RE: Free Porn Kahani तस्वीर का रहस्य
(मैने नैना को पीछे घुमाया और उसके पीछे आकर मैंने उसको दोनों हाथों से पेट से पकड़ा और थोड़ा जमीन से ऊपर उठा दिया। नैना की गाँड का हिस्सा मेरे लण्ड के हिस्से से लग गया और पहली बार उसकी गाँड को अपने लण्ड से छुकर मैं थोड़ा कड़ा हो गया। हालांकि बीच में कपड़े जरूर थे पर मजा तो आया।)
नैना: "हां मान लिया की तुम मेरा वजन उठा सकते हो पर अब नीचे राखो, उधर जाना हैं, उनकी पेंटिंग ख़त्म हो गयी होगी"
(मैने नैना को नीचे उतरा मगर उसके पेट को एक हाथ से पकडे रखा और दूसरा हाथ उसके नंगे सीने पर राख, उसके ऑफ शोल्डर टॉप के ठीक उपर।)
नैना: "अभी हम दोनों की शादी हुई नहीं हैं"
मैने अपना हाथ उसके सीने से धीरे धीरे नीचे खिसका रहा था और जल्दी ही उसके टॉप पर आ गया जहा से उसके मुम्मो का उभार शुरू होने वाला था। मैने भी उसको बोल दया की वो मुझसे अपने आप को मेरी पकड़ से छुडवा के बताये। उसने मेरे उस हाथ पर हाथ राख दिया जो उसके पेट पर रखा था। मैन अपना हाथ उसके सीने से थोड़ा और नीचे खिसकाय और मुझे नरम गुड़गुड़ेदार अहसास हुआ। मेरा हाथ अब उसके मुम्मो के उभार के चढ़ाव पर था। नैना जरा सा पीछे हिलती तो उसकी गाँड मेरे लण्ड से टकराती और आगे होती तो मेरे हाथ से उसके बूब्स का थोड़ा उभार दब जात।
नैना: "जल्दी चलो, हमारी शादी हो न हो, पर इतनी देर न हो जाए की उधर मिहिर और प्रेरणा शादी कर ले"
यह कह कर उसने मेरा जो हाथ उसके सीने पर था उसको पकड़ा और अपने से दूर किया। थोड़ी देर और रुक जाती तो शायद मैं उसका पूरा बूब्स भी दबा देता। हम दोनों अब फिर से उसके फ्लैट की तरफ गए। उसके पास छबि तो थी ही तो हम अंदर गए। मिहिर अभी भी कैनवास पर काम कर रहा था। नैना ने मिहिर को पूछा की उसका काम नहीं हुआ क्या और मिहिर ने ५ मिनट्स और मांग। फिर थोड़ी देर बाद मिहिर ने बोला की उसका आज का काम ख़त्म हो गया है। नैना और मैं प्रेरणा की तरफ बढ़े। नैना ने मेरे हाथ में एक टिश्यू पेपर थमा दिया, उसको पता था की मैं वह देखने आया था की प्रेरणा की चुत से फिर पानी निकला की नहीं।
नैना ने प्रेरणा पर वो शाल ड़ाली और उसको पूछा की वो कपड़े पहनने बेडरूममें जायेगी या वाशरूम मे। प्रेरणा ने पहले वाशरूम में जाने को बोली। नैना ने प्रेरणा को पकड़ कर उठाया क्यों की अब तक प्रेरणा के पेअर सो चुके थे। प्रेरणा के उठते ही मैंने देखा की बेंच फिर प्रेरणा की चुत से निकले पानी से थोड़ी गीली थी। नैना ने भी पलट कर बेंच पर लगा गीलापन देखा और मेरी तरफ देख थोड़ा मुस्कुरायी और प्रेरणा को धीरे से लेकर वाशरूम की तरफ ले गयी।
मैने उस टिश्यू पेपर से बेंच पर लगा गीलापन साफ़ किया। नैना प्रेरणा को वाशरूम में छोड़कर मेरी तरफ आयी और मुझसे टिश्यू पेपर माँगा ताकि वो डस्टबिन में फेंक पाए। मिहिर इस बीच दूसरे वाशरूम में चला गया था। मैंने नैना को टिश्यू पेपर दिया और उसकी कलाई पकड़ कर उसको पीछे घुमा दिया और पुछा।
पराग: "अपनी शादी की बात नहीं करनी क्या मिहिर से?"
नैना: "बताया न की मिहिर को ऐसे मजाक समझ ही नहीं आते"
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