RE: hot Sex Kahani वर्दी वाला गुण्डा
इंस्पेक्टर तेजस्वी!
गोरा-चिट्टा और झील-सी नीली आंखों वाला अड़ियल जवान।
वर्दी उसके जिस्म पर यूं फबती थी जैसे बना ही उस वर्दी के लिए हो—गठीले और साढ़े छः फुट लम्बे जिस्म वाले तेजस्वी के नाक-नक्श इतने तीखे थे कि सामने वाला बरबस ही उसके व्यक्तित्व से प्रभावित हो जाता था—लम्बी टांगों के बूते पर वह लम्बे-लम्बे कदमों के साथ पुलिस मुख्यालय में दाखिल हुआ और कमिश्नर के ऑफिस के बाहर पड़ी एक मेज के पार बैठे पुलिसिए के समक्ष पहुंचकर प्रभावशाली स्वर में बोला—“इंस्पेक्टर तेजस्वी!”
“कमिश्नर साहब का आदेश है कि आपको आते ही अंदर भेज दिया जाए।”
“ओ.के.!” कहने के साथ उसने अपने घने काले और घुंघराले बालों को कैप से ढका तथा लम्बे-लम्बे दो ही कदमों में ऑफिस के द्वार पर पहुंच गया।
थोड़ा सा दरवाजा खोलकर उसने सम्मानित स्वर में पूछा—“मे आई कम इन सर?”
“कम इन तेजस्वी!” विशाल मेज के पीछे, रिवॉल्ंिवग चेयर पर विराजमान शांडियाल ने कहा—“कम इन।”
जिस वक्त उनकी मेज के नजदीक पहुंचकर तेजस्वी ने जोरदार सैल्यूट मारा, उस वक्त डोर क्लोजर पर झूलता हुआ ऑफिस का द्वार बन्द हो चुका था।
“बैठो!” शांडियाल ने कहा।
“थैंक्यू सर!” तेजस्वी बैठा नहीं, सावधान की मुद्रा में खड़ा-खड़ा बोला—“मेरे लिए क्या हुक्म है सर?”
“तुम्हें प्रतापगढ़ थाने पर अपनी नियुक्ति के आदेश मिल गए होंगे?”
“यस सर!”
शांडियाल ने एक सिगार सुलगाया, बोले—“तुम्हें मालूम है न कि स्टार फोर्स का मुख्यालय प्रतापगढ़ ही में है?”
“यस सर!”
“यस भी जानते हो कि राज्य में जो सरकार थी उसे केन्द्र ने बर्खास्त करके राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया है और नई सरकार के गठन हेतु राज्य में शीघ्र चुनाव होने वाले हैं?”
“यस सर!” तेजस्वी मानो एक ही शब्द रटकर आया था।
“तुमसे पहले प्रतापगढ़ थाने पर इंस्पेक्टर देशराज नियुक्त था—जो कुछ उसने किया, तुमने सुना होगा।”
तेजस्वी ने पुनः वही शब्द दोहराया—“यस सर!”
“डी.आई.जी. और एस.एस.पी. से हमने तुम्हारी बहुत तारीफ सुनी है।”
“यह उनकी महानता है सर।” पहली बार तेजस्वी ने ‘यस सर’ का पीछा छोड़ा—“मुझे केवल खुद को सौंपी गई ड्यूटी को कठोरता से अंजाम देना आता है—क्राइम से मुझे सख्त नफरत है, सोचता हूं अगर मेरे हलके में क्राइम हुआ तो लानत है मेरी वर्दी पर—जिस दिन मैंने यह पवित्र वर्दी पहनी थी, उसी दिन कसम खाई थी कि जुर्म के कीटाणुओं को चुन-चुनकर मौत के घाट उतार दूंगा।”
“गुड!” शांडिल्य कह उठे—“चुनाव से पहले तुम्हें न केवल प्रतापगढ़ से स्टार फोर्स का सफाया कर डालना है, बल्कि देशराज के कारनामों के कारण वहां की जनता में पुलिस की जो छवि बन गई है उसे भी धो डालना है—ये दोनों चुनौतियां बहुत बड़ी हैं तेजस्वी, हमें उम्मीद है तुम कामयाब होगे।”
“आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा सर।” तेजस्वी ने कहा—“मगर ऐसा केवल तब हो सकेगा जब मुझे अपने अफसरों का सहयोग मिल सके।”
“क्या सहयोग चाहोगे?”
“जब मैं अपने इलाके में सख्ती करता हूं तो आप लोगों को जहां राहत मिलती है, वहीं कुछ खास लोगों को परेशानी भी होती है और ऐसे लोग अक्सर एप्रोच वाले होते हैं—पॉलीटिकल दबाव का इस्तेमाल करते हैं वे—केवल इतना सहयोग चाहूंगा कि किसी दबाव में आकर मुझे डिस्टर्ब न किया जाए!”
“नििश्चंत रहो तेजस्वी, हम तुमसे वायदा करते हैं, किसी के दबाव में आकर न तुम्हारा ट्रांसफर किया जाएगा और न ही तुम्हारे किसी काम में कोई दखलअंदाजी की जाएगी।”
“थैंक्यू सर!” तेजस्वी की आंखें चमक उठीं—“थैंक्यू वैरी मच!”
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