RE: Free Porn Kahani तस्वीर का रहस्य
कुछ देर पहले उसको जब छुआ था तो उसने पैंटी पहने हुई थी। नैना जैसे ही सीधी हुई उसने अपना टॉप पकड़ निचे खिसकाया, क्यों की उसको भी फील हुआ था की उसके कपड़े खिसक रहे थे। मगर उसने अपनी एक्सरसाइज जारी रखी और मैं ऐसे ही उसके दीखते गोर बदन को घुरता रहा। थोड़ि देर बाद उसने पलट कर मुझे देख, मैं उस वक़्त उसके बदन को ही घूर रहा था तो उसने मुझसे पूछा की मैं कही बोर तो नहीं हो रहा बैठे बैठे। मेरा ध्यान भंग हुआ, और मैंने उसकी तरफ देख, वो मुस्कुरा रही थी, कही उसने मुझे उसके शारीर को घूरते हुए तो नहीं देख लिया?
मैने उसको कहा की मैं ठीक हूँ और वो अपनी एक्सरसाइज करती रहि। एक तरफ मेरी बीवी प्रेरणा बिना कपड़ो के अप्सरा की तरह पॉज देकर बैठी थी और दूसरी तरफ नैना अपना बदन थोड़ा थोड़ा दिखा मुझे तडपा रही थी। मिहिर अपने काम में लगा था पर मैं देख पा रहा था की वो भी मेरे बीवी प्रेरणा के नंगे बदन को देखने के मजे ले रहा हैं तो फिर मैं क्यों न लु? ईसी तरह एक घंटा बीत गया। नैना की एक्सरसाइज ख़त्म हुई और उसने बोला की अब ब्रेक लेते हैं प्रेरणा भी थक गयी होगी एक ही तरह के पॉज मे।
मिहिर बोला की वो एक फोटो लेगा, ताकि प्रेरणा को फिर से पहले वाले पॉज में ला सक। वो अपना फ़ोन ढूँढ़ने लाग। मुझे लगा की वो मेरी नंगी बीवी का फोटो अपने फ़ोन में लेकर बाद में हस्तमैथुन करेंगा। मै खुद खड़ा हो गया की मैं फोटो लूँगा और प्रेरणा का फोटो ले लिया। मगर मिहिर ने बोला की फोटो तो वो जहा खड़ा हैं उसके एंगल से लेना था। मिहिर के हाथ में अब उसका फ़ोन था। मेरे चेहरे पर डर था और यह बात नैना ने भाप ली। उसने मिहिर को रोका और बोली की प्रेरणा के फ़ोन से ही फोटो लेते है।
मुझे नैना की समझदारी बहुत अच्छी लागी। प्रेरणा के फ़ोन से प्रेरणा का ही नंगा पॉज का फोटो लिया गया। फिर प्रेरणा को नैना ने वो शाल से फिर ढक दिया। एक ही पॉज में बैठे बैठे प्रेरणा का शारीर थोड़ा सुन्न हो गया था तो नैना ने उसको सहारा दिया और वाशरूम में ले गायी। मै उस बेंच के पास ही खड़ा था जहा प्रेरणा बैठी थी। मैंने देखा की जहा प्रेरणा बैठी थी वह थोड़ा गीला हो गया है। वो गीलापन जरूर प्रेरणा की चुत से निकला था। शायद जिस तरह मिहिर ने प्रेरणा की बॉडी को छुआ था और मेरा खुद का लंड खड़ा हो गया था शायद प्रेरणा का भी थोड़ा मूड बन गया होगा।
मिहिर अपनी कैनवास के पास खड़ा था तो मैं उसके सामने वो बेंच का गीलापन पोंछ नहीं सकता था। तभी नैना आ गयी और उसने भी बेंच पर लगा गीलापन देख लिया। मिहिर अब दूसरे वाशरूम की तरफ गया। नैना ने एक टिश्यू पेपर से वो बेंच पर लगा गीलापन पोंछ लिया और मेरी तरफ देख कर मुस्कुरा कर बोली।
नैना: "यह सब नेचुरल हैं, ऐसे में पानी निकल जाता है। मेरी भी जब ऐसी पेंटिंग बानी थी तो मेरे तो इस से भी ज्यादा गीला हुआ था" (मै उसकी बातें सुनकर कर सन्न रह गया। उसने इतनी बड़ी अंदर की बात कितनी आसानी से कह दी थी। वैसे भी मुझे कुछ दिन पहले समझाते हुए उसने बोला था की उसकी सोच बहुत खुली है।
मैने सोचा यही मौका हैं की मैं उसके बेडरूम में लगी उसकी नंगी तस्वीर देख सकता हू। असली में उसको नंगा तो शायद कभी देख न, पाउ तस्वीर में देख कर ही उसके छुपे हुए अंगो को देख लुंगा।)
पराग: "तुम्हारी भी ऐसी तस्वीर बनी हैं?"
नैना: "हॉ, तुम देखना चाहोगे?"
मुझ अन्धे को क्या चहिये, दो आँख़ें। जो बात मैं उसको कहने से डर रहा था वो उसने खुद ही बोल दि। मैंने उसको हां बोल दिया। उसने कहा की वो टिश्यू फेंक कर आएगी और फिर मुझे अपनी तस्वीर दिखाएगी।
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