Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
12-21-2018, 01:29 AM,
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
फिर एक हाथ को नीचे ले जाके मैने उसकी टाँगों पर रखा ऑर दोनो टाँगों को सहलाने लगा वो अपनी 
टाँगों को हिलाने लगी ऑर मचलने लगी लेकिन मुझे मन नही किया उसने,,,,मैने हाथ को उसकी टाँगों पर
सहलाते हुए उसकी चूत के करीब ले गया तो उसने मेरे हाथ को पकड़ लिया उसके ऐसा करते ही मैने अपने 
दाँतों से उसके पेट पर हल्के से काट लिया ,,,,मैं फिर से हाथ को उसकी चूत की तरफ ले जाने लगा तो उसने फिर 
से मेरे हाथ को पकड़ लिया मैने भी हल्के से उसके पेट पर काट दिया,,,उसने 2-3 बार मुझे रोका तो मैने 
भी जवाब मे उसके पेट को हल्के से काटा,,,,,,वो मेरे साथ खेल रही थी ऑर मैं उसके जिस्म के साथ,,,,मैने 
अपने हाथों से उसके हाथों को पकड़ा ताकि अब वो मुझे रोक नही सके ऑर अपने सर को उसके पेट से नीचे 
ले गया ऑर उसकी चूत को सलवार के उपर से नाक लगा कर सूंघने लगा,,,,चूत की नमकीन खूशबू से 
पता चल गया था कि उसकी चूत मे पानी बहने लगा है इसी बात से मेरी मस्ती पागलपन मे बदल गई ऑर
मैने उसकी चूत को सलवार के उपर से हल्के से काट दिया ,,,,,मेरा ज़ोर ज़्यादा लग गया तो उसकी दर्द भरी आअहह
निकल गई ,,,,,मैने देखा कि उसकी सलवार का नाडा सलवार से बाहर था जिसको मैने जल्दी से पकड़ा ऑर खींच
दिया इस से पहले कि वो मुझे रोक पाती उसका नाडा खुल चुका था ऑर मैने जल्दी से सलवार को भी थोड़ा 
नीचे कर दिया था,,,,सलवार नीचे होते ही मैने उसकी पैंटी के उपर से उसकी चूत को अच्छी तरह से अपने लिप्स
लगा कर महसूस किया ऑर फिर अपनी ज़ुबान से उसकी पैंटी को चाटने लगा मेरा ऐसा करना उसको अच्छा नही 
लग रहा था उसके फेस पर अजीब सी हैरानी थी ,,,,मुझे ऐसा लग रहा था जैसे उसकी चूत को करीब से नही
देखा था उसके पति ने ऑर आज मुझे उसकी चूत के इतना करीब पाके वो हैरान थी ,,,वो समझ नही रही थी कि
मैं क्या कर रहा हूँ,,,मैने उसकी सलवार को थोड़ा ओर नीचे करने की कोशिश की तो उसने अपनी टाँगों को
आपस मे जकड लिया ऑर मुझे सलवार नीचे करने से रोक दिया ,,,,लेकिन जितना ज़रूरी थी उतनी सलवार तो मैं पहले
से नीचे कर चुका था,,,,उसकी सलवार उसके घुटनो के पास थी ओर मैं उसकी चूत को पैंटी के उपर से चाटने
लगा था मैं अपनी ज़ुबान को चूत के नीचे लेके जाता फिर चूत को चाट-ते हुए ज़ुबान को उपर की तरफ लेके
आता,,,पैंटी मेरे थूक से गीली हो चुकी थी लेकिन उसकी चूत भी पहले से पानी छोड़ चुकी थी जिसका नमकीन
स्वाद मुझे हर बार चूत चाटने पर अच्छा लग रहा था,,अब मैने उसके हाथों को छोड़ा ऑर उठके 
बैठ गया ऑर उसकी दोनो टाँगों को पकड़ कर खोल दिया उसने थोड़ा ज़ोर लगाया लेकिन नाकाम रही ,,उसने उठके 
मुझे रोकने की कोशिश की लेकिन तब तक एक टाँग से सलवार निकल चुकी थी इस से पहले मैं दूसरी टाँग से सलवार
निकालता उसने उठके मेरे हाथों को पकड़ लिया ऑर सर को ना मे हिला कर मुझे मना करने लगी लेकिन मैने 
उसके जवाब मे उसके लिप्स को अपने लिप्स मे जकड लिया ऑर उसको वापिस लेटा दिया ऑर खुद उसके उपर चढ़ गया ,,,,

उसके उपर चढ़ कर मैं उसके लिप्स को अच्छी तरह से चूसने लगा ऑर जब उसने भी रेस्पॉन्स देना शुरू किया तो
मैने अपने पैरो से उसकी दूसरी टाँग मे से भी सलवार को निकाल दिया,,अब वो सिर्फ़ पैंटी मे थी ,,,,मैने
उसको किस करते हुए उसके दोनो बूब्स को मसलना शुरू कर दिया उसके भी हाथ मेरी पीठ पर चलने लगे 
,,मैं बड़ी मस्ती मे उसके लिप्स को चूम रहा था लेकिन मेरा इरादा उसकी चूत के लिप्स को चूसने का था इसलिए
मैने उसके एक बूब से अपना हाथ हटाया ऑर नीचे की तरफ ले गया उसने मेरा हाथ पकड़ लिए लेकिन मैने ज़ोर
लगाया ऑर हाथ को चूत पर ले गया ,,उसने मेरे हाथ को पकड़ा हुआ था लेकिन मेरा हाथ चूत के उपर था ऑर
मैने चूत को ऐसे ही सहलाना शुरू कर दिया पैंटी के उपर से,,,,मैने पैंटी के उपर से ही उसकी चूत की
लाइन पर उंगली फिराना शुरू कर दिया ,,उसको मस्ती चढ़ने लगी ऑर वो किस करने मे ऑर भी तेज हो गई ,उसके 
हाथ ने भी अब मुझे चूत पर सहलाने से रोकना बंद कर दिया था मैने मोका देखा ऑर हाथ को जल्दी से
पैंटी के अंदर घुसा दिया,,,

ऊहह म्म्मुय्ी गगूओड़द ,,,,,,,,,वो अभी अभी शेव करके आई थी क्यूकी उसकी 
चूत बहुत चिकनी थी ऑर गीली भी बहुत थी मैने उसकी चूत को उपर से सहलाना शुरू किया था कि उसकी दोनो
टाँगें अपने आप खुल गई ऑर मेरी उंगली चूत मे घुस्स गई या बोलू कि उसने अपनी टाँगो को खोल कर मेरी
उंगली को अंदर जाने का रास्ता दिया था,,,मेरी एक उंगली ही अंदर गई थी ऑर मैने उसी से उसकी चूत को हल्के से
सहलाना शुरू कर दिया था फिर कुछ देर बाद मैने एक ऑर उंगली अंदर घुसा दी तो वो हल्का सा उपर उछल
गई लेकिन मुझे रोका नही उसने,,मैने 2 उंगली से उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया ऑर उसने भी मस्ती मे
आके मुझे पागलो की तरह किस करना शुरू कर दिया,,,,जब देखा कि अब वो पूरी तरह क़ाबू मे आ चुकी है तो
मैने उसके लिप्स को अपने लिप्स से आज़ाद किया ऑर जल्दी से नीचे उसकी चूत पर चला गया ,,इस से पहले वो कुछ 
बोलती या मुझे मना करती मैने पैंटी को उतार दिया ,,,उसने जल्दी से उठके अपनी चूत को अपने हाथों से
कवर कर लिया,,,,उसके चेहरे को देख कर लग रहा था कि वो शरमा रही थी उसने जल्दी से अपनी टाँगो को
भी मोड़ने की कोशिश की लेकिन उस से पहले ही मैने उसकी टाँगों को पकड़ा ऑर चूत पर अपने लिप्स रख दिए
ऑर एक ही बार मे पूरी चूत को मुँह मे भर लिया,,,,,,मेरे ऐसा करते ही उसने मुझे सर से पकड़ कर चूत
से दूर हटाने की कोशिश की लेकिन मैने उसकी दोनो टाँगों के नीचे से अपने दोनो हाथ घुमा कर उसको
अपने करीब कर लिया था वो अब चाह कर भी मुझे दूर नही कर सकती थी,,,,लेकिन फिर भी मुझे दूर करने 
नाकाम कोशिशे करती रही वो भी बस 2 -4 पल के लिए जब उसकी चूत मे मेरी ज़ुबान अंदर तक घुस गई तो
उसने हथियार डाल दिए ऑर वापिस बेड पर लेट गई,,,

जब वो बेड पर लेट गई तो मैने फेस को चूत से दूर किया ऑर देख कर हैरान रह गया ,,,कितनी प्यारी चूत 
थी कामिनी भाभी की एक दम गोरी ऑर अंदर से पिंक कलर की जबकि चूत के लिप्स हल्के गजरी कलर के थे,,,
मुझे ऐसे चूत की तरफ़ घूरते देख उसने आँखों ही आँखों मे मुझे ऐसे घूर्ने से मना किया ऑर इशारा
किया कि ऐसे मत देखो मुझे शर्म आती है,,,,उसकी इस अदा ने मुझे वापिस उसकी चूत की तरफ खींच लिया
ऑर मैं फिर से उसकी चूत को मुँह मे लेके चूसने लगा ,,,,मैं कभी उसकी चूत मे अपनी ज़ुबान डालके अच्छी
तरह से चूत को चाटने लगता ऑर ज़ुबान को अंदर बाहर करने चूत को ज़ुबान से चोदने लग जाता तो कभी
चूत के लिप्स को मुँह मे भरके चूसने लग जाता,,वो कुछ बोल नही रही थी बस लेटे लेटे सिसकियाँ ले रही थी
उसकी सिसकियाँ इतनी तेज थी कि पक्की बात थी साथ वाले रूम मे शोबा को भी उसकी आवाज़ सुन रही होगी,,,,

चूत को चूस्ते हुए मैं अपने हाथों से उसके पेट पर हल्के से सहलाने लगा ऑर सहलाते हुए अपने हाथों
को उपर करके उसके बूब्स पर ले गया ऑर दोनो हाथों मे एक एक बूब पकड़ कर सहलाने लगा ऑर साथ ही उसकी
चूत को चाटने ऑर चूसने लगा उसकी हालत इतनी ज़्यादा खराब होने लगी कि सिसकियाँ लेते हुए वो थोड़ा ज़ोर से
चिल्लाने लगी थी ,,,,मैं भी चूत को चूस्ता हुआ उसके बूब्स की घुंदियो को उंगलियों मे लेके दबा देता
था जिस से उसकी एक लंबी आआआआआआअहह निकल जाती थी,,,,,,,मैं अभी 5-7 मिनट से 
उसकी चूत को चाट रहा था कि उसने ज़ोर से सिसकियाँ लेते हुए तड़पना शुरू कर दिया मुझे लगा शायद वो
पानी निकालने वाली है तो मैने जल्दी से उसके बूब्स से एक हाथ हटा लिया ऑर 2 उंगलियाँ उसकी चूत मे घुसा
दी ऑर तेज़ी से उंगलियाँ अंदर बाहर करते हुए उसकी चूत को मुँह मे भरके चूसने लगा ,,,,उसकी सिसकियाँ तेज
होने लगी ऑर बदन भी तेज़ी से हिलने लगा उसने मेरे सर को बालों से पकड़ा ऑर मुझे चूत से हटाने लगी '
लेकिन मैं उसकी चूत से दूर नही हुआ ऑर ऐसे ही उसकी चूत को चाट्ता रहा वो बड़ी ज़ोर से मेरे बालों को
खींच रही थी ऑर मुझे चूत से दूर करने की कोशिस कर रही थी लेकिन मैं चूत से दूर नही हो रहा
था तभी ज़ोर से चिल्लाते हुए उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया ऑर मैं उस पानी को पीने लगा तब भी वो बस
तेज़ी से तड़पति तो ज़ोर से आहे भरती हुई मुझे चूत से दूर करने को कोशिस मे लगी हुई थी जब तक उसकी
चूत के पानी का एक एक कतरा मैं पी नही गया उसकी चूत से दूर नही हुआ ऑर ना ही इति देर तक उसने आहे 
भरना बंद किया ऑर ना ही तड़प्ते ऑर मचलते हुए मुझे चूत से दूर करना बंद किया,,,,जब चूत का
सारा पानी निकल गया ऑर मैं सारा पानी पी गया तो मैं खुद ही उठके चूत से दूर हो गया ऑर उसकी बगल मे 
लेट गया,,,वो तेज़ी से साँसे ले रही थी लेकिन मुझे ऐसे पास मे लेटा देख कर उसने मेरी तरफ पीठ करके फेस'
को दूसरी तरफ टर्न कर लिया लेकिन फिर भी हाँफती रही,,,,,,,

जब उसकी हालत ठीक हुई तो मैने उसको हाथ से पकड़ कर अपनी तरफ पलटने की कोशिस की लेकिन वो मेरी तरफ
पलटने को तैयार नही थी इसलिए मैं उसके उपर से चढ़ कर उसकी दूसरी तरफ चला गया ऑर जाके उसके सामने लेट 
गया,,,,,,उसने एक बार मुझे देखा फिर दूसरी तरफ पलटने की कोशिश की लेकिन मैने उसको अपने हाथ से
पकड़ा ऑर बाहों मे भरके अपने करीब खींच लिया ,,उसका नंगा बदन मेरे आधे नंगे बदन से 
सट गया था,,,तभी मैने उसके हाथ को अपने हाथ मे पकड़ा ऑर उसके हाथ को नीचे अपने लंड की तरफ ले
गया उसके हाथ लंड पर लगते ही उसने जल्दी से हाथ को पीछे कर लिया मैने फिर से उसके हाथ को अपने हाथ मे
पकड़ा ऑर लंड की तरफ ले गया उसने फिर से हाथ झटक कर उपर खींच लिया ,,मैने जल्दी से अपने पयज़ामे 
को अपने हाथ से नीचे उतार दिया ,,,,नीचे अंडरवेअर नही था इसलिए पयज़ामा उतरते ही मैं नंगा हो गया
था,,,ऑर मैने अपने पूरी तरह हार्ड हो चुके लंड को उसके हाथ मे पकड़ाने की कोशिश की लेकिन वो बार बार
अपने हाथ को पीछे खींच लेती तो मैने जल्दी से अपने हाथ को उसकी चूत पर रखा ऑर उसके लिप्स को अपने लिप्स
मे भर लिया ,,,,,,,,,,किस करते हुए मैं उसकी चूत मे उंगली करने लगा तो उसकी वापिस मस्ती चढ़ने लगी ,,अब
मैने उसके हाथ को अपने हाथ मे पकड़ा तो मस्ती मे उसने अपने हाथ को पीछे नही किया ऑर लंड को हाथ
मे पकड़ लिया लेकिन उसने लंड को पकड़े रखा कुछ किया नही तो मैने उसके हाथ को अपने हाथ मे पकड़ 
कर उसको लंड को आगे पीछे करके सहलाने को बोला तो उसने हल्के हल्के लंड को सहलाना शुरू किया,,,उसका लंड
सहलाना भी मुझे अजीब लगा क्यूकी वो ऐसे लंड को सहला रही थी जैसे आज पहली बार लंड पकड़ा है ,,मुझे
मज़ा तो आ रहा था उसके द्वारा लंड सहलाने से लेकिन इतना नही इसलिए मैं जल्दी से उठा और लंड को उसने फेस
के करीब कर दिया,,,,,एक पल के लिए उसकी आँखें बड़ी बड़ी हो गई ऑर वो मेरे लंड को बड़ी हैरानी से देखने
लगी वो थोड़ा डर भी गई थी ,,,वो ऐसे मेरे लंड को घूर रही थी जैसे पता नही लंड की जगह कुछ ऑर देख 
लिया था,,,,,मैने उसको सीधा किया ऑर हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रखा उसने लंड को सहलाना तो शुरू कर
दिया लेकिन आँखें फाड़ फाड़ कर मेरे लंड को घुरती रही,,,मैने लंड को उसके लिप्स के करीब किया तो 
उसने अपने फेस को टर्न कर लिया ,,,मैने उसने सर को पकड़ा ऑर फेस सीधा किया फिर से लंड को उसके लिप्स के 
करीब किया तो उसने फिर फेस टर्न कर लिया,,,,जब तीसरी बार मैने उसके सर को सीधा किया तो उसने मुझे ऐसा
करने से मना किया ऑर मैने भी उसको फोर्स करना बंद कर दिया लेकिन मैं अब ओर ज़्यादा बर्दाश्त नही कर
सकता था इसलिए जब उसने लंड को मुँह मे लेने से मना किया तो मैं जल्दी से उसके उपर चढ़ गया वो एक दम
से डर गई लेकिन अब मैं रुकने वाला नही था मैने उसके उपर चढ़ कर हाथ मे थोड़ा थूक लिया ऑर लंड पर
लगा कर लंड को उसकी चूत पर रखा उसने जल्दी से मुझे मना करने की कोशिस की ऑर ज़ोर लगा कर मुझे
अपने उपर से हटाने लगी उसने अपनी टाँगों को भी आपस मे जकड़ने की कोशिश की लेकिन मैं नही रुका
मैने उसकी टाँगों को अपनी टाँगों से खोला ऑर अपनी टाँगों की उसकी दोनो टाँगों मे रख दिया ताकि
वो दोबारा से अपनी टाँगों को आपस मे नही जकड सके ऑर उसके हाथों को भी अपने हाथों मे पकड़
लिया ऑर लंड को सीधा करके उसकी चूत पर रखा जब लंड की टोपी पर चूत का टच महसूस हुआ तो जल्दी से
धक्का लगा कर लंड को उसकी चूत मे घुसा दिया लंड पहली बार मे ही आधा अंदर चला गया ओर वो ज़ोर
से चीलाने लगी ,,मछली की तरह झटपटाने लगी वो बार बार चिल्ला रही थी मैं डर गया कि कहीं शोबा ना 
आ जाए इसलिए मैने उसके लिप्स को अपने लिप्स मे जकड़ा ऑर उसकी आवाज़ को बंद कर दिया ऑर फिर जल्दी से लंड कोपीछे किया ऑर एक जोरदार धक्का मारा तो पूरा लंड उसकी चूत मे घुस्स गया वो तड़पने लगी थी लेर्किन मैं
मस्ती मे पागल हुआ जा रहा था ऑर उसके दर्द की परवाह किए बिना चुदाई करने लगा था,,,मैने 5-7 जोरदार
धक्के मारे फिर तेज़ी से पूरा लंड अंदर घुसा कर चुदाई करने लगा ,,,वो तड़पति गई ऑर मैं स्पीड तेज
करता गया,,करीब 4-5 मिनट बाद उसका तड़पना बंद हुआ ऑर उसने किस करने मे मेरा साथ भी देना शुरू 
कर दिया तो मैं समझ गया कि उसको अब मज़ा आने लगा है इसलिए मैने उसके हाथों को अपने हाथों से 
आज़ाद कर दिया उसने जल्दी से अपने हाथों को मेरी पीठ पर रखा ऑर कुछ देर प्यार से मेरी पीठ को सहलाने
के बाद मेरी पीठ पर अपने हाथों को कस्के मुझे उपर नीचे करने लगी मैं समझ गया कि ये मुझे
स्पीड तेज करने को बोल रही है मैने भी अपने हाथों को बेड पर लगाया ऑर खुद को उसके बदन से उपर 
उठा लिया ऑर तेज़ी से चूत मे लंड पेलने लगा,,,,उसका दर्द भरा चिल्लाना अब मस्ती भरी सिसकियों मे बदल 
गया था,,,मैं 10 मिनट उसको ऐसे ही चोदता रहा फिर मेरा मूड किया पोज़ चेंज करने को ऑर मैं
उसके उपर से हटने लगा तो उसने मुझे हटने नही दिया ऑर ऐसे ही तेज़ी से चोदने को बोलने लगी,,,मैं पोज़
चेंज करना चाहता था ऑर उसकी गान्ड का मज़ा भी लेना चाहता था लेकिन उसने मुझे उपर से हटने नही 
दिया तो मैने वापिस बेड से हाथ उठाकर उसके उपर लेट गया ऑर अपने एक हाथ को उसकी गान्ड पर ले गया ऑर 
गान्ड के होल पर उंगली करने लगा जैसे ही मैं उंगली अंदर करने लगा तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया,,
मैने भी महसूस किया कि उसकी गान्ड शायद टाइट थी,,,,लगता है इसने कभी अपन गान्ड नही मरवाई थी
मैने फिर से हाथ को गान्ड पर रखा तो उसने मेरे हाथ को गान्ड से हटा दिया ऑर मेरे दोनो हाथों को
पकड़ कर अपने बूब्स पर रख दिया,ऑर मुझे बूब्स मसल्ने को बोलने लगी ,,मैं भी तेज़ी से चुदाई करते
हुए उसके बूब्स को मसल रहा था,,,,

मैं पोज़ चेंज करना चाहता था लेकिन उसने मुझे उपर से हटने ही नही दिया,,,पोज़ चेंज करके 
सेक्स करने का अपना ही अलग मज़ा था लेकिन उसकी टाइट चूत मे भी मुझे बहुत मज़ा आ रहा था इसलिए मैने
पोज़ चेंज करने की ज़िद्द नही की ऑर ऐसे ही उसके बूब्स को मसल्ते हुए चूत की चुदाई करता रहा,,

करीब 5-7 मिनट बाद उसने फिर से तेज़ी से सिसकियाँ लेना शुरू कर दिया मैं समझ गया कि ये झड़ने वाली है इसलिए मैने स्पीड तेज करदी क्यूकी मैं भी झड़ने वाला था ,,,,,2-3 मिनट बाद ही उसकी चूत से पानी निकलने लगा ऑर वो तेज़ी से चिल्लाने लगी तभी मेरा भी पानी निकलने वाला हो गया था इसलिए मैने जल्दी से उसकी चूत मे से लंड निकाला ऑर उसके पेट पर स्पर्म निकाल दिया,,,,,,चुदाई से वो खुश हो गई थी लेकिन जब मैने अपने स्पर्म को उसकी पेट पर निकाला तो वो उदास हो गई,,,,,हालाकी मैं तो उसके मुँह मे निकालना चाहता था लेकिन उसने लंड चूसने से मना कर दिया था तो मैने सोचा कहीं स्पर्म मुँह मे निकालने पर गुस्सा नही
हो जाए इसीलिए डर के मारे चूत मे भी नही निकाला ऑर पेट पर निकाला सारा स्पर्म,,,,,,,,,,,

फिर मैं थक कर साइड मे लेट गया ऑर तेज़ी से साँसे लेने लगा ऑर वो भी तेज़ी से हाँफती हुई साँसे लेने लगी,,,,,

जब हालत ठीक हुई तो वो शरमाते ऑर डरते हुए बेड से उठी ,,उसने पास ही पड़े एक टवल से खुद को कवर किया
ऑर बेड से उठके दूर हो गई,,,,फिर जाके खिड़की के पास उसी हालत मे खड़ी हो गई,,,वो शायद रो रही थी क्यूकी
मुझे उसके रोने की हल्की आवाज़ आ रही थी,,,,मैं उसके पास जाना चाहता था लेकिन अभी मैं उसको परेशान 
नही करना चाहता था,,,,,कुछ देर बाद वो चुप हो गई ऑर बेड के करीब आ गई ऑर नीचे झुक कर बेड से अपने
कपड़े उठाने लगी,,,,तभी मेरी नज़र उसके बूब्स पर पड़ी जो टवल से हल्के बाहर निकले हुए थे,,,,मैं उसका
रोना धोना भूल गया ऑर जल्दी से आगे बढ़ कर उसके हाथ से उसके कपड़े पकड़ लिए,,,,,,,,

इतनी भी क्या जल्दी है भाभी ,,थोड़ी देर रूको ना ,,,अभी तो मस्ती शुरू हुई है,,,,,मैने उसके हाथ मे पकड़े
हुए कपड़ो को अपने हाथ से पकड़ते हुए बोला,,,,,

उसने मुझे एक बार हल्के गुस्से से देखा लेकिन जल्दी ही नज़रे झुका ली,,,,,,लेकिन कुछ बोली नही,,बस अपने 
कपड़ो को मेरे हाथों से ज़ोर लगा कर खींचने लगी,,,,,

मैने कपड़ो को नही चोआ ओर जल्दी से उठकर उसके हाथ को पकड़ लिया,,,,,उसने भी जल्दी से अपने हाथ को
मेरे हाथ से ज़ोर लगा कर खींच लिया ऑर पीछे की तरफ हो गई,,,,

ये क्या बात्तमीज़ी है सन्नी,,,,,,,वो गुस्से मे बोल रही थी,,,,

इसमे बात्तमीज़ी क्या भाभी,,,,अभी तो कुछ देर पहले बड़ी मस्ती से चुदाई का मज़ा ले रही थी ऑर अभी मुझे
बात्तमीज़ बोल रही हो,,,,लगता है आपको मज़ा नही आया मेरे साथ,,,,

उसने फिर मुझे गुस्से से देखा,,,,,,,,मैं यहाँ कोई मज़ा करने नही आई सन्नी,,,,बोलते टाइम उसकी आँखें नम होने लगी ,,,,,,मैं तो यहाँ किसी मजबूरी से आई थी लेकिन तुमने,,,,,,,,,,,,,,,,वो बोलते बोलते चुप हो गई,,,,,,,,,,,,,

मैं भी तो आपकी मजबूरी दूर करने आया हूँ,,,,,,,,,मैने बेड से उठके उसके करीब जाके फिर से उसका हाथ पकड़ लिया,,,,,मैं बस उसकी चुदाई करना चाहता था मुझे क्या पता क्या मजबूरी थी उसकी,,,,मैं तो कैसे भी उसके करीब जाने की कोशिश कर रहा था,,,,,,

तुझे मेरी मजबूरी नही पता सन्नी ,,,,फिर भला तू कैसे मेरी मजबूरी दूर कर सकता है,,,,,मेरी मजबूरी को बस मैं जानती हूँ,,,,,,,,,,,,,तुम जानते मेरी मजबूरी तो ऐसा नही करते,,,,,

कैसा नही करता मैं भाभी,,,,,ऑर आपकी मजबूरी को आपके सिवा कोई ऑर भी तो जानता है ,,,,,,जिसको आपने अपनी मजबूरी बताई थी,,,,,,,,,,,

हाँ सन्नी मेरे अलावा भी ऑर कुछ लोग जानते है मेरी मजबूरी ऑर उन्ही लोगो मे से किसी ने मुझे यकीन दिलवाया था कि वो मेरी मजबूरी को दूर कर देगी,,,,,,,ऑर वो किसी को लेके भी आने वाली थी यहाँ लेकिन वो नही आई ऑर तुम आ गये पता नही कहाँ से,,,,,,,,,,,,उसने अपने हाथों को मेरे हाथों से अलग कर लिया,,,,

जिसको आपने मजबूरी बताई थी भाभी वही मुझे यहाँ लेके आई है,,,,,आपकी मजबूरी दूर करने क लिए,,,

मैने भाभी के हाथों को फिर से अपने हाथों मे पकड़े हुए उसको विश्वास दिलवाया,,,,,,,,,,,

लेकिन भाभी मुँह खोल कर मेरी तरफ देखती हुई हैरान हो गई,,,,,,,ये क्या बोल रहे हो तुम सन्नी,,,,,,,कॉन लेके आया तुमको यहाँ,,,,,,,,,,,,,,,

शोबा दीदी,,,,,,,,,,

इतना सुनते ही वो ऑर भी ज़्यादा परेशान ऑर हैरान हो गई,,,,,,,

क्या बोल रहे हो तुम,,,,,,शोबा तुमको यहाँ लेके आई है,,,,,,,,,,वो बहुत ज़्यादा परेशान हो गई,,,,

हाँ भाभी शोबा दीदी मुझे यहाँ लेके आई है,,,,,,,,क्या आपको नही पता था मैं शोबा दीदी के साथ यहाँ आने वाला हूँ,,,,,,

मुझे इतना पता था कि कोई आने वाला है शोबा के साथ लेकिन इतना नही पता था कि वो तुम होगे,,,,, अभी कहाँ है शोबा,,,,

वो साथ वाले रूम मे है भाभी,,,,,

क्या,,,,,,,,,,,तुम यहाँ मेरे साथ ऐसी हालत मे ऑर शोबा साथ वाले रूम मे है,,,,,,,,वो जल्दी से दरवाजे की तरफ चलने लगी मैं भी नंगा ही उसके पीछे चलने लगा,,,जबकि भाभी टवल मे थी,,,,,

भाभी ने जैसे ही दरवाजा खोला शोबा बाहर ही खड़ी हुई थी ऑर पूरी नंगी थी,,,भाभी उसको ऐसे देख कर डर गई ,,,मैं जैसे ही दरवाजे से बाहर जाने लगा शोबा ने जल्दी से भाभी का हाथ पकड़ा ऑर अपने पास खींच लिया ऑर दरवाजे को बंद कर दिया,,,,,,,,,

भाभी फटी हुई आँखों से शोबा के नंगे बदन को देख रही थी,,,,,तुम दरवाजे के बाहर खड़ी होके क्या कर रही थी वो भी इस हालत मे,,,,भाभी ने शोबा ने नंगे जिस्म की तरफ इशारा करते हुए बोला,,,,

अंदर मुझे सब सुनाई दे रहा था लेकिन दिखाई कुछ नही दे रहा था इसलिए मैं जल्दी से नीचे ज़मीन पर घुटनो के बल बैठ गया ऑर कीहोल से बाहर देखने लगा,,,

शोबा चुप चाप खड़ी हुई थी,,,,,,,,बोलो मेरी बात का जवाब दो,,,,,ऑर तुमने मुझे बोला था तुम किसी को लेके आने वाली हो मेरी हेल्प के लिए ऑर तुम तो सन्नी को ही लेके आ गई,,,,दिमाग़ खराब हो गया था क्या तुम्हारा
,,,भाभी शोबा से गुस्से मे बात कर रही थी,,,,,,

वो मैं भाभी,,,,उूओ,,,,,,,,,,,,,,,

अब वो वो क्या लगा रखा है,,,,,,,,तुम्हारा भाई मेरे साथ अंदर है ऑर तुम दरवाजे के बाहर ऐसी हालत मे
तुमको शर्म नही आई क्या,,,,,

भाभी आप गुस्सा मत करो प्लीज़्ज़ज्ज्ज,,,,,,,,मैंटो सन्नी को आपकी हेल्प क लिए लेके आई हूँ,,,,,,ऑर मुझे कोई 
रास्ता नही मिला तो सोचा कि सन्नी ही ऐसा बंदा है जो आपकी हेल्प कर सकता है,,,,,,,शोबा सर झुका कर सब
कुछ बोल रही थी,,,,वो भाभी से नज़रे नही मिला रही थी,,,,,

हाई राम वो बंदा नही है वो तो अभी बच्चा है,,,,,ऑर तुझे ज़रा भी शर्म नही आई डर नही लगा सन्नी 
को यहाँ लेके आने मे ,,,,,ऑर तूने क्या बोला उसको जो वो भी आने को तैयार हो गया,,,,,

मैने कुछ नही बोला उसको भाभी,,,,मैं तो बस उसको आपकी हेल्प के लिए लेके आई थी,,,,किसी ऑर पे यकीन
करना मुश्किल था तो सोचा सन्नी को बोल देती हूँ,,,,अब घर वालो से ज़्यादा यकीन किस पर कर सकता है
इंसान,,,,,,,,,,,,,

तुझे क्या लगता है उसपे यकीन किया जा सकता है,,,,वो तो अभी बच्चा है ऑर अगर किसी को कुछ बता दिया उसने
तो क्या होगा,,,,,,

भाभी आप डरो मत प्लीज़ वो किसी को कुछ नही कहेगा,,,,,ऑर वैसे भी अब वो बच्चा नही रहा,,,,उसका 
वो नही देखा क्या आपने ,,,,किसी भी हट्टे कट्टे मर्द से कम नही है अब सन्नी,,,,,,

वो,,,,वो से क्या मतलब है तेरा शोबा,,,,,,,,,,,,,

वो से मेरा मतलब है उसका वो बड़ा ऑर मोटा लंड ,,,,,,देखा नही कितना बड़ा था,,,,बहुत मज़ा आया होगा 
आपको उसके साथ चुदाई करके,,,,,

ये सब क्या बोल रही हो तुम,,,,,तुमको कैसे पता उसका वो बड़ा है,,,,ऑर वो बड़ा होने से दिमाग़ बड़ा नही 
होता,,,,,दिमाग़ से तो सन्नी अभी भी बच्चा ही है,,,,

अरे भाभी आप टेन्षन बहुत लेती हो,,,,,सन्नी के लंड देख कर कॉन कहेगा वो बच्चा है,,,ऑर रही बात सन्नी
की वो किसी को कुछ नही बोलेगा इसकी गारंटी मैं लेती हूँ,,,,,,,,,,

तू ये बता तुझे कैसे पता उसका वो बड़ा है,,,,तूने कब देखा,,,,

वो भाभी मैं वो,,,,,

इन बातों को छोड़ो भाभी ये बताओ क़ि सन्नी के साथ मज़ा आया या नही,,,,उसका बड़ा लंड चूत मे लेके
अछा लगा क्या,,,,,,

हाइयी राम कैसी लॅंग्वेज यूज़ कर रही है तू,,,,,शर्म नही आती तुझे,,,,ऑर अपने भाई के लंड के बारे मे
ऐसे बोलते हुए तुझे डर नही लगता,,,,,


डर किस बात का भाभी इतने बड़े लंड के लिए तो कोई कुछ भी करने को तियार हो जाएगा,,,,बोलो ना मज़ा आया कि 
नही सन्नी क साथ,,
Reply
12-21-2018, 01:29 AM,
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
भाभी ने शरमा कर सर को झुका लिया,,,,शोबा समझ गई कि भाभी को मज़ा आया होगा मेरे साथ,,,,उसने
आगे बढ़ कर भाभी को शोल्डर से पकड़ा ऑर फिर से पूछा,,,,बोलो ना भाभी मज़ा आया ना सन्नी के साथ,,,,,

भाभी ने सर उठा कर हल्का शरमाते हुए बोला,,,,हाँ बहुत मज़ा आया लेकिन,,,,,,,,,,

लेकिन क्या भाभी,,,,,,,,,

उसने सारा काम खराब कर दिया,,,,,

वो कैसे भाभी,,,,,,,,,,,,,,,,,,

शुरू से तो सब ठीक किया ,,मज़ा भी बहुत दिया लेकिन लास्ट मे गड़बड़ करदी उसने,,,,,

क्या गड़बड़ करदी भाभी,,,,,,,,,,

उसने अपना वू,,,,,,,,,,,,,,,उसने अपना पानी मेरे पेट पर निकाल दिया,,,,,,,

भाभी की बात सुन कर मैं कुछ कुछ समझने लगा था भाभी की मजबूरी के बारे मे,,,,लेकिन कुछ
ज़्यादा नही पता चल रहा था,,,,,

ओह्ह्ह तो ऐसी बात है मैने सोचा पता नही क्या कर दिया उसने,,,,,,,,,,,पेट पर पानी निकाल दिया तो क्या हुआ 
एक बार ऑर कर लो चुदाई ऑर इस बार काम पूरा हो जाएगा,,,,,,

नही मुझे नही करना,,,,,,,,,,मुझे डर लगता है ,,,,

किस बात का डर,,,,,,,उसके बड़े लंड से तो डर नही लगता,,,,,,शोबा ने हसके बोला,.,,,,

नही लंड से तो नही लेकिन उसके बचपने से ऑर उसके बच्चे वाले दिमाग़ से डर लगता है ,,,कहीं किसी को कुछ
बोल दिया उसने तो क्या होगा,,,,,,,,,,,,

मैने बोला ना वो किसी को कुछ नही बोलेगा आप डरो नही,,,ऑर अंदर जाके मस्ती करो,,,ऑर इस बार काम पूरा 
कर लेना अपना,,,,,,,,,,,,

नही मुझे डर लगता है शोबा,,,,वो अभी बच्चा है,,,,किसी को बता देगा,,,,,,,,,,,

तभी शोबा ने भाभी के हाथ पकड़ा ऑर कुछ बोले बिना भाभी को दरवाजे की तरफ लेके आने लगी ,,,,

मैं जल्दी से दरवाजे से हटके पीछे खड़ा हो गया ,,,अभी तक मैं नंगा ही था,,,,तभी दरवाजा खुला ऑर
शोबा भाभी को हाथ से पकड़ कर अंदर ले आई,,,,,,भाभी अंदर आते ही डरते हुए कभी मुझे देखने लगी तो
कभी शोबा को देखने लगी,,,,,,,,,,क्यूकी उसकी नज़र मे हम भाई बेहन का एक दूसरे के सामने ऐसा नंगा 
खड़ा होना अजीब बात थी,,,,,,

शोबा अंदर आके मेरे पास खड़ी हो गई ऑर भाई भी उसके साथ की खड़ी हुई थी,,,,,,,,,,,,

आपको लगता है कि सन्नी किसी को कुछ बता देगा,,,,,,,,,तो ये देखो आप,,,,,,,,,,इतना बोलते ही शोबा ने आगे बढ़ कर
मेरे लिप्स को किस करना शुरू कर दिया,,,,,,मैने भी उसकी किस का रेस्पॉन्स देते हुए उसको अपनी बाहों मे 
भर लिया,,,,कुछ देर किस करने के बाद हमने भाभी की तरफ देखा तो भाभी मुँह खोल कर हम दोनो
की तरफ देखने लगी ऑर थोड़ा पीछे हट गई,,,,,

तभी शोबा ने मुझे भाभी के पास जाने का इशारा किया ऑर खुद भी भाभी के करीब हो गई,,,

हम दोनो भाभी के करीब खड़े थे ऑर वो भी बिल्कुल नंगे,,जबकि भाभी मुँह खोले हैरानी से हमे 
देखती हुई टवल मे खड़ी हुई थी,,,,,इस से पहले भाभी कुछ समझ पाती शोबा ने मुझे भाभी की पीठ
की तरफ कर दिया ऑर खुद भाभी के सामने खड़ी हो गई,,,,,,सामने से शोबा ने जल्दी से अपने फेस को भाभी
के कारेब किया भाभी ने डार्क फेस तुर्न कर लिया ,,तब तक मैं भाभी क पीछे चला गया था मैने जल्दी से
भाभी को अपनी बाहों मे भर लिया ,,,,मेरे दोनो हाथ भाभी के पेट पर पहुँच गये थे ऑर मैने
जल्दी से भाभी के टवल को खोल दिया था,,,,,भाभी ने गिरते हुए टवल को पकड़ने के लिए अपने हाथ नीचे
किए लेकिन आगे से शोबा ने भाभी के हाथों को पकड़ लिया ,,,,,भाभी ने फेस को सीधा करके शोबा की
तरफ देखा ही था कि शोबा ने आगे बढ़ कर भाभी के लिप्स को अपने लिप्स मे भर लिया,,,,,भाभी ने अपने हाथ
शोबा की तरफ किए ऑर उसको अपने से दूर करने लगी,,,तभी मैने अपने हाथों से भाभी के हाथों को पकड़ा
ऑर मोड़ कर उनके हाथों को उनकी पीठ पर लगा दिया ऑर एक हाथ से उनके दोनो हाथों को पकड़ लिया,,शोबा
ने आगे से अपने हाथों से भाभी के सर को पकड़ा ऑर तेज़ी से पागलो की तरह भाभी को किस करने लगी,,,भाभी
के लिए ये पहना अनुभव था शायद किसी लड़की को किस करने का इसलिए वो थोड़ा झटपटा रही थी,,,लेकिन मैने
उनको कस्के अपने हाथों मे जकड़ा हुआ था,,,मेरे एक हाथ मे उनके दोनो हाथ उनकी पीठ पर थे ऑर मेरा 
दूसरा हाथ उनके पेट पर कॅसा हुआ था ताकि वो ज़्यादा हिल डुल नही सके,,,,,,शोबा ने भी भाभी के सर को अपने
हाथों से कस्के पकड़ा हुआ था ऑर भाभी को किस कर रही थी,,,,,,,,इधर मैने अपने एक हाथ को जो भाभी 
के पेट पर था उसको भाभी के बूब्स की तरफ ले गया ऑर भाभी के एक बूब्स को हाथ मे लेके मसल्ने लगा
फिर दूसरे बूब को भी ऐसे ही मसल्ते हुए अपने लिप्स को भाबी के शोल्डर ऑर नेक के पास रख कर किस करते 
हुए हल्के से दाँतों से काटने लगा,,,,,,,मेरा हाथ भी भाभी के बूब्स को बारी बारी से मसल्ने लगा कुछ
ही देर मे भाभी के हिलना जुलना बंद हो गया तो शोबा ने भाभी के सर को अपने हाथों से छोड़ कर अपने
हाथ भाभी के एक बूब्स पर रख दिए,,,शोबा के हाथ भाभी के बूब्स पर आते ही मैने अपने हाथ को वहाँ
से हटा कर भाभी की पीठ पर रखा ऑर पीठ को सहलाते हुए भाभी के शोल्डर ऑर नेक पर किस करते
हुए पीठ पर भी हल्की हल्की किस करने लग,,,सामने से शोबा भाभी को किस करते हुए भाभी के बूब्स को
सहलाने लगी तभी भाभी ने हल्के से हिलना जुलना शुरू किया तो शोबा ने जल्दी से अपने एक हाथ को भाभी की
पीठ की तरफ किया जहाँ पर मेरा हाथ था फिर मेरे हाथ को अपने हाथ मे लेके भाभी की गान्ड की तरफ
करने लगी मैं भी शोबा का इशारा समझ गया था,,,,,,भाभी हिलने झूलने लगी थी ऑर भाभी को क़ाबू करने
का एक ही तरीका था उनकी चूत,,,,,,,,,,,,,,,मैं जल्दी से शोभा का इशारा समझकर भाभी की चूत पर अपने 
हाथ को ले गया ऑर जल्दी से भाभी की चूत मे उंगली घुसा दी,,,,मेरे ऐसा करते ही भाभी उछल गई ऑर ज़्यादा
तेज़ी से हिलने जुलने लगी लेकिन भाभी के हाथ मेरे हाथ मे थे ऑर आगे से शोबा ने भी भाभी को काफ़ी हद
तक अपने क़ाबू मे किया हुआ था,,,,मैने जल्दी से भाभी की चूत मे उंगली घुसा दी ऑर तेज़ी से उंगली को आगे
पीछे करने लगा,,,,,,ऑर साथ ही भाभी की पीठ पर हल्के से किस करते हुए अपनी ज़ुबान से पूरी पीठ को
चाटने लगा,,,,,कुछ ही देर मे भाभी के मुँह से दबी दबी सिसकियाँ निकलने लगी,,,,जैसे ही सिसकिया निकलने 
लगी मैं अपने लिप्स को भाभी के कान के पास ले गया ऑर कान पर किस करने लगा ऑर तेज़ी से भाभी की चूत
को उंगली से चोदने लगा,,,,तभी मैने देखा कि शोबा ने भाभी को किस करना बंद कर दिया ऑर भाभी से
थोड़ा दूर होके पीछे की तरफ हट गई ऑर भाभी की तरफ देखने लगी,,,,फिर एक पल बाद भाभी के करीब 
आई ऑर भाभी को किस करने लगी,,,,मैने देखा कि इस बार शोबा ने नही बल्कि भाभी ने आगे बढ़ कर शोबा को
किस करने की कोशिश की थी,, फिर भाभी ने अपने हाथों को ज़ोर से झटकना शुरू किया मैं समझ गया कि
भाभी क्या चाहती है इसीलिए मैने भाभी के हाथों को अपने हाथों से अलग कर दिया ,,भाभी ने अपने हाथों
को जल्दी से शोबा की पीठ पर कस दिया ऑर शोबा को अपनी बाहों मे भर लिया,,,,,भाभी अब पूरी तरह से 
मेरे ऑर दीदी एक क़ाबू मे आ गई थी,,,,,,तभी शोबा ने मुझे पीछे हटने को बोला ऑर बेड की तरफ जाने का
इशारा किया,,,,,मैने भाभी को किस करना बंद किया ऑर उंगली भी निकाल ली उनकी चूत से ऑर बेड की तरफ चला
गया,,,,,मैं जैसे ही भाभी से पीछे हटके बेड की तरफ जाने लगा तो भाभी ने एक पल के लिए शोबा को किस
करना बंद किया ऑर मूड कर मुझे देखने लगी तभी शोबा ने भाभी के सर को पकड़ा ऑर अपनी तरफ घुमा
लिया ऑर फिर से दोनो किस करने लगी,,,,भाभी के हाथ शोबा की पीठ पर ऑर शोबा के हाथ भाभी की पीठ
पर सहलाने लगे,,,,,,,मैं बेड पर जाके लेट गया ऑर दोनो को किस करते देख कर हल्के हाथ से अपने लंड को
सहलाने लगा
Reply
12-21-2018, 01:29 AM,
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
शोबा ऑर भाभी एक दूसरे को बाहों मे भरके ,,एक दूसरे के बदन को अपने हाथों से सहलाते हुए किस
करने के लुफ्त उठा रहे थे,,,,,,,भाभी पहली बार किसी लड़की को किस कर रही थी इसलिए थोड़ा झिझक रही थी
लेकिन शोबा को किसी औरत को बस मे करना खूब आता था ,,,,,पहले पहले तो भाभी शोबा के द्वारा किस 
करने से थोड़ी हिलती जुलती शोबा को अपने से दूर करने की कोशिस कर रही थी लेकिन जैसे ही शोबा के हाथ 
भाभी की पीठ पर ऑर बूब्स पर हल्के से सहलाने लगे तो भाभी ने भी शोबा को किस का रेस्पॉन्स देना
शुरू कर दिया था,,लेकिन शोबा इतने भर से खुश नही थी उसने जल्दी से अपने एक हाथ को भाभी की चूत
की तरफ बढ़ाना शुरू कर दिया ऑर कुछ ही पल मे शोबा का हाथ भाभी के बूब्स ऑर पेट पर से सहलाते हुए
भाभी की चूत पर चला गया ऑर शोबा ने हल्के हाथ से चूत को उपर से ही सहलाना शुरू कर दिया लेकिन
भाभी को उसका ऐसा करना अच्छा नही लगा तो भाभी ने उसके हाथ को हटाने की कोशिश की ऑर एक हाथ से
शोबा के हाथ को अपनी चूत से हटाने लगी ऑर साथ ही शोबा को अपने से दूर करने की कोशिश करने लगी,,
लेकिन शोबा भी पूरी मन्झि हुई खिलाड़ी थी उसने जल्दी से भाभी के सर को कस्के पकड़ लिया ताकि भाभी 
अपने सर को शोबा के सर से दूर नही कर सके ऑर उसको किस करने से रोक नही सके ,,,,ऑर साथ ही शोबा ने 
भाभी की चूत मे एक साथ 2 उंगलिया घुसा दी ,,इस से पहेल की भाभी अपने हाथ से शोबा के हाथ को 
चूत से दूर करती शोबा ने चूत मे उंगलियाँ घुसते ही तेज़ी से चूत मे अंदर बाहर करना शुरू कर
दिया एक ही पल मे भाभी का वो हाथ जो शोबा को अपनी चूत से दूर करने की कोशिस कर रहा था उसकी पकड़
कमजोर हो गई ऑर मोका देखते ही शोबा ने उंगली की स्पीड को ऑर भी ज़्यादा तेज करते हुए भाभी के लिप्स से
अपने लिप्स दूर किए ऑर अपने फेस को भाभी के बूब्स पर ले गई ,,,,शोबा ने जल्दी से एक बूब को मुँह मे 
भर लिया ऑर हल्के से चूसने लगी लेकिन मस्ती मे भाभी ने उसने सर को एक ही पल मे अपने बूब्स पर दबा
दिया तो शोबा ने भी थोड़े पागलपन से भाभी के बूब को पूरा मुँह मे भर लिया ऑर हल्के दाँत से काटने
लगी ऑर चूसने लगी,,,,भाभी के लिप्स अब शोबा के लिप्स से आज़ाद हो चुके थे इसलिए उनकी हल्की हल्की सिसकियाँ
निकलनी शुरू हो गई,,,शोबा भाभी की चूत मे तेज़ी से उंगली करते हुए भाभी के बूब्स को बारी बारी से
चूसने लगी हुई थी ऑर खाली पड़े बूब को हाथ मे लेके सहलाने ऑर मसल्ने लग जाती थी,,,,

भाभी की सिसकियाँ पूरे कमरे मे गूंजने लगी थी,,,जिस से कमरे मे मस्ती का एक अजीब महॉल बन गया 
था वो मुझे भी मस्त करने लगा था ,,,,लेकिन मेरे से भी ज़्यादा मस्त ऑर पागल हो चुकी थी शोबा ,,,,उसने 
जब देखा कि भाभी अब पूरी तरह उसके बस मे आ चुकी है तो उसने अपना लास्ट पत्ता भी फेंक दिया ऑर
बाजी को अपने क़ाबू मे करते हुए जल्दी से नीचे झुक कर भाभी के कुछ सोचने या समझने से पहले ही
भाभी की एक टाँग को हाथ मे पकड़ कर हवा मे उठा दिया ,,इस से पहले भाभी मस्ती भरी सिसकियों को
बंद करके नीचे शोबा की तरफ देखती शोबा ने भाभी की टाँग को हाव मे उठा दिया था ऑर खुद ज़मीन
पर घुटनो एक बल बैठ गई थी,,,,ऑर उसका फेस भाभी की चूत के करीब जा चुका था,,,,उसने एक पल के लिए
उपर भाभी के फेस की तरफ देखा ऑर इस से पहले भाभी कुछ बोलती या समझती उसने भाभी की चूत पर
अपने लिप्स रख दिए ऑर चूत के मुँह मे भर लिया तभी भाभी के बदन को एक तेज झटका लगा ऑर भाभी
मस्ती भरे तेज झटके से गिरने ही वाली थी कि मैने जल्दी से भाभी को पीछे जाके पकड़ लिया ऑर भाभी को
कमर से पकड़ कर हवा मे उठा लिया ,,,,मैने भाभी के पूरे वजन को अपनी बाहों मे उठा लिया था,,तब
तक शोबा भी उठ गई थी उसने भाभी की टाँगों को अपने हाथ मे पकड़ा ऑर हम दोनो भाभी को उठाकर
बेड की तरफ ले आए ,,ऑर भाभी को बेड पर लेटा दिया,,,,भाभी के बेड पर लेट-ते ही शोबा ने जल्दी से अपने लिप्स
को फिर से भाभी की चूत पर रख दिया,,,फिर से भाभी की पूरी गीली हो चुकी चूत शोबा के मुँह मे थी
ऑर भाभी एक हाथ भी एक पल से पहले ही शोबा के सर पर चला गया था ,,,उन्होने शोबा को हटाने की 
कोशिश की तो शोबा ने एक पल के लिया अपना चेहरा भाभी की चूत से उपर किया ऑर मुझे भाभी के हाथ
पकड़ने को बोला,,,मैने जल्दी से भाभी के हाथों को अपने हाथों से पकड़ लिया ,,,भाभी ने हल्की आवाज़
से शोबा का नाम लेने की कोशिश की तो मैने भी उनके लिप्स खुलते ही अपने लिप्स उनके लिप्स पर रख दिए ,,,मैने
मस्ती मे उनके लिप्स को चूसना शुरू कर दिया,,,,,वो मस्त हो चुकी थी लेकिन थोड़ा परेशान थी क्यूकी पहली
बार वो किसी लड़की के साथ ऐसी हरकत कर रही थी ऑर पहली बार ही शायद एक रूम मे वो नंगी थी वो भी
किसी सगे भाई बेहन के साथ जो लोग पूरे नंगे थे,,,इसलिए उनकी परेशानी उनकी मस्ती को बार बार कम कर 
देती थी,,लेकिन शोबा भी बार बार उनको मस्त करने की पूरी कोशिश कर रही थी,,,मैं भी शोबा दीदी का साथ
दे रहा था,,,,,,,

भाभी बेड पर टाँगे खोल कर लेटी हुई थी ऑर शोबा दीदी उनकी चूत को अच्छी तरह से चाट ऑर चूस रही 
थी ऑर उपर मैं भाभी के दोनो हाथों को पकड़ कर उनके लिप्स मे अपने लिप्स जाकड़ कर किस कर रहा था,,
पहले भाभी मेरे से अपने लिप्स दूर करने के लिए सर को इधर उधर हिला रही थी लेकिन जल्दी ही भाभी ने
मुझे किस का रेस्पॉन्स देना शुरू कर दिया,,,,,,मैं समझ गया कि दीदी के लिप्स ऑर टंग ने भाभी की चूत
पर अपना कमाल दिखाना शुरू कर दिया है ऑर भाभी मस्त होने लगी है,,,,मोका देखते ही मैने भाभी
के हाथों को छोड़ दिया ऑर अपने हाथ भाभी के बूब्स पर ले आया ऑर दोनो हाथों मे एक एक बूब को पकड़
कर मसल्ने लगा,,,भाभी की हल्की दबी दबी सिसकियाँ निकल रही थी ऑर वो मस्ती मे मुझे किस कर रही थी 
साथ ही भाभी के हाथ मेरे सर पर पहुँच गये थे ऑर वो मेरे सर मे अपनी उंगलियाँ घुमा कर मेरे
बालों को सहलाने लगी थी,,,तभी कुछ देर बाद भाभी की हालत खराब होने लगी वो तेज़ी से साँसे लेने लगी
बदन भी तेज झटके खाने लगा ,,मैं समझ गया कि भाभी झड़ने वाली हो गई है ,,मैने एक पल के लिए
भाभी के लिप्स को अपने लिप्स से आज़ाद किया ऑर शोबा की तरफ देखा तो वो पागलो की तरफ टूट पड़ी थी भाभी 
की चूत पर उसको भी पता लग गया था कि भाभी झड़ने वाली है ,,,,मेरे लिप्स भाभी के लिप्स से दूर होते ही
बड़ी तेज ऑर जोरदार सिसकियों से पूरा कमरा गूँज उठा,,भाभी ने मेरे सर को कस्के अपने हाथों मे 
जाकड़ लिया ऑर बालों मे ज़ोर से उंगली करने लगी ऑर तेज़ी से चिल्लाने लगी,,,,ऑर फिर कुछ देर मे भाभी एक दम
शांत हो गई ,,उनकी सिसकियाँ बंद हो गई,,,लेकिन साँसे तेज़ी से चलती रही,,,,वो पानी निकाल चुकी थी मैने
शोबा की तरफ देखा तो वो अब भी हल्के से भाभी की चूत को चाट रही थी,,,,उसने भाभी की चूत से
बहने वाला सारा पानी पी लिया था ऑर अब वो चूत पर लगे पानी को चाट कर सॉफ कर रही थी,,,,कुछ देर मे
उसने चूत को अच्छी तरफ सॉफ कर दिया ऑर भाभी की बगल मे आके लेट गई,,भाभी तेज़ी से साँसे लेती हुई मेरे
सर को हल्के से अपनी उंगलियों से सहला रही थी,,,उनकी आँखें बंद हो चुकी थी,,,,मैं बेड से नीचे खड़ा
हुआ था ऑर झुका हुआ था मेरा सर भाभी के बूब्स से थोड़ा सा उपर था,,,,,मैने भाभी के हाथों को
अपने सर से हटाया ऑर बेड पर भाभी के पास बैठ गया,,,मेरे पैर ज़मीन पर थे,,,,,भाभी ने अपने दोनो
हाथों को बेड पर फेला दिया ऑर रिलॅक्स होने की कोशिस करने लगी,,,,उनके फेस पर एक अजीब चमक थी जो
अभी कुछ देर पहले की मस्ती की वजह से आई थी उनके फेस पर,,,,,,
Reply
12-21-2018, 01:29 AM,
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
भाभी अभी हल्की हल्की तेज साँसे ले रही थी ऑर खुद पर क़ाबू करने की कोशिश कर रही थी ,,तभी भाभी
की दूसरी तरफ लेटी हुई शोबा ने मेरी पीठ पर हाथ मारा ऑर मुझे उसके पास आने को बोला,,,मैं भी उठके
शोबा की तरफ चला गया,,,मैं अभी बेड की दूसरी तरफ से घूम कर शोबा की तरफ जा रहा था कि शोबा भी
उठकर बेड के लास्ट मे आ गई थी,,,,मैं ज़मीन पर खड़ा हुआ था बेड से नीचे ऑर शोबा बेड से उठकर
कुतिया की तरह झुक कर बेड के लास्ट मे मेरे करीब आ गई थी ऑर आते ही उसने मेरे लंड को अपने मुँह मे 
भर लिया,,,मेरा लंड अभी भी पूरी ओकात मे था ,,,बस हल्का सा ही नीचे को झुका था लेकिन जैसे ही शोबा के
मुँह मे घुसा उसने फिर से ज़ोर से ओकात मे आना शुरू कर दिया ,,,,शोबा अपनी गान्ड ऑर कमर को आगे पीछे
करने लगी थी इस से उसकी पूरी बॉडी आगे पीछे हिलने लगी थी ऑर उसका मुँह भी मेरे लंड पर आगे पीछे होने
लगा था तभी मैने पीछे मूड कर देखा तो शोबा एक हाथ से अपनी चूत मे उंगली कर रही थी इसलिए लंड
को चूसने के लिए अपनी पूरी बॉडी को हिला रही थी,,,,मैने भी उसकी हेल्प करने के लिए मस्ती मे उसके सर को अपने
हाथों मे पकड़ लिया ऑर हल्की तेज़ी से अपने लंड को उसके मुँह मे अंदर बाहर करने लगा,,,,लंड बड़े आराम
से उसके मुँह मे पूरा अंदर बाहर होने लगा था,,मैं भी पूरी मस्ती एम लंड को ऑर भी ज़्यादा उसके गले से
अंदर तक डालने की कोशिश मे लगा हुआ था,,लेकिन लंड तो पहले से ही उसके मुँह मे पूरा घुस्स कर गले से
नीचे उतर रहा था,,,,,वो अपने हाथ को चूत पर रख कर तेज़ी से अपनी चूत मे उंगली कर रही थी इसलिए उसके
मुँह से मस्ती भारी सिसकियाँ निकालने लगी थी लेकिन मेरा लंड उसके मुँह मे था इसलिए सिसकियाँ दबी दबी आवाज़ मे
निकल रही थी लेकिन इतनी सिसकियाँ ही काफ़ी थी रूम मे मस्ती का महॉल बनाने क लिए ,,मैं भी अपनी कमर को मस्ती
मे आगे पीछे करते हुए लंड को पूरा गले से नीचे तक उतारने मे लगा हुआ था वो भी चूत मे उंगली करती हुई
लंड को ऑर भी ज़्यादा मुँह मे लेने क लिए अपनी ज़ुबान को बाहर निकाल कर तेज़ी से कमर ऑर पूरी बॉडी को आगे पीछे हिला रही थी,,,,


तभी मैने देखा कि भाभी हम दोनो की तरफ मुँह खोल कर देख रही थी,,लेकिन जितना ज़्यादा वो हैरान 
लग रही थी उस से भी कहीं ज़्यादा मस्ती मे लग रही थी क्यूकी उसके हाथ ने मस्ती मे उसकी चूत को सहलाना शुरू
कर दिया था ,,,तभी मैने शोबा को इशारा किया तो उसने मेरे लंड को मुँह से निकाल कर भाभी की तरफ देखा ऑर 
फिर भाभी का हाथ पकड़ कर जल्दी से अपनी तरफ खींच लिया ,,भाभी एक ही पल मे हमारे पास आ गई जैसे वो तो 
पहले से तैयार बैठी थी हमारे पास आने के लिए,,,शोबा ने मेरा हाथ पकड़ा ऑर मुझे भी बेड के उपर खींच लिया
ऑर जल्दी से लेटने का इशारा किया ,,,मैं बेड के उपर आके लेट गया ,,शोबा मेरी एक तरफ आ गई जबकि भाभी मेरी दूसरी तरफ थी,,,

शोबा ने मेरे उपर से अपना हाथ बढ़ा कर भाभी के सर को पकड़ा ऑर अपनी तरफ खींच लिया ऑर थूक
के भीगे अपने लिप्स भाभी के लिप्स पर रख दिए भाभी ने एक पल के लिए पीछे होने की कोशिस की लेकिन तब तक
मेरा एक हाथ भाभी के बूब्स पर चला गया था ऑर मैने भाभी के बूब्स को मसलना शुरू कर दिया था,,भाभी
ने एक पल मेरी तरफ देखा ऑर फिर खुद शोबा के करीब हो गई ऑर शोबा के थूक से भीगे लिप्स पर किस करने लगी,,

भाभी ऑर शोबा दोनो मेरे पेट के हल्के उपर अपने लिप्स को एक दूसरे के लिप्स मे जाकड़ कर किस करने लगे थे ऑर मेरा हाथ भाभी के बूब्स को सहलाने मे लगा था जबकि शोबा का हाथ मेरे लंड पर मूठ मांर रहा था,,,,कुछ पल 
बाद शोबा ने भाभी के लिप्स को अपने लिप्स से आज़ाद किया ऑर मेरे लंड को मुँह मे भर लिया लेकिन एक ही पल मे बाहर भी निकाल दिया,,,फिर शोबा ने भाभी को मेरे लंड की तरफ इशारा किया तो भाभी ने मेरे लंड को मुँह मे लेने
से मना कर दिया,,,शोबा ने भाभी के सर को पकड़ा ऑर मेरे लंड पर हल्का से दबा दिया लेकिन भाभी ने अपना मुँह
नही खोला,,,लेकिन अपने लिप्स से हल्की सी किस करदी मेरे लंड की टोपी पर,,फिर अपने सर को उपर उठा लिया तभी शोबा ने फिर से भाभी के लिप्स को अपने लिप्स मे जकड़ा ऑर किस करते हुए मेरे लंड के करीब आ गई,,उन दोनो के लिप्स मेरे लंड से कुछ ही दूर थे लेकिन शोबा हल्के हल्के मेरे लंड की तरफ बढ़ती जा रही थी ,,,अब उन दोनो के लिप्स मेरे लंड के 
2 इंच दूर थे तभी शोबा ने भाभी के लिप्स से अपने लिप्स हटा कर मेरे लंड को मुँह मे भर लिया ऑर तेज़ी से उपर 
नीचे होते हुए मेरे लंड को चूसने लगी,,,


अब भाभी बेहद करीब से मेरे लंड को शोबा एक मुँह मे जाते देख रही थी,,,,शोबा ने फिर मेरे लंड को मुँह से निकाला ऑर भाभी को किस करने लगी ,,,कुछ देर बाद शोबा ने अपनी ज़ुबान को मुँह से बाहर निकाला ऑर भाभी को भी ज़ुबान बाहर निकालने को बोला ,,भाभी ने भी अपनी ज़ुबान को मुँह से बाहर निकाल लिया,,,शोबा अपनी ज़ुबान को भाभी की ज़ुबान से मिलने लगी ,,भाभी भी उस तरफ से अपनी ज़ुबान को शोबा की ज़ुबान से मिलाने लगी जैसे शोबा कर रही थी तभी शोबा ने अपने ऑर भाभी के लिप्स को लंड के बेहद करीब किया जिस से शोबा को भाभी की ज़ुबान मेरे लंड पर टच करने लगी ,,भाभी ने एक दम से अपने सर को पीछे कर लिया लेकिन तभी शोबा ने भाभी एक सर को पकड़ा ऑर वापिस मेरे लंड के करीब करने भाभी को ज़ुबान बाहर निकालने को बोला ,,भाभी ने ज़ुबान को बाहर निकाला लेकिन तभी अपनी आँखें बंद करली,,,,शोबा ने अपनी ज़ुबान को भाभी की ज़ुबान से मिलाते हुए मेरे लंड की टोपी को भी अपनी किस मे शामिल कर लिया,,,उन दोनो की ज़ुबान मे लंड की टोपी पर हल्के हल्के टच होने लगी,,,

शोबा भाभी की ज़ुबान को टच करते टाइम बीच बीच मे मेरे लंड को टोपी की अच्छी तरह से चाटने लगी अपनी ज़ुबान 
से ,,धीरे धीरे भाभी की ज़ुबान भी मेरे लंड की टोपी का स्वाद चखने लगी तभी शोबा ने मेरे को हाथ से 
इशारा किया कि मैं अपने हाथ को भाभी की चूत पर ले जाउ ऑर मैने भी कोई देर किए बिना अपने हाथ को भाभी की 
चूत पर रख दिया ,,,भाभी भी शोबा की तरफ कुतिया बनी हुई थी ऑर गंद बेड से उपर उठी हुई थी मुझे कोई भी
परेशानी नही हुई भाभी की चूत तक जाने मे मैने हाथ चूत पर रखते ही उंगली को चूत मे घुसा दिया,,मेरा
लेफ्ट हाथ भाभी के बूब्स पर था जबकि राइट हाथ भाभी की चूत पर जाके उंगली से भाभी की चूत को सहलाने लगा
था,,,भाभी को मस्ती चढ़ने लगी थी ऑर उस का अंदाज़ा मुझे भाभी की ज़ुबान से होने लगा था क्यूकी भाभी किसी
सिफ्टी आइस्क्रीम की तरफ मेरे लंड की टोपी को चाटने लगी थी तभी शोबा ने भाभी के सर पर हाथ रखते हुए भाभी
के सर को ऑर भी ज़्यादा करीब कर दिया मेरे लंड के ,,,भाभी के लिप्स मेरे लंड पर टच होने लगे ,,शोबा खुद भी
अपने सर को मेरे लंड के करीब कर चुकी थी जिस से उसके लिप्स भी मेरे लंड की टोपी पर घिसने लगे थे,,शोबा ने 
अपने लिप्स को थोड़ा खोला ऑर मेरे लंड को टोपी को मुँह मे भर लिया ऑर साथ ही ज़ुबान से मेरे लंड की टोपी को चाटने
लगी,,ऐसे करते हुए वो बीच बीच मे भाभी के लिप्स पर ज़ुबान घुमाने लग जाती,,भाभी की आँखें बंद थी लेकिन
शोबा के लिप्स ज़ुबान ऑर मेरे लंड की टोपी के एहसास से भाभी के लिप्स भी खुलने लगे थे ऑर देखते ही देखते भाभी
के लिप्स खुल गये ऑर भाभी ने मेरे लंड की टोपी पर हल्के से किस कर दिया ,,,पहले एक किस फिर दूसरा,,,कुछ ही पल मे भाभी ने मेरे लंड पर हल्की हल्की 15-20 किस करदी,,फिर शोबा ने अपनी एक फिंगर को भाभी के लिप्स पर रखा ऑर लिप्स को खोलते हुए भाभी के मुँह को खोल दिया भाभी एन मुँह खोल कर शोबा की फिंगर को मुँह मे ले लिया ऑर हल्के से चूसने लगी,,शोबा ने अपनी फिंगर को हल्के से आगे पीछे करना शुरू किया ऑर जल्दी से एक फिंगर ऑर डाल दी भाभी केमुँह मे भाभी ने भी दोनो फ़िंगर को चूसना शुरू कर दिया तभी शोबा ने एक फिंगर ऑर डालनी चाही तो भाभी ने
अपने मुँह को थोड़ा ज़्यादा खोल दिया,,शोबा ने जल्दी से अपने हाथ को हटा लिया ऑर भाभी का खुलता हुआ मुँह मेरे
लंड के करीब कर दिया ऑर हाथ से मेरे लंड को पकड़ कर एक हाथ से भाभी ने सर को मेरे लंड के करीब कर दिया
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12-21-2018, 01:30 AM,
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
भाभी का मुँह शोबा की तीन फिंगर्स के लिए कुछ ज़्यादा ही खुल गया था जिस से मेरे लंड की टोपी भाभी के मुँह मे 
चली गई शोबा ने हल्के से भाभी के सर को मेरे लंड पर दबा दिया जिस से मेरा 2इंच लंड भाभी के मुँह मे 
चला गया ऑर तभी भाभी ने अपनी आँखें खोल दी लेकिन लंड को मुँह से नही निकाला ऑर ना ही सर को पीछे करने की
कोशिश की,,,शोबा ने भाभी के सर को हल्का उपर किया लेकिन लंड को पूरा मुँह से नही निकलने दिया ऑर फिर से भाभी
के सर को नीचे कर दिया,,भाभी भी शोबा की हरकत को पहले से समझ चुकी थी इसलिए भाभी ने अपने मुँह को थोड़ा
ऑर खोल दिया था अब मेरा करीब 4 इंच लंड भाभी के मुँह मे था,,,शोबा ने हल्के हल्के भाभी के मुँह को उपर
नीचे करना शुरू का दिया लेकिन ज़्यादा नीचे नही किया बस 4 इंच लंड को ही भाभी के मुँह मे रखा ऑर ऐसे
ही भाभी को मेरा लंड चुसवाने लगी,,,,भाभी इस खेल मे कुछ कमजोर थी इसलिए चूस्ते टाइम उनके दाँत लगने
लगे थे मेरे लंड पर ऑर मेरे लंड पर हल्का दर्द होने लगा था,,,शोबा ने मेरी तरफ देखा ऑर समझ गई कि मेरे
लंड पर भाभी के दाँत लग रहे है इसलिए उसने भाभी के गाल पर हल्के से थप्पड़ मारा ऑर भाभी ने मुँह को 
थोड़ा ऑर ज़्यादा खोल दिया,,,अब मुझे कुछ राहत महसूस हुई लेकिन मुँह थोड़ा ऊपर ज़्यादा खुलते ही मेरा लंड 6 इंच
तक भाभी के मुँह मे चला गया ऑर शायद भाभी के गले से टकरा गया तभी भाभी ज़ोर से खांसने लगी ऑर अपने सर
को मेरे लंड से उपर उठा लिया,,,भाभी ने खाँसते हुए हल्का थूक मेरे लंड पर उगल दिया ,,जो भाभी के मुँह 
मे जमा हो गया था,,,थूक मेरे लंड पर गिरते ही शोबा ने भाभी के हाथ को मेरे लंड पर रखा ऑर भाभी के
हाथ से मेरे लंड को मसल्ने लगी ,,भाभी ने एक पल के लिए मेरी तरफ देखा फिर शोबा की तरफ़ उनका खांसना बंद
हो गया था तो शोबा ने वापिस उनके सर को पकड़ा ऑर लंड की तरफ करने लगी लेकिन शोबा के हाथ रखने से पहले ही
भाभी ने खुद अपने सर को नीचे झुकाना शुरू कर दिया था,,,इस बात से मैं भी खुश हो गया ऑर शोबा ने भी
हल्की स्माइल से मेरी तरफ देखा,,,,,,भाभी ने मुँह खोला ऑर लंड को मुँह मे लेके हल्के से सर को उपर नीचे करने 
लगी ,,भाभी मेरे 4 इंच लंड को मुँह मे लेके चूसने लगी थी तभी शोबा ने भाभी को लंड से हटा दिया ऑर खुद
मेरे लंड को मुँह मे भर लिया ऑर एक ही बार मे पूरा लंड मुँह मे लेके चूसने लगी,,भाभी शोबा को देख कर कुछ
हैरान हो गई ,,,

,वो शायद सोच रही थी जिस लंड को वो आधा मुँह मे नही ले पा रही उसको शोबा ने पहली बार मे
पूरा मुँह मे ले लिया था,,,,,,,शोबा ने लंड को 1-2 मिनट चूसा ऑर फिर मुँह से बाहर निकाल दिया उसके पीछे हट-ते
ही भाभी ने सर नीचे झुका लिया ऑर लंड को मुँह मे भर लिया ,,,वो लंड को मुँह मे लेके चूसने लगी लेकिन अब भी 6
इंच से ज़्यादा नही ले पा रही थी वो कोशिश तो कर रही थी लेकिन जब भी वो ज़्यादा लंड लेने लगती उनको खाँसी शुरू
हो जाती,,,,,,अभी भी मेरा एक हाथ भाभी के बूब्स पर था ऑर एक भाभी की चूत पर,,,,

कुछ देर बाद शोबा ने भाभी को मेरे लंड से हटा दिया ऑर देखते ही देखते अपनी टाँगे खोल कर मेरे उपर
चढ़ गई ऑर लंड को अपनी चूत मे ले लिया,,,ऑर तेज़ी से उपर नीचे उछलने लगी ,,साथ ही भाभी को किस करने लगी ,,मेराहाथ भाभी की चूत पर था अपने हाथ को चूत से निकाला ऑर भाभी को उनकी गान्ड के पास से पकड़ कर अपनी तरफखींच लिया इस से पहेल भाभी को कुछ पता चलता मैने भाभी को अपने सर के उपर खींच लिया ऑर भाभी की 
टाँगो को खोल कर भाभी की चूत को अपने लिप्स के पास कर लिया ऑर एक ही पल मे भाभी की चूत को मुँह मे भरके
चूसने लगा,,,,,मैं बेड पर लेटा हुआ था भाभी मेरे सर के उपर थी ऑर मैं उनकी चूत को चूस रहा था दूसरी
तरफ शोबा मेरे लंड पर बैठ कर तेज़ी से उपर नीचे उछल रही थी ऑर मेरे लंड की सवारी करती हुई भाभी को किस कर
रही थी,,,मैने भाभी की चूत को चूस्ते हुए अपने हाथ भाभी के बूब्स की तरफ किए तो भाभी के बूब्स पर पहले
से ही शोबा के हाथ थे जबकि भाभी के हाथ दोनो बेड की तरफ थे ,,मैने अपने हाथों को शोबा के बूब्स की तरफ 
मोड़ दिया ,,लेकिन तभी मेरे हाथों को शोबा ने अपने हाथों से पकड़ा ऑर भाभी के बूब्स पर रख दिया मैने भी
एक ही पल मे भाभी के बूब्स को मसलना शुरू कर दिया,,,मैने भाभी की चूत को पूरा मुँह मे भरके चूस रहा
था ऑर भाभी के बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबा रहा था तभी भाभी ने मस्ती मे अपनी कमर ऑर गान्ड को हिलाना शुरू
कर दिया जिस से उनकी गान्ड मेरे लिप्स पर रग्गड़ खाने लगी,,,,भाभी अपनी गान्ड को आगे पीछे करके अपनी चूत को 
मेरे लिप्स पर रगड़ने लगी ,,,,,,
Reply
12-21-2018, 01:30 AM,
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
कुछ देर ऐसे ही मस्ती करने के बाद शोबा मेरे उपर से उतर गई ऑर उसने भाभी को भी मेरे उपर से हटा दिया ऑर
जल्दी से कुतिया बनके झुक गई ऑर गान्ड को उठा कर मेरे सामने पेश कर दिया मैं भी उसकी बात समझ गया ऑर
जल्दी से अपने लंड को उसकी गान्ड मे घुसा दिया,,,,मेरा लंड उसकी चूत के पानी से चिकना हो गया था जो एक ही बार मे
पूरा उतर गया था उसकी गान्ड मे ,,,भाभी मेरे पास थी ऑर मेरे लंड को शोबा की गान्ड मे जाते देख थोड़ा डर गई 
थी क्यूकी मैने उसकी गान्ड देखती थी जो बिल्कुल टाइट थी शायद उसने कभी अपने पति से गान्ड चुदाई का मज़ा नही
लिया था,,,,इसलिए वो थोड़ा हैरान भी थी लंड को शोबा की गान्ड मे जाते देख कर,,,,लेकिन वो मस्ती मे भी थी इसलिए 
मेरे करीब आके खुद मेरे को किस करने लगी थी,,,मैने भी मस्ती मे पागल होके उनके लिप्स को खाना शुरू कर दिया
था ,,वो मुझे किस करते टाइम भी तिरछी नज़रो से मेरे बड़े मूसल को शोबा की गान्ड मे जाते देख रही थी,,तभी
एक दम से शोबा की सिसकियाँ निकलने लगी,,,,,,आआआआआआआअहह उुउऊहह
ीसससी हहिि जजूर्र ज्जूओर्र ससी छ्छूड्डू म्मूउज़्झहही बभ्ाईईईईई ऊओरर त्तीज्ज ऊऊओररर त्तीज्ज्ज ग्घुउस्साआ द्डू
आपपन्ना प्प्प्ूउर्रा म्मूऊस्साल्ल म्मीररीि गगाणन्दड़ म्म्महईए आहह ब्बाद्दा म्मांज़्जाअ आआआ
रर्राहहाअ हहाइईइ ब्बाहहिईिइ आहह ऊऊररर त्तीज्ज कककार्ररूव ब्बाहहिईिइ शोबा की सिसकियाँ सुनकर भाभी
ने जल्दी से मुझे किस करना बंद किया ऑर शोभा की तरफ भाग गई ऑर जाके शोबा को किस करने लगी,,,,

भाभी ने भी
मस्ती मे हम लोगो का साथ देना शुरू कर दिया था,,,,पहले खुद मुझे किस करने लगी थी ऑर अब शोबा को किस करने
लगी थी,,,,,,फिर कुछ देर किस करने के बाद भाभी शोबा के सामने लेट गई ओर अपनी टाँगे खोल दी ,,,,मैं भाभी 
के लेटने का मकसद समझ गया ऑर भाभी की तरफ देख कर हँसने लगा भाभी ने भी मेरी तरफ हसके देखा तभी 
शोबा भी पीछे मूड कर मुझे देखने लगी,,,,शोबा हंस कर मुझे ये बोल रही थी कि भाभी भी अब उनके साथ फुल
मस्ती के मूड मे आ गई है,,,,भाभी शोबा के सामने लेट गई ओर अपनी टाँगे खोल कर अपनी चूत शोबा के सामने
पेश करदी शोबा ने भी कोई देर किए बिना भाभी की चूत पर अपने लिप्स रख दिया ऑर चूत को चूसना शुरू कर दिया
,,भाभी ने अपने हाथों को अपने बूब्स पर रखा ऑर खुद ही मसल्ने लगी ऑर चूत चुसवाने का मज़ा लेते हुए तेज तेज
सिसकियाँ लेने लगी,,,,शोबा भी मस्ती मे भाभी की चूत को चूसने लगी थी ऑर मैं भी फुल मस्ती मे शोबा की गान्ड
को तेज़ी से चोदने लगा था,,,,,

कुछ देर बाद मैने सुना कि चूत चूस्ते हुए शोबा की दबी दबी सिसकियाँ निकलने लगी थी ऑर बदन झटके खाने 
लगा था उसका मतलब था वो झड़ने वाली थी तभी मैने अपने हाथ की 2 उंगलियाँ उसकी चूत मे घुसा दी ताकि उसको
झड़ने मे आसानी हो ऑर ऐसा ही हुआ 2 मिनट मे ही उसने पानी छोड़ना शुरू कर दिया ,,पानी निकल जाने के बाद शोबा 
जल्दी से साइड हट गई ऑर मैं भाभी की तरफ बढ़ गया,,,भाभी टाँगे खोल कर लेटी हुई थी ऑर उनकी चूत मेरे सामने
थी मैने जल्दी से लंड को उनकी चूत मे घुसा दिया ऑर एक ही पल मे पूरी तेज़ी क साथ उनकी चूत को चोदना शुरू कर
दिया भाभी तो पहले से मस्ती मे थी लेकिन मेरे करीब आते ही वो थोड़ा शरमा गई ऑर अपने सर को दूसरी तरफ टर्न
करने लगी तो मैने भाभी के सर को दोनो हाथों से पकड़ा ऑर अपने लिप्स को उनके लिप्स मे जकड लिया,,,भाभी मुझे
देख कर तो शरमा रही थी लेकिन किस करने मे ज़रा भी नही शरमा रही थी,,,लिप्स मे लिप्स जकड़ते ही मैने तो भाभी
को किस करना शुरू किया था लेकिन भाभी ने तो मेरे लिप्स को निचोड़ना शुरू कर दिया था ,,वो मस्ती मे पागल होके
मेरे लिप्स को खा जाने वाले अंदाज़ से चूसने लगी थी,,,,कुछ देर पहले जो शरमा रही थी अब वो मैदान मे 
मेरा पूरा साथ देने लगी थी ऑर मेरी पीठ पर अपने हाथ रख कर मुझे तेज़ी से उपर नीचे होके धक्का लगाने का
इशारा कर रही थी,,मैने भी भाभी को किस करते हुए अपने हाथ बेड पर रखे ऑर बेड का सहारा लेके खुद के जिस्म को
भाभी के जिस्म से थोड़ा उपर उठा लिया ऑर तेज़ी से धक्के मारने लगा,,,मेरे उपर उठते ही भाभी को अपने हाथ मेरी
पीठ पर ले जाने मे थोड़ी मुश्किल हो रही थी इसलिए उन्होने अपने हाथ मेरी चेस्ट पर रख दिए ऑर हल्के हल्के मेरी
चेस्ट को सहलाने लगी लेकिन तभी मुझे एक ज़ोर का झटका लगा,,,

भाभी ने मेरी चेस्ट को सहलाते हुए मेरे निपल को
सहलाना शुरू कर दिया ऑर फिर मेरी निपल्स की छोटी छोटी कॅप्स को अपनी उंगलियों मे पकड़ कर ज़ोर से दबा दिया,,,मेरी
दर्द से बुरी हालत हो गई ओर मेरे मुँह से आहह निकलती निकलती रह गई लेकिन उस दर्द मे एक अजीब सा मज़ा आया मुझे ऑर मैने भाभी के लिप्स को हल्के दाँतों से काट दिया मेरे इस पागलपन ने भाभी को ओर भी ज़्यादा पागल कर दिया
ऑर वो बारी बारी से थोड़ी देर रुक रुक कर मेरे निपल्स की कॅप को उंगलियों मे जकड कर दबाने लगी,,मेरी मस्ती अब अपने पूरे जोश मे पहुँच गई थी ऑर मेरी स्पीड भी पूरे जोरो पर थी,,,

कुछ देर ऐसे ही भाभी को चोदने के बाद मैं भाभी के उपर से उतरा ऑर भाभी को बेड पर झुका दिया ,,,,,,,, तभी
शोबा उठी जो अब तक फिर से मस्ती मे आ गई थी शायद,,,,,मैने भाभी के पीछे जाके अपने लंड को फिर से उनकी चूत 
मे घुसा दिया इतने मे शोबा मेरे पास आ ऑर मुझे किस करने लगी,,मैं शोबा को किस करता हुआ भाभी की टाइट
गान्ड को देख रहा था शोबा ने भी मुझे भाभी की गान्ड को देखते पकड़ लिया ऑर हँसने लगी तभी मैने अपनी
एक उंगली भाभी की गान्ड पर रखी लेकिन शोबा ने मुझे मना कर दिया,,,फिर मुझे हल्की किस करके शोबा बेड से 
नीचे उतर गई ऑर रूम से बाहर चली गई ,,,मैं ऑर भाभी शोबा को रूम से जाते देख रहे थे ,,,फिर भाभी ने
एक बार पीछे मूड कर मेरी तरफ देखा मानो पूछ रही हो कि सन्नी ये शोबा कहाँ गई है,,,मैने भी नज़रो ही नज़रो
मे इशारा कर दिया कि मुझे नही पता,,ऑर फिर से भाभी की चुदाई करने लगा तभी दरवाजे की तरफ देखा तो शोबा 
वापिस आ गई ऑर आके बेड पर चढ़ गई लेकिन इस बार वो मेरे करीब नही भाभी के करीब बैठ गई थी ,,,तभी मैने
उसके हाथ की तरफ देखा तो उसके हाथ मे एक नकली लंड था रब्बर वाला,,,,उसने वो लंड भाभी के सामने किया तो भाभी
देख कर कुछ समझ नही पाई ,
Reply
12-21-2018, 01:31 AM,
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
शोबा ने भाभी की हल्की किस की फिर नकली लंड को भाभी के लिप्स के पास कर दिया इस
से पहले भाभी कुछ समझ सकती शोबा ने लंड को थोड़ा ऑर आगे किया तो मस्ती मे खुद-ब-खुद भाभी का मुँह खुल
गया ऑर नकली लंड भाभी के मुँह मे चला गया,,,शोबा ने कुछ पल वो लंड भाभी कर मुँह मे आगे पीछे किया ,,वो
लंड बहुत पतला था ऑर करीब 6 इंच लंबा था,,,,,,कुछ देर शोबा अपने हाथ से लंड को भाभी के मुँह मे आगे 
पीछे करती रही फिर लंड को भाभी के मुँह मे ही रख कर मेरे करीब आ गई,,,मैने देखा की भाभी ने खुद अपने
हाथ से उस नकली लंड को पकड़ा ओर अपने मुँह मे आगे पीछे करने लगी ऑर चूसने लगी,,,शोबा ने पीछे आके भाभी की
गान्ड पर थूक लगा दिया ऑर एक उंगली से भाभी की गान्ड वाले होल को सहलाने लगी भाभी ने पीछे मूड के शोबा
की तरफ देखा मानो वो शोबा को एसा करने से मना कर रही हो,,,,भाभी को इसलिए पता चला कि वो हाथ शोबा का था 
क्यूकी मेरे दोनो हाथ तो भाभी की कमर पर थे ,,,,,,,भाभी ने शोबा को मना किया लेकिन शोबा ने हाथ हटाने की 
जगह अपनी एक उंगली गान्ड मे घुसा दी,,,भाभी की आहह निकल गई ऑर नकली लंड उनके मुँह से बाहर निकल
कर बेड पर गिर गया ,,,भाभी ने एक पल के लिए शोबा की तरफ देखा तो शोबा ने वो लंड फिर से उठा कर भाभी के 
मुँह मे डाल दिया,,,,भाभी ने फिर से लंड को अपने हाथ मे पकड़ा ऑर शोबा को ना मे सर हिला कर इशारा करने लगी
कि गान्ड मे उंगली मत डालो लेकिन शोबा ने भाभी की बात को नज़रअंदाज़ कर दिया ऑर उंगली को भाभी की गान्ड मे 
घुसा दिया ऑर हल्के से आगे पीछे करने लगी उंगली पर थूक कम लगा हुआ था इसलिए शोबा ने झुक कर थोड़ा थूक
गान्ड पर उगल दिया ऑर उंगली से थूक को गान्ड मे भरने लगी उसने 3-4 बार काफ़ी सारा थूक उगला भाभी की गान्ड
पर ऑर थूक को उंगली से भाभी की गान्ड मे भर दिया इस से काफ़ी थूक उसकी उंगली पर भी लग गया अब गान्ड ऑर उंगली दोनो थूक से चिकनी हो गई थी ऑर शोबा ने उंगली को थोड़ा तेज़ी से गान्ड मे पेलना शुरू कर दिया ,,,मेरी भी स्पीड
तेज थी भाभी को चोदने की ऑर साथ ही भाभी भी मस्ती मे अपने हाथ मे पकड़े लंड को तेज़ी से मुँह मे अंदर बाहर
करने लगी थी,,,,,भाभी को कुछ ज़्यादा ही मस्ती चढ़ने लगी थी क्यूकी लंड मुँह मे होने के बावजूद उनकी सिसकियों की
आवाज़ बहुत तेज थी,,,,,

शोबा भाभी की गान्ड मे उंगली करते टाइम मुझे किस करने लगी लेकिन जब उसने देखा कि भाभी की सिसकियों की आवाज़ तेज हो गई है तो उसने जल्दी से अपनी एक ऑर उंगली घुसा दी भाभी की गान्ड मे ,,,भाभी हल्की उछल गयी ऑर आगे की तरफ होने लगी लेकिन मेरी पकड़ मजबूत थी भाभी की कमर पर मैने भाभी को आगे नही होने दिया,,,शोबा ने 2 उंगलिया 
घुसा कर पहले तो धीरे धीरे फिर थोड़ी तेज़ी से उंगलियों को गान्ड मे पेलना शुरू कर दिया,,करीब 10 मिनट
तक मैं भाभी की चूत मारता रहा ऑर शोबा भाभी की गान्ड मे उंगली करती रही ,,जब भाभी की गान्ड कुछ हद '
तक खुल गई तो शोबा ने भाभी के हाथ से वो नकली लंड पकड़ कर उनके मुँह से निकाल दिया ,,,वो लंड थूक से अब
काफ़ी चिकना हो गया था ,,,शोबा ने उस लंड को हाथ मे पकड़ा ऑर भाभी की गान्ड पर रखा ,,,भाभी समझ गई कि
अब शोबा क्या करने वाली है इसलिए उसने आगे होने की कोशिश कि लेकिन मैं भी भाभी की हरकत समझ गया था इसलिए भाभी को पहले ही कस चुका था अपनी बाहों मे,,,,शोबा ने लंड को हाथ मे पकड़ा ऑर उंगलियों को बाहर करते 
हुए लंड को गान्ड के होल पर रखा ,,जैसे ही उंगलियाँ बाहर निकली लेकिन उंगलियों की वजह से गान्ड थोड़ी खुली हुई
थी शोबा ने इसी बात का फ़ायदा उठाते हुए नकली लंड को भाभी की गान्ड मे घुसा दिया,,,,मुझे लगा था भाभी
अब फिर से हवा मे उछलेगी ऑर आगे होने की कोशिस करेगी लेकिन भाभी ने ऐसा नही किया बल्कि लंड गान्ड मे घुसते
ही उनके मुँह से एक मीठी ऑर हल्की दर्द भरी आहह ज़रूर निकली,,,,उस आह मे दर्द कम था जबकि मस्ती कुछ ज़्यादा थी,,


भाभी को लंड गान्ड मे लेके मज़ा आया था,,,,उंगली की वजह से गान्ड थोड़ी खुल गई थी इसलिए भाभी को कुछ ख़ास
दर्द नही हुआ लंड गान्ड मे घुसते टाइम,,,,ऑर साथ ही मैं भाभी की गान्ड की चुदाई कर रहा था इस लिए मस्ती ने 
भी दर्द को थोड़ा कम कर दिया था ,,,,शोबा ने नकली लंड को हल्के हल्के आगे पीछे करना शुरू किया ऑर तभी भाभी
की सिसकियाँ निकलनी शुरू हो गई,,,,,,भाभी आज पहली बार 2 लंड का मज़ा ले रही थी ,,,भाभी की सिसकियाँ तेज होने लगी 
जैसे जैसे शोबा ने नकली लंड की स्पीड तेज की उनकी गान्ड मे ,,,,,मैने शोबा को इशारा किया कि नकली लंड बाहर करे
भाभी की गान्ड से मुझे भाभी की गान्ड मारनी है लेकिन शोबा ने मुझे मना कर दिया,,,,मैने फिर इशारा किया
कि मैं झड़ने वाला हूँ ऑर अपना माल भाभी की गान्ड मे निकाला चाहता हूँ तो शोबा ने मुझे अपना पानी 
भाभी की चूत मे निकालने को बोला,,,,मेरा हालत काफ़ी खराब हो गई थी मैं मस्ती के लास्ट चरम पर पहुँच गया
था अब रुकना मुश्किल था लेकिन फिर भी भाभी की टाइट गान्ड देख कर मैं भाभी की गान्ड मे ही पानी निकालना
चाहता था,,,,शोबा के मना करने से थोड़ा उदास हो गया लेकिन स्पीड कम नही की,,मैं समझ गया था कि भाभी
की गान्ड अभी तैयार नही हुई मेरे लंड के लिए इसलिए शोबा ने मुझे मना किया था,,मैने उसकी बात मानते हुए तेज़ी से
झटके मारते हुए अपने पानी को भाभी की चूत निकाल दिया,,,,मैने देखा कि उससी टाइम भाभी ने भी तेज़ी से सिसकियाँ 
लेते हुए पानी निकालना शुरू कर दिया था,,,,मेरा सारा पानी निकलते ही मैं साइड पर गिर गया ऑर भाभी भी बेड पर गिर
गई लेकिन शोबा अभी तक भाभी की गान्ड मे नकली लंड को हल्के से आगे पीछे करने मे लगी हुई थी ऑर लंड को ऐसे ही आगे पीछे करते हुए वो मेरे लंड के करीब आ गई ओर मेरे लंड पर लगे पानी को चाटने लगी फिर मेरे लंड को मुँह
मे भर लिया ऑर चूस्ते हुए सॉफ करने लगी और लंड पर लगे पानी को पीने लगी,,,,इस बीच उसने नकली लंड से हाथ हटा लिया ऑर मेरे लंड को पकड़ कर हल्के से मसल्ते हुए चाटने लगी ऑर चूस्ते हुए सॉफ करने लगी,,,वो नकली लंड अभी भी
भाभी की गान्ड मे घुसा हुआ था ऑर भाभी बेड पर लेट कर तेज़ी से साँसे ले रही थी,,,,मेरा लंड सॉफ करके शोबा
ने नकली लंड को भाभी की गान्ड से निकाल लिया ऑर उसको भी चाट कर सॉफ कर दिया ऑर हम दोनो के बीच मे लेट गई....

कुछ देर बाद भाभी उठी ऑर रूम से बाहर चली गई ,,,,,,वो बाथरूम गई थी,,,,इतनी देर मे शोबा मेरे करीब आ
गई ऑर मुझे चेस्ट पर किस करने लगी साथ ही अपने हाथ से मेरी चेस्ट को सहलाने लगी,,,,,
Reply
12-21-2018, 01:32 AM,
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
क्यूँ सन्नी मज़ा आया भाभी की चुदाई करके,,,,,उसके चेहरे पर हल्की मुस्कान थी ऑर उसने मुझे आँख मारते हुए
ये बात पूछी थी,,,,,

मैने भी हंस के उसकी बात का जवाब दिया,,,,,,,हाँ दीदी बहुत मज़ा आया,,,,,,,लेकिन पहले ज़्यादा मज़ा नही आया था वो तो
जब आप भी हम दोनो का साथ देने आई तो ज़्यादा मज़ा आया,,,,,,लेकिन दीदी अपने मुझे भाभी की गान्ड क्यूँ नही मारने
दी,,,

सन्नी अभी भाभी की गान्ड मे कभी लंड नही गया है ,,,बहुत टाइट है उनकी गान्ड ,,,,तू फ़िक्र मत कर आज पूरी रात 
अपनी है मैं पूरी रात मे भाभी की गान्ड को तेरे लिए तैयार कर दूँगी,,,,,,

क्या सच मे दीदी,,,,,,,,तो क्या मैं रात को उनकी गान्ड मांर सकता हूँ,,,,,,,,,,मैने एग्ज़ाइट होके पूछा,,,,

नही सन्नी आज नही फिर कभी,,,,,,,,,,आज तो गान्ड को तैयार करूँगी लेकिन चोदने नही दूँगी भाभी की गान्ड को,,,वो
बेचारी मजबूर है ,,थोड़ा तरस कर उसपे,,,,,,,थोड़ा टाइम दे उसको वो खुद ही तैयार हो जाएगे तेरे से गान्ड मरवाने 
के लिए,,,,लेकिन आज नही ,,,,,,,,दीदी ने मुझे हल्की किस करते हुए बोला,,,,,,,,,,

ठीक है दीदी,,,,,,,,जैसा आप बोलो,,,,


तभी हम दोनो की नज़र दरवाजे की तरफ गई,,,,,भाभी हम दोनो की तरफ देख रही ऑर अभी भी हल्का सा शरमा रही
थी,,,,फिर भाभी ने अपने हाथ को अपनी चूत की तरफ किया ऑर चूत पर हाथ रगड़ कर उस हाथ को शोबा की तरफ
दिखा कर हल्के से मुस्कुराने लगी,,,भाभी के चहरे पर अजीब सी खुशी थी,,,,

शोबा ने भी भाभी की तरफ हसके देखा ,,

मैने भाभी के हाथ की तरफ देखा तो उनके हाथ मे मेरा स्पर्म लगा हुआ था ,,,वो मेरे स्पर्म से गीले हाथ को शोबा
को दिखा कर खुश हो रही थी,,,,,मैं कुछ कुछ तो समझ गया था उनकी खुशी की वजह,,,,,

भाभी हाथ ऐसे ही शोबा को दिखाती हुई हस्ती हुई ऑर मुझे देख कर शरमाती हुई बेड के करीब आ गई,,,

शोबा बेड से नीचे उतरी ऑर भाभी के पास चली गई,,,,,ऑर भाभी को हल्की किस करके भाभी के उस हाथ को अपने हाथ मे
पकड़ लिया जिसपे मेरे लंड का पानी लगा हुआ था,,,,,,

आपके काम तो आ गया ये अनमोल पानी लेकिन इस हाथ पे लगे पानी को जाया नही करना मुझे,,,,इतना बोल कर शोबा ने भाभी के हाथ पर लगे मेरे स्पर्म को अपनी ज़ुबान से चाटना शुरू कर दिया,,,भाभी बड़ी हैरत से शोबा की तरफ
देख रही थी,,,शोबा ने भाभी के हाथ पर लगे स्पर्म को अच्छी तरफ चाट कर भाभी के हाथ को अच्छी तरह सॉफ
कर दिया,,,

ये क्या कर रही हो पगली,,,,,,ये गंदा है,,,,,,,,

नही भाभी ये गंदा नही ये तो अमृत है,,,,,,इसका स्वाद किसी औरत के मुँह लग जाए तो जन्नत का मज़ा देता है,,,फिर
शोबा हँसने लगी,,,,

सही कहा तूने ये अमृत है,,,,,बस ये अमृत अब मेरे काम आ जाए,,,,,भाभी ने थोड़ा उदास होके सर झुका कर बोला

अरे भाभी उदास मत हो ये जवान लंड का अमृत है आपके कम ज़रूर आएगा,,,,इतना बोलके शोबा ने भाभी को बेड 
पर मेरे करीब बिठा दिया,,,भाभी कुछ शरमा रही थी मेरे से,,,,,,,,

अब क्यू शरमा रही हो भाभी,,,,इतनी देर से मस्ती कर रही थी सन्नी के साथ ऑर अभी भी शरमा आरही हो,,,,अब ये शरम
ऑर डर को निकाल दो अपने मन से ऑर मस्ती करो हम लोगो के साथ,,,,

शोबा मैं मस्ती करने नही आई तू जानती है,,,,,मैं तो बस,,,

जानती हूँ भाभी लेकिन अगर इसी बीच थोड़ी मस्ती हो जाए तो क्या हर्ज है,,,,,

हर्ज है शोबा ,,,,,मैं तो तुम लोगो की दूर की भाभी हूँ लेकिन तुम दोनो तो भाई बेहन हो,,,,,तुम लोगो को शरम 
नही आती ये सब करते,,,,ज़रा भी नही सोचा तुमने कि ये तुम्हारा भाई है जिसके साथ तुम ये सब कर रही हो,,,,,

भाभी किसी लंड या चूत पे कोई नाम नही लिखा होता ना ही कोई रिश्ता लिखा होता है,,,,,,

लेकिन फिर भी तुम लोगो को ज़रा भी एहसास नही कि आज तुम लोगो ने जो किया वो ग़लत है,,,,

भाभी आज ही क्या हमने तो कभी नही सोचा कि जो कर रहे है वो ग़लत है,,,,,,

क्या मतलब,,,,,,क्या तुम दोनो पहले से ये सब करते आ रहे हो,,,,,,हयी राम क्या बोल रही हो तुम शोबा,,,,,

हाँ भाभी,,,,तो इसमे क्या बड़ी बात है,,,,आप भी तो आज अपनी मजबूरी के लिए यहाँ आई हो,,,,ये तो अच्छा हुआ मैने 
सन्नी को तैयार का लिया आपकी मजबूरी दूर करने के लिए अगर ये नही होता तो आप भी किसी गैर मर्द से चुदवाने को
तैयार थी ना,,,ऑर सोचो ज़रा कि वो गैर मर्द आपकी मजबूरी दूर करते करते आपकी मजबूरी का हद से ज़्यादा फ़ायदा उठा 
लेता,,,,,आपको ब्लॅकमेल करता,,,,या बदनाम कर देता,,,,,

भाभी शोबा की बात बड़ी गौर से सुन रही थी,,,,,

बोलो भाभी,,,,अगर कोई गैर मर्द होता तो,,,,

सही कहा शोबा ,,,,कोई ऑर होता तो कुछ भी करसकता था,,,मुझे बदनाम भी कर सकता था,,,,मुझे तो सोच कर
ही डर लगता है,,,,,

बस यही वजह है भाभी कि मैं भी सन्नी के साथ चुदाई करती हूँ,,,,,क्यूकी चढ़ती जवानी मे लड़का हो या लड़की
दोनो के कदम बहक जाते है ऑर दोनो चुदाई के लिए पागल होते है,,फिर पागलपन मे इधर उधर मुँह मारते है,,
बाहर मुँह मारने से बदनाम होने का डर रहता है,,,,ज़रा सोचो कि अगर आपको चुदाई का मज़ा घर से ही मिलने लगे
तो ना किसी का डर ऑर जब दिल करे तब मस्ती करो,,,,,


मैं दोनो की बातों को आराम से लेट कर सुन रहा था,,,,तभी मैं बीच मे बोल पड़ा,,,,

अरे दीदी अब मुझे भी तो बताओ कि भाभी की मजबूरी क्या थी,,,,

उस से क्या पूछ रहे हो सन्नी मैं बताती हूँ,,,,,,,,,,भाभी ने मेरी तरफ चेहरा किया ऑर हँसके मुझे देखा,,,
उनके चेहरे पर अब डर या शरम नही थी शायद शोबा की बातें सुनकर डर ऑर शरम दूर भाग गई थी,,,,

सन्नी मेरे पति मे बच्चा पेदा करने की हिम्मत नही है,,,इसलिए मेरे घर मे हर दिन फाइट होती थी,,,,

लेकिन भाभी जहाँ तक मैने सुना था एक बार आप प्रेग्नेंट हुई थी,,,,

तभी शोबा बोल पड़ी,,,,,,,,,,,,,एक बार नही सन्नी,भाभी 3 बार प्रेग्नेंट हुई है,,,,,,,,,,

भाभी ने शोबा को चुप रहने का इशारा किया लेकिन शोबा चुप नही हुई,,,,

लेकिन दीदी ये तो बोल रही है कि सूरज मे बच्चा पेदा करने की ताक़त नही है फिर ये 3 बार प्रेग्नेंट कैसे हो गई,,

सूरज मे बचा पेदा करने की हिम्मत है सन्नी,,,,,लेकिन लड़का पेदा करने की नही,,,,

मैं हैरान हो गया क्यूकी मुझे उनकी बातें समझ नही आ रही थी,,,,,,

क्या बोल रही हो दीदी मैं कुछ समझा नही,,,,,,,,,,

सूरज ने भाभी को 3 बार प्रेग्नेंट तो किया है सन्नी लेकिन हर बार भाभी को अबॉर्षन करवाना पड़ा,,,,,

अबॉर्षन का नाम सुनके मैं चोंक गया ओर भाभी की तरफ देखने लगा,,,भाभी की आँखों मे आँसू आ गये
थे ऑर वो शोबा को चुप रहने को बोल रही थी,,,,,,

सूरज बाप बन सकता है सन्नी लेकिन हर बार भाभी के पेट मे लड़की जनम लेने लगी थी जबकि सूरज ऑर उसके घर
वालो को अपनी बहू के पेट से पहली औलाद लड़का चाहिए,,,,वो लोग कहते है कि पहली औलाद घर मे लड़का ही होगी 
इसलिए उन लोगो ने 4 साल मे भाभी का 3 बार अबॉर्षन करवा दिया था,,,,

मैं थोड़े गुस्से मे बोला,,,,,,,बस्टर्ड,,,,,,,,,,,,,,,कैसे लोग है वो दीदी जो आज भी लड़का ऑर लड़की मे इतना फ़र्क करते है
अनपढ़ ऑर जाहिल लोगो मे तू ऐसा सुना था लेकिन आजकल की मॉडर्न ऑर हाइ सोसाइटी के लोग भी ऐसे बातों को मानते है,,,

सूरज तो पड़ा लिखा वेल अडुकटेड है ,,,,ऑर उसका बाप भी,,,,,आप भी तो पड़ी लिखी हो भाभी फिर अपने कैसे उनकी बात
मान ली ऑर अबॉर्षन करवा लिए,,,,वो भी 1 नही 3-3 अबॉर्षन,,,,,,,,,,,

सही कहा सन्नी,,,,,,वो लोग पड़े लिखे अनपढ़ ऑर जाहिल लोग है जो लड़का ऑर लड़की मे फ़र्क करते है,,,,लेकिन इसमे भाभी का कोई क़सूर नही है,,,ये तो बेचारी अपने सास ऑर ससुर के डर से चुप चाप अबॉर्षन करवाती रही ,,ऑर जब इस बार इसने प्रेग्नेंट होने से मना किया तो उन लोगो ने इसके साथ बहुत मांर पीट की,,,,,,,,,,तभी तो कविता भी अपने घर आके रो रही थी 

उस दिन जब मैं सोनिया के साथ कविता के घर गई थी,,ऑर फिर वहाँ जाके मैने कविता की मोम को पोलीस मे शिकायत
करने की धमकी दी थी,,,तब जाके वो लोग कुछ ठीक हुए,,,,,

हाँ सन्नी,,,,,शोबा ने उनको पोलीस का डर दिखाया तो कहीं जाके मेरा ऑर कविता का जीना सुखी हुआ उस घर मे,,मैं
पड़ी लिखी ज़रूर हूँ सन्नी लेकिन अपने सार ससुर के सामने बोलने की हिम्मत नही होती थी मेरी,,,,एक बार जब हिम्मत
करके बोलने की कोशिश की तो उन लोगो ने मुझे ऑर कविता को बहुत मारा ,,क्यूकी कविता भी अपने माँ बाप के खिलाफ मेरा साथ दे रही थी,,,,,भाभी रोते हुए बोलती जा रही थी,,,,
Reply
12-21-2018, 01:32 AM,
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
तभी मुझे याद आया कि उस दिन जब मैं भाभी कि घर गया था तो कविता के फेस पर भी मांर के निशान थे,,,ऑर गेट
पर खड़ी होके शोबा दीदी किसी को फोन करने की धमकी दे रही थी जब कविता की मोम ने हाथ जोड़ कर शोबा से माफी
माँगी थी ऑर उसके मोबाइल को हाथ से पकड़ कर डायल किया हुआ नंबर डिसकनेक्ट कर दिया था तब शायद शोबा दीदी 
पोलीस को फोन करने की धमकी ही दे रही थी कविता की मोम को,,,,,

लेकिन भाभी आपने इस बारे मे अपनी फॅमिली को कुछ क्यू नही बोला,,,,,

मैं क्या करती सन्नी,,,,मेरे घर मे मेरे माँ बाप एक सिवा कोई नही है,,,वो लोग बहुत ग़रीब है,,,मेरे पापा उसी
फॅक्टरी मे एक छोटे से मुलाज़िम है जहाँ मेरे ससुर मनेजर की पोस्ट पर है,,,,,अगर मैं अपने माँ बाप को सब
बता देती तो मेरा ससुर मेरे बाप को नौकरी से निकाल देता ऑर इस उमर मे उनको दूसरी नौकरी कहाँ से मिलती,,,वैसे भी
मैं अपनी ससुराल को बेइज़्ज़त नही करना चाहती थी क्यूकी अगर उनको बेइज़्ज़त करती तो साथ मे मैं ओर मेरी फॅमिली भी बदनाम हो जाती,,इसलिए मैं चुप चाप सब सहती गई,,,,,,

मुझे भाभी पर बहुत तरस आ रहा था,,,,,लेकिन साथ ही कविता के भाई सूरज पर गुस्सा,,,,,,

सूरज तो पढ़ा लिखा है भाभी,,,उसको तो पता होना चाहिए कि माँ के पेट मे जो बच्चा है वो लड़का होगा या लड़की ये
डिपेंड करता है मर्द के स्पर्म पर उसके हार्मोंस पर,,,,साइन्स ने भी साबित किया है कि 98 % मेल ही ज़िम्मेदार होता
है किसी औरत के पेट मे पलने वाले बच्चे के लिंग पर,,,,,कि वो बच्चा लड़का होगा या लड़की,,फिर सूरज को ये बात क्यू
नही पता,,,,आपका अबॉर्षन करवाने से पहले या आप पर गुस्सा करने से पहले सूरज को खुद पर गुस्सा होना चाहिए कि
उसके स्पर्म मे इतनी ताक़त नही कि वो लड़का पेदा कर सके,,,,मुझे तो गुस्सा आ रहा है सूरज पर,,,,,

अब गुस्सा करने से क्या फ़ायदा सन्नी ,,,,अब तो सब कुछ हो गया,,,,,इसलिए तो मैं तेरे को यहाँ लेक आई ताकि तू अपने 
स्पर्म से भाभी की गोद को भर सके ,,,,ऑर हो सकता है तेरे स्पर्म से भाभी को लड़का पेदा हो जाए,,,,शोबा ने
मेरी तरफ देखते हुए बोला,,,,,,,,,

लेकिन इस बात की क्या गारंटी है कि मेरे स्पर्म से भाभी को लकड़ा ही होगा,,,,,,,,अगर इस बार भी लड़की हुई तो क्या
आप इस बार भी अबॉर्षन करवा लोगि भाभी,,,,,,,,,,,

भाभी थोड़ा रोते हुए लेकिन गुस्से मे,,,,,,,,,,नही सन्नी इस बार मैं अबॉर्षन नही करवाउन्गी,,,,बहुत सह चुकी
हूँ मैं ,,,अब ऑर नही सहूंगी,,,,,

मैं ऑर शोबा भाभी की हिम्मत देख कर खुश हो गये,,,,,,ये हुई ना बात भाभी,,,,वैसे भी आपको कोई हक़ नही कि
आप किसी ऑर की ग़लती की सज़ा अपने आप को दो,,,,ऑर उन मासूम ज़िंदगियों को दो जिन्होने अभी तक जनम भी नही लिया है इस दुनिया मे,,,,,

हाँ भाभी,,,,अब ऑर सहने की ज़रूरत नही आपको,,,,अब मैं ऑर सन्नी भी आपके साथ है,,,,आपको डरने की कोई ज़रूरत नही
है,,,,,,

मेरी ओर शोबा की बातें सुनकर भाभी थोड़ा खुश हो गई,,,,,ऑर आँखों से आँसू पोछते हुए बोलने लगी,,,,,,
सही कहाँ सन्नी ऑर शोबा,,अब तुम दोनो मेरे साथ हो मुझे डरने की ज़रूरत नही,,,ऑर घर मे कविता मेरे साथ 
है इसलिए अब मुझे किसी का डर नही,,,,,

चलो छोड़ो इन बातों को भाभी,,,,थोड़ी मस्ती करते है अब ,,,शोबा ने महॉल को चेंज करने के लिए थोड़ा मज़ाक
मे बोला भाभी को लेकिन भाभी ने उस मज़ाक को सीरीयस लेते हुए शोबा को अपने करीब किया ऑर इसके लिप्स पर किस करनेलगी,,,,मैं ऑर शोबा एक दम हैरान रह गये भाभी के इस तरह पेश आने पर,,,,लेकिन हम दोनो खुश भी हो गये
थे ऑर मस्त भी,,क्यूकी जैसे भाभी ने शोबा को किस करना शुरू किया शोबा का हाथ मेरे लंड पर आ गया ऑर लंड
ने अंगड़ाई लेना शुरू कर दिया,,,,,,


तभी भाभी ने एक दम से शोबा को किस करना बंद किया,,,,,

क्या हुआ भाभी,,,,,,,,शोबा ने हैरत से पूछा,,,,

कुछ नही मैं सोच रही थी कि अब इतनी रात हो गई है ,,कविता ऑर घर वाले क्या सोच रहे होंगे कि मैं अब तक वापिस घर क्यू नही आई,,,,,

तभी शोबा हँसने लगी,,,,,,

हंस क्यू रही हो शोबा,,,,,,,

कुछ नही भाभी,,,,मुझे पता था कि जब सन्नी आपको देखेगा तो जल्दी जाने नही देगा यहाँ से ऑर आप भी सन्नी के लंड
की दीवानी हो जाओगी ऑर आपका भी दिल नही करेगा रात भर यहाँ से जाने को,,,इसलिए मैने आपकी सास को पहले ही फ़ोन कर दिया था कि आप मेरे साथ डॉक्टर के पास जा रही हो ऑर अगर हम लेट ही गये तो आप मेरे साथ मेरे घर पर रुकोगी,,,,

ये क्या किया तुमने,,,,,,,अगर कविता ने सोनिया को फोन कर दिया तो,,,,सब पंगा हो जाना है,,,,,भाभी डरते हुए बोल रही थी

कोई पंगा नही होगा,,,मैने कविता को सब समझा दिया था,,,,,,

इतना सुनते ही मेरी तो गान्ड ही फॅट गई,,,,साला इन लोगो ने कविता को भी सब बता दिया,,,मैं कैसे सामने जाउन्गा कविता के ऑर अगर कविता को सब पता चल गया है तो पक्का है सोनिया को भी पता चल गया होगा,,,,मेरी तो हालत ही बुरी हो गई थी ये सब सोच कर,,,,

क्या ,,,,,,,तुमने कविता को सन्नी के बारे मे सब बता दिया,,,,,,,भाभी ने हैरत से शोबा से पूछा,,,,

नही भाभी सन्नी के बारे मे नही,,,,बस आपकी प्राब्लम दूर करने के बारे मे,,,,उसको नही पता कि आपकी प्राब्लम दूर
करने वाला इंसान सन्नी है,,,

भाभी ने राहत की साँस ली ऑर मैने भी,,,,

इस से पहले भाभी कुछ ऑर बोलती शोबा ने वापिस भाभी को किस करने शुरू कर दिया ऑर फिर से मेरे लंड को भी
मसलना शुरू कर दिया,,,,,

उस रात मैने भाभी ऑर शोबा को 3 बार ऑर चोदा ऑर सारा पानी निकाला भाभी की चूत मे,,,,लेकिन भाभी ने मुझे
उस रात गान्ड नही मारने दी,,,,


=============================================================================

दोस्तो ये हॉट स्टोरी का हॉट अपडेट नही बल्कि एक मेसेज भी है उन घटिया लोगो के लिए जो लड़के की चाहत मे जनम
लेने से पहले ही लड़की को माँ की कोख मे मांर देते है,,,तरस आता है ऐसे घटिया लोगो पर ऑर गुस्सा भी बहुत आता है,,,,


दोस्तो साइन्स ने भी साबित कर दिया है कि माँ की कोख मे पालने वाला बच्चा लड़का होगा या लड़की ये मर्द के स्पर्म से तय होता है,,,,इसलिए आज के बाद अगर कोई मर्द अपनी पत्नी के अबॉर्षन करवाने के बारे मे सोचे तो उस साले हरामी को अपनी पत्नी के अबॉर्षन से पहले अपना लंड काट कर फेंक देना चाहिए,,,,जो साला एक लड़का पेदा नही कर सकता ऑर बदले मे अपनी पत्नी का अबॉर्षन करवा देता है वो मर्द मर्द नही ऑर जो मर्द नही उस को भला लंड की क्या ज़रूरत,,,,,काट के अपनी ही गान्ड मे ले लेना चाहिए वो लंड उस हरामी मर्द को,,,,,,,,,,,,,,,

सुबह उठा तो भाभी वहाँ से जा चुकी थी शोबा भी रूम मे नही थी,,,,,मैने बेड की तरफ देखा तो बेड शीट पर जगह-जगह
चूत ओर लंड का पानी गिरा हुआ था जो अब तक सूख चुका था लेकिन उस सूखे हुए पानी की खुश्बू अभी भी वैसी ही थी जब लंड ऑरचूत से निकलते टाइम थी,,,मैने बेड शीट को पकड़ा ऑर अपनी नाक के पास करके सूंघने लगा ,,,,उस मे से मेरे स्पर्म के साथ साथ भाभी ऑर शोबा की चूत के नमकीन पानी की मदहोश करने वाली खुश्बू आ रही थी,,,मैं उसको सूंघ सूंघ कर मन ही मन खुश होने लगा था,,,रात को मैने कामिनी भाभी ऑर शोबा को एक बेड पर चोदा था जिसकी खुशी अभी तक मेरे चेहरे पर थी,,ऑर लंड पर भी,,,,,तभी रूम मे शोबा दीदी आ गई ऑर मुझे बेड शीट सूंघते हुए देख कर हँसने लगी,,,,,

रात भर मेरी ऑर भाभी की चूत को चाट ऑर सूंघ कर थका नही क्या जो बेड शीट से चूत के पानी की खुशुबू ले रहा है,,,,

मैने बेड शीट को हाथ से छोड़ दिया ऑर दीदी की तरफ देखा,,,,,,,क्या करूँ दीदी तुम्हारी ऑर भाभी की चूत की खुश्बू है ही इतनी मस्त करने वाली कि क्या कहने,,,,देखो ज़रा अभी बेड शीट को ही सूँघा है तो ये हाल हो गया सोचो अगर सच मे आपकी ऑर भाभी की
चूत को फिर से सूंघ लूँ तो क्या होगा,,,,मैने अपने लंड की तरफ इशारा करते हुए बोला,,,,,मेरा लंड चूत से निकले पानी को
सूंघ कर ही मस्ती मे खड़ा हो चुका था,,,,,

हाइ राम तू इंसान है या घोड़ा,,,,रात भर इतनी चुदाई की फिर भी नही थका,,,,ऑर ये तेरा लंड तो कभी सोने का नाम ही नही लेता,,,इतना बोलते ही दीदी बेड पर आ गई ऑर लंड को हाथ मे लेके मसल्ने लगी ,,

मैने दीदी को सर से पकड़ा ऑर बेड पर लेटने लगा,,,,,,,,,,,,,

नही सन्नी अब ऑर नही,,,,,,,,,,वैसे भी मैं तैयार हो चुकी हूँ ,,,,,ऑर जल्दी उठ तुझे कॉलेज भी जाना है ,,,दीदी मेरे लंड को हाथ से मसल्ते हुए अपना ऑर्डर सुना रही थी,,,,

लेकिन दीदी इसका क्या करू मैं,,,,ये तो जब तक सोता नही मेरा उठने को दिल ही नही करना,,,,,

इसको एलाज़ है मेरे पास,,,,,,इतना बोलते ही दीदी ने मेरे लंड को ज़ोर से दबाया ,,,मेरी हल्की अहह निकल गई,,,,ऑर देखते ही देखते दीदी ने सर को झुका कर मेरे लंड पर किस करदी,,फिर एक के बाद एक 15-20 हल्की हल्की किस करने के बाद दीदी ने लंड को मुँह मे भर लिया ऑर चूसने लगी,,,में एक दम से मस्ती मे आ गया ऑर दीदी के सर पर हाथ रखके दीदी के सर को लंड पर दबाने लगा लेकिन तभी दीदी ने मेरी चेस्ट पर हाथ रखा ऑर मुझे पीछे धक्का देके बेड पर लेटा दिया,,,,,,,,ऑर फिर तेज़ी से अपने हाथ से लंड की मूठ मारते हुए बाकी के लंड पर भी तेज़ी से अपना मुँह उपर नीचे करके लंड को चूसने लगी,,,,ऑर मैं आराम से लेट कर लंड चुसाई का मज़ा लेने लगा,,,,,
Reply
12-21-2018, 01:32 AM,
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
करीब 10-15 मिनट बाद फुल मस्ती मे लंड ने पिचकारी मारना शुरू कर दिया ऑर सारा पानी दीदी के मुँह मे निकाल दिया,,दीदी ने पानी गले से नीचे गटक लिया ऑर लंड को अच्छी तरह चाट कर सॉफ कर दिया,,,जो थोड़ा बहुत पानी दीदी के लिप्स से बहता हुआ उनकी चिन पर आ गया था दीदी ने उंगली से उसको भी मुँह मे भर लिया ऑर एक भी बूँद स्पर्म की जाया नही होने दी,,,,,

चल अब उठ जल्दी से,,,,,अब तो ये भी सो गया हल्का होके आराम से,,,दीदी ने मेरे लंड की तरफ इशारा करते हुए बोला ऑर खुद उठके रूम से बाहर चली गई,,,,,,,

मैं भी उठा ऑर बाथरूम जाके फ्रेश होके तैयार हो गया,,,,दीदी ने नाश्ता बना दिया था ऑर हम लोग बाहर बैठ कर नाश्ता करने लगे,,,,

भाभी कहाँ है दीदी,,,,,,,,,,मैने नाश्ता करते हुए दीदी से पूछा,,,,

वो तो सुबह जल्दी ही चली गई सन्नी,,,,दीदी ने भी कॉफी का सीप लेते हुए बोला,,,,

अब वापिस कब आएगी भाभी,,,मेरा मतलब है दोबारा कभी आएगी चुदाई करने के लिए,,

वो दोबारा नही आएगी सन्नी तुझे तो पता है वो मजबूरी मे यहाँ आई थी,,,अब नही आएगी कभी,,,,वैसे तू क्यू दोबारा मिलना
चाहता है भाभी को,,,,,मज़ा आया क्या उनकी चूत मार कर,,,,,

हाँ दीदी बहुत मज़ा आया चूत मार के,,,,,,लेकिन अभी उनकी गान्ड नही मारी इसीलिए बेताब हूँ उनकी गान्ड मारने के लिए ,,,एक दम टाइट गान्ड थी उनकी,,,,देख देख कर ही लंड मे पानी आने लगा था,,,,,

हां ये बात तो सही बोली तूने सन्नी,,,,,,,,लगता है सूरज ने कभी गान्ड मे उंगली भी नही डाली होगी कामिनी भाभी की,,,एक दम टाइटगान्ड थी उनकी,,,,नकली छोटा लंड भी बड़ी मुश्किल से अंदर घुसा था,,,,,,लेकिन अब दोबारा कब आएगी ये नही बता कर गई भाई,, ऑर मुझे लगता भी नही वो दोबारा आएगी,,क्यूकी जिस काम के लिए आई थी वो तो पूरा हो गया,,,,

क्या बोल रही हो दीदी,,,,भला ऐसा हुआ है कभी जो चूत सन्नी के लंड का स्वाद चख चुकी हो वो दोबारा नही तडपे सन्नी के लंड को चखने के लिए,,,,,

ये बात तो बिल्कुल सही बोली तूने सन्नी,,,,,,,,हो सकता है वो दोबारा फिर मस्ती करने चाहे तेरे साथ,,,,,,,,,,लेकिन अब इन बातों को छोड़ ऑर जल्दी कर मुझे कॉलेज भी जाना है,,,,ऑर तूने भी तो जाना है,,,,,, अभी घर जाके हमें चेंज भी करना है,,,,,

तू घर जाके माँ को बोलना कि तू करण के घर से आ रहा था तो रास्ते मे मुझे भी बुटीक से लेता आया है,,,,इतना बोलते ही दीदी ने कॉफी कप टेबल पर रखा जो खाली हो चुका था,,,,मैं भी नाश्ता कर चुका था,,,,,

हम दोनो वहाँ से घर चले गये ,,,,,,,,,

घर पर सोनिया नही थी वो शायद कविता के साथ कॉलेज चली गई थी,,,,शोबा दीदी भी अपने रूम मे चली गई तैयार होने
मैं भी तैयार होके कॉलेज जाने के लिए नीचे आया तो नीचे माँ ने मुझे नाश्ते के बारे मे पूछा,,,,,

बेटा नाश्ता तो करता जा ,,,,,माँ नाश्ते की प्लेट हाथ मे लेके खड़ी हुई थी,,,,

माँ मैं नाश्ता करके आया हूँ करण के घर से,,,

इतना बोलके मैं जाने लगा तो माँ फिर से बोली,,,,,,,,,,,,,,,,आज कॉलेज जाना ज़रूरी है क्या,,,छुट्टी नही कर सकता आज,,,,,,,,,

मैं समझ गया माँ ऐसा क्यूँ बोल रही थी,,,लेकिन मेरा मूड नही था,,,,,,,,क्यूकी रात भर की चुदाई से मैं थक गया था,,,,,

नही माँ आज कॉलेज जाना बहुत ज़रूरी है,,,,,लेकिन हो सका तो जल्दी आ जाउन्गा,,,,मैने माँ को आँख मार दी ऑर माँ भी मेरी बात समझ कर हँस के मुझे देखने लगी,,,,,,,

मैं वहाँ से निकला ऑर कॉलेज चला गया,,,,

रास्ते मे मैने देखा कि करण एक लड़की को बाइक पर लेके जा रहा था,,,,वो मेरे पास से गुजर गया लेकिन उसने मुझे नही देखा,,लेकिन मैने उसको देख लिया था ऑर उस लड़की को भी,,,,वो लड़की वही थी जो उस दिन शिखा दीदी के साथ कॉलेज मे थी,,,,जिसको अमित ने धक्का देके नीचे गिरा दिया था,,,,,पहले सोचा कि इसका पीछा करूँ देखु ये कहाँ जा रहा है ऑर पता करूँ ये लड़की कॉन है,,,लेकिन बाद मे सोचा कि करण खुद ही मुझे सब बता देगा क्यूकी मेरा अच्छा दोस्त है,,,इसलिए मैं सीधा कॉलेज चला गया,,,,,,,,

बहुत थक गया था इसलिए क्लास मे नही गया ऑर कॉलेज की पार्क मे जाके बैठ गया,,,पेड़ के नीचे लेट गया ऑर आराम करने लगा,,रात भर सोया जो नही था,,,,,

अभी कुछ ही टाइम हुआ था आराम करते हुए तभी किसी कमिने की आवाज़ से आराम हराम हो गया,,,,,,,,,

क्या सन्नी भाई हमारी नींद हराम करके खुद आराम से सो रहे हो,,,,,,ये साला वही कुत्ता था,,,सुमित,,,,अमित का चमचा,,,,

अबे तेरे आराम को क्या हुआ है,,,,चारपाई मे ख़टमल है क्या तेरी,,,,,,,

उसने हँसते हुए मुझे देखा,,,,,साला हँसता हुआ भी कितना बुरा लगता था,,,अरे भाई जबसे आपकी वजह से अमित से पंगा लिया है उसने जीना मुश्किल कर दिया है मेरा,,,,रोज किसी ने किसी बता पे पंगा करता है,,,उसके साले भडवे दोस्त भी जीना मुश्किल कर रहे है मेरा ,,,,,,,,,,,,

पहले तो सोचा कि साले तू भी तो भड़वा था कभी अमित का,,,,जाके मर अब उसके हाथों,,,,,,,,,,,,,

क्यू क्या कहते है वो लोग तुझे,,,,,,,,,,,,,

अरे भाई क्लास मे भी तंग करते है,,,,कॅंटीन मे भी,,,,कहीं जीने नही देते मुझे,,,,कल मिलकर सबने ने बहुत मारा मुझे,,,,उसने अपनी टी-शर्ट उपर की ऑर पीठ पर मार के निशान दिखाने लगा,,,ऑर रोने लगा,,,,,,,,,,

साला इतना बड़ा होके लड़की की तरह रोता है,,,,कुछ तो शरम कर,,,,,,,

क्या करूँ भाई ,,जबसे आपका साथ दिया अमित के खिलाफ तब से रोज मरते है मेरे को,,एक दिन भी ऐसा नही जब किसी बता पे पंगा नही करते मेरे साथ,,,,

चल आज के बाद कोई हाथ नही लगाएगा तेरे को,,,,,

वो कैसे भाई,,,,,

अभी मैं बात कर ही रहा था कि करण भी वहाँ आ गया,,,,,

तू आज लेट क्यूँ आया है करण,,,,,,,,कहीं गया हुआ था क्या,,,,,,

हाँ भाई वो घर का कुछ समान लेके आना था इसलिए लेट हो गया,,,,,,,

करण ने मेरे से झूठ बोला,,,अभी साला लड़की के साथ घूम रहा था ऑर बोलता है घर का समान लेने गया था,,,मुझे अभी सुमितकी बातें सुनके अमित पर इतना गुस्सा नही आया था जितना करण का झूठ सुनके उसपे आया था,,,लेकिन मैं गुस्सा पी गया ,,,,

अरे इसको क्या हुआ है लड़की की तरह रो क्यूँ रहा है ये,,,,करण ने सुमित की तरफ उंगली करते हुए हँसते हुए मज़ाक मे बोला,,,,

कुछ नही करण भाई ,,,अमित ऑर उसके चम्चे तंग करते है इसको,,,,रोज किसी ना किसी बात मे पंगा करते है इसके साथ,,,,

सन्नी भाई ये भी तो उनका चमचा था कभी,,,अब क्या हुआ,,,,,

मैने करण को उस दिन की बात बोली जब सुमित ने अमित के खिलाफ हम लोगो का साथ दिया था,,,,,

ओह अच्छा इसलिए इसके दोस्त अब इसके दुश्मन बन गये है,,,,तो क्या हल निकाला इसकी परेशानी का सन्नी भाई,,,,

देखते है करण क्या होता है,,,चल कॅंटीन मे चलते है वहीं बैठ कर बात करते है,,,,

हम लोग कॅंटीन की तरफ जा रहे थे तभी मैने देखा कि अमित अपने कुछ दोस्तो के साथ खड़ा हुआ था,,,,मैं जान भूज कर
करण ऑर सुमित के साथ उसके करीब से गुजरा,,,,वो हम लोगो की तरफ देख रहा था ऑर ख़ासकर सुमित को गुस्से से देख रहा था,,,,

देख सुमित भाई आज के बाद तू सन्नी ऑर करण की गॅंग मे शामिल हो गया है,,,,अब अगर तुझे किसी ने हाथ भी लगाया तो उसको बोल देना कि तू हमारी गॅंग का बंदा है,,,,ऑर अगर इसके बावजूद भी किसी ने तेरे से पंगा किया तो हमको बोल देना,,,ऐसी माँ चोदेन्गे उस कमिने की सारी उमर याद रखेगा,,,,,मैं इतना सब गुस्से मे बोल रहा था ऑर अमित मेरी तरफ देख रहा था लेकिन वो कुछ बोला नही क्यूकी वो मेरे गुस्से से अच्छी तरह वाकिफ़ था,,,,वो तो उल्टा अपने दोस्तो एक साथ वहाँ से चला गया,,,,जब सुमित ने देखा कि मेरी बात सुनके अमित वहाँ से भाग गया तो वो बहुत खुश हुआ,,,,
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