10-07-2021, 04:08 PM,
|
|
desiaks
Administrator
|
Posts: 23,332
Threads: 1,142
Joined: Aug 2015
|
|
RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
ज्योति: “राजेश मेरे साथ अंदर कमरे मे आओ”
ज्योति अपनी जवानी मे भी बहुत खूबसूरत थी और आज 42 की उम्र मे भी उसकी खूबसूरती कायम हैं. लंबे काले बाल, गौरा रंग, पतली कमर के उपर फूली हुई छाती और शरीर का हर एक अंग सही अनुपात मे उसको आकर्षक बनाता हैं.
ज्योति और राजेश अब अंदर के कमरे मे आए. ज्योति ने दरवाज़ बंद किया.
कमरे के बाहर डॉली फिर से आई. उसने राजेश अंकल और अपनी मम्मी को अंदर जाते हुए देख लिया था.
तभी जय भी तैयार होकर बाहर जाने के लिए उधर से निकला. डॉली को वहाँ खड़े देखकर वो भी रुक गया क्यू की डॉली उसको देखकर हंस रही थी.
जय: “हंस क्यू रही हो! मैं कोई जोकर हूँ”
डॉली: “तुम्हारे पापा का जोकर फिलहाल मम्मी को खुश कर रहा हैं. अभी अभी अंदर कमरे मे गये हैं वो दोनो”
डॉली ने कमरे की तरफ इशारा किया और जय ने बंद दरवाके की तरफ देखा. फिर गुस्से मे डॉली को देखा. फिर तेज़ी से वहाँ से निकलने लगा.
जय: “शर्म नही आती हमारी मम्मी के लिए ऐसा बोलते हुए?”
डॉली: “मम्मी तो कर रही हैं. मैं बोल भी नही सकती क्या? तू कॉलेज जा रहा हैं, मैं भी आ रही हूँ तेरे साथ”
जय:”मेरे साथ आने की कोई ज़रूरत नही”
डॉली: “समझा कर. राजेश अंकल अंदर मम्मी के साथ बिज़ी हैं. मुझे कॉलेज कौन ड्रॉप करेगा!”
जय: “तुम पैदल चल कर जाओ”
डॉली: “तुम मुझे नही ले गये तो मैं दरवाजा नॉक करके राजेश अंकल और मम्मी को डिस्टर्ब करूँगी. सोच ले जय”
जय: “मैं बाहर खड़ा हूँ, जल्दी से तैयार होकर 5 मिनिट मे आ जाओ”
डॉली: “मुझे तैयार होना बाकी हैं”
जय: “जो पहन रखा हैं उसी मे चलो”
डॉली: “मैने लेस वाला ब्रा पहना हैं. कप वाला तो पहनने दे”
जय: “क्या फ़र्क पड़ता हैं”
डॉली: “तो तुम एकदम से बाइक का ब्रेक मत मारना. मेरा सामान दब जाता हैं”
जय: “तो आप चला लो बाइक”
डॉली: “ताकि तू पीछे बैठ कर मेरी कमर का माप लेता रहे”
जय: “आपके जो फालतू के दोस्त हैं उनके शौक होंगे ऐसे. मेरे नही”
डॉली: “अच्छा संडल पहन कर आती हूँ उतना वेट कर”
अगले एपिसोड मे जानिए इस अजीब फॅमिली की आगे की लाइफ कैसे जाती हैं.
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
|
|
10-07-2021, 04:08 PM,
|
|
desiaks
Administrator
|
Posts: 23,332
Threads: 1,142
Joined: Aug 2015
|
|
RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
सतीश: “आरके, यह क्या बोल रहे हो! यह मेरी बीवी हैं, कोई नौकरानी नही की किसी को गिफ्ट मे दे दूं”
आरके: “अर्रे, हमने तो ज्योति की खूबसूरती की बहुत तारीफे सुनी हैं. आज इतने करीब से देख भी लिया. अभी और अंदर से इनको जानना हैं. वैसे भी इनके बारे मे कुच्छ सुना हैं. क्या नाम था उस ड्राइवर का राज”
राज: “राजेश नाम हैं”
आरके: “हा राजेश. सुना हैं उसने तो ज्योति के साथ एक बच्चा भी पैदा कर लिया हैं. हम क्या ड्राइवर से भी गये गुज़रे हैं!”
सतीश: “यह आप क्या बोल रहे हो. ऐसा कुच्छ नही हैं. सब अफवाह हैं. मेरा टाइम खराब चल रहा हैं इसलिए आप मेरा फ़ायदा उठा रहे हो”
आरके: “सोच लो सतीश. अपना सर बचाना हैं तो झुकाना पड़ेगा. एक बार एंक्वाइरी आगे बढ़ गयी तो बचना मुश्किल होगा. तुम रोड पर आ जाओगे और तुम्हारी सुंदर वाइफ भी रोड पर होगी”
सतीश ने अपनी वाइफ ज्योति की तरफ देखा. ज्योति ने अपनी आँखे झपका कर उसको इशारा कर दिया. ज्योति अपने पति के लिए त्याग करने को तैयार थी.
ज्योति: “मैं तैयार हूँ. पर सतीश जी पर कोई आँच नही आनी चाहिए”
आरके: “बहुत बढ़िया. चिंता मत करो ज्योति. तुम मुझे खुश करो, मैं सतीश को बचा लूँगा”
ज्योति: “बताइए, क्या करना होगा मुझे”
आरके: “तुम्हारे घर मे कितने नौकर हैं. सबको यहा बुलाओ”
सतीश ने अपने सारे नौकरों को हॉल मे बुला लिया.
आरके: “आ गये सब!”
सतीश: “हा, 10 नौकर हैं. 2 छुट्टी पर हैं, 8 लोग हैं यहा”
आरके: “जो नौकर छुट्टी पर हैं, उनकी बदनसीबी. सबसे पहले तो ज्योति अपने कपड़े खोल कर नंगी हो जाओ”
सतीश: “यह क्या बोल रहे हो आरके. यहा सब नौकर खड़े हैं”
आरके: “तुम बीच मे मत बोलो. तुम आज के लिए अपनी बीवी मुझको सौंप चुके हो. मैं उसके साथ चाहे जो करू. अगर तुम नही चाहते तो मैं चला जाता हूँ”
ज्योति: “नही आप रूको. मैं करती हूँ”
सारे घर के नौकर नौकारणी सकते मे आ गये. जो जवान नौकर थे उनकी आँखों मे हवस आ गयी. अपनी खूबसूरत मालकिन को कपड़ो मे देखकर ही उनको कुच्छ कुच्छ होता था, आज तो उनको बहुत कुच्छ दिखने वाला था.
ज्योति ने बिना नौकरो की आँखों मे झाँके नीची नज़रे किए अपनी साड़ी उतार ली. ज्योति का यौवन जैसा बदन ब्लाउस और पेटीकोट मे दिख रहा था.
सतीश ने आँखें झुका ली. घर की नौकरानियो ने भी नज़रे झुका ली. जो पुराने बुजुर्ग नौकर थे उन्होने भी नज़रे झुका ली. जिन लोगो की नज़रे कपड़े खोलती ज्योति पर थी उनमे थे आरके, राज और घर के सारे नये नौकर.
ज्योति ने अपना पेटीकोट निकाला और फिर अपना ब्लाउस. अब वो सब लोगो के सामने सिर्फ़ ब्रा और पैंटी मे खड़ी थी. आरके और राज एक दूसरे को देख खुश हो रहे थे और ज्योति की खूबसूरती और बदन की तारीफ़ करते रहे.
ज्योति ने भारी दिल से अपना ब्रा और पैंटी भी निकाल दी और शरमाते हुए वहाँ खड़ी रही.
आरके: “वाह ज्योति. बहुत सुंदर. सतीश तुम बड़े खुशकिस्मत हो जो तुम्हे ऐसी सुंदर बीवी मिली हैं. राज, देखा तुमने! ज्योति के बूब्स इतने कड़क हैं की थोड़े दिन पहले जो लड़की आई थी हमारे मज़े के लिए उस से भी अच्छे बूब्स हैं”
राज: “हा सर. मैने इतने जबरदस्त बूब्स नही देखे”
आरके: “ज़्यादा लार मत टपका. और यह थोड़े से नौकर नज़रे नीचे किए क्यू खड़े हैं. आए चलो तुम सब देखो अपनी मालकिन को. और ज्योति, तुम भी मत शरमाओ. देखो हर एक नौकर की आँखों मे झाँक कर की तुम्हारे लिए उनके मन मे क्या हैं”
आरके ने सब नौकरो को नंगी ज्योति की तरफ देखने को मजबूर किया. फिर ज्योति को एक एक नौकर के सामने जाकर उनकी आँखों से आंखें मिलाने को कहा.
ज्योति अपने दिल पर पत्थर रखे सब कुच्छ सहती रही. उसको अपने पति और बच्चो के भविष्य को बचाने का यही उपाय आसान लगा. उधर राज भी अपनी ज़ुबान बाहर लटकाए ज्योति के नंगे बदन को देख रहा था.
|
|
10-07-2021, 04:08 PM,
|
|
desiaks
Administrator
|
Posts: 23,332
Threads: 1,142
Joined: Aug 2015
|
|
RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
आरके: “राज, क्या देख रहा हैं!”
राज: “गान्ड बहुत सुंदर हैं”
आरके: “अबे घर जाकर तेरी बीवी की गान्ड देख लेना. अभी बाहर कार लगवा. ज्योति मेडम को इसी हालत मे अपने फार्म हाउस लेकर जाना हैं. शाम होने के पहले इसी हालत मे यहा लाकर ड्रॉप कर देंगे”
राज: “जी सर”
राज भागते हुए बाहर गया ड्राइवर को पोर्च मे कार लगाने को कहने के लिए.
सतीश: “कम से कम बाहर तो कपड़े पहन कर जाने दो”
आरके: “इतना क्यू शर्मा रहे हो. सारे नौकर तो यही हैं. वॉचमन तो बाहर मैनगेट पर होंगे, उनको कुच्छ नही दिखेगा. फिर सिर्फ़ मेरा ड्राइवर हैं और बॉडी गौरड़”
थोड़ी देर मे राज दौड़ता हुआ अंदर आया..
राज: “सर, कार लग गयी हैं, मैं ज्योति मेडम को बाहर लेकर जाऊ?”
आरके: “क्यू भाई, ज्योति को अपने घर के बाहर जाने का रास्ता नही पता क्या! हाथ भी मत लगाना उसको”
राज पीछे हट गया. ज्योति अब उसी नंगी हालत मे घर के मैंन डोर की तरफ बढ़ने लगी. गंदी नीयत वाले नौकर ज्योति को जाते हुए पीछे से गान्ड देख रहे थे और लार टपका रहे थे.
राज भी ज्योति के ठीक पीछे चल रहा था और उसकी मटकती गान्ड को देख खुश हो रहा था. ज्योति मैंन डोर से बाहर गयी.
ड्राइवर और बॉडीगार्ड ने नंगी ज्योति को देखा तो चौंक गये. राज ने गाड़ी का दरवाजा खोल कर ज्योति को कार मे बैठाया. आरके भी सतीश को बाइ बोलते हुए कार मे बैठ गया.
वो लोग ज्योति को आरके के फार्म हाउस पर लाए. फार्महाउस के नौकर भी नंगी ज्योति को देख रहे थे. राज जल्दी से रास्ता दिखाते हुए ज्योति को अंदर लेकर गया.
हालाँकि वहाँ के नौकरो के लिए यह कुच्छ नया नही था. आए दिन आरके को खुश करने के लिए ऐसी नंगी लड़किया आती रहती थी.
ड्रॉयिंग रूम मे ज्योति बिना कपड़ो के शरमाये खड़ी थी. आरके अंदर आया. राज की नज़रे ज्योति के नंगे बूब्स पर टिकी हुई थी.
आरके: “शुरू कर ज्योति!”
ज्योति: “बेडरूम नही हैं!”
आरके: “शरमाओ मत. इन सब नौकरो के लिए यह रोज का हैं. बंद बेडरूम मे क्या मज़ा आएगा! हम लोग तो यही करेंगे सोफे पर”
ज्योति: “पहले आप अपना वादा निभाओ और एंक्वाइरी रुकवाओ”
आरके ने फोन लगाया और हाइ कमान से बात कर उनको सतीश के अगेन्स्ट कोई कार्यवाही करने से मना बोल दिया.
आरके ने अपना कुर्ता निकाला. फिर अपना पाजामा निकाल कर नंगा हो गया. एक मोटी सी तौंड के नीच एक छोटे से नल जैसा लंड था.
आरके: “आओ ज्योति, तुमको खुश कर दूं”
ज्योति: “इस मूँगफली की साइज़ वाले लंड से आप मुझे खुश करेंगे!”
राज मूह दबा कर खिशियाते हुए हँसने लगा. आरके ने तुरंत राज को डाट दिया. फिर गुस्से मे ज्योति की तरफ देखा.
आरके: “तुम्हे अभी अपनी मूँगफली की ताक़त दिखाता हूँ”
आरके अब गुस्से मे ज्योति की तरफ बढ़ा.
अगले एपिसोड मे पढ़िए आरके आगे ज्योति को कितना जॅलील करता हैं.
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
|
|
10-07-2021, 04:09 PM,
|
|
desiaks
Administrator
|
Posts: 23,332
Threads: 1,142
Joined: Aug 2015
|
|
RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
आरके ने अपने कपड़े पहन लिए. ज्योति के तो कपड़े थे ही नही. वो बस खड़े खड़े देखती रही. अपनी दोनो टांगे एक दूसरे से दूर ही रखी क्यू की उसको चूत पर गीला गीला लग रहा था.
राज: “सर, मैं भी थोड़ा मज़ा ले लू ज्योति जी का?”
आरके: “चुप. अपनी औकात देखी हैं! चुपचाप ज्योति जी को सम्मान सहित उनके घर ड्रॉप करके आ. एक काम करना, कार को मैनगेट पर ही रोक कर ज्योति जी को उतार देना”
ज्योति अब गुस्से मे आरके को देखने लगी. मैनगेट पर सड़क पर छोड़ने का मतलब था की वॉचमन भी ज्योति को नंगा देख लेंगे.
ज्योति दरवाजे की तरफ चलने लगी. आरके ने ध्यान दिया की ज्योति पाव दूर रखते हुए चल रही हैं क्यू की उसकी चूत अभी गंदी हैं.
आरके: “आए राज. ज़रा कपड़ा लाकर दे, ज्योति जी की चूत गंदी हो गयी हैं. मेरी कार की सीट गंदी हो जाएगी”
राज: “मैं अपने हाथ से ज्योति जी की चूत सॉफ कर दूं सर?”
आरके: “साला हरामी, कोई मौका नही छोड़ता लड़की की चूत को च्छुने का!”
राज भाग कर ज्योति के पास पहुचा और जैसे ही झुकने लगा तो ज्योति ने उसको रोक दिया.
आरके: “ज्योति जी, सफाई ही तो कर रहा हैं यह. इन छोटे लोगो को सफाई करने दो”
ज्योति: “कोई ज़रूरत नही. इतनी बेइज़्ज़ती हुई काफ़ी नही हैं क्या!”
आरके: “राज से अपनी चूत की सफाई करवा लो. मेरा मूड बदल गया तो कही मैं राज को उसके लंड से आपकी चूत को अंदर से गंदा करने का ना बोल दूं कही”
ज्योति यह सुनकर डर गयी. राज अच्छा ख़ासा लंबा चोडा इंसान था. ज्योति फिर से सीधा खड़ी हो गयी.
राज खुश हो गया और अपनी उंगलियो को ज्योति की चूत पर फेरने लगा. बीच बीच मे अपनी उंगली ज्योति की चूत मे भी डाल कर थोड़ा चोद लेता. उसकी उंगलिया थोड़ी मोटी और लंबी थी.
ज्योति उसकी उंगलियो को अपनी चूत मे अंदर घुसता हुआ महसूस कर पा रही थी. राज अपनी उंगली से ज्योति की चूत को चोदने का मज़ा ले रहा था.
आरके: “ओये राज, हरामी. चोदने के मज़े ले रहा हैं या सफाई कर रहा हैं”
राज ने फिर अपनी उंगली ज्योति की चूत से निकाली और अपनी उंगलियो से ज्योति की चूत को सॉफ किया. हाथ गंदे हो गये तो अपना रुमाल निकाला और अपने हाथ पोंच्छ डाले.
आरके: “ज्योति, अगर रास्ते मे राज कोई ग़लत हरकत करे तो चांटा मार देना”
राज फिर ज्योति को नंगी हालत मे लेकर बाहर आया और कार मे बैठाया. राज आगे ड्राइवर के साथ बैठा था और ज्योति नंगी हालत मे पीछे.
पूरे रास्ते राज बार बार पलट कर पीछे ही देख रहा था और ज्योति उसको खुन्नस खाते हुए उसको देख रही थी. राज सिर्फ़ एक स्माइल देकर मज़े लेता रहा.
ज्योति के घर के बाहर आकर राज ने कार रुकवा दी. फिर उसने ज्योति को वही उतरने को बोला. वॉचमन ने नेता जी की कार देखकर गेट पहले ही खोल दिया था.
ज्योति ने दरवाजा खोला और नीची नज़रे किए तेज़ी से चलते हुए घर के अंदर जाने लगी. वॉचमन देखता ही रह गया की मालकिन की क्या हालत हो गयी हैं.
ज्योति घर के अंदर पहुचि. सतीश वही बैठा था. ज्योति को देखते ही वो उठ खड़ा हुआ. उनकी बेटी डॉली भी आ चुकी थी और उसके पिता ने उसको सब कुच्छ पहले ही बता दिया था.
डॉली वहाँ पड़ी सारी को उठा कर दौड़ते हुए अपनी मा ज्योति के पास गयी और उसके नंगे बदन को धक दिया. ज्योति सीधा अपने बेडरूम मे चली गयी.
डॉली: “उस हरामी आरके को मैं नही छोड़ूँगी. उसने मेरी मा का अपमान किया हैं, और पापा आप देखते ही रह गये!”
उस घटना के बाद सतीश पर से एंक्वाइरी हट गयी. अपनी बीवी की हुई बेइज़्ज़ती को देखते हुए सतीश ने राजनीति से सन्यास ले लिया.
ज्योति के घर आने से पहले ही सतीश ने अपने सारे नौकरो को हमेशा के लिए छुट्टी दे दी थी. फिर वॉचमन की भी छुट्टी कर दी. नये नौकर सुबह शाम को ही कुच्छ घंटे काम के लिए आते थे.
ज्योति के छोटे बेटे जय को जब पता चला तो वो भी गुस्से मे भर गया. ज्योति ने भी ठान लिया था की वो अपने अपमान का बदला लेकर रहेगी.
मगर उस वक़्त हवा उनके खिलाफ थी. वो कुच्छ नही कर पाए और सही समय का इंतेजार करने लगे.
अगले एपिसोड मे पढ़िए आरके और सतीश के परिवार के बीच यह दुश्मनी कहा जाती हैं.
|
|
10-07-2021, 04:09 PM,
|
|
desiaks
Administrator
|
Posts: 23,332
Threads: 1,142
Joined: Aug 2015
|
|
RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
ज्योति: “मैं तो तुम्हारे लंड का साइज़ बता रही थी”
आरके: “हा मेरा छोटा लंड हैं. पर तुमको चोदने मे मुझे बहुत मज़ा आया था, तुम्हे भले ही मज़ा ना आया हो. मेरे मज़े के लिए चोदने दो. मुझे खुश रखोगी तो तुम्हारी बेटी मेरे घर मे खुशी से रह पाएगी”
ज्योति सोच मे पड़ गयी. उसको पता था की डॉली अपने आप को संभाल सकती हैं. मगर उसको लगा की यही मौका हैं आरके से बदला लेने का.
ज्योति: “ठीक हैं, मैं तैयार हूँ”
आरके: “चलो अंदर रिज़ॉर्ट मे अच्छे वाले रूम्स हैं”
ज्योति: “अंदर नही, खुले आसमान के नीचे”
आरके: “वाउ! मज़ा आएगा. तुम सिर्फ़ अपने कपड़े निकाल कर नंगी होना, यह सारी ज्वेलरी पहने रखना”
ज्योति: “मैं तुम्हारे उपर आकर तुम्हे चोदुन्गी. तुमने मुझे पिच्छली बार मज़ा नही दिलाया था”
आरके: “आज तो मेरी लॉटरी निकल गयी. चलो कहा चलना हैं”
ज्योति: “दूसरी तरफ जो गार्डेन का हिस्सा हैं वहाँ एक फाउन्टेन हैं. उसके पास मज़ा आएगा”
ज्योति और आरके अब शादी वाले गार्डेन से थोड़ा आगे के गार्डेन मे आ गये जो 4 फीट उँची झाड़ियो की दीवार से सेपरेटेड था. वहाँ एक फाउन्टेन था जिस पर लाइटिंग की गयी थी.
ज्योति: “आप उस फाउन्टेन के पास जाकर अपने कपड़े खोलिए. आप वहाँ उछल कर डॅन्स करिए. मैं यहा 10 कदम दूर खड़े होकर अपने कपड़े खोलूँगी. आप जितना अच्छा डॅन्स करेंगे मैं उतना अच्छा चोदुन्गी”
आरके खुश हो गया. वो फाउन्टेन के आगे खड़ा हुआ और कपड़े निकाल कर नंगा हो गया. सामने चमकीली सारी मे लिपटी ज्योति को देखकर खुश हो रहा था.
ज्योति मुस्कुराइ और आरके उछल कर नाचने लगा. उसका मूँगफली जितना लंड भी उपर नीचे उछल रहा था. ज्योति खुश हो रही थी.
तभी पास के गार्डेन मे बजता म्यूज़िक बंद हो गया. दूर से काफ़ी लोगो की एक “ओह्ह्ह्ह” की आवाज़ आई. आरके रुक गया. उसकी नज़र सामने पड़ी.
आरके के होश उड़ गये. सामने एक कॅमरा लगा था जो फाउन्टेन की खूबसूरती को कॅप्चर करने के लिए लगा था. यह कॅमरा कनेक्टेड था उस बड़ी सी स्क्रीन के साथ जहाँ शादी का लाइव वीडियो चल रहा था.
आरके ने तुरंत अपने कपड़े उठाए और भाग कर ज्योति के पास आया. ज्योति कुटील मुस्कान लिए हंस रही थी.
ज्योति: “पता चला कैसा लगता हैं लोगो के सामने नंगा होने मे”
आरके: “मैने तो सिर्फ़ तुम्हारे कुच्छ नौकरो के सामने नंगा किया था मगर तुमने शादी मे आए इतने मेहमानो के सामने मुझे नंगा किया हैं. यह तुमने ठीक नही किया”
आरके शर्म के मारे फिर से शादी मे शरीक नही हुआ, क्या मूह दिखाता वहाँ जाकर. ज्योति ने अपना छोटा सा बदला ले लिया था.
दूसरी तरफ स्क्रीन पर अपने पिता का नंगा नाच देख कर कौशल बहुत शर्मिंदा हुआ. मगर पास मे बैठी डॉली मन ही मन बहुत खुश हो रही थी.
शादी वाले दिन कौशल और डॉली की सुहागरात उसी रिज़ॉर्ट मे होने वाली थी. कौशल का मूड ऑफ हो चुका था पर डॉली बहुत खुश थी.
डॉली ने कौशल का मूड बनाने की कोशिश की. कौशल को भी लगा की डॉली की सुहागरात खराब करना ठीक नही हैं. उसको भी अपने पिता की खराब आदत का पता लग चुका था.
डॉली: “तुम तो विदेश मे पढ़े हो, वहाँ तो चिकनी लड़किया होती हैं. तुम्हारी तो बहुत सी गर्ल फ्रेंड होगी. उनमे से किसी से शादी नही की!”
|
|
10-07-2021, 04:09 PM,
|
|
desiaks
Administrator
|
Posts: 23,332
Threads: 1,142
Joined: Aug 2015
|
|
RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
कौशल: “विदेश मे मुझे वहाँ की काफ़ी विदेशी लड़किया मिली मगर सच पूछो तो इंडियन गर्ल्स की ब्यूटी का कोई मुकाबला नही. तुमको तो देखते ही सोच लिया की तुम्ही से शादी करूँगा”
डॉली: “तो तुम्हारी गर्लफ्रेंड्स थी, तुमने तो सुहागरात पहले भी मनाई होगी”
कौशल: “झूठ नही बोलूँगा. गर्लफ्रेंड्स तो नही थी पर दोस्तो के साथ कभी कभार स्ट्रीप क्लब जाता था. नंगी लड़कियो के बूब्स और नंगे शरीर को हाथ ज़रूर लगाया हैं. थोड़ा एक्षसितमेंट भी हुआ था, फिर मेरे फ्रेंड सर्कल मे ही एक लड़की के साथ वन नाइट स्टॅंड किया था. सिर्फ़ एक एक्सपीरियेन्स लेने के लिए. तुम बताओ, तुमने कुच्छ किया?”
डॉली: “तुम्हे क्या लगता हैं!”
कौशल: “तुम्हारी खूबसूरती देखार लड़के तो बहुत पीछे पड़े होंगे तुम्हारे. ”
डॉली: “बहुत लड़के पड़े, और घूरते भी हैं. मेरा टारगेट पॉलिटिक्स हैं, इसलिए लड़को के चक्कर मे नही पड़ी. पर हा तुम्हारी तरह 1-2 बार कॅषुयल सेक्स किया हुआ हैं”
कौशल: “आइ एम सॉरी, मेरे पापा की हरकत की वजह से तुम्हे भी शर्मिंदा होना पड़ा”
डॉली: “आज की रात मूड मत खराब करो. मैं तुम्हारा मूड ठीक करती हूँ. अब देखो”
डॉली बिस्तर से नीचे उतरी और फोन पर म्यूज़िक लगा दिया. फिर वो कौशल के सामने खड़ी हो गयी. फिर अपनी कमर मटकाते हुए उसने अपनी सारी उतारनी शुरू कर दी. कौशल के चेहरे पर एक स्माइल आ गयी.
कौशल: “इंडियन लड़की को स्ट्रीप डॅन्स करते कभी नही देखा, आज तुम वो अरमान भी पूरा कर रही हो”
डॉली ने अपनी सारी निकाल कर वही नीचे फेंक दी. फिर डॉली कौशल के पास आई और उसकी तरफ पीठ कर खड़ी हुई. कौशल ने डॉली की चोली के धागे की गाँठ खोल दी.
डॉली फिर कौशल के मूह की तरफ देख खड़ी हुई और अपनी चोली को धीरे धीरे अपने बूब्स से हटाते हुए कौशल को अपने बूब्स के पहले दर्शन करवाए.
कौशल के मूह से “वाउ!” निकल गया. डॉली ने फिर एक झटके मे अपने लहँगे का नाडा खोलते हुए लहंगा नीचे गिरा दिया और अब सिर्फ़ अपनी पैंटी मे कौशल के करीब आई और अपने बूब्स को कौशल के मूह पर रगड़ने लगी.
कौशल भी डॉली के हिलते हुए बूब्स को अपने मूह मे भरने लगा और चूसने लगा. डॉली पीछे हटी और अपना पाव कौशल की जाँघ पर रख दिया. कौशल ने डॉली की चिकनी गोरी टाँगो पर हाथ फेरा जो फिसलने लगा.
डॉली पीछे हटी और एक बार फिर कौशल की तरफ पीठ कर खड़ी हुई और आगे की तरफ झुक गयी. डॉली की गान्ड का हिस्सा उभर कर कौशल के सामने था. डॉली अपनी गान्ड मटकाने लगी.
कौशल ने एक हाथ से डॉली की पैंटी और गान्ड पर हाथ फिराया. डॉली ने फिर अपनी पैंटी को थोड़ा नीचे खिसकाया. डॉली की गान्ड की दरार दिखने लगी.
थोड़ा रुककर डॉली ने अपनी पैंटी पूरी नीचे खिसका दी. डॉली की चिकनी गोरी गान्ड कौशल के सामने थी और उसने अपना हाथ डॉली की गान्ड पर घुमाया.
फिर डॉली सीधी हुई तो कौशल को डॉली की चूत दिखाई दी. कौशल ने जल्दी से अपने कपड़े खोल दिए और नंगा हो गया. डॉली आकर कौशल को गोद मे बैठ गयी और कौशल ने डॉली के मम्मे फिर चूस लिए
डॉली ने कौशल को बिस्तर पर लिटा दिया और खुद उसके मूह पर सवार हो गयी. कौशल अब डॉली की चूत को चाट रहा था और हाथो से डॉली की पतली कमर और मोटे बूब्स को सहला कर महसूस कर रहा था.
फिर डॉली नीचे खिसकी और अपनी चूत को कौशल के लंड से टच कर दिया. कौशल की एक आ निकल गयी. डॉली और कौशल के होंठ एक दूसरे के पास थे और दोनो ने एक दूसरे के होंठो का रस चूसना शुरू कर दिया.
पुच्छ पुच्छ की आवाज़ो के साथ दोनो कुच्छ देर चूमते ही रहे. फिर दोनो के होंठ अलग हुए और दोनो शरारती स्माइल करने लगे.
कौशल ने एक झटके मे डॉली को पलटते हुए नीचे लिटा दिया और खुद डॉली के उपर लेट गया. कौशल ने अपना लंड पकड़ा और डॉली की चूत मे डाल ने लगा.
डॉली: “नही … ऐसे नही, प्रोटेक्षन पहनो. पहले हमें हमारा करियर बनाना हैं फिर बच्चा प्लान करेंगे”
कौशल: “सॉरी, मैं तुम्हारी खूबसूरती देख बहक गया. जिस दिन मेरा बिज़्नेस सेट- अप हो जाएगा और तुम इलेक्शन जीत जाओगी उस दिन मैं तुम्हे बिना प्रोटेक्षन चोद कर मा बना दूँगा”
कौशल ने प्रोटेक्षन पहन लिया और एक बार फिर डॉली पर चढ़ गया. फिर अपना लंड डॉली की चूत मे डाल कर धक्के मारना शुरू किया. दोनो की आहें निकलनी शुरू हो गयी.
एक दूसरे को चूमते चाट ते हुए दोनो ने अपनी सुहाग रात पर सेक्स के भरपूर मज़े लिए. डॉली बहुत खुश थी और सेक्स को मन से एंजाय कर रही थी.
झड़ते वक़्त डॉली और कौशल ने एक दूसरे के नंगे शरीर को कस कर पकड़ लिया और तेज़ी से चीखते हुए अपने चरम तक पहुचे.
अगले एपिसोड मे पढ़िए आरके अपने अपमान का बदला किस तरह लेगा.
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
|
|
|