RE: Indian Porn Kahani शरीफ़ या कमीना
मैं उठा और उसके टाँग खोलकर उसके जाँघ के बीच में अपना सर घुसा दिया। बब्ली की चूत का वो इलाका अभी पसीने और नमी के कारण गजब का गंध दे रहा था। ऐसे तो उसको कोई भी दुर्गंध ही कहेगा पर जब लड़की चोदनी हो तो उस लडकी की चूत से ज्यादा स्वादिष्ट और खूश्बूदार कस्तुरी भी नहीं होता। मैं उसकी बूर को अपना जीभ पूरा फ़ैला कर जोर-जोर से चाटने लगा था, नीचे से ऊपर उसकी झाँट के गुच्छे तक। मैं उसकी बूर पर ढेर सारा थूक निकाल दिया और फ़िर खुब चुभला-चुभला कर उसकी बूर को चूसने-चाटने लगा। बब्ली अब कराहने लगी थी और कभी अपनी कमर, कभी टाँग तो कभी अपनी सर इधर-ऊधर घुमा रही थी। बब्लू उस समय अपनी बहन की चूचियों से खेल रहा था, कभी मसलता, कभी दबाता, कभी चूसता तो कभी चुभलाता। हम दोनों दोस्त मिलकर उसके पोर-पोर को चूम और चाट कर करीब दस मिनट में ही पूरा गर्मा दिये थे। वो अब बेदम हो गई थी और जोर-जोर से गाली देते हुए हमें चोदने के लिए आमंत्रित करने लगी थी।
बब्ली: आह्ह्ह्ह्ह्ह मादरचोद,,, साले, चोद अब मेरी बूर.... आह। साले ठरकी.... अब ज्यादा मत तड़पा रे कुतवा सब। चोद साले
मेरी बूर। फ़ाड दो मेरी बूर..... ओह मेरे राजा....आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह अब आ जओ ऊपर.... ऊऊऊओम्म्म्म्म्म्म्म
उसके मुँह से जो आवाज निकल रही थी, लग रहा था कि वो अब रो देगी। काम-वासना उसपर आज सब्से ज्यादा चढ़ी हुई दिख रही थी, और तब मैंने बब्लू को इशारा किया तो उसने मुझे पहले चोदने के लिए इशारा कर दिया। मैं अब उठा और उसके घुटनों को पकड कर दोनों तरफ़ फ़ैलाते हुए उसकी कसी बूर की फ़ाँक को खोल दिया पूरी तरह। बब्लू अब उसके एक तरफ़ बैठ कर उसकी चूचियों को सहलाते हुए अपने दूसरे हाथ से अपनी बहन का चूत खोलते हुए बोला।
बब्लू: आ जा मेरे यार, चोद दो मेरी प्यारी बहना को। बेचारी बहुत मचल रही है।
बब्ली: आह.... बहुत अच्छा भैया, ऐसे ही अपनी बहन को रोज चुदवाया कीजिए। आप दुनिया के सबसे अच्छे भैया है।
मै: थैंक्स दोस्त.... ऐसे ही बब्ली की बूर के होठ खोले रखो, अभी तुम्हारी बहन की बूर में अपना लन्ड पेलता हूँ।
अपने हाथ से अपने लन्ड को पकड़ कर बब्ली की खुली हुई बूर के मुहाने पर उसको भिरा कर मैंने धीरे-धीरे अपना लन्ड उसकी बूर में जड तक पेल दिया और कहा।
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