Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
10-30-2018, 06:22 PM,
#21
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
वो अपनी सोच मे गुम थी तभी सॅम उसे पीछी से पकड़ लेता है
वो बुरी तरह डर जाती है
फीरोजा;अहह ऊऊऊ तू है मैं तो डर ही गयी थी बेटा
सम;उसकी चुची मसल्ते हुए
चलो ना खाला बेडरूम मे मेरा लौडा आपकी चूत मे जाने के लिए मचल रहा है और सॅम अपना खड़ा लंड फीरोजा की गान्ड के सुराख मे शलवार के उपर से घुसाने लगता है

फीरोजा;तो मचल जाती है अहह हाँ बेटा बस तेरे नाना को खाना देने दे फिर तो रात भर छोड़ अपनी खाला को अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह थोड़ा बर्दास्त करना बेटा अम्मीईईईईई

सॅम;ने फीरोजा की शलवार का नाडा खोल दिया था और अपने हाथ उसके पैंटी मे डाल के उसकी चिकनी चूत सहलाने लगा था . खाला मैं क्या करूँ आपकी चूत देखनी है लौडा डालके चोदने का दिल कर रहा है मेरी खाला अहह

फीरोजा;की चूत मे पानी आने लगा था औचह रुक जा बेटा बस 15मिनट मेरा अच्छा बच्चा है ना और वो जल्दी से अपनी शलवार पहन के सत्तार ख़ान को खाना देने चली जाती है

सॅम;फीरोजा के रूम मे पूरा नंगा बैठा फीरोजा का इंतजार कर रहा था उसका लंड अपनी मोटी मोटी नसों के साथ किसी किंग कोबरा की तरह फॅन उठाए फूँकार रहा था उसे बस फीरोजा की चिकनी चूत दिख रही थी जिसमे वो अपने साँप को घुसाना चाहता था

20मिनट बाद फीरोजा अपने हाथ मे एक आयिल की बॉटल लिए रूम मे दाखिल होती है और आते ही रूम का दरवाज़ा बंद कर देती है

सॅम;उठ के उसके पास चला जाता है और उसकी चुची मसल्ते हुए उसकी नाइटी उतारने लगता है

फीरोजा;सिर्फ़ नाइटी मे थी और वो बुरी तरह तड़प रही थी सॅम के लिए वो एक झटके मे अपने सर से नाइटी निकाल देती है अब दोनो पूरे तरह नंगे एक दूसरे को चूम रही थी सॅम का लंड फीरोजा की चूत पे रगड़ खा रहा था जिससे वो उछल जाती और अपनी जाँघ खोल के लंड को चूत की दीवार पे रगड़ने लगती

फीरोजा;अहह सॅम बेटा अहह एक मिनट रुक
और वो सॅम को बेड पे बैठा के आयिल की बॉटल मे से आयिल निकाल के उसके लंड की मालिश करने लगती है

सम;अहह खाला ये क्या है अहह

फीरोजा;ये ऑलिव आयिल(ज़ैतून का तेल)है इससे तेरा लौडा और ताकतवर बनेगा और मेरी रात भर कुटाई करेगा अहह आज रात तेरी खाला तेरी रांड़ बन कर चुदेगी बेटा मुझ पे कोई रहम ना करना बस मुझे चोदते जाना रात भर मेरे लाल हर सुराख भर दे मेरा बेटा तेरे पानी से अहहहहहहहहहः

सॅम;का लंड एक डायमंड की तरह चमक रहा था फीरोजा ने उसकी अच्छे से मालिश की थी वो फीरोजा को अपनी गोद मे बैठा लेता है और उसके नाज़ुक लिप्स को चूसने लगता है गलपप्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प अहह खाला मैं चोदुन्गा आज रात भर हन्ंणणन् मेरा खाला अह्ह्ह्ह वो फीरोजा की चूत को मसलता हुआ उसके होंठों का रस पिए जा रहा था

फीरोजा;से बर्दास्त नही होता और वो सॅम को बेड पे लिटा के उसके उपर हो जाती है वो जल्दी से एक कॉंडम उसके लंड पे चढ़ा देती हैऔर अपने दोनो पैर उसके आजू बाजू डालके अपनी चूत को सॅम के लंड पे लगा देती है और अपनी गान्ड को नीची दबाने लगती है

अहह उःन्ह्ंहंहंहंहंह्न अम्मिईीईई ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्जई बड़ा है रे तेरा हरमीईए अहह मर गई तेरी खाला अहहहहहहहहः उसे दर्द भी हो रहा था पर वो सब सहने को तैयार थी उह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न ज़ालिम अहह वो पूरा लंड गटक चुकी थी और सॅम की छाती से चिपक जाती है वो हांप रही थी अपनी सांस संभाल रही थी

तभी सॅम सटा सट अपना लंड उसकी चूत मे अंदर बाहर करने लगता है अहह मेरी रांड़ अहह तूने मेरा काम आसान कर दिया अहह अब तू नही बचेगी हााआ तेरी चूत सूजा दूँगा मैं आज अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह वो इतनी ज़ोर से फीरोजा को अपनी बाँहों मे पकड़ के लंड पेल रहा था कि फीरोजा की आँखों मे आँसू आगये थी और चूत पूरी तरह अकड़ गयी थी

फीरोजा;हन्ंनणणन् ऊइईईई आमियीईईईईईईईई गगगगगग चोद ना हराम के जने अहह बता ना तेरी ताक़त अहह ये चूत तेरे लंड के लिए ही बनी है अहह मार ना उनह आगगगगगगगगगग मेरी गान्ड अहह गान्ड मे नहियीईईईईईई उःन्णनननननननननननणणन् बेटा वहाँ नही उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आराम से ऊऊऊऊऊ अहह

सॅम उसकी गान्ड मे दो फिंगर्स डालके उसकी चूत मारे जा रहा था वो पूरी ताक़त से लंड अंदर पेल रहा था अहह मेरी जान अहह खाला आपकी चूत बहुत नाज़ुक है अहह मेरी जान अहह चोदने दे हाआआआअ

वो ताबड तोड़ झटकों की बरसात किए हुए फीरोजा की चूत को जगह जगह से चीर देता है और एक ज़ोर का झटका जो सीधा फीरोजा की बच्चे दानी से जा टकराया था वहाँ अपना लंड रोक के पानी छोड़ने लगता है वो तो उसने कॉंडम पहना था वरना फीरोजा की चूत आज ही उसके विरे से प्रेग्नेंट हो जाती
अहह वो झड़ने लगता है 

फीरोजा; भी अपनी धुंवा धार चुदाई से पानी छोड़ ने लगती है उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मेरी जनंनननननणणन् मेरा बच्चा अपनी खाला को कितना अच्छा चोदता है अहह ऐसे ही चोद रात भर मेरी जान क्योंकि कल तेरी अम्मी तुझे लेने आ रही है

सॅम;क्या कल पर खाला वो तो एक हफ्ते बाद आने वाली थी ना सॅम भी इस न्यूज़ से थोड़ा उदास हो जाता है और वॉफीरोजा को साइड मे लेटा के बाथरूम जाने लगता है

तभी फीरोजा उसे आवाज़ लगाती है मुझे भी मुतना है

सॅम;पलट के उसे देखता है वो सॅम को गोद मे उठाने का इशारा कर रही थी

सॅम;उसके पास जाके उसे अपनी गोद मे उठाके बाथरूम मे ले जाता है

फीरोजा;सॅम की गोद से उतरने को तैयार नही थी वो वहीं उसकी गोद मे मूतने लगती है उसका पेशाब सॅम की छाती से होता हुआ नीची लंड को भिगोने लगता है

सॅम;उसकी ऐसी हरकत से सिहर उठता है वो फीरोजा की चूत को देख रहा था जो थोड़ी थोड़ी देर से पेशाब निकाल रही थी जब वो रुक जाती है तो सॅम उसे नीचे बिठा के फीरोजा के बाल खींचता है जिससे फीरोजा का मुँह खुल जाता है और सॅम जल्दी से अपना लंड उसके मुँह मे डालके मूतने लगता है अहह पी रांड़ मेरा पानी भी पीले अहह श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह वो इतने ज़ोर से मूत रहा था कि फीरोजा के हलक मे एक धार गिर रही थी जो सीधा उसके पेट मे जा रही थी
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10-30-2018, 06:22 PM,
#22
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
फीरोजा;सॅम का नमकीन पानी पी के सिसक उठती है और सॅम का पेशाब पीने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प उःन्णननणणन् उःन्णन्णनहुन्न्ञणन् गलपप्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प

फीरोजा;लंड को चूस के फिर से खड़ा कर देती है

सॅम;उसकी गर्दन पकड़ के उसे वहीं कुतिया बना देता है और अपने लंड को फीरोजा की चूत पे लगा के अंदर डालने लगता है
फीरोजा;अहह क्या कर रहा है हराम जादे गान्ड है वो मेरी अहह नहियीई मत डाल अंदर अहह

सॅम;तेरी बहन को चोदु हराम जादी मारने दे गान्ड तू कुतिया है मेरी और मैं तेरा कुत्ता अहह आज तुझे ऐसा चोदुन्गा कि तू मेरे आने तक लंड नही माँगेंगी अहह ले हराम जादी अहह वो अपने लंड को किसी भी तरह फीरोजा की गान्ड मे डालना चाहता था और वो कामयाब भी हो जाता है और अपना मुस्सल लंड फीरोजा की छोटी सी गान्ड के सुराख मे पेल देता है

फीरोजा;बेहोश होने जैसी हो गयी थी उसे बहुत तेज दर्द हो रहा था गान्ड मे थोड़ा सा खून भी निकल गया था और वो सॅम के तेज झटकों की वजह से और मूतने लगती है उह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न मादरचोद तेरी माँ को चोदना ऐसे अहह मुझे छोड़ दे अहह हराम उःन्णननणणन् मर गयी रे कुत्तीईई उःन्णनणणन्

सॅम;उसे भी चोदुन्गा छीनाल अहह पहले तेरी तो लेलुँ अहह बड़ी टाइट गान्ड है तेरी फीरोजा अहहहहहहहहः एक दम नरम अहह

फीरोजा;उनह तेरी अम्मी की भी ऐसी गान्ड है बेटा उस रांड़ को भी जमके चोदना मेरा लौडा मुझसे छीन के लेजाने आरही है कमिने अहह ज़ालिम ऐसे भी कोई चोदता है काययययययी उःन्णननणणन्

वो निढाल होचुकी थी और दूसरी मर्तबा पानी छोड़ रही थी 

सॅम भी अपना पानी फीरोजा की गान्ड मे डाइरेक्ट निकाल रहा था अहह अहह खाला मुझे अहह ऐसे किसी ने चोदने नही दिया ज़िंदगी मे अहह आप कमाल की हो अहह

वो भी थक चुका था मगर चोदने का शौक तो अभी अपने पूरे जोश मे था

उस रात सॅम ने फीरोजा को 3 बार और चोदा सुबह 6 बजे तक उनकी चुदाई चली और फिर वो एक दूसरे की बाँहों मे नंगे ही सो गये

फीरोजा;रात की ज़बरदस्त चुदाई से और सुबह सुबह सॅम के उसे बाथरूम मे चोदने से काफ़ी खुश थी बस उसे गम इस बात का था कि आज सॅम वापस जाने वाला था वो आएने मे देख के अपने बाल संवार रही थी और सॅम बेड पे नंगा सोया हुआ था. उसके चेहरे पे काफ़ी सुकून नज़र आ रहा था 

फीरोजा उसके पास जाके बैठ जाती है और उसके लिप्स पे एक किस कर देती है उसका दिल सॅम को टूट के चाहने लगा था सॅम;फीरोजा की ज़िंदगी का वो पहला शक्स था जिससे उसे जिस्मानी सुख मिला था कोई भी औरत अपने पहले मर्द को कभी नही भूल सकती फीरोजा का हाल भी यही था वो किसी भी तरह सॅम को अपने पास रोकना चाहती थी पर वो बेबस थी वो करती भी तो क्या नजमा से बोलती भी तो क्या कि वो सॅम से जुदा नही होसकती उसे मेरे पास रहने दो
वो इन्ही ख़यालों मे गुम थी तभी उसे बाहर हॉर्न की आवाज़ सुनाई देती है

फीरोजा;खिड़की से झाँक कर देखती है उसे नजमा की कार पौर्च मे पार्क होते दिखाई देती है उसका दिल ज़ोरों से धड़कने लगता है वो जल्दी से सॅम को उठती है

फीरोजा;उठो सॅम तुम्हारी अम्मी आ गई है जल्दी से कपड़े पहनो

सम;चौंकता हुआ उठ के बैठ जाता है
क्या इतने जल्दी वो तो 2पी एम तक आने वाली थी ना

फीरोजा;अब आ गई है तो क्या वापस भेज दूं चलो कपड़े पहनो मैं उन्ही हॉल मे बैठती हूँ और वो रूम से बाहर निकल जाती है

नजमा;एक पिंक कलर की साड़ी मे घर मे दाखिल होती है

फीरोजा;अर्रे बाजी आप इतनी जल्दी आप तो 2पी एम तक आने वाली थी ना

नजमा;हाँ वो 3पी एम मेरी मीटिंग है सोचा सॅम को जल्दी से पिकप करलूँ कहाँ है शेख साहिब

फीरोजा;दिल मे कमिनी की चूत पनिया गयी होगी ना
वो बाथरूम मे होगा शाएद आप बैठो मैं कुछ नाश्ते का इंतेज़ाम करती हूँ

नजमा;अर्रे उसकी कोई ज़रूरत नही मैं ज़रा अब्बू से मिलके आती हूँ
और नजमा सत्तार ख़ान के रूम की तरफ बढ़ जाती है

फीरोजा;जल्दी से टाय्लेट मे घुस जाती है जहाँ सॅम पेशाब कर रहा था

सॅम;फीरोजा को देख के चौंक जाता है
खाला क्या हुआ आप इतनी जल्दी मे क्यूँ है ज़ोर की लगे है क्या

फीरोजा;तुम्हारी अम्मी तुम्हे अभी लेके जाने वाली है मैं क्या करूँ सॅम मुझे कुछ अच्छा नही लग रहा प्ल्ज़ कुछ करो ना रुक जाओना सॅम
फीरोजा;किसी बच्ची की तरह सॅम से चिपक जाती है और ज़िद करने लगती है

सॅम;नीची से नंगा ही था फीरोजा के ऐसे चिपकने से उसके लंड मे जान आ गई थी और वो फीरोजा की जाँघ मे चुबने लगा था

फीरोजा;भी सिसक उठी थी अहह सॅम अहह लेले मेरी अभी जल्दी कर
और फीरोजा अपनी शलवार का नाडा खोल के उसे नीची गिरा देती है और दीवार की तरफ मुँह करके अपनी गान्ड पीछे की तरफ कर देती है उसके पैर खुले हुए थे और चूत पीछे की तरफ थी

सॅम;अपने लंड पे थूक लगा के सट से लंड अंदर पेल देता है अहह खलाआाआअ अहह मेरी खाला अहह

फीरोजा;उनह हाँ जल्दी सॅम और ज़ोर से अहहहहहहहः उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मेरी जान अहह मैं कैसे रहूंगी तेरे लंड के बिना अहह उःन्णननणणन् चोद रे ज़ालिम अहह उःन्णनणणन् ऊऊऊऊ

वो अपनी गान्ड सॅम के लंड के साथ हिलाने लगती है दोनो की स्पीड एक जैसी थी दोनो अपने पूरे जोश मे एक दूसरे से दूर जाने के एहसास से एक दूसरे के अंदर समाते चले जा रहे थे

सॅम;अहह खाला उःन्ह्ंहंहंहंहंहंह्न वो एक लंबी सांस लेके अपना लंड बाहर खींच लेता है उसे पता था कि अंदर पानी छोड़ा तो फीरोजा के प्रेग्नेंट होने के चान्सस है

फीरोजा;झट से नीचे बैठ के सॅम के लंड को अपने मुँह मे भर के अंदर तक चूसने लगती है उःन्णननणणन् अहह हन्ंनननणणन् 

सॅम'एक तेज़ पानी की पिचकारी फीरोजा के मुँह पे मारता है और अपना पानी उसके चेहरे पे निकालने लगता है

तभी टाय्लेट का दरवाज़ा खुलता है और नजमा के चेहरे का रंग उड़ जाता है
सामने फीरोजा बैठी थी और उसके मुँह पे सॅम के लंड का पानी था और सॅम की आँखे बंद थी

नजमा;हराम जादो क्या कर रहे हो तुम दोनो ज़लील इंसानो बाहर निकलो अभी के अभी 
नजमा की आँखे आग उगल रही थी वो सॅम के बाल खींच के उसे टाय्लेट से बाहर निकाल ने लगती है

सॅम;नजमा की आवाज़ से पहले ही डर चुका था उपर से उसके ऐसे तेवर ने उसकी गान्ड फाड़ दी थी वो अपने होश मे नही था कि क्या बोले और क्या करे उसका लंड अभी भी हवा मे लटक रहा था

फीरोजा;भाग के अपने रूम मे चली जाती है और दरवाज़ा अंदर से बंद कर देती है उसकी हार्ट बीट्स इतनी तेज थी कि किसी भी वक़्त हार्ट अटॅक आसकता था

वहीं सॅम का लंड कुछ सेकेंड मे ही सुकड के मानो जैसे मौत के आगोश मे चला गया था

सॅम;;नजमा के सामने सर झुकाए बुरी तरह कांप रहा था
उसे कुछ सूझ नही रहा था कि वो क्या कहे और क्या करे

नजमा;का गुस्सा सातवे समान पे पहुँच चुका था वो सॅम के बाल पकड़ के चिल्लाए जा रही थी 
कमिने इंसान बेहूदा बेशर्म ज़लील कहीं के तुझे ज़रा से भी शरम हया है कि नही अपनी खाला के साथ ये सब करते हुए ज़रा से भी गैरत महसूस नही हुई आख़िर तूने इतना ज़लील काम किया क्यूँ क्या इसी लिए मैने तुझे यहाँ रुकने की इजाज़त डी थी बोल मुझे जवाब दे कम्बख़्त कितना भरोसा किया था मैने तुझपे और तूने मेरे भरोसे का ये सिला दिया मुझे तू बस घर चल तेरी खाल निकाल के रख दूँगी वो बोलते बोलते हाँफने लगी थी उसे अब वहाँ एक पल भी रुकना मुश्किल था वो फीरोजा को दो चार थप्पड़ रसीद करने के इरादे से फीरोजा के रूम की तरफ बढ़ जाती है

सॅम;जल्दी से अपने कपड़े पहन के बॅग उठा के कार मे जाके बैठ जाता है
उसके दिल का हाल भी वही था जो ईस्वक़्त फीरोजा के दिल का था

नजमा;दरवाज़ा ज़ोर ज़ोर से खत खटाने लगती है उसके मुँह से गंदी गंदी गालियाँ निकल रही थी जिन्हे फीरोजा चुप चाप सुनने पे मजबूर थी जब फीरोजा डोर नही खोलती तो नजमा सत्तार ख़ान के रूम मे चले जाती है ये बोलने कि वो जा रही है
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10-30-2018, 06:22 PM,
#23
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
जब;वो कार की ड्राइविंग सीट पे बैठी तो उसे चक्कर से आ जाता है
जब भी नजमा हाइपर टेन्ष्शियन का शिकार होती है तो उसका यही हाल होता है उसे चक्कर आने लगते है और BP हाइ हो जाता है उसके फॅमिली डॉक्टर्स ने उसे और घर वालों को सॉफ सॉफ कहा था कि जहाँ तक होसके नजमा को टेंशन ना दी जाए वरना कुछ भी होसकता है

सॅम;जब नजमा को ऐसी हालत मे देखता है तो वो समझ जाता है ये उसे क्या हुआ है वो भाग के फ्रंट सीट खोल देता है और नजमा को आराम करने के लिए बॅक सीट पे लेजाने लगता है

नजमा;इतने गुस्से मे थी कि वो सॅम का हाथ झटक देती है
छोड़ मुझे ज़लील इंसान हाथ मत लगा

सॅम;मुझे जितनी गालियाँ देनी हो देदो अम्मी मारना हो तो मारलो पर प्लीज़ पीछे की सीट पे चलके लेट जाओ ऐसी हालत मे आपको आराम की सख़्त ज़रूरत है उसकी आवाज़ मे नरमी और परेशानी का असर सॉफ बयान हो रहा था जिसे नजमा समझ सकती थी वो बिना कुछ कहे सॅम का हाथ झटक के बॅक सीट पे जाके लेट जाती है और सॅम कार चलाने लगता है वो स्लो स्पीड मे ड्राइव कर रहा था

नजमा;गुस्से से तूने इतनी ज़लील हरकत क्यूँ की सॅम मैने तुझपे सबसे ज़्यादा भरोसा किया तुझे यूके एक अच्छा इंसान बनने के लिए भेजा और तू ये सीख के आया है वहाँ से 

अर्रे कम्बख़्त खाला भी तो माँ जैसी होती है कितना गिरी हुई हरकत की है तूने सॅम आख़िर तूने ऐसा क्यूँ किया उसकी आवाज़ मे गुस्सा और दर्द दोनो सॉफ नज़र आ रहे थे

सॅम;कार के ब्रेक ज़ोर से लगा देता है 

इसकी वजह भी सिर्फ़ और सिर्फ़ आप हो अम्मी सिर्फ़ आप

नजमा;ये सुनके आग बगुला हो जाती है वो चिल्लाने लगती है क्या कहा तूने मैं वजह हूँ इस सब के पीछे बेशर्म इंसान ऐसा गंदा काम करता है और मुझे कुसूर वॉर ठहराता है

सम;हाँ आप हो ज़िमेदार
क्योंकि जो मैने खाला के साथ किया वो सब मैं आपके साथ करना चाहता था पता है क्यूँ इसीलिए कि मैं आपसे सच्ची मोहब्बत करता हूँ ऐसी मोहब्बत जो एक माँ बेटे के बीच नही होसकती जबसे मैने जवानी की दहलीज़ पे कदम रखा मुझे सिर्फ़ आपका चेहरा नज़र आया मैने यूके मे भी कई लड़कियों के साथ सेक्स किया पर जब भी उन्हे चोदता मुझे आप नज़र आती मुझे दुनिया की कोई भी लड़की या औरत आपसे ज़्यादा अच्छी नही लगती मैं जानता हूँ आप इसे पागल पन कहेंगी अगर अपनी अम्मी से प्यार करना पागल पन है तो हूँ मैं पागल और मैने खाला को भी सिर्फ़ इसीलिए चोदा कि वो आपकी सग़ी बहन है उसे चोदते वक़्त मुझे आप नज़र आती थी उसे जब भी मैं अपने नीचे लेता था मुझे लगता मैं आपके साथ कर रहा हूँ मेरा ये जुनून ग़लत सही पर मेरी मोहब्बत सच्ची है मुझे अपनी अम्मी से प्यार करने की कोई भी सज़ा दी जाए मैं खुशी खुशी क़ुबूल करने को तैयार हूँ 

वो एक सांस मे अपने दिल का हाल वो जज़्बात जो उसके सीने मे कई सालों से दफ़न थे आज वो एक साथ किसी बाढ़ की तरह सभी दीवारे सभी बंधन तोड़ के सामने आ गई थी

नजमा;;बड़े गौर से ये सब सुन रही थी इस सब के दौरान उसके चेहरे से कितने अलग अलग एहसास आके गुज़र गये वो एक दम बेसूध सी बैठ गयी थी वो अपनी आँखे बंद कर लेती है वो सॅम की बातें सुनके हैरान और परेशान होचुकी थी ऐसी हालत मे वो सॅम को कुछ समझाना या उसपे चिल्लाना नही चाहती थी वो अपने ही ख़यालों मे गुम हो जाती है

जब वो लोग घर पहुँचे तो सभी ने उनका वेलकम किया नजमा तो अपना बॅग लेके ऑफीस चले गयी और सॅम दिल ओ दिमाग़ से थका हारा अपने रूम मे चला जाता है

आबिद;बहुत खुश था वो दिल ही दिल मे आने वाले वक़्त के संपने भी बुनने लगा था

रात मे खाना खाते वक़्त सॅम और नजमा दोनो खामोश थे जिसे सभी ने नोटीस किया पर ये समझ के इग्नोर कर्दिया कि शाएद नाना जान की तबीयत को लेके ये दोनो उदास है

सॅम;अपने रूम मे सोने चला जाता है
और नजमा अपने रूम मे

नजमा;अपने रूम मे अकेली सोती थी
पर आज उसकी आँखों से नींद कोसो दूर थी उसे रह रह के यही बात याद आ रही थी कि सॅम जब भी किसी के साथ सेक्स करता था तो उसे मैं नज़र आती थी वो सॅम के साथ झगड़ा करना चाहती थी उसे मारना चाहती थी कि वो कैसे इतनी गंदी सोच रख सकता है और वो फीरोजा को भी इसीलिए चोदता था क्यूँ कि वो मेरी सग़ी बहेन है उसके दिमाग़ मे सॅम के लिए गुस्सा बढ़ने लगता है पर उसका जिस्म उसका साथ नही देता
उसका एक हाथ उसकी चूत की तरफ बढ़ जाता है

वो अपनी क्लाइटॉरिस को ज़ोर ज़ोर से रगड़ने लगती है इतने गुस्से मे भी वो अपनी चूत को इतनी ज़ोर से रगड़ रही थी उसे सॅम की कही हुई हर एक एक बात याद आ रही थी

उस वक्त उसके दिमाग़ मे क्या खल बली मची हुई थी ये तो सिर्फ़ नजमा जानती थी पर एक लंबी चीख उःन्णननननणणन् अहह स्शह ऊऊऊऊऊ के साथ उसका हाथ गीला हो जाता है उसकी चूत ने इससे पहले इतना सारा पानी कभी नही छोड़ा था जब वो सुहागरात के दिन अपने शोहर से चुदी थी तब भी उसका क्लाइटॉरिस इतना मोटा नही हुआ था उसके निपल्स मे इतना खीचाव कभी नही हुआ था उसका जिस्म अजीब बर्ताव कर रहा था जिससे नजमा खुद हैरान थी वो अपनी चूत के पानी से भीगी हुई दो उंगलियाँ अपनी नाक के पास लाके सूंघटी है और फिर अचानक उसे अपने मुँह मे लेके चूसने लगती है जब वो उंगलियाँ चूस रही थी उसे सॅम का लंड और फीरोजा का मुँह दिखाई देने लगता है वो डर के मारे अपने आँखे खोल देती है और बेड मे उठ के बैठ जाती है

वो दिल मे सोचने लगती है ये मुझे क्या हो रहा है आअज मैने जो देखा उससे मुझे सॅम को मारना पीटना चाहिए था उफफफफफफफफफफ्फ़ मैं ये क्या कर रही हूँ मैं कल सॅम की अचही खबर लूँगी कमीना मेरी बहन को चोदता है 

उधर सॅम अपने बेड पे औंधा लेटा हुआ था और सुबह जो उसने किया और नजमा से कहा उसका अंजाम क्या होगा ये सोच रहा था तभी उसे अपनी गान्ड पे किसी का हाथ महसूस होता है
सॅम;को गान्ड पे किसी का हाथ महसूस होता है
वो पीछे मूड के देखता है सामने आबिद एक छोटे से वी शेप चढ्ढि मे खड़ा मुस्कुरा रहा था 

आबिद;क्या हुआ भाई आप परेशान लग रहे हो

सॅम;कुछ नही हुआ मुझे परेशान मत कर सोने दे

आबिद;भाई दिल कर रहा है ना

सॅम;देख आबिद मेरा दिमाग़ ऑलरेडी बहुत गरम है उपर से अगर तू परेशान करेगा ना तो मुझसे बुरा कोई नही जा अब मुझे सोने दे

आबिद;कहाँ सॅम की सुनने वाला था वो सॅम के बेड पे बैठ के सॅम के लंड को पॅंट के उपर से सहलाने लगता है भाई करोना मूड मैं ठीक करदेता हूँ

सॅम;मैने कहा ऐसा मत कर आबिद

आबिद;भाई प्लीज़ उसकी पकड़ सॅम के लंड पे मज़बूत होने लगी थी

सॅम;नजमा के साथ हुए हादसे से काफ़ी टेन्स था वो एक परेशानी दूर करना चाहता था और अब आबिद उसके लंड के साथ खिलवाड़ किए जा रहा था 

आबिद को कौन समझाता कि जब इंसान गुस्से मे हो तो उसके लंड के साथ खेला नही करते एक तो गान्ड फटती है या दाँत टूटते है

जब आबिद पे सॅम की धमकी का कोई असर नही हुआ तो वही हुआ जिसका डर था

एक ज़ोर दार थप्पड़ ने आबिद को अपनी दुनिया से इस दुनिया मे लाके पटक दिया

सम;हरामी मैने तुझे कहा ना मेरा दिमाग़ और खराब मत कर निकल जा यहाँ से वरना साले गान्ड मे बम्बू डालके चीर दूँगा
सम;की ज़हर उगलती आँखे आबिद को काफ़ी ख़ौफ़ जदा कर कई थी उपर से सॅम के मज़बूत हाथों का थप्पड़ जिसने आबिद के नाज़ुक से गालों पे उंगलियाँ छाप दी थी

बेचारा गान्ड के दर्द का मारा अपने दिल मे सॅम को कोस्ता हुआ दूसरे रूम मे चला गया.

सुबह 8 बजे;;
डाइनिंग टेबल पे महक बैठी नाश्ता कर रही थी जब वहाँ सॅम नहा के सिर्फ़ टवल लपेटे आके बैठता है तो महक उसे टोके बिना नही रह पाती

महक;ऊईए शरम हया नाम के कोई चीज़ है भी कि नही तुझमे ऐसे ही चला आ रहा है जा जाके कपड़े तो पहन ले घर मे तीन जवान औरतें रहती है

सॅम;उसे घुरके देखते हुए तीन कहाँ दो ही तो है
अम्मी और भाभी

महक;और मैं

सम;तू तो मेरा जुड़वा भाई है और सॅम उसके गाल पर थपथपाते हुए नाश्ता करने बैठ जाता है

महक;बुरी तरह तिलमिला जाती है अगर मुझे पता होता कि तू ऐसा निकलेगा सॅम तो मैं अम्मी के पेट मे ही तेरा गला दबा देती

सॅम;को उसकी बात पे हँसी आजाती है 

तभी वहाँ नजमा आती है नजमा को देख सॅम की सारी हँसी गायब हो जाती है

नजमा;;सॅम मुझे तुमसे कुछ ज़रूरी बात करनी है ज़रा मेरे रूम मे आना
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10-30-2018, 06:22 PM,
#24
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
सॅम;जी अम्मी
और सॅम नाश्ता करने लगता है नाश्ता करके वो सीधा नजमा के रूम मे चला जाता है जहाँ नजमा उसका इंतजार कर रही थी

नजमा;;उसे देख के अपनी बात शुरू करती है
देखो सॅम कल जो कुछ हुआ वो नही होना चाहिए था मैने इस बारे मे बहुत सोचा और मैने ये डिसाइड किया है कि तुम आज से ऑफीस जाय्न करोगे तुम बिज़ी रहोगे तो दूसरी तरफ तुम्हारा ध्यान नही भटकेगा
और हाँ सबसे ज़रूरी बात कल जिस तरह तुमने मेरे साथ गंदी लन्ग्वेज मे बात की है वो दुबारा नही होनी चाहिए तुम अपनी खाला को लेके और मुझे लेके जो बात कर रहे थे वो मुझे बिल्कुल ठीक नही लगी ग़लती सभी से होती है हम इंसान है फीरोजा से भी ग़लती हुई और तुमसे भी पर जो ग़लती से सबक सीख के सही रास्ते पे चले वही इंसान लाइफ मे कामयाब होता है

तुम ऑफीस जाय्न कर लो मैं तुम्हारी शादी के लिए कुछ फॅमिलीस मे बात चलने वाली हूँ अगर तुम्हे कोई लड़की पसंद है तो बोल दो

नजमा;सारी रात सो नही पे थी वो सॅम को ग़लत रास्ते पे जाता नही देख सकती थी इसीलिए ये सारी बातें उसने रात मे ही सोच ली थी.

सॅम;नजमा के करीब आजाता है वो नजमा की आँखों मे आँखे डालके बात करना चाहता था
अम्मी मैं खुद भी ऑफीस आना चाह रहा था और अब जब अपने डिसाइड कर लिया है तो मैं आज से ही जाय्न कर लूँगा
रही बात गंदे अल्फ़ाज़ यूज़ करने की तो वो भी मैने आपसे ही सीखे है

जब आप और खाला उस रात बातें कर रही थी और मैं आपके पास सोया हुआ था आपको लगा मैं सो चुका हूँ मगर मैं जाग रहा था और आपकी और खाला की मैने सारी बातें सुनी थी.

रही चूत और चोदने वाली बातें तो ये अल्फ़ाज़ मुझे आपकी सग़ी बहेन ने सिखाए है जब वो मेरे साथ हमबिस्तर (चुदती)थी
अगर आप उनकी बातें सुनेगी तो आपको यक़ीन भी नही होगा कि ये आपकी बेहन फीरोजा है
और एक बात और आपको मेरे लिए कोई लड़की देखने की ज़रूरत नही मैने अपने लिए ऑल रेडी लड़की देख ली है मुझे वो बहुत पसंद है अगर आप उससे मिलना चाहती है तो पीछे मूड के देख लो 
और सॅम नजमा का जवाब सुने बिना ही उसके रूम से निकल जाता है

नजमा;उसे जाता देखती रह जाती है
फिर कितनी ही देर बाद वो किसी ख़याल के तहेत पीछे मूड के देखती है
और उसे शर्म आजाती है सामने मिरर(आएना) था जिसमे नजमा को अपना ही अक्स नज़र आ रहा था

वो दिल ही दिल मे सॅम की हिम्मत की दाद भी देती है और उसे सॅम की कही बात पे गुस्सा भी आता है
वो अपना सर झटक के रूम से बाहर निकल जाती है
सॅम;अपने रूम मे ऑफीस जाने के लिए सूट्स सेल्लेक्ट कर रहा था तभी वहाँ शबनम आती है

शबनम;क्या हुआ सॅम कुछ ढूँढ रहे हो

सॅम;हाँ भाभी देखो ना समझ नही आ रहा ऑफीस के लिए क्या पहनूं

शबनम;मुस्कुराते हुए सॅम की अलमारी से एक स्काइ ब्लू कलर का शर्ट और एक डार्क ब्लॅक पॅंट निकालती है उसपे कोट और टाइ भी वही सेलेक्ट करती है
तुम आज ये पहनो तुम इस मे बहुत अच्छे लगोगे

सॅम;हाँ सही कह रही है आप वाउ भाभी आपकी पसंद की तो दाद देनी पड़ेगी

शबनम;ब्लश करते हुए रूम के बाहर जाने लगती है
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10-30-2018, 06:22 PM,
#25
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
तभी 
सॅम; उसे रोक लेता है एक मिनट भाभी इस शर्ट का एक बटन गिरा हुआ है

शबनम;अर्रे हाँ एक मिनट मैं अभी इसे ठीक कर देती हूँ और शबनम सॅम के बटन सुई धागे से सीने लगती है वो सॅम के इतने करीब थी कि सॅम के उसके जिस्म की महक अच्छी तरह महसूस हो रही थी सॅम ने शर्ट उतारा नही था
और शबनम ऐसे ही उसके सामने खड़े खड़े बटन ठीक कर रही थी
एक पाल के लिए शबनम अपनी पलकें सॅम के चेहरे की तरफ उठाती है
जो उसे ही घूर रहा था

सॅम;एक बात कहूँ भाभी

शबनम;ह्म्म्म्म मममम

सम;आप बहुत खूबसूरत हो आपकी आँखे

शबनम;क्या

सॅम;आपकी आँखे कितनी नशीली है

उसके इतनी अच्छे से तारीफ करने से शबनम थोड़ी ठिठक जाती है
उसका दिल करता है कि सॅम उसकी और तारीफ करे

शबनम;और क्या अच्छा लगता है तुम्हे सॅम 

सम;आपके लिप्स
कितने गुलाबे है बिना लिपस्टिक के भी इतने वो बोलते बोलते रुक सा गया

शबनम;बोलो ना रुक क्यूँ गये

सॅम;शबनम का चेहरा उपर उठाते हुए आपके लिप्स सच मे बहुत रसीले है दिल करता है और वो आगे बढ़ता है 
पर शाएद शबनम अभी इसके लिए तैयार नही थी वो अपने कदम पीछे सरका लेती है

सॅम;उसका इशारा समझ के जल्द बाज़ी नही करता एक तो पहले ही नजमा ने उसकी गान्ड फाड़ रही थी उपर से अगर शबनम भी बिदक गयी तो घर मे रहना मुश्किल होज़ायगा यही ख़याल से वो भी खुद को रोक लेता है

अर्रे भाभी लगता है आपको बुरा लगा ओके बाबा ये लो हम आपके कान पकड़ते है
बस अब तो हंस दो

शबनम;ह्म्म्म्म म ग़लती तुम करो और कान मेरे पकडो देवर जी आप ना बड़े वो है

सॅम;क्या जी

शबनम;शरमाते हुए मुझे नही पता और वो सॅम के रूम से भाग जाती है

सॅम;साली पत्तो पे आ रही है इसकी भी लेलेंगे एक दिन मस्त माल है 
और वो तैयार होके ऑफीस के लिए निकल जाता है

उसे नजमा के साथ ऑफीस जाना था आज सॅम का ऑफीस मे पहला दिन था इसलिए वो फर्स्ट इंप्रेशन को लास्ट इंप्रेशन बनाना चाहता था

जब वो नजमा की कार के पास आया तो नजमा भी उसे देखती रह गयी
नजमा के इस तरह उसे घूर्ने से वो दिल मे बहुत खुश हो रहा था
वो नजमा की आँखों मे देखते हुए बोल ही देता है
सॅम;क्यूँ पहले कभी कोई मर्द नही देखा क्या आपने

नजमा;बुरी तरह बिदक जाती है वो सॅम को डांटना चाहती थी पर डाँट नही पाती और सिर्फ़ घूर के रह जाती है
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10-30-2018, 06:22 PM,
#26
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
ऑफीस पहुँच के शबनम सभी वर्कर्स स्टाफ मेंबर्ज़ से सॅम की इंट्रो करवाती है
सभी उससे मिलके काफ़ी इंप्रेस हो जाते है वो था ही ऐसा बेहतरीन शख्सियत का मालिक एक बार जो उसे मिलता वो उसका मुरीद बन जाता

ऑफीस मे एक स्टाफ मेंबर थी और नजमा की पर्सनल सीक्रेटरी सोफ़िया

सोफ़िया;एक 24 साल की ग्रॅजुयेट खूबसूरत लड़की थी जो पछले 1साल से यहाँ काम कर रही थी वो नजमा के सारे काम देखती थी नजमा को उसपे काफ़ी भरोसा भी था

जब वो सॅम से मिली तो कहते है ना लव अट फर्स्ट साइड जी हाँ उसे शाएद इसी कीड़े ने काटा था वो सॅम को नीचे से उपर देखते ही जा रही थी उसे तब होश आया जब शबनम ने उसका कंधा हिला के उसे सॅम को उसका कॅबिन दिखाने के लिए कहा

सोफ़िया;जी जी शबनम मॅम 

शबनम;क्या हुआ 

सोफ़िया'कु कुछ नही मॅम

शबनम'धीरे से उसके कान के पास कहीं सॅम तुम्हे 

सोफ़िया;क्या चेहरे ने शबनम को उसका आधी अधूरे सवाल का जवाब देदिया

शबनम दिल मे ऊऊओहो तो ये भी वाह सॅम क्या बात है तुम्हारी

सोफ़िया';सॅम को उसके कॅबिन मे लेजाके सारी बातें बताने लगती है

सॅम उससे काफ़ी अच्छे से बातें कर रहा था पर सॅम को उसमे कोई इंटरेस्ट नही था वो तो बस नजमा का दीवाना था

नजमा;अपने कॅबिन मे से सॅम और सोफ़िया को हंसते हुए देख देख ना जाने क्यूँ जल भुने जा रही थी वो सॅम को अपने कॅबिन मे बुलाती है

नजमा;ऑफीस पसंद आया 

सम;जी बहुत अच्छा है 

नजमा;और स्टाफ मेंबर्ज़

सम;वो तो कमाल के है सभी बेहतरीन

नजमा;और सोफ़िया

सम;ठिठक जाता है और रवानी मे उसके मुँह से निकल जाता है वो तो काफ़ी इंटरेस्टिंग लड़की है

नजमा;हाँ वो तो मैं देख ही रही हूँ देखो सॅम तुम्हे यहाँ काम सीखना है और फिर आगे इसे संभालना भी है ये इतना बड़ा गारमेंट्स इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़्नेस सिर्फ़ लड़कियों से फ्लर्ट करके नही सीखा जाएगा तुमसे तुम्हे दिल ओ जान से मेहनत करनी पड़ेंगी समझे सोफ़िया से दूर ही रहना तुम और ऑफीस की सभी लड़कियों से भी

सॅम;दिल मे हाँ मुझे बाल ब्रह्मचारी बना दोना 
ओके जैसा आप कहे
पर सॅम को एक बात समझ आ गई थी कि कहीं ना कहीं नजमा को जेल्लस फील हो रहा है वो अपनी बात को कन्फर्म करना चाहता था और उसके पीछे की वजह भी जानना चाहता था अगर इस सब के पीछे नजमा का प्यार छुपा हुआ था तो इसका मतलब सॅम अपनी मंज़िल के बहुत करीब है
वो कुछ सोचता हुआ नजमा के कॅबिन से निकल जाता है

उस्दिन वो सोफ़िया को कई बार अपने कॅबिन मे बुलाता है और उससे हंस हंस के बातें करता रहता है
ये सब नजमा अपने शीशी के कॅबिन से सॉफ देखती रहती है और दिल मे जलती रहती है

जब वो घर के लिए निकलते है तो नजमा का मूड काफ़ी ऑफ होचुका था
सॅम;उससे कोई बात नही करता और चुप चाप अपने मोबाइल मे पता नही क्या देखता रहता है

नजमा;आज बड़े हंस हंस के बातें हो रही थी सोफ़िया के साथ

सॅम;क्या हाँ वो तो मैं उसे अपने काम को लेके डसकस्स कर रहा था 

नजमा;देखी मैने तुम क्या कर रहे थे देखो सॅम

सॅम;उफफफफफफ्फ़ हो अम्मी आपकी प्राब्लम क्या है मैं अगर किसी से बात करता हूँ तो इसमे क्या ग़लत है सोफ़िया आपके ऑफीस की एक मेंबर है बस आप खामख़ाँ ही बात को बढ़ावा दे रही है

नजमा;उसे घूरती रह जाती है और कार तेज रफ़्तार मे घर पहुँच जाती है

रात के खाना खाने के कुछ देर बाद सभी अपने अपने रूम मे सोने चले जाते है

रात2पी एम;सॅम अपने रूम मे जाग रहा था उसे फीरोजा की चूत याद आ रही थी वो आज बहुत बेचैनी महसूस कर रहा था वो बेड से उठके किचिन मे पानी पीने चला जाता है तभी उसे शबनम के रूम से हल्के हल्के से सिसकने की आवाज़ आती है उसके पैर रुक जाते है और वो किचिन की बजाए शबनम के रूम के दरवाज़े के पास खड़ा हो जाता है
गौर से सुनने पे उसे किसी की ऐसी आवाज़ सुनाई दे रही थी जैसे कोई औरत चुद रही हो कोई उसे धीरे धीरे चोद रहा हो और वो मस्ती मे सिसक रही हो

सॅम;के जिस्म मे कुछ सरसराहट सी होते है भाभी किसी नही नही पर आवाज़ तो अंदर से आ रही है वो की होल से अंदर झाँकता है और उसकी आँखे फटी की फटी रह जाती है.

शबनम;पूरी तरह नंगी अपने बेड पे अपने दोनो पैर चौड़े किए हुए अपनी चूत को ज़ोर ज़ोर से रगड़ रही थी अहह उःन्णनणणन् ष्ह
उसकी चूत बिल्कुल चिकने सॉफ नज़र आ रही थी जांघे एकदम सफेद और चुची एक दम दूध जैसी 

सॅम ;ने पहली बार अपनी भाभी का ये रूप देखा था वो तो भाभी को बहुत ही शरीफ औरत समझता था पर आज उसकी आँखे जो देख रही थी उसे उसपे भरोसा नही हो रहा था
पर हक़ीकत तो यही थी

शबनम;अहह ज़ीशन अहह उःन्णनननणणन्
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10-30-2018, 06:23 PM,
#27
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
शबनम अपने शोहर जो इस दुनिया मे नही थे उसका नाम लेके झड़ने लगती है तब सॅम की समझ मे सारी बात आजाती है कि भाभी अपने शोहर और सॅम के बड़े भाई को बहुत मिस कर रही है

सॅम;अपने रूम मे आके लेट जाता है और दिल मे सोचने लगता है
कि उसे भाभी की ये उदासी दूर करनी होगी पर कैसे

मॉर्निंग 8 बजे

सॅम;अपने बेड पे पूरा नंगा सोया हुआ था उसके जिस्म पे एक पतली सी चादर थी
नजमा;उसे उठाने के लिए उसके रूम मे जाती है
वो गहरी नींद मे था नजमा उसे एक पल के लिए देखती है
सॅम से वो नाराज़ थी पर वो उसका सबसे प्यारा बेटा था जिसपे उसे बहुत नाज़ था

नजमा;उठो बेटा ऑफीस के लिए लेट होज़ायगा चलो
और वो सॅम के उपर की चादर खींच लेती है उसकी आँखे जो मंज़र देखती है वो उसने कभी अपने खाबो ख्यालों मे सोची भी नही होंगी सॅम;का 8इंच लंबा 3इंच मोटा तना हुआ लंड

उसके लंड की एक खूबी ये थी कि उसके लंड का हेड एकदम लाल टोमॅटो की तरह था और जब वो पूरी तरह खड़ा हो जाता था तब निचली शाफ्ट पे मोटी मोटी नसें देखाई देती थी वो किसी किंग कोब्रा की तरह दिखाई दे रहा था जो किसी भी वक़्त नजमा को डॅन्स लेगा

नजमा;के होंठ सूखने लगे थे वो बार बार अपनी ज़ुबान लिप्स पे फिरा कर उन्हे गीला करने की कॉसिश कर रही थी इस बात से अंजान कि सॅम जाग चुका है और उसके चेहरे को पढ़ने की कॉसिश कर रहा है

सॅम;अपने लंड को मुट्ठी मे मसलते हुए कैसा है अम्मी

नजमा;चौंकते हुए वो मैं तो सॅम बेटा वो ये तुम्हे जगाने आई थी

सॅम;देखोना जाग गया है उसका इशारा अपने लंड पे था

नजमा;अपना चेहरा दूसरी तरफ कर लेती है
चलो तैयार होजाओ हमे ऑफीस जाना है हालाँकि उसका दिल ज़ोरों से धड़क रहा था

तभी उसे अपनी कमर के बीच की दरार मे एक गरम चीज़ महसूस होती है
उसकी साँसें हलक मे आके अटक गयी थी वो कुछ बोलना चाहती थी पर अल्फ़ाज़ उसकी ज़ुबान से नही निकल रहे थे

सॅम;अपने दोनो हाथों से नजमा की नाज़ुक सी कमर पकड़ के अपने लंड का दबाब उसकी कमर पे बढ़ा देता है
वो भी बिल्कुल खामोश था पर दोनो की साँसों की आवाज़ दूर तक सुनाई दे रही थी

सॅम;नजमा के कानों के लोले को अपने मुँह मे लेलेता है गलपप्प्प्प्प्प्प
मारे शरम और डर के नजमा के होंठों से सिर्फ़ उन्न्ह की सिसकारी निकल पाती है

नजमा;छोड़ो मुझे सॅम जाने दो मुझे जाना है

सॅम;आइ लव यू अम्मी
और वो अपने लंड को नजमा की शलवार के उपर से इतने गहरे मे घुसा देता है जिससे नजमा को ये एहसास होता है जैसे वो बिल्कुल नंगी है और सॅम उसकी गान्ड मे लंड पेल रहा है

नजमा;स्शह अहह क्या कर रहा है सॅम छोड़ दे बेटा कोई आजाएगा

सॅम;पहले कहो आइ लव यू टू

नजमा;उसे ज़ोर से धकेल के मारना चाहती थी पर उसका जिस्म उसके दिमाग़ की बात नही सुनरहा था
उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मैं तेरी अम्मी हूँ सॅम होश मे आ बेटा
हालाँकि नजमा अपना होश खोने लगी थी

सॅम;अपने दोनो हाथ नजमा की नरम चुची पे रख के हल्के हल्के मसल्ने लगता है कॉटन के उस ब्लाउस के नीचे ब्रा नही थी जिससे सॅम को चुची मसल्ने मे बहुत मज़ा आने लगा था उसकी चुभन और मसल्ने के अंदाज़ से नजमा कसमसाने लगी थी वो पूरी तरह सम के क़ब्ज़े मे थी

नजमा;अहह छोड़ दे रे अहह मत कर ऐसा वरना मुझसे बुरा अहह कोई नही होगा उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

किसी के कदमों की आवाज़ से सॅम ठिठक जाता है और नजमा को छोड़ के बाथरूम मे चला जाता है
नजमा;अपनी आँखे खोल के उसे देखने लगती है पर वो वहाँ नही था और सामने शबनम चाइ का कप लिए खड़ी थी

बस कुछ सेकेंड का फ़र्क़ पड़ा था वरना आज शबनम उन्हे ऐसी हालत मे देख लेती

शबनम;क्या हुआ अम्मी आप परेशान नज़र आ रही है

नजमा;हाँ ना वो मैं तो बस सॅम को जगाने आई थी
और वो धड़कते दिल को थाम सॅम के रूम से निकल जाती है

सॅम;को बेड टी पीने की आदत थी ये काम रोज शबनम का था उसके रूम मे चाइ पहुँचा ने का

वो चाइ टेबल पे रख के बेड पे बैठ जाती है और सॅम के बाहर आने का इंतजार करने लगती है
तभी सॅम सिर्फ़ एक टवल लपेटे बाथरूम से बाहर आता है

शबनम;उसे देख के स्माइल करती है

सॅम;गुड मॉर्निंग भाभी

शबनम;गुड.मॉर्निंग सॅम आज जल्दी उठ गये

सॅम;हाँ वो अम्मी ने जगा दिया और सॅम टेबल पे से चाइ उठाके पीने लगता है
वो शबनम के एकदम सामने खड़ा था और शबनम का चेहरा उसके लंड के सामने था

अब ये शबनम की आँखों की तपिश थी या किस्मत का कोई खेल सॅम की वो बँधी हुई टॉवल नीची गिर जाती है और शबनम की आँखों के सामने 6इंच का लटका हुआ लंड आजाता है ये सिर्फ़ 10 सेकेंड के लिए हुआ पर इस ने आजसे इन्दोनो की ज़िंदगी का फ़ैसला कर्दिया था
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10-30-2018, 06:23 PM,
#28
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
शबनम;अपने मुँह पे हाथ रखे अम्म्म्ममममममिईीईईईईईईईई कहते हुए वहाँ से भाग जाती है
और सॅम नंगा खड़ा अपनी किस्मत पे खुश होने लगता है वाह बेटा सॅम आज तो तूने दो दो को अपना लंड दिखा दिया शाबाश वो दिल ही दिल मे सोच सोच के मुस्कुराने लगता है और कपड़े पहन्के अपने रूम से बाहर आजाता है रूम के बाहर उसकी टक्कर महक से होती है

महक;ऊऊचह अर्रे गेंडी देख के नही चल सकता क्या ऊऊचह

सॅम;मोटी भैंस पूरा रास्ता घेर के चलेगी तो टक्कर तो होगी ही चल हट सामने से

महक;जल भुन सी गयी थी वो सॅम को पेट मे मुक्का जड़ देती है

सॅम;तेरी तो पलट के महक के बाल पकड़ के उसे ऐसे घुमाता है जिससे वो गिरते गिरते बचती है और किसी फिल्मी सीन की तरह सॅम की मज़बूत बाहें उसे थाम लेती है

दो पल उनकी नज़रें मिलती है और फिर महक संभल जाती है अबे घूर क्या रहा है

सॅम;ह्म्म्म्म मममम तू कभी नही सुधर सकती भैंस
महक;देख सॅम मुझे भैंस मत कहना वरना
सॅम;वरना क्या धमकी देती है और वो महक की तरफ उसे मारने बढ़ता है पर तबतक महक भागते हुए अपने रूम के दरवाज़े के पास पहुँच जाती है

महक;;वरना मैं तुझी कद्दू कहूँगी

कद्दू सम के बचपन की एक चिड थी उसे उसके फ्रेंड और खास तौर पे महक कद्दू कहके चिड़ाते थी क्योंकि वो बकपन मे बहुत मोटा था

सॅम;रुक भैंस
सॅम;महक के पीछे जाने की बजाय किचिन की तरफ बढ़ जाता है आज वो बहुत खुश था उसका दिल सभी से मिलके उन्हे गले लगाने का कर रहा था 
सॅम;किचिन मे पहुँचता है जहाँ शबनम अकेली कुछ काम कर रही थी

शबनम;जब उसे ऐसे खुदसे मुस्कुराता देखती है तो उसे ज़ोर से हँसी आजाती है
जिससे सॅम तोड़ा शर्मा सा जाता है दोनो एक दूसरे को कुछ पल के लिए देखते है और शबनम को फिर से हँसी आजाती है

उसे रह रह के सॅम का वो नंगा होना याद आता है
इस बार सॅम थोड़ा सीरीयस चेहरा बना कर शबनम की तरफ बढ़ता है जिसे देख शबनम थोड़ा पीछे को हटती है उसे लगता है पता नही सॅम उसे पकड़ेगा या कुछ कहेगा वो सहम सी जाती है

सॅम;उसके पास आके अपना हाथ उसे छूते हुए शबनम की साइड मे रखे ग्लास को उठा लेता है और शबनम की तरफ देख के वॉटर फिल्टर से पानी निकाल के पीने लगता है वो शबनम की आँखों मे देख रहा था और शबनम अपनी नज़रें इधर उधर घुमा रही थी वो जल्दी से वहाँ से खिसक जाना चाहती थी पर सामने सॅम के खड़ा होने से वो जा भी नही सकती थी 
तभी नजमा की आवाज़ से सॅम थोड़ा हाथ जाता है और शबनम बिजली की तेज़ी से वहाँ से निकल जाती है

हैरत की बात तो ये थी कि इस पूरे वक़्त ना सॅम कुछ बोला था और ना शबनम बस उनके दिलों के तेज़ धड़कनें और आँखों के इशारे सारी बातें एक दूसरे को बता रहे थे.

कुछ देर बाद सॅम और नजमा ऑफीस के लिए निकल जाते है उनके साथ शबनम भी थी जो बॅक सीट पे बैठी थी

नजमा;खामोश थी और शबनम भी तभी सॅम उन्हे ऐसे चुप चाप सा देख कहता है

सॅम;अर्रे भाई कोई मर गया है क्या जो इतना सन्नाटा है

नजमा और शबनम दोनो को हँसी आजाती है और फिर ऐसे ही फॉर्मल सी बातों के साथ वो ऑफीस पहुँच जाते है

ऑफीस मे सोफ़िया ;सॅम का इंतजार कर रही थी 
क्योंकि सॅम ने उसे कल कुछ फाइल्स लाने के लिया कहा था वही वो सॅम को बताना चाहती थी
सॅम;एक एमबीए स्टूडेंट था जो अपनी पढ़ाई और नये नये क्रियेटिव आइडियास की वजह से अपने कॉलेज मे काफ़ी मशहूर था वही ब्रेन वो यहाँ अपने अब्बू के बिज़्नेस को आगे पहुँचाने के लिए इस्तेमाल करना चाहता था कल ऑफीस के पहले दिन ही उसने कई बातें नोटीस किया था और कुछ चीज़ें उसे अच्छे लगी थी और कुछ मे उसे सुधार चाहिए थे 

वो अपने बिज़्नेस को एक नयी उँचाई तक पहुँचना चाहता था और ये बात नजमा और शबनम भी अच्छे से जानते थे

सोफ़िया;आज कमाल की लग रही थी एक लाइट ब्लू कलर की शलवार कमीज़ मे उसकी चुची काफ़ी उभर के आई थी फिटिंग के कपड़े उसपे काफ़ी जचते थे

इसी लिए तो सॅम ने उसे जब वो फाइल्स लिए तो वो भी सोफ़िया की तारीफ किए बिना ना रह पाया

सॅम;के मुँह से अपनी तारीफ सुनके सोफ़िया काफ़ी खुश हो जाती है और अपन ख्वाबों के महलों मे घूमते वो उसके कॅबिन से बहात निकलती है और सीधा नजमा से टकरा जाती है

नजमा;ऊऊचह
सोफ़िया;;ओह्ह्ह्ह ओह्ह आइ एम सो सॉरी मॅम आइ एम एक्सटेरेमली सॉरी

नजमा;उसे आँखे निकाल के देखते हुए देख के चला करो सोफ़िया

सोफ़िया;सर झुकाए वहाँ से निकलने मे ही अपनी भलाई समझती है

नजमा;सॅम के कॅबिन मे पहुँच के
सॅम हमारे एक क्लाइंट है मिस्टर.उबैद जाफ़री वो हमे काफ़ी रॉ मेट्रीयल सप्लाइ करते है तुम्हारे अब्बू उन्हे भाई मानते थे
उनकी तबीयत खराब चल रही है कुछ महीनो से डॉक्टर कहतें है उन्हे ब्रेन ट्यूमर है 
मैं चाहती हूँ तुम उनसे मिल आओ उन्हे भी अच्छा लगेगा और हमारे बिज़्नेस के लिए भी ठीक होगा

सॅम;जी जैसा आप कहे आप मुझे उनका अड्रेस देदीजये मैं चला जाउन्गा

नजमा;अड्रेस शबनम के पास देदिया है मैने तुम दोनो चले जाना

सॅम;ओके अम्मी और सॅम नजमा को आँख मार देता है
नजमा;उसे घुरके देखते हुए वहाँ से चली जाती है

सॅम;और शबनम ;मिस्टर जाफ़री से मिलने निकल जाते है दोनो कार मे बिल्कुल खामोश थे
कार सॅम ड्राइव कर रहा था

सॅम;भाभी आइ एम सॉरी

शबनम;किस लिए सॉरी कह रहे हो

सॅम;वो आज 

शबनम;इट्स ओके सॅम वो अंजाने मे हुआ तुम्हारी कोई ग़लती नही है

सम;भाभी एक बात कहूँ

शबनम;हाँ बोलो

सॅम;आप मुझसे ऐसे डरी डरी सी क्यूँ रहती है

शबनम;थोड़ा झीजकते हुए नही तो सॅम ऐसी कोई बात नही है तुम्हे ऐसे क्यूँ लगता है

सॅम;बस भाभी लगता है आप आबिद से खुलके हंस के बात करती है पर मुझसे थोड़ी दूर सी रहती है मुझे ऐसा फील होता है जैसे मैने आपको हर्ट किया है कभी

शबनम;नही बाबा ऐसे कोई बात नही है असल मे तुम यहाँ थे नही ना कई सालों से इसीलिए थोड़ा मुश्किल होता है एक दूसरे को समझना मैं नही चाहती मेरी कोई बात तुम्हे हर्ट करजाये

सॅम;ऊहह तो ये बात है
मैं भी ना कुछ भी सोचता रहता हूँ

अच्छा भाभी क्या मैं आपसे कोई बात शेयर करू तो वो आप हम दोनो तक रख सकती हो

शबनम;बिल्कुल सॅम तुम मुझपे पूरा भरोसा करसकते हो

सॅम;ओके भाभी मुझे ना एक लड़की बहुत पसंद है
वो मुझे बहुत अच्छी लगती है शाएद मैं भी उसे अच्छा लगता होउँगा ऐसा मुझे लगता है पर उसके दिल की बात मुझे अब तक पता नही चली है
मैं आपसे ये पूछना चाहता हूँ कि मैं उसे कैसे हासिल करूँ

शबनम;थोड़ी देर चुप रही 
Reply
10-30-2018, 06:23 PM,
#29
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
देखो सॅम अगर तुम उसे सच मे प्यार करते हो तो पहले उसके दिल मे जगा बनाओ उसे तुम्हारी अहमियत पता होनी चाहिए और हाँ तुम उसे कितना प्यार करते हो इसका भी एहसास उसे दिलाओ उसके बाद तुम देखो गे कि वो अपना सब कुछ तुम पे न्योछावर कर्देति है

सॅम;ओूऊऊऊऊव भाभी यू आर एक्सलेंट आपका तो जवाब नही 

शबनम;थोड़ा झेन्पते हुए थॅंक यू 

सॅम;शबनम से नजमा के बारे मे पूछ रहा था और शबनम शायद ये समझ बैठी थी कि सॅम उसके बारे मे बात कर रहा है
कन्फुशन 

लेकिन इन्सब बातों का ये प्लस पॉइंट निकला था कि सम और शबनम के बेच का वो परदा हाथ चुका था जो उन्ही एक ही घर मे दो हिस्सों मे बाते हुए था अब वो एक डुरे से काफ़ी फ्रॅंक बातें करने लगे थे और ऐसे ही बातों मे वो मिस्टर.जाफ़री के घर पहुँच जाते है

सॅम और शबनम मिस्टर.जाफ़री के घर पहुँच जाते है ये एक बड़ी सी हवेली थी जिसमे कई रूम्स थे सॅम एक नौकर को उनके आने की वजह बताता है वो एक रूम मे जाके मिस्टर.जाफ़री को इनफॉर्म करता है
कुछ देर बाद सॅम और शबनम उस रूम की तरफ चल देते है जहाँ मिस्टर जाफ़री थे

मिस्टर.जाफ़री;अर्रे आओ आओ सॅम बेटा कैसे हो अर्रे शबनम बेटी भी आई है

वो एक मुलाज़िम को इन्दोनो के लिए कुछ लाने के लिए कहते है

मिस्टर.जाफ़री;एक 4२ साल के मिड्ल एज शक्स थे पर बीमारी ने इन्हे इतना कमज़ोर कर्दिया था कि वो 60 साल के नज़र आने लगे थे उनकी दूसरी शादी हुए 1साल ही हुआ था पहली बीवी की मौत होचुकी थी वो तीनो आपस मे बातें कर रहे थे तभी रूम मे एक लड़की जिसकी उमर 23 से 24 साल के बीच होगी वहाँ आती है

सॅम;को लगा शाएद ये मिस्टर.जाफ़री की बेटी है पर उसे उस वक्त शॉक लगा जब मिस्टर.जाफ़री ने उस लड़की को बेगम कहा यानी ये उनकी दूसरी बीवी थी

सॅम;तो उसे देखता ही रह गया एक नायाब हीरा था वो जो कचरे मे पड़ा था जिस्म एकदम भरा हुआ कमर पीछे को निकले हुए चुची अपने ब्लाउस को फाड़ के बाहर आने को बेताब पेट एकदम चिकना जैसे संगे मरमर और वो थी भी किसी अजंता की मूरत जब वो हंस के सॅम और शबनम से बातें कर रही थी तो सॅम को ऐसे लग रहा था जैसे जन्नत की कोई हूर ज़मीन पे उतर आई हो और अपने लबों से मोटी बरसा रही हो उसका नाम था शीबा.

जब शिबा सॅम को ऐसे घूरते हुए देखती है तो उसके चेहरे पे एक कातिल मुस्कान आजाती है जिसे सॅम की आँखे एक पल मे पढ़ लेती है

मिस्टर.जाफ़री;शीबा का इंट्रो सॅम और शबनम से करवाते है और उनके बीच ऐसे ही बातें चलती रहती है

शबनम;शीबा से टाय्लेट का पता पूछ वहाँ चले जाती है उसे ज़ोरों की पेशाब आई हुई थी

मिस्टर.जाफ़री;अर्रे बेगम सॅम हमारे घर पहली बार आया है इसे हमारा घर दिखाओ ये तो बाहर से घर देख हमारे घर की बहुत तारीफ कर रहे थे ज़रा इन्हे अंदर से भी दिखा दो

शीबा;जी चलिए आपको अंदर का दिखा देती हूँ 
उसने ऐसे अंदाज़ मे कही कि सॅम का लंड फूँकारे बिना ना रहसका
वो दोनो उपर बनी सीढ़ियों के तरफ चल देते है

उपर एक रूम मेपहुँच के शीबा सॅम को बेड पे बैठा देती है ये उसका बेडरूम था जो बहुत सलीके से सज़ा हुआ था
सॅम;इधर उधर देखने लगता है पर शीबा की नज़रें सॅम पर ही टिकी हुई थी

शीबा;सॅम तुम्हारी बीवी साथ नही आई

सॅम;जी वो मेरी अभी तक शादी नही हुई है

शीबा;ऊऊओह तो अपनी भाभी का ख़याल रखते हो कि नही

सॅम;समझ गया था शीबा की डबल मीनिंग बातें वो भी कोई कम थोड़े ही था
अभी तक उन्होने मौका कहाँ दिया है खिदमत का मैं तो दिल ओ जान से करने को तैयार हूँ

शीबा;ह्म्म्म्म मम बस अपनी भाभी की या..????/

सॅम;बेड से उठते हुए शीबा के पास आजाता है और उसकी कमर मे हाथ डालके उसे अपने चौड़े सीने से चिपका देता है

शीबा;उनह क्या कर रहे हो छोड़ो अहह
वो सिर्फ़ बोल रही थी हालाँकि वो खुद और सॅम से चिपकी जा रही थी

सॅम;उसकी आँखों मे देखते हुए तू बोल तेरा तो ऐसे ख़याल रखूँगा कि तू दिन रात मेरे गुण गाएगी और वो बिना देर किए अपने होंठ उसके नाज़ुक से होंठों पे जमा के चूसने लगता है गलपप्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प

शीबा;उनह अहह नही छोड़ो ना उःन्ह्ंहंहंहंह्न गलपप्प्प्प गलपप्प्प्प्प कोई आजाएगा अहह गलपप्प्प्प्प्प्प बाद मे कर्लेना आह

सॅम;कब

शीबा;तुम मुझे अपना सेल नंबर दो मैं तुम्हे कॉल करूँगी और वो सॅम के लंड को उसकी पॅंट के उपर से मसल्ने लगती है उसकी आँखे किसी भूके भेड़िए की तरह चमक रही थी जिसे कई दिनो के बाद कुछ खाने को नसीब हुआ था

तभी उन्हे शबनम की आवाज़ सुनाए देती है 

सॅम;शीबा से जल्दी से अलग हो जाता है और उसके सेल पे मिस कॉल मार के वो दोनो नीची चल देते है
कुछ देर और बातें करने के बाद सॅम और शबनम घर की तरफ चल देते है
Reply
10-30-2018, 06:23 PM,
#30
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
शीबा;उन्हे अपनी खिड़के से जाता देखती रहती है

जिस दिन शीबा की शादी हुई थी उसके एक हफ्ते बाद ही मिस्टर.जाफ़री की तबीयत खराब हो गयी थी ये चूत की आग ही थी जो शीबा को अंदर ही अंदर खाए जा रही थी वो अपनी चूत की आग अपनी नौकरानी कुलसूम की चूत से घिस घिस के ठंडी करने की नाकाम कोशिश करती थी पर उस पगली को क्या पता था कि जो आग चूत मे उठती है उसे सिर्फ़ और सिर्फ़ लंड का पानी ही बुझाता है 

सॅम के आने से उसकी चूत को एक नयी उम्मीद जागी थी अब उसे अपने सुने पन का इलाज मिल गया था.

कर मे शबनम सॅम को घूर घूर के देख रही थी

सॅम;अर्रे क्या हुआ भाभी ऐसे घूर क्यूँ रही हो

शबनम;तुम मिस्टर.जाफ़री की वाइफ को ऐसे घूर क्यूँ रहे थे मुझे ये सब बिल्कुल पसंद नही सॅम आएन्दा ऐसा करोगे तो वो बोलते बोलती रुक गयी उसे एहसास हो गया कि सम उसका देवर है शोहर नही

सॅम;कार के ब्रेक लगा देता है और शबनम की तरफ घूम के
उसका हाथ अपने हाथों मे लेते हुए
भाभी आपका ऐसे डांटना मुझे बहुत अच्छा लगा ऐसे लगा जैसे कोई तो है जो मुझे इतना प्यार करता है और मेरी छोटी छोटी बातें नोट्स करता है

शबनम;अपना सर दूसरी तरफ घूमाते हुए मैं तुमसे प्यार नही करती सॅम मैं तो बस वो आगे बोलने वाली थी कि सॅम उसके चेहरे को अपनी तरफ घुमा देता है और दोनो हाथों से उसे थाम लेता है

सॅम;ये बात मेरी आँखों मे देख के कहो

शबनम;का गला सूखने लगा था होंठ सुख के काँटे की तरह उसे चुभ रहे थे वो बोलने की सलाहीयत खोते जा रही थी

सॅम;उसके लबों के करीब जाके उसके होंठों के बिल्कुल इतना पास कि अगर एक पत्ता भी उनके होंठों के बीच रख दिया जाए तो वो नीचे ना गिरे उनके होंठो के बीच अटक जाए

मैं जानता हूँ भाभी आप मुझसे बहुत प्यार करती है 
बोलो करती होना अगर नही करती तो खाओ मेरी कसम

शबनम;अपने आप को संभाल ते हुए सॅम के आँखों मे देखने लगती है 
वो कुछ नही कहती बस वो छोटा सा हिस्सा जो उन्दोनो के लबों को दूर रखे हुए था उसे ख़त्म कर देती है गलपप्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प

वो दोनो पहली मर्तबा एक दूसरे की बाहों मे थे ऐसे कि कभी जुदा नही होना चाहते सॅम शबनम के लिप्स को पागलों की तरह चूमे जा रहा था और शबनम भी उसका साथ दे रही थी 

दोनो ये भूल गये थे कि वो इस वक़्त कहाँ है जब पीछे से किसी ने हॉर्न बजाया तब उन्हे होश आया कि वो बीच रास्ते मे है

उस कार वाले ने जिसने हॉर्न बजाया था उनके पास से गुज़रते हुए उन्हे चिल्ला के कहा
आबे चोदना है तो घर लेजाके जी भर के चोद ना यहाँ रास्ते मे क्यूँ झक मरा रहा है

सॅम;उसे बोलना चाहता था पर वो तेज़ रफ़्तार से उनके सामने से निकल जाता है और शबनम के चेहरे पे एक अजीब सी खुशी छोड़ जाता है 

सॅम;बडबडा ता हुआ बस्टर्ड
और दोनो चुप चाप घर की तरफ चल देते है
जब सॅम और शबनम घर पहुँचे रात के 8पी एम हो रहे थे
नजमा और महक उन्दोनो का डाइनिंग टेबल पे इंतजार कर रहे थे

नजमा;सॅम को देखते हुए अरे सॅम बहुत देर लगाई कैसी है मिस्टर.जाफ़री की तबीयत

सॅम;ठीक है अम्मी बस थोड़े कमज़ोर दिखाई दे रहे थे अंकल

नजमा;हाँ बीमारी ही ऐसी है तुम दोनो फ्रेश होजाओ फिर साथ खाना खाते हैं 
और सॅम और शबनम फ्रेश होने चले जातें है

खाना खाते वक़्त सॅम की आँखे शबनम की तरफ बार बार जा रही थीं और शबनम भी उसे देख रही थी वो दोनो एक नये रिश्ते को शुरू करने के बिल्कुल करीब थे

नजमा;उन्दोनो से ऐसे ही फॉर्मल बातें कर रही थी और महक अपनी ही धुन मे खाना खाने मे बिज़ी थी उसे इन सब बातों से जैसे कोई मतलब ही नही था

सॅम;अर्रे मोटी आराम से खा 

महक;सॅम को घूरते हुए कद्दू तू अपना खाना सामने देख के खा मुझे मत समझा वरना 

सॅम;वरना क्या जब देखो धमकी देती रहती है होता जाता तो कुछ है नही तुझसे

नजमा;उन्दोनो के बीच बोलती हुए उन्हे चुप चाप खाना खाने को कहती है

रात 12पी एम;

सभी अपने अपने रूम्स मे चले गये थे
नजमा आज बहुत थक चुकी थी इसीलिए वो तो बेड पे गिरते ही गहरी नींद मे चली गयी महक अपने रूम मे पता नही क्या कर रही थी और सॅम बेड पे बैठा कुछ सोच रहा था वो किसी ख़याल से अपने रूम से बाहर निकल के शबनम के रूम की तरफ बढ़ जाता है

शबनम;के रूम का दरवाज़ा धकेला हुआ था और वो अंदर कपड़े चेंज कर रही थी 

सॅम;उसके रूम मे बिना नॉक किए घुस जाता है और सामने खड़ी शबनम को देख उसके कदम ठिठक जाते है

शबनम;सिर्फ़ ब्रा और लहनगे मे थी और अलमारी से अपनी नाइटी निकाल रही थी
वो पीछे पलट के देखती है और सामने खड़े सॅम को देख उसका दिल ज़ोरों से धड़कने लगता है

सॅम;दरवाज़ा बंद करदेता है और शबनम की तरफ बढ़ने लगता है

शबनम;धीरे से
सॅम तुम इस वक़्त यहाँ क्या कर रहे हो प्लीज़ जाओ यहाँ से

सॅम;बिना बोले उसकी तरफ चला आरहा था

शबनम;घबराई हुए आवाज़ मे
प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़ सॅम जाओ कोई हमे एक साथ देख लेगा तो क्या सोचेगा उसकी आवाज़ मे डर और ख़ौफ़ सॉफ नज़र आ रही थी

सॅम;उसके एकदम सामने खड़ा हो जाता है और अपने दोनो हाथ उसकी कमर मे डालके उसे अपने से चिपका लेता है
जिससे शबनम की नरम नरम चुची सॅम की छाती से रगड़ने लगती है
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