Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
09-02-2018, 11:51 AM,
#71
RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
सलोनी फिर पूछने लगी-“मोहित और रोशनी हमारे सामने ही मुलाकात करेंगे या फिर……..”

मैं उसका मतलब समझ गयी और बोली-“हम लोग नीचे मल्टिपलेक्स मे जाकर तब तक मूवी देख लेंगे और इन लोगों को अकेले मे दो-तीन घंटे मिल जाएँगे.”

इस बीच रोशनी तैय्यार होकर वॉश रूम से बाहर आ गयी और हमारे सामने आकर खड़ी हो गयी.

मैने उसे हिदायत देते हुए कहा-“तुम्हे इसी कमरे मे वेट करना है.अभी अभी क्राइम ब्रांच के एक सीनियर ऑफीसर यहाँ पहुँचने वाले हैं-तुम्हारा काम उन्हे पूरी तरह खुश करना है-अगर वो खुश हो गये तो तुम्हारी पूरी की पूरी सज़ा माफ़ हो सकती है और तुम जैल जाने से बच सकती हो…समझी ?”

“जी मॅम…….समझ गयी…….मैं पूरा ख़याल रखूँगी कि वो मुझसे पूरी तरह खुश रहें और मेरी पूरी सज़ा माफ़ हो जाए.” रोशनी को भी इस बात की खुशी थी की अब शायद इस ह्युमाइलियेशन और ब्लॅकमेल का अंत होने जा रहा था.

इसके बाद मैने रोशनी से कहा-“तुम इस बेड के उपर अपने दोनो हाथ उपर करके खड़ी हो जाओ! हम लोग द्रविंग रूम मे जा रहे हैं-जैसे ही क्राइम ब्रांच के ऑफीसर मिस्टर.मोहित यहाँ आएँगे,हम लोग उनको तुम्हारे पास छोड़कर नीचे किसी ज़रूरी काम से जाएँगे और आने के बाद यह चेक करेंगे की मोहित को तुमसे पूरा सहयोग मिला या नही.”

रोशनी तुरंत ही बेड पर चढ़ गयी और अपने दोनो हाथ उपर करके खड़ी हो गयी.मेरी तरफ देखकर वो बोली-“ मॅम….मुझे अपनी सज़ा माफ़ करानी है…इसलिए मैं मोहित सिर को बिल्कुल खुश कर दूँगी…आप बिल्कुल चिंता ना करें.”

इसके बाद मैं और सलोनी ड्रॉयिंग रूम मे आकर सोफे पर बैठ गये और मोहित का वेट करने लगे.

कुछ ही देर मे मोहित वहाँ पहुच गया.सलोनी को वो पहले से ही जानता था.हमारी तरफ देखकर वो हंसते हुए बोला-“तो तुम दोनो ही कुछ ना कुछ शरारत करती रहती हो..कहाँ छिपा रखा है मेरी होने वाली………..”

मैने मोहित को सोफे पर बैठने का इशारा किया और कहा-“यहाँ बैठकर मेरी बात को ध्यान से सुनो-यह लड़की चाहे झूठमूठ के लिए ही सही,अभी अपने आपको पोलीस कस्टडी मे समझ रही है और काफ़ी डरी हुई है-उसे हमने कहा हुआ है कि उसे 10 साल के लिए जैल हो सकती है-मैने उसे यह कहा है कि तुम क्राइम ब्रांच के ईक सीनियर ऑफीसर हो और उसकी सारी की सारी सज़ा माफ़ करा सकते हो-तुम समझ रहे हो की मैं क्या कह रही हूँ ?”

मोहित की पॅंट मे टेंट पहले से ही बना हुआ था और वो उसके लाख छिपाने के बाद भी बढ़ता ही जा रहा था.वो हंसता हुआ बोला-“समझ गया……..आख़िर तुम्हारा ही भाई हूँ……..वो डरी सहमी हॉट क्रिमिनल मेरी सेक्स स्लेव बन कर रहेगी…….जब तक मैं चाहूँगा………….और अभी मैं उसे सिर्फ़ शादी करने का प्रपोज़ल ही दूँगा जिस पर उसे अग्री होना ही पड़ेगा…….दो तीन महीने उसे अपने स्लेव की तरह ट्रेन करने के बाद ही उससे
शादी करूँगा.ठीक है ना? यही चाहती हो ना तुम ?”

“बिल्कुल ठीक जा रहे हो भाई…हम लोग नीचे अलंकार मल्टिपलेक्स मे मूवी देखने जा रहे हैं-ठीक तीन घंटे बाद वापस आएँगे-तब तक तुम अपनी स्लेव को ट्रैनिंग देने का काम करो.लेकिन ध्यान रहे कि तुम्हे क्राइम ब्रच के सीनियर ऑफीसर की तरह ही आक्ट करना है –जितना ज़्यादा अपना रौब दाब बना पाओगे उतना ही ज़्यादा मज़ा आएगा तुम्हे-इसीलिए तुम्हे आख़िरी नसीहत यह है कि हम दोनो के यहाँ से जाने के बाद भी तुम कम से कम 5-7 मिनिट के बाद ही दूसरे कमरे मे जाना –वो लड़की दूसरे कमरे मे बेड के उपर बेहद एरॉटिक पोज़िशन मे अपने दोनो हाथ उपर किए हुए खड़ी हुई क्राइम ब्रांच के किसी ऑफीसर का वेट कर रही है जिसके एक इशारे पर उसकी सज़ा कम या ख़तम हो सकती है.उसे थोड़ा इंतेज़ार करवाना भी ज़रूरी है”

यह सारी हिदायत मोहित को देने के बाद हम दोनो रूम नो.510 को बंद करके उसके बाहर आ गयीं और रिसेप्षन की तरफ पहुँच गयीं-रिसेप्षन पर पहुँचकर मैने उस पर बैठे हुए ऑफीसर से कहा-“मुझे रूम नो.510 के कंट्रोल रूम मे जाना है और वहाँ से रूम मे क्या कुछ चल रहा है उसे देखना है………”
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09-02-2018, 11:51 AM,
#72
RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
रिसेप्षन ऑफीसर ने मेरी तरफ देखा और एक रिजिस्टर उठाकर उसमे एंट्री करने के बाद मुझे कंट्रोल रूम की चाबी पकड़ा दी-मुझे यह सब पहले से ही मालूम था क्यूंकी कयी बार अमित एक साथ मैं यहाँ आई थी तो यह सब अंदर की बातें मुझे मालूम पड़ गयी थी.रूम नो.510 एसीपी अमित को अलॉटेड था और मुझे पोलीस गेस्ट हाउस मे अमित का काफ़ी करीबी माना जाता था-इसीलिए मुझे वहाँ किसी भी तरह की कोई दिक्कत नही होती थी.

गेस्ट हाउस मे जितने भी रूम्स थे सभी का एक-एक कंट्रोल रूम टॉप फ्लोर पर था-कंट्रोल रूम मे स्पेस काफ़ी कम था और वहाँ सिर्फ़ दो चेर्स पड़ी हुई थी और सामने एक एलसीडी स्क्रीन था.जैसे ही लिफ्ट मे मैं चाबी लेकर सलोनी के साथ पहुँची और टॉप फ्लोर का बटन दबाया,सलोनी मेरी तरफ देखकर बोली-“यार, तू तो बड़ी छुपी रुस्तम निकली……….यह तो तूने मुझे पहले कभी नही बताया…कि ऐसे भी हो सकता है………” सलोनी के चेहरे पर हैरानी होनी स्वाभाविक ही थी.

लिफ्ट से बाहर निकलते हुए मैने उसकी तरफ देखा और कहा-“कंट्रोल रूम मे पहुँचकर बात करते हैं-मैने मोहित को सिर्फ़ 5-7 मिनिट ही वेट करने के लिए कहा था-कहीं वो उतावलेपन मे जल्दी ही शुरू हो गया तो हमारी कुछ फिल्म निकल जाएगी.”

कंट्रोल रूम नो,510 खोलकर हम दोनो अंदर घुस गयीं और उसे अंदर से बंद कर लिया-सबसे पहले मैने एलसीडी स्क्रीन को ऑन कर दिया जिसमे बेड पर दोनो हाथ उपर किए हुए रोशनी खड़ी नज़र आ रही थी-इसका मतलब अभी मोहित ड्रॉयिंग रूम मे ही वेट कर रहा था.

अब कुर्सी पर हम लोग बैठ गये और मैने चैन की साँस लेते हुए कहा-“चलो हमारी फिल्म तो नही निकली…..”

सलोनी भी हंसकर बोली-“यह कहो की फिल्म अभी शुरू ही नही हुई.”
मैने सलोनी की तरफ देखा और उसे बताया-“येनॉटमॅटिक रेकॉर्डिंग तभी होती है जब यहा पर एलसी डी स्क्रीन ऑन हो “

“इसका मतलब हम लोगों ने अब तक जो कुछ भी रोशनी के साथ किया वो सब रेकॉर्ड नही हुआ होगा?” सलोनी ने मेरी तरफ देखकर पूछने वाले अंदाज़ मे देखा.
मैने उसे जबाब दिया-“हाँ,तुम ठीक सोच रही हो.”

हम लोग बातों मे लगी ही हुई थी कि उसी वक़्त टीवी स्क्रीन पर हलचल हुई और मोहित ने कमरे मे एंट्री मारी.उसने एक बार कमरे मे चारों तरफ नज़र डाली और फिर बेड के सामने ही दीवार से सटकार रिलॅक्स होकर खड़ा हो गया और रोशनी की तरफ देखने लगा. उसका पॅंट के अंदर लिंग पूरी तरह एरेक्ट हो चुक्का जिसकी वजह से उसकी पॅंट मे जबरदस्त टेंट बना हुआ था. अपने पॅंट मे बने हुए टेंट पर हाथ फिराते हुए मोहित ने रोशनी को अपना पहला ऑर्डर दिया-“अपने हाथ नीचे करो !”

रोशनी ने अपने हाथ नीचे कर लिए.

“अपना टॉप उतारो ! “

रोशनी ने अपना टॉप भी उतार दिया और उसका उपर का गोरा बदन बिल्कुल नंगा हो गया-मोहित को शायद इस बात का पता नही था कि उसने अंदर ब्रा भी नही पहन रखी थी.

रोशनी ने अपने सीने के उभारों को अपने हाथों से छिपाने की कोशिश की तो मोहित ने उसे रौबिली आवाज़ मे रोक दिया-“हाथ नीचे करो-जितना मैं कहूँ सिर्फ़ उतना करो-कोई फालतू हरकत मुझसे पर्मिशन लिए बिना नही करनी है-समझी ?”

“सॉरी सर…यस सर………..” घबराई हुई रोशनी ने अपने हाथ सीने पर से हटा लिए और मोहित की नज़रें उसकी चिकनी, सुडौल और कसी हुई गोलाईयो का दीदार करने लगी
क्रमशः.......
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09-02-2018, 11:51 AM,
#73
RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
नशे की सज़ा पार्ट--19

गतान्क से आगे......
“अब यह अपना निकककर भी उतारो ! “

रोशनी ने अपनी निक्कर जैसी दिखने वाली शॉर्ट स्कर्ट को भी उतार दिया जिसके नीचे उसने कोई पॅंटी नही पहनी हुई थी. अब वो मोहित के सामने पूरी तरह नगनवस्था मे खड़ी थी. मोहित के लिए अपने उपर कंट्रोल कर पाना काफ़ी मुश्किल हो रहा था लेकिन वो भी किसी फिल्मी हीरो की तरह धीरे धीरे ही अपने स्टेप्स उठा रहा था.

रोशनी को नंगा देख शायद मोहित को उसके म्‍मस का ख्याल आ गया और अगले ही पल उसने रोशनी को हुक्म दिया-“अपने दोनो हाथ उपर उठाओ और अपने बदन को गोल गोल घूमकर दिखाओ !”

रोशनी ने वोही सब किया जो मोहित चाहता था-मोहित अपने एक हाथ से अपने पॅंट मे बने एरेक्षन को सहलाने मे व्यस्त था और उसकी नज़रें रोशनी के बदन पर चिपकी हुई थी-उसकी हालत से लग रहा था मानो वो किसी और दुनिया मे पहुँच गया हो.

कुछ देर तक टकटकी लगाए वो रोशनी का यह हॉट सेक्सी न्यूड बॉडी शो देखता रहा,फिर अचानक बोला-“रुक जाओ और अपने हाथ भी नीचे कर लो !”

मोहित के हुक्म पर रोशनी ने अपने बदन को गोल गोल घूमना बंद कर दिया और रुककर खड़ी हो गयी.

“बेड से नीचे उतरकर मेरे पास आकर खड़ी हो जाओ !”

रोशनी को अब तक पता चल ही गया था कि उसे क्या कुछ करना पड़ सकता है,वो नीचे उतरकर मोहित के सामने जाकर खड़ी हो गयी.

“घुटनो के बल बैठ जाओ !”

अगले ही पल रोशनी घुटनो के बल बैठ गयी और मोहित के अगले ऑर्डर का इंतेज़ार करने लगी.

मोहित जो अभी तक अपने हाथ से अपने एरेक्षन को पॅंट के उपर से सहला रहा था,अपना हाथ हटाते हुए रोशनी से बोला-“इसे अपने हाथ से सहलाओ !”

सलोनी ने मेरी तरफ देखा और मुस्कुरा कर बोली-“मोहित भैया भी काफ़ी पहुँची हुई चीज़ हैं-लगता है किसी इंग्लीश फिल्म के हीरो की आक्टिंग कर रहे हैं.”

मैने उसे कहा-“ छोड़ ना यार ! वो जो भी करे….हम लोगों को तो मज़ा आ ही रहा है ना ?”

“हां यार.वो तो है……….हमे तो इस लाइव ब्लू फिल्म का मज़ा मिल ही रहा है !” सलोनी मुझसे सहमत होती हुई बोली.

रोशनी के सहलाने की वजह से मोहित की पॅंट मे बन रहा टेंट और भी अधिक ऊँचा हो गया था.

“इसे खोलो ! “ मोहित ने अपनी पॅंट की बेल्ट की तरफ इशारा करते हुए रोशनी को हुक्म दिया.

रोशनी ने उसके एरेक्षन को सहलाना बंद कर दिया और मोहित की लेदर बेल्ट खोलने लगी. बेल्ट उतारकर रोशनी ने उसे पास रखी चेर पर रख दिया.

“पॅंट के हुक्स भी खोलो !” मोहित ने फिर से ऑर्डर दिया और रोशनी पॅंट के हुक्स खोलने लगी.

पॅंट के हुक्स खोलने के बाद रोशनी की उंगलियाँ स्वाभाविक रूप से पॅंट की ज़िप खोलने के लिए बढ़ गयी,लेकिन मोहित ने उसे रोक दिया और हुक्म देता हुआ बोला-“हाथों से नही,अपने मूह का इस्तेमाल करो इसे खोलने के लिए”

शर्म और जलालत से रोशनी का मूह लाल हो चुका था.वो अपने दोनो होंठों को मोहित की पॅंट की ज़िप के हुक के पास ले गयी और अपने दाँत के बीच मे उसके हुक को दबाकर नीचे सरकाने लगी. ज़िप खुलते ही मोहित का सफेद रंग का अंडरवेर और उसमे क़ैद उसका खड़ा हुया लिंग नज़र आने लगा.वाइट अंडरवेर पर एक जगह गीला धब्बा सॉफ नज़र आ रहा था जो इस बात को दिखा रहा था की मोहित का लिंग कुछ कुछ गीला हो चुका था.

“अंडरवेरा भी नीचे खिस्काओ ! “ मोहित ने रोशनी को हुक्म दिया और उसने अंडरवेर को भी नीचे खिसका दिया.मोहित ने अपनी पॅंट और अंडरवेर को अपनी टाँगों से बाहर निकालते हुए रोशनी को ऑर्डर दिया-“इन्हे भी चेर पर रख दो और अपने चेहरे को मेरे और नज़दीक लेकर आओ !”

रोशनी के पास उसके हर हुक्म को मानते जाने के अलावा और कोई दूसरा रास्ता नही था.वो अपने चेहरे को उसके खड़े लिंग के बिल्कुल नज़दीक ले गयी. दो चार बार मोहित ने अपने खड़े हुए लिंग को रोशनी के गालों पर स्लॅप किया और उसके बाद वो अपने लिंग को उसके पूरे चेहरे पर फिराने लगा.आख़िर मे वो अपने लिंग को सरकाते हुए रोशनी के होंठों तक ले आया और उसके होंठों पर अपने लिंग को काफ़ी देर तक फिरता रहा. ऐसा लग रहा था मानो वो अपने लिंग से उसके होंठों पर पोलिश कर रहा हो .रोशनी ने अपने होंठ बंद कर रखे थे और शर्म से अपनी दोनो आँखें भी बंद कर रखी थी.उसे इस तरह के ह्युमाइलियेशन की उम्मीद नही थी.

जब मोहित के सब्र का बाँध टूटने लगा तो उसने रोशनी को हुक्म दिया-“अपनी आँखे भी खोलो और मूह भी खोलो !”

जैसे ही रोशनी ने अपना मूह खोला,मोहित ने अपने खड़े हुए लिंग को उसके अंदर डाल दिया और बोला-“इस पर अपनी जीभ फिरा फिरा कर सहलाओ ! “

इसके बाद मोहित अपने लिंग को उसके मूह मे इस तरह से आगे पीछे करने लगा जैसे की मुख मैथुन कर रहा हो-कुछ ही देर बाद उसने अपने लिंग की पिचकारी उसके मूह मे छोड़ डी और बोला-“सारे वीर्य रस को मज़े लेती हुई पी जाओ. एक बूँद भी बाहर गिरनी नही चाहिए वरना तुम्हे उसकी सज़ा मिलेगी.”

रोशनी जो पहले से ही काफ़ी डरी सहमी हुई थी,उसने भरपूर कोशिश करके उसका सारा वीर्य रस अपने गले के नीचे उतार लिया

इसके बाद मोहित ने अपना लिंग रोशनी के मूह से बाहर निकाला और उसे हुक्म दिया-“इसे अपनी जीभ से सॉफ करो !”

रोशनी मोहित के लिंग को अपनी जीभ से सॉफ करने लगी.

इसके बाद मोहित ने रोशनी से कहा-“ जाओ बिस्तर पर जाकर लेट जाओ! “

रोशनी उठी और बिस्तर पर जाकर लेट गयी- लेटने के बाद उसे अपने पूरी तरह नंगी होने का अहसास हुआ और वो अपने दोनो हाथों से अपनी चुचियो और योनि को ढकने की नाकाम कोशिश करने लगी.

“अपने हाथ हटाओ और मुझे अपने बदन को ठीक से देखने दो ! “ मोहित ने रोशनी को ऑर्डर दिया और उसने अपने हाथ सीधे कर लिए.

इसके बाद मोहित ने अपनी टी-शर्ट भी उतार दी और वो भी पूरी तरह से नंगा होकर बिस्तर पर रोशनी के पास ही आ गया.रोशनी के चिकने बदन को उसने अपने हाथों से सहलाना शुरू कर दिया. मोहित क्यूंकी खुद काफ़ी डार्क कंपेक्स्षन का था,इसलिए जब उसने गोरी और चिकनी रोशनी को नग्न देखा तो वो एकदम बेकाबू सा हो उठा था.

मोहित के इस जबरदस्त फोरप्ले की वजह से रोशनी की हालत भी काफ़ी खराब हो चली थी और उसका भी शर्म की वज़ह से मूह एकदम लाल हो गया था.उसके चिकने योनि प्रदेश पर मोहित ने अपना हाथ फिराया तो उसे मालूम हुआ कि वो काफ़ी गीला हो चुका था. रोशनी को इस बात का अंदाज़ा हो चुका था कि मोहित अब उसके साथ क्या कुछ करने वाला था और इसके लिए तैय्यार होने के अलावा उसके पास कोई चारा भी नही था.

रोशनी ने फिर भी अपनी तरफ से आख़िरी कोशिश करते हुए मोहित से कहा-“सर,यह सब मेरे साथ मत कीजिए प्लीज़ ! यह सब शादी के बाद ही होता है !”

“ठीक है……..तुम मेरे साथ सहयोग करती रहो तो मैं तुमसे शादी करके तुम्हे अपनी अग्यकारी पत्नी के रूप मे भी स्वीकार कर लूँगा….चलो अपनी टाँगे खोलो……” मोहित ने उसे हुक्म देते हुए कहा और रोशनी ने जैसे ही अपनी टाँगे खोली,मोहित ने अपना खड़ा लिंग उसकी योनि मे डाल दिया.

रोशनी के साथ ऐसा पहली बार ही हुआ था –इसी वजह से वो एक बार को काफ़ी ज़ोर से चिल्लाई भी लेकिन मोहित उसके बदन को पूरी तरह से रौंदकर मज़ा लेने मे मस्त हुआ जा रहा था.रोशनी के मूह से चीख निकलने से उसे और भी ज़्यादा संतोष इस बात का मिला कि जिस लड़की से वो शादी करने जा रहा है ,वो अभी तक पूरी तरह वर्जिन है. इसके बाद मोहित ने अपने लिंग से रोशनी की योनि के अंदर पंपिंग जारी रखी-अब शायद रोशनी को भी मज़ा आ रहा था-कुछ ही देर मे दोनो अपने आनंद की चरम सीमा पर पहुँच गये और दोनो उसके बाद अलग हो गये.

मोहित ने रोशनी को हिदायत देते हुए कहा-“ अब तुम अपने कापरे पहन लो ! तुम अपने इस फाइनल एग्ज़ॅम मे पास हो गयी हो ! तुम्हारे जैसी चिकनी,गोरी,खूबसूरत और अग्यकारी पत्नी के मुझे काफ़ी समय से तलाश थी-मेरी अब वो खोज पूरी हुई और अब मैं तुमसे पूरे एक महीने बाद शादी करूँगा.लेकिन इस एक महीने मे तुम मेरे अंडर ट्रैनिंग मे रहोगी ताकि तुम्हे वाइफ बनाने से पहले यह समझा दिया जाए कि वाइफ को पति के साथ किस तरह पेश आना चाहिए-तुम हालाँकि पहले से ही काफ़ी समझदार और अग्यकारी लगती हो लेकिन फिर भी छोटी मोटी ट्रैनिंग की तुम्हे ज़रूरत है.”

रोशनी को कुछ समझ नही आ रहा था कि मोहित क्या कुछ कहे जा रहा था.वो हैरानी से बोली-‘”लेकिन…….सर……..मेरे केस का क्या हुआ…….?”

“तुम्हारा केस रफ़ा दफ़ा कर दिया गया है………और अब क्यूंकी तुम मेरी वाइफ बनने जा रही हो………तुम्हारे उपर किसी तरह के केस करने का कोई मतलब नही बनता है……तुम्हे सिर्फ़ मेरी हर जायज़ नाजायज़ बात को मानते रहना होगा.समझी ? “ मोहित ने रोशनी की तरफ देखा.

“जी सर….” रोशनी बोली.
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09-02-2018, 11:51 AM,
#74
RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
मोहित हालाँकि पोलीस डिपार्टमेंट मे तो नही था –वो इनकम टॅक्स डिपार्टमेंट मे इनस्पेक्टर था और यहाँ पर सरकारी क्वॉर्टर मे अकेला रहता था. मैं हॉस्टिल मे इसलिए रहती थी क्यूंकी मैने पहले से ही हॉस्टिल और टशन फीस पूरे 3 साल के लिए एक साथ भर रखी थी. मोहित की इनकम टॅक्स डिपार्टमेंट मे सर्विस अभी 3 महीने पहले ली लगी थी और उसकी पोस्टिंग भी इसी शहर मे हो गयी-तभी से घर वाले उसकी शादी के लिए पीछे पड़ गये थे.

मोहित ने भी अपने कपड़े पहन लिए थे और वो रोशनी की तरफ देखकर उसे आगे की हिदायत दे रहा था-“ तुम अपने कॉलेज का हॉस्टिल छोड़ने की अप्लिकेशन दे दो और आज से ही मेरे साथ मेरे घर पर रहना शुरू कर दो ताकि मैं तुम्हे शादी से पहले ठीक से ट्रेन कर सकूँ.”

“लेकिन सर मेरा MBए…….?” रोशनी ने मोहित की तरफ देखा.

“तुम्हारे जैसी चिकनी लड़कियों को पढ़ाई लिखाई की कोई ज़रूरत नही है………तुम्हारा सिर्फ़ एक ही काम है…वो है अपने पति की आग्या का पालन करना और उसे हर तरह से खुश रखना…………समझी ?:”

“ जी सर…….समझ गयी.” रोशनी को कुछ समझ नही आ रहा था कि अचानक यह सब क्या हो रहा था.

“मैं अभी तुम्हारे साथ तुम्हारे कॉलेज चल रहा हूँ और वहाँ जो भी कागज़ी कार्यवाही करनी है वो करके वहाँ से अपना नाम भी कटवओ और अपना हॉस्टिल मे से समान भी उठा लो ! “ मोहित लगता था कुछ ज़्यादा ही जल्दी मे था.

सलोनी ने चुटकी लेते हुए मेरी तरफ देखा और बोली-“ यार,फटाफट चलो ! मोहित भाय्या बहुत जल्दी मे हैं-कहीं हम लोगों का वेट किए बिना वो रोशनी के लेकर भाग ना जाए !”

कुछ ही देर मे हम दोनो वापस उसी कमरे मे पहुँच गये.मैने मोहित की तरफ देखा और पूछा-“सब ठीक है ना ? “

मोहित ने मेरी तरफ देखा और खुश होकर बोला-“ठीक है निशा…..लड़की तो ठीक है.इसे मैं इसके हॉस्टिल और कॉलेज दोनो जगह से हटाकर अपनी खिदमत मे ले रहा हूँ.कुछ दिन तक मेरी ट्रैनिंग मे रहेगी-उसके बाद मैं इससे शादी करूँगा.”
क्रमशः.......
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09-02-2018, 11:51 AM,
#75
RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
नशे की सज़ा पार्ट--20

गतान्क से आगे......
सलोनी ने बिल्कुल अंजान बनते हुए पूछा-“ लेकिन रोशनी तो एमबीए कर रही थी ना ? “

मोहित ने पलटकर जबाब दिया-“इस चिकनी को एमबीए की नही इस बात की ट्रैनिंग की ज़्यादा ज़रूरत है कि अपने पति को कैसे खुश किया जाए और वोही ट्रैनिंग मैं इसे देने जा रहा हूँ-पूरे एक महीने ट्रैनिंग चलेगी.”

मैने मोहित की तरफ देखा और बोली-“जैसे तुम्हारी मर्ज़ी…….तो अब तुम अपने सरकारी फ्लॅट मे इस लड़की के साथ रहने जा रहे हो ! “

इसके बाद हम लोग कमरे से बाहर निकल आए क्यूंकी रोशनी को तो मोहित अपने साथ लेकर जा रहा था और हम लोगों को अपने हॉस्टिल जाना था.कमरा बंद करने के बाद हम लोग नीचे गेस्ट हाउस के रिसेप्षन पर आ गये.मैने कमरे की चाबी रिसेप्षन पर जमा कर दी और बाहर निकल आई.पोलीस जीप हमारा इंतेज़ार कर रही थी.मोहित अपनी बाइक लेकर आया था.वो बाइक पर बैठ गया और उसे स्टार्ट कर दिया.रोशनी बाइक पर मोहित के पीछे उसे सटकार बैठ गयी.

मोहित ने रोशनी से कहा-“पहले कभी बाइक पर नही बैठी क्या ? ठीक से बैठो.वरना गिर जाओगी.”

रोशनी ने यह सुनते ही अपने दोनो हाथों को मोहित के चारो तरफ लपेट लिया लेकिन मोहित शायद अभी भी खुश नही था-उसने रोशनी के डाए हाथ को अपने पेट पर से हटाकर अपनी टाँगों के बीच मे अपनी जीन्स मे क़ैद लिंग के उपर रखा और बोला-“बाइक पर जब भी बैठो तो यह हाथ हमेशा लिंग को सहलाने की पोज़िशन मे होना चाहिए..समझी ?”

‘जी सर….” रोशनी घबराकर बोली और उसने अपने हाथ को उसके लिंग पर फिराना शुरू भी कर दिया. इसके बाद मोहित रोशनी को लेकर वहाँ से रवाना हो गया.

मैं और सलोनी पोलीस जीप की तरफ आ गये और उसमे बैठ गये.ड्राइवर ने गाड़ी का रुख़ हॉस्टिल की तरफ कर दिया.

सलोनी ने जीप मे बैठने के बाद मेरी तरफ शरारत से देखा और बोली-
“मोहित भैया भी सही मज़े ले रहे हैं रोशनी से-बाइक पर बैठने का तरीका भी उसे बता रहे हैं…..क्या बात है………….”

हम लोग यह बात कर ही रहे थे कि मेरे मोबाइल की घंटी बज उठी.विवेक का फोन था.फोन उठाकर मैने हेलो कहा तो विवेक बोला-“निशा कैसी हो ! उस लड़की का क्या हुआ ?”

“मैने उसे छोड़ दिया है-अमित सर से मेरी बात हो गयी थी उसे छोड़ने के लिए.” मैने विवेक को जबाब दिया.

“नही….उसे पकड़ना होगा………..हमे खबर लगी है कि वो किसी दुश्मन देश के लिए जासूसी करती है-उसके उपर नज़र रखने की ज़रूरत है……….” विवेक ने कहा.

“ऐसा कुछ नही है…….यह सब तुम्हारा वेहम भी तो हो सकता है………..”मुझे कुछ समझ नही आ रहा था कि अब क्या करूँ.

“अमित सर मेरे साथ ही हैं…….उन्होने ही यह हिदायत दी है” विवेक ने यह कहकर फोन एसीपी अमित को पकड़ा दिया.

“अमित सर……..आपके कहने के बाद मैने उस लड़की को अपने भाई मोहित के लिए पसंद कर लिया था…शादी के लिए और वो लड़की अभी उसके साथ ही है……..उसके घर पर……..वो उसे शादी करना चाहता है…………” मैने सारी बात जल्दी जल्दी अमित को बताने की कोशिश की.

अमित ने मुझसे पूछा-“तुम्हारा भाई अभी तुरंत तो शादी नही कर रहा है ना उस लड़की से ?”

“नही सर…..वो एक महीने बाद शादी करेगा….तब तक वो लड़की ऐसे ही उसके फ्लॅट मे रहेगी….” मैने अमित से कहा.

“फिर तो कोई दिक्कत ही नही है…..हम उस लड़की पर वहाँ से भी नज़र रख सकते हैं………हमे भी जो खबर मिली है..वो ठीक है या नही यह भी मालूम हो जाएगा.” अमित ने कहा और फोन डिसकनेक्ट कर दिया.

मेरी समझ मे अमित और विवेक की बात अभी पूरी तरह नही आई थी-इस बीच हमारा हॉस्टिल आ गया था और हम दोनो जीप से उतरकर हॉस्टिल मे पहुँच गयी थी.

हॉस्टिल रूम मे पहुँचते ही फिर से फोन की घंटी बज उठी-इस बार भी विवेक का ही फोन था.मैने फोन उठाया और कहा-“हेलो विवेक सर…..”

विवेक बोलने लगा-“निशा ……..हम लोग कल सुबह कटक पहुँचने वाले है….वहाँ पहुँचकर हम ऐसा करेंगे कि तुम्हारे भाई के घर मे कुछ सीक्रेट कॅमरा अलग अलग लोकेशन पर लगा देंगे ताकि उस लड़की पर हम पोलीस कंट्रोल रूम से नज़र रख सकें…….जब हमे लगेगा कि लड़की निर्दोष है और उसके बारे मे हमे जो खबर मिली है, वो ग़लत है तो हम वो सारे सीक्रेट कॅमरास वहाँ से हटा लेंगे………तुम्हारे भाई को इसकी खबर भी नही लगेगी.”

मैने विवेक की बात सुनकर उसे जबाब देते हुए कहा-“ठीक है….कल सुबह जब मोहित अपने ऑफीस चला जाएगा तो उसके बाद हम लोग उसके घर चल्लेन्गे और उस समय आप अपने सीक्रेट कॅमरा वहाँ पर फिट कर लेना.वैसे तो रोशनी शायद घर पर ही होगी और उसका क्वॉर्टर खुला ही होगा-लेकिन मेरे पास भी मोहित के फ्लॅट की ड्यूप्लिकेट चाबी है-उसे भी मैं ले लूँगी-शायद उसकी भी ज़रूरत पड़ जाए.”

इसके बाद मैने फ़ोन रख दिया. यह तय हुआ कि अगले दिन सुबह 11 बजे विवेक के साथ पोलीस डिपार्टमेंट की टेक्निकल टीम मुझे अपने साथ लेकर मोहित के फ्लॅट पर जाएँगे और वहाँ कॅमरा वग़ैरा फिट कर देंगे.

प्लान के मुताबिक जब हम लोग अगले दिन मोहित के फ्लॅट पर पहुँचे तो वहाँ ताला लगा हुआ था-रोशनी इसका मतलब वहाँ नही थी.मैने अपनी ड्यूप्लिकेट चाबी से फ्लॅट का दरवाज़ा खोला और लगभग एक घंटे के अंदर पोलीस वालों ने बड़ी ही सफाई से सीक्रेट कॅमरास इस तरह फिट कर दिए कि किसी को ज़रा भी शक़ ही ना हो कि यहाँ कुछ लगा हुआ है .इसके बाद मैने मोहित के फ्लॅट को बंद कर दिया और विवेक ने मुझसे कहा-“हम लोग अब इस फ्लॅट मे होने वाली हर आक्टिविटी को पोलीस कंट्रोल रूम से लाइव देख सकते हैं.आपके पास तो कंट्रोल रूम की चाबी पहले से है ही .”

“नही विवेक सर…मेरे पास कंट्रोल रूम की कोई चाबी नही है………मुझे अमित सर के कहने पर कंट्रोल रूम की चाबी हर बार माँगने पर मिल जाती है.” मैने तुरंत ही विवेक को करेक्ट करते हुए कहा.

विवेक ने फिर कहा-“ मेरा यही मतलब था कि आप जब चाहें, कंट्रोल रूम मे जाकर सभी आक्टिविटीस को लाइव देख सकती हैं-वैसे भी यहाँ की सारी आक्टिविटीस कंट्रोल रूम मे ऑटोमॅटिकली रेकॉर्ड होती रहेंगी, जिन्हे हम बाद मे भी देख सकते हैं.”

“ठीक है विवेक सर..मैं समझ गयी कि आप क्या कहना चाहते हैं……..” मैने हल्के से मुस्कराते हुए विवेक की तरफ देखा. इसके बाद विवेक ने मुझे मेरे हॉस्टिल तक छोड़ दिया और खुद पोलीस स्टेशन के लिए रवाना हो गया.

हॉस्टिल पहुँचकर मैने सारी बात जब सलोनी को बताई तो वो खुश होती हुई बोली-“ मतलब यह हुआ कि अब हम मोहित और रोशनी की सारी की सारी आक्टिविटीस लाइव देख सकेंगे.”

“और जब चाहें जितनी देर चाहें देख सकेंगे-फ्री ऑफ कॉस्ट हॉट हॉट फिल्म्स……..” मैने सलोनी की बात को आगे बढ़ते हुए कहा-“ लेकिन एक प्राब्लम है….” मैं कहते कहते रुक गयी.

“वो क्या ?” सलोनी ने पूछा.

“हमे यह फिल्म सिर्फ़ पोलीस गेस्ट हाउस मे जाकर पोलीस कंट्रोल रूम मे ही जाकर देखनी होगी-क्यूंकी इसे सिर्फ़ वहीं से देखा जा सकता है.” मैने सलोनी से कहा तो वो पलटकर बोली-“ इसमे यार क्या प्राब्लम है……..पोलीस गेस्ट हाउस और पोलीस कंट्रोल रूम मे तो हम पहले भी जाते रहे हैं.यह कोई नयी जगह थोड़े ही है हमारे लिए.”

“हां यार वो तो ठीक है………….” मैने सलोनी से कहा –“ चल फिर ऐसा करते हैं कि आज शाम का प्रोग्राम रखते हैं. शाम 6 बजे हम लोग कंट्रोल रूम पहुँच जाएँगे-ठीक उसी वक़्त मोहित भी ऑफीस से घर वापस पहुँचता है-उसके बाद सीक्रेट कॅमरा की टेस्टिंग भी हो जाएगी की वो सब ठीक से काम कर भी रहे हैं या नही.”

कुछ ही देर मे अक्प अमित का फोन आ गया.मैने फोन उठाया तो वो बोला-“निशा ऐसा करो कि कंट्रोल रूम से मोहित के फ्लॅट की निगरानी की ज़िम्मेदारी तुम ही ले लो. मैने गेस्ट हाउस मे तुम्हारे लिए वैसे एक कमरा भी बुक करा दिया है और वहाँ यह भी मेसेज छोड़ दिया है कि तुम्हे वहाँ किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो.तुम वहाँ से मोहित और उस लड़की की आक्टिविटीस को मॉनिटर करती रहो और कुछ ग़लत लगे तो मुझे उसकी रिपोर्ट देती रहना ताकि मैं आगे की कार्यवाही कर सकूँ. तुम्हे जिस समय भी गेस्ट हाउस जाना हो,उसके आधे घंटे पहले फोन कर देना-यहाँ से पोलीस की जीप तुम्हे पिक करके गेस्ट हाउस छोड़ भी देगी और जब तुम्हे वापस आना हो तो तुम्हे पिक करके वापस हॉस्टिल भी छोड़ देगी”

मुझे तो मानो मूह माँगी मुराद मिल गयी-सलोनी को मैने सारी बात बताई तो वो भी खुशी के मारे उछल पड़ी-“तो फिर आज 4.30 बजे हम पोलीस की जीप के लिए फोन कर देंगे की वो आकर हमे ले जाए…?”

“हां ………हां……लेकिन अभी उसमे 3 घंटे का वक़्त है-तब तक अपना बाकी का काम निपटा लेते हैं.” मैं उसके उतावलेपन को देखकर मुस्कराए बिना ना रह सकी.

ठीक 4.30 बजते ही सलोनी ने मुझे याद दिलाते हुए कहा-“निशा..यार फोन तो कर दे पोलीस जीप के लिए.”

इसके बाद मैने फोन करके पोलीस जीप बुलाने का काम कर लिया और उसके ठीक आधे घंटे बाद जीप हमारे हॉस्टिल पहुँच भी गयी.

ठीक 5.45 पर हम दोनो गेस्ट हाउस पहुँच गये.रिसेप्षन से मैने कंट्रोल रूम की चाबी माँगी तो वहाँ बैठे ऑफीसर ने बताया-“मेडम यह रूम नो.301 की चाबी भी आप रख लीजिए-यह रूम कंट्रोल रूम के साथ ही लगा हुआ है और कंट्रोल रूम के अंदर से ही उसका दरवाजा है और वहीं से खुलता है-कोई परेशानी हो तो मुझे बताएँ.”

मैने दोनो चाबियाँ अपने हाथ मे पकड़ी और सलोनी के साथ लिफ्ट की तरफ बढ़ गयी.

कंट्रोल रूम का ताला खोलने के बाद मैने देखा कि जहाँ एलसीडी स्क्रीन लगा हुआ था, उसी दीवार की राइट साइड पर एक ताला लगा हुआ था जो किसी दरवाजे का था-मैने उस ताले को भी खोल दिया और देखा की वहाँ बकायडा बड़ा सा रूम था जिसमे हम जब चाहे आ जा सकती थी.सलोनी ने इस बीच एलसीडी स्क्रीन ऑन कर दिया था और उस पर मोहित के बेड रूम का सीन नज़र आ रहा था.

मोहित बेडरूम मे बिस्तर पर अढ़लेटा सा बैठा हुआ था और सामने खड़ी रोशनी से पूछ रहा था-“ कॉलेज का काम निपट गया कि नही ? “

“जी…..निपट गया…….मैने अपना नाम भी कटवा लिया है और हॉस्टिल खाली कर दिया है……अपना सारा सामान भी मैं ले आई हूँ.” रोशनी ने पास मे रखे दो बड़े बॅग्स की तरफ इशारा करते हुए मोहित से कहा.

अब मुझे समझ मे आया कि हम लोग जब आज सुबह मोहित के फ्लॅट पर गये तो वहाँ ताला क्यों लगा हुआ था-मोहित ऑफीस गया हुआ था और रोशनी अपने कॉलेज गयी हुई थी.

“गुड गर्ल ! “ मोहित ने खुश होते हुए रोशनी की तरफ देखा और बोला-“अब ज़रा इधर आओ और मेरे शूज उतारो ! “
क्रमशः.......
Reply
09-02-2018, 11:51 AM,
#76
RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
नशे की सज़ा पार्ट--21

गतान्क से आगे......
मोहित लगता था अभी अभी ऑफीस से आया था और उसने अपने कपड़े और शूज वग़ैरा नही उतारे थे. रोशनी के लिए यह एक नये तरह का ह्युमाइलियेशन था. वो बेड के पास जाकर ज़मीन पर घुटनो के बल बैठ गयी और मोहित के पैरों से शूस उतारने लगी. दोनो जूते उतारने के बाद वो रुक गयी तो मोहित ने कहा-“ सॉक्स भी उतारो “
रोशनी ने फटाफट सॉक्स भी उतार दिए.
इसके बाद जब वो ज़मीन से उठने लगी तो मोहित ने उसे रोका और कहा-“उठो मत अभी…ज़रा मेरे पैरों को सहलाओ.”
रोशनी ने ह्युमाइलियेशन का एक और घूँट पिया और मोहित के पैरों को सहलाने लगी.
मोहित कुछ देर तक ऐसे ही अपने पैरों को सहलवाता रहा-इसके बाद उसने अपने पैर के अंगूठे को रोशनी के होंठों पर फिराते हुए कहा-“उपर बिस्तर पर आ जाओ और मेरे कपड़े भी उतारो !”

रोशनी बिस्तर पर आ गयी.मोहित पिल्लो लगाए हुए आधा बैठा और आधा लेटा हुआ था-उसने अपनी टांगे फैला रखी थी और उसकी पॅंट की ज़िप के पीछे उसके लिंग का एरेक्षन सॉफ दिखाई दे रहा था. रोशनी ने पहले मोहित की पॅंट की बेल्ट खोलनी शुरू की.बेल्ट खोलने के बाद उसने पॅंट के हुक और बटन खोल दिए और अपना हाथ ज़िप खोलने के लिए आगे बढ़ा दिया.मोहित ने उसे रोका और ऑर्डर दिया-“पॅंट की ज़िप को हमेशा अपने मूह से खोला करो……..जो इन्स्ट्रक्षन्स मैं दे रहा हूँ.इन्हे याद रखो क्यूंकी अगर तुमने कुछ ऐसा किया जो मेरी इन्स्ट्रक्षन्स के खिलाफ हुआ तो तुम्हे काफ़ी सज़ा मिलेगी.”

इसके बाद रोशनी ने ज़िप के हुक को अपने मूह मे दबाया और उसे नीचे की तरफ खोलने लगी. ज़िप खोलते खोलते रोशनी के होंठ लगातार मोहित के अंडरवेर मे बंद खड़े लिंग से टकराते रहे. ज़िप खुलते ही मोहित का सफेद रंग का अंडरवेर और उसमे क़ैद खड़े लिंग की झलक रोशनी को सॉफ नज़र आने लगी.पॅंट उतारने के बाद मोहित ने रोशनी से कहा –“ चलो अब मेरी टाँगे सहलाओ और दबाओ ताकि मैं रिलॅक्स कर सकूँ.” रोशनी के मखमली गोरे हाथ मोहित की टाँगों को सहलाने मे व्यस्त हो गये. रोशनी के हाथ सिर्फ़ मोहित के घुटनो तक ही जाकर रुक जा रहे थे-इससे मोहित को पूरा मज़ा नही आ रहा था.उसने रोशनी को ऑर्डर देते हुए कहा-“अपने हाथों को उपर तक लाओ और मेरी जांघों को भी सहलाओ.”

रोशनी के इस सहलाने से मोहित का लिंग और भी अधिक कड़क होकर खड़ा हो गया था लेकिन अभी भी अंडरवेर के अंदर ही था और मोहित उस पर अंडरवेर के उपर से ही हाथ फिरा फिरा कर अपनी उत्तेजना को शांत करने की कोशिश कर रहा था.

“चलो अपना टॉप उतारो ! “ यकायक मोहित ने रोशनी से कहा और रोशनी ने बिना किसी देरी के अपना टॉप उतार दिया और उसकी नीले रंग की ब्रा नज़र आने लगी. मोहित ने रोशनी की तरफ देखा और बोला-“घर के अंदर तुम ना तो ब्रा पहानोगी और ना ही पॅंटी-समझी ? चलो अपनी ब्रा भी अलग करो.”

रोशनी ने ब्रा को भी अपने बदन से अलग कर दिया और उसका उपर का पूरा भाग वस्त्रहीन हो गया. उसके कसे हुए उरोज़ एकदम उत्तेजित अवस्था मे खड़े हुए थे.मोहित ने अपने हाथ को बारी बारी से उसके उन्नत उरोजो पर फिराया और बोला-“ अपने इन उरोजो से मेरी टाँगो और जांघों को सहलाओ ! “

मोहित को भी यह मालूम था कि रोशनी को उसके इस ऑर्डर को कंप्लाइ करने के लिए काफ़ी ह्युमिलियेटिंग शो पेश करना पड़ेगा और यही सोच कर उसका लिंग और भी अधिक तनाव के साथ खड़ा हो गया था और उसके अंडरवेर मे से बाहर निकलने के लिए बेताब था. रोशनी मोहित की टाँगों के उपर पूरी तरह झुक गयी और अपने दोनो उभारों को उसकी टाँगों पर रखते हुए ,अपने बदन को उपर नीचे करते हुए उसकी टाँगों को अपने उरोजो से सहलाने का ह्युमिलियेटिंग जॉब करने लगी.मोहित के आनंद की मानो कोई सीमा आयी नही थी-रोशनी के ज़रिए वो अपनी हर संभव सेक्स फॅंटेसी सॅटिस्फाइ करना चाहता था और कर भी रहा था.

अपने उरोजो को सरकाती हुई रोशनी जब मोहित की जांघों तक पहुँच गयी, तो मोहित के उसकी चिकनी टाँगो पर हाथ फिराना शुरू कर दिया और उसके स्कर्ट मे क़ैद नितंबों को स्लॅप भी करने लगा. इसी बीच मोहित ने अपने अंडरवेर को थोड़ा सा नीचे खिसकाया और उसमे से अपने क़ैद खड़े लिंग को बाहर निकालकर रोशनी के होंठों पर फिराने लगा.

रोशनी मोहित का इशारा नही समझ सकी और अपने मूह को बंद ही किए रही.मोहित बेहद उत्तेजना मे था-उसने गुर्रकार रोशनी को ऑर्डर दिया-“फटाफट अपना मूह खोल और इस पर अपनी जीभ फिरा….”

रोशनी ने ना चाहते हुए भी अपना मूह खोला और उसमे मोहित के लिंग को लेकर उस पर अपनी जीभ फिराने लगी. मोहित रिलॅक्स होकर रोशनी के मुख मैथुन का आनंद लेने लगा. बीच बीच मे रोशनी के मूह मे से उसका लिंग फिसल कर बाहर जा रहा था क्यूंकी रोशनी उल्टी होकर लेटी हुई थी-जितनी बार लिंग फिसलकर रोशनी के मूह से बाहर निकला,मोहित ने उसके गाल पर हल्की सी चपत लगाते हुए उसे हुक्म दिया-“अंदर डालो इसे.” और बेबस रोशनी उसे फिर से अपने मूह मे लेकर उस पर अपनी जीभ घुमाने के लिए विवश थी.

मोहित और रोशनी की इस जबरदस्त ब्लू फिल्म को देखकर मैं और सलोनी पूरी तरह गरम हो चुके थे. सलोनी ने मेरी तरफ मुस्कुराकर देखा और बोली-“मोहित भाय्या के हाथ तो मानो कोई खिलोना लग गया है-जिससे वो खेलते ही जा रहे हैं और उनका मन ही नही भर रहा.”

अचानक स्क्रीन पर कुछ हलचल हुई और मैने देखा कि मोहित ने रोशनी से कहा-“जाओ दरवाज़ा खोलो..घंटी बजी है शायद.”

रोशनी के बदन पर इस समय कोई कपड़ा नही था और वो पूरी तरह से नंगी थी.वो अपने कपड़े उठाकर पहनने लगी तो मोहित ने उसे रोक दिया-“बिना कपड़े पहने ही जाकर दरवाज़ा खोलो ! जब तक मैं ना कहूँ कपड़े पहनने की जुर्रत मत करना.”

रोशनी के मानो काटो तो खून नही.उसने मोहित की तरफ देखा और बोली-“मैं इस हालत मे पूरी तरह नंगी दरवाज़े पर कैसे जा सकती हूँ…..? जबकि यह भी नही मालूम है दरवाज़े पर आने वाला कौन है ?”

इससे पहले की मोहित कुछ जबाब देता, एकदम बहुत बड़ा धमाका हुआ और कमरे मे जबरदस्त तरीके से आग लग गयी और कुछ ही पलों मे ना वहाँ मोहित का पता था और ना ही रोशनी का-सब कुछ लगता था एक जबरदस्त ब्लास्ट की भेंट चढ़ गया था-मेरे पैरों के नीचे से ज़मीन मानो खिसक गयी हो-मैने सलोनी की तरफ देखा.सलोनी ने भी मेरी तरफ देखा और आँखों मे आँसू भरकर बोली-“यार…यह सब क्या हुआ……..मोहित भाय्या…………अब नही रहे……….और रोशनी भी…………..”

मैने स्क्रीन को ऑफ कर दिया और पास मे रखे टीवी सेट को ऑन कर लिया-न्यूज़ चॅनेल लगाते ही वहाँ ब्रेकिंग न्यूज़ फ्लश होने लगी-सहर मे तीन जगह बॉम्ब ब्लास्ट हुए हैं-किसी भी टेररिस्ट ग्रूप ने अभी तक इन ब्लास्ट्स की ज़िम्मेदारी अभी तक नही ली थी.जिन तीन ठिकानो पर ब्लास्ट हुए थे-उनमे से एक ठिकाना गूव्ट.स्टाफ हाउसिंग कॉंप्लेक्स भी था. इस समय पूरे शहर मे अफ़रा तफ़री का माहौल था.मेरी आँखों मे भी आँसू आ गये थे और मैं रोती हुई सलोनी से लिपट गयी-“अब मुझे तुरंत घर पहुँचकर मम्मी पापा को यह मनहूस खबर देनी होगी-उनकी पता नही क्या हालत होगी-उन्हे पता नही यह खबर मिली भी है या नही.”

इससे पहले कि मैं टीवी बंद करके वहाँ से निकलती,टीवी पर दूसरी न्यूज़\ फ्लश हो गयी-एसीपी अमित और इनस्पेक्टर विवेक दोनो भी बॉम्ब ब्लास्ट मे मारे गये हैं.मुझे खुद एकदम बहुत ज़्यादा डर लगने लगा.मैने जल्दी से वहाँ से उठकर कमरे को बंद किया और सलोनी के साथ नीचे रिसेप्षन पर पहुँच गयी और कमरे की चाबी मैने वहाँ बैठे कॉन्स्टेबल के हाथ मे पकड़ा दी.

कॉन्स्टेबल ने मेरी तरफ देखा और बोला-“इस समय यहाँ से मूव करना ठीक नही है-हमारे पास खबर है कि टेररिस्ट्स ने कयी अलग अलग ठिकानो पर चुन चुन कर टाइम बॉम्ब लगाए हुए हैं-जो अलग लग जगह पर अलग अलग टाइम पर ब्लास्ट हो रहे हैं.”

मैं डरी सहमी हुई सलोनी के साथ वहीं एक सोफे पर बैठ गयी और हालत नॉर्मल होने का इंतेज़ार करने लगी.कुछ ही देर बाद मैने वहाँ एक जबरदस्त ब्लास्ट की आवाज़ सुनी और पूरे गेस्ट हाउस मे ना सिर्फ़ आग लगी हुई थी बल्कि वहाँ पर बिल्डिंग टूट टूट कर गिरनी भी शुरू हो गयी-मैने देखा कि बिल्डिंग गिरने की वज़ह से गेस्ट हाउस से बाहर निकलने का रास्ता पूरी तरह बंद हो चुक्का था और वहाँ बैठे कयी लोग आग की लपटों की चपेट मे आ चुके थे.हम दोनो को अपनी मौत सामने खड़ी दीख रही थी और उससे निकलने का अब कोई रास्ता नही था.अचानक ही, जिस सोफे पर हम दोनो बैठे थे,उसने भी आग पकड़ ली और हम दोनो आँखें बंद करके भगवान से अपने किए गये गुनाहों के क्षमा माँगने लगे.यह तय हो गया था कि बुरे काम का अंत हमेशा ही बुरा होता है.कुछ ही देर बाद मेरे और सलोनी के बदन मे आग लग गयी-हम लोग चिल्ला चिल्ला कर इधर उधर भागने लगी –लेकिन आग तो सभी तरफ लगी हुई थी.
तो दोस्तो कैसी लगी ये मस्त कहानी ज़रूर बताना दोस्तो फिर मिलेंगे एक और नई कहानी के साथ आपका दोस्त
*****************दा एंड*****************
समाप्त,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
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