RE: Randi ki Kahani एक वेश्या की कहानी
एक वेश्या की कहानी--8
गतान्क से आगे.......................
अब हम दोनो बाथरूम के अंदर चले गये . वहाँ जाते ही उसने सबसे पहले मेरे सारे कपड़े उतार दिए ओर फिर अपने सारे कपड़े उतार लिए.
अब दोनो जिस्म एक होने जा रहे थे .वो मेरे स्तनो को चूसने लगा , बहुत ज़ोर से मेरे स्तनो को चूसने लगा.
उसकी साँसे ज़ोर-ज़ोर से शुरू हो गयी ओर मेरा दिल बहुत ज़ोर से धड़क रहा था .
सच मे मेरे स्तन इतने कठोर हो गये थे कि मानो जैसे कोई टेन्निस बॉल हो. उनका रंग एक दम गोरा था.
अब उसने मुझे झुका दिया और अपने लंड को चूसने लगा. मेरी हालत खराब हो रही थी. क्यूकी ट्रेन के बाथरूम मे मेरा ये पहला अनुभव था.
काफ़ी देर लंड को चूसने के बाद अब उसकी बारी थी. मैं भी उससे अपनी योनि को चुसाने लगी .
मेरी योनि एक दम उप्पेर सजी हुई गुलाबी थी, जैसे मानो गुलाब की पट्टी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था .
दोनो की दिल की धड़कने बहुत तेज चल रही थी . अब मैं अपना आपा खो चुकी थी. बार-बार उसे बोल रही थी कि, मेरे चूत मे डाल दो प्ल्ज़ अपना लंड प्ल्ज़्ज़.
वो अब मेरे पूरे जिस्म को चूसने मे लगा था. अब उसने मुझे थोड़ा झुका दिया ओर मेरे हाथ वॉशर पर रखवा कर उसे नीचे किया.
तब उसने अपना मोटा लंबा लंड निकाला उसके लंड को तना देख कर मैं बहुत खुश थी ओर बोली मैने अपने ज़िंदगी मे ऐसा लंड नही देखा.
फिर वो उप्पेर से जवान खूबसूरत भी था. उसकी उम्र उस समय कोई 21 की होगी. अब वो पागल हो चुका था. मुझे चोदने लगा उसने अब अपने लंड को धीरे से मेरी चूत मे डाल दिया.
मैने एक बार थोरी सी आह भरी फिर सब कुछ नॉर्मल था. उसने अब झटके लगाने शुरू किए तो मैं ज़ोर से चीखने से लगी.
उसने मुझे चुप किया, मैं बोली दर्द हो रहा है उसने मुझे समझाया . अब उसने फिर से झटके लगाने शुरू किए इस बार मैने उसका पूरा सहयोग दिया .
अब उसने झटको की स्पीड को और तेज किया . मेरे स्तन उसके हाथ मे थे, जिन्हे वो धीरे-धीरे दबा रहा था.
उसे भी अब मज़ा आ रहा था . अब एक बार उसका वीर्य निकल चुका था .
कुछ देर के लिए हम रुके फिर कुछ देर बाद उसका लंड फिर से तन गया. उसने इस बार मुझे ज़मीन पर लिटा दिया ओर मेरी टाँगे अपने कंधो पर डाल ली.
अब वो शुद्ध भारतिया शैली मे आ चुका था . उसने मुझे आगे सरकाया ओर अपना लंड इस बार ज़ोर से मेरी चूत मे डाल दिया, इस बार मैं कम चीखी .
अब वो ज़ोर से झटके दे रहा था . अबकी बार बहुत मज़ा आ रहा था .
अब धीरे धीरे वो भी सांखलीट हो रहा था ओर मैं भी संत्ुस्त हो चुकी थी. फिर टाइम भी बहुत जयदा हो चुका था . तो उसने मुझे छोड़ दिया .
छोड़ते ही मैं बोली मैने आज तक ऐसे कभी सेक्स नही किया था. आज कर लिया सच मे तुम मे बहुत दम है, जैसा मुझे रीता ने बताया था. वो भी बहुत खुश था …… जब मेरी आँखें खुली तो मैं रॉकी के साथ हम बिस्तर थी. रॉकी पूर्ण नग्न अवस्था मे था और मैं अधनग्न अवस्था मे उसके उपर लेटी हुई थी. जब मेरी आँखें खुली तो मैं रॉकी के उपर से उठी, तभी फ़ौरन रॉकी ने मुझे वापस अपनी ओर खीच लिया और मेरे स्तनो को चूस्ते हुए बोला,
रॉकी- तुम्हारे ये आम बहुत ज़्यादा रसीले है कामिनी. और वो उन्हे बेतहाशा चूमने लगा.
मैने टेबल पर पड़ी घड़ी पर नज़र दौड़ाई तो देखा उसमे 12.20 हो रहे थे.
मैं- 12.20, ओह्ह बहुत देर हो गयी !
रॉकी – तुम कहाँ जा रही हो ?
मैने फटाफट कपड़े उतारे और उसे कहा,
मैं- काम की तलाश मे.
रॉकी बिस्तर पर ही लेटे-लेटे बोला,
रॉकी- मैं भी तुम्हारे साथ आता हू.
मैं बाथरूम मे घुसते हुए उससे बोली,
मैं – उसकी कोई ज़रूरत नही है, रीता ने मुझे बहुत से अड्रेस और उनके नंबर्स दिए है और साथ मे कुछ सिफारिशी लेटर भी है.
रॉकी उठकर मेरे पर्स मे वो चीज़ें देखने लगा.
मैं- मैं अपनी जिंदगी के लिए कुछ बेहतर ढूंड ही लूँगी, जिसे मेरी नयी जिंदगी की शुरूवात हो सके !
रॉकी ने सारे नाम पते देखने के बाद मुझसे कहा
रॉकी – मैं यहाँ के सारे क्लब्स अच्छे से जानता हू, मैं वहाँ तुम्हे ले के चलूँगा.
और वो मेरे आने से पहले वापस जाकर बिस्तर पर लेट गया.
मैं बाथरूम से तैयार होकर वापस आई और उसे बोली,
मैं – बेहतर होगा के वहाँ मे अकेले ही जाऊ.
मैने रॉकी को बाइ कहा और उसे जैसे ही किस करने झुकी, रॉकी ने वापस मुझे बिस्तर पर खीच लिया. लेकिन मैं उसे छुटकर उससे दूर हटी उसे मुस्कुरा कर बाइ कहा, उसे रात को मिलने का बोलकर मैं कमरे से बाहर आ गयी.
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