RE: xxx indian stories आखिरी शिकार
बाकी काम आसान था ।
मार्गरेट की मोटरबोट पर राज, मारिट और इन्स्पेक्टर टापू से डेनवर की ओर रवाना हो गये | राज तब तक रिवाल्वर इन्स्पेक्टर की कनपटी से लगाये रहा जब तक वे मोटरबोट पर सवार होकर समुद्र में काफी दूर नहीं निकल गये । किसी पुलिसमैन ने उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की और क्योंकि पुलिस की मोटरबोट की चाबी इन्स्पेक्टर की जेब में थी इसलिये पुलिस वाले उनका पीछा नहीं कर सकते थे ।
रास्ते में राज ने इन्स्पेक्टर की जेब से अपना प्रेस कार्ड और पासपोर्ट निकाल लिया और बड़ी नम्रता से उसे यह समझा दिया कि मार्गरेट ने जो कुछ किया था अपनी और अपने भाई की जान बचाने की खातिर किया था, बिल्कुल वैसे ही जैसे इन्स्पेक्टर अपनी जान बचाने के लिये राज की भागने में मदद कर रहा था ।
इन्स्पेक्टर ने कोई उत्तर नहीं दिया । वह उत्तर देने की स्थिति में नहीं था । रोशनी की रिवाल्वर से निकली गोलियों से इन्स्पेक्टर की कलाई और
कन्धे में हुए जख्मों की अच्छी तरह ड्रेसिंग कर दी गई थी लेकिन फिर भी इन्स्पेक्टर की हालत ठीक नहीं थी।
डेनवन में ही वह मार्गरेट से अलग हो गया । राज डेनवर से लन्दन पहुंचा । लन्दन से बाहर निकलते है, लिये उसने वही तरीका अपनाया जो उसने लन्दन में प्रविष्ट होने के लिये आपनाया था
वह निर्विघ्न भारत पहुंच गया ।
समाप्त
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