RE: hot Sex Kahani वर्दी वाला गुण्डा
“मेरी समझ में तो कुछ आ नहीं रहा सर।” एस.एस.पी. कुम्बारप्पा के मस्तक पर बल पड़े हुए थे—“क्या आपके पल्ले कुछ पड़ रहा है?”
“किस संबंध में बात कर रहे हो?”
“तेजस्वी की ‘एक्टीविटीज’ के संबंध में।”
चिदम्बरम का गंभीर स्वर—“अपनी सेहत की बेहतरी के लिए हमें उसके संबंध में बात नहीं करनी चाहिए।”
“हम दोनों के अलावा यहां है ही कौन?”
“हमें किसी और का नहीं ‘ट्रिपल जैड’ का डर है।” चिदम्बरम फुसफुसाया—“पता नहीं उसके पास जादू की कौन-सी छड़ी है—मुंह से निकली बात की तो बात ही दूर, जो सोचते हैं वह भी उसके कानों तक पहुंच जाता है और उसने सख्त हिदायत दी थी कि तेजस्वी की एक्टीविटीज पर ध्यान न दें।”
“ध्यान देने की जरूरत ही कहां है—प्रदेश भर के अखबार उसके कारनामें से रंगे पड़े हैं—क्या उन्हें पढ़कर आपके दिमाग में बार-बार यह सवाल नहीं कौंध रहा कि जो कुछ वह कर रहा है, क्या वही सब करने के लिए ‘ट्रिपल जैड’ ने हमें इतनी मोटी रकम देकर उसकी नियुक्ति प्रतापगढ़ थाने पर कराई थी?”
“क-कौंध तो रहा है।”
“क्या समझ में आता है आपके?”
“अपना मकसद तो ट्रिपल जैड ने हमें बताया नहीं, लेकिन तेजस्वी जो कुछ कर रहा है, यदि उससे मकसद निकालने की कोशिश की जाए तो इसके अलावा कुछ नहीं निकलता कि ट्रिपल जैड स्टार फोर्स का कोई भयंकर दुश्मन है और वह तेजस्वी के हाथों स्टार फोर्स को नेस्तनाबूद कराना चाहता है।”
“तेजस्वी की ‘एक्टीविटीज’ तो यही बता रही हैं मगर …।”
“मगर?”
“बात कुछ जम नहीं रही, ऐसा सोचना मूर्खता के अलावा कुछ हो ही नहीं सकता कि मात्र एक शख्स स्टार फोर्स को नेस्तनाबूद कर सकता है—और यह तो आप भी मानेंगे कि ट्रिपल जैड मूर्ख नहीं है।”
“यही बातें सोचकर तो दिमाग उलझ जाता है—हम यह पूरी तरह मानते हैं कि अपराधी प्रकृति का व्यक्ति किसी लालच या दबाव में लेकर तेजस्वी से कोई काम नहीं ले सकता—इसके बावजूद ट्रिपल जैड ने उसकी नियुक्ति प्रतापगढ़ थाने पर कराई—जाहिर है और तेजस्वी जैसे सख्त आदमी के जरिए वह उसे कैसे परवान चढ़ाएगा, सारा सिलसिला समझ में न आने वाली पहेली जैसा है।”
एकाएक वहां ट्रिपल जैड की आवाज गूंजी—“इस पहेली को सुलझाने की कोशिश मत करो मिस्टर चिदम्बरम!”
दोनों उछल पड़े।
चौंककर आवाज की दिशा में देखा।
काले कपड़े, सफेद ग्लव्स, नकली दाढ़ी-मूंछ और विग वाले शख्स को कमरे में दाखिल होता देखते ही दोनों के चेहरों से तोते उड़ गए।
उछलकर खड़े हो गए वे।
घिघिया उठे!
चिदम्बरम हकलाया—“म-मैंने कुम्बारप्पा से कहा था सर …।”
“हमें मालूम है तुमने क्या कहा था!” चमकदार जूतों से ठक् … ठक् करता ट्रिपल जैड उनके नजदीक पहुंच गया—“मगर फिर भी तुम हमारा उद्देश्य जानने की चर्चा में मशगूल हो गए।”
“ग-गलती हो गई सर।” कुम्बारप्पा गिड़गिड़ा उठा—“म-माफ कर दीजिए, भविष्य में …।”
“तुम्हारे गिड़गिड़ाने के कारण नहीं बल्कि इस गलती पर तुम्हें माफ किया जाता है क्योंकि हम अच्छी तरह जानते हैं, चाहे जितना डिस्कशन कर लो, चाहे जितना दिमाग भिड़ा लो, मगर हमारे उद्देश्य के आस-पास नहीं फटक सकते।”
चिदम्बरम और कुम्बारप्पा के चेहरों पर रौनक ने लौटना शुरू किया, कुम्बारप्पा बोला—“अगर इजाजत दें तो मैं अपनी बात कहूं सर?”
“बोलो!”
“हमें आपका उद्देश्य जानने की जिज्ञासा केवल इसलिए थी क्योंकि हमारे ख्याल से कम-से-कम तेजस्वी आपके किसी उद्देश्य को पूरा नहीं कर सकता।”
ट्रिपल जैड ने एक-एक शब्द पर जोर देते हुए कहा—“हमारे उद्देश्य को केवल तेजस्वी ही पूरा कर सकता है।”
“म-मेरे ख्याल से तो तेजस्वी की आयु ही दो-चार दिन से ज्यादा नहीं है।” चिदम्बरम बोला।
“वजह?”
“स्टार फोर्स के मेजर की बात तो छोड़ ही दीजिए, किसी साधारण सैनिक तक को आज तक किसी ने वैसी करारी शिकस्त नहीं दी जैसी तेजस्वी ने थारूपल्ला को दी है—पता लगते ही ब्लैक स्टार भड़क उठा होगा, उसने तत्काल तेजस्वी की हत्या का फरमान जारी कर दिया होगा—और यह तो आप जानते होंगे कि एक बार को मुल्क की सबसे बड़ी अदालत के आदेश का पालन टल सकता है, ब्लैक स्टार के आदेश का पालन नहीं टल सकता—उसने एक बार जिसकी मौत का फरमान जारी कर दिया, उसके हिस्से में केवल चंद सांसें रह जाती हैं।”
“तेजस्वी ब्लैक स्टार के इस भ्रम के परखच्चे उड़ा देगा।”
“ग-गुस्ताफी माफ हो सर।” कुम्बारप्पा कह उठा—“मेरी यह अटल धारणा है, थारूपल्ला को उलटे-सीधे जवाब देकर तेजस्वी अपनी मौत के परवाने पर हस्ताक्षर कर चुका है।”
“अगर इस युद्ध में तेजस्वी मारा जाता है तो हमें खुशी होगी।” ट्रिपल जैड के हर लफ्ज में रहस्य था—“हमारी समझ में यह बात आ जाएगी कि अपने उद्देश्य की पूर्ति हेतु तेजस्वी का चुनाव करके हमने भूल की मगर, विश्वास रखो, ऐसा होगा नहीं—तेजस्वी के ‘टेलैन्ट’ पर हमें पूरा भरोसा है।”
चिदम्बरम और कुम्बारप्पा चकित दृष्टि से उसकी तरफ देखते रह गए।
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