Maa Sex Kahani माँ को पाने की हसरत
12-09-2019, 01:00 PM,
#26
RE: Maa Sex Kahani माँ को पाने की हसरत
मैने पलंग पे उपर पेट के बल लेटी ताहिरा मौसी को पलंग के किनारें कुतिया बना लिया और सुधिया की गान्ड से निकाला मेरा लिंग ठीक उसकी गान्ड की छेद में घुसाने लगा.....पहले तो गाय की तरह ताहिरा मौसी चीखी फिर उसने पकड़ ढीली छोड़ी गान्ड ने मेरे लिंग को आहिस्ते आहिस्ते अंदर लिया जब देखा कि लिंग पूरा अंदर नही घुस रहा तो वापिस बाहर खींचा और सुधिया की गान्ड में घुसा दिया दोनो औरतों को बारी बारी से मैं इसी मुद्रा में चोदता गया...

जिसकी गान्ड के भीतर लंड पेलता वो औरत दहाड़ उठती....ऐसा करते करते ताहिरा मौसी की गान्ड पूरी खुल गयी बार लिंग को घुसाने फिर वापिस झट से अंदर डालने से....अब उनकी गान्ड के भीतर तक मैं अपना लंड घुसा सकता था...अब धक्का पेलना शुरू किया और थपाथप ताहिरा मौसी की गान्ड चोदने लगा....

सुधिया काकी को अपनी गान्ड चुदाई के लिए तोड़ा इन्तिजार करना पड़ा क्यूंकी ताहिरा से निपटा नही था.....कुछ देर बाद सुधिया काकी की गान्ड की बारी आई और उसे भी चौड़ा करते हुए मेरा लिंग पूरा मज़ा दे रहा था...उसे तो बेदर्द धक्के मारें...उसकी गान्ड का पूरा मुरब्बा बना दिया साली की 39 के नितंब कैसे बाउन्स हो रहे थे जिनको हाथो से मसल्ते हुए मैं चोद रहा था...

साली बुढ़िया थक के जब चूर होके निढाल पर गयी तब मैं बिस्तर पे चढ़ा और ताहिरा की गान्ड मारने लगा....ताहिरा मौसी प्यार से चुदवा रही थी उसके बालों को पकड़के मैं धक्के पेल रहा था....जब स्खलन का वक़्त नज़दीक आ गया तो मैने दोनो औरतों को उठाया

दोनो के चेहरे को आपस में सटा दिया और अपना लंड उनके मुँह के उपर ही रगड़ने लगा दोनो बारी बारी से मेरा लिंग निरोधक हटा कर चुस्सने लगी....ताहिरा मौसी सेक्स में इतनी मशगूल हो गयी कि कामवाली के मुँह से निकला लंड वो अपने मुँह में लेके चुस्स रही थी...फिर सुधिया काकी ने अपने मुँह में लंड लेके चुस्सना जारी रखा फिर ताहिरा मौसी ने लपक के अपने मुँह में लेके उसे बड़े प्यार से चूमते हुए चूसा....लगभग दो रंडियो की एक साथ चुदाई की थी मैने...

सुधिया : बेटा मुँह में झड जा बार बार ताहिरा की चूत और गान्ड में डालेगा तो उसे बीमारी हो जाएगी वैसे भी उसका ऑपरेशन हुआ है ना या तो मेरे अंदर फारिग हो ले

आदम : नही काकी आप लोग मेरी मुट्ठी मारके निकलवा लो

ताहिरा और सुधिया ने बड़े बेदर्दी से मुट्ठी मारनी मेरे लंड की शुरू की अपने हाथो से उसके कुछ ही पल में मैं झरने लगा....और दोनो के मुँह में ही झड गया दोनो ने मेरे गाढ़े वीर्य को चख लिया और तब जाके शांत हुई

ताहिरा : म्म्म्मम वाक़ई काकी इसका वीर्य तो कितना चिपचिपा और गाढ़ा हो गया है किसी औरत के अंदर 2 दिन ही डाले तो उसे गर्भ ठहर जाए

सुधिया : देखा वैद्य जी ने इसके लंड को पूरा फौलाद बना दिया देख तो इसके अंडकोष कैसे अमरूद की तरह लटक रहे है

हम तीनो हँसने लगे दोनो औरतों ने अपना चेहरा सॉफ किया....सुधिया काकी कपड़े पहन्के चली गयी....ताहिरा मौसी को रोक लिया पर उसका पति घर आके कालेश मचा रहा था इसलिए उसे रात गये घर जाने देना पड़ा वरना पूरी रात उसे चोदता....सुबह जब कॉल किया उसकी हालत जानने को तो मौसी को दिन में दर्द उठने लगा था उसकी पहली बार इतने मोटे लंबे लिंग से भीषण चुदाई जो हुई थी उसने गरम पानी में कपड़े डालके अपनी सूजी चूत को सैका था पूरी रात

इसके बाद मेरा कॉन्फिडेन्स लेवेल काफ़ी हद्तक बढ़ गया और मुझमें आतमविश्वास जाग गया कि अब मैं किसी की भी चूत और गान्ड आसानी से घंटो तक चुदाई करके फाड़ सकता हूँ....लेकिन थरक की आग कहाँ भुजती है एक से ख़तम होती है दूसरी पे शुरू हो जाती है...मेरा भी वोई हाल था....और इस बीच मेरे ज़हन में फिर रूपाली भाभी की सोच उमड़ आई

सवेरे सवेरे माँ के कॉल ने नींद तोड़ी….मैं अपनी आँखो को मसल्ते हुए फोन पे आया कॉलिंग नेम को देखते हुए उठ बैठा..और एक हापी छोड़ता हुआ कान में फोन लगा लिया

आदम : हेलो ?

अंजुम : हां बेटा कैसा है? (पिछले हफ्ते की तरह माँ आज गुस्सा नही थी जब हमारे बीच उस वक़्त झगड़ा हुआ था)

आदम : ठीक हूँ तुम कैसी हो?

अंजुम : तेरे जाने के बाद कैसे ठीक रह सकती हूँ (आदम हापी छोड़ने लगा जैसे उसे अपने माँ की फीलिंग्स में कोई इंटेरेस्ट ना हो पर वो सुनें जा रहा था)

आदम : ह्म नही मैं भी सोकर उठा हूँ

अंजुम : इतनी दोपहर में

आदम : हां वो कल रात सप्लाइ ऑफीस के काम से सप्लाइ देने टाउन से थोड़ा आउट जाना पड़ा था सो (कैसे कहता बेटा अपनी माँ से कि पूरी शाम तो सुधिया काकी और ताहिरा की चूत मारी फिर रात को 1 बजे तक तो चुदाई का कार्यक्रम निपटा वो तब सो पाया था उपर से ताहिरा काकी को आधे रास्ते छोड़ने भी देर रात गये मौसा के चक्कर में जाना पड़ा)

अंजुम : देख तू अकेले रह रहा है इसका यह मतलब नही? कि अब भी तू अपने वोई रुटीन में उठे 12 बज चुके है जल्दी नाश्ता करके फारिग हो जा क्या आज भी जाना है ऑफीस?

आदम : नही मालिक का कॉल आते ही निकल पड़ूँगा फिलहाल उनको कह दिया था कि थोड़ी तबीयत ठीक नही

अंजुम : देख आदम मुझे तेरा वहाँ यूँ अकेले रहके काम करना अच्छा नही लगता तू खामोखाः इतनी मेहनत कर रहा है वहाँ पे

आदम : देख माँ अगर तेरा वोई लेक्चर है कि मैं दिल्ली आके रहूं तो मैं रहने से रहा …मैने जो ज़िल्लत दिल्ली में झेली है वो यहाँ नही है अब बाबूजी की वहाँ प्रेस्टीजियस नौकरी है तो मुझे क्या? बी.ए करके सरकारी नौकरी के आवेदन में गान्ड घिसने से तो अच्छा है कि यहाँ आराम से जियु और रहूं (दिल में तो ये भी था कि कहने को कि अयाशी भी करू)

अंजुम : ठीक है ठीक है तू जहाँ रहना चाहता है रह पर अगर कल को तू बीमार हुआ तो फिर कौन आएगा देखने? मैं जानती हूँ तू तेरे बाबूजी के साथ रहना नही चाहता…और तुझे दिल्ली में रहने का कोई मन नही पर वहाँ की भी औरतों से बचे रहना

आदम : तो यही कहने के लिए मुझे फोन किया है कि यहाँ कहीं आपका बेटा रंडीखाने तो नही जाने लगा यही सोच है आपकी कि आपका बेटा इस हद तक गिर गया कि रंडियो की चूत मार रहा है….वाह माँ अगर ऐसा होता तो अब तक किसी लड़की को यहाँ पे पटाता शहवत पूरी करता और दिल्ली लेके आता और तुमको बाबूजी को दिखा देता कि देखो यह है मैं जिससे शादी करना चाहता हूँ लेकिन मेरे अंदर शादी वादी जैसे चूतिया ख़यालात नही है…मैं अपनी ज़िंदगी सुख और शांति से जीना चाहता हूँ मुझे जीने दो

अंजुम : देख बेटा तुझे इतना गुस्सा होने की ज़रूरत नही जो तेरे मन में आए कर बस मैं जब तक ज़िंदा हूँ तेरी खबर तो लेती रहूगी लेकिन मैं तेरे अच्छे के लिए कह रही हूँ वहाँ काफ़ी लोगो को डाइयबिटीस शुगर और ज़्यादातर एड्स की बीमारी तक हो जाती है इसलिए तुझसे कहा तू वहाँ की गंदी औरतों को मुझसे ज़्यादा नही जानता अगर तू दिल्ली ना आना चाहे मत आ पर प्लीज़ माइंड ठंडा रख

आदम : आइ आम सॉरी माँ शायद गुस्से में मैं मैं बहुत कुछ कह गया पर आप ही देखो कहाँ मैं दिल्ली जैसे बड़े शहर में बचपन से लेके बड़े होने तक बेज़्ज़त होता रहा किसी ना किसी का मज़ाक बनता रहा उसी टेन्षन से निजात पाने अपने गाओं आया और मुझे यहाँ अपने होमटाउन में बहुत चैन मिलने लगा है

आइ नो आप यहाँ आना पसंद नही करती पर मैं आपसे यही कहूँगा कि मुझे दिल्ली आने के लिए राज़ी मत करना ना मुझे यहाँ की चूत चाहिए ना मुझे दिल्ली की सड़ी हुई उन मोटी गान्ड वाली पंजाबिनों की चूत चाहिए ना बोलने की उनको तमीज़ है और ना ढंग की शकल बस ऐसा लगता है जैसे कोई गोरी दो टाँगो वाली देसी गाय हो जो अँग्रेज़ की तरह स्टाइल ज़रूर झाड़ रही है पर उमर होते होते बुढ़िया भी हो जाती है और माँस भी जैसे झुलस जाता है…

अंजुम : बस बस तुझे कौन कह रहा है दिल्ली आके यहाँ की लड़कियो से मतलब रख तू वही रह चल तू जब ठंडा हो जाए तब कॉल करूँगी तू खा पी ढंग से और शांति से रह

आदम : अच्छा माँ बाबूजी कैसे है?

अंजुम : बस तेरी ही फिकर लगी रहती है उनको

आदम ने कोई जवाब नही दिया…अंजुम ने कुछ देर बात की और कहा कि वो फिर फोन करेगी इतना बोलके उसने फोन काट दिया….यक़ीनन आदम और माँ दोस्त जैसे थे इसलिए आदम के मुँह में कोई ब्रेक नही था वो खुल्लम खुल्ला चूत गान्ड गंदी गाली तक माँ के सामने बोल देता था…वो इतना ज़िद्दी और हालात की वजह से कट्टर हो गया था कि वो माँ तक को अपनी एक बार गुस्से में कुतिया तक बोल चुका था हालाँकि बाद में उसे इस बात का बड़ा दुख भी हुआ था….उधर अंजुम को अपने बेटे की फिकर होने लगी थी …जैसे आदम का दिल्ली में मन नही लगता था..वैसे ही अंजुम को भी अपना ससुराल पसंद नही था और ना ही वो जगह…कारण बहुत सी मज़बूरिया दुख दर्द तक़लीफ़ लोगो से मिले सितम थे जो उसे बचपन से यानी आदम के ननिहाल से झेलने को मिले थे….उसे लगता था दिल्ली में उन्हें और उनके पति और सबकुछ मिला है इसलिए वो ये जगह ना छोड़े…पर वहीं आदम जिसे लगता था उसे उसके होमटाउन से पूरा सपोर्ट मिला यही वजह थी वो अब चाह के भी दिल्ली नही आना चाहता था…

हालाँकि पिता जी किराए के घर में बसर कर रहे थे कभी भी नौकरी छूटने का डर था और नौकरी छूटी या बाबूजी आगे काम ना कर पाते तो माँ को तो वापिस होमटाउन ही आना पड़ता….पर वो इसके खिलाफ थी पर अब धीरे बेटे के बिना वो टूट रही थी कमज़ोर पड़ रही थी…उसका बेटा दिल्ली हरगिज़ से हरगिज़ नही आने वाला था….इसलिए उसने भगवान भरोसे ये फ़ैसला छोड़ दिया था कि आगे जो होगा देखा जाएगा?
Reply


Messages In This Thread
RE: Maa Sex Kahani माँ को पाने की हसरत - by sexstories - 12-09-2019, 01:00 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,489,987 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 543,176 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,227,377 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 928,299 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,647,575 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,075,192 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,941,751 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,026,594 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,020,458 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 283,830 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 13 Guest(s)