Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
10-05-2019, 01:53 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
मैने घड़ी मे टाइम देखा तो साढ़े आठ हो रहे थे मैने कहा चाची आप

खाना लगाओ मैं थोड़ी देर मे आता हू और बाइक ली और ठेके की तरफ दौड़ा दी


मैने एक वाइन की बॉटल ली और आते आते एक बॉटल थम्सअप और कुछ पेस्ट्रीस भी

ले ली वापिस आते ही मैने कोल्ड ड्रिंक और पेस्ट्रीस को फ्रिज मे रखा और दारू की

बॉटल को उपर छुपा दिया अब बस दोनो हुस्न की मल्लिकाओ को एक बेड पर लाना था

मैने बुआ को बता दिया था कि चाची लगभग मान ही गयी है तो बुआ बोली आज तो घर को रंडी खाना
बना के ही छोड़ेगा तू फिर हम सबने मिलकर जल्दी से डिन्नर ख़तम किया और हम तीनो छत पर आ
गये मैने कहा आज हम साथ ही सोएंगे मैने एक बात पे गोर की कि दोनो औरते थोड़ी टेन्षन मे
लग रही थी वैसे तो मैं पहले भी थ्रीसम कर चुका था प्रीतम और ज्योति के साथ पर आज बात
थोड़ी अलग थी मैं थम्सअप को गिलास मे भरा और उसमे वाइन भी मिला दी ताकि दोनो थोड़े नशे मे
आ जाए तो उनकी शरम जल्दी उतर जाए और गिलास लेके उपर आ गया मैने उनके गिलास उनको पकड़ा
दिए चाची बोली आज पेप्सी कुछ कड़वी कड़वी लग रही है तो मैने कहा चाची ये थम्सअप है इसका
टेस्ट थोड़ा स्ट्रॉंग ही होता है कुछ ही देर मे हम तीनो ने दो दो गिलास टिका लिए अब टाइम था कुछ
करने का तो मैने चाची को अपनी गोद मे बिठा लिया और किस करने लगा चाची बुआ की मोजूदगी से थोड़ी
सी खुल नही पा रही थी तो बुआ बोली भाभी मुझे सब कुछ पता चल चुका है और आपको भी मेरे
बारे मे पता चल ही गया है तो आप रिलॅक्स हो जाओ चाची मेरी गोदी मे बैठी थी तो मैं उनकी मॅक्सी के
उपर से ही उनकी चूचियो को बुरी तरह से मसल्ने लगा चाची हल्की हल्की चीख मारने लगी बुआ अभी
तक अपनी जगह पर ही बैठी थी मैने कुछ ही देर मे चाची की मॅक्सी को उनके बदन की गिरफ़्त से आज़ाद
कर दिया था और ब्रा के हुको को खोलते हुए उनके उनके मम्मो को भीचने लगा चाची धीमी धीमी
आवाज़ मे मत कर मत कहने लगी थी .

मुझे तो इंतज़ार था कि कब नशा उनपर थोड़ा सा हावी हो और इस
खेल का रोमांच और भी बढ़ जाए अब मैं एक हाथ से उनकी चूची भीच रहा था और दूसरे हाथ से
उनकी चूत को रगड़ने लगा था पैंटी तो उनकी गीली हो ही गयी थी बुआ बस हमे देखे जा रही थी इधर
मेरा लंड भी कच्छे मे तन चुका था और चाची के मुलायम मुलायम चुतड़ों की दरार मे फसा
पड़ा था उत्तेजना से मेरे कान लाल हो चुके थे तो अब मैने चाची को अपनी ओर घुमाया और उनके
गुलाबी रस से भरे हुए होंठो पर अपने होंठो चिपका दिए चाची ने अपने हाथ मेरी पीठ पर चिपका
दिए और वो भी बड़े जोश के साथ मेरे होटो को किस करने लगी मैने कनखियो से देखा कि बुआ अपने
उरोजो को हल्के हल्के दबा रही है तो मैने चाची को छोड़ा और बुआ के पास पहुच गया और उनको
किस करते हुए उनके बूब्स को मसल्ने लगा मैने बुआ के सूट को निकाल दिया अंदर ब्रा तो थी नही तो
उपर से वो भी नंगी हो चुकी थी मैने उनकी एक चूची को मुँह मे ले लिया और उसको पीने लगा मैं
चूची पीते पीते बोला कि चाची आ जाओ मैने चाची को इशारा किया कि आप भी बुआ की एक चूची पर
क़ब्ज़ा जमा लो तो चाची ने कुछ सोचा और फिर उन्होने भी दूसरी चूची को अपने मुँह मे भर लिया
हम दोनो बुआ की चूची पीने लगे थे बुआ के बदन मे जैसे चींटिया रेंगने लगी थी एक तो नशे की
हालत और उपर से चुदाई का सुरूर तो माहौल गरम होना ही था कुछ ही देर मे बुआ की सिसकारिया फुट
चली उन्होने अपनी सलवार का नाडा खोला और उसको नीचे सरका दिया और फिर कच्छि को भी उतार दिया और

नंगी हो गयी बुआ ने चाची की पैंटी को भी खीच कर घुटनो के बल कर दिया और अपना हाथ उनकी
जाँघो के जोड़ मे घुसेड दिया इधर हम दोनो बुआ के बूब्स पर लगे हुए थे बुआ एक हाथ से चाची
की चूत को सहला रही थी और दूसरे हाथ से मेरे लंड को हिला रही थी कुछ ही मिनट बाद हम ने
बुआ की चूचियो को एक दम लाल लाल कर दिया था बुआ की आँखो मे वासना के डोरे सॉफ सॉफ दिखाई दे
रहे थे कुछ ऐसा ही हाल चाची का भी था तभी मुझे कुछ याद आया तो मैं भाग के रसोई मे गया
और वो पेस्ट्रीस का बॉक्स ले आया और दो पॅस्टी को बुआ के मुँह बोबो और चूत पर मसल कर लगा दिया
और सेम चाची के साथ भी किया अब मेरी दोनो रांड़ बिस्तर पर लेटी हुवी थी मैं बारी बारी दोनो के
शरीर पर लगी हुवी क्रीम को चाटने लगा दोनो रांडो को अब पूरी तरह नशा चढ़ चुका था कभी एक
जनि मुझे अपनी ओर खीचती कभी दूसरी वाली मुझे खीचती तो मैं बुआ के बूब्स को अच्छी तरह से
चाटने के बाद उनकी टाँगो के बीच मे घुस गया और उनकी कुछ मीठी कुछ खारी चूत पर अपने होंठो
लगा दिए और उनकी चूत को किस करने लगा .

इधर चाची भी उत्तेजना से पागल हो रही थी तो मैने कहा
कि चाची मैं बुआ की चूत को चाटूँगा तुम अपनी चूत बुआ के मुँह से लगा दो तो चाची बुआ के मुँह के
उपर बैठ गयी और बुआ उनकी पेस्ट्री से लिस्डी हुवी चूत को अपनी ज़ुबान से खाने लगी नीचे मैं बुआ की
चूत को खा रहा था बड़ा ही मजेदार सीन चल रहा था हम तीनो पूरी तरह से मस्ती मे डूब
चुके थे मैने अपनी पूरी जीभ बुआ की चूत मे डाल रखी थी बुआ की गान्ड बार बार उपर नीचे हो रही
थी .
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