non veg kahani एक नया संसार
11-24-2019, 12:51 PM,
RE: non veg kahani एक नया संसार
"ओह इसका मतलब उन लोगों को पता था कि तुम्हें देर सवेर ये पता चल ही जाएगा कि विराज मुम्बई से आने के बाद पवन के घर पर ही ठहरा था।" प्रतिमा ने सोचने वाले भाव से कहा___"इस लिए, इससे पहले कि उन लोगों तक तुम्हारे आदमी पहुॅचें वो पहले ही वहाॅ से कूच कर गए। ख़ैर, अब तो तुम्हें यकीन आ गया न कि विराज ने ही ये सब किया है?"

"वो सब तो ठीक है डियर।" अजय सिंह के चेहरे पर गहन सोच के भाव थे, बोला___"मैंने मान लिया कि ये सब विराज ने ही किया होगा। मगर सोचने वाली बात है कि ये सब उसने कितना शातिराना ढंग से किया है। पवन और उसकी माॅ बहन को वो वहाॅ से एम्बूलेन्स जैसे वाहन से ले गया। कोई सोच भी नहीं सकता कि एम्बूलेन्स के अंदर कोई मरीज़ नहीं बल्कि ये सब मौजूद हो सकते हैं। मगर यहाॅ पर दो चीज़ें हैं जो समझ में नहीं आ रहीं।"

"कौन सी दो चीज़ें डैड?" शिवा ने चकित भाव से पूॅछा था।
"पहली चीज़ ये कि विराज के पास एम्बूलेन्स कहाॅ से आई?" अजय सिंह ने कहा___"साधारणरूप से यहाॅ पर उसके लिए एम्बूलेन्स का मिलना असंभव नहीं तो नामुमकिन बात तो है ही। दूसरी चीज़ ये कि एम्बूलेन्स के आगे जो जीप थी वो किसकी थी और उसमें कौन बैठा था? ये बात मेरे आदमी को पूछने पर भी किसी ने नहीं बताई कि उस जीप पर कौन कौन बैठा हुआ था? इसका मतलब तो यही हुआ कि पवन सिंह के अलावा भी कोई और है जो विराज की मदद कर रहा है।"

"विराज को एम्बूलेन्स कैसे मिल गई ये तो चलो साधारण बात हो सकती है।" प्रतिमा ने भी मानो अपने दिमाग़ के घोड़े दौड़ाए___"हो सकता है कि उसने ज्यादा पैसे देकर एम्बूलेन्स का जुगाड़ कर लिया होगा। मगर सोचने वाली बात तो उस जीप की है। यकीनन ये एक नया प्वाइंट है अजय। तुमने सही पकड़ा। पवन के अलावा भी कोई है जो इस समय विराज की मदद कर रहा है। पर कौन हो सकता है ऐसा ब्यक्ति? इस गाॅव में ऐसा कौन है जिसके पास खुद की जीप हो सकती है?"

"तुम्हारा मतलब है कि इस गाॅव में जिसके पास खुद की जीप होगी।" अजय सिंह ने चौंकते हुए कहा___"वही विराज की मदद कर रहा है?"
"हाॅ बिलकुल।" प्रतिमा ने झट से कहा___"क्या ऐसा नहीं हो सकता?"

"हो तो सकता है डियर।" अजय सिंह ने कहा___"मगर ये भी तो हो सकता है कि विराज ने वो जीप किराये पर हायर की हुई हो।"
"अगर विराज को अलग से कोई जीप हायर ही करना था तो पवन और उसकी माॅ बहन के साथ खुद भी एम्बूलेन्स से इस गाॅव से निकलने की क्या ज़रूरत थी?" प्रतिमा एक ही साॅस में कहती चली गई___"या तो वो किराये पर ली गई जीप से ही सबको साथ ले जाता या फिर सिर्फ एम्बूलेन्स के द्वारा ही सबको यहाॅ से ले जाता। दो अलग अलग वाहन साथ में रखने का क्या मतलब हो सकता है?"

"बात तो तुम्हारी सही है डियर।" अजय सिंह ने कहा___"मेरे आदमी ने बताया कि विराज सबको लेकर एम्बूलेन्स में ही बैठ गया था, ऐसा मेरे आदमी के पूछने पर कुछ लोगों ने उसे बताया है। जबकि दूसरी जीप में कौन बैठा था ये पता नहीं चला। इसका मतलब शायद ये भी हो सकता है कि पवन के अलावा जो दूसरा ब्यक्ति विराज की मदद कर रहा है वही उस जीप में था। एम्बूलेन्स के आगे आगे चलने का भी यही मतलब हो सकता है कि वो विराज एण्ड पार्टी को सुरक्षापूर्वक गाॅव से बाहर निकाल देना चाहता था। अब सवाल ये है कि वो जीप वाला दूसरा ब्यक्ति विराज एण्ड पार्टी को लेकर कहाॅ गया हो सकता है? शहर या फिर अपनी ही किसी सुरक्षित जगह पर?"

"सवाल तो ये भी है अजय कि विराज मुम्बई से यहाॅ आया किस लिए था?" प्रतिमा ने कहा___"यहाॅ पर उसका ऐसा क्या ज़रूरी काम था जिसके लिए उसने अपनी जान को भी ख़तरे में डाल दिया? विराज की माॅ गौरी ने उसे यहाॅ आने की इजाज़त कैसे दे दी होगी उसको?"

"संभव है कि वो अभय के बीवी बच्चों को लेने यहाॅ आया हो।" अजय सिंह ने संभावना ब्यक्त की थी।
"अगर उसके आने की यही वजह थी तो वो यहाॅ नहीं बल्कि सीधा अभय की ससुराल जाता।" प्रतिमा ने कहा___"करुणा तो अपने बच्चों के साथ अपने मायके में ही है। विराज सीधा वहीं जाता, और हमें उसके आने का पता भी नहीं चल पाता। मगर ऐसा हुआ नहीं बल्कि वो यहीं आया है। इसका मतलब यही हुआ कि वो जिस किसी भी काम से यहाॅ आया था वो कोई दूसरा ही काम था।"

"अब इसका पता तो खुद विराज ही बता सकता था या फिर उसका दोस्त पवन।" अजय सिंह ने एक नया शिगार सुलगाते हुए कहा___"मेरे आदमी उनकी खोज में लगे हैं। देखते हैं क्या नतीजा सामने आता है? ख़ैर, तब तक हम डिबेट को आगे बढ़ाते हैं।"

"अब कैसी डिबेट अजय?" प्रतिमा के माथे पर बल पड़ता चला गया___"ये बात तो क्लियर हो ही गई न उस सबमें विराज का ही हाॅथ था। उसने ही अपने दोस्त की मदद से वो सब किया था। फिर अब किस बात की डिबेट?"

"अभी तो बहुत कुछ बाॅकी है माई डियर।" अजय सिंह ने शिगार का गहरा कश लिया, बोला___"विचार विमर्ष के लिए और भी कई बातें शेष हैं।"
"अब और क्या बातें शेष हैं?" प्रतिमा ने पूछा।
"अभी तो एक सवाल ऐसा भी है डियर जिसे हम इग्नोर नहीं कर सकते।" अजय सिंह बोला___"जैसा कि हमारी डिबेट पर ये नतीजा निकला कि फैक्ट्री में आग विराज ने ही लगाई या लगवाई हो सकती है। इसमें भी दो बातें हैं, पहली ये कि क्या विराज को ये भी पता था कि फैक्ट्री में कोई गुप्त तहखाना है जिसके अंदर ग़ैर कानूनी चीज़ों का ज़खीरा मौजूद है? अगर हाॅ तो, क्या उसी ने उस ग़ैर कानूनी ज़खीरे को गायब किया या करवाया? या फिर दूसरी बात ये कि इस सबमें किसी और का भी हाॅथ था? क्योंकि सवाल इसी से निकल रहा है कि विराज को ये बात कैसे पता चली कि फैक्ट्री के अंदर कोई गुप्त तहखाना है जिसके अंदर मेरी ग़ैर कानूनी चीज़ें मौजूद हैं?"

"तुम कहना क्या चाहते हो अजय?" प्रतिमा ने उलझनपूर्ण भाव से पूछा था।
"बहुत साफ बात है डियर।" अजय सिंह ने कहा__"अगर ये मान कर चलें कि विराज मुझसे बदला लेना चाहता है तो उस सूरत में वो मेरी फैक्ट्री में यकीनन आग लगा सकता है और उस आग में फैक्ट्री के अंदर का सब कुछ जल कर ख़ाक़ में मिल जाएगा। उसे इस बात से कोई मतलब नहीं होगा कि इस सबमें मेरा क्या क्या और कितना नुकसान हो जाएगा? बदला लेने के रूप में ये एक नेचुरल बात हो गई। मगर, तहखाने से उन सब चीज़ों के गायब हो जाने से एक नई और सोचपूर्ण बात सामने आती है कि विराज ने उस सबको क्यों गायब किया और उस सबके बारे में उसे पता कैसे चला? मतलब साफ है डियर कि विराज को इस बात का अच्छी तरह से पता था कि फैक्ट्री के अंदर एक गुप्त तहखाना है और उस तहखाने के अंदर मेरी एक ग़ैर कानूनी दुनियाॅ मौजूद है। अब सवाल ये उठता है कि विराज को इस सबका कैसे पता था? क्योंकि वो तो कभी फैक्ट्री गया ही नहीं था, दूसरी बात वो मौजूदा वक्त में यहाॅ था भी नहीं तो कैसे उसे इतनी गुप्त बात का पता चल गया? इसका मतलब तो यही हुआ कि कोई ऐसा ब्यक्ति उसे मिला जिसने उसे फैक्ट्री के अंदर की इतनी बड़ी गुप्त बात बताई। वरना क्या उसे कोई ख़्वाब चमका था जिसमें उसने ये सब देख लिया होगा?"

"यकीनन तुम्हारी इस बात में प्वाइंट है।" प्रतिमा ने प्रभावित होने वाले भाव से कहा___"ये एक ज़बरदस्त प्वाइंट है अजय। फैक्ट्री में आग लगने वाले हादसे की कड़ियाॅ ऐसी हो सकती हैं____ विराज को सब कुछ पहले से ही किसी के द्वारा पता चल चुका था कि फैक्ट्री के अंदर मौजूद तहखाने में तुम्हारे द्वारा ग़ैर कानूनी धंधा भी किया जाता है। इस लिए उसने उस हिसाब से ही प्लान बनाया। मतलब ये कि फैक्ट्री में आग लगाने से पहले ही उसने तहखाने से वो सब चीज़ें निकाल कर अपने कब्जे में की, उसके बाद उसने तहखाने में टाइम बम फिट किया। कुछ टाइम बम उसने फैक्ट्री के अंदर उन जगहों पर भी फिट किये जहाॅ पर कपड़ों का स्टाॅक था और मशीनें थी। सारे टाइम बमों के फटने का टाइम एक ही था। सारी क्रिया करने के बाद वो फैक्ट्री के अंदर से बड़ी ही आसानी से बाहर निकल गया। उसके बाद क्या हुआ ये सबको पता ही है।"

"बिलकुल यही हुआ था।" अजय सिंह ने कहा___"अब सवाल यही है कि ऐसा वो कौन शख्स था जिसने विराज को तहखाने से संबंधित जानकारी दी? तहखाने के बारे में मेरे अलावा किसी को भी पता नहीं था। इस बात के पता होने का तो सवाल ही नहीं उठता कि उसके अंदर क्या मौजूद है।"

"कोई तो ऐसा ब्यक्ति ज़रूर था अजय।" प्रतिमा ने सोचने वाले भाव से कहा___"जिसने विराज को इतनी बड़ी गुप्त जानकारी दी। एक मिनट अजय.......जिस दिन फैक्ट्री में वो हादसा हुआ था उसी दिन या रात को तुम्हारा भूतपूर्व पार्टनर विदेश जाने के लिए प्लेन में बैठा था। एक बार इस बारे में फिर से सोचो डियर, क्या ऐसा नहीं हो सकता कि सक्सेना को पता चल गया हो कि फैक्ट्री के अंदर तहखाना भी है और उस तहखाने में तुम क्या धंधा करते हो? ऐसा बिलकुल हो सकता है अजय, सक्सेना के पास दूसरी कोई ठोस वजह नहीं थी यहाॅ से रफूचक्कर हो जाने की। वो तो तुम्हारा जिगरी यार भी था, ऐसा जिगरी कि उससे हमारे बड़े गहरे संबंध थे। उसकी बीवी तौम्हारे नीचे और तुम्हारी ये बीवी यानी कि मैं उसके नीचे। हम सब एक साथ कितना इन सबमें एन्ज्वाय करते थे। ऐसे मज़ेदार रिश्तों को अनायास ही छोंड़ कर विदेश चले जाने का दूसरा और क्या मतलब हो सकता है भला?"

"तुम ये कहना चाहती हो कि सक्सेना को फैक्ट्री के अंदर मौजूद तहखाने से संबंधित सबकुछ पता था।" अजय सिंह बोला___"उसके बाद वो मुझसे पीछा छुड़ाने के लिए कोई जुगत लगाने लगा। और फिर संयोग से उसकी मुलाक़ात विराज से हुई। उसने विराज को सब कुछ बता दिया और फिर वह मुझसे अपना हिसाब किताब करके यहाॅ से रफूचक्कर हो गया?"

"मेरा मतलब यकीनन यही है डियर हस्बैण्ड मगर इसमें बात इस तरह नहीं हुई जैसी कि तुमने सोच कर बयां की है।" प्रतिमा ने कहा___"बल्कि ऐसी हुई है, मेरी थ्योरी ये है ____विराज को तुमसे किसी भी तरह से बदला लेना था ये एक सच बात है। मगर उसने सोचा कि तुमसे अपना बदला लेने की उसमें क्षमता नहीं है। इस लिए उसने दिमाग़ लगाया। उसने तुमको अंदर से कमज़ोर करने का प्लान बनाया। सबसे पहले उसने अपनी बहन के साथ मिल कर विदेशी बिजनेस मैन का गेटअप बनाया और फिर तुमसे वो डील की। बाद में डिलीवरी के वक्त वो गायब हो गया। इसका नतीजा ये हुआ कि भारी मात्रा में तैयार किया गया कपड़ा बिक नहीं पाया और जो तुमने उसे तैयार करवाने में पैसा लगाया वो वसूल नहीं हो पाया। इससे तुम्हें काफी नुकसान हुआ। इसका एक नुकसान ये भी हुआ कि बिजनेस के क्षेत्र में इस तरह किसी विदेशी के हाॅथों धोखा खा जाने से तुम्हारी रेपुटेशन पर इसका बुरा असर पड़ गया। उसके बाद फैक्ट्री में आग लग जाने से जो भारी नुकसान हुआ उससे तुम पूरी तरह हिल गए। इतना कुछ होने के बाद भी तुम ये नहीं समझ पाए कि ये सब तुम्हारे क्यों और कौन कर रहा है? मगर विराज ने अपनी तरफ से तुम्हारे लिए एक क्लू भी छोंड़ा, वो क्लू ये था कि तहखाने के अंदर से उसने तुम्हारी सारी ग़ैर कानूनी चीज़ें गायब कर दी। यहाॅ उसने तुम्हें ये जता दिया कि ऐसा कैसे और कौन कर सकता है? ये अलग बात है कि ये बात तुम आज समझे हो। ख़ैर, इस बार तो वो खुद ही यहाॅ आया और तुम्हारे इतने सारे आदमियों को आश्चर्यजनक रूप से पता नहीं कहाॅ और कैसे गायब कर दिया?"

"ओह वैरी गुड।" अजय सिंह मुस्कुराया___"यकीनन इस थ्यौरी में दम है डियर। अब ये भी बता दो कि विराज ने तहखाने से मेरी वो सब ग़ैर कानूनी चीज़ें क्यों गायब की? उनसे उसे क्या फायदा हो सकता है भला?"
"कमाल करते हो अजय।" प्रतिमा चौंकी___"इतनी सी बात का मतलब पूछते हो मुझसे। खुद सोचो कि विराज ने वो सब क्यों गायब किया होगा? सीधी सी बात है अजय, वो सब चीज़ें तुम्हारे काले कारनामों का पुख्ता सबूत हैं। विराज अगर चाहे तो आज तुम्हें उन सब चीज़ों के आधार पर जेल पहुॅचवा सकता है। तुम्हें ये बताने की ज़रूरत नहीं है कि ग़ैर कानूनी धंधा करने के जुर्म में कानून तुम्हें कितनी बड़ी सज़ा सुना सकता है? कहने का मतलब ये कि तुम्हारी स्वतंत्रता विराज के हाॅथों में है। वो अगर चाहे तो तुम कानून की गिरफ्त से दूर रहोगे और अगर वो चाहे तो आज इसी वक्त तुम कानून के शिकंजे में फॅस जाओ। मगर चूॅकि अब तक उसने ऐसा कुछ नहीं किया है इस लिए अभी तुम कानून की पहुॅच से बाहर हो। मगर इसका मतलब ये नहीं है भविष्य में भी ऐसा ही रहेगा। संभव है कि विराज किसी ऐसे वक्त पर ये सब करे जब उसे लगे कि यही सही वक्त है। दैट्स इट।"
Reply


Messages In This Thread
RE: non veg kahani एक नया संसार - by sexstories - 11-24-2019, 12:51 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,465,275 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 540,399 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,217,629 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 920,785 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,632,598 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,063,940 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,922,265 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,961,868 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,995,050 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 281,467 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 5 Guest(s)