Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
12-20-2018, 03:55 PM,
#91
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
मैने टी-शर्ट के अंदर बनियान नही पहना था ऑर टी-शर्ट निकलते ही मेरा
उपर वाला जिस्म नंगा हो गया था ऑर दीदी ने मेरी चेस्ट पर हाथ घुमाना शुरू कर दिया था,,,तभी दीदी ने
मेरी पीठ सोफे की बॅक से लगा दी ऑर खुद अपनी टाँगे क्रॉस करके मेरे उपर बैठ गई ऑर फिर से मेरे लिप्स को
अपने लिप्स से जाकड़ कर प्यार से मस्ती भरी किस करने लगे,,,,,,,,,,हम ऐसे प्यार से मस्ती भरी किस कर रहे
थे जैसे कि हमे कोई जल्दी ही नही थी ऑर ना ही किसी के आने का डर था ,,,,


दीदी किस करते हुए अपने हाथों को मेरी चेस्ट पर घुमा रही थी ऑर मैं भी अपने हाथों से दीदी की गर्देन
से लेके उनकी कमर तक जहाँ पेंटी पहनी हुई थी वहाँ तक अपने हाथ घुमाने लगा ,,ऑर कभी कभी दीदी
के बूब्स को भी हल्के से ब्रा के उपर से दबा देता,,दीदी भी उसी टाइम मेरी निपल्स की छोटी छोटी घुंडीयों को
उंगलियों से दबा देती ,,,हम दोनो बड़े प्यार से एक दूसरे के लिप्स को चूस रहे थे ,,कभी दीदी मेरे लोवर
लिप्स को ऑर मैं उनके अपार लिप्स को चूस्ते फिर कभी दीदी मेरे अपर लिप्स को ऑर मैं दीदी के लोवर लिप्स को चूसने
लग जाता फिर कभी कभी दीदी अपनी ज़ुबान को मेरे मूह मे घुसा देती ओर मेरे मूह के हर कोने को ज़ुबान
से टच करने की कोशिश करती ऑर मैं भी दीदी की ज़ुबान को अपने मूह मे लेक चूमने लगता फिर कभी मैं
अपनी ज़ुबान दीदी के मूह मे घुसा देता ऑर दीदी मेरी ज़ुबान को चूसने लग जाती इसी दौरान हम दोनो के
हाथ एक दूसरे के जिस्म पर सर से लेके कमर तक घूमते रहे फिर मैने अपने हाथ दीदी की पीठ पर रख 
दिया ऑर पीठ को सहलाते हुए दीदी की ब्रा के हुक को खोलना शुरू कर दिया दीदी की ब्रा के हक खुलते ही दीदी ने
लिप्स को कुछ देर के लिए मेरे लिप्स से अलग किया ऑर अपनी ब्रा को उतारकर साइड पर रख दिया ऑर वापिस मुझे किस करने लगी,,,


अब तक मेरा लंड भी फुल ओकात मे आ गया था क्योंकि हम पिछले 20 मिनिट से ऐसे ही मस्ती भरी 
किस कर रहे थे ऑर अब तो दीदी के नंगे बूब्स भी मेरे हाथ मे थे,,,दीदी को भी मेरे उपर बैठ कर
अपनी चूत पर मेरे हार्ड लंड का टच महसूस हुआ तो दीदी ने अपनी चूत को थोड़ा नीचे कर दिया ऑर अपनी
चूत को मेरे लंड पर आगे पीछे करते हुए रग्गड़ने लगी तभी मैने भी अपने हाथ दीदी की गान्ड पर
रख दिए ऑर खुद भी दीदी को आगे पीछे करने लगा ऑर दीदी के लिप्स को छोड़कर दीदी के बूब्स को मूह मे भर
लिया दीदी ने भी मस्ती मे मेरे सर पर अपने हाथ रख दिए ऑर बालों मे उंगलियाँ चलाते हुए सर को अपने 
बूब्स पर हल्के से दबा दिया मैं दीदी की गान्ड को दोनो हाथों से पकड़ कर आगे पीछे कर रहा था ऑर दीदी
के बूब्स को मूह मे भरके चूस रहा था,,,मैं दीदी के लेफ्ट बूब्स को बड़े प्यार से ऑर आराम से मूह मे लेके
चूसने लगा ऑर उसकी घुंडी को दाँतों से हल्के हल्के काटने लगा फिर उसको मूह मे भर लेता ऑर चूसने लगता
,,फिर दूसरे बूब्स को भी ऐसे ही चूस्ता ऑर दाँतों से हल्के से काट देता फिर वापिस मूह मे भर लेता ऑर
प्यार से चूसने लगता दीदी भी बड़े प्यार से अपनी उंगलिया मेरे बालों मे घुमा रही थी,,,फिर मैने अपने 
हाथ को दीदी की पैंटी मे घुसाने की कोशिश की तभी दीदी मेरे उपर से हट गई ऑर अपनी पैंटी उतार दी ऑर
मेरे को भी सोफे से उठा कर खड़ा कर दिया ऑर मेरे बर्म्यूडा को उतार दिया मैने बेरमूडे के नीचे कुछ
नही पहना था आज कल मैने अंडरवेार पहन-ना छोड़ ही दिया था,,,


मेरे नंगे होते ही दीदी ने मुझे वापिस सोफे पर बिठा दिया ऑर मेरे लंड को हाथ मे पकड़कर सहलाने लगी
ऑर मेरे लिप्स को हल्की हल्की किस करने लगी फिर कुछ देर बाद ही झुक कर लंड को मूह मे ले लिया ऑर चूसने 
लगी दीदी एक हाथ से लंड को सहला रही थी ऑर साथ ही अपने मूह को खोल कर उपर नीचे करते हुए लंड को मूह
मे लेके चूस रही थी मेरा लंड मोटा था जो मुश्किल से दीदी के मूह मे जा रहा था लेकिन दीदी भी अब काफ़ी
अच्छी खिलाड़ी बन चुकी थी बुआ के साथ रहने से,,, दीदी अपने दाँतों होंठों से कवर करके मूह को थोड़ा
ऑर ज़्यादा खोल रही थी ताकि लंड पर दाँत नही लग जाए दीदी भी अब बुआ की तरह ज़्यादा लंड लेने की कोशिश
कर रही थी ,,मैं भी दीदी की नंगी पीठ पर अपने हाथ घुमा रहा था ऑर एक हाथ से दीदी के सर को लंड पर
उपर नीचे कर रहा था तभी मैने अपने हाथ को दीदी की गान्ड पर रख दिया ऑर अपनी उंगली थोड़ा पर थूक 
लगा कर गान्ड के होल को सहलाने लगा लेकिन उंगली अंदर नही घुमाई जस्ट उपर से ही सहलाने लगा फिर कुछ
देर बाद मैने अपनी उंगलियों पर थोड़ा ज़्यादा थूक लगाया ऑर दीदी की चूत पर रखके 2 उंगलिया दीदी की चूत
मे घुसा दी ऑर साथ ही उंगूठा दीदी की गान्ड मे घुसा दिया दीदी भी एक दम से हुए हमले से मस्ती मे आ
गई ऑर अपने हाथ को लंड से उठा दिया ऑर पूरा मूह खोल कर सर को ओर ज़्यादा नीचे करके लंड को पूरा मूह मे 
लेने की कोशिश करने लगी ऑर कुछ ही कोशिशों मे मेरा लंड पूरा दीदी के मूह मे चला गया था ,,,,मेरे
लंड की टोपी दीदी के गले से अंदर तक जाने लगी थी ऑर दीदी के होंठों का टच मुझे मेरी बॉल्स पर महसूस
होने लगा था,,मेरे लंड की टोपी पर टाइट गले का अहसास बिल्कुल किसी टाइट चूत या गान्ड जैसा लग रहा था
ऑर मुझे मस्त कर रहा था थूक दीदी के मूह से निकल कर मेरी बॉल्स को गीला कर रहा था ऑर जब भी दीदी 
पूरा लंड मूह मे लेती ऑर नीचे से बॉल्स उनके लिप्स को टच करती तो लिप्स मेरी बॉल्स पर फिसल जाते फिर मेरा
लंड ऑर भी ज़्यादा अंदर तक चला जाता,,,मेरा करीब आधा लंड दीदी के मूह मे ऑर आधा उनके गले से नीचे
जाने लगा था अब दीदी भी माँ ऑर बुआ की तरह अच्छी खिलाड़ी बन चुकी थी ,,
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12-20-2018, 03:56 PM,
#92
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
मैं भी दीदी की चूत ऑर गान्ड मे तेज़ी से उंगली करने लगा अब लंड पर दीदी की चुसाई का मज़ा बहुत ज़्यादा बढ़ गया था मैने दीदी को लंड से हटा दिया ऑर खुद खड़ा हो गया फिर दीदी को सोफे पर पीठ के बल लेटा दिया ऑर खुद दीदी के उपर चढ़ कर लंडको दीदी के मूह मे डालके खुद अपने सर को दीदी की चूत पर ले गया ऑर चूत को पहली बार मे ही पूरा मूह मे भर लिया ऑर चूसने लगा साथ ही कमर को उपर नीचे करते हुए लंड को दीदी के मूह मे घुसाने लगा ऐसा
करने से मेरा लंड दीदी के मूह मे गले के अंदर तक जाने लगा ऑर मैं मस्ती मे दीदी की चूत को काटने ऑर
चाटने लगा दीदी की चूत काफ़ी पानी छोड़ चुकी थी जिसको मैं मूह मे भरके चूसने लगा ऑर अंदर निगलने'
लगा क्या नमकीन पानी था मज़ा आ रहा था उसको पीने मे,,,,

लेकिन मेरा लंड ठीक से दीदी के मूह मे नही जा रहा था वो गले के पास जाके गले से टकरा जाता ऑर कभी कभी मुड़कर गले से नीचे जाता ज़्यादा टाइम तो वो सीधा ही गले से टकरा रहा था कभी कभी मुड़कर गले से नीचे तक चला जाता,,,,मुझे अच्छा नही लग रहा था मस्ती कम होने लगी थी तभी दीदी ने मुझे खुदके उपर से हटने को बोला ऑर मैं हट गया ऑर उठकर ज़मीन पर खड़ा हो गया तभी दीदी भी ज़मीन पर बैठ गई दीदी ने अपनी पीठ सोफे के साथ लगाई ऑर सर
को हल्का सा पीछे करके टाँगे खोल कर बैठ गई ऑर अपना मूह खोलके मुझे लंड मूह मे घुस्साने के लिए
इशारा किया मैने भी आगे होके लंड को दीदी के मूह मे घुसा दिया तब तक दीदी के खुद का हाथ उनकी चूत
तक चला गया था ऑर दीदी ने चूत को सहलाना शुरू कर दिया था ,,मैने भी अपना लंड दीदी के मूह मे डाल
दिया ऑर हल्के से अंदर बाहर करने लगा लेकिन मैं ज़्यादा लंड अंदर नही घुसा रहा था तभी दीदी ने अपने
हाथों से मेरी कमर को पकड़ा ऑर लंड को ऑर ज़्यादा अंदर तक घुसाने के लिए खुद मुझे आगे पीछे करने 
लगी मैने भी दीदी का इशारा मिलते ही लंड को दीदी के गले से नीचे उतार दिया तभी दीदी ने अपने हाथ मेरी 
कमर से हटा लिए,,,,,मैं अपने लंड को दीदी के गले से नीचे तक घुसा रहा था लेकिन लंड पूरा अंदर 
नही जा रहा था फिर मैने दीदी के सर को थोडा अड्जस्ट किया ऑर अपनी एक टाँग उठा कर सोफे पर रखी फिर
एक हाथ से दीदी के सर को पकड़ा ऑर एक हाथ से सोफे की बॅक पर पकड़ बना कर लंड को दीदी के मूह मे पेलने 
लगा अब मेरा लंड पूरा अंदर जाने लगा था ऑर मेरी बॉल्स ही दीदी के मूह से बाहर रह जाती थी जो दीदी की चिन
से टकराती थी मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं कोई टाइट गान्ड मार रहा हूँ लंड पूरा अंदर तक जाता
तो दीदी को हल्की कॉफ आने लगती बट ना तो मैं लंड को बाहर निकालता ऑर ना ही दीदी मुझे निकालने को बोलती 
मैं करीब 10 मिनिट ऐसे ही लंड पेलता रहा ऑर अब मेरा पानी निकलने वाला हो गया मैने दीदी के सर पर
हाथ मार कर बोला कि पानी निकलने वाला है तो दीदी ने मेरी कमर को पकड़ कर तेज़ी से आगे पीछे करना शुरू
कर दिया ऑर कुछ ही देर मे मेरे लंड का पानी दीदी के गले से अंदर जाके निकलने लगा जब लंड पूरा पानी निकल
चुका था तब दीदी ने उसको अच्छा तरह चाट कर सॉफ कर दिया ऑर मूह से निकाल दिया ,,


फिर मैने दीदी को सोफे पर बिठा दिया ऑर दीदी की चूत पर अपना मूह रख दिया ऑर पागलो की तरफ मस्ती मे 
दीदी की चूत को चूसने लगा ऑर एक हाथ से अपने लंड को सहलाने लगा मेरा लंड अभी तक पूरी तरह से सोया
नही था ऑर मेरे हाथ से सहलाते ही वापिस फुल हार्ड होने मे उसको 2 मिनिट से भी कम का टाइम लगा ,,मैं
दीदी की चूत को पूरा मूह मे भरके चूस रहा था ऑर साथ ही घुटनो के बल ज़मीन पर बैठ कर अपने लंड
को एक हाथ से सहला रहा था ऑर दूसरे हाथ की उंगलियों को दीदी की चूत मे घुसा कर अंदर बाहर करने 
लगा दीदी की चूत अब पानी पानी हो गई थी दीदी खुद अपने हाथों से अपने बूब्स को मसल रही थी ऑर हल्की
हल्की सिसकियाँ ले रही थी ,,वो पूरा ख्याल रख रही थी कि सिसकियों की आवाज़ ज़्यादा तेज ना हो ऑर रूम से बाहर ना
जाए लेकिन फिर भी दीदी की सिसकियाँ मस्ती भरी थी ऑर कुछ तेज थी जो कमरे मे हल्का सा मीठा मीठा उतेजना
से भरा शोर पैदा कर रही थी जिस से मुझे ऑर भी ज़्यादा मस्ती चढ़ने लगी थी मैं अपने लंड को हाथ से
छोड़ दिया ऑर दोनों हाथों से दीदी की चूत को खोल कर अपनी ज़ुबान को दीदी की चूत मे घुसा दिया ऑर तेज़ी
से अंदर बाहर करते हुए दीदी की चूत को ज़ुबान से चोदने लगा,,दीदी कुछ बोल तो नही रही थी लेकिन सिसकियों
से पता चल ही रहा था कि वो मस्ती मे पागल हो चुकी थी वो मेरे सर को अपनी चूत पर दबाने लगी थी ऑर
मेरे बालों को भी हल्के हल्के खेंचने लगी थी,,मैं भी पागलो की तरफ उसको चूत को पूरा मूह मे भरके
ऑर ज़ुबान को पूरी चूत मे घुसा कर आगे पीछे करते हुए उसको ज़ुबान से चोदने लगा हुआ था,,,तभी उसने
मुझे हल्का सा धक्का देके पीछे कर दिया ऑर जल्दी से सोफे पर लेट गई ऑर अपनी टाँगो को खोल कर दोनो 
हाथों से चूत को खोल कर मेरे सामने पेश करने लगी मैने भी कोई देर किए बिना उसके उपर चढ़ने लंड
को चूत मे घुसा दिया ऑर उसके लिप्स को अपने लिप्स मे जाकड़ लिया ,,,,,,उसने भी मुझे पागलो की तरह चूमना 
शुरू कर दिया ऑर अपनी टाँगो को मेरी पीठ पर कस्के मुझे जाकड़ लिया मैने भी अपने हाथ उसके बूब्स
पर रखे ऑर कस कस कर उनको दबाने लगा वो भी पगली की तरह मेरी पीठ ऑर सर पे हाथ फेरने लगी हम
दोनो पर सेक्स का भूत सवार हो गया था ऑर हम भूखे ऑर लालची कुत्तों की तरह एक दूसरे पर टूट पड़े थे
,,मैं भी पूरी स्पीड से उसको चोदने मे लगा हुआ था ऑर वो भी पूरी तेज़ी से मेरे लिप्स को चुस्ती ऑर काट-ती हुई
मेरी पीठ ऑर सर पर हाथ घुमा रही थी ऑर बीच बीच मे मेरे सर के बालों को खींच देती ऑर कभी
पीठ पर नाख़ून घुसा कर पीठ को हल्का सा कुरेद देती ,,,,,,,,


कुछ देर बाद मैं उसके उपर से उठा ऑर उसको भी उठा दिया ऑर लंड को उसके फेस के पास कर दिया उसने भी 
जल्दी से मूह खोलके लंड को मूह मे भर लिया ऑर तेज़ी से अंदर बाहर करते हुए चूसने लगी मैने भी उसके सर
को पकड़ा ऑर लंड को अंदर बाहर करते हुए उसके गले तक लेके जाने लगा फिर उसने लंड को बाहर निकाला ऑर 
मूह मे जमा थूक को लंड पर थूक दिया ऑर अपने हाथों से उसको सारे लंड पर लगा कर लंड को चिकना 
कर दिया ऑर खुद सोफे पर झुक गई ऑर गान्ड को मेरे सामने कर दिया मैने भी थूक से चिकने हुए लंड को
पहली बार मे ही पूरा गान्ड मे उतार दिया जिस से उसको हल्की सी तकलीफ़ हुई ऑर उसकी सिसकी मे आज मीठा सा दर्द
सॉफ सुनाई दिया,,लेकिन ना तो उसने मुझे रोका ऑर ना मैं खुद रुका ऑर लंड घुसते ही तेज़ी से गान्ड मे लंड
को अंदर बाहर करने लगा ऑर साथ ही आगे झुक कर उसके बूब्स को पकड़ लिया ऑर कासके दबाने लगा लगा उसकी
सिसकियाँ हल्के दर्द की चीखो मे बदल गई थी लेकिन वो ज़्यादा ज़ोर से नही चिल्ला रही थी ऑर ना ही मुझे लंड
बाहर निकालने को बोल रही थी,,


मैं भी तेज़ी से लंड को गान्ड मे पेलता गया ऑर बूब्स को दबाता गया मेरा
लंड पूरा अंदर तक घुस्स रहा था ऑर वो भी हल्की हल्की दर्द भरी सिसकियों के साथ मुझे ऑर तेज़ी से उसकी
गान्ड मारने को बोल रही थी,,,,,,,,,,,,आहह ईऐसेसीए हहिईीई ब्बाहहिईिइ ऊओररर्र त्तीज्जी
सस्स्स्सीए प्प्प्ुउउर्र्राा उउन्न्ञददीर्र ग्घुउस्सा क्काररर कच्छूड्डूऊ ऊरर त्टीजजििीइ सस्सीए आहह
ऊओह हमम्म्ममममममममममम ऊऊऊररर्ररर टत्त्त्ट्टीईईजज़्ज़्ज्ज्ज प्प्प्प्प्ुउउउर्र्राआ
उउन्न्ड़ड़डीईरररर त्ताआक्कक ग्घूउऊउउस्स्स्साआआ द्दद्डूऊ आअहह ऊर्ररर ज्जूऊर्रर सस्स्सीए ऊओरर्र्रर
म्म्मररीर्र ब्बूबबब क्कूव बभीी जजूर्र्र सससी बबबीररीहम्मि ससीए म्मास्सल्ल्लूओ ऊओरर त्टीज्जज्ज्ज्ज्ज्ज्ज
क्काररूव ब्बबाहहिईिइ प्प्प्ूउर्रा ग्घूउऊउउस्स्साआ द्दूव आप्प्पन्ंनईए म्मूऊससाअलल्ल्ल ककककककूऊव
म्म्मीूईरीईई ग्गगाणन्ँद्द्द्द्ड म्मीईई प्पफाद्द्दद्ड द्डूऊ ईीसस्क्क्कूव ब्बहहिईिइ ऊओररर उउन्न्दर
त्त्टाककक ग्घूउऊउस्स्साअ दद्दूव आपपन्ंनी मम्मूससाअलल्ल्ल्ल कककूऊऊऊओ म्म्मीमरीईइ गगाआंन्ंदड़
ऊओररर कचहूवततत कक्कूव त्तूओ प्प्पयय्याररर हहूओ गगग्गगयययए हहाइईइ टतेरेरीए म्मूस्साल्ल्ल ससीए
ब्बबाहहिईिइ आब्ब्बबब क्क्कोइइ कचूत्ताअ ल्ल्लुउउन्न्ञँद्दद्ड ल्लीन्नओईए कक्कूव दडील्ल हहिईिइ न्न्नाहहिईिइ
कककाररत्त्ताआअ आहह ब्बाहहिईिइ ऊररर ट्टीएजज्ज़ क्काररूव न्नाआ प्प्प्ूउर्र्रा ग्घहुउऊउउस्साआ
द्डूऊ ब्बाहहिईीईई ऊओरर त्टीजज ऊर्रर्र्ररर त्ट्टीईईईज़ज़ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज आहह म्मररर्र्र्र्र्र्र्ररर
गगगगगगयययययीीईई म्माआआआअ ऊऊररर त्टीज्जज क्काआर्रूऊ ब्बाहहिि उउउन्नड़दीर्रर त्त्ताक्क घहुउस्स्सा
दददू,,,,,,,,,,उसकी सिसकियों ने मुझे पागल कर दिया ऑर मैने लंड को तेज़ी से गान्ड मे डालना शुरू कर दिया'
ऑर साथ ही अपने हाथ को उसके बूब्स से हटा कर उसकी चूत पर रख दिया ऑर 2 उंगलियाँ चूत मे घुसा दी'
ऑर तेज़ी से अंदर बाहर करने लगा हाथ की स्पीड ऑर लंड की स्पीड एक बराबर थी ऑर तेज़ी से हाथ चूत मे ऑर
लंड गान्ड मे चुदाई करने लगा था,,,,,
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12-20-2018, 03:56 PM,
#93
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
कुछ देर बाद मैने उसको उठाया ऑर खुद सोफे पर बैठ गया ऑर उसको टाँगे खोल कर अपने उपर बिठा लिया
,,उसकी टांगे खुलते ही मैने हाथ पर थूक लगाया ऑर लंड पर लगा दिया ऑर कुछ थूक उसकी गान्ड पर लगा
कर लंड को गान्ड के होल पर रखा ऑर उसने गान्ड को नीचे करके लंड को गान्ड मे घुसा लिया ऑर तेज़ी से
उपर नीचे होने के लिए अपने हाथों को मेरे शोल्डर पर रख कर पकड़ बना ली,,मैने भी अपने हाथ उसकी 
गान्ड पर रखे ऑर उसको गान्ड से पकड़ कर उपर नीचे उछलने लगा वो खुद भी तेज़ी से उछाल रही थी ऑर
पूरे लंड को गान्ड मे ले रही थी साथ ही उसने अपने फेस को मेरे फेस के पास किया ऑर मेरे लिप्स मे अपने लिप्स
क़ैद कर दिया ऑर फिर से एक पागलपन वाली किस शुरू हो गई जिसमे हम दोनो एक दूसरे को वहशीपने ऑर मस्त
होके पागलपन मे रेस्पॉन्स देने लगे थे हम दोनो एक दूसरे के लिप्स को खा जाना चाहते थे तभी दीदी ने
अपनी स्पीड तेज करदी ऑर मैने दीदी की गान्ड से हाथ उठा लिए ऑर उनके बूब्स पर रख दिए ऑर ज़ोर से दीदी के
बूब्स को मसल्ने लगा दीदी अब पूरी स्पीड से उपर नीचे होते हुए सिसकियाँ लेने की कोशिश कर रही थी लेकिन
दीदी के लिप्स मेरे लिप्स मे जकड़े हुए थे इसलिए उनकी सिसकियाँ दब कर रह जाती लेकिन फिर भी वो हल्की हल्की
सिसकियाँ ले रही थी रूम मे एसी ऑन था लेकिन हमारा पूरा बदन पसीने से भीगा हुआ था ऑर मुझे दीदी
का पसीने की गान्ड बहुत अच्छी लग रही थी उसके माथे से पसीना नीचे उनके लिप्स तक आने लगा था ऑर मेरा 
पसीना भी सर से लिप्स तक आने लगा हम दोनो की किस एक नमकीन किस बन गई थी ऑर मेरे हाथ भी दीदी के
बूब्स पर दाब रहे थे मैं ज़ोर से दीदी के बूब्स को दबा रहा था लेकिन पसीने की वजह से हाथ फिसल
जाता ऑर यही फिसलन भरा दबा दबा अहसास दीदी को अच्छा लगने लगा था ऑर वो खुद मेरे हाथ को अपने 
बूब्स पर ऑर ज़ोर से दबाने लगी थी, अब दीदी का होने वाला था ऑर मुझे लगा कि मेरा भी होने वाला है ,,,,,


दीदी ने मुझे किस करने बंद कर दिया ऑर नज़रो से नज़रे मिलाकर इशारा किया कि भाई मेरा होने वाला है 
मैने भी दीदी को कस्के अपनी बाहों मे भर लिया ऑर ये बता दिया कि मेरा भी अब होने वाला है दीदी को 
मैने कस्के अपनी बाहों मे भर लिया ऑर तेज़ी से उपर नीचे करने लगा लेकिन पसीने की वजह से बार बार 
मेरी पकड़ दीदी की कमर पर कमजोर हो जाती तभी दीदी ने अपने घुटनो को सीधा किया ऑर अपने पैरों को सोफे
पर रख दिया ऑर पैरों के सहारे बैठ कर तेज़ी से खुद उपर नीचे उछलने लगी मैने भी दीदी की चूत पर
हाथ रख दिया ऑर उंगलिया चूत मे घुसा दी ऑर तेरी से अंदर बाहर करने लगा तभी दीदी ने कुछ सिसकियाँ
ली ऑर पानी छोड़ना शुरू कर दिया ऑर मैने भी अपनी पानी दीदी की गान्ड मे निकाल दिया दीदी जल्दी से मेरे 
उपर से हटके सोफे पर गिर गई ऑर मैं ऐसे ही बैठा हुआ तेज़ी से हाँफने लगा ,,दीदी की गान्ड का होल अभी भी
थोड़ा थोड़ा खुल ऑर बंद हो रहा था ऑर उसमे से मेरा स्पर्म निकल कर सोफे पर गिरने लगा था मेरा भी
लंड अब सिकुड कर छोटा हो गया था ऑर अभी भी उसपे कुछ स्पर्म लगा हुआ था,,,,,,,,,,

कुछ देर बाद दीदी की हालत ठीक हुई ऑर उसने उठकर मेरे फॉरहेड पर एक किस की फिर लंड को मूह मे लेके 
चूसने लगी ऑर मेरे लंड को चूस ऑर चाट कर सॉफ कर दिया ऑर वापिस मेरे को किस करके थॅंक्स बोला,,,,,,,,,,

शोभा-आज तो बहुत ज्याद मज़ा आया भाई,,,पहले कभी इतना मज़ा नही आया ऑर ना ही मैने इतना लंबा टाइम मज़ा
किया है आज तो ऐसे लग रहा था जैसे तुमने कुछ खाया हुआ था पूरे जोश मे थे तुम भाई,,,,,,,,,,,,,,

मैं-दीदी मुझे तो आपके जिस्म को देख कर ही नशा हो जाता है ऑर मस्ती चढ़ जाती है मुझे कुछ खाने की ज़रूरत ही 
नही पड़ती,,,,,,,,,,,

शोभा-सच मे भाई,,,,,,,,,,

मैं-हां दीदी अपनी टाइट गान्ड ऑर मोटी मस्त गान्ड बड़े बड़े गोरे बूब्स देख कर ही मन लालची हो जाता है ओर दिल ही नही करता कि लंड से पानी निकले मेरा तो दिल करता है ऐसे ही अपनी टाइट गान्ड मे लंड डालके चोदता रहूं कभी मेरा पानी नही निकले,,,,,,,,,,,,,,,,,,
Reply
12-20-2018, 03:56 PM,
#94
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
शोभा-मेरा भी यही दिल करता है भाई तभी तो मैं बुआ के साथ नही गई आज ऑर घर पर रुक गई ताकि किसी छोटे लंड की जगह तेराये मूसल लेके मज़ा कर सकूँ,,,,,,,,,,,,

मैं-छोटा लंड कॉन्सा दीदी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

शोभा-अरे वही बुढ़ू रब्बर वाला नकली लंड डिल्डो,,,,,,,उस से मज़ा नही आता जितना तेरे मूसल से आता है,,,,,,,,चल आज बहुत हो गया अब रूम मे चलते है वर्ना कोई पंगा हो जाएगा,,,,,,,,,,

मैं--लेकिन दीदी मेरा तो एक बार ऑर करने को दिल कर रहा है,,,,,,,,

शोभा--नही भाई अब चलते है बाकी का फिर कभी,,,,,,,,,,हम दोनो ने अपने कपड़े पहने ऑर अपने अपने रूम मे 
चले गये,,,,,,,,,,,,,
Reply
12-20-2018, 03:56 PM,
#95
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
अपने रूम मे गया ऑर जाके लेट गया लेकिन नींद नही आ रही थी टाइम देखा तो सुबह के 4 बज रहे थे,,
लेकिन नींद आँखों से कोसों दूर थी मेरा दिल एक बार ऑर चुदाई करने को करने लगा था लेकिन अब क्या कर
सकता था सोचा कि नीचे माँ के पास जाता हूँ लेकिन माँ के पास तो मामा होगा ऑर हो सकता है वो दोनो अब
तक सो भी चुके होंगे ,,,,लेकिन अब करूँ भी तो क्या करूँ,,तभी मेरा ध्यान सोनिया की तरफ गया जिसके उपर से
चादर निकल कर नीचे ज़मीन पर गिरी हुई थी ऑर उसका कुर्ता उसके पेट पर काफ़ी उपर तक उठा हुआ था ऑर 
छोटी सी निक्केर पहनी होने की वजह से उसकी टाँगे भी चमक रही थी,

मैं हिम्मत करके उसके बेड के
पास चला गया वैसे भी रूम की सेट्टिंग न्यू हुई थी पहले तो हमारे बेड मे करीब 8 फीट का फंसला था 
ऑर अब सिर्फ़ 2-3 फीट का ही फाँसला रह गया था मैने डरते हुए हाथ आगे बढ़ा कर उसके पेट पर रख दिया ऑर
हल्के से सहलाने लगा मेरा हाथ बहुत प्यार से उसके मुलायम ऑर सॉफ्ट पेट पर कमर की एक साइड से होते हुए
दूसरी साइड की तरफ चलने लगा ,,मेरे जिस्म मे एक मस्ती की लहर दौड़ने लगी ऑर वैसे भी मैं तो एक बार
ऑर चुदाई के मूड मे था ,,,मेरा दिल किया क्यू ना इसको देख कर मूठ मार ली जाए मैने जैसे ही अपने हाथ
को बर्म्युडा उपर करके लंड को पकड़ा तभी एक दम से सोनिया उठ गई,,,,,,,,,,,,मेरी तो बॉल्स ही मेरे गले 
मे आके अटक गई थी गला सूख गया था दिमाग़ ने काम करना बंद कर दिया दिल की धड़कन भी रुकने ही
वाली थी बस,,,,,,,


सोनिया--,ये क्या कर रहे ही भाई,,,,,,,,,,,

मैं---मैं वू म्मा ववूऊओ ,,,,,,,,

सोनिया--अब ये मत कहना कि आज भी कोक्करॉच था भाई,,,,,,,,,,,,,

मैं--नही वू माईंन्न वूऊ,,,,,,,,

सोनिया--भाई जो तुम कर रहे हो मुझे सब पता है मैं कोई बच्ची नही हूँ ,,,,आपको शरम नही आती अपनी बेहन के साथ ऐसे हरकत करते हुए,,,आप ने पहले भी कयि बार कोक्करॉच का बहाना करके ऐसी हरकत की थी मैं सोचा आप सुधर जाओगे लेकिन आप तो ऑर भी ज़्यादा गिर गये हो भाई,,,,,,

इस से पहले मैं कुछ कहता उसने मेरी बोलती बंद करवा दी,,,,,,,,,,,,,,

सोनिया--आज आपकी लास्ट वॉर्निंग है आज के बाद आपने मेरे करीब आने की भी कोशिश की तो मैं डॅड को बता दूँगी ऑर खुद भी आपका एसा हाल करूँगी कि आप याद रखोगे,,,,,,,ऑर गुस्से से वापिस चादर लेके बेड पर लेट गई ऑर मेरी तरफ़ अपनी पीठ करली,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

मैं साला सोच मे पड़ गया ये क्या हो गया अब तो मैं गया काम से हिट्लर ने रंगे
हाथों पकड़ा है अब नही बच्चा सन्नी बेटा तू ऑर अगर इस हिट्लर ने डॅड को बता दिया फिर तो हड्डी पस्सली तोड़
देंगे मेरी,,,,,,,,,,मैने सोनिया से बात करने की ओर सॉरी बोलने की भी कोशिश नही की कहीं अभी वो गुस्से मे
आ गई तो क्या होगा,,,,,,,मैं चुप चाप बेड पर लेट गया ऑर सोचने लगा कि अब क्या करूँ अब तो मौत पक्की है
हिट्लर के हाथों से या डॅड के हाथों से,,,,,,,,,,,,,,मुझे बहुत डर लग रहा था गान्ड फॅट गई थी ये सब क्या
हो गया मेरे साथ यही सोच सोच कर हालत खराब होने लगी थी,,,,,,,,,डरते मरते कब नींद आई पता ही 
नही चला,,,,,,,,,,,

सुबह उठा तो गान्ड फटी हुई थी ,,यही टेन्षन थी कहीं सोनिया ने किसी को रात वाली बात ना बता दी हो,,वो
साली है भी जंगली बिल्ली उसका कुछ पता नही ऑर वैसे भी रात को सच मे गुस्से से बोल रही थी तभी तो मेरी
बॉल्स मेरे गले मे अटक गई थी,,बाथरूम मे जाके फ्रेश होके बाहर निकला तो टाइम देख कर पुँगी बज गई
टाइम तो 10 बजे का हो गया था जबकि कॉलेज टाइम 9 बजे था ,,ओह्ह शिट आज तो मर गया एक तो पहले से सोनिया
रात वाली हरकत पर गुस्सा थी ऑर अब कॉलेज के लिए लेट कर दिया उसको,,,अब तो पक्का गाली देगी,,,,,डरते
मरते नीचे गया तो कोई नज़र नही आया,,,,,तभी किचन से कुछ आवाज़ आई तो मैं भी किचन मे चला गया,,
माँ बर्तन धो रही थी,,,,,,,,,,

माँ---उठ गया मेरा बेटा,,आज तो लेट हो गया कॉलेज के लिए ऑर अब तो वैसे भी नही जा सकता ,,,,

मैं==क्यू माँ,,,,,,,

माँ--अरे बुद्धू एक तो पहले से लेट हो गया है उपर से बाहर बारिश बहुत तेज हो रही है,,,सुबह बारिश हल्की थी इसलिए सोनिया ने जल्दी से कविता को फोन कर दिया था वो उसको आके लेके गई यहाँ से,,,,सोनिया गुस्से मे थी,,तेरा कोई झगड़ा हुआ क्या सोनिया से,,,,,,,,,,,,,,

मैं डर गया साली ने सच मे बता तो नही दिया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मैं--,नही माँ मेरा कोई झगड़ा नही हुआ क्यू सोनिया कुछ बोल रही थी क्या,,,,,,,,,,,

माँ--नही कुछ ज़्यादा तो नही लेकिन कविता को मेरे सामने बोल रही थी कि आज के बाद वो सन्नी के साथ बाइक पर नही जाएगी ऑर कविता ही उसको रोज यहाँ से लेके जाया करे कॉलेज के लिए,,,तो मुझे लगा कि तुम लोगो की फाइट हुई थी,,,,,,,,,सच बता मेरे को,,,,,,,,,,,,,,,,

मैं--नही माँ कोई फाइट नही हुई बस वो थोड़ी गुस्सा है,,,,,,,,,,,,,,

माँ--चल ठीक है तेरी बेहन है तूने गुस्सा किया है तू खुद ही मना लेना,,,,,,,,,,,,,,,,,

मैं--माँ बाकी लोग कहाँ है,,,,,,,,,

तभी माँ बर्तन धो चुकी थी ऑर टवल से हाथ सॉफ करते हुए मेरी तरफ आने लगी,,,,,,
माँ-तेरे डॅड बॅंक गये,,शोभा भी कॉलेज गई,,,तेरी बुआ भी नही है,,,,ऑर मामा भी कहीं धक्के खाने गया होगा ,,अब बस हम दोनो है घर पर अकेले इतना बोल कर माँ मेरे करीब आ गई थी ऑर हाथ मेरे लंड पर रख कर उसको दबाने लगी ऑर
इस से पहले मैं कुछ समझ सकता माँ ने अपने लिप्स को मेरे लिप्स से लगा दिया,,,,अब तक मैं सोनिया के साथ
की हुई रात वाली घटना से डर रहा था लेकिन अब माँ के हाथ लंड पर लगने से ऑर मेरे लिप्स पर माँ के लिप्स
टच के अहसास्स ने डर को कहीं दूर भगा दिया ऑर दिल मे हल्की हल्की मस्ती भर दी थी,,,,,,एक ही झटके मे 
लंड ने अंगड़ाई लेना शुरू कर दिया ऑर लिप्स भी अपने अप खुल गये ऑर हाथ पता नही कब माँ के बूब्स पर
पहुँच गये,,,,,,,,मैने अपने लिप्स को खोला तो माँ ने अपनी ज़ुबान को मेरे मूह मे घुसा दिया ऑर मैने
भी माँ की ज़ुबान को मूह मे भरके चूसना शुरू कर दिया ऑर हाथों की करामात तो देखिए जनाब माँ
के ब्लाउस के बटनों को ऐसे खोलना शुरू किया कि ना हमे पता लगा ना माँ को ओर यहाँ तक ब्लाउस के बटन
को भी पता नही चला,,कब माँ के नंगे बूब्स हाथ मे थे ऑर कब उसके नरम ऑर गर्म अहसास ने उस
मस्ती को ऑर ज़्यादा बढ़ा दिया पता ही नही चला,,,,,,,माँ के लिप्स को मूह मे भरके चूस्ते हुए माँ के मूह
मे अपनी ज़ुबान डाल देता जिसको माँ भी मस्ती मे चूसने लगती फिर कभी अपनी ज़ुबान मेरे मूह मे डाल देती ..
फिर माँ के हाथ मेरी टी-शर्ट की तरफ बढ़ने लगे ऑर मैने भी इस बात का एहसास होते ही अपने हाथ हवा मे 
उठा दिए ऑर माँ ने टी-शर्ट को उपर उठा कर हाथों से निकालने की कोशिश करने लगी लेकिन मेरी हाइट माँ
से ज़्यादा थी तो माँ से टी-शर्ट पूरी उपर तक नही उठी ऑर मेरे मे मस्ती इतनी ज़्यादा भर चुकी थी कि बर्दाश्त
नही हो रहा था जल्दी से खुद ही टी-शर्ट को निकाला ऑर किचन के फ्लोर पर फेंक दिया ऑर बनियान भी निकाल कर
उसी जगह फेंकी जहाँ टी-शर्ट फेंकी थी,,,,,,
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12-20-2018, 03:57 PM,
#96
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
जब तक मैं टी-शर्ट निकाल रहा था तब तक माँ ने भी अपने
ब्लाउस को उतार दिया था ऑर साड़ी निकालने के लिए साड़ी के एक पल्लू को हाथ मे पकड़ लिया था लेकिन मैने आगे
बढ़कर माँ के हाथ से वो पल्लू पकड़ा ऑर खुद उस पल्लू को पकड़ कर माँ के चारो तरफ हाथ घुमा कर
माँ की साड़ी को उतारने लगा ऑर साथ ही माँ के लिप्स को फिर से अपने लिप्स मे जाकड़ कर किस करने लगा,,,

माँ की साड़ी निकालते ही मैने झट से माँ के पेटिकोट के नाडे को खीच दिया ऑर एक ही पल मे पेटिकोट किचन
के फ्लोर पर था ऑर माँ पूरी नंगी हो गई थी,,,,मैने माँ के लिप्स को कस्के पकड़ा अपने लिप्स मे ऑर चूस्ते
हुए माँ के बूब्स को दबाने लगा माँ भी अपने हाथों से मेरी पीठ ऑर सर को सहलाने लगी फिर मैने 
नीचे होके माँ के बूब्स को मूह मे भर लिया,,,

जैसे ही माँ का एक बूब मेरे मूह मे गया ऑर मैने उसको 
चूसना शुरू किया तभी माँ की हल्की हल्की सिसकियाँ शुरू हो गई ,,,मैने माँ के दूसरे बूब को हाथ मे 
पकड़ा ऑर बड़े प्यार से सहलाने ऑर ज़रा हल्के ज़ोर से मसल्ने लगा,,,

माँ--अहह उऊहहआक्च्छाअ ल्ल्लग्गतताअ हहाई ब्बेटा ततुउुज्जी ब्बेतता माँ के बूब्बसस कककू कच्छुउस्सणनाअ ,,,,,,,,,,

मैं--हाआन्न माँ ब्भुउउउत्त आक्च्छा ल्लाग्गतता हहाऐईयइ ददिल्ल क्कररत्ता हहाइी एआसे मुउहह म्मी भार्रके
कच्छुतता हहीी र्राहहुउऊ इन्न ब्बाददी ब्बाड़ड़दीए ऊओरर ननार्रामम्म ब्बूबबसस क्कूव ,,,,,,,,,,,,,

माँ-ब्बेतटटा ज्जििट्त्न्ना टतररा ददिल्ल क्काररी कच्छुउस्स्टता ररीह आजज्ज कच्छूस्स छ्छूवस्स क्कार्र ख्हा जा
इन्नक्कू ,,,,,,माँ ने मेरे सर को हाथों से पकड़ा ऑर बूब पर दबा दिया मैने भी बूब को ऑर ज़्यादा मूह 
मे भर लिया ऑर ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा ऑर दूसरे वाले को हाथ मे लेके दबाने ऑर सहलाने लगा ,,,मैं माँ के
बूब को ज़्यादा से ज़्यादा मूह मे भरने की कोशिश करने लगा ऑर हल्के हल्के दाँत से काटने लगा,फिर दूसरे
बूब को मूह मे भरके चूसने लगा ऑर काटने लगा साथ ही पहले वाले को हाथ से दबाने लगा ,,तभी माँ
ने अपने दोनो हाथों मे से जो मेरे सर ऑर पीठ पर घूम रहे थे एक हाथ अपने बूब पर मेरे हाथ के
उपर रखा ऑर ज़ोर से दबाने लगी तभी मैने अपने हाथ को माँ के बूब से हटा लिया ऑर वो खुद ही अपने
बूब को ज़ोर से मसल्ने लगी ,,,मेरा हाथ फ्री हो गया ऑर मैं कोई देर किए बिना उसको माँ के पेट पर घुमाते
हुए नीचे की तरफ़ ले जाने लगा ऑर कुछ ही देर मे मेरा हाथ माँ की चूत के सॉफ्ट सॉफ्ट लिप्स को टच करने लगा
ऑर मैं उन लिप्स को अपनी उंगलियों मे दबा कर हल्के से खींचने लगा कभी एक लिप्स को कभी दूसरे को ऑर 
कभी दोनो को एक साथ ,,,,फिर कभी माँ की चूत की बीच वाली लाइन पर अपनी उंगली उपर से नीचे ऑर वापिस नीचे
से उपर करके चूत की लाइन को सहलाने लगा,,माँ अब काफ़ी मस्ती मे आ चुकी थी ऑर इसका पता चूत पर हो
रही चिकनाहट से लग रहा था माँ की चूत पानी छोड़ चुकी थी ऑर उससी पानी की चिकनाहट से मेरी उंगली माँ
की चूत के बीच वाली लाइन पर फिसलती जा रही थी ऑर माँ को ऑर ज़्यादा मस्त करने लगी थी,,


मैं माँ के एक बूब को चूस्ता हुआ माँ के दूसरे बूब को देख रहा था ज्सिको माँ अपने हाथों मे लेके ज़ोर से दबा रही थी इतना ज़ोर से कि बूब हल्का लाल होने लगा था,,तभी मैने महसूस किया कि मेरे पीठ पर जो माँ का हाथ घूम 
रहा था अब वो पीठ पर नही था ऑर एक ही पल मे मुझे लंड पर हल्का सा दबाव महसूस हुआ समझ गया
कि माँ का हाथ मेरी पीठ पर घूमना क्यू बंद हो गया था,,,माँ ने मेरे लंड को पॅंट के उपर से ही ज़ोर
से मसलना शुरू कर दिया था जैसे एक हाथ से अपने बूब को मसल रही थी,,मैं अपनी उंगली से माँ की
चूत के बीच वाली लाइन को सहला रहा था उंगली काफ़ी चिकनी हो गई थी ऑर उपर की तरफ करते टाइम चूत के
अंदर घुस गई ऑर माँ के मूह से हल्की सिसकी निकल गई,,,,,,आआआआहह
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12-20-2018, 03:57 PM,
#97
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
मैने भी उंगली अंदर जाते ही ऑर माँ की सिसकी सुन कर मस्ती मे उंगली ऑर अंदर घुसा दी ऑर ऐसे ही अंदर बाहर करते हुए उंगली से माँ की चूत को चोदने लगा मस्ती मे माँ ने भी अपने दूसरे हाथ को मेरे लंड की तरफ कर दिया ऑर मेरी पॅंट को खोलने लगी ,,,पॅंट खुल कर नीचे खिसकी ऑर लंड बाहर निकल कर माँ के हाथ मे आ गया ऑर माँ ने
उसके अपने दोनो हाथों मे पकड़ लिया ,,


माँ का एक हाथ लंड के पीछे की तरफ था जो लंड को आगे पीछे करते हुए सहलाने लगा ऑर दूसरा हाथ लंड की
टोपी पर हल्के से घूमने लगा ऑर अजीब सी हलचल पैदा करने लगा,,लंड की नसों मे खून तेज़ी से बहने
लगा ऑर लंड महाराज पूरी ओकात मे आ गये ,,माँ ने अपने हाथ को लंड की टोपी से हटाया ऑर उपर करके 
अपने मूह से हल्का सा थूक हाथ मे लगा लिया ऑर वापिस हाथ को थूक से गीला करके लंड की टोपी पर रखा ऑर
प्यार से थूक से भीगी हाथ की उंगलियों को लंड की टोपी पर घुमाने लगी ऑर दूसरे हाथ को भी लंड पर आगे
पीछे करने लगी,,मेरा भी हाथ माँ की चूत पर कमाल दिखाने लगा ऑर उंगली तेज़ी से अंदर बाहर होने
लगी ऑर माँ की चूत को मस्त करके ऑर ज़्यादा पानी निकालने लगी चिकना करने लगी,,उंगली की स्पीड काफ़ी तेज थी
ऑर साथ मे मेरे लिप्स ऑर ज़ुबान की स्पीड भी तेज थी मैं बूब को मूह मे भरके मूह के अंदर 
बूब की डुँड़ी को अपनी ज़ुबान से चाटने लगता ऑर ज़ुबान को डुँड़ी की चारो तरफ घुमाने लगता,,,कुछ देर 
बाद माँ ने मुझे हल्के से धक्का दिया मेरा मूह माँ के बूब से हट गया ऑर उंगली भी चूत से निकल गई
ऑर माँ मेरे सामने से गायब हो गई ,,तभी लंड को अजीब गर्मी का एहसास हुआ नीचे देखा तो माँ घुटनो 
के बल बैठी मेरे लंड को मूह मे भरके चूसने लगी थी,,माँ मेरे लंड की टोपी को अपने लिप्स मे दबा कर
हल्के से चुस्ती फिर बाहर निकाल कर ज़ुबान से चाटने लगती ऑर फिर से वापिस टोपी को लिप्स मे भरके मूह के 
अंदर कर लेती लेकिन ज़्यादा अंदर नही करती सिर्फ़ टोपी को हो अंदर करती ऑर लिप्स मे दबा कर चुस्ती फिर ज़ुबान
से चाटने लगी ओर साथ ही दोनो हाथों से लंड को आगे पीछे करके मूठ मारती,,दोनो हाथ लंड को आगे से टोपी
तक ऑर पीछे से बॉल्स तक सहलाने मे लगे हुए था,,फिर कुछ देर बाद माँ ने एक ही बार मे पूरा लंड मूह 
मे भर लिया ऑर लंड की टोपी को गले से टकरा दिया लेकिन टोपी गले से अंदर तक नही घुसा तो माँ ने खुद के
सर पर हाथ रखा ऑर अपने सर को हल्के से आगे किया ताकि लंड की टोपी गले से नीचे उतर सके लेकिन कोई फ़ायदा
नही हुआ तभी मैने माँ के सर को पकड़ा ऑर ज़ोर से उसके लंड पर दबाया ऑर साथ ही कमर को आगे करके लंड
को भी ज़ोर से माँ के गले के अंदर किया तो एक हल्के झटके से लंड की टोपी माँ के गले से नीचे उतर गई ऑर माँ
को हल्की कफ आने लगी ऑर मा की आँखे भी बाहर निकल गई माँ ने लंड को बाहर निकाला ऑर खाँसी के बाद 
जितना भी थूक माँ के मूह मे था सब लंड पर थूक दिया ऑर हाथ से आगे पीछे करके थूक को पूरे लंड
पर मलने लगी,,फिर से लंड को मूह मे भरा ऑर पूरा अंदर तक ले गई मैने भी माँ का साथ देते हुए माँ
के सर को अपने हाथों से पकड़ा ऑर लंड को फिर से अंदर तक घुसा दिया 
Reply
12-20-2018, 03:57 PM,
#98
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
इस बार माँ को हल्की खाँसी हुई थी
लेकिन माँ ने लंड को मूह से नही निकाला ऑर सर को आगे पीछे करते हुए पूरे लंड को मूह मे लेने लगी ऑर
मैं भी माँ के सर को हाथों मे पकड़ कर लंड को पूरा अंदर तक घुसा कर माँ के मूह को लंड से तेज़ी
से चोदने लगा,,

मेरा लंड माँ के गले से टकरा कर नीचे की तरफ हल्का सा मूड जाता ऑर गले से नीचे उतर
जाता तभी माँ ने अपने सर की थोड़ा उपर की तरफ उठा लिया ऑर माँ का मूह भी थोड़ा उपर उठ गया माँ की
आँखें मेरी आँखों से मिलने लगी ऑर मैने लंड को उपर से नीचे करके माँ के मूह मे डालना शुरू किया ऑर
पूरा लंड अंदर घुसाने लगा ऑर गले से भी नही टकरा रहा था ऑर बड़े आराम से अंदर तक घुस रहा था,,

मुझे ऐसे ही माँ के मूह को चोद्ते हुए 15 मिनिट हो गये थे ऑर माँ ने ऐसे बीच 2-4 बार लंड को मूह 
से बाहर निकाला था ऑर जितना भी थूक मूह मे होता था उसको लंड पर थूक देती ऑर अपने हाथों से पूरे लंड
पर आगे पीछे करके फेला देती ऑर फिर से मूह उपर करके लंड को मूह मे भर लेती ऑर अपने हाथ लंड से 
हटा देती ऑर मैं माँ के मूह को अपने हाथों से पकड़ कर लंड को गले से नीचे तक उतारने लग जाता,माँ
के हाथ मेरी गान्ड पर होते ऑर माँ मुझे ऑर तेज़ी से लंड को मूह मे डालने को बोलती ऑर खुद मेरी गान्ड को
अपने हाथों से तेज़ी से आगे पीछे करने करने लगती ऑर मैं भी माँ का इशारा समझ कर लंड को तेज़ी से पूरा
अंदर तक घुसा कर गले से नीचे उतार कर माँ के मूह को चोदने लग जाता,,अब ऐसे लगने लगा था कि मेरा
पानी निकलने वाला है मैने माँ के सर को हाथ से पकड़ा हुआ था ऑर माँ के बालों को हल्के से खींचते
हुए एक इशारा कर दिया कि मेरा होने वाला है तभी माँ ने अपनी दोनो आँखों की पॅल्को को एक ही टाइम पर 2-3
बार एक साथ झपकाया ऑर मेरी गान्ड पर हल्के से हाथ मार कर अपने पानी को मूह मे ही डालने को बोला ऑर 
मैने भी माँ के सर को कस्के हाथों मे पकड़ा ऑर स्पीड तेज करते हुए लंड को ऑर ज़्यादा तेज़ी से और ज़्यादा 
नीचे तक डालने की कोशिश करने लगा ऑर तभी 15-20 सेकेंड बाद ही मेरे लंड ने माँ के गले के अंदर तक 
घुस कर स्पर्म की पिचकारियाँ मारना शुरू कर दिया ऑर मैने भी ज़ोर से लंड को माँ के मूह पर दबा लिया
जिस से मेरी बॉल्स माँ के लिप्स को टच करने लगी ,,,मैने लंड को तब तक पीछे नही किया ऑर ना ही माँ के सर
को अपने हाथों से छोड़ा जब तक स्पर्म की लास्ट बूँद तक माँ के गले से नीचे नही उतर गई,,,सारा स्पर्म
माँ के गले से नीचे गया एक बूँद भी माँ की ज़ुबान पर या माँ के मूह मे नही गिरी,,,मेरा लंड अब हल्का 
सा सिकुड गया ऑर मैने भी माँ के सर को छोड़ कर लंड को बाहर करने की कोशिश की लेकिन तभी माँ ने 
लंड को मूह मे भरे रखा ऑर चाट कर सॉफ करते हुए चूसने भी लगी,मेरा लंड अभी ठीक से सिकुड़ना भी
शुरू नही हुआ था कि वापिस माँ की ज़ुबान ऑर लिप्स के टच से ओकात मे आने लगा,,माँ ने 2 मिनिट मे ही 
ऐसी मस्ती भरे अंदाज़ से मेरे लंड को मूह मे भरके चूसा था कि वो जल्दी ही फिर से हार्ड हो गया ,,


लंड के पूरे खड़े होने पर मा ने उसको मूह से निकाल दिया ऑर खड़ी हो गई ,,मैने माँ के खड़े होते ही
माँ के सर को पकड़ा ऑर लिप्स मे लिप्स जाकड़ कर किस करने लगा,, ऑर जल्दी से मां को किचन की शेल्व की तरफ
ले गया ऑर उनकी गान्ड को शेल्व से सटा दिया ऑर खुद ज़मीन पर बैठ गया ऑर माँ की टाँग को उठा कर माँ
की चूत को खोली और उसी हालत मे अपने फेस के सामने कर लिया ऑर जल्दी से अपने लिप्स को माँ की चूत से लगा कर चूत को चूसने लगा,,माँ ने भी एक टाँग मेरे उपर रखके खुद के हाथ शेल्व पर रखे ऑर सहारा लेके खुद की
टाँग को थोड़ा सा हवा मे उठा दिया ऑर मेरे फेस को आराम से चूत तक जाने का रास्ता दे दिया मेरा पूरा
फेस माँ की टाँगो के बीच समा कर माँ की चूत पर मेरे लिप्स रखने के लिया मेरी मदद करने लगा ,


मैने भी माँ की चूत को उसी अंदाज़ से चूसना ऑर चाटना शुरू किया जिस अंदाज़ से कुछ देर पहले माँ
मेरे लंड को चूस रही थी,,,मैं माँ की चूत के दोनो लिप्स को मूह मे भर लेता ऑर हल्के हल्के काटते हुए
चूसने लगता माँ भी सिसकियाँ लेके खुद जोश मे भरती जा रही थी ऑर उसकी सिसकियों से मेरा जोश भी चरम
सीमा पर पहुँच गया था मैने चूत को मूह मे भरा ऑर लिप्स को चूस्ते हुए अपनी ज़ुबान को चूत के 
अंदर घुसा दिया ऑर ज़ुबान से चूत के अंदर बहते हुए रस को पीने लगा ऑर साथ ही चूत के लिप्स को बार
बात अपने दाँतों से काट देता,,जब भी माँ की चूत के लिप्स मेरे दाँतों के बीच आते ऑर मैं उनको हल्के
से काट देता तभी माँ की सिसकी मे एक हल्का दर्द सॉफ सुनाई देता जो कि मीठा दर्द था ऑर उसके बाद ही
माँ की ससिकियाँ ऑर तेज ऑर ज़्यादा लंबी होने लग जाती,,माँ ने अपने एक हाथ को शेल्व पर रखा ऑर एक हाथ को
नीचे करके मेरे सर को चूत पर दबा दिया,,,,,,,,,,,,,आहह ब्बेटया ऊऊरर ज्जूओर्रर्र
ससीए काटत्ट म्म्मीीररीि कच्छूवतत कककूऊ प्प्प्ूउर्रा म्मूउहह म्मईए बभ्ाररल्ली ख्हा ज्जा ईइससस्स
कच्छिीिककन्णिी कक्च्छाम्मील्लीी कक्कूव ,,,आहह उउउहह ऊऊहह
म्म्मीिररर्ाा प्पययार्रा ब्बीत्टता क्क्कीिट्त्न्नीी आक्च्छीी त्ताररह कच्छूत्त क्कू कच्छात्त क्कार्र माआ क्कीी
स्सीववा क्काररताा हहाईईइ अहह अहह उउउहह
ऊओररर उउउन्नड़दीर्र त्त्टाककक ज्जुउउब्बान द्दाल्लू अप्प्पननीी ब्बीतता प्प्प्ूउर्रिि उउन्नड़दीर्र त्टाककककककक
ग्घुउस्स्साआ द्डूऊ ऊओरर कच्ूदू अप्प्प्प्पनन्ी ज्जुउउब्बांन्न ससीए आप्प्प्प्प्पंंननन्न्निईीईईईईईईईई
म्म्म्मपमममाआआआआ ककक्कीईईई कचहूवततत्त कककूऊ आआआआआआआअहह उुउऊहह
माँ मेरे सर को कस्के अपनी चूत पर दबा रही थी फिर एक दम से उछल कर किचन की शेल्व पर चाढ़
गई ऑर मेरा सर भी छोड़ दिया ,,मैं भी जल्दी से उठा ऑर माँ की चूत को मूह मे भर लिया ऑर माँ आराम
से टाँगें खोल कर किचन की शेल्व पर लेट गई ,,,,मैने वापिस माँ की चूत को पागल पन वाले अंदाज़
मे चूसना शुरू कर दिया ऑर माँ ने भी मेरे सर को अपने हाथों मे पकड़ा ऑर चूत पर दबा दिया ऑर तभी
मैने अपनी ज़ुबान को चूत मे घुसा दिया ऑर अंदर बाहर करने लगा,,


आहह ब्ब्बेट्टया ऊओररर जजूर्र ससीए च्छुउऊस्सूऊ आहह उऊहह
हमम्म्ममममममममममममममम हहयययययययययययययययययययययी
आहह हम्म उूुुुुुउऊहह ऊओरर त्टीजज ब्बेतता ऊहह अहह
प्प्प्ूउर्रा क्काहह ज्ज्ज्जाऊ ईीसस्क्क्कूव आहह उऊहह फिर माँ ने मेरे हाथ पकड़े
जो माँ की दोनो टाँगो पर चूत के पास थे उनको पकड़ कर आपने बूब्स पर रख दिया ऑर मैने भी 
बूब्स हाथ मे आते ही उनको दबाना शुरू कर दिया,,

आहह जज़ार्रा ज्जूओर्रर ससीए मास्सल्लूऊओ
ब्बीत्टता म्मीररी ब्बाददी ब्बाड़ददी ब्बूवबबसस्स ककूऊव जजूर्र्र ससीईए ऊररर ज्ज्ज्ूओर्र ससीए माँ
खुद भी अपने हाथों को मेरे हाथों पर रख कर अपने बूबे को मसलवाने मे लगी हुई थी ऑर मुझे तेज़ी
से बूब्स मसल्ने ऑर पूरी ज़ुबान चूत मे डालके चूसने को बोल रही थी मैं भी मस्ती मे पागलो की तरह
चूत को चूस्ते हुए ऑर चूत के लिप्स को काटते हुए माँ को पूरी मस्ती से मज़े दे रहा था,,,,,,फिर माँ ने 
मेरे सर पर हल्के से मारा ऑर बोली,,,,,,,,,,,,,,,,आहह उूुुुुुुुउऊहह
आअब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबब इूऊऊऊररर्र्र्र्र्र्र्र्ररर बबार्रददासशहत्त्तत्त न्नहहिि हूटता ब्बीतता ज्जल्लद्दददीई
सस्स्स्सीए ग्घुउस्स्साअ द्डूऊ आप्प्पंनईए म्मूओस्स्साअलल्ल्ल कककू म्मईरीइइ चहूऊवटत म्मीई
आहह ज्ज्जल्ल्लडदिईई क्काआररू ब्बीतता वव्ववीररनन्ना म्माआईयईईईईन्न्न्न् म्म्म्ररररर ज्जुउन्नगगीइइ आब्ब्ब ऊवार
म्म्म्मा त्त्ट त्टाद्दाप्प्पााू आहह ज्जाल्ल्लडददिईई द्दाल्लीी आपपंनईए मम्मूस्साल्ल ककूऊऊओ
ज्ज्जाल्ल्लदीीईई कककाररूव ब्बीत्टता ,,,
Reply
12-20-2018, 03:58 PM,
#99
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
,तभी मैं भी सीधा खड़ा हो गया ओर माँ की टांगो को खोल कर ऑर
ज़्यादा फेला दिया ऑर थोड़ा खींच कर माँ को अपनी तरफ़ कर लिया जिस से माँ की चूत अच्छी तारह खुल कर 
मेरे लंड के करीब आ गई ऑर मैने लंड को माँ की चूत से लगा कर एक ही जोरदार धक्के मे पूरा लंड माँ
की चूत मे घुस्सा दिया ,,,,,,,,,,,,माँ बॅस अया बब्बहार्रतटिईइ ररीहह गगगगगगगययईीीई



माँ अब किचन की शेल्व पर नंगी होके अपनी टाँगो को पूरी खोल कर ऑर खुली चूत को मेरे सामने 
करके लेटी हुई थी ऑर मैं माँ की टाँगो के बीच मे नंगा होके पूरी ओकात मे आ चुके लंड के साथ
किचन के फ्लोर पर खड़ा हुआ था,,,,मैने अपनी लंड की टोपी को माँ की चूत पर रखा ऑर धक्का देके
अंदर घुसा दिया लेकिन पूरा नही घुसाया ,,,आधे ही लडन को पहली बार मे अंदर किया ऑर तेज़ी से उतने लंड
को ही अंदर बाहर करते हुए माँ की टाँगो को पकड़ कर माँ की चूत को चोदने लगा,माँ की चूत का
चिकना ऑर गर्म टच मेरे लंड की टोपी को अलग ही अहसास दे रहा था ऑर मस्ती को बढ़ा रहा था,,आहह
ककक़क्कीिट्टन्न्नाअ त्टताद्डप्पााअ र्राहहा हहाइईइ आजज्ज आपपननीी म्माआ क्कू ततुउउउ प्प्प्ूउर्राआआअ
ककककककक्क्कययउउुुुुउउ न्न्न््ड नाहहिईीई गगग्गघहुउऊउस्स्स्साआ र्रााहहाअ ईइसस्स मम्मूओस्स्साल्ल
कककककूऊ म्मीरीईईई ककककककककचूऊऊवटतत्तत्त म्म्मी,ईए आअहह म्म्म्मा आटततटटतत्त
टत्त्ताआद्ड्द्डप्प्प्पाा ब्बीतत्त्त्ताआ म्मात्त्तत्त ब्बान्न्न्न् इट्ट्टन्न्नाअ ज़्ज़्ज़्ज़ालल्ल्लीम्म्म्ममम आअहह
ऊऊओरर्र्ररर ग्घुउस्स्साअ उूउउन्न्ञददीर्रर प्प्प्ूउर्राा प्प्पीएल्ल्ल्ल्ल द्द्द्ड़ड़डीईई आप्प्प्पंंननणणनीईई
म्म्म्मपम्मूऊऊओस्स्सस्स्साालल्ल्ल कककूऊव म्म्मीरररर्रृिईई कचहूऊतततत्त म्मीईई ऊरर म्म्मीमररीइ
कककचहूऊतततत ककककूऊव प्पफाद्दद्ड ककक्कीए बब्बूवस्स्स्द्ड्दाा ब्बांन्नाआअ डदीईईई
आआहह द्दददाआाअलल्ल्ल्ल्ल न्न्न्ना आअ ब्ब्बबीत्त्ताआ एयियेसेज़्सी म्म्माीत्तत्त त्त्ताद्द्प्प्पाआअ
आअहह,,,,,,,,,,,,,,,,,मैने भी माँ की सिसकियाँ सुनी ऑर मस्ती मे टाँगो पर अपने हाथों की पकड़
मजबूत करते हुए पूरा लंड एक ही धक्के मे अंदर तक माँ की चूत की जड़ तक घुसा दिया ऑर घुसते ही
तेज़ी से स्पीड बढ़ा कर लंड को पूरा अंदर बाहर करने लगा ऑर धक्का भी पूरे ज़ोर से मारने लगा,,,,,,,,,,,,


आहह आब्ब्ब्ब्बबब आआय्य्ाआअ म्म्म्मा आआजजजजाआअ म्म्मीरररीई बबबीत्ताअ
अक़ााहह ईईआईसेससीए हहिईीई प्प्प्प्प्ुउउर्र्ररराआा म्म्म्मूओस्स्ससाााल्ल ददााल्लकक्क्ककके
कचहूऊद्ददड आआअप्प्पननन्िईीईई म्म्म्मा आआआ कककककक्कीईईईईईई कककचहूऊतततत्त ककककूऊव ऊऊऊ
आआआआहह ऊऊऊऊऊऊओह हयीईईईईईईईईईईई
आआआआआआआआआआअहह माँ की सिसकियों से एक मीठा ऑर उत्तेजिट्ट करने वाला शोर सारे
किचन मे गूंजने लगा था,,,माँ की चूत पानी छोड़ रही थी ऑर लंड को चिकना कर रही थी जिस से लंड
फिसल फिसल कर पूरा अंदर घुसने लगा था ऑर कुछ पानी माँ की चूत से बहता हुआ माँ की गान्ड के होल
पर लगते हुए किचन की शेल्व पर गिरने लगा था,,,,मेरी बॉल्स भी उस पानी से चिकनी हो गई थी ऑर जब भी 
मेरा पूरा लंड माँ की चूत मे घुस्सता तो मेरी बॉल्स माँ की चूत से टकराती ऑर चूत के पानी की वजह से
एक पच की आवाज़ होती,,,,,,,,,जैसे जैसे धक्का तेज होता गया लंड पूरा अंदर घुसने लगा वैसे वैसे हर
बार जब बॉल्स चूत से टकराती तो पाcछ्ह पह की आवाज़ भी तेज होने लगती ऑर माँ की सिसकियों के साथ 
मिलकर ये पाअकच पकककचह की आवाज़ ने एक अजीब ही महॉल बना दिया था किचन मे जो दिल मे मस्ती
की उमंग भरने के लिए काफ़ी था ,,,

माँ अपने ही हाथों से अपने बूब्स मसल रही थी ऑर बारी बारी से अपने बूब्स को अपने मूह मे भरके खुद
ही चुस्तो ऑर हल्के हल्के काट भी देती ऑर कभी बूब को पकड़ कर उसकी घुंडी को अपनी ज़ुबान से चाटने लग
जाती,,,,मैं भी अपनी स्पीड से माँ की चूत का बॅंड बजा रहा था ऑर माँ खुद भी अपने आप को ज़्यादा मस्त
करने की हर कोशिश कर रही थी,,कुछ देर बाद मैने भी मा की छूट मे लंड पेलते हुए अपने हाथ को
माँ की चूत पर रखा ऑर चूत के उपर वाले हल्के मास को अपनी उंगली ऑर उंगुठे से दबा कर सहलाने 
लगा था,,मैने भी माँ को ऑर ज़्यादा मस्त करने की अपनी कोशिश शुरू कर दी थी ऑर उसका असर भी होने लगा
था क्योंकि माँ की सिसकियाँ अब ऑर ज़्यादा तेज होने लगी थी शायद किचन के साथ साथ पूरे घर मे उसकी सिसकियों
का शोर गूँज रहा था,,,,,आआआआआआआआआअहह ब्बीत्त्त्ाआअ ईीसस उउउण्नग्ल्लिइीई 
ककककूऊ बभहिी ल्लुउउन्न्ड़डड़ क्की स्साआततह म्मीररीि कच्छूत्त म्मी ग्घुउस्साअ डीई आहह
आअहह उुउऊहह क्कीिट्त्न्ना ंमाज़्जा आ रर्राहहाअ हहाइी ,,तभी माँ के बदन ने भी झटके लेने
शुरू कर दिए ऑर कुछ ही देर मे माँ की चूत ने पानी छोड़ दिया जो माँ की चूत से होते हुए शेल्व पर ऑर
फिर किचन के फ्लोर पर गिरने लगा माँ अब भी सिसकियाँ ले रही थी ऑर ज़ोर ज़ोर से चोदने को बोल रही थी मैं
भी पूरी तेज़ी से लंड पेलते हुए उंगली को भी माँ की चूत से दबा कर सहला रहा था,,माँ का पानी निकलना 
बंद हो गया था लेकिन सिसकियाँ अभी तक पूरे ज़ोर पर था ऑर उतने ही ज़ोर पर थी उनकी लालसा मेरे लंड को अपनी
चूत मे ऑर ज़्यादा अंदर तक लेने की,,,,,,आहह उूुुुउऊहह आअहह
हमम्म्मममममममममममममम उूुुुुुुुुुुउऊहह
र्ररुउुऊउक्कणणाआ न्नाहहिईिइ ब्बीत्ताआ ईएआईसेसीई हहिि ट्टीएजज़्ज़्जिई सससी प्प्प्प्प्प्ूउर्र्र्ररराआआआअ
म्म्म्म्मूऊवस्साअलल्ल्ल उूउउन्न्ड़दर्र्र ग्घूउऊउस्स्साआ क्काआररर ककककचहूऊडदड़त्ट्टीईईईईई
रर्रााहहूऊओ आअहह ,,


मैं समझ गया कि एक बार पानी निकलने के बाद भी माँ की संतुष्टि
नही हुई थी अब उसका 2न्ड राउंड शुरू हो गया ,,,,,,,,,,,ऑर संतुष्टि होती भी कैसे साली रंडी को एक टाइम मे
2 लंड लेने की आदत थी वो भी एक नही कम से कम 4 बार,,,,,,,जब तक 2 लंड से चुदाई के बाद उसका 4 बार 
पानी नही निकलता था उसको चैन नही आता था इसीलिए तो एक बार पानी निकालने के बाद भी ही तुर्रंत दोबारा से
चुदाई को तैयार हो गई थी,,,,,,,

करीब 10 मिनिट ऐसे ही चोदने के बाद मैने माँ की चूत से लंड निकाल लिया ऑर माँ को एक साइड करके लेटा
दिया जिस से माँ ने अपनी लेफ्ट आर्म को एल्बो से बेंड करके किचन की शेल्व पर रखके उसका सहारा ले लिया ऑर
टाँगो को भी एक साइड कर लिया ,,मैने माँ की एक टाँग को उपर उठा कर हाथ मे पकड़ लिया ऑर लंड को 
माँ की गान्ड पर रखा माँ ने भी खुद को हल्का सा हिला कर अपने आप को अड्जस्ट किया ताकि मैं लंड को
आराम से गान्ड मे घुसा सकूँ ,,मैने भी लंड को गान्ड पर रखा ऑर हल्के से धक्का लगाया लेकिन लंड
अंदर नही गया तभी माँ ने किचन की शेल्व पर रखी एक आयिल की बॉटल की तरफ़ इशारा किया मैने जल्दी से
जाके वो बॉटल उठाई ऑर वापिस आ गया फिर लंड पर खूब सारा आयिल लगा लिया ऑर फिर हाथ पर खूब सारा आयिल
लेके हाथ को माँ की गान्ड के पास किया ऑर दूसरे हाथ से माँ की गान्ड पर आयिल लगाने लगा,,एक हाथ पर आयिल
था ऑर दूसरे हाथ की उंगलियों को आयिल मे डुबो कर माँ की गान्ड पर लगाते हुए उंगली को माँ की गान्ड मे 
डाल देता ऑर इस तरह थोड़ा आयिल माँ की गान्ड मे भी चला जाता फिर उंगली माँ की गान्ड मे अंदर करके हर
तरफ घुमा देता जिस से चारो तरफ आयिल लग जाता,,मैने अपने हाथ का सारा आयिल माँ की गान्ड पर लगा दिया 
ऑर जो हाथ पर थोड़ा सा बच गया उसको अपने लंड पर अच्छी तरह हाथ आगे पीछे करते हुए मलने लगा फिर से
माँ की टाँग को हाथ मे पकड़ा ऑर उपर उठा दिया फिर लंड गान्ड पर रखा ऑर हल्का सा धक्का दिया तभी लंड
फिसल कर पूरा अंदर चला गया लंड ऑर गान्ड दोनो आयिल से इतने ज़्यादा चिकने हो गये थे कि मेरे हल्के से
धक्के से ही लंड पूरा अंदर चला गया ऑर मैं खुद को संभाल नही सका ऑर मेरी टाँग हल्की सी शेल्व
से टकरा गयी लेकिन माँ को एक एक झटके ने बहुत मज़ा दिया ऑर मस्ती मे माँ की सिसकियाँ एक दम से शुरू हो
गई ऑर मैं भी लंड को आगे पीछे करने लगा मेरा लंड बड़े आराम से फिसल फिसल कर अंदर जाने लगा एक
तो माँ की गान्ड इतनी ज़्यादा खुली थी उपर से इतना सारा आयिल लगा हुआ था कि लंड हल्के से धक्के से पूरा अंदर
घुसता चला जाता था ऑर माँ को मस्त कर देता साथ ही मेरे मे भी मस्ती भरने लग जाती ऑर मैं हल्के -2
स्पीड तेज करने लग जाता,,,अब गान्ड मे इतना ज़्यादा मज़ा आने लगा कि मेरी भी सिकियाँ शुरू हो गई ऑर मैं
भी माँ का साथ देने लगा ,,,,,,,,,,,,,,,
Reply
12-20-2018, 04:00 PM,
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
आहह म्म्म्मaमममममाआआआ आअपपककक्कीईईईई
गगगगगगाअंन्न्न्ँaदडड़ ब्ब्ब्बबभहूुूथत् म्माअस्स्टटत् हहाऐईयईई ईट्त्न्नाअ ंमाज़्ज़जा कच्छूवततत्तत्त
म्म्मवईए न्न्नाहहीी आट्टाअ ज्जििट्त्न्नाअ आपपक्कीईईई गगाणन्ँदडड़ म्म्मजईए आअत्त्ताअ हहाइईइ दडील्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल
कककाररर्त्त्ताआ हहाइईइ एआईसीए हहिि ल्ल्ल्लुउउन्न्ड़डड़ ग्घहुउस्स्साअ क्काररर आप्प्पक्कीी गग्ग्गाणन्ँद्दद्ड
ककक्कूव कचछूड्ड़तता र्रहहुउ ककब्भिि ब्बाहरारररर न्नाहहीी क्काररुउउ आपपन्ंनईए ल्ल्लुउउन्न्ड़डड़
कक्कूव आहह कक्क्क्यय्याअ म्म्म्मा स्स्थथतत्त गग्ग्गाणन्न्ँदडड़ हहाइईईई इट्टन्ननी ब्बाआद्ददडिईईई ऊओर
म्माम्मूओततीईइ म्म्माउस्स्थटत्त ग्गगाणन्ँद्दद्ड म्म्मीड ल्ल्लुउन्न्ड्ड़ दददााल्लक्क्कीए कचहूऊओद्दद्ड़नणनी
ककक्काा म्म्माडअज़्जजजाअ हहिि ककुउउक्च ऊओररर हहाऐी आहमम्म्माआआआआआ ब्भ्हुउत
म्म्म्मतमाआज़्जजज्जाआ आआ र्र्र्ररराहहााअ हहाइईईई उउउहह,,,,,,मेरी 
स्पीड काफ़ी तेज थी ऑर उस से भी ज़्यादा तेज थी मेरी सिसकियाँ,,,,,,,,,


माँ भी मस्ती मे अपने हाथ को अपने बूब्स पर रख कर सहला रही थी ऑर ज़ोर से दबा रही थी फिर गार्डेन
को हल्के से नीचे करती ऑर बूब को हाथ मे पकड़ कर उपर करके मूह मे भर लेती ऑर हल्के हल्के काट-ती
हुए चूसने लगती,,,,,,फिर माँ ने अपने हाथ को आपकी गान्ड पर रखा ऑर गान्ड से हल्का सा आयिल अपने हाथ 
पर लगा लिया फिर आयिल लगे हाथ से अपने बूब्स की कस कस के मसल्ने लगी,,,,हाथ की पकड़ तो पूरी तेज थी माँ
की ऑर मजबूती से माँ अपने हाथ से बूब्स को दबा रही थी लेकिन आयिल की वजह से बूब हाथ से फिसल जाता 
जिसका एक अलग ही मज़ा आने लगा था माँ को जो उसकी सिसकियों से पता लग रहा था,,तभी माँ ने मेरा हाथ 
पकड़ा जो माँ की टांग पर था उसको पकड़ कर अपने बूब पर रख दिया मेरे उस हाथ पर खूब सारा आयिल
लगा हुआ था जिसमे से काफ़ी आयिल माँ की टाँग पर लग गया था जहाँ से मैने माँ की टाँग को पकड़ा हुआ था,,
लेकिन अभी भी हाथ पर काफ़ी आयिल बाकी था जिस से मैं माँ के बूब्स को दबाने लगा लेकिन माँ का बूब हाथ 
से फिसल जाता ऑर तभी माँ की सिसकी तेज़ी से निकल जाती,,तभी मैने माँ की उस टाँग को जो माँ ने खुद ही अपनी
हिम्मत से हवा मे उठाई हुई थी उसके अपने शोल्डर पर रखा ऑर माँ को करीब खीच लिया ऑर अपने
दोनो हाथों को माँ के बूब्स पर रख दिया ऑर तेज़ी से थोड़ा ज़ोर लगा कर दबाने लगा दोनो हाथ आयिल से पूरी
तरह चिकने हो गये थे जो मजबूती से फिसल फिसल कर माँ को मज़ा देने लगे थे ,,,,आआहह
ब्ब्बबबीएतत्टाआआ ऊऊररररर ज्ज्ज्जूऊर्ररर सस्स्सीए म्मास्सल्लूऊ म्म्मीसररीए ब्ब्बूओबब्बसस्स कककूऊऊ
ऊऊओरर्र्रर ट्टीएजज़्ज़ििीइ सस्स्स्सीए आहह ज्ज्ज्ूओद्दड़ ससीए द्डब्बा क्काअरररर म्मास्सल्लूऊ अहह
आहह उउउहह माँ की मस्ती पूरे ज़ोर पर थी तभी मेरा ध्यान पास ही पड़ी हुई एक
सब्ज़ी की बास्केट पर गया जिसमे मैने उसमे से एक बेंगन उठा लिया जो मेरे लंड जितना ही मोटा ऑर लंबा था
माँ मेरी तरफ गौर से देखने लगी शायद सोच रही थी कि इस बेंगन का मैं क्या करने वाला हूँ क्योंकि 
जहाँ तक मेरा ख्याल था माँ के पास शुरू से ही कोई ना कोई लंड तैयार रहता था उसको चोदने के लिए,,कभी
डॅड का,,,,,,फिर मामा का,,,ऑर बाद मे विशाल का लंड भी तो तैयार हो गया था ऑर सबसे लास्ट मे मेरा भी 
नंबर लग गया था इसलिए माँ को कभी बेन्गन की ज़रूरत ही नही पड़ी होगी,,माँ मेरे को अजीब नज़रो से
देखती जा रही थी,तभी मैने पास मे पड़ी हुई आयिल वाली बॉटल भी उठा ली लेकिन इस सब काम के बीच माँ की
टाँग अभी भी मेरे शोल्डर पर थी ऑर लंड माँ की गान्ड मे आगे पीछे हो रहा था लेकिन स्पीड थोड़ी
स्लो ज़रूर हो गई थी,,,,,



मैने पास ही पड़ी आयिल की बॉटल से कुछ आयिल लिया ऑर उसको बेंगन पर लगा दिया ऑर अच्छी तरफ से दोनो हाथो से उसको बेंगन पर हर तरफ लगा कर बेन्गन को चिकना कर दिया ऑर फिर बेंगन को माँ की चूत पर रखा
ऑर माँ की तरफ देखा तो माँ के चेहरे पर एक मस्ती भरी मुस्कान थी,,,मैने बेंगन को माँ की चूत 
पर रखते ही जल्दी से अंदर घुसा दिया ऑर जैसे लंड की स्पीड कुछ देर पहले थी गान्ड को चोदने की उतनी ही
स्पीड से बेंगन को अंदर बाहर करते हुए माँ की चूत को बेंगन से चोदने लगा ऑर वापिस लंड की स्पीड
भी गान्ड मे तेज कर दी ऑर लंड को वापिस तेज़ी से माँ की गान्ड मे पूरा अंदर तक घुसाने लगा,,,,माँ को अब
2 लंड का मज़ा आने लगा,,,,,,,,,,,,,,,,,आआआआआआआआआहह उूुुुुुुुुुुउऊहह
म्म्म्मी ररर्राआ बबबीत्ताअ क्कीिट्त्न्नाआ क्क्हाअय्याल्ल रृाक्खहट्ता हहाीइ म्मेरर्राा क्कीिट्त्न्नाअ
ंमाज़्जाआ द्दीत्त्ताअ हहाीइ मम्मूउज़्झहहीए वउूओ बहिी ईककक ल्लुउन्न्ड़डड़ सीए 2 ल्लुउउन्न्ड़डड़ क्काअ
ंमज़्ज़जाआ,,,,,,,,,,,,,,,,ककक्क्क्ययययउउुउउ म्माआ म्ंओमाज़्ज़जाअ आआ र्राहहाअ हहाइईइ न्नाआआ ,,,,,,,,
,,,,,,,,,हहानं ब्बेतत्टाअ बभ्हुत्त् ंमाज़्जाआ एयेए रर्राहहाअ हहाऐईयइ टतेरेरी स्साटतह ततूऊऊ
व्वाईीइसससी बभीी बभ्हुत्त् ंमाज़्जाअ आट्टाअ हहाऐईयइ क्क्कययउउऊऊक्कीी ततुउउ आक्कील्ला हहिि 2 ल्लुउन्न्ड्ड़
क्काअ ंमाज़्जा डदीएतता हहाइईइ अप्प्पपननीी म्माआ क्कू ,,,म्माअंमा ऊओरर ववीिसशहाआाालल्ल्ल
क्क्कीिई क्काममी क्का ईईएहहस्साआअसस्स ब्ब्बभहिईिइ न्न्नाहहीी हहूननी द्द्द्दीत्ताअ,,,,,,आहह
बब्बेतटटा एआईसी हहीी म्ंनमाज़्ज़जा द्द्दीतते र्रर्राहहू आप्प्पनन्ी म्म्मातआ कक्कूव ऊओरर त्त्टीज्जूऊओ
सस्स्सीए ल्लुउन्न्ड्ड़ दद्दाल्ल्लूओ म्माआ क्कीईइ गगाणन्दड़ म्म्मयईए ऊओरर त्टीज्जजििीइ ससी चहूओद्दूऊऊओ
म्म्म्मएममीर्ररिइ कचूऊऊथततटतत्त ककककूऊव ब्बांनन्गगुउुन्न्ञन् सस्सीई आअहह उुउऊहह


माँ सिसकियाँ लेती रही ऑर मैं माँ की गान्ड को लंड से ऑर चूत को बेंगन से तेज़ी से पूरा अंदर घुसा कर
चोदता रहा,,,करीब 15 से मिनिट तक ऐसे ही चोदने के बाद मेरा पानी निकलने वाला हो गया ऑर मैने लंड
की स्पीड को गान्ड मे धीरे कर दिया ऑर बेंगन को माँ की चूत मे तेरी से अंदर बाहर करने लगा माँ को
शायद पता चल गया कि मैं ऐसे क्यू कर रहा हूँ मैं माँ के साथ ही झड़ना चाहता था 
Reply


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