RE: xxx indian stories आखिरी शिकार
कुझ क्षण राज के मुंह से बोल नहीं फूटा । फिर वह गुस्से से फट पड़ा।
"तो आप" - वह चिल्लाकर बोला - "यह कहना चाहते हैं कि मैं झूठ बोल रहा हूं?"
"मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा है ।" - दूसरी ओर से हाई कमीशन के अधिकारी का शान्त स्वर सुनाई दिया - "मैं तो आप पर केवल अपनी तफ्तीश का नतीजा जाहिर कर रहा हूं । सम्भव है जो आप कह रहे हैं वह सच हो लेकिन हालात इसी ओर संकेत कर रहे हैं । आप चूंकि यह स्वीकार नहीं करना चाहते कि आपने प्रधानमन्त्री की प्रेस पार्टी का सदस्य होते हुए इतनी गैरजिम्मेदाराना हरकत की है यानी आप शराब पीकर एक एक्सीडेन्ट का शिकार हो गये हैं और उसी का वजह से इस वक्त अस्पताल में पड़े हैं। हालात से यह जाहिर होता है कि आपने अपने सम्मान की रक्षा की खातिर एक कहानी गढ ली है कि यहां कि पुलिस वाले आपको खामखाह फंसा रहे हैं । मेरे कहने का मतलब यह है कि वर्तमान स्थिति में हम कोई ऐसी आफिशियल शिकायत यहां की पुलिस में दर्ज नहीं करवा सकते कि
आपके साथ यहां की पुलिस द्वारा कोई ज्यादती की गई है।"
राज चुप रहा।
"और आप की सूचनार्थ इस सारी घटना की सूचना प्रधानमन्त्री के निजी सचिव तक पहुंच गई है । उनकी निगाह में आपने एक निहायत गलत हरकत की है और आपने अपने देश और देश के प्रधानमन्त्री के सम्मान को ठेस पहुंचाई है । इस विषय में शायद प्रधानमन्त्री के निजी सचिव
आपसे बात करें।"
सम्बन्ध विच्छेद हो गया ।
राज हताशापूर्ण नेत्रों के हाथ में थमे रिसीवर को देखता रहा । फिर उसने रिसीवर को क्रेडल पर पटक दिया ।
आर्डरली ने टेलीफोन प्लग साकेट में से निकाला और टेलीफोन लेकर कमरे से निकल गया ।
फिर एक नर्स कमरे में प्रविष्ट हुई।
"रात के दो बज गये हैं, मिस्टर राज ।" - वह अपने व्यवसाय सुलभ मधुर स्वर से बोली - "अब आपको आराम करना चाहिये ।" राज बिना प्रतिवाद किये पलंग पर लेट गया ।
नर्स ने उसे कम्बल ओढाया और बिजली का स्विच ऑफ करके कमरे से बाहर निकल गई।
राज ने नेत्र बन्द कर लिये ।
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