Hindi Sex काले जादू की दुनिया
06-24-2017, 11:09 AM,
#41
RE: Hindi Sex काले जादू की दुनिया
निशा उसके हाथो से ब्रा पैंटी नाइटी और तौलिया लेकर बाथरूम मे घुस गयी. इतनी देर मे करण ने जल्दी से अपने पॅंट का ज़िप खोला और अपना लंबा और मोटा लॉडा बाहर निकाल के सहलाने लगा. ळौडे को सहलाने भर से प्रेकुं की दो बूंदे सुपाडे से नीचे छलक आई. उसने प्रेकुं की बूँदो को सुपाडे पर गोल गोल मल दिया और लौडे को पॅंट के अंदर अड्जस्ट करके ज़िप बंद कर लिया.

तभी निशा नहा कर बाहर आई. उसने सिर्फ़ सफेद तौलिया लपेटा था जो उसकी मोटी मोटी चुचियो को ढके हुए था पर उसकी मखमली सुडोल जाँघो की नुमाइश कर रहा था. करण ने सोचा कि इसने नाइटी क्यू नही पहनी, पर वो तौलिए से बाहर निशा के कंधो पर उसके पिंक ब्रा के स्ट्रॅप्स देख सकता था.

“वो क्या है ना कि नाइटी अगर बातरूम मे पहनती तो वो गीली हो जाती...” निशा ने अपनी खुसबूदार गीली ज़ुल्फो को झटकते हुए कहा जिस से पानी की बूंदे सीधे करण के चेहरे पर पड़ी. निशा की इस अदा पर करण तो निढाल हो गया. निशा जैसे बाउन्सर बार बार फेक रही थी, करण उन सभी बाउन्सरो पर क्लीन बोल्ड होता जा रहा था.

दो मिनिट तक अपने रेशमी गीली बालो को सवारने के बाद उसने करण को देखा, करण पत्थर की मूरत बन उसकी जवानी को निहार रहा था जिसे समझकर निशा मंद मंद मुस्कुरा रही थी.

निशा ने घूर के करण को देखा और हौले से अपनी चुचियो की घाटी पर बँधे तौलिए की गाँठ मे हाथ डाल कर एक झटके मे खोल दिया. करण एक तक देखता रह गया जब तौलिया निशा की जिस्म से सरकता हुआ नीचे जा गिरा.

निशा उसके सामने केवल पिंक ब्रा और पैंटी मे थी. 34 डी साइज़ के इतने मोटे मोटे कसे हुए दूध कि उनको ब्रा की कोई ज़रूरत ही नही थी उपर से ब्रा इतनी पतली कि उसमे से निपल्स का उभार सॉफ पता चल रहा था. 

चुचियो के नीचे निशा का गोरा बिल्कुल सपाट पेट था जिसमे बहुत ही गहरी नाभि थी. उस नाभि मे एक डाइमंड लगा हुआ था जो निशा की नाभि की खूबसूरती को और बढ़ा रहा था. 

करण की नज़रें किसी स्कॅनर की तरह काम करते हुए निशा के पेट से नीचे आई तो उसका दिल धक्क से कर के रह गया. ऐसा नज़ारा उसने ब्लू फ़िल्मो मे भी नही देखा था. एक सोने की चैन निशा की 26 साइज़ की गोरी कमर पर कातिल लग रही थी. 

करण को यह सब देख कर लग रहा था कि अब उसको हार्ट अटॅक ज़रूर आएगा. वो सोने की चैन निशा के कमर पर इतनी सेक्सी लग रही थी कि मत पूछो.

नीचे सिर्फ़ पतली सी पिंक रेशमी जालीदार पैंटी मे कसी 36 साइज़ की सुडोल और मांसल गान्ड थी. करण तो यही सोच रहा था कि आख़िर उस पैंटी पर क्या बीत रही होगी जो अपनी औकात से बड़ी गान्ड को संभालने की कोशिश कर रही थी.

पैंटी थोड़ी पारदर्शी थी जिसकी वजह से निशा की झाँते पैंटी के अंदर ही दिख रही थी. निशा की झाँते इतनी घनी और लंबी थी कि पैंटी के कोने से बाहर निकल रही थी.

करण को कुछ होश नही रहा, वो तो बस अपने सामने खड़ी रति के अवतार को ही निहारे जा रहा था. अब तक निशा ने उस से यह सब छिपाया था, तो आज यह सब दिखाने का क्या मतलब हो सकता है. लंड को अड्जस्ट करने का कोई फायेदा नही था क्यूकी वो निशा के सेक्सी जिस्म को देख कर दोबारा फुफ्कारने लगा था. प्रेकुं की कुछ बूंदे करण को अपने सुपाडे पर महसूस हो रही थी.

“क्या हुआ...ऐसे क्या देख रहे हो मुझे...कभी किसी लड़की को ऐसे नही देखा है क्या..” निशा अपनी निचले होठ को चबाते हुए बोली और अपनी नाइटी पहन ने लगी.

अब करण से बर्दास्त करना बहुत ही मुश्किल हो गया था, जब औरत के इस रूप ने ऋषि मुनियो की तपस्या तक भंग कर दी तो उनके सामने करण क्या था. वो आगे बढ़ा और निशा की गोरी गोरी कमर मे अपना हाथ डाल दिया और सोने की चैन को खीचने लगा. चैन की रगड़ ने निशा की गोरी कमर पर लाल निशान बना दिया.

करण ने अपने हाथो को निशा की सुडोल मोटी मोटी गदराई गान्ड पर रख कर उसे मसल्ने लगा. निशा एकदम से तड़प उठी. आनंद मे निशा का सर पीछे हो गया. करण ने झटके से निशा की गान्ड पकड़के उसके पेट को अपने से चिपका लिया. 
Reply
06-24-2017, 11:09 AM, (This post was last modified: 06-24-2017, 11:09 AM by sexstories.)
#42
RE: Hindi Sex काले जादू की दुनिया
जैसे ही निशा के पेट पर कुछ चुभा तो उसने सर झुका के देखा और पाया कि करण का साँप तो पहले से ही फुफ्कार रहा है. करण ने उसको और अपने से चिपका लिया और उसके कानो को चूसने लगा.

निशा एकदम से मोम की तरह करण की बाँहो मे पिघल गयी. करण लगातार निशा के कानो चूसे जा रहा था और हल्के से काट भी रहा था. उसने निशा के कान की इयरिंग्स को भी अपने मूह मे लेकर ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा.

निशा मस्ती मे खोती जा रही थी. करण ने उसके कानो को चुसते हुए फुसफुसका के एक ही शब्द कहा कहा, “सेक्शकशकष्यययी....लग रही हो” और निशा ने अपने आपको पूरा करण को समर्पित कर दिया.



करण ने निशा की गान्ड पर हाथ डाल कर उसे अपने गोद मे उठा लिया और बिस्तर मे ले जाकर पटक दिया और उसके उपर लेट गया. उसने निशा के गर्दन को प्यार करना शुरू किया तो निशा की मूह से “आआहह....उम्म्म्मम....ईइस्स्स्स” की सिसकारी निकलनी शुरू हो गयी.

करण जानता था कि औरतो पर उनके कान और गले पर चूमने से खुमारी चढ़ती है और वो जल्दी गरम होती है. निशा के साथ भी यही हाल था. वो तो बस यही चाह रही थी कि करण जल्दी से उसके होंठो पर अपने होठ रख दे, और वही हुआ भी. 

करण ने हौले से अपने होंठो से निशा के लरजते होंठो को चूम लिया. फिर उसके नीचे वाली होठ को अपने होंठो के बीच भर कर उसका रस पीने लगा. “म्म्म्महमममम.........आअहह.” निशा की सिसकिया पूरे कमरे मे गूँज उठी थी.

पर अचानक करण अलग हो गया. निशा उसको ऐसे देख रही थी जैसे किसी बच्चे के मूह से उसका खिलोना छीन लिया गया हो. करण उठ के बैठ गया और एक गहरी साँस लेकर धीरे से बोला, “यह सब क्या है निशा....तुम तो ऐसी नही थी...तुमने ही कहा था कि तुम यह सब शादी के बाद करोगी....फिर यह सब क्यू कर रही हो तुम..”



करण के बोलते ही निशा उदास हो गयी, जिन आँखो मे कुछ देर पहले वासना थी अब उनमे आँसू आ गये थे. “करण आज शायद यह मेरी तुम्हारे साथ आख़िरी रात हो....कल मम्मी पापा मेरी सगाई के लिए मुझे भी पुणे ले जाएँगे...”

करण उसकी बातें बड़ी ध्यान से सुन रहा था. निशा ने लेटे लेटे अपने आँसू पोछते हुए कहा, “वो लोग मेरी शादी तो किसी और से कर देंगे पर मेरा दिल और जिस्म सिर्फ़ तुम्हारे पास रहेगा...”

करण निशा की ऐसी बातें सुनकर भावुक हो गया और बोला, “और इसीलिए तुम यह सब कर रही हो...?”

निशा उठते हुए बोली, “भले ही मेरी शादी किसी और से हो जाए पर मेरे जिस्म पर पहला हक़ उसी का है जिसे मैं प्यार करती हू और वो तुम हो..” निशा रोते हुए करण के गले लग गयी और अपन सर उसके कंधो पर टिका कर बोली, “प्लीज़ करण मुझे आज रात अपना बना लो....मुझे आज वो सारी खुशिया दे दो जिसके लिए मैं आने वाले जिंदगी मे तड़प्ती रहूंगी...”

करण की आँखो मे भी आँसू थे. उसे निशा पर बहुत प्यार आ रहा था. वो जिंदगी भर सोचता रहा कि वो अनाथालय मे पला बढ़ा इसलिए उसे कोई प्यार नही करता, और आज उसे यह एहसास हुआ कि उसे प्यार करने वाले तो उसके करीब ही है, उसकी प्रेमिका, उसकी माँ, उसकी बहन और अब उसका भाई भी.

करण अपने जज्बातो पर काबू पाते हुए, “मैने पिच्छले जनम मे ज़रूर कुछ पुन्य किए होंगे जो तुम मेरी लाइफ मे आई...और मैं जानता हू तुम मुझसे बहुत प्यार करती हो..” उसने निशा के चेहरे को उपर उठाते हुए कहा, “पर इसका यह मतलब नही कि तुम मुझसे शादी से पहले सेक्स कर लो...”

निशा ने चौंकती नज़रो से करण की तरफ देखा मानो उस से पूछ रही हो कि आख़िर वो उस से सेक्स करने से मना क्यू कर रहा है. करण ने निशा की आँखो मे यह प्रश्न पढ़ लिया और उसके चेहरे को अपने हाथो मे लेते हुए, “भूल गयी तुमने मुझसे क्या कहा था...कि हम शादी से पहले सेक्स नही करेंगे..”

करण की बात सुनकर निशा की आँखे फिर से भर आई, “वो तो मैने तब कहा था जब मैं ख्वाब देखती थी कि मेरी और तुम्हारी शादी हो रही है...पर अब जब हमारी शादी ही नही होगी तो पुरानी बातो को याद कर के क्या फायेदा.....प्लीज़ करण बस मुझे अपना बना लो...मैं नही चाहती कि कोई दूसरा मर्द मुझे पहली बार हाथ लगाए...”
Reply
06-24-2017, 11:09 AM,
#43
RE: Hindi Sex काले जादू की दुनिया
करण ने निशा की तरफ बड़ी प्यार से देखा और हौले से उसके होंठो को चूम लिया और कहा, “कॉन कहता है सपने हक़ीक़त नही बन सकते...तुमने जो हमारी शादी का सपना देखा था वो ज़रूर सच होगा....और रही बात किसी मर्द को तुम्हे पहले छुने की तो मैं अभी कुछ ऐसा करता हू कि वो पहला और आख़िरी मर्द मैं बन जाउ...मैं तुम्हे अपना ज़रूर बनाउन्गा पर शादी के बाद..”

निशा की कुछ समझ मे नही आया. करण अपनी जगह से उठा और बेड के सहारे ज़मीन पर अपने घुटनो के बल बैठ कर, “डॉक्टर. निशा...विल यू मॅरी मी...” और करण ने अपनी सोने की अंगूठी निकाल कर निशा को पेश कर दी.

निशा ने करण की आँखो मे अपने लिए सारे जहाँ का प्यार देखा. उसके मूह से बस इतना ही निकला, “येस....” और वो खुशी के आँसू रोने लगी.

करण उठा और अपने गले से काले रंग का भगवान शिव का ताबीज़ निकालते हुए उसे निशा के गले मे पहनाने लगा और बोला, “यह रहा मन्गल्सूत्र...”

निशा को मानो अपनी आँखो पर यकीन नही हो रहा था. उसकी शादी ऐसे भी होगी उसने कभी सोचा भी नही था लेकिन उसे तो बस करण चाहिए था भले ही वो कैसे भी मिले.

आख़िर मे करण ने पास मे रखे चाकू को उठाया और अपना अगुठा थोड़ा सा काटकर, खून से निशा की माँग भर दी और बोला, “लो भर दी तुम्हारी माँग मैने अपने खून से....और मैं वचन देता हू जब तक ज़िंदा रहूँगा तुम्हे अपनी धरम पत्नी मानूँगा और तुम्हारे हर सुख दुख मे तुम्हारा साथ दूँगा और तुम्हारी जान देकर भी रक्षा करूँगा....” माँग भर जाने का और एक सुहागन होने का सुख निशा आज पहली बार महसूस कर रही थी.

निशा ने करण द्वारा पहनाई हुई अंगूठी और ताबीज़ रूपी मन्गल्सुत्र को चूम लिया और बोली, “करण तुम्हे नही पता आज मैं कितनी खुश हू....मुझे तुम मेरे पेरेंट्स से भी ज़्यादा समझते हो....मैं तुम्हे अपनी जीवन मे पति पाकर धन्य हो हो गयी...और मैं भी तुमसे वादा करती हू कि एक अर्धांगिनी होने का हर फ़र्ज़ निभाउन्गि...अपने पति को तन और मन हर तरह से खुश रखने की कोशिश करूँगी...” और निशा और करण आलिंगन मे बँध जाते है.

“अब शादी हो गयी तो सुहागरात भी हो जाए...” हंसते हुए करण निशा को बाँहो मे भरता हुआ बोला. अभी तक अदा दिखाने वाली निशा अब थोड़ा सा शर्मा गयी और किसी बेल की तरह करण से लिपट गयी.



“मैने कहा ना कि पति को तन और मन से खुश रखना हर पत्नी का कर्तव्य है....तो चलो आज तुम्हे तन से खुश करती हू...” कहते हुए निशा ने करण को बिस्तर पर धकेल दिया और उसकी छाती पर चढ़ के बैठ गयी.

वो नाइटी मे कमाल की लग रही थी. उसने एक एक कर के करण की शर्ट के बटन्स को खोल दिया और टाइ भी उतार दी. करण के घाव देख कर उसके मन मे आया कि एक बार इसके बारे मे पूछे पर वो वासना मे डूब जाना चाहती थी इसलिए वह ख़याल मन से निकाल कर करण की मांसल छाती को प्यार से चूमने लगी.
करण ने भी अपने हाथो को नाइटी के अंदर से निशा की पैंटी और नंगी कमर पर चलाने लगा. निशा किसी मक्खन की तरह मुलायम थी. जहा हाथ लगाओ उसके चिकने गोरे बदन पर वो फिसल जाता.

निशा थोड़ा उपर हुई और करण के होंठो को चूसने लगी. दोनो की जीब एक दूसरे से मिलने को बेकरार थी. दोनो की जीभ मे लग रहा था कि कुश्ती प्रतियोगिता चल रही है. निशा ने अपने मूह का ढेर सारा थूक लिया और उसे करण के मूह मे डालने लगी. करण भी जैसे जन्मो का प्यासा, निशा की थूक की हर बूँद चाट चाट कर पी गया और बदले मे उसने भी ढेर सारा थूक निशा के मूह मे उगल दिया जिसे निशा भी मज़े से चाट के पी गयी.

करण ने अपना हाथ निशा की चुचियो के बीच की घाटी मे डाला और नाइटी की गाँठ खोल दी. नाइटी निशा के चिकने बदन पर फिसलते हुए गिर गयी. अब निशा केवल ब्रा और पैंटी मे थी. करण ने निशा को नीचे लिटा दिया और उसके उपर चढ़ गया.

इतना चिकना जिस्म करण ने आज तक नही देखा था. निशा पर रोए या बाल के नामो निशान नही थे, पर बगल (आर्म्पाइट) मे निशा के बहुत बाल थे. निशा ने जब देखा तो थोड़ा शर्मा गयी और बोली, “आइ आम सॉरी...मुझे पता नही था कि आज हम सुहाग रात मनाएँगे नही तो मैं इन बालो को शेव कर देती...”

करण ने मुस्कुराते हुआ अपने मूह को निशा की बगलो मे घुसा दिया और बोला, “मुझे बगल के बाल बहुत पसंद है...इनमे जब पसीना होता है तब इनमे से बड़ी मादक गंध आती है.” बोलते हुए करण निशा की बगल को अपना जीभ निकाल के चाटने लगा.

निशा के लिए यह नया तजुर्बा था. उसे यकीन नही हुआ कि करण को आर्म्पाइट के बाल अच्छे लगते है. उसने अपने जिस्म को ढीला छोड़ दिया और करण की जीभ को अपनी बगल पर चलते महसूस करके मदहोश हो गयी. एक गुदगुदी जैसा एहसास हो रहा था उसे, लग रहा था जैसे वहाँ चींटिया रेंग रही हो. करण के थूक से निशा की कांख के बाल पूरे भीग गये थे जिसपे एसी की ठंडी हवा निशा को बहकाने लगी.

करण बड़ी शिद्दत से निशा की बगलो को चाट रहा था और रुक रुक कर उसकी बगल के बाल को मूह मे भर कर खींच भी देता था जिस से निशा का मज़ा दोगुना हो जाता.

“मेरे आर्म्पाइट मे क्या रखा है जो तुम इतने शिद्दत से वहाँ चाट रहे हो..” निशा मदहोश होते हुए बोली.

“तुम क्या जानो कि हम मर्दो को औरतो के पसीने से भरी आर्म्पाइट को चाटने और सूंघने से कितनी उत्तेजना होती है...” कहते हुए करण ने फिर से अपना मूह पूरा निशा की बगलो मे घुसा दिया. 

तसल्ली से पाँच दस मिनिट निशा की दोनो कांखो को चाटने के बाद करण उपर उठा और निशा को देखने लगा जिसकी आँखो मे वासना के लाल डोरे तैर रहे थे. उसने निशा के मोटे मोटे दूध को ब्रा के उपर से ही अपने दोनो हाथ मे भरा और अपनी पूरी ताक़त से मसल्ने लगा.

“ह......उम्म्म......नाहहिईिइ......कारण....धीरे करो दर्द हो रहा है मुझे...” सिसकी लेती हुई निशा बोली.

पर करण को आज रोकना बहुत मुश्किल था. वो निशा की मोटी चुचियो को मसल्ते हुए झुक कर निशा के लबो को वापस चूसने लगा. निशा की सिसकिया अब करण के मूह मे ही समाए जा रही थी.
Reply
06-24-2017, 11:10 AM,
#44
RE: Hindi Sex काले जादू की दुनिया
करण ने निशा के होंठो को छोड़ा और उसकी गर्दन चूमता हुआ ब्रा के स्ट्रॅप्स तक पहुच गया और ब्रा की स्ट्रेप को अपने दांतो मे भर कर खीचने लगा. करण की ऐसी हरकतें निशा को पागल बना रही थी. वो मन ही मन मे सोच रही थी कि करण को आख़िर सेक्स करने का ऐसा नायाब तरीका पता कैसे चला.

करण ने निशा की ब्रा के दोनो स्ट्रॅप्स को दांतो से खीच कर कंधो से उतार दिया और अपने हाथ को पीछे ले जाकर उसके खोल दिए. निशा के जिस्म से अब ब्रा भी अलग हो गयी थी जिससे उसके उन्नत स्तन उच्छल कर करण के सामने आ गये.

करण आज तक निशा के दूध को कपड़ो के उपर से देख कर उनकी कल्पना ही करता था, पर आज वो हिमालय के पर्वत की तरह उसके ओर मूह उठाए खड़े थे. करण निशा की नंगी मोटी कसी हुई चुचि को भूके शेर की तरह देख रहा था.

“तुम्हारे बूब्स बहुत टाइट है निशा....मन कर रहा है इनको बहुत प्यार करू...” करण निशा के नरम मुलायम कसे हुए बूब्स को को अपने हाथो मे भरता हुआ बोला. 

“मेरे जिस्म पर सिर्फ़ तुम्हारा हक़ है जान....जो चाहे इनके साथ करो...” निशा ने मादकता से जवाब दिया जिसे सुनकर करण उसकी मुलायम दूध को कस कर मसालने लगा.

“निशा....यह कितने सॉफ्ट है...लग रहा है किसी मुलायम स्पंज के बॉल को दबा रहा हू...” करण दूध को मसल्ते हुए बोला.

निशा पर खुमारी पूरी तरह चढ़ चुकी थी. उसे नही पता था चुदाई मे इतना मज़ा आता है. उसने अपने रसीले होंठो पर जीभ फिराई और मादकता से कहा, “यह मुलायम होने के साथ साथ स्वादिष्ट भी है...क्या तुम इन दोनो को टेस्ट करोगे...” 

करण निशा का इशारा समझ गया और गोरी गोरी चुचियो पर बड़े से भूरे निपल को मूह मे लेकर किसी छोटे बच्चे की तरह चूसने लगा और दूसरे को मसल्ने लगा.

“म्म्म्मलम....म्म्माीआआ....मररर...गायईीई....आअहह...” निशा की चुचियो पर पहली बार किसी मर्द ने हाथ फेरा था और उसे चूसा था. वो वासना मे अपना सर इधर उधर पटक रही थी.

करण कभी निपल पर जीभ फेरता तो कभी उन्हे पूरा मूह मे लेकर चूसने लगता तो कभी निपल को दाँत से हल्के से काट लेता. निशा के लिए यह सब बहुत था, उसे लगा कि कारण अभी नही रुका तो वो सिर्फ़ चुचि चुसाइ से ही अपने चरम सीमा पर पहुच जाएगी.

करण अब दूसरे दूध को मसल्ने लगा और अपना एक हाथ नीचे ले जाकर निशा की गहरी चिकनी नाभि मे उंगली करने लगा. नाभि मे उंगली घुसते ही निशा गुदगुदी से पागल हो गयी और अपनी कमर को उपर के तरफ झटकने लगी.

करण अब हौले हौले निशा के जिस्म को चूमते हुए नीचे आने लगा. वो जहाँ जहाँ चूमता था निशा का वो हिस्सा उसके थूक से भीग जाता था. नीचे आकर उसने अपनी खुरदरी चीभ को नोकिला कर के निशा की गोरी नाभि मे घुमाने लगा.

“प्लीआसीए....कर्रांन्न....वहाँ...नहियिइ....” निशा नाभि मे चूसे जाने से गुदगुदी के कारण पागल सी हो रही थी. उसने करण का सर पकड़ कर अपनी नाभि से हटाना चाहा पर करण ज़बरदस्ती उसकी नाभि चूसने मे लगा रहा.

करण ने निशा की नाभि इतनी चूसी कि उसकी नाभि उसके थूक से लबालब भर गयी. नाभि चूसने के बाद वो निशा के जिस्म को चूमते और चाट ते हुए नीचे सरकने लगा जहा उसे निशा की कमर पर लिपटा सोने का चैन दिखाई दिया.

करण पर वासना इतनी सवार थी की वो उस सोने की चैन को ही अपने मूह मे लेकर चूसने लगा. करण के थूक से चैन हल्की रोशनी मे चमक उठी. निशा कारण का अपने प्रति यह दीवानगी देख कर मुस्कुराने लगी.

चैन को छोड़ कारण जब नीचे पहुचा तब उसे महसूस हुआ कि वो जन्नत के बिल्कुल नज़दीक है. जैसे ब्रा के स्ट्रॅप्स को उसने दांतो से खीचा था वैसे ही उसने पैंटी को भी दाँत से पकड़ कर उतारने लगा. करण की ऐसी मादक हरकतें देख कर निशा वासना से पागल हो गयी. उसे समझ मे नही आ रहा था कि करण एक एक्सपर्ट की तरह उसके साथ कैसे सेक्स कर रहा था.

थोड़ी कोशिश के बाद आख़िर करण निशा की पैंटी को अपने दांतो से तोड़ा नीचे सरकाने मे कामयाब हो गया. उसे जो सामने दिखा वो उसके लिए सोने की खदान से कम नही था. निशा की चूत पर ढेर सारी झान्ट थी. झान्टो के जंगल के पीछे थी डबल पाव रोटी की तरह फूली हुई चूत की बड़ी बड़ी फांके जिसके बीच सिर्फ़ एक पतला सा चीरा था जो उसके कुवारि होने का गवाह था. चुदि चुदाई औरतो की चूत पर चीरा नही होता बल्कि उनकी चूत की फांके अलग अलग हो जाती है. 

निशा की झाटों से भरी चूत देख कर करण उसकी सम्मोहन मे खो सा गया. उसने आज पहली बार किसी लड़की की असली चूत देखी थी. निशा करण को ऐसे अपनी बुर को सुध बुध खो कर देखने पर हँसने लगी. उसे अपनी औरत होने पर गर्व हो रहा था जो अपने सौंदर्य के सम्मोहन से किसी भी मर्द को फसा सकती थी.

टू बी कंटिन्यूड....
Reply
06-24-2017, 11:10 AM,
#45
RE: Hindi Sex काले जादू की दुनिया
थोड़ी कोशिश के बाद आख़िर करण निशा की पैंटी को अपने दांतो से थोड़ा नीचे सरकाने मे कामयाब हो गया. उसे जो सामने दिखा वो उसके लिए सोने की खदान से कम नही था. निशा की चूत पर ढेर सारी झान्ट थी. झान्टो के जंगल के पीछे थी डबल पाव रोटी की तरह फूली हुई चूत की बड़ी बड़ी फांके जिसके बीच सिर्फ़ एक पतला सा चीरा था जो उसके कुवारि होने का गवाह था. चुदि चुदाई औरतो की चूत पर चीरा नही होता बल्कि उनकी चूत की फांके अलग अलग हो जाती है. 

निशा की झान्टो से भरी चूत देख कर करण उसके सम्मोहन मे खो सा गया. उसने आज पहली बार किसी लड़की की असली चूत देखी थी. निशा करण को ऐसे अपनी बुर को सुध बुध खो कर देखने पर हँसने लगी. उसे अपनी औरत होने पर गर्व हो रहा था जो अपने सौंदर्य के सम्मोहन से किसी भी मर्द को फसा सकती थी.
अब आगे...................................

करण की तो लार ही टपकने लगी निशा की कुवारि बुर को देख कर. उसने चूत की फांको को हल्के से अलग किया तब उसे अंदर की लाली दिखाई दी जिसमे एक गुलाबी सा बंद छेद था. उसके उपर एक मटर के दाने समान गुलाबी रंग का भग्नासा था. 

“वाउ डार्लिंग तुम्हारी बुर कितनी प्यारी है....” करण चूत की दरार के उंगली फिराते हुए बोला.

“आआहह.......उम्म्म्म....माआ.....आहह...” कुवारि बुर पर हाथ लगने से निशा काँप उठी.

करण ने तुरंत झुक कर निशा की झान्टोदार बुर को एक गहरी साँस लेकर सूंघ लिया, “वाअहह....क्या मादक गंध आ रही है तुम्हारी चूत से..” और करण ने अपनी खुरदरी जीभ निकाल कर निशा की चूत के चीरा पर फिराने लगा.

“उम्म्म....माआ....मररर...गयी....” करण के जीभ फिरते ही निशा काम वासना से तड़प उठी. करण हौले हौले निशा की चूत चाटने लगा जिससे चूत पनिया के गीली हो गयी. निशा की चूत पर इतनी बड़ी बड़ी झान्टे थी कि वो करण की नाक मे घुसती जा रही थी.

“प्लीज़...करण....आअहह....माइइ.....मररर...जाउन्गीईईईईइ....” चूत चटवाने से निशा तड़पने लगी. उसने बेडशीट को कस कर मुट्ठी मे भर लिया और अपने सर को उत्तेजना मे इधर उधर पटाकने लगी. उसकी चूत लगातार पानी छोड़ रही थी.
Reply
06-24-2017, 11:10 AM,
#46
RE: Hindi Sex काले जादू की दुनिया
अपनी कुवारि चूत पर करण की जीभ का यह हमला निशा बर्दास्त नही कर पाई और करण का सर पकड़ कर अपनी चूत पर दबाते हुए झाड़ गयी. गरम गरम सफेद जैसा उसका पानी चूत से रिसने लगा जिसे करण ने अपने जीभ से भर कर चाट लिया. 

जो कुछ भी थोडा पानी कारण के जीभ से बच गया वो निशा की गान्ड के पूल मे भर कर इकट्ठा होने लगा और आस पास की झान्टो को भी भिगो दिया, जिसे करण फिर से जीभ निकल कर चाटने लगा. गान्ड पर करण की गीली जीभ को महसूस कर के निशा सिहर उठी. 

“आहह.....माइ गॉड...ऐसा मज़ा और सुकून मैने अपने जीवन मे कभी नही महसूस किया....” निशा का जिस्म ढीला पड़ता चला गया. पर इधर करण का तगड़ा लंड उसकी पॅंट मे ही हुंकार भर रहा था.

निशा अपनी आँखे बंद कर के कुछ पलो के लिए आनंद के सागर मे डूब गयी. उधर करण ने तुरंत अपनी पॅंट उतारी और दोबारा निशा पर चढ़ गया और उसके होंटो का रस पीने लगा. निशा भी अपनी आँखें बंद किए हुए उसकी गर्दन मे हाथ डाल कर उसकी होंटो को चूसने लगी. करण के मूह से अपने पानी का स्वाद निशा को वापस उत्तेजित कर रहा था.

जब निशा ने आँखें खोली तो देखा कि करण के जाँघो पर उसकी जीन्स की बजाए जिरफ़ एक चड्डी है जिसमे एक बड़ा सा तंबू बना हुआ है.

निशा ने होंटो का चुंबन जारी रखा और हाथ बढ़ा कर नीचे करण के फुन्कारते लंड को उसकी चड्डी के उपर से ही पकड़ कर सहलाने लगी. करण एक हाथ से निशा के दूध को वापस मसल्ने लगा और निशा ने मौका देख कर करण की चड्डी को नीचे सरका दिया जिससे उसका मोटा तगड़ा लंड बाहर निकल आया.
Reply
06-24-2017, 11:10 AM,
#47
RE: Hindi Sex काले जादू की दुनिया
“ओह्ह माइ गॉड करण कितना बड़ा है तुम्हारा.....” निशा करण के 8 इंच के लौडे की लंबाई और मोटाई अपनी कोमल हाथो से लेने लगी. उसका लंड इतना मोटा था कि निशा की मुट्ठी मे समा ही नही रहा था. 

जब निशा ने अपना सर उठा के करण के लंड को देखा तो झान्टो के बीच वो किसी साँप की तरह झूल रहा था, उसकी नसे सॉफ उभर कर दिखाई दे रही थी. बिल्कुल गोरा लंड था करण का जिसका सुपाडा किसी लाल टमाटर की तरह बड़ा और लाल था. लॉडा केले की तरह नीचे की तरफ थोड़ा सा मुड़ा हुआ था. निशा को करण का तगड़ा लॉडा देख कर इतना प्यार आया कि उसने बैठ कर करण के लौडे को हल्के से एक बार अपने रसीले होंटो से चूम लिया.

“आअहह.....” इस बार सिसकी करण के मूह से निकली. किसी लड़की का यह पहला स्पर्श था उसके लंड पर. निशा की मुलायम हथेलियो को अपने तने हुए हलब्बी लौडे के इर्द गिर्द महसूस कर के उसे लग रहा था कि निशा की चूत मारे बिना ही झाड़ जाएगा. और इसी झड़ने के डर से उसने निशा को अपना लॉडा चूसने को नही कहा.

पर निशा बार बार उसके गोरे मोटे लंड को अपनी कोमल मुलायम हथेलियो से सहलाए जा रही थी. जब वो हथेली नीचे करती तो करण के सुपाडे की खाल नीचे हो जाती और उसका लाल टमाटर जैसा सुपाडा बाहर निकल कर आ जाता. जब वो उपर की तरफ सहलाती तब सुपाडे पर खाल वापस चढ़ जाती जिससे लॉडा और खूबसूरत लगने लगता.

करण को जन्नत का मज़ा मिल रहा था. करण ने अपने मूह मे बहुत सारा थूक इकट्ठा किया और अपने लंड पर उडेल दिया जिसे देख कर निशा करण के थूक से सने उसके लंड को गॅप से मुँह मे ले कर चूसने लगी. करण के लौडे से आती पसीने की भीनी भीनी खुश्बू और उसपे लगी नमकीन थूक का स्वाद निशा अपनी जीभ फिरा फिरा का लेने लगी. करण निशा को अपना थूक चाट ते देख पगला गया.

“ओह्ह माइ गॉड निशा....क्या जादू कर दिया है तुमने मुझ पर..” लौडे को चूसे जाने से करण के पूरे जिस्म मे करेंट सा दौड़ने लगा था. निशा कभी उसके सुपाडे को चूस्ति तो कभी लंड को मूह से निकाल कर एक हाथ से पकड़ कर मुठियाने लगती. वो हौले से करण के तगड़े लौडे को झान्टो से शुरू कर के पूरा सुपाडे तक जीभ निकाल के किसी रंडी के तरह चाट रही थी.

करण को लगा कि अगर उसने निशा को नही रोका तो वो बिना चुदाई के ही झाड़ जाएगा. उसने निशा के हाथ अपने लौडे पर से हटाकर उसे वापस बिस्तर पट लिटा दिया और उसपर सवार हो गया. निशा ने ऐसा मूह बनाया कि मानो करण ने उसका खिलोना छीन लिया हो.
Reply
06-24-2017, 11:10 AM,
#48
RE: Hindi Sex काले जादू की दुनिया
दो मिनिट उसकी दूध को दबाकर और उसकी होंटो को चूम कर उसने निशा की पनियाई बुर की फांको को अलग किया और अपना तगड़ा मोटा लॉडा उसपे भिड़ा दिया. निशा इतना मोटा लॉडा अपनी कुवारि बुर मे लेने से थोड़ी घबरा रही थी. डॉक्टर होने के वजह से उसे पता है कि आज उसे बहुत दर्द होने वाला है क्यूकी इतने मोटे तगड़े लौडे से उसकी चूत फॅटनी तो तय है.

करण कुछ देर तक तक निशा की पनिया गई चूत की दरार मे अपना लॉडा फसा के उपर नीचे सहलाने लगा. उसके ऐसा करने से निशा तड़प उठी और उसके लौडे को हाथ से पकड़ कर अपनी कुवारि चूत के छेद पर टिका दिया और बोली, “इतना तडपाओगे तो मैं मर ही जाउन्गि...मैं मन से तो तुम्हारी हो ही गयी हू...आज मुझे तन से भी अपना बना लो..” कहते हुए वो लौडे को अपनी चूत पर घिसने लगी.

“तुम तन और मन दोनो से मेरी हो निशा....अब क्या तुम तय्यार हो मेरे लंड को अपनी गीली चूत मे लेने के लिए...” निशा की हामी देख कर करण ने अपना लंड दोबारा सेट किया और मिशनरी पोज़िशन मे आ गया.

एक गहरी साँस लेते हुए करण ने अपने हुंकार भरते लंड का एक जोरदार तगड़ा झटका निशा की चूत पर दिया. झटका इतना जोरदार था कि एक ही धक्के मे लॉडा बेचारी कुवारि चूत को बेरहमी से चीरते हुए उसकी झिल्ली फाड़ कर सीधे बच्चेदानि से जा टकराया. 

खून के फवारे चूत से बह उठे और नीचे का पूरा बेडशीट खून ही खून से भर गया. आख़िर निशा की बुर पर करण के लौडे ने अपना झंडा गाढ दिया था.

“उउईईईईईई....माआआ......मररर.....गाइ....प्लीज़....बाहर...निकालूऊओ..” चूत मे उठते तेज़ दर्द से बेचारी निशा बिलबिला उठी. उसके तीखे नाख़ून करण की पीठ मे गढ़ते चले गये.

करण को लगा अगर जन्नत कही है तो वो औरतो की चूत मे ही है, वो फॉरन अपने हाथो से निशा के दूध मसल्ने लगा और उसके होंटो पर अपने होन्ट रख कर उन्हे चूसने लगा, “निशा इतनी ज़ोर से मत चिल्लाओ कि बाहर वॉचमन को भी तुम्हारी चीख सुनाई दे जाए..”

कुछ देर ऐसे ही करण का लॉडा निशा की चूत की गहराई मे शांत पड़ा रहा. जितना जल्दी दर्द चढ़ा था उतने जल्दी ही उतर भी गया. अब निशा ने अपनी गान्ड हल्के हल्के उपर नीचे करनी लगी और बड़ी मादकता से बोली, “वॉचमन सुन लेगा तो क्या होगा...यही सोचेगा कि मेमसाहिब अपनी सगाई के पहले एक अंजान मर्द से चुदवा रही है...” 

करण निशा की नशीली बातो से मुस्कुराता हुआ अपने लंड को हरकत मे ले आया. उसने अपना लॉडा चूत से बाहर निकाला तो उसका लॉडा चूत से निकले खून से नहाया हुआ था. उसने ऐसे ही खून से सने लंड को वापस निशा की गरम चूत मे पेल दिया.

इस बार निशा को इतना दर्द नही हुआ. उसने कस कर बेडशीट को मुट्ठी मे भर लिया और करण के तगड़े लंड को अपनी चूत मे अंदर बाहर होते महसूस करने लगी. लंड अब गपा गॅप चूत मे बिना रुकावट घुस रहा था.

“तुम बहुत सेक्सी हो निशा....” करण लंड गपा गॅप पेलते हुए बोला.

गपा गॅप.........गपा गॅप........गपा गॅप
Reply
06-24-2017, 11:10 AM,
#49
RE: Hindi Sex काले जादू की दुनिया
“प्लीज़ कारण धीरे से अपना लंड पेलो...मैं कही भागी थोड़ी ही जा रही हू...”

गपा गॅप.........गपा गॅप........गपा गॅप

“आज मुझे मत रोको निशा, बहुत तडपाया है तेरी इस कमसिन बुर ने..”

गपा गॅप.........गपा गॅप........गपा गॅप

“आहह...प्लीज़ करण धीरे...”

गपा गॅप.........गपा गॅप........गपा गॅप

करण लगातार गपा गॅप धक्के लगाया जा रहा था.

“तुम्हारी चूत बहुत टाइट है, मेरा लंड बहुत रगड़ रगड़ कर जा रहा है..”

गपा गॅप.........गपा गॅप........गपा गॅप

“करण तुम्हारा लॉडा इतना तगड़ा और मोटा है कि मेरी चूत बुरी तरह से फैल गयी है...”

गपा गॅप.........गपा गॅप........गपा गॅप....लंड के धक्के चूत मे पड़ते जा रहे थे.

“क्या करू जानेमन तुम्हारी चूत है ही इतनी टाइट कि मेरे लौडे को जाकड़ के रखी है.”

गपा गॅप.........गपा गॅप........गपा गॅप

“ओह्ह करण तुम्हारा हलब्बी लंड मेरी बच्चे दानी से टकरा रहा है...”

गपा गॅप.........गपा गॅप........गपा गॅप

“निशा आज तेरी चूत को भोसड़ा बना के रख देगा मेरा लॉडा..”

गपा गॅप.........गपा गॅप........गपा गॅप

“हाँ करण फाड़ दो मेरी चूत को.....मैं अब और नही रोक सकती...शायद मैं दोबारा झड़ने वाली हू..”

गपा गॅप.........गपा गॅप........गपा गॅप लंड के धाक्के चूत मे और तेज़ हो गये...

“हाँ मेरी रानी निकाल दो अपनी चूत का पानी मेरे लौडे पर...”

गपा गॅप.........गपा गॅप........गपा गॅप करण तूफ़ानी रफ़्तार से निशा को पेल रहा था.

“आअहह....मैं...गाइिईईईईईईईईईईईईईईईई....” कहते हुए निशा की चूत से दोबारा सफेद गाढ़ा पानी निकलने लगा जो करण के लंड को भिगो रहा था. अब निशा की चूत इतनी चिकनी हो गयी थी लंड फॅक फॅक की आवाज़ से अंदर बाहर हो रहा था.

फ़चा फॅक......फ़चा फॅक......फ़चा फॅक

“आअह कितनी चिकनी चूत है डार्लिंग....लंड एक दम फिसल फिसल कर जा रहा है....तुम्हारी चूत किसी जन्नत जैसा मज़ा दे रही है.”

फ़चा फॅक......फ़चा फॅक......फ़चा फॅक
Reply
06-24-2017, 11:10 AM,
#50
RE: Hindi Sex काले जादू की दुनिया
निशा के जिस्म मे दो बार झड़ने से बिल्कुल जान नही बची थी. वो तो करण के झड़ने का इंतेज़ार कर रही थी. उसने अपना जिस्म ढीला छोड़ दिया और करण को अपनी चूत चोदने के लिए आगे कर दिया.

“ओह्ह डार्लिंग अब मैं भी और ज़्यादा नही रुक सकता...”

फ़चा फॅक......फ़चा फॅक......फ़चा फॅक

“तुम्हारी इस चिकनी टाइट चूत ने मेरे मोटे लौडे का कचूमर निकल दिया है..”

फ़चा फॅक......फ़चा फॅक......फ़चा फॅक

“डार्लिंग..बोलो कहाँ निकालु अपना वीर्य...”

फ़चा फॅक......फ़चा फॅक......फ़चा फॅक

“प्लीज़ करण मेरी चूत मे ही निकाल दो अपना वीर्य...”

फ़चा फॅक......फ़चा फॅक......फ़चा फॅक

“पर तुम प्रेग्नेंट हो गयी तो...”

फ़चा फॅक......फ़चा फॅक......फ़चा फॅक

“मैं तुम्हारी बच्चे की मान बन ना चाहती हू...मुझे यह सोभाग्य दे दो...मेरी कोख को अपने बीज से भर दो ताकि मैं माँ बन सकूँ..”

फ़चा फॅक......फ़चा फॅक......फ़चा फॅक

“ओह्ह निशा..मैं अब झड रहा हू.....आआहह..”

फ़चा फॅक......फ़चा फॅक......फ़चा फॅक आख़िरी झटका मार कर करण का तगड़ा लंड वापस निशा की चूत की गहराई मे समा कर सीधे बच्चेदानि से टकरा गया और अपना गरम गरम वीर्य चूत की गहराई मे उगलने लगा.
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,464,301 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 540,237 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,217,129 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 920,511 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,632,030 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,063,469 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,921,352 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,959,177 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,993,882 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 281,380 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 2 Guest(s)