RE: Free Sex Kahani स्पेशल करवाचौथ
" ओह मम्मी, मैं बता नहीं सकता कि आज में कितना खुश हूं, सच में आप दुनिया की सबसे प्यारी मम्मी है।
इतना कहकर साहिल ने जोर से रूबी के गाल को चूम लिया और इससे पहले कि रूबी कछ बोलती साहिल गाड़ी को स्टार्ट करके शहर की तरफ घुमा चुका था।
गाड़ी अपनी रफ़्तार से दौड़ रही थी और साहिल रेस पर रेस दिए जा रहा था। गाड़ी अब करीब 120 किमी की स्पीड से चल रही थी और रूबी बार बार साहिल को गाड़ी की स्पीड कम करने की हिदायत दे रही थी लेकिन साहिल तो आज जैसे सातवे आसमान पर था। वो ऐसे दर्शा रहा था मानो किसी छोटे बच्चे को उसका मन पसंद खिलौना मिल गया था।
रूबी कांपते हुए बोली:"
" बस करो बेटा, स्पीड कम करो कहीं ऐसा ना हो जाए कि तुम सन्तुलन खो दो।
साहिल ने खाली सड़क की तरफ देखा और फिर रूबी की तरफ देखते हुए स्माइल के साथ बोला:"
" ओह मम्मी आप फिक्र ना करे, आपका बेटा बिना संतुलन खोए इससे भी तेज गाड़ी चला सकता हैं मम्मी।
तभी सामने से एक तेज रफ्तार ट्रक पता नहीं कहां से मुड़कर सीधे सड़क पर आया और रूबी के साथ साथ साहिल की चींखं निकल गई। साहिल ने होश संभालते हुए गाड़ी के ब्रेक लगाए और गाड़ी का स्टेयरिंग पूरा दूसरी दाई दिशा में काट दिया। गाड़ी एक धनुष की तरह मुड़ती चली गई और शायद उन दोनों की किस्मत अच्छी थी सामने से कोई दूसरी गाड़ी नहीं अा रही थी। साहिल ने जैसे तैसे करके गाड़ी को कंट्रोल किया और रूबी की तरफ देखा तो उसकी मम्मी की तो कब की बेहोश हो गई थी डर के मारे।
गाड़ी अब पूरी तरह से रुक गई थी और साहिल ने रूबी को आवाज लगाई:"
" मम्मी मम्मी आंखे खोलिए ना आप प्लीज़, सब ठीक हैं देखिये तो एक बार ।
रूबी की आंखे नहीं खुली तो साहिल ने एक बॉटल में पानी लेकर अच्छा सा छींटा रूबी के मुंह पर मारा तो उसने कुनमुनाते हुए आंखे खोल दी। रूबी को जैसे ही सब कुछ याद आया तो वो साहिल से लिपट गई और उसका मुंह चूमने लगी। साहिल ने अभी अपनी मम्मी को गले लगा लिया और रूबी काफी देर तक प्रेम पूर्वक उससे चिपकी रही।
साहिल अपनी मम्मी की बंद आंखो वाले खूबसूरत चेहरे को प्रेम पूर्वक देखता रहा और धीरे धीरे रूबी ने साहिल को देखा और उसका फिर से माथा चूम कर बोली:"
" बेटा अगर तुझे कुछ हो जाता तो मैं कहीं की भी रहती, कसम खाओ आज के बाद तुम तेज गाड़ी नहीं चलोगे।
साहिल ने तत्काल अपने दोनो कान पकड़े और स्माइल करते हुए बोला:"
" मम्मी कसम, आज के बाद आपका बेटा कभी तेज गाड़ी नहीं चलाएगा, अब तो खुश हो ना।
रूबी ने स्माइल दी और बोली:"
" अच्छा अब घर की तरफ चले अगर तुम्हारा मन हो तो ?
साहिल:" ठीक हैं मम्मी, जैसे आपको ठीक लगे, वैसे भी हल्का हल्का अंधेरा हो रहा है तो घर जाना ही ठीक होगा।
इसके बाद साहिल ने गाड़ी वापिस घर की तरफ घुमा दी और दोनो मा बेटे थोड़ी देर बाद ही घर पहुंच गए। अनूप घर अा चुका था और साहिल और रूबी को नई गाड़ी से निकलते हुए देख कर हैरान हुआ और बोला:"
" किसकी गाड़ी मांग लाए हो साहिल बेटा ?
साहिल बुरा सा मुंह बनाकर घूरते हुए बोला:"
" मांग कर नहीं लाया, मैं आपकी
तरह खैरात नहीं लेता, मम्मी को मॉडर्न जिम एंड योगा सेंटर वालो ने गिफ्ट करी हैं।
साहिल का जवाब सुनकर अनूप की बोलती बंद हो गई और रूबी अंदर ही अंदर खुश हुई कि अब साहिल अपने बाप की हरकतों का खुलकर विरोध कर रहा हैं।
अनूप:" अच्छा ठीक हैं, मुझे टेंडर मिल गया हैं और उसके काम के लिए मुझे एक दिन के लिए दिल्ली जाना पड़ रहा है। मैं थोड़ी देर बाद निकल जाऊंगा। तुम दोनो अपना ख्याल रखना।
रूबी:" जाओ, और जब मन करे तब आना, मेरा ख्याल रखने के लिए साहिल हैं।
अनूप को गुस्सा तो बहुत आया लेकिन अपने पैर पटकते हुए अंदर घुस गया और पीछे पीछे ही साहिल और रूबी भी अा गए। साहिल नहाने के लिए घुस गया और अनूप अपना बैग उठाकर बाहर निकल गया। ना उसने रूबी से कुछ बोला और ना ही रूबी ने उससे कुछ बात करना जरूरी समझा।
रूबी भी नहा धोकर खाना बनाने लगी और शांता अा गई थी और उसकी मदद कर रही थी। साहिल अपने कमरे में बैठा हुआ था तभी प्रिया का कॉल आया और बोली:"
" साहिल सर एक जरूरी बात, नीरज को मेरे ऊपर शक हो गया था इसलिए उसको सब बताना कि किस तरह आपने मुझे वीडियो बनाकर यहां भेजा ताकि वो आगे मुझ पर शक ना करे।
साहिल के दिमाग में खतरे कि घंटी बज उठी और बोला:"
" ओह प्रिया कहीं तुम चाहो तो रहने दो और अपनी वीडियो ले जाओ, कहीं तुम फस मत जाना इस कई में।
प्रिया:" सर जो होगा देखा जायेगा लेकिन अब मैं पीछे नहीं हट सकती उससे।
प्रिया की बात सुनते ही उसके सामने बैठे हुए नीरज में होंठो पर स्माइल तैर गई तो प्रिया आगे बोली:"
" साहिल सर आप चिन्ता ना करे, मैंने आपकी नमक खाया हैं तू नमक हरामि नहीं कर सकती। मैं जल्दी ही आपको सब बता दूंगी बस उसके बाद आप सब देख लेना।
साहिल:" मैं तो तुम्हे मना ही करूंगा, फिर भी अगर तुम नहीं मानती तो बहुत सावधानी से करना सब कुछ।
प्रिया ने नीरज का हाथ अपने हाथ में लिया और हल्का सा दबाते हुए उसकी तरफ स्माइल करते हुए बोली
" आप निश्चिन्त रहे सर, मैं बिल्कुल सावधानी से करूंगी सब कुछ एकदम। अच्छा ठीक हैं कोई अा रहा है बाद मैं करती हूं ।
प्रिया का फोन कटने के बाद साहिल सोच में पड़ गया कि कहीं उसने प्रिया को ख़तरे में तो नहीं डाल दिया है।
खाना बन गया था और तीनो बैठे हुए खाना खा रहे थे। साहिल के मन में प्रिया को लेकर बहुत सारे सवाल उठ रहे थे जिनकी एहसास उसके चेहरे से साफ झलक रहा रहा और रूबी सब समझ रही थी लेकिन शांता की वजह से खामोश थी और चुपचाप खाना खाए जा रही थी ।
शांता:" रूबी मेरी बेटी प्रिया का कुछ पता चला क्या ?
रूबी ने एक बार साहिल की तरफ देखा और बोली:"
" नहीं मा जी लेकिन मैं और साहिल दोनो आपकी बेटी को एक दिन धुंध कर ही दम लेंगे आप अब उसकी चिंता छोड़ दीजिए ये काम हमारा हैं।
शांता एक गहरी सांस लेते हुए बोली:" कहीं ऐसा ना हो वो एक दिन मेरी मौत के बाद आए और मैं अपनी बेटी से जी भर कर बात भी ना कर सकू।
साहिल:" अम्मा आप उल्टी बात मत कीजिए, धीरज रखो सब ठीक हो जाएगा।
शांता चुप हो गई और खाना खाने लगी। थोड़ी देर बाद ही सभी लोग खाना खा चुके तो शांता बर्तन उठाकर धोने के लिए चल दी तो रूबी बोली:"
" बस कीजिए मा आप, अब आप जाकर आराम कीजिए, मैं खुद बर्तन धो लूंगी।
शांता ने कोशिश तो बहुत करी लेकिन रूबी के आगे उसकी एक ना चली और आखिरकार वो बाहर बने अपने कमरे में चली गई। रूबी ने एक नजर साहिल की तरफ देखा और उसे स्माइल दी और बर्तन उठाकर धोने चली गई। साहिल प्रिया के बारे में सोच ही रहा था कि उसका मोबाइल बज उठा। आरव का फोन था तो उसने उठाया।
साहिल:" हान भाई कैसे हो तुम ?
आरव बहुत मस्ती भरी आवाज में बोला:" जन्नत में हूं भाई, मजा आ गया ज़िन्दगी का, जिस रेखा भाभी के सपने देखता था आखिरकार आज उसे पा ही लिया मैने।
|