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RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
नैना--पार्ट-14
गतान्क से आगे.......
मैं ने मूड कर देखा तो मुझे कुछ नज़र ना आया और मैं हैरान हुई कि आवाज़
कहाँ से आ रही है. फिर मैं ने ध्यान हटाया और बाहर लाइट्स को देखने लगी.
अचानक ऐक फिर आवाज़ आइ.
तूने मयखाना निगाहो मे छुपा रखा है
होशवालो को भी दीवाना बना रखा है
नाज़ केसे ना करूँ बंदा नवाज़ी पे तेरी
मुझ से नाचीज़ को जब अपना बना रखा है
जब भी गम मिलता है सीने से लगा लेता हूँ
मैं ने हर दर्द को तक़दीर बना रखा है
मैं ने गौर किया तो वाहा टारेस पे ही अंधेरे मे कोई ब्लॅक कलर के पेंट
कोट मे मौजूद था. मैं ने थोड़ा सख़्त लहजे मे बोला कॉन है वहाँ? और वहाँ
से आवाज़ आइ.
ए मेरे परदा नशीन तेरी ताजवाजो के निसार
मैने इश्क़ तेरी दुनिया से छुपा रखा है
मैं ने फिर ज़ोर से कहा कि कॉन है तो वो शख्स आहिस्ता आहिस्ता मेरी तरफ़
बढ़ा. मैं परेशान हो गयी कि कोई ड्रंक है. लेकिन जब वो रोशनी मे आया तो
वो आर्यन थे. खूबसूरत जवान, ऊँचा कद, कहीं से भी ड्रंक नही लग रहे थे.
मैं ने उन्है पहली दफ़ा दैखा था. ना जाने क्यो लग रहा था कि वो मुझे पहले
से जानते हैं.
इस से पहले मैं कुछ कह पाती. वो मेरे पास आए और आते ही मुझे अपनी बाँहों
मे भर के अपने होन्ट मैरे होंटो पे रख दिये.
नैना: ओह तो फिर?
आंटी: फिर क्या बस किस थी कि ख़तम ही नही हो रही थी. और उन के हाथों की
ग्रिफ्त इतनी ज़यादा मज़बूत थी कि मैं छुड़ा ही नही पा रही थी. और शोर इस
लिये नही मचा सकती थी कि सब यह ना समझे कि ड्रंक हैं दोनो और ऊपेर ग़लत
काम कर रहे हैं सो खामोश रही. ळैकेन क्या मस्ती थी उन की किस मे कि कुछ
ही लम्हे मे मैं भी उन से लिपटी चली गयी. और किस ने तो जैसे मुझ पे नशा
सा चढ़ा दिया हो.
नैना: पहली ही मुलाक़ात मे किस? ना जान ना पहचान?
आंटी: वोही तो. अच्छा सुनो तो सही. और काम संभाल के दोनो टीवी लाउंज मे आ गयीं.
फिर किसी तरहा से हमारा किस ख़तम हुआ और मैं नीचे की तरफ़ जाने लगी और
उन्हे कहा की थ्ट्स नोट फेर. और उन्हों ने जवाब मे कहा
दूर रह कर ना करो बात करीब आ जाओ
याद रह जाए गी यह रात करीब आ जाओ
आ जाओ इक मुद्दत से तमन्ना है तुम्हे चूमने की
आज बस मे नही जज़्बात करीब आ जाओ
बस उन की शायरी मे तो जैसे मॅगनेट जेसी कशिश थी और मेरे कदम वहाँ ही रुक
गये. और अगले ही लम्हे मैं उन की बाँहों मे थी. किस्सस का तूफान ऐक
मर्तबा फिर आने लगा. अब की बार तो लिप्स के साथ साथ चीक्स, नेक, इयर्स भी
तूफान की रेंज मे आ गये थे. हाथ थे कि कभी मैरे सन्तरो के बाग मे सैर
करने लगते तो कभी घूमते हुए बॅक साइड पे सफ़र करने लग जाते. मुझे कुछ समझ
नही आ रही थी कि क्या करूँ. दिल था कि कह रहा था कि यह सिलसिला ख़तम ना
हो. दिमाग़ था कि कह रहा था कि ऐक अजनबी से पहली मुलाक़ात मे यह सब? मगर
दिल जीत गया और मैं ने अपने आप को आर्यन के हवाले कर दिया.
किस्सिंग ख़तम हुई तो उन्हों ने मेरी आँखो मे आँखे डाल के कहा कि जानू आइ
आम आर्यन. मुझे पता था कि तुम ज़रूर ऊपेर आओ गी कब से मैं ऊपेर इंतजार कर
रहा था तुम्हारा. और चलते हुए टारेस की साइड पे खड़े हो के यह पोएटरी
कहने लगे.
शबनमी रात हो और हर तरफ़ अंधैरा हो
एक चादर मे लिपटे दो बदन ऐक तेरा और ऐक मेरा हो
तेरे मखमली बदन मे खुश्बू के चमन मे सदिओं तक वो रात चले
तेरे होंठो को जब सी दूं मैं अपने होंठों के धागे से
इक सन्नाटे मे खामोशी से तेरी बाँहों ने मुझ को घैरा हो
मेरे जिस्म मे घर मिल जाए तुझको तेरे जिस्म मे मेरा बसेरा हो
बिस्तेर पर तेरे मेरे सिवा, सिर्फ़ जुनून और खामोशी का डेरा हो
और साथ ही बोले विल यू मॅरी मी ?
नैना: हाउ सेक्सी आंड हाउ रोमॅंटिक? फिर आप ने क्या कहा?
आंटी: तुम होती तो क्या कहती?
नैना: मैं क्या कोई भी लड़की होती तो हां बोल देती.
आंटी: तो मैं भी तो लड़की ही थी. फ़ौरन हां बोल दिया. बस हां बोलना ही था
कि आर्यन करीब आए और मैरा हाथ पकड़ के टारेस के साथ वाले रूम मे ले गये.
और वहाँ उन्हों ने अपनी पोएटरी को प्रॅक्टिकल मे कॉनवर्ट कर दिया.
नैना: क्या किया हुआ रूम मे?
आंटी: अरे मैं वो बताने बैठ गयी ना तो रात यहाँ ही रुकना पड़ जाए गा. हाहहहहाहा
नैना: तो क्या है रुक जाओ ना?
आंटी: अरे नही भाई इतनी जल्दी भी क्या है बता दूंगी. वेसे भी शान आने
वाले हों गे और जिम्मी भी वेट कर रहा हो गा.
नैना: (दिल बिल्कुल भी नही कर रहा था कि आंटी ऐसे चली जाए पर ज़यादा
इन्सिस्ट भी नही कर सकती थी कि आंटी के ऊपेर बॅड इंप्रेशन ना पड़े) सो कह
दिया ओके आंटी ठीक है.
आंटी: ओके मैं चलती हूँ. कल बात होती है फिर. और यह कह कर गेट की तरफ़ चल दी.
नैना गेट क्लोज़ कर के आइ और टीवी लाउंज मे आ के बैठ गयी और शान के आने
का वेट करने लगी और आज पूरे दिन को याद करने लगी.
नैना आज बहोत खुश थी क्योंकि काफ़ी दिन बाद आज नैना को दिन भर अपनी
पुरानी यादों को खुरचने के अलावा भी कुछ करने का मौक़ा मिला था. पूरा दिन
इतना जल्दी गुज़र गया कि पता ही नही चला कि कब सुबह हुई और कब रात हो
गयी. पूरा दिन बहोत ही हॅपी हॅपी गुज़र गया. नैना पूरा दिन इतना बिज़ी थी
कि उसे अपने अतीत मे जाने की ज़रूरत ही पेश ना आइ. ऐक ही दिन मे नैना की
आंटी के साथ इतनी पक्की दोस्ती हो गयी थी जेसे बचपन के साथी हों. आंटी थी
ही इतनी अच्छी और ज़िंदा दिल कि दिल करे के बाते करते जाओ और बहोत ज़यादा
को-ऑपरेटिव भी.
नैना को आज काफ़ी दिन बाद अकेला पन फील हो रहा था. आंटी और जिम्मी के
जाने के बाद घर खाली खाली सा लग रहा था. हालाँकि ऐसा रोज़ होता था लेकिन
आज नैना को तन्हाई का शिदत से एहसास हो रहा था. दिल कर रहा था कि कॉल कर
के आंटी को बुला ले. ळैकेन फिर यह सोच के इरादा बदल लिया कि आज पूरा दिन
भी तो वो साथ ही थी और वेसे भी थोड़ी देर मे शान आ जाएँगे .
नैना ने टीवी ऑन किया और रिमोट से चॅनेल चेंज करने लगी. वन बाइ वन न्यूज़
चॅनेल्स चल रहे थे. नैना ने ऐक चॅनेल जंप किया तो अचानक उसे शान की झलक
दिखी. फ़ौरन चॅनेल वापिस लगाया तो ऐक फीमेल बीच से प्रोग्राम कर रही थी
जो कि बीच पे मौजूद कपल्स के बारे मे था कि वो बीच पे आ के केसा फील करते
हैं और बीच किस तराहा उन के रोमॅंटिक जज़्बात को ज़्यादा उभारता है.
लड़की की बॅक पे ऐक कपल खड़ा था. लड़के का फेस दूसरी तरफ था. नैना ने सब
से पहले लड़के के ड्रेस पे नज़र डाली. उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ यह तो
वोही ड्रेस है जो आज शान पहन के गये थे. वोही स्काइ ब्लू शर्ट और ब्लॅक
ड्रेस पॅंट. लड़की की शकल थोड़ा क्लियर दिख रही थी. नैना ने थोड़ा गौर
किया तो नैना के पैरों के नीचे से ज़मीन निकल गयी, ये वोही लड़की थी जो
उस दिन लॅडीस अंडर गारमेंट्स की शॉप पे शान के साथ थी.
प्रोग्राम होस्ट इस कपल की तरफ़ बढ़ी और कपल को कहा एक्सक्यूस मी. लड़का
पलटा तो नैना की आँखे खुली की खुली रह गयीं, यह तो शान ही थे और बीच पे
उस लड़की के साथ. प्रोग्राम होस्ट ने क्वेस्चन किया लेकिन शान ने आन्सर
करने से इनकार कर दिया और सॉरी कह कर कॅमरा के आगे से हट गये.
यह 2न्ड टाइम था कि शान ने नैना से झूट बोला था और ऑफीस का काम कह कर उस
लड़की के साथ बिज़ी थे. आज पूरा दिन शान घर पे भी नही आए थे ईवन लंच या
टी पे भी नही आए. यानी यह आज पूरा दिन इस लड़की के साथ थे और बीच पे सैर
की जा रही थी. नैना को बहोत ज़यादा गुस्सा आया और बैठ के शान की इस
बेवफ़ाई पे रोने लगी. नैना अभी शान की इसी हरकत पे रो रही थी कि शान की
कॉल आ गयी.
शान: हेलो नैना क्या कर रही हो?
नैना: कुछ नही अपनी किस्मत पे रो रही हूँ.
शान: क्या मतलब किस्मत पे रो रही हो?
नैना: आप बेहतर समझते हैं.
शान: क्या कहना चाहती हो खुल के बताओ.
नैना: आप घर आओ तो बात करती हूँ.
शान: इसी लिये तो कॉल की कि आज मैं घर नही आ पाउन्गा. सुबह हेड ऑफीस मे
तमाम रेकॉर्ड पेश करना है स्टाफ पर्फॉर्मेन्स का उस की तैयारी कर रहे हैं
मैं और मेरा ऑफीस मेट. सो आज पूरी रात काम करेंगे.
नैना: क्या आप आज घर नही आएँगे?
शान: क्या पहले मैं ने लतीफ़ा सुनाया है? यही कहा है कि घर नही आ रहा.
नैना: आप को पता है कि मैं घर पे अकेली हूँ. आप उस फ्रेंड को यहाँ क्यों
नही ले आते. पूरी रात बैठ कर काम करो आराम से?
शान: प्लीज़ मुझे मशवरा देने की ज़रूरत नही, मुझे बेहतर पता है कि मैं ने
क्या करना है. और तुम बच्ची नही हो अपनी हिफ़ाज़त खुद कर सकती हो, घर के
तमाम डोर्स लॉक करो और चुप कर के सो जाओ.
नैना: ओके और कुछ?
शान: कुछ नही. अगर कोई प्रोबलम हो तो कॉल कर लेना.
नैना: थॅंक्स मैं बच्ची नही हूँ अपना ख़याल खुद रखी सकती हूँ. और फोन बंद कर दिया.
तो भाई लोगो ये पार्ट यही पर पर ख़तम कर रहा हूँ आगे की कहानी अगले पार्ट
मे दोस्तो कहानी कैसी लगी ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा
क्रमशः..........
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RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
नैना--पार्ट-15
गतान्क से आगे.......
फोन बंद करने के बाद नैना जी भर के रोई और उसे यकीन हो गया कि बात यहाँ
तक पहॉंच चुकी है कि शान ने उस लड़की के यहाँ रात गुज़ारना शुरू कर दी
है. नैना को कुछ समझ नही आ रही थी कि क्या करे. शान के पेरेंट्स तो वैसे
ही उसे बुरा भला कहते थे और अपने पेरेंट्स को कॉल कर के वो परेशान नही
करना चाहती थी. आख़िर घूम फिर के बात आंटी पे आ गयी. यही फ़ैसला किया कि
आंटी को बुला लूँ और फोन उठा के आंटी को कॉल की.
जिम्मी: हेलो
नैना: हेलो जिम्मी?
जिम्मी: जी आप कॉन?
नैना: जिम्मी मैं नैना बात कर रही हूँ. आंटी से बात हो सकती है?
जिम्मी: ममा तो बाथ ले रही हैं. ख़ैरियत?
नैना: नही इट्स ओके बस उन्ही से बात करनी थी.
जिम्मी: ओके मैं कॉल बॅक करवाता हूँ.
नैना: ओके
जिम्मी: वेट वेट वेट, ममा आ गयीं यह बात कर लो.
आंटी: जी नैना बेटा क्या हुआ?
नैना: आंटी वो शान आज रात नही आएँगे, आइ आम होम अलोन क्या आप आ सकती हैं?
आइ आम रियली सॉरी टू डिस्टर्ब यू. आक्च्युयली मैं बहोत ज़यादा बोर हो रही
थी.
आंटी: हां क्यो नही. ओके मैं आती हूँ. बाइ.
जिम्मी: मोम कहाँ जा रही हैं?
आंटी: वो शान आज रात नही है घर पे तो नैना अकेली है सो वो बुला रही है.
जिम्मी: मैं भी आ जाऊ?
आंटी: अरे नही तुम स्टडी करो अपनी. बहुत शौक़ है तुझे नैना के घर जाने
का? और मुस्करा दी.
जिम्मी: मोम आप भी ना. ओके जाओ मैं डोर लॉक कर दूं सब.
आंटी: ओके गुड नाइट बेटा.
जिम्मी: गुड नाइट.
--------------
डोर बेल रिंग्स.
नैना ओपन्स दा डोर: आइए आंटी जी अंदर. और डोर्स लॉक कर के दोनो अंदर आ गयीं.
नैना: म्म्म्ममममममम लुकिंग सेक्सी आंड फ्रेश.
आंटी: लाइन मार रही हो?
नैना: हहेहेहेहहे नही तारीफ कर रही हूँ.
आंटी: ओके थॅंक्स. अच्छा शान क्यो नही आ रहा आज?
नैना: कह रहे थे कि कोई ऑफीस का काम है. पता नही कॉन सा ऑफीस का काम है
जिस के लिये रुकना पड़ गया.
आंटी: म्म्म्ममममममममममम वेसे वो लड़की कॉन है?
नैना: कॉन सी लड़की?
आंटी: वोही जो शान के साथ बीच पे घूम रही थी?
नैना: क्या आप ने भी दैखा टीवी पे?
आंटी: नही मैं ने नही जिम्मी ने बताया कि शान टीवी पे आए थे बीच पे थे
किसी और लड़की के साथ.
नैना: मुझे क्या पता. मुझे तो लगता है यही वो ऑफीस का काम है जिस की वजा
से शान नही आए. मुझे बताओ मैं क्या करूँ?
आंटी: अरे परेशान ना हो. मैं हूँ ना तुम्हारे साथ और आँख मार दी. अच्छा
चल अब सच सच बता कि शान ऐसा क्यो कर रहा है तेरे साथ?
नैना: बस ऐक ही वजा है. शादी को 18 महीने हो गये हैं. लेकिन अभी तक कोई
औलाद नही है.
आंटी: अरे तुम तो कह रही थी कि शान बच्चा नही चाहते.
नैना: झूट कह रही थी. हक़ीक़त तो यह है बच्चा हो ही नही रहा.
आंटी: फॉल्ट किस मे है?
नैना: शान मे. आइ आम 100% शुवर कि फॉल्ट शान मे है. क्यो कि मैं ने अपने
टेस्ट्स करवाए थे मैं बिल्कुल ठीक हूँ.
आंटी: तो शान के टेस्ट रिपोर्ट क्या कहती हैं?
नैना: वो टेस्ट कराए तब ना. सब उन्ही की सुनते हैं. वो बाघैर टेस्ट के
ठीक हैं. पर्फेक्ट हैं और मैं टेस्ट्स के बाद भी खराब हूँ. शान कहते हैं
मैं ने अमेरिका मे टेस्ट्स करवाए थे, मैं बिल्कुल ठीक हूँ और बच्चा पैदा
कर सकता हूँ. तुम मनहूस हो. आंटी अब आप ही बताओ कि मैं क्या करूँ? जाऊ तो
जाऊ कहाँ. बच्चा ना होने की वजा से शान के पेरेंट्स मुझ से नफ़रत करते
हैं. और मैरे पेरेंट्स मजबूर हैं.
आंटी: तुम शान से अलहदा क्यो नही हो जाती?
नैना: नही बिल्कुल भी नही. मैं नही चाहती कि मैं अलहदा होउ और शान दोबारा
शादी कर ले और अगर बच्चा हो गया तो सब मुझे बुरा भला कहेंगे.
आंटी: अभी तो तुम कह रही थी कि मैं ठीक हूँ और शान नही तो बच्चा केसे?
नैना: कुदरत का कुछ पता थोड़ा ही ना होता है?
आंटी: कहती तो तुम ठीक हो. चलो इस बारे मे भी कुछ सोचते हैं. अच्छा वो
क्या पड़ा है सामने?
नैना: वो हमारा शादी का आल्बम है.
आंटी: दिखाओ ज़रा. अरे वाह तुम तो बहोत प्यारी लग रही हो दुल्हन के रूप
मे. और शान भी बहोत प्यारा लग रहा है. और पिक्चर देखते देखते उस पिक्चर
पे आ गयी नैना और शान की इकट्ठी सेज से सजी बेड पे बनी थी. शायद यह शादी
के सेशन का लास्ट फोटो था. आंटी बस ख़तम?
नैना: जी इस के बाद भी क्या फोटोग्राफर को फोटो बनाने देते?
आंटी: हां तो बनाने देते क्या था उस बेचारे का भी भला हो जाता. हाहहहहहाहा
नैना: आंटी आप जिम्मी की शादी पे जिम्मी को यह आइडिया दी जिये गा. हाहहहहाहा
आंटी: अरे चल तू तो बहोत तेज हो गयी है मेरे ही खंजर से मुझ पे वॉर कर
डाला. अछा चल बता कि इस के बाद क्या हुआ.
नैना: क्या होना था वोही हुआ जो हर सुहाग रात मे होता है.
आंटी: अरे बट केसे हुआ. मुझे पता है लड़की को अपनी सुहाग रात पूरी उमर
नही भूलती. सुहाग रात का ऐक ऐक मिनट याद रह जाता है. चल बता ना.
नैना: नही मुझे शरम आ रही है.
आंटी: अछा मेरी और आर्यन की चुदाई की दास्तान सुन के शरम नही आइ? अपनी
चुदाई की दास्तान सुनाने मे शरम आ रही है? उस वक़्त तो केसे गीली चूत ले
कर वॉशरूम मे भाग निकली थी और अब शरम?
नैना: ओके ओके आंटी, आप तो शुरू ही हो गयीं. हहेहेहहे
आंटी: हां और क्या तुम ने गुस्सा दिला दिया मुझे.
नैना: ओके आइ आम सॉरी माइ स्वीट आंटी ओके बताती हूँ. अच्छा मैं यहाँ गोद
मे सिर रख के लेट जाऊ?
आंटी: हां क्यो नही आ जाओ और बताओ कि क्या हुआ. अच्छा कुछ भी सेन्सर नही
होना चाहिये. जेसा हुआ वेसा ही. ओके?
नैना: जी जी जो हूकम.
नैना: तमाम लोग रस्मे पूरी कर के रूम से बाहर चले गये. शान ने डोर लॉक
किया रूम का और मेरे पास आ के बैठ गये. थोड़ी देर यौ ही बैठे रहे. फिर
आराम से मेरा घूँगत उठाया और मेरे चीक्स पे ऐक किस कर के हाथ पकड़ लिया.
मैं कन्फ्यूज़ नही हुई क्योकि हाथ पकड़ना, किस करना शादी से पहले भी होता
रहा था हम दोनो के बीच. सो हाथ आगे कर दिया और उन्हों ने अपनी शेरवानी की
पॉकेट से रिंग निकाली और मेरी फिंगर मे डाल दी. यह वाली रिंग थी आंटी. और
अपनी फिंगर आगे कर दी.
आंटी: अच्छा यह वाली. बहुत प्यारी रिंग है.
नैना: थॅंक्स. फिर उन्हों ने मेरी बहोत तारीफ की लुकिंग ब्यूटिफुल और पता
नही क्या क्या. फिर हम दोनो ने मिल के काफ़ी देर बाते की शादी से पहले
होने वाली तमाम करवाईं के बारे मे कि किस तरह छुप छुप के किस करते थे
हहेहहे. और आज यह हाल है कि हम सब के सामने ऐक कमरे मे बंद हैं और कोई
मना करने वाला नही है जो मर्ज़ी करो और यह जो मर्ज़ी करने वाली बात मैं
ने कही थी और शान ने इसे पिक कर लिया.
फ्लॅश बॅक
-----------------------------
शान: जो मर्ज़ी करे?
नैना: हां जी जो मर्ज़ी करो.
शान: क्या क्या करे?
नैना: वोही करे जो आज तक नही किया.
शान: क्या नही किया आज तक?
नैना: मैं ने तो नही किया, क्या आप ने कभी किया? हहेहहे
शान: हां क्या लैकेन थोड़ा थोड़ा किया.
नैना: क्या थोड़ा थोड़ा क्या?
शान: वोही जो अभी हम मुकामल करने वाले हैं वोही थोड़ा थोड़ा क्या.
नैना: अछा जी. वेसे कब यह थोड़ा थोड़ा क्या?
शान: क्यो बताऊ?
नैना: नही बताएँगे तो मैं यह थोड़ा थोड़ा मुकामल नही होने दूँगी. हहेहहे
शान: यानी बताना पड़ेगा?
नैना: और क्या पहले थोड़ा थोड़ा फिर पूरा पूरा. हहेहहे
शान: ओके थोड़ा तोड़ा तो हम ने आप के साथ ही किया था. याद है वो रात जब
हम आप की ब्रा के दीवाने हो गये थे. हहेहेहेहहे
नैना: अच्छा जी. बड़ा याद रखा हुआ है आप ने वो थोड़ा थोड़ा? हहहे
शान: हाए केसे याद ना रखूं उस दिन तो तुम ने यकीन मानो मेरी जान निकाल दी
थी. कसम से मुझे अगर तुम ना रोकती ना तो यह थोड़ा थोड़ा उसी रात पूरा हो
जाना था. हाहहहाहा.
नैना: हां और जब ऊपेर से मोम आ गयी थी तो वो दैख लैति ना तो हम दोनो पूरे
पूरे ज़मीन के अंदर चले जाते. हाहहहाहा
---------------
आंटी: वाह क्या रोमॅंटिक सुहाग रात थी तुम्हारी. क्या सारी रात यही बाते
करते रहे या कुछ किया भी?
नैना: अरे आंटी सुनो तो सही. क्या यह हो सकता है कि जिस लड़का लड़की ने
शादी से पहले थोड़ा थोड़ा किया हो और सुहाग रात को पूरा ना किया हो?
हाहहहहहहहाहा
आंटी: अछा फिर क्या हुआ?
क्रमशः..........
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07-17-2017, 12:33 PM,
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RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
नैना--पार्ट-20
गतान्क से आगे.......
नैना और शान की लाइफ मे आज फर्स्ट टाइम इतनी बड़ी लड़ाई हुई थी. और वो भी
इतनी कि नैना को शान ने चाँटा तक दे मारा. नैना ने तो रो रो कर बुरा हाल
कर दिया. वो जा भी तो कहीं नही सकती थी. पेरेंट्स इतने दूर थे कि 24
अवर्स का सफ़र था. और उन को बता के परेशान नही करना चाहती थी.
रात के 10 बज चुके थे लेकिन शान अब तक घर वापिस नही आए थे. नैना का
गुस्सा भी थोड़ा ठंडा हो चुका था. नैना ने फोन उठाया और शान को कॉल की.
शान ने नैना का फोन अटेंड नही किया. नैना ने दो दफ़ा और ट्राइ किया तो
शान ने नैना की कॉल कट कर दी. जिस पे नैना को बहोत दुख हुआ कि अपनी वाइफ
की कॉल अटेंड नही कर रहे. थोड़ी देर मे नैना के सेल पे मैसेज आया जिस मे
लिखा था कि वो आज रात भी घर नही आएगे और वो नैना की शकल नही देखना चाहते.
नैना ने गुस्से से फोन सोफे पे फैंका और आ के अपनी किस्मत पे रोने लगी.
काफ़ी देर यौं शान के बिहेववर और फास्ट फुड वाली लड़की के बारे मे सोचने
के बाद उस ने सोचा कि आंटी को क्यो ना बुला लिया जाए क्योकि उसे मालूम था
कि वो आज रात भी अकेली ही होगी. लेकिन फिर यह सोच के अपने आप को ही माना
कर दिया कि नही आंटी क्या सोचेगी. आंटी को तो नही पता ना कि शान घर पे आए
थे और यह सब कुछ कर के गये हैं. फिर सोचने लगी कि आंटी को तो सब कुछ
मालूम है कि मेरे और शान के बीच क्या चल रहा है और आज उन्हों ने अपनी
आँखों से शान को फास्ट फुड मे दैखा था. फिर सोचा कि बुला ही लूँ तो बेहतर
है. उठी और आंटी को फोन करने ही लगी थी कि नैना के सेल पे मैसेज आया.
नैना ने यह सोच के फ़ौरन सेल फोन उठाया कि शान का मैसेज ही होगा. लेकिन
वो मैसेज आंटी का था जिस मे लिखा था कि नैना तुम जाग रही हो? नैना के तो
जैसे मन मे लड्डू फूट पड़ा कि अभी ही सोच रही थी और आंटी का मैसेज आ गया.
और साथ ही नैना के मूँह से निकल पड़ा थिंक ऑफ देविल, देविल ईज़ हियर. और
खुद ही हँसने लगी. फिर सेम यही लिखा मैसेज मे कि आंटी थिंक ऑफ देविल,
देविल ईज़ हियर. हहेहहे आंड यस जाग रही हूँ आंड मिस्सिंग यू. और मैसेज
सेंड कर दिया.
नैना का मैसेज सेंड करना ही था कि लॅंडलाइन फोन पे रिंग हुआ. नैना ने फोन
उठाया तो दूसरी तरफ़ आंटी थी.
आंटी: जी जनाब तो मिस किया जा रहा है हमे?
नैना: जी आंटी. दिल नही लग रहा मेरा.
आंटी: दिल नही लग रहा या जिस्म नही लग रहा बेड पे? हहहे
नैना: आंटी प्ल्ज़ आइ आम सीरीयस. मेरा मूड बहोत सख़्त खराब है.
आंटी: हाए क्या हुआ मूड को?
नैना: क्या आप आ सकती हैं?
आंटी: हाँ आ तो सकती हूँ.
नैना: ओके आओ फिर बताती हूँ.
आंटी: ओके मैं आती हूँ और फोन रख दिया.
सीन चेंज (शान & दट गर्ल)
शान नैना के घर से हो कर सीधा उसी लड़की के घर पे चला गया था. लड़की का
नेम सोना था.
दोस्तो इस सोना का भी भूतकाल जान ले इससे कहानी को समझने मे आसानी होगी
आपका दोस्त राज शर्मा
(फ्लॅशबॅक- बॅकग्राउंड ऑफ सोना)
वो बहोत ही अमीर माँ बाप की लड़की थी और अमीर होने के साथ साथ उसका माइंड
भी काफ़ी ओपन था. सोना के डॅड आउट ऑफ कंट्री होते थे जो कमा कमा कर यहाँ
भैज रहे थे जब कि यहाँ सिर्फ़ सोना उसकी मदर और उस की बड़ी सिस रहते थे.
सोना की बड़ी सिस कोई 36 यियर्ज़ की हों गी और वो डिवोर्स्ड थी. सोना और
शान की मुलाक़ात राह चलते हुई थी जब सोना की कार खराब हो गयी थी और शान
ने उसकी हेल्प की थी गाड़ी को घर तक लाने मे और उसे सेफ्ली घर तक पहुचाने
मे. क्योंकि दट टाइम शी वाज़ टोटली ड्रंक. उस दिन से शान और सोना की
फ्रेंडशिप का सिलसिला शुरू हुआ और जो इतना बढ़ गया कि शान ने अब सोना के
घर रात गुज़ारना भी शुरू कर दी. सोना और उसकी फॅमिली (सिस्टर & मदर) इतने
ओपन माइंडेड थे कि उन्हे शान का उन के घर रहने मे कोई ऐतराज़ ना था.
बल्कि तीनो मिल कर शान के ज़ख़्मो पर नमक डालने का काम करते थे शान के
सामने नैना की बुराइयाँ और सोना की अच्छी आदते गिनवा कर.
(फ्लश फ़वड- शान & सोना)
शान नैना के घर से हो कर सीधा उसी लड़की के घर पे चला गया था. सोना को
आने से पहले ही उस ने कॉल कर दी थी कि मैं आ रहा हूँ. इस लिये सोना शान
को घर पे ही मिली जब कि सोना की सिस और उस की मदर अलहदा अलहदा पार्टीस मे
गयी हुई थी. शान सोना के घर मे काफ़ी गुस्से से दाखिल हुआ. सोना ने ये
देखते ही बोला क्या हुआ माइ स्वीट शानू? क्या नैना से लड़ के आए हो?
शान: हां और क्या सारा मूड खराब कर दिया उस मनहूस ने. और सारा मज़ा खराब
कर दिया आज दोपेहर मे लंच का.
सोना: शान के पास और बॅक शान के राउंड आर्म्ज़ डाल के बोली डोंट वरी माइ
जानू मैं हूँ ना अपनी जान के पास?
शान: यॅ इसी लिये तो तुम्हारे पास चला आया और दोनो चलते चलते जा के सोफे
पे बैठ गये.
शान: आज रख दिया मैं ने ज़ोरे का चांटा उस के मूँह पे कमीनी कहीं की.
सोना: ठीक किया बिल्कुल तुम ने जानू. ऐसा ही करना चाहिये था तुम्हे उस
मनहूस के साथ ऐक तो तुम्हे बच्चा नही दे सकी और अब तुम्हारी सारी खुशियो
पे पानी फेर रही है. (सोना के इस जुमले ने शान के लिये जैसे जलती पे
पेट्रोल का काम किया).अपनी बात पूरी कर के ऐक दम बोली ओह सॉरी जान मैं ने
तुम से पूछा ही नही. क्या लो गे टी, कॉफी, या ड्रिंक?
शान: आंटी और सोनिया (सोना की सिस) कहाँ हैं?
सोना: मोम हों गी किसी पार्टी मे और सोना की फ्रेंड की आज बर्त.डे थी सो
वो वहाँ गयी है. मोम तो शायद वापिस आ जाए बट सोना शायद वापिस ना आए आज
रात.
शान: ओके. देन गिव मी कॉफी. सिर मे दर्द हो रहा है सख़्त.
सोना: ओके और उठ के जाने लगी.
शान: कहाँ जा रही हो?
सोना: कॉफी बनाने.
शान: सब नोकेर कहाँ हैं?
सोना: अरे भाई टाइम तो दैखो रात के 10 बज रहे हैं. नोकेर 9 बजे छुट्टी कर
जाते हैं उस के बाद सब खुद करना पड़ता है.
शान: ओके मैं भी चलता हूँ साथ किचन मे और दोनो किचन मे चले गये.
सोना: शान जानू ऐक बात बोलू?
शान: हां बोलो.
सोना: तुम मेरे लिये क्या क्या कर सकते हो?
शान: कुछ भी.
सोना: कुछ भी?
शान: यप कुछ भी आज़मा के दैख लो.
सोना: इतना कॉन्फिडेन्स है खुद पे?
शान: बिल्कुल है कोई शक?
सोना: नही कोई शक नही.
शान: मुस्कुराते हुए. होना भी नही चाहिये. हहहे
सोना: ओके वक़्त आने पे इम्तिहान लूँगी तुम्हारा और मुस्कुरा के ऐक कप
शान के हाथ मे थमा दिया.
दोनो वॉक करते करते कॉफी के कप साथ लिये फर्स्ट फ्लोर पे टारस मे आ गये.
बाहर बहोत ठंडी हवा चल रही थी.
सोना: शान यू नो आइ लव दिस कूल ब्रीज़. दिल करता है कि बस इस मे खो जाऊ.
अच्छा ऐक बात बोलू?
शान: हां बोलो.
सोना: मैं ज़यादा सेक्सी हूँ या नैना?
शान: यह केसा सवाल है?
सोना: बताओ ना जान मैं ज़यादा सेक्सी हूँ या नैना?
शान: ऑफ्कोवौर्स यू सोना.
सोना: अछा बताओ ना जानू कहाँ कहाँ से सेक्सी हूँ ज़यादा?
शान: ओवर ऑल सेक्सी हो नैना से ज़यादा.
सोना: यार प्ल्ज़ अब यह शरीफों की तरह बिहेव करना छोड़ो. तुम अपने घर पे
नही हो तुम यहाँ हो हमारे घर और यू मस्ट नो दा रूल यहाँ कोई चीज़ सेन्सर
नही होती सब कुछ ओपन. ओके?
शान: ओके बॉस. ओक लेट मी टेल यू. ओके तुम सब से पहले सेक्सी हो ...........
जेसे ही शान कुछ कहने लगा सामने मेन गेट ओपन हुआ और बाहर से ऐक बड़ी
गाड़ी अंदर दाखिल हुई. सेक्यूरिटी गौर्ड़ ने गेट लॉक किया और अपने कॅबिन
मे चला गया.
सोना: मोम आ गयी हैं.
शान: यप आ तो गयी हैं मगर यह साथ लड़का कॉन है?
सोना: अरे हो गा मोम का कोई फ्रेंड. मोम अक्सर जब पार्टीस मे जाती हैं तो
वापिसी पे कोई हॅंडसम लड़का ज़रूर होता है साथ.
आंटी ड्रंक लग रही थी. गाड़ी से बाहर निकली और उस लड़के का हाथ अपने हाथ
मे ले के बेड रूम की तरफ़ चल दी. लड़का आंटी की उमर का हाफ होगा बट बहोत
हेअल्थि लग रहा था.
शान: ही ईज़ गोयिंग इन बेड रूम विथ युवर मोम?
सोना: ओह कॉम ऑन. क्या मोम का दिल नही करता एंजाय करने का? अगर डॅड वहाँ
अमेरिका मे एंजाय कर सकते हैं तो क्या मोम को कोई हक़ नही है?
शान खामोशी से सोना की बाते सुन रहा था और उसे बहोत अजीब लग रहा था यह
सब. उस ने ऐसा कुछ सुना तो हुआ था लैकेन उसे आज प्रॅक्टिकली देखने का भी
पूरा मौक़ा मिल रहा था और काफ़ी हैरान था कि ऐसे भी लोग हैं इस दुनिया मे
जिन के सामने शरम, हया, रिलिजन कोई मीनिंग्स नही रखता. उन्हे कोई शरम फील
नही होती कि बाहर जो सेक्यूरिटी गार्ड है वो क्या सोचता होगा? नोकर भी तो
यह सब देखते हों गे वो क्या सोचते हों गे? क्या इज़्ज़त हो गी इन लॅडीस
की उन की नज़र मे? यह सोच रहा था कि सोना की आवाज़ उस के कान मे पड़ी.
सोना: हेलो जनाब कहाँ खो गये?
शान: ओह सॉरी आइ वाज़ जस्ट थिंकिंग कि .............
सोना: जस्ट थिंकिंग कि?
शान: आइ वाज़ जस्ट थिंकिंग कि यू आर वेरिंग वेरी सेक्सी ड्रेस. और स्माइल कर दी.
सोना: आं हां. वेसे कॉफी ख़तम हो गयी हो तो रूम मे चले?
शान: यआः शुवर.
और दोनो सोना के रूम की तरफ़ जाने लगे. जाते हुए जब दोनो आंटी के रूम के
सामने से गुज़रे तो शान थोड़ी देर रुक के अंदर से आवाज़ सुन.ने लगा. सोना
ने शान को नोटीस कर लिया और बोली अरे मेरी जान क्या लाइव दिखा दूँ? शान
घबरा गया. क्या लाइव दिखा दूं?
सोना: अरे यही मोम का लाइव पॉर्न सीन? हहेहहे
शान: नही इट्स ओके. लेट्स मूव.
सोना: अरे अब रुके हैं तो दैख ही जाते हैं. और सोना ने थोड़ा सा रूम का
दरवाज़ा ओपन कर दिया जो कि लॉक नही था. आंटी को पता था कि घर पे सिर्फ़
मैं और सोना ही हों गे और सोना को तो सब पता है सो लॉक नही किया डोर.
शान ने देखा कि आंटी और वो लड़का दोनो विदाउट शर्ट थे और वो लड़का आंटी
क़ी बड़ी बड़ी चूचियो के ऊपेर शराब डाल के निपल्स सक कर रहा था और आंटी
के हाथ मे भी शराब का ग्लास था.
सोना: अरे यहाँ तो अभी मनो रंजन शुरू ही नही हुआ अभी ट्रेलर चल रहा है.
चलो छोड़ो लेट्स गो टू और रूम और दोनो बेड रूम मे चले गये.
-------------
सीन चेंज (नैना & आंटी)
डोर बेल. नैना ने डोर ओपन किया और आंटी अंदर आ गयीं. नैना ने डोर लॉक
किया और दोनो वॉक करते करे टीवी लाउंज मे आ गयीं.
आंटी: हां बोलो क्यो नही लग रहा दिल और शान कहाँ है?
नैना: वो गुस्से मे घर से चले गये और मैसेज कर दिया कि आज नही आएँगे.
आंटी: यानी वो उसी लौंडिया के पास चला गया हो गा आज फिर.
नैना: यआः मुझे भी यही लगता है.
आंटी: शान का कुछ करना पड़ेगा.
नैना: क्या करना पड़ेगा? आप ने पहले भी कहा था मगर अभी तक कुछ किया ही नही?
आंटी: उसे उस के हाल पे छोड़ दो. देखना वो ऐक ना ऐक दिन ज़रूर लौट के आए
गा और तुम से माफी माँगे गा.
नैना: अरे आप शान को नही जानती, वो जान दे दे गा मगर माफी वाला काम नही
करे गा और वो भी मुझ से. ना भाई ना.
आंटी: अरे मेरी बच्ची तू देखती जा. और फिर दोनो मिल के बाते करने लगी.
क्रमशः..........
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07-17-2017, 12:33 PM,
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RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
नैना--पार्ट-22
गतान्क से आगे.......
उधर शान और सोना काफ़ी देर यू ही लेटे रहे और फिर सोना को शान का वज़न
अपने ऊपेर फील होना शुरू हो गया जो बिल्कुल नंगा हो कि सोना के ऊपेर लेटा
हुआ था. सोना ने शान को अपने ऊपेर से हटाया जिस से शान की आँख खुल गयी.
सोना: सॉरी जानू. लीप पे किस करते हुए. आइ नीड टू गो टू वॉशरूम.
शान: मुहाआ लिप्स पे जवाब देते हुए. यप लेट्स गो टू वॉशरूम.
दोनो उठ के वॉशरूम मे चले गये. वॉशरूम मे जा के सोना ने शान से कहा जानू
तुम्हारा लंड तो बहोत मोटा है. जब तुम ने ऐक दम से पूरा अंदर डाला था तो
बस मेरी तो जान ही निकल गयी थी. उफफफ्फ़ जानू केसे बर्दाश्त किया होगा
नैना ने यह मोटा लंड सुहाग रात को? हहेहहे.
शान: बस ले लिया उसे बहोत तकलीफ़ हुई थी. लेकिन सोना जानू तुम्हारी चूत
बहोत रसीली है. दिल करता है बस लंड डाल के सो जाए बंदा.
सोना: तो जनाब आज आप ऐसे ही तो सोए थे? भूल गये क्या? हहहे. अगर मैं
वॉशरूम के लिये ना उठ.ती तो जनाब को होश ही कहाँ था.
सोना ने वहाँ शान के सामने ही अपनी चूत को वॉश किया और इसी तरहा शान ने
भी अपने लंड को वॉश काइया और शान सिर्फ़ अंडरवेर और सोना नाइटी पहन के
बेड पे आ गये और आपस मे लिपट के बाते करने लगे.
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थोड़ी देर यौं ही बाते होती रही और अचानक सोना को मस्ती सूझी और उस ने
शान को कहा कि आओ ज़रा मोम के रूम का चक्कर लगा के आते हैं.
शान: वो क्यू?
सोना: अरे आओ ना. देखते हैं वहाँ क्या हो रहा है.
शान: ओके और दोनो स्लोली मोम के रूम के पास चले गये और डोर ऐसे ही ओपन था
जो सोना ने ओपन किया था.
अंदर सोना की मोम डोगी स्टाइल मे थी और वो यंग लड़का आंटी को बॅक से
शॉट्स लगा रहा था. आंटी मज़े मे गुम थी और नशे मे गंदी गंदी लॅंग्वेज
यूज़ कर रही थी. चोद डालो मुझे, यह चूत तुम्हारी है, हाहहहाहा, रंडी के
बच्चे चोद दे इस छूट को. शान को यह सब सुन के बहोत अजीब फील हुआ कि ऐक
औरत भी ऐसी ओपन बाते कर सकती है. बट सोना यह एंजाय कर रही थी.
अचानक आंटी की नज़र सोना पे पड़ गयी और सेक्स के दौरान भी सोना को आवाज़
दी. अया अया आहह सोना डू यू नीड हिज़ हार्ड कॉक इन युवर पुसी?
सोना ने शान को आगे कर दिया आंटी की नज़र शान पे पड़ गयी जिस से आंटी समझ
गयी कि सोना के पास भी इंतेज़ाम है चूत की आग ठंडी करने का. सो बोली आअहह
एंजॉययय्यययययययी माइ बेबी एंजाय.
शान को अपनी आँखों पे यकीन नही हो रहा था कि इतना ज़यादा ओपन महॉल है इस
घर का कि माँ किसी गैर मर्द से चुदवा रही है और अपनी बेटी को ऑफर कर रही
है कि आ के वो भी चुदवा ले जब कि बेटी अपने बाय्फ्रेंड को सामने कर रही
है कि नही उस के पास इंतेज़ाम है. बहुत ही ज़यादा ओपन फॅमिली हे यह तो.
शान यही सोच रहा था कि सोना की आवाज़ उस के कान से टकराई.
सोना: ओ हेलो जानू किन सोचों मे गुम हो गये?
शान: ओह कुछ नही आइ वाज़ थिंकिंग कि....
सोना: यही थिंकिंग ना कि इतना ओपन मेहोल?
शान: यप एग्ज़ॅक्ट्ली.
सोना: आक्च्युयली हम लोगों ने बचपन से यह सब दैखा है, पार्टीस, ओपन
ड्रिंकिंग, लेट नाइट डॅनसस आंड डॅनसस मे जो जो कुछ होता था सब को पता था
कभी ऐक की वाइफ दूसरे के पास और दूसरे की वाइफ तीसरे के पास. और शराब के
नशे मे डॅन्स कि साथ साथ और भी बहोत कुछ होता हे और हाथ कहाँ से कहाँ तक
पहॉंच जाते हैं. मैं तो हैरान हूँ कि तुम इतने पढ़े लिखे हो कि इतने
मॉडर्न हो कि भी यह सब नही करते?
शान: नही हम लोग पढ़े लिखे हैं अड्वॅन्स्ड हैं बट हम लोग अपनी इज़्ज़त का
ख़याल रखते हैं.
सोना: (यह बात सुनते ही आग बन गयी और बहोत गुस्से मे आ गयी) तुम्हे क्या
लगता है शान हम लोग यहाँ अपनी इज़्ज़त बैचते हैं? हम लोग बेशरम हैं बेहया
हैं? अरे यह सब रिक्वाइर्मेंट है अमीर लोगों की. पार्टीस, गॅदरिंग, शराब,
शबाब यही सब तो होता है अमीर लोगों के पास. तुम जेसे लोग बस अपनी इज़्ज़त
को ही रोते रहना. अगर तुम्हे अपनी इज़्ज़त का इतना ही ख़याल है तो क्यो
आते हो मेरे पास? क्या थोड़ी देर पहले जब तुम मुझे चोद रहे थे उस वक़्त
कहाँ थी तुम्हारी इज़्ज़त? ऐक बीबी के होते हुए मुझे चोदते हुए इज़्ज़त
नही नज़र आती तुम्हे?
शान: आइ आम रियली सॉरी जानू. आइ डिड नोट मीन दट. आक्च्युयली ऐसी पार्टीस,
ऐसी गॅदरिंग मे कभी गया नही ना, कॉज़ मॉम आंड डॅड नही जाते थे या अगर
जाते थे तो मुझे साथ नही ले के जाते थे सो डोंट नो ना. लेकिन अब तुम से
मिल गया हूँ तो सब सीख जाउन्गा. प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ डोंट
माइंड.
सोना: ओके फर्स्ट आंड लास्ट टाइम. आइन्दा कभी भी ऐसी बात की ना तो डोंट
नीड टू कम हियर. अंडरस्टॅंड?
शान: जी जानू. ओके अब प्ल्ज़ घुसा साइड पे फैंको और लेट्स गो टू बेडरूम.
यह वोही शान था जो नैना पे हूकम चलता था. उसे चांटा तक रसीद कर दिया.
ळैकेन सोना के सामने तो ऐसे भीगी बिल्ली बना हुआ था जेसे सोना ने उसे
छोड़ दिया तो वो कहीं का नही रहे गा. शान सोना से ऐक पल के लिये भी दूर
नही होना चाहता था. और यही वजह थी कि वो सोना की तमाम बाते खामोशी से सुन
गया और कुछ बोला भी नही और एक्सक्यूस भी किया.
बेड रूम मे जा के शान ने सोना से बाते करना चाहीं बट सोना का मूड ऑफ हो
चुका था सो उस ने शान को सोने का इशारा किया और इस तरहा दोनो बेड पे सो
गये. अगले दिन आँख खुली तो सुबह के 10 बज रहे थे. शान ऑफीस से पूरे 1:30
घंटे लेट हो चुका था. जल्दी से उठा वॉशरूम गया और जा के बाथ लेने लगा.
थोड़ी ही देर मे सोना भी वॉशरूम मे आ गयी.
सोना: गुड मॉर्निंग जानू. कहाँ की तैयारी है?
शान: जानू लेट हो गया हूँ ऑफीस से टाइम दैखो?
सोना: ओह जानू. आज ऑफीस नही.
शान: पर सोना वो ज़रूरी है जाना.
सोना: मूड खराब करते हुए. ओके जाओ फिर इधर ना आना.
शान: जानू प्ल्ज़ ट्राइ टू अंडरस्टॅंड ना.
सोना: मैं ने कह दिया. आज या तो ऑफीस या तो सोना. डिसाइड कर लो मैं जा
रही हूँ बेड पे.
शान को मजबूरन सोना की हां मे हां मिलानी पड़ी और इस तरहा शान की रात भर
की सेक्स से भरी एंजाय्मेंट के बाद ऐक बुरे दिन का अगाज़ हुआ कि वो आज
ऑफीस भी नही जा सका.
------------------
इधर नैना की आँख सुबह जल्दी ही खुल गयी थी और नैना ने आज सुबह ही बाथ
लिया और ऐक दम फ्रेश हो कर नाश्ता बनाने लगी. आज नैना को शान की कुछ
ज़यादा फिकर नही हो रही थी और ना ही शान को वो मिस कर रही थी. वो अपने आप
मे ही मस्त थी और रात को होने वाले आंटी के प्यार को याद कर कर के
मुस्कराती और दिल ही दिल मे आंटी का थॅंक्स करती.
थोड़ी देर मे लॅंडलाइन फोन रिंग हुआ फोन उठाने पे पता चला कि आंटी हैं.
आंटी ने नैना को ऑफर लगाई कि वो आज मेरे साथ मैरे ऑफीस चले थोड़ा काम है
और फिर वापिस आ जाएँगे. नैना ने फ़ौरन हामी भर ली जाने की. रेडी और फ्रेश
तो वो ऑलरेडी थी. सो उस ने आंटी को हां बोल दिया. आज के दिन चेंज यह आया
था कि नैना ने शान से इजाज़त लेना मुनासिब नही समझा क्योकि उसे पता था कि
शान को उसकी कोई फिकर नही हे जिये या मरे. और पिछले कुछ दिन के होने वाले
इन्सिडेंट्स से तो कन्फर्म हो गयी थी यह बात. नैना अपने बेड रूम मे चली
गयी और जा के बेड शीट ठीक करने लगी और तकिये अपनी जगा पे रखने लगी जो रात
को प्यार के दौरान इधर उधर हो गये थे. बेड शीट सीधी करने पे उसे बेड शीट
पे रात को होने वाले प्यार के निशान भी दिखे जो आंटी और नैना क़ी चूत से
निकलने वाले पानी के थे. नैना को वो निशान दैख के काफ़ी अछा लगा और ऐक
मर्तबा फिर रात का पूरा सीन याद आ गया. दिल ही दिल मे मुस्करा दी और बेड
शीट नयी बिछा दी.
उस के बाद अपने आप को ऊपेर से नीचे तक शीशे मे दैखा. उसी लगा कि ड्रेस
ठीक नही है यह फॉर ऑफीस सो ड्रेस सेलेक्ट करने लगी. थोड़ी देर मे उस ने
बेबी पिंक कलर का ड्रेस सेलेक्ट किया और उस के साथ मॅचिंग मे पिंक ब्रा
और वहाँ खड़े खड़े ही ड्रेस चेंज करने लगी. चेंजिंग के दौरान उस ने अपनी
बॉडी को शीशे मे दैखा और मुस्कुराने लगी. और ड्रेस पहन के रेडी हो के
टीवी लाउंज मे आ आंटी का वेट करने लगी.
थोड़ी ही देर मे आंटी भी आ गयीं और नैना अपना पर्स उठा के तमाम डोर्स लॉक
कर के आंटी के साथ हो चली. गाड़ी मे बैठते ही आंटी ने नैना को ऊपेर से
नीचे तक ऐक नज़र दैखा और बोली कि नैना क्या आज तुम घर से इरादा कर के आइ
हो कि मेरे ऑफीस के स्टाफ को घायल करना है अपने ऊपेर?
नैना: अरे नही आंटी जी आप के होते हुए भला मैं केसे घायल कर सकती हूँ. सब
के लिये आप ही काफ़ी हैं.
आंटी ने गाड़ी चला दी और दोनो बाते करने लगी. नैना आज काफ़ी खुश थी. अपने
आप को आज़ाद फील कर रही थी. शान के बारे मे उस के दिमाग़ मे आज कोई सोच
ना थी. मौसम भी काफ़ी नाइस हो रहा था ना ठंड थी और ना ही गर्मी. आंटी ने
साथ साथ स्लो म्यूज़िक भी प्ले कर दिया.
नैना: आंटी कितना दूर है आप का ऑफीस यहाँ से?
आंटी: ज़्यादा दूर नही है हार्ड्ली 20 तो 30 मिनट की ड्राइव पे है.
नैना: ओके. वेसे आंटी आप ने पर्फ्यूम बहुत मज़े का लगाया हुआ है.
आंटी: यॅ इट्स माइ फेव ओर यही पर्फ्यूम आर्यन का भी फेव था. सो आर्यन के
गुज़र जाने के बाद भी मैं यही यूज़ करती हूँ. वेसे नैना तुम आज बहोत
प्यारी लग रही हो और बहोत खुश भी.
नैना: थॅंक्स आंटी जी यह सब आप की वजा से ही तो है. वरना मैं कहाँ और यह
खुशी कहाँ. मैं तो भूल ही गयी थी कि खुशी भी कोई चीज़ होती है मगर आप ने
मुझे ऐक नयी ज़िंदगी दे दी.
आंटी: जाओ जाओ अब बाते ना बनाओ. वेसे तुम्हे दैख के मेरे मन मे शैतान
दौड़ने लग गया है तो मेरे ऑफीस के स्टाफ का क्या हाल होगा. हहेहहे
नैना: कोई हाल नही होगा. अगर हुआ भी तो आप के साथ हूँ गी ना तो आप के
सामने कोई नही बोले गा. वेसे आप अपने स्टाफ के साथ कितना फ्री हैं?
आंटी: ज़यादा नही. बस काम की हद तक जो बात होती है वोही होती हे. वेसे भी
आर्यन ऑफीस के सिस्टम्स इतने स्ट्रॉंग बना गये थे कि मुझे ऑफीस के सिर्फ़
3 या 4 लोगों से बात करनी पड़ती है बाक़ी वो खुद हॅंडल कर लेते हैं.
नैना: थ्ट्स वेरी नाइस. अछा ऑफीस मे आप पे सब से ज़यादा कोन मरता है? हहेहहे
आंटी: मरते तो सब ही हैं मगर राजा साहब तो कुछ ज़यादा ही मरते हैं. उनका
बस चले तो मुझे कच्चा खा जाए. बेचारे रोज़ाना घर जा कर अपनी बीबी मे मुझे
ढूढ़ते हों गे. हाहहहाहा
नैना: हाहहहहहाहा तो आप ख़याल क्यो नही करती उन बेचारे राजा जी का.
आंटी: अरे पागल हो गयी है क्या? बड़े कहते हैं कि आशिकी, लड़ाई, शैतानी
काम, चोरी, डाका, ऐसे तमाम काम अपने एलाके मे नही करने चाहिए. ऐसा अगर
कोई काम करना हो तो किसी ऐसे इलाक़े मे जा के करो जहाँ आप को कोई नही
जानता. समझी? और ऑफीस तो मैरा अपना है भला मैं वहाँ ऐसे काम क्यो करूँ
गी? और मैं हूँ भी बॉस. अगर मैं अपने किसी एंप्लायी के साथ इतना आगे जाऊं
गी तो मेरी क्या इज़्ज़त रह जाए गी?
नैना: आंटी बात तो आप ने बिल्कुल ठीक कही. वेसे यह जो अपने एलाके वाली
बात की ना यह मुझे बहोत पसद आइ. एक्सपीरियेन्स्ड लोगों के साथ बात करने
का यह तो फ़ायदा होता है कि काम की बाते भी सुन.ने को मिल जाती हैं.
आंटी: चलो अब ज़यादा तारीफ ना करो उतरो ऑफीस आ गया है. बाक़ी बाते ऑफीस
मे जा के करते हैं.
क्रमशः..........
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07-17-2017, 12:34 PM,
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RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
नैना--पार्ट-24
गतान्क से आगे.......
नैना ने आंटी का यह रूप आज पहली दफ़ा दैखा था. नैना सोच भी नही सकती थी
के इतने प्यार से बाते करने वाली ख़ातून इतनी स्ट्रिक्ट भी हो सकती हे.
नैना कुछ नही बोली और खामोशी से मॅग्ज़िन पढ़ने लगी.
आंटी: यह बूढ़ा भी ना. सारा दिन ऑफीस की लड़कियो को घूर्ने के एलवा और
कोई काम नही है.
नैना: यप आइडिया हुआ है मुझे.
आंटी: केसे?
नैना: अभी थोड़ी देर पहले जनाब साहब मेरे बदन को घूर रहे थे. हाहहाहा
आंटी: किययेययाया? ठहरो अभी सीधा करती हूँ उसे.
नैना: नही आंटी रहने दी जिये पहले ही बहोत हो गयी है राजा साहब की. हहहे.
आंटी: यह सब बहोत ज़रूरी है. अगर ना हो तो यह सब कंपनी को पता नही कहाँ
से कहाँ पहुचा दे. खैर मैं थोड़ा काम कर लूँ तुम वो सामने सिस्टम पड़ा है
अगर इंटरनेट उसे करना है तो कर लो फिर दोनो चलते हैं फॉर लंच.
नैना: ओके और जा के सिस्टम पे बैठ गयी. उसने गूगल पर राज शर्मा स्टोरी
सर्च किया और हिन्दी सेक्सी कहानियाँ नाम के ब्लॉग से सेक्सी कहानियाँ
पढ़ने लगी
उधर शान सोना के बिहेवियर के बारे मे सोच ही रहा था कि वहाँ से सोना बहोत
ही सेक्सी ड्रेस मे तैयार हो के आ गयी. सेक्सी ड्रेस मैं सोना क
ब्रेस्ट्स ऐक क़यामत ढा रहे थे और हिप्स भी ऐक अपना ही रंग जमा रहे थे.
शान को सोना को इस हालत मे दैखा ही था कि सोना के बारे मे सारे ख़यालात
खुद ब खुद ख़तम हो गये और सोना ऐक मर्तबा फिर शान को हुस्न की देवी लगने
लगी. सोना ने आते ही शान को ऐक ज़बरदस्त किसम का किस किया बिना देखे हुए
कि नोकर भी दैख रहे हों गे. शान ने भी किस का जम के जवाब दिया.
सोना शान से ऐसे बिहेव कर रही थी जेसे कुछ हुआ ही ना हो. और शान को कहा
कि आज किसी ऐसी जगह ले चलो जहाँ सिर्फ़ मैं और तुम पूरा दिन गुज़ार दे और
बस. शान ने ओके कहा और दोनो ऐक ही गाड़ी मे घर से निकल गये.
--------------
(आंटी & नैना)
दिन यौं ही गुज़र गया. और शाम के करीबन 5 बजे आंटी ने नैना को उस के घर
ड्रॉप किया और खुद अपने घर चली गयीं. नैना आज बहोत ही ज़यादा खुश थी. और
खुशी खुशी घर का गेट ओपन कर के घर मे दाखिल हो गयी. घर मे जाते ही सामने
लगी शान की पिक्चर को दैख के उसे आज पूरे दिन मे 1स्ट्रीट टाइम शान का
ख़याल आया. आज शान ने भी पूरा दिन नैना को कॉल नही की थी और ना ही नैना
ने कॉल कर के शान को पूछा था कि कहाँ है. नैना तमाम डोर्स लॉक कर के समान
साइड पे रख के फ्रेश होने के लिये वॉशरूम चली गयी.
नैना और शान की लाइफ मे चेंज शुरू होगया था. और आज का दिन इस बात की
गवाही दे रहा था कि शान और नैना ऐक दूसरे से दूर होना शुरू हो गये हैं और
नैना की ज़िंदगी मे ऐक नये चॅप्टर का स्टार्ट होने वाला था.
नैना बाथ ले कर घर का नॉर्मल ड्रेस पहन के बाहर आ गयी और आ के टीवी देखने
लगी. नैना को आज कोई फिकर ना थी कि शान ने खाना भी खाना होगा, शान से कॉल
कर के पूछ लूँ कि खाना घर पे खाएँगे कि नही. नैना को खुद हल्की सी भूक
फील होना शुरू हो गयी थी. सो किचन मे गयी और फ्रिड्ज से कुक्ड फुड को गरम
कर के खा लिया.
रात के तक़रीन 8 बजे डोर बेल हुई और नैना ने जा के डोर ओपन किया तो शान
खड़ा था बाहर. नैना कुछ ना बोली और खामोशी से मेन गेट ओपन कर के अंदर आ
गयी और टीवी देखने लगी.
शान गाड़ी लॉक कर के अंदर आ गया और नैना का वेट करने लगा कि वो कुछ बोले
और वो उसका भरपूर जवाब दे. बट नैना कुछ ना बोली और खामोशी से टीवी देखती
रही. शान को यह बात बहोत ज़यादा फील हुई और उस से रहा ना गया और आख़िर
बोल पड़ा.
शान: नैना तुम्हे ज़रा भी एहसास नही है कि तुम्हारा हज़्बेंड घर आया है
तुम उसे पानी ही पूछ लो या उसका समान पकड़ के उस के रूम मे रख दो?
नैना ने कोई जवाब ना दिया. और खामोशी से टीवी देखती रही.
शान: नैना मैं तुम से बात कर रहा हूँ दीवारों से नही. जब नैना ने जवाब ना
दिया तो शान ने गुस्से मे आ के नैना के हाथ से टीवी का रिमोट खींच लिया
और टीवी बंद कर के नैना को ज़ोर का चांटा रसीद कर दिया. और गुस्से से
बोला कि हाउ डेर यू कि मैं कुछ कह रहा हूँ और तुम मुझे इग्नोर करो?
नैना: आंड हाउ डेर यू टू इग्नोर मी लास्ट 2 डेज़? आज आप को एहसास हुआ कि
मैं आप की वाइफ हूँ? यह एहसास कहाँ था 2 दिन? ऐक दफ़ा ही पूछ लिया होता
कि जी रही हो या मर गयी हो? आप को तो बस उस चुरैल ने जो अपने अंडर कर
लिया है अब मेरी कहाँ आप को फिकर होनी है.
इस से पहले शान कुछ बोलता. नैना ने कहा कि ऐक बात और कि खबरदार आज के बाद
यह हाथ मुझ पे उठाया तो. यह लास्ट टाइम था और खबरदार मुझ पे अपना
हज़्बेंड होने का हक़ जताया तो. अगर ठीक से हज़्बेंड नही बन सकते तो यह
हक़ भी ना जताना.
शान नैना के इस रूप को दैख कर चकरा गया. उसे बाल बराबर भी उमीद ना थी कि
उसे नैना की तरफ़ से ऐसा रेस्पॉन्स मिले गा. चुप चाप मूँह लटका के वॉशरूम
चला गया.
वॉशरूम जाते ही नैना ने फ़ौरन शान का सेल फोन उठाया और उस मे रीसेंट
कॉल्स और एसएमएस देखने लगी.
एसएमएस मे नैना को एसएमएस मिला कि यार आज ऑफीस क्यो नही आए? जिस से नैना
को यह पता चला कि शान आज ऑफीस मे नही था. नेक्स्ट एसएमएस मे लिखा था
आइ'ल्ल मिस यू जानू. मुहााआआआआआआआअ.
नैना इस से पहले कि सोचती कि यह किसका मसेज होसकता है शान के सेल पे उसी
नंबर से कॉल आना शुरू होगयी जिस नंबर से यह मिस यू वाला मसेज आया हुआ था.
नैना ने कॉल अटेंड कर ली और बोली नही.
दूसरी तरफ़ सोना थी जो कि बहोत प्यार से बात कर रही थी. शायद नशे मे थी.
शान ज़नुउउउउउउउउउउउउ कहाँ हो? पता है हाउ मच आइ मिस्सिंग यू? जानुउऊउउ
एयेए जाओ ना प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़. मिस्सिंग युवर फॅटी पेनिस.
हाहहहहाहा. कल रात रात की तरहा आज भी प्यार दो ना आ के मुझे. बेलेवे मे
आज नही रोकून गी तुम्हे हिप्स मे लंड डालने से. हाहहहहाहा.
ज़नुउउउउउउउउउउउउउउ बोलो ना. बोलो ना मैरे जानू आ रहे हो ना तुम.
नैना ने हल्की सी खाँसी की आवाज़ निकाली. जेसे बता रही हो कि वो अभी बात
नही कर सकती. सोना भी शायद समझ गयी.
ओके जनुउउउउउउउउउउउउउउउउउउउ, अपनी मनहूस बीवी के पास बैठे हुए होगे तभी
नही बोल रहे. ओके फ्री हो के जल्दी से आ जाओ. मुहााआआआआआ और फोन बंद हो
गया.
नैना के तो पैरों के नीचे से जैसे ज़मीन निकल गयी कि शान इस हद तक गिर
सकता है कि वो कल रात ऐक लड़की के साथ गुज़ार के आया और उस के साथ सेक्स
भी कर के आया. नैना की नज़र मे शान की रही सही इज़्ज़त भी पानी मे मिल
गयी.
नैना ने फोन वहीं रखा और शान को अब्ज़र्व करने लगी. शान ने आते ही अपना
सेल फोन उठाया और उस पे कुछ चेक किया. नैना की तरफ़ दैखा और कुछ ना बोला.
फोन उठाया और सोना को रिंग किया. हां क्या हुआ? ओहो अछा? क्या एमर्जेन्सी
है? लाज़मी आना पड़े गा? ओके ओके मैं आता हूँ. डोंट वरी. फोन बंद कर के
गाड़ी की चाबी उठाईं और जाते जाते नैना को बोला कि फ़्रेंड के यहाँ जा
रहा हूँ ऐक एमर्जेन्सी हो गयी है और निकल गया.
नैना को पता चल गया था कि क्या एमर्जेन्सी हो सकती हे. उसी चुरैल के पास
गया होगा उसकी सेक्स की गर्मी दूर करने.
दिन यौं ही गुज़रते गये और शान और नैना के बीच नफ़रत बढ़ती जा रही थी. अब
सिचुयेशन यौं थी कि शान का जब दिल करता घर आ जाता और जब दिल करता ना आता.
नैना को भी कोई फिकर ना थी अब शान की.
नैना ने आंटी के ऑफीस मे जॉब कर ली थी और आडमिन ऑफीसर की पोस्ट पे काम कर
रही थी. ऐक दिन नैना को पता चला के उस के पेरेंट्स का कार आक्सिडेंट हुआ
है जिस मे दोनो की डेत होगयी है. नैना अकेली बेटी थी इस लिये सारी
प्रॉपर्टी उस के नाम आ आगई. शान के पेरेंट्स तो वेसे ही उसे लाइक नही
करते थे और शान के साथ वेसे ही उस की लाइफ ऐक अजनबी की तरहा चल रही थी.
शान ने कयी दफ़ा सोचा कि नैना को तलाक़ दे दे लैकेन फिर यह सोच के रुक
जाता कि अगर तलाक़ दे दिया तो उसे अपनी सारी प्रॉपर्टी का 50% नैना को
देना पड़े गा यह सोच के वो रुक जाता. उधर नैना भी शान को नही छोड़ना
चाहती थी इस लिये नही कि वो उसका हज़्बेंड है, इसलिये कि वो उसे दिखाना
चाहती थी कि वो उस के बगैर भी जी सकती है और बहोत अच्छी तरहा.
नैना ने ऑफीस मे ऐक फेमस पर्सनॅलिटी का रूप धर लिया था. हर कोई नैना की
खूबसूरती की तारीफ करता था. ऑफीस मे तमाम लड़को और मर्दों मे कोई ऐसा नही
होगा जिस ने नैना के नाम की मूठ ना मारी हो या नैना को दिमाग़ मे रख के
अपनी अपनी बीबीयों को ना चोदा हो. हर किसी की यही ख्वाइश होती कि वो किसी
तरहा नैना के ब्रेस्ट्स की ऐक झलक दैख ले.
उधर जिम्मी की स्टडी भी कंप्लीट हो गयी और उस ने भी ऑफीस जाय्न कर लिया.
नैना और जिम्मी आपस मे अब बहोत फ्री हो चुके थे. हर तरहा के टॉपिक्स
डिसकस कर लेते. बट ऑफीस के अंदर वो नॉर्मल रहते ताकि ऑफीस मे किसी को बात
बनाने का कोई मौक़ा ना मिले.
जिम्मी नैना को बहोत प्यार करता था और काई दफ़ा इस का इज़हार करने की
कोशिश भी की लैकेन कहते कहते रुक जाता. नैना भी यह बात खूब जानती थी कि
जिम्मी उस के बारे मे क्या सोचता है लैकेन वो ऐसा नही चाहती थी कि जिम्मी
से शादी कर ले. इतना ज़यादा फ्री होने के बाद भी जिम्मी और नैना के बीच
अभी तक कुछ भी नही था. ना कोई किस्सिंग ना कोई और काम. जो कुछ भी चल रहा
था वो आंटी और नैना के बीच मे चल रहा था. अब तो यह रुटीन बन गयी थी कि
कभी आंटी नैना के घर रात गुज़ारती तो कभी नैना आंटी के घर और रात भर दोनो
ऐक दूसरे की चूत का खूब मज़ा लैति. आंटी ने अपनी ज़िंदगी भर के
एक्सपीरियेन्सस को नैना के साथ शेर किया और नैना को भी लेसबो सेक्स मे
एक्सपर्ट कर दिया. नैना अब आंटी की गाइडेन्स से सब काम करती और नैना ने
अपने आप को बहोत फिट रखना शुरू कर दिया था. सेक्सी ड्रेसस पहनना
एट्सेटरा. जब से नैना ने ऑफीस जाय्न किया था ऑफीस मे एंप्लायीस की
छुट्टिया कम होती जा रही थी थी क्यो कि हर कोई ऑफीस आता तो सिर्फ़ नैना
को देखने के लिये. ऐक दफ़ा तो नैना के सामने ऑफीस मे ऐक लड़के का लंड
खड़ा हो गया जो कि नैना को प्रेज़ेंटेशन दे रहा था बहोत मुश्किल से
बेचारे ने कंट्रोल किया. आंटी भी नैना के ऑफीस मे रहने की वजा से बहोत
खुश थी.
उधर शान सोना के जाल मे बुरी तरहा फँस चुका था, मानो कि जेसे सोना ने
उसका माइंड अपने काबू मे कर लिया हो. सोना कहती दिन है तो शान कहता यस
दिन है, सोना कहती नही रात है तो शान कहता हां रात है. बस ऐसी ही कुछ
हालत हो गयी थी. शान की सारी सॅलरी सोना के नाज़ नखरे उठाने मे लग जाती
और नैना के ऊपेर ऐक पैसा भी खर्च ना करता. नैना को भी अब इसकी ज़रूरत नही
थी क्योकि वो भी ऐक अच्छा अमाउंट कमा रही थी.
दिन यौं ही बीत रहे थे. ओर नैना अपनी लाइफ मे बिजी थी. नैना ने अब घर मे
ऐक नौकरानी भी रख ली थी जो घर के तमाम काम कर दिया करती थी जो सूरज ढलते
ही अपने घर चली जाती थी. यही वजा थी कि नैना ने अब अपनी फिटनेस पे फूल
कॉन्सेंट्रेट किया हुआ था. बस खाना पीना, एक्सररसाइज़ करना ओर सेक्सी
ड्रेसेस पहनना. नैना जो पहले सिर्फ़ शलवार कमीज़ मे रहती थी अब हर तरहा
के ड्रेसेस पहनती थी कि देखने वाले बस स्टिल हो के रह जाते. नैना ने अपने
आप को इतना फिट कर लिया कि वो अपनी एज से 3 साल कम लगने लगी. पतली कमर,
उभरे हुए गोल हिप्स ओर सब से सेक्सी उस के टाइट 36 साइज़ के ब्रेस्ट्स.
पूरी दुनिया नैना के पीछे थी बस शान ही था जिसकी आँखों पे सोना ने काली
पट्टी बाँध दी थी. नैना को भी इसकी कोई फिकर ना थी क्योंकि अब नैना ने
अपना बेडरूम भी सेपरेट कर लिया था. अब सिचुयेशन टोटली चेंज हो चुकी थी.
नैना मे भी काफ़ी चेंज आ गया था. भोली भाली नैना अब हर चढ़ते दिन रंग बदल
रही थी. ओर ये सब हुआ था शान की वजा से. लेकिन आंटी ने नैना को नया जनम
दिया ओर नैना को बदल के रख दिया.
आज का दिन बहुत स्पेशल था, क्योकि आज नैना का बर्त डे था जो कि रात 12 के
बाद शुरू होना था. रुटीन के मुताबिक़ शान आज भी घर पे नही था ओर नैना घर
पे अकेली थी. नैना को याद नही था अपने बर्तडे का लेकिन जिम्मी ने याद रखी
हुई थी डेट ओर वो पिछले कयी रोज़ से बेताबी से वेट कर रहा था नैना के
बर्त डे का. आख़िर आज वो दिन आ ही गया. और जिम्मी ने शाम 6 बजे ही नैना
को डिन्नर के लिये ऑफर कर दिया. नैना ने भी ओके कर दिया. आंटी ने आज ऐक
शादी पे जाना था सो उन्होने इनकार कर दिया साथ जाने से.
रात 8.30 पे जिम्मी ने नैना को पिक कर लिया घर से ओर दोनो डिन्नर के लिये
निकल पड़े.
नैना आज परोट ग्रीन और ब्लू कलर की मिक्स्चर ड्रेस मे थी. जिस मे वो किसी
हूर से कम नही लग रही थी.
क्रमशः..........
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07-17-2017, 12:34 PM,
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RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
नैना--पार्ट-26
गतान्क से आगे.......
नैना को जिम्मी पे आज बहुत प्यार आ रहा था बट वो वेट कर रही थी कि जिम्मी
क्या करता ये कहता है आज की रात. और बाथरूम चली गई.
बाथरूम जा के नैना ऐक दम नेकेड होगई और शीशे मे अपने आप को देखने लगी.
नैना ने आज काफ़ी दिन बाद अपने आप को नेकेड देखा था. जिस्म पहले से
ज़यादा सेक्सी हो गया था. ब्रेस्ट्स राउंड शेप मे नैना के जिस्म को चार
चाँद लगा रहे थे. नैना ने फिर शवर खोला और बाथ ले के आंटी का नाइट ड्रेस
पहन के बाहर आ गई. टीवी लॉंग्ज मे जिम्मी पहले से मौजूद था ट्राउज़र शर्ट
मे. नैना को वेट लुक्स मे आज पहली दफ़ा देखते ही जिम्मी के अंदर 10,000
वॉल्ट का कुरेंट दौड़ने लगा. और नैना भी ब्रा पहनना भूल गई थी, कॉज़ अपने
घर पे वो रात को विदाउट ब्रा ही सोती थी.
बॉडी वेट होने की वजा से ड्रेस बदन से चिपक सा गया था, जिस से निपल्स
काफ़ी विज़िबल होगए थे.
नैना ने पहले सोचा कि ब्रा पहन आए लैकेन फिर ये सोच के नही पहना कि
जिम्मी को शायद अच्छा ना लगे कि उसकी वजा से रिज़र्व हो रही है नैना.
नैना जिम्मी के करीब ही आ के बैठ गई और बाते करने लगी.
जिम्मी भी बाथ लेते वक़्त नैना के बारे मे सोच के आया था कि आज मौक़ा
अच्छा है उसे सब बोल देना चाहिये नैना को.
जिम्मी ने बातों बातों मे शान का जीकर शुरू किया देन उसका ऐसे घर से गायब
होना और घूमते घूमते अपनी बात पे आ गया.
जिम्मी: नैना वो मैं काफ़ी दिन से ऐक बात करना चाह रहा था.
नैना को फ़ौरन आइडिया होगया था कि वो क्या बात करे गा ओर बोली: जी बोलो
क्या बात है?
जिम्मी: वो अकटुआली मैं चाह रहा था कि, वो ये कि, अगर कभी मैं आप को शादी
के लिये कहूँ तो आप का क्या रिप्लाइ होगा?
नैना: डिपेंड्स कि उस वक़्त हालात क्या है.
जिम्मी: और अगर मैं अभी प्रपोज़ कर दूं तो?
नैना: तो आइ विल अस्क कि वाइ डू यू वॉंट टू मॅरी मी?
जिम्मी: टू आइ'ल्ल आन्सर कि कॉज़ आइ लव यू नैना.
नैना: व्हातत्तत्त? आर यू सीरीयस?
जिम्मी: यप आइ एम डॅम सीरीयस. मुझे नही पता कि मैं आप को केसा लगता हूँ
बट आइ लव यू अलॉट. और मैं आप को दुनिया की हर खुशी ला के दूं गा और बहुत
खुश रखूं गा. (जिम्मी एमोशनल हो गया था. ऐक दम.)
नैना को जिम्मी आज डिन्नर के वक़्त से ही प्यारा लग रहा था ओर उपेर से
जिम्मी की इस हरकत ने नैना के दिल मे और प्यार बढ़ा दिया. नैना अभी कुछ
बोलने लगी थी तो जिम्मी ने आगे बढ़ के नैना के हाथ पकड़ लिये और बोला कि
कोई जल्दी नही है आप आराम से सोच के मुझे बता देना.
नैना और जिम्मी ऐक दूसरे के काफ़ी करीब आ चुके थे और ऐक ही सोफे पे बैठे थे.
नैना चाहती तो जिम्मी की इस हरकत पे उसे बहुत कुछ सुना सकती थी बट नैना
ने फिर सोचा कि आज वो जो कुछ भी है जिम्मी की मॉम की वजा से. ओर अगर उसने
जिम्मी को ज़रा सा भी ग़लत डील किया तो शायद आंटी उसकी फेवर करना बंद कर
दे, उसे जॉब से निकाल दे एट्सेटरा. ये सोचने के बाद वो जिम्मी से बोली.
"दैखो जिम्मी, आइ रेस्पेक्ट युवर लव, बट क्या लव के लिये ज़रूरी है कि
शादी की जाए? क्या तुम मुझे शादी के बाघैर वो सब नही दे सकते जो तुम कह
रहे हो?"
जिम्मी: तोड़ा सोचते हुए, जी क्यो नही. दे सकता.
नैना: देन फर्गेट अबौट दा मॅरेज. ओके?
जिम्मी: बट मॅरेज नही होगी तो?......
नैना: तो?
जिम्मी: तो आप वो मुझे सब केसे देंगी जो ऐक वाइफ अपने पति को देती है?
जिम्मी के इस क्वेस्चन ने नैना को फँसा लिया. और नैना को सोचने पे मजबूर
कर दिया. काफ़ी देर सोचने के बाद नैना बोली: क्या ये सब ज़रूरी है?
जिम्मी: यप ना. आप ने ही तो कहा है कि विदाउट शादी अगर मैं आप को खुश रख
सकता हूँ तो यू आर अग्री. नाउ आप बताओ आप अग्री हैं? और ये कह के नैना के
और करीब होगया. ऐक मर्तबा फिर बोला कि अग्री हैं? या नही फेस के करीब फेस
ले आया और आँखो मे आँखो डाल के बहुत प्यार से बोला अग्री हैं?
और इस समय नैना के अंदर ऐक आग भाड़क उठी, जिम्मी को अपने इतना करीब पा
के. और आहिस्ता से बोली. अग्रीड.
नैना का अग्रीड बोलने का ही वेट कर रहा था जिम्मी शायद. और बिना देर किये
नैना से लिपट गया और अपने लिप्स नैना के लिप्स से मिला दिये.
कई मंत्स के बाद आज नैना के लिप्स पे किसी मर्द के लिप्स आए थे. लिप्स के
टच होते ही नैना, मदहोश सी होगई ओर जिम्मी की बॅक पे हाथ मूव कर के जम के
रेस्पॉन्स देने लगी.
जिम्मी ने नैना को ऐसे ही सोफे पे लिटा लिया और खुद ऊपेर आ गया. नैना और
जिम्मी के लिप्स फ़ूल जुवैसी हो चुके थे. और दोनो की साँसे भी तेज़ हो
चुकी थी. दोनो मे से किसी ऐक का भी लिप अलहदा होता तो लव यू आह की हल्की
सी आवाज़ सुनाई देती. जिम्मी नैना की जीब को सक कर रहा था और नैना जिम्मी
की.
किस्सिंग के वक़्त ही नैना को आइडिया होगया था कि जितना मर्ज़ी लेसबो
सेक्स कर लो बट जो मज़ा मर्द से प्यार लेने का है वो लेसबो मे नही.
10मिनट यौं ही किस्सिंग जारी रही और जिम्मी ने स्लोली स्लोली नैना की
शर्ट को ऊपेर करना शुरू कर दिया. अगले मिनिट मे नैना की शर्ट उस के जिस्म
से अलहदा हो गई और जिम्मी ने भी अपनी शर्ट उतार दी.
जिम्मी ने नैना के सेक्सी ब्रेस्ट्स दैखे तो देखता ही रह गया कि यह वोही
ब्रेस्ट्स हैं जिनकी ऐक झलक देखने के लिये पूरा ऑफीस तरसता है. और किसी
भूके शेर की तरहा ब्रेस्ट्स पे टूट पड़ा. नैना आँखे बंद कर के अया अया कर
रही थी.
जिम्मी कभी नैना की ऐक निपल तो कभी दूसरी निपल को सक कर रहा था. जिम्मी
दीवानो की तरहा नैना की चुचियो को सक कर रहा था. जिस से नैना की निपल्स
टाइट और रेड हो गई थी. नैना आँखे बंद कर के जिम्मी का प्यार फील कर रही
थी और अयाया जिम्मी, उफफफफ्फ़ कर रही थी. नैना की चूत मुकामल तौर पे भीग
चुकी थी और लंड माँग रही थी. जिम्मी किसिंग करता करता नैना के पेट पे आ
गया. और नैना के पेट पे ढेर सारी किसिंग की और किसिंग करता करता नीचे आ
गया.
जिम्मी ने देखा कि चूत के करीब से नैना का ट्राउज़र फूल भीग चुका था और
चूत से चिपक सा गया था. ये दैख के जिम्मी से रहा ना गया और अगले ही पल
नैना को बिल्कुल नंगा कर दिया. चूत दैख के जिम्मी पागल सा होगया. नीट आंड
क्लीन चूत और पिंक लिप्स, और लिप्स के अंदर से निकलते हुए वाइट फ्लूयिड
ने जिम्मी को बेचैन कर दिया और जिम्मी ने अपना ट्राउज़र भी उतार दिया.
नैना आँखे बंद कर के मदहोश हुई पड़ी थी. जिम्मी ने नैना की चूत मे ऐक
उंगली डाली जिस से नैना की आआआआः निकल गई. जिम्मी ने तेज़ी से अपनी फिंगर
को चूत मे अंदर बाहर करना शुरू कर दिया. नैना की अयाया अयाया उफफफ्फ़ की
आवाज़ पूरे कमरे मे आने लगी. नैना अब तक ऐक बार झाड़ चुकी थी और दूसरी
बार झड़ने के करीब थी. तभी जिम्मी नैना की टाँगो के बीच मे आ गया और नैना
की लेग्स ओपन कर दी.
नैना ने अब की बार आँखे ओपन कर के जिम्मी के लंड की तरफ़ दैखा तो हैरान
हो गई. जिम्मी का लंड काफ़ी बड़ा था. नैना की चूत मे कई मंत्स से लंड नही
गया था. लंड को देखते ही नैना ने जिम्मी की तरफ़ दैखा जेसे कह रही हो कि
डालो नाआ. जिम्मी ने फ़ौरन लंड नैना की चूत पे रखा नैना ने ऐक लंबी आआआआः
निकाली. और जिम्मी ने अगले ही लम्हे अपना 7इंच का लंड नैना की गर्म वेट
चूत मे उतार दिया और साथ ही आआआआः की आवाज़ निकाली. नैना को थोड़ा दर्द
हुआ कॉज़ लंड शान के लंड से लंबा था लैकेन जिम्मी बहुत आराम से नैना को
चोद रहा था. पूरे कमरे मे दोनो के प्यार की आवाज़े आ रही थी और चूत मे
लंड की पाचक पाचक की आवाज़ ने महॉल को सेक्सी कर दिया था. थोड़ी देर बाद
जिम्मी के लंड से निकलती मनी ने नैना की चूत को भर दिया जो नैना की चूत
से बहने लगा.
जिम्मी नैना के उपेर गिर गया और दोनो आँखे बंद करके के लेट गए.
काफ़ी देर यौं ही लेटे रहने के बाद जिम्मी की आँख खुली तो दैखा कि नैना
उस के उपेर अपनी लेग्स डाले गहरी नेंद सो रही है. जिम्मी आराम से नैना से
अलहदा हुआ और नैना के पूरे जिस्म को देखने लगा. जोश मे उसने नैना को
प्यार तो कर दिया था लैकेन जिस्म अभी तक नही दैखा था. क्या खूबसूरत जिस्म
था. भरे हुए ब्रेस्ट्स, पतली कमर, भरे हुए हिप्स और गोरी सॉफ्ट लेग्स के
बीच सॉफ सुथरी चूत को देखते ही किस करने का मन करे. फिर जिम्मी ने नैना
के उपेर चादर डाल दी ओर खुद ट्राउज़र पहन के नीचे सो गया.
सुबह सनडे था. नैना की आँख खुली अपने आप को नेकेड हालत मे दैख के घबरा
गई. जल्दी से ड्रेस पहना और सोचने लगी कि अगर आंटी ने दैख लिया होता तो
क्या सोचती? बाथरूम से फ्रेश हो के आइ तो दैखा कि जिम्मी नाश्ता बना रहा
है जो कि ठीक से बन नही रहा.
नैना मुस्कुराते हुए जिम्मी के पास जाती है और उसे हेल्प करती है. दोनो
रात के होने वाले सीन पे कोई बात नही कर रहे थे बस स्माइल कर रहे थे.
अचानक जिम्मी ने नैना को अपनी बाँहो मे भर लिया और किचन मे ही नैना को
डीप लीप किस की और नैना को आइ लव यू और रात के लिये थॅंक्स बोला. नैना के
लिये किस बहुत सर्प्राइज़िंग था और जिम्मी के थॅंक्स और लव यू बोलना उसे
बहोत अछा लगा.
नैना को यौं फील होने लगा कि टाइम वापिस चला गया है 2 यियर्ज़ बॅक ऐसे ही
शान भी किस्सिंग करते किचेन मे जब नई नई शादी हुई थी. लैकेन फिर शान का
करेंट बिहेवियर सोच के ज़हन मे आने लगा कि कहीं जिम्मी भी ऐसा ना करे?
फिर ख़याल आया कि जिम्मी मेरा पति भी तो नही है. सो अपने आप को झूठी
तसल्ली दे के खुद ही मुस्कुरा दी ओर नाश्ता सर्व करने लगी.
यौं कल रात की वजा से नैना जिम्मी के साथ फिज़िकल रिलेशन्षिप मे कॉनवर्ट
होगई जिसका उसे कोई गम नही था बल्कि कल रात की वजा से उसे ये यकीन हो चला
था अब वो कभी भी सेक्स की प्यास मे नही जले गी. दिल किया तो आंटी के साथ
और दिल किया तो जिम्मी के साथ. जिम्मी भी नैना से बहुत ओपन होगया ओर अब
दोनो के बीच शर्म के तमाम पर्दे हट गए थे.
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(सीन चेंज (शान'स लाइफ)
इधर शान को सोना की कंपनी ने बदल के रख दिया था. शान अब ड्रिंकिंग भी
करने लगा था और पार्टीस मे जाना सोना के साथ सेक्स करना रुटीन बन गई थी.
उसे अपने घर मे ज़रा भी मज़ा नही आता था. शान का बॅंक बॅलेन्स और
प्रॉपर्टी काफ़ी ज़यादा थी, जिसकी वजा ये थी कि वो अकेला बेटा था. और ये
बात सोना और उस के घर वाले बहोत अच्छी तरहा जानते थे. इसी लिये उन्होने
शान को अपने जाल मे फँसा लिया था. और इसी जाल को ज़्यादा स्ट्रॉंग करने
के लिये सोना ने अपनी बड़ी डिवोर्स्ड सिस्टर को यूज़ किया.
शान आज ओफ्फिस से वापिस आया तो सोना का फ़ोन आ गया कि जल्दी पहुँचे. सो
शान सोना की तरफ़ निकल पड़ा. नैना भी घर पे थी बट अब कोई ऐक दूसरे से ना
ही पूछता था और ना ही बताता था कि कहाँ जा रहा है या कहाँ से आ रहा है.
शान सीधा सोना के यॅन्हा पहुँचा ओर वहाँ जा के दैखा कि सोना और उसकी सिस मौजूद थे.
सोना: हाई जानू. और लिपट के लिप किस मुहाआ. लव यू.
शान: मुहाआ लव यू टू.
सोना: यू नो हम ने ऐक प्लान बनाया है?
शान: क्या प्लान?
सोना: कि हम तीनो यानी मी,माइ सिस आंड यू आर गोयिंग फॉर 1वीक हॉलिडे ऑन
सम ब्यूटिफुल प्लेस.
शान: व्हाट? 1 वीक? बट माइ ओफ्फिस?
सोना: जानू प्ल्ज़ ना. ऑफ से छुट्टी ले लो ना?
शान: बट इट्स नोट पासिबल जानू.
शान के 2 दफ़ा इनकार करने पे सोना नाराज़ होगई और कहने लगी कि तुम ने सिस
के सामने मेरी इन्सल्ट कर दी. मैं उन्हे रोज़ कहती हूँ कि शान मुझे कभी
नो नही कहता और आज सिस के सामने ही नो बोल दिया? और रोने लगी.
शान के लिये अब यस बोलने के सिवा कोई हल नही था और सोना को कह दिया ओके.
इस पे सोना ने शान को किस किया, थॅंक्स बोला और अपनी सिस को आँख मार के
मुस्कुराने लगी.
3 दिन बाद शान 1 वीक की छुट्टिया ले के सोना और उसकी सिस के साथ निकल
गया. और इस दफ़ा नैना को इनफॉर्म कर गया कि 1 वीक नही आए गा वो. नैना ने
भी ज़यादा नही पूछा और ओके बोल दिया.
शान को इस समय नैना का किस याद आ गया जब वो इसी तरहा ऑफीस के टूर पे जाता
तो नैना लिपट के हॉट किस कर के उसे बाइ कहती थी. ऐक पल के लिये ख़याल आया
बट सोना ज़हन मे आ गई.
क्रमशः..........
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