Desi Chudai Kahani Naina-नैना
07-17-2017, 12:28 PM,
#1
Desi Chudai Kahani Naina-नैना
नैना 

ज़िंदगी अचानक से तब्दील हो गयी थी. सब कुछ ऐक दम से बदल गया था. बहारें

अच्छी नही लगती थी और ना ही किसी चीज़ मे कोई मज़ा आ रहा था. बेडरूम की

खिड़की से आने वाली सूरज की रोशनी पहले कितनी अच्छी लगा करती थी लेकिन अब

इस रोशनी मे भी वो खूबसूरती नही रही थी.

नैना अभी इन्ही सोचों मे गुम थी कि बाहर से शान की ज़ोरे दार आवाज़ ने

जैसे नैना को डरा सा दिया. शान ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रहे थे कि जल्दी

नाश्ता लगाओ मुझे ऑफीस से देर कर्वाओ गी क्या?

यह सुनते ही नैना भागती हुई किचन की तरफ़ गयी और फ़ौरन टेबल पे नाश्ता लगा दिया.

रोज़ की तरह आज भी शान का मूड ठीक नही था. ऐक वो दिन थे जब शान सुबह का

आगाज़ नैना के लिप्स पे ऐक लोंग डीप किस के साथ करते थे और जब तक यह किस

ना होजाता शान को नाश्ता करने का मज़ा ना आता था. और ऐक यह दिन थे कि शान

और नैना नाश्ता की टेबल पे खामोशी से बैठे नाश्ता कर रहे थे कि जैसे ऐक

दूसरे को जानते ही ना हों.

नैना उमर मैं कोई 28 बरस की थी. ज़िश्म बिल्कुल 22 साल की जवान लर्की की

तरह. पतली कमर, दिखने मैं लगे कि अभी झुकने से जिसम दो टुकड़े हो जाए गा.

हिप्स भरे हुए और ब्रेस्ट ऐसे कि देखने वाला देखता ही रह जाए. नीले रंग

की शलवार कमीज़ मे बहोत ही प्यारी लग रही थी नैना. शान भी कोई कम खूबसूरत

नही थे 5-10 इंच कद चौड़ा सीना और बहोत की खूबूरत स्मार्ट जिस्म कि कोई

भी लर्की फिदा हो जाए. लेकिन यह खूबसूरती सिर्फ़ बाहर के लोगों के लिये

थी ना कि इन दोनो के आपस के बीच.

नाश्ता करते हुए नैना ने खामोशी को तोड़ते हुए पूछा कि आज ऑफीस से कितने

बजे वापसी होगी? शान ने गुस्से मे जवाब दिया क्यूँ?

नैना: जी वो मुझे कुछ कपड़े लाने बाज़ार जाना था तो सोचा आप आ जाए तो

इकट्ठे चले. शान ने दोबारा घुसे से कहा क तुम्हारा फज़ूल खर्ची क एलवा और

कोई काम हे भी या नही. और गुस्से से नाश्ता छोड़ते हुए ऑफीस की तरफ़ निकल

गये. नैना बस पीछे से जैसे आवाज़ ही देती रह गयी कि नाश्ता तो करते जाओ.

नैना फिर वहाँ नाश्ते की टेबल पे बैठ गयी और कुछ सोचने लगी. ऐक वक़्त था

कि नाश्ते की टेबल पे शान की बाते ही ख़तम नही होती थी. सुबह का आगाज़ इस

तरहा से होता था कि जैसे पूरे साल की खुशियाँ आज ही मिल गयी हों. ऑफीस

जाने से पहले शान नैना को ज़ोर से गले लगाते और डीप लीप किस करने के बाद

रवाना होते.

यही सोचते हुए नैना ने टेबल से तमाम बर्तन उठाए और किचन मे रख के दोबारा

अपने कमरे मे आ गयी और अपना बिस्तेर ठीक करने लगी. और सफाई के दौरान बेड

के तकिये के नीचे से शान की तस्वीर निकाली और इस तस्वीर को देख के ऐक

दफ़ा फिर नैना कहीं खो गयी.

यह तस्वीर आज से 3 साल पुरानी थी जब शान का रिश्ता नैना क लिये माँगा गया

था और यह तस्वीर नैना को दिखाने के लिये दी गयी थी. शान पिक्चर मैं बहोत

खूबसूरत लग रहे थे. शान और उन के पेरेंट्स आज से 3 साल पहले नैना की

फॅमिली के साथ मिले थे और उन्है पहली नज़र मे ही नैना अच्छी लग गयी और

रिश्ता माँग लिया.

नैना की अम्मी और शान की अम्मी ऐक ही स्कूल ओर कॉलेज मैं पढ़ती थी और

शादी के बाद फिर दोबारा उस वक़्त मिली जब दोनो के बचे जवान हो चुके थे.

नैना इक्लोति बेटी जब कि शान भी इक्लोता ही बेटा था. दोनो फॅमिलीस की

मुलाक़ात अचानक ऐक दिन एरपोर्ट पे होगयी शान की फॅमिली अमेरिका से आ रही

थी और नैना और उस की फॅमिली नैना के अब्बू को सी ऑफ करने गये थे.

नैना उस दिन ब्लॅक शलवार कमीज़ मे थी. एर पोर्ट पे हर बंदा बस नैना को ही

देखे जा रहा था. जिस्म ऐसा कि जैसे किसी ने संगे-मरमर को तराश के ऐक मूरत

बना दी हो. काले लिबास मे नैना का सॉफ शॅफॉफ चेहरा सब को आकर्षक दिख रहा

था. पतली कमर, राउंड हिप्स, बूब्स ऐसे कि दिल करे कि नज़र ही ना हटे. और

ऐसे मैं शान की नज़र उस पे पड़ी तो बस जैसे दीवाना से होगया और एरपोर्ट

पे ही अपने पेरेंट्स से कह दिया कि मुझे तो बस नैना से ही शादी करनी है.

नैना को भी को शान ऐक नज़र मे जैसे पसंद आ गया हो. और इस तरह एरपोर्ट पे

ढेर सारी बाते करते हुए दोनो फॅमिलीस अपने अपने घरों को चली गयीं.

नेक्स्ट डे नैना सो के उठी तो अम्मी ने उसे बताया कि जल्दी से तैय्यार हो

जाओ तुम्हारे रिश्ते के लिये आ रहे हैं शान और उस की फॅमिली. यह सोच के

जैसे हैरान सी हो गयी कि अभी कल ही मुलाक़ात हुई और आज रिश्ता. इतने मे

नैना की अम्मी ने दोबारा शान की अम्मी से बात की और कहा कि शान की कुछ

पिक्चर्स भी साथ ले आइये गा फॅमिली वालों को दिखाने के लिये. और यह कह के

किचन मे चली गयीं.

नैना अभी उस तस्वीर को ले के ख़यालों मे गुम थी कि अचानक डोर बेल बजी और

उसे ख़याल आया कि दूध वाला कब से बेल दे रहा था और वो उस तस्वीर के अतीत

मे ही गुम हुई पड़ी है. जल्दी से किचन से बर्तन लिया और दूध ले के किचन

मे चूल्‍हे पर चढ़ाया बाय्ल करने के लिये. और दोबारा रूम मे आ के चीज़े

समेटने लगी. सारा कमरा साफ करने के बाद वो फोटो आल्बम ले के बैठ गयी और

अपनी एंगेज्मेंट के फोटो देखने लगी.

--------------

रिश्ते से तो इनकार जैसे किया ही नही था नैना या उस की फॅमिली ने और झट

से दोनो खानदान ऐक हो गये थे. और नेक्स्ट वीक ही एंगेज्मेंट की रसम रख

दी. एंग़ेज़मेंट वाले दिन तो जैसे नैना ने क़यामत ही ढा दी थी शान पे.

गुलाबी रंग के जोड़े मे किसी गुलाब से कम नही लग रही थी. शान का तो जैसे

दिल कर रहा था कि अभी उठे और यहाँ सब के सामने नैना को अपनी बाँहों मे ले

दुनिया से बेख़बर हो के प्यार मे गुम हो जाए. लेकिन ऐसा हो नही सकता था.

नैना भी शान की आँखों मे यह देख के समझ गयी थी कि शान के दिमाग़ मे क्या

चल रहा है और दुपट्टे से अपना सीना छुपा लिया और थोड़ा शर्मा सी गयी. वो

रात तो जैसे नैना और शान के लिये ज़िंदगी की सब से लंबी रात थी. इधर शान

नैना को सोच सोच के तडप रहा था और उधर नैना खुशी से फूले नही समा रही थी.

बस टाइम था कि जैसे गुज़र ही नही रहा था. ऐक दम से जैसे ज़िंदगी मे बहोत

कुछ हासिल हो गया हो.

-------------

नैना अभी इसी सोच मे गुम थी कि किचन से कोई आवाज़ आइ. और ऐक दम से दौड़ते

हुए वो किचेन मे गयी और देखा कि दूध बाय्ल हो के बर्तन से बाहर गिर गया

था. और अपने आप को कोसते हुए चूल्हा सॉफ करने लगी.........

नैना किचन से वापिस आइ और दोबारा पिक्चर्स देखने लगी और फिर अपने अतीत मे खो गयी.

----------

एंगेज्मेंट के बाद शान का नैना के घर आना जाना शुरू हो गया. शान को ऐक

कंपनी मे प्रॉजेक्ट मॅनेजर की पोस्ट पे जॉब मिल गयी थी और नैना का घर उस

की कंपनी के रास्ते मे ही पड़ता था. शान हर दूसरे दिन ऑफीस से वापसी पे

नैना के घर से चक्कर लगाता हुआ जाता था. एंगेज्मेंट को कोई 3 महीने गुज़र

गये थे और शान अब नैना के घर ऐक फॅमिली मेंबर की तरह हो गया था. सो अगर

कभी शान नैना के कमरे मे चला जाए या दोनो अकेले बैठ के बाते कर रहे हों

तो नैना के पेरेंट्स मे से किसी कोई ऑब्जेक्षन ना होता था.

----------

नैना अभी पिक्चर्स देख ही रही कि नेक्स्ट पिक्चर ने जैसे ऐक दम से ऐक नयी

दास्तान सुना दी हो. पिक्चर मे नैना ऐक हाथ मे फूलों का गुलदस्ता लिये

खड़ी थी और ऐक हाथ मे आइस क्रीम थी. यह वो रात थी जिस मे नैना की ज़िंदगी

मैं ऐक बहोत बड़ा ट्विस्ट आया था. यह वो रात थी जब नैना और शान फर्स्ट

टाइम डिन्नर के लिये अकेले गये थे.

--------

नैना के अबू बिज़्नेसमॅन थे इस लिये उन्है हर महीने इंटरनॅशनल विज़िट के

लिये जाना पड़ता था और शायद यही वजह थी कि शान और नैना का मिलाप भी एर

पोर्ट पर ही हुआ था नैना और उसकी अम्मी सी ऑफ करने गये थे और शान और उस

की फॅमिली अमेरिका से आ रही थी. आज भी कुछ ऐसा ही हुआ था नैना के अबू को

3 दिन के लिये आउट ऑफ कंट्री जाना था और वो सुबह की पहली फ्लाइट से चले

गये. शान ने रात को नैना और उस की अम्मी के साथ डिन्नर का प्लान किया और

उन्है फोन पे बता दिया की वो आज कहीं आउट डिन्नर करेंगे .

नैना की अम्मी ने तो जाने से इनकार कर दिया और कहा कि उन्हों ने अपनी उमर

गुज़ार ली अब तुम दोनो चले जाओ और कहाँ मैं कबाब मे हड्डी बन क तुम दोनो

को डिस्टर्ब करती रहूं गी. शान की तो जैसे चाँदी ही हो गयी. ठीक रात 8

बजे वो नैना क घर पहॉंच गया. और जा के नैना की अम्मी से गुप शुप करने

लगा. नैना कहीं नही दिख रही थी. शान के पूछने पे नैना की अम्मी ने कहा वो

तैय्यार हो रही हे अपने रूम मे और बस आती ही होगी.

क्रमशः..........
Reply
07-17-2017, 12:28 PM,
#2
RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
गतान्क से आगे.......

थोड़ी ही देर मे नैना अपने कमरे से निकली और शान को तो जैसे रात मे ही

दिन लगने लगा. नैना रेड कलर के बहोत ही फिटिंग वाले ड्रेस मे थी. ऊँची

कमीज़, शलवार जैसे हिप्स से चिपक सी गयी हो. और आज तो कमीज़ का गला भी

काफ़ी डीप था के नैना का सीना भी दिख रहा था. शान तो जैसे देखता ही रह

गया नैना की खूबसूरती को और दिल ही दिल मे जैसे शुकर अदा करने लगा ऊपेर

वाले का के उस ने उसे इंतहा खूबसूरत जीवन साथी दिया.

---------------

नैना इन्ही सोचों मे गुम थी कि फोन की घंटी बजी. दूसरी तरफ़ शान ने

गुस्से से कहा कि तुम्है कितनी दफ़ा कहा है कि मेरी चीज़ों को मत छेड़ा

करो जहाँ पड़ी होती हैं वहाँ ही पड़ी रहने दिया करो. मेरी ऐक फाइल थी वो

अब गाड़ी मे नही है कहाँ गयी? नैना ने निहायत धीमी आवाज़ मे कहा कि वो

फाइल तो आप ने कल वापिस ऑफीस भिजवा दी थी क्योंकि आप के अकाउंटेंट ने उस

पे कुछ वर्किंग करनी थी. बजाय इस के, कि शान नैना को सॉरी कहता अपने इस

रवैये पे उल्टा नैना को ही गुस्सा हो के बोला तो सुबह बता नही सकती थी

मुझे??????? और गुस्से से फोन बंद कर दिया. नैना तो जैसे अल्फ़ाज़ मूँह

मे दबाए ही रह गयी.

----------------

वापिस आ के दोबारा पिक्चर को देखने लगी. शान ने नैना को पिक किया और

डिन्नर के लिये निकलने लगे. गाड़ी मे बैठे ही थे कि नैना की अम्मी की

आवाज़ आइ कि एहतियातन घर की चाबी ले जाओ. मैं मेडिसिन ले के सो जाउन्गि .

कहीं ऐसा ना हो कि तुम लोग आओ और मैं सोती रहूं. सो लॉक खोल के अंदर आ

जाना. नैना ने घर की चाबी ली और गाड़ी मे बैठ गयी. शान की गाड़ी सीधा ऐक

बहोत ही अच्छे रेस्टोरेंट मे पहॉंच गयी और वहाँ वो डिन्नर करने लगे.

डिन्नर के बाद वो ऐक साइड पे पैदल चल दिये और फूलों वाली दुकान से नैना

के लिये कुछ फूल खरीदे शान ने. तब दोनों ने डिसाइड किया कि सामने

आइस्क्रीम पार्लर से आइस्क्रीम खाई जाए और वहाँ आइस्क्रीम खाने लगे. और

वहाँ शान ने यह पिक्चर अपने कॅमरा मे सेव कर ली. (जो कि इस वक़्त नैना के

सामने पूरी दास्तान सुना रही थी). रात के 11:30 बज रहे थे. नैना ने घड़ी

को देखा और शान को कहा कि काफ़ी देर हो गयी है अब घर चलना चाहिये. आप

मुझे ड्रॉप कर दें. इस पे शान ने कहा कि उस के पेरेंट्स भी घर पे नही हैं

सो वो भी नैना के घर ही रहे गा और आंटी को वो पहले बता के आया था. पहले

तो नैना थोड़ा डर सी गयी बट जब शान ने कहा कि वो आंटी को बता के आया है

तो नैना को तसल्ली हुई. ठीक 12 बजे वो दोनो घर पहॉंच गये. दोनो ने आराम

से मेन गेट ओपन किया और घर के अंदर दाखिल हो गये.

नैना की अम्मी गहरी नींद सो रही थी. नैना ने शान को उस का कमरा दिखा दिया

और खुद अपने कमरे मे चली गयी. बट शान को तो जैसे नींद ही नही आ रही थी और

वो भी नैना के कमरे मे चला गया. नैना घबरा सी गयी और नज़रों ही नज़रों मे

जैसे सवाल किया हो के मेरे रूम मे क्यूँ? तो शान ने कहा कि बैठो बाते

करते हैं ना. नींद नही आ रही. नैना ने कहा ओके बाबा बट पहले चेंज तो कर

लें ड्रेस. और नैना ने शान को ऐक ट्राउज़र शर्ट दे दिया जो उस के अब्बू

का था. और कहा कि अपने रूम मे जा के चेंज कर के आ जाए और खुद भी चेंज

करने चली गयी.

शान जल्दी से रूम मे गया और चेंज कर के नैना के रूम मे वापिस आ गया. नैना

अभी वॉशरूम मे ही थी और शायद बाथ ले रही थी. शान वहाँ बैठ गया और सामने

पड़ी बुक्स पे ऐक नज़र डालने लगा.

थोड़ी देर मे बाथरूम का दरवाज़ा खुला और नैना बाहर आइ. शान को ऐक दफ़ा

फिर 10000 वॉट का ज़ोर का झटका लगा. नैना गीले बालों मे नाइट ड्रेस पहले

बाहर निकली. उफ़फ्फ़ क्या क़यामत बरसा रही थी. नहा के तो जैसे ऐसे लग रही

थी जैसे गुलाब कि फूल के ऊपेर शबनम के क़तरे गिरे हुए हूँ. कपड़े जैसे

जिस्म के साथ चिपक से गये थे. जिस्म गीला होने की वजह से पूरा जिस्म ऐक

आग बरसा रहा था. थोड़ा सा गौर करने पे पता चला कि नैना के ब्रेस्ट्स मे

कुछ चेंज दिख रहा है. थोड़ा मज़ीद गौर किया तो पता चला कि नैना ने तो

ब्रा ही नही पहनी. ऐक और करेंट का झँकता शान को जैसे तडप सा गया.

नैना आ के बेड पे बैठ गये और बोली जी जनाब क्यू नही नींद आ रही आप को.

अभी नैना ने सवाल पूछा था तो शान ने कहा वो ऐक मिनट वॉशरूम से हो के आता

है. और सीधा नैना से इजाज़त ले कर नैना के रूम के वॉशरूम मे चला गया. डोर

लॉक करते ही सब से पहले उसने वहाँ लटके नैना के कपड़े देखे. और उस का शक

ठीक निकला नैना के कपड़ो के नीचे उसकी ब्रा भी मौजूद थी. आहह यह वोही

ब्रा थी जिस ने आज पूरा दिन नैना के दूध से सफैद ब्रेस्ट्स को अपने अंदर

छुपा रखा था. शान तो जैसे पूरी ब्रा का एक्स्रे कर रहा था कि अचानक नज़र

ब्रा पे लगी स्टिकर पे पड़ी. 36 कॉलेज गर्ल साइज़. यानी नैना का साइज़ 36

था. नैना के ब्रा को हाथ मे ले शान को अभी से नैना के ब्रेस्ट्स अपने

हाथों मे फील होने लगे और शान को ट्राउज़र के अंदर कुछ हरकत महसूस होने

लगी. शान ने फ़ौरन ब्रा को अपने जगह रखा और खुद पे कंट्रोल किया और मूँह

हाथ धो के वॉशरूम से बाहर आ के मुस्कुराने लगा.

--------------------

शान और नैना आपस मे बाते करने लगे और शान था कि उस से उस की मुस्कुराहट

कंट्रोल नही हो रही थी. क्योंकि बाथरूम के अंदर अभी अभी जो वो हरकत कर के

आया था वो उस के ज़हन मे बार बार आ रही थी. नैना भी शान को देख के शान की

मुस्कुराहट को अब्ज़र्व करते हुए आख़िर बोल ही पड़ी कि शान खैर तो है ना

मैं नोट कर रही हूँ जब से आप वॉशरूम से वापिस आए हैं मुस्कुराए जा रहे

हैं.

शान अब नैना को क्या बताए कि वो क्यू मुस्कुरा रहा है. बस कह दिया कि नही

कोई बात नही ऐसे ही मुस्कुरा रहा हूँ. ळैकेन नैना ने कहा कि शान कुछ तो

वजा हे जो आप ऐसे मुस्कुरा रहे हैं. शान ने कहा नही ऐसी वाक़ई कोई बात

नही. नैना ने कहा ओके अगर ऐसी कोई बात नही है तो आप अपने रूम मे जा सो

जाओ. यह सुन के शान ने सवालिया नज़रों से नैना को देखा, ऐक मिनट के लिये

कुछ सोचने लगा और फिर नैना को बोला. नही मैं नही बताऊं गा, मुझे डर है कि

तुम वजह सुन के नाराज़ ना हो जाओ.

नैना: अरे ऐसी भी क्या वजह है कि मैं नाराज़ हो जाऊं?

शान: नही ना प्ल्ज़. वजह है ही ऐसी कि मैं नही बता सकता और फिर मुस्कुरा

दिया. (दिल मैं सोच रहा था कि वो नैना को क्या बताए कि वो उस की ब्रा से

खेल कर आया है वॉश रूम मे?)

नैना: अरे डरिये नही वैसे भी रात का 1 बज रहा है और इस टाइम मेरे और आप

के अलावा रूम मे है भी कोई नही सो बी रिलॅक्स्ड आंड बता दे.

यह सुन के शान को थोड़ा हौसला हुआ और मुस्करा के बोला कि मैं बताउन्गा

नही बट कुछ कर के दिखाउन्गा जिस से तुम्हे वजह समझ आ जाए गी मेरे

मुस्कुराने की. नैना थोड़ा हैरान हुई लैकेन फिर बोली ओके. शान ओके वेट

हियर

मैं अभी आया और यह कह के वॉशरूम मे चला गया.

वॉशरूम मैं जा के शान ने अपनी शर्ट उतारी और नैना की ब्रा पहन ली. हुक तो

बॅक से बंद ना हो सकी बट ऐसी ही लटका ली जिस्म पे और वॉशरूम से ही नैना

को आवाज़ लगाई कि अपनी आँखे क्लोज़ करे. नैना ने कहा ओके. शान ने वॉशरूम

से पहले अपना मुँह बाहर निकाला जस्ट टू कन्फर्म कि नैना की आँखे क्लोज़

हैं कि नही. नैना की आँखे क्लोज़ नही थी. शान ने कहा चीटिंग नही आँखे

क्लोज़ करो पहले. सो नैना ने आँखे क्लोज़ की और शान नैना की ब्रा सीने पे

लटकाए वॉशरूम से बाहर आ गया और नैना को कहा ओपन युवर आँखे.

नैना ने जैसे ही आँखे ओपन की तो जैसे ऐक दम से घबरा सी गयी शान की इस

हरकत पे बट दूसरे ही लम्हे शान की हालत देख के अपने ज़ोर से हँसने पे

कंट्रोल ना कर सकी और पेट पे हाथ रख के ज़ोर ज़ोर से हँसने लगी. और साथ

साथ शान को बोलने लगी कि वेरी वेरी वेरी बॅड. भला कोई किसी के वॉशरूम मे

जा के वॉशरूम की तलाशी थोड़ी ही ना लेता है? और बेड से उठ के शान की तरफ़

बढ़ी और शान के सीने से अपनी ब्रा खींच के उतार ली और शरमाते हुए अलमारी

मे जा के रख दी. और शान को प्यार से डाँट-ते हुए वापिस बेड पे बैठ गयी

जैसे खफा सी हो.

क्रमशः..........
Reply
07-17-2017, 12:29 PM,
#3
RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
गतान्क से आगे.......

शान वापिस वॉशरूम से अपनी शर्ट पहन के आया और नैना क साथ बेड पे बैठ गया

और अपनी इस हरकत पे सॉरी बोला. नैना ने कहा कि अब ज़रा बताओ कि क्या कर

रहे थे आप वॉशरूम मे? तो इस पे शान ने सारी बात नैना को बता दी और अपनी

फीलिंग्स भी बता दी अबौट नैना'स ब्रेस्ट.

नैना तो जैसे शर्म से अपने ही अंदर सिमट के रह गयी. इतने मे शान नैना के

करीब हुआ और नैना के हाथ अपने हाथ मे ले कर बहोत प्यार से बोला. नैना आइ

रियली लव यू अलॉट आइ आम रियली सॉरी अगर तुम्हे यह सब बुरा लगा. नैना कुछ

ना बोली और सिर्फ़ मुस्कुरा दी. और अगले ही लम्हे शान के होन्ट सीधा नैना

की लेफ्ट गाल के ऊपेर जा चिपके और शान ने नैना को ऐसे किस किया जैसे कोई

मासूम बच्चे को किस करता हे और नैना के करीब हो गया.

शान और नैना ऐक दूसरे के बहोट करीब आ गये और नैना को समझ नही आ रही थी कि

वो क्या करे शान को मना करे गी तो कहीं शान नाराज़ ना हो जाए और अगर इसी

तरह चलने देती है तो शादी से पहले यह सब ठीक नही और अगर अम्मी जाग गयीं

और उन्हों ने देख लिया तो क्या सोचैंगी ? ऐक दम से कयी सवाल नैना के

दिमाग़ मे जनम लेने लगे. यही सोच रही थी कि शान का अगला वार सीधा नैना के

दूसरे गाल पे ऐक और किस की शकल मे हुआ और शान जैसे नैना से लिपट से गये.

----------------------

नैना अभी इन्ही सोचों मे गुम थी कि ज़ोर की डोर बेल बाजी और नैना दौड़ती

हुई दरवाज़े पे पहुचि. बाहर मुन्ना खड़ा था. मुन्ना पड़ोसियो का 10 साला

बेटा था जो हाथ मे बिरायानी की प्लेट लिये खड़ा था कि आपी ने भिजवाई है.

नैना ने प्लेट ली और मुन्ना को भी अंदर आने को कहा और सीधा किचन चली गयी.

वहाँ से बिरायानी अपने घर के बर्तन मे डाली और प्लेट धोने लगी और साथ ही

मुन्ना से उस के घर वालों की ख़ैरियत और उस की स्टडी का भी पूछ लिया और

यह भी पूछ लिया कि सब क्या कर रहे थे और यह बिरायानी किस खुशी मे? मुन्ना

ने सब सवालों का मासूमियत से जवाब दे दिया और प्लेट वापिस ले के चला गया.

नैना जा के दरवाज़ा बंद कर के आ गयी और वापिस रूम मे आ गयी. नैना पूरा

दिन घर पे अकैलि होती थी और काम घर का इतना था कि बस सुबह ही ख़तम हो

जाता था और पूरा दिन नैना और उस की सोचे ही उस की साथी होती थी. टाइम

देखा तो दोपहर के 12 बज रहे थे. पता ही नही चला कि कब 2 घंटे यौं ही

सोचों मे गुज़र गये थे बट नैना करती भी क्या? दोबारा फोटो आल्बम उठाया और

पिक्चर्स देखने लगी.

--------------

शान थे कि जैसे नैना से चिपक से गये थे. और ऐक दम से नैना पे जैसे किस्सस

की बरसात हो गयी थी. नैना चाहते हुए भी शान को रोक नही पा रही थी. शान के

होन्ट कभी नैना के गाल, कभी फॉरहेड, कभी चिन और कभी नेक पे बरस रहे थे.

अभी तक शान ने नैना के होंठो पे अपने होन्ट नही रखे थे शायद नैना के

रेस्पॉन्स का वेट कर रहा था. नैना ने थोड़ी देर कोई रेस्पॉन्स ना दिया

लैकेन शान के किस्सस की बरसात ने आख़िर नैना को मजबूर कर दिया कि वो शान

के साथ लिपट जाए और नैना के बाज़ू खुद बखुद शान की कमर की ओर मूड गये और

शान ने नैना को अपनी बाँहों मे भर लिया. शान शायद इसी पल का इंतेज़ार कर

रहे थे और बिना कोई देर किये हुए शान ने अपने प्यासे होंठो को नैना के

गुलाबी जुवैसी और रेशम की तरह सॉफ्ट होंठो पे जमा दिये. नैना को ऐक दम से

ऐसे लगा कि जैसे उसे किसी ने तेज़ आग के अंदर डाल दिया हो. नैना की

ज़िंदगी मैं आज पहला दिन था जब वो किसी मर्द के इतने करीब आ गयी थी और

जिस्म जैसे टूट.ने सा लगा था.

शान तो बस नैना के होंठो को ऐसे सक कर रहे थे कि आज के बाद दोबारा नही

मिलैन्गे . और नैना भी भरपूर रेस्पॉन्स दे रही थी. कभी शान का लोवर लिप

नैना के लिप्स मे आ जाता और कभी नैना का लोवर लिप शान के लिप्स मे समा

जाता. किस्सिंग करते करते दोनो के लिप्स तो जैसे चिपक से गये थे. और अब

लिप्स की सकिंग के साथ साथ टग सकिंग भी शुरू हो गयी थी. कभी शान की जीब

नैना के मून के अंदर चली जाती और कभी नैना की जीब शान के मून के अंदर चली

जाती.

किस्सिंग का ना रुकने वाला सिलसिला शुरू हो गया था. और ऐक तरह से

किस्सिंग का सैलाब आ गया था. दोनों तरफ मस्ती बराबर हो गयी थी. अभी नैना

किस्सिंग की मस्ती ठीक तरह से से नही ले पाई थी कि शान ने अगले आक्षन ने

तो जैसे नैना की जान सी निकाल दी हो. ज़िंदगी मे पहली दफ़ा किसी मर्द के

हाथ नैना के ब्रेस्ट्स पे आ लगे थे. और देखते ही देखते नैना का लेफ्ट

ब्रेस्ट शान के हाथों के अंदर समा गया. शान को ऐसे महसूस हो रहा था जैसे

उस ने अपने हाथ मे कोई गुब्बारा पकड़ लिया हो जो कि जैली से भरा हुआ है

और हाथ से फिसला जा रहा है.

कमीज़ के ऊपेर से नैना के ब्रेस्ट को मसलने मे शान को बहोत मज़ा आ रहा था

और किस्सिंग की बरसात वैसे की वैसे ही थी. दोनो तरफ से बराबर किस्सिंग के

वार जारी थे. अब तो धीमे धीमे आवाज़ भी निकल रही थी. कभी शान के मूँह से

निकल जाता आइ लव यू जानू और कभी जवाब मे नैना कह देती लव यू टू शान. और

कभी अगर शान ज़रा ज़ोर से ब्रेस्ट को मसल देता तो हल्की सी अया सी निकल

जाती नैना के मूँह से.

किस्सिंग और ब्रेस्ट प्रेस्सिंग का खैल जारी ही था कि शान ने आहिस्ता से

नैना को पीछे की ओर लिटा सा लिया और अपना आधा जिश्म नैना के ऊपेर ले आया.

नैना ने अपने दोनो आर्म्स शान के राउंड कर लिये और आइज़ क्लोज़ कर के शान

के प्यार को फील करने लगी. शान का ऐक ऐक किस नैना के ऊपेर आग सा बरसा रहा

था.

अगले ही लम्हे शान का हाथ कमीज़ के ऊपेर सफ़र करता हुआ नैना के पेट तक आ

गया और शान ने आहिस्ता से अपना हाथ कमीज़ के अंदर डाल के नैना के पेट पे

रखा दिया. नैना तो जैसे तडप उठी. शान अपना हाथ बहोत ही प्यार से नैना के

पेट पे नाभि के राउंड मूव कर रहे थे और साथ साथ नैना के पूरे फेस पे, नेक

पे, चेस्ट पे किस्सिंग कर रहे थे और कभी कान के बॉटन मे किस कर के प्यार

से जान लव यू अलॉट कह देते जिस से नैना तो जैसे प्यार मे डूब सी जाती.

शान का हाथ आहिस्ता आहिस्तान कमीज़ के अंदर से ऊपेर की जानिब सफ़र कर रहा

था और अगले ही लम्हे नैना का ब्रेस्ट शान के हाथ मे आ गया.

उफफफफफफफफफफफफफ्फ़ की हल्की सी आवाज़ नैना के मूँह से निकली और आँखे बंद

कर ली. शान अब अपना हाथ कभी नैना के राइट और कभी लेफ्ट ब्रेस्ट पे ले

जाते और बड़ी एहतियात और प्यार के साथ ब्रेस्ट को प्रेस करते कि नैना को

तकलीफ़ भी ना हो और मज़ा भी मिलता रहे.

अब शान के होन्ट फेस से हट के नैना की नेक पे और चेस्ट पे जम से गये थे.

पूरी नेक पे शान ने जैसे क़िस्सीस की बारिश सी कर दी और और चेस्ट पे ऐसे

किस्सिंग करने लगे जिस से नैना को लगता कि इस किस के बाद जैसे उस की अगली

साँस नही आए गी. शान बहोत ही मोहब्बत के साथ नैना को प्यार दे रहे थे और

नैना भी खूब प्यार को एंजाय कर रही थी.

शान ने आहिस्ता आहिस्ता कमीज़ ऊपेर करना शुरू कर दी. और जैसे ही कमीज़

ब्रेस्ट्स के करीब पहोन्चि नैना ने शान का हाथ पकड़ लिया और नज़रों ही

नज़रों मे जैसे रिक्वेस्ट कर रही हो कि प्ल्ज़ नही. शान ने भी नज़रों ही

नज़रों मे अपनी रिक्वेस्ट बता दी कि

प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ अब रहा नही जा

रहा ऊपेर करने दो. नैना ने पहले तो थोड़ा इनकार किया लैकेन शायद शान नही

मान.ने वाले थे. तो नैना ने शान से आहिस्ता से कह दिया ओके बट लाइट ऑफ कर

दे और जस्ट टेबल लॅंप ऑन रहे और शर्मा के मूँह जैसे छुपा सा लिया. शान ने

फ़ौरन बात मान ली और लाइट ऑफ कर के लॅंप ऑन कर दिया और वापिस नैना से आ

के लिपट गये.

अगले ही लम्हे नैना की कमीज़ ब्रेस्ट से ऊपेर नेक के अंदर इकट्ठी हुई

पड़ी थी. उफ़फ्फ़ क्या नज़ारा था. 36 की गोल गोल छातियाँ जिन्हे आज तक

किसी मर्द ने नही छूआ था. लॅंप की रोशनी मे भी दूध की तारह सफैद चमक सी

रही थी. निपल्स के राउंड पिंक रंग का कोई हाफ इंच का दायरा और ऊपेर से

तनी हुई पिंक निपल्स ने तो जैसे शान के होश ही उड़ा दिये. कुछ लम्हे के

लिये शान यौंही नैना की खूबसूरत भरी हुई चूचियो को दरखने लगे और अगले ही

लम्हे शान के आग की तरह गरम होन्ट नैना की लेफ्ट निपल पे जा के जम गये.

नैना के मूँह से आआआआः निकल गयी और अपनी आवाज़ को कंट्रोल करते हुए अपने

दोनो हाथ शान के सिर पे ले गयी और बहोत प्यार से बालो मे फिंगर्स मूव

करने लगी.

शान किसी छोटे बच्चे कीतरह नैना की चुचि के निप्पल की सकिंग किये जा रहे

थे जैसे इस उम्मीद मे हो कि अगले ही लम्हे इस मे से दूध निकले गा और उससे

बच्चे की भूक मिटे गी. ऐक हाथ मे नैना का राइट ब्रेस्ट और दूसरे हाथ मे

लेफ्ट और लेफ्ट ब्रेस्ट की निपल शान के मून मे. शान कभी निपल को सक करते

और कभी तो पूरे ब्रेस्ट पे अपनी गर्म ज़बान को मूव कर देते जिस से नैना

तडप के रह जाती.

----------

तस्वीर के सामने यादों मे खोई हुई नैना की नज़र अचानक घड़ी पे पड़ी तो

दोपेहर के 2 बज रहे थे. और उसे यह भी फील हुआ कि वो याद मे इतना गहरा खो

गयी थी कि उसकी शलवार मे उसे गीला पन महसूस हो रहा था. नज़ाने कब से इस

याद मे खोए खोए शलवार के ऊपेर से ही अपने जिसम को मसल रही थी. नैना ने

सुबह नाश्ता भी ठीक से नही किया था क्योंकि कि शान नाराज़ हो के नाश्ते

की टेबल से उठ के चले गये थे. नैना को अब भूक सी महसूस होने लगी लैकेन

याद ऐसी थी कि बस नैना दोबारा उस मे खो जाना चाहती थी. क्योंकि इस पूरे

घर मे नैना का ऐक ही साथी था वो थी उस की पुरानी यादे. ळैकेन उस ने यह

फ़ैसला किया कि साथ वाले घर से जो बिरायानी आइ है उसे गरम कर के यहीं बेड

रूम मे ले आए और साथ साथ फोटो आल्बम देखे. यह सोच के उस ने आल्बम वहीं

छोड़ा और जा के किचन मे बिरायानी गरम करने लगी.

बिरायानी गर्म करते समय भी उसे बस उसी रात की याद आए जा रही थी. क्यू ना

आती आख़िर वो रात थी ही इतनी इंपॉर्टेंट जिस ने नैना की ज़िंदगी मे बहोत

कुछ नया सा कर दिया था. माइक्रोवेव से बिरायानी निकाली और ऐक ग्लास पानी

ले कर सीधा रूम मे जा पहोन्चि और आल्बम को गोद मे रख के दोबारा पिक्चर्स

को देखने लगी. पिक्चर अभी तक वोही सामने थी जिसे दैख के नैना को पूरी रात

की दास्तान याद आ गयी थी. नैना ने साथ साथ खाना खाना शुरू किया और दोबारा

अपनी याद का सिलसिला वहीं से जोड़ दिया. कितनी प्यारी रात थी वो.

क्रमशः..........
Reply
07-17-2017, 12:29 PM,
#4
RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
गतान्क से आगे.......

शान और नैना का प्यार का खैल अपने उफान की तरफ बढ़ गया था. शान ने नैना

के ब्रेस्ट्स पे प्यार का तूफान बरसा रखा था. कभी राइट निपल और कभी लेफ्ट

निपल शान के लिप्स मे आ जाती और नैना तो बस आह आह करती रह जाती और बहोत

प्यार के साथ शान के बालो मे फिंगर्स मूव करती. अगले ही पल शान ने अपनी

शर्ट को जिस्म से आज़ाद कर दिया और नैना के ऊपेर आ के लेट गया और जैसे

नैना से कहने लगा हो कि वो भी अपनी कमीज़ उतारे. नैना ने पहले इनकार किया

लैकेन फिर हार मान गयी और शान ने किस्सिंग करते करते नैना की कमीज़ उस के

बदन से अलहदा कर दी. उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ क्या खूबसूरत जिस्म था.

दूध की तरह सफैद बाज़ू और साफ सुथरा सीना. जिस्म ऐसा, कि कोई दाग ना था.

और ऊपेर से रेशम की तरह नर्म. शान ने दोबारा नैना को अपनी बाँहों मे लिया

और लीप किस्सिंग का ऐक नया दौर शुरू हो गया. कभी शान के लिप्स नैना के

लिप्स मे आ जाते और कभी नैना के लिप्स शान के लिप्स मे. और अब शान

मुकम्मल आज़ादी के साथ नैना के पूरे जिस्म को चूम रहे थे. अगले ही पल शान

ने नैना को उल्टा लेट्ने को कहा और नैना ने इनकार किये बगैर करवट ले ली.

शान ने अपने आग जैसे होन्ट नैना की कमर पे रख दिये और नैना अहह लव यू के

अलावा कुछ ना कह सकी और तकिये मे अपना मुँह दबा लिया. शान ने किस्सिंग का

आगाज़ नैना की गर्दन से किया और किस्सिंग का यह सफ़र नैना के हिप्स के

करीब जा के रुक गया और वापिस इसी तरह नेक तक और वापिस हिप्स तक.

किस्सिंग के साथ साथ शान अब नैना की कमर की लिकिंग भी कर रहे थे और नैना

पागल सी हो गयी थी. शान साथ साथ शलवार के ऊपेर से ही नैना के हिप्स भी

प्रेस कर रहे थे लैकेन अभी शलवार उतारने की कोई कोशिश नही की थी शान ने.

थोड़ी देर मे शान ने नैना को दोबारा सीधा किया और ऊपेर आ के लेट गये और

साथ ही अपना हाथ शलवार पे ले गये और सीधा नैना की वेट फूली हुई चूत पे रख

दिया. वेटनेस की वजह से शलवार भी काफ़ी गीली हो चुकी थी. शलवार के ऊपेर

से नैना की चूत को शान ने मसलना शुरू किया और नैना के होंटो को अपने

होंटो मे ले लिया.

-----------

नैना अभी सोच ही रही थी कि ठक की आवाज़ से नैना की सोच डाइवर्ट हो गयी.

उफ़फ्फ़ ख़ुदाया. ज़मीन पे पड़े टूटे हुए पानी के ग्लास को दैख के नैना

बोली. नैना को ध्यान ही नही गया कि वो क्या कर रही थी. ग्लास टूटने की

आवाज़ सुन के होश मे थोड़ा आइ तो पता चला कि वो अपनी ही चूत को मसल रही

थी और इतनी ज़यादा जोश मे थी मस्ती मे उसका हाथ साइड टेबल पे पड़े ग्लास

पे लग गया और वो गिर के टूट गया. नैना भी काफ़ी गर्म हुई पड़ी थी ख़यालों

मे भी और हक़ीक़त मे भी. ग्लास ऐसे ही पड़े रहने दिया और दोबारा लेट गयी.

--------

नैना शान से लिपटी चली जा रही थी और शान ने उसे इतना ज़यादा गर्म कर दिया

था कि वो उस दौरान शायद 2 दफ़ा रिलीस भी हो गयी थी. चूँकि यह उस की

ज़िंदगी का फर्स्ट टाइम था कि वो किसी मर्द के साथ हम. बिस्तर थी इस लिये

उसे आइडिया ना हो सका कि वो किस लेवेल तक पहुच चुकी है. आइडिया उसे तब

हुआ जब शान का सीधा उसे अपनी चूत पे महसूस हुआ. शान पिछले 2 मिनट से हाथ

शलवार के ऊपेर से नही बल्कि शलवार के अंदर से नैना की चूत पे मसल रहे थे.

ऐक दम से जैसे नैना के होश उड़ गये और ख़याल सा आ गया कि वो यह क्या कर

रही है? अभी तो शादी भी नही हुई? सिर्फ़ एंगेज्मेंट और इतना सब कुछ? अगर

अम्मी जाग गयीं और रूम मे आ गयीं तो क्या होगा? रूम का दरवाज़ा भी नही

बंद किया था. टाइम देखा तो सुबह के 3 बज रहे थे. लग भग 2 घंटे से यह सब

चल रहा था. यह सब सोचते ही नैना के तमाम जज़्बात पे जैसे बर्फ बारी हो

गयी हो. शान अभी कुछ देर पहले जो बहोत ही प्यारे लग रहे थे, ऐक ऐक किस आग

की तरह बरस रहा था और शान के हाथ की मूव्मेंट नदी मे किसी लहर की तरह चल

रही थी सब ऐक दम से बुरा लगने लगा और अगले ही लम्हे नैना ने शान का हाथ

पकड़ लिया और झटके से अपनी चूत से अलग कर दिया और शान की गिरफ़्त से जैसे

निकलने लगी.

शान अपनी मस्ती मे गुम थे. पहले तो उन्हे लगा कि नैना मस्ती मे ऐसा कर

रही है लैकेन फिर एहसास हुआ कि नही नैना उन्हे अपने ऊपेर से हटाने की

कोशिश कर रही है. शान फ़ौरन समझ गये और नैना के ऊपेर से हट गये. नैना ने

फ़ौरन अपनी कमीज़ उठाई और दौड़ती हुई वॉशरूम मे चली गयी. शान तो जैसे

हैरानगी से नैना की इस हरकत के बारे मेसोचने लगे दिल ही दिल मे कयी सवाल

करने लगे. अगले 3 मिनट तक जब नैना वॉशरूम से ना निकली तो शान के जज़्बात

भी ठंडे पर गये और शान ने भी अपनी शर्ट वापिस पहन के रूम की लाइट ऑन कर

दी.

अगले ऐक मिनट बाद नैना वॉशरूम से बाहर निकली और खामोशी से बेड पे बैठ के

अपना मूँह अपनी लेग्स मे छुपा लिया. शायद अपनी इस हरकत पे खुद से बहोत

शर्मिंदा थी. शान को समझ नही आ रहा था कि वो क्या करे. और आहिस्ता से

नैना के पास आया और पूछा क्या हुआ जान?

नैना: कुछ नही आप प्ल्ज़ अपने रूम मे चले जाओ.

शान: ओके चला जाता हूँ बट प्ल्ज़ बताओ तो सही.

नैना: प्ल्ज़ आप चले जाए हमे यह सब नही करना चाहिये था.

शान: ओह आइ सी. मुझ से कुछ ग़लत हुआ है तो आइ आम रेआली सॉरी?

नैना: नही ग़लत आप से नही मुझ से हो गया. मुझे आप को इतना आगे तक नही ले

के जाना चाहिये था. और अपने तमाम अहसास ऐक ही साँस मे बता दिये, अम्मी आ

जाती, शादी नही हुई अभी तक, यह सब ग़लत है एट्सेटरा.

शान: (शान बहोत समझदार इंसान थे, फ़ौरन नैना की सोच को पढ़ लिया और नैना

का साथ देते हुए बोले). ओके माइ डियर आइ आम अग्री विथ यू. बट हम ने वो सब

नही किया जो शादी शुदा कपल्स करते हैं.

नैना: शान की बात काटते. हुए, हम ने कुछ कम भी नही किया.

शान: ओके माइ डियर नेक्स्ट टाइम वी'ल्ल बी केर्फुल. ओके?

नैना: शान का थॅंक्स बोलते हुए -ओके. जैसे शान ने नैना का दिल जीत लिया

हो. नैना ने सोचा था कि शान ज़बरदस्ती करेगा बट यहाँ सब उलट था. और शान

के इस कॉप्रेशन ने जैसे शान के लिये इज़्ज़त और बढ़ा दी. और अपनी खुशी से

शान के गले लग गयी और थॅंक्स जान आइ लव यू अलॉट कह दिया.

शान: (शान को नैना का यह अंदाज़ भी बहोत पसंद आया और उस ने भी भरपूर नैना

का साथ दिया) और आइ लव यू टू जान कह दिया.

थोड़ी देर यौंही लिपटने के बाद दोनो अलहदा हो गये. और शान साइड पे सीटर

पे जा के बैठ गये और दोनो ऐक दूसरे को दैख के मुस्कुराने लगे. नींद जैसे

दोनो से हाज़ारों मील दूर थी. और दोनो के दर्मयान नॉर्मल बाते होना शुरू

हो गयीं.

अभी दोनो बाते ही कर रहे थे कि नैना को कमरे के बाहर से कदमो की आहट फील

हुई. और अगले ही लम्हे नैना की अम्मी नैना के रूम मे दाखिल हो गयी. सब से

पहले तो नैना की अम्मी ने पूरे रूम का ऐक नज़र से जायज़ा लिया. शान को

अलहदा सीटर पे बैठा और नैना को बेड पे बैठा बुक हाथ मे लिये देखा कि जैसे

नैना की अम्मी को तस्सली हो गयी हो कि कुछ ग़लत नही हो रहा था. और साथ ही

शान की तरफ मूड के बोली, क्यू बेटा आज सोना नही है क्या? टाइम देखो सुबह

के 4 बजने वाले हैं. अभी मेरी आँख खुली तो देखा कि लाइट ऑन है सो रूम मे

आ गयी.

शान- नही आंटी बस हम आपस मे अपनी बाते शेर कर रहे थे नैना अपने बचपन के

क़िस्से सुना रही थी और मैं उसे अपने बचपन के क़िस्से की मैं किस तरह

अपने पेरेंट्स को तंग किया करता था और साथ मे नैना और शान मुस्कुरा दिये.

नैना की अम्मी भी यह सुन के मुस्कुराने लगी और साथ ही साथ कह दिया कि अब

सो जाओ टाइम बहोत हो गया है और यह कह कर वो अपने रूम मे चली गयीं.

शान ने अम्मी के रूम से जाने के बाद सब से पहले नैना का शुक्रिया अदा

किया कि अगर आज वो इस तरह उठ के वॉशरूम मे ना जाती तो पता नही क्या हो

जाता. और नैना भी यही सोचते हुए ऊपेर वाले का शुक्रिया अदा करने लगी जिस

ने राइट टाइम पे नैना के ज़हन मे यह सब बाते डाल के नैना को प्यार ख़तम

करने पे मजबूर कर दिया था. और शान को कहने लगी दैख लिया ज़रा सा और प्यार

करते ना तो आज प्यार की ऐसी की तैसी फिर जाती. और दोनो ठहाका लगा कर हँसे

और शान दोबारा नैना के करीब आए और ऐक स्वीट सी गुड नाइट किस की ओर अपने

रूम मे चले गये.

वो रात ऐसी थी कि नींद ही नही आ रही थी. करवट ले कर कभी इधर तो कभी उधर.

कभी सीधा लेटो तो कभी उल्टा. पूरी रात शान के ख़यालात आते रहे. शान का

प्यार, शान का कॉपरेशन, और एंड पे अम्मी का आना पूरी रात यही चलता रहा और

नज़ाने कब नैना की आँख लग गयी.

इधर नैना भी पिक्चर और शान की याद मे खोई थी और नज़ाने कब सो गयी. अचानक

नैना की आँख ऐक आवाज़ से खुल गयी. आँख खुली तो पता चला कि नैना ने

बिरायानी की प्लेट ऐसे ही हाथ मे पकड़ी थी और ऐसे ही यादों मैं खोई सो

गयी थी और करवट लेने से प्लेट हाथ से छ्छूट गये थी और फर्श पे गिरी थी.

नैना उठी और पहले ग्लास के शीशे और बाद प्लेट उठा के कमरे की सफाई की देन

वापिस अपने रूम मे आ गयी. टाइम देखा तो दिन के 3 बजने वाले थे.

नैना पुरानी यादों मे खोई हुई थी और आज उसे अपने ऊपेर ही प्यार सा आ रहा

था. यह सोच के वो रूम मे पड़े ड्रेसिंग टेबल के सामने खड़ी हो गयी और

अपने जिस्म को देखने लगी. लाल कमीज़ बहोत ही फिटिंग मे थी कि ब्रेस्ट्स

बिल्कुल उभरे नज़र आ रहे हों. पेट के साथ चिपकी हुई कमीज़. ऊँचे कट वाली

कमीज़ कि जहाँ से शलवार शुरू हुई वहाँ से कमीज़ की साइड के कट शुरू. और

उस के नीचे खुली पटायला शलवार ग्रीन कलर की. नैना ने धीरे से अपनी कमीज़

को उतारा और अपने जिस्म को देखने लगी. आज नैना ने पिंक कलर की ब्रा पहनी

हुई थी और ब्रा भी लो कट ब्रा के हाफ ब्रेस्ट्स तो ऐसे ही दिख रहे थे.

नैना ने नज़र फिर अपने जिस्म पे डाली. शादी के 19 महीनो मे थोड़ा चेंज आ

गया था ब्रेस्ट का साइज़ थोड़ा बढ़ गया था और जिस्म पे थोड़ा सा गोश्त भी

चढ़ गया था. लेकिन जिस्म अभी भी जवान लड़की की तरहा ही था बिल्कुल बे.

बेदाग गोरा बदन. अगले ही पल नैना ने अपनी ब्रा भी जिस्म से अलहदा कर दी

और शीशे के थोड़ा करीब हो कर अपने ही ब्रेस्ट्स को अब्ज़र्व करने लगी.

ब्रेस्ट्स अभी भी पहले की तरहा टाइट थे. निपल्स का कलर थोड़ा डार्क हो

गया था शायद शान की सकिंग की वजह से और निपल्स का राउंड सर्कल भी थोड़ा

बढ़ गया था. ब्रेस्ट्स अपने ही वज़न से थोड़ा सा नीचे को ढालाक से गये

थे. नैना ने साइड पोज़ पे अपने ब्रेस्ट्स को देखा और जैसे अपने ही

ब्रेस्ट्स पे प्यार आ गया हो. और थोड़ा मुस्करा कर सीधा खड़ी हो गयी. और

फिर अपनी शलवार उतार दी.

शलवार उतरने के बाद अपने जिस्म को ऐक नज़र से देखा और महसूस हुआ के जांघे

अब थोड़ी फॅटी हो गयी थी लैकेन बहोत प्यारी लग रही थी. और जाँघो से नैना

की नज़र सफ़र करते हुए सीधा लेग्स के बीच जा के रुक गयी. और सीधा नज़र

चूत के ऊपेर हल्के हल्के बालो पे पड़ी. आज बाल रिमूव किये हुए ऐक वीक हो

गया था और नैना को अपनी चूत पे हेर्स दैख के बिल्कुल भी अछा ना लगा और

सीधा अपनी रूम की अलमारी की तरफ़ बढ़ी और वहाँ से वीट क्रीम निकाली और

टवल ले के सीधा वॉशरूम मे बाथ के लिये चली गयी.

क्रमशः..........
Reply
07-17-2017, 12:29 PM,
#5
RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
गतान्क से आगे.......

बाथरूम मे जा के नैना के टवल को हॅंग किया और बाल्टी मे नीम गर्म पानी

खोल दिया. और खुद नीचे पैरों के ज़ोर पे बैठ गयी और वीट क्रीम को अपने

बालो पर लगाने लगी. अगले 5 से 10 मिनट इसी मे गुज़र गये और नैना के तमाम

अंडर हेर्स और अंडर आर्म्स हेर्स पे क्रीम लग गयी. नैना साथ साथ फिर कुछ

सोचने लगी कि आज शाम अगर शान जल्दी आ जाते हैं तो उसे बहोत खुशी हो गी.

सुबह शान को कहा था जल्दी आने का पता नही आते भी हैं कि नही. गुस्से से

उठ के चले गये थे शान टेबल से. नैना को बहोत बुरा लगा था, बुरा यह नही

लगा था कि शान गुस्सा हुआ थे नैना को, बुरा यह लगा था के शान नाश्ता किये

बाघैर ऑफीस चले गये थे. और यह अफ़सोस आज दिन मे कयी बार नैना को हुआ.

अचानक नैना की नज़र भरी हुई बाल्टी से पानी बाहर गिरते हुए पानी पर पड़ी

और उठ के नैना ने नल बंद किया और फिर ऐक कपड़ा ले के अपनी बॉडी से क्रीम

रिमूव करने लगी. पहले उस ने अपने अंडर आर्म्स से क्रीम रिमूव की और देन

चूत के एरिया से. क्रीम के साथ साथ हेर्स भी रिमूव हो गयी और नैना को

सकून सा फील होने लगा.

फिर नैना अपनी ने अपनी पूरी बॉडी पे पानी बहाया और हेर्स को शॅमपू कर के

नहा के ऐसे ही नेकेड रूम से बाहर आ गयी. और हाथ मे मौजूद टवल से पूरे

जिस्म को खुश्क करने लगी. नैना फिर शीशे के सामने आ के खड़ी हो गयी और

अपने जिस्म को देखने लगी. अपना ही जिस्म बहोत प्यारा लग रहा था ऐक दम

फ्रेश और चूत को दैख के नैना और सकून मे आ गयी.

ड्रेसिंग टेबल पे पड़े बॉडी लोशन को नैना ने अपनी पूरी बॉडी पे बहोत

प्यार से लगाया, जिस से पूरी बॉडी खुश्बू से महक उठी और ब्रेस्ट्स पे तो

नैना को कुछ ज़्यादा ही प्यार आ रहा था अपने और काफ़ी देर तक बॉडी लोशन

से अपने ब्रेस्ट्स का मसाज करती रही.

बॉडी लोशन के बाद नैना रूम मे मौजूद कपबोर्ड के पास पहॉंची और ड्रेस

सेलेक्ट करने लगी. नज़र सीधा ऑरेंज कलर के ड्रेस पे पड़ी और वो निकाल

लिया और साथ ड्रॉयर से स्किन कलर की ब्रा निकाल ली. शीशे के सामने खड़े

हो के पहले नैना ने ब्रा और फिर शलवार कमीज़ पहन के ऊपेर से हल्का सा

पर्फ्यूम लगा लिया और टीवी वाले रूम मे आ के टीवी देखने लगी.

शाम के 5 बज रहे थे और नैना शान का इंतेज़ार कर रही थी लैकेन शान का कोई

नाम ओ निशान नही था. उठी और किचन मे जा क अपने लिये टी बनाने लगी और

सोचने लगी कि ऐक वक़्त था कि शान शाम की टी कभी भी मिस नही करते थे और

नैना के साथ ही शाम की टी पीते थे. शाम की टी मे शान हमेशा की तरहा बहोत

फ्रेश मूड मे होते थे और कभी समोसों तो कभी गर्म गर्म पकोडे और कभी

फ्रेंच फ्राइस तो कभी केक की फरमाइश करते थे जिन्हे नैना बहोत ही मोहब्बत

के साथ बनाती और शान और नैना मिल के ईव्निंग टी एंजाय करते. मगर अब तो

शान का शाम 7 बजे तक कुछ पता नही होता था. नैना इस डर से फोन भी नही करती

थी कि कहीं शान को बुरा ना लग जाए कि नैना ने उसे काम के वक़्त डिस्टर्ब

किया.

यह सोचते सोचते नैना ने टी कप लिया और टीवी रूम मे आ गयी और चॅनेल्स चेंज

करने लगी. इतने मे टेलिफोन की बेल बजी दूसरी तरफ़ फोन पे शान थे.

शान: हां नैना केसी हो?

नैना: जी ठीक हो.

शान: क्या हो रहा था?

नैना: टी पी रही थी.

शान: ओके कॅरी ऑन. अछा सुनो मैं आज लेट आउन्गा घर मैरे लिये रात का खाना मत बनाना.

नैना: ओके कितने बजे तक आ जाएँगे ?

शान: कुछ पता नही मे बी रात 11 तक या इस से भी लेट.

नैना: ओह ओके.

शान: और हां तुम ने शॉपिंग के लिये जाना था ना तो ऐक काम करो तुम चली जाओ

और जो खरीदना है खरीद लो. घर मे अकेले वैसे भी बोर हो रही होगी.

नैना: जी अकेली?

शान: हाँ तो क्या हुआ छोटी बच्ची नही हो अपनी हिफ़ाज़त खुद कर सकती हो अछी तरह.

नैना: ओके देखती हूँ.

शान: ओके अगर जाओ तो मुझे बता देना.

नैना: ठीक.

शान: ओके बाइ. और फोन रख दिया.

नैना को बहोत हैरानगी हुई शान की इस बात पर कि अकेली चली जाओ. शान कभी भी

नैना को अकेले बाज़ार नही जाने दिया करते थे क्योंकि नैना थी ही इतनी

खूबसूरत कि कोई भी उस पे आशिक़ हो सकता हे. अचानक शान को क्या हो गया था?

और ऊपेर से ऐसे कह देना कि अपनी फिकर खुद कर सकती हो छोटी बच्ची नही हो

जैसे कि कोई फिकर ही ना हो अपनी बीबी की? काफ़ी सारे क्वेस्चन ने ऐक साथ

नैना के दिमाग़ मे जनम ले लिया.

और चाय का तो जैसे मज़ा ही खराब हो गया. टाइम देखा तो शाम के 5:30 हो रहे

थे. और अब नैना का भी टाइम नही गुज़र रहा था क्यू कि कोई काम नही था करने

वाला. फिर शान की बात जेहन मे आइ कि घर बैठे बैठे बोर हो रही हो गी तो

चली जाओ.

यह बात नैना के जेहन मे क्लिक कर गयी. तय्यार तो वो पहले से ही थी. नहाई

हुई ऐक दम फ्रेश तो सोचा कि ठीक है उसे बाज़ार अकेले ही चलना चाहिये. और

यह सोच के उस ने टीवी ऑफ किया और अपने रूम मे चली गयी अपना पर्स लेने और

अपनी बड़ी चादर लेने ताकि अपने खूबसूरत जिस्म को भरे बाज़ार की बुरी

नज़रों से छुपा सके. और चादर को अपने जिस्म पे लपेट कर और घर की तमाम

लाइटेस ऑफ कर के पर्स ले लिया. पर्स मे जाने से पहले एहतियातन पैसे दैख

लिये, तक़रीबन 10,000 रुपय मौजूद थे जो शॉपिंग के लिये काफ़ी थे. अपना

सेल फोन उठाया जो कि सिर्फ़ उस वक़्त इस्तेमाल होता था जब नैना अपने घर

मे ना हो और शान उस से बात करना चाह रहे हों, वरना तो लॅंडलाइन ही यूज़

होता था.

तमाम तरह की तस्सली के बाद नैना ने तमाम डोर्स को अछी तरह से लॉक किया और

घर से बाहर आ गयी.

बाहर मेन रोड से नैना ने रिक्शा लिया और सीधा सूपर मार्केट पहॉंच गयी.

नैना को पूरे रास्ते डर सा महसूस हो रहा था कि नज़ाने यह रिक्शे वाला

कहीं ओर ना ले जाए उसे. लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ और रिक्शा वाला सीधा सूपर

मार्केट पहॉंच गया और बोला यह लो बीबी जी आ गयी सूपर मार्केट. नैना ने

पर्स से पहले ही पैसे निकाल लिये थे वो पैसे रिक्शे वाले को दिये और

मार्केट की तरफ हो ली.

सब से पहले नैना कपड़े लेने गयी और मार्केट मे भीर से थोड़ा घबरा गयी थी.

क्योंकि सूपर मार्केट मे आज तक वो अकेले नही आइ थी. हमेशा से शान ही उस

के साथ हुआ करते थे. नैना को मार्केट की तमाम शॉप्स का आइडिया था कि कोन

सी चीज़ कहाँ से मिलती हे. सो नैना सीधा कपड़े वाली शॉप पे गई ओर वहाँ

अपने लिये ड्रेस पसंद करने लगी. हर तरहा के रंग रंग के ड्रेसस मौजूद थे

शॉप मे. बस दिल कर रहा था कि सब ही खरीद ले लैकेन ऐसा मुमकिन नही था.

इतने मे ऐक आवाज़ ने नैना की तवज्जो ड्रेसस से हटा दी.

शॉपकीपर: जी मेडम, हाउ आइ कॅन हेल्प यू?

नैना: ओह यू आर डीलिंग इन दा शॉप?

स्क: यस मॅम.

नैना: ओके मुझे अपने लिये 2 ड्रेस चाहिए.

स्क: ओके यह देखे यह नया फॅशन है कॅप्री, लोंग कमीज़ और ऊँची शलवार.

नैना: म्‍म्म्ममममममम इट्स नाइस.

स्क: ओर ऐक यह है आज कल इस का भी ट्रेंड चल रहा है. फिटिंग मे ऊँची कमीज़

विथ ट्राउज़र.

नैना: म्‍म्म्ममममममममम

स्क: और इन दो डिज़ाइन्स मे यह तमाम कलर्स हैं अब जो आप को पसंद हो

नैना: ओके ऐक यह ब्लॅक विथ ग्रीनिश मिक्स और ऐक येल्लोयिश विथ लेमन ग्रीन

दे दो. ऐक कॅप्री मे और ऐक विथ ट्राउज़र.

स्क: ओके मॅम.

नैना: कुछ डिसकाउंट मिले गा?

स्क: सॉरी मॅम, और प्राइसस आर कंपनी प्राइसस आंड फिक्स्ड नो डिसकाउंट.

नैना: ओके. और शॉपकीपर को पैसे दे के शॉप से बाहर आ गयी.

नैना जैसा घर से निकलते वक़्त सोच रही थी वैसा तो कुछ भी नही हो रहा था.

सब कुछ नॉर्मल था जैसे वो शान के साथ आया करती थी बिल्कुल वैसा ही. इस से

नैना का कॉन्फिडेन्स बहाल हुआ और नैना सीधा अंडरगार्मेंट्स की शॉप पे जा

पहुचि. लक ली वहाँ पे डीलिंग ऐक लेडी ही कर रही थी. सो नैना सीधा वहाँ

गयी और अपने लिये ब्रा आंड पॅंटीस देखने लगी.

गर्ल: जी मॅम क्या चाहिये आप को?

नैना: आइ नीड पैर ऑफ ब्रा आंड पैंटिएस.

गर्ल: ओके विच साइज़?

नैना: 38

गर्ल: विथ स्माइल हियर आर 38 साइज़ ब्रास. जो आप को पसंद हे बता दे.

नैना: कलर्स कोन कोन से हैं?

गर्ल: ब्लॅक, रेड, वाइट, स्किन, पिंक

नैना: ओके गिव मी 1 पिंक आंड 1 ब्लॅक.

गर्ल: ओके मॅम.

नैना ने कोई फॅन्सी किसम के ब्रा नही सेलेक्ट किये जस्ट नॉर्मल सी ब्रा

और पेंटीस और लड़की को पैसे दे कर शॉप से आ गयी बाहर. अब नैना को थोड़ी

भूक सी फील होने लगी. क्योंकि पूरे दिन मे सिर्फ़ ऐक प्लेट बिरायानी ही

खाई थी और टी भी बस नाम की ही पी थी. यह सोच कर सीधा नैना सूपर मार्केट

मे मौजूद फुड मार्केट मे चली गयी और ओपन एरिया मे जा के बैठ गयी. काफ़ी

सारे कपल्स वहाँ मौजूद थे और फॅमिलीस भी ओपन एरिया मे कुछ ना कुछ खा रहे

थे. रात के 8 बज चुके थे. थोड़ी ही देर मे ऐक वेटर नैना की टेबल पे आ गया

और मेनू सामने रख दिया. नैना ने ऐक फ्रूट चाट और साथ मे फ्रेश ऑरेंज जूस

का ऑर्डर कर दिया और इधर उधर देखने लगी.

तमाम कपल्स बहोत खुशी से एंजाय कर रहे थे. और फॅमिलीस भी एंजाय कर रही

थी. बच्चे भी खैल रहे थे और नैना को सब कुछ काफ़ी अछा लग रहा था. लेकिन

साथ साथ दुख भी कि वो अकेली है और शान उस के साथ नही हैं. इन्ही सोचों मे

गुम थी कि वेटर आ गया और चाट और जूस टेबल पे रख के चला गया.

क्रमशः..........
Reply
07-17-2017, 12:30 PM,
#6
RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
गतान्क से आगे.......

नैना ने आहिस्ता आहिस्ता चाट खाना शुरू किया और मौसम एंजाय करने लगी.

अगले ही लम्हे नैना की नज़र आइस्क्रीम पॉइंट पे पड़ी तो नैना की जान सी

निकल गयी और अपनी ही आँखों पे उसे यकीन नही आ रहा था. आइस्क्रीम पॉइंट पे

शान ऐक यंग लड़की के साथ आइस्क्रीम खा रहे थे और दोनो बहोत खिलखिला के

हंस रहे थे जैसे बहोत एंजाय कर रहे हों. नैना ने दूसरी तरफ़ कार पार्किंग

पे नज़र डाली तो शान की गाड़ी भी खड़ी नज़र आइ.

नैना तो बस जैसे रोने सी लगी थी लैकेन अपने आप पे कंट्रोल कर लिया. और

उसे फिर याद आया के शान ने फोन पे उसे कहा था कि अगर बाज़ार जाना हुआ तो

मुझे फोन कर देना जो कि नैना ने नही किया था. शायद यही वजह थी कि शान भी

इस वक़्त उसी मार्केट मे थे जिस मार्केट मे नैना मौजूद थी.

यह सब देख कर नैना को फ्रूट चाट ऐक दम फीका लगने लगा और बद मज़ा सा हो

गया और फ्रेश ऑरेंज जूस तो जैसे ज़हर लग रहा हो. नैना उन दोनो को देखती

रही और दोनो आइस्क्रीम पॉइंट से होते हुए सीधा लॅडीस गारमेंट्स वाली साइड

पे चले गये. नैना ने फ़ौरन वेटर को आवाज़ दी और कहा कि फ्रूट चाट पॅक कर

दे और जूस को डिसपॉज़बल ग्लास मे डाल कर दे जल्दी और अपनी नज़र शान पे

जमा दी. थोड़ी देर मे वेटर नैना के ऑर्डर के मुताबिक़ ले आया और नैना ने

जल्दी से उसे बिल दिया और शान का पीछा करने लगी.

शान और वो लड़की सीधा उसी शॉप मे घुसे जहाँ से नैना ने अभी थोड़ी देर

पहले ब्रा और पेंटीस ली थी. और शॉप के बाहर से देखने लगी. उस लड़की ने भी

कुछ ब्रास और पेंटीस खरीदी. लेकिन नैना यह दैख कर हैरान हो गयी कि ब्रा

और पेंटीस शान रेकमेंड कर रहे थे. शान जिस को ओके करते वो लड़की उसे साइड

पे रखी देती फॉर पर्चेस. अगले आक्षन ने तो जैसे नैना को ऐक ज़ोरदार करेंट

का झटका लगा दिया. क्योंकि उन ब्रास और पेंटीस के पैसे वो लड़की नही

बल्कि शान ने दिये. नैना को बिल्कुल भी यक़ीन नही आ रहा था कि शान उस के

साथ ऐसा कर सकते हैं.

नैना को सब बहोत बुरा लगा और नैना वहाँ खड़ी उन दोनो को देखने लगी. थोड़ी

देर मे दोनो शॉप से बाहर आए और सीधा शान कार की तरफ़ बढ़ गये. नैना पीछा

करते हुए कार के पास पहॉंच गयी. कार के करीब जा के उस लड़की ने शान को ऐक

किस किया चीक्स पे और शान की कार मे जा क बैठ गयी और शान भी ड्राइविंग

सीट पे बैठ कर कार को पार्किंग से निकाल कर ले गया.

नैना को सब कुछ बहोत अजीब और बुरा लग रहा था. नज़ाने कब से यह सब चल रहा

था. और आज अगर नैना मार्केट मे ना आती तो उसे यह सब भी नही पता चलना था.

यह सोचते सोचते नैना ने वहाँ से ही मैन रोड की तरफ़ वॉक शुरू कर दी और

मैन रोड से रिख़्शा लिया और सीधा घर की तरफ़ आ गयी. सारे रास्ते नैना के

ज़हन मे शान और उस लड़की के बारे मे ख़यालात आते रहे. नये ड्रेसस की तो

जैसे खुशी ही मर गयी थी. और नैना शान और उस लड़की कि किस के बारे मे ही

सोच रही थी के रिक्शा वाले की आवाज़ सुनाई दी. मेडम यहाँ से किस तरफ़

जाना है? नैना ने बतायायहाँ से राइट गली मे हो जाओ और गली के एंड मे रोक

दी जिये गा. रिक्शे वाले ने ऐसा ही किया और गली के एंड पे रोक दिया.

नैना ने रिक्सा वाले को पैसे दिये और रिख़्शा वाला चल दिया. नैना वहाँ से

वॉक करते हुए अपने घर की तरफ़ बढ़ गयी. घर के सामने पहॉंची तो देखा कि ऐक

बहोत ही खूबसूरत जवान लड़का, ब्लू जीन्स और स्काइ ब्लू टी शर्ट मे ऐक बॅग

के साथ दरवाज़े के साथ बैठा था. नैना ने बस उसे ऐक नज़र देखा और सीधा घर

का दरवाज़ा खोलने लगी.

इतने मे नैना को उस लड़के की आवाज़ आइ. हेलो आइ आम जिम्मी. नैना ने कोई

जवाब नही दिया.

जिम्मी: एक्सक्यूस मी, आइ सेड हेलो?

नैना: जी?

जिम्मी: आइ आम जिम्मी.

नैना: जी मैं ने सुन लिया कि यू आर जिम्मी और आप यहाँ क्या कर रहे हैं इस

गेट के सामने?

जिम्मी: मैं पिछले 2 घंटे से वेट कर रहा हूँ यहाँ पे.

नैना: जी वेट? वो क्यूँ?

जिम्मी: वो साथ वाला पोर्षन हम ने लिया है रेंट पे. मुझे बताया गया था कि

चाबी आप कि घर से मिल जाएगी बट जब आया तो यहाँ मैन गेट पे लॉक पड़ा था तो

बैठ गया.

नैना: नैना पहले तो चाबी का सुन के हैरान हुई और फिर मैन गेट खोलते हुए

अंदर दाखिल हो गयी और बोला कि आप ऐक मिनट प्ल्ज़ वेट करे यहाँ. और अंदर

जाते ही रूम का दरवाज़ा खोला और सीधा कॉल शान को की.

शान: हां नैना बोलो?

नैना: वो बाहर ऐक लड़का खड़ा है कह रहा है साथ वाला पोर्षन उन्हों ने

किराए पे लिया है और चाबी का पूछ रहा है. आप को कुछ पता है?

शान: ओह सुबह मुझे बताना याद ही नही रहा. ड्रेसिंग टेबल के साइड ड्रॉयर

मे चाबी हैं वो उसे दे दो. कल ही दे कर गये थे ख़ान साब बट सुबह जल्दी मे

निकल आया और तुम्हे बताना याद नही रहा.

नैना: ओके. और अभी इस वक़्त कहाँ पे हैं? कब तक आएँगे ?

शान: जी से ऐक बहोत इंपॉर्टेंट मीटिंग मे था और सिर्फ़ तुम्हारी कॉल

सुन.ने के लिये उठ के बाहर आया हूँ. और कुछ पूछना है तो जल्दी पूछो मैं

ने वापिस मीटिंग मे जाना है.

नैना: नही ओके बाइ.

शान: बाइ

नैना शान के इस झूट पे ऐक तरह से रो सी दी कि शान भी उस से इतना बड़ा झूट

बोल सकते हैं. अभी कुछ देर पहले ही नैना ने उन्है मार्केट मे ऐक लड़की के

साथ दैखा था.

फिर नैना ने ड्रेसिंग टेबल से उठाए और मैन गेट पे जा के जिम्मी को दे दो.

चाबी जिम्मी को देते हुए नैना का हाथ ऐक तरह से उस जिम्मी के हाथ मे आ सा

गया और नैना ने फ़ौरन पीछे खैंच लिया.

जिम्मी: आइ आम सॉरी जी मैं ने आप को डिस्टर्ब किया. आक्च्युयली अम्मी ने

मुझे पहले भैज दिया कि जा के घर की सफाई वाघहैरा करवा दूँ. सुबह वो भी आ

जाएँगी. शान साहब आ जाए तो आप ज़रूर आइयेगा हमारे घर. अम्मी को बहोत खुशी

हो गी.

नैना: जी हम चक्कर लगा लेंगे . और अगर आप को कोई चीज़ ज़रूरत हो तो माँग

ली जियाएगा.

जिम्मी: मुस्कुराते हुए. थॅंक्स और चाबी ले कर साथ वाले घर पे चला गया.

नैना को जिम्मी का बात करने का स्टाइल काफ़ी अछा लगा. क्योंकि वो बिल्कुल

नज़रे झुका कर बहोत रेस्पेक्ट के साथ बात कर रहा था. नैना गेट बंद कर के

अंदर रूम मे आ गयी और बेड पे लेट कर सब कुछ दोबारा सोचने लगी कि आज सुबह

से ही सब कुछ अजीब हो रहा था. शान नाश्ता नही कर के गये. देन उस के हाथ

से ग्लास टूटा, देन वो अकेली मार्केट गयी, देन शान को लड़की के साथ दैखा,

देन शान का बहोत कॉन्फिडेन्स से झूट बोलना और एंड फिर जिम्मी से बाते. यह

सोचते सोचते उसे कोई 50 मिनट गुज़र गये.

नैना इन्ही सोचों मे गुम थी इतने मे डोर बेल बजी. नैना ने सोचा कि शायद

शान आ गये हैं और दौड़ती हुई गेट के पास पहुँची. गेट ओपन किया तो बाहर

जिम्मी था.

नैना ने जल्दी मे दुपट्टा भी नही लिया था और ऐसे ही डोर ओपन कर दिया.

जिम्मी की नज़र सीधी नैना के ब्रेस्ट्स पे पड़ी लैकेन फ़ौरन ही उस ने

अपनी नज़र हटा ली. नैना थोड़ा दरवाज़े के पीछे होते हुए. जी?

जिम्मी: आइ आम सॉरी आप को दुबारा डिस्टर्ब किया. आक्च्युयली मुझे अपना

रूम सॉफ करना था तो उस के लिये मुझे झारू और वाइपर चाहिये था. आक्च्युयली

अभी समान शिफ्ट नही किया सुबह सब समान आ जाए गा. सॉरी फॉर डिसट्र्यूबिंग

यू.

नैना: ओके रुकिये मैं ले के आती हूँ. और अंदर से झारू और वाइपर जिम्मी को

डाई दिया. जैसे ही नैना डोर बंद करने लगी ऐक दम से फिर जिम्मी की आवाज़

आइ.

जिम्मी: ओह आइ आम सॉरी अगर ऐक पानी का जग और ऐक ग्लास भी मिल जाता?

नैना: ओके आप यह रख आओ मैं इतनी देर मे जग मे पीने वाला पानी भर देती हूँ.

और कह कर अंदर आ गयी और जग मे पानी भरने लगी और ऐक शीशे का ग्लास ले कर

गेट कर तरफ़ चल दी. गेट के बाहर जिम्मी पहले से मौजूद था. नैना ने उसे जग

और ग्लास दिया और ग्लास पकड़ते वक़्त ऐक दफ़ा फिर जिम्मी का पूरा हाथ

नैना के साथ टच होगया. जिम्मी ने तो फील नही किया बट नैना को बहोत फील

हुआ. नैना गेट बंद करते हुए रूम मे आ गयी और टाइम देखा रात के 9:30 बज

रहे थे और शान अभी तक नही आए थे.

नैना को दोबारा से भूक लगने लगी और पॅक्ड फ्रूट चाट और फ्रेश जूस पीने

लगी और साथ साथ आज पूरे दिन का सोचने लगी. जिम्मी का हाथ का टच उसे अभी

भी अपने हाथ पे फील हो रहा था. गेट पे खड़े हो के नैना ने फील किया था कि

बात के दौरान जिम्मी ने दो या 3 दफ़ा उस के ब्रेस्ट्स को देखा था.

जिम्मी देखने मे बहोत शरीफ और समझदार लड़का लग रहा था और सोफिस्टीकेटेड

भी. नैना फिर उस की खूबसूरती को भी सोचने लगी. अचानक नैना को लगा कि वो

ऐसा क्यू सोच रही है किसी गैर मर्द के बारे मे? उसे ऐसी फीलिंग्स क्यू

हैं? वो शादी शुदा है उसे ऐसा सोचना भी नही चाहिये. यह सोच कर उस ने अपनी

सोच का रुख़ चेंज कर लिया और सीधा शान पे आ गयी.

पिछले 1 महीने से शान और नैना के दर्मयान कुछ नही हुआ था. नैना का जब भी

सेक्स का दिल करता शान टाल देते और नैना अपने जिस्म की आग को दबाए ही रह

जाती. नैना को पीरियड्स के बाद बहोत सेक्स का मन करता था बट शान के सिवा

कोई नही था जो उस की सेक्स की प्यास भुजा सके क्योंकि शान ही उस के लिये

सब कुछ थे. लेकिन आज ऐक गैर मर्द के हाथ के टच से ऐसी फीलिंग्स से ऐसी

याद क्यू? और ऐक मर्तबा फिर सोच जिम्मी की तरफ चली गयी.

पूरे घर मे अकेली नैना के ख़यालात ही ख़तम नही हो रहे थे शान से शुरू

होते और शान पे ही ख़तम हो जाते लैकेन आज ख़यालात मे ऐक जिम्मी और ऐक उस

लड़की का इज़ाफ़ा हो गया था जो आज शान के साथ मौजूद थी.

इन्ही सोचों मे गुम थी कि ऐक मर्तबा फिर डोर बेल बजी. नैना उठी दुपट्टा

लिया और गेट की तरफ़ चल दी. इस बार नैना यही सोच कर गयी कि जिम्मी ही

होगा. और डोर ओपन कर दिया. बाहर जिम्मी ही था. नैना को उस के बार बार आने

पे बुरा फील करना चाहिये था मगर नैना को कुछ भी बुरा फील नही हो रहा था

जिम्मी के बारे मे.

नैना: जी जिम्मी जी

जिम्मी: नैना के मूँह से अपना नाम सुनते ही जिम्मी ने ऐक दफ़ा नैना की

तरफ़ दैखा थोड़ा मुस्कुराया और बोला. आइ आम रियली वेरी सॉरी जी मैं आप को

तंग कर रहा हूँ बार बार. यह वाइपर और झारू वापिस करने आया था और यह लेटर

ऐक बंदा दे गया था जब मैं यहाँ वेट कर रहा था.

नैना: क्या ज़रूरत थी ऐक ही दफ़ा सुबह दे देते मैं ने कोन से रात को

सफाइयाँ करनी हैं घर की और मुस्कुरा दी और जिम्मी के हाथ से लेटर और

बाक़ी दो चीज़े ले ली.

क्रमशः..........
Reply
07-17-2017, 12:30 PM,
#7
RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
गतान्क से आगे.......

जिम्मी ड्रेस चेंज कर के आया था इस दफ़ा ट्राउज़र और टी शर्ट मे था जो कि

हल्की सी भीगी हुई थी शायद नहा के आया था और फ्रेश भी लग रहा था.

नैना ने जिम्मी को ऊपेर से नीचे तक ऐक नज़र दैखा और खाने का पूछा कि खाना खा लिया?

जिम्मी: जी मैने वो फास्ट फुड से पॅक करवा लिया था. थॅंक्स. शान साहब

नज़र नही आ रहे?

नैना: जी वो अभी ऑफीस से वापिस नही आए.

जिम्मी: ओह अछा. चलता हू तो उन्हे बता दी.जिये गा कि साथ वाले घर मे लोग

आ गये हैं और आप ज़रूर चक्कर लगाइएगा आंड थॅंक्स वेरी मच आप ने इतनी

तकलीफ़ की मैरे लिये आंड अगेन आइ आम सॉरी फॉर डिस्टर्बेन्स.

नैना: इट्स ओके और गेट बंद कर के रूम मे आ गयी.

नैना ने रूम मे आ के फिर जिम्मी को सोचना शुरू कर दिया और ऐक दम शॉक से

चोंक पड़ी. नज़ाने कब से वो गेट पे खड़ी जिम्मी से बाते कर रही थी. उस ने

ज़रा भी नही सोचा कि कोई देखे गा तो क्या सोचे गा कि यह दरवाज़े पे खड़े

बाते कर रहे हैं और अगर शान आ जाते तो क्या होता?

इन सब बातों ने नैना को डरा सा दिया और अपने आप से ही कहने लगी कि अगली

दफ़ा एहतियात करे गी और टीवी देखने लगी और चॅनेल्स चेंज करने लगी. फिर ऐक

दम से उसे ख़याल आया उस लेटर का जो जिम्मी ने उसे दिया था.

नैना ने फ़ौरन वो लेटर देखा ऊपेर बहोत ही खूबसूरती से शान का नाम लिखा

हुआ था. नैना ने बॅक साइड से देखा तो कोई नाम नही था. नैना ने फ़ौरन वो

खत खोला अंदर कुछ खाली पेपर्स थे जिन मे कुछ नही लिखा हुआ था लैकेन

पेपर्स के अंदर ऐक गुलाब का फूल लिपटा हुआ था. नैना को यह सब देख कि बहोत

हैरानगी हुई कि पहले तो कभी ऐसे लेटर्स नही आए घर पे? ळैकेन फिर अपने आप

को ही आन्सर मिल गया वो कभी गयी ही नही ऐसे डोर ओपन करने शान के बाद

हमेशा शान ही ओपन करते थे डोर.

नैना को सब कुछ बहोत अजीब लग रहा था कि यह हो क्या रहा है आज. यही सोच

रही थी कि बाहर ऐक मर्तबा फिर डोर बेल हुई. नैना उफफफफफफफफफफफफ्फ़ जिम्मी

अब क्या हुआ? यह कह कर उठी और डोर की तरफ़ गई. गेट के करीब पहुँची तो

बाहर शान की गाड़ी की आवाज़ थी. नैना ने गेट ओपन किया शान ने गाड़ी अंदर

पार्क की और गाड़ी से निकलते हुए बोला उफफफफफफफफफ्फ़ आज बहोत काम था ऑफीस

मे और कह के अंदर चला गया.

नैना तमाम डोर्स बंद कर के अंदर आ गयी और पूछने लगी कि आज का दिन केसा

रहा? शान ने बता दिया कि बहोत बिज़ी था. अभी अभी मीटिंग ख़तम हुई है और आ

रहा हूँ. प्लीज़ ऐक कप कॉफी बना दो.

नैना ओके कह कर किचन मे चली गयी. नैना को सब कुछ बोहत बुरा लग रहा था उसे

यक़ीन ही नही आ रहा था कि शान ऐसे झूट बोलेगा और उसे पिछली कयी रातें जिन

मे शान लेट घर आए थे झूठी लगने लगी.

नैना अभी कॉफी बनाने मे मसरूफ़ थी और अपनी सोचों मे गुम थी कि शान ने उसे

डरा सा दिया. क्योंकि शान सीधा किचन मे आ कर बॅक से नैना से लिपट गये

अपने दोनो हाथ नैना के ब्रेस्ट्स पे ले गये और ऐक किस नैना की नेक पर गढ़

दिया. नैना के लिये सब कुछ अनएक्सपेक्टेड था. आज शान को क्या होगया

अचानक? पिछले ऐक महीने मे तो ऐसा कुछ नही हुआ और आज? शान तो बस किस्सिंग

करने मे मसरूफ़ थे और नैना के ब्रेस्ट्स प्रेस करने मे.

इतने मे शायद शान ने नैना का ब्रेस्ट ज़ोर से प्रेस कर दिया और नैना के

मूह से आहह निकल गयी. और शान ऐक दम से रुक गये.

शान: सॉरी और किस कर दिया निक पे.

नैना: आप फ्रेश हो जाओ मैं कॉफी ले कर आती हूँ बेड रूम मे और मुस्करा दी.

शान: जल्दी आना और नैना को आँख मार दी.

नैना: शरमाते हुए अछा जी.

नैना को सब कुछ ख्वाब लग रहा था कि ऐसा क्या हो गया था शान उसे आज इतना

बेचैनी से प्यार कर रहे हैं? ऐक तरफ़ प्यार की खुशी थी और दूसरी तरफ़

बहोत सारे क्वेस्चन भी जनम ले रहे थे. यह सोच के नैना ने कॉफी कप मे डाली

और सीधा बेड रूम मे चली गयी.

शान शायद बाथ ले रहे थे. अगले दो मिनट बाद शान वॉशरूम से निकले सिर्फ़

ट्राउज़र पहने हुए और बेड पे बैठ कर कॉफी ले कर पीने लगे. नैना भी बेड पर

आ के बैठ गयी. शान ने जल्दी जल्दी कॉफी पी, कप साइड पे रखा और सीधा नैना

से लिपट गये और ऐसे प्यार करने लगे जैसे नैना आज पहली दफ़ा मिली हो.

नैना भी ऐक दम से परेशान होगयी क्योंकि शान किसी जनूनी की तरह नैना को

किस्सिंग कर रहे थे और अगले ही लम्हे नैना की कमीज़ को ऐसे ऊपेर की तरफ़

खींचना शुरू कर दिया जैसे नैना ने कमीज़ ना उतारी तो वो फाड़ के अलहदा कर

देंगे .

नैना ने फ़ौरन कमीज़ उतार दी और शान का अगला आक्षन यह हुआ कि नैना की

ब्रा जिस्म से अलहदा होगयी. शान ने इतने ज़ोरे से ब्रा खींची कि ब्रा की

हुक ही टूट गयी. और नैना को लिटा के निपल अपने मूँह मे ले ली. नैना के

ब्रेस्ट्स को बहोत ज़ोरे ज़ोरे से मसल रहे थे शान कभी ऐक ब्रेस्ट को तो

कभी दूसरे को और होन्ट कभी ऐक निपल पे तो कभी दूसरे.

नैना के मूँह से आहह आहह की आवाज़ निकल रही थी. यह आवाज़ मज़े से नही

बल्कि पेन से निकल रही थी जिस बे.दरदी से शान नैना के ब्रेस्ट्स को मसल

रहे थे.

शान अपने प्यार मे गुम थे और नैना का रेस्पॉन्स लिये बघैर किसी जंगली की

तरहा नैना पे चढ़े हुए थे और नैना यही सोच रही थी कि इतने अरसे बाद प्यार

मिला भी तो केसे कि शान को मेरी कोई फिकर ही नही कि मैं ने भी गर्म होना

है मुझे भी प्यार चाहिये सिर्फ़ शान ही प्यासे नही हैं मैं भी बहोत

प्यासी हूँ.

यही सोच रही थी कि शान ने फ़ौरन नैना की शलवार को नीचे की तरफ़ खींचना

शुरू कर दिया और देखते ही देखते शलवार भी नैना के जिस्म से अलहदा हो गयी.

अब नैना पूरी नंगी शान के सामने थी. शान पागलों की तरहा नैना की लेग्स पे

किस्सिंग कर रहे थे और दो तीन किस्सस नैना की चूत पर भी किए. नैना तो बस

नीचे आराम से लेटी हुई थी और उसे यह सब प्यार नही ज़ुल्म लग रहा था. इस

से पहले कि वो कुछ और सोचती शान ने अपना ट्राउज़र उतारा नैना की लेग्स

अपने शोल्डर पे रखी और अपना लंड सीधा नैना की चूत मे डाल दिया.

नैना के मून से आहह निकल गयी क्यूंकी चूत वेट नही हुई थी और शान अपना लंड

इतनी तेज़ी से मूव कर रहे थे कि नैना को पेन हो रहा थे. ज़ोर ज़ोर से

झटको के साथ साथ नैना की चुचियो को भी ऐसा मसला जा रहा था कि आज के बाद

नही मिलेंगे . नैना चुप चाप नीचे लेटी पेन बर्दाश्त कर रही थी उसे ऐसा लग

रहा था के शान उस का रेप कर रहे हैं. और अगले ही लम्हे शान के मूँह से

ज़ोर की अहह की आवाज़ निकली और नैना को अपनी चूत मे शान के लंड से निकलता

हुआ गर्म पानी महसूस हुआ. और इस के साथ ही शान नैना के ऊपेर से हट के ऐक

साइड पे लेट गये.

नैना थोड़ी देर लेटी रही और फिर उठ के वॉशरूम गयी चूत को धोया और दोबारा

से कपड़े पहन लिये. पिछले 10 मिनट शान तो सकून मे आ गये थे लेकिन नैना की

प्यास वहाँ की वहाँ थी बल्कि और भी बढ़ गयी थी. लेकिन वो कर कुछ नही सकती

थी.

रूम मे वापिस आइ तो शान ब्लंकेट ऊपेर लिये आँखे बंद कर के लेटे थे. और

नैना को कहा कि प्लीज़ लाइट्स ऑफ कर दो बहोत सख़्त नींद आ रही है कल भी

बहोत से काम करने हैं ऑफीस मे.

नैना ने लाइट्स ऑफ की ऐक दफ़ा फिर शान को दैखा और उठ के टीवी लाउंज मे

चली गयी और अपनी बे.बसी पे रोने लगी.

टीवी लाउंज मे आ के नैना अपनी बे.बसी पे रोने लगी और उस का दिल करता तो

शायद शान का गला दबा देती कि किस तरहा उस ने आज नैना को प्यार किया था कि

ज़रा सा भी नही सोचा कि नैना क्या चाहती है. इतने अरसे से नैना को प्यार

नही दिया आज दे रहा हूँ प्यार तो ठीक से दूँ?

फिर नैना को यह ख़याल आने लगा कि ऐसा क्यों हो रहा है? शान पहले तो कभी

इतना बेचैन नही थे आज ऐक दम से इतनी आग केसे? फिर उस ने खुद ही अपने सवाल

का जवाब ढूँढ लिया और यह आन्सर लिया कि शायद आज जो लड़की शान के साथ थी

उस ने शान को सेक्स नही करने दिया होगा और शान ऐसे ही प्यासे घर आ गये

हों और अपनी सेक्स की प्यास नैना से दूर की.

नैना को नींद नही आ रही थी और ऊपेर से शान ने नैना के जिस्म मे भी आग लगा

दी थी ऐक महीने बाद नैना के पूरे जिस्म को छेड़ा था शान ने और चूत मे लंड

डाल के जैसे आग बहोत बढ़ा दी हो. ळैकेन वो बेचारी करती भी क्या. यही सोचै

दिमाग़ मे ले कर टीवी ऑन कर दिया और चॅनेल्स चेंज करने लगी.

ऐक चॅनेल पे जा के नैना का हाथ बटन्स से हट गया. चॅनेल पे प्यार करने का

सीन चल रहा था और ऐक गोरा ऐक गोरी को डीप वाली किस कर रहा था. दोनो की

किस्सस इतनी ज़यादा डीप थी कि नैना को अपने ही लिप्स पे कुछ फील होने

लगा. शायद यह नैना के जिस्म की प्यास ही थी जो उसे ऐसा फील हो रहा था.

पिछले काफ़ी अरसे से शान ने नैना के लिप्स पे ऐसा डीप किस नही किया और ना

ही नैना की बॉडी को इतने प्यार से सहलाया था.

टीवी देखते देखते नैना अपने अंदर कुछ फील करने लगी और ऐक हाथ खुद बखुद

नैना की शलवार के अंदर चला गया. टीवी पे शायद मिड.नाइट हॉट मूवी चल रही

थी कि रोमॅंटिक सीन ख़तम नही होने को आ रहा था. नज़ाने कब अपने आप ही को

प्यार करते करते नैना के दिमाग़ मे जिम्मी का अक्स आ गया और उसे फील होने

लगा कि जिम्मी उसे लिप्स पे किस्सस कर रहा है बहोत डीप. दिमाग़ मे बस

जिम्मी की शकल ही आए जा रही थी और हाथ था कि रुक ही नही रहा था कभी

ब्रेस्ट्स पे आ जाता तो कभी पेट से होता हुआ शलवार के अंदर चला जाता.

आज क्या हो रहा था सब? नैना जो कभी शान के सिवा किसी की तरफ़ आँख उठा के

भी ज़यादा देर बात नही करती थी आज उस जिम्मी को दिमाग़ मे ले कर अपनी ही

बॉडी को मसल रही थी जिस से बात भी हुई तो सिर्फ़ 10 से 15 मिनट? जैसे

जैसे टीवी पे कपल्स प्यार कर रहे थे वैसे वैसे नैना को अपनी बॉडी पे सब

कुछ फील हो रहा था. नैना को अब यूँ फील होने लगा कि जिम्मी उस की निपल्स

सक कर रहा है. शान के साथ सेक्स के बाद नैना ने ब्रा नही पहनी थी क्योंकि

उस की हुक टूट गयी थी और ऐसे ही कमीज़ पहन ली थी सो नैना अपने ही

ब्रेस्ट्स को मसल कर जिम्मी को फील कर रही थी और आहिस्ता आहिस्ता आह लव

यू जिम्मी भी कह रही थी लेकिन इतना आहिस्ता कि शान तक आवाज़ ना जाए.

क्रमशः..........
Reply
07-17-2017, 12:30 PM,
#8
RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
नैना--पार्ट-8

गतान्क से आगे.......

नैना प्यार के इस खेल मे इतनी मस्त हो गयी थी उस ने अपनी कमीज़ को

ब्रेस्ट्स से ऊपेर कर दिया और शलवार को नीस तक नीचे और ऐक हाथ से अपना

राइट ब्रेस्ट प्रेस करने लगी और दूसरे हाथ से अपनी ही चूत को रब करने

लगी. दिमाग़ मे बस यही चल रहा था कि यह दोनो हाथ नैना के नही बल्कि

जिम्मी के हैं. और अब तो नैना काफ़ी ज़यादा गर्म भी होगयी थी और चूत के

इर्द गिर्द सब जगह पे गर्मी उभर आई थी.

टीवी पे कपल्स दोनो नंगे होगये थे शायद सॉफ्टकोर मूवी थी कि फुल सेक्स भी

नही दिखाया जा रहा था लैकेन सेक्स सीन शो हो रहा था. नैना की बेचैनी बहोत

ज़यादा बढ़ गयी थी और अपने ही हाथों के इस्तीमल से मज़ा ले रही थी. टीवी

पे सेक्स सीन तो ख़तम हो गया लैकेन नैना का सीन जारी था क्योंकि नैना उस

स्टेज पे जा चुकी थी जहाँ से वापिस होना बहोत ही मुस्किल था.

नैना आँखे बंद किये हुए अपनी ही बॉडी को सहला रही थी और ऐक फिंगर अपनी

चूत मे डाल कर अंदर बाहर कर रही थी और साथ साथ हल्की आवाज़ मे आह आह कर

रही थी. नैना के हाथों और नैना के सुंदर जिस्म का यह गर्म खैल कोई 10मिनट

जारी रहा और तब जा के इस खैल का दा एंड हुआ जब नैना की चूत से पानी की

नदी बह कर नैना के चुतड़ों तक पहॉंच चुकी थी.

नैना अब मुकामल तौर पे फारिग हो चुकी थी और उसे हल्की हल्की ठंड भी लग

रही थी. लेकिन उठने की हिम्मत ही नही पर रही थी. 10 मिनट यौं ही लेटी रही

और फिर उठी टीवी ऑफ किया और वॉशरूम मे चली गयी और अपने आप को साफ किया और

शान के साथ बेड पर आ कर लेट गयी.

वो शान को देखे जा रही थी जो कि बे.खबर सो रहे थे. नैना ऐक मर्तबा फिर

सोचों मे गुम होगयी और अपनी ही सेक्स लाइफ का सोचने लगी कि ऐक वक़्त था

कि शान नैना को रोज़ ढेर सारा प्यार करते थे और हर रोज़ ऐक नया ही स्टाइल

हुआ करता था. कई दफ़ा तो पूरी पूरी रात नैना को सोने नही देते थे. लेकिन

कुछ अरसे से सब बदल गया था शायद शान की सेक्स की प्यास कहीं और से पूरी

हो रही थी कि उन्हे अब नैना मे कोई इंटरेस्ट नही था. नैना ने कभी पहले

शान के बारे मे ऐसा नही सोचा था लेकिन आज जब उस लड़की को दैखा तो नैना की

सोच मे चेंज आ गया.

नैना अपने ही आप को कोसने लगी कि उसे अपने हज़्बेंड पे इस तरहा शक नही

करना चाहिये हो सकता है हक़ीक़त कुछ और हो लैकेन अगले ही लम्हे शॉप पे उस

लड़की के नैना को ब्रास दैखना और शान का उन ब्रास को सेलेक्ट करना और फिर

उन के पैसे भी देखना याद आ गया और नैना को अपना शक यकीन लगने लगा कि अगर

शान उस लड़की के ब्रा सेलेक्ट कर सकते हैं तो यक़ीनन उसे उन ब्रास मे

देखते भी हों गे और जब शान उस लड़की की ब्रा देखते हों गे तो ब्रा शर्ट

के ऊपेर से तो दिखती नही उस के लिये शर्ट उतारनी तो पड़ती है. और अगर

शर्ट उतार के देखते हों गे तो यक़ीनन बात यहाँ तक नही रुकती हो गी क्योकि

कि ऐक लड़की अगर किसी मर्द के सामने इतना ज़यादा खुल जाए कि उस के सामने

अपनी शर्ट उतार के खड़ी हो जाए और ब्रा पहन के दिखाए तो फिर उस के परदा

उस मर्द से ख़तम हो जाता है और यह एक्सट्रीम लेवेल होता है ट्रस्ट का

किसी लड़की का ऐक मर्द पे. क्योंकि नैना खुद औरत थी तो वो ज़यादा बेहतर

जज कर सकती थी यह सब.

नैना के दिमाग़ मे इसी तरहा के ख़यालात आ रहे थे. घड़ी पे नज़र पड़ी तो

रात क 2:30 बज रहे थे. नैना ने आँखे क्लोज़ कर ली कि सो सके. आँखे क्लोज़

की ही थी कि नैना के सामने जिम्मी का चेहरा आ गया और वो पूरा सीन चलने

लगा जिस तरहा गेट पे नैना और जिम्मी ने आज बाते करी थी. फिर ऐक दम से आँख

खोल के सोचने लगी कि उसे जिम्मी के ख़यालात क्यो आ रहे हैं बार बार?

जिम्मी ज़यादा सेक्सी है कि उसे दैख कर मैरा मन कर रहा हे उस के करीब आने

का या यह मेरी वो प्यास है जो ऐसा करने पे मजबूर कर रही है?

नही नही मुझे बहोत ही ज़्यादा एहतियात करनी होगी ऐसा नही करना चाहिये

मुझे, मुझे जिम्मी से दूर रहना चाहिये. शान जैसे भी हैं लैकेन वो उनकी

वाइफ है, उन की इज़्ज़त है, उसे ऐसा कुछ नही करना चाहिये जिस से शान की

इज़्ज़त खराब हो. जो हो गया आज आइन्दा ऐसा नही होना चाहिये. ऐक तरहा से

अपने ही आप को ऑर्डर करने लगी नैना और इस से उसे तस्सली सी हो गयी कि जो

कुछ हुआ अंजाने मे हुआ. उस ने जिम्मी को जहन मे रख के अपने ही आप को

प्यार किया अंजाने मे क्या आइन्दा कुछ नही करे गी ऐसा.

यह सोचते सोचते नज़ाने कब नैना की आँख लग गयी कि पता ही नही चला.

आँख उस वक़्त खुली जब वॉशरूम से शवर की आवाज़ आ रही थी. टाइम देखा तो

सुबह क 7 बज रहे थे और शान ऑफीस की तैयारी कर रहे थे.

नैना बेड से उठी और जिस्म टूटा टूटा सा फील हुआ क्योंकि रात काफ़ी देर से

सोई थी और नींद भी पूरी नही हुई थी लैकेन उठना मजबूरी थी. उठ के कामन

वॉशरूम मे चली गयी और फ्रेश हो कर सीधा किचन मे जा कर अपने और शान के

लिये नाश्ता तैय्यार करने लगी.

नश्तर तैय्यार करने के बाद नाश्ता टेबल पे लगाना शुरू कर दिया और इतनी ही

देर मे शान भी रेडी हो कर टेबल पे आ पहुँचे. शान आज बहोत ज़यादा फ्रेश और

अट्रॅक्टिव लग रहे थे. नैना ने शान को गुड मॉर्निंग बोला और दूध का ग्लास

शान के सामने रख दिया.

नैना ने फील किया क आज शान से ऐक स्पेशल सी खुश्बू आ रही हे. पहले यह

खुश्बू नही आइ आज तक. शायद शान ने नया पर्फ्यूम खरीदा था.

नैना: म्‍म्म्मममम आज बहोत पायरी खुश्बू आ रही हे. नया पर्फ्यूम खरीदा है?

शान: नही वो ऐक दोस्त ने कल ही गिफ्ट किया है. बहुत प्यार से ले कर आया

है फॉर मी आंड इट्स वेरी कॉस्ट्ली.

नैना: (फ़ौरन दिमाग़ मे उस लड़की का सोचते हुए कि यक़ीनन उसी ने गिफ्ट

किया होगा) अछा जी. कोन सा फ्रेंड?

शान: तुम नही जानती उसे.

नैना: म्‍म्म्मममममममम ओके. बट खुसभू बहोत प्यारी है.

शान: यआः इट ईज़.

नैना: (इस न्यू फ़्रेंड के बारे मे पूछना चाहती थी मगर यह सोच के बात आगे

नही बढ़ के कहीं कल की तरहा शान का मूड खराब ना हो जाए और शान नाश्ते की

टेबल से उठ जाय). टॉपिक चेंज करते हुए बोली. वो साथ वाले मकान मे नये लोग

आ गये हैं उन्हे चाबी दे दी थी मैं ने.

शान: हां मुझे फोन किया था जिम्मी ने. बहुत तारीफ कर रहा था तुम्हारी.

नैना: ऐक दम चोंक गयी और घबराते हुए बोली जी?

शान: हाँ कह रहा था कि आप दोनो का कपल बहोत स्वीट है जैसे आप हैं वैसी ही

वाइफ आप को दी है ऊपेर वाले ने.

नैना: कुछ नही बोली और चुप चाप टी पीना शुरू कर दी.

शान: (नैना की तरफ़ दैख के समझ गये कि नैना को शायद अछा नही लगा) और बात

चेंज कर के बोले कि आज जिम्मी की अम्मी भी आ रही हैं तो वाइ डोंट यू कॉल

देम ऑन लंच? आज पहला दिन है तो कहाँ आ के कुकिंग करेंगी बेचारी.

नैना: ओके ठीक तो आप आ जाएँगे लंच टाइम पे?

शान: नही मैं तो नही आ सकूँ गा और जो चीज़े चाहिए मुझे लिख दो मैं ऑफीस

बॉय को कह कर भिजवा देता हूँ.

नैना: ओके और उठ के ऐक पेपर लिया और उस पे कुछ लिखने लगी.तमाम चीज़ों की

लिस्ट बना के शान को दे दी और कह दिया और अगर कोई और चीज़ याद आ गई तो

कॉल कर दे गी.

शान: येआः यू हॅव 1 अवर मोर टू थिंक कॉज़ उस के बाद ऑफीस बॉय को मैं भेज

दूँगा तो जो कुछ लिखा हो गा वो आ जाए गा.

नैना: ओके. और शान का बॅग ला कर दे दिया और जा के मैन डोर ओपन कर दिया.

शान ने ऑफीस बॅग उठाया गाड़ी मे रखा और नैना को बाइ बोल कर ऑफीस चला गया.

नैना ने डोर बंद किया और आ के टेबल से चीज़े उठाने लगी और शान के

प्लीज़ेंट बिहेवियर का सोचने लगी कि शान आज इतना प्लीज़ेंट क्यों है? और

फिर वो बात याद आ गयी कि जिम्मी बहोत तारीफ कर रहा था. और मुस्कुरा दी.

थोड़ी देर मे उसे बाहर से कुछ आवाज़े आना शुरू हो गयीं. नैना ने जा के

देखा तो साथ वाले घर मे ऐक ट्रक आ के रुका और उस मे से कुछ लोग समान उतार

रहे थे. और ऐक दुबली पतली ख़ातून इन्स्ट्रक्षन्स दे रही थी के सामान ऐसे

रखो और वैसे रखो और ऐक तरफ डोर ब्लू टी शर्ट मे जिम्मी भी खड़ा दिखाई

दिया. नैना फ़ौरन समझ गयी कि यह जिम्मी की अम्मी हैं और वापिस आ कर

बेडरूम की सेट्टिंग करने लगी. तमाम रूम की सफाई और सेट्टिंग करने के बाद

फ्रेश होने के लिये वॉशरूम मे जाने ही लगी थी कि डोर बेल हुई.

नैना ने जा के डोर ओपन किया तो बाहर जिम्मी खड़ा था.

जिम्मी: गुड मॉर्निंग जी.

नैना: गुड मॉर्निंग.

जिम्मी: वो अम्मी पूछ रही हैं कि इफ़ यू आर फ्री तो मैं आना चाह रही हूँ आप के पास.

नैना: जी ज़रूर आप भेज दे उन्हे बल्कि उन्हे कहो कि मैं खुद आ जाती हूँ

आप तकलीफ़ ना करें.

जिम्मी: ओके मैं उन्हे कहता हूँ कि आप आ रही हैं खुद और मुस्कुरा दिया.

नैना: उस के खुद के फ़ैसले पे हैरान हुई कि उस ने तो ऐसे ही कहा था और

जिम्मी फ़ौरन मान गया.

खैर वापिस वॉशरूम मे गयी और फ्रेश हो के ड्रेस चेंज कर के साथ वाले घर

जाने ही लगी थी कि फोन की बेल बाजी.

नैना: हेलो?

शान: नैना मैं भेज रहा हूँ लिस्ट फाइनल है ना?

नैना: जी फाइनल है आप भेज दो इसे और मैं ज़रा साथ जिम्मी की अम्मी से मिल

के आती हूँ आप सेल पे कॉल कर ली जिये गा.

शान: ओके वेल और आंटी को मेरी तरफ़ से भी हेलो बोल देना.

नैना: ओके और बाइ कर दिया.

नैना गेट लॉक करते हुए साथ वाले घर पहॉंची मैन गेट ओपन ही था सो नैना ऐसे

ही अंदर दाखिल हो गयी. और देन फ्रंट रूम के डोर पे जा के नॉक किया. अंदर

से जिम्मी की अम्मी की आवाज़ आइ आ जाओ बेटा आ जाओ आप का अपना घर है नॉक

करने की क्या ज़रूरत.

क्रमशः..........
Reply
07-17-2017, 12:30 PM,
#9
RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
नैना--पार्ट-9

गतान्क से आगे.......

नैना अंदर दाखिल हुई तो सामने ऐक दुबली पतली ख़ातून लैकेन बहोत ही

ज़्यादा अट्रॅक्टिव, जिम्मी की उमर के हिसाब से उन्हे 45 के करीब होना

चाहिये मगर देखने मे वो 35 की लग रही थी. नैना और जिम्मी की अम्मी आपस मे

गले मिले और ऐक ही सोफे पे बैठ कर बाते करने लगे.

नैना को जिम्मी की अम्मी बहोत अच्छी लगी बहोत ही सुंदर और बहोत ही सोम्य.

नैना को कही से भी नही लग रहा था कि वो आज पहली दफ़ा मिल रहे हैं. अपना

अपना सा लग रहा था सब. इतने मे जिम्मी रूम से आता हुआ दिखाई दिया और हाथ

मे कोल्ड ड्रिंक्स लिये.

नैना: ओह यह क्या तकलीफ़ की आप ने. अभी तो आप खुद मेहमान हैं.

जिम्मी: नोपस. मेहमान तो आप हैं हमारे घर और मुस्कुरा दिया.

आंटी: यह जिम्मी है मेरा बेटा और यही मेरी बेटी भी है सब काम मे हेल्प

करता है मेरी.

जिम्मी: जी बहोत प्यारी बेटी हूँ मे अपनी अम्मी की ओर सब खिलखिला के हंस दिये.

नैना को पता ही नही चला कि कब ऐक घंटा गुज़र गया बाते करते करते और यह

ख़याल भी तब आया जब नैना के सेल पे शान की कॉल आइ कि ऑफीस बॉय घर के करीब

पहॉंच गया है उस से समान ले लेना सारा.

नैना को तब ख़याल आया कि उस ने जिम्मी और उस की अम्मी को अभी तक लंच का

भी नही बताया. फ़ौरन कॉल के बाद बोली.

आंटी आज आप दोनो लंच हमारे यहाँ करेंगे.

आंटी: नही बेटा आप क्यो तकलीफ़ करती हो. हम कर लेंगे.

नैना: नही आज आप का फर्स्ट डे है सो आज आप मेहमान हैं कल से आप अपना कर

ली जिये गा और मुस्कुरा दी.

आंटी: ओके हम आ जाएँगे और जिम्मी की तरफ़ भी देख कर मुस्कुरा दी.

नैना उठ के जाने लगी तो आंटी जिम्मी को बोली: बेटा जिम्मी जाओ नैना को

गेट तक छोड़ आओ.

नैना: नही इट्स ओके मैं चली जाउन्गी.

बट जिम्मी साथ चल दिया और बोला कि मैं गेट भी बंद कर आउन्गा जैसे आप

खामोशी से अंदर आ गयी हैं ऐसे कोई डाकू भी आ सकता हे. और दोनो ने ऐक

मर्तबा फिर हँसी का ठहाका लगाया. हाहहहाहा. और गेट तक चल दिये.

गेट पे पहुँचते ही जिम्मी ने कहा ओह वी आर सॉरी हमे याद ही नही रहा

नंबर्स एक्सचेंज करने का. क्या अब ऐक दूसरे की डोर बेल्स ही बजाते रहेंगे

फोन पे ही पूछ लिया या बता दिया अगर कोई चीज़ ज़रूरत हो तो.

नैना ने पहले थोड़ा हेज़िटेट किया लेकिन फिर लॅंडलाइन नंबर दे दिया और

जिम्मी ने अपना और अपनी अम्मी का सेल नंबर नोट करवा दिया कि जब तक

लॅंडलाइन नही लग जाता आप इन्हे यूज़ कर सकती हैं.

नैना ओके कहते हुए घर से बाहर आ गयी और साथ अपने डोर का लॉक खोलने लगी.

उस ने पीछे मूड के देखा तो जिम्मी अपने गेट पे खड़ा अभी तक नैना को देख

रहा था. नैना को अजीब लगा जिम्मी का ऐसे देखना और जल्दी से लॉक खोल कर

अंदर चली गयी.

अंदर जा कर टाइम देखा तो 11 बज रहे थे और अगले ही लम्हे डोर बेल हुई और

ऑफीस बॉय सारा समान और वो लिस्ट नैना को दे गया कि बीबी जी सारा समान ले

आया हूँ जो जो लिस्ट मे था और यह साहब ने पैसे जो दिये थे उस मे से बचे

हैं कह रहे थे कि बीबी जी को ही दे आना.

नैना ने समान लिया और पैसे ले कर अंदर आ गयी और समान ऐक तरफ़ रख के

जिम्मी और उस की अम्मी के बारे मे सोचने लगी.

कितने नाइस लोग हैं. आंटी कितनी प्यारी हैं, कितनी केर करने वाली हैं और

जिम्मी भी बिल्कुल अपनी अम्मी पे गया है बहोत नाइस और किचन मे जा कर लंच

की तैय्यारि करने लगी.

उधर जिम्मी के घर भी जिम्मी और उस की अम्मी के बीच नैना की ही बाते चल

रही थी कि, कितनी सुंदर है, कितनी रेस्पॉन्सिबल लड़की है. काश यह मेरी

बहू होती यह सुनते ही जिम्मी बोला हाए अम्मी आप ने मेरे दिल की बात कह दी

और दोनो मा बेटा खिलखिला के हँसने लगे.

इधर नैना भी कभी आंटी और कभी जिम्मी के बारे मे सोच रही थी. पूरे घर मे

नैना की साथी उस की सोचे ही तो थी. पहले नैना की सोचे अपने और शान के

गिर्द ही घूमा करती थी मगर अब जिम्मी और उस की अम्मी ने उस की सोच मे

एंट्रेन्स कर ली थी.

नैना यही सोच रही थी कि बाहर डोर बेल हुई. नैना ने जा के डोर ओपन किया तो

देखा सामने आंटी खड़ी थी.

नैना: जी आंटी अंदर आइये.

आंटी: अंदर आते हुए. अकेली हो क्या घर मे?

नैना: आंटी की तरफ़ सवालिया नज़रों से देखते हुए जी?

आंटी: ई मीन कोई नोकेर वाघहैरा नही हैं क्या?

नैना: नही शान इस चीज़ के सख़्त खिलाफ हैं कॉज़ आज कल नोकरो का ऐतबार ही

कहाँ है और काम भी इतना ही होता है कि मैं खुद ही कर लेती हूँ और दोनो

बाते करते करते टीवी लाउंज मे आ गये.

आंटी: अरे इधर नही किचन मे चलते हैं दोनो मिल के लंच रेडी करते हैं.

नैना: नही आंटी आप तकलीफ़ ना करे मैं कर लूँगी.

आंटी: अरे चल कर ले गी, इतने सारे काम (चावल बनाना, सलाद बनाना और कबाब

और दूसरी चीज़े, अकेली केसे बनाओगी ?) और साथ ही चावल साफ करने लगी.

नैना ने भी फिर ज़ोर नही दिया और बाते करने लगे.

आंटी: नैना कुछ बताओ अपनी फॅमिली के बारे मे?

नैना: मी आंड शान आर दा फॅमिली.

आंटी: और तुम्हारे पेरेंट्स?

नैना: वो यहाँ पास नही होते.

आंटी: ओके तो कहाँ होते हैं?

नैना: शादी से पहले शान की जॉब वहाँ पे ही थी जहाँ हमारा घर था बट शादी

के 3 मंत्स बाद ही शान का प्रमोशन होगया और कंपनी ने उन्हे यहाँ

ट्रान्स्फर कर दिया सो अब हम इतना दूर हो गये कि आने जाने मे ही 2 दिन लग

जाते हैं. इस वक़्त नैना का लहज़ा थोड़ा ठंडा था.

आंटी: ओह सॅड. और शान की फॅमिली?

नैना: जी वो भी वहाँ ही रहते हैं.

आंटी: ओके तो लास्ट टाइम कब मिली थी अपने पेरेंट्स से?

नैना: कोई 6मंत्स पहले.

आंटी: ओह सॅड तो शान को कहो ना ले जाए मिलवाने तुम्हे?

नैना: जी वो बहोत बिज़ी होते हैं थ्ट्स वाइ बहोत मुश्किल होता है उन के

लिये. कह रहे थे कि जल्द ले जाउन्गा.

आंटी: (नैना के आकेले पन को फ़ौरन समझ गयी और बोली) डोंट वरी नैना अब मैं

आ गयी हूँ ना तुम्हे अपनी अम्मी की कमी फील नही होगी.

नैना: थॅंक्स. और सवाल कर दिया आप बताए?

आंटी: जिम्मी के अबू की डेत को 5 साल होगये हैं. हम तीनो ऐक ही गाड़ी पे

थे वो ड्राइव कर रहे थे कि आक्सिडेंट होगया. आक्सिडेंट ऐसा हुआ कि मे और

जिम्मी तो बच गये बट वो. और चुप हो गयी.

नैना: ओह आइ आम सॉरी.

आंटी: इट्स ओके. और तब से मी आंड जिम्मी आर दा फॅमिली.

नैना: तो घर का खर्च केसे चलता है?

आंटी: जिम्मी क अबू का अपना बिज़्नेस था और उस के सिस्टम्स ऐसे बनाए थे

जिम्मी के अबू ने कि उन के गुज़र जाने के बाद भी बिजनेस वैसे का वैसा हे

और वोही इनकम हे. मैं रोज़ चली जाती हूँ ऑफीस 2 से तीन घंटे के लिये तो

साइन चेक़स हैं टू व्यू डेली ऑपरेशन्स.

जिम्मी भी इसी साल संभाल ले गा बिज़्नेस कॉज़ 4मंत्स मे उस की स्टडी पूरी

हो जाए गी.

नैना: ओके थ्ट्स गुड.

आंटी: तो कितना अरसा हो गया हे शादी को?

नैना: जी 18 महीने और नैना को पता था कि अगला सवाल क्या आए गा और उस का

जवाब भी पहले से सोच लिया.

आंटी: 18 मंत्स और घर मे कोई फूल नही दिख रहा और मुस्कुरा दी?

नैना: जी वो शान ही नही चाहते कि अभी कोई बच्चा हो. (और साथ ही यही सोचने

लगी कि यही तो मैन वजह है कि शान के पेरेंट्स उस से नफ़रत करते हैं कि 18

मंत्स मे भी कोई गुड न्यूज़ नही दे सकी. केसे बताए आंटी को कि मसला यह

नही मसला और है. शान भी इसी लिये नैना को कम टाइम देते हैं कि उन्हे 18

मंत्स मे कोई बच्चा नही मिला)

आंटी के अगले क्वेस्चन ने नैना को ऐक दम से शॉक कर दिया क्यो कि नैना

एक्षक्पेक्ट नही कर रही थी.

आंटी: यानी शान का अभी बच्चे की मा से खैल खैल के दिल नही भरा? हहहे

नैना: मुस्कुराते हुए. जी बिल्कुल.

आंटी: वैसे नैना तुम हो बहोत सुंदर. शान तो खूब मज़े करते हों गे रात को रोज़.

नैना: हया से आंटी की तरफ़ देखते हुए. और फिर बोली जी.

आंटी: वैसे शान केसा है बेड मे? बाग की फुल सैर करता है या फिर गाड़ी चला

के सो जाता है?

नैना: आंटी प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़. जेसे शर्मा रही हो.

आंटी: अरे नैना शरमाओ नही मैं तुम्हारी अम्मी की तरह हूँ और अब तो

तुम्हारी फ़्रेंड भी.

नैना ने आज तक अपनी सेक्स लाइफ का किसी को नही बताया था और ईवन अपनी

अम्मी से भी नही, क्योंकि उस की अम्मी ने उस से कभी ऐसे सवाल ही नही किये

कभी. सो नैना को अजीब लग रहा था लैकेन वो आंटी को नाराज़ नही करना चाहती

थी.

नैना: जी मूड पे डिपेंड करता है कभी कभी तो बहोत लंबी ड्राइव तो कभी कभी

बस टेस्ट ड्राइव ही. और हंस दी.

आंटी: हां ऐसा होता है. जिस दिन बाहर किसी सेक्सी लड़की को देख कर आ जाए

तो उस रात तो सख्ती होती है वाइफ की.

नैना को ऐक दम से अपनी गुज़री रात याद आ गयी कि रात को भी बिल्कुल ऐसा ही

हुआ था और आंटी की इस बात ने जैसे जलती पे पेट्रोल का काम किया और नैना

को अपनी बात सही लगने लगी कि कल शायद उस लड़की से शान कुछ कर नही सके तो

सारी गर्मी नैना पे निकाली.

क्रमशः..........
Reply
07-17-2017, 12:31 PM,
#10
RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
नैना--पार्ट-13

गतान्क से आगे.......

डोर बेल हुई. नैना गेट ओपन करने गयी. आगे जिम्मी खड़ा था.

जिम्मी: हेलो नैना जी.

नैना: आ जाओ अंदर जिम्मी और यह हाथ मे क्या उठा रखा है?

जिम्मी: यह समोसे, यह पकोडे, यह बिस्किट्स, यह क्रीम केक.

नैना: गेट बंद करते हुए अंदर कमरे की तरफ़ आते हुए चलते चलते बोली. ओके

वहाँ सामने रख दो और जाते हुए घर ले जाना.

जिम्मी: अरे नही नैना जी यह मैं अपने घर की लिये नही यहाँ के लिये लाया

हूँ चाय के साथ खाएँगे ना.

नैना: अरे यह क्या क्या तुम ने? बंदा पूछ तो लेता है. तुम गेस्ट हो ओके?

जिम्मी: ओके बट पूछता तो आप ने रेफ्यूज़ कर देना था कि मत लाना तो मैं ने

पूछा ही नही और नैना को आँख मार दी.

नैना जिम्मी की इस आँख मारने वाली हरकत पे ऐक दम परेशान सी हो गयी और ऐक

पल के लिये सोचने लगी कि वो इतना फ्री क्यू हो रही है जिम्मी से? फिर

ख़याल आया कि वो भी तो कितना कर रहा है दैखो क्या क्या ले कर आया है. चलो

क्या हुआ जो आँख मार दी. मज़ाक मे ही तो मारी है. मज़ाक मे सब चलता है.

अंदर ही अंदर अपने आप से बाते करने लगी और साथ ही जिम्मी की आवाज़ ने डरा

दिया.

जिम्मी: क्या हो गया नैना जी. इतनी देर से तमाम चीज़े आप को पकड़ा रहा

हूँ और आप हैं कि हाथ आगे क्या हुआ है लैकेन ग्रिप नही कर रही?

यह सुन के नैना ने अपने राइट आर्म को देखा जो कि इस पोज़िशन मे था कि

जैसे जिम्मी से माँग रहा हो कुछ. ऐक दम से हाथ पीछे किया और बोली ओह आइ

आम सॉरी लाओ दे दो मुझे और मुस्कुरा दी. समान ले कर किचन मे चली गयी.

किचन मे गयी तो देखा कि आंटी पहले से सब कुछ रेडी कर चुकी थी, प्लेट्स,

टोमॅटो केच्युप, चटनी.

आंटी: क्या कहता है जिम्मी?

नैना: अरे आप ने उस से कहा था यह सब लाने को फोन पे?

आंटी: नही तो. ज़रा दिखाओ तो क्या लाया है? आआहा हां यह सब तो वो बचपन से

बहोत लाइक करता है चाय के साथ. इसी लिये ले आया होगा.

नैना: अरे मुझे कह दिया होता यह सब पसंद है तो मैं यहाँ घर पे ही बना

देती जिम्मी को.

नैना की बात ख़तम ही नही हुई थी कि पीछे से जिम्मी की आवाज़ आइ. हाए नैना

जी हमारे नसीब इतने अच्छे कहाँ और मुस्करा के बोला कि केसा फिट डायलॉग

बोला है? हाहहहहाहा. डोंट वरी जी आप को भी तकलीफ़ दूँ गा ज़रूर अब तो

वैसे ही दीवार के साथ दीवार मिल रही है तो आइ होप कि बहोत जल्द आप के हाथ

के बने हुए समोसे खाने को मिलेंगे और अपनी मोम को आँख मारते हुए बोला.

क्यो मोम?

आंटी: हां हां क्यों नही बेटा. क्यों नैना ठीक कहा ना?

नैना: अगर ऐसे ही शररटाईन करता रहा ना तो फिर तो कभी भी नही. और स्माइल कर दी.

आंटी: ओह मुझे फाइनान्षियल आड्वाइज़र को कॉल करनी थी कंपनी के, कि वो

रिपोर्ट सब्मिट कर दे. मैं कॉल कर के आइ तुम दोनो गुप करो और मुस्कुरा के

किचन से बाहर चली गयी.

जिम्मी: जी तो आप क्या फ़ार्मा रही थी बेगम साहिबा ओह आइ मीन नैना जी?

नैना: यही कि आप अगर यह शररटाईन बंद कर दे तो आप को समोसे खाने को मिल जाएँगे.

जिम्मी: हाए आपका हूकम सिर आँखों पर जी. आप ऐक मर्तबा कह कर तो देखिए जान

ना वार दे आप पे?

नैना: व्हातत्तटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटतत्त?

जिम्मी: हहेहेहहे. केसा लगा मेरा यह फिल्मी डायलॉग? मैं अक्सर ऐसे डायलॉग

बोलता रहता रहता हूँ. कभी कभी मोम कहती हैं मैं पागल हो गया हूँ.

नैना: जी मोम बिल्कुल ठीक कहती हैं.

जिम्मी: आपको मैं केसा लगता हूँ?

नैना: व्हातत्तटटटटटटटटटटटटटटटटटटटतत्त? यह केसा सवाल है?

जिम्मी: केसा केसा? सीधा सा सवाल है मैं आप को केसा लगता हूँ?

नैना: आइ गेस मोम आप को बाहर बुला रही हैं.

जिम्मी: अरे ऐक तो आप ऐक दम सीरीयस हो जाती हैं. डर ही लगा रहता है. ओके

आइ आम सॉरी मुझे लगता है मैं ने ग़लत क्वेस्चन पूछ लिया. और कह के बाहर

चला गया.

नैना को जिम्मी के इस क्वेस्चन पे हैरत हुई कि उस ने ऐक दम ऐसा सवाल क्यो

किया? ळैकेन फिर अपने ही बिहेवियर पे अफ़सोस भी होने लगा कि उसे जिम्मी

को ऐसे नही बोलना चाहिये था. देखो नाराज़ हो के बाहर चला गया किचन से.

चलो उसे जा के सॉरी बोलती हूँ.

जेसे ही नैना का ऐक क़दम जिम्मी की तरफ़ बढ़ा फिर जेहन मे सोच आइ कि नही

वो क्यो सॉरी बोले? जिम्मी ने ग़लत ही तो क्वेस्चन किया कि वो मुझे केसा

लगता है? आइ आम मॅरीड और वो मुझ से ऐसे क्वेस्चन क्यो कर रहा है? कहीं

उसे यह आइडिया तो नही हो गया कि मैं शान के साथ खुश नही हूँ? या फिर कहीं

आंटी ने उसे कुछ बता ना दिया हो अबाउट मी आंड शान? नही जिम्मी तो घर पे

ही नही था जब मैं ने आंटी को सब बताया था शान का. तो फिर जिम्मी ने क्यो

पूछा कि मैं केसा लगता हूँ? नैना के दिमाग़ मे ऐक दम कयी ख़यालात ने जनम

ले लिया था अबाउट जिम्मी. नैना जिम्मी को ऐक बहोत अच्छा लड़का समझती थी

और उसे यह भी पता था कि जिम्मी उसकी बहोत रेस्पेक्ट करता है और वो कभी भी

नैना के बारे मे ग़लत नही सोचे गा.

अचानक उस के दिमाग़ मे नज़ाने कहाँ से ख़याल आ गया कि उसे चेक करना

चाहिये कि जिम्मी उसे ग़लत निगाह से देखता है या नही? जिम्मी की नज़र मे

मेरी कितनी रेस्पेक्ट है. यह देखने के लिये नैना ने अपने दोपटे को और

अपनी ब्रा को ऐसे अड्जस्ट किया जिस से उस के बूब्स विज़िबल दिखने लगे. और

बूब्स को थोड़ा ऊपेर कर लिया कि टॉप से क्लीवेज भी दिखने लगे और बाहर

पड़े रेफ्र्जरेटर से कुछ निकालने के बहाने एग्ज़ॅक्ट्ली जिम्मी के सामने

जा के खड़ी हो गयी. और इस तरहा से जिम्मी को देखने लगी कि जिम्मी को पता

ना चले कि वो उसे दैख रही है. जिम्मी (जो टीवी दैख रहा था) की नज़र ऐक दम

नैना पे पड़ी. उफ्फ क्या सेक्सी लुक्स दे रही थी नैना. ळैकेन अगले ही

लम्हे जिम्मी ने अपना रुख़ बदल लिया और दूसरी तरफ़ मूँह कर क बैठ गया

जैसे उस ने कुछ दैखा ही ना हो और दोबारा नैना की तरफ नही दैखा.

नैना कुछ देर ऐसे ही कुछ ढूँढती रही और फिर किचन मे चली गयी. किचन मे

जाते साथ ही उसे बहुत ही खुशी हुई कि यस वो जैसा सोच रही है जिम्मी वैसा

ही है. उस ने ऐक मर्तबा दैखा और दोबारा नही दैखा. अब उस से रहा नही गया

और सीधा किचन से बाहर निकली और जिम्मी के सामने जा कर बैठ गयी.

जिम्मी: टी रेडी हो गयी मोम को बुलाउ?

नैना: टी रेडी हो गयी है.

जिम्मी: ओके मैं मोम को बुलाता हूँ.

नैना: ऐक मिनट जिम्मी.

जिम्मी: जी?

नैना: वो आइ आम सॉरी कि मैं ने आप से ऊँची आवाज़ मे बात की और आप को बुरा लग गया.

जिम्मी: कोन सी बात? (जेसे उसे कुछ याद ही ना हो)

नैना: वोही किचन मे जो आप ने क्वेस्चन पूछा था उस के रेप मे जो मैं हर्ष हो गयी थी.

जिम्मी: ओह इट्स ओके नो प्रोब. यह आप का राइट है, ग़लती तो मेरी है जी जो

ऐक दम से इतना फ्री हो गया. मुझे ही ख़याल रखना चाहिये था. नेक्स्ट टाइम

आइ'ल्ल बी केर्फुल.

नैना: (अपने आप पे बहुत शर्मिंदा होते हुए कि दैखो कितना नाइस है जिम्मी

इसे तो ज़रा भी बुरा नही लगा मेरा यह बिहेवियर) और फिर मुस्करा दी ओके

थॅंक्स जिम्मी.

जिम्मी: ओके मैं मोम को बुलाता हूँ और वो चला गया.

नैना सब कुछ बहोत अछा लग रहा था. उसे ऐक दम से अपना परिवार पूरा लगने

लगा. जैसे तमाम खोई हुई खुशियाँ वापिस आ गयी हों. उसे अब यकीन होने लगा

कि वो अब इस घर मे अकेली नही रही जो सारा दिन अपनी सोचों मे खोई रहती है.

अपने अंदर उसे एनर्जी फील होने लगी. उसे ऐक दम से सब एनर्जेटिक लगने लगा.

दिल ही दिल मे बहोत खुश थी आज नैना.

थोड़ी ही देर मे आंटी जी अंदर दाखिल हुईं.

आंटी: सॉरी नैना कॉल थोड़ी लंबी हो गयी. यह हिसाब किताब के काम भी ना

बंदे को पागल कर देते हैं. अगर आर्यन ज़िंदा होते तो झट से निपटा लेते सब

काम.

नैना: चले अब आर्यन जूनियर जो रेडी है झट से काम निपटाने के लिये. बस कुछ

मंत्स हैं.

आंटी: हहेहेहेहहे अछा नाम दिया है वेसे जिम्मी को. क्यो ना हम यही नाम रख

दे और साथ ही जिम्मी को आँख मार दी.

जिम्मी: जी मोम बस अब यही होना बाक़ी रह गया था. हाहहहाहा सब हंस पड़े.

फिर इकट्ठे बैठ कर टी पीने लगे और इधर उधर की बाते होती रही. टी पी कर

जिम्मी ने कहा ओके मोम मैं घर जा रहा हूँ मुझे स्टडी करनी है. आप जब फ्री

हो जाए तो आ जाइयेगा. और कह कर चला गया.

आंटी और नैना दोनो किचन मे आ गयीं और मिल कर काम करने लगी. आंटी को लगा

कि अब नैना का मूड ठीक होगया है और नॉर्मल ही बाते कर रही है. बाहर सूरज

भी गायब हो रहा था और अंधैरा छाता जा रहा था.

नैना: बर्तन वॉश करते हुए. आंटी फिर क्या हुआ?

आंटी: क्या फिर क्या हुआ?

नैना: वोही जो आप बात बता रही थी फर्स्ट इंटरॅक्षन विथ आर्यन?

आंटी: ओह अछा तुम्हारे दिमाग़ मे अभी तक वो बात चल रही है? मैं तो समझी

कि तुम भूल ही गयी हो गी वो बात.

नैना: नही मैं बाते नही भूलती जो ऐक दफ़ा सुन लूँ या मैरे साथ बीत जाए

हमैशा याद रहती है. वेसे भी जब से शादी हुई है यादे ही तो मेरा सहारा

हैं.

आंटी: ओके डोंट बी सॅड. अछा कहाँ पहुची थी मैं?

नैना: कुछ सोचते हुए. हां वो आप ने उस लड़के को दैखा जो मरीया को अछा लगा

था मगर आप को नही.

आंटी: अरे तुम्हारी मेमोरी तो बहोत तेज है.

हां तो फिर अभी हम यही डिसकस कर रहे थे कि ऐक खूबसूरत सा यंग लड़का मरीया

के पास आया और उस से डॅन्स की रिक्वेस्ट करने लगा. मरीया ने भी फ़ौरन हां

कर दी और उस लड़के का हाथ पकड़ के फ्लोर पे चली गयी जहाँ सब कपल्स डॅन्स

कर रहे थे. मैं थोड़ी देर वहाँ बैठी और बोर होने लगी. फिर कुछ घुटन सी

फील होने लगी तो मैं ने सोचा कि ऊपेर टेरेस मे चली जाती हूँ फॉर फ्रेश

एर. और मैं जूस का ग्लास ले कर ऊपेर टेरेस मे चली गयी.

नैना: फिर?

आंटी: बर्तन अपनी जगह पर रखते हुए. फिर क्या मुझे ठंडी ठंडी हवा बहोत ही

अछी लग रही थी कि अचानक आवाज़ आइ.

वो आए हमारे घर मे खुदा की क़ुदरत है

कभी हम उनको कभी अपने घर को देखते हैं

क्रमशः..........
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,452,926 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 538,960 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,212,737 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 916,780 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,625,264 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,058,029 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,912,405 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,929,107 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,982,339 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 280,347 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)