RE: Free Porn Kahani तस्वीर का रहस्य
मै यह सुनकर बड़ा खुश हुआ। चोदने को न सही पर नैना की चुत तो दीख ही जाएगी और उसको चाट भी पाउंगा। नैना ने मेरा एक हाथ पकड़ा और मुझे बिस्तार पर बैठया।
नैना: "मैं इसके लिए तैयार नहीं हूं, पर तुम्हारी तड़प को देखते हुए मैं इजाजत दे रही हूं। पर मैं तुम्हे सिर्फ चाटने डुंगी, तुम मेरी गीली चुत को नहीं देख पाओगे"
यह कहते हुए नैना ने वह पड़ी प्रेरणा की चुनरी उठायी और मेरी आँखों पर बाँध दि। अब मैं नैना की चुत तो नहीं देख पाउँगा पर उसको हाथ लगा कर चाट तो पाउँगा ही यही मेरे लिए काफी था। मुझे कुछ दीख नहीं रहा था पर नैना के बिस्तार पर चढ़ने की और उसके स्कर्ट के खुलने की आवाज जरूर आयी। उसने फिर मेरा हाथ पकड़ा और मुझे पोजीशन में लेकर आयी। मेरा एक हाथ जाकर नैना की नंगी जाँघ पर लगा और मुझे लग गया की वो नीचे से नंगी है। मैं अपना हाथ उसकी जाँघो से ऊपर चढ़ा कर उसकी चुत की तरफ बढ़ाने लाग।
नैना ने मेरा दूसरा हाथ भी पकड़ लिया और हिदायात दी की मैं अपने हाथ से उसकी चुत को नहीं छु सकता, सिर्फ मुह से चाट सकता हूं।
मेरा सर उसकी दोनों जाँघो के बीचे में था क्यों की उसने मेरे दोनों हाथ उसकी नंगी कमर पर राख दिए थे। मैंने अपने दोनों हाथ दोनों तरफ उसकी नंगी कमर पर घुमाये और मुझे लग गया की सच में उसने नीचे से अपनी स्कर्ट पूरी निकाल दी थी और वो नंगी थी। मैन अपनी आँखों की पट्टी खोलने चाहता था पर नैना को वाडा किया त। नैना का हाथ मेरे सर पर आया और मुझको पूरा नीचे झुका दिया। मेरे होंठ उसकी चुत के थोड़ा ऊपर उसके छोटे छोटे तीखे बालो पर लगे और वो बाल मेरे होंठो पर चुभ गए। मैंने महसूस किया की जैसा उसकी तस्वीर में देखा था वैसे ही उसकी चुत पर बाल थे मगर काफी छोटे बाल थे।
मेरे सर पर रखे उसके हाथ ने मेरे सर को नीचे खिसकाय और मेरे होंठ रगड़ते हुए नैना की चुत की दरार की तरफ बढ। मेरे होंठों को गीलापन सा लगा और मुझे लग गया की नैना की चुत की झील मेरे होंठों के ठीक नीचे हैं। मेरे होंठोने नैना की पानी से भरी झील नुमा चुत में छलाँग लगा दि। मेरे होंठ नैना की चुत के पानी से भीग गए। मै पागलो की तरफ नैना की चुत पर तूट पड़ा और नोचने लगा जैसे गिद्ध मरे हुए जानवर को नोच कर खाते है।
नैना की सिसकियां शुरू हो गयी। यह सिसकियां पिछली बार की नकली सिसकियो की तरह नहीं थी। नैना ने अपने पाँव और भी चौड़े कर दिए क्योंकी अभी तक उसकी जाघे मेरे दोनों कानो को जकड़े हुए थी जो अब दूर हो चुकी थी। नैना की चुत अब और खुल गयी थी और अब मैं आराम से अपनी जुबान को रोल कर नैना की चुत में डाल कर धक्के मार चोदने लाग। मेरा लंड न सही मेरी जुबान ही नैना को चोद रही थी। मेरे दोनों हाथ जो नैना की कमर को पकडे थे मैंने उनको भी हिलाना शुरू किया और नैना की गोल गाँड के साइड में फिर कर उसकी गाँड के नंगे पैन को महसूस किया। मै नैना के शारीर के दोनों साइड में गाँड से लेकर कमर तक के शारीर को दबा दबा कर मजे ले रहा था। फिर मैंने हाथ थोड़े ऊपर किये पर नैना का टॉप कही छु भी नहीं पाया। मैं अपने हाथ ऊपर ले जाता रहा और मेरे हाथ जाकर नैना की बगल के नीचे जाकर रुकी। नैना ने न तो टॉप पहने था और न ही ब्रा था। वो पूरी नंगी थी। मुझे उसके बूब्स दबोचने थे। उसकी बगल के नीचे मैं उसके बूब्स के साइड के लचीले उभार को थोड़ा महसूस कर रहा था। मैन अपने दोनों हाथ उठाये और अन्दाजे से नैना के बूब्स पर ले गया पर मेरा हाथो को नैना के गुदगुदेदार बूब्स का अहसास नहीं हुआ पर नैना की नाजुक उंगलिया वह पहरेदार बनी थी।
नैना ने अपने दोनों हाथों से अपने नंगे मुम्मो को धक् रखा था। मैंने नैना के हाथो को ही थोड़ा दबा लिया और वो हाथ थोड़ा नीचे भी हो गए और नैना के बूब्स थोड़े दब गए। उसके हाथों को दबाने में उतना मजा नहीं था जितना की सीधा बूब्स को दबाने में आता। इसलिए मैं अपने हाथ फिर नीचे खिंच लिए और नैना की नंगी कमर और गाँड को दबाने के मजे लेता रहा। नैना की चुत को मैंने अच्छे से चाट लिया था और फिर नैना ने मुझे रोक दिया। उसने मुझे आँखों की पट्टी अभी नहीं खोलने को बोली क्यों की वो पहले कपड़े पहनना चाह थी। एक अच्छे बच्चे की तरह मैंने उसकी बात मानि क्यों जितनी अच्छी तरह से नैना ने मुझे अपनी चुत चाटने और मुह से चोदने दी थी, इतनी मेरी बीवी प्रेरणा ने भी मुझे नहीं करने दी थी। मै वही बैठा रहा और उसके कुछ मिनट्स बाद मेरी आँखों की पट्टी हिली और नैना ने वो पट्टी खोल दि। मैं नैना की तरफ देख मुस्कुराया और उसको थैंक यू बोल।
नैना भी शर्म से लाल थी। मैंने देखा की नैना के वाइट टॉप से उसके बूब्स का शेप थोड़ा बदल गया हैं और उसके निप्पल भी तीखे दीख रहे है। नैना ने अपना हाथ आगे बढ़ाया और अपना ब्रा मुझे गिफ्ट के तौर पर दिया। नैना ने ब्रा नहीं पहने था इस वजह से उसके निप्पल वाइट टॉप में दीख रहे थे। मैं उसके मुम्मो का शेप अब थोड़ा अच्छी से देख पा रहा था।
नैना: "अगर प्रेरणा ने यह ब्रा और पेंटी देख लिए और पुछ लिया की यह किसके हैं तो क्या बोलोगे?"
पराग: "यह मैं छुपा कर लॉक में रखुंगा।"
कफी टाइम हो गया था और नैना बोली की अब वो जाएगी। मैंने दिल पर पथ्थर रख कर उसको जाने दिया। नैना को छोडने की इतनी तमन्ना थी पर वो सारे अरमाँ मिटटी में मिल गए थे। नैना के जाने के थोड़ी देर बाद प्रेरणा भी मिहिर से अपनी पेंटिंग क्लास लेकर आ गयी थी।
अगली सुबह ऑफिस जाते वक़्त सुबह लिफ्ट का वेट कर रहा था। तभी नैना डस्टबिन लिए अपने फ्लैट से बाहर आयी। मुझे देख वो मुस्कुरायी और गुड मॉर्निंग कहा और मैंने भी उसको गुड मॉर्निंग कहा। वो अब डस्टबिन रखने के लिए झुकने लगी। मुझे पता था की वो मुझे कुछ नहीं दिखाएगी। उसने अपने सीने पर हाथ राख अपने गाउन को चिपका दिया और झुक कर डस्टबिन रखा। डस्टबिन जमीन पर रखते हुए उसने नजरे उठा कर मेरी तरफ देखा और अपना हाथ अपने सीने से हटा दिया। मेरा मुह आस्चर्य से थोड़ा खुल गया। सीने से खुले गाउन से मुझे उसके ब्रा की झलक दिखी और उसके मुम्मो का उभार भी काफी दिखा। मेरी सुबह की अच्छी शुरुआत हुई थी। अब हर रोज सुबह जैसे ही मैं लिफ्ट के पास वेट करता तो सामने नैना डस्टबिन रखने के बहाने आती और झुक कर मुझे अपने क्लीवेज के दर्शन जरूर करवाती। कुछ सप्प्ताह इस तरह निकल गए थे और प्रेरणा ने बताया की इस बीच वो २-३ क्लास मिहिर की अटेंड कर चुकी थी।
माहिने भर बाद एक सैटरडे के छुट्टी के दिन सुबह सुबह मैं किसी के सुबकने की आवाज से उठा। देखा तो प्रेरणा मेरे पास बैठे रो रही थी। मैने उस से रोने का कारण पूछा तो वो सुबकती ही रही और बताने को तैयार नहीं हुयी। मैंने उसको प्यार से शांत किया। फीर प्रेरणा ने बताया की वो प्रेग्नेंट है। मुझे आस्चर्य हुआ और मैंने उसको बोला की हम तो वैसे ही इतना कम चुदाई करते हैं और हमेसा प्रोटेक्शन से करते है। प्रेरणा ने सुबकते हुए बताया की उसको मिहिर ने प्रेग्नेंट किया है। मैं तो बिस्तार पर ही उछल पड़ा। कही वो मजाक तो नहीं कर रही थी। काश वो मजाक होता पर वो सच्चाई थी। प्रेरणा ने मुझे पूरी बात डिटेल में बतायी।
तसवीर बनाने के दूसरे दिन जब मैं ऑफिस गया हुआ था तब प्रेरणा को सही पॉज में बैठाते वक़्त मिहिर ने प्रेरणा को बहुत गलत ढंग से छुआ था। एक दो बार प्रेरणा के बूब्स भी दबा दिए थे। प्रेरणा थोड़ी देर तो सहन करती रही पर फिर उसको भी गड़बड़ लगा तो उसने मिहिर का हाथ पकड़ लिया, पर नैना आ गयी और उसने समझाया की उसकी तस्वीर बनाते वक़्त भी यही हुआ था। चेहरे पर सही एक्सप्रेसन लाने के लिए यह करना होता हैं तो फिर प्रेरणा मान गयी क्यों की नैना वही खड़ी थी।
मिहिर ने ऐसे ऐसे हाथ लगया की प्रेरणा को नशा चढ़ने लगा और उसकी चुत से पानी भी छुट्ने लाग। नैना ने प्रेरणा को पूछा की कही प्रेरणा की चुदने क इच्छा तो नहीं हो राहि। मिहिर वही खड़ा था और नैना ने ऐसी बात उसके सामने बोल दी थी। प्रेरणा को बड़ी शर्म आयी। पर नैना ने समझाया की वो चिंता नहीं करे और उसकी चुदने की इच्छा हैं तो मिहिर हेल्प कर देगा। मिहिर की चुदाई से प्रेरणा के एक्सप्रेशन और अच्छी हो जायेंगे यह कह कर नैना ने प्रेरणा को बहकाया पर प्रेरणा ने साफ़ मना कर दिया।
नैना ने प्रेरणा को उकसाया की कुछ नहीं होगा, चलो बेडरूम में और फिर प्रेरणा को उठा कर बेडरूम में ले गयी। जहा मिहिर भी आ गया। उन दोनों पति पत्नी ने प्रेरणा के नंगे बदन पर छुना शुरू कर दिया। प्रेरणा ने उनको रोकना चहा पर मिहिर ने प्रेरणा की चुत में ऊँगली ड़ाल कर चोदना शुरू किया तो प्रेरणा का कण्ट्रोल ढीला होता गया। नैना फिर बेडरूम से चली गयी और मिहिर ने प्रेरणा को चोद दिया। चुदाई के बाद प्रेरणा को गिलटी फील हुआ और वो रोने लगी तो नैना और मिहिर ने समझाया की यह सब नार्मल हैं और वो चिंता ना करे। मिहिर ने फिर प्रेरणा की तस्वीर बनाना जारी रख। नैना और मिहिर ने प्रेरणा को बोला की वो लोग मुझे इस बारे में कुछ नहीं बतायेंगे और प्रेरणा तस्वीर के बनवाने के लिए अगले दिन भी नार्मल तरिके से आ जाए। तसवीर बनाने के तीसरे दिन तो मैं छुटी लेकर घर पर ही था ताकि नैना के साथ खेल के मजे ले पाउ। मगर उधर मिहिर ने प्रेरणा को एक बार फिर बहला फुसला कर चोदा। प्रेरणा जिस बेंच पर बैठ कर तस्वीर का पॉज दे रही थि, मिहिर ने प्रेरणा को उसी बेंच पर उलटा लेटा कर चोदा था।
|