद किए सीमा बोली

सीमा होंठो पर मुस्कान लाते हुए) क्या हुआ नींद नही आ रही 

अमन ने सीमा की बात का जवाब नही दिया और झुक कर उसके गालों और कानो को होंठो में लेकर चूसने लगा सीमा जो कि उल्टी लेटी हुई थी उसने अपने फेस को घुमाया और अपने होंठो को अमन के होंठो से मिला दिया कुछ देर किस करने के बाद अब सीमा जो पूरी तरह जाग चुकी थी उसे अपनी गान्ड के छेद पर अमन के लंड का गरम सुपाडा महसूस हुआ और वो एक दम सिहर गयी उसका पूरा बदन ऐंठ गया अमन ने अपने हाथों को सीमा के हाथो पर रखा हुआ था सीमा ने अमन के हाथों को कस के भींच लिया 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उन्घ्ह्ह्ह अमन्न्न क्या कर रहीईए हो मुझे नींद आ रही है सोने दो नाअ
पर सीमा का बदन उसकी बातों का साथ नही दे रहा था अमन सीमा की गान्ड को अपने लंड पर दबाव बनाते हुए महसूस कर रहा था उसके दोनो चूतड़ कभी खुल रहे थे कभी आपस में सट कर अमन के लंड को बीच में भींच रहे थे 

सीमा:ओह अमान्ंणणन् में बहुत थक्क गइई हुन्न्ं 

अमन ने अपना एक हाथ नीचे ले जाकर अपने लंड को पकड़ कर सीमा की गान्ड के छेद पर रगड़ना चालू कर दिया मस्ती में आ कर सीमा ने अपनी जाँघो को फैला लिया और अपनी गान्ड को थोड़ा से ऊपर की ओर उठा लिया जैसे ही सीमा ने अपनी जाँघो को चौड़ा किया अमन ने लंड को पकड़ कर सीमा की चूत के छेद पर टिका दिया और अपनी कमर को आगे की तरफ करने लगा लंड का सुपाडा सीमा की चूत की फांकों को फैलाता हुआ अंदर घुस गया सीमा ने अमन के हाथों को और कस के भींच लिया और उसकी कलाई पर अपने होंठो को रगड़ना चालू कर दिया सीमा ने अपनी कमर को अंदर की तरफ मोड़ कर अपनी गान्ड को और उठा लिया जिससे सीमा की चूत और ऊपर की तरफ हो गयी अमन ने फिर से अपनी कमर को धकेला इस बार अमन का आधे से ज़्यादा लंड अंदर चला गया 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और सीमा ने अपने दाँतों से अपने होंठो को काटने लगी 

अमन ने भी मस्ती में आकर अपनी कमर को हिलाना चालू कर दिया लंड चूत के अंदर बाहर होने लगा अब सीमा की चूत में पूरा लंड अंदर बाहर हो रहा था और अमन के लंड का सुपाडा सीमा की बच्चेदानी पर जाकर ठोकर मारने लगा 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह ओहजहह अमर धीरे अहह सीईईईईईईईईईईईईईई धीरे कार्रररर नाअ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 
पर सीमा खुद अपनी गान्ड को ऊपर की तरफ़ तेज़ी से उछाल रही थी सीमा की चूत जो अब तक सुखी थी उसमे पानी आने लगा लंड फिसलता हुआ अंदर बाहर होने लगा जब अमन की जाँघो की पुश्थे सीमा की गान्ड पर टकराती तो पूरे कमरे में थेप-2 की आवाज़ गूंजने लगती सीमा को अपनी गान्ड पर अमन की जाँघो की थप और कामुक बना रही थी सीमा अपनी आँखों बंद किए अमन के लंड को अपनी चूत की गहराइयों में महसूस करके मचल रही थी अमन ने अपना लंड सीमा की चूत से निकाला वो चोद तो सीमा को रहा था पर दिमाग़ पर काजल छाई हुई थी अमन ने सीमा को कंधों से पकड़ कर बेड पर खड़ा कर दिया और बेड के एक कोने में ले जाकर उसकी पीठ दीवार से सटा दी सीमा ने अमन को इतना जोश में कभी नही देखा था सीमा हैरत से अमन की तरफ देख रही थी अमन ने सीमा को अब दीवार के सहारे पीठ टिका कर खड़ी किया था अमन ने सीमा की एक टाँग को उठा कर अपनी कमर तक उँचा कर दिया और उसकी दोनो टाँगों के बीच आकर अपने लंड के सुपाडे को सीमा की चूत पर टिका दिया सीमा ने अमन को बाहों में कस लिया और सीमा की कमर झटके खाने लगी अमन ने अपना एक हाथ सीमा की गान्ड पर रख कर उसकी गान्ड को दोबच लिया और अपनी कमर को हिलाया लंड चूत की फांकों को फैलाता हुआ फिर से अंदर घुस गया अमन ने सीमा के दूसरी टाँग को जाँघ से पकड़ कर ऊपर उठाना चालू कर दिया सीमा को तब अहसास हुआ जब उसके दोनो पैर हवा में झूलने लगे सीमा ने गिरने से बचाने के लिए अपनी बाहों को अमन के गले में कंधों पर डाल कर कस लिया और अपनी टाँगों को अमन की कमर पे कस लिया लंड जड़ तक चूत में घुस गया था अमन ने सीमा की गान्ड को दोनो हाथों से पकड़ लिया और उसके चुतड़ों को मसल मसल कर दोनो तरफ फैलाने लगा 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह ध्यांन्न्न् सीईईई ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह क्याआआआ कर रहीईई हूऊ सीमा अमन की गोद में अपनी गान्ड को धीरे-2 ऊपर उछालने लगी सीमा को उसके पति ने कभी इस तरह उठा कर कभी नही चोदा था ये सीमा के लिए बिल्कुल नया अनुभव था सीमा मस्ती के सागर में गोते खा रही थी सीमा के होंठ अमन के कंधों को रगड़ रहे थे कभी सीमा अमन की गर्दन को चूमना चालू कर देती अमन ने अपने हाथों से सीमा की गान्ड को थामे गान्ड को ऊपर नीचे करने लगा लंड सीमा की चूत के अंदर बाहर होने लगा सीमा अमन से बिल्कुल चिपकी हुई थी जैसे कोई छोटा बच्चा अपनी माँ की छाती से चिपका हुआ हो 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमान्ंननननणणन् तूमम्म्ममम ये रोजजज्ज्ज्ज रोजजज्ज्ज्ज्ज्ज्ज नईई चुदाई क्ीई तर्क्ीईई कहाँ सीईई सीखह र्हाई हूऊऊ अमान्ंनननणणन् बहुत मज़ा आ रहा हाईईईईईई तेरे लंड का सुपाडा ओह सीधा मेरीईए बच्चे दानी के मूँह पर चोट कर रहा हाईईईईई अह्ह्ह्ह्ह ओह ओफफफफफफफ्फ़ 

सीमा भी अमन के कंधों के सहारे अपनी गान्ड को ऊपर की ओर लाकर नीचे पटकने लगी बेड चुन चुन की आवाज़ करने लगा 

सीमा:अहह अमन में झड़ने वाली हून्ंनणणन् आह ओह मेरा पानी निकलने वाला हाीइ ओह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईई 
और सीमा की चूत में दहक्ते हुए पानी के नदी निकल पड़ी जो अमन के लंड को और गीला करने लगी अब अमन भी थक चुका था अमन ने सीमा को नीचे उतारा और उसे एक ही पल में उल्टा कर दीवार के सहारे झुका दिया सीमा तेज़ी से हाँफ रही थी उसने अपनी हथेलियों को दीवार से टिका लिया और पीछे अपनी गान्ड बाहर की तरफ निकाल कर खड़ी हो गयी

अमन ने अपने घुटनो को थोड़ा सा मोड़ कर लंड को चूत के छेद पर टिका कर जोरदार धक्का मारा लंड पानी की वजह से फिसलता हुआ अंदर जा घुसा अमन ने सीमा के खुले हुए बालों को इकट्ठा करके एक हाथ में पकड़ कर थोड़ा सा खींचा जिससे सीमा की कमर गान्ड और पीठ के बीच में से नीचे की और हो गयी और गान्ड और ऊपर होने से सीमा की चूत बाहर की तरफ आ गयी अमन ने अपना एक हाथ सीमा की कमर को पकड़ कर धक्के लगाने चालू कर दिए अमन पागलों की तरह ताबड तोड़ धक्के लगा रहा था थप-2 फतच-2 और बेड के चरमराने की आवाज़ पूरे रूम में गूँज रही थी अमन सीमा की चूत को इतनी तेज़ी से पेल रहा था कि सीमा कुछ ही देर में फिर से गरम हो चुकी थी सीमा की सिसकारियाँ अब और उँची और तेज होती चली जा रही थी 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह हन्ंनणणन् आईसीए हीई चोदो अहह फाड़ दे अपनी मासी की चूत्त्त्त को अहह बहुत मज़ा आ रहााअ हाईईईई आज्ज्जज्ज्ज अपने लौडे क्ीई सारी गरमी निकाल दे मेरी भोसड़ी मेंन्न्न् अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 
सीमा ने अपना एक हाथ दीवार से हटा कर अपनी चुचि को पकड़ कर मसलना चालू कर दिया सीमा के पैर उसका साथ नही दे रहे थे कोई 6 मिनट की लगातार चुदाई के बाद सीमा दोबारा झड़ने के करीब थी

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमान्ंणणन् आज्ज्जज्ज्ज तो तुनीईई कमाल कर दिया हाईईईईई उन्घ्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह मजाआ आ गय्ाआ लीई तेरी मौसीई की चूत्त्त्त फिर्रर से अपना प्यारर का रस्स्स्सस्स छोड़ने वाली हाईईइ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 
और सीमा झड गई अब उसके लिए खड़ा रहना नमुनकीन था वो एक दम से नीचे बैठ गयी उसकी जांघे मूडी हुई थी अमन ने सीमा को कंधों से पकड़ कर बेड पर पटक दिया और खड़े-2 सीमा की टाँगों को पकड़ कर पूरी तरह फैला दिया अमन खड़ा हुआ था सीमा अब पीठ के बल बेड पर लेटी हुई थी अमन का लंड अभी भी एक दम तन कर झटके खा रहा था सीमा की चूत उसके गाढ़े पानी से सनी हुई थी उसकी चूत के होंठ बार-2 सिकुड और फैल रहे थे और चूत के छेद से पानी बाहर निकल रहा था जो सीमा की गान्ड के छेद तक जा रहा था अमन अपने पंजों के बल बैठ गया और अपने लंड को हाथ मे थाम कर सीमा की चूत के छेद पर रगड़ने लगा सीमा तेज़ी से हाँफ रही थी दो बार झड़ने के बाद वो एक दम थक चुकी थी

सीमा अमन का रूप देखार बहुत हैरान थी जो अमन आज तक उससे शरम करता था उसने आज सीमा की चूत की दीवारों को हिला कर रख दिया था अमन ने लंड के सुपाडे को चूत के छेद पर टिका दिया सीमा जानती थी कि अब अमन जल्दी झड़ने वाला नही है पर अब सीमा और चुदाई करवाने की हालत में नही थी सुबह के लंबे सफ़र और अमन की जोरदार चुदाई से वो अभी तक 1 बार सुबह और 2 बार अब झड चुकी थी अमन ने सीमा की जाँघो को घुटनों के पास से पकड़ कर पूरी ताक़त से अपने लंड को सीमा की चूत में पेल दिया लंड और चूत दोनो पहले से गीले थे लंड एक ही बार में फिर से पूरा जड तक घुस गया था अमन अपनी कमर को तेज़ी से हिला रहा था और सीमा की चूत को अपने लंड से तेज़ी से चोदे जा रहा था थोड़ी देर की घिसाई के बाद सीमा की चूत एक दम सुख गयी अब लंड का घर्षण सीमा की चूत की दीवारों पर ज़्यादा बढ़ गया अमन के ताबडतोड़ धक्कों ने सीमा को एक बार फिर से गरम कर दिया पर सीमा की हालत बहुत खर्राब हो चुकी थी उसे बहुत तेज पेशाब आने लगा 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह अमान्ंणणन् मुझे पेशाब जाना हाईईईईई 
पर अमन बिना सुने अपना लंड सीमा की चूत के अंदर बाहर करता हुआ उसे चोदे जा रहा था सीमा ने हार कर अमन को धक्का देकर पीछे किया और बेड से खड़ी हो गयी पर इतनी ज़बरदस्त चुदाई का असर अब हो चुका था सीमा से बर्दास्त नही हुआ और वो अपने पेशाब को रोक नही पाई और उसकी चूत से मूत की धार छूट पड़ी जो सीधा फरश पर गिरने लगी सीमा अपनी इस हालत से सरमसार हो गयी उसके गाल शरम से लाल हो गये और वो वहीं बैठ गयी और मूतने लगी सीमा के होंठो पर शरम के मारे मुस्कान आ गयी और वो सर झुका कर मूतने लगी मूत की धार की आवाज़ सुन कर अमन का लंड और झटके खाने लगा रूम के फर्श पर चारो तरफ सीमा का मूत फैल चुका था सीमा मूतने के बाद खड़ी हुई सीमा ने अभी भी सर झुकाया हुआ था अमन बेड के किनारे के पास गया और सीमा के हाथ को पकड़ कर ऊपर खींच लिया सीमा अपने दोनो घुटनो को बेड पर रख कर ऊपर हो गयी अमन खड़ा हुआ और सीमा के पीछे से जाकर अपने लंड के सुपाडे पर थूक लगाया और ढेर सारा थूक सीमा की चूत को भी लगा कर अपने लंड को चूत के छेद पर टिका दिया सीमा की आँखें बंद थी उसने अमन को रोका नही बल्कि अपनी जाँघो को फैला कर अपनी गान्ड उठा कर अपनी चूत के छेद को बाहर की तरफ निकाल लिया अमन ने भी बिना देर किए अपने थूक से सने लंड को सीमा की चूत में पेल दिया सीमा के मूँह से अह्ह्ह्ह्ह्ह निकल गयी अमन बिना रुके धक्के लगाने लगा और 5 मिनट लागतार चोदने के बाद सीमा फिर से झड गयी और अमन ने भी अपने वीर्य से सीमा की चूत को भर दिया अमन बेड पर निढाल हो कर गिर पड़ा सीमा की हालत अब ऐसी थी कि वो बेड पर गिर जाए और सो जाए पर वो अन्मनि सी खड़ी हुई और अपनी नाइटी उठा कर पहनी और डोर खोल कर बाहर आ गयी अमन ने अपना शॉर्ट्स पहन लिया और लेट गया थोड़ी देर बाद सीमा हाथ में पानी की बकेट लिए वापिस आई और रूम में पानी से पोंचा लगा दिया और फिर बाहर जाकर पानी को फेंक कर बकेट सॉफ कर दी और वापिस रूम में आकर डोर लॉक करके अमन की चेस्ट पर सर रख कर लेट गयी
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10-17-2018, 11:50 AM,
#37
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
वापिस रूम में आकर डोर लॉक करकके अमन की चेस्ट पर सर रख कर लेट गये

सीमा: अमन एक बात पूच्छू 

अमन;हां पूछो 

सीमा:आज तुम्हें क्या हो गया था पहले तो तुम्हें नींद आ रही थी आज इतनी ज़बरदस्त चुदाई के मूड में कैसे आ गये

अमन:सच बतऊ मौसी 

सीमा:हान्ं मुझसे क्या छुपाना 

अमन:मौसी आज काजल को देखा तो देखता ही रह गया आप से सेक्स करते वक़्त भी उसका ही ख्याल दिमाग़ में था पता नही मुझे क्या हो गया था अगर आप को तकलीफ़ दी हो तो मुझे माफ़ करना

सीमा:धत्त पगले इसमे माफी माँगने की क्या ज़रूरत है मुझ से और मेरी चूत गान्ड सब तुम्हारे लिए तो है इन सब पर तुम्हारा ही हक़ है में कभी बुरा नही मानूँगी और लगता है आज हमारे अमन को काजल भा गयी हाईईईई

अमन शरमाने लगा 

सीमा:चल अब बहुत थक गयी हूँ सो जा और हां अब मुझे और परेशान नही करना नही तो में सच में बुरा मान जाउन्गी
और सीमा और अमन दोनो मुस्कराने लगते हैं दोनो एक दूसरे की बाहों में क़ैद होकर नींद के आगोश में समा जाते हैं 

सुबह हुई काजल और रीमा उठ चुकी थी और विजय वापिस आ चुका था रीमा और काजल दोनो नाश्ते की तैयारी कर रही थी अमन और सीमा जिस रूम में सोए थे वो अभी भी बंद था अमन की नींद टूटी है और अपनी आँखें को मलता हुआ उठ कर बैठ जाता है और सीमा की तरफ देखा सीमा अभी भी सो रही थी 9 बज रहे थे पर रात की ज़बरदस्त चुदाई ने उसे थका दिया था उसकी नाइटी उसकी कमर तक चढ़ि हुई थी उसकी चूत सॉफ दिख रही थी अमन अपना एक हाथ सीमा की चूत पर रख कर करवट के बाल लेट गया और सीमा की चूत को सहालना चालू कर दिया सीमा कसमसा कर उठ गयी अपनी आँखों के सामने अमन का फेस देख कर उसके होंठो पर मुस्कान आ जाती है 

अमन:गुड मॉर्निंग 

सीमा:गुड मॉर्निंग सुबह ही चालू हो गये 

अमन ने मुस्करा कर सीमा के ऊपर झुक कर उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और अपने हाथ से सीमा की चूत को मसलने लगा सीमा ने अपना होंठो को अलग किया

सीमा:अहह देखो अमन कितना टाइम हो गया चलो अब उठ जाओ अमन ने सीमा को छोड़ दिया और सीमा ने उठ कर डोर खोल कर बाहर आकर सीधा बाथरूम में घुस गयी अमन भी अपनी टी-शर्ट पहन कर बाहर आ गया उसे भी तेज पेशाब लगी थी वो आँगन में आकर टहलने लगा और सीमा के बाथरूम से बाहर निकलने का इंतजार करने लगा आँगन के बीचो बीच पानी का नल लगा हुआ था अमन का लंड पेशाब के प्रेशर से एक दम तन कर खड़ा था जो अमन के चलने के कारण उसके शॉर्ट में उभार बनाए हुए इधर उधर हिल रहा था काजल किचन से निकली और नल की तरफ बढ़ी उसकी नज़र अमन से जा टकराई जो अपनी मस्ती में टहल रहा था काजल नज़रें नीचे करके नल की तरफ बढ़ी वो तिरछी नज़रों से अमन को देख रही थी उसकी नज़र अमन के शॉर्ट्स के अंदर हिल रहे लंड पर पड़ी जो तन कर शॉर्ट्स मे टेंट बनाए हुए था उसका दिल फिर से धड़कने लगा चूत में फिर से सरसराहट होने लगी काजल ने नल से पानी भरा और अमन को देख कर वापिस किचन की तरफ चली गयी 

सीमा के बाथरूम से बाहर आने के बाद अमन बाथरूम में घुस गया और फ्रेश होकर बाहर आ गया उसने दूसरा शॉर्ट्स और टी-शर्ट पहन ली और अपने रूम में सोफे पर बैठ गया सीमा साड़ी पहन रही थी सीमा साड़ी पहन कर बाहर किचन में चली गयी जहाँ काजल चाइ डाल रही थी काजल ने एक ट्रे में चाइ और नाश्ता रख कर सीमा को दिया और अमन को देने को बोली

सीमा:ऐसे कर तू खुद ही दे आ में यहाँ ही हूँ 

काजल का दिल जोरों से धड़कने लगा उसने ट्रे को उठाया और बाहर निकल आई और अमन के रूम की तरफ बढ़ने लगी काजल ने येल्लो और रेड कलर की मॅचिंग साड़ी पहनी हुई थी होंठो पर रेड कलर की लिपस्टिक उसकी सुंदरता को और बढ़ा रही थी वो धीरे-2 अमन के रूम की तरफ बढ़ रही थी उसके मन में कई ख़याल आ रहे थे कि कहीं कल रात अमन ने उसे छुपकर देखते हुए देख ना लिया हो अमन के रूम के पास आकर उसने डोर नॉक किया अमन ने अंदर से आवाज़ दी आ जाओ काजल रूम के अंदर आ गयी और ट्रे को टेबल पर रख दिया अमन काजल को देखता ही रह गया क्या कयामत लग रही थी 5.6 इंच हाइट के फिगर वाली औरत देख अमन के लंड में हलचल होने लगी अमन की नज़र काजल के बदन को ऊपर से नीचे तक नाप रही थी पतली बलखाती कमर और उन्नत तनी हुई चुचियाँ ब्लाउस में एक दम कसी हुई थी काजल की चुचियों का उठाव बहुत ज़्यादा था जैसे मानो अकड़ कर खड़ी हों गान्ड कमर के मुकाबले मोटी और थोड़ी से बाहर निकली हुई क्या मस्त लग रही थी काजल अमन को अपनी तरफ यूँ देखता देख कर शरमा गयी उसने अपना सर झुका लिया और अमन को स्माइल पास की अमन ने भी बदले में स्माइल किया और काजल मूड कर चली गयी

दूसरी तरफ सीमा और रीमा इस बारे में बात कर रही थी 
सीमा: मुझे लगता हैं अमन को काजल बहुत भा गयी हैं अब अमन को मनाने की चिंता नही है बस काजल को कैसे मनाएँ मुझे लगता है हमें दोनो को कुछ अकेले में टाइम देना होगा जिससे कुछ चक्कर चल सके 

रीमा:अगर ऐसा हो गया तो मेरी तो चिंता ही ख़तम हो जाएगी नही तो यही डर सताता रहता है कि कही काजल विजय को छोड़ कर ना चली जाए हम ऐसे करते हैं आज दोपहर को थोड़ा खेतों में घूमने के बहाने बाहर चलते हैं विजय भी खाना खा कर चला गया हैं हम दोनो नाश्ता करने के बाद यहाँ से निकल जाते हैं 

सुबह के 11 बज रहे थे सीमा रीमा और काजल एक रूम में बैठ कर बातें कर रही थी 

रीमा: अचानक) चलो भाभी तुम्हें ज़रा खेतों में घुमा लाऊ 

सीमा:हां चलो थोड़ी देर बाहर टहल आते हैं 
और सीमा ने अमन को आवाज़ लगाई अमन रूम में लेटा हुआ था अमन आवाज़ सुन कर दूसरे रूम में आ गया यहाँ तीनो बैठी हुई थी

अमन:जी मौसी 

सीमा:हम ज़रा बाहर घूमने जा रहे हैं तुम तब तक यहीं काजल के साथ बैठ कर बातें करो नही तो अकेले बोर हो जाओगे चलो पहले गेट बंद कर लो हम थोड़ी देर में आते हैं 

और दोनो उठ कर बाहर चली गयी अमन दरवाजा बंद कर वापिस रूम में आ गया पर अमन को कुछ समझ में नही आ रहा था कि वो क्या बात करे काजल का भी वही हाल था उसका दिल तो ये सोच कर धड़क रहा था कि वो अमन के साथ घर में अकेली थी चाहे अब तक अमन से उसकी ज़्यादा बातचीत नही हुई थी पर उसके दिमाग़ में भी ना चाहते हुए भी अमन छाया हुआ था अमन बेड के पास आकर खड़ा हो गया दोनो में से कोई भी बोल नही रहा था काजल अपने तेज़ी से धड़कते हुए दिल की धड़कने भी सुन सकती थी कुछ देर के खामोसी के बाद काजल ने कहा

काजल:बैठेए ना

उसकी मीठी आवाज़ जैसे अमन के कानो में मिशरी घोल गयी हो अमन बेड के किनारे बैठ गया काजल जो कि बेड के बीचों के बीच बैठी हुई थी अपने पैरो के नाखूनों से बेडशीट को कुरेदने लगी वो सर झुका कर बैठी थी और बीच-2 में कनखियों से अमन को देख रही थी अमन उसके पति के बिल्कुल उलट गोरे रंग का एक दम स्मार्ट लड़का था जिसपर कोई भी लड़की फिदा हो जाए और विजय एक दम काले रंग का आदमी था और उसकी पर्सनल्टी भी अमन से बहुत कम थी अमन भी चोर निगाहो से काजल को देख रहा था दोनो को कुछ समझ नही आ रहा था कि क्या बात करे काजल जो अमन के रूप रंग को देख कर आह भर चुकी थी पर उसने अपनी पति से पहले और बाद में किसी भी मर्द को अपने आप को छूने भी नही दिया था आख़िर कार अमन ने चुप्पी को तोड़ते हुए शुरुआत की 

अमन: में आप से माफी माँगना चाहता हूँ 

काजल:सर झुकाए हुए धीमी आवाज़ में) किस बात के लिए 

उसकी आवाज़ से सॉफ पता चल रहा था कि वो बात करने में थोड़ा हिचकिचा रही है 

अमन:उस दिन में ग़लती से बाथरूम में घुस गया था जब आप

और कहते हुए अमन रुक गया उसे अपनी बात पर शर्मिंदगी महसूस हुई और अमन झेंप गया ये बात सुन कर काजल भी शर्म से लाल हो गयी 

काजल: शरमाते हुए) पर आप तो पहले से ही माफी माँग चुके हैं 

अमन:हां पर लगता हैं आप ने मुझे माफ़ नही किया 

काजल:क्यों ऐसी तो कोई बात नही है आपको ऐसा क्यों लगता हैं 

अमन:क्यों कि आप अभी भी मुझे शरमा रही हैं और आप ने उसके बाद से मुझसे कोई बात नही की

काजल:नही ऐसे बात नही है वो बस आप ने तो देखा ही है टाइम ही नही मिला और माँ जी (रीमा) के सामने वैसे भी मेरी ज़ुबान कम ही खुलती है

अमन:ओह अच्छा तो ये बात है पर अब तो मँजी भी नही है फिर क्यों शरमा रही हो आप

काजल:नही में शरमा नही रही बस मैं ऐसी ही हूँ (और काजल ने अपना झुकाए हुए सर को ऊपर उठा लिया अमन की नज़र काजल के खूबसूरत होंठो पर अटक गयी काजल ने अमन को यूँ देखते हुए फिर से शरमा कर अपना सर झुक लिया)

अमन:लो देखो आप तो फिर से शरमाने लगी

काजल ने अमन की तरफ देखा दोनो की नज़रें मिली काजल अपने एक हाथ से बेड शीट को थामें हुई थी 

अमन: अगर आप बुरा ना माने तो आप को एक बात कहूँ 

काजल: जी कहिए 

अमन:आप आज बहुत सुंदर लग रही हो 

काजल ये बात सुन कर फिर से शरमा गयी उसके गाल शर्म से लाल हो रहे थे वो सर झुका कर मुस्करा रही थी 

अमन:जब आप शरमाती हैं तो और भी हसीन लगती हैं 

काजल:आप झूट बोल रहे हैं 

अमन:नही सच में आप की स्माइल मुझे बहुत अच्छी लगती है आप के होंठ बिल्कुल गुलाब की पंखुड़ियों की तरह हैं आप के गाल जैसे कश्मीरी सेब हों 

काजल:बस कीजिए मुझे शरम आ रही है 

अमन:इसमें शरमाने की क्या बात हैं मैं सच बोल रहा हूँ मुझे तो आप की हर अदा पसंद है जब आप शरमाती हैं तो और भी हसीन लगती हैं 

ये कहते हुए अमन ने अपना हाथ काजल के हाथ के ऊपर रख दिया काजल के बदन में मानो जैसे बिजली कोंध गयी हो उसका दिल जोरों से धड़कने लगा जिस्म काँप उठा अमन का हाथ काजल के हाथ के ऊपर था काजल शर्म से लाल हो चुकी थी काजल ने अपना हाथ अमन के हाथ के नीचे खिसकना चालू कर दिया धीरे-2 काजल ने अपना हाथ खींच लिया काजल दोनो पैरों को समेट कर बैठी थी काजल ने अपनी दोनो बाहों को अपने टाँगों के गिर्द में रख लिया


अमन जैसे सपने से बाहर आया हो) सॉरी वो बेखयालि में मेरा हाथ आप को बुरा तो नही लगा 

काजल: नज़रें झुकाए हुए) नही 

अमन;ओह्ह थॅंक गॉड मेने सोचा आप बुरा ना मान जाओ पर ये सच है आप सच में बहुत हसीन है 

काजल: आप तो झूठी ही मेरी तारीफ कर रहे हो 

अमन: चलो आप झूठ ही मानो पर मुझे जो आप को देख कर लगा मैने आप को बोल दिया 

काजल शर्म से लाल हुए जा रही थी 

काजल: लेकिन आप का रंग तो गोरा है और में कहाँ साँवले रंग की पता नही आप को मुझमे क्या खास बात नज़र आ गयी देखिए( अपने हाथ को अमन के हाथ के पास रखते हुए)

अमन के हाथ काजल के हाथों से काफ़ी गोरे थे 
अमन:गोरे होने से क्या होता है आप की स्किन कितनी सॉफ्ट है ( काजल के हाथ को अपने हाथ में लेते हुए) आप का हाथ पकड़ सकता हूँ ना देखिए कितनी सॉफ्ट स्किन है आपकी
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10-17-2018, 11:50 AM,
#38
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
काजल ने शरमाते हुए हां में सर हिला दिया और अमन काजल के हाथ को अपने दोनो हाथ में पकड़ कर धीरे से सहलाने लगा काजल का बदन काँपने लगा वो कसमसाने लगी और अपने हाथ को पीछे खींचने लगी पर अमन ने उसका हाथ नही छोड़ा कुछ देर बाद जब काजल थोड़ा सहज हुई उसना अपना हाथ खींचना बंद कर दिया और अमन की तरफ देखा दोनो की नज़रें आपस में टकरा गयी दोनो कुछ देर वैसे ही बैठे रहे अमन मन में फर्याद कर रहा था कि वक़्त यहीं रुक जाए अचानक बाहर में डोर पर दस्तक हुई काजल एक दम सकपका गयी और अपना हाथ पीछे खींच लिया और बेड से उतर कर बाहर चली गयी कुछ देर बाद काजल वापिस आई और सीधा किचन में चली गये अमन अंदर बैठा काजल के आने का इंतजार करता रहा पर काजल किचन से बाहर नही आई कुछ देर इंतजार करने के बाद अमन उठ कर किचन में चला गया काजल अपने दोनो हाथ सेल्फ़ पर रख कर खड़ी थी उसके फेस पर गंभीर भाव थे 

अमन:क्या हुआ कॉन था 

काजल: (एक दम चोन्कते हुए ) हां कोई नही पड़ोस के घर से आंटी आई थी मा जी से कोई काम था उन्हें 

अमन:क्या हुआ आप यहाँ आकर खड़ी क्यों हो गयी कोई परेशानी तो नही 

काजल:नही कोई बात नही 

अमन:तो लगता है मुझसे कोई भूल हो गयी 

काजल: नही ऐसी भी कोई बात नही है आप जाकर अपने रूम में आराम करो में खाना तैयार करती हूँ 

अमन:खाना भी तैयार हो जाए गा में अकेला बोर हो जाउन्गा आप से बात करूँगा तो मन लगा रहेगा 

काजल:मेरी तबीयत कुछ ठीक नही है आप जाओ में खाना बना लूँ 

अमन को काजल में आए इस बदलाव देख कर थोड़ी निराशा हुई वो मायूस हो कर अपने रूम में जाने लगा फिर से डोर पर दस्तक हुई इस बार अमन ने डोर खोला तो सीमा और रीमा वापिस बाहर खड़ी थी अमन अपने रूम में अंदर आ गया अमन को उदास देख कर सीमा भी उसके पीछे रूम में आ गयी 

सीमा:क्या हुआ अमन उदास लग रहे हो 

अमन:कुछ नही बस ऐसे ही मन नही लग रहा 

सीमा:तो क्या बात हुई काजल से 

अमन:कुछ नही बस यूँ ही इधर उधर की बात कर रहे थे 

सीमा:तू भी ना बुद्धू है बुद्धू में तुम्हे उसके साथ इस लिए अकेला छोड़ कर गयी थी कि तुम्हरा दिल उस पर आ गया है तुम्हे उसके साथ कुछ बात करने का मोका मिले और तुम यहाँ वहाँ की बातें ही करते रहे 

अमन: पर आप ने ऐसा क्यों किया मेरे लिए?

सीमा:हां में तुम्हारी खुशी के लिए कुछ भी कर सकती हूँ 

अमन: पर मौसी लगता है काजल मेरे हाथ नही आएगी

सीमा;अर्रे तू तो अभी से हार मान कर बैठ गया चल तेरा हॉंसला बढ़ाने के लिए तुझे एक बात बताती हूँ 

अमन:क्या मौसी 

सीमा ने अमन को काजल के पति के बारे में सब कुछ बता दिया अमन अब तक समझ चुका था 

सीमा: तू फिकर ना कर हम तेरे साथ हैं 

अमन:हम और कॉन है 

सीमा:रीमा दीदी और कॉन तू बेफिकर होकर अपनी चाल चल डरने की ज़रूरत नही अगर कोई बात हुई तो हम संभाल लेंगे 

अमन:पर अगर उसने अपने पति से बात कर दी तो 

सीमा: तू चिंता छोड़ अपने काम में लग जा बाकी सब हम पर छोड़ दे 

अमन खुशी से नाच उठा और सीमा के होंठों को चूम लिया 

सीमा:अच्छा अब बता हुआ क्या जो तू इतना उदास है 

अमन ने सारी बात सीमा को बता दी 

सीमा: अर्रे तू इतने से घबरा गया उस नाज़ुक चूत को पाने के लिए तुम्हें मेहनत तो बहुत करनी पड़े गी तू कॉसिश करते रह में तुम्हारे साथ हूँ 

ये बोल कर सीमा बाहर आ गयी किचन में चली गयी किचन में काजल खाना बना रही थी 

सीमा: काजल दीदी कहाँ है

काजल:जी वो रूम में हैं 

सीमा:ठीक हैं 

और सीमा दूसरे रूम में चली गयी और अमन ने जो बात सीमा को बताई थी उसने रीमा को बता दी रीमा के होंठो पर कातिल मुस्कान फैल गयी 

रीमा:पड़ोस के घर से संदेशा आया है उनके घर में उनके लड़के का मुंडन हो रहा है हमे भी दोपहर के खाने के लिए बुलाया है तू ऐसा कर तू मेरे साथ ही चल कम से कम अमन को थोड़ा और टाइम मिल जाएगा 

सीमा: हां ठीक है मैं भी चलती हूँ 

काजल अपने और अमन के लिए खाना बना चुकी थी उसे रीमा ने बता दिया था कि वो और सीमा पड़ोस में जा रही हैं और वहाँ से खाना खा कर लोटेंगी सीमा और रीमा दोनो दोपहर को 1 बजे चली गयी काजल अभी भी परेशान थी उसने खाना थाली में परोसा और अमन के रूम में ले आई अमन बेड पर लेटा हुआ टीवी देख रहा था काजल रूम में दाखिल हुई और थाली को टेबल पर रख दिया 

काजल : खाना खा लीजिए 

अमन ने कुछ नही बोला और अपनी नज़रें टीवी पर लगाए रखी अमन के उदास और भोले फेस को देख कर काजल से रहा नही गया और वो बेड के पास आ गयी

काजल; क्या हुआ आप मुझसे नाराज़ हैं 

अमन: नही तो में आप से क्यों नाराज़ होऊ 

काजल: पर लग तो ऐसे ही रहा है जैसे आप मुझ से नाराज़ हैं वो दरअसल मेरी तबीयत कुछ अचानक खराब हो गयी थी इसलिए मैने आप को जाने के लिए कह दिया आइ आम सॉरी अमन जी 

अमन: पहले तो आप मुझे अमन जी कहना बंद करो मैं आप से छोटा हूँ और मुझे अच्छा नही लगता 

काजल:ओके अमन आइ आम सॉरी मुझे माफ़ नही करोगे

अमन:माफ़ तो कर दूँगा पहले आप को बताना हो गा आख़िर आप परेशान क्यों थी क्या मैने कोई ग़लती की

काजल:नही ऐसे कोई बात नही मेने बताया ना तबीयत थोड़ी खराब हो गयी थी

अमन: माना कि में आप से छोटा हूँ पर नासमझ नही अगर आप सच नही बताओगी तो में आप से दुबारा कभी बात नही करूँगा 

काजल: (कुछ देर सोचने के बाद काँपती हुई आवाज़ में बोली) दरअसल जब आप ने मेरा हाथ पकड़ा था मुझे कुछ अजीब सा लगा था इसलिए जो कि मुझे सही लगा अमन समझने की कॉसिश करो आज से पहले मेरे पति के इलावा किसी ने मुझे हाथ तक नही लगाया था और ना ही ऐसी बात की थी 

अमन:तो इसका मतलब आप को बुरा लगा पर मैने तो वैसे ही आप का हाथ ही पकड़ा था 

काजल: में खुद समझ नही पा रही थी मुझे क्या हो गया मुझे बुरा तो नही लगा पर अजीब सा लगा ओके छोड़ों इन बातों को चलो खाना खा लो में फिर से माफी मांगती हूँ 

अमन: नही माफी माँगने के ज़रूरत नही है में आप से नाराज़ नही हूँ 

काजल (अपना हाथ अमन की तरफ बढ़ाते हुए )ओह थॅंक्स तो आज से में आप को अपना दोस्त समझू 

अमन बेड से उठ कर खड़ा हो गया काजल के हाथ को अपने हाथ में ले लिया काजल का बदन फिर से काँप गया अमन ने काजल के हाथ को अपनी छाती तक ऊपर उठा कर थामे रखा

अमन: आप नही जानती में कितना खुश हूँ आज दुनिया की सबसी हसीन लड़की मेरी दोस्त बन गयी है जब आप मुझसे नाराज़ हो गयी थी मेने ये मान लिया था कि अब में कभी भी आपके कोमल हाथ को फील नही कर पाउन्गा 

काजल सहमी से खड़ी शरमा रही थी उसके हाथ पैर फिर से काँपने लगे थे काजल ना चाहते हुए भी हिल नही पा रही थी क्योंकि वो अमन को दुबारा नाराज़ नही करना चाहती थी 

काजल: आप मेरी तारीफ क्यों कर रहे हैं में इतनी भी सुंदर नही हूँ 

अमन: अगर आप मेरी नज़र से अपने आप को देखो तो आप खुद ही समझ जाओ गी इसलिए में आपको
और ये कहते हुए रुक गया काजल का दिल जैसे मानो धड़कना बंद कर देने वाला हो उसे समझ में नही आ रहा था कि अमन से क्या कहे अमन एक तक काजल के हसीन जिस्म से अपनी आँखों को सेंक रहा था काजल ने शरमा का नज़रें झुका ली

अमन: अगर आप बुरा ना माने तो एक बात कहूँ 

काजल: जी (काजल की साँसें तेज़ी से चल रही थी वो सोच रही थी कि अब अमन उसे क्या कहने वाला है)
अमन: मैने जब से आप को देखा है में आपको पसंद करने लगा हूँ आप की हर अदा मेरे दिल दिमाग़ में छा गयी है हर वक्त आपका खूबसूरत चेहरा आँखों के सामने आता है में अपने आप को आपके बारे में सोचने से रोक नही पाता मुझे ग़लत मत समझना पर में क्या करूँ में अपने दिल पर काबू नही रख पा रहा हूँ और हां में आप से ऐसी कोई उम्मीद नही रखता जिससे आप को परेशानी हो क्योंकि में आपकी दोस्ती नही खोना चाहता अगर आपको मेरी किसी बात का बुरा लगा तो मुझे माफ़ कर देना 
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10-17-2018, 11:51 AM,
#39
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
ये बातें सुन कर काजल को ऐसा महसूस हो रहा था जैसे उसके पैरो तले से ज़मीन खिसक जाएगी वो शरम के मारे जैसे ज़मीन में गढ़ी जा रही थी डर और लाज से उसका चहरा लाल हो चुका था 

अमन; में आप से प्यार करने लगा हूँ 

काजल: एक दम सकपका गयी ) नही अमन ये ठीक नही है में अपने पति से धोखा नही कर सकती मेरी शादी हुई उनसे मैने उनका साथ देने की कसम खाई है नही में ऐसा नही कर सकती ये ग़लत है अमन ये ग़लत हैं 

और काजल ने अपना हाथ अमन के हाथ से छुड़ा लिया काजल मूड कर रूम से बाहर जाने लगी 

अमन:एक मिनिट रूको में कब कह रहा हूँ कि तुम अपने पति से धोका करो मेने तो बस अपने दिल की बात तुम्हें यानी अपने दोस्त को बताई है ये ज़रूरी नही है कि जो फीलिंग्स मेरे दिल में आपके लिए है वैसी ही आप के दिल में मेरे लिए हो हम लवर्स ना सही पर फ्रेंड्स तो बन सकतें हैं 

काजल ने राहत की साँस ली अमन काजल के नज़दीक आकर उसके पीछे खड़ा हो गया और अपने दोनो हाथों को काजल के कंधों पर रखते हुआ बोला सॉरी मैने अपने दिल की बात बताने में कुछ जल्दी कर दी काजल अपने कंधों पर अमन के हाथ महसूस करके सिहर उठी उसकी पीठ अमन की तरफ थी काजल को अमन की चेस्ट अपनी पीठ पर सटी हुई महसूस हो रही थी काजल चाह कर भी हिल नही पा रही थी वो सोच रही थी आख़िर उसे क्या हो रहा है जब भी वो अमन के पास होती है उसे क्या हो जाता है अमन ने काजल के कंधों को पकड़ कर उसे अपनी तरफ घुमा लिया काजल की आँखें लाल हो चुकी थी गाल एक दम लाल हो चुके थे 

अमन: आइ आम सॉरी प्लीज़ एक बार और मुझे माफ़ कर दो 

काजल काँपती आवाज़ में) कोई बात नही 

अमन के हाथ अभी काजल को उसके कंधों से थामे हुए थे जो अब थोड़ा सरक कर उसकी बाहों पर आ चुके थे काजल का बदन जैसे दोहरा होता जा रहा था वो चाह कर भी कुछ नही कर पा रही थी 

अमन: चलो प्यार ना सही पर क्या आप अपने इस दोस्त की एक हसरत को पूरा कर सकती हैं 

काजल सोच में पड़ गयी काजल सोचने लगी अब अमन कोई ऐसे वैसे बात नही करेगा क्योंकि मैने उसे मना कर दिया है वो अपनी दोस्ती की हद में रह कर ही कुछ बोलेगा 

काजल:जी बोलिए में ज़रूर पूरी करूँगी

अमन:सोच लो दोस्ती की है फिर मना मत करना 

काजल: नही करती 

अमन: (कुछ देर चुप रहने के बाद ) में चाहे आप को पा ना सकूँ पर मेरे दिल की ये हसरत है कि में एक बार आपके लाल गुलाबी गालों को चूमू बस एक बार आप मेरी इस हसरत को पूरा कर दो में दुबारा कभी आपको तंग नही करूँगा मुझे दुनिया का सबसे कीमती तोहफा मिल जाएगा जिसे में कभी नही भूलूंगा प्लीज़ मना मत करना 

काजल एक दम से घबरा गयी उसे समझ में नही आ रहा था कि वो कैसे रिक्ट करे क्या जवाब दे काजल अपना सर झुकाए खड़ी थी 

अमन: बोलो दोगी ना 

काजल बिना कुछ बोले सहमी सी खड़ी रही 

अमन: कोई ज़बरदस्ती नही है चलो सिर्फ़ हां या ना बोल दो 

पर काजल तो मानो जैसे बोलना ही भूल गयी हो 

अमन: ओके एक काम करतें हैं अगर आप को बताने में शरम आ रही हैं तो में आपकी तरफ पीठ करके खड़ा हो जाता हूँ
अगर आप 1 मिनट के बाद भी मैने आपको यहीं पाया तो आप का जवाब हां है और अगर आप नही चाहती तो आप यहाँ से चली जाना में समझ जाउन्गा कि आप ये नही चाहती बस एक किस वो भी गाल पर 

और अमन ने काजल के कंधों को छोड़ दिया और उसकी तरफ पीठ करके खड़ा हो गया काजल का जिस्म काँप रहा था उसके दिल की धड़कने तेज हो चुकी थी उसे समझ में नही आ रहा था आख़िर वो क्या करे काजल ने अपना कदम वापिस जाने के लिए उठाया पर कदम आगे ना बढ़ा सकी काजल शरम उतेजना डर और मान मर्यादा के घेरे में जैसे फँस कर रह गयी उसका एक दिल कर रहा था कि ये ग़लत है उसे बाहर चले जाना चाहिए पर ना जाने वो क्यों हिल नही पा रही थी फिर ये सोच कर उसने अपना उठाया हुआ कदम वापिस नीचे रख लिया कि अमन नाराज़ ना हो जाए वो नज़ाने क्यों अमन को उदास नही देख पाई थी काजल वहीं नज़रें झुकाई खड़ी रही 

अमन: अब में वापिस घूमने वाला हूँ जल्दी अपना फैंसला कर लो 

काजल के दिल के धड़कने बढ़ गयी अमन उसकी तरफ पलटा और उसके होंठो पर ख़ुसी से भरी मुस्कान आ गयी 

अमन;आज भगवान ने मेरी सुन ली आप जानती नही हो में कितना खुश हूँ 

अमन काजल के पास आ गया काजल का बदन काँपने लगा और आने वाले वक़्त के बारे में सोच कर उसका जमीर तक अंदर से हिल गया अमन ने अपने दोनो हाथों से काजल के खूबसूरत चहरे को अपने हाथों में ले लिया और उसे ऊपर की ओर उठा लिया काजल अपनी अध खुली आँखों से अमन को देख रही थी पर वो अमन से नज़रें नही मिला रही थी अपने गालों पर अमन के हाथ का स्पर्श पा कर काजल एक दम से सिहर गयी उसे लग रहा था जैसे उसका दिल धड़कना बंद कर देगा अमन अपने होंठो को काजल के गालों के पास ले गया अमन की गरम साँसें अपने होंठो और गालों पर पड़ते ही काजल के रोएँ खड़े हो गये पूरे बदन में मस्ती की लहर सी दौड़ गयी आँखें मस्ती में बंद होने लगी अपनी पूरी ताक़त लगा कर काजल अपने आँखों को खोलने की कोशिस कर रही थी 

अमन: कर लूँ 

काजल: बिना कुछ बोले खड़ी रही

अमन ने अपने होंठो को काजल के होंठो के बिल्कुल पास उसके गाल पर लगा कर एक दम से हटा लिया 

काजल के पूरे बदन में करेंट सा दौड़ गया अमन का लंड उसके शॉर्ट्स में तन कर खड़ा हो चक्का था जो काजल की लेफ्ट जाँघ पर साड़ी के ऊपर से रगड़ खा रहा था काजल को ऐसा लगा रहा था जैसे उसके पैरों में जान नही बची हो अमन जो एक बार उसके गाल को हल्के से चूम चुका था अभी भी उसके फेस को अपने हाथों में थामे हुए था अमन ने फिर से एक बार काजल के गालों को किस किया इस बार अमन के होंठ काजल के होंठो के बिल्कुल नज़दीक थे काजल वासना में डूबने लगी थी उसकी आँखें बंद हुई जा रही थी उसके बदन में मस्ती की लहर दौड़ गयी 

अमन:बोलो ना कर लूँ (अब तक अमन काजल के गाल को दो बार चूम चुका था 

काजल:हुउँ (बस काजल इतना ही बोल पे और उसने अपनी आँखें बंद कर ली)

अमन ने अपने होंठो को काजल के गाल से सटा दिया और धीरे-2 अपने होंठो को काजल के गाल पर रगड़ने लगा काजल का जिस्म मचल उठा चूत में सिहरन होने लगी बरसो की तड़प रही चूत और तडफ कर चुलबुलाने लगी चूत में गीला पन महसूस होने लगा काजल मस्ती के सागर में डूबने लगी बदन में करेंट सा दौड़ने लगा अमन ने हिम्मत जुटा कर अपने होंठो को धीरे से काजल के गुलाब की पंखुड़ियों जैसे होंठो से लगा दिया एक नरम और सॉफ्ट किस करने के बाद अमन ने अपने होंठो को फिर से काजल के होंठो के पास चिन पर रगड़ने लगा अपने होंठो पर अमन के होंठ महसूस करके काजल और ज़्यादा वासना में डूबने लगी काजल ने दोनो हाथों से अमन की कमर के पास टी-शर्ट को पकड़ लिया उसकी उतेजना इतनी बढ़ चुकी थी कि उसने अमन की टी-शर्ट को कस के पकड़ लिया अमन ने देखा कि काजल एक दम गरम हो चुकी है अब वो बिल्कुल विरोध नही कर रही तो अमन ने मोके का फ़ायदा उठाते हुए फिर से अपने होंठो को काजल के होंठो पर रख दिया और छोटे -2 किस करने लगा जैसे ही अमन काजल के होंठो को 2 सेकेंड तक चूम कर अपने होंठो को हटाता तो काजल आँखें बंद किए अपने काँपते होंठो को फिर से अमन के होंठो के छूने का इंतजार करने लगती अमन बार -2 काजल के होंठो को चूम रहा था काजल भी मस्त हो चुकी थी 3 4 बार अपने होंठो पर अमन के होंठो को महसूस करके इसबार काजल ने अपने होंठो को थोड़ा सा खोल लिया 

अमन ने जब काजल के काँपते हुए तड़पते होंठो को देखा तो अमन और गरम हो गया और अपने होंठो को काजल के होंठो से लगा दिया इस बार अमन ने अपने होंठो को हटाया नही काजल कसमसा गयी और आँखें बंद किए हुए अपने होंठो को खोल कर अमन के होंठो को सोन्प दिया अमन धीरे-2 काजल के होंठो को चूसने लगा काजल मस्ती से सरोबार हो चुकी थी काजल ने अपने हाथों से अमन के हाथों को पकड़ कर ज़ोर लगा कर पीछे किया अमन के होंठ काजल के होंठो से अलग हो गये काजल ने अपनी आँखों को खोला जिसमे वासना के लाल डोरे तैर रहे थी उसकी साँसें तेज़ी से चल रही थी दोनो की नज़रें मिली काजल ने अपनी नज़रें झुका ली और बोली अब बस पर अमन ने अपने हाथों से काजल के गालों को थामे रखा और फिर से अपने होंठो को काजल के होंठो से लगा दिया काजल छूटने के लिए थोड़ा कस्मसाइ पर फिर शांत पड़ गयी

अमन जी भर कर के काजल के होंठो को चूस रहा था 2 मिनट और काजल के होंठो का रस्पान करने के बाद अमन ने अपने होंठो को हटा लिया काजल तेज़ी से साँसें ले रही थी उसने अपनी आँखें खोली पर वो अमन की तरफ ना देख पाई अमन के हाथ अभी भी उसके फेस पर थे अमन ने थोड़ी देर काजल के काँपते होंठो को देखा और फिर से अपने होंठो को काजल के होंठो की तरफ बढ़ाने लगा काजल के होंठ अमन के होंठो का सपर्श पाने के लिए तड़प उठे और काजल ने अपनी आँखें बंद कर के अपने काँपते होंठो को थोड़ा सा खोल दिया लेकिन तभी किसी ने बाहर से दस्तक दी काजल एक हड़बड़ा कर घबरा गयी और जल्दी से पीछे हट कर बाहर आ गयी और सीधा अपने रूम में गयी और शीशे के सामने खड़ी हो कर खुद को देखने लगी और रुमाल से अपने होंठो पर फैली लिपस्टिक को सॉफ किया और बाहर आकर दरवाजा खोला सामने पड़ोस की आंटी खड़ी थी जिसके घर पर सीमा और रीमा गयी थी उस औरत के हाथ में एक प्लेट थी जिसमे कुछ मिठाइयाँ रखी हुई थी और वो प्लेट काजल को देकर चली गयी काजल डोर लॉक करके प्लेट को किचन में रख कर अपने रूम में आ गयी और डोर को अंदर लॉक कर लिया

काजल बेड पर बैठ गयी वो सोचने लगी हे भगवान में ये क्या करने जा रही थी ये मुझे क्या होगया था अब में विजय के सामने कैसे जा पाउन्गी नही में उनके साथ धोखा नही कर सकती वो मेरा कितना ख्याल रखते हैं में आगे से सब कुछ नही होने दूँगी पर पता नही जब में अमन के साथ होती हूँ तो में क्यों मंत्रमुग्ध हो जाती हूँ क्यों में खुद ही उसकी तरफ खींची चली जाती हूँ में उसको रोक क्यों नही पे मुझे उसे रोक देना चाहिए था काजल के मन में इन्ही सवाल का तूफान उमड़ा हुआ था जिनका जवाब खुद काजल ही को देना था दूसरी तरफ अमन बहुत खुश था और खाना खा रहा था अमन ने सोचा चलो आज मैने काजल को पाने के लिए पहला कदम तो बढ़ा दिया और मुझे जीत ही मिली अब चाहे कुछ भी हो जाए में काजल को हासिल करके ही रहूँगा अमन खाना खा कर लेट गया अमन ख़ुसी में पागल हुआ जा रहा था अमन बेड पर लेटा हुआ सो गया उसकी आँख कब लगी उसे पता नही चला शाम के 5 बाज चुके थे पर अमन उठा नही था सीमा और रीमा वापिस आ चुकी थी पर सीमा ने उसे उठाया नही था काजल ने शाम के लिए चाइ तैयार कर ली रीमा और सीमा आँगन में चारपाई पर बैठी बातें कर रही थी काजल चाइ की ट्रे लेकर उनके पास आई और दोनो को चाइ दी 

काजल:माजी ये चाइ अमन के लिए है आप दे आओ

रीमा;क्यों तुझे क्या हुआ मेहमानो से अब काम करवाओगी जा खुद ही देकर आ 

काजल: (अपनी सास का कड़ा रुख़ देख कर थोड़ा घबरा गयी) जी मा जी

और काजल चाइ लेकर कमरे के तरफ जाने लगी अंजाना डर उसके मन को खाए जा रहा था उसे समझ में नही आ रहा था की वो अब अमन के सामने कैसे जाए काजल काँपते हुए कदमों के साथ अमन के रूम की तरफ बढ़ रही थी जैसे -2 कमरा नज़दीक आ रहा था उसके हाथ पैर और तेज़ी से काँपने लगे काजल रूम के डोर के पास पहुँच कर खड़ी हो गयी उसके कदम रूम की दहलीज पर मानो जैसे जम से गये हों रीमा और सीमा आँगन में बैठी ये सब देख रही थी और मुस्कुरा रही थी 

रीमा(उँची आवाज़ में ) अब क्या हो गया खड़ी क्यों है 

काजल एक दम से घबरा गयी और रूम के अंदर चली गयी रीमा और सीमा दोनो एक दूसरे को देख कर मुस्कुराने लगी काजल ने देखा अमन अभी भी सो रहा था उसने चाइ के कप को टेबल पर रख दिया और बेड के पास गयी जैसे ही वो बेड के पास पहुँची उसके कदम वहीं जम गये अमन का लंड शॉर्ट्स में एक दम तन कर टेंट बनाए हुआ था काजल की नज़र वहीं अटक गयी दिल में एक बार फिर से खलबली मचलने लगी हाथ पैर मानो सुन्न पड़ गये हों काजल अपनी चूत में हो रही सरसराहट को महसूस कर रही थी अब उसे अमन को उठाना था काजल ने धीरे से उसे पुकारा पर अमन मानो जैसे घोड़े बेंच कर सो रहा था काजल की नज़रें कभी शॉर्ट्स में उठे हुए उभार को देखती तो कभी अमन के भोले मासूम से दिखने वाले चेहरे को अमन के गुलाबी होंठ देख कर उसको दोपहर की घटना याद आ गयी जब अमन अपने गुलाबी होंठो से काजल के नरम मुलायम होंठो को चूस रहा था उसे ऐसा लग रहा था जैसे मानो अमन अभी उठ जाएगा और अपने होंठो से उसके तड़पते होंठो की प्यास बुझा देगा फिर काजल ने हिम्मत करके अमन के हाथ को पकड़ कर हिलाया अमन अचानक से उठ कर बैठ गया अपनी आँखों के सामने काजल को देख कर अपनी आँखों को मलते हुए कहा 

अमन:कहीं में सपना तो नही देख रहा कि दुनिया के सबसे हसीन और खूबसूरत लड़की मुझे उठाने आई है वाहह आज का दिन तो में कभी नही भूलूंगा 

काजल ये बात सुन कर शरमा कर मुस्कराने लगी 

काजल;चलो चाय पीलो 

अमन एक दम से बेड से नीचे उतरा और काजल के हाथ को अपने दोनो हाथों में पकड़ लिया काजल एक दम से घबरा गयी अमन दोनो घुटनों के बल काजल के सामने बैठ गया और काजल के हाथ को चूम लिया काजल के बदन में मानो जैसे करेंट दौड़ गया काजल ने अपना हाथ वापिस खींचा और बोली कि माँ जी घर पर हैं और ये कह कर जल्दी से बाहर चली गयी अमन वहाँ खड़ा मुस्कराने लगा अमन चाइ का कप उठा कर बाहर आँगन में आ गया अमन का लंड अभी भी तना हुआ था जो उसके शॉर्ट्स में इधर उधर हिल रहा था अमन को बाहर ऐसे देख सीमा और रीमा की नज़रें उसके तने लंड पर जा अटकी दोनो मुस्कराने लगी 

रीमा:भाभी में ज़रा अंदर जाती हूँ तुम अमन से पूछो मामला आगे बढ़ा कि नही 
और रीमा उठ कर अंदर चली गयी सीमा ने अमन को आवाज़ देकर अपने पास बुला कर चारपाई पर बैठा लिया
सीमा:धीरे से) बता ना क्या हुआ 

अमन:क्या होना था कुछ नही 

सीमा: मज़ाक ना कर जल्दी बता फिर हम आगे के बारें में सोचे 

अमन ने सीमा को सारी बात विस्तारपूर्वक बता दी सीमा के होंठो पर मुस्कान आ गयी 

सीमा:बस अब ये समझ ले मंज़िल नज़दीक हैं घबराना नही 

अमन: मैने आप से सीखा है मौसी में घबरा नही सकता 

सीमा मुस्कराने लगी 

अमन: में ज़रा अपनी जान से तो मिल लूँ 

सीमा:हां जाओ किसने रोका है किचन में ही है में और दीदी ज़रा बाहर खेतों की तरफ सैर कर आते हैं मौसम भी बहुत अच्छा है और सीमा ने रीमा को इशारे से अपने पास बुलाया और दोनो घर से निकल गये दोनो के जाने के तुरंत बाद अमन ने झट से में डोर अंदर से बंद कर लिया और किचन की तरफ चल पड़ा अमन जैसे ही किचन में पहुँचा तो देखा काजल बर्तन सॉफ कर रही थी उसकी पीठ अमन की तरफ थी अमन अंदर आ गया और चाइ का कप सेल्फ़ पर काजल के पास रख दिया 

अमन:ये लीजिए में अपना खाली कप यहाँ ही ले आया 

काजल एक दम से सकपका गयी वो बिना कुछ बोले वहीं खड़ी बर्तन सॉफ करती रही काजल को कुछ ना बोलता देख अमन काजल के पीछे खड़ा हो गया और अपने दोनो हाथ उसके कंधो के पास उसकी बाहों पर रख कर पकड़ लिया काजल एक दम कांम्प गयी 

काजल:छोड़ो मुझे माँ जी आ जाएँगी 

अमन:तुम अपनी माँ जी से इतना डरती क्यों हो कुछ नही होता नही आएँगी अंदर वो बाहर मौसी के साथ बैठ कर बातें कर रही है 

काजल: कसमसाते हुए) नही ये बात नही है भगवान के लिए में तुम्हारे सामने हाथ जोड़ कर कहती हूँ मुझे छोड़ दो मुझे सब अच्छा नही लगता प्लीज़ छोड़ दो ये ठीक नही है में ऐसा नही कर सकती बाहर जाओ(अमन अब तक समझ चुका था कि घी सीधी उंगली से निकलने वाला नही है) 

अमन:ठीक है चला जाता हूँ बस एक बार और अपने होंठो का रस पिला दो 

काजल: अमन बस बहुत हो गया मुझे तुमसे कोई दोस्ती नही करनी जाओ यहाँ से अगर माँ जी को पता चल गया तो हम दोनो के लिए ठीक नही होगा जाओ बाहर जाओ कोई अंदर ना आ जाए 

अमन: में ऐसे नही जाउन्गा बस एक बार 

काजल: रुआंसी सी होकर) प्लीज़ अमन तुम ऐसे क्यों कर रहे हो मेरे लाइफ बर्बाद मत करो में शादीशुदा हूँ और में अपने पति से बहुत प्यार करती हूँ और वो भी मुझे बहुत प्यार करते हैं 

अमन: में कुछ नही जानता में बस इतना जानता हूँ कि में तुमसे प्यार करता हूँ 

काजल:पर में तुम से प्यार नही करती तुम बाहर जाओ में कह रही हूँ ना माँ जी अंदर आ जाएगी

अमन:पहले एक किस दे दो में चला जाता हूँ 

काजल: देखो जो दोपहर में हुआ बस मेरी एक भूल थी अब में वो भूल दोबारा नही कर सकती बच्चो की तरह ज़िद ना करो मेरी मजबूरी को समझो जाओ यहाँ से

अमन: नही जब तक किस नही दोगी में नही जाउन्गा 

काजल: देखो बच्चों जैसे बात ना करो 

अमन;मुझे कुछ नही सुनना बस एक किस 

और अमन ने काजल के कंधों को दोनो हाथों से पकड़ कर अपनी तरफ घुमा लिया और अपने होंठो को काजल के होंठो के तरफ बढ़ाने लगा काजल पीछे की तरफ झुकने लगी और उसकी पीठ मुड़ने लगी और सेल्फ़ पर झुक सी गयी अमन भी आगे की तरफ झुकता गया 

काजल: अमन प्लीज़ नही कोई आ जाएगा प्लीज़

और अमन ने काजल के होंठो को अपने होंठो में ले लिया काजल ने अपनी आँखें बंद कर ली और मन में दुआ करने लगी कि कोई अंदर ना आए अमन ने काजल को होंठो को होंठो को चूसना चालू कर दिया काजल अपने होंठो को आपस में भींचे हुए थी अमन अपनी जीभ को काजल के मुँह में धकेलने लगा काजल ने अमन से जल्दी छुटकारा पाने के लिए अपना मूँह खोल लिया और अमन काजल के होंठो का रस्पान करने लगा काजल ना चाहते हुए भी गरम होने पर उसके दिमाग़ में किसी के अंदर आ जाने का डर भी लगा हुआ था काजल ने अमन को पीछे धकेल दिया
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10-17-2018, 11:51 AM,
#40
RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
काजल:अब तो जाओ यहाँ से अमन ऐसे में अगर हमें किसी ने इस हालत में देख लिया तो पता नही क्या होगा

अमन ने काजल को अपनी तरफ खींच लिया और अपने से सटा लिया काजल एक दम से कसमसाने लगी

काजल: अमन कोई आ जाए गा तुम समझते क्यों नही 

अमन: कोई नही आएगा घर में कोई नही है मौसी और आंटी दोनो बाहर गये हैं 

काजल और अमन दोनो पसीने से भीग चुके थे अमन ने काजल का हाथ पकड़ कर किचन से बाहर आ गया और रूम की तरफ जाने लगा काजल अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश कर रही थी पर अमन की पकड़ उसकी कलाई पर बहुत मजबूत थी अमन उसे रूम में ले आया और एर कूलर ऑन कर दिया और काजल को अपने से चिपका लिया 

काजल:अमन देखो में अभी भी कह रही हूँ ये सब ठीक नही है मुझे छोड़ दो 

काजल का गला भर आया वो एक दम रोने जैसे हालत में बोल रही थी पर अमन पर उसकी बातों का कोई असर नही हो रहा था अमन अपने घुटनो के बल नीचे बैठ गया और काजल के साड़ी के पल्लू को उसके पेट से हटा कर एक साइड में कर दिया काजल पीछे हटने लगी तो अमन ने अपनी दोनो बाहों को काजल की कमर में लपेट लिया काजल अमन की बाहों में जकड गयी अमन ने अपने होंठो को काजल के थिरकते पेट पर लगा दिया 

काजल:अहह ओह अमन्न्न (काजल की आँखों में आँसू आ गये पर अमन के होंठो का स्पर्श उसे अंदर से हिला गया जिसके कारण काजल अपनी कामुक सिसकारी को भी दबा नही पाई काजल ने अपने दोनो हाथों को अमन के कंधों पर रख कर अमन को पीछे धक्केलना चाहा पर काजल की ताक़त अमन की गिरफ़्त से छूटने के लिए कम पड़ गयी अमन अपने होंठो से काजल के पेट को चूम रहा था काजल की मस्ती में आँखें बंद हो गयी जो हाथ अमन के कंधों को पीछे की तरफ धकेल रहे थी अब ढीले पड़ चुके थे काजल की दबी हुई सिसकारियाँ उसकी कामुकता को बयान कर रही थी उसके बदन में मस्ती की लहर दौड़ गयी अमन ने अपनी जीभ निकाल कर उसकी नाभि को चाटना चालू कर दिया 

काजल:ओह अमन्न्न क्या कर रहे हो प्लीज़ मुझे छोड़ दो में नही अहह अमन रुक्क जाऊओ ओह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह 
पर अमन काजल की बातों पर ध्यान दिए बिना लगतार उसकी नाभि को चूम रहा था चाट रहा था काजल भी जान चुकी थी कि उसकी किसी भी दलील का उस पर कोई असर नही होगा पर वो अमन को इससे ज़यादा आगे बढ़ने नही देगी अब अमन भी पूरी तरह गरम हो चुका था अमन ने अपनी जीभ को काजल की नाभि में ठेल दिया काजल एक दम सीत्कार उठी उसकी कमर झटके खाने लगी मानो जैसे उसके बदन से करेंट की नंगी तारों को छू लिया हो 

काजल:अहह अमानणन ब्स्स्स्स करो उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईई अमन मुझीईई और्र्र्ररर बर्दास्त्थतत्त नही हूऊओ रहा हाईईईई प्लेअसएसस्स्सस्स ओह छोड़ दो अहह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

काजल की कामुक और मदहोशी भरी सिसकारियाँ सुन कर अमन का हॉंसला सातवे आसमान पर पहुँच गया और उसने अपने दोनो हाथ काजल की कमर से नीचे लाकर उसके नरम और मुलायम चुतड़ों पर साड़ी के ऊपर से रख लिया और काजल की गान्ड को साड़ी के ऊपर से धीरे-2 मसलने लगा काजल तड़प उठी अपनी गान्ड पर अमन के हाथों का स्पर्श उसकी चूत में सरसराहट पैदा कर रहा था अमन लगातार काजल की नाभि को अपनी ज़ुबान से चाट रहा था अमन काजल को गरम होते देख अपने हाथों को और नीचे ले आया और काजल की पिंदलियों को अपने हाथों से थाम लिया काजल का बदन खड़े -2 झटके ले रहा था उसने अपने होंठो को अपने दाँतों में भींच लिया था अमन ने काजल की साड़ी को धीरे-2 ऊपर उठाना चालू कर दिया काजल अपनी आँखे बंद किए आहहें भर रही थी वो वासना में इस कदर डूब चुकी थी उसे होश नही रहा कि उसकी साड़ी और पेटिकॉट उसके घुटनो तक ऊपर हो चुका था और अमन उसकी नाभि को चूमता हुआ धीरे धीरे साड़ी और पेटिकॉट को एक साथ दोनो हाथ से ऊपर सरकाए जा रहा था काजल को इस बात का अहसास तब हुआ जब उसकी साड़ी और पेटिकॉट उसकी जाँघो तक ऊपर हो गया था और अमन ने अपने होंठो को काजल की नाभि से हटा कर उसकी चिकनी मक्खन जैसी एक जाँघ के ऊपर रख दिया काजल का दिल मानो जैसे धड़कना भूल गया हो उसकी आँखें खुल कर ऐसे फैल गयी जैसे उसने कोई भयानक चीज़ देख ली हो काजल के हाथ पैर काँपने लगे काजल से खड़ा नही रहा गया और वो पीछे की तरफ लूड़क गयी पर किस्मेत से पीछे बेड था काजल ने अपने आप को संभालने के लिए अपने हाथ पीछे की ओर करके अपने हाथ की हथेलियों को बेड पर टिका दिया काजल की साड़ी और पेटिकॉट से अमन का सर ढक गया अमन पागलों की तरफ अपने होंठो को काजल की जाँघो पर रगड़ने लगा काजल का बदन झटके खाने लगा 

काजल:अहह अमान्णन्न् ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नहियीईईईईईई अमान्ंनणणन् तुम्हेन्ंनणणन् मेरीईई कसम्म्म्मम ओह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई 

अमन काजल की जाँघो को चूमता हुआ ऊपर की तरफ होने लगा काजल ने अपने आप को बड़ी मुस्किल से संभाल रखा था अब उसके हाथों में भी मानो जान ना रही हो और वो बेड पर गिर गयी जिससे उसकी टाँगें एक दम से हवा में हो गयी अमन ने बिना मोका गँवाए काजल की टाँगों को जाँघो से पकड़ लिया और ऊपर की ओर उठा दिया जिससे काजल की साड़ी और पेटिकॉट सरक कर उसकी कमर पर आ गया उसकी ब्लॅक कलर की कॉटन पैंटी अमन की नज़रों के सामने थी ये सब इतनी जल्दी में हुआ कि काजल को होश ही नही था कि हो क्या रहा है 


काजल की पैंटी को देख अमन का लंड शॉर्ट में झटके खाने लगा काजल की ब्लॅक कलर की पैंटी उसके काम रस से भीगी हुई थी काजल ने जल्दी से अपनी साड़ी को दोनो हाथों से पकड़ा और नीचे करने लगी इससे पहले कि काजल अपनी साड़ी और पेटिकॉट नीचे कर पाती अमन ने अपने होंठो को काजल की पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पर लगा दिया काजल के हाथ वहीं जम गये आँखों की पुतलियाँ एक बार पूरी फैल गयी उसे लगा मानो जैसे वो बेहोश हो जाए गी और फिर उसके लिए अपनी आँखें खुली रखना मुस्किल हो गया और काजल की आँखे बंद हो गयी काजल की गान्ड ऊपर की तरफ उछलने लगी जिसे काजल चाह कर भी रोक नही पा रही थी

काजल:अह्ह्ह्ह्ह अमान्ंनननणणन् ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईई अह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नहियीईईईईईई अमान्ंनननणणन् ओह बहुत्त्त्त्त्त्त अक्च ओह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

अमन अपने होंठो को काजल की पैंटी से हटाते हुए) क्या कहाँ बहुत अच्छा लग रहा हाईईईई

काजल को अपने आप पर बहुत हैरानी हुई उसके मुँह से ये कैसे निकल गया काजल एक बार फिर अहहीन भरने लगी क्योंकि अमन ने फिर से अपने होंठो को काजल की पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पे लगा दिया था अमन ने अपना मुँह खोल कर काजल की पैंटी समेत उसकी चूत की फांकों को मूँह में भर कर खींचा जैसे ही काजल की चूत की फांके और पैंटी पर अमन के होंठो की रगड़ काजल को महसूस हुई उसकी बदन में मस्ती की लहर दौड़ गयी उसकी चूत में आग और भड़क उठी चूत की दीवारों पर सरसराहट होने लगी काजल के हाथ खुद ब खुद अमन के सर पर आ गये और अमन के सर को कस के अपने हाथों में पकड़ लिया 

काजल:ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमानणन तुम ईए सब्बब क्योंन्नननननणणन् कर रहीईईई हूओ अह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उन्घ्ह्ह आहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन्न ओह ओह छोडर्र दो मंजीिइईईई आनी वालीए होंगीइइइ अह्ह्ह्ह्ह 

अमन ने अपने लंड को शॉर्ट्स से बाहर निकाल लिया और काजल की पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पर रख कर रगड़ने लगा अमन का तना हुआ लंड काजल की चूत के ऊपर से रगड़ खा रहा था अमन काजल के ऊपर लेट गया और उसके होंठो को अपने होंठो में लेकर चूसने लगा काजल अपना आपा खो चुकी थी काजल की बाहें अमन की पीठ पर कस चुकी थी और काजल अपने होंठो को खोल कर अमन के होंठो से चुस्वा रही थी अमन ने अपने होंठो को हटा लिया और काजल के ऊपर से खड़ा हो गया काजल अपनी आँखें बंद किए गहरी साँसें ले रही थी अपने अपना शॉर्ट्स ऊपर कर लिया काजल ने अपनी साँसों को दुरस्त किया और उठ कर खड़ी हो गयी अपना पेटिकोट और साड़ी को ठीक करके बाहर जाने लगी अमन ने काजल का हाथ पकड़ लिया 

काजल:अब क्या है अब तो जाने दो 

अमन:चली जाना बस मुझे एक बार अपनी गुलाबी चूत को तो दिखा दो 

काजल:नही मुझे जाने दो मुझे बाथरूम जाना है माजी भी आती होंगी 

अमन ठीक है अब की बार जाने देता हूँ पर अगली बार तुम मुझे रोक नही पाओगी काजल बाहर आकर अपने रूम में चली गयी रूम में आते ही उसने अपनी साड़ी और पेटिकॉट को ऊपर उठाकर अपनी पैंटी को नीचे उतारने लगी पैंटी गीली होने के कारण उसकी चूत से चिपक गयी थी जब उसने अपनी पैंटी को उतार कर देखा तो वो चूत के रस से एक दम भीगी हुई थी काजल ने उसपैंटी को बेड पर रख दिया और दूसरी पैंटी निकालने के लिए जैसे ही वो अलमारी की तरफ बढ़ी मेन डोर पर दस्तक हुई काजल एक दम से हड़बड़ा गयी उसने जल्दी से बेड पर पैंटी को उठा कर अलमारी में रख दिया और डोर खोलने चली गयी काजल ने डोर खोला तो सीमा और रीमा बाहर खड़ी थी दोनो अंदर आ गयी रीमा आते ही रसोई में घुस गयी और काजल को भी बुला लिया और रात के ख़ान के तैयारी करने लगी काजल बिना पैंटी के असहज महसूस कर रही थी उसकी चूत अभी भी गीली थी दूसरी तरफ अमन सीमा को कुछ देर पहले हुए काम को बता रहा था जो सीमा सुन कर खुस हो रही थी

सीमा:सबाश मेरे बच्चे तूने तो कमाल ही कर दिया 

अमन:मौसी कहीं काजल विजय को बता तो नही देगी 

सीमा:नही बताएगी तू भरोसा रख तू आज मेरा कमाल देखना आज तुझे काजल की चूत चोदने के लिए ज़रूर मिलेगी बस तू अपने आप पर भरोसा रख 
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