Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
10-07-2019, 12:32 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
अब मैं उठा और सलवार को खीच लिया और साइड मे रख दिया महक पूरी तरह से नंगी मेरी आँखो के सामने थी उसने अपने आप को समेट सा लिया शरम के मारे तो मैने भी जल्दी से अपने कपड़ो को जिस्म से जुदा कर दिया महक अपनी आँखे बंद किए छुई-मुई सी बैठी थी मैं उसके पास गया और उसके हाथ को अपने मचलते हुवे लंड पर रख दिया तो उसने उसको हल्का सा दबा दिया



मैने कहा इसको अपने कोमल कोमल हाथो से सहलाओ तो महक अपना हाथ मेरे लंड पर फिराने लगी मुझे बड़ा ही अच्छा लग रहा था कुछ दर तक ऐसे ही करने के बाद मैने उसको अपनी जाँघो पर बिठा लिया और उस के लबों का फिर से शिकार करने लगा महक जाँघो से थोड़ा सा उपर को सरक आई तो मेरा लंड उसकी गान्ड की दरार से रगड़ खाने लगा दो जिस्मो की गर्मी मिली तो करंट की तरंगे उठने लगी



मैं उसके निचले होठ को चबाए जा रहा था उसको हल्का हल्का सा दर्द भी हो रहा था पर वो अपनी गोरी बाहें मेरे गले मे डाले बस उस पल को जैसे जी रही थी मैं अपने हाथो से उसकी पीठ और निचले हिस्से को सहलाए जा रहा था उसके चेहरे का नूर जैसे अब चमकने को ही था मुझ पर भी उसकी रवानी अब हद से ज़्यादा चढ़ने लगी थी



मैने उसको बेड पर घोड़ी बना दिया और उसके मोटे मोटे चौड़े कुल्हो पर अपनी जीभ फिराने लगा महक आहें भरने लगी मैं उसकी पीठ उसके कुल्हो और मोटी मोटी जाँघो के कुछ हिस्से को लगातार चाटे जा रहा था मेरा थूक से उसके चूतड़ बेहद ही चिकने चिकने हो गये थे फिर मैने उसके कुल्हो को थोड़ा सा फैलाया तो उसकी चूत के दर्शन किए हल्के हल्के घुंघराले बालो से धकि



बड़ी ही खूब सूरत सी चूत थी उसकी मैने अपनी उंगलियो से उसकी फांको को फैलाया तो अंदर से गुलाबी हिस्सा बड़ा ही मनमोहक सा लगा मुझे और उपर से जो काले बालो की घटा छाई थी उस ने उसकी सुंदरता मे चार चाँद लगा दिए थे मुझ से रुका ही नही गया तो मैने अपनी एक उगली चूत के छेद पर रखी तो वो एक पल मे ही महक के रस से भीग गयी



मैं अपनी उंगली को अंदर बाहर करने लगा तो महक हल्की हल्की सिसकारिया लेने लगी अब मैं एक हाथ से उसके उभारों को दबाए जा रहा था और दूसरे हाथ से चूत मे उंगली कर रहा था महक का शरीर किसी गरम भट्टी की तरह से सुलग रहा था उसकी आँखे वासना के ज्वर से लाल सुर्ख हो गयी थी जैसे किसी नशे से भरी हुवी बोतल हो वो



अब वो भी पूरी तरह से गरम हो गयी थी तो शर्मो हया सब कही खो सी गयी थी वो भी अपने हुस्न का जाम आज मुझे पिलाने को आतुर हो गयी थी तो मैने उसको पटका और उसके कुल्हो के नीचे तकिया लगाते हुवे उसकी जाँघो को चौड़ा कर दिया किला मेरे सामने था बस फ़तेह करने की देर थी मैं उसकी जाँघो के बीच आया और अपने लंड को उसकी चूत की घाटी मे रगड़ने लगा

जैसे ही लिंग का स्पर्श योनि पर हुआ तो महक डार्लिंग के बदन मे जैसे चींटिया सी रेंगने लगी वो अपनी चूचियो को दबाते हुवे बोली कि आप यू ना हमे तडपाइये खुदा कसम आपने हमें छूकर इस बदन मे आग भर दी है बस अब आपसे इल्तीज़ा है कि हम पर आप मुहब्बत की बारिश करके हमे इस कदर भिगो दें कि बस रंग सा चढ़ जाए इस नाचीज़ पर



आप आज इस तरह हम मे समा जाएँ कि फिर सदियो सदियो तक मेरी रूह आपकी छुवन से गुलज़ार रहे आज इशाक़्क़्क़्क़ मुझ पे यू बरसा दी जीएएए की मेरी रूह बस फन्ना ही हो जाए मैने लंड पर थोड़ा सा थूक लगा कर उसको गीला किया और महक की चूत से सटा दिया महक ने एक झुरजुरी सी ली और मेरा सुपाडा उसकी चूत की फांको को अलग अलग करता हुवा अंदर जाने लगा

उसकी छूट बेहद ही चिकनी हो रखी थी तो लंड को कुछ खास परेशानी ना हुवी महक ने एक मस्ती से भरपूर आह भरी और अपनी बाहें मेरी पीठ पर कस दी दो जिस्म एक जान हो गये थे दो –तीन झटको मे मैने पूरा लंड उसकी चूत की जड़ तक पहुच गया था महक की चूत मुझे बड़ी मस्त लगी वो मेरे लंड पर कस्ति चली गयी मैने उसके माथे को हल्का सा चूमा



मैने लंड अंदर डाल दिया था पर मैं अभी धक्के नही लगा रहा था कुछ देर मैं बस ऐसे ही उसके उपर पड़ा रहा तो महक से बर्दाश्त नही हुवा और उसने अपनी कमर को उचका कर मुझे जताया कि वो क्या चाहती है तो मैने तुरंत अपने लंड को बाहर की ओर खीचा और पूरी ताक़त से दुबारा अंदर ठेल दिया महक चीख पड़ी उसी पल मैने उसके लबों को पीना शुरू कर दिया

मैं अपनी कमर को मचकाते हुवे उसको चोदने लगा उपर उसकी साँसे अब मेरे मूह मे चाशनी की तरह से घुल रही थी आज की रात महक ने मेरे लिए यादगार बना दी थी महक ने अपनी जीभ मेरे मूह मे सरका दी जिसे मैं लोली पोप की तरह से चूसने लगा तो उसकी जिस्म की आग मे जैसे घी डल गया वो वो कभी मेरी पीठ को सहलाती तो कभी मेरे कुल्हो को



मैं महक को रोन्दे जा रहा था और वो भी हर एक धक्के से जैसे बस टूटके बिखरने को ही थी कई दिनो बाद चूत मिली थी नसों मे खून कुछ ज़्यादा ही ज़ोर मार रहा था अब मैने महक को घोड़ी बनाया और पीछे से लंड डाल कर उसकी चुदाई करने ल्गा महक भी पूरी तरह से चुदाई हो रही थी तो मज़ा मैने उसके जुड़े को खोल दिया और उसकी ज़ुल्फो को आज़ाद कर दिया
Reply


Messages In This Thread
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है - by sexstories - 10-07-2019, 12:32 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,486,483 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 542,784 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,225,962 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 927,215 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,645,547 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,073,549 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,938,886 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,016,993 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,017,009 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 283,510 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 17 Guest(s)